RE: Rishton mai Chudai - दो सगे मादरचोद
"अभी तो शुरुआत हुई है. देखती जाओ आज में तुझे कैसा निर्मल आनंद देता हूँ. मुझे पता है की पिच्छले 15 साल से तुम तड़प रही थी. तुम्हारी जवानी और तम्मनाएँ सोई पड़ी थी लेकिन अब वे पूरी तरह सा जाग गई है. तुम्हारी जवानी का कुँवा जो सुख चुका था वापस लबालब भर गया है. अब उस जवानी के कुनवे से में मेरी प्यास खुल के बुझावँगा. समझ रही हो ना में किस कुनवे की बात कर रहा हूँ." अब में तो बेशर्मी पर उतार गया पर देखना चाहता था की मा इस बेशर्मी में कहाँ तक साथ निभाती है.
"सब समझती हूँ. तुम मेरी दोनों टाँगों के बीचमें उभरे हुए टिल्ले के बीचों बीच खुदे कुनवे की बात कर रहे हो. लेकिन ध्यान रखना उस कुनवे के चारों ओर फिसलंभारी खाई भी है और आजकल वहाँ झाड़ झंझाड़ भी बहुत उगा हुवा है कहीं उलझ कर कुनवे में मत गिर जाना. दूसरी बात कुँवा बहुत गहरा है, पानी तक पाहूंचना आसान नहीं." मा की यह बात सुन कर एक बार तो में हकबका गया की यह तो शेर पर पूरी सवा शेर निकली. पर मान ही मान बहुत खुश था. मेने सोचा भी नहीं था की सब कुच्छ इतनी जल्दी इतने मान चाहे ढंग से हो जाएगा. में आनंद के सातवें आसमान पर था.
"ऐसे कुनवे का पानी तो में ज़रूर पीऊंगा. चिंता मत करो मेरे पास लूंबा मोटा और मजबूत रस्सा है और बड़ा सा टॉप भी है, तेरे कुनवे का सारा पानी खींच लेगा. ठीक से समझ रही होना." मेने कहा.
"तुम मेरी दोनों टाँगों के बीच वेल कुनवे में अपनीी दोनों टाँगों के बीच में लटके मोटे और लंबे रस्से के आयेज अंडे जैसा टॉप बाँधके उतारोगे और मेरे कुनवे को उस टॉप से ठीक से झकझोरके मेरे कुनवे के रसीले पानी से अपनी प्यास बुझाओगे." मा ने नहले पर दहला मारा.
"हाय मेरी राधा रानी उसे डंडा नहीं लंड बोलो. पूरा 11 इंच लूंबा और 4 इंच मोटा है. एकदम सिंगपूरी केले जैसा. एक बार देखोगी तो मस्त हो जाओगी." यह कह कर मेने मा के होंठों को वापस मुख में ले लिया और मा के मुँह में अपनी लुंबी ज़ुबान डाल दी. यह चुंबन काफ़ी लूंबा चला.
"जिसका 4-5 इंच का होता है उसे नूनी बोलते हैं, जिसका 6-7 इंच का होता है उसे लंड बोलते हैं पर तुम्हारा तो 11 इंच बड़ा है; उसे लंड नहीं हुल्लाबी लॉडा बोलते हैं. में अब उसे झेल पवँगी भी या नहीं. 15 साल से अधिक हो गये मेरी छूट में एक तिनका भी नहीं गया है. मेरी छूट एक दम सांकड़ी हो गई है. मेरे राजा मुझे छोड़ोगे तो कुँवारी लड़की जैसा मज़ा मिलेगा." मा पूरी बेशर्मी के साथ हंस के बोली. अब मेने मा के दोनो पुष्ट चूचे ब्लाउस के उपर से ही अपने दोनों हाथों में समा लिए और उनका कस के मर्दन करने लगा.
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