06-16-2018, 12:04 PM,
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RE: Desi Chudai बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई
देखा कि मुझे तीन सेक्षन्स थे 40-40-20 मार्क्स के और मुझे सिर्फ़ पहले 2 सेक्षन्स में 1-1 क्वेस्चन आता था और वो भी 100% आक्युरसी से नही. मेरी तो फट गई. मेरी रोने वाली शक्ल हो गई थी.मैं 10-15 मिनिट्स हो गये थे तो मैं वो क्वेस्चन ख़त्म करने लगी जो मुझे थोड़ा सा आता था... तभी हमारे सर आए रूम में और हम से कहा कि बेटा एग्ज़ॅम ईज़ी है ना?
सभी ने कहा हां....लकिन मैने हां में सर नही हिलाया और उनकी तरफ रोंदू शक्ल से देखने लगी. फिर वो मेरे पास आए और पूछा कि एग्ज़ॅम कैसा है. मैने कहा सर मुझे आता नही कुछ भी तो सर ने कहा अच्छा और मेरे टेबल पर चुपके से एक चिट छोड़ दी. मैने भी जल्दी से वो चिट छुपा ली . फिर सर ने कहा मैं वापिस आउन्गा थोरी देर में अगर कोई प्राब्लम हुई तो बताना. मैने चिट में देखा तो वहाँ सेक्षन ए के आन्सर्स थे. मैने जल्दी से नकल मारनी शुरू कर दी. मेरे रोंदू चेहरे के बगीचे में अब खुशियों के फूल खिल गये थे. मैं मज़े से कर रही थी आन्सर्स,
अभी मैने 1 ही आन्सर अच्छे से किया कि सूपरिंटेंडेंट सर अंदर आ गये. मैने देखा कि वो सफेद रंग के बालों वाले, स्ट्रिक्ट फेस एक्सप्रेशन्स, और आवरेज शरीर में रुआबदार सी पर्सनॅलिटी वाले थे. उन्होने पहले टीचर से बात की और फिर राउंड लगाने लगे. मैने जब देखा कि वो मेरे पास आ रहे है तो मैने चिट छुपा ली और लिखने की आक्टिंग करने लगी. वो मेरे पास 10 मिनिट्स रुके और मैं बस लिखने की आक्टिंग कर रही थी और मन में सोच रही थी कि हइईई साला हरामी कब जाएगा. और डर रही थी कि कहीं इसे शक़ तो नही हो गया...लेकिन फिर वो चला गया और मैं फिर से मस्त होके नकल मारने लगी. मैने पूरा सेक्षन ए ख़त्म कर लिया और फिर मैं सर का इंतेज़ार करने लगी.तभी सर जल्दी से अंदर आए और मुझे 4-5 चिट्स दे दी और चले गये. इतनी चिट्स थी मुझे डर लग रहा था कि कहीं सूपरिंटेंडेंट ना आ जाए तो मैने 1 चिट रख ली और बाकी को एक ऐसी जगह छुपा लिया जहाँ कोई नही ढूँढ सकता था. मैने लिखना स्टार्ट किया लेकिन तभी साला सूपरिंटेंडेंट आ गया और मेरे बेंच के पास आकर खड़ा हो गया और मुझसे कहा कि लिखो...अब मैं चिट को देखे बिना कैसे लिखती. मैं डर गई और मुझे पसीना आने लगा था...तो सूपरिंटेंडेंट ने टीचर्स से कहा कि इसे नेक्स्ट रूम में भेजो .....यह अभी मेरे पास बैठकर एग्ज़ॅम करेगी. मैं तो डर गई.....मेरी गान्ड फट गई थी. मैने बहुत मनाया लेकिन कोई बात नही बनी और मैं वहाँ चल पड़ी.
सूपरिंटेंडेंट ने एक रूम में मुझे बिठाया और लिखने को कहा.मैने जब कुछ नही लिखा तो उसने कहा
स- मुझे पता है यू आर चीटिंग. अब मुझे चिट्स दे दो नही तो आइ विल कॅन्सल युवर एग्ज़ॅम
मे- सर प्लीज़ ऐसा मत करना. सर मैने नकल नही मारी. सर प्लीज़ ट्रस्ट मी
सूपरिंटेंडेंट - मुझे ईडियट मत समझो....आइ हॅव सीन यू चीटिंग फ्रॉम दा चिट्स....नाउ टेल मी व्हेयर आर दे?
मे- सर प्लीज़्ज़.....मैने कोई चीटिंग नही की.....सर प्लीज़्ज़.....
सूपरिंटेंडेंट - लगता है तुम ऐसे नही मनोगी तो ठीक है आन्सरशीट दो......मैं चीटिंग केस लिखता हूँ......
मे- सर नही......प्लीज्ज़्ज़.......सर नही प्लीज़्ज़्ज़्ज़्ज़......सर हां मैने चीटिंग की है.....
सूपरिंटेंडेंट - तो मुझे चिट्स दे दो......प्लीज़ बी फास्ट
मे- सर लकिन मैने वो सीक्रेट प्लेस में छुपाई है......
सूपरिंटेंडेंट - आइ डॉन;ट नो एनितिंग,,,,,मुझे वो चिट्स चाहिए ऑर आइ विल टेक वेरी स्ट्रिक्ट आक्षन ऑन यू
मे- मैने सोचा अब क्या करूँ......फिर मेरा दिमाग़ ने थोड़ा शैतानी सोचा.......मैने कहा शायद ये सूपरिंटेंडेंट भी काबू में आ जाए.......
मैने कहा-"ओके सर.....मैने अभी देती हूँ......"
वो मुझे देख रहा था तो मैने शर्ट में हाथ डाला( मैने वाइट शर्ट और ग्रे स्कर्ट पहनी थी..इट्स माइ स्कूल ड्रेस) और अपनी वाइट ब्रा के अंदर धीरे धीरे हाथ डाला और अपना राइट वाला दूध थोड़ा सा बाहर निकाला जिससे उसको मेरे ब्राउनि से निपल्स आराम से नज़र आ रहे होंगे और मेरा आधा मोटा दूध उसकी नज़रो में बस गया होगा. मैने फिर थोड़ा और नीचे की ब्रा और 3 चिटज़ निकाली लेकिन तब तक उसे मेरा पूरा राइट वाला दूध 5-6 सेकेंड्स के लिए दिख गया होगा. पक्का उसको बहुत मज़ा आया होगा मेरा गोरा चिटा मोटा दूध देख कर, उसका दिल करता होगा कि मेरे दूध को मसल मसल के चूसने को.....आइ म श्योर ....फिर मैने शर्ट जब बंदकरके उसकी तरफ देखा तो उसका चेहरा अब मुझे तोड़ा नरम लग रहा था. मैने कहा सर ये 3 चिट्स हैं और 2 और हैं.
सूपरिंटेंडेंट - (बड़ी नरम सी आवाज़ में) वो भी दे दो बेटा.......
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06-16-2018, 12:05 PM,
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RE: Desi Chudai बिन पढ़ाई करनी पड़ी चुदाई
आख़िरकार नयी सुबह की शुरुआत हुई और मैं मस्त नहा धो के तैयार हो के एग्ज़ॅम देने चल पड़ी. मैं फिक्स्ड टाइम से 1 घंटा पहले ही पहुँच गई थी. मैने देखा कि सब स्टूडेंट्स लगभग आ गये है. आज का एग्ज़ॅम भी मुश्किल था. मैं सर को ढूँढने लगी लेकिन मुझे सर नही मिल रहे थे. सूपरिंटेंडेंट भी अभी देखाई नही दे रहा था. मेरे होश गुम थे.मैने चारो तरफ देखा तो मुझे एक साइड पे राहुल और नदीम देखाई दिए जो क्लास के टॉपर लड़के थे. मैने सोचा यह भी मेरी क्लास में ही होते है और राहुल तो बिल्कुल मेरी लेफ्ट साइड में होता है और नदीम मेरे आगे की एक सीट छोड़ कर. मैने कहा इनसे कुछ बात करती हूँ...शायद कुछ हेल्प कर दे.
मैं जल्दी से उनके पास गई और एकाएक रुक गई और मैने उनको बड़े ही प्यार से बुलाया
मे- राहुल आंड नदीम क्या हाल है?
राहुल- अच्छा है सोनम.
नदीम- वेरी गुड आंड आपका ?
मे- मेरा हाल तो यार बहुत बुरा है.......
राहुल- आरे क्यूँ क्या हुआ?
मे- यार क्या बताऊ मेरा रोने को दिल करता है राहुल
राहुल- अच्छा लेकिन क्या हुआ....एग्ज़ॅम की टेन्षन है?
नदीम मेरी तरफ ध्यान नही दे रहा था और नोटबुक से रटते लगाने में मुशरूफ था.
मे- हां यार बहुत ज़्यादा टेन्षन है राहुल.
नदीम- आरे यार प्लीज़ धीरे बोलो....मुझे पढ़ने दो...प्लीज़्ज़्ज़्ज़
राहुल- ओके यार तू पढ़ले यार....नही डिस्टर्ब करते तुझे...सोनम इधर आके बताओ किस क्वेस्चन में प्राब्लम है.
हम दोनो थोड़ा दूर चले गये नदीम से और वहाँ जाकर हमारी फिर से बात चीत शुरू हुई
मे- यार क्या बताऊ मुझे कुछ नही होता.....मैं फैल हो जाउन्गी.....
और मैने रोना शुरू कर दिया.......र्र्र्र्र्र्ररराहुल्ल्ल्ल्ल्ल मैं फैल हो जाउन्गी.....
राहुल- अरे सोनम ऐसा नही कहते.....प्लीज़ मत रो यार....ऐसा नही होगा कुछ....तुमने कुछ तो याद किया होगा ना....एग्ज़ॅम ईज़ी आएगा देखना
मे- नहियीईई राहुल....मुझे कुछ नही आता......मैने कुछ याद नही किया.....मैं पक्का फैल हूँ इस एग्ज़ॅम में....आआआआआअ प्लीज़्ज़्ज़्ज़्ज़ मेरी हेल्प कर दो
राहुल- आरे मैं कैसे हेल्प करूँ यार,,,,,,
मे-- आआआआअ....मैं फैल हो जाउन्गी........मैं अपना मुँह छिपाकर रोने लगी.... और मैं भागकर सीढ़ियों से उपर के फ्लोर पर चली गई और वहाँ एक पिल्लर के साथ सटकर रोने लगी.
तभी थोड़ी देर के बाद मेरे कंधों पर किसी ने हाथ रखा और जैसे ही मैने अपना मुँह घुमाया तो राहुल मेरे सामने था...
राहुल- प्लीज़ सोनम रोना बंद करो....ऐसे कुछ नही होगा.......
मे- नही राहुल.....मेरी इन्सल्ट हो जाएगी......और यह कहते ही मैं राहुल से गले लिपट गई और रोने लगी.......
ऐसी मस्त टाइट दूध और मोटी गांद वाली लड़की अगर किसी जवान लड़के से चिपक कर गले लगी हो तो कोई भी मर्द क्या नमार्द का भी लंड खड़ा हो जाएगा. राहुल भी थोरी देर के लिए रुका रहा. मुझे पता था वो मेरे कोमल से नरम नरम दूध जो उसके सीने से सटे हुए थे उनका मज़ा ले रहा था. तभी राहुल ने मेरे बालों पर हाथ फेरा और कहा
राहुल- सोनम.....प्लीज़ मैं तुमहरे साथ हूँ .....फिकर मत करो....
मे- ओह्ह राहुल.....यू आर सो स्वीट.....प्लीज़्ज़ मेरी हेल्प कर देना....बदले में जो मर्ज़ी लेना मुझसे
राहुल- ओह रियली सोनम......सच में.....चाहे कुछ भी माँग लूँ.......
मे- ओह राहुल ......जो मर्ज़ी .....सब कुछ मेरा तुमहरा है
राहुल- ओह सोनम......क्या बात है.....ऐसा कहते हुए उसने मुझे कस के गले लगा लिया....और मेरे मम्मों को पकड़ लिया और शर्ट के उपर से ही खूब मसला......और फिर मेरे होठों को अपने होठों में ज़ोर से पकड़ लिया और चूसने लगा......साथ साथ में उसने अपने हाथों से मेरे दोनो चुतड़ों के साइज़ को चेक किया.....अहह मज़ा आ रहा था लेकिन मैने तभी उसे अपने से अलग कर दिया.....
राहुल- प्लीज़ सोनम करने दो ना.......
मे- नही राहुल.....अभी नही ....बाद में पक्का करने दूँगी.....
राहुल- तो ऐसा करना जब एग्ज़ॅम में मैं पानी के लिए जाऊ बाहर तो तुम भी आ जाना थोड़ी देर के बाद......प्लीज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़
मे- ठीक है राहुल.....लेकिन प्लीज़....मेरी हेल्प करना......मैं तुमको बहुत मज़े दूँगी
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