RE: Maa Chudai Story सौतेली माँ से बदला
सलमा ये सब कह रही थी। मगर, हम दोनों उसकी चूत और बूब्स को चूसने सहलाने में लगे थे।
इस बीच, मैंने सलमा के मुँह में अपना लण्ड घुसेड दिया और वो उसे चूसने लगी.. !!
वसीम, उसकी चूत को चाट रहा था।
इधर, मैं चुसवाते चुसवाते उसकी चूचियों को मसल रहा था।
फिर 10-12 मिनट के बाद, मैं बेड पर लेट गया और सलमा की चूत में अपने लण्ड को डाल के उसको अपने ऊपर बिठा दिया।
उसका मुँह मेरी तरफ था और उसने मुझे कस के पकड़ रखा था।
फिर, वसीम ने उसकी गाण्ड में अपना डंडा घुसा दिया और हम दोनों मिलकर चोदने लगे।
चुदवाते चुदवाते, सलमा चिल्ला रही थी।
मैं नीचे से उसे चोद रहा था और उसकी चूचियों को चूस रहा था.. !! उसकी जीभ को चाट रहा था.. !!
वसीम ने उसके बाल को पकड़ रखा था और ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था।
उस वक़्त सलमा का चेहरा देखने लायक था.. !! पूरा लाल हो गया था.. !!
हमने जितना हो सके अपनी स्पीड बढ़ा दी तो सलमा के मुँह से – ओह… अहह… आ आ आ आहह… यह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हह्ह्ह माआ आ आ आ आ आ की आवाज़ निकल रही थी…
बीच बीच में वसीम उठ कर, सलमा से अपना लण्ड चूसवाता था और फिर चोदता था।
ऐसा उसने, 4-5 बार किया।
चुदाई के टाइम, सलमा की चूत से बहुत पानी निकल रहा था। जिस से, मेरी कमर और बिस्तर गीला हो गया था।
वो, बार बार झड़ रही थी…
फिर, 5-8 मिनट बाद वसीम झड़ गया और उसने सारा का सारा वीर्य उसकी गाण्ड में भर दिया।
झड़ते वक़्त, वसीम ज़ोर ज़ोर से धक्का मार रहा था, सलमा की गाण्ड में.. !! जिस से, सलमा को बहुत दर्द हो रहा था और वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी.. !!
उसके बाद, वसीम हमारे साइड में लेट गया।
मैंने सलमा को बिस्तर पर लिटा दिया और उसकी दोनों टाँगों को फेला कर चूत में लण्ड डाल के चोदने लगा क्यूंकि अभी तक मेरा निकला नहीं था।
सलमा की आँखें बंद हो गई थीं।
फिर, मैंने उसे साइड हो के लेटने को कहा और मैं उसके पीछे लेट गया।
उसकी एक टाँग को मैंने ऊपर उठाया और अपना लण्ड उसके चूत में घुसा कर तेज़ी से चोदने लगा…
चोदते चोदते, मैं उसके चूत के दाने को रगड़ देता.. !! जिस से, वो तिलमिला उठती थी.. !!
मैं उसकी चूत को थपथपा रहा था और पीछे से चोद रहा था।
कुछ देर बाद, मैं भी झड़ने वाला था तो मैं उसके एक बूब्स को पकड़ के और ज़ोर से चोदने लगा.. !!
वो चीख चीख कर, कह रही थी – उई माआ आ आ आ… अ ष्हस्स्स्स्स स्स… मेरा तो सब कुछ फाड़ के रख दिया और सहन नहीं होता…
फिर, मैंने उसे कहा के जान, मैं झड़ रहा हूँ… तो कुछ ही देर में, वो भी मेरे साथ फिर से झड़ गई.. !!
मैं झड़ते टाइम, उसके बूब्स को कस के दबा रहा था और कान काट रहा था.. !! क्यूंकि, इतनी देर तक चुदाई कर कर के मैं भी थक गया था।
हम दोनों ही, चिल्ला चिल्ला के झड़ रहे थे।
मैं आखरी बूँद निकालने तक उसकी चूत में लण्ड को पेल रहा था।
झड़ने के बाद, मैं भी सलमा के बगल में लेट गया।
इतनी ख़तरनाक और लंबी चुदाई से, सलमा लगभग बेहोश हो गई थी…
हम तीनों ही, आँखें बंद करके पड़े हुए थे.. !!
कुछ 15-17 मिनट के बाद, सलमा उठी पानी पीने के लिए तो हमने देखा के वो ठीक से चल नहीं पा रही थी।
वसीम ने उसे कहा के तुम बैठो, मैं तुम्हें पानी देता हूँ…
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