Adult Stories बेगुनाह ( एक थ्रिलर उपन्यास )
03-24-2020, 09:13 AM,
#86
RE: Adult Stories बेगुनाह ( एक थ्रिलर उपन्यास )
“शर्मा कहता है कि कल रात आपके आदमियों ने इसको अगुवा किया, इसे आपकी कोठी पर जबरन बन्दी बनाकर रखा और इसे मारा पीटा ।"
"यह बण्डल मारेला है । उलटे इसी ने अपुन की कोठी पर आकर अपुन के दो आदमियों को मारा पीटा । बहुत गर्म मिजाज है इसका ।"
"यह आपकी कोठी पर आया क्यों था ?"
"मेरे से कोई बात करने का था। वहां बात तो कुछ किया नहीं, उलटे बद्तमीजी करने लगा और मेरे आदमियों से उलझने लगा।"
"इसने आपके आदमियों को मारा पीटा ?"
"बरोबर ।"
,,, "आपने इसके खिलाफ रिपोर्ट क्यों नहीं लिखाई ?"
"अपुन की कोठी में जब चूहा घुसेला है तो उसे अपुन खुद खलास करेला है । उसके लिये अपुन कमेटी के दफ्तर नहीं जाना मांगता ।"
"आप शर्मा को मौत की धमकी दे रहे हैं ? मेरे सामने धमकी दे रहे हैं ?"
_ "अपुन तो एक चूहे की बात करेला है।" - एलैग्जैण्डर लापरवाही से बोला - "अगर यह चूहा है तो यह इसे अपने = लिये धमकी समझ सकता है।"
* यादव एलेग्जैण्डर को घूरने लगा। उस पर अपने घूरने का कोई असर न होता पाकर वह कस्तूरचन्द की तरफ घूमा ।
"आपने मुझे बताया था कि चावला के कत्ल के वक्त आप सिनेमा देख रहे थे । अब बरायमेहरबानी यह बताइये कि जूही चावला और चौधरी के कत्ल के वक्त आप कहां थे?"
"मैं अपने घर पर था, जी ।" - कस्तूरचंद बोला ।
"घर पर और कौन था ?"
"कोई नहीं ।"
"हमेशा ही घर पर कोई नहीं होता या कल नहीं था ?"
"कल नहीं था।"
"यानी कि आपकी बात के सच होने की गवाही देने वाला कोई नहीं ?"
"कोई नहीं ।" - कस्तूरचन्द बड़ी सादगी से बोला।
"मिस्टर भटनागर, आप आखिरी बार जूही चावला से कब मिले थे ?"
"पांच-छ: दिन हो गए।" - भटनागर बोला - "तब वह मेरे ऑफिस में आई थी और हमने एक सिल्क मिल की साड़ियों के विज्ञापन की एक नई सीरीज के बारे में विचार-विमर्श किया था।"
"तब वह आपको किसी बात से डरी या सहमी हुई लगी थी ?"
"नहीं ।"
"उसके हाव-भाव, व्यवहार में कोई असाधारण बात नोट नहीं की थी आपने ?"
“आपका उससे क्या रिश्ता था ?"
"वही जो एक फैशन मॉडल का एक ऐड एजेंसी के हैड से हो सकता है।"
"यानी कि बिजनेस के अलावा आपका उससे कोई रिश्ता नहीं था ?"
"नहीं था।"
"कोई रोमांटिक, कोई इमोशनल अटैचमेंट ?"
"न न।"
"तीनों कत्लों के वक्त आप कहां थे?"
"मैं अपने ऑफिस में था।"
"चौधरी का कत्ल तो आधी रात के बहुत बाद हुआ था। तब भी आप अपने ऑफिस में थे ?"
"जी हां। कल रात मैं वहीं सोया था। मेरे ऑफिस में एक छोटा सा बैडरूम भी है। कई बार जब वहां बहुत देर हो | जाती है और मेरा घर जाने का मूड नहीं होता तो वहीं सो रहता हूं।"
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RE: Adult Stories बेगुनाह ( एक थ्रिलर उपन्यास ) - by sexstories - 03-24-2020, 09:13 AM

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