Indian Porn Kahani एक और घरेलू चुदाई
01-12-2020, 12:07 PM,
#7
RE: Indian Porn Kahani एक और घरेलू चुदाई
विनीता ने एक झुझुरी ली और अगले ही पल से प्रेम का लंड फिर से उसकी चूत मे जाने लगा विनीता ने अपनी टाँगो को आपस मे चिपका लिया जिस से कि उसे और प्रेम दोनो को ही बड़ा मज़ा आ रहा था उसकी पतली कमर मे हाथ डाले प्रेम ताबड तोड़ चोदे जा रहा था उसको तभी विनीता बोली- मेरे बोबे दबा तो प्रेम उसकी चूचियो से खेलने लगा इस घनघोर चुदाई से विनीता का बदन लरज रहा था

उसे घोड़ी बने हुए भी काफ़ी देर हो गयी थी चूत से रिसता पानी उसकी जाँघो पर पहुच चुका था पर प्रेम उसी रफ़्तार से लगा हुआ था विनीता दूसरी बार झड़ने को आई थी तो वो आगे को हो गयी और सिसकारिया भरते हुए फिर से झड गयी दो मिनिट बीते होंगे कि तभी प्रेम ने उसकी कमर को कस कर थाम लिया और उसके लंड से गरम पानी की धार को विनीता अपनी चूत मे महसूस करने लगी थी

ना जाने कितनी पिचकारिया मारता रहा वो और फिर प्रेम उसे लिए लिए ही बिस्तर पर लुढ़क गया विनीता की आँखे मस्ती के मारे बंद हो गयी, जब उसे होश आया तो देखा कि प्रेम उसकी बगल मे सो रहा है उसका लंड सिकुड कर बाहर आ गया था विनता उठने लगी तो उसे अपनी टाँगो मे दर्द महसूस हुआ वो बोली कमिने ने पूरा दम ही निकाल दिया है उसने अपने कपड़े पहने और फिर अपने घर चली गयी

अगली सुबह प्रेम की आँख जब खुली तब बाहर दरवाजा किसी ने ज़ोर से पीटा, वो आँखो मलता हुआ खड़ा हुआ और अपने नंगे जिस्म को देख कर उसे रात को हुए उस हसीन वाकये की याद आ गयी, वो खुद-ब-खुद मुस्कुरा पड़ा उसे जैसे यकीन ही नही था कि विनीता चाची की ले ली थी उसने वो भी खुद चाची ने चुदवाया था उस से फटाफट उसने अपने कपड़े पहने और नीचे आ गया.

दरवाजे पर सौरभ था, खोलते ही वो उस पर पिल पड़ा और बोला क्या यार कब्से किवाड़ पीट रहा हू मैं और तुम हो कि जवाब ही नही दे रहे थे, प्रेम बोला यार सोया पड़ा था, अब वो सौरभ को क्या बता ता कि कल रात वो नींद भर के क्यो नही सोया था पर जल्दी ही उसे ग्लानि सी हुई कि उसने अपने सबसे अच्छे दोस्त की माँ को जो चोद दिया था उसकी नज़रे जैसे झुकती सी चली गयी थी सौरभ के सामने

सौरभ ने कहा कि, यार तुझे माँ ने खाने के लिए बुलाया है, मैं सहर जा रहा हू मछली बेचने को तो दोपहर बाद ही आ पाउन्गा फिर मिलते है देर हो रही है और वो अपने रास्ते हो लिया , इधर प्रेम ने नाहया-धोया और फिर सौरभ के घर पहुच गया घर मे बस विनीता ही अकेली थी, रात को तो जवानी का जोश था पर अब प्रेम विनीता से नज़र चुरा रहा था विनीता भी इस बात को समझ रही थी और उसका भी हाल कुछ ऐसा ही था

प्रेम चुप चाप जाकर बैठा था विनीता ने उसके लिए नाश्ता लगाया और फिर खुद भी उसके पास ही बैठ गयी, प्रेम चुप चाप नाश्ता करने लगा और विनीता उसकी ओर देखने लगी हालत कुछ ऐसी थी कि दोनो पास होकर भी अंजाने बने हुए थे तभी विनीता प्रेम को और सब्ज़ी परोसने लगी तो उसकी चुनरिया थोड़ा सा सरक गयी और उसके पुष्ट उभारों की झलक प्रेम को दिख गयी

ये वो ही रसदार चूचिया थी जिन्हे कल रात को खूब कस कस कर प्रेम ने भीचा था उसे अपने बोबो को निहारते हुवे देख विनीता बोली ऐसे क्या देख रहे हो, कल तो लट्तू हो रहे थे इनपर ये सुनते ही प्रेम के गले मे रोटी का नीवाला अटक गया और उसे ख़ासी हो गयी विनीता ने उसे पानी का गिलास दिया और हँसते हुए बोली आराम से खाओ थके हुए लग रहे हो , क्यो ना लगोगे कल मेहनत भी तो खूब की थी तुमने और अपनी तिरछी निगाहों से प्रेम को देखने लगी

खाना खाते हुए प्रेम सोचने लगा कि जब चाची खुद ही उसे अपनी मस्त जवानी का जाम पिलाने को आतुर है तो उसे क्यो शर्मिंदगी हो रही है उसके लिए तो अच्छा ही है जो उसे बैठे-बिठाए गरमा गरम चूत मिल रही है तो उसने भी खुलते हुए कहा चाची कल मज़ा आया आपको, विनीता को अंदाज़ा नही था कि प्रेम सीधे सीधे ही उस से ऐसे पूछ लेगा तो मुस्कुराते हुवे बोली मेरी छोड़ो तुम अपनी बताओ

तो प्रेम ने अब खाना छोड़ा और विनीता को अपनी बाहों मे ले लिया और उसके सुर्ख लिपीसटिक्क लगे होटो को चूमने लगा और हाथों से उसकी गान्ड को दबाने लगा तो विनीता भी उसका साथ देने लगी प्रेम के लंड की नसें फिर से भड़कने लगी थी विनीता और प्रेम करीब दस मिनिट तक एक दूसरे को चूमते रहे आग भड़क उठी थी विनीता अपनी आँखे प्रेम की आँखो मे डालते हुए बोली बेटे मैं पिसना चाहती हू तेरे नीचे मेरे इस जोबन का असली हक़दार तो तू ही है कर ले अपनी मनमानी रगड़ डाल मुझे

और उसने प्रेम के पाजामे को नीचे करते हुए उसके लंड को बाहर निकाल लिया प्रेम उसके हाथों का स्पर्श पाते ही तड़प उठा , विनीता लंड को मुट्ठी मे भर कर भीच ने लगी थी इधर प्रेम उसका ब्लाउज खोल चुका था दोनो अब इस खेल को खेलने को पूरी तरह से तैयार थे पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, तभी बाहर से विनीता को किसी ने आवाज़ लगाई तो वो दोनो हड़बड़ाते हुए एक दूजे से अलग हो गये और फटाफट अपने कपड़ो को ठीक करने लगे
Reply


Messages In This Thread
RE: Indian Porn Kahani एक और घरेलू चुदाई - by sexstories - 01-12-2020, 12:07 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,669,533 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 564,340 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,305,189 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 988,585 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,751,425 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,161,075 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,090,877 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,535,241 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,185,265 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 301,171 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 9 Guest(s)