Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
07-11-2019, 06:56 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
करीब 5 मिनट तक हम ऐसे ही चुप चाप लेटे रहे फिर ,,माँ बीच मे थी एक तरफ मैं था ऑर एक तरफ शोभा
थी ,,,,तभी शोभा माँ के ऑर ज़्यादा करीब हो गई ,,माँ का हाथ बेड पर गिरा हुआ था तो शोभा अपने सर को माँ के हाथ
पर रख कर माँ के शोल्डर के उपर माँ के सर के करीब आ गई ,,,माँ ने उसकी तरफ देखा ऑर प्यार से अपने दूसरे
हाथ से उसको सर को सहलाया ऑर हल्की सी किस करदी फॉरहेड पर लेकिन शोभा ने जल्दी से खुद के लिप्स को थोड़ा उपर कर दिया जिस से माँ जब दोबारा शोभा को फॉरहेड पर किस करने लगी तो माँ के लिप्स शोभा के लिप्स से टच हो गये ऑर दोनो ने फिर से एक दूसरे के लिप्स को किस करना शुरू कर दिया मैने भी आगे बढ़ कर माँ के पेट पर हाथ रखते हुए हाथ को थोड़ा आगे ले जाके शोभा के बूब को पकड़ लिया ऑर सर को माँ के बूब पर रख कर माँ के एक बूब को मुँह
मे भर लिया ऑर चूसने लगा,,,,

माँ मज़ा आया आज,,,,,,,,शोभा ने अपने लिप्स माँ के लिप्स से हटा कर माँ से पूछा,,,,,,

हाँ बेटी बहुत मज़ा आया,,,,आज मेरे बेटा ऑर बेटी दोनो ने मिलकर बहुत मज़ा दिया मुझे,,,,लेकिन थोड़ी हैरत भी हुई
मुझे जब तुमको अपने रूम मे देखा था,,,,,

माँ ये सब शोभा दीदी का प्लान था,,,मैने माँ के बूब को मुँह से निकालते हुए बोला,,,,

चल झूठा कहीं का ,,ये सब तेरा प्लान था सन्नी झूठ मत बोल अब,,,,,,,शोभा ने हल्के से मेरे सर पर थप्पड़
मारा,,,,,,,,

अरे झगड़ा मत करो प्लान किसी का भी था मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता ,,,,सच बात तो ये है कि प्लान कामयाब हो गया
,,,,,इतना बोलकर माँ हँसने लगी,,,,,

माँ प्लान तो मेरा था बट दीदी का भी दिल कर रहा था हम दोनो के साथ मिलकर मस्ती करने को,,,,जब मैने इसको
पूछा कि ये आपके बड़े बड़े बूब्स को मुँह मे भरके चूसना चाहती है तो एक ही बार मे मान गई थी ये,,,,,

शोभा ने फिर से मेरे थप्पड़ मारा,,हल्का सा,,,,

माँ ने शोभा की तरफ देखा,,,,,,,,,,,,,,,क्या सच मे तेरा दिल कर रहा था मेरे बड़े बड़े बूब्स को चूसने का बेटी,,,,
माँ ने शोभा का वही हाथ पकड़ा जिस से वो मुझे थप्पड़ मांर रही थी ऑर पकड़ कर अपने बूब्स पर रख दिया,,,

हां माँ मेरा बहुत दिल कर रहा था,आपके बड़े बड़े बूब्स चूसने को,,,शोभा ने माँ के बूब्स पर हाथ रखते
ही कस्के दबा दिया ऑर जल्दी से दूसरे वाले को मुँह मे भर लिया,,,,,,

अब मेरे बड़े बूब्स चूसने के दिल कर रहा है क्यू क्या बात है अब गीता के बूब्स से दिल भर गया क्या तेरा,,,,,

शोभा दीदी ने माँ के बूब को मुँह से निकाला ऑर मुँह खोलके माँ की तरफ देखने लगी,,,,,वही हाल मेरा भी था,,,
हम दोनो हैरान होके माँ की तरफ देखने लगे,,,,,

अरे डरो मत बेटी मुझे इस बात से कोई गुस्सा नही है कि तुम गीता के साथ भी मस्ती करती हो ,मैं तो खुश हूँ
इस बात से कि तुम अब मेरे साथ भी मस्ती करने आ गई,,,,,

लेकिन माँ आपको कैसे पता मेरे ऑर बुआ के बारे मे,,,,,,,,,यही सवाल मैं भी करने ही वाला था माँ से,,,,

माँ हँसने लगी,,,,,,,

तुम लोग क्या समझते हो कि तुम लोगो को ही सब कुछ पता है,,,,,माँ फिर हँसने लगी,,,,

तभी शोभा दीदी समझ गई कि माँ को रेखा ने बताया होगा,,,,,,,

माँ आपको रेखा ने बताया था क्या,,,,,,,,,,,,दीदी ने माँ से पूछ ही लिया,,,,,,,,,,,

नही बेटी वो मेरे आगे मुँह नही खोलती ज़्यादा,,,,,,कुछ नही बताती मुझे वो अगर बताने चाहती भी है तो भी
नही बता पाती क्यूकी डरती है मेरे से,,,,,,,,,,,

फिर कैसे पता चला आपको,,,,,,,,,,,शोभा ने हैरान होके पूछा क्यूकी अगर रेखा ने नही बताया तो फिर कॉन बता
सकता है,,,,,,,,,,,मैं भी हैरान था क्यूकी मैने भी नही बताया था माँ को दीदी ऑर बुआ के बारे मे,,,,

तुम लोग क्या समझते हो कि घर की ड्यूप्लिकेट चाबी बनवाना तुम लोगो को ही आता है,,,,,,,,,

मैं ओर दीदी कुछ नही समझे,,,,,,,,,,,,,क्या बोला रही हो माँ मैं कुछ समझी नही,,,,,

बच्चो मैं तुम्हारी माँ हूँ तुम लोगो से कुछ कदम आगे रहती हूँ,,,,,,,,,,,जैसे तुम लोगो ने घर की दूसरी
चाबी बनवाई हुई है वैसे मेरे पास गीता के बुटीक की दूसरी चाबी है,,,,,माँ हँसने लगी

मैं ऑर शोभा को एक दम से हैरान हो गये,,,,,,

ज़्यादा हैरान मैं हुआ था क्यूकी मुझे नही पता था दीदी के पास भी घर की एक चाबी है,,,,फिर मेरा माथा
ठनका ,,मुझे याद आया कि जब शिखा को पहली बार करण से मैने अपने ही घर मे चुदवाया था तब शोभा
घर पे नही थी क्यूकी इसकी अक्तिवा नही थी घर मे,,,लेकिन बाद मे वो घर मे कैसे आ गई थी पक्का उस दिन ये दूसरी
चाबी से घर मे आई थी ऑर मुझे झूठ बोल रही थी कि वो घर मे ही थी,,,,,

मैं तेरे ऑर गीता के बारे मे नही ,,,,,तुम्हारे गीता ऑर तेरे बाप के बारे मे भी जानती हूँ ऑर उन दो लड़कियों के
बारे मे भी जानती हूँ जो गीता के बुटीक पर काम करती है,,,,,,

माँ अपने क्या वहाँ आके देखा था हमे वो सब करते ,,,,,,,,,,शोभा ने माँ से पूछा,,,,,,

नही बेटी मैं नही आती थी वहाँ,,,,,,,,,,वहाँ तो

माँ बोलने ही लगी थी तभी डोर बेल बजी,,,,,,,,,,,,,,,

हम सब डर गये कहीं सोनिया तो नही आ गई ,,,,,,,,,,

मैं ऑर शोभा जल्दी से माँ के बाथरूम मे चले गये ऑर माँ नाइटी पहन कर बाहर दरवाजा खोलने चली गई,,,,

माँ बाहर दरवाजा खोलने चली गई जबकि मैं ओर दीदी बाथरूम मे चले गये,,,,,

लगता है सोनिया आ गई,,मैने डरते हुए बोला,,,,,,,,,,,,,,,,

नही सोनिया नही होगी क्यूकी उसका फोन आया था वो कॉलेज से सीधा कविता के घर जाने वाली थी अब शाम को ही
वापिस आएगी वो,,,,,,,,

मेरी साँस मे साँस आ गई कि शूकर है सोनिया नही है वो,,,,तो फिर कॉन आया है ,,,,,,,,

तभी माँ रूम मे आ गई मैं ऑर शोभा बाथरूम के दरवाजे के पीछे से देख ने लगे,,,,
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07-11-2019, 06:56 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
माँ ने रूम मे आते ही अपनी नाइटी उतार दी ऑर नंगी हो गई,,,मैं ऑर दीदी बाहर आने लगे हमने सोचा कि जो भी
आया होगा लगता है वो चला गया इसलिए माँ रूम मे आते ही नंगी हो गई थी,,,,लेकिन जैसे ही हम बाहर जाने लगे
तभी मामा रूम मे आ गया ,,,शोभा ओर मैं वापिस बाथरूम के दरवाजे के पीछे छुप गये,,,,,

अरे बहना बड़ी खुजली हो रही है,,,,,लगता है घर पर कोई नही है,,,,शोभा कहीं चली गई है क्या,,,,

माँ कुछ नही बोली ऑर मामा के करीब जाके मामा को किस करने लगी ऑर साथ ही मामा के कपड़े खोलने लगी,,,,,

2 मिनट मे मामा नंगा हो गया ऑर माँ से चिपक कर किस करने लगा,,,,

सुबह तो शोभा ने आके काम खराब कर दिया था लेकिन अब नही छोड़ने वाला मैं तेरे को ,,,,,,सारी खुजली दूर
कर दूँगा तेरी,,,,,,,मामा ने माँ को कस्के अपनी बाहों मे भर लिया ऑर दोनो किस करने लगे,,,,

मैं ऑर शोभा बाथरूम से सब देख रहे थे,,,,,

मैने शोभा की तरफ देखा तो उसका ध्यान मामा के मूसल पर टिक गया था जो 2 मिनट मे ही पूरा ओकात मे आ गया
था,,,,,शोभा बस आँखें फाड़ फाड़ कर मामा के बड़े मूसल को देख रही थी तभी मैने देखा कि माँ ने
मामा को पकड़ कर पलट दिया ऑर मामा की पीठ हमारी तरफ करदी ताकि वो हमे नही देख सके ऑर फिर जब मामा की
पीठ हमारी तरफ हो गई तो माँ ने हममे बाथरूम से बाहर आने का इशारा किया,,,,

मुझे लगा माँ मुझे बुला रही है इसलिए मैं बाहर आने लगा लेकिन माँ ने इशारा किया कि तुम दोनो बाहर आ जाओ
,,,,

मैं तो बाहर आ गया लेकिन शोभा डर रही थी लेकिन माँ के इशारा मिलने से ऑर मामा के मूसल के लालच मे वो भी
बाहर आ गई,,,,,

माँ ने शोभा की मामा के लंड की तरफ किया तो शोभा जल्दी से माँ ऑर मामा के पॉस चली गई ,,,,

मामा माँ को किस करने मे मगन था उसका ध्यान शोभा पर नही गया वैसे भी मामा की पीठ थी हमारी तरफ
,,,,,

तभी माँ ने शोभा को सर पर हाथ रखके नीचे बिठा दिया ,,,शोभा ज़मीन पर बैठ गई ऑर माँ ने मामा के
लंड को हाथ मे लेके शोभा की तरफ कर दिया शोभा ने भी जल्दी से मुँह खोला ऑर जल्दी से मामा के लंड को मुँह मे
भर लिया,,,

मामा एक दम से माँ से पीछे हट गया क्यूकी वो डर गया था ,,,माँ तो उसको लिप्स पर किस कर रही थी फिर उसका लंड
किसके मुँह मे गया इसी बात से वो थोड़ा डर गया लेकिन शोभा को नंगी ज़मीन पर बैठी देख कर वो बहुत ज़्यादा
खुश हो गया उसके फेस पर कमीनगी भरी मुस्कान आ गई थी,,वो टुकूर टुकूर भूखे भेड़िए की तरह शोभा के
नंगे बदन को देख रह था,,,,,,,,,

यही है शोभा बेटी जिसके पास दूसरी चाबी है बुटीक की ऑर यही जाता था तुम सब की रंगरलियाँ देखने बुटीक
पर,,,,,,,,,,,,

मैं डर गया क्यूकी मैं भी बहुत बार गया था वहाँ कहीं मामा ने मुझे तो नही देख लिया था,,,ऑर कहीं माँ
को मेरे ऑर बुआ के बारे मे सब पता तो नही है,,,,,

मामा ने शोभा को पकड़ा ऑर उपर उठा लिया फिर एक ही पल मे पागल कुत्ते की तारह टूट पड़ा शोभा पर ऑर उसको
बाहों मे भरके जोरदार किस करने लगा,,,,

इतने मे माँ मेरे पास आ गई ऑर मुझे सोच मे डूबा देखा हँसने लगी,,,,तू क्या सोच रहा है मैं जानती हूँ
बेटा ,,,,,ऑर जो तू सोच रहा है वो सच है,,,,,तेरे बारे मे भी सब पहले से जानती थी मैं,,,तू भी गीता शोभा ऑर
उन दो लड़कियों के साथ मस्ती कर चुका है,,,,

मेरी तो हालत खराब हो गई माँ को ये सब तो पता था कहीं माँ को शिखा या कमीनी भाभी वाली बात तो नही पता
,,,,

माँ आपको यही सब पता है या कुछ ऑर भी पता है,,,,,,मैने माँ से पूछ ही लिया,,,,,,,,,,,,

ऑर भी कुछ है क्या पता लगाने को सन्नी बेटा,,,,,,माँ ने मेरे से सवाल किया तो मैं समझ गया कि माँ को शायद
ऑर कुछ नही पता है,,,,,,,,,,,,

नही माँ मैं तो बस ऐसे ही बोल रहा था लेकिन माँ मेरी बात समझ गई थी कि मैं उसने कुछ छुपा रहा हूँ ऑर
इस से पहले माँ कुछ बोलती मैने माँ को बाहों मे भरके किस करना शुरू कर दिया,,,,

माँ को किस करते हुए मैं मामा ऑर दीदी की तरफ देखने लगा ,,,मामा किसी कुत्ते की तरफ टूट पड़ा था दीदी पर
ऑर दीदी ने भी कुछ ही पल मे अपने आप को मामा के हवाले कर दिया था,,,,मामा दीदी को किस करते हुए दीदी के दोनो
बूब्स को कस्स कस्स कर अपने हाथों मे लेके मसल रहा था ऑर दीदी भी मामा के लंड को हाथ मे लेके पूरे लंड
पर हाथ घुमा रही थी और मूठ मांर रही थी ,,तभी मामा ने दीदी को किस करना बंद किया ऑर दीदी के दोनो बूब्स
पर टूट पड़ा ऑर नीचे झुक कर दीदी के एक बूब को मुँह मे भर लिया,,,,मामा जहाँ काले रंग का था वहीं दीदी
माँ की तरह गोरी चिट्टी थी ,,,मामा जब दीदी के बूब्स को चूसने मे लगा हुआ था तो ऐसा लग रहा था जैसे किसी पॉर्न
मूवीस मे कोई लंबा चौड़ा काले रंग का आदमी(निग्गर) किसी क्यूट छोटी से एशियन टीन के साथ चिपका हुआ है,,,,ऑर
मामा भी वैसे ही जबरदस्त तरीके से दीदी के बूब्स को चूसने लगा था ,,,मामा ने दीदी के एक बूब को मुँह मे
भर लिया ओर एक को हाथ मे लेक मसल्ने लगा फिर कुछ देर बाद दूसरे हाथ को दीदी की चूत पर ले गया ऑर एक ही पल मे मामा ने दीदी की चूत मे उंगली घुसा दी ,,दीदी हल्का सा उछल गई ऑर हल्के से अहह अहह करने लगी ,,मामा तो कोई क़सर नही छोड़ रहा था ऑर पागलो की तरह खा रहा था दीदी के बूब्स को ऑर तेज़ी से दीदी की चूत मे उंगली कर
रहा था,,,,मामा बारी बारी से दीदी के बूब्स को चूसने लगा था ऑर दीदी की चूत मे उंगली करने लगा था ,,,कुछ देर
ऐसे ही बूब्स चूसने ऑर चूत मे उंगली करने के बाद मामा ने दीदी को छोड़ दिया तभी दीदी ने ज़मीन पर बैठने
की कोशिश की ताकि मामा के लंड को चूस सके लेकिन मामा ने जल्दी से दीदी को गोद मे उठा लिया मैं देखता रह गया
मामा के हाथ मे दीदी कोई छोटी सी गुड़िया की तरह लग रही थी ,,,,

मामा ने दीदी को गोद मे उठाया ऑर मेरे देखते ही देखते दीदी को पलट कर उल्टा कर दिया मेरी समझ मे कुछ नही आया
दीदी का सर नीचे था ऑर टाँगे उपर तभी मैने देखा कि मामा ने दीदी को पीठ से पकड़ा हुआ था ऑर दीदी की चूत
मामा के सर के पास थी मामा ने दीदी को थोड़ा उपर उठाया ऑर खुद को अड्जस्ट करते हुए दीदी की चूत को अपने लिप्स के करीब ले आया ऑर एक ही पल मे दीदी की चूत को अपने मुँह मे भर लिया,,,,मैं देख कर हैरान था क्यूकी ऐसा पहले
पॉर्न मूवीस मे ही देखा था कभी लाइव नही देखा था...ऑर ना कभी खुद ट्राइ किया था ऐसा पोज़ किसी पर,,,,

मैने देखा कि जैसे ही मामा ने दीदी की चूत को चूसना शुरू किया दीदी के मुँह से आह निकलने लगी ऑर तभी मेरे
मुँह से भी अह्ह्ह्ह निकल गई,,,मैने देखा कि माँ नीचे ज़मीन पर बैठ गई ऑर मेरे लंड को मुँह मे लेके चूसने
लगी थी,,,,मैं दीदी ऑर मामा को देख कर मस्ती मे इतना खो गया कि माँ के बारे मे भूल ही गया कि वो भी इसी कमरे
मे है मेरे साथ,,,,,,,,,,,,,,,,जैसे ही मामा ने दीदी की चूत को मुँह मे भरके चूसना शुरू किया दीदी के मुँह से हल्की
हल्की सिसकियाँ निकलने लगी ऑर तभी मामा ने एक हाथ से दीदी को पकड़ा ऑर एक हाथ को अपने लंड पर ले गया ऑर लंड को हाथ मे लेके दीदी के फेस के करीब करने लगा दीदी का सर मामा के लंड के करीब ही था ऑर दीदी ने मामा का इशारा मिलते ही मुँह को खोल दिया ऑर लंड को मुँह मे ले लिया,,,,,,लंड मुँह मे लेते ही दीदी अपने सर को आगे पीछे करने लगी लेकिन उल्टी लटकी होने की वजह से दीदी को ऐसा करने मे मुश्किल हो रही थी इसलिए मामा ने दीदी को एक हाथ के पकड़े रखा ऑर एक हाथ को दीदी के सर पर रख कर दीदी के सर को अपने लंड पर दबा लिया ऑर दीदी की चूत को चूस्ते हुए खुद अपनी कमर को आगे पीछे करके लंड को दीदी के मुँह मे पेलने लगा,,,,दीदी भी काफ़ी तेज थी दीदी ने भी मुँह को पूरा खोल दिया ऑर मामा के लंड को पूरा का पूरा मुँह मे लेने लगी मामा भी थोड़ा ज़ोर से झटका मारने लगा ऑर लंड को दीदी के गले से नीचे तक उतारने लगा दीदी को भी कोई परेशानी नही हो रही थी 9 इंच के लंड को गले के अंदर तक लेने मे ,,वो काफ़ी बेहतरीन खिलाड़ी बन चुकी थी,,,,मामा भी ये बात जान चुका था इसलिए मामा ने स्पीड थोड़ी तेज करदी थी ऑर दीदी की चूत को भी कासके मुँह मे भरके चूसने लगा था,,,,,,
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07-11-2019, 06:56 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
माँ का ध्यान भी मामा ओर दीदी की तरफ गया तो माँ जल्दी से मेरा हाथ पकड़ कर बेड पर ले गई ओर जल्दी से जाके बेड पर लेट गई,,फिर मुझे अपने उपर आने काइशारा किया मैं समझ गया माँ क्या बोल रही थी ,,मैं माँ के उपर सर
को माँ की टाँगों की तरफ ऑर अपने लंड को माँ के सर की तरफ करके माँ के उपर लेट गया जिस से मेरा लंड माँ के
मुँह के पास ऑर मेरा सर माँ की चूत पर आ गया हम लोग 69 के पोज़ मे आ गये ,,,माँ ने कोई देर किए बिना मुँह
खोल कर मेरे लंड को मुँह मे भर लिया ऑर मैने भी कोई देर नही की माँ की चूत को अपने लिप्स मे भरने की,,माँ
ने मेरी कमर पर हाथ रखा ऑर मुझे खुद अपनी कमर हिलाने का इशारा कर दिया ऑर मैने भी माँ की चूत को
पूरा मुँह मे भरके चूस्ते हुए अपनी कमर को उपर नीचे करना शुरू कर दिया,,,,माँ ने जल्दी से अपनी टाँगो को
खोल दिया ऑर मेरे हाथ को पकड़ कर अपनी गान्ड पर रख दिया ,,,,मैने भी मुँह से थोड़ा थूक माँ की गान्ड वाले
होल पर उगल दिया ऑर अपने हाथों से माँ की गान्ड को खोल कर उंगली से थूक को माँ की गान्ड मे भर दिया ऑर
जल्दी से दोनो हाथों की एक एक उंगली को माँ की गान्ड मे घुसा दिया ऑर माँ की गान्ड को दोनो तरफ फैला दिया जिस
से गान्ड का होल थोड़ा ज़्यादा खुल गया ऑर मैने जल्दी से एक एक उंगली ऑर घुसा दी माँ की गान्ड मे ,,अब मेरे दोनो
हाथों की 2-2 उंगलियाँ माँ की गान्ड मे थी ऑर मैं 4 उंगलियों को माँ की गान्ड मे पेलने लगा माँ ने भी मस्ती
मे आकर मेरी पीठ पर हाथ मारा ऑर मुझे तेज़ी से कमर हिलाने को बोलने लगी,,,

मैं ऑर माँ जिस हिसाब से लेटे हुए थे मेरा ध्यान मामा ऑर दीदी की तरफ था ,,मैने देखा की दीदी ने अपनी टाँगों
को मामा के सर के दोनो तरफ से कस्के मामा के सर को अपनी टाँगों मे जाकड़ लिया था ओर अपने हाथों को मामा की
गान्ड पर टिका कर सहारा लेके खुद के सर को मामा के लंड पर तेज़ी से आगे पीछे करने लगी थी ,,मामा अपनी कमर को
इतनी तेज़ी से नही हिला रहा था जितनी तेज़ी से दीदी का सर मामा के लंड पर आगे पीछे हो रहा था,,,मामा भी समझ गयाकि दीदी बहुत मन्झि हुई खिलाड़ी बन चुकी है इसलिए मामा ने अपनी कमर को हिलाना बंद कर दिया ऑर दीदी को ही अपनेसर आगे पीछे करने दिया ,,,मामा ने अपने हाथ को भी दीदी के सर से उठा लिया ऑर दोनो हाथों से दीदी की गान्ड को कस्के पकड़ लिया ऑर दीदी की चुतड़ों को दोनो हाथों से पकड़ कर खोल दिया ,,वो शायद मुयायना कर रहा था कि दीदी की गान्ड खुली हुई है या नही कुछ देर वो दीदी की चूत को चूमता हुआ दीदी की गान्ड को देखता रहा फिर उसने अपने
एक हाथ की एक उंगली दीदी की गान्ड मे घुसा दी लेकिन उंगली नही घुसी ऑर दीदी को भी हल्का दर्द हुआ क्यूकी मामा ने उंगली पर थूक नही लगाया था ऑर खुश्क उंगली को गान्ड मे डालने लगा था जब मामा को अपनी ग़लती का एहसास हुआ तो उसने जल्दी से उंगली को पीछे किया ऑर अपने मुँह मे भर लिया ऑर जब उंगली थूक से चिकनी हो गई तो वापिस उंगली को दीदी की गान्ड मे घुसा दिया अबकी बार उंगली एक ही बार मे पूरी अंदर तक चली गई ऑर मामा ने उंगली को हल्के से अंदर बाहर करना शुरू कर दिया,,,,जब मामा को एहसास हुआ कि एक उंगली अब आराम से अंदर बाहर होने लगी तो मामा ने थोड़ा थूक लगा कर 2 उंगलियाँ दीदी की गान्ड मे घुसा दी ऑर दोनो उंगलियाँ भी आराम से अंदर चली गई ऑर मामा ने उंगलियों से दीदी की गान्ड को चोदना शुरू कर दिया,,,

इधर मैने भी अपनी कमर को तेज़ी से उपर नीचे करते हुए अपने लंड को माँ के गले से नीचे उतारना शुरू कर
दिया ऑर साथ ही मस्ती मे माँ की चूत को पूरा का पूरा मुँह मे भरके चूसने लगा ,,,,तभी कुछ देर बाद मैने
देखा कि मामा दीदी को ऐसे ही गोद मे उठा कर बेड के पास आ गया ऑर देखते ही देखते बेड पर दीदी को गोद मे
उठाकर इसी ही हालत मे लेट गया ,,,मामा पीठ के बल लेट गया था जिस से दीदी मामा के उपर आ गई थी,,,मामा माँ की
तरफ सर करके लेटा था जिस से दीदी का सर मेरी तरफ आ गया था ,,,,बेड पर लेटते टाइम भी मामा ने दीदी की चूत को मुँह से अलग नही किया ऑर ना ही उंगलियाँ बाहर निकालने दी दीदी की गान्ड से ओर ना ही दीदी ने मामा के लंड को मुँह से बाहर निकाला था,,,,,,,,,,


जब मामा बेड पर लेट गया तो एक पल के लिए दीदी ने लंड को मुँह से बाहर निकला ऑर फिर मेरी तरफ हसके
देखा मैं भी दीदी की तरफ हसके देख रहा था फिर हम दोनो वापिस अपने अपने काम मे लग गये दीदी ने मामा के
पूरे लंड को मुँह मे भर लिया और मैने भी माँ की चूत को पूरा का पूरा मुँह मे भर लिया ,,जिस तरह से मामा दीदी
की चूत को पागलो की तरह चाट ऑर चूस रहा था दीदी भी वैसे ही मामा के लंड पर भूखी शेरनी की तरह टूट पड़ी
थी वो मामा के लंड को पूरा का पूरा मुँह मे भरके चूस रही थी,,,,मामा की बॉल्स दीदी की चिन पर टकरा जाती थी जब
भी दीदी पूरा लंड मुँह मे लेती थी,,,हम लोग करीब ऐसे ही एक दूसरे से चिपके हुए एक दूसरे के प्राइवेट पार्ट को चूस
ऑर चूम रहे थे वो भी करीब 20 मिनट से ,,,,सब लोगो मे एक नई मस्ती भरी हुई थी नया महॉल बना हुआ था
जिस वजह से सबको बहुत मज़ा आ रहा था,,,,दीदी मामा के लंड पर फिदा हो गई जबकि मामा भी दीदी की चिकनी चमेली
ऑर मस्त गान्ड पर मर मिटा था ,,,,तभी मामा ने दीदी की गान्ड मे तेज़ी से उंगली करनी शुरू करदी ऑर दीदी की चूत को
चाटते हुए हल्की सिसकियाँ भरनी शुरू करदी,,,,मामा के मुँह से चुदाई करते टाइम या मस्ती करते टाइम तभी आवाज़
निकलती थी जब वो झड़ने वाला होता था इसलिए तो उसने दीदी की चूत को हल्के से काटना शुरू कर दिया जिस से दीदी को पता चल गया की मामा झड़ने वाला है दीदी ने भी अपने हाथ से अपने बूब्स को ज़ोर से मसलना शुरू कर दिया जिस से दीदी ने भी ये बता दिया कि उसका भी होने ही वाला है ऑर तभी मामा ने दीदी के मुँह मे पानी निकालना शुरू कर दिया जिसको दीदी ने पीना शुरू कर दिया साथ ही दीदी ने भी चूत से एक सैलाब बहाना शुरू कर दिया जो बहुत ज़्यादा लग रहा था


मुझे ऐसा लगा कि जैसे दीदी ने मस्ती मे पेशाब करना शुरू कर दिया है क्यूकी अगर चूत का पानी होता तो इतना नही
निकलता थोड़ा सा होता और मामा उसको सारा का सारा पी जाता लेकिन ये पानी बहुत ज़्यादा था हो ना हो दीदी ने मामा के मुँह पर पेशाब कर दिया था लेकिन मामा को इस से कोई परेशानी नही थी मामा उसके पेशाब को भी पीता जा रहा था जैसे दीदी मामा के लंड के पानी को एक भी बूँद जाया नही होने दे रही थी मामा भी पूरी कोशिश कर रहा था दीदी की
चूत से निकालने वाले पानी की एक एक बूँद पीने की लेकिन पानी बहुत ज़्यादा था जो मामा के मुँह से गिरके बेड पर गिर
रहा था,,,,,जब दोनो का पानी निकल गया तब भी दोनो ने एक दूसरे के प्राइवेट पार्ट को मुँह से अलग नही किया ऑर ऐसे
ही चूस्ते ऑर चाटते रहे ,,,,
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07-11-2019, 06:56 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
तभी मेरी पीठ पर हल्के से हाथ लगा ऑर माँ ने ये बता दिया कि बेटा अब मेरा भी होने वाला है तभी मैने भी माँ
की चूत को तेज़ी से चूस्ते हुए माँ की गान्ड मे उंगली की स्पीड भी तेज करदी ऑर साथ ही माँ के मुँह मे तेज़ी से अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा ,,मामा ऑर दीदी को देख कर वैसे ही मेरी मस्ती कुछ ज़्यादा हो गई थी इतनी ज़्यादा की लंड का पानी लंड की टोपी पर आके जमा हो गया था बस माँ के इशारे का इंतजार कर रहा था कुछ ही पल मे माँ की चूत के
साथ ही मेरे लंड ने भी पानी की पिचकारी मारना शुरू करदी ,,मैं माँ की चूत से निकालने वाले पानी को चाटने लगा
ऑर माँ मेरे लंड से निकलने वाले पानी को गले से नीचे गटकने लगी,,,जब दोनो का पानी निकल गया तो मैं माँ के उपर
से हटके साइड मे लेट गया,,,मेरे नीचे उतरते ही मैने देखा की शोभा भी मामा के उपर से उतर गई लेकिन तभी मामा
ने शोभा को हाथ से पकड़ा ऑर अपनी तरफ खींच लिया,,,ऑर फिर से दोनो की एक जबरदस्त किस शुरू हो गई,,,,

मामा ने दीदी को पकड़ा ओर अपनी तरफ खींच लिया ऑर फिर से दोनो की जबरदस्त किस शुरू हो गई ,,मामा तो दीदी को
खा जाना चाहता था उसका किस करने का अंदाज़ भी बिल्कुल वैसा ही था दीदी को भी इस बात का पता था इसलिए मस्ती मे जल्दी ही दीदी का हाथ उनकी चूत पर चला गया,,,,दीदी की चूत अभी पानी बहा कर हटी थी लेकिन मामा के किस करने के अंदाज़ से दीदी को फिर से एक दम मे मस्ती चोदने लगी ऑर चूत फिर से गीली होने लगी,,,

बड़ा मीठा पानी था तेरी चूत का शोभा बेटी मज़ा आ गया ऐसा मीठा पानी पीके,,,,मामा ने दीदी के लिप्स से अपने लिप्स
हटा कर बोला,,,,,,,,,

आपके लंड का पानी भी बड़ा मीठा था मामा एक बार पीके दिल नही भरा एक बार ऑर पीने को दिल करता है,,,शोभा ने
भी उसी अंदाज़ से मामा की बता का जवाब दिया,,,,,

तभी मामा ने वॉल क्लॉक की तरफ इशारा किया ऑर शोभा को बोलने लगा,,,,,अगर सोनिया एक आने के टाइम नही हुआ होता तो इतना पानी पिलाता तेरे को अपने लंड का की तो सोच भी नही सकती,,,,,,,

तो पिला दो जितना पानी पिलाना है मामा अभी बहुत टाइम है सोनिया के आने मे वो कविता के घर गई है ,,,,शोभा ने इतना बोला ऑर मामा को किस करदी

तभी मामा ने शोभा को कस्के बाहों मे भर लिया ऑर अपने जिस्म के उपर लेटा लिया शोभा की मामा की हेल्प करने के
लिए मामा के उपर लेट गई,,,,

मैं ऑर माँ समझ गयी कि आज ये दोनो को पूरी मस्ती चढ़ि हुई है ,एक तो मामा को जवान लड़की मिली थी उपर से शोभा को एक अछा खिलाड़ी जिसको काफ़ी एक्सपीरियंस था ऑर साथ ही जिसका मूसल भी काफ़ी बड़ा था,,,दोनो मस्ती मे पागल हो गये थे

शोभा मामा के उपर लेट गई ऑर मामा ने शोभा को किस करते हुए उसकी नंगी पीठ पर अपने हाथ घुमाना शुरू
कर दिए शोभा ने भी मामा के सर को अपने हाथों से पकड़ा ऑर मामा के बालों मे अपनी उंगलिया चलाने लगी,,,


इधर माँ ने फिर लेते हुए मेरे लंड को हाथ मे ले लिया जो मामा ओर दीदी की वजह से फिर से ओकाट मे आने लगा था ऑर माँ के हाथ लगते ही ज़ोर से सर उठाने लगा था माँ ने मेरे को किस करना शुरू कर दिया ऑर मैने भी माँ के बड़े
बड़े बूब्स को हाथों मे लेके मसल्ते हुए माँ को किस करना शुरू कर दिया इधर मैं ऑर माँ मस्ती मे खोने
लगी उधर दीदी ऑर मामा तो पागल हो गये थे मस्ती मे,,,,

माँ का हाल भी मामा ऑर दीदी को देख कर कुछ ज़्यादा ही उतावला हो गया था एक मिनट किस करने के बाद ही जल्दी से माँ ने मेरे लंड को मुँह मे डाल लिया ऑर चूसने लगी लेकिन जैसे किस भी एक मिनट ही की थी वैसे ही लंड को भी एक मिनट से
भी कम वक़्त मे चूस कर मुँह से निकाल दिया था माँ ने ,,बस उतनी देर ही लंड मुँह मे लिया जितनी देर मे लंड थूक से
चिकना हो जाता फिर जल्दी से मेरे सामने झुक कर कुतिया बन गई ऑर मुझे अपनी गान्ड की तरफ इशारा करने लगी मैने
भी जल्दी से उठा कर माँ के पीछे बैठ कर अपने लंड को माँ की गान्ड मे घुसा दिया ,,लंड काफ़ी चिकना हो गया था जो
एक ही बार एम पूरा जड़ तक घुस गया था ,लंड अंदर जाते ही मैने तेज़ी से झटके मारने शुरू कर दिया तभी मैने देखा
कि माँ ने बेड पर पड़ा हुआ नकली लंड उठा लिया ऑर अपने मुँह मे लेके चूसने लगी ,,,मैं समझ गया कि माँ की हालत
खराब हो गई है वो कुछ ज़्यादा ही मस्त हो गई है ,,,,माँ ने उस नकली लंड को भी मेरे लंड की तरह उतनी देर तक मुँह मे रखा जितनी देर उसको थूक से चिकना होने मे लगती फिर अपने सर को बेड से लगा कर अपन गान्ड को थोड़ा ऑर उपर उठा लिया ऑर अपने हाथ को अपनी चूत पर ले गई जिसमे नकली लंड पकड़ा हुआ था ऑर देखते ही देखते नकली लंड को चूत मे घुसा लिया ओर तेज़ी से हाथ को आगे पीछे करने लगी ,,,,माँ की गान्ड मे मेरा लंड था ऑर मेरी स्पीड बहुत तेज थी लेकिन माँ के हाथ की स्पीड मेरे से भी कहीं ज़्यादा तेज थी वो पूरी स्पीड मे नकली लंड को चूत मे लेके आगे पीछे कर रही थी,,,,मैं भी मस्ती मे माँ की गान्ड पर पकड़ बना कर तेज़ी से माँ की गान्ड मारने लगा ओर मस्ती को कुछ ज़्यादा बढ़ाने के लिए मामा ऑर दीदी की तरफ देखने लगा,,,,
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07-11-2019, 06:56 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
दीदी मामा के उपर लेटी हुई थी दोनो क़िस्स्स करते हुए पागलो की तरह एक दूसरे के जिस्म से खेल रहे थे सहला रहे थे,,,फिर मामा की हालत कुछ ज़्यादा ही खराब होने लगी तो उसने जल्दी से दीदी की टाँगों को खोला ऑर दीदी के कुछ समझने से पहले ही लंड दीदी की चूत मे डाल दिया,,,,,,,,,,,,दीदी के मुँह से आहह निकल गई,,,,,,,थोड़ा अर्रामम्म ससी क्काररूव नाअ म्मामा ईत्त्न्नी बभिि क्क्य्या ज्जालल्ल्लडदिईई हहाईईईईईई ,,,,,,,मामा चुप रहा ऑर दीदी की पीठ पर से हाथ उठा कर दीदी की गान्ड पर ले गया ऑर गान्ड से दीदी को पकड़ कर तेज़ी से अपने जिस्म पर उपर नीचे करने लगा,,,,

,आराम्म्म्म ससी क्कारूऊ न्नाअ ईट्त्न्नी क्क्य्या ज्जाल्ल्लडदिईइ हहाइईइ बभहुत्त् त्तीईम्मी हहाइईइ आप्प्पंनी पपाससस्स ,,,इतना बोलते हुए दीदी ने मेरी ऑर माँ की तरफ देखा तो मैने ऑर माँ ने भी हसके उसकी तरफ़ देखा दीदी मेरी ऑर माँ की मुस्कान से समझ गई कि मामा कुछ ज़्यादा ही जोश मे है वो अब नही रुकने वाला तो दीदी ने भी अपना जवाब देते हुए अपनी टाँगों को घुटनो से मोड़ लिया ऑर अपनी गान्ड को मामा के जिस्म से थोड़ा उपर उठा लिया लेकिन लंड को चूत से बाहर नही निकलने दिया,,मैं समझ गया कि दीदी भी अपनी खेल मे अपने जोहर दिखाने के लिए तैयार हो गई है ऑर एसा ही हुआ,,,

घुटनो को मोड़ कर दीदी ने अपनी गान्ड को उपर उठा लिया ऑर मामा के शोल्डर को पकड़ कर तेज़ी से अपनी गान्ड को उपर नीचे करने लगी मामा की इतनी स्पीड नही थी दीदी को चोदने की जितनी स्पीड से दीदी खुद को चुदवा रही थी,,,,मामा ने हसके दीदी की तरफ देखा ऑर आराम से लेट गये ऑर खुद झटके मारने बंद कर दिए लेकिन दीदी नही रुकी ऑर मामा के लंड पर उपर नीचे उछलने लगी,,

आआआआब्ब्ब्बबब ब्बूऊल्लूऊऊ म्मामममामा क्काईससा ल्ल्लाग्ग र्राहहा हहाईईईई आब्ब्ब म्‍मैईन्न बभहिईिइ
त्त्यय्य्ाआरर हहूऊ ईन्न्ट्त क्का ज्जाववब्ब पपातथहाररर ससी डेन्णनी सीसी ल्लीइयईी इतना बोलकर दीदी मामा के लिप्स
पर टूट पड़ी ऐसा लग रहा था कि मामा दीदी को नही दीदी मामा को चोद रही है ,,,,आज्ज्जज्ज्ज्ज तटूऊ यईी बभ्ंनजििीइ
आप्प्पंनी म्मामममाम क्की प्पूउर्री ल्लुउन्न्ड्ड़ क्कू नीग्घाल्ल ज्जायएग्गिइइ ऊओरर ईट्त्न्ना मामज़्जज़ा द्ड़ेगीइ आपपंनी
म्मामममाम क्कूव क्कीी म्मामममाम स्सूवकच बहिि न्नाहहिि स्साककत्ता ,ब्बूओल्लूऊ म्मामममाम म्मामज़्जजाअ
एयेए र्राहहा हहाइईइ हहयइीई उुउऊहह म्‍म्म्ममामाआआआ ब्बूल्लूऊ म्मामममाम म्मांज़्जा आ र्राहहा
हहाइईइ ब्भ्ह्ह्हान्न्न्ज्ज्जीइ ककूऊ कच्छूओद्द क्काररर आहह हहययययययय दीदी आअहह आहह करते
हुए मेरी तरफ देखने लगी तो मैने दीदी को नज़रो ही नज़रो मे इशारा कर दिया कि मामा कुछ नाहही बोलेगा लेकिन दीदी फिर भी चुप नही हुई ओर मस्ती मे आहह उऊहह करती रही,,,,,,,,

इधर माँ की सिसकियाँ भी शुरू हो गई थी रूम मे ,,,,,,दोनो माँ बेटी के मस्ती भरे शोर मे रूम का महॉल मस्त कर
दिया था साथ ही गान्ड ऑर चूत मे झटके मारते लंड की पच पच्छ की आवाज़ से मज़ा दुगना हो गया था,,मैं तो दीदी ऑर
मामा की तरफ देखता हुआ मस्ती मे पूरी स्पीड से माँ की गान्ड मांर रहा था ,,,,,मेरे सामने लाइव पॉर्न मूवी चल रही
थी जिस से मस्ती कुछ ज़्यादा ही बढ़ने लगी थी माँ का भी यही हाल था वो नकली लंड को तेज़ी से अपने हाथ मे पकड़ कर अपनी चूत मे घुसा रही थी ऑर सिसकियाँ ले रही थी,,,,,,,,,,,,,,,,,,,आहह ब्बीत्त्ताअ ऊरर त्तीज्ज्जीइ ससीए
गगाणन्ंदड़ म्मांररर आप्प्पनन्ी माँ क्कीईइ आज्ज टूऊ आप्प्पनन्ी र्रांन्ँद्दद्दीई ब्बांना ल्ली म्मूउुज्झहहीए जज़ार्रा
बभिि त्ताररासस्स न्नाहहिईिइ क्काररणाआ आहह उूुुुुुउऊहह
हहयययययययययययययययययययईईईईईईईई ओर तेजज़्ज़्ज क्काररर ब्बेतत्टाअ ऊओरर त्टीज्जज्ज्ज्ज कच्छूऊद्दद
आप्प्पननन्िईिइ म्माम कककू गगाणन्ंदड़ कककूऊऊ आहह मैं भी पूरी स्पीड से माँ की चुदाई करने
मे लगा हुआ था लेकिन माँ ऑर भी तेज करने को बोल रही थी,,,,,,

उधर दीदी पिछले 10 मिनट से मामा के लंड पर बैठ कर उपर नीचे उछल रही थी इधर मैं माँ की गान्ड की चुदाई
कर रहा था तभी दीदी मामा के उपर से उतर गई ऑर लंड को मुँह मे लेके चूसने लगी फिर जल्दी ही वापिस मामा के उपर
चढ़ गई लेकिन मामा ने उसको उपर आने से मना कर दिया ऑर खुद बेड से उठ गया ओर दीदी को बेड पर माँ की तरह झुकने का इशारा किया और दीदी भी जल्दी से बेड पर झुक कर कुतिया बन गई मामा ने अपने लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर दीदी के पीछे जाके लंड को दीदी की चूत पर रखा लेकिन तभी दीदी ने मामा के हाथ को पकड़ कर लंड को गान्ड पर रखने को बोला तो मामा ने खुशी खुशी लंड को गान्ड पर रखा ऑर दीदी की कमर को मजबूती से हाथों मे पकड़ा ऑर एक ही बार मे लंड को दीदी की गान्ड मे घुसा दिया लंड दीदी के थूक ऑर चूत क पानी की वजह से काफ़ी चिकना हो गया था जो एक ही बार मे पूरा अंदर घुस्स गया था ,,,,दीदी के मुँह से हल्की मस्ती ऑर दर्द भरी मिली जुली अहह निकल गई,,,,,मामा ने
लंड अंदर घुसते ही तेज़ी से दीदी की गान्ड मारनी शुरू करदी,,,,,,,,,आआआआअहह आराम्म्म्मम सीए क्क्ययउउूउ
न्नहहिि कल्कर्रतती मामा म्मामिन्न क्कून्न्स्सा क्काहहिन्न बब्बगगगीइ जेया राहहिी हूऊंणन्न् त्हूड्दाअ
प्पययाररर सससी क्कार्रूऊ न्नाआअ आहह हहययईए ईत्त्ना ब्बाद्दा म्मूस्साल्ल्ल ईककक हहिईीईईई
बबाररर म्मी प्पूउर्रा ग्घुउऊस्सा दीईयया ज्ज्जानं नीककाल्ल दडिईइ म्मीरीईईई आहह हहययययईईई
उउउहह दीईद की दर्द ओर मस्ती भरी सिसकियों का कोई असर नही हुआ मामा पर वो तो अपनी पूरी रफ़्तार
से दीदी की गान्ड चुदाई करने मे लगा रहा,,,,,


मैं भी पूरी स्पीड से माँ की गान्ड मांर रहा था ऑर मामा भी पूरी तेज़ी से दीदी की गान्ड मारने मे लगा हुआ था ,दोनो
माँ बेटी मस्ती मे सिसकियाँ लेने लगी थी जिस से एक मस्ती भरा महॉल बना हुआ था रूम मे,,,मेरा लंड पूरा अंदर
तक ऑर तेज़ी से जा रहा था माँ की गान्ड मे ऑर माँ खुद तेज़ी से नकली लंड को अपनी चूत मे घुसा रही थी,,आहह
म्मीररीए ब्बेटया ऊओरर त्तेज्ज छ्छूड्डू आपपननीी म्मामा ककूऊ आहह माँ पूरी मस्ती मे सिसकिया ले रही
थी लेकिन उधर शोभा सिसकियों के साथ हल्के दर्द से चिल्ला भी रही थी ,मामा को काफ़ी टाइम बाद किसी जवान लड़की की गान्ड मारने का मोका मिला था इसलिए वो कुछ ज़्यादा ही मस्ती मे था ऑर इसी मस्ती मे वो पूरी तेज़ी से ऑर बेरेहमी से दीदी की गान्ड मांर रहा था दीदी दर्द से चिल्ला रही थी लेकिन मामा को रोक नही रही थी क्यूकी दीदी को भी बहुत मज़ा आ रहा था ,,,गान्ड मे होने वेल दर्द मीठे दर्द से ,,,,उसी तरह मामा को भी कोई परवाह नही थी दीदी की वो बस मस्ती मे तेज़ी से लंड को गान्ड की जड़ तक घुसा रहा था ,,,तभी मामा चुदाई करता हुआ अपने पैरो पर खड़ा हो गये ऑर दीदी के उपर झुक कर दीदी की पीठ पर किस करने लगा ऑर साथ ही अपने हाथों को दीदी के बूब्स पर ले गया ,,,दीदी मस्ती मे सिसकियाँ ले रही थी


तभी एक दम से दीदी हल्का सा चिल्लाने लगी थोड़ी देर मे दीदी ज़ोर से चिल्लाई मैने ऑर माँ ने उन दोनो की तरफ देखा तो मामा दीदी के बूब्स को पूरे ज़ोर से दबा रहा था वो कोई दया नही कर रहा था दीदी पर ऑर साथ ही दीदी की पीठ पर किस करते हुए हल्के हल्के दाँतों से काट भी रहा था जिस से दीदी को ज़्यादा मस्ती चढ़ने लगी थी लेकिन मामा कुछ ज़्यादा ही मस्ती मे था इसलिए वो बीच बीच मे थोड़ा ज़ोर से काटने लगा था दीदी को जिस से दीदी चिल्लाने लग जाती थी ,,मैने दीदी की पीठ पर देखा तो जगह जगह मामा के दाँतों के निशान पड़ने लगे थे ,,,एक तो दीदी दूध की तरह गोरी थी
जहाँ जहाँ मामा ने ज़ोर से काटा था वहाँ की स्किन लाल हो जाती थी,,,,मामा ज़ोर से काट रहा था फिर भी दीदी मामा को मना नही कर रही थी बस ज़ोर से चिल्ला रही थी,,मैं समझ गया कि दीदी को सच मे दर्द हो रही है अब शायद वो मामा को रोक देगी ऐसा करने से लेकिन मैं हैरान रह गया क्यूकी दीदी मामा को ओर ज़ोर से काटने को बोलने लगी थी,,,,दीदी के ऐसा बोलने से माँ दीदी की तरफ देख कर हँसने लगी ,,,,,र जूओर ससीए कातत्तूओ म्माममम्माम क्क्हा ज्जाऊ अपपननीी ब्भ्हान्न्ज्जी क्कूव क्कूवई त्ताररास्स म्मांत क्काररन्ना अहह जज़ूर ससी ककातटूऊ ऊरर ज्जूओर्र ससी म्मांसल्ल्लूऊ
म्मीररी ब्ब्ब्ूऊओब्ब्बसस कककूऊ कचात्त्तिीई सस्स्सीए उउक्खहाद्दद्ड द्दूव इन्नककूऊऊ अहह हयइईए

उधर दीदी मस्ती मे चिल्ला चिल्ला कर मामा को अपनी पीठ पर ज़ोर से काटने को बोल रही थी इधर माँ ने भी मुझे मामा
ऑर दीदी की तरफ मस्ती करने को बोलते हुए अपनी पीठ पर किस करने को बोला ,,,,
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07-11-2019, 06:56 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
मैने भी अपने पैरो को बेड पर टिकाया ऑर खड़ा होके माँ की गान्ड पर झुक कर लंड को गान्ड मे डाल दिया फिर अपने
हाथ माँ के बूब्स पर ले गया जिस से मेरा सर माँ की पीठ पर आ गया ऑर मैं भी मामा की तरह माँ की पीठ पर किस
करने लगा थोड़ी देर तो माँ की गान्ड मारता हुआ माँ के बूब्स मसतला रहा ऑर माँ की पीठ पर किस करता रहा लेकिन
दीदी की सिसकियाँ सुन कर मेरा भी दिल किया माँ की पीठ पर काटने को तो मैने भी अपने मुँह को खोला ऑर माँ की पीठ का थोड़ा माँस मुँह मे भरके हल्के दाँतों से काट दिया लेकिन इतने मे ही माँ की अह्ह्ह्ह निकली तो मैने दाँतों को थोड़ा
ज़ोर से दबा दिया ऑर तभी माँ की एक लंबी अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह निकल गई मैं समझ गया कि दीदी की तरह माँ को भी पीठ पर हल्के से कटवाना अच्छा लग रहा था इसलिए मैं हल्के हल्के ऑर बीच बीच मे थोड़ा ज़ोर से माँ की पीठ
पर काटने लगा,,,,माँ की सिसकियाँ कुछ ज़्यादा ही तेज हो गई शायद पीठ पर काटने की वजह से वो ज़्यादा मस्त हो गई थी
यही सोच कर मैं ज़ोर ज़ोर से माँ की पीठ पर काटने लगा तभी माँ ज़ोर से चिल्लाने लगी ऑर मैने महसूस किया कि मेरी बॉल्स पर पानी लगने लगा था वो कुछ ज़्यादा ही गीली हो गई थी ,,,शायद माँ ने पानी निकाल दिया था मैने महसूस किया की माँ के हाथ जो उनकी चूत मे नकली लंड घुसा रहा था वो रुक गया है ऑर इस से पहले मैं कुछ करता या समझता माँ बेड 'पर आगे की तरफ हो गई जिस से मेरा लंड माँ की गान्ड से निकल गया ऑर माँ ने मेरे हाथ भी हटा दिए अपने बूब्स से ऑर बेड पर लेट गई,,माँ का काम पूरा हो गया था लेकिन मेरा नही हुआ था इसलिए मैने अपने लंड को फिर से माँ की गान्ड मे डालने की कोशिश की लेकिन माँ ने मुझे मना कर दिया इस से पहले मैं फिर कोशिश करता मेरे हाथ को अपने हाथ मे पकड़ कर दीदी ने मुझे अपने पास खींच लिया ऑर मैं भी जल्दी से दीदी की तरफ चला गया ,

दीदी ने मुझे अपने सर के पास आने को बोला ऑर मैने भी वैसा ही किया ऑर एक ही पल बाद मेरा लंड दीदी के मुँह मे चला गया दीदी प्यार से मेरे लंड को चूसने लगी लेकिन मैं प्यार के मूड मे नही था मैं तो तेज़ी से चुदाई करने के मूड मे
था इसलिए मैने दीदी के सर को पकड़ा ऑर अपने लंड को दीदी मे मुँह मे तेज़ी से पेलने लगा दीदी भी समझ गयी कि मैं जल्दी जल्दी करने के मूड मे हूँ तो दीदी ने मेरे लंड को मुँह से निकाला ऑर मामा की तरफ मूड कर देखा तो मामा ने पीछे हटके अपने लंड को दीदी की गान्ड से निकाल दिया ऑर तभी दीदी भी उठ गई ऑर मुझे पकड़ कर बेड पर लेटा दिया ऑर जल्दी से मेरे उपर आ गई ,,दीदी ने अपनी टाँगों को खोला ओर मेरे उपर आके अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर रख दिया मैने भी जल्दी से अपनी कमर को उपर उछाल कर लंड को दीदी की चूत मे घुसा दिया पीछे से मामा ने भी अपने लंड को वापिस दीदी की गान्ड मे घुसा दिया दीदी के मुँहे से फिर से अह्ह्ह निकल गई लेकिन मैने जल्दी से दीदी के सर को अपने करीब खींच लिया ऑर दीदी के लिप्स पर किस करने लगा,,दीदी ने मेरे हाथ को पकड़ा ऑर खुद किस करते हुए मेरे हाथों को पकड़ कर अपने बूब्स की तरफ मोड़ दिया मैने भी दीदी की बात समझ कर अपने हाथों को दीदी के सर से उठा लिया ऑर दीदी के बूब्स पर ले गया ,,,,मैं दीदी को किस करते हुए अपने हाथों से दीदी के बूब्स को मसलता हुआ अपनी कमर को उछाल उछाल कर दीदी की चूत मारने लगा ,,,मामा भी पीछे से दीदी की गान्ड को पूरी तेज़ी से चोद रहा था

दीदी मुझे किस कर रही थी लेकिन 2 मूसल से चुदाई करते टाइम अपनी सिसकियों पर क़ाबू नही कर पा रही थी इसलिए किस करते हुए भी दबी दबी सिसकियाँ निकल रही थी दीदी के मुँह से मैं ऑर मामा इसी पोज़ मे 8-10 मिनट दीदी की चुदाई करते रहे फिर मामा की सिसकियाँ निकालने लगी ,,मैं समझ गया कि मामा का काम होने वाला है इसलिए मैने अपनी स्पीड को तेज कर दिया तभी दीदी ने भी अपने एक हाथ को मेरे हाथ पर रखा ऑर तेज़ी से अपने बूब्स मसलवाने लगी शायद दीदी का भी होने वाला था ,शायद हम लोग एक साथ झड़ने वाले थे ओर ऐसा ही हुआ मामा की सिसकियाँ तेज होने लगी मेरी स्पीड भी तेज होने लगी ऑर शोभा भी अपने एक हाथ से बारी बारी अपने बूब्स को तेज़ी से मेरे हाथ मे पकड़ कर मसलवाने लगी,,,करीब 2 मिनट बाद हम तीनो की आवाज़ तेज़ी से गूंजने लगी रूम मे ऑर हम तीनो का पानी निकल गया,,,मेरा पानी दीदी की चूत मे निकल गया जबकि मामा का पानी दीदी की गान्ड मे निकला ऑर दीदी की चूत का पानी मेरे लंड की साइड से होता हुआ मेरे बॉल्स पर गिरने लगा फिर बेड शीट पर ,,मामा का पानी निकल गया तो वो अपने लंड दीदी की गान्ड से निकाल कर बेड पर गिर गया तभी माँ उठी ऑर मामा के करीब चली गई ऑर मामा के लंड को मुँह मे भरके अच्छी तरह चाट कर सॉफ करने लगी दीदी भी मेरे उपर से उतर गई ऑर मेरे लंड को मुँह मे भरके सॉफ कर दिया फिर बेड पर गिर गई ऑर तेज़ी से हाँफने लगी


मैं भी तेज़ी से साँस ले रहा था ऑर मामा भी ,,,,मामा का लंड सॉफ करने के तुर्रंत बाद ही माँ दीदी की चूत की तरफ
बढ़ गई ओर दीदी की चूत को चाटने लगी जिस पर दीदी की चूत का पानी ऑर साथ ही मेरे लंड का स्पर्म लगा हुआ था ,,माँ ने मामा के लंड की तरफ दीदी की चूत को ऑर गान्ड को अच्छी तरह से सॉफ कर दिया ,,,चूत से मेरे स्पर्म को ऑर दीदी की गान्ड से मामा के स्पर्म को अच्छी तरफ ज़ुबान से चाट गई ऑर बेड पर हम लोगो के बीच ही लेट गई,,,सबसे पहले मामा फिर दीदी फिर माँ ऑर लास्ट मे मैं लेटा हुआ था ,,,,सब लोग थक गये थे ऑर तेज़ी से साँसे ले रहे थे


तो कैसा लगा शोभा बेटी मामा से चुदाई करवा कर,,,,माँ ने दीदी से पूछा,,,

बहुत मज़ा आया माँ लेकिन मेरी जान निकाल दी मामा ने ,,इतना बेरहमी से चोदा कि मज़ा आ गया ,,,दीदी बोलते हुए हँसने
लगी,,,,

माँ--हाँ बेटी तेरा मामा ऐसे ही चोदता है ज़रा भी परवाह नही करता सामने वाले को कितना दर्द हो रहा है बस अपनी मस्ती
करता रहता है ,,लेकिन जितना दर्द देता है उतना ही मज़ा भी देता है ,,,,ऑर वैसे भी जब तक गान्ड मे दर्द नही होता तब
तक औरत को गान्ड चुदाई का मज़ा नही आता,,,,,

दीदी--हाँ माँ सही कहा उसी दर्द मे तो असली मज़ा होता है,,,

दीदी ऑर माँ दोनो हँसने लगी,,,,,,,,

अच्छा बेटी बता ज़रा कितना मज़ा आया तुझे मेरे से चुदाई करके,,,,मामा ने पूछा दीदी से,,,,

बहुत मज़ा आया मामा ,,इतना बोल कर दीदी मामा से लिपट गई ,,,,

कितना मज़ा अशोक जितना मज़ा या उस से भी ज़्यादा ,,,,,,,,,,

डॅड का लंड बहुत छोटा है उस से इतना मज़ा नही आया मामा जितना आपके लंड से आया है,,सॉरी लंड नही ये तो मूसल
है वो भी गधे का मूसल,,,,

ऐसी बात नही है बेटी तेरे पापा का लंड भले ही छोटा है लेकिन मज़ा बहुत देता है ऑर वैसे भी छोटे लंड की कमी पूरी
करने क लिए उनकी टाइमिंग काफ़ी है,जहाँ बड़े लंड से तेरा मामा 20-30 मिनट चुदाई करता है वहीं तेरा बाप छोटे लंड
से कम से कम 40-50 मिनट लगा लेता है,,,,,,,,,,

हाँ ये बात तो ठीक कही माँ आपने लेकिन छोटे लंड से चूत मे मज़ा आता है लेकिन गान्ड मे मज़ा लेने के लिए लंड जितना मोटा ओर लंबा हो उतना अच्छा है,,,,,

माँ ऑर दीदी फिर हँसने लगी,,,,,,,,,,,

तो क्या बोलती हो बेटी एक बार फिर हो जाए ,,,,मामा ने इतना पूछा था कि दीदी फिर से मामा के उपर चढ़ गई लेकिन माँ को खाना पकाना था इसलिए वो उठके बाथरूम मे चली गई,,,,

तुम लोग करो मस्ती मैं तो फ्रेश होके चली किचन मे ,,,तब तक तुम मामा भांजा मिलकर शोभा को खुश करो,,,

माँ उठी ओर बाथरूम चली गई जबकि मैं खिसक कर मामा ऑर दीदी के पास हो गया,,,,

फिर सोनिया के आने से पहले मैने ऑर मामा ने दीदी की खूब चुदाई की जब माँ खाना पका कर आ गई तो खाना खाने के
बाद मैने ऑर मामा ने माँ को भी पूरी तरह से खुश कर दिया,,,

शाम को सोनिया आ गई ओर उसके बाद कुछ नही हुआ ,,,माँ तो संतुष्ट हो गई थी लेकिन शोभा नही हुई थी,,,,

मैं सोफे पर बैठा हुआ था तभी शोभा दीदी मेरे पास आई,,,,,,,

सन्नी तू फ्री है क्या,,,,,,,,,,,दीदी ने आते ही पूछा,,,,

जी दीदी मैं बिल्कुल फ्री हूँ कोई काम था क्या,,,,,,

हाँ सन्नी ज़रा मेरे साथ चलो मुझे शिखा के घर जाना है,,,,दीदी ने मुझे आँख मारते हुए बोला,,,,

माँ तो किचन मे थी ऑर रात के खाने की तैयारी कर रही थी लेकिन मामा सोफे पर मेरे पास ही बैठा हुआ था,,,,,लेकिन उसका ध्यान भी नही पड़ा शोभा दीदी की तरफ जब शोभा दीदी ने मुझे आँख मारी तो,,,,,

मैने सोचा कि साली कितनी बड़ी चुड़क्कड़ है अभी कितनी जबरदस्त चुदाई की थी थोड़ी देर पहले मैने ऑर मामा ने लेकिन इस साली को तो अभी भी मस्ती चढ़ि हुई है,,,,

मैने दीदी को अपने करीब आने को कहा ऑर दीदी मेरे पास आ गई मैने दीदी एक कान मे कहा,,,,,,,,,अरे दीदी ज़्यादा खुजली हो रही है क्या आज बोलो तो मामा को भेज दूं आपके साथ,,,,,

दीदी ने गुस्से मे मुझे देखा ऑर बोला,,,,,,,,,,,,,मुझे शिखा के घर जाना है ,,,वो बोल रही थी कि सारा दिन घर मे बोर
हो जाती है तो मैने उसको बोला कि बुटीक पर आ जाया करो वैसे भी उसको स्टिचिंग आती है वो बुटीक पर आ जाया करेगी तो मेरी भी हेल्प हो जाएगी ,,,ऑर वैसे भी अब मैं ओर बुआ ही है वहाँ पर,,,,,,,,

क्यू दीदी मनीषा ऑर पूजा भी तो है,,,,,,,,,,,

नही सन्नी अब वो अपने गाओं चली गई है वापिस नही आएगी,,,,पूजा के घर वाले उसकी शादी करने वाले है ऑर मनीषा
को अकेले नही भेजना चाहते वो शहर मे,,,,,हमे नये लोगो की ज़रूरत है तो क्यूँ ना शिखा को बुला ले बुटीक पर,,वो
कुछ कमा भी लेगी ऑर टाइम भी पास हो जाएगा उसका,,,,,

ये बात तो ठीक है दीदी लेकिन अब मुझे क्यू लेके जा रही शिखा के घर अकेली चली जाओ,,,,

अरे बुद्धू उसके घर से एक स्टिचिंग मशीन भी लेके आनी है जो उसकी हाँ वो बोलती है वो उससी मशीन पर काम करेगी
आक्टिव पर मुश्किल हो जानी है हम लोगो को कार मे जाना होगा ,,,मुझे कार ड्राइव करने मे डर लगता है इसी लिए तेरे को लेके जा रही हूँ,,,,,ऑर वैसे भी तो कोनसा यहाँ कुछ कर रहा है ,,अब चुप चाप चल मेरे साथ,,,,,

मैं उठा ओर दीदी के साथ चल पड़ा,,,,,मामा मुझे ऑर दीदी को वहाँ से जाते देखने लगा,,,

हम लोग कार मे बैठे ओर चल पड़े वहाँ से,,,,,

अरे दीदी तुम मामा को लेके आ जाती मुझे क्यू लेके आई,,,,,,,,,,

अरे बुद्धू तुझे क्या पता आज मामा ने कितनी मस्त चुदाई की है मेरी ,,,,गान्ड मे हल्का हल्का दर्द हो रहा है लेकिन
फिर भी चुदाई करने को दिल कर रहा है घर पर सोनिया थी तो कुछ भी करना थोड़ा मुश्किल था तो सोचा करण के घर
चलते है अगर उनकी माँ नही हुई तो हम लोग मस्ती कर सकते है अब मामा को लेके आती तो मस्ती कैसे करती शिखा ऑर करण के साथ,,,,

फिर हम लोग इधर उधर की बातें करते हुए करण के घर पहुँच गये,,,,,
Reply
07-11-2019, 06:57 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
करण ने गेट खोला ऑर हम अंदर चले गये ,,दीदी तो गेट के अंदर आते ही करण से लिपट गई ऑर किस करने लगी,,,,तभी
अंदर से करण की माँ की आवाज़ आई ऑर दीदी एक दम से करण से अलग हो गई ऑर थोड़ी निराश भी हो गई,,,,उसने सोचा था को करण की माँ घर पर नही होगी तो मस्ती कर लेंगे लेकिन वो तो घर पर थी,,,,इसलिए दीदी निराश हो गई,,,


हम लोग घर के अंदर चले गये ,,,शिखा भी अपने रूम से बाहर आ गई ऑर करण की माँ भी किचन से बाहर आ गई,,,

मैं तो करण की माँ को देखता ही रह गया साली एक दम मस्त माल थी,,,,पंजाबी औरत भरे हुए बदन की मालकिन साला
जो भी देखे उसको एक बार तो ज़रूर चोदने की तमन्ना करेगा,,,वही तमन्ना मैं कर रहा था,,,,,

मैने ऑर दीदी ने आंटी को ही बोला ,,,

शिखा ने पास आके दीदी की हॅग किया ऑर फिर हम सब सोफे पर बैठ गये,,,,,,

आज कैसे आना हुआ शोभा बेटी ,,तुम तो बहुत बिज़ी हो गई कभी आती ही नही,,,,

वो क्या है ना आंटी पहले कॉलेज ऑर उसके बाद बुटीक पर जाना होता है,,,टाइम ही नही मिलता कहीं आने जाने का,,,आज तो शिखा की वजह से आई हूँ,,,,,,,,,,

शिखा की वजह से,,,,वो क्यूँ बेटी ,,,,,,,,,,,क्या तुम शिखा से मिलने आई हो अपनी आंटी से नही,,,,,,,,

अरे नही आंटी ऐसी बात नही है वो शिखा बोल रही थी घर मे टाइम पास नही होता तो मैने सोचा कि क्यूँ ना इसको अपने
साथ बुटीक पे ले जाया करूँ वैसे भी ये स्टिचिंग अच्छी कर लेती है ,,मेरे साथ बुटीक पर रहेगी तो टाइम भी पास
हो जाया करेगा ऑर दिल भी बहाल जाया करेगा,,,,दीदी ने इतनी बात बोलके शिखा की तरफ हंस कर देखा,,,,,मैं समझ गया कि दोनो साथ रेखा चाहती है ,,,जब काम हुआ तो काम वरना मस्ती तो कर ही लेंगी दोनो,,,,,

हाँ ये बात तो ठीक है बेटी ,,,मैं तो खुद इसको कहती रहती हूँ कि घर से बाहर जाया करो लेकिन ये है कि मेरी सुनती ही
नही,,,बस एक फ्रेंड है उसके साथ कभी कभी बाहर चली जाती है,,,,,,,,,,,मुझे याद आया कि आंटी उसी कॉलेज वाली फ्रेंड
की बात कर रही होगी जो उस दिन शिखा दीदी के साथ आई थी,,,,,साला क्या मस्त माल थी वो ,,,एक पल के लिए सोचा उसके बारे मे तो लंड खड़ा होने लगा ऑर शिखा का ध्यान मेरे लंड पर पड़ गया,,,,,,,,

अरे मोम बातें ही करती रहोगी या कुछ चाइ कॉफी भी बनाओगी इनके लिए,,,,,,,,,,,

ओह मैं तो भूल ही गई,,,,तुम लोग बातें करो मैं चाइ लेके आती हूँ,,,,,,,,,,,,,,,आंटी किचन की तरफ जाने लगी ऑर मैं
पीछे से आंटी की मटकती गान्ड देखने लगा तभी शोभा का ध्यान मेरी तरफ आ गया उसने मुझे अलका आंटी की गान्ड
की तरफ घूरते पकड़ लिया था,,,,,

दीदी ये क्या अपने मुझे बताया क्यूँ नही आप शोभा दीदी के साथ उनके बुटीक पर जाने वालो हो,,,,अब हम लोगो मस्ती
कर करेंगे,,,,,,,,करण ने उदास होके बोला,,,,,

तुम टेन्षन मत लो करण,,,बुआ यहाँ नही है ,,,,कुछ दिनो के लिए बाहर गई है अब बुटीक मे मैं ऑर शिखा ही होंगे
तुम जब चाहो आओ ऑर मस्ती करो,कोई परेशानी नही होगी,,,,,करण तो इतनी बात सुनते ही खुश हो गया,,,,

हाँ करण फिर जब दिल करे तब मस्ती काने आ जाना तुम,ऑर वैसे भी मैं भी तो शिखा को इसलिए लेके जा रही हूँ अपने
साथ ताकि ज़्यादा से ज़्यादा टाइम स्पेंड कर सकूँ इसके साथ,,इतना बोलके दीदी ने शिखा के बूब्स को मसल दिया ऑर हल्की किस भी करदी शिखा के लिप्स पर,,,,,,

क्या करती हो शोभा माँ आ जाएगी,,,,,दीदी आंटी का नाम सुनते ही जल्दी से शिखा से दूर हो गई,,,,

अरे वो स्टिचिंग मशीन कहाँ है शिखा उसको कार मे रखवा दो,,,,

करण तुम जाओ सन्नी के साथ ऑर मेरे रूम से स्टिचिंग मशीन उठा कर कार मे रख दो,,,,,

मैं ऑर करण उठकर दीदी के रूम मे गये ऑर स्टिचिंग मशीन उठाकर कार मे रखके वापिस आ गये,,,,तब तक अलका आंटी
भी चाइ लेके आ गई थी,,,,हम लोगो ने चाइ पी ऑर कुछ इधर उधर की बातें की फिर वापिस घर की तरफ आ गये,,,

ये सब क्या हो रहा था सन्नी,,,,दीदी ने मेरे से पूछा,,,,,

क्या- क्या हो रहा था दीदी,,,,,मैं कुछ समझा नही,,,,

तुम अलका आंटी की गान्ड को इतना क्यूँ घूर रहे थे,,क्या अब तुम्हारी नज़र उनकी गान्ड पर है,,,,

मैं हँसने लगा,,,,,,सही सोचा अपने दीदी,,,,,,,क्या आप कुछ हेल्प कर सकती हो इस बारे मे,,,,

तू सच मे बहुत बड़ा कमीना है सन्नी किसी को तो बख्स दे अब,,,,,,,,,,

क्या करूँ दीदी आंटी की मस्त मोटी गान्ड देख कर लंड मे तूफान उठने लग जाता है ऑर मैं कॉन्सा अकेला हूँ जो उनकी
गान्ड देख रहा था आप भी तो घूर रही थी उनकी गान्ड को,,,,आप क्या सोच रही हो मैने आपको नोटीस नही किया था
जब आप चाइ पी रही थी तब भी आंटी के बड़े बड़े बूब्स को घूर रही थी आप,,,,

दीदी हँसने लगी,,,,,क्या करूँ मेरे भाई मैं भी तेरी बेहन हूँ ,,,आज जबसे माँ के बड़े बड़े बूब्स मुँह मे भरके चूसे
है तबसे बड़े बूब्स अच्छे लगने लगे है ऑर मोटी मस्त गान्ड भी तभी तो अलका आंटी की तरफ घूर रही थी मैं,,,,

तो कुछ करो ना दीदी,,,,,,,,,कोई प्लान बनाओ ताकि हम मस्ती कर सके आंटी के साथ ऑर उनको भी अपने खेल मे शामिल कर सके फिर वक़्त रहते कारण ऑर शिखा को भी शामिल कर लेंगे उनकी माँ के साथ मस्ती करने के लिए,,ऑर उसके बाद करण ऑर शिखा कोई टेन्षन नही होगी वो जब चाहे अपने घर मे मस्ती कर सकते है,,,,ऑर वैसे इस काम के लिए करण भी तैयार है उसका भी दिल करता है अपनी माँ की गान्ड मारने को लेकिन वो डरता है अपनी माँ से ऐसी बात करने से ,,,,,

अच्छा तो करण भी तेरी तरह पक्का कमीना है जो अपनी माँ की गान्ड लेना चाहता था,,,,,इतना बोल कर दीदी हँसने लगी फिर कुछ सोचने लगी,,,,,,,,,,,,,देख सन्नी अगर बात होती शिखा को तैयार करने की तो मैं हेल्प कर सकती थी लेकिन अलका आंटी को तैयार करना मेरे बस की बात नही इसके लिए तुझे किसी ऑर की हेल्प की ज़रूरत है,,,,

किसकी दीदी,,,,,,,,,,,,,कॉन करेगा मेरी हेल्प,,,,

तू टेन्षन मत ले तेरा काम हो जाएगा ,,तुम ऑर करण मिलकर अलका आंटी की चुदाई कर सकते हो ,,बाद मे मैं ऑर शिखा भी मिलकर उसकी माँ के साथ मस्ती कर सकते है,,,,,मैं तो कुछ नही कर सकती लेकिन कोई है जो हम दोनो की हेल्प कर सकता है,,,

कॉन है वो मुझे भी तो बता दो दीदी,,,,,,

आज नही कल बताउन्गी तेरे को,,,,,,थोड़ा सबर करो,,,

मैने दीदी से फिर पूछा लेकिन दीदी कुछ नही बोली,,,,,फिर ना मैने कोई बात की ऑर ना दीदी ने हम लोग ऐसे ही घर आ गये लेकिन मैने दीदी की तरफ देखा तो ऐसा लग रहा था वो कुछ सोच रही है,,,,

हम लोग घर पहुँच गये ,,,,,,

मैं कार को घर के अंदर करके मेन डोर तक चला गया जबकि दीदी कार से उतर कर किसी को फोन करने लगी,,,,

मैने बेल बजाई तो मामा ने आके दरवाजा खोला ऑर वापिस पलट कर अंदर चला गया मैं दीदी की तरफ देखा कर दीदी को बुलाने लगा तभी दीदी ने फोन कट करके मुझे अंदर जाने को बोला ,,,,मैं अंदर जाने लगा तो दीदी ने फिर किसी का नंबर डायल किया ऑर बात करने लगी,,,खैर मैं घर के अंदर चला गया ऑर हाथ मुँह धोके डाइनिंग टेबल पर आ गया

माँ खाना लगा चुकी थी ,,,मामा पहले से वहीं बैठा हुआ था ऑर सोनिया भी ,,,,,,मैने सोनिया की तरफ कोई खास ध्यान नही दिया ऑर जाके मामा की साथ वाली चेयर पर बैठ गया,,,,कुछ देर मे मामा ने सारा खाने का समान टेबल पर रख दिया ऑर खुद भी हमारे साथ बैठ गई,,,2 मिनट बाद शोभा दीदी भी अंदर आ गई ,,,,,,,,,,हम सब खाना खाने लगे ऑर बातें करने लगे ,,लेकिन शोभा ऑर मामा बार बार एक दूसरे की तरफ़ देख रहे थे ,,,,दोनो के जिस्म मे आग लगी हुई थी,,लेकिन अभी कुछ नही कर सकते थे बस एक दूसरे को देख कर ही मन शांत कर रहे थे,,,

खाना ख़त्म होने के बाद सोनिया उपर आने रूम एम चली गई जबकि माँ ऑर शोभा बर्तन किचन मे रख कर माँ के रूम मे चली गई,, मैं भी उनके पीछे पीछे चला गया ,,,

माँ ऑर शोभा रूम मे जाते ही किस करने लगे,,

बेटी अभी कुछ मत कर जो करना है कल सुबह करते है,,,,माँ उसको मना कर रही थी लेकिन शोभा है कि माँ की बात ही नही सुन रही थी,,,

सुबह क्यू माँ अभी क्या है,,,,

बेटी अभी सोनिया हाँ ना घर पर,,,,,,,,,तो माँ उसको भी शामिल कर लेते है खेल मे ,,,फिर तो कोई टेन्षन नही होगी,,,,

अच्छा कॉन करेगा उसको राज़ी ये खेल खेलने के लिए,,,किसके मे है इतनी हिम्मत ,,,,,माँ ने हँसते हुए बोला,,,,

ये सन्नी है ना माँ ये कोशिश करेगा,,,,,इतना बोलकर माँ ऑर शोभा हँसने लगी,,,

मेरी तो गान्ड ही फॅट गई ये सुन कर,,,,

अरे बेटी क्यू इस मासूम को मरवाना है सोनिया के हाथों ,,जब तेरी बुआ ऑर मामा कुछ नही कर सके तो ये क्या कर लेगा,,,,

मैं हैरान हो गया ,,,,,,मामा ऑर बुआ ने कोशिश की थी सोनिया को खेल मे शामिल करने की लेकिन कब,,,,

ये क्या बोल रही हो माँ ,,,,मामा ऑर बुआ ने कब कोशिश की सोनिया को शामिल करने की अपने साथ,,,,,

तभी मामा अंदर आ गया,,,,,,बेटा मैने कोशिश नही कि बस कोशिश करने ही वाला था ऑर हिम्मत जुटा रहा था लेकिन जो कुछ देखा वो देख कर हिम्मत जुड़ने से पहले ही टूट गई,,,,

ऐसा क्या देखा मामा ,,,,,,,,,
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07-11-2019, 06:57 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
देखा एक गाल ऑर एक थप्पड़,,,,,,,,,जिसकी वजह से गाल लाल हो गया था,,,,,,,,,,,,,मामा ने इतना बोला ओर हँसने लगा साथ मे माँ भी हँसने लगी,,,लेकिन शोभा चुप रही,,,,,

मेरी गान्ड फटने लगी कहीं माँ ऑर मामा ने मेरे थप्पड़ लगते तो नही देख लिया था गाओं मे जब सोनिया ने मुझे मांरा था,,,,

क्या देखा मामा ऑर कहाँ देखा,,,,,,,,,

यहीं देखा बेटा किचन मे,,,,,,,,,,,,,,सोनिया का थप्पड़ ऑर तेरी बुआ का गाल ,,,,,,,,,,,,,इतना कस्के थप्पड़ लगा था कि एक ही पल मे तेरी बुआ का मुँह लाल हो गया था,,,,ऑर ये देख कर मेरी बॉल्स मेरे गले मे अटक गई थी,,,,

क्या बोल रहे हो मामा खुल कर बोलो ना,,,,,,,,,

तभी शोभा बोलने लगी,,,,

सन्नी जब पापा ने गीता को मुझे उनके साथ खेल मे शामिल होने के लिए तैयार करने को बोला तो उसके कुछ दिनो बाद पापा की नज़रें सोनिया पर टिक गई ,,वो सोनिया के साथ भी चुदाई करना चाहते थे ,,गीता बुआ ने पापा की बात मान ली ऑर सोनिया को साथ मिलने का खेल शुरू हो गया लेकिन पहले तो गीता बुआ को सोनिया को अपने लिए पटाना था बाद मे पापा के सामने पेश करना था ,,लेकिन बुआ की कोशिश बेकार गई ऑर बदले मे एक कस्के थप्पड़ मिला सोनिया के हाथ का,,,,तभी तो सोनिया बुआ से कुछ खफा रहती है ऑर बुआ भी ज़्यादा बात नही करती सोनिया से,,,,,

मेरे तो गान्ड दोबारा फॅट गई ये सुनकर की सोनिया ने बुआ को थप्पड़ मारा था,,,,अगर वो बुआ को थप्पड़ मांर सकती है तो मेरे को तो गोली भी मांर सकती है,,,,शोभा की बात सुनके आज सोनिया मुझे अपने हाथ से रेत की तरह फिसलती हुई नज़र आ रही थी,,,,,,,,

हाँ बेटा ,,,मैं उस टाइम किचन के डोर के पास खड़ा हुआ था,,,कुछ दिनो मे मैं भी कोशिश करने वाला था सोनिया को क़ाबू करने की लेकिन गीता का हाल ऑर लाल गाल देख कर मेरी हिम्मत नही हुई,,,,वो है ही इतने गुस्से वाली,,,,,,,,,,,

साला अब समझा क्यू शोभा ने भी मुझे मना कर दिया था मेरे लिए सोनिया को तैयार करने के लिए,,,,साला अब तो जितना हो सके दूर रहना होगा उस हिट्लर सोनिया से,,,,ग़लती से भी करीब चला गया तो कच्चा चबा लेगी मुझे,,,,,

अरे आप लोग किन बातों मे उलझ गये,,,,,बात तो ये करनी है कि आज सोनिया घर पर है तो मस्ती कैसे कर सकते है हम्सब लोग मिलकर,,,

उसकी टेन्षन आप मत लो मों,,,,मैने सब बंदोबस्त कर दिया है बस कुछ देर रूको,,,,

क्या बंदोबस्त किया है मुझे भी बता दो बेटी,,,,माँ ने अभी पूछा ही था कि माँ के रूम के दरवाजे पर सोनिया आके खड़ी हो गई,,,,,

दीदी अक्तिवा की चाबी देना ज़रा,,,सोनिया ने रूम मे आते ही बोला,,,,

सोनिया को दरवाजे पर खड़ा देख कर एक दम से सबका रंग उड़ गया ,,,,,सब लोग डर गये,,रूम मे एक दम से सन्नाटा हो गया,,,,

सबको यही डर लग रहा था कहीं सोनिया ने वो सब बातें तो नही सुन ली थी जो अभी हम लोग कर रहे थे,,,,,,

तभी शोभा की आवाज़ के साथ रूम का सन्नाटा दूर हुआ,,,,,,,,,,अक्तिवा क्या करनी है तूने इतनी रात को,,,,,,कहाँ जाना है,,,,,

दीदी वो कामिनी भाभी का फोन आया था उन्होने मुझे घर पे बुलाया है अभी,,,,,सोनिया ने जवाब दिया,,,,,,,,

अरे बेटी अभी तो कुछ देर पहले तू कविता के घर से आई है ऑर अभी फिर जा रही है,,,कोई खास वजह,,,,,,माँ ने सोनिया से पूछा,,,,,

माँ अभी कामिनी भाभी का फोन आया था ,,,,उनकी सास यानी कविता की मोम अभी कुछ देर पहले कविता के डॅड के पास चली गई है,,,वो जिस फॅक्टरी मे काम करते है वहीं उनको एक नया फ्लॅट मिला है ,,,,,कविता का भाई सूरज भी उनको छोड़ने के लिए उनके साथ गया है,,घर मे कविता ऑर भाभी है बस,,इसलिए उन लोगो ने मुझे वहाँ बुलाया है,,,मैं अब कल सुबह ही वापिस आउन्गी,,,,

इतनी देर तक शोभा रूम से निकल कर उपर अपने रूम मे चली गई अक्तिवा की चाबी लेने ऑर उसके बाहर जाते ही मामा भी माँ के रूम से निकल गया,,,,मैं ऑर माँ वहीं थे,,,,,,,,,,,,,,

तभी माँ बोली,,,,,तुम अब रात वहीं रहने वाली हो सुबह वापिस आओगी,,,,

हाँ माँ मैं रात वहीं रहने वाली हूँ,,,,,,,,,,,लेकिन ऐसा क्यू पूछ रही हो आप,,,,,,

कुछ नही बेटी ये सन्नी मेरे साथ सोने वाला था ,,बोल रहा था उपर तुम्हारे साथ नही सोना,,,,लगता है तुम लोगो का झगड़ा अभी तक ख़तम नही हुआ है इसलिए ये उपर नही सोने जा रहा था लेकिन मुझे इसको अपने साथ नही सुलाना था रात को बहुत हिलता जुलता रहता है ये बेड पर,,,,सोते टाइम बहुत हाथ पैर चलाता है ,,,ना खुद सोता है ना मुझे सोने देता है,,,,,अब तुम अगर रात वहीं रहने वाली हो तो ये उपर जाके उस रूम मे सो जाएगा,,,,इसलिए पूछा था बेटी,,,,,

सोनिया कोई बात करती इस से पहले शोभा दीदी चाबी लेके आ गई ऑर सोनिया कुछ बोले बिना ही वहाँ से चली गई,,,शोभा दीदी उसको दरवाजे तक छोड़ने गई ऑर फिर दरवाजा बंद करके वापिस आ गई,,,,,

रूम मे मैं ऑर माँ बेड पर बैठ गये थे ,,,जबकि मामा बाहर सोफे पर बैठा हुआ टीवी देख रहा था,,,टीवी देख नही रहा था बस सोनिया के सामने टीवी देखने का नाटक करने लगा था ऑर सोनिया के जाने का वेट कर रहा था,,,,सोनिया के जाते ही वो भी शोभा के पीछे पीछे रूम मे आ गया,,,,,,,,,

अच्छा हुआ चली गई,,,,अब वापिस आएगी या रात वहीं रुकने वाली है,,,,,,,मामा ने अंदर आते ही पूछा,,,,,

वो रात वहीं रुकने वाली है मामा,,,ऐसा मुझे दरवाजे पर बोलकर गई है,,,अब सुबह ही वापिस आएगी,,,,,शोभा ने मामा की बात का जवाब दिया,,,,

इतने मे मामा ने शोभा को अपने करीब किया ऑर किस करने लगा,,,अच्छा हुआ चली गई अब रात भर तेरी चूत ऑर गान्ड मारूँगा मैं,,,,

मामा दीदी को किस करने ही लगा था कि दीदी ने मामा को रोक दिया,,,,,,,,,,,,,

अभी नही मामा कुछ देर रूको मुझे थोड़ा काम है,,,,तब तक तुम माँ के साथ मस्ती करो ,,,मैं अभी आई 15-20 मिनट मे,,,,

मामा ने दीदी को छोड़ दिया ,,,,,अच्छा जल्दी अपना काम ख़तम करके आ जाओ बेटी तब तक मैं तेरी माँ को थोड़ा खुश करता हूँ सन्नी के साथ मिलकर लेकिन ज़्यादा टाइम मत लगाना वरना मेरे लंड का बुरा हाल हो जाना है,,,मामा ने पयज़ामे के उपर से अपने लंड को मसल्ते हुए सब बात बोली ऑर बेड पर हम लोगो के पास आ गया ,,आते आते मामा अपने कपड़े उतारने लगा,,,,मामा को देख माँ भी जल्दी से नंगी होने लगी लेकिन मुझे कुछ अजीब लग रहा था,,,सोनिया इतनी रात को कभी नही गई कविता के घर ऑर भला ऐसा क्या काम होगा कि भाभी ने उसको फोन करके बुला लिया है,,,,
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07-11-2019, 06:58 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
अभी मैं कुछ सोच ही रहा था कि तभी मेरे लंड को निक्केर के उपर से माँ ने मसलना शुरू कर दिया,,,,,मैं भी एक दम से मस्ती मे आने लगा ऑर जल्दी ही अपने कपड़े निकालने लगा ,,,,,कुछ देर मे हम तीनो बेड पर नंगे थे,,,,माँ बीच मे थी जबकि मैं ऑर मामा माँ के दोनो तरफ लेटे हुए थे,,,,मैं माँ के एक बूब्स को चूस रहा था ऑर मामा दूसरे बूब को ,,माँ हम दोनो के लंड को हाथ मे लेके प्यार से मसल रही थी ,,,मामा के हाथ माँ की चूत की तरफ गया लेकिन तभी मेरा हाथ भी माँ की चूत पर चला गया तो मामा ने जल्दी से माँ की टाँग को उपर उठा कर पीछे की तरफ मोड़ दिया जिस से माँ की गान्ड थोड़ी उपर की तरफ हो गई ऑर मामा ने अपने हाथ पर थूक लगा कर अपने हाथ को माँ की गान्ड पर रखा ऑर शायद 2 उंगलियाँ माँ की गान्ड मे घुसा दी,,,तब तक मेरी 2 उंगलियाँ माँ की चूत मे अंदर बाहर होने लगी थी,,,,माँ की चूत ऑर गान्ड मे उंगलियाँ अंदर बाहर होने से माँ को मस्ती कुछ ज़्यादा ही छोड़ने लगी थी ऑर उसी मस्ती मे माँ के हाथों की स्पीड थोड़ी तेज हो गई थी मेरे ऑर मामा के लंड पर,,,हम दोनो के लंड पूरी ओकात मे सर उठा कर खड़े हुए
थे ,,,,मामा तो मस्ती लेटा हुआ माँ के एक बूब को चूस रहा था ऑर माँ की गान्ड मे आराम से उंगली कर रहा था लेकिन मेरा हाथ माँ की चूत पर कुछ ज़्यादा ही तेज़ी से चल रहा था मेरे से अब ऑर ज़्यादा इंतजार नही हो रहा था ,,,,,माँ की एक टाँग तो मामा के हाथ मे थी ऑर मामा ने उस टाँग को उपर उठा कर माँ के सर की तरफ मोड़ दिया था मैने भी जल्दी से अपने हाथ को माँ की चूत से निकाला ऑर माँ की दूसरी टाँग को पकड़ कर उसको भी उठाकर माँ के सर की तरफ मोड़ दिया जिस से माँ की गान्ड थोड़ी ऑर उपर की तरफ हो गई ऑर मैने जल्दी से आगे की तरफ खिसक कर अपने लंड को माँ की गान्ड की तरफ बढ़ा दिया मेरे ऐसा करते ही मामा ने अपनी उंगलियाँ माँ की गान्ड से निकाल ली ऑर हाथ को माँ की चूत पर रख दिया,,,,,,,,,,

अरे रुक ना बेटा,इतनी भी क्या जल्दी है पहले शोभा को तो आने दे फिर मिलकर मस्ती करेंगे सब लोग,,,,,थोड़ा सबर कर अभी,,,

माँ मुझे रुकने को बोल रही थी लेकिन मेरे से सब्र नही हो रहा था जब माँ ने देखा कि अब मैं नही रुकने वाला तो माँ ने मेरे लंड को अपने हाथ से अलग कर दिया ऑर मैं तेज़ी से माँ की गान्ड की ओर ज़्यादा करीब हो गया ऑर अपने हाथ पर थूक लगा कर लंड की टोपी पर लगा लिया ऑर लंड को गान्ड पर रख दिया लेकिन जैसे ही मैने आगे होके लंड को गान्ड मे डालना चाहा तो माँ भी खिसक कर उपर हो गई ऑर मुझे लंड गान्ड मे नही डालने दिया,,,,,,,,मैने माँ की तरफ देखा तो माँ हँसने लगी,,,,,माँ की इस बात से मामा भी थोड़ा हँसने लगा लेकिन मेरे से बर्दाश्त नही हो रहा था तो मैने फिर से माँ की गान्ड पर लंड रखा ऑर अंदर डालने लगा ,,,,,,,


माँ फिर थोड़ा उपर खिसक गई,,,,,,,,,अभी रुकजा थोड़ी देर इतनी भी क्या जल्दी है तुझे शोभा को आने दे फिर मिलकर मस्ती करते है,,,,कुछ देर सबर नही कर सकता क्या इतनी खुजली हो रही है लंड पर,,,,

हाँ माँ बहुत खुजली हो रही है अब सबर नही होता ,,अब डालने दो लंड को गान्ड मे ,,इतना बोलकर मैं फिर आगे हुआ तो लंड पहले से गान्ड के होल पर टिका हुआ था ,,लंड पर मेरा थूक लगा हुआ था ऑर माँ की चूत मे उंगली करने से आई मस्ती की वजह से थोड़ा पानी निकला था जो बहता हुआ माँ की गान्ड पर लग गया था जिस से गान्ड का होल ऑर भी ज़्यादा चिकना हो गया मेरे आगे होते ही लंड एक दम सरक कर माँ की गान्ड मे घुस्स गया ,,,माँ ने उपर होने की कोशिश की थी लेकिन मैने माँ के शोल्डर को कस्के पकड़ लिया था जिस से माँ उपर की तरफ नही खिसक सकी
ऑर लंड माँ की गान्ड मे घुस गया,,,लंड अंदर घुसते ही माँ की अह्ह्ह्ह निकल गई ,,,,

क्यू माँ मज़ा आया ना,,,मैने हँसते हुए बोला,,,,,अब बोलो लंड अंदर रहने दूं या बाहर निकाल लूँ,,,,मैने हल्के से लंड को अंदर बाहर करते हुए बोला तो माँ के मुँह से कोई अल्फ़ाज़ नही निकला बस माँ हल्की हल्की सिसकियाँ लेने लगी,,,,,,अहह उहह हयययययययययययईई

माँ की सिसकियाँ मामा पर भी असर कर गई इसलिए मामा जल्दी से उठकर बैठ गया ऑर पल भर मे मामा ने अपने खड़े लंड को माँ के मुँह के करीब कर दिया,,सिसकियाँ लेने की वजह से माँ का मुँह थोड़ा खुला हुआ था लेकिन गान्ड मे लंड जाने की मस्ती मे ऑर मुँह के करीब मामा के लंड के एहसास ने माँ को ऑर भी ज़्यादा मस्त कर दिया जिस वजह से माँ का मुँह थोड़ा ज़्यादा खुल गया ऑर मामा ने लंड को आगे करते हुए माँ के मुँह मे घुसा दिया ,,,माँ का सर बेड की लास्ट मे पिल्लो के उपर था जिस वजह से माँ का सर थोड़ा उपर उठा हुआ था मामा के लिए ये सही मोका था मामा ने लंड अंदर घुसते ही माँ के सर को हाथ मे पकड़ा ऑर तेज़ी से माँ के मुँह को चोदने लगा माँ भी अब तक मस्ती की लहर
मे बहती चली गई ऑर उससी मस्ती मे अपने सर को मामा के लंड पर आगे पीछे करने लगी,,,,

मैने भी खुद को थोड़ा अड्जस्ट किया ऑर माँ की दोनो टाँगों को अपनी तरफ मूड कर माँ के सर की तरफ उपर उठा दिया ऑर उन्ही टाँगों से नीचेसे अपने हाथ को माँ के बूब्स की तरफ कर दिया,,,अब मेरा एक हाथ माँ के शोल्डर पर था ओर दूसरा हाथ माँ की टाँगों को पकड़े हुआ माँ के बूब्स पर था ,,मैने माँ के शोल्डर पर कस्के पकड़ बना ली ऑर तेज़ी से माँ की गान्ड मारने लगा साथ साथ ज़ोर ज़ोर से माँ के बूब्स को मसल्ने लगा ,,,तभी मामा का भी एक हाथ माँ के बूब्स पर आ गया तो मैने भी दूसरे बूब्स पर क़ब्ज़ा कर लिया ,,मैं ऑर मामा अपने एक एक हाथ से माँ के एक एक बूब को मसल रहे थे,,मामा का लंड माँ के मुँह मे पूरा अंदर तक घुसता हुआ तेज़ी से आगे पीछे हो रहा था जबकि मेरा लंड माँ
की गान्ड मे जड़ तक घुसता हुआ तेज़ी से अंदर बाहर हो रहा था,,,माँ की मस्ती कुछ ज़्यादा हो गई थी इसलिए मुँह मे लंड होने का बावजूद माँ की सिसकियाँ काफ़ी तेज़ी से निकल रही थी,,,,
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07-11-2019, 06:58 PM,
RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
करीब 4-5 मिनट तक मैं ऑर मामा माँ के मुँह ऑर गान्ड को ऐसे ही चोदते रहे फिर माँ ने मामा के लंड को मुँह से निकाला ऑर मुझे भी हटने को बोला,,,,मैने लंड को माँ की गान्ड से निकाल लिया ऑर मामा ने अपने लंड को माँ के मुँह से निकाल लिया,,माँ ने उठकर मामा की बेड पर लेटा दिया ऑर खुद जल्दी से टाँगे खोल कर मामा के उपर चढ़ गई ओर जल्दी से मामा के लंड को पकड़ कर अपनी चूत मे ले लिया ओर आगे की तरफ झुक कर मामा को लिप्स पर किस करते हुए अपनी गान्ड को थोड़ा उपर उठा लिया मैने भी पीछे से माँ की गान्ड मे अपना लंड घुसा दिया ऑर हल्के से लंड को आगे पीछे करने लगा ,,,,माँ मामा के जिस्म पर पूरी तरह से झुकी हुई थी ऑर मामा के लिप्स को किस कर रही थी मामा भी अपनी कमर को उपर नीचे करके माँ की चूत चोद रहा था ऑर माँ को किस करता हुआ माँ की पीठ पर अपने हाथ घुमा रहा था,,दोनो की मस्ती देख कर मैने भी लंड की स्पीड थोड़ी तेज करते हुए तेज़ी से माँ की गान्ड को चोदना शुरू कर दिया ,,अभी मेरी स्पीड थोड़ी तेज हुई थी कि मेरी पीठ पर किसी का हाथ लगा तो मैने मूड कर देखा तो खुश हो गया ,,,मेरे पीछे शोभा दीदी नंगी होके खड़ी हुई थी ,,,,

लेकिन फिर जो मैने देखा उस से मैं थोड़ा हैरान ऑर परेशान हो गया,,,,शोभा दीदी के साथ कोई ऑर भी था मेरे पीछे खड़ा हुआ जिसके बदन पर एक भी कपड़ा नही था,,,,,,,पहले तो मैं उस नंगे बदन को देख हैरान हो गया लेकिन दूसरे ही पल मेरे फेस पर हल्की खुशी आ गई,,,

मेरे पीछे शोभा दीदी नंगी खड़ी हुई थी ऑर उनके साथ खड़ा हुआ था करण,,जो दीदी की तरह
बिल्कुल नंगा था,,उसको देख कर मैं थोड़ा डर गया था,,,थोड़ा हैरान ऑर परेशान भी हो
गया था लेकिन शोभा दीदी ने मेरी तरफ हंस कर देखा ऑर साथ ही करण भी मुझे मेरी ही माँ की गान्ड मारते
देख कर हँसने लगा,,,,मामा तो माँ को किस कर रहा था इसलिए माँ ऑर मामा किसी का भी ध्यान
शोभा या करण पर नही गया था ,तभी शोभा दीदी ने मुझे अपने लंड को माँ की गान्ड से बाहर
निकालने का इशारा किया ऑर फिर मुझे इशारा किया करण के लंड की तरफ जो अपनी पूरी ओकात मे
सर उठा कर खड़ा हुआ था,,,


शोभा दीदी उसके लंड को पहले से तैयार करके लाई थी शायद ,,,या फिर
मुझे मेरी ही माँ की गान्ड मारते देख कर उसका लंड मस्ती मे खड़ा हो गया था ,,,लेकिन जब
मैने गौर से देखा तो करण का लंड काफ़ी चिकना लग रहा था ,,शायद शोभा उसके लंड को चूस कर
तैयार करके लेके आई थी ,,लंड पर थूक लगा होके की वजह से रूम की लाइट मे करण का लंड चमक
रहा था,,,दीदी ने अपने मुँह से थोड़ा थूक निकाला ऑर करण के लंड पर लगाते हुए मुझे माँ की गान्ड
से लंड निकालने का बोला ,,मैने लंड को माँ की गान्ड से निकाला ऑर पीछे हो गया तभी
करण ने आगे बढ़ कर अपने लंड को मेरी माँ की गान्ड के होल पर रख दिया लेकिन आगे नही किया
शायद वो थोड़ा डर रहा था लेकिन शोभा दीदी ने आगे बढ़के उसके लिप्स पर किस को ऑर उसको हिम्मत
देते हुए उसका डर कम किया ऑर खुद करण की पीठ पर हाथ रखके उसको आगे की तरफ धक्का दिया जिस
से उसका लंड मेरी माँ की गान्ड मे घुस गया

लंड काफ़ी चिकना था ऑर मेरे लंड की तुलना मे थोड़ा
पतला भी था,उसका लंड एक दम से मामा के लंड की तरह मोटा ऑर लंबा था लेकिन मामा ऑर करण
का लंड मेरे लंड क मुक़ाबले थोड़ा पतला था,,,अभी कुछ देर पहले मेरा लंड था माँ की
गान्ड मे जिस वजह से माँ की गान्ड थोड़ी खुली हुई थी उपर से करण के पतले लंड पर शोभा
का थूक लगा हुआ था जिस वजह से उसका लंड काफ़ी चिकना हो गया था जो एक ही झटके मे पूरा
अंदर चला गया था ,,करण के मुँह से हल्की आह निकल गई जिसको शोभा ने क़ाबू करते हुए करण के लिप्स
को कस्के अपने लिप्स मे जकड लिया ,,करण ने हल्के हल्के मेरी माँ की गान्ड मारना शुरू कर दी ,


,जब शोभा ने देखा कि करण ने माँ की गान्ड को चोदना शुरू कर दिया है तो उसने करण के
लिप्स को अपने लिप्स से अलग किया ऑर करण से थोड़ा दूर हट गई,,,दूर हटा कर उसने मेरा हाथ पकड़ा ऑर माँ
के सामने की तरफ हो गई,,,माँ का ध्यान शोभा पर आया तो माँ खुश हो गई लेकिन जैसे ही माँ का
ध्यान मेरी तरफ आया तो माँ थोडा परेशान हो गई ऑर आँखों ही आँखों मे मेरे से ऑर शोभा
से पूछने लगी कि सन्नी तो यहाँ खड़ा हुआ है फिर उसकी गान्ड कॉन मांर रहा है,,मैने ऑर
शोभा ने माँ की बात को समझते हुए माँ को पीछे मूड कर देखने को बोला तो माँ ने पीछे
मूड कर देखा ,,जैसे ही माँ ने पीछे मूड कर देखा करण ने डर से अपना फेस दूसरी तरफ टर्न
कर लिया लेकिन माँ की गान्ड मे झटके मारना बंद नही किया ,,,माँ कुछ देर उसकी तरफ देखती रही ऑर
फिर वापिस हम लोगो की तरफ देख कर हँसने लगी ,,इतनी देर मे मामा ने भी माँ की एक साइड से माँ
के पीछे खड़े हुए करण की तरफ देखा ऑर खुश हो गया,,,,

माँ ऑर मामा खुश थे साथ मे मैं ऑर शोभा भी लेकिन करण थोड़ा डरा हुआ था अभी भी,,,,,

शोभा,,,,,,,,,,माँ तुम एक साथ तीन लंड से चुदना चाहती थी ना ,,सन्नी ने मुझे बताया था,,,आज
मैने तुम्हारी दिली तमन्ना पूरी करदी है,,

इतना बोलकर दीदी ने मुझे माँ के करीब कर दिया ऑर घुटनो के बल बेड पर बिठा दिया ,,,माँ
ने भी जल्दी से अपने दोनो हाथ मामा की एक तरफ बेड पर मेरे करीब रख लिए ऑर खुद के जिस्म
को मेरी तरफ कर दिया ऑर जल्दी से मेरे खड़े लंड को मुँह मे ले लिया,,,मुझे एक दम से मस्ती का तेज
झटका लगा ऑर मेरी कमर हल्के से आगे पीछे हिलने लगी ,,मैने करण की तरफ देखा तो वो मेरे
लंड को माँ के मुँह के अंदर बाहर होते देख रहा था ऑर खुश था उसका डर भी काफ़ी कम हो
गया था ऑर उसकी स्पीड भी थोड़ी तेज हो गई थी,,,वो माँ को कस्के पीठ से पकड़ कर तेज़ी से अपने
लंड को माँ की गान्ड मे अंदर बाहर कर रहा था,,,,


,करण की स्पीड की तरह मामा की स्पीड
भी नीचे से माँ की चूत चोदने के लिए तेज हो गई था ,,,,माँ अब पूरी मस्ती मे थी करण का लंड
गान्ड मे था मामा का लंड चूत मे ओर मेरा लंड मुँह मे था ,,,,,मामा नीचे से चूत मारते
टाइम माँ के बड़े बड़े बूब्स को ज़ोर से मसल रहा था ,,,,हयीईई ब्बेतताअ आईसीए हहिईीईईईईईई
त्त्त्त्त्तीईईएज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज त्त्त्त्त्त्त्तीईईईज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज चहूऊओदददूव आपपनन्ी ऑवुन्न्टीयीईयियै ककूऊऊ
माँ ने कुछ देर क लिए मेरा लंड मुँह से निकाला ऑर करण की तरफ देखने लगी,,माँ को
कुछ ज़्यादा ही मस्ती चढ़ने लगी थी क्यूकी आज नया जवान ऑर जोशीला लंड जो मिल गया था,,,,,
हहान्णन्न् ब्बेट्टया आईसीई हहिईीईई ऊरर त्तीज्ज्ज्ज्ज्ज क्कार्रूऊऊऊ ऊओररर्र स्स्पपीद्दद्ड
ससीए गगाणन्ंदड़ म्माम्र्रूऊ आप्प्पनन्िईीई ओउुुउउन्न्ञत्तयययययी क्क्कीईईईईईईई हयीईई आहह
इतनी देर मे शोभा ने मेरे लंड को मुँह मे भर लिया ऑर चूसने लगी ,,,,,,,,,,,,,

म्मामज़्जजाअ एयेए र्राहहा हहाइी ब्बीत्टता अओउन्नतयययी क्कीईइ गगाणन्ंदड़ म्मांरर्न्नी म्मीई
हहयययय ब्बूल्लूऊ ब्बीतत्त्त्ताअ आहह म्मामज़्जज़ा आ र्राहहा हहाइी नाआ ,,,,,,,,करण चुप
रहा क्यूकी वो अभी भी थोड़ा परेशान था लेकिन डरा हुआ नही था लेकिन फिर भी उसने
अपने सर को उपर नीचे करके माँ को इशारा कर दिया कि उसको उनकी गान्ड मार कर मज़ा आ रहा
है,,,,,,माँ ने हसके एक बार देखा ऑर फिर करण को तेज़ी से गान्ड मारने को बोलने लगी,,,,फिर माँ
ने वापिस अपने सर को आगे की तरफ मोड़ लिया ऑर तभी शोभा ने मेरे लंड को मुँह से निकाल दिया ,,,माँ ने
वापिस मेरे लंड को मुँह मे भर लिया ,,तभी मामा ने शोभा को पकड़ा ऑर अपने उपर कर लिया शोभा
ने भी अपनी टाँगो को खोला ऑर मामा के सर के उपर बैठ कर अपनी चूत को मामा के लिप्स पर रख
दिया मामा ने भी जल्दी से अपने मुँह को खोला ऑर शोभा की चूत को मुँह मे भर लिया ,

,शोभा अपनी कमर को मामा के मुँह पर आगे पीछे करके अपनी चूत को मामा क लिप्स पर रगड़ने
लगी ऑर साथ ही अपने हाथों से अपने बूब्स को मसल्ने लगी ,,,ऑर मुँह खोल कर हल्की सिसकियाँ लेने
लगी लेकिन जल्दी ही उसकी सिसकियाँ बंद हो गई क्यूकी उसने आगे बढ़ कर मुझे लिप्स पर किस करना शुरू कर दिया
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