RE: bahan sex kahani बहना का ख्याल मैं रखूँगा
मेरा लन्ड भी फूल पिचक रहा था जिसका एहसास शालिनी को अपने सिर पर जरूर हो रहा होगा....
मैं - बेबी,,,ऐसे ही रहो...मैं तुम्हारा सिर अब अच्छे से दबा देता हूं....
शालिनी - ओके ,, भाई.... अच्छा लग रहा है, प्लीज़ कांटिन्यू ....
शालिनी का सिर पीछे आ जाने के कारण उसकी चुचियां ऊपर की ओर आ गयी थी...और शालिनी ने समीज को थोड़ा खींच के पकड़ा हुआ था इसलिए सिर्फ नि्प्पल्स ही समीज में छुपे हुए थे....और शालिनी ने अपनी छाती को जानबूझ के थोड़ा ऊपर की ओर उठा लिया....जिससे उसकी चुचियों का दिलकश नजारा मुझको मिल रहा था वो अदभुद था....
मैं उसे ऐसे देख के पागल हो गया.... अपना लंड उचका उचका के अपनी ख़ुशी जाहिर करने लगा.... मेरे लंड का उचकना शालिनी को फील हो रहा था....उसकी साँसे तेज होने लगी....धड़कने बढ़ने लगी....उसकी तेज साँसों के साथ ऊपर नीचे होती उसकी अधनंगी चुचियों को देखकर मुझको होश ही नही रहा..... मैं शालिनी का सिर अपने लंड पे दबाने लगा.... शालिनी भी मजे से कड़क लंड का स्पर्श एन्जॉय करने लगी....कुछ मिनटों तक यही सिलसिला चलता रहा....
मैं :- अच्छा लग रहा है ना बेबी,,,, इस मालिश से तुम एकदम रिलैक्स हो जाओगी ....
शालिनी :- हां जी,,,...
उसने अपनी आंखें बंद ही रखी... शायद इस हालात में वो मुझसे नज़र मिला भी नहीं पाती .... मैं लगातार सामने आईने में भी देख रहा था ...
मैं :- मजा आ रहा है ,, बेबो,,??
शालिनी:- मजा ...?? मतलब ?? कैसा मज़ा ??
मैं जोश में होश खो बैठा था... और भूल गया था कि मैं अपनी ही सगी बहन के साथ इस हालात में हूं,,, इतना होने पर भी हम दोनों में अभी इतनी सेक्सी बातों का सिलसिला शुरू नहीं हुआ था,,,,।।
मैं :- वो..म में..मेरा...मेरा मतलब...
मेरी बात अधूरी ही रह गयी... क्यूंकि तभी कमरे के खुले दरवाजे से बरामदे की ओर से एक बड़ा सा कीड़ा शालिनी के हाथ पे आके बैठा और उड़ गया ... बड़ी तेज आवाज भी कर रहा था...
..शालिनी किसी और ही दुनिया में थी...वो आँखे बंद करे हुए थी...वो एकदम से डर गयी और हाथ से उसे झटक दिया और थोड़ा चिल्लाते हुए वो झटके से खड़ी हो गई। वो डर गयी थी और इधर उधर देखने लगी।
मैं भी जल्दी से अपने खड़े लन्ड का तम्बू दिखाते हुए बेड से उतर कर खड़ा हो गया,,, ये सब कुछ सेकंड में ही हो गया था ।
मैं :- क्या हुआ बेबी ?? क्यूं डर गयी क्या ?? कुछ नही एक कीड़ा था...बस..
रिलैक्स ...
शालिनी अब भी डरी हुई थी... मैं फिर से आगे हुआ और उसे बाहों में लिया और ...उसको अपने नंगे सीने से चिपका लिया ....
मैं :- अरे कुछ नही होता उससे...
शालिनी:- वो बड़ा ही अजीब फील हुआ हाथ पे...
शालिनी इधर डरी हुई थी और मैं अपने काम में लगा हुआ था.... मैने शालिनी को अपनी बाहों में कस लिया... शालिनी के बड़े बड़े कड़क निप्प्ल्स मुझको अपनी नंगी छाती पे महसूस हो रहे थे। नरम नरम चुचियों के स्पर्श से मेरा लंड जो थोड़ा सा मुरझा गया था....वो फिर से टाइट होने लगा.....इस बार मेरा लंड सही निशाने पर था...
क्यूंकी एक तो वो थोड़ा मुरझा गया था जिससे शालिनी को जब गले लगाया तब उसका फासला कम था लेकिन अब जब वो टाइट होने लगा था तब शालिनी की बुर के बहुत करीब हो गया था....
मैं शालिनी की पीठ पे हाथ घुमा रहा था.... और धीरे धीरे मैं अपने हाथ घुमाने का दायरा बढ़ा रहा था... नीचे कमर तक...फिर थोड़ा और नीचे शालिनी गांड के ऊपरी हिस्से पे हाथ घुमाने लगा....
शालिनी अब संभल रही थी...वो डर के ट्रैक से निकल कर वापस सही ट्रैक पे लौट आई थी... मेरा हाथ अपनी गांड़ को सहलाते हुए पाकर वो उत्तेजित होने लगी....वो चाहती तो मुझको दूर कर सकती थी पर उसे मजा आने लगा था... उसकी सांसों की गर्मी बता रही थी......
मैं :- सब ठीक है..कुछ नहीं होता...इतना क्या डरना?
मैं शालिनी को अपने आप से और चिपकाते हुए बोला ...
शालिनी अब खुद मुझसे चिपकती हुई अपनी सांसों को सम्हाल रही थी ... मैंने मौके का फायदा उठाया और अपना लंड शालिनी की फूली हुई बुर से और सटा दिया...., हम दोनों की लम्बाई में थोड़ा सा ही अंतर है जो आज बड़ा फायदा पहुंचा रहा था ।
शालिनी की आह निकलते निकलते बची....शालिनी भी शायद अब पीछे नही हटना चाहती थी...या उसे सच में पता ही नहीं है कि ये हम-दोनों में क्या हो रहा है... इसकी मंजिल कहां है ??
उसने भी अपनी बुर मेरे लंड की ओर थोड़ा बढ़ा दी...दोनों ही वासना में अंधे हो चुके थे.... लगभग दो मिनट हो चुके थे पर हम दोनों ही एक-दूसरे को छोड़ना नही चाहते थे...
लेकिन तभी वो कीड़ा फिरसे उड़ते हुए आया और शालिनी के हाथ पे बैठ गया... मैने झटके से उसे उड़ाया...लेकिन इस दरमियान मुझसे शालिनी की बाहों का घेरा छूट गया .... और शालिनी ये देख के हंस पड़ी...
शालिनी:- हा हा हा ....देखा मैंने नही कहा था...देखो आप भी डर गए ना??
शालिनी और मैंने देखा कि वो कीड़ा एक कोने में बैठा हुआ था.... और उसके रेंगने वाली जगह पर पानी जैसा थोड़ा गाढ़ा लिक्विड निकल आया था ,,,,
|