RE: Nangi Sex Kahani अमेरिका रिटर्न बंदा
अमेरिका रिटर्न बंदा--4
गतान्क से आगे…………………………..
आधा लंड चूत को चीर'ता हुआ अंदर घुस गया. चारू ने ऐक चीख मारी. पंकज ने चीख सुनी अनसुनी केरते हुवे दोनों हाथों से उस की चूचियाँ पकड़ कर ऐक और धक्का मारा तो लंड पूरा का पूरा जड़ तक चूत मे घुस गया. चारू की ऐक और चीख निकली जो पहले से भी ज़्यादा ज़ोरदार थी. चारू का तकलीफ़ से बुरा हाल था और उस की आँखों मे आँसू भी आ गये थे.
पंकज अपना लंड मैरी चूत से बाहर निकालो. मेरी चूत फॅट जाए गी. मैं मर जाउन्गि . प्लीज़ बाहर निकालो. मैरी चूत मैं जलन हो रही है. तुम ने मैरी चूत फाड़ दी जिस को देखने के लिए करोड़ो लोग तरसते हैं. आज तुम ने उस चूत मे अपना लंबा-लंड पूरा घुसा दिया है. ज़ालिम छोड़ दो मुझे.
पंकज थोड़ी देर रुका फिर आहिस्ता आहिस्ता नीचे से धक्के लगाने लगा. लंड थोड़ा बाहर निकालता फिर अंदर डालता और उस की चूचियों को ज़ोर ज़ोर से दबाने और गान्ड पर हाथ फैरने लग'ता. कुच्छ देर बाद चारू फिर मस्ती मे आने लगी और खुद भी ऊपर नीचे अपने चुत्तऱ हिलाने लगी. चिक्कू पास खड़ा अपनी दीदी को पंकज के लंड पर उठ्ते बैठ्ते देख रहा था. उस को चारू के उभरे हुवे चुत्तऱ बहुत अच्छे लग रहे थे. अब चिक्कू से और सबर नहीं हो रहा था तो वह भी बेड पर आ गया और अप'नी आदर्निय दीदी को पंकज की छाती की तरफ झुका दिया. चारू मज़े मे पंकज की छाती से अपनी चूचियाँ मसल्ते हुवे चुत्तऱ हिला हिला कर लंड अंदर बाहर कर रही थी.
अब चिक्कू ने चारू के और ज़्यादा उभर आए गांद के छेद पर और अपने लंड पर खूब सारी वेसिलिन लगाई. चारू पंकज से चुदाने मे इतनी मस्त थी कि उस को खबर ही नहीं थी कि चिक्कू अब क्या कर'ने वाला हे. चिक्कू ने अपने 6 इंच के लंड को बहन की गान्ड के सुराख पर रखा और दबाव डाला तो वेसिलिन की चिकनाहट से लंड की टोपी गांद मे घुस गयी. गांद मे लंड घुस्सते ही चारू को होश आया. पंकज ने चारू का मूँ'ह अप'ने मूँ'ह में ले लिया और नीचे से झटके मारना रोक दिया. मगेर चिक्कू नेऐक ज़ोरदार झटका मारा और 6 इंच का लंड पूरा गान्ड मे एक ही बार में घुसा दिया. तभी चारू पंकज से अप'ना मूँ'ह छुड़ा बिफर पड़ी,
कुत्ते, हरामी तू अपनी दीदी की गान्ड मार रहा है. जा पहले अपनी बड़ी दीदी को चोद, निकाल अपना लंड, मैरी गान्ड से बहन चोद. चारू दर्द से चीखे जा रही थी मगेर आहिस्ता आहिस्ता उस की चीखै हल्की होती जा रही थी. पंकज ने देखा चिक्कू लगातार लंड गान्ड के अंदर बाहर कर रहा है तो उस ने भी नीचे से चूत मारनी शुरू कर दी. चारू को भी कुच्छ देर तो दर्द रहा फिर दोनो तरफ यानी चूत और गान्ड मे लंड अंदर बाहर होने से मज़ा आने लगा और वह खुद भी आगे पीछे हो हो कर चूत और गान्ड मरवाने लगी. चारू मज़े मे खुद अपनी चूचियाँ दबाने लगी और सिस'कारियाँ लैने लगी.
तुम दोनो अपना लंड और अंदर करो और ज़ोर ज़ोर से झटके मारो मैं हवाओं मे उड़ रही हूँ. मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. ज़िंदगी मे पहली बार दो लंड एक साथ लिया है. ऐक भाई का और ऐक दीवाने का. कुच्छ देर तो चारू दोनो तरफ से चुद्ती रही फिर पंकज ने चारू को बेड पर सीधा लिटाया और अपना लंड उस की चूत पर रखा और चूत के लिप्स पर ऊपर नीचे रगड़ने लगा. कभी टोपी चूत के अंदर डाल देता, कभी फिर बाहर निकाल कर रगड़ने लगता. इस से चारू बहुत तडप रही थी और आख़िर बोल ही पड़ी.
पंकज प्लीज़ अपना लंड मैरी चूत मे पूरा डाल दो. मुझे और मत तडपाओ ज़ालिम. मुझे चोदो. मैं भी तुम्हारे लंड की दीवानी बन गयी हूँ. अपने लंड से मैरी चूत की प्यास भुजाओ. पंकज ने उस को और तडपाना मुनासिब नहीं समझा और ऐक ही झटके से पूरा लंड चूत मे घुसा दिया और उस की चूचियाँ पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से झटके मार'ने लगा. दूसरी तरफ चिक्कू ने अपना लंड बहन के मूँ'ह मे डाल दिया जिसे चारू मज़े से कुलफी की तर'हा चूसने लगी और उस के टटटे सहलाने लगी. चारू मस्ती मे अजीब अजीब सी आवाज़े निकालने लगी,
आह बहुत मज़ा आ रहा है. अरे चिक्कू तेरा लंड तो रसगुल्ला है. मुझे पह'ले पता नहीं था साले नहीं तो रोज तुझे साथ लेके सोती. चारू क़रीब पड़ी हुई वेसिलिन हाथ मैं लायकेर पंकज की गान्ड पर मलने लगी. फिर अपनी इंडेक्स अंगुल पंकज की गान्ड मैं डाल डी और अंदर बाहर कर'ने लगी. पंकज को उस की टाइट चूत मे फँस फँस कर जाता हुवा लंड बरा मज़ा दाई रहा था. अचानक चिक्कू बोला.
दीदी लंड छोड़ो मेरा कुच्छ निकल्ने वाला है तुम्हारे मुँह मे निकल जाए गा.
जो भी निकल रहा है मुँह मे ही निकाल दे चिक'ने, चाहे तेरा पेशाब ही क्यों ना हो. मैं पी जाऊं गी. चिक्कू ने चारू के मुँह मे वीर्य की पिचकारी मार दी. चारू का मुँह वीर्य से भर गया और वह मज़े से सारा वीर्य पी गयी. पंकज ने अपने धक्के और तेज कर दिए. चारू का जिस्म अकड़ने लगा और उस ने दोनो टाँगों से पंकज की कमर को पकड़ लिया और बोली.
ओह मैरी चूत के रसिए मेरी चूत मे ज़लज़ला आ रहा है. यह क्या चीज़ निकल रही है मैरी चूत से. ओह ओह इतना मज़ा आहह आहह मुझे बहुत मज़ा आ रहा हे. चारू की चूत ने भी रज छोड़ दी. पंकज के झटकों और धक्कों मे खूब तैज़ी आ गयी और उस'के लंड ने भी चारू की पूरी चूत वीर्य से भर दी.
आह आह यह गरम गरम क्या चीज़ मैरी चूत मे भर दी है. मैं फिर छुट रही हूँ. आह पंकज फिर धक्के लगाओ. पंकज ने फिर धक्के लगाए तो फिर चारू ने उस'की केमर अपनी टाँगों से पकड़ ली. उस की चूत से दूसरी दफ़ा भी राज निकल गयी. फिर पंकज चारू के ऊपर से हट कर उस के साथ ही बेड पर लेट गया और चिक्कू उन दोनो के पैरों की तरफ लेट गया. मालूम नहीं कब वे सब सो गये.
फिर सब से पहले पंकज की आँख खुली तो वह दोनो बहन भाई बेख़बर सो रहे थे.
चारू, चारू उठो. तो वह जाग गयी जब उस ने पंकज को और चिक्कू को और अपने आप को नंगा देखा तो रात की तमाम बाते किसी फिल्म की तर'ह उस की नज़रों मे घूम गयी. चारू अब शरम से नजरे झुका कर बैठी थी. उस की यह अदा पंकज को इतनी अच्छी लगी कि उस'ने आगे बढ़ कर उस के माथे पर चूम लिया.
तुम्हारे इसी शर्मीले पन ने ही तो मुझे तुम्हारा दीवाना बनाया था.
पंकज मैरी ज़िंदगी के तुम पहले मर्द हो जिस'से मुझे प्यार हो गया है. मैं तुम को कभी नहीं भूलूंगी.
चारू मैं वही पंकज हूँ जिस'के बारे में शायद तुम्हारी बड़ी दीदी ने तुम्हें बताया होगा. यह सुन'ते ही चरुलाता का मुख खुला का खुला ही रह गया.
पंकज तुम बहुत ज़ालिम हो. पर तुम्हारे इस व्यव'हार से मैं तुम्हारी दीवानी हो गई हूँ. पर एक बात तो बताओ कि वह गन लेकर यहाँ क्यों आए जब'कि तुम्हारे पास तो ऐसी गन है जिस'से कोई भी लड़'की सदा के लिए मर जाय.
अरे वह तो तेरे इस छोटे भैया ने मुझे दी थी. चारू ने चिक्कू को खा जाने वाली नज़र से देखा तो चिक्कू बोला.
यह सब जीजू का प्लान था. चारू बिफर के बोली,
कौन जीजू किसका जीजू. तभी पंकज ने उसे बाँहों में ले लिया और उस'के दहक'ते लबों को अपने होंठों में समेट लिया. पंकज बोला,
भाई यह अमेरिका रिटर्न बंदे की सोच थी. मैं तो तेरे इस मस्त भाई को पहली नज़र में देख'ते ही इस'का यार बन गया और यारों से कुच्छ भी छुपाना मैने सीखा नहीं. चारू मैं तुम्हारी पिच्छ'ली जिंद'गी के बारे में ना तो कुच्छ जान'ना चाह'ता हूँ और ना कभी पुछून्गा. चारू ने पंकज को कस के भींच लिया और दोनों एक लंबे अंत'हीन चुंबन में लीन हो गये.
दो महीनों में ही पंकज और चरुलाता की धूम'धाम से शादी हो गयी. चिक्कू अब भी दोनों के सारे रति क्रम का राज'दार बना रहा. चरुलाता जैसी सेक्स सिंबल आक्ट्रेस भी दो दो लंड पा कर निहाल थी. बड़ा लंड यानी अप'ने सैंया का चूत में पिल'वाती तो छोटा लंड यानी अप'ने भाई का अप'नी गान्ड में. पंकज बहुत खुश था. उसका यह सर्प्राइज़ आगे चल कर बहुत काम आया. अब वह अपनी मस्त बीवी को जम के चोद्ता तो साथ ही मस्त साले की जम के गान्ड भी मार'ता.
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