XXX Stories बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
07-29-2017, 10:23 AM,
#1
XXX Stories बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया 

बीवी ने काम बनवाया मेरे पेरेंट्स की एक सड़क हादसे मे मौत के बाद घर मे हम तीन मेंबर ही रह गये-मैं सुधीर उमर 23 साल , 6 महीने पहले बियाही 21 साल की मेरी बीवी सुषमा और 10थ मे पढ़ रही 15 साल की मेरी एकलौती बेहन काजल,उस हादसे को भूल कर हम तीनो प्यार

से रह रहे थे.रोज की तरह एक दिन

मेरी प्यारी कमसिन बेहन काजल ने स्कूल से आते ही बस्ता सोफे पे फेंका, टाइ,बेल्ट और शूस उतरे और हाफ शर्ट के उपरी बटन खोलकर बेड पे पसर गयी.स्कर्ट के नीचे से शर्ट निकाल कर नाभि के उपर तक चढ़ा लिया.फॅन फुल स्पीड पे था जिसके कारण स्कर्ट गोरी मसल जाँघो से हट गयी थी. चढ़ि का उभार साफ दिख रहा था. मैं उसके नोकिले चुचक,गहरी नाभि और गदराई जांघों के बीच का फूला हुआ हिस्सा खिड़की से एकटक देख रहा था.अचानक मेरी पत्नी सुषमा ने मेरी चोरी पकड़ते हुए चिकोटी काटी और खींच कर एक साइड मे लेजाकार बोली “कच्चे-2 नींबुड़े देख रहे हो,माल लगभग त्यार है.

काजल अब जवान हो चुकी है, कभी उसके जिस्म को नज़दीक से सूँघा है? उसकी जांघों के बीच से मर्दों को मदहोश करने वाली मादा गंध आती है.अगर यकीन ना हो तो खुद कभी सोती हुई को सूंघ लेना .और जवानी तो दीवानी होती है. अपनी बेहन के चूतड़ का उभार तो देखना. कैसे मस्त और कसी हुई गांद है उसस्की और उसस्की चुचि तो अब नींबू से बढ़ कर क़िस्सी अनार जैसी लगती है. मुझे यकीन है कि कॉलेज के लड़के उस पर लाइन मारते होंगे. जवान लड़की की टाँगें कब खुल जाएँ पता नहीं चलता और मेरी प्यारी ननद पर तो बला का हुसन चढ़ा हुआ है. मेरे अच्छे बलमा मुझे ही चोद्ते रहो गे या फिर अपनी बेहन के लिए भी लड़के की, यानी कि लंड की तलाश भी करोगे. कहीं किसी एररे गैररे ने चोद दिया अपनी काजल को तो मूह दिखाने के काबिल नहीं रहोगे. जवानी और हुस्न को जल्दी से संभाल लेना चाहिए, समझे?यकीन ना हो तो अभी इसकी जांघों के बीच सूंघ कर देख लो कहकर मेरा हाथ पकड़ कर काजल के बेड की तरफ ले जाने लगी.

मेने धीमी आवाज़ मे पर सख्ती से कहा ‘ पागल हो क्या, काजल मेरी बेहन है, क्या सोचेगी ? सुषमा नही मानी मेरा सर काजल की जांघों मे झुका कर बोली के अब इसकी आँख लग गयी हैं” मैं उपरी दिल से नाटक कर रहा था कि काजल से ऐसा कुच्छ नही करना चाहता लेकिन सुषमा के ज़रा से हाथ के दबाव से मेरा नाक काजल की पेंटी से धकि उभरी चूत को लगभग च्छुने लगी. मैने एक ज़ोर की सांस अंदर की तरफ खींची.ओह गॉड ! सचमुच अधपकी जवान चूत की ऐसी मादक गंध थी कि मेरे सारे बदन मे करेंट सा दौड़ गया और मेरा लंड खड़ा हो गया मेरी पत्नी सुषमा ने मुझे बाहर की तरफ खींचते हुए कहा कि चलो अब, कहीं काजल जाग ना जाए.कमरे से बाहर निकलते ही सुषमा ने मेरी पेंट मे तंबू बनाए हुए लंड को पकड़ कर भींचते हुए कहा कि देखो मुआ बेहन की सूंघते ही कितनी जल्दी अकड़ गया है,अभी थोड़ी देर पहले तो मुझ को घोड़ी बना कर चोद कर हटा था.” मेरी पत्नी मुझे बेडरूम ले गयी और पूरी नंगी हो कर मेरे सीने पर लेट गयी. मेरा लंड कुच्छ ढीला पड़ चुका था और सुषमा की बड़ी बड़ी चुचि मेरे सीने में धँसी हुई थी और मेरे हाथ उसस्के गोरे गोरे मांसल चूतड़ पर सैर कर रहे थे

मेरा ध्यान अपनी छ्होटी बेहन काजल की तरफ फिर चला गया. मेरे अंदर का भाई ये मानने को तैयार ना था कि मेरी बेहन चुदाई की उमर पर पहुँच चुकी है, लेकिन मेरे अंदर का मर्द सॉफ देख रहा था कि मेरी बेहन पर जवानी एक तूफान की तरह चढ़ चुकी थी. काजल अब 15-16 साल की हो चुकी थी. मेरी बेहन अधिकतर स्कर्ट्स पहनती थी जिस में उसस्की खूबसूरत जंघें झलक पड़ती थी. गोरे रंग वाली मेरी प्यारी बहना के चूतड़ मांसल थे और जब वो चलती तो उसस्की गांद ठुमक ठुमक करती मेरी आँखों से च्छूपी ना रहती और मेरा हाथ उसस्की गांद को सहलाने को मचल उठता. काजल का पेट सपाट था और चुचि उठी हुई है. जब वो बॅडमिंटन खेलने जाती है तो उसस्के वाइट ब्लाउस से उसस्की चुचि झँकती है और मेरा लंड खड़ा हो जाता है, बाकी लोगों का क्या होता होगा मुझे नहीं पता.

काजल के बॉब्कट बॉल लड़कों की तरह कटे हुए हैं और उसस्के मोटे होंठ हमेशा रस से भरे हुए दिखते हैं.इन्ही ख़यालों मे मेरा लंड फिर खड़ा हो गया.मेरी बीवी ने लंड को मुथि मे लेकर फिर कटाक्ष किया “मेरी ननद रानी फिर याद अराही है क्या ? अब तो आपका काम बनवाना ही पड़ेगा, लेकिन फिल हाल तो मुझे ही काजल समझ कर चोदो मेरे राजा मेरे भैया” . बीवी के मूह से भैया सुन कर मेने सुषमा को दबोच लिया और उठा कर टाँगे कंधों पे रख कर एक ही धक्के मे लंड जड़ तक पेल दिया .” हाए भैया आहिस्ता करो” सुषमा ने सिसकी के साथ मेरे कान मे कहा.ना जाने क्यों इस से मेरा जोश और बढ़ गया और मे उसे तेज तेज हुमच-2 कर चोदने लगा.ताज्जुब की बात थी के मुझे ऐसा लग रहा था की मैं! काजल को ही चोद रहा हूँ.

सुषमा भी नीचे से गांद उच्छालते हुए बोल रही थी ” हाए भैया फाड़ दो, और ज़ोर से.. भैया…मैं गाइइ,..” झड़ने के थोड़ी देर बाद सुषमा ने आँखे खोली और बोली कि एक बात सच बताउ तो बुरा तो नही मनोगे ? मेने कहा कि तुम्हारी किसी बात का कभी बुरा माना है.फिर उसने सनसनी खेज राज उगलते हुए कहा ” मैं आपको भैया नही कह रही थी बलके मेरी कल्पना कर रही थी कि मेरे खुद के सगे भैया तरुण ही मुझे चोद रहे हैं.”मेने कहा कि कल्पना करने तक तो कोई बुराई नही. फिर बोली के आप मुझे काजल समझ कर चोदो और मे आपको भैया कह कर चुदवाउंगी, फिर देखना चुदाई का असली मज़ा .फिर वो बोली ” आजा मेरे राजा भैया, चोद ले अपनी बेहन को ” मेने भी कहा के हाए मेरी काजल रानी दे दे मुझे और उसे दबोच लिया.सचमुच इस बार मेने दोगुने जोश से उसकी चुदाई की और ऐसा जोरदार चरम आनंद पहले कभी नही आया.उगले दिन सनडे था.
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नहा धो कर सब नाश्ता कर चुके थे.सुषमा मेरे साथ ही बैठी थी.अचानक रूम की खिड़की के पर्दे को हटा कर मेरी बीवी ने मुझे उधर देखने का इशारा किया.मेने झाँक कर देखा तो आँखे वहीं जम गयी.मेरी बेहन उधर पड़े बेड के नीचे कोई चीज़ उठाने के लिए घुटनो के बल झुकी हुई थी .उसकी तोड़ी बेड के नीचे लगभग फ़राश पर टिकी थी जबकि उसके चौड़े भारी नितंभ उपर उठे हुवे थे.उसका स्कर्ट कमर तक उलट गया था जिस से उसके माखन जैसे चूतदों पर से मेरी नज़र नहीं हट रही थी.काली चड्धि उसकी जवानी को संभाल नही पा रही थी जिस से उसकी गदराई गोरी योनि चड्धि के दोनो तरफ से चाँद की तरह झाँक रही थी.अपनी बेहन के जिस्म को देखते ही मेरा लंड फिर से तन गया और मेरी बीवी के पेट पर चुभने लगा.” अभी से लंड खड़ा होने लगा अपनी बेहन की जवानी को देख कर के सुधीर राजा ?” मेरी बीवी ने मेरे खड़े लंड का कारण ठीक तरह से अंदाज़ा लगाते हुए मुझे ताना मारा और फिर मुस्कुरा कर बोली के जा चाट ले रस भरी जवानी को नही तो कोई और खा जाएगा इस गुलकंद को.मैं नही चाहती के हमारे घर का ये नायाब ख़ज़ाना कोई पराया लूटे.”कह कर मेरे लंड को अपने होंठों से चूमने लगी.

मेरी पत्नी असल में ही एक चल्लू औरत है जो मेरे मन के अंदर का हाल जान लेती है.थोड़ी देर मे नहा धोकर ताजे फूल की तरह महकती हुई काजल भी हमारे कमरे मे जैसे ही दाखिल हुई मेरी बीवी के मूह से लॉरा प्लॉप की आवाज़ के साथ बाहर निकल गया.काजल की नज़रें कुच्छ सेकेंड्स के लिए खड़े लॉर पे टिक सी गयी फिर सॉरी बोल कर वापिस जाने लगी टॉ मेने बीवी को डांटा कि डोर तो लॉक कर लिया होता.मेरी बीवी ने लंड को धकते हुए काजल को सॉरी बोला और कहने लगी अजाओ वो मेने धक दिया है.काजल शरमाती हुई अंदर आगाई और कहने लगी कि भाभी आज तो सारा दिन बोर हो जाएँगे क्या करें? सुषमा बोली कि अलमारी से ताश निकाल ले.काजल ताश लेकर हमारे साथ बेड पे बैठ गयी.

उसने हल्का सा मेक अप किया हुआ था.उसके काले बॉब्कट बालों और चाँद से मुखड़े से भीनी-2 खुश्बू मेरे नथुनो मे समा गयी.मेरी बीवी ने कहा कि बेट लगा कर तीन पत्ती खेलते हैं ताकि खेल मे रूचि बनी रहे.काजल बोली कि बेट मे मेरे पास देने के लिए तो पैसे नही हैं.सुषमा बोली कि ननद रानी जो तुम दे सकती हो वही चीज़ माँगी जाएगी.जो हारेगा उसको बाकी दोनो का हुकुम मान ना पड़ेगा.सुषमा ने कार्ड्स बाँटे.पहली गेम काजल जीत गयी.काजल ने फॉरन सुषमा को हुकुम दिया “भाभी डॅन्स करके दिखाओ”.मेरी बीवी ने दो-चार ठुमके लगाए और बैठ गयी.दूसरी बाज़ी सुषमा जीत गयी तो फॉरन उसने मुझे ऑर्डर दिया के काजल की स्कर्ट और टॉप उतारो.मैं हिचकिचाया और काजल भी शरम से सिमटी तो सुषमा ने कहा”ऑर्डर ईज़ ऑर्डर कोई रियायत नही”.

काजल मेरी तरफ सरकते हुए बोली कि कोई बात नही भैया, उतार दो,मेरा भी नो. आएगा.अब काजल ब्रा और चड्धि मे थी.अगली गेम मेी जीत गया.मेने काजल को हुकुम दिया कि सुषमा के बदन से चड्धि के अलावा सारे कपड़े उतार दो. अगले गेम मे सुषमा जीती तो उसने बदले की भावना से मुझे काजल का चुम्मा लेने को कहा.मेने काजल की ओर देखा तो उसका चेहरा शरम से लाल हो गया और नज़रें झुक गयी.मेरी बीवी ने काजल को भी हुकुम दिया कि चुम्मा दो काजल ने अपना सर मेरे कंधे पे टीका दिया.मेने काजल के सुंदर मुखड़े को उपर उठा कर गाल का चुम्मा लिया और जोश मे दाँत गढ़ा दिए.काजल गाल छुड़ाने की कोशिश करती हुई बोली “दाँत नही भैया, अब छोड़ो मुझे” तो सुषमा बोल उठी “आज कुच्छ मीठा हो जाए, होठों का चुंबन लो”.

काजल लाल हुए गीले गाल को पोंच्छने लगी जिस पे दाँतों के निशान सॉफ दिख रहे थे.बीवी का हुकुम मानते हुए मेने काजल का सलोना मुखड़ा दोनो हाथों मे लेकर रसीले होंठो को चूसने लगा तो मादक सिसकी के साथ काजल के नथुने फूल गये, साँसे उखाड़ गयी.मेरा भी लॉडा खड़ा हो गया.सुषमा की मोजूदगी का अहसास होते ही काजल ने मुझे परे धकेलते हुए कहा “अब छोड़ भी दो भैया”. हमारे अलग होते ही सुषमा ने कहा ” ननद रानी कार्ड बाँटो, तुम्हारी बारी है “.काजल ने कार्ड बाँटे , इस बार मैं जीत गया.मेने काजल को थोड़ी देर बाहर जाने को कहा.उसके बाहर जाते ही मेने तने हुए लॉड पे से लूँगी हटा दी और सुषमा को लॉडा चूसने का ऑर्डर दे दिया. मेरी बीवी एक मंजी हुई एक्सपर्ट की तरह लंड को चाटने और चूसने लगी.इतने मे मुझे एक परच्छाई का अहसास हुआ.मेने कनखियों से देखा , ओह गॉड ! काजल खिड़की से लंड चुसाइ को इतना मगन हो कर देख रही थी कि उसको ये भी पता नही चला कि मेने उसे देख लिया है .

सुषमा लंड को मूह से बाहर निकाल कर बोली “काजल को बाहर क्यों भेज दिया, वो भी लंड चूसना सीख लेती , शादी के बाद काम आता”.मेने उसका कान खींच कर कहा “तुम नही सुधरगी”.मेने लंड को धक कर काजल को आवाज़ दी.काजल आगाई .मेने कार्ड्स बाँटे, सुषमा जीत गयी तो उसने काजल को ऑर्डर दिया “चलो अपने भैया से लिपट कर किस करो”.काजल शरमाई और बोली कि मेरी उधार लिख लो.खेलते-2 काजल की तरफ मेरे 21 चुंबन उधार हो गये.सुषमा बोली “ननद रानी अगले सनडे तक रोज 3 बार स्मूच करोगी तो तेरे भैया का कर्ज़ चुकता होगा”.रात को डिन्नर के बाद सुषमा और काजल किचन मे बर्तन सेट कर रही थी.उनका हँसी मज़ाक सुन कर मेने खिड़की से कान लगा दी.सुषमा कह रही थी ” हाँ तो ननद रानी भैया का किस कैसा लगा , मज़ा आया कि नही ? काजल बोली ” आप बताओ ना, मेरे भैया के लंड का स्वाद कैसा लगा ? मैं खिड़की से सब देख रही थी”.

सुषमा ने कहा कि मुझे तो लंड चूसने मे बड़ा मज़ा आता है, कहो तो तुम्हे भी स्वाद चखवा दू ? काजल शर्मा कर बोली “भाभी आहिस्ता बोलो, भैया सुनेगे तो क्या सोचेंगे.”सुषमा ने काजल से कहा कि अगर तुम्हारा जी करता हो तो मैं तुम्हे लंड का स्वाद चखा सकती हूँ.”मगर किसके लंड का?” “तुम्हारे भैया के लंड का, और किसका.मैं किसी बाहर के लड़के से ख़ानदान की इज़्ज़त को धब्बा नही लगाने दूँगी.मेरे पास एक ऐसा आइडिया है के तुम्हारे भैया को भी इस बात का पता नही चलेगा कि तुमने उनका लंड चूसा है, बस तुम ये बतलाओ कि लंड चूसने को दिल करता है या नही”.

क्रमशः...................
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गतान्क से आगे............

काजल सर झुका कर बोली “भाभी दिल तो तभी से कर रहा है जब मेने खिड़की से आपको भैया का लंड चूस्ते देखा था, मगर क्या आपको बुरा नही लगेगा और ऐसा कैसे हो सकता है कि मैं भैया का लंड चुसू और उनको पता भी ना चले “.”मुझे बुरा तब लगेगा जब तुम किसी बाहर के लड़के का चुसोगी, और आइडिया ये है कि सोने से पहले हम तुम्हारे भैया के दूध मे नींद की गोलियाँ मिला देंगी फिर चाहे तुम सुबह तक उनका लंड चुस्ती रहना. “नही भाभी, मुझे डर लगता है,कहीं भैया जाग गये तो मैं उन्हे मूह दिखाने के काबिल भी नही रहूंगी “.

सुषमा ने काजल को नींद की गोली देते हुए कहा कि इसे ले लो और सुबह इसके असर के बारे मे बताना.में खिड़की से हट कर बेडरूम मे चला गया.रात को मैं बीवी की प्लान से रोमांचित था लेकिन उसको जाहिर नही करना चाहता था.मुझे हैरानी मे डालते हुए सुषमा बोली “आप बुरा ना मानना, घर की इज़्ज़त का सवाल है. काजल ने मुझे लंड चूस्ते हुए देख लिया है, वो कह रही थी कि उसका भी लंड चूसने का दिल करता है. मुझे डर है कि कहीं अपनी इच्छा पूरी करने के लिए वो किसी बाहर के लड़के के चक्कर मे ना पड़ जाए और हमारी इज़्ज़त खाक मे मिल जाए.मेने कहा क़ि तुम काजल को समझाओ कि शादी से पहले वो कोई ऐसा काम ना करे. सुषमा बोली ” आप क्या जानो कि एक बार लंड देखने के बाद कुँवारी लड़की पे क्या गुजरती है, उसने तो आपका खड़ा लंड देखा है वो भी एक औरत द्वारा चूस्ते हुए.उसकी लंड मे दिलचस्पी को देखते हुए मे यकीन से कह सकती हूँ कि वो शादी तक इंतेज़ार नही करेगी.

अब इस घर की इज़्ज़त अक़्क़े हाथ मे है.”मेने कहा क मेरे हाथ मे कैसे , मैं तो उसका भाई हूँ.” काजल आपका लंड चूसने को तैयार है बशर्ते आपको पता ना चले.मेने आपको नींद की गोली देने की बात कही है.लेकिन मे चाहती हूँ कि आप खुद देखें कि वो लंड के लिए कितनी बेचैन है.मैं उसको कह दूँगी कि मेने आपको नींद की गोली दे दी है .आपको बस इतना बहाना करना है कि

आप गहरी नींद मे हैं और कुच्छ भी हो जाए अपने आँख नही खोलनी हैं.”. मेने कहा कि उसको मजबूर ना करना,अगर काजल खुद ही ये सब करे तो उसकी मर्ज़ी है.उसके बाद सुषमा काजल के कमरे की तरफ निकल गयी और उसके आने से पहले मे काजल के हसीन ख़यालों मे खो कर सो गया.अगली सुबह जब दोनो ननद भाभी किचन मे चाय नाश्ता तैयार कर रही थी तो मैं खिड़की से कान लगा कर उनकी बातें सुन ने लगा.काजल कह रही थी “भाभी रात को पता नही मेरी नाइटी और चड्धि किसने उतार दी,गोली के असर से मुझे कुच्छ भी पता नही चला.मेरी योनि पे भूरे से रोएँ थे वो भी सॉफ हैं.,

सुषमा बोली “ये सब मेने किया ताकि तुम्हे गोली के असर का पता चले.तुम्हारे कपड़े उतारे,हेर रिमूवर से रोएँ सॉफ किए और गुलाब जल से धो कर काफ़ी देर तक तुम्हारी चूत चाती लेकिन तुम्हे पता भी नही चला.”काजल बोल पड़ी ” भैया को यही वाली गोली रात को देना”.सुषमा बोली “चिंता ना कर, उन्हे भनक भी नही लगेगी कि सोते हुए उनका लंड कॉन खाली कर गया “.मेरी बीवी का दिमाग़ कमाल का था.उस रोज डिन्नर के बाद सुषमा ने काजल को दिखा कर मेरे दूध के ग्लास मे एक नींद की गोली डाली तो काजल ने यह कह कर दूसरी गोली डाल दी कि भैया का शरीर बहुत तगड़ा है, एक गोली का असर जल्दी ख़तम ना हो जाए.”.मैं फॉरन बेड रूम मे जा कर लेट गया.सुषमा काजल को कह रही थी ” जा खुद दूध का ग्लास लेजाओ , थोड़ी बहुत उनकी उधार भी चुका देना”.

काजल आई और टेबल पे ग्लास रखते हुए बोली ” भैया आपका दूध…जल्दी पी लेना, ज़्यादा गरम नही है”.काजल जाने लगी तो मेने हंस कर कहा कि मेरी उधार कब उतारोगी? “भैया अभी तो भाभी है, कल स्कूल से जल्दी आजाउन्गि फिर सारी उधार वसूल कर लेना.फिर मेरे पास बैठ गयी और बोली कि जल्दी कर लो, भाभी के सामने मुझे शरम आती है”.

मैं काजल के होंठ चूसने लगा. 2-3 मिनिट के बाद सुषमा ने पुकारा तो काजल चली गयी. मेने दूध को फ्लश मे डाला और अंडरवेर निकाल कर लूँगी बँधी और लेट गया. कुच्छ देर के बाद सुषमा की आवाज़ सुनाई दी ” मैं देख कर आती हूँ “. वो आई और खाली ग्लास देख कर खुद को कहने लगी कि लगता है ये तो सचमुच दूध पी गये.मैं आँख खोल कर मुस्कुराया तो सुषमा समझ गयी और आहिस्ता से बोली कि अभी काजल को लेकर आउन्गि ,आप सोने का नाटक जारी रखना. थोड़ी देर मे सुषमा काजल को लेकर आई , वो कह रही थी कि तुमने गोली का ज़्यादा डोज दे दिया, अब ये सुबह तक नही उठेंगे. काजल बोली ” भाभी क्या नींद मे लंड खड़ा हो जाएगा, मुझे खड़ा लंड चूस कर देखना है”. सुषमा बोली ” हाँ हाँ क्यों नही, नींद मे तो मर्द डिसचार्ज अक्सर होते हैं.तुम्हारे भैया का लंड तो मैं रोज सुबह देखती हूँ के सोते हुए भी खड़ा रहता है चाहे मुझे सारी रात चोदा हो”.

सुषमा ने एक बार मुझे हिला कर आवाज़ दी लेकिन मे दम साधे पड़ा रहा.अब काजल को पूरा यकीन हो गया तो वो बोली ” भाभी आप दूसरे कमरे मे चली जाएँ, मैं अपने आप कर लूँ गी, आपके सामने मुझे शरम आती है”. सुषमा बाहर चली गयी तो काजल ने आहिस्ता से मेरी लूँगी को लंड पर से हटाया और अपने नाज़ुक हाथ मे लंड को पकड़ लिया.लंड मे सरसराहट हुई तो पहले तो काजल ने डर कर लंड छ्चोड़ दिया क शायद मैं जाग गया , लेकिन फिर मुत्मिन हो कर पकड़ लिया. मैं आँख के कोने से देख रहा था के सुषमा खिड़की से ये नज़ारा देख रही थी.काजल ने थोड़ा सा ही सहलाया था कि लंड पूरी तरह फनफना कर खड़ा हो गया.काजल ने खुश हो कर लंड को किस किया और फिर सूपदे को गालों से सहलाने लगी. जब लंड पे ज़्यादा प्यार आया तो उसने सूपदे को मूह मे ले लिया.उसे पूरा मूह खोलना पड़ा था.अब वो सूपदे को जीभ और तालू के बीच मे दबा कर लोलीपोप की तरह चूस रही थी.

सुषमा को देख कर वो जल्दी सीख गयी थी.कभी वो लंड को चारों तरफ से चाट ती तो कभी पूरा गले मे उतारने की कोशिश करती.मेरे लंड से मर्द पानी का रिसना शुरू हुआ तो पहले वो लंड को मूह से निकाल कर सूंघने लगी और फिर मर्दाना स्मेल से वशीभूत हो कर प्री-कम को चाट कर देखा.उसने लंड को फिर मूह मे ले लिया, शायद लंड रस का स्वाद उसे भा गया था.काजल आँख मूंद कर लंड चूसे जा रही थी, मैं जन्नत मे था.सुषमा चुपके से अंदर आगाई और लंड चुसाइ का नज़ारा देखने लगी.उसने मेरी तरफ देखा तो मेने आँख मार दी.सुषमा ने मुझे आँख बंद रखने का इशारा किया.
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07-29-2017, 10:23 AM,
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RE: XXX Stories बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
थोड़ी देर मे काजल को सुषमा की मोजूद्गी का एहसास हुआ तो उसने प्लॉप की आवाज़ के साथ लंड को मूह से बाहर निकाला और बोली ” प्लीज़ भाभी, बाहर जाओ ना, मुझे शरम आ रही है”. सुषमा बोली ” ननद जी मैं तुम्हे ये बताने आई हूँ कि चरम पर पहुचने के बाद लंड से काफ़ी माल निकलता है, उसे बेड पे या इनकी बॉडी पे ना गिरने देना ताकि सुबह इन्हे शक ना हो, तुम सारा पी जाना. लंड का पानी कुँवारी लड़की के लिए बहुत फयडे वाला होता है”.

” लंड रस के क्या क्या फयडे हैं भाभी?”

” लंड रस से बदन मे निखार आजाता है,चूतड़ भारी हो जाते हैं और मम्मे सुडोल हो जाते हैं. शादी के बाद इसीलिए तो लड़कियों का बदन सुंदर और हरा भरा हो जाता है”.

ये बात सुन कर काजल ने लंड को फिर से चूसना शुरू कर दिया.जब मेरा शरीर अकड़ने लगा तो सुषमा बोली ” पानी निकलने वाला है”. काजल ने लंड को बहुत ज़ोर से चूसना शुरू कर दिया.मेरे लंड से पिचकारियाँ छूटने लगी तो उसके मूह की पकड़ और मजबूत हो गयी.वो लंड की आखरी बूँद तक निचोड़ निचोड़ कर पी रही थी.लंड ढीला पड़ा तो काजल बोली ” भाभी दिल करता है के इसे मूह मे लेकर ही सो जाऊ”. सुषमा बोली क छ्चोड़ो अब, बाकी कसर फिर कभी पूरी कर लेना”.

काजल अपने रूम मे सोने चली गयी तो सुषमा लाइट बंद करके मुझ से लिपट कर मेरे कान मे बोली ” कैसा लगा कुँवारी लड़की से लंड चूसा कर?”.

मैं बोला थॅंक यू डार्लिंग, काजल को मत बताना कि मैं जाग रहा था, सुषमा बोली “कभी कुँवारी लड़की की चूत चाती है ? मेने कहा कि नही .वो बोली ” चतोगे? ”

मेने पुछा किसकी? सुषमा बोली ” मेरी ननद की, और किसकी”.

मैं बोला ” काजल मुझ से ऐसा कभी नही करवाएगी”.

“ये सब मुझ पे छोड़ दो, आप सिर्फ़ ये बताए कि कुँवारी चूत चाटने का दिल करता है या नही?”किसका दिल नही करेगा, लेकिन ना तो काजल मानेगी और ना ही मैं उस से यह करने के लिए कह सकता “. ” मैं ही कोई रास्ता निकालती हूँ कि आप को कुच्छ ना कहना पड़े”.अगली सुबह मे फिर ननद भाभी की चुहल बाजी सुन रहा था.काजल पुच्छ रही थी “भाभी जैसे लड़कियो को लंड चूसने मे मज़ा आता है तो मेल्स को मादा का कॉन्सा अंग चूसने मे मज़ा आता है ?

सुषमा :कुच्छ आदमी चुचियाँ चूसना पसंद करते हैं तो कुच्छ चूत चाटना .काजल : क्या कहा, मर्द चूत भी चाट ते हैं? हाए भाभी ! कल्पना से ही मेरी मे तो पानी आगेया है.क्या भैया भी चाट ते हैं आपकी ? सुषमा :तेरे भैया रोज एक बार मुझे जीभ से ज़रूर झाड़ते हैं.कुँवारी लड़की के लिए तो ये तरीका वरदान है, ना सील टूटने का ख़तरा और स्वाद उतना ही.तुम एक बार चटवा कर देखो, रोज परोसने को दिल करेगा.बोल चटवाएगी ? काजल :भाभी दिल तो करता है कि कोई मर्द मेरी चूत की चुम्मियाँ ले, प्यार से चाते मगर आपके अलावा मे दिल की बात किस से कहूँ ? उस रात आपने मेरी चाती थी, मुझे तो पता भी नही चला. सुषमा : अरी नींद की गोली के असर से तुम्हे पता नही चला.

जब तुम्हारे भैया जागती हुई क़ी चूत चाटेंगे तो तुम्हे तीनो लोक नज़र आएँगे.काजल : क्या ! भैया से ? ना बाबा ना, मैं तो शरम से मर ही जाउन्गी और भैया भी इसके लिए कभी राज़ी नही होंगे.सुषमा :वैसे एक राज की बात बताती हूँ…तुम्हारे भैया तुम्हारी सोती हुई की चाटने को तैयार हैं, कह रहे थे कि काजल को पता ना चले तो उसकी चूत सारी रात चाट सकता हूँ.

काजल : हाए राम ! भैया को मैं इतनी प्यारी लगती हूँ,लेकिन सोते हुए मुझे कैसे पता चलेगा कि इसमे कैसा स्वाद आता है?

सुषमा : सुनो , मेरे पास एक आइडिया है,मैं तुम्हारे भैया को दिखा कर तुम्हारे दूध मे नींद की गोली डालूंगी,तुम उसे आँख बचा कर फ्लश मे डाल देना और फिर गहरी नींद मे सोने का नाटक करना, फिर देखना अपने भैया का कमाल !

काजल :देखो भाभी,भैया को कभी ना बताना कि मैं चूत चत्वाते हुए जाग रही थी.जब मैं झड़ने लगूँ तो मुझे होंठों पे किस करना ताकि उन्हे पता ना लगे कि किसकी सिसकारियाँ निकल रही हैं.

मेने दोनो की सारी प्लान सुन ली, अगर काजल खुद अपनी चूत चटवाने को राज़ी है तो मुझे क्या एतराज हो सकता था.शाम को सुषमा ने मुझ से कहा कि आपका काम बन जाएगा,काजल चूत चटवाने को तैयार है बशर्ते तुम्हे ये पता ना लगे कि वो जागते हुए अपने होंश मे चूत चटवा रही है.वो कहती है कि ” भैया मेरी सोती हुई की चूत चाटें तो मुझे कोई एतराज नही है, बस भैया को पता ना चले कि मैं जानबूझ कर अपनी चूत चटवा रही हूँ” दरअसल वो आपसे शरमाती है कि भैया क्या सोचेंगे.मेने कहा कि मुझे तो यकीन ही नही हो रहा कि काजल मान गयी है.मैं उसे ज़रा भी एहसास नही होने दूँगा कि मुझे पता है कि वो चूत चत्वाते हुए जाग रही है.
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07-29-2017, 10:24 AM,
#5
RE: XXX Stories बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
डिन्नर के बाद सुषमा ने मुझे किचन मे बुलाया और साथ ही काजल को भी आँख से इशारा किया.सुषमा ने मुझे किचन मे बुला कर दूध के ग्लास मे नींद की गोली डाली.मुझे पता था कि काजल भी खिड़की से छुप कर ये सब देख रही थी.सुषमा ने मुझे दूध का ग्लास देते हुए कहा कि जाओ आप खुद ही ये काजल को दे दो.मैं जान बुझ कर दूध ले जाने मे डेले कर रहा था जिस से काजल को अपने रूम मे जाने का मौका मिले.मैं काजल के रूम मे गया तो देखा उसने कोई किताब पढ़ने के लिए उठा रखी है.मेने कहा कि तुम्हारी भाभी किचन मे काम कर रही हैं तुम ये दूध पी लो. काजल ; रख दो भैया मैं पीलून्गि.मैं बाहर चला गया.कुच्छ देर के बाद सुषमा काजल के पास गयी तो उसने दूध को फ्लश मे डाला और उसे फिर तस्सली दे कर आई कि तुम्हारे भैया ने अब तो खुद तुम्हे नींद की गोली मिला हुआ दूध दिया है, तुम स्कर्ट के नीचे से चड्धि उतार लो और बस नींद मे होने का नाटक करना, मैं अभी तुम्हारे भैया को बोल कर आती हूँ.

सुषमा मेरे पास आ कर हिदायत देने लगी” बहुत प्यार से अधखिली कली का रस इतमीनान से चूसना.उसने नींद की गोली नही ली है लेकिन आप उसे सोई हुई समझ कर चूत चाटना ताकि वो आपकी निगाहों मे मासूम और भोली बनी रहे जैसे कि उसा पता ही नही कि उसके साथ क्या हो रहा है.सुषमा वापिस गयी और आधा घंटा के बाद काजल के कमरे से ही मुझे आवाज़ दी ” अजाओ ,काजल गोली के असर से सो चुकी है”. मैं नज़दीक पहुँचा तो सुषमा उसे कह राई थी “अब आँख बंद कर लो, तुम्हारे भैया आ रहे हैं”.मेरे अंदर जाते ही सुषमा बोली “सम्भालो अपनी नयी रानी को, अब ये नही जागने वाली सुबह तक”, यह कह कर सुषमा बाहर निकल गयी. आह ! काजल की कुँवारी ताज़ा जवानी मेरे सामने लेटी हुई थी.मेने आहिस्ता आहिस्ता होंठो , गालों और गर्दन को चूमा, फिर स्कर्ट को चूतदों के नीचे से खिसका कर चुचिओ तक उपर चढ़ा दिया.नीचे ना ब्रा ना पेंटी, गहरी नाभि और गदराई जांघों के बीच फूली हुई फ्रेश चूत !पहले मेने समोसे जैसी चुचियाँ मूह मे भर-2 कर चूसी तो काजल की टाँगों मे कुच्छ हलचल हुई.

मेने जीभ को नाभि मे डाल कर हिलाया तो उसकी जंघे चौड़ी होती गयी हालाँकि उसने ऐसा शो करके जांघों के बीच जगह बनाई जैसे नींद मे अपने आप हो गयी हों.मेने उसके भारी चुतदो के नीचे एक तकिया लगाया और टाँगों के बीच आ कर तपते हुए होंठ चूत पे रख दिए.उतेज्ना से काजल ने चेहरा एक साइड मे कर लिया.मैं उसकी चूत के लहसुन को जीभ से गिट्टार के तार की तरह छेड़ने लगा, फिर लहसुन को होंठों के बीच दबा कर चूसने लगा.क्लिट तन कर सखत हो गया.मुझे अब ऐसा लगा कि काजल की हल्की सी सिसकारी निकल गयी .मेने आँखे उपर उठा कर देखा काजल के होंठ ज़रा से खुल कर थरथरा रहे थे.अब मेने दोनो जांघों को उपर उठा कर पिछे की तरफ मोड़ दिया जिस से उसकी डबल रोटी जैसी चूत ज़्यादा उभर कर सामने आगाई.फिर मैं पूरी जीभ चूत पे रख कर पान के पत्ते की तरह चाटने लगा यानी गांद से लेकर चूत के टिंट तक चाटने से काजल की जंघे और चौड़ी हो गयी.

चूत से लगातार कामरस मेरी जीभ को मेहनत के फल के रूप मे मिल रहा था.काजल को अभी भी यकीन था कि मैं उसे सोई हुई समझ कर उसका कामरस पी रहा हूँ.अब मैं जीभ को चूत के द्वार मे डाल कर लॅप-लॅप करके चाटने लगा तो काजल का बदन अकड़ने लगा और चूतड़ उचकने लगे.बेमिसाल स्वाद के असर से बेचारी भूल गयी कि उसने सोने का नाटक भी किया हुआ है.मैं दोनो हाथों को चूतदों के नीचे लगा कर ज़ोर ज़ोर से चूत से रिस रहे कच्चे खट्टे नमकीन रस को चाटने लगा.कुच्छ ही देर के बाद काजल की मुठियाँ भिन्च गयी और एक झटके के साथ चूत मेरे मूह से चिपक गयी.चरम सुख से चूत खुल-बंद हो रही थी और मैं लगातार निकल रहे मदन रस को चाट ता रहा जब तक कि काजल पूरी तरह निढाल ना हो गयी.उसके बाद मेने अपने बेडरूम मे जा कर सुषमा को सुक्रिया कहा और काजल की कल्पना करके उसकी जबरदस्त चुदाई की.अगली सुबह ननद भाभी की बातों का मज़ा लेने के लिए मेने फिर से किचन की खिड़की से कान लगा दिया.

क्रमशः...................
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07-29-2017, 10:24 AM,
#6
RE: XXX Stories बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया--3

गतान्क से आगे............

सुषमा ने काजल को छेड़ते हुए कहा ” क्यों बन्नो भैया से चूत चटाई मे मज़ा आया या नही ? ” काजल : भाभी आपका एहसान मे जिंदगी भर नही भूलूंगी, मैं सोच भी नही सकती थी कि इस मे इतना मज़ा आता होगा.सुषमा : फिर कभी दिल करे तो मुझ से बोल देना,बाहर के लड़कों के चक्कर मे ना पड़ना.काजल : एक बात तो है भाभी, जब भैया की जीभ अंदर बाहर हो रही थी तो इतना मज़ा आ रहा था मैं बयान नही कर सकती. सुषमा : अरी ये मज़ा तो कुच्छ भी नही है, जब चूत के अंदर लंड लेकर देखेगी तो इस मज़े को भूल जाओगी, तुम स्वर्ग मे गोते लगाने लगोगी.लंड की ठोकर जब चूत की गहराई मे लगती है तो औरत सब कुच्छ भूल कर आनंद लोक मे विचरण करने लगती है.

काजल : सच भाभी, क्या लंड डलवाने मे इतना मज़ा आता है ? काश एक बार मे भी किसी का लेकर देख सकती. सुषमा : और किसी के बारे मे सोचना भी मत, यदि दिल करे तो मैं तेरा काम तेरे भैया से ही बनवा दूँगी. मेरे पास ऐसा आइडिया है कि तुम लंड अंदर लेने का मज़ा भी लेलोगी और तुम्हारे भैया को पता भी नही चलेगा.

काजल : सच भाभी, प्लीज़ बताओ ना वो आइडिया.

सुषमा : बता दूँगी, इतनी भी जल्दी क्या है.

कई दिनो के बाद राखी का दिन था और उस दिन काजल ने मुझे रखी बाँधी और सुषमा का भाई तरुण मेरी पत्नी से राखी बंधवाने आया. जब मेरी पत्नी ने अपने भाई को रखी बाँधी तो उसने अपनी बेहन को गले लगा कर मूह पर चूमा लिया. मैं बहुत शक्की किस्म का आदमी हूँ और मैने चोर निगाह से देखा कि मेरे साले ने मेरी पत्नी की चुचि को दबाया, दोनो गालों को मूह मे भर कर चूसा और फिर उसस्की गांद पर भी हाथ फेर दिया. मैं क्या देख रहा था. मेरा साला कहीं खुद की सग़ी बेहन का पुराना आशिक़ तो नहीं है? या मेरी पत्नी कहीं अपने भाई पर आशिक़ तो नहीं हो रही? तरुण की पॅंट्स का सामने वाला हिस्सा भी उभर गया और मुझे सॉफ दिख रहा था कि मेरे साले का लंड अपनी बेहन के स्पर्श के बाद पूरा खड़ा हो चुका था.

राखी के बाद मेरी पत्नी और साला दूसरे कमरे में चले गये और काजल मेरे पास बैठ गयी.” भैया आप को क्या हो गया? आप का तो रंग उत्तर गया. क्या मेरे भैया अपनी पत्नी से कुच्छ पल भी अलग नहीं रह सकते. भैया ! भाबी अपने भाई से मिलने दूसरे रूम मे गयी है. मैं आपके साथ बैठ जाती हूँ, मेरे प्यारे भैया उदास क्यो होते हो?” कहते ही मेरी बेहन ने अपनी बाहें मेरी गर्दन पर डाल दी और मेरी गोद में बैठ गयी. मेरे लंड को करेंट सा लगा और मेरा लंड तन गया और काजल के गुदाज़ चूतड़ के बीच की दरार में दाखिल होने लगा. काजल मेरे गालों पर अपना गाल रगड़ने लगी और मुझे ना जाने क्या हुआ कि मुझे उधार याद आगाई और मैने अपनी बेहन के रसीले होंठों पर अपने होंठ टिका कर किस कर लिया. मेरी बेहन पहले तो मेरे साथ चिपेट गयी और उसके होंठ खुल गये.मैं उसकी मीठी जीभ का रास्पान करने लगा, लेकिन जब मैने उसकी चुचि ज़ोर से मसल डाली तो वो उठ कर भाग गयी. मुझे लगा कि वो मेरे थर्किपन को समझ गयी और मुझ से नाराज़ हो गयी .

मुझे बहुत शर्मिंदगी हुई और डर भी लगा कि कहीं अपनी भाबी से कुच्छ ना कह दे. मेरी पत्नी तो मुझे पहले से ही बहन का यार कहती रहती है. अगर आज की ये बात सुषमा को पता चल गयी तो ना जाने क्या सोचे गी?थोड़ी देर मे काजल फिर आई और मेरे कान मे फुस्फुसाइ “भैया चलो एक चीज़ दिखाती हूँ ” और मेरा हाथ पकड़ कर सुषमा के रूम की खिड़की के पास ले गयी.काजल ने आँख लगा कर अंदर देखा और मुझे भी देखने का इशारा किया.मेने काजल के पिछे सॅट कर अंदर का नज़ारा देखा तो लंड एकदम तन गया और काजल के चूतदों के बीच मे गढ़ गया. मेने काजल के गाल से गाल सटा कर देखा के मेरी बीवी और साला पूरे नंगे होकर एक दूसरे से लिपटे हुए किस कर रहे थे. तरुण के हाथ उसकी बेहन के नितंबो को भींच रहे थे तो सुषमा अपने भाई का 10 इंची लंड प्यार से सहला रही थी.

फिर मेरी पत्नी घुटनो के बल नीचे बैठ गयी और उसने अपने भाई का विशाल लंड चाटना शुरू कर दिया और लंड को चूसने लगी.काजल के मूह मे पानी आ गया.उसने सुन्दर मुखड़ा मेरी ओर मोड़ा तो हमारी जीबे भी एक दूसरे का रास्पान करने लगी.फिर हमने देखा कि मेरा साला मेरी बीवी को बेड पर ले गया और 69 की पोज़िशन मे हो गये.लंड और चूत का रास्पान एक साथ शुरू हो गया.थोड़ी ही देर मे सुषमा के होंठो के किनारो से वीर्य छलक्ने लगा तो मैं समझ गया के दोनो झाड़ गये हें पर सुषमा लंड को दबा दबा कर आख़िरी बूँद तक चुस्ती रही तो तरुण का लंड फिर खड़ा हो गया.सुषमा खुश हो कर चूतादो के नीचे तकिया लगा कर लेट गयी और जंघे चौड़ी करके बोली ” लाओ भैया अब राखी का असली गिफ्ट दो”.

तरुण ने जैसे ही विशाल लंड का सूपड़ा अपनी बेहन की चूत पर रखा तो सुषमा के साथ-2 काजल के मूह से भी सिसकारी निकल गयी और पलट कर मुझ से लिपट गयी और मेरी कलाई पर बाँधी गयी राखी को सहलाते हुए कान मे धीरे से बोली “भैया मेरा गिफ्ट ?”मेने देखा के तरुण के दाएँ हाथ पर पवित्र राखी चमक रही थी और उसने विकराल लंड उसकी सग़ी बेहन की चूत मे जड़ तक घुसेड दिया था. मेने काजल को चूतदों पर कोली भर कर उठा लिया और दूसरे रूम मे बेड पर ले गया.वैसे तो मुझे तजुर्बे से मालूम था के तरुण अभी-2 झाड़ा था और बेहन भाई का मिलन भी कई दिनो के बाद हो रहा था इसलिए वो सारी कसर पूरी करके ही बाहर निकलेंगे.एतिहात के तौर पर मेने अंदर से कुण्डी लगा ली.

काजल शरम के मारे बेड पर उल्टी हो करके लेट गयी.मेने उसकी मस्त गदराई जाँघो पर से स्कर्ट को कमर तक उपर किया तो आँखे चुन्धिआ गयी.काजल ने चड्धि नही पहनी हुई थी और वही चौड़ा गौरा पिच्छवाड़ा बिना चड्धि के मुझे बुला रहा था.मैं झट से नंगा हो कर अपनी कमसिन बेहन के उपर चढ़ गया.मेरा लंड सीधा उसके गदराए चूतड़ को अलग करता हुआ गांद पे जा टिका.नीचे हाथ डाल कर मेने उसके दोनो अनारों को दबोच लिया और प्यार से उसकी गर्दन ,कान की लू और गालों को चाटने और चूसने लगा.उतेज्ना मे काजल के मूह से सिसकियाँ निकल रही थी.जैसे ही मेने लंड का दबाव गांद पर बढ़ाया तो काजल दर्द मे बोली के भैया अभी उपर-2 से कर लो,कहीं भाभी ना आ जाए.
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07-29-2017, 10:24 AM,
#7
RE: XXX Stories बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
मैं उसकी बॉब कट ज़ुल्फो की महक लेता हुआ बोला के वो कई दिन की कसर पूरी करके ही बाहर निकलेंगे.फिर मेने उसके पेट के नीचे तकिया लगाया जिस से उसके चूतड़ काफ़ी उपर हो गये और मेने झट से उस ख़ज़ाने को चूमना चाटना शुरू कर दिया.उसकी रोम विहीन योनि से लेकर गांद तक पागलों की तरह चाटने लगा.मेरे साले और बीवी की रासलीला देख कर काजल की झिझक ख़तम हो गयी थी काजल की चूत से अमृत की बारिश होने लगी ,मेने एक बूँद भी जाया नही की.काजल ने बेबस होकर अपने चूतड़ उपर उठा लिए और बोली के भैया जो करना है जल्दी कर्लो कहीं भाभी ना अजाए.मैं उसके गोरे पिच्छवाड़े को फिर चूमने और चाटने लगा तो काजल बोली के हाए भैया अब डाल भी दो.मेने भी गांद को जीभ से और गीला किया ,फिर आलू जैसा मोटा सूपड़ा गांद पर रख कर दबाव बढ़ाया पर लंड नही घुसा.काजल बोली के भैया मेरी गांद कुँवारी है और आपका लंड मोटा भी ज़्यादा है, लाओ इसे मैं चिकना कर दू.

यह कह कर वो मेरी और मूडी और लंड को मूह मे लेने की कोशिश करने लगी. मोटाई से पूरा मूह ब्लॉक हो गया तो वो सारे लंड को जीभ से चाटने लगी.जब लंड पूरा गीला गया तो उसने तकिये पर गाल टीका कर गांद को उँचा उठा लिया.मैं भी घुटनो के बल उसकी गांद पर लंड टिका कर दोनो चुचिओ को पकड़ कर शॉट लगाया तो गांद के टाँके उधाड़ गये और आधा लंड बेहन की गांद मे घुस गया.काजल के मूह से एक घुटि सी चीख निकली “उई मा…हाए भैया रूको”.मेने एक और करारा शॉट मारा और मेरे अंडकोष उसके चूतदों से जा लगे.अब पूरा 10? लंबा और 4? मोटा लंड काजल की गांद मे था और वो सिसक रही थी.मैं उसके गालों पे ढालके आँसू को चाटने लगा ताकि उसे कुच्छ धीरज बँधा सकूँ.

एक हाथ नीचे ले जाकर मेने उसकी चूत के लहसुन को सहलाना शुरू कर दिया.थोड़ी ही देर मे काजल नॉर्मल हो गई और जाँघो को थोड़ा चौड़ा करके लंड को गांद मे अच्छी तरह अड्जस्ट कर लिया.काजल सी सी कर रही थी और मैं उसके चुचि को दबा रहा था और अपना लंड उसकी मस्त गंद मैं अंदर बाहर कर रहा था .काजल आआहाहह आआआअहह आह ऊऊओह किए जा रही थी.थोड़ी देर के बाद काजल सिर्फ़ सीईईईईई सीयी सीईइ कर रही थी अब उसे भी मज़ा आ रहा था वो भी गंद को धीरे धीरे पीछे कर रही थी . 10 मिनिट पूरे ज़ोर से धक्कों के बाद काजल ने भी तेज़ी से जवाबी धक्के देने शुरू कर दिए और झाड़ गयी,मैने भी आपना पानी काजल रानी के गंद मे ही छ्चोड़ दिया और मैं काजल के होंठो को चूमने लगा और हल्के हल्के उसके चुचि दबा रहा था.थोड़े देर मैं हम दोनो ठंडे हो गये .

काजल ने मुझे प्यार से मारते हुआ कहा कि मैं आप से कभी नही ये सब कराउंगी आप बहुत ज़ोर से करते हो और मुझे मारने लगी .मैने उसे किस कर के शांत कराया और बोला मेरी प्यारी बेहन मुझे माफ़ कर दो मैने तुम्हारे प्यार मे पागल होकर ऐसा किया और फिर काजल ने कपड़े बदले और जाकर सो गई .मैं सोते समय सोच रहा था कि मैने बेहन की गांद तो मार ली लेकिन किसी को पता नही कि वो मुझसे चुद गई है. उस दिन शाम को मेरी पत्नी ने सुझाव दिया,” सुधीर प्यारे, मैने तरुण से काजल की शादी की बात चलाई थी. मेरे भाई को काजल पसंद है. तरुण की नौकरी भी अच्छी है. दिखने में भी सुंदर और स्मार्ट है. कोई बुराई भी नहीं है. अगर तुम काजल से उसकी पसंद पूच्छ लो तो बात आगे बढ़ा दूं? अपनी लड़की घर की घर में ही रह जाए गी, किओं कैसा लगा मेरा विचार?”

मैं सुन कर हैरान हो उठा. मेरी बेहन की शादी मेरे साले के साथ? “यानी कि मैं तरुण की बेहन को चोदु और साला तरुण मेरी बेहन को चोदे? यह कैसे हो सकता है? वो बेह्न्चोद तरुण मेरा साला है, जीज़्जा कैसे हो सकता है?” बात मुझे कुच्छ जच नहीं रही थी लेकिन जैसे मैं सोचने लगा तो इसमे बुराई भी कुच्छ नहीं थी. सुषमा मेरी बात से चिड गयी,” तुम हो गे बेह्न्चोद. मेरे भाई को कुच्छ मत कहना. मैं कर लूँगी काजल से बात. मान जाए गी वो मेरी बात. तुम सीधे किओं नहीं कहते कि अपनी बेहन को खुद चोदना चाहते हो. क्या मैं नहीं देखती कि तेरी नज़रें कैसे पीछा करती हैं तेरी बेहन की गांद और चुचि का. जब भी मैं तेरी बेहन का जिकर करती हूँ, तेरा लंड फड़फड़ा उठता है.” मेने कहा के तू कोन्सि कम है, जब से आया है अपने भाई से चिपकी हुई है.

शादी से पहले भी तू अपने भाई से सुहागरात मनाती रही होगी.और उमीद करती है के काजल को सीलबंद सोन्प दू. करारा जवाब सुनकर मेरी बीवी कुच्छ ढीली पड़ी और बोली के साफ-2 कहो ना के शादी से पहले तुम काजल की सील तोड़ना चाहते हो तो ये बात है मैं आपकी ये शरत भी मान ने को तैयार हूँ लेकिन अगर काजल राज़ी ना हुई तो ? फिर भी मैं कोशिश करूँगी..

काजल को रिश्ते से कोई एतराज़ ना था और कुच्छ ही दिनो में काजल और तरुण की शादी हो गयी. काजल ने शादी की रात हमारे घर पर ही मनाई. मेरी बेहन शादी के लिबास में एक परी जैसी लग रही थी.मेरी पत्नी ने उसे सुहागरात के लिए खूब सजाया था.मेहन्दी लगे हाथों मे हरी-2 चूड़ीयाँ,नाक मे नथ्नि,कानो मे झुमके,पावं मे छम-2 करती पायल.मैं तो काजल को देख-2 कर पागल हो रहा था.मैं जानता था के काजल मुझे देने से इनकार नही करेगी पर बीवी की सहमति के बिना मौका नही मिल सकता था. मेने सुषमा को उसका वादा याद दिलाया के वो मेरा काम बनवा देगी. रात को काजल और वो दूसरे कमरे मे गयी जहाँ काजल सुहागरात के सपनो मे खोई हुई थी.मैं खिड़की की आड़ मे सुन रहा था.मेरी पत्नी कह रही थी ” मेरी प्यारी ननद अब हमसे दूर चली जाएगी, काजल तुम्हारे भैया का हाल बहुत बुरा है.

वो रो रहे हैं के उनकी बेहन पराई हो गई है .काजल तुम ही अपने भैया को कुच्छ धीरज बंधाओ के तुम उनके पास आती रहोगी.काजल तुम्हारे भैया को मैं यहाँ भेजती हूँ, भावना मे बह कर तुम्हे बाहों मे ले या पप्पी बागेरा ले तो तुम भी उतना ही प्यार जताना ताकि उसका कुच्छ गम हल्का हो जाए,कुच्छ देर बातें करके उनको नॉर्मल करो. 12.00 बजे तक मैं मेरे भैया के पास रहूंगी, वो भी तुम्हारे इंतेज़ार मे बेचैन हो रहे होंगे. सुषमा ने काजल के गाल चूमे और बाहर आगाई.मेने बेचैनी से पुछा के क्या प्लान है.सुषमा बोली ” आप काजल के पास जाओ और उस से बिच्छुड़ने के दुख को बताओ और आहिस्ता-2 उस से प्यार करो, वो आपका इंतेज़ार कर रही है.मेरी ख़ुसी का कोई ठिकाना ना था.मेरी बीवी ने फिर कहा ” लूँगी पहन लो और अंडरवेर उतार कर जाना, काजल को धीरे-2 प्यार करना, सारा एकदम मत घुसेड देना, आपका बहुत मोटा और लंबा है,मुझे यकीन है के आहिस्ता-2 करोगे तो वो आपका लंड झेल लेगी.एक बार अड्जस्ट होने के बाद उसे इतना मज़ा आएगा के वो खुद आपको नही छ्चोड़ेगी .”मेरी बेचारी बीवी को क्या मालूम था के हमे तो मौका चाहिए था जो उसने खुद दे दिया.

मैं काजल के रूम मे पहुँचा और अंदर से कुण्डी लगा दी. काजल दुल्हन के लिबास मे सेज पर बैठी थी. उसने उठ कर मेरे पावं च्छुए तो मेने उसके कंधे पकड़ कर ऊपेर उठाया और हम दोनो एक दूसरे से लिपट गये.फिर काजल बोली ” ठहरो भैया, मे सेज पर ही जाती हूँ. इतना उतावलापन भी ठीक नही. काजल ने सुहाग सेज पर बैठ कर घूँघट निकाल लिया.मैं समझ गया के मन ही मन उसने मुझे ही पति मान लिया है.मेने दोनो हाथो से काजल का घूँघट उठाया .काजल की आँखे झुकी हुई थी. मेने उसकी थोड़ी के नीचे उंगली रख कर मुखड़ा ऊपेर उठाया, हमने एक दूसरे की आँखो मे देखा और हमारे होंठ मिल गये. वाह क्या खुसबू थी मेरी बेहन की साँसों की .जल्द ही काजल ने अपनी जीभ मेरे मूह मे डाल दी और मैं उसका मीठा-2 मुखरास पीने लगा.फिर काजल मेरे कान मे फुसफुसा ” भैया आज हम भाभी से बदला लेंगे, जैसे उसने पहली सुहागरात तरुण से मनाई थी, आज आप भी मेरे से पहली सुहाग रात मनाओ. भाभी ने कहा है के 12 बजे तक वो

उसके भाई के पास रहेगी .मेने काजल का सुर्ख जोड़ा उतार दिया, फिर उसकी नथ भी उतार दी और उसे पूरा नंगा करके चूतादो के नीचे तकिया लगा दिया. काजल ने खुद ही टाँगे चौड़ी कर ली. मैं उसकी योनि देखता ही रह गया. आज तो उसकी योनि कुच्छ ज़्यादा ही खूबसूरत लग रही थी. जो थोड़े से रोएँ थे वो भी उसने हेर रिमूवर से सॉफ कर रखे थे.बिना टाइम बर्बाद किए मेने अपना मूह उसकी फुल्ली हुई योनि पर टिका दिया और योनि को चूमने और चाटने लगा. काजल की उंगलिया मेरे सिर के बालो को सहला रही थी.उसकी चूत का लहसुन एकदम खड़ा हो गया जिसे मे मूह मे भरकर चूसने लगा. काजल के दोनो हाथ मेरे सिर पर कस गये और ” हाए भैया मैं गयी ” कहते हुए वो झाड़ गयी. मेने उसका सारा अमृत रस चाट लिया.कुच्छ देर की शांति के बाद उसने मुझे लेटने को कहा और ओंधी हो कर मेरे खड़े लंड को चूमने और चाटने लगी.
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07-29-2017, 10:24 AM,
#8
RE: XXX Stories बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
फिर वो सारे लंड को गले मे उतारने की कोशिश करने लगी लेकिन 10? लंड का आधा भाग ही उसके गले मे समा सका और उसकी साँसे घुटने लगी.मे भी उसके भारी नितंभो और चूत को चाट -चाट कर मदहोश हो गया था इसलिए मेरे लंड ने उसके गले मे वीर्य की बोच्चरें मारनी शुरू कर दी.ज़्यादा होने के कारण कुच्छ वीर्य उसके होंठो के किनारों से छल्क्ने लगा.काजल भी दूसरी बार मेरे मूह पे झड़ी और मेने उसके कुवारे खट्टे रस का स्वाद चखा.काजल ने वीर्य की एक एक बूँद को चाट कर ही मेरा लंड छ्चोड़ा.काजल समझदार थी, इसीलिए उसने मुझे पहले ही हल्का कर दिया ताकि संभोग मे उसे ज़्यादा टाइम दे सकूँ.हम अभी भी 69 की पोज़िशन मे थे.जल्दी ही मेरा लंड ताजे माल को देख कर फिर अकड़ गया.

मेने उसकी गांद के नीचे तकिया लगाया तो उसने तकिये के ऊपेर एक कपड़ा बिच्छाया और टाँगे चौड़ी करके मेरे कंधो पर रख दी और नीचे हाथ लेजाकार लंड तलाश करने लगी. लंड को पकड़ कर उसने सूपदे को चूत के द्वार पर रखा ,उसकी आँखो मे खुशी की चमक सॉफ दिखाई दे रही थी.मेने पहाड़ी आलू जैसे सूपदे का दबाव चूत पर बढ़ाया पर ये तो कोरा फ्रेश माल था, सूपड़ा कैसे अंदर जाता.काजल मेरे कान मे फुसफुसा ” भैया साइड मे पॉंड्स कोल्ड क्रीम रखी है. उसने पूरी तैयारी कर रखी थी.मेने कुच्छ कोल्ड क्रीम उसके योनि द्वार पर और कुच्छ सूपदे पर लगाई और लंड को पुश किया तो योनि के होंठो ने रास्ता देना शुरू कर दिया.मेरे लंड का टोपा अंदर ही गया था कि वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला ने ओर चीखने लगी .मूठ जैसा फूला हुआ सूपड़ा चूत मे फँस चुका था.

मेरे लंड का सूपड़ा योनि मे कॉर्क की तरह फिट हो गया. फिर मैं रुक गया ओर उसके बूब्स दबा ने लगा ओर किस कर ने लगा ओर वो शांत हो गई फिर मैने धीरे धीरे धक्के लगाना शुरू किया ओर किस करने लगा फिर मैने एक ज़ोर का धक्का लगाया ओर मेरा लंड उसकी शील तोड़ता हुआ 4`` अंदर चला गया ” उउउइइ माआ इन्न मईए माअरर गाऐयइ नीइकाअलू ईसीए मीईंन मॅर जाओंगीइइ मम्मी मैं मररर गैइइ भाईईईया प्लेआसीए भैया निकालो इसे. फिर मेने निपल्स को बुरी तरह चूस्ते हुए तुरंत दूसरा शॉट

लगाया ये शॉट इतना तेज लगाया कि मेरा आधा लंड मेरी छोटी सी मासूम बेहन की चूत के पतले होंठो को चीरते हुए अंदर चला गया.

क्रमशः...................
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07-29-2017, 10:24 AM,
#9
RE: XXX Stories बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया --4

गतान्क से आगे............

काजल की दर्द के मारे जान निकलने लगी और मूह से जोरदार चीख निकल गई.?अहहाआहह?वीए..वी?मैं मरगई भैय्ाआ?आआअहह भैयाः मैं मर गेयीईयी….प्ल्स छ्चोड़ दो मुझेई. उसकी आँखों से आँसू आने लगे उसे बहुत दर्द हो रहा था. और मेरे लिप्स उसके लिप्स पर होने की वजह से अब उसके चीख नही निकली .वाह क्या अजीब मज़ा आने लगा काजल की फुददी लेस्दार पानी(कम)से भरी होई उफ़फ्फ़… मैं चूचियो को चूस्ते हुए लंड पर ज़ोर बढ़ाआनए लगा ओर लंड 6 इंच अंदर हो गया ओर काजल की हल्की सी चीख निकली हुई थी हाईईईईई भाई ये क्या कर रहे हो, सारा ना डालो, प्ल्ज़ मैं मर जाऊं गी मे ने कहा काजल थोड़ा सा अंदर करने दो काजल अपनी टाँगो को भिचने लगी मैं ने

मना किया और आगे पिच्छे होने लगा लगता था अब काजल को मज़ा आ रहा हैं काजल ने टाँगे थोड़ी सी खोल दी ओर उसकी फुददी से चिप चिप की आवाज़ आ रही थी ..अब काजल भर पूर मज़ा ले रही थी.

उसकी पायल की छम छम और चूड़ियो की खन्न् खन्न् मेरे कानो के पास मधुर संगीत पैदा कर रही थी क्योंकि उसकी बाहें मेरे गले मे और टाँगे कंधो पे थी. अब काजल ने टाँगो को और खोल दिया ओर मेरा लंड थोड़ा अंदर चला गया था अफ और फुददी मे काजल के कम की चिप चिप ओर कीच कीच की आवाज़ आ रही थी..अब मेरा जोश ज़ियादा बढ़ने लगा ओर मे ने भरपूर ज़ोर दार तरीक़ा से ऐक चूची को पकड़ लिया ओर दोसरि के ऊपेर अपना होन्ट खोल कर रख दिया काजल ने और टाँगो को खोल दिया ओर मैने सारा लंड अपनी सग़ी बहन की फुददी मे उतार दिया .

मेरे अंडकोष उसके चूतदों से जा लगे.काजल दर्द से कराहने लगी ऊहह ही ओह मर गाइए मर दिया भाई तू ने सग़ी बहन से सुहागरात मना ली और मैं तेज़ी से आगे पिच्छे तेज़ी से लंड अंदर बाहर करने लगा काजल मज़ा वाली आवाज़ से “आआहह आअहह भैया हाअ उईईइ आहह ऊहह ऊहह ऊहह “करने लगी ओर मुझे अपनी बाज़ू मे ज़ोर से क़स लिया और नीचे से खुद धक्के मारने लगी अब हम दोनो जी भर ऐक दोसरे को चोद रहे थे उफ़फ्फ़ ओर 20 मिनट बाद मेरे लंड से लेस्दार पानी कम)सग़ी बहन की फुददी मे निकलने वाला था के काजल फिर झाड़ गयी उफ़फ्फ़ अब ओर ज़ियादा किच किच पिच पिच चिप चिप की आवाज़ आने लगी ओर मैं फिर थोड़ी देर बाद काजल की चूत मे ही झाड़ गया और उसकी चूचियो पर अपना मुँह रख कर लेटा रहा .

काजल की चूत मेरे वीर्य से लेबा लब भर गयी थी.वो मेरी कमर पर हाथ फेरने लगी ओर कभी मेरे सर(हेड)मे उंगली फेरने लगी ओर 5 मिंट बाद बोली आख़िर भाई तुम ने मेरे दिल की ख्वाइश पूरी कर ही दी ..कुच्छ देर सुस्ताने के बाद काजल फिर मेरे लंड को चूसने लगी और बोली के भैया अभी टाइम है, जी भर कर कर लो.आपके लंड ने तो मेरा दिल जीत लिया है.मैने उठ कर मेरे साले के कमरे मे ख़ुफ़िया तोर पे झाँका तो देखा कि वो मेरी बीवी की यानी अपनी बेहन की तबाद तोड़ चुदाई कर रहा था और कमरा फ़च फ़च की आवाज़ों से गूँज रहा था.मैं फॉरन काजल के पास आया और उनका हाल बताया तो वो बोली “भैया आप भी मुझे और चोदो, मैं भाभी से पूरा बदला लूँगी”.मुझे ताज़ा माल मिल रहा था, मैं फिर काजल पर चढ़ गया.मेने 12 बजे तक काजल की जमकर चुदाई की.

तरुण के लिए मेरी पत्नी ने मेरे बगल वाले कमरे को सज़ा रखा था.12 बजे के बाद जैसे ही बीवी आई तो बेड पर खून देख कर समझ गयी के काजल की सील टूट चुकी है.मेरी बीवी भी टाँगे कुच्छ चौड़ी करके चल रही थी.साले साहेब ने उसकी चूत की चूलें हिला दी थी.लेकिन जैसे मे खुश था वैसे ही मेरी बीवी भी भाई की चुदाई से काफ़ी संतुष्ट नज़र अराही थी.मेरी बीवी अपनी ननद रानी को दुबारा दुल्हन के लिबास मे अपने भाई के कमरे तक छ्चोड़ने गयी और गुड नाइट कह कर वापिस आगाई.मेरी बीवी ही मुझे काजल नज़र आने लगी और मैं अपनी पत्नी पर टूट पड़ा और उसके कपड़े उत्तारने लगा.” क्या ह”हो गया है सुधीर प्यारे? शादी तेरी बेहन की हुई है और उतावला तू हो रहा है. साले बेह्न्चोद, तेरी बेहन की सील मेरा भाई तोड़ने वाला था लेकिन तुमने पहले ही ये काम निपटा दिया और अब तू फिर मस्त हो रहा है. याद रखना हमारी शादी को 3 साल हो चुके हैं लेकिन तुम अभी मुझे नयी नवेली दुल्हन समझ रहे हो.” मैं बहुत उतेज़ित था. शायद ये सोच कर के साथ वाले कमरे में तरुण मदेर्चोद मेरी बेहन को नंगा कर रहा था. मेरा लंड लोहे की तरह सखत हो चुका था. मैने अपने लंड अपनी पत्नी के मूह में थेल दिया.

उसने अपना मूह बंद कर लिया लेकिन मैने अपना लोड्‍ा उसके होंठों पर ऐसे रगड़ा जैसे लिपस्टिक लगा रहा हूँ. मैने सुषमा की 36 ड्ड चुचि को अपने हाथों में मसल दिया और उसके निपल्स को अपनी उंगलिओ में ले लिया,” सुषमा साली, तू क्या काजल से कम है क्या? आज तुम मेरी काजल बन जाओ मेरे लिए. चूस लो मेरे लंड के सूपदे को साली. आज की रात को अपनी सुहागरात ही समझ. आज तेरी वो चुदाई करूँ गा की याद रखो गी. जितना तेरा भाई मेरी बेहन को चोदे गा उस से अधिक मैं उसकी बेहन को चोदु गा. मेरी रानी मेरा लंड ले लो अपने मूह में, मेरी सुषमा.”

सुषमा ने मूह खोला मगर पूरा नखरा करने के बाद. उसने मूह खोला और मैने डाल दिया अपना लोड्‍ा अंदर और चुसवाने लगा. मैने उसके बालों से उसका सिर अपने लंड की तरफ खींच लिया था और मैं अपना पूरा लंड थेल रहा था अपनी पत्नी के मूह में. मेरा लंड अब उसके गले के कंठ से टकराने लगा. मैं खड़ा था और सुषमा मेरे सामने झुकी हुई मेरे लंड को चूस रही थी. मेरे सामने एक मिरर था जिसमे मेरी बीवी की गांद उप्पेर नीचे होती दिख रही थी. सुषमा के चूतड़ काफ़ी भारी है और चूतड़ की दरार से उसकी गांद का ब्राउन छेद दिख रहा था. “चूस लंड साली. दूसरे कमरे में तेरा भाई मेरी बेहन को चुस्वा रहा हो गा. देखना चाहती हो क्या हो रहा है उस कमरे के अंदर? चल कोई छेद ढूंड कर झाँकते हैं उनके कमरे में,” मैने कहा लेकिन मेरी पत्नी मेरा लंड चूसने में इतनी मगन थी कि उसने मेरी बात का जवाब नहीं दिया.

” अहह, धीरे तरुण, प्लीज़, मैने ये कभी नहीं किया. तरुण आप का बहुत मोटा है. मुझे छ्चोड़ दो राजा. फिर कभी कर लेना. आज बहुत हो गया. उफफफफफफफफ्फ़, अहह छ्चोड़ दो राजा, मेरे मालिक, प्लीज़,” काजल की आवाज़ थी. उनके कमरे से पच पच की आवाज़ आ रही थी. तभी मैने अपनी पत्नी को बेड पर लिटा दिया और लंड फिर से उसके मूह में डाल कर मैने अपनी जीभ उसकी चूत में डाल कर चूसना शुरू कर दिया. सुषमा की चूत पनिया चुकी थी और मैं चूत रस लॅप लापाने लगा. मेरा लंड सुषमा के मूह को चूत की तरह चोद रहा था और उसके हाथ मेरे अंडकोष सहलाने लगे.

मैने अपने हाथ सुषमा की मस्त गांद पर रख दिए और एक उंगली उसकी गांद में पेल दी. उसका जिस्म अकड़ गया और मेरा लंड मूह से निकालते हुए बोली,” साले सुधीर, तेरा लंड चूस तो रही हूँ, गांद क्यो चोद्ते हो, साले चूत मेरे भाई के लिए छ्चोड़नी है क्या? उधर काजल की चुदाई भी शुरू हो चुकी लगती है, चलो हम भी शुरू करते है अपना खेल. कैसे चोदो गे आज अपनी पत्नी को? या फिर मैं ही चोद डालूं तुझे? अच्छा तुम लेट जाओ और मुझे अपने लंड की सवारी करने दो आज. आज तू वैसे भी नीचे लगा हुआ है मदेर्चोद. मेरा भाई तेरी बेहन को चोद रहा है. उधर तरुण काजल को चोदे गा, इधर सुषमा तुझे चोदे गी सुधीर,”

मेरे मन की आँख अपनी बेहन की चुदाई की कल्पना कर रही थी. मेरा लंड फटने को था. मैने अपनी पत्नी को अपने उप्पेर खींचा और अपना लंड उसकी चूत के नीचे रख दिया. सुषमा की चुचि मेरे मूह के सामने झूल रही थी जब उसने अपनी चूत को नीचे किया और एक ही झटके में मेरा लंड उसकी भूखी चूत में समा गया. सुषमा के चूतड़ आगे पीच्छे होने लगे,” चोदो मुझे मेरी रानी. सुषमा मदेर्चोद चोद मुझे जैसे तेरा भाई मेरी बेहन को चोद रहा है, साली मेरा लंड खा गयी है तेरी चूत. मेरा लंड निचोड़ रही है तेरी चूत की दीवारें. बहुत टाइट है तेरी बुर मेरी रानी. तेज़ी से गांद हिला रानी. चोद मुझको मेरी छिनाल पत्नी बन के,” मैने अपने चूतड़ उठा उठा कर चुदाई करते हुए कहा. सुषमा ने भी धक्के तेज़ कर दिए और मुझे चोदने लगी,” उहह, अहह, सुधीर, साले तेरा लंड मेरी बच्चेदानी से टकरा रहा है, मदेर्चोद, अभी अपनी बेहन की कुवारि चूत का फाड़ कर हटे हो और मुझे भी काजल समझ कर चोद रहे हो क्या. चोद मुझे तरुण, चोद अपनी बेहन को साले, चोद मुझे बेहन्चोद,”

“ओह, काजल चोद मुझे, चोद अपने भाई को साली. मेरा लंड तेरी चूत में झाड़ रहा है, मैं झाड़ रहा हूँ मेरी बहना. मेरा लंड तेरी चूत में अपना रस छ्चोड़ने वाला है, मेरी बहना,” मैं ना जाने क्या अलाप शलाप बोल रहा था. तभी मेरे लंड ने पिचकारी सुषमा की चूत के अंदर छ्चोड़ डी. मेरा लंड फॉवरा छ्चोड़ रहा था और मेरी पत्नी पागलों की तरह धक्के मारते हुए मुझे चोद रही थी. कुच्छ देर में हम शांत हो चुके थे और शायद तरुण भी मेरी बेहन को चोद चुका था.
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07-29-2017, 10:24 AM,
#10
RE: XXX Stories बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
अगले दिन तरुण और काजल ने हनिमून पर जाना था. तरुण ने सुझाव दिया,” सुषमा दीदी आप लोग भी हमारे साथ चलो ना. खूब मस्ती करेंगे. आंड मोर दा मेरियर. दो से भले चार. जीजा जी क्या कहते हो, चलें?” मेरी नज़र उस वक्त काजल को देख रही थी जो कि नहा कर अपने बॉल सूखा रही थी और टवल में से उसकी चुचि बहुत मस्त कर रही थी. मैने कहा,” ठीक है तरुण, सब मिल के कुच्छ खेल ही खेलें गे,” सभी तैयार हो कर हम शिमला चल पड़े. रास्ते में ही हम ने बियर शुरू कर दी. मैने ज़िद कर ली की औरतें भी बियर पिए नहीं तो मस्ती नहीं आए गी. मैने सुषमा के और तरुण ने काजल के होंठों पर ग्लास लगा दिया और दोनो मस्तानी औरतें बियर पीने लगी. थोड़ी देर में हम कॉटेज पहुँच गये और बेड पर लेट गये.

“तरुण तुम ही बतायो कौन सा खेल खेलें हम सब मिल कर? खेल का खेल हो मस्ती की मस्ती.” मेरी पत्नी अपने भाई से लिपट कर बोली.” मेरे ख्याल में हम को अडल्ट खेल खेलना चाहिए. हम कोई बच्चे तो नहीं है. व्हाट अबौट स्ट्रीप पोकर?” सुषमा बोली. इसका मतलब था कि हम कार्ड्स खेलेंगे और जो हारा, अपना एक कपड़ा उतारे गा.” तब तो मेरा नुकसान हो गा, मैने तो अंदर गारमेंट्स नहीं पहने,” शरमाते हुए मेरी बेहन बोल उठी. मैं कुच्छ ना बोलते हुए कार्ड्स ले आया.

सब से पहले मैं हारा. मेरी कमीज़ गयी और काजल और सुषमा ने मेरी छाती को अपनी उंगलिओ से सहलाया. मेरा लंड खड़ा हो गया और मैने सुषमा को किस कर लिया. अगली बारी सुषमा हारी और उसका टॉप उत्तर गया. उसने भी ब्रा नहीं पहना था. तरुण ने अपनी बेहन की चुचि देख कर अपनी ज़ुबान होंठो पे फेरी. सुषमा ने उसको अपनी चुचि पर हाथ रखने दिया और मुस्कुरा कर उसका मूह चूम लिया. मैने काजल को बाहों में भर कर किस किया. कोई कुच्छ ना बोला. फिर बारी आई तरुण की.” भैया अपनी पॅंट उतार दो” सुषमा ने कहा और तरुण ने पॅंट्स उतार डाली. अंदर उसका मस्त लंड उच्छल पड़ा. सुषमा ने अपने भाई का लंड अपने हाथ में लेकर मसल दिया और काजल ने उसका लंड चूम लिया.” मुझे नहीं पता था कि हार के भी फ़ायदे हैं” तरुण हंस पड़ा. काजल की हार पर उसने अपना टॉप उतारा और मैने अपनी बेहन के निपल्स को मूह में ले कर चूमा और तरुण ने उसकी चुची को मसल दिया.

एक दौर ख़तम होने पर बियर का दौर चला.” दीदी आप लोगों ने कभी स्वापिंग की है? थे आइडिया ऑफ चेंजिंग पार्ट्नर्स हॅज़ ऑल्वेज़ एग्ज़ाइटेड मी. क्या आप ने कभी पति की अदला बदली की है?” तरुण ने मेरी पत्नी से पुछा.” अब तक तो नहीं लेकिन पता नहीं आज हो ही जाए. क्यो पति देव जी? पहले तो बाहर के लोग थे इस लिए कभी हिम्मत ही नहीं की. आज देखें क्या होता है.” मेरी पत्नी ने जवाब दिया, मेरे ख्याल में हमारी आखरी गेम के बाद मैं और तरुण बाहर जाएँगे और तुम दोनो लड़कियाँ एक एक कमरे में लेट जाएँ. जब हम किसी भी कमरे में जा कर जो भी जिसके हिस्से में आए उसके साथ रात बिता लेंगे. अगर किस्मत ने चाहा तो स्वापिंग भी हो जाए गी वरना अपनी पत्नी तो कहीं गयी नहीं, बोलो मंज़ूर है?” सभी मेरे सुझाव से सहमत हो गये. कार्ड्स का दूसरा राउंड चला और हम सभी पूरा नंगे हो गये. हम मर्दों की नज़र एक दूसरे की पत्नी पर थी चाहे वो हमारी बहने ही थी. अपनी बेहन को नंगा देख कर मेरा लंड फाड़ फादाने लगा. सुषमा भी अपने चूतड़ अपने भाई के लंड से रगड़ने लगी,” दीदी तुम कितनी सेक्सी हो. तभी तो जीज़्जा जी रात को तुझे बुरी तरह से रोन्द रहे थे और तेरी चीख हम को सुनाई पड़ रही थी. मैं भगवान से बीनती करूँगा के मेरी हमबिस्तर मेरी बहना ही हो. सच मेरी बहना”

” अगर अपनी दीदी इतनी ही सेक्सी लगती है तो गेम क्यो? तरुण, सीधे ही घुस्स जाओ अपनी दीदी के बिस्तर में. अगर तुझे बेह्न्चोद बनने की इतनी ही इच्छा है तो फिर गेम क्यो? हम सीधे ही स्वापिंग करते है. क्यो भैया, मैं आपके साथ और भाबी तरुण के साथ. मेरे भैया किसी से कम सेक्सी नहीं हैं. मेरे भैया का लंड किसी से कम नहीं है” काजल ने गुस्से में कहा. मैने अपनी बेहन को बाहों में ले कर किस करते हुए कहा,” ना मेरी प्यारी बहना. हम यहाँ प्यार करने आए हैं गुस्सा नहीं. तू और सुषमा बस एक एक कमरा पसंद कर लो. हम आ कर एक एक कमरे में जाएँगे और अपनी किस्मत को टेस्ट कर लेंगे कि कमरा नंबर 202 या 203 में कौन है जो हमारा साथी बने गा.” मैने अपनी बेहन को समझाया. काजल ने जान बुझ कर कमरा नंबर 203 की तरफ देख कर आँख मार डाली जैसे कि मुझे इशारा कर रही हो कि वो 203 नंबर में मेरा इंतज़ार करे गी. मैं मुस्कुरा कर बाहर आ गया जहा तरुण मेरा इंतज़ार कर रहा था. हम ने एक एक पेग विस्की का पिया और बातें करने लगे,” सुधीर जी आपकी बेहन बहुत सेक्सी माल है. ऐसा निचोड़ा मेरा लंड कि सुबह तक खड़ा नहीं हुआ. मैं बहुत लकी हूँ जो आपकी बेहन मुझे चोदने को मिली.” तरुण ने कहा,” सच में तरुण, तेरी बेहन भी किसी से कम ना है, साली क्या चुदवाती है. मैने उसको घोड़ी बना कर चोदा तो मैं मज़े से पागल हो गया था. कितनी मस्त गांद है उसकी. चलो आज देखते है कौन किस की किस्मत में है”

मैं जब कमरा नंबर 203 में घुस्सा तो रोशनी धीमी थी. किसी का जिस्म लेटा हुआ दिखाई पड़ रहा था लेकिन शकल ना दिख रही थी. नशे में मैं पलंग पर चल दिया. गोरा औरत का जिस्म मेरे सामने था जिसके उतार चढ़ाव देख कर मेरा दिल ज़ोर से धड़कने लगा, लंड अकड़ कर पेट से टकराने लगा. मैने हाथ बढ़ा कर अपने पार्ट्नर के सिर पर रख दिया. मेरा दिल ज़ोर से धड़का क्यो के मेरा हाथ शॉर्ट से बालों को स्पर्श कर रहा था जो कि काजल, मेरी काजल, मेरी बेहन, मेरी लवर के बाल थे. मेरी पत्नी के बाल लंबे थे. मैने धड़कते दिल से अपना हाथ अपनी प्यारी बेहन के होंठों पर रखा. काजल ने तेज़ साँस खींची. मेरी उंगली उसके होंठों के बीच से उसके मूह में चली गयी जिसको मेरी सेक्सी बेहन चूसने लगी. मेरी बेहन मेरी उंगली को ऐसे चूस रही थी जैसे कि वो उंगली ना हो कर मेरा लंड हो. एक हाथ से मैं अपने कपड़े उतारने लगा और दूसरे से अपनी सेक्सी बेहन के चेहरे को सहलाने लगा. काजल का हाथ मेरी गोद में पहुँच गया और वो अपने भाई के लंड से खेलने लगी. काश भगवान सब को ऐसी सेक्सी बेहन दे.

नंगा होने के बाद मैं बिस्तर में चला गया. काजल मुझ से बेल की तरह लिपटने लगी, मुझे किस करने लगी. उसके मूह में मेरी ज़ुबान थी जिसको वो चूस रही थी. मेरे कामुक हाथ अपनी बेहन के नंगे शरीर से खेलने लगे. अपनी बेहन के उतार चढ़ाव मुझे उतेज़ित कर रहे थे. मैने उसकी चुचिको कस के पकड़ लिया और उसके तपते निपल्स को चूम लिया,” अहह भैया, आज ना छ्चोड़ना अपनी बेहन को. पिच्छली रात की सारी कसर निकाल लो.फिर चोद डालो आज मुझे अपने लंड से. बहुत देखा है तुझे छुप छुप कर भैया. बहुत जलन हुई थी जब तुमने सुषमा भाबी से शादी की थी. सारी रात कमरे से उसकी सिसकारी सुन कर मैने रो रो कर रात बिताई थी मेरे भैया.मेरे भाई का लंड मेरा है, इस पर मेरा हक है. सुषमा का मेरे भाई पर कोई हक नहीं है.

अगर भाबी को लंड चाहिए तो अपने भाई से चुदवाये .भैया आपके लंड का सूपड़ा आपके जीजा से ज़्यादा मोटा है.24 घंटे दिन रात यही मेरे दिल मे घूमता रहता है,जी करता है हर पल इसे मूह मे लेकर चुस्ती रहूं चाट ती रहूं. आपके गधे जैसे सूपदे से मेरा गरभ पूरा भर जाता है और रगड़ भी ज़्यादा होती है जिस से मुझे पहली रात मे ही मल्टी ऑर्गॅज़म यानी बार बार झड़ने का चरम सुख मिला था. काजल सिर्फ़ मेरे भैया सुधीर की है. मुझे अपना बना लो सदा के लिए भैया और मुझे वो प्यार दो जो आज तक क़िस्सी पति ने अपनी पत्नी को ना दिया हो. सुधीर, मेरे जिस्म का एक एक इंच तेरा हुआ, मुझे छ्छू लो, चोद लो, नोच लो मेरे भाई. तेरी बेहन की चूत, चुचि, गांद, मूह सब तेरा है भैया. आज से मैं तुम्हारी हूँ,”

मैं भी भावुक हो गया और अपनी प्यारी बेहन को गले लगा कर चूमने लगा, चाटने लगा. मेरे हाथ उसकी फुल्ली हुई चूत को सहलाने लगे, चुचि मसल्ने लगे. काजल ने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत के मुहाने पर रगड़ना शुरू कर दिया.” काजल मेरी बहना आज से तुझे तेरा भाई कोई कमी ना महसूस होने दे गा. मेरी प्यारी बहना, अपने भाई के लंड को किस करो, इसको चूसो मेरी जान. उस बेह्न्चोद तरुण को भूल जयो आज की रात. आज की रात हम भाई बेहन की फिर सुहागरात है. तेरा भाई तेरी चूत को अच्छी तरह खोले गा आज, चूमे गा चाते गा. सुधीर आज अपनी बेहन की चूत का रस पी जाए गा. चाट मेरे लंड को मेरी प्यारी बहना. बहुत सुंदर हो तुम. मैने हमेशा अपनी बेहन का पत्नी बनाने का सपना देखा है जो पूरा हो गया है. अपने होंठों से अपने मूह से चोद अपने भैया का लंड,” मैने कहा और फिर अपनी सेक्सी काजल की जांघों फैला कर अपनी ज़ुबान से उसकी मखमली चूत चाटने लगा. काजल की टाँगें अपने आप खुल रही थी.

मैने अपनी बेहन को साइड पर लिटा कर चोदने का प्लान बनाया. इस पोज़ में मैं उसका प्यारा चेहरा देख सकता था, चोद सकता था, चूम सकता था. काजल ने अपनी जंघें खोल कर मेरी कमर पर कस दी और मैने अपना लोड्‍ा अपनी बेहन की टाइट चूत में ठोक दिया. चूत से इतना रस बह रहा था कि चिकनाई से लंड एक ही झटके में चूत में दाखिल हो गया,”अहह भैया, पेल दो मुझे, क्या लंड है मेरे भाई का. मोटा सूपड़ा गरभ मे बच्चा होने का अहसास करा रहा है चोदो जी भर के अपनी प्यारी बहना को. मेरी चूत भर गयी मेरे भाई के लंड से, चोद चोद कर मुझे अपने बच्चे की मा बना दो मेरे भाई. मेरी चूत को अपना बना लो. तेज़ी से चोदो भैया. ज़ोर से चोदो भैया,” मेरी बेहन गिड़गिडाई और मैं चोद्ता रहा, उसकी चुचि को चूस्ता रहा. मेरी गांद आगे पीच्छे हो रही थी और मेरा लंड मेरी बेहन को चोदने में मस्ती से झूम उठा,” चोदो मेरे राजा भाई, चोदो अपनी बहना रानी को, मैं रुक नहीं सकती, मेरी चूत झड़ीईईईई, पेलो राजा. मैं मर गइईई, चोदो मुझको.”

मेरा लंड मेरी बेहन की चूत में धक्के मार रहा था और वो अपने चूतड़ उठा कर मेरे धक्कों का जवाब दे रही थी. मेरे लंड से भी रस की एक मोटी धारा निकलने लगी. मैने काजल के चूतड़ कस के पकड़ लिए जब मेरा फॉवरा छूट पड़ा. एक के बाद एक धारा मेरी बेहन की चूत में गिरती गयी और उसकी प्यासी चूत सारा रस अपने अंदर पी गयी .बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया.

समाप्त
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