RE: XXX Chudai Kahani माया ने लगाया चस्का
सरोज: ओह्ह बाबा तू हमें सहयोग नहीं देगी और अपनी चूत अकड़कर रखेगी तो दर्द होगा…तू अपना बदन ढीला छोड़. विकी तू अहिस्ता से अपना लंड घुसेड कुछ नहीं होगा मैंने कितनी बार सेक्स किया है, पहली बार थोडा दर्द होता है न बाबा..
सरोज माया के सर के पास बैठ के उसके बालो को सहलाने लगी, उसे प्यार से की किस करने लगी..माया ने अपने पैर को ढीला किया और चूत को थोडा चोदा किया तो मैंने मोका पाके अपना पूरा लंड माया की चूत में उतार दिया..अह्ह्ह्ह जैसे कोई दोनों हाथ से अपना गला घोटता हो वैसा ही कसाव मेरे लंड पे था. माया की चूत के अन्दर एक गजब की गरमी मेरे लंड को महसूस हो रही थी और उस गरमी में वो और भी कड़ा हूँ आ जा रहा था. में अपना लंड माया की चूत में घुसेड़े हूँ आ ऐसे ही स्थिर रुका हूँ आ था. सरोज ने इशारो में कहा अन्दर बहार कर. मैंने अपना लंड थोडा बहार निकला और फिर से अन्दर पक्क्क्क से पेला, अब माया चीलाई नहीं तो मुझे भी सकून मिला, मेरे लंड में जोर का कसाव और गरमी आ रही थी, अन्दर सुपाडे में मीठी गुदगुदी और जटके आ रहै थे. मैंने अपना अध लंड बहार निकला और जोर से पेला तो वो चूत की जड़ तक जा टकराया ..
माया: (चीखते हूँ ए) आःह्ह्ह विकी…..धीरे में मर गयी..
सरोज उठकर अपने दोनों पैर फैलाकर चूत के बल उसके मुह पे बैठ गयी, उसने अपनी चूत की पंखुड़िया माया के होठो पर सेट करके कहा…
सरोज: माया मेरी चूत को चूस यार मुझसे भी अब रहा नहीं जाता..साली चुदवा तू रही और आग मेरी चूत में लगी है…सरोज का मुह मेरी तरफ था.. उसने मुझे इशारा किया चोद अब्ब…
में अपना लंड अहिस्ता अहिस्ता उसकी चूत के अन्दर बहार करने लगा..
माया: आह्ह्ह सुरु उठ….वो अपने हाथो से अपनी चुचिया दबा रही थी,,,अब उसे दर्द नहीं आनंद मिल रहा था. उसने सरोज को उठाकर अपनी चुचिया थमा दी.
में जोस में उसे चोदने लगा और वो मेरे लंड की रगड़ से भाव विभोर हो अपनी आंखे भावुक कर मुझे आमंत्रित कर रही और हर जटके को अपनी कमर उठाके जवाब देने लगी.. साथ में हांफते हूँ ए सिसया रही थी…सीस सी हा अन्दर तक पेल हा बस ऐसे हम्म ऐसे….बस ऐसे मरे लाला अह्ह्ह्ह… वि..की… ओह्ह्ह्हह्ह….सुरु मेरी निप्पल चूस साली… उसने सरोज की चूत में अपनी दो ऊँगली घुसा दी और उसे रगड़ ने लगी… दोनो चिला रही थी…
सरोज: हाई ……मा….या….और थोडा अन्दर….ऊऊह्ह्ह्ह माआआआआआ याअया
माया: हा वि..की…जोर जोर से पूरा पेल….यार तूने आज माया को गुलाम बना दिया… मेरे ल्ल्ल्ला सी सीस सी सीस सीस अह अह अह हा बस ऐसे जोर से कर हां बस जोर से , सुरु मेरी निप्पल को चबा जा मेरी जान…..
सुरु: साली खुद लोडा ले कर बैठी है, मेरा तो सोच.. सीस इस ईईईस स्सस्सस्स इए ओह्ह्ह माआआआआआ औ…..र. खुजा ऐसे आःह्ह्ह तेरा ख़तम हो तो मुझे भी विकी का लंड खाना है यार.
में: साली आज दोनों की चूत फाडुगा…
कमरे में बस थप थप थप थप थप गपक गपक सीस सी आःह्ह्ह उम्म्म्म…. हो रहा था. में कस कस के शॉट ले रहा था और माया हर शॉट को अपने चुत उठाके जेल रही थी.
विकी….जोर से मेरे होने वाला है जरा.. जोर से ऐसे ही…आआज्ज्ज्ज फाड़ दे…..ओह्ह्ह्ह माआआआआआआआ सी सीस इस इस आउच ओउच ओह्ह्ह aaahhhhh सुरु तूने तो हमें चोदना सिखाही दिया…अह्ह्ह्ह विकी…मेरे राजा में गयी में गयी उईईईए माआआआआआ वो अकड़कर सुरु को चिपक गयी और में भी जड़ ने वाला था तो बड़े बड़े शॉट लेने लगा… माया कसमसा रही थी मैंने जोर जोर से चार पांच शॉट लिए तो मेरी भी चीख निकली ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह माया सूऊऊ रु अह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह में गया और में भी माया पे ढेर हो गया. उसने मुझे अपने स्तनों पे दबोच किया… मेरा लंड उसकी चूत में ठंडा हो गया….जैसे ही मैंने लंड निकला सुरु ने उसको मुह में भर लिया..
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