Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें
09-15-2018, 01:46 PM,
RE: Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें
शन्नो:- वो इसलिए, क्यूँ कि राज अगर पायल के करीब ज़्यादा रहेगा तो तुम लोगों के करीब कैसे आएगा.. और मैं देख रही हूँ, तुम लोग राज को
फ़सा ही नहीं रहे, वो तुम्हे देख भी नहीं रहा... अगर तुम लोग उसके करीब जाके उससे एक बार चुदवा लो, तो हम उसे आसानी से ब्लॅकमेल करेंगे
और पूजा की बात उसके आगे रखेंगे... ब्लॅकमेल होके हमारी बात ज़रूर मानेगा... और अपने मा बाप को भी कुछ नहीं बता पाएगा


विजय:- वो सब ठीक है, अब डॉली और ललिता, अपने भाई को फसाने का काम तेज़ करो.. और रही पायल की बात, उसे तो मैं देख लूँगा....

शन्नो:- क्या करने का सोच रहे हो उसके साथ

विजय:- कुछ भी कर सकता हूँ मैं.. बहुत इंतेज़ार किया है मैने इस प्रॉपर्टी के लिए.. एक चूत आके मेरा ये खेल नहीं बिगाड़ सकती.. राज को मार सकता हूँ, तो पायल को कुछ भी कर सकता हूँ मैं..


ये सब सुनके मुझे बहुत डर लगा.. चाहे कुछ भी हो, मैं अकेली इनसे लड़ नहीं सकती थी.. ये सोचते सोचते मैं भाई के पास चली गयी और उन्हे सब बता दिया..


मैं:- सुना भाई... ये है आपके चाचा चाचा का खेल...

भाई:- मैं कभी सोच भी नहीं सकता पायल के ये लोग इतना गिर सकते हैं.. पर तू क्यूँ मुस्कुरा रही है इतना... तुझे भी ख़तरा है इन सब से

मैं:- वो इसलिए मेरे भैया.. क्यूँ कि आप जानते नहीं हो मैं क्या चीज़ हूँ... शादी तो दूर, अगर इन लोगों ने आपको टच भी किया तो इन लोगों का जो हश्र होगा, वो कोई सोच भी नहीं सकता...

मैं:- डोंट वरी भाई.. आपकी बहेन आपके साथ है हमेशा, अगर आप को इन लोगों ने टच भी किया, इनका वो हाल होगा के दुनिया इनका नामो निशान भूल जाएगी... भूल जाएँगे लोग कि कोई शन्नो विजय या उसकी दो बेटियाँ कभी ज़िंदा थी भी... आप भी भूल जाओगे कि आपके चाचा चाचा कभी थे आपके साथ... 

कहते कहते मेरी आँखों में गुस्सा सॉफ झलक रहा था.... जैसे ही मेरी आँखें लाल होती गयी, गुस्से के बदले मेरी आँखों से आँसू टपक पड़े..मुझे रोता देख कर


भाई:- हे स्वीट हार्ट.. तू क्यूँ रो रही है... अभी तो तू उनको रुलाने की बात कर रही थी.. आंड डोंट वरी , मुझे क्या, हम में से किसी को भी कुछ
नहीं होगा


मैं और ज़्यादा रोना चाहती थी. डर गयी थी शन्नो मामी और उन लोगों की बातें सुनके.. भाई को देख के मैं खुद को आश्वासन दिया के कुछ भी नहीं होगा... मैने रोना बंद कर दिया और भाई से कहा


मैं:- भाई... अभी हम क्या करेंगे आगे

भाई:- सबसे पहले तू एक काम कर, डॉली का जो एक लौंडा था होंडा सिटी वाला, उसका पता लगा.. हमे उसकी मदद चाहिए होगी इस कार्य में..और तू शन्नो आंटी के साथ जो चाहे वैसे बिहेव कर सकती है.. यू आर फ्री माइ जान 


बॅक टू प्रेज़ेंट:-

होटल ***** का टेरेस बार जहाँ हम बैठे हुए थे.


भाई:- पायल.. सॉरी तुझे इस काम के लिए कुछ ऐसी चीज़े करनी पड़ी जो तू नहीं चाहती थी 

(भाई का मतलब था मेरे वो लेज़्बीयन एनकाउंटर्स जो मेरे और शन्नो और उसकी बेटी डॉली के बीच हुए थे)


मैं:- अरे भाई उदास मत हो... एक कदम ऐसा उठाना ही पड़ता हमारी प्लॅनिंग के लिए... बट भाई एक बात बताओ, हमने इस काम के लिए डॉली के बॉयफ्रेंड को ही क्यूँ चुना.. कोई और लड़का भी तो ले सकते थे ना..


भाई:- नहीं... कोई और लड़का लेते तो डॉली सॉफ बच सकती थी ये कहके कि उसके साथ फोर्स्ड सेक्स हुआ है और दूसरी बातें भी बनती.. उसके बॉयफ्रेंड का फ़ायदा ये है के... बोलते बोलते भाई बीच में रुक गये


मैं:- व्हाट ? आगे बोलो


भाई:- वो मैं तुझे बाद में बताऊँगा.. अभी तू खुद सोच सकती है तो सोच, 


मैं चुप हो गयी.. जानती थी भैया नहीं बताएँगे और मुझे सोचना नहीं था... मैने सब छोड़ के अपनी ड्रिंक ख़तम करने लगी.. हम आगे की प्लॅनिंग ही कर रहे थे , तब मेरे सेल पे स्मस आया


" काम ओवर... जल्दी आओ" मैने मेसेज पढ़ा


"चलो भाई, जल्दी करो, काम होने को है' मैने भाई से चिल्ला के कहा


हमने वहाँ का बिल पे किया और जल्दी से जिस होटेल में डॉली थी वहाँ पहुँचे... जैसे ही हम गाड़ी से उतरे, मैने तुरंत नारायण को फोन किया और उसे कॅमरा का ध्यान रखने को कहा


"डोंट वरी मेडम... आप आइए, कॅमरा स्विच्ड ऑफ है फिलहाल." नारायण ने आश्वासन देते हुए कहा
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09-15-2018, 01:46 PM,
RE: Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें
हम जल्दी से अंदर आए और डॉली के रूम की तरफ बड़े... जैसे ही हम 1स्ट फ्लोर पे पहुँचे, हमे डॉली का एक्स बाय्फ्रेंड रूम के बाहर दिखाई दिया


प्रेम (डॉली का एक्स बाय्फ्रेंड) :- कितनी देर कर दी.. उसे होश आने ही वाला है शायद...

मैं:- वो सब छोड़ो, ये लो तुम्हारे पैसे और अगर किसी को पता चला तो याद रखियो... मैं भी यहाँ के डीसीपी की बेटी हूँ

(डीसीपी का नाम सुनके भाई भी थोड़ा सोचने लगे फिर अंदर ही अंदर मुस्कुराने लगे)


प्रेम:- डोंट वरी... मुझे तो इस लड़की से ये सब करना ही था.. इसने मेरी बहुत बेइज़्ज़ती की है, पर आप लोग कौन हैं, और इससे आप का क्या फ़ायदा होगा


मैं:- तुम अपने छोटे दिमाग़ पे ज़ोर मत डालो.. तुमने पैसे गिने, ठीक हैं ना ? नाउ प्लीज़ लीव... और अपना फोन नंबर मत बदलना अगर आगे भी कमाई करनी हो तो


ये सुनके प्रेम वहाँ से निकल गया.. भाई और मैं कुछ देर एक दूसरे को देखते रहे..


भाई:- रेडी मेरी शोना ?

मैं:- चलिए भाई... 


हम धीरे से अंदर गये... अंदर का नज़ारा देख के हम थोड़ा हैरान तो हुए... पर इससे हमे यकीन हो गया के प्रेम ने हमारा काम बखूबी किया है... बेड के बीच में डॉली एक दम नंगी लेटी पड़ी थी... सॅटिन की बेडशीट से वो धकि हुई थी... रूम में सब कुछ बिखरा हुआ था... टेबल लॅंप गिरा हुआ था. पर्दे फटे हुए थे.. ऐसा लग रहा था के प्रेम ने ज़बरदस्ती चोदा है डॉली को...
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09-15-2018, 01:47 PM,
RE: Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें
हम डॉली को देख ही रहे थे, कि मैने भाई को इशारे से कुछ कहा और वो तुरंत मेरा इशारा समझ कर अपने काम पर लग गये


मैने घड़ी देखी तो रात के करीब 2 बज रहे थे... 15 मीं बाद


"डॉली उठ जा प्लीज़.. कितना सोएगी अब, चल अब उठ जा" मैं डॉली को उठाने की कोशिश करने लगी...

इतनी दारू पीने के बाद भी प्रेम ने उसे थोड़ी और पिला दी थी. ये हमारे प्लान में नहीं था, बट मुझे उससे कोई फरक नहीं पड़ा


मैं ज़ोर ज़ोर से डॉली को उसके कंधे से हिलाने लगी और जब उसने कोई जवाब नहीं दिया, मैने उसके गाल पे तीन चार थप्पड़ झाड़ दिए... 

ये देख भाई भी मुझे कहने लगे "ऐसा मत कर यार, सिर्फ़ उठा उसको, अपना गुस्सा बाद में ठंडा कर लेना" 


हमने बहुत कोशिश की डॉली को उठाने की बट उसे होश ही नहीं आ रहा था... मजबूरी में आके हमने उसे कंधे से पकड़ा और बाथरूम में ले गये... भाई बाथरूम से बाहर चले गये और उनके जाते ही मैने डॉली को शवर के नीचे खड़ा करके उसे भिगाने लगी.... शवर का पानी पड़ते ही डॉली को अचानक से होश आया और वो हड़बड़ाने लगी

"क्क्क क्या हुआ.. पायल तू इधर ? क्या हुआ मुझे, कहाँ हैं हम, कुछ याद ही नहीं," डॉली बोलने लगी


"स्शह.. धीरे बोल मेरी रानी... भूल गई तू...तू यहाँ भाई से चुदने आई थी, याद नहीं तुझे" मैने डॉली को शवर के नीचे कस्के पकड़ते हुए कहा


पानी की ठंडी बूँदें हम पर गिर रही थी.. मेरे कपड़े भीग रहे थे बट डॉली का नंगा शरीर भी पानी को महसूस करके मादक हो रहा था... पानी की बूँदों से डॉली के चुचे खड़े हो गये थे और मानो ऐसा लग रहा था के सामने से कह रहे हो "आओ हमे प्लीज़ चूस लो..."


डॉली:- क्या बोल रही है, मुझे कुछ याद ही नहीं आ रहा.. आहाहाहा ओह माइ गॉड , मेरा सर भी बहुत भारी हो रहा है... ऑश


मैं:- दो बॉटल विस्की पी ली थी तूने.. और मुझे भी ज़बरदस्ती पिलाई मेरी जान, तो कैसे याद रहेगा तुझे कुछ 


डॉली:- व्हाट !!!! तू ये क्या...


"ओह फो.. अब तू पहले फ्रेश हो जा.. मैं बाहर रूम में हूँ, ब्लॅक कॉफी मंगवा रही हूँ, शायद वो पीके तुझे कुछ याद आ जाए" 

ये कहके मैं बाथरूम से बाहर आई और अपने गीले कपड़े उतार के दूसरे कपड़े पहन लिए... मैने तुरंत रिसेप्षन पे फोन करके ब्लॅक कॉफी ऑर्डर की और बाहर ही डॉली का वेट करने लगी

10 मीं बाद डॉली बाथरूम से बाहर आई.. अभी वो कुछ फ्रेश लग रही थी... बाहर आते ही डॉली मेरे पास वाले काउच पे बैठ गयी


डॉली:- पायल, एग्ज़ॅक्ट्ली क्या हुआ था प्लीज़ बता, मुझे कुछ याद ही नहीं आ रहा... आखरी चीज़ मुझे याद है कि हम साथ में यहाँ आए थे और हमने खूब एंजाय किया था एक दूसरे को... उसके बाद क्या हुआ प्लीज़ बता ना यार, मुझे चिंता हो रही है.. डॉली कहके कहके रोने जैसी शकल बनाने लगी
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09-15-2018, 01:47 PM,
RE: Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें
"डोंट वरी डियर.. शकल ठीक कर और सुन" मैने कहा


आगे का कुछ हिस्सा डॉली और पायल की कॉन्वर्सेशन है


रात को 11 बजे जब हम एंजाय कर रहे थे, भाई भी रूम में आ गये...


भाई:- अरे वाह.. कौन कहता है कि तुम दोनो एक दूसरे से प्यार नहीं करते, देखो तो सही कितना प्यार है मेरी बहनो में

मैं:- अरे भाई.. आप कब आए.. मैं तो सिर्फ़ चेक कर रही थी कि डॉली आपके लंड को अपनी चूत के अंदर ले भी पाएगी के नहीं.. 

कहके मैने तेरी चूत में 3 उंगलियाँ घुसा दी जिससे तू एक दम सिसक उठी


डॉली:- आहहाहहहा धीरे कर ना मेरी बहेन.. उम्म अभी तो राज का लंड भी लेना है मुझे, तू ही मेरी चूत से खेलेगी के राज को भी कुछ करने देगी....


ये कहके तू ज़मीन पे अपने हाथों के बल आ गयी और चल के भाई के पैरों के पास पहुँची.... जैसे ही तू पहुँची तू राज भाई की आँखों में घूर्ने लगी... वासना तेरी और राज की आँखों में जी भर के दिख रही थी.. तू झट से राज की पॅंट उतार के उसका लंड अपने मूह में लेने लगी और उसको बेड पे बिठा के उसके लंड के चुप्पे लेने लगी






"उम्म्म भाई अहाहाहहा क्या लंड है आपका.. अहहहा सीईईईईईईई उम्म्म मेरी चूत तो धन्य हो गई भाई अहाहाहः दो ना आपका लंड" लंड ले के तू ये सब बोलने लगी....



"प्लीज़ स्टॉप इट" डॉली ने चिल्लाके कहा... "ये सब हुआ था तो मुझे क्यूँ कुछ याद नहीं आ रहा "


मैं:- कैसे याद आएगा तुझे, पूरी रात में तुमने 3 बॉटल्स विस्की की ख़तम की है.. इतनी शराब कैसे पी ली तूने, मैने तो कभी नहीं सोचा था कि तू...

डॉली:- व्हाट रब्बिश... कहाँ है वो तीन बॉटल्स, मुझे तो रूम में कुछ नहीं दिख रहा.. सब सॉफ है और बेड पे भी तो ....


ये कहके डॉली रुक गयी.. उसकी ज़बान सूखने लगी... क्यूँ कि सामने बेड पे भाई भी सोने का नाटक कर रहे थे, उन्होने कुछ नहीं पहना था और किसी बेड शीट से भी नहीं ढका था खुद को


"ओह माइ गॉड... तो यहाँ है.. मतलब"


मैं:- तो क्या मैं झूठ बोल रही हूँ.... और शराब की बॉटल्स चाहिए तुझे, रुक अभी मैं मँगवाती हूँ.... और हां, अभी तक भाई का लंड खड़ा है, तू चुदि ही ऐसे तरीके से है मेरी जान... मैने आँख मारते हुए कहा 


इतने में हमारी कॉफी आ गयी, जो नारायण ही लाया था

"टिंग टॉंग" डोर बेल बजी


"कम इन प्लीज़' मैने चिल्ला के कहा


जैसे ही नारायण अंदर आया कॉफी लेके, उसकी नज़र तो पहले भाई पर गयी... ऐसा नज़ारा देख के वो खुद हैरान हो गया था.. बट उसने कुछ नहीं कहा और टेबल पे आके कॉफी रख दी... उसकी हालत देख के डॉली झिझक के उठी और भाई को बेडशीट से ढक दिया


जैसे ही नारायण जाने के लिए मुड़ा


"सुनिए... अभी थोड़ी देर पहले आप ही आए थे ना रूम सॉफ करने" मैने नारायण से पूछा

कुछ देर सोचने के बाद

"यस मॅम... कहिए कुछ प्राब्लम हुआ" नारायण ने कहा


मैं:- जी नहीं, बस एक ही बात है कि हमने तीन विस्की की बॉटल्स मँगवाई थी, 2 तो खाली थी, कहीं तीसरी भरी हुई आप शायद ग़लती से कचरे में ना ले गये हो


नारायण:- नहीं मॅम.. तीनो बॉटल खाली ही थी... आप कहें तो तीनो बॉटल्स भेज दूं वापस आपको सबूत के तोर पे


डॉली:- नहीं रहने दीजिए प्लीज़.. आप जाइए. और हां ये लीजिए आपकी टिप.. इतना कहके डॉली ने अपनी पर्स से 100 का नोट निकाल के उसे दिया



जैसे ही नारायण बाहर गया


मैं:- हो गया यकीन तुझे, मैने डॉली से पूछा


डॉली:- हां यार, पर समझ नहीं आ रहा मुझे कुछ... ठीक है चल, अब थोड़ी देर मैं सोना चाहती हूँ.. प्लीज़ तू जाके बेड पे सो ना, मैं इधर ही ठीक हूँ


मैने हामी भर के बेड पे कूद गयी और थोड़ी देर सो गये हम लोग
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09-15-2018, 01:47 PM,
RE: Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें
सुबह करीब 8 बजे मेरी नींद खुली तो देखा भाई मेरे बाजू में नहीं थे.. मैं उन्हे ढूँढने लगी बट कहीं नहीं दिखे


मैं थोड़ा चिंतित हो गयी.. उस वक़्त मेरी नज़र मेरे मोबाइल पर पड़ी जिसमे भाई का स्मस था


भाई:- मंथ एंड स्वीटी... मैं 4 बजे ही निकल गया हूँ होटेल से, घर जाके मोम की डाँट भी सुनी है और आज ऑफीस भी पहुँचना है 9 बजे तक... बाइ. लव यू,


मैने स्मस पढ़ के मोबाइल साइड में रख दिया और वापस बेड पे सोने लगी... एक बार नींद खुली तो फिर नींद इतनी आसानी से नहीं आती..

मैने अपने लिए एक सिगरेट जलाई और स्मोक करने लगी....

स्मोक करते करते मैं सोचने लगी.. क्या कॉन्स्पिरेसी है ये, कोई चाचा चाची ऐसा कर सकते हैं, अपने भतीजे को, अपने भाई भाभी के बारे में ऐसा सोच सकता है... कोई इतना ज़लील कैसे हो सकता है...


ये सब सोचते सोचते मैं अपने मोबाइल पे राजशर्मास्टॉरीज ब्राउज़ करने लगी और मेरी फेव स्टोरी पढ़ने लगी.... आज तक भाई को मैने कभी नहीं बताया था कि मैं छुप छुप के सेक्सी स्टोरीस पढ़ती हूँ... मेरी फेव स्टोरी में सिर्फ़ सेक्स नहीं था, उसमे वाकई एक स्टोरी थी, जिसमे सस्पेनस के साथ एमोशन्स भी थे... 

ऐसी कई स्टोरीस थी उस पोर्टल पे जिसमे भाई बहेन की चुदाई, मा बेटे की चुदाई थी.. बट उन सब में कोई दिशा नहीं थी.. राइटर बस जिस किसी को भी मिलते उन्हे छोड़ने लगते, बिना किसी मकसद के... अगर कहानी में कोई मकसद ना हो तो उसे कहानी नहीं कहते... उनका कोई अंत नहीं होता.. वो बस बिना किसी दिशा के आगे बढ़ती हैं.... 


मैं अपनी फेव स्टोरी पढ़ के कॉमेंट करने लगी राइटर को... उसका हौसला बढ़ाया, क्यूँ कि उसने बहुत ही अच्छा लिखा था, बट लोगों को शायद सिर्फ़ चुदाई ही चाहिए, कोई स्टोरी नहीं... इसलिए दो दिन में उसकी 2 अपडेट्स पे बहुत कम कॉमेंट्स थे.... कॉमेंट करके मुझे अच्छा लगा क्यूँ कि मैं हमेशा से मानती हूँ, जहाँ क्रेडिट ड्यू है, वहाँ क्रेडिट देनी चाहिए


मैं ये सब करके फ्रेश हुई और कॉफी मंगवाके कॉफी पीने लगी... कॉफी पीते पीते मेरी नज़र डॉली पर गयी, वो भी हल्की खुली आँखों से मुझे देख रही थी


"क्या देख रही है डियर" मैने डॉली से पूछा

डॉली:- कुछ नहीं पायल.. घर जाना है मुझे, चलें प्लीज़

मैं:- फ्रेश तो हो जा पहले फिर चलते हैं


"नहीं..मैं घर जाके ही फ्रेश होना चाहती हूँ, चल " डॉली ने विरोध करते हुए कहा


मैने अपनी कॉफी फिनिश की और सब समान लेके गाड़ी की तरफ निकल गये..

मैं:- डॉली तू चल, मैं नीचे पहुँचती हूँ... ये ले गाड़ी की चाबी, बैठ जाके आराम से, मैं बिल सेट्ल करके आती हूँ

"ओके..." बोलके डॉली निकल गयी


मैने उसके जाते ही फोन किया

"कॅमरा ऑफ करेंगे प्लीज़" मैने नारायण से कहा


नारायण:- मॅम, सॉरी बट अभी सुबह के टाइम पे बहुत मुश्किल है ये सब. आप कुछ और प्रबंध करें अब


फोन कट करके मैने सोचा (हरामी साला... इतने पैसे दिए फिर भी नाटक साले के)
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09-15-2018, 01:47 PM,
RE: Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें
मैने विकी को फोन किया


मैं:- विकी, किधर है, अभी के अभी होटेल ***** में आओ 


विकी:- चिल्क्स डियर... मैं तेरा बाय्फ्रेंड नहीं हूँ जो अभी हुकुम चला रही है... नहीं आउ तो क्या करेगी


मैं:- विकी, चल ना यार , मिलके हम हमारा पुराना हिसाब पूरा करेंगे, अभी प्लीज़ मदद कर


विकी:- तू क्यूँ भूल जाती है... मेरे बाप का ही होटेल है वो, बोल क्या हुआ, मैं उधर ही हूँ


मैने उसे नारायण से की हुई सब बातें बताई


विकी:- ऊप्स स्वीटी.. नारायण तो सही है, बट एक काम करता हूँ, मैं किसी वेटर के हाथ मेरा जॅकेट भिजवाता हूँ, तू वो पहन के निकल


मैं:- उससे क्या फेस नहीं दिखेगा, और रिसेप्षन पे बिल भरना है ना उसका क्या


विकी:- बिल तेरा नहीं चाहिए मुझे, और जॅकेट कॅप वाला है, तू कॅप से अपना सर ढक ले और शांति से निकल जा.. मैने सिस्टम में तेरा बिल सेटल्ड दिखा दिया है... और हां , बाकी हमारा हिसाब पेंडिंग है... कब मिलेगी बोल तू


मैं:- बहुत ही जल्द.. तू थोड़ा और तड़प, मैं मिलके सब चुकता करूँगी, कहके मैने फोन कट किया..


10 मीं में एक वेटर "प्यूमा" का ब्लॅक वाइंड चीटर लाया जिसकी कॅप काफ़ी बड़ी थी... मैने सोचा ये विकी गर्मी में वाइंड चीटर पहनता है..
फॅशन डिज़ास्टर


मैं जॅकेट पहन के एग्ज़िट की तरफ बढ़ी और झट से अपनी गाड़ी में पहुँची जहाँ डॉली मेरा वेट कर रही थी

मुझे देखते ही डॉली बोली


"इतनी देर कहाँ थी तू.. और ये क्या जॅकेट है, और किसका है"


मैं:- कुछ नहीं, सेटल्मेंट में टाइम लग गया और एक पुरानी फरन्ड मिली, मैं उसे जॅकेट देके भूल गयी थी, तो उसने मुझे आज लौटाया


"चलें अब" डॉली ने आगे की तरफ देखते हुए कहा


मैने गाड़ी स्टार्ट कर दी और घर की तरफ भगा दी.. आज मैं अपने घर वापस जाने वाली थी, क्यूँ कि मोम लौट चुकी थी..


कुछ देर बाद FM पे एक पुराना गाना बजा जिसे सुनके मेरी हँसी छूटने लगी पर मैने खुद को कंट्रोल किया


"गुमनाम है कोई..... बदनाम है कोई..."


थोड़ा आगे जाके डॉली ने चुप्पी तोड़ी


डॉली:- पायल.... तू सच बोल रही है ना

मैं:- क्या? मैने कहाँ कुछ कहा अभी इतनी देर में

डॉली:- अभी नहीं, रात वाली बात के बारे में.. सुबह को राज भी बोले बिना निकल गया कुछ, उससे बहुत चीज़ें पूछनी थी

मैं:- अरे हां बाबा सच था, और भाई को ऑफीस जाना था, उनका मंथ एंड चल रहा है, इसके लिए वो जल्दी निकल गये

डॉली:- ओके... मैं अभी तुझ पे विश्वास कर सकती हूँ.. थॅंक्स पायल... ये कहके डॉली के चेहरे पे एक मुस्कान फेल गयी और वो थोड़ी नॉर्मल हुई


कुछ देर में हम घर पहुँचे जहाँ शन्नो मामी हमारा इंतेज़ार कर रही थी


घर पहुँचते ही शन्नो ने अपने सवालों का तूफान खड़ा किया


"कहाँ थी तू पूरी रात... और पायल, क्यूँ ले गयी थी डॉली को.. ललिता को बुखार है, उसके साथ कौन रहता पूरी रात.. इतनी लापरवाही कैसे दिखा सकती है तू डॉली" 
शन्नो ने हम पर चिल्लाना शुरू किया...
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09-15-2018, 01:48 PM,
RE: Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें
मेरा प्लान कामयाब हुआ था, मैं क्यूँ अपनी नाक बीच में घुसाती.. लड़ने दो इन मा बेटी को मैने सोचा और कोई जवाब नहीं दिया.. मुझे खामोश देख के डॉली बोली


"मोम.. रात को फोन तो किया था, और क्या करूँ, और ललिता के साथ आप बैठो ना, मैं उसकी मा हूँ क्या, मेरी अपनी भी लाइफ है, मैं क्या आया हूँ जो पूरा दिन घर पे रहूं.. " डॉली ने चिल्लाके कहा


डॉली का जवाब सुनके नेहा मामी भी बाहर आ गयी.. उन्होने कुछ नहीं कहा, उन्हे शायद लगा ये वक़्त ग़लत है कुछ कहने का..

दूसरे रूम से विजय मामा भी बाहर आए.. 

"अरे भाई क्या हुआ, इतना क्यूँ चिल्ला रहे हो सुबह को" विजय मामा ने हैरान होके पूछा

"कुछ नहीं हुआ.. बस आपकी बेटी अब बड़ी हो गयी है.. " शन्नो ने कहा... कहते कहते उसकी आँखों से आँसू बहने लगे और वो सूबक सूबक के रोने लगी



मैं ये सब देख के खुश हुई, फाइनली मा बेटी के बीच में दरार पैदा हुई.... "जीयो मेरे भाई" मैने मन ही मन खुद से कहा


"और पायल तू सुन... आज शाम को भी तू कहीं बोल रही थी ना चलने को, मैं चलूंगी, चिंता मत कर" डॉली ने जैसे हुकुम चलाते हुए मुझे कहा


मैने कोई जवाब नहीं दिया और डॉली गुस्से में अपने कमरे में भाग गयी..


ये सब देख के मैं खुश थी.... नेहा मामी हैरान और शन्नो रो रही थी... विजय मामा वहाँ से चले गये और ऑफीस के लिए तैयार होने लगे शायद


मैने नेहा मामी से इशारे में बाहर आने को कहा...


जैसे ही हम बाहर आए


नेहा मामी:- पायल, क्या हुआ बेटे, डॉली इतना गुस्सा क्यूँ है

मैं:- मामी, डॉली मेरे साथ थी मेरी फ्रेंड के घर पे, उसके घर कुछ फंक्षन था.. डॉली ने अपनी मोम से कहा भी था, बट उन्होने उसे पर्मिशन नहीं दी... डॉली ने ज़िद्द की और पूरी रात हम वहाँ रुक गये.. शायद शन्नो मामी इसलिए गुस्सा है


नेहा मामी:- वो सब ठीक है बेटे.. बट डॉली ने जो कहा उसे वो नहीं कहना चाहिए था... एनीवेस, आज शाम को कहाँ जा रहे हो


मैं:- कहीं नहीं मामी, डॉली ने गुस्से में आके अपनी मोम के आगे ऐसा कहा.. मुझे नहीं पसंद कहीं पे रात को रहना, कल रात भी मैने डॉली से कहा घर लौटने को, बट डॉली ने कहा "नहीं, मैं अपनी ज़िंदगी की मालकिन हूँ, अपनी मर्ज़ी से जियूंगी, अपनी मोम के हिसाब से क्यूँ चलूं"

बस... इसी ज़िद्द की वजह से ये कदम उठाया उसने


नेहा मामी ये सुनके बहुत चिंता करने लगी.... मुझे पता था वो शन्नो से किसी ना किसी तरीके से ये सब कहेंगे.. मैने आग में थोड़ा घी डाला

"और मामी... प्लीज़ अप शन्नो मामी को मत बोलना कि रात को डॉली ने बहुत विस्की भी पी है.. इससे शन्नो मामी को बहुत दुख पहुँचेगा"


"व्हाट!!! विस्की ? तुम कौन्से फंक्षन में गये थे.. तुमने भी पी है " नेहा मामी ने शॉक में पूछा


मैं:- नहीं मामी.. बिल्कुल नहीं, मैं कभी नहीं पीती, मेरी मोम ने मुझे आज़ादी दी है पर मैं उसका ग़लत फ़ायदा नहीं उठाती. मैं अपनी मर्यादा जानती हूँ... और मेरी फ्रेंड की एंगेज्मेंट थी कल, कुछ लड़कियाँ वहाँ शराब पी रही थी... हम एक कोने में खड़े थे कि डॉली ने कहा वो विस्की ट्राइ करना चाहती है.. बस , ट्राइ करने के चक्कर में उसने खूब शराब पी


ये सब सुनके नेहा मामी के नीचे से शायद ज़मीन खिसकने लगी.. मैं नेहा मामी से बहुत प्यार करती थी और उन्हे इस हालत में नहीं देखना चाहती थी.... पर जानती थी ये सब शन्नो के पास पहुँचेगा, इसलिए मैने ये सब कहा
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09-15-2018, 01:48 PM,
RE: Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें
"अच्छा मामी, मैं चलती हूँ... मोम वेट कर रही है, बहुत दिन हो गये मैने उनके पैर भी नहीं टच किए...." मैने नेहा मामी से बहुत क्यूट बनके कहा


"ओके बेटे. ड्राइव सेफ" नेहा मामी ने कहा


मैं उनका आशीर्वाद लेके गाड़ी में बैठ गयी और घर जाने लगी


बीच में मैने भाई को स्मस किया


"व्हाट्स नेक्स्ट मेरे भैया"


भाई:- कुछ नहीं.. तू पहले घर जा अपने, फिर बाद में बात करते हैं


येई बात तो मुझे भाई की पसंद थी... इतने टेन्षन में, काम के प्रेशर में भी उन्होने पहले मेरे बारे में सोचा.. मैं मंद मंद मुस्कुरा रही थी और घर की तरफ बढ़ती चली गयी
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09-15-2018, 01:48 PM,
RE: Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें
आगे की कहानी अब वापस अपने हीरो यानी राज की ज़बानी...................................................................



मंथ एंड के प्रेसर में काम बहुत था.. शेड्यूल इतना हेक्टिक था के खाने का समय भी नहीं रहता था... मैं अपने मॅनेजर से कुछ डिसकस कर रहा था कि तभी मेरे मोबाइल पे स्मस आया..


पायल:- व्हाट्स नेक्स्ट मेरे भैया...

मैने मेरे मॅनेजर से डिस्कशन ख़तम करके अपनी सीट पे जाके पायल को रिप्लाइ किया


मैने सोचा दो दिन से पायल अच्छी तरह सोई भी नहीं, उसे खमखा परेशान नहीं करना चाहता था अभी.. मैने उसे रिप्लाइ किया

मैं:- कुछ नहीं.. तू पहले अपने घर जा फिर बात करते हैं

इस्पे पायल का कोई जवाब नहीं आया.. मैं भी अपने काम में लग गया.. पिछले दो दिन से मुझे काम पे लेट होता था, मैने सोचा आज टाइम पे ही निकलना है, इसलिए अपना काम ख़तम करने लगा... मैं अपना काम फिनिश ही कर रहा था तभी फिर मेरे मोबाइल पे स्मस आया

मोबाइल की स्क्रीन पे देख के पहले तो सोचा कि क्या जवाब दूँगा अगर बात आगे बढ़ाई तो, क्यूँ कि ऑफीस में काम के अलावा मुझे टाइम वेस्ट नहीं करना था.... स्मस डॉली का था

डॉली:- .. हमे बात करनी चाहिए, कब आओगे घर ?

मैं:- ऑन टाइम... बाद में बात करते हैं, नहीं तो लेट आउन्गा... बू बाइ, आंड प्लीज़ बुरा मत लगाना मैं बात नहीं कर सकता अभी तो

डॉली:- ओके.... मैं इंतेज़ार करूँगी, घर से कुछ दूरी पे बारिस्ता है, वहाँ पहुँचना 9 बजे..

मैं सोचने लगा 9 बजे कौन चूतिया कॉफी या कुकीस लेता है... इन लोगों के दिखावे में बेहेन्चोद कहीं मैं भूका ना मरूं..

मैं:- नहीं.. कॉफी नहीं पीनी, घर पे बात करेंगे.. बाइ

डॉली:- कॉफी नहीं पीनी मुझे भी... बारिस्ता के बाहर ही बात करेंगे...

इसके स्मस से मुझे इरिटेशन हो रहा था.. मैने ख़तम करने का फिर ट्राइ किया

मैं:- ओके... अब बाइ

मैने जैसे ही डॉली को स्मस करके मोबाइल रख के काम करना चाहा, फिर से "बीप बीप" मेरा मोबाइल बजा... 

"साली खुद तो काम नहीं करती, मुझे भी तंग कर रही है.. अब क्या करना है" मैने बड़बड़ाते हुए मोबाइल उठाया.. स्क्रीन देख के मेरी शकल पे हैरानीयत के भाव आ गये.. स्मस शन्नो आंटी का था...

शन्नो आंटी:- ... खाना घर पे खाओगे कि आज भी लेट आओगे बेटा

"इसको क्या हुआ.... ये क्यूँ मेरी इतनी चिंता कर रही है" मैने सोचा..

"नहीं आंटी... घर पे खाउन्गा, बट आते आते 10 बाज जाएँगे, तो मोम को बोलना वेट ना करे" मैने जवाब दिया

शन्नो आंटी:- क्यूँ बेटे... इतना काम मत करो, तुम्हे क्या कमी है पैसों की... जल्दी आओ

(तेरी बेटी को चोदने जाउन्गा भैन की लोडी.. उसमे देर होगी आज रांड़ साली.. उपर से दिमाग़ में सिर्फ़ पैसा ही घुसा हुआ है.. रंडियाँ साली) 

"नहीं आंटी.. 10 बजे आउन्गा, ओके बाइ नाउ" मैने जवाब देके मोबाइल साइलेंट पे किया ताकि फिर भैन की लोड़ियों के मसेज ना आए

मैं वापस अपने काम में जुट गया.. दिन भर में कुछ मीटिंग्स भी थी बहुत थक चुका था... मैने टाइम देखा तो 7 बज चुके थे.. अपना काम लिस्ट डाउन करके मैने देखा तो आज का काम तकरीबन हो चुका था... मैने चैन की साँस ली और कॅंटीन में चला गया कुछ खाने...

दोपहर से कुछ खाया भी नहीं था... कॅंटीन में पहुँच के मोबाइल देखा तो 6 मिस कॉल्स थी और 10 स्मस थे.... सब के सब पायल के थे..


"थॅंक गॉड" मैने खुद से कहा और पायल को कॉल मिलाया


मैं:- हाई बेबो... 

पायल:- माइ फुट.. आपको अकल है कि नहीं, इतनी देर से कॉल क्यूँ नहीं उठा रहे और एक भी जवाब नहीं.. पता है मैं कितनी परेशान हूँ इधर

मैं:- अरे बेटू, ऐसा नहीं है, आज शन्नो और डॉली के स्मस पे स्मस आ रहे थे.. जल्दी काम फिनिश करना था इसलिए मोबाइल साइलेंट पे कर दिया था..

पायल:- ओह... डीटेल्स दो

मैं:- डॉली मुझसे मिलना चाहती है बारिस्ता में.. और शन्नो ने घर जल्दी आने को कहा आज. स्ट्रेंज ना

पायल:- खबरदार जो डॉली के साथ कॉफी पी.. पहले उसके साथ सोए थे वो मैने चला लिया.. लेकिन अभी अगर ऐसा किया ना तो मार डालूंगी

मैं:- तू मुझे मारेगी मेरी जानू

पायल:- आपको नहीं.. खुद को, मैं आपको किसी के साथ नहीं देख पाउन्गि अब..समझे
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09-15-2018, 01:48 PM,
RE: Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें
मैं:- चिल बाबा... ऐसा कुछ नहीं करूँगा, बट आगे का प्लान करने में कुछ ऐसा हुआ तो

पायल:- वो चलेगा, बट अगर बिना किसी मकसद से किसी के साथ भी आप सोए ना, तो...

मैने बीच में कट करते हुए कहा.. "हां बाबा आइ नो... अब गुस्सा छोड़ और बोल, तू सोई अच्छी तरह"

पायल:- हां , आप ने खाना क्यूँ नहीं खाया दोपहर को

(ये क्या जादूगर है या भविष्यवक्ता. मैने सोचा)

मैं:- खाया है मैने, क्यूँ

पायल:-झूठ नही कहो... मोबाइल साइलेंट पे था और आके अभी मुझे कॉल किया इसका मतलब दोपहर को काम से फ्री नहीं हुए...

मैं:- तू मुझे कितना अच्छे से जानती है पायल.. तभी तो

पायल:- तभी तो क्या ?

मैं:- कुछ नहीं..

पायल:- अब बोल भी दो... बार बार बोलने से बात की वॅल्यू कम नहीं होती

मैं:- उम्म्म. लव यू स्वीट हार्ट. तू मेरी बीवी जैसा ध्यान रखती है मेरा

पायल:- पर आप तो बिल्कुल भी मेरा ध्यान नही रखते

मैं:- क्यूँ... क्या कमी रह गयी स्वीट्स

"वो मैं आपको बाद में बताऊँगी.. अब पहले अपनी ऑफीस के गंदे नूडल्स फिनिश करो और डॉली के साथ मिलके बताना क्या कहा उसने" पायल ने कहके फोन कट कर दिया


(इसको ये भी पता चला मैं नूडल्स खा रहा हूँ.. ) मैं सोचते सोचते मुस्कुराने लगा..

मैने वक़्त देखा तो 8 बजने आए थे.. मैने जल्दी से सीट पे जाके अपना पीसी शटडाउन किया और घर के लिए निकल गया

जैसे ही मैं गाड़ी में बैठा तब फिर स्मस आया.. मैने देखा तो डॉली का ही रिमाइंडर था... मैं जवाब दिए बिना ऑफीस से निकल गया और घर की तरफ जाने लगा... ट्रॅफिक हैवी होने की वजह से काफ़ी देर हो रही थी, और उपर से डॉली के स्मस पे स्मस आ रहे थे.. मैं सब को इग्नोर करके गाड़ी धीरे धीरे बढ़ाने लगा और थोड़ा रोड क्लियर होते ही स्पीड बढ़ा ली....

बारिस्ता पहुँचते पहुँचते 9.15 हो गये थे. जैसे ही मैने गाड़ी साइड लगा के देखा तो डॉली वहाँ मेरा वेट कर रही थी

(बहन्चोद घर से 2 किमी की दूरी में भी गाड़ी लाई है.. पेट्रोल क्या तेरा बाप भर्वाता है) मैं सोचते सोचते उसके पास पहुँचा

मैं:- बोल डियर.. क्या हुआ अचानक यहाँ क्यूँ बुलाया.. और तू ठीक है ना ?

डॉली:- क्यूँ, मुझे क्या हुआ ?

"नहीं ऐसा कुछ नहीं, बट गाड़ी में यहाँ आई है, इससे जल्दी तो तू पेदल या अपनी एक्टिवा पे पहुँच जाती" मैने आटिट्यूड दिखाते हुए कहा

मेरी बात को समझ के उसकी आँखों में एक दम तीखापन छाने लगा...

डॉली:- वो सब छोड़... मुझे कल रात के बारे में कुछ बात करनी है

मैं कुछ बोले बिना बस उसकी आँखों में ही देखे जा रहा था.. मैने उसे आँखों से आगे बोलने का इशारा किया

डॉली:- कल रात क्या हुआ था... मुझे सच सच बताएगा प्लीज़

मैं:- क्यूँ, तुझे कुछ याद नहीं क्या स्वीट हार्ट.. मैने जान बुझ के प्यार दिखाते हुए कहा

डॉली:- नहीं .. पता नहीं क्यूँ, इससे पहले मैने भी विस्की कई बार ली है बट आज तक ऐसा नहीं हुआ के मुझे कुछ याद ना हो

मैं:- इससे पहले क्या तूने 3 बॉटल्स विस्की की पी थी... इससे पहले क्या तूने कभी सेक्स की इच्छा बढ़ाने वाली दवाई खाई थी

डॉली:- व्हाट!!!! विस्की तो ओके बट दवाई ? कौनसी ? पायल ने मुझे क्यूँ नहीं बताया वो.. क्या था डीटेल में बता

मैं:- डॉली.. ध्यान से सुन... कल रात जब मैं रूम में आया था तब दारू पी रखी थी तुमने.. जैसे ही मैं एंटर हुआ तुमने अचानक मुझ पे हमला किया.. और फिर मेरे साथ वो सब किया जो मैं कभी सोच भी नहीं सकता...

डॉली मुझे एक टक देखे जा रही थी.... उसकी आँखों में एक अजीब सा सवाल था... वो मुझसे कुछ पूछना चाह रही थी, पर शायद बोल नहीं पा रही थी... बोलेगी भी कैसे, मैने उसे बात ही ऐसी बोली थी कि उसकी जगह कोई भी हो 2 मिनट के लिए तो शांत हो जाए,..
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