06-21-2017, 10:32 AM,
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RE: Antarvasnasex चिकनी भाभी
गतान्क से आगे................
"अनाड़ी की क्या बात थी? किसी लड़की की कुँवारी चूत को इतने मोटे, लंबे लंड से इतनी ज़ोर से चोदा जाता है क्या? कितना खून निकाल दिया था आपने मेरी चूत में से, पूरी चादर खराब हो गयी थी. अब जब मेरी चूत आपके लंड को झेलने के लायक हो गयी है तो आपने चोदना ही कम कर दिया है."
"अब चोदने भी दोगि या सारी रात बातों में ही गुज़ार दोगि." यह कह कर भैया भाभी के कपड़े उतारने लगे.
"सिम्मी, मैं तुम्हारी ये पॅंटी साथ ले जाउन्गा."
"क्यो? आप इसका क्या करेंगे?"
"जब भी चोदने का दिल करेगा तो इसे अपने लंड से लगा लूँगा." पॅंटी उतार कर शायद भैया ने लंड भाभी की चूत में पेल दिया, क्योंकि भाभी के मुँह से आवाज़ें आने लगी…..
" अया….ऊवू…अघ..आह..आह..आह..आह"
"सिम्मी, आज तो सारी रात लूँगा तुम्हारी"
"लीजिए ना आआहह….कॉन…. आह रोक रहा है? आपकी चीज़ है. जी भर के चोदिये….उई माआ…..."
"थोड़ी टाँगें और चौड़ी करो. हां अब ठीक है. आह पूरा लंड जड़ तक घुस गया
है."
"आआआ…ह, ऊवू."
"सिम्मी, मज़ा आ रहा है मेरी जान?"
"हूँ. आआआ..ह."
"सिम्मी."
"जी."
"अब 6 महीने तक इस खूबसूरत चूत की प्यास कैसे बुझओगि?"
"आपके इस मोटे लंड के सपने ले कर ही रातें गुज़ारुँगी."
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06-21-2017, 10:33 AM,
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RE: Antarvasnasex चिकनी भाभी
गतान्क से आगे................
मैने कई दिन से भाभी की गुलाबी पॅंटी नहीं देखी थी. आज भी वो नहीं सूख रही थी. मैने भाभी से पूछा….. "भाभी बहुत दिनों से अपने गुलाबी पॅंटी नहीं पहनी?"
"तुझे क्या?"
"मुझे वो बहुत अच्छी लगती है. उसे पहना करिए ना."
"मैं कॉन सा तेरे सामने पहनती हूँ?"
"बताइए ना भाभी कहाँ गयी, कभी सूख्ती हुई भी नहीं नज़र आती."
"तेरे भैया ले गये. कहते थे कि वो उन्हें मेरी याद दिलाएगी." भाभी ने शरमाते हुए कहा.
"आपकी याद दिलाएगी या आपके टाँगों के बीच में जो चीज़ है उसकी?"
"हट मक्कार ! तूने भी तो मेरी एक पॅंटी मार रखी है. उसे पहनता है क्या? पहनना नहीं, कहीं फॅट ना जाए." भाभी मुझे चिढ़ाती हुई बोली.
"फटेगी क्यों? मेरे चूतड़ आपके जितने भारी और चौड़े तो नहीं हैं".
"अरी बुधहू, चूतड़ तो बड़े नहीं हैं, लेकिन सामने से तो फॅट सकती है. तुझे तो वो सामने से फिट भी नहीं होगी."
"फिट क्यों नहीं होगी भाभी?" मैने अंजान बनते हुए कहा.
"अरी बाबा, मर्दों की टाँगों के बीच में जो वो होता है ना, वो उस छ्होटी सी पॅंटी में कैसे समा सकता है, और वो तगड़ा भी तो होता है पॅंटी के महीन कपड़े को फाड़ सकता है."
"वो क्या भाभी?" मैने शरारत भरे अंदाज़ में पूछा. भाभी जान गयी कि मैं उनके मुँह से क्या कहलवाना चाहता हूँ.
"मेरे मुँह से कहलवाने में मज़ा आता है?"
"एक तरफ तो आप कहती हैं कि आप मुझे सब कुच्छ बताएँगी,और फिर सॉफ सॉफ बात भी नहीं करती. आप मुझसे और मैं आपसे शरमाता रहूँगा तो मुझे कभी कुच्छ नहीं पता लगेगा और मैं भी भैया की तरह अनाड़ी रह जाउन्गा. बताइए ना !"
"तू और तेरे भैया दोनो एक से हैं.मेरे मुँह से सब कुच्छ सुन कर तुझे खुशी मिलेगी?"
"हाँ भाभी बहुत खुशी मिलेगी. और फिर मैं कोई पराया हूँ."
"ऐसा मत बोल आशु. तेरी खुशी के लिए मैं वही करूँगी जो तू कहेगा."
"तो फिर सॉफ सॉफ बताइए आपका क्या मतलब था."
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06-21-2017, 10:33 AM,
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RE: Antarvasnasex चिकनी भाभी
"अगर मैं आपको एक बात बताऊ तो आप बुरा तो नहीं मानेंगी?"
"नहीं आशु. देवर भाभी के बीच तो कोई झिझक नहीं होनी चाहिए. और अब तो तूने मेरे मुँह से सूब कुच्छ कहलवा दिया है.लेकिन मेरी पॅंटी तो वापस कर दे."
"सच कहूँ भाभी, रोज़ रात को उसे सून्घ्ता हूँ तो आपकी चूत की महक मुझे मदहोश कर डालती है. जब मैं अपना लंड आपकी पॅंटी से रगड़ता हूँ तो ऐसा लगता है जैसे लंड आपकी चूत से रगड़ रहा हो.
"ओह ! अब समझी देवर्जी मेरी पॅंटी के पीछे क्यों पागल हैं. इसीलिए तो कहती हूँ तुझे एक सुन्दर सी बीवी की ज़रूरत है"
"लेकिन मैं तो अनाड़ी हूँ. आपने तो प्रॉमिस कर के भी कुच्छ नहीं बताया. उस दिन आप कह रही थी कि मर्द अनाड़ी हो तो लड़की को सुहाग रात में बहुत तकलीफ़ होती है. आपका क्या मतलब था? आपको भी
तकलीफ़ हुई थी?"
"हां आशु, तेरे भैया अनाड़ी थे. सुहागरात को मेरी साडी उठा कर बिना मुझे गरम किए चोदना शुरू कर दिया. अपने 6 इंच लंबे और 2-1/2 इंच मोटे लंड से मेरी कुँवारी चूत को बहुत ही बेरहमी से चोदा.
बहुत खून निकला मेरी चूत से. अगले एक महीने तक दर्द होता रहा." मेरा लंड देखने के बाद से भाभी काफ़ी उत्तेजित हो गयी थी और बिल्कुल ही शरमाना छोड़ दिया था.
"लड़की को गरम कैसे करते हैं भाभी?"
"पहले प्यार से उससे बातें करते हैं. फिर धीरे धीरे उस के कपड़े उतारते हैं. उसके बदन को सहलाते हैं. उसके होटो को और चुचिओ को चूमते हैं. फिर प्यार से उसकी चुचिओ और चूत को मसल्ते हैं.
फिर हल्के से एक उंगली उसकी चूत में सरका कर देखते हैं कि लड़की की चूत पूरी तरह गीली है. अगर चूत गीली है, इसका मतलब लड़की चुदने के लिए तैयार है.इसके बाद प्यार से उसकी टाँगें उठा कर धीरे धीरे लंड अंदर डाल देते हैं. पहली रात ज़ोर ज़ोर से धक्के नहीं मारते."
"भाभी उस फिल्म में तो वो कालू उस लड़की की चूत चाटता है, लड़की भी लंड चूस्ति है. कालू उस लड़की को कयि तरह से चोद्ता है.
यहाँ तक कि उसकी गांद भी मारता है"
"अरी बुद्धू ये सब पहली रात को नहीं किया जाता, धीरे धीरे किया जाता है."
"भाभी, भैया भी वो सब आपके साथ करते हैं?"
"नहीं रे ! तेरे भैया अनाड़ी थे और अब भी अनाड़ी हैं. (भाभी के चेहरे पर थोड़ी सी उदासी झलक रही थी) उनको तो सिर्फ़ टाँगें उठा कर पेलना आता है. अक्सर तो पूरी तरह नंगी किए बिना ही चोद्ते हैं. औरत को मज़ा तो पूरी तरह नंगी हो कर ही चुदवाने में आता है."
" भाभी आपको नंगी हो कर चुदवाने में बहुत मज़ा आता है?"
"क्यों में औरत नहीं हूँ ? अगर मोटा तगड़ा लंड हो और चोदने वाला नंगी करके प्यार से चोदे तो बहुत ही मज़ा आता है."
"लेकिन भैया का लंड तो मोटा तगड़ा होगा. हां मेरे लंड की बराबरी नहीं कर सकता है"
"तुझे कैसे पता ? "
"मुझे तो नहीं पता लेकिन आप तो बता सकती हैं"
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