Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
07-11-2019, 06:58 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
,,,क्या सीन चल रहा था रूम मे एक ही बेड पर 5 लोग मस्ती कर रहे थे,,,किसी पॉर्न मूवी जैसा लग
रहा था जो अपने सामने ही चल रही थी जिसको देख कर मस्ती बढ़ती ही जा रही थी,,,,,माँ मामा पर झुकी
हुई थी मामा का लंड माँ की चूत मे था पीछे से करण बेड पर घुटनो के बल बैठ कर माँ की गान्ड
मांर रहा था ,,,मामा नीचे से माँ की चूत मारता हुआ माँ के बूब्स को मसल रहा था ऑर माँ मामा
के उपर से एक तरफ हटके मेरे लंड को मुँह मे लेके चूस रही थी जबकि शोभा अपनी तंगीन खोलकर
मामा के सर पर बैठ कर अपनी कमर को तेज़ी से आगे पीछे करती हुई
मामा के लिप्स पर अपनी चूत रगड़ रही थी ऑर साथ ही मुझे लिप्स पर किस कर रही थी,,,,,

मैं शोभा को किस करता हुआ करण की तरफ देखने लगा तो करण ने हल्की मुस्कान से मुझे
जवाब दिया ऑर तेज़ी से मेरी माँ की गान्ड मारता रहा,,,,,,,करीब 8-10 मिनट सब ऐसे ही मस्ती
करते रहे फिर माँ ने मेरे लंड को मुँह से निकाला ऑर मामा के जिस्म से उपर उठने लगी ,,,,करण
ने भी पीछे हटके अपने लंड को माँ की चूत से निकाल लिया,,,,लेकिन शोभा मामा के उपर से
नही उठी ऑर अपनी कमर को ऐसे ही आगे पीछे करती हुई अपनी चूत को मामा के लिप्स पर रगड़ती
रही,,,,माँ ने मामा के उपर से उत्ख कर एक दम से करण को पकड़ा ऑर बेड से नीचे ले गई फिर वापिस करण
को बेड पर बिठा दिया ऑर खुद ज़मीन पर बैठ गई ,,करण भी बेड पर बैठा हुआ था लेकिन उसके
पैर ज़मीन पर लगे गये था माँ उसके घुटनो के बीच मे ज़मीन पर बैठ गई ऑर करण के
खड़े लंड को हाथ मे लेके चूसने लगी ,,,करण बड़े प्यार से उसकी तरफ देखता है ऑर लंड चुसाइ का
मज़ा लेने लगता है,,सरिता भी करण के लंड को बड़े प्यार से पूरा का पूरा मुँह मे लेती है ऑर गले
से अंदर तक निगल लेती है ऑर फिर से पूरे लंड को बाहर निकाल कर अपने मुँह मे जमा थूक को
करण के लंड पर उगल देती है ऑर अपने हाथ से हल्के से थूक को करण के लंड पर लगा कर मसल देती
है,,,

सरिता के लिए करण का लंड किसी लोलीपोप से कम नही क्यूकी करण एक जवान लड़का है ऑर उसका
लंड भी बहुत जोशीला है ऑर सरिता जैसी औरत के लिए करण एक दम मस्त चीज़ है इसलिए सरिता बड़े
प्यार से करण के लंड को चुस्ती है,,,,,अब तक करण का डर ख़तम हो चुका है ऑर वो अपने हाथ को
आगे बढ़ा कर सरिता के बड़े बड़े बूब्स को हाथों मे पकड़ लेता है करण की इस हरकत से सरिता
खुश हो जाती है ऑर करण के हाथों पर अपने हाथ रख कर करण को ज़ोर ज़ोर से अपने बूब्स मसल्ने
को बोलती है करण भी सरिता के बूब्स को हाथ मे पकड़ कर मसल्ने लग जाता है लेकिन वो ज़्यादा ज़ोर नही
लगा पता क्यूकी सरिता के बूब्स बहुत बड़े है करण के एक हाथ मे एक बूब पूरा नही आता इसलिए करण
अपने 2 हाथों मे एक बूब्स को पकड़ लेता है ऑर मसल्ने लगता है ,,करण के एसा करने से सरिता हँसने
लगती है ऑर करण की तरफ देखने लगती है करण भी खुश हो जाता है ऑर थोड़ा शरमा भी जाता है ,,,,

इधर शोभा अपने माँ के मुँह पर अपनी चूत को रग़ाद रही होती है तभी मामा उसको पीठ से पकड़
कर अपने लंड की तरफ झुका देता है ऑर शोभा भी जल्दी से मामा के लंड पर टूट पड़ती है ,,,,शोभा मामा
के लंड को मुँह मे लेके जल्दी जल्दी उपर नीचे होने लगती है ऑर तेज़ी से अपनी कमर को आगे
पीछे करने अपनी चूत को मामा के लिप्स पर रगड़ने लगती है ,,मामा भी शोभा की गान्ड को कस्के अपने
हाथों मे जकड लेता है ऑर शोभा की चूत को अपने मुँह पर दबा लेता है फिर चूत के दोनो लिप्स को
मुँह मे भरके चूसने लगता है,,,,

शोभा मस्ती मे सिसकियाँ लेने की कोशिश करती है लेकिन मुँह
मे मामा का लंड घुसा हुआ है जिस वजह से वो खुल कर सिसकियाँ भी नही ले पा रही लेकिन चूत
पर माँ की ज़ुबान ऑर लिप्स कुछ ऐसी मस्ती करने लगते है कि शोभा से रहा नही जाता ऑर वो कुछ पल
के लिए मामा के लंड को मुँह से निकाल देती है ऑर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगती है,,,,आहह मम्माम
ऊओररर म्माीसत्त्तिईइ ससी छुउस्सूओ म्मीरीइ चहूवतत कक्कूव आहह मम्मामाआ क्क्हाअ
ज्जाऊओ म्मीरीइ चूत कककूऊ शोभा कुछ ज़्यादा ही तेज आवाज़ मे बोलती है तो करण लंड चुस्वाते
हुए पीछे मूड कर शोभा की तरफ देखता है ,,इधर मैं बेड पर बैठा हुआ अपने लंड को अपने
हाथ मे लेके मसल रहा हूँ ऑर जब करण शोभा की तरफ देखता है तो फिर मेरी तरफ देखकर खुश
हो जाता है वो नज़रो ही नज़रो मे मुझे थॅंक्स्क्स्क्स बोलता है कि आज मेरी वजह से उसको मेरी माँ की मस्त गान्ड
ऑर चूत चोदने का मोक़ा मिल रहा है,,,,,इतने मे सरिता ज़मीन से उठ जाती है ऑर करण को
बेड पर पीछे की तरफ लेटा देती है ऑर जल्दी से करण के उपर चढ़ कर अपने टाँगों को खोल कर करण
के लंड को अपनी चूत मे लेता है ऑर एक ही पल मे करण के लंड को उछालने लगती है ,,वो प्यार से करण
के चहरे को देखती है फिर करण को किस करने के लिए अपने लिप्स को करण के लिप्स पर रख देती है
Reply
07-11-2019, 06:59 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
इस से पहले करण उसको किस करता वो खुद करण के लिप्स पर टूट पड़ती है ऑर करण को खा जाने वाले
अंदाज़ मे किस करते हुए तेज़ी से करण के लंड पर उछलने लगती है,,फिर उसका ध्यान सन्नी की तरफ
जाता है तो वो सन्नी को अपने हाथ से अपने लंड को सहलाते देख हसके सन्नी को अपने पास बुलाती
है ,,,सन्नी भी बेड पर खिसक कर अपनी माँ के करीब चला जाता है ,सरिता जल्दी से करण के लिप्स से
अपने लिप्स अलग करती है ऑर सन्नी के लंड को मुँह मे भरके चूसने लगती है लेकिन वो ज़्यादा देर नही
चुस्ती सन्नी के लंड को वो बस लंड को थूक से चिकना करके अपने मुँह से निकाल देती है ऑर सन्नी
को बेड से नीचे जाने को बोलती है सन्नी भी जल्दी से अपने चिकने लंड को हाथ मे लेके बेड से नीचे
उतर जाता है ऑर करण की टाँगों के बीच ज़मीन पर खड़ा होके अपने लंड को अपनी माँ की गान्ड
के होल पर रखता है और एक ही झटके मे पूरा लंड घुसा देता है अपनी माँ की गान्ड मे ,,सरिता को हल्का
दर्द होता है ऑर हल्के दर्द भरी मस्ती मे वो चिल्ला देती है ,,,शोभा का ध्यान अपनी माँ की चीख से
उसकी तरफ जाता है तो वो जल्दी से अपने मामा के लंड को मुँह से निकाल देती है ऑर खुद भी मामा के
उपर से उतर जाती है ,,,,,मामा उसको सवालिया अंदाज़ से देखता है तभी शोभा मामा का हाथ
पकड़ कर उसको अपनी माँ की तरफ कर देती है ,,,शोभा आज अपनी माँ को एक साथ 3 लंड का सुख
देना चाहती है इसलिए वो खुद अपनी चूत मे उंगली करने लग जाती है जबकि मामा को अपनी माँ
के करीब कर देती है ,,,,उसकी माँ भी अपनी बेटी की इस हरकत से खुश हो जाती है ,,,

सुरिंदर जैसे ही सरिता के करीब जाता है सरिता अपने मुँह को खोल कर सुरिंदर के लंड का स्वागत
करती है ऑर एक ही पल मे सुरिंदर का लंड सरिता के मुँह मे होता है ऑर सुरिंदर जल्दी से मस्ती मे सरिता
के सर को हाथों मे पकड़ लेता है ऑर तेज़ी से अपने लंड को सरिता के मुँह मे अंदर बाहर करने
लगता है ,,,सरिता के मुँह से थूक निकल कर करण की चेस्ट पर गिरने लगता है तो शोभा जल्दी से आगे
बढ़ कर करण की चेस्ट से थूक को अपने हाथों मे लेके अपनी माँ के लटक रहे बूब्स पर लगा देती है
ऑर करण के हाथ को सरिता की पीठ से उठा कर अपनी माँ के बूब्स पर रख देती है ,,,,करण भी
जल्दी से सरिता के बूब्स को फिर से मसल्ने लगता है,,,सरिता के बूब्स पर उसी के मुँह के थूक लगा
हुआ है जिस से उसके बूब्स काफ़ी चिकने हो गये है ऑर करण उसके बूब्स को ज़ोर से मसलता है लेकिन बार
बार उसका हाथ उसके बूब्स से फिसल जाता है ऑर ऐसी फिसल्न भरी पकड़ से सरिता को कुछ अलग ही मज़ा
आने लगता है ,,,जब करण को नज़र आता है कि सरिता को ऐसा करने से ज़्यादा मज़ा आ रहा है तो वो अपने
हाथों से सरिता के मुँह से निकलने वाले थूक को अपने हाथों पर लगा कर फिर से उसके बूब्स को
मसल्ने लगता है ऑर ऐसे ही ज़ोर ज़ोर से दबाने लगता है ,,,,,शोभा अपनी चूत मे उंगली करती हुई अपने
मामा को किस करने लग जाती है ऑर मामा भी अपनी बेहन को लंड चुस्वाता हुआ शोभा को जबरदस्त
तरीके से किस करने लग जाता है,,,

सब लोग ऐसे ही करीब 10-15 मिनट से मस्ती कर रहे होते है तभी करण की सिसकियाँ शुरू हो जाती
है पहले तो करण कुछ शरमा रहा था ऑर डरा ही हुआ था लेकिन अब ना तो उसको किसी बात का डर
है ऑर ना ही शरम है इसलिए उसको मस्ती चोदने से उसकी सिसकियाँ निकलने लगती है लेकिन शोभा समझ
जाती है कि करण झड़ने वाला है ऑर तभी करण तेज़ी से चिल्लाने लगता है ऑर अपने लंड का पानी सरिता की
चूत मे छोड़ने लगता है,,,,सरिता करण के लंड से निकाने वाले गर्म स्पर्म को अपनी चूत मे गिरता
हुआ महसूस करती है ऑर खुद जल्दी से अपनी कमर को आगे पीछे करने लगती है ,,,पहले वो अपनी कमर
को उपर नीचे करके करण के लंड को पानी चूत मे अंदर बाहर करती है लेकिन अब करण झड चुका
है तो वो अपनी कमर को आगे पीछे करके सन्नी के लंड को अपनी गान्ड मे लेने लगती है ,,सन्नी भी
समझ जाता है कि अब करण का हो चुका है ऑर अब उसको भी जल्दी करनी होगी इसलिए वो अपनी स्पीड तेज
कर देता है,,,,,,,,,,करण सरिता के नीचे बेसूध पड़ा हुआ है उसका लंड सिकुड कर छोटा हो गया है
ऑर सरिता की चूत से बाहर निकल गया है ,लेकिन उसने सरिता के बूब्स को मसलना बंद नही किया अभी
तक ऑर ऐसे ही ज़ोर ज़ोर से सरिता के बूब्स को मसलता रहता है ,,,सरिता सुरिंदर का लंड चुस्ती हुई उसको
करण की जगह लेटने को बोलती है लेकिन सुरिंदर मना कर देता है क्यूकी अब वो भी झड़ने ही वाला है
ऑर एक ही पल मे वो अपना पानी सरिता के मुँह मे निकलना शुरू कर देता है, जब तक उसके पानी की लास्ट ड्रॉप
तक नही निकल जाती वो अपने लंड को हलके हल्के सरिता के मुँह मे आगे पीछे करता रहता है जब
उसका लंड सिकड़ने लगता है तो वो पीछे हटके अपने लंड को सरिता के मुँह से निकाल लेता है ऑर तभी
शोभा जल्दी से अपने मामा को किस करना बंद करके मामा के छोटे हो चुके लंड को मुँह मे लेके
चूसने लगती है वो उन लास्ट स्पर्म ड्रॉप्स को मामा के लंड से चूस ऑर चाट कर सॉफ कर देती है जो सरिता
के मुँह से बच निकली थी,,,,मामा भी करण की तरह बेड पर गिर जाता है लेकिन सन्नी अभी तक लगा हुआ है
अपनी माँ की गान्ड मारने ऑर सरिता भी अभी तक अपने बेटे का साथ दे रही है,,,
Reply
07-11-2019, 06:59 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
कुछ देर ऐसे ही अपनी माँ की गान्ड मारने के बाद सन्नी अपने लंड को माँ की गान्ड से बाहर निकाल लेता
है ऑर सरिता को करण के जिस्म से अलग करके बेड पर लेटा लेता है ऑर फिर से अपनी माँ की टाँगों को उसके
सर की तरफ मोड़ कर उसकी गान्ड को उपर उठा लेता है ऑर ज़मीन पर खड़ा होके एक टाँग
बेड पर रखता है ऑर आगे बढ़ कर अपने लंड को फिर से अपनी माँ की गान्ड मे घुसा देता है ऑर एक
ही पल मे लंड को पूरी रफ़्तार से अपनी माँ की गान्ड मे पेलने लगता है,,,इतने मे करण वहाँ से
उतज़ता है रो सुरिंदर के पास जाके लेट जाता है कार्न के साइड होते ही शोभा आगे बड़के अपनी टाँगों को
खोलकर अपनी माँ के मुँह के उपर चढ़ के अपनी चूत को माँ के लिप्स पर रख देती है ऑर सरिता भी एक
पल मे शोभा की चूत को मुँह मे भर लेती है,, शोभा अपने एक हाथ से अपने माँ की टाँग को सन्नी के
हाथ से पकड़ लेती है ऑर सन्नी अपने फ्री हाथ को अपनी माँ के बूब्स पर ले जाता है ऑर मसालने
लगता है,,शोभा एक हाथ से अपनी माँ की टाँग को पकड़ लेती है ऑर दूसरे हाथ को माँ की चूत पर ले
जाती है ऑर अपनी माँ की चूत को तेज़ी से सहलाने लगती है ,,सरिता भी अपने हाथों को शोभा के बूब्स
पर रख देती है ऑर दोनो हाथों मे एक एक बूब लेके मसल्ने लगती है,,,,,वो लोग ऐसे ही एक दूसरे को
मस्त करने लगते है ऑर करीब 5-7 मिनट ऐसे ही लगे रहते है ,,,

,तभी सन्नी की स्पीड तेज हो जाती है
जिस से शोभा ऑर सरिता को पता चल जाता है कि सन्नी भी अब छूटने ही वाला है इसलिए शोभा सरिता की
चूत मे तेज़ी से उंगली करने लगती है जबकि सरिता अपने हाथों से शोभा के बूब्स को ज़ोर ज़ोर से
मसल्ति हुई शोभा की चूत को पूरा का पूरा मुँह मे भर लेती है ऑर हल्के हल्के दाँतों से काटते
हुए चूसने लगती है ,,,,कोई 2-3 मिनट बाद सन्नी ज़ोर से चिल्लाता हुआ अपनी माँ की गान्ड मे झड जाता
है ऑर तभी उसकी माँ चूत भी पानी छोड़ने लगती है जो उसकी चूत से निकाल कर गान्ड से होता हुआ बेड
पर गिरने लगता है ,,,इतने मे शोभा की चूत भी उसकी माँ के मुँह पर पानी छोड़ने लगती है जिसको उसकी
माँ पीने लगती है लेकिन मस्ती मे शोभा की चूत कुछ ज़्यादा ही पानी निकाल देती है जिसको पी पाना
सरिता के बस मे नही इसलिए काफ़ी पानी सरिता के गालो से होता हुआ बेड पर गिर जाता है ,

,सन्नी अपनेलंड को अपनी माँ की गान्ड से निकाल लेता है ऑर ज़मीन पर लेट जाता है ,,,इतने मे शोभा भी माँ के
सर से अपनी चूत हटा कर बेड पर माँ के करीब लेट जाती है ऑर अपनी माँ के फेस से अपनी चूत के पानी
को चाटने लगती है उसकी माँ भी अपनी चूत पर हाथ लगा कर अपनी चूत के पानी को ऑर फिर अपनी
गान्ड पर हाथ लगा कर गान्ड से निकलने वाले सन्नी के लंड के पानी को अपने हाथ पर लगा लेती है ,,
,जिसको वो थोड़ा सा आप चाटने लगती है ऑर थोड़ा सा शोभा की चटा देती है ,,करण ये सब देख कर
बहुत खुश हो रहा होता है ऑर प्यार से अपने लंड को मसल रहा होता है,,,उसके लिए ये सब एक अलग
ही अनुभव था जिसमे एक ही परिवार के इतने लोग एक ही बेड पर चुदाई का सुख ले रहे थे,,,,,

क्यू माँ मज़ा आया आज एक साथ तीन असली लंड लेके,,,,शोभा की बात के साथ रूम का सन्नाटा टूट गया,,,,

जहाँ शोभा अभी भी नंगी लेटी हुई थी बेड पर अपनी नंगी माँ को अपनी बाहों मे भरके,,,वहीं सन्नी ज़मीन
पर नंगा लेटा हुआ था जबकि उसका मामा ऑर करण बेड पर नंगे लेटे हुए थे,,,,शोभा ऑर उसकी माँ का बाकी बदन
तो बेड पर था लेकिन दोनो की टाँगें बेड से नीचे ज़मीन पर लटक रही थी,,,,

हाँ बेटी बहुत मज़ा आया,,,,काफ़ी लंबे अरसे से दिल मे ख्वाहिश थी एक साथ 3 बड़े बड़े मूसल से चुदवाने की आज
तूने मेरी वो दिल्ली ख्वाहिश दिली तमन्ना पूरी करदी है ,,,मेरी प्यारी बेटी इतना बोलकर सरिता ने शोभा के लिप्स पर
हल्की किस करदी,,,,,

माँ ये तो मेरा फ़र्ज़ था ,,मेरी माँ की चूत ऑर गान्ड मे इतनी खुजली होती है जिसको एक लंड शांत नही कर सकता ऑर
एक साथ 3 लंड से आपको खूजलि दूर करवानी थी ये मुझे सन्नी ने बताया था इसलिए आज करण को यहाँ बुलाया था
मैने,,,,,बोलो माँ मज़ा आया करण के साथ चुदाई करने मे या नही,,,,,

हाँ बेटी सही बोला तूने मेरी चूत ऑर गान्ड मे कुछ ज़्यादा ही खुजली होती है ,,,लेकिन तेरा मामा ऑर सन्नी हमेशा
मेरी खुजली दूर कर देते थे लेकिन आज करण भी आ गया साथ मे तो मज़ा कुछ ज़्यादा ही हो गया,,मेरा बरसो का
सपना पूरा हो गया,,,,बहुत मज़ा आया मुझे,,,,,,,,,लेकिन उस से भी पूछ ज़रा जिसके साथ मुझे मज़ा आया है,,,क्या
उसको भी मेरे साथ मज़ा आया या नही,,,,,,,,

सरिता ऑर शोभा दोनो ने करण की तरफ देखा तो करण ने शरमा कर फेस दूसरी तरफ टर्न कर लिया,,,,,,,,,,सरिता ऑर
शोभा करण की इस हरकत से हँसने लगी,,इतने मे मैं भी उठकर ज़मीन पर बैठ गया ऑर सबकी तरफ देखने लगा,,,
Reply
07-11-2019, 06:59 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
देखो अब कैसे लड़की की तरह शरमा रहा है जब मेरी गान्ड मार रहा था तब कहाँ गई थी तेरी ये शर्म करण
बेटा,,तब तो बड़ी दमदार चुदाई कर रहा था खूब ज़ोर से बजा बजा रहा था मेरी गान्ड का ,,अब क्यू शर्मा
रहा है,,,बोल मज़ा आया क्या आंटी की गान्ड मार के,,,,

सरिता करण से सवाल कर रही थी लेकिन करण चुप था ऑर थोड़ा डर भी रहा था,,,,

अब क्यू डर रहे हो करण ,,शोभा ने बोला,,,,,,अब तो सब हो गया अब डरने की क्या बात बोलो मेरी माँ की गान्ड
मार के मज़ा आया या नही,,,बोलो ना शरमा क्यू रहे हो,,,,,

इतने मे सरिता उठ कर करण के पास चली जाती है ऑर करण के पास जाके लेट जाती है,,,,शोभा भी उसके पास जाती है तो शोभा का मामा थोड़ा पीछे हटके अपने ओर करण के बीच जगह बना लेता है जहाँ शोभा जाके लेट जाती है,,,,

उन चार लोगो को बेड छोटा पड़ रहा था सब एक दूसरे से चिपके हुए थे,,,,

शोभा जब मामा के पास जाके लेटी तो मामा ने उसके बूब्स को अपने हाथ मे पकड़ लिया ओर पीछे से अपने आधे खड़े
लंड को उसकी गान्ड पर रगड़ने लगा,,,

उधर सरिता ने करण के पास लेट कर करण की चेस्ट पर हाथ फेरते हुए बोला,,,,,,बोलो बेटा मज़ा आया या नही आंटी
की गान्ड मार कर,,,करण ने शरमा कर अपने फेस को शोभा की तरफ कर लिया लेकिन शोभा ने उसके फेस को वापिस अपनी माँ की तरफ मोड़ दिया,,,

शरमा क्यू रहे हो बेटा बोलो ना मज़ा आया नही नही आंटी के साथ चुदाई करके,,,

करण अभी भी डर रहा था तभी सरिता ने उसके फेस को अपने हाथ मे पकड़ा ओर उसके लिप्स पर किस करने लगी ,,

करण वैसे तो डर रहा था लेकिन सरिता के किस का रेस्पॉन्स देने मे उसको एक पल का भी टाइम नही लगा बल्कि वो तो
सरिता से भी ज़्यादा उतावला होके किस का रेस्पॉन्स देने लग गया था,,,,,

किस करने से नही डरता तो जवाब देने से क्यू डरता है,,,,बोल ना मज़ा आया या नही,,,,,

हां आंटी म्मांज़्जा आय्या म्मूुझही,करण ने डरते हुए सहमी आवाज़ मे बोला,,,,,

डरते क्यू हो ज़रा खुल कर बोलो,,,इतना बोलकर सरिता ने करण के हाथ को अपने बूब्स पर रख दिया जिस से करण की
हिम्मत थोड़ी बढ़ गई,,,,,,,,,,,,,,,,,,

हाँ आंटी मज़ा आया मुझे ,,,

सिर्फ़ मज़ा आया ,ऑर कुछ नही,,,,,,,,,,,

मज़ा नही आंटी बहुत मज़ा आया,,,,,

अच्छा कहाँ मज़ा आया बता ज़रा,,,,,,,,,सरिता ने हँसते हुए पूछा,,,,,

उूओ वूऊ आंटी,,,

देख अभी फिर से डरने लगा तू,,,,बोल ना डर मत जैसे सन्नी है वैसे ही तू भी मेरा बेटा है,,,अब डर मत बोल
कितना मज़ा आया ऑर कहाँ ज़्यादा मज़ा आया ,,,,,,,,,,

वू वूऊ आंटी मुझे बहुत मज़ा आया ,,,

अच्छा कहाँ मज़ा आया ज़्यादा ये तो बता,,,,,सरिता फिर हँसने लगी,,,,

अरे माँ क्यू तंग कर रही हो बच्चे को,,,,इतना परेशान मत करो,,,,शोभा भी हँसने लगी,,,

अरे परेशान कहाँ कर रही हूँ मैं तो पूछ रही हूँ कहाँ ज़्यादा मज़ा आया इसको,,ये है कि बता ही नही रहा,,,,

तभी सरिता ने करण के लंड को हाथ मे पकड़ लिया ऑर सहलाने लगी,,कारण का लंड जो अभी तक सो रहा था सरिता के हाथ लगते ही फुल मस्ती मे आने लगा,,,,,,,,,,,,,

देखा लंड खड़ा करने से नही डर रहा लेकिन बोलने से डर लग रहा है इसको,,,,,

मुझे आपकी गान्ड मार के ज़्यादा मज़ा आया,,,करण एक दम से मस्ती मे बोल गया,,,,,,

सिर्फ़ गान्ड मे मज़ा आया चूत मे नही,,,,सरिता ने फिर हँसके पूछा,,,,

नही आंटी दोनो तरफ मज़ा आया,,,,चूत मे भी ऑर गान्ड मे भी लेकिन ज़्यादा मज़ा गान्ड मे आया,,,,

अच्छा ऑर क्या करने मे मज़ा आया,,,,,ज़रा खुलके बता बेटा,,,,,,

आपके बड़े बड़े बूब्स को मसल्ने मे भी मज़ा आया,,,,

करण बोलता जा रहा था ऑर सरिता मस्तीमे उसकी बातें सुनती हुई उसके लंड को हाथ मे लेके मसल्ति जा रही थी ऑर उसी मस्ती मे करण ऑर ज़्यादा बोलने लगा था उसका डर अब तक छू मंतर हो गया था,,,,

पहले कभी इतना मज़ा आया है किसी के साथ,,,,,,,,,,,,,

नही आंटी पहले इतना मज़ा कभी नही आया,,,,

तभी शोभा बोल पड़ी,,,,कमिने जब मेरी ऑर शिखा की चुदाई करता है तब भी यही बोलता है तू ऑर आज मेरी माँ को खुश करने क लिए भी झूठी तारीफ कर रहा है,,,,,,,,

नही दीदी तारीफ नही कर रहा आप जवान हो खूबसूरत हो जबकि आंटी पुरानी खिलाड़ी है ऑर उनके बूब्स ऑर गान्ड
काफ़ी भारी ऑर मस्त है आपकी ऑर शिखा दीदी की तुलना मे ,,इसलिए बोल रहा हूँ इनके साथ ज़्यादा मज़ा आया,,,,लेकिन आपके साथ भी कम मज़ा नही आता,,,,,,,,

करण अभी बोल ही रहा था तभी सरिता बीच मे बोलने लगी,,,,,,,,हे राम तू शिखा को भी चोद चुका है,,,अपनी
बेहन को,,,,,,,,,

हाँ माँ ये शिखा ऑर मुझे पहले चोद चुका है ,,,अब तो ये अपनी माँ को चोदना चाहता है,,,,,

सच मे करण बेटा अब तू अलका की यानी अपनी माँ की गान्ड मारना चाहता है क्या,,,,

करण चुप रहा कुछ नही बोला,,,,,

शोभा ये लड़का तो बड़ा हो गया है ऑर कमीना भी जो अपनी ही माँ की गान्ड मारने की तमन्ना रखता है,,,,इतना बोलकर सरिता हँसने लगी ऑर साथ ही शोभा भी,,,,,

हँसते हँसते सरिता बोली,,,,,,,,ये सब तो ठीक है लेकिन मुझे तेरे पे गुस्सा है शोभा बेटी तू पहले से इस मूसल का मज़ा ले चुकी है तो अपनी माँ को इतना लेट दर्शन क्यू करवाए इस जवान ओर जोशीले मूसल के,,,,,ओर तुझे कैसे पता चला कि ये अपनी ही माँ के बारे मे ऐसा सोचता है,,,,,,

अरे माँ मुझे तो अभी कुछ देर पहेल ही पता चला था ,,,,फिर शोभा ने सारी बात बता दी माँ को कैसे मेरा ऑर
करण का प्लान था उसकी माँ को पटाने का कैसे मैने शोभा को सब कुछ बता दिया था,,,,

अच्छा तो ये बात है ,,करण को भी अपनी बेहन क साथ साथ अपनी माँ की चुदाई करनी है,,,,,सरिता इतना बोलके हँसने लगी,,,,

हां आंटी मैं भी सन्नी की तरह अपने घर मे अपनी माँ बेहन के साथ बिना किसी डर के चुदाई करना चाहता हूँ,,,,,,,,,,जैसे आपके बूब्स बड़े बड़े है ऑर मस्त गान्ड है वैसे मेरी माँ के बड़े बूब्स ऑर मस्त गान्ड है जो मुझे बहुत अच्छी लगती है,,,,इस कमिने सन्नी ने मेरे से मेरी माँ के बारे मे तो बात करली पर ये नही बताया कि ये आपको चोदता रहता है घर पे,,,,साले ने एक बार भी जिकर नही किया इस बात का,,ये तो अच्छा हुआ आज शोभा दीदी ने मुझे फ़ोन करके बुला लिया ऑर आपकी मस्त गान्ड चोदने का मोका मिला मुझे वर्ना इस सन्नी ने तो पता नही कब मोका देना था मुझे आप तक पहुँचने का,,,,

मैं समझ गया कि जब मैं दीदी को घर लेके आया था तब दीदी ने अपने मोबाइल से 2 कॉल की थी,,,एक काल की थी कामिनी भाभी को ताकि वो सोनिया को अपने घर पे बुला ले ऑर जब सोनिया एक जाने का पक्का हो गया तो दीदी ने फोन करके करण 'को यहाँ बुला लिया ,,,,
Reply
07-11-2019, 06:59 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
चल कोई बात नही बेटा अब तो तू मेरे पास आ गया है अब देख कितना मज़ा देती हूँ मैं तेरे को,,,,इतना मज़ा दूँगी
कि तेरा दिल ही नही करना वापिस घर जाने को,,,,तू यही रुक जाएगा मेरे पास,,,,

लेकिन माँ आपका तो हो गया अब मुझे भी तो कुछ मिलना चाहिए ,,,,मैं बीच मे बोल पड़ा,,,

क्या चाहिए अब तेरे को,,सरिता ने सन्नी से पूछा,,,,

माँ अब ये आपकी ,,मेरा मतलब है मेरी माँ की चुदाई कर चुका है अब मेरा भी तो हक बनता है इसकी माँ की मेरा मतलब अलका आंटी की चुदाई करने का,,,,,

हाँ बेटा मैं समझ गई अब मैं कुछ करती हूँ ताकि तुझे करण की माँ से चुदाई करवा सकूँ फिर करण का भी नंबर
लगवा दूँगी इसकी माँ के साथ ताकि करण भी अपने घर मे अपनी माँ बेहन क साथ फुल मस्ती कर सके जैसे हम लोग करते है,,,लेकिन वो सब बाद मे पहले तो आज मैं ज़ी भरके मज़ा लूँगी इस करण के जवान ओर जोशीले लंड का,,

तभी मामा बोल पड़ा,,,,,,,,,,अरे सबको अपनी अपनी पड़ी है कोई मेरे बारे मे भी सोच लो,,,,,

अब आपको क्या चाहिए मामा ,शोभा ने मामा की तरफ फेस किया ओर मामा को किस करने लगी,,,,

अरे बेटी मुझे भी तो शिखा की चूत दिलवा दो मेरा भी दिल करता है जैसे मेरी बेहन एक बेड पर 2 जवान ओर जोशीले लंड
का मज़ा लेगी मैं भी उसी तरह एक ही बेड पर 2 जवान ओर रसीली चूत का मज़ा लेना चाहता हूँ,,,,,,,,,,

तभी शोभा हँसने लगी,,,,,,,,,,,ठीक है मामा कल तुम मेरे साथ बुटीक पर चलना तुम्हारा भी काम करवा दूँगी,,,लेकिन
अब तो मेरी चूत की खुजली दूर करो पहले,,,,,

नही बेटी यहाँ नही यहाँ बेड छोटा है हम लोग उपर चलते है तेरी बुआ के ड्रॉयिंग रूम मे ऑर वहाँ जाके आराम से
सब लोग मिलकर मस्ती करते है,,,,

मामा के इतने बोलने की देर थी कि सब लोग खड़े हो गये ओर उपर की तरफ चलने लगे,,,,मामा ने तो दीदी को गोद मे उठा लिया था जबकि सरिता ऑर करण बाहों मे बाहें डालके उपर की तरफ चल रहे थे ऑर मैं पीछे खुद अपने हाथ से अपने लंड को सहलाता हुआ चल रहा था,,,,

उस रात करण ऑर सरिता एक साथ मस्ती करते रहे क्यूकी सरिता को एक जवान जोशीला लंड मिल गया था जबकि करण को एक मस्त ऑर मोटी गान्ड मिल गई थी,,,,,, वहीं मामा ऑर शोभा आपस मे लगे रहे उन लोगो का हाल भी सरिता ऑर करण वाला था फ़र्क बस ये था यहाँ करण का जोशीला लंड था ऑर वहाँ माँ की रसीली चूत ऑर मोटी गान्ड थी ,,,आज दोनो पक्के खिलाड़ियों के पास नये खिलाड़ी थे जो बहुत दमदार खेल खेलने मे महारत हासिल कर चुके थे,,,,,,बचा सन्नी ,,सन्नी उस रात कभी मामा ऑर शोभा का साथ देने लग जाता तो कभी सरिता ऑर करण का,,,,,,,वो जानता था ये 2 दिन की मस्ती है फिर तो सन्नी ने ही चोदना है अपनी माँ ऑर बेहन को,,,,फिर कहाँ रोज रोज मामा ने शोभा को ऑर करण ने उसकी माँ को चोदना है,,,एक बात ऑर थी जिस से सन्नी को कोई टेन्षन नही हो रही थी,,आज अपनी माँ करण के हवाले करके सन्नी को करण की माँ यानी अलका आंटी अपने बेड पर नंगी लेटी हुई नज़र आने लगी थी ,,जिसको वो दमदार चुदाई कर रहा था यही सोच सोच कर सन्नी खुशी से पागल हुआ जा रहा था,,,,

रात भर सब लोग जमकर चुदाई करने लगे रहे ऑर सब लोग ही खुश थे,,,,मामा शोभा का साथ लगा रहा ऑर माँ करण के साथ ऑर मैं बीच मे बीचोला बनकर कभी इधर मस्ती करता तो कभी उधर,,,,मैने गौर किया कि माँ करण की दीवानी हो गई थी


जबकि मामा शोभा का दीवाना ,,,करण ऑर शोभा भी मामा ऑर माँ के दीवाने हो गये थे इसलिए मेरे को कोई पूछ ही नही रहा था ये तो माँ बेटी को 2 लंड से ऑर आज तीन लंड से चुदना था इसलिए मेरे को साथ रख रही थी वर्ना मुझे तो शायद रूम से बाहर निकाल देती ये दोनो,,,,मुझे थोड़ा गुस्सा तो आ रह था लेकिन एक बात से मेरा दिल खुश हो रहा था मुझे अब करण की माँ नंगी लेटी हुई मेरे सामने नज़र आ रही थी जिसकी मोटी ऑर मस्त गान्ड की मैं चुदाई कर रहा था,,,,

सुबह सोनिया कविता के घर से ही कॉलेज चली गई थी जबकि करण का मूड नही था कॉलेज जाने का ऑर ना ही आज शोभा का दिल था कॉलेज जाने का लेकिन कल रात शोभा ने मामा को बोला था कि वो बुटीक पर जाके मामा को शिखा की चूत दिलवाएगी इसलिए सुबह मामा ऑर दीदी बुटीक पर चले गये नाश्ता करने के बाद,,,, उनके जाने के बाद माँ ऑर करण का प्रोग्राम फिर से शुरू हो गया मेरा दिल नही कर रहा था इसलिए मैं कोई बहाना करके वहाँ से चला गया,,,,माँ ऑर करण ने मुझे रोकने की कोशिश की लेकिन मैं ज़रूरी काम है बोलकर वहाँ से चला गया,,,,ऑर मैं जाता भी क्यू नही रात भर मामा शोभा से चिपका रहा ऑर अब शोभा के साथ बुटीक पर चला गया इधर मेरी माँ भी तो सारी रात करण से चिपकी रही मेरी तो कोई एहमियत ही नही रह गई थी,,,मैने सोचा क्यू ना इसको तडपाया जाए करण से मस्ती करनी है तो ठीक है उसके पतले लंबे मूसल से मस्ती करने दो मैं भी देखता हूँ कितना टाइम खुजली दूर कर सकता है वो मेरी माँ की,,चार दिन की चाँदनी है फिर तो काली रात है आज माँ करण से चिपकी हुई है बाद मे तो मेरे बड़े मूसल क पास वापिस आएगी क्यूकी कितना भी चुद ले कारण के लंड से उसकी खुजली दूर नही होनी ये तो एक नई एग्ज़ाइट्मेंट है बस ओर कुछ नही ऑर मैं भी ऐसा इसलिए होने दे रहा था क्यूकी मुझे भी तो अलका आंटी की गान्ड मारनी थी
,,,

अब घर से तो बाहर निकल आया था सो क्या कर सकता था टाइम पास करने क लिए कॉलेज ही चला गया ,,,कॉलेज के गेट से एंटर हुआ तो सामने देखा सारा कोल्लेज एक जहग पे इकट्ठा हुआ था बहुत भीड़ लगी हुई थी ,,,आगे जाके देखा तो पोलीस के जीप खड़ी हुई थी पास मे ही कलाज का प्रिन्सिपल खड़ा हुआ था जो पोलीस वाले से बात कर रहा था तभी मेरा ध्यान पड़ा एक साइड खड़े हुए सुमित पर जिसके हाथ पर प्लास्टर लगा हुआ था,,,मैं जाके सुमित के पास खड़ा हो गया लेकिन बोला कुछ नही ऑर पोलीस वाले की ऑर प्रिन्सिपल की बातें सुनने लगा,,,,तभी मेरा ध्यान सोनिया ऑर कविता की तरफ गया ,,कविता तो मुझे देख कर खुश हो गई लेकिन सोनिया की नाक पर अभी तक गुस्सा था इसलिए वो कविता का हाथ पकड़ कर उसको वहाँ से एक साइड पर ले गई,,,,,,मैने वापिस अपना ध्यान प्रिन्सिपल ऑर पोलीस वाले की बातों पर केंद्रित कर दिया,,,

प्रिन्सिपल,,,,,,,,,,,नही सर अमित ऐसा नही कर सकता वो तो बहुत होनहार ऑर ब्रिलियेंट स्टूडेंट है आप उसके बारे मे कॉलेज के किसी भी स्टूडेंट से पूछ सकते हो,,,,

पोलीस,.,,,,,,,,,,,,लेकिन इस लड़के ने तो कंप्लेंट की है कि अमित ऑर उसके दोस्तो ने मारा है इसको,,,,ये भला झूठ क्यू बोलने लगा,,,,देखो इसका तो हाथ भी टूट गया है इतना बुरा मारा उन लोगो ने इसको,,,, ओर आप बोल रहे हो वो शरीफ लड़के है इस कॉलेज के,,,

प्रिन्सिपल,,,,,,आपको कोई ग़लत फहमी हो रही है वो लोग ऐसे नही है वो लड़के तो बहुत होनहार स्टूडेंट है कॉलेज के ,,,इतना बोलकर प्रिन्सिपल पोलीस वाले के शोल्डर पर हाथ रखके उसको अपने साथ एक साइड की तरफ ले गया ,,,

ये किसने किया है तेरे साथ सुमित,,,,,,,,,,,क्या अमित ओर उसके दोस्तो ने ,,,,मैने गुस्से से पूछा,,,,

हाँ सन्नी भाई कल मैने उन लोगो से दोस्ती करली थी सारा दिन हम घूमते रहे रात को ड्रिंक करने के बाद वो लोग मुझे मेरे घर छोड़ने गये थे ,,उन लोगो को पूरा यकीन हो गया था कि मैं झूठ मूठ आपकी गॅंग मे शामिल हुआ था दिल से तो मैं उन लोगो का ही दोस्त था फिर पता नही रात को उनलोगो को क्या हो गया मेरे घर के पास जाके खाली ऑर सुनसान जगह पर कार रोक कर उनलोगो ने मुझे कार से नीचे उतरा ऑर मारना शुरू कर दिया,,1-2 लोग होते तो मैं संभाल लेता लेकिन वो लोग 4 थे ,,,3 लोगो ने मुझे पकड़ लिया और अमित ने मुझे बहुत मारा ,,,उसकी कार मे हॉकी स्टिक थी जिस से उसने मेरे सर ऑर हाथ पे मारा ऑर मेरा हाथ तोड़ दिया,,,,इतना बोलकर वो रोने लगा,,,,,,,,,,
Reply
07-11-2019, 06:59 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
उसकी हालत देख कर मुझे उसपे तरस आ रहा था लेकिन उसके आँसू देख कर गुस्सा आने लगा,,,,,,,,,,साले लड़की की तरह क्यू रोता है उनलोगो ने तेरे को इतना मारा तू भी एक आध तो लगा देता उनके या खाली छोड़ दिया उन लोगो को,,,,,,

भाई वो 4 थे ऑर मैं अकेला ऑर उपर से ड्रिंक भी किया हुआ था इसलिए कुछ नही कर सका,,,,

मैने दिल ही दिल मे बोला साले तूने ड्रिंक ना भी की होती तब भी तेरी यही हालत करनी थी उन लोगो ने ,,,मैं उसको झूठा दिलासा देता हुआ उनलोगो के पास चला गया ऑर उनकी बात सुनने लगा,,,,

प्रिन्सिपल पोलीस वेल से,,,,,,,,,,,,,,आपको नही पता जनाब ये सुमित इस कॉलेज का 1 नंबर का नशेड़ी लड़का है कई बार जैल जा चुका है ड्रस लेने की वजह से ,,सारा दिन नशा करके यहाँ वहाँ घूमता रहता है कभी कोई क्लास भी अटेंड नही करता ,,आप चाहो तो किसी से भी पूछ लो,,,,,,,

पोलीस वाला,,,,,,,,,अगर वो ड्रग्स के चक्कर मे इतनी बार जैल गया तो अपने इसको कॉलेज से निकाला क्यू नही,,,,

प्रिन्सिपल,,,,,,,जनाब ये अमित का अच्छा दोस्त था ऑर अमित इस कॉलेज का होनहार स्टूडेंट उसके कहने पर ही मैने इसको यहाँ रखा हुआ था वर्ना कबका कॉलेज से निकाल देता,,,,,,

पोलीस वाला,,,,,,,मैं इसके बारे मे जानता हूँ सर लेकिन अब इसके चहरे के निशान ऑर टूटा हुआ हाथ देखिए क्या ये जखम इसने खुद बनाए है ,क्या अपना हाथ इसने खुद तोड़ा है,,

प्रिन्सिपल,,,,,,,,,,,,,जनाब ये लड़का पहले उन लोगो का ही दोस्त था जिन लोगो पर ये मार पीट का झूठा इल्ज़ाम लगा रहा है अब उनलोगो से किसी बात पर झगड़ा हो गया है इसका इसलिए उनलोगो को बदनाम कर रहा है,,,,

पोलीस वाला,.,,,,,,ठीक है आप मुझे उन लोगो से मिलवा दो मैं कुछ पूछ ताछ करना चाहता हूँ पता चल जाना है सच क्या है झूठ क्या,,,,,,,,,

प्रिंसीपल,,,,,,,,,,,,वो लोग तो आज कॉलेज नही आए ,,,,ऑर वैसे कल किस टाइम की बात है जब उनलोगो ने सुमित से मारपीट की थी,,,,

पोलीस वाला,,,,,,,,,,,यही कोई रात के 10-11 बजे के आस पास,,,,,,,जैसा इस लड़के ने ब्यान दिया है,,,

प्रिन्सिपल,,,,,,,रात को 10-11 बजे के करीब ,लेकिन ऐसा तो नही हो सकता उस टाइम तो वो सब मेरे साथ थे,,,,

पोलीस वाला,,,,,,,,,,,आप झूठ क्यू बोल रहे हो इस लड़के ने तो बोला है कि रात 10-11 बजे के आस पास ये उन्ही लोगो के साथ ड्रिंक करके घर जा रहा था तो बीच सड़क पर उनलोगो ने कार से बाहर निकाला इसको ऑर मारना शुरू कर दिया,,,,आप बोल रहे हो तब वो लड़के आपके साथ थे,,,

प्रिन्सिपल,,,,,,,,,,,जी जनाब वो लड़के करीब 8 बजे से रात 1 बजे तक मेरे साथ थे हमरे कॉलेज के एक प्रोफेसर भी हमारे साथ थे ,,उनलोगो का कोई ज़रूरी प्रॉजेक्ट थे जिसपे वो लोग काम कर रहे थे,,,,

पोलीस वाला,,,,,,,,उनका प्रॉजेक्ट था तो प्रोफेसर उनके साथ होता पर आप उनके साथ क्या कर रहे थे,,,,चलो अप मुझे उनलोगो का अड्रेस दे दो मैं खुद उनके घर जाके बात कर लेता हूँ,,,,,,,,

प्रिन्सिपल कुछ देर के लिए चुप हो जाता है,,,,,,,,लगता है जनाब आप जानते नही वो लोग किसके बेटे है,,,,तभी प्रिन्सिपल पोलीस वाले को उन लोगो के बाप के बारे मे बताता है ,,जिनमे से कोई बड़ा इंडस्ट्रियलिस्ट है ऑर कोई बड़ा
पॉलिटीशियन,,,उनलोगो के नाम सुनकर पोलीस वाला भी थोड़ा डर जाता है,,,,ऑर जल्दी से प्रिन्सिपल को सॉरी बोलके वहाँ से चला जाता है वो जाते टाइम सुमित से भी कोई बात नही करता ,,,


सुमित पोलीस वाले से बात करने के लिए उसको रोकता है लेकिन वो पोलीस वाला नही रुकता ऑर जीप मे बैठ कर वहाँ से चला जाता है

,,,,सुमित समझ जाता है कि प्रिन्सिपल ने पोलीस वाले को डरा कर यहाँ से भगा दिया है ,,

सुमित,,,,प्रिन्सिपल सर अपने पोलीस वाले को झूठ क्यूँ बोला ,,,,आपको अच्छी तरह पता है कि अमित ऑर उसके दोस्तो ने मारा ये हाल किया है फिर भी अपने पोलीस से ये बात छुपाई,,,,

प्रिन्सिपल गुस्से मे,,,,,,,,दफ़ा हो जा यहाँ से,,शरीफ लोगो पर इल्ज़ाम लगता है शरम नही आती,,आगे से कभी झूठ बोलकर उन लोगो को बदनाम किया तो कॉलेज से निकाल दूँगा,,,,चल जा अब यहाँ से,,,,

प्रिन्सिपल वहाँ से चला जाता है,,,,मुझे तो पहले से पता था कि कुछ नही होने वाला ,,जब उनलोगो ने इतने बड़े बड़े जुलम किए है कि उन लोगो की वजह से कॉलेज की लड़कियों ने अपनी जान दे दी थी और भला छोटी से मारपीट के लिए कोई क्या उखाड़ लेता उनका,,,

देखा सन्नी भाई प्रिन्सिपल भी उन लोगो का साथ दे रहा है,,पोलीस ने भी कुछ नही किया,,,,सुमित रोने लगा ,,लेकिन मैं बदला लेके रहूँगा सुमित भाई सुमित रोते हुए हल्के गुस्से मे बोला,,,

क्या करेगा अब तू लड़ेगा क्या अमित के साथ,,,,वो भी इस टूटे हुए हाथ के साथ,,,,

हां भाई लडूँगा मैं,,,,इतना टाइम उन लोगो की गुलामी की उन लोगो का हर काम मे साथ दिया ये नही सोचा कि वो काम सही है या ग़लत ऑर आज उनलोगो ने मेरा ये हाल किया,,

अच्छा तो अब क्या करेगा तू बता मुझे,,,,,

सुमित रोते हुए,,,,मैं क्या कर सकता हूँ भाई अब तो आपको कुछ करना होगा ,,अब मैं आपकी ऑर करण की गॅंग मे हूँ क्या आप लोग मेरी हेल्प नही करोगे अमित को सबक सिखाने मे,,,

मैने सोचा हेल्प तो करूँगा लेकिन जैसा मैं सोचता हूँ वैसा होता नही,,पहले सोचा था तुझे अमित की गॅंग मे वापिस भेज
दूँगा तो प्लान काम करेगा लेकिन सारा प्लान खराब हो गया,,,अब क्या कर सकता हूँ मैं,,,,,,,,,

चल ठीक है मैं तेरी हेल्प करूँगा ,,लेकिन हमे लड़के या मारपीट करके बदला नही लेना,,,हमे कोई ऐसी तरकीब ढूँढनी है
कि साँप भी मार जाए ऑर लाठी भी नही टूटे,,,

वो क्या भाई,,क्या करना होगा हम लोगो को,,,,

देख सुमित भाई तुझे कैसे भी करके वो सीडी हासिल करनी है कहीं से भी ,,अब कैसे हासिल करनी है ये तू देख ,,एक बार सीडीज़ हाथ मे आ गई फिर तू जैसा चाहे अमित ऑर उसके दोस्तो को उंगली पर नचा सकता है ,,,इसके अलावा ऑर कोई रास्ता नही है अपने पास,,,

सुमित वहीं बैठ गया ओर सोचने लगा,,,,लेकिन भाई ऐसा कैसे हो सकता है,,,भला मैं वो सीडीज़ कैसे हासिल कर सकता हूँ,,,

ये तू सोच भाई तेरी टेन्षन है लेकिन एक बार सीडीज़ हाथ लग गई तो तू कुछ भी कर सकता है,,,ज़रा सोच कर देखा,,,आज जिस प्रिन्सिपल ने पोलीस को वापिस भेजा है अमित के डर से कल वही प्रिन्सिपल तेरे कदमो मे होगा क्यूकी सीडीज़ की वजह से अमित भी तेरा गुलाम हो जाएगा,,,,,,,

लेकिन भाई सीडीज़ उनलोगो के पास है ऑर अगर मैं दोबारा उनलोगो के पास गया तो उनलोगो ने फिर मारना है मुझे,,,,,

चल एक काम कर तू,,,,आगे कभी अमित ने या उसके दोस्तो ने तुझे हाथ भी लगाने की कोशिश की तो तू बोल देना कि तेरे पास वो सीडीज़ की एक कॉपी है ऑर अगर उनलोगो ने कोई पंगा किया तो तो सीडीज़ को सबके सामने खोल कर रख देगा ,,

लेकिन भाई मेरे पास तो सीडीज़ नही है ऑर ना उनकी कॉपी है कोई फिर भला कैसे बोलू उनलोगो को,,,

देख भाई जैसे आज तेरे को मारा है कल फिर मार सकते है लेकिन सीडीज़ के डर से वो तुझे हाथ नही लगा सकते बस तो झूठ-मूठ का बोल देना सीडीज़ की कॉपी तेरे पास है फिर देखना वो लोग तेरे पास से भी नही गुजरने वाले,,,,

सुमित मेरी बात सुनके थोड़ा खुश हो गया ऑर वहाँ से चला गया,,,

लेकिन मैं खुश नही था,,एक तो रात से मैं थोड़ा गुस्से मे था माँ ,मामा करण ऑर शोभा की वजह से ऑर आज कॉलेज मे
आके भी मुझे निराशा हाथ लगी ,,,प्लान बनाया था कि सुमित को अमित की गॅंग मे शामिल करवा दूँगा लेकिन प्लान उल्टा ही हो गया,,साला ये सब मेरे साथ ही क्यू हो रहा है ,,मैं बैठा बैठ गुस्से से भरा हुआ था ऑर बहुत ज़्यादा निराश भी था,,,,

तभी मेरा मोबाइल बजने लगा,,किसी अननोन नंबर से कॉल आ रही थी मेरा दिल नही किया कॉल उठाने के लिए लेकिन फोन दोबारा बजने लगा तो मैने हल्के से गुस्से से फोन उठाया ऑर बात करने लगा,,,,


मैने फोन तो गुस्से मे उठाया था लेकिन सामने वाले की मीठी ऑर मधुर आवाज़ सुनके मेरा दिल खुश हो गया ,,

ये फोन था?????

कामिनी भाभी का,,,,,,,

भाभी,,,,,,,,,,,हेलो,,,,,,,,

सन्नी ,,,,,,,,हेलो भाभी,,,,

भाभी,,,,,,,,,अरे बड़ी जल्दी पहचान लिया तुमने,,,, मुझे तो लगा था नही पहचानोगे पहली बार जो फोन पर बात हो रही है,,,,

सन्नी,,,,,,भाभी आपकी आवाज़ को तो मैं 1000 लोगो की आवाज़ मे भी पहचान सकता हूँ,,,

भाभी,,,,,,,अच्छा जी इतनी बुरी आवाज़ है क्या मेरी,,,,

सन्नी,,,नही भाभी आपकी आवाज़ तो बहुत मीठी है ,,,,आपकी एक हेलो सुनके ही दिल खुश हो गया मेरा,,,,

भाभी,,,,,बस बस अब ज़्यादा झूठी तारीफ मत करो,,,,कहाँ है तू ये बता पहले,,,

सन्नी ,,,,झूठी तारीफ नही कर रहा भाभी जो सच है वही बोल रहा हूँ,,,,वैसे मैं कॉलेज मे हूँ,,,

भाभी,,,,,क्या कर रहा है कॉलेज मे,,,,,,

सन्नी,,,,,कुछ नही भाभी बस बोर हो रहा था,,,वैसे आज आपको मेरी याद कैसे आ गई ,,,आज हमारी किस्मत इतनी अच्छी कैसे हो गई कि अपने हमे फोन किया,,,,कोई ख़ास काम था क्या,,,,

भाभी,,,,वो मैं वूऊ

सन्नी ,,,,अरे वू उूओ क्या कर रही हो भाभी,,,तबीयत तो ठीक है ना,,,,

भाभी,,,,नही सन्नी तबीयत ठीक नही तभी तुझे कॉल की है,,,

सन्नी,,,,,मुझे क्यू कॉल की सूरज भाई को करती वो आपको डॉक्टर के पास ले जाता,,,,

भाभी,,,,सूरज को कॉल की थी लेकिन वो ऑफीस मे बिज़ी था उसने फोन नही उठाया,,इसलिए तेरे को फोन किया,,,,क्या तू घर आ सकता है अभी,,,

मैने मन ही मन सोचा नेकी ऑर पूछ पूछ,,,,मैं तो उड़के आने को तैयार हूँ आप बस बोलो एक बार,,,

सन्नी,,,,भाभी मेरी क्लास है अभी थोड़ी देर मे,,मुश्किल है मेरा आना,,,,लेकिन अगर आपकी तबीयत ज़्यादा खराब है तो मैं कविता को बोल देता हूँ वो घर आ जाएगी ,,,,,

भाभी,,,,,नही सन्नी उसको क्यू परेशान करना वैसे भी वो गुस्सा करेगी मेरे पे कि अगर तबीयत खराब थी तो पहले बोलना था कॉलेज से फोन करके वापिस क्यू बुलवाया,,तू नही जानता स्टडी के मामले मे कितनी गुस्से वाली है वो,,,, वैसे भी उसको बुलाना होता तो मैं खुद कॉल कर देती उसको,,,,,

अगर तू आ सकता है तो आजा,,,,

सन्नी,,,,,वैसे तो क्लास है मेरी लेकिन आपकी तबीयत ज़्यादा खराब है तो मैं आ जाता हूँ,,,

भाभी,,,,थन्क्ष्क्ष्क्ष सन्नी ऑर प्लीज़ थोड़ा जल्दी आना,,,,

सन्नी ,,,,आप पहले फोन तो कट करो फिर ही आउन्गा मैं,,,,,इतना बोलके सन्नी हँसने लगा ऑर उधर से भाभी भी हँसने लगी,,,

भाभी,,,,ठीक है जल्दी आओ मैं तुम्हारा वेट कर रही हूँ,,,इतना बोलके भाभी फोन कट कर देती है,,,,

सन्नी जल्दी से फ़ोन को पॉकेट मे डालता है ऑर वहाँ से बाइक लेके तेज़ी से चलाता हुआ भाभी के घर चला जाता है,,,,उसको भाभी से मिलने की बहुत जल्दी होती है,,,

कुछ देर बाद सन्नी कामिनी भाभी के घर के बाहर पहुँच जाता है ऑर बेल बजा देता है,,,,

तभी कामिनी भाभी बाहर आती है ऑर गेट खोल देती है,,सन्नी तो जैसे पागल ही हो जाता है भाभी को देख कर,,,
Reply
07-11-2019, 07:00 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
कामिनी भाभी ने एक लाइट ब्लू कलर का ढीला सा कुर्ता ऑर साथ मे उसी कलर का एक पयज़ामा पहना हुआ था ,,उनके बाल गीले थे जैसे अभी अभी वो शवर लेके बाहर आई थी ,,,उनके बालों के सिरे से पानी की ड्रॉप्स उके ढीले कुर्ते पर गिर रही थी ऑर उनका ढीला कुर्ता जो काफ़ी पतले कपड़े का था वो भीग कर उनकी चेस्ट से चिपक रहा था ,,,उनके बूब्स के उपर का हिस्सा कुर्ते के अंदर से सॉफ नज़र आ रहा था ऑर उनका हल्का सा क्लीवेज भी नज़र आ रहा था


कुर्ता थोड़ा भीग कर उनके बॉब्स के बीच क्लीवेज मे चिपक गया था ओर उनके गोरे गोरे छोटे बूब्स थोड़ा साफ तौर पर नज़र आने लगे थे ,,,सन्नी एक टक भाभी के बूब्स की तरफ देख रहा था तभी भाभी ने उसको अंदर आने को बोला ऑर खुद अपने एक हाथ को अपने बूब्स के उपर रख लिया ऑर हँसके सन्नी की तरफ देखने लगी,,,, सन्नी भी भाभी की तरफ हँसके देखता हुआ घर के अंदर आ गया ,,,पीछे से भाभी ने गेट बंद किया ऑर आगे बढ़ कर घर के अंदर का डोर खोला ऑर सन्नी के साथ खुद भी अंदर आ गई,,,,

भाभी ने सन्नी को सोफे पर बैठने का बोला ,,,,,,

तुम यहाँ बैठो सन्नी मैं तुम्हारे लिए कुछ चाइ कॉफी लेके आती हूँ,,,,इतना बोलकर भाभी किचन की तरफ जाने लगी,,,

नही भाभी मुझे कुछ नही चाहिए मैं ठीक हूँ,,,,लेकिन भाभी नही रुकी ऑर किचन की तरफ चली गई,,,

सन्नी भाभी की किचन की तरफ जाते देखता रहा ,,,,,,,भाभी ने किचन के पास जाके एक बार सन्नी की तरफ मूड कर देखा ऑर हँसके किचन के अंदर चली गई,,,,,

सन्नी इतना तो जान गया था कि भाभी की तबीयत बिल्कुल ठीक है तो फिर उन्होने उसको यहाँ क्यू बुलाया,,,,,,,,,,कहीं भाभी भी वही तो नही चाहती जो सन्नी चाहता है,,,,,सन्नी इतना सोच सोच कर खुश होने लगता है लेकिन उसको थोड़ा डर भी लग रहा है कहीं वो जो सोच रहा है वो ग़लत हुआ तो,,,

सन्नी कुछ देर वही सोफे पर बैठा रहता है लेकिन वासना जब दिल ऑर दिमाग़ पर हावी होने लगी तो सन्नी से रहा नही गया ऑर वो उठकर किचन मे चला गया,,,,,

किचन मे भाभी कॉफी बना रही थी,,,,,सन्नी को किचन मे आते देख वो थोड़ा डर गई और शरमाने भी लगी ,,लेकिन सन्नी नही डरा ऑर ना ही उसको किसी बात की टेन्षन थी वो भाभी के पास जाके खड़ा हो गया,,,,,

भाभी आप तो बोल रही थी आपकी तबीयत ठीक नही है लेकिन आपको देखने से तो ऐसा नही लगता ,,,,,,,,,,सन्नी इतना बोलकर भाभी के भीगे हुए कुर्ते मे से झलक रहे उनके बूब्स की तरफ देखने लगा,,,

भाभी ने भी सन्नी की नज़रो का पीछा करके जान लिया कि वो क्या देख रहा है तो भाभी ने जल्दी से उसकी तरफ पीठ करली ओर दूसरी तरफ मूड गई,,,,

हाँ सन्नी पहले तबीयत ठीक नही थी लेकिन तुम्हारे आने से पहले मैने घर पर कुछ मेडिसिन पड़ी थी वो खा ली है ऑर शवर भी लिया है जिस से अब थोड़ा बेटर फील हो रहा है अब कॉफी पी लूँगी तो बिल्कुल ठीक हो जाउन्गी,,,,,,,,,

वैसे हुआ क्या था भाभी आपको,,,,,,,सन्नी भाभी के चहरे की तरफ चला गया और फिर से भाभी को सामने से देखने लगा,,,,

भाभी अब हर बार तो उसकी तरफ पीठ नही कर सकती थी बस भाभी ज़मीन की तरफ देखती ऑर शरमाती हुई सन्नी की बात का जवाब देने लगी,,,,,कुछ नही सन्नी बस सर मे थोड़ा दर्द हो रहा था ,,,अब ठीक हूँ मैं,,,,

इतने मे सन्नी आगे बढ़ गया ऑर भाभी के बहुद करीब हो गया,,,,,,,,,,,अच्छा बस इतनी से बात थी ,,हल्के सर दर्द के लिए अपने मेरा कॉलेज मिस करवा दिया,, पता है कितनी इंपॉर्टेंट क्लास थी आज मेरी,,,ऑर आपने अपने हल्के सर दर्द के लिए मेरी क्लास मिस करवा दी,,,इतना बोल कर सन्नी हल्के गुस्से ऑर नाराज़गी से वहाँ से बाहर चला गया,,,

तब तक कॉफी बन चुकी थी ,,,,,,सन्नी के बाहर जाते ही भाभी ने कॉफी को कप मे डाला ऑर बाहर सन्नी के पास आ गई,,,सन्नी एक तरफ सिंगल सोफे पर बैठा हुआ था जबकि भाभी बड़े सोफे पर बैठ गई ऑर कप को बेच टेबल पर रख दिया,,,,,

सन्नी जान बूझ कर हल्का गुस्सा ऑर नाराज़गी दिखा रहा था,,,,

सॉरी सन्नी मेरी वजह से तुझे जल्दी आना पड़ा कॉलेज से बट मैं क्या करती तब मेरे सर मे बहुत तेज दर्द हो रहा था ,,मैने सूरज को पहले कॉल की थी लेकिन उसका कोई जवाब नही आया,,,कविता को मैं तंग नही करना चाहती थी क्यूकी वो गुस्सा करती ऑर बोलती की अगर तबीयत ठीक नही थी तो सुबह कॉलेज क्यू जाने दिया,,,,पहले बता देती,,,तुझे पता है ना वो स्टडी के मामले मे कितना गुस्सा करती है,,,,

इस से पहले भाभी कुछ बोलती मैं बोल पड़ा,,,,,,,,,,,,अपने सूरज भाई को कॉल की थी तो क्या वो ऑफीस मे बिज़ी थे,,,,,

हाँ सन्नी तभी तो कॉल पिक नही की सूरज ने,,,,,,,,,,

लेकिन मैने तो सुना था कि कल सूरज आपकी सास यानी अपनी माँ को अपने ससुर के पास छोड़ने गया है फिर वापिस कब आया वो,,,मैने थोड़ा शक करते हुए पूछा,,,,,कल सोनिया को तो यही बोला था ना अपने इसलिए वो यहाँ रहने आई थी,,,,

भाभी थोड़ी देर चुप रही,,,,,,हाँ वो सूरज सुबह जल्दी वापिस आ गये थे तो आते ही ऑफीस चले गये,,,,क्यू तुम्हे क्या लगा की सूरज कहीं नही गया था,,, कहीं तुमको ऐसा तो नही लग रहा कि मैं तुमसे झूठ बोल रही हूँ,,,इतना बोलके भाभी ने अपने सर पे हाथ रख लिया ऑर सर को तोड़ा नीचे झुका लिया,,,,

क्या हुआ भाभी ठीक हो ना आप,,,,,,,,,,,

भाभी चुप रही कुछ नही बोली,,,,

बोलो ना भाभी क्या हुआ ,,फिर से सर मे दर्द हुआ क्या,,,,

तुझे क्या लेना सर मे दर्द हो या कुछ भी,,,तुझे मेरी क्या फिकर,,,,अब भाभी हल्का नखरा करने लगी लेकिन सन्नी जानता था कि ये नखरा भी बिल्कुल वैसा ही झूठा है जैसी झूठी भाभी की कॉल की ,,,कि उनकी तबीयत ठीक नही,,,,

सन्नी कुछ नही बोला ओर भाभी एक पास जाके बैठ गया ऑर भाभी के हाथ को उनके सर से उठा कर अपने हाथ भाभी के सर पर रख दिया,,,ऑर हल्के से भाभी के सर को दबाने लगा,,,,,,,,,,,,,,,,,

आपकी फ़िक्र क्यू नही है मुझे भाभी एक आपकी वजह से तो कॉलेज से भाग कर आया हूँ वर्ना मुझे क्या
ज़रूरत थी यहाँ आने की,,सन्नी ने एक हाथ भाभी के फॉरहेड पर रखा ऑर एक हाथ भाभी की गर्दन पर रखके भाभी को सोफे पर पीछे की तरफ कर दिया ऑर भाभी के सर को सोफे की बॅक पर रख दिया ऑर हल्के हाथ से भाभी के सर को दबाने लगा,,,,

तभी भाभी ने सन्नी के हाथ को पकड़ लिया,,,,,ये क्या कर रहे हो सन्नी,,,,मत करो ऐसे ,,,,,,,

क्या कर रहा हूँ भाभी ,,,कुछ ग़लत कर रहा हूँ क्या ,,,,मैं तो जस्ट आपका सर दबा रहा हूँ ,,,,देने को तो मेडिसिन भी लाके दे सकता था बट अपने बोला कि आप मेडिसिन ले चुकी हो इसलिए सर दबा कर दर्द ठीक करने की कोशिश कर रहा हूँ,,,,

नही रहने दे मत दबा मेरा सर,,,,,,,,,,दुखने दे इसको,,तुझे तो लगता है कि मैं झूठ बोल रही हूँ,,,

नही मैने कब बोला कि आप झूठ बोल रही हो,,,,मैं तो मज़ाक कर रहा था भाभी,,,,वो रात को सोनिया ने जो बोला था मैं तो उसी की बात कर रहा था

नही नही तुहे लगता है कि मैं झूठ बोल रही हूँ ओर झूठ बोलके तुझे कोल्लेज से यहाँ बुलाया है,,,,,

नही भाभी मैं ऐसा नही बोल रहा,,,बोलते टाइम सन्नी अभी भी भाभी का सर दबा रहा था भाभी ने भी अपने हाथ से सन्नी के उस हाथ को पकड़ा हुआ था जिस से सन्नी भाभी का सर दबा रहा था,,,,सन्नी का दूसरा हाथ भाभी के शोल्डर के पास भाभी की नेक पर था ,,,,सन्नी ने सर दबाते हुए हल्के से अपनी फिंगर को भाभी के कुर्ते मे घुसा दिया ओर धीरे धीरे बातें करते हुए भाभी के कुर्ते को शोल्डर से खिसकने लगा ,,भाभी भी सन्नी की हरकत को भाँप गई थी लेकिन उसने सन्नी को मना नही किया ,,,जब भाभी का शोल्डर कुछ हद तक नंगा हो गया तो सन्नी ने आगे बढ़ कर भाभी के शोल्डर पर अपने लिप्स रख दिए ,,भाभी ने पीछे हटने की कोशिश की लेकिन सन्नी भाभी से ज़्यादा तेज था उसने अपने उस हाथ को भाभी के दूसरे शोल्डर पर रख दिया था जिस से वो भाभी का सर दबा रहा था ऑर भाभी को खुद से दूर जाने से रोक लिया था,,,
Reply
07-11-2019, 07:00 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
जब भाभी के शोल्डर पर सन्नी के लिप्स टिक गये तो सन्नी ने कोई देर किए बिना भाभी के शोल्डर के हल्के मास को मुँह मे भर लिया ऑर सक करने लगा,,,भाभी के मुँह से हल्की अह्ह्ह्ह निकल गई और उसने सन्नी को हल्का धक्का दिया ऑर सोफे से उठकर जल्दी से अपने रूम मे भाग गई,,,,सन्नी भी वहाँ से उठा ऑर भाभी के पीछे पीछे चला गया,,,

भाभी भाग कर गई थी इसलिए सन्नी भी भाभी के पीछे भाग कर गया,,भाभी ने रूम मे जाते ही दरवाजे को अंदर से बंद करने की कोशिश की लेकिन सन्नी ने जल्दी से आगे बढ़ कर अपने हाथ को दरवाजे पर रख दिया ऑर भाभी के दरवाजा बंद करने से पहले ही भाभी को रोक दिया,,,लेकिन तब तक भाभी भी अपनी तरफ से पूरा ज़ोर लगा चुकी थी जिस से सन्नी का हाथ दरवाजे के बीच मे अटक गया,,,

दरवाजा हल्का सा खुला हुआ था सन्नी दरवाजे को खोलने के लिए ज़ोर नही लगा रहा था बस अपने हाथ को दरवाजे के बीच मे दबने से रोकने के लिए थोड़ा ज़ोर लगा रहा था,,लेकिन अंदर से भाभी अपना पूरा ज़ोर लगा रही थी,,,,

सन्नी तुम जाओ यहाँ से,,,,,

ऐसे कैसे जा सकता हूँ मैं भाबी,,,,आपकी तबीयत ठीक है ,,आपको ऐसी हालत मे छोड़ कर कैसे जा सकता हूँ मैं,,,,

नही सन्नी तुम जाओ यहाँ से अब मैं बिल्कुल ठीक हूँ,,,,कुछ नही हुआ है मुझे,,,,

नही भाभी अब तो जब तक आपको पूरी तरह से ठीक नही कर देता ऑर जब तक आपकी बीमारी को जड़ से उखाड़ कर नही फेंक देता मैं यहाँ से जाने वाला नही,,,,सन्नी हल्का ज़ोर लगाता है ,,भाभी का कोई ज़ोर नही चलता सन्नी के ज़ोर के सामने ऑर भाभी पीछे हट जाती है ,,,सन्नी दरवाजा खोले कर अंदर चला जाता है,,,

भाभी दरवाजे से हल्के उल्टे कदमो से पीछे की तरफ जाने लगती है,,,,

सन्नी जाओ यहाँ से प्लीज़ अब मैं ठीक हूँ,,,,कुछ नही हुआ है मुझे

मैं जानता हूँ आपको कुछ नही हुआ है आप बिल्कुल ठीक हो लेकिन यहाँ आके मेरी तबीयत ठीक नही रही ,,,,मुझे कुछ हो गया है ,,,

क्या हो गया है तुमको सन्नी,,भाभी ने नज़रे झुकाते हुए शरमाते हुए पूछा,,,,

पता नही भाभी क्या हो गया है,,,

बातें करते हुए भाभी हल्के कदमो से पीछे की तरफ जा रही थी जबकि सन्नी आगे बढ़ता जा रहा था,,,,

बोलो ना क्या हुआ है सन्नी तुमको,,,,,तबीयत खराब हो गई क्या तुम्हारी,,,,

हाँ भाभी अब मेरी तबीयत खराब हो गई,,,

भाभी हँसने लगी लेकिन अभी भी भाभी शरमाते हुए ज़मीन की तरफ देख रही थी,,,,,,,देखो तो मेरा इलाज करने आया था ऑर खुद बीमार हो गया,,,

हाँ भाभी ,,,अब मैं बीमार हो गया अब आप मेरा इलाज करो,,,,,क्यूकी पहला मैं ठीक था ऑर आपका इलाज करने आ गया था लेकिन अब आप ठीक हो इसलिए आप मेरा इलाज करो,,,,

तुझे किसने बोला दिया कि मैं ठीक हूँ सन्नी,,,,,

सन्नी रुक गया ऑर भाभी की बात को समझने की कोशिश करने लगा,,,,,

क्या बोला भाभी फिर से बोलो ज़रा,,,,,,

लेकिन भाभी ने कुछ नही बोला ऑर जल्दी से भाग कर ड्रेसिंग टेबल की तरफ चली गई ओर जल्दी से एक ड्रॉयर खोल कर उसमे से कोई समान निकाला ऑर वापिस सन्नी के पास आ गई,,,,लेकिन भाभी के हाथ उनकी पीठ के पीछे थे सन्नी कुछ देख नही सका कि उनके हाथ मे क्या है,,,,,

सन्नी ने भाभी से पूछने के लिए अपना मुँह खोला ही था कि भाभी ने अपने हाथ से सन्नी को बोलने से मना कर दिया,,,,,

कुछ मत बोलो सन्नी बस अपनी आँखें बंद कर लो,,,,

सन्नी के मुँह पर भाभी के सॉफ्ट सॉफ्ट हाथ लगते ही सन्नी को एक मस्ती भरा तेज झटका लगा ओर भाभी की बातें सुनकर एक पल से भी पहले सन्नी की दोनो आँखें बंद हो गई,,,,

तभी भाभी का हाथ सन्नी के फेस से हट गया ,,,,,,ऑर सन्नी को कुछ अजीब महसूस हुआ भाभी सन्नी के पीछे की तरफ चली गई थी ऑर पीछे जाके सन्नी को बोली,,,,,,अब तुम आँखें खोल सकते हो सन्नी,,,,,

भाभी के कहने पर सन्नी ने आँखें तो खोल ली लेकिन फिर भी उसको कुछ नज़र नही आया,,,,,क्यूकी पीछे जाके भाभी ने सन्नी की आँखें पर पट्टी बाँध दी थी,,,,,,

ये सब क्या है भाभी,,,,,इतना बोलकर सन्नी ने पट्टी खोलने की कोशिश की,,,,,,,,,,,

भाभी ने जल्दी से सन्नी का हाथ पकड़ लिया,,,,,,नही सन्नी पट्टी मत खोलो,,,,इसको ऐसे ही रहने दो,,मेरे पास तुम्हारे लिए एक सर्प्राइज़ है,,,

सन्नी को कुछ नही पाया था कि भाभी क्या कर रही है ऑर क्या करने वाली है लेकिन सर्प्राइज़ का नाम सुनके सन्नी का दिल खुश हो गया उसको एक अजीब से मस्ती चढ़ने लगी,,,,

ऑर तभी कुछ पल बाद ???????????


ऑर तभी कुछ पल बाद भाभी ने सन्नी को पकड़ा ऑर उसके करीब होके सन्नी के बदन से चिपक
गई ,भाभी ने सन्नी को अपनी बाहों मे भर लिया ऑर सन्नी ने भी भाभी को अपनी बाहों मे
भरने की कोशिश की लेकिन भाभी ने उसके हाथों को अपने जिस्म से हटा दिया ऑर अपने लिप्स को सन्नी के कान
के पास ले गई ऑर धीरे से सन्नी एक कान मे बोलने लगी,,,,,,,,,,,,,,,,आज्ज तुउंम ककुउक्च्छ न्ंहिी
कारूगगीयी ससुउउन्नययी आअज्ज मीरीइ बार्रीि हहाइईइ ,,यूयेसेस ददीन्न्न त्तुउम्न्नी आपपननीी
मांणम्मांंनीी क्कीिई टहीी म्मामिन्नी तुउम्मक्कू न्नाहहीी रूकका तहा आज म्मामिन्न्न
आपपननीी म्माँणमामणी कारूउन्नगगीइ तूऊ बभीी म्मूउज़्झहही न्नाहहिि रूक्कन्ना प्पल्लज़्ज़्ज़्ज़
इतना बोलकर भाभी हल्का पीछे हट गई ऑर सन्नी से दूर हो गई लेकिन ज़्यादा देर के
लिए नही जल्दी ही भाभी फिर आगे बड़ी ऑर सन्नी के करीब होके सन्नी के लिप्स को अपने लिप्स
मे भर लिया लेकिन कोई जल्दबाज़ी नही की भाभी सन्नी को बड़े प्यार से ऑर आराम से किस करने लगी ,,


अपने लिप्स पर भाभी के लिप्स लगते ही सन्नी ने भी अपने लिप्स को हल्का सा खोल दिया लेकिन उसने भी
कोई जल्दबाज़ी नही की ऑर भाभी को हल्के से किस का रेस्पॉन्स देने लगा ,,,,भाभी ने सन्नी के लोवर
लिप्स को अपने दाँतों से पकड़ा ऑर अपने मुँह मे भरके चूसने लगी ,,भाभी के ऐसा करने से
भाभी का उपर वाला लिप्स सन्नी के लिप्स मे आ गया ओर सन्नी ने हल्के से भाभी के उपर वाले लिप्स
को चूसना शुरू कर दिया,,सन्नी को कुछ ही पल मे जबरदस्त मस्ती चढ़ने लगी उसने फिर से भाभी
को बाहों मे भरने की कोशिश की लेकिन भाभी ने उसको हाथ लगाने से मना कर दिया ऑर सन्नी से
थोड़ा पीछे हट गई,,,,,,कुछ देर तक भाभी सन्नी से दूर खड़ी रही सन्नी को कुछ ठीक नही लगा
उसने अपनी आँखों से पट्टी खोलने की कोशिश की लेकिन भाभी ने आगे बढ़ कर उसके हाथ को पकड़ लिया
ऑर वापिस सन्नी को किस करने लगी,,,सन्नी ने अपने हाथ को नीचे कर लिया ऑर पट्टी नही निकली ऑर ना
ही भाभी को दोबारा से टच किया ,,अब वो भी भाभी को किस करने लगा,,,भाभी का एक हाथ सन्नी
की पीठ पर फिरने लगा जबकि भाभी ने एक हाथ मे अभी भी सन्नी के हाथ को पकड़ा हुआ था लेकिन
जल्दी से भाभी ने उस हाथ से सन्नी के हाथ को छोड़ा ऑर उस हाथ को भी सन्नी की पीठ पर ले गई ऑर
दोनो हाथों से सन्नी की पीठ का जायज़ा लेने लगी,,,,सन्नी मस्ती मे भरने लगा था लेकिन उसने भाभी
को हाथ लगाने की कोशिश नही की,,,वो तो बस भाभी को किस करते हुए मस्ती मे खोने लगा,,,,फिर भाभी
ने अपने एक हाथ को सन्नी के लंड पर रख दिया ऑर पॅंट के उपर से हल्के से मसल्ने लगी ऑर साथ ही
दूसरे हाथ से सन्नी के एक हाथ को पकड़ कर अपने बूब्स पर रख दिया,,,सन्नी ने भी मोका देख कर
मस्ती मे भाभी के बूब को ज़ोर से मसल दिया तो भाभी ने जल्दी से उसके हाथ को अपने बूब से हटा दिया
ऑर सन्नी को किस करते हुए उसके लंड को हल्के से मसल्ने लगी,,,कुछ पल बाद भाभी ने सन्नी
के हाथ को वापिस अपने बूब पर रखा तो इस बार सन्नी ने भाभी के बूब को ज़ोर से नही मसला बल्कि
हल्के से मसला तो भाभी ने उसके दूसरे हाथ को भी पकड़ कर अपने बूब पर रख दिया,,,सन्नी समझ
गया कि भाभी ज़ोर से नही प्यार से मसलवाना चाहती है अपने बूब्स को,,सन्नी ने भी अपनेआप ज़ोर नही
लगाया ऑर बड़े प्यार से भाभी के दोनो बूब्स को मसल्ने लगा,,,भाभी भी किस करते हुए सन्नी के
लंड को मसल्ति रही लेकिन ज़्यादा देर तक नही ,,,
Reply
07-11-2019, 07:00 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
भाभी ने सन्नी की पॅंट की ज़िप को खोल दिया ऑर सन्नी का पूरी ओकात मे आ चुका लंड एक झटके मे पॅंट
से बाहर निकल आया क्यूकी सन्नी को अब आदत नही थी पॅंट के नीचे अंडरवेार पहनने की,,,,सन्नी का नंगा
लंड हाथ मे आते ही भाभी ने उसको प्यार से आगे से पीछे तक सहलाना शुरू कर दिया ऑर साथ ही सन्नी को किस
करती रही ,,फिर भाभी ने सन्नी के लंड को हाथ से छोड़ दिया ऑर सन्नी की टी-शर्ट को अपने हाथ मे लेके उपर
उठाने लगी,,,सन्नी ने भी कोई देर नही की ऑर जल्दी से अपने दोनो हाथ हवा मे उठा दिए जिस से भाभी को कोई
परेशानी नही हुई सन्नी की टी-शर्ट निकालने मे ,,,,सन्नी ने टी-शर्ट ने नीचे भी कुछ नही पहना हुआ था इसलिए
उसका उपर वाला जिस्म नंगा हो गया था ,,,भाभी ने सन्नी के लिप्स पर हल्की किस करते हुए सन्नी की पॅंट को
खोलना शुरू कर दिया ओर कुछ ही पल मे सन्नी बिल्कुल नंगा हो गया लेकिन बूट पहने होने की वजह से सन्नी
की पॅंट उसके पैरो के पास जाके अटक गई,,,भाभी ने सन्नी का हाथ पकड़ा ओर सन्नी को बेड की तरफ़ ले गई ऑर
बेड के पास जाके भाभी ने सन्नी को बेड पर बैठा दिया ऑर खुद ज़मीन पर बैठ कर सन्नी के बूट को
उतारने लगी ,,,जब सन्नी के बूट भी उतार गये तो भाभी ने उसकी पॅंट की भी निकाल कर एक साइड पर रख दी,,
अब सन्नी पूरा नंगा हो गया था,,,,भाभी ने उसकी चेस्ट पर हाथ रखा ऑर उसको बेड पर पीछे की तरफ झुका
दिया ,,सन्नी भी आराम से पीछे की तरफ लेट गया,,,,

फिर कुछ देर तक कोई हरकत नही हुई ना की कोई आवाज़ हुई,,,,सन्नी बेड पर लेटा हुआ सोचने लगा कि आख़िर हो क्या
रहा है ,,,जब करीब 2-3 मिनट तक कुछ नही हुआ तो सन्नी से रहा नही गया उसने अपनी आँखों पर लगी
पट्टी खोलने के लिए अपने हाथ उपर किया लेकिन तभी भाभी ने उसके हाथ को पकड़ लिया इस से पहले सन्नी
कुछ ऑर करता भाभी ने उसके हाथ पर एक रस्सी बाँधी ओर उसके हाथ को बेड से बाँध दिया,,,सन्नी कुछ
घबरा गया कि आख़िर हो क्या रहा है उसने अपने दूसरे हाथ से पट्टी खोलने की कोशिश की लेकिन भाभी ने उसके
दूसरे हाथ को भी अपने हाथ मे पकड़ा ऑर सन्नी के लिप्स पर किस करदी जिस से सन्नी थोड़ा शांत हो गया तब
तक भाभी सन्नी के एक हाथ को बेड से बाँध चुकी थी ऑर अब किस करने के बाद दूसरे हाथ को भी बाँधने
लगी थी,,,,


जब सन्नी के दोनो हाथ बेड से बँध गये तो फिर कुछ देर तक कोई हरकत नही हुई लेकिन अब सन्नी
कुछ कर भी नही सकता था क्यूकी उसके हाथ बँधे हुए थे ,,,तभी सन्नी के लिप्स पर फिर भाभी के लिप्स
टच हो गये ऑर भाभी सन्नी के जिस्म के उपर लेट गई,,सन्नी को एहसास हो गया कि भाभी भी नंगी हो गई है
क्यूकी अपने जिस्म पर वो भाभी के नंगे जिस्म को महसूस कर पा रहा था,,अब सन्नी को कोई डर नही लगा ऑर
वो भाभी के साथ मस्ती करने लगा,,,,भाभी सन्नी को किस करती हुई उसके सर पर ऑर कभी कमर की दोनो तरफ
हाथ फेरने लगी थी करीब 5-8 मिनट तक दोनो ऐसे किस करते रहे ओर भाभी फिर से सन्नी के बदन से
उपर उठके बेड की एक तरफ बैठ गई ऑर अपने एक हाथ से सन्नी की चेस्ट को सहलाने लगी ,,,भाभी का सर सन्नी
के सर के करीब था ,,सन्नी को भाभी की साँसे अपने फेस पर महसूस हो रही थी इसलिए सन्नी ने अपने सर को
थोड़ा उपर उठा कर भाभी के सर के करीब कर दिया भाभी ने भी सन्नी की बात समझ कर सन्नी के लिप्स
पर फिर से किस करनी शुरू करदी ऑर साथ ही एक हाथ से सन्नी की चेस्ट को सहलाने लगी फिर कुछ देर बाद
भाभी ने सन्नी के लिप्स से अपने लिप्स अलग किए ऑर सन्नी की गर्दन पर किस करने लगी ऑर किस करते हुए सन्नी
की चेस्ट पर छोटी छोटी निपल्स पर अपनी उंगलियाँ घुमाने लगी ऑर बीच बीच मे निपल्स की कॅप को अपनी
उंगलियों मे दबा कर हल्के से मसल्ने लगी,,,,
Reply
07-11-2019, 07:00 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
अक्सर सन्नी औरतों के मुँह से अह्ह्ह निकलवाता था लेकिन अब
भाभी ने सन्नी के मुँह से अह्ह्ह्ह निकलवा दी थी,,,,,भाभी ने थोड़ा ज़ोर से निपल की कॅप को मसला तो सन्नी
की अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह निकल गई ,,भाभी ने सन्नी की चेस्ट पर किस करना शुरू कर दिया ऑर एक निपल पर किस करते
हुए दूसरी को हाथ से सहलाने लगी फिर दूसरी को किस करते हुए पहले वाली को हाथ से सहलाने लगी,,भाभी बारी
बारी से दोनो निपल को किस करती ऑर हाथ से सहलाती,,,सन्नी बस आराम से लेटा हुआ मस्ती के समंदर मा गोते
लगाने लगा था,,

कुछ देर बाद भाभी सन्नी की चेस्ट पर किस करते हुए अपने हाथ को सन्नी के लंड पर ले गई ऑर लंड को
हाथ मे लेके मसल्ने लगी जो लंड अपनी पूरी ओकात मे सर उठा कर खड़ा हुआ था,,,भाभी ने अपने हाथ
मे बड़े प्यार ऑर नज़ाकत से पकड़ा सन्नी के लंड को ऑर उपर से नीचे तक लंड की पूरी लंबाई जितना हाथ
उपर नीचे करने लगी ऑर साथ ही सन्नी को चेस्ट पर किस करते हुए उसकी निपल्स को हल्के हल्के किस करते हुए
दाँतों से काटने लगी,,,सन्नी भाभी की इस हरकत से थोड़ा हैरान हो गया था,,,,क्या ये वही भाभी है जो उस
दिन इतना शरमा रही थी इतना घबरा रही थी जो मेरे से नज़रे नही मिला रही थी ऑर आज मुझे बेड से बाँध
कर मेरे साथ ऐसी हरकते कर रही है,,,सन्नी अभी हैरत मे था कि जल्दी ही उसकी हैरत थोड़ी ज़्यादा बढ़ गई
ऑर उसने महसूस किया कि उसका लंड भाभी के मुँह मे चला गया है ,,,पहले तो भाभी ने हल्के से लंड की
टोपी पर किस की ऑर जल्दी ही लंड को मुँह मे भर लिया ऑर अपने मुँह को लंड पर उपर नीचे करने लगी ,,भाभी
पूरे लंड को मुँह मे नही ले रही थी बस आधे को मुँह मे लेके चूस रही थी,,वो कोशिश तो कर रही थी लेकिन
उसकी कोशिश नाकाम साबित हो रही थी क्यूकी अभी वो लंड चूसने मे थोड़ी कम अनुभवी थी ऑर इस बात का
सबूत था उसके दाँत जो बार बार सन्नी के लंड पर लग रहे थे लेकिन फिर भी सन्नी को मज़ा आ रहा था



क्यूकी वो इस बात से खुश था कि उस दिन तो भाभी ने उसके लंड को ज़्यादा चूसा ही नही था जिस दिन उसने भाभी
को शोभा दीदी के साथ मिलके बुटीक पर चोदा था लेकिन आज वो खुद अपनी मर्ज़ी से उसके लंड को चूस रही थी
इसी बात से सन्नी की मस्ती बढ़ती जा रही थी ऑर कुछ पल बाद सन्नी को ऑर ज़्यादा मस्ती चढ़ने लगी क्यूकी भाभी
ने अपने मुँह को थोड़ा ज़्यादा खोल लिया था जिस से सन्नी के लंड पर भाभी के दाँत लगने कम हो गये थे
ऑर भाभी ने लंड को थोड़ा ज़्यादा मुँह मे लेना शुरू कर दिया था,,,

कुछ देर बाद भाभी ने सन्नी के लंड को मुँह से निकाला ऑर सन्नी के उपर चढ़ गई ऑर अपनी टाँगे खोल
कर सन्नी के लंड के करीब अपनी चूत करके अपने हाथ से सन्नी के लंड को पकड़ा ऑर अपनी चूत मे घुसा
लिया ,,,,,,लंड अंदर जाते ही भाभी की एक तेज सिसकी निकल गई वो मस्ती मे आआआआहह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
करने लगी ऑर हल्के से सन्नी के लंड पर अपनी कमर को आगे पीछे करने लगी लेकिन भाभी इस खेल मे नई थी
शायद उस से खुद अपनी चूत चुदवाइ नही जा रही थी ,,,सन्नी भी इस बात को भाँप गया था उसने खुद अपनी
कमर को बेड से उपर उठाना शुरू कर दिया ऑर भाभी की चूत को चोदने लगा,,,भाभी ने भी रेस्पॉन्स
देते हुए अपनी कमर को हल्के से उपर नीचे करके सन्नी का साथ देना शुरू कर दिया ऑर सन्नी की चेस्ट पर
अपने हाथ रखकर सन्नी के निपल्स को मसल्ने लगी साथ ही अपने लिप्स को सन्नी के लिप्स पर रख कर किस करने
लगी,,सन्नी भी मस्ती मे अपनी स्पीड तेज करके अपनी कमर को बेड से उपर उठा कर भाभी की चूत चोदने
लगा ,,,,

सन्नी को मज़ा तो आ रहा था लेकिन ज़्यादा नही ,,क्यूकी उसके हाथ बढ़े हुए थे ऑर वो भाभी को
अपनी बाहों मे भरके चोदना चाहता था उसने नंगे जिस्म को टच करके महसूस करना चाहता था
इसलिए वो अपने हाथों को ज़ोर से झटके लगा ताकि उसके हाथ खुल जाए लेकिन भाभी ने उसके हाथ बड़ी मजबूती
से बाँध रखे थे जिसको खोल पाना सन्नी के बस मे नही था ,सन्नी बँधे हाथों से अपनी स्पीड को ऑर
ज़्यादा तेज नही कर पा रहा था ऑर ना ही भाभी को अपनी स्पीड तेज करने मे कोई कामयाबी मिल रही थी ,,जल्दी ही
सन्नी ने भी अपनी स्पीड स्लो करदी ऑर जब भाभी को इस बात का एहसास हुआ ऑर उनकी मस्ती कम होने लगी तो
भाभी ने अपने हाथ को आगे बढ़ा कर सन्नी के एक हाथ को खोल दिया ऑर सन्नी ने अपने हाथ के खुलते ही
उस हाथ को भाभी की पीठ पर रख दिया ,,तभी भाभी ने सन्नी के दूसरे हाथ को भी खोल दिया लेकिन सन्नी
ने उस हाथ को भाभी की पीठ पर नही रखा बल्कि उस से अपनी आँखों पर लगी पट्टी खोलने लगा ,,लेकिन
भाभी ने जल्दी से उसके हाथ को पकड़ लिया ऑर उसको पट्टी खोलने से मना कर दिया ,,,,,,,,सन्नी ने भी दोबारा
कोशिश नही की पट्टी खोलने की ओर अपने हाथ को भाभी की पीठ पर रख दिया ऑर भाभी को अपनी बाहों मे
भरके तेज़ी से अपनी कमर को उपर नीचे करने लगा ,,
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,542,724 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 549,129 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,250,043 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 945,059 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,678,346 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,101,244 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,985,999 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,171,560 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,075,035 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 288,932 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 10 Guest(s)