RE: Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड
उर्मिला : आय हाय ...!! दो लंड का नाम सुनते ही देखो तो कैसे चेहरे पर लाली छा गई मेरी प्यारी ननद के...(पायल को छेड़ते हुए) बताना पायाल ...किसका आगे लेगी और किसका पीछे?
पायल : धत्त भाभी...!! मैं नहीं बताउंगी.....
उर्मिला : अरे बता ना...शर्मा क्यूँ रही है...
पायल : दोनों का एक साथ बूर में ले लुंगी...ऊऊऊऊऊ.....(उर्मिला को जीभ दिखाते हुए).
उर्मिला : हाय...!! ...अच्छा अब सुन. सोनू तो तुझे पर पहले से ही लट्टू है. तू बस उसे उकसा दे...समझ तेरा काम बन गया...
पायल : पर भाभी कैसे?
उर्मिला : देख अभी मम्मी पापा घर पर नहीं है और सोनू अपने कमरे में. तू वहां जा और उस से बातें कर. उसके सामने अपनी जवानी दिखा. माहौल तो गरम कर.
पायल : (हँसते हुए) भाभी आप तो जीनियस हो. आपके पास हर एक समस्या का हल होता है.
उर्मिला : मेरी तारीफ बंद कर और जल्दी से उसके कमरे में जा, कही मम्मी पापा आ गए तो सब धरा का धरा रह जायेगा. और हाँ... कुछ ऐसा पहन के जा जिस से बेचारे सोनू की आँखे चौंधियाँ जाए.
पायल : समझ गई भाभी...आप फ़िक्र मत कीजिये...
उर्मिला : चल अब मैं ड्राइंग रूम में जा रही हूँ. मम्मी पापा आ गए तो मैं तुझे बता दूंगी...
उर्मिला कमरे से बहार चली जाती है. पायल अपनी अलमारी में कुछ कपडे ढूढ़ती है और एक बिना बाहं की ढीली फ्रोक निकलती है. फ्रॉक पहन कर वो आईने में देखती और अपने जान ले लेने वाले हुस्न को देख कर मुस्कुरा देती है. पायल धीरे धीरे सोनू के कमरे की तरफ बढ़ने लगती है.
वहां सोनू अपने कमरे में पहले से ही भाई-बहन की कहानी में खोया हुआ है. शॉर्ट्स में उसका लंड कई बार पायल दीदी को याद कर के किसी नाग की तरह सर उठा चूका था. तभी उसके कानो में पायल की आवाज़ सुनी देती है. "सोनू...!! सोनू...!! सो रहा है क्या?". पायल की आवाज़ सुन के सोनू हडबडाते हुए किताब तकिये केनीचे छुपा देता है. लंड को शॉर्ट्स में किसी तरह से छुपता हुआ वो दरवाज़ा खोलता है. दरवाज़ा खुलते ही सामने पायल दिखाई देती है. बिना बाहं की ढीली फ्रॉक उसकी जांघो तक आ रही है. लम्बे बाल, उठा हुआ सीना, दूध सी गोरी और मोटी जांघे, चेहरे पर मुस्कान और एक हाथ में कंघी लिए पायल खड़ी है.
पायल : ऐसे क्या देख रहा है? सो रहा था क्या?
सोनू : न...नहीं...नहीं तो दीदी...ऐसे ही कुछ पढ़ रहा था...
पायल : (अन्दर आते हुए) भाभी भी सो गई है और मम्मी पापा भी घर में नहीं है. बोर हो रही थी तो सोचा तेरे साथ थोडा टाइम बिता लूँ...तू बिजी तो नहीं है ना?
सोनू : नहीं..नहीं दीदी...बिलकुल भी नहीं....
सोनू के शॉर्ट्स में लंड फिर से फुदकने लगता है तो वो उच्छल के बिस्तर पर चला जाता है और चादर ओढ़ लेता है. पायल उसे देख के हँसने लगती है.
पायल : (हँसते हुए) यहाँ गर्मी है और तू चादर ओढ़ रहा है.
पायल सोनू के सामने खड़ी हो कर दोनों हाथों को उठा के बाल बनाने लगती है. पायल के बगल के बाल सोनू को दिखने लगते है. वो आँखे फाड़ फाड़ के देखने लगता है. ये नज़ारा उसने कई बार देखने की कोशिश की थी लेकिन कभी देख नहीं पाया था. आज ये नज़ारा खुद उसके सामने आ कर खड़ा हो गया था.
पायल : (अपने बाल बनाते हुए) अच्छे है ना?
सोनू : (डरते हुए) क...क...क्या दीदी?
पायल : मेरे बाल, और क्या?
सोनू : (पायल की बगलों को घूरते हुए) क..कौनसे बाल दीदी?
पायल : मेरे सर के बाल और कहाँ के?
सोनू : (हडबडाते हुए बगलों से नज़र हटाते हुए पायल के सर के बालों पर नज़र डालता है) ह...हाँ ..हाँ दीदी...बहुत अच्छे है.
पायल सोनू की हालत देख कर धीरे धीरे मुस्कुरा रही है. तभी पायल जान बुझ कर हाथ से कंघी गिरा देती है और उठाने के लिए निचे झुकती है. निचे झुकने से पायल की आधी चूचियां और बीच की गहराई दिखने लगती है. सोनू की नज़र सीधे पायल के सीने पर जाती है और वो अपनी दीदी की गोरी गोरी चूचियां और बीच की गली को आँखों से नापने लगता है.
पायल : बड़े है ना मेरे 'बॉल'..?
सोनू : (पायल की चुचियों को देखने में खोया हुआ, जवाब देता है) हाँ दीदी...बहुत बड़े 'बॉल' है....
पायल : (झट से खड़ी हो जाती है) 'बॉल' ?? मैं बाल की बात कर रही हूँ और तू 'बॉल' बोल रहा है....तू क्या माराडोना या पेले है जो तुझे हर जगह 'बॉल' दिखाई दे रही है?
पायल की बात सुन कर सोनू का सर घूम जाता है. वो समझ नहीं पा रहा है की पायल करना क्या चाह रही है. उसकी हालत ऐसी है की सामने भुना हुआ मुर्गा रख कर कहा जा रहा हो की आज उपवास करना है. वो झट से बिस्तर पर उठ कर बैठ जाता है और अपने बाल एक बार खींच कर फिर लेट जाता है.
सोनू : दीदी आप क्या मुझे परेशान करने आई हैं?
पायल : मैं कहाँ तुझे परेशान कर रही हूँ? तू तो खुद ही परेशान हो रहा है....
तभी पायल जान बुझ के फिर से कंघी गिरा देती है और वो सीधे पास रखे सोफे के निचे चली जाती है.
पायल : देख...!! तेरी वजह से मेरी कंघी फिर से गिर गई. अब सोफे के निचे से निकालनी पड़ेगी मुझे...
यह बोल कर पायल सोफे के पास जाती है और निचे बैठ जाती है. वो घोड़ी की तरह झुक के सोफे के निचे कंघी देखने लगती है. पीछे से पायल की फ्रॉक चढ़ के कमर पर आ जाती है और उसकी गोल गोल चुतड और बीच में कसी हुई पैन्टी दिखने लगती है. पैन्टी के आस-पास हलके बाल भी दिखने लगते है.
ये नज़ारा देख कर सोनू तो मानो पागल हो जाता है. वो शॉर्ट्स के ऊपर से ही लंड को मसलने लगता है. उसकी नज़र पायल की सफ़ेद पैन्टी के अन्दर का नज़ारा देखने की कोशिश करने लगती है. तभी पायल उठ के खड़ी हो जाती है.
पायल : पता नहीं कहाँ चली गई कंघी. तेरे पास है कोई बड़े दांतों वाली कंघी?
सोनू : हाँ है...देता हूँ...
कहते हुए सोनू बिस्तर से हाथ बढ़ा के पास के शेल्फ से कंघी निकलने की कोशिश करता है. पायल इसे एक मौके के रूप में देखती है. वो झट से दौड़ के बिस्तर के पास पहुँच जाती है.
पायल : तू रहने दे...मैं खुद ही ले लुंगी...
कहते हुए पायल बिस्तर पर चढ़ जाती है और शेल्फ पर झुक कर कंघी देखने लगती है. निचे लेटे सोनू की नज़र सीधे पायल की फ्रॉक के अन्दर जाती है तो उसकी आँखे जैसे बाहर ही आ जाती है. पायल की पैन्टी साफ़ दिखने लगती है, चिकना पेट और उसकी गहरी नाभि, बीना ब्रा के बड़े बड़े भरे हुए सक्त दूध. अपनी बहन के बड़े बड़े दूध देख कर सोनू का लंड शॉर्ट्स में सलामी देने लगता है.
पायल भी जान बुझ कर कंघी ढूंडने में वक़्त लगाती है ताकि सोनू उसके फ्रॉक के निचे से अन्दर का पूरा नज़ारा अच्छे से देख ले. जब पायल को लगता है की सोनू ने पूरा मजा ले लिया है तो वो कंघी ले कर बिस्तर से निचे उतर जाती है.
पायल : तेरी कंघी मैं ले कर जा रही हूँ, तू मेरी सोफे के निचे से निकाल लेना.
पायल गाना गुनगुनाते हुए दरवाज़ा लगा कर बाहर चली जाती है. बाहर जाते ही वो चुपके से दरवाज़े के की-होल से अन्दर देखने लगती है की सोनू क्या कर रहा है.
पायल के बाहर जाते ही सोनू झट से अपनी शॉर्ट्स उतार के फेक देता है. उसका ९ इंच का लंड फनफनाता हुआ बाहर आ जाता है. वो अपने फ़ोन पर पायल की एक फोटो देखते हुए लंड को मुठीयाने लगता है. लंड मुठियाते हुए पायल की फोटो देख कर सोनू उसके नंगे बदन को याद कर रहा है जो अभी-अभी उसने देखा था. सोनू लंड हिलाते हुए पागलों की तरह बडबडाये जा रहा था, -"ओह मेरी पायल दीदी....!! अपनी जवानी मेरे नाम कर दीजिये...", "देखिये ना...आपका छोटा भाई कैसे लंड हिला रहा है", "पायल दीदी...एक बार अपनी बूर में डलवा लो मेरा", "अगर आपको कुछ नहीं करना तो मत करिए...एक बार...बस एक बार अपने भाई के साथ बाथरूम में नंगी हो कर नहा लीजिये दीदी....आह्ह्ह...!!".
बाहर पायल ये सब देख और सुन रही थी. उसे यकीन नहीं हो रहा था की जो भाई उसके साथ दिन-रात बच्चों की तरह झगड़ता रहता है वो असल में उसकी जवानी का इस कदर दीवाना है. पायल धीरे से अपनी चूची मसल देती है और फिर से अन्दर देखने लगती है.
अन्दर सोनू पूरे जोश में है. उसका हाथ लंड पर तेज़ रफ़्तार से चले जा रहा है. अब वो लंड हिलाते, फ़ोन पर पायल की फोटो देखते हुए सामने दिवार के पास पहुँच जाता है. दिवार के सामने वो २-३ बार लंड मुठियाते हुए अपनी कमर ऊपर उठता है और फिर अपने लंड से दिवार पर कुछ लिखने लगता है. वो लंड को पकड़ कर, उसके टोपे को दिवार पर रगड़ते हुए, लंड से निकलती लार से लिखने लगता है. कुछ ही पल में वो लिख कर थोडा पीछे होता है और जोर से - "पायल दीदी..आह्ह्ह....ओह पायल दीदी...आह्ह्ह्ह...." चिल्लाते हुए लंड से गाढ़े पानी की पिचकारियाँ दिवार पर उड़ाने लगता है. ८-१० पिचकारी पायल के नाम से दिवार पर उड़ाने के बाद वो थक कर बिस्तर पर गिर जाता है.
ये सब देख कर पायल की धड़कन बढ़ जाती है. वो किसी तरह से अपने ऊपर काबू पाती है और ध्यान से अन्दर देखती है. उसकी आँखे उस दिवार पर है जिस पर कुछ ही समय पहले सोनू अपने लंड से लिख रहा था. वो ध्यान से देखती है और उसकी आंखे बड़ी-बड़ी हो जाती है, धड़कने फिर से तेज़ और बूर लार छोड़ने लगती है. दिवार पर सोनू ने अपने लंड से लिखा था - "पायल दीदी... I love u ❤"....
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