Samuhik Chudai अदला बदली
07-19-2018, 12:01 PM,
#11
RE: Samuhik Chudai अदला बदली
रूम में आते ही, जय ने अपना लंड निकाला और बोला की लाओ, मेरा डिज़र्ट दो…
मिनी – वेट करो, और मैंने हनी की बॉटल निकाली जो मैं अपने साथ ले के आई थी और जल्दी से, अपने सारे कपड़े निकाल के बेड पे लेट गई और हनी की शीशी को अपने चूत में डाल दिया.
मिनी – ये लो तुम्हारा डिज़र्ट… बीच पर अच्छे से नहीं चूस पाए थे ना.. लो अब एंजाय करो और मुझे भी मज़े दो…
जय ने भी अपने सारे कपड़े निकाल फेके और जल्दी से मेरे चूत में अपना मुंह दे दिया. 
सारी हनी को वो “लॅप लॅप” कर के चाट गया और साथ में ही, मेरी चूत पे उसने ज़ोरदार प्रहार किया. 
अपनी उंगलियों से, मेरी चूत में एंटर किया और मुंह से मूतने वाली प्लेस पे चाटने लगा. 
बॉडी में एक अजीब ही सिहरन हो रही थी. 
उसने अपनी उंगली का स्पीड और तेज़ किया और पूरी चूत को और भी ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा. 
मैं भी जल्द ही झड़ के पानी चोदड़ने लगी और वो पूरा पानी चूसता गया. 
एक बार झड़ने के बाद भी वो मेरी चूत को आज छोड़ने वाला नहीं था. 
उसने और भी तेज़ी से मेरी चूत को चूसना शुरू किया.
मैंने उसे 69 की पोज़िशन में आने को कहा और वो जल्दी ही पोज़िशन में आके फिर से मेरी चूत को खाने लगा. 
मेरी चूत को वो ऐसे चूस रहा था जैसे कोई भूखा बाकचा अपनी मां की दूध के लिए चुचि को चूसता हो. 
मैंने भी उसके लंड को अपने मुंह में डाला. 
हनी की बॉटले पास में ही थी इसलिए मैंने भी थोड़ा हनी इस बार उसके लंड में लगाया और चाटने लगी. 
हनी तो जल्द ही ख़त्म हो गई.
अब वो जितनी स्पीड से मेरी चूत चूस रहा था मैं भी उसके लंड को चूस रही थी. 
मैंने लंड को मुंह से चूसते हुए उसके गाण्ड के होल में अपनी उंगली डाल दी और आगे पीछे करने लगी. 
गाण्ड में उंगली जाते ही, उसकी बॉडी भी काँपने लगी. 
मैंने भी अपनी स्पीड चालू रखी. 
मुंह से लंड को चूस रही थी और उंगली से उसके गाण्ड को चोद भी रही थी. 
साइड टेबल में केले रखे हुए थे. 
मैंने उसमे से दो केले लिए. एक उसे दे दिया और दूसरे केले को मैं छील के उसकी गाण्ड में डालने लगी. 
केला अंदर जाने से पहले ही टूट जा रहा था और टूटा हुआ पार्ट गाण्ड के अंदर चला जा रहा था. 
फिर जब वो गाण्ड के छेद को खोलता केला का टुकड़ा वहाँ से बाहर आ जाता. 
ऐसे ही मैंने, पूरे केले उसकी गाण्ड में डाले और उनसे गाण्ड से बाहर निकल दिया.
अब उसका गाण्ड का छेद काफ़ी स्लीपीरी हो गया था. 
मैंने वाइब्रटर बाहर ही निकल के रखा था. 
उसे मैंने उठाया और उसकी गाण्ड में घुसा दिया. 
केले से जो फिसलन बनी थी उसकी कारण से 50% आसानी से उसके गाण्ड के अंदर चला गया. 
मैंने एक बार और ज़ोर लगाया तो पूरा वाइब्रटर उसके गाण्ड में गया. 
फिर मैंने उसका स्विच चालू कर दिया. 
जब वो वाइब्रट करने लगा. जय भी वाइब्रट करने लगा. 
मैंने वाइब्रटर को एक हाथ से पकड़ के लंड फिर से मुंह में लिया. 
इस बार जय ही झड़ने की बारी थी.
उसने पूरा पानी मेरे मुंह छोड़ दिया पर इस बार उसका लंड लूस भी नहीं हुआ, इतने प्रोसेस में लंड अभी भी टाइट ही था. 
मैं भी लंड चूसती रही और उसके स्पर्म का एक एक बूँद चट्टी रही. 
उधर वो केले को मेरे चूत में डाल के फिर उसी केले को मुंह से निकल के खा भी रहा था. 
मैं भी फिर से गरम हो रही थी और पानी छोड़ने को तैयार थी. 
जय ने अपनी स्पीड अभी भी बरकरार रखी थी. 
मैं फिर पानी छोड़ने लगी, इस बार बहुत ही ज़्यादा पानी छोड़ा मैंने.. 
जय फिर से सारा पानी चूस रहा था.
मिनी – जय, मुझे मुतना है..
जय – मुझे भी, गाण्ड से निकालो वो वाइब्रटर नहीं तो मैं पागल हो जाऊंगा…
फिर मैंने वाइब्रटर उसकी गाण्ड से निकल दिया. 
उसके लंड को थोड़े देर छोड़ दिया ताकि वो मूतने के लिए नॉर्मल हो सके. 
वो बेड पे लेट गया.
मिनी – आ जा मेरे मुंह में मूत… मुझे तुम्हारी मूत पीनी है…
यहाँ मैंने फिर उसके मुंह में अपनी चूत को रखा और मूतने लगी. 
मूत रुक रुक के आ रही थी और काफ़ी आवाज़ के साथ निकल रही थी. 
जय पूरा मूत पी भी नहीं पा रहा था. 
फिर मैंने उसके पूरे चेहरे को कोमलना बना के मुतना शुरू किया और उसके पूरे चेहरे को गीला कर दिया. 
काफ़ी देर तक मैं मूतती रही. 
फिर जय खड़ा हुआ और मेरे मुंह को कोमलना बना के मूतने लगा. 
मैं भी उसके मूत की धार को पूरी तरह से नहीं पी पा रही थी. इसलिए वो बीच बीच में अपने लंड को पकड़ के मेरे पूरे बॉडी में मूतने लगा. 
उसकी मूत से उसने मुझे, पूरा नहला दिया था. 
मूत से नहाने से पूरे शरीर पर कभी फुंसी, फोड़े या कोई इन्फेक्षन नहीं होता और तो और चुदाई के टाइम पर निकली मूत से बहुत सी क्रोनिक बीमारियाँ ठीक हो जाती हैं…
अपने पति के सफेद दाग होने पर मैने उनके उपर महीने भर तक मुता था और जो असर कोई दवाई नहीं कर पाई वो मेरी मूत कर गई.. 
शुरू में तो रंगीला ने उल्टी तक की पर मैने हार नहीं मानी और अब तो वो जय की तरह गट गट मेरी मूत पी जाते हैं…
यहाँ फिर मैंने जय को बेड पे लिटाया और और उसके लंड को फिर से अपने कब्ज़े में ले लिया. 
थोड़ी देर चूसने में ही उसका लंड फिर से फंफनाने लगा. 
इस बार मैं उसके ऊपर बैठ गई और अपनी चूत को उसके लंड ने कोमलने पे रखा और लंड चूत में ले लिए.
फिर मैं धीरे धीरे उनसे लंड को राइड करने लगी. 
उसने भी मेरे चुचियों को पकड़ के मसलना शुरू किया. 
धीरे धीरे और भी गरम होने लगी तो मैंने अपनी स्पीड बधाई और उसके लंड को राइड करने लगी. 
जब चूत नीचे जाती तो पूरा लंड अंदर ले रही थी. 
बुरी तरह थक गई थी पर ये मज़ा लेना भी ज़रूरी था. 
कल से तो फिर अपने ही हज़्बेंड का लंड मिलने वाला था इसलिए बिना रुके और भी ज़ोर ज़ोर से उसके लंड पे अपनी चूत देने लगी. 
उसने मेरी चुचि को पूरी ताक़त से दबा के रखा था.
फिर मैंने अपनी चुचि को उसकी हाथ से अलग किया और उसके लंड पे सीधे बैठ के अपने हाथों को पीछे करके लंड की सवारी करने लगी. 
मेरी चुचियाँ मेरे स्पीड के साथ ही बाउन्स कर रही थी. 
जय से रहा नहीं गया और थोड़ा उठ के उसने मेरी चुचियों को फिर से दबोच लिया और मसलने लगा. 
मैंने और भी तेज़ी से उसके लंड पे धक्का देना शुरू किया. 
वो थक चुका था और थक के अब लेट गया था. 
फिर भी मैंने अपनी स्पीड बनाए रखी.
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07-19-2018, 12:01 PM,
#12
RE: Samuhik Chudai अदला बदली
तभी अचानक से, जय उठा और मुझे पकड़ के मुझे नीचे कर दिया. 
मेरी टाँगे फैलाई, चूत को ज़ोर ज़ोर से थप थपाया और अपना लंड घुसेड दिया. 
अब धक्के खाने की बारी मेरी थी. 
उसे देख के लग रहा था की वो काफ़ी थक गया है, पर मेरी बुर को चोदने में, उसने वो थकान नहीं दिखाई. 
काफ़ी स्पीड से वो मेरी चूत को धक्के दे रहा था. मेरी भी चूत की हालत खराब हो रही थी.
अब बस जल्दी से दोनों पानी छोड़ दें यही सोच रही थी. 
वो मेरी बुर को “चूत चूत चूत”बोले के फाड़ रहा था. 
फिर उसने पास पड़ा हुआ वाइब्रटर उठाया और मेरी गाण्ड में डाल दिया और चूत को वैसे ही चोदता रहा. 
गाण्ड और चूत में एक साथ ज़ोर दार चुदाई से मैं पूरी तरह गरम हो गई थी. 
कुछ ही देर में जय ने अपने लंड का पानी छोड़ दिया और साथ ही मैं भी फिर से झड़ गई.
फिर दोनों चित होके लेट गये. 
मैं इतनी थकि हुई थी की अभी ये भी मन नहीं किया की चूत से रस निकल के पी जाऊं. 
दोनों बस ऊपर देख के गहरी साँसे ले रहे थे. 
फिर जय ही थोड़ा उठा और वाइन ग्लास ले के आया और मेरी चूत के पास जा के मिक्स्ड रस को ग्लास में इक्कठा किया और मुझे पीने को दिया. 
मैं भी उसे धन्यवाद बोल के फिर से रस गटक गई. 
लास्ट के थोड़े स्पर्म को अपने मुंह में ले के मैं जय की और गई और उसे किस करते हुए, उसके मुंह में दे दिया. 
वो भी चटकारे लेते हुए वो रस पी गया और हम थोड़ी देर और तक किस करते रहे. 
हमारी बेडशीट काफ़ी गंदी हो गई थी. थके हुए हालत में बस हमने बेडशीट हटाई और ऐसे ही सो गये. 
कोई हमारे रूम में आ जाता तो उसे लगता दो जानवर प्यार कर रहे थे. 
हाँलाकि मैंने कुछ ऐसा नहीं किया जो मैं रंगीला के साथ नहीं करती हूँ पर फिर भी जय की स्टॅमिना रंगीला से ज्यादा मस्त थी और मैं पूरे दिन के चुदाई से संतुष्ट थी.
हम दोनों, नंगे ही सो गये. 
जब आँख खुली तो सुबेह के सात बज रहे थे. 
मैंने जय को उठाया और फ्रेश होने को बोला. 
8 बजे तक हम सब फ्रेश हो के ब्रेकफास्ट पे जाने वाले थे और फिर चेक आउट करके घर जाना था. 
जब हम रेडी हुए तो मैंने मोबाइल चेक करा तो देखा रंगीला का मेसेज है की वो ऑलरेडी ब्रेकफास्ट टेबल पे हैं, वहीं मिले. 
फिर जल्दी से हम भी ब्रेकफास्ट के लिए निकल गये. 
रंगीला और कोमल भी काफ़ी थके हुए लग रहे थे. 
रंगीला कभी एक्सट्रा स्पीड में नहीं चोदता पर काफ़ी लंबे देर तक चोदता रहता है तो शायद वो लोग ज़्यादा रात तक चुदाई कर रहे होंगे इसलिए हम चारों थके हुए ही नज़र आ रहे थे. 
सबने कॉफी पी पहले और रंगीला ने सबके लिए ऑरेंज जूस अलग से ऑर्डर किया. 
काफ़ी देर तक हम टेबल पे धीरे धीरे आराम करते हुए ब्रेकफास्ट कर रहे थे.
रंगीला – जैसा की प्रॉमिस किया गया था की कोई किसी से कल क्या हुआ नहीं पूछेगा और ना बताएगा… अब आगे हमें ये कंटिन्यू करना है या नहीं इसके लिए ये लो 4 चिट हैं… सब अपनी अपनी चाय्स लिखो… यदि किसी एक का भी मन नहीं है कंटिन्यू करने का तो हम इसे भूल जाएगा और आगे से कभी नहीं करेंगे और यदि सबका मन है कंटिन्यू करने का तो फिर नेक्स्ट आउटिंग प्लान किया जाएगा… कोई कुछ सजेस्ट करना चाहता है तो वो भी लिख दे…
फिर हम सबने चिट पे अपनी चाय्सस लिखी. 
फिर रंगीला ने सबकी चिट पढ़नी शुरू की –
चिट 1 – (कोमल) हाँ कंटिन्यू करते हैं और इसे और भी एग्ज़ाइटिंग बनाने की प्लानिंग करते हैं…
चिट 2 – (जय) हाँ प्लीज़ कंटिन्यू करो… हमें इसकी काफ़ी ज़रूरत है…
चिट 3 – (रंगीला) हाँ ये कंटिन्यू होना चाहिए और कभी प्लानिंग करते हैं जहाँ न्यूड बीच हो…
चिट 4 – (मिनी) हाँ कंटिन्यू करते हैं, और इस ग्रूप में और भी लोगो को शामिल करने की कोशिश करते हैं…
हम चारों काफ़ी खुश थे की सब इसे कंटिन्यू करना चाहते हैं.. सब अपनी तरफ से कोशिश करेंगे की अपने खास दोस्तों से पूछ के ग्रूप की साइज़ बड़ाई जाए..

तभी मैंने सामने से देखा अंकिता, दीपक और विनय आ रहे थे. 
मैंने उन्हें रंगीला से मिलाया और जय से भी. 
रंगीला को बताया की ये मेरी स्कूल दोस्त है… अभी नयी नयी हमारी सिटी में आई है और दीवाली हॉलिडे मानने ये भी यहीं रुकी हुई है… 
हमने उन्हें भी टेबल शेयर करने बोला और फिर इधर उधर की गप्पे करते हुए हमने ब्रेकफास्ट किया. 
विनय काफ़ी डरा डरा लग रहा था.
मैंने उसे स्माइल दी और इशारा किया डरना की बात नहीं है, एंजाय… 
स्कूल में अंकिता सबसे सुंदर लड़कियों में थी.. 
कल विनय जब बता रहा था की उसकी मम्मी के चुचियाँ मेरे से और कोमल से भी भी ज़्यादा बड़ी हैं.. वो झूठ नहीं बोले रहा था..
अंकिता सारी पहनी हुई थी. उसके बूब्स सच में काफ़ी बड़े थे. 
ब्लाउज उसके बूब्स को शायद रोक नहीं पा रहा था. 
बूब्स का काफ़ी हिस्सा ब्लाउज के बाहर आ रहा था. 
मैंने देखा की रंगीला और जय भी उसकी बूब्स को निहार रहे हैं.. 
क्यूँ की हमारी प्लानिंग थी जल्दी चेक आउट करके घर जाने की इसलिए हम उन्हें बाइ बोले के अपने रूम जाने लगे.
मैंने अंकिता को बोला की घर पहुँच कर फोन करे.. 
फिर हम लोग ने होटेल से चेक आउट कराया और अपने अपने घर चल पड़े. 
सेक्स से पूरा एक दिन काफ़ी मस्त रहा. 
अब कार में, मैं रंगीला के साथ ही बैठी थी. 
अब हम नॉर्मल कपल थे और जैसी बात हुई थी हमने बीते दिन की बात भी नहीं करी. 
जय और कोमल ने हमें घर पे ड्रॉप किया और बाइ करके अपने घर चले गये.
मैंने रंगीला को बस ट्रिप के लिए धन्यवाद बोला और अपने रूम में चले गये. 
मुझे रंगीला पे बड़ा प्यार आ रहा था. 
मैंने उसे इशारा किया की मुझे उसका लंड चाहिए. 
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07-19-2018, 12:01 PM,
#13
RE: Samuhik Chudai अदला बदली
राज का रूम चेक किया तो अभी तक सो ही रहा था. शायद नाइट में वीडियो गेम खेल रहा होगा.
मिनी – रंगीला, राज सो रहा है तो प्लीज़ एक बार…
रंगीला – जैसी तुम्हारी इच्छा मिनी, लेकिन बस चूस लो… अभी मेरी ताक़त नहीं की मैं तुम्हें चोदू…
मिनी – चूत की चुदाई की ताक़त तो मुझमे भी नहीं है अभी… बस, चूस लेने दो…
फिर हम अपने बेड रूम पे गये और मैंने रंगीला का पैंट खोला..
मिनी – रंगीला, मैं अपनी टॉप और ब्रा निकल दूँ, तुम नेकेड चुचि देखना चाहोगे या ऐसे ही काफ़ी है…
रंगीला – हाँ निकाल दो, तभी तो लंड जल्दी से तैयार हो पाएगा… नहीं तो मेरा लंड भी काफ़ी थका हुआ है…
फिर मैंने अपना टॉप निकाला और ब्रा भी खोल के बेड पे रख दी. 
रंगीला बेड पे बैठा हुआ था और मैं नीचे बैठ कर उसके लंड के साथ खेलने लगी. 
मेरा फेस बेडरूम के दरवाज़े की और था.
मैंने देखा की हम जल्दी जल्दी में बेडरूम का दरवाज़ा लगाना भी भूल गये हैं. 
फिर सोचा की राज तो सो ही रहा है तो मैंने लंड के साथ खेलना कंटिन्यू रखा. 
उसके लंड की हालत देख के लग रहा था की उसने कोमल की जम के गाण्ड मारी है.
फिर मैंने उसके लंड को अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी. 
उसके बॉल्स को हाथो से सहलाते हुए मैं उसके लंड चूस रही थी. 
उसके लंड के सुपाड़े से जो भी पानी निकल रहा था उसे चूस चूस के सॉफ कर रही थी.
फिर मैंने एक सिगरेट जलाई और उसका धुआँ रंगीला के लंड पे डालने लगी. 
सिगरेट का एक कश लेती थी.. उसके धुँए को लंड में डाल थी और फिर कुछ देर तक उसके लंड को चूसती थी और फिर ये सिलसिला सिगरेट ख़त्म होने तक चलता रहा. 
रंगीला भी गरम हो चुका था, तब तक. 
वो भी अपने हाथों से मेरी चुचियों को दबा रहा था. बीच बीच में मेरी सिगरेट ले के वो भी अपने लंड पे ही डाल रहा था.
अचानक से मेरी नज़र दरवाज़े की और गई तो देखा की राज चुप के सब देख रहा था. 
मुझे लगा काफ़ी मुश्किल सिचुयेशन है, हमें गेट लगा ही लेना चाहिए था. 
अब यदि मैं रंगीला के लंड को छोड़ देती तो रंगीला को मालूम चल जाता की क्यूँ मैंने लंड चूसना बंद किया फिर पता नहीं वो कैसे रिक्ट करता और लंड चूसना चलो रखूं तो राज वहाँ से हट भी नहीं रहा था.. 
वो च्छूप के सब देखने की कोशिश में था.
फिर मैंने सोचा अब तो उसने देख ही लिया अपनी मां का ये रूप. 
मैंने रंगीला के लंड को चूसना चालू रखा पर अब और भी स्पीड में चूसने लगी. 
रंगीला भी मेरी स्पीड से गरम हो गया और आवाज़े निकालने लगा. 
मैं बोल भी नहीं पा रही थी की हमारा बेटा हमें देख रहा है.
वो भी मस्त हो के अपनी लंड चुसवा रहा था और मैं भी अब भूल गई की अपने अपने बेटे को शो कर रही हूँ और मैं चूसने में लग गई. 
वैसे ये एहसास की मेरा बेटा, मुझे देख रहा है मेरी चूत फाडे दे रहा था..
जी कर रहा था नंगी हो जाऊं और अपना बदन उसे दिखाऊं.. ना जाने, क्या क्या गंदे विचार आ रहे थे मेरे मन में…
इधर, थोड़ी देर में रंगीला झड़ने लगा और उसने अपना सारा रस में मेरे मुंह में ही डाल दिया.
मैंने फिर जब चुपके से गेट की और देखा तो राज वहाँ से जा चुका था. 
मैंने भी आराम से सारा स्पर्म पी लिया. 
रंगीला को बताना नहीं चाहती थी की जल्दी जल्दी में हमने अपने बेटे को सीधा सेक्स दिखा दिया है. इसलिए मैंने उस बारें में कोई बात नहीं करी. 
रंगीला ने अपना पैंट फिर से पहना और खुले दरवाज़े की और देख के बोला की मिनी हमें दरवाज़ा बंद कर लेना चाहिए था, यदि राज देख लेता तो… 
मैंने बोले दिया की जल्दी जल्दी में मैं देखना ही भूल गई… 
हम नेक्स्ट टाइम से और भी ध्यान रखेंगें…

फिर मैंने राज से भी आम बिहेवियर ही किया.. 
वो भी ऐसा ही कर रहा था. 
मैंने उसे पता नहीं लगने दिया की मैंने देखा था जब वो हमें देख रहा था और राज भी नॉर्मल था की उसने चुपके से ये सब देख लिया था और किसी को कुछ मालूम भी नहीं पड़ा. 
एक अजीब से कसक भी थी की मैं रंगीला का लंड चूस रही थी, मेरे चुचियाँ बाहर थी और राज देख रहा था. 
पता नहीं क्यूँ पर एक रोमांच था, इस वजह से.
रह रह कर मेरा मन होता था की राज मेरा नंगा बदन देखे…
अगले दिन सुबेह छुट्टियाँ ख़त्म थी. 
रंगीला ऑफीस गये, राज कॉलेज. 
अंकिता का कॉल भी आया. 
मैंने उसे लंच टाइम पे इन्वाइट किया. 
काफ़ी दिनों बाद हम एक दूसरे से मिले थे. 
बातें करने को तो बहुत था. 
फोन पे कुछ नॉर्मल बात करी एक दूसरे के बारें में. 
फिर उसने मेरे इन्विटेशन स्वीकार किया.
मैंने उसे थोड़ी जल्दी आने को बोला ताकि हम स्विमिंग भी जा सके. 
करीब 11 बजे अंकिता ने घर की घंटी बजाई. 
हमने एक दूसरे को गले लगा के हाय किया. फिर मैंने हम दोनों के लिए कॉफी बनाई और बैठ के बात करने लगे. 
हमने एक दूसरे की स्कूल के बाद की लाइफ, शादी, फैमिली सबके बारें में बात करी.
मिनी – चल अंकिता… स्विमिंग के लिए चलते हैं… तू रेडी हो के आई है ना…
अंकिता – हाँ बिकनी पहना तो है. पर क्या यहाँ प्राब्लम नहीं होगी… कॉलोनी के और भी लोग तो होंगे… बिकनी में कोई और भी होता है या नहीं…
मिनी – वैसे तो इस वक़्त स्विमिंग पूल खाली रहता है और काफ़ी लेडी बिकनी में ही आती . उतना मत सोच. चल में भी चेंज कर लेती हूँ.
अंकिता – चल ठीक है तू बोलती है तो… मेरे लिए भी एक तौलिया ले लेना…
मिनी – हाँ है एक नया तौलिया… वो तुझे देती हूँ और स्विमिंग के बाद के लिए पैंटी लाई है ना.
अंकिता – हाँ लाई हूँ…
मिनी – आ जा फिर इस बाग में डाल ले, चेंज करने वाले कपड़े…
फिर, मैं अंकिता के सामने ही चेंज करने लगी.. 
पूरी नंगी हो के मैंने अपनी बिकनी पहनी और ऊपर से एक लंबी टॉप पहन ली.
अंकिता – वाव मिनी, तूने अभी तक खुद को अच्छे से मेनटेन किया है…
मिनी – धन्यवाद, अंकिता… तू भी तो काफ़ी सेक्सी है… डोंट माइंड तुम काफ़ी गरम माल हो…
अंकिता – हाँ यार, पर मोटी हो गई हूँ…
मिनी – हाँ पर सही सही जगह पे मोटी हुई हो…
फिर दोनों हंसने लगे.. 
फिर दोनों स्विमिंग के लिए चले गये. 
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07-19-2018, 12:01 PM,
#14
RE: Samuhik Chudai अदला बदली
आज भी स्विमिंग पूल खाली ही थी. 
बस एक और लेडी दिख रही थी, दूसरी तरफ.. वो भी बिकनी में ही थी.. 
इससे अंकिता की झिझक ख़त्म हुई. 
हम दोनों ने 2 आराम कुर्सी पे अपने अपने समान रखे.
मैंने अपना टॉप निकाला और बिकनी में पूल के पास के शावर में नहाने लगी. 
अंकिता ने भी अपने टॉप और लोवर उतार दिए और मुझे शावर में जाय्न किया. 
पहली बार, बिकनी में उसे देखा. 
उसके बूब्स बिकनी में सम्हल ही नहीं रहे थे. 
आधे से ज़्यादा चुचि तो फ्री थी. 
मेरी नियत डोले जाए तो कोई मर्द तो खड़े खड़े अपना पानी छोड़ दे. 
फिर हम दोनों ने पूल में एंटर किया. 
थोड़ी देर हम दोनों ने स्विमिंग करी और पूल में ही साइड में खड़े हो गये.
मिनी – अंकिता सच में तुम्हारी बूब्स काफ़ी अच्छी हैं… बचपन में नहीं लगता था की इतनी बड़ी बड़ी होंगी…
अंकिता – कुछ ज़्यादा ही बड़ी हो गई है ना… क्या करूँ बोले… कम कैसे करूँ… और भी ना बढ़ जाए कहीं…
मिनी – शायद, दीपक चुचियों का दीवाना है…
अंकिता – हाँ वो तो पहले दिन से चुचियों का दीवाना है… विनय से ज़्यादा दूध तो दीपक ने पिया है इससे…
इस बात पर दोनों हंस पड़े..
मिनी – और बता कहाँ गई थी, अपने पहले हनिमून पे…
अंकिता – गई तो थी मनाली, पर मोस्ट्ली हनिमून होटेल में गुजरा..
फिर से दोनों हंस पड़े..
मिनी – सबकी यही कहानी है…
अंकिता – और आज कल तेरी सेक्स लाइफ कैसी है .?.
मिनी – नो कंप्लेन अंकिता. इट्स फाइन… ही इस स्टिल वेरी गुड इन बेड… दीपक कैसा है… कितनी बार चोदता है तुम्हें वीक में .?.
अंकिता – वो भी बहुत अच्छा है सेक्स में पर आज कल सेक्स काफ़ी कम हो गया है… वीक में 1 बार ही हो पा रहा है… तुम कितनी बार चुदवाती हो .?.
मिनी – क्यूँ रे, हम ट्राइ करते हैं डेली का… पर मिनिमम 4 बार वीक में तो पक्का…
अंकिता – नाइस यार… पता नहीं क्यूँ हमारे बीच में सेक्स कम क्यूँ हो गया… बस ऐसा लगता है मन भरता जा रहा है…
मिनी – ट्राइ कर कुछ न्यू ना… जो तुम दोनों के लिए एग्ज़ाइटिंग हो…
अंकिता – जैसा क्या, सब तो ट्राइ कर चुके…
मिनी – क्या क्या ट्राइ किया बता .?.
अंकिता – सारे पोज़स में चुदवा चुकी हूँ… ओरल सेक्स सब कर दिया है… रोल प्लेस भी करती हूँ… सारे पासिबल रोल प्लेस कर चुके हम…
मिनी – कभी ओपन स्काइ में सेक्स करी है… इन पब्लिक प्लेस… ऐसा कुछ…
अंकिता – नहीं, वो कैसे करेंगे…
मिनी – कैसे करेंगे मतलब… ये थोड़े बोले रही हूँ की पब्लिक के सामने से चुदवा ले… मेरा मतलब ये था की ऐसे पब्लिक प्लेस में जा जहाँ कुछ ब्लाइंड स्पॉट मिले… खाली खाली सा हो और वहाँ पे चुदवा… ऐसी जगह जहाँ चुदवा रही हो तो ये डर भी रहे की कोई देख लेगा… ट्राइ कर एक अलग सी एग्ज़ाइट्मेंट होती है… जैसे हम जिस होटेल में मिले उसके बीच पे हमने सेक्स करी थी, अंधेरा होने पे…
अंकिता – वाव यार… सुन के तो एग्ज़ाइटिंग लग रहा है… देखूँगी दीपक को कन्विन्स करके…
मिनी – और तूने किसी और का लंड लिया है क्या .?.
अंकिता – नहीं रे, वो कहाँ पासिबल है… मत बोलना की तूने वो भी किया है…
मिनी – नहीं नहीं कहाँ पासिबल है.. (अभी मैं बताना नहीं चाहती अपनी स्वाप अरेंज्मेंट के बारें में..)
अंकिता – मन तो होता है की काश की कोई दूसरा लंड मिले एंजाय करने के लिए… पर, ये आसान भी तो नहीं है…
मिनी – हाँ वोही है, इस उम्र में आ के एक ही लंड से मन थोड़ा भर ही जाता है… क्या कर सकते हैं… बस हुमलोग कुछ नया नया ट्राइ कर सकते हैं… मैं कोमल से बात कर रही थी, इस बारें में… उसकी भी वोही हालत है… मन तो उसका भी है, पर कुछ कर नहीं सकते…
अंकिता – कोमल को भी क्यूँ नहीं बुला लिया…
मिनी – वो मॉर्निंग में थोड़ी बिज़ी थी… नेक्स्ट टाइम बुला लूँगी… और भी बातें करेंगे…
अंकिता – चल अब लंच भी करा दे… भूख भी लग रही…
टाइम देखा तो 1 बजे गये थे.. ..
हमने भी जल्दी जल्दी थोड़ी और स्विमिंग करी. 
स्विमिंग के बाद फिर दोनों साथ ही शावर रूम में गये. 
चेंज करने के लिए कपड़े भी ले गये.
फिर शावर ले के मैंने अपनी बिकनी उसके सामने ही खोल दी. 
इस बार उसने भी अपनी बिकनी निकाल दी. 
दोनों पूरी नंगी ही थीं. 
हम दोनों ने एक दूसरे की बॉडी को अच्छे से देखा और कॉंप्लिमेंट भी दिया.
फिर तौलिया से हम खुद को पोछने लगे. 
अंकिता ने अपनी ब्रा निकाली और पहनने लगी. 
उसके ब्रा उसके चुचियों के लिए काफ़ी छोटे थे. 
आधे से ज़्यादा चुचि बाहर ही थी. 
मैंने उस समय कुछ नहीं बोला. फिर हम दोनों ने कपड़े चेंज किए और रूम मे चले गये. 
मैंने लंच सर्व किया. फिर मैंने ब्रा की टॉपिक उठाई .?.
मिनी – तेरी ब्रा की साइज़ क्या है .?.
अंकिता – 38… तू इसलिए पूछ रही है ना क्यूँ मेरी ब्रा छोटी लग रही है…
मिनी – हाँ, मतलब वोही तू जान के ऐसा करती है या कोई और बात है…
अंकिता – क्या बोलूं, मैं काफ़ी कम ब्रा ले के आई थी और यहाँ की शॉप्स में मैंने ट्राइ किया 38 किसी के पास भी नहीं था… सब हंस भी रहे थे मेरी चुचियों को देख के…
मिनी – हाँ यार, ये प्राब्लम तो है यहाँ… देखा नहीं है यहाँ की लड़कियों को सबके चुचियाँ कितने छोटे छोटे हैं… 38 छोड़ कभी कभी तो 36सी और 36 भी नहीं मिलता.. जो रखते भी हैं वो पड़ेद रखते हैं. ताकि छोटी चुचियों वाली लड़कियाँ पेड़ के साथ वो पहन सके…
अंकिता – हाँ, वोही तो… फिर, शरम से मैंने ज़्यादा शॉप में ढूँढा भी नहीं…
मिनी – चल मैं तुझे ले के चलती हूँ… एक लोकल मार्केट है… काफ़ी अच्छी अच्छी ब्रा रखते हैं वहाँ पे… वहाँ पे सब साइज़ मिल जाएगा…
अंकिता – वाव. ये तो बड़ा अच्छा रहेगा… कब चलना है बोले…
मिनी – चल आज ही चलते हैं… तू बोले दे दीपक को की शॉपिंग जा रही हो… मैं कोमल को भी कॉल करती हूँ, वो भी जाय्न कर लेगी हमें…
अंकिता – ओ के !! ठीक रहेगा… फिर, साथ मैं कहीं कॉफी पीने चलेंगे…
फिर मैंने कोमल को कॉल लगाया और उसे सेम लोकल मार्केट में बुला लिया.. 
मैं और अंकिता फिर लोकल मार्केट पहुचे.
कोमल भी वहाँ आ चुकी थी. 
हमने एक दूसरे को ग्रीट किया. 
हम लोग ब्रा की शॉप पे पहुचे. 
वहाँ का शॉपकीपर मुझे और कोमल को अच्छे से पहचानता भी था. 
हमने उससे कई बार शॉपिंग करी.
शॉपकीपर – गुड इवनिंग, मेम… आज आपकी नयी दोस्त भी आई है…
कोमल – हाँ, इसे ही खरीदने हैं… हम तो बस आज देखने वाले हैं…
शॉपकीपर – क्या साइज़ का देना है मेडम .?.
अंकिता – 38 डी…
शॉपकीपर – ओ के !! मेडम…
फिर शॉपकीपर ने काफ़ी सारे 38 के ब्रा दिखाए.. 
अंकिता देख के खुश थी की यहाँ इतने सारे ब्रा हैं.
मिनी – अंकिता, तुम एक ट्राइ करना चाहती हो .?. साइज़ देखने के लिए…
अंकिता – क्या यहाँ पे, अच्छा होता की एक ट्राइ कर लेती और फिर खरीदते…
शॉपकीपर – मेडम ऑनेस्ट्ली हम ब्रा और पैंटी ट्राइ करना आल्लोउ नहीं करते, पर क्यूँ की आप इनकी फ्रेंड हैं, आप ट्राइ कर सकती हैं… बताइए कौन सा ट्राइ करना है…
अंकिता – कोई भी एक दे दो…
फिर शॉपकीपर ने अंकिता को एक ब्रा निकल के दी ट्राइ करने के लिए, शॉप में प्रॉपर ट्राइयल रूम नहीं था पर एक छोटी से ऑफीस जैसी जगह थी.. वहीं पे हम भी ट्राइ करते थे.. 
वहीं पे अंकिता भी गई.
कोमल – तो फिर बात हुई ग्रूप के बारें में…
मिनी – अभी मैंने पूरा बात नहीं की, इसके बाद कॉफी पे बात करते हैं… ऐसे बात करेंगे की जैसे हम भी पहली बार ऐसे अरेंज्मेंट की बात कर रहे हैं… वैसे कोमल, अंकिता के बूब्स बड़े अच्छे हैं… गोरी भी कितनी है… मालूम है, उसके निप्पल भी पिंक हैं… एकदम गुलाबी यार… कसम से लड़कियों के ही ईमान डोले जाएँ… लेसबो के लिए…
कोमल – तूने देखा .?. हरामजादि मेरे साथ तो कभी लेसबो नहीं किया…
मिनी – अरे पगली उसके साथ भी नहीं किया… हाँ आज देखे स्विमिंग के बाद शावर के वक़्त…
कोमल – मुझे भी दिखा ना… गुलाबी निप्पल तो मैने कभी नहीं देखे… किसी हिल स्टेशन की है क्या ये ?
मिनी – वो सब छोड़… जा वो ट्राइ कर ही रही है, वहीं देख ले… जल्दी कर…
फिर, कोमल और मैं ट्राइयल रूम की और चल पड़े.. ..
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07-19-2018, 12:01 PM,
#15
RE: Samuhik Chudai अदला बदली
शॉप कीपर काफ़ी समझदार था.. 
वो साइड हट गया.. कोमल ने गेट खुलवाई..
कोमल – ट्राइ किया तूने… ठीक है .?.
अंकिता – हाँ ठीक ही है, देख ना…
अंकिता फिर ब्रा पहने हुए हमारी तरफ मूडी. 
काफ़ी अच्छी फिटिंग थी. कोमल ने थोड़ा ब्रा को टच कर के भी देखा.
कोमल – एक और ट्राइ कर ले, लोकल मार्केट हैं ना… तो कोई दिक्कत नहीं…
अंकिता – माँग ना एक और…
मैंने उस लड़के से एक और ब्रा माँगी, उसे इशारा किया की वो वाला दे. 
वो ब्रा काफ़ी ट्रॅन्स्परेंट था और अंकिता को दे दिया.. 
कोमल दरवाजे से हटी ही नहीं की अंकिता बंद करे.
मिनी – टेंशन मत ले वो साइड में है… तू ट्राइ कर ना…
फिर अंकिता ने, पहला ब्रा निकाल दिया. 
कोमल आँखें फाड़ के उसके नंगी चुचियाँ देखने लगी. 
अंकिता ने फिर दूसरा ब्रा ट्राइ किया. 
वो ब्रा भी काफ़ी अच्छा फिट हो रहा था.
अंकिता – अच्छी फिटिंग है… धन्यवाद यार… तुम लोगो ने मेरी प्राब्लम सॉल्व कर ली…
कोमल ने उसकी चुचियाँ दबाई और बोला की धन्यवाद नहीं हमने तो ये करने के लिए हेल्प किया… 
हम तीनों हंस पड़े. 
फिर अंकिता ने अपने कपड़े पहन लिए और बाहर आ गई. 
उसने 10 ब्रा अलग अलग टाइप के खरीद लिए. 
फिर हम तीनों ने कॉफी शॉप जाने का प्लान किया. 
पास में ही एक अच्छी कॉफ़ी शॉप थी. 
अंकिता ने हमें कॉफ़ी पिलाई, हमारी हेल्प के लिए. 
तीनों कॉफ़ी लेकर, आराम से बैठ के बातें करने लगे.
कोमल – अंकिता, तुम काफ़ी हॉट हो…
अंकिता – धन्यवाद… तुम भी काफ़ी मस्त हो…
कोमल – ह्म… वैसे तो हम तीनों ही हॉट हैं. और बताओ क्या चल रहा है .?. क्या क्या किया तुम दोनों ने आज .?.
मिनी – कुछ नहीं रे, पुराने दिनों की बात और स्विमिंग भी करी…
कोमल – मेरे बैगेर, सिम्मिंग में गई मिनी… अच्छी बात नहीं है…
मिनी – नेक्स्ट टाइम तीनों एक साथ कर लेंगे…
अंकिता – हाँ काफ़ी मज़ा आएगा…
कोमल – कैसा मज़ा अंकिता .?..?. मिनी ने तेरे साथ कुछ किया क्या .?. मेरे साथ तो कुछ नहीं करती…
मिनी – तू बड़ा चहक रही है, कुछ किया नहीं… काफ़ी सारी बातें करी…
कोमल – क्या क्या बात हुई .?.
अंकिता – कुछ खास नहीं, अपने पुराने समय की, शादीशुदा लाइफ की…
मिनी – कोमल, अंकिता ने भी आजतक कोई दूसरा लंड नहीं लिया. सेम कहानी…
कोमल – क्या करें यार… बस तीनों मिल के बात ही कर सकते हैं, और कर भी क्या सकते हैं… वैसे अंकिता मुझे भी बता कितनी बार चुदाई होती है तेरी बुर की आज कल .?.
अंकिता – बताया मैंने मिनी को की आज कल चुदाई काफ़ी कम हो गई है…
कोमल – तुझे देख के लगता नहीं की तेरा हज़्बेंड तुझे बिना चोदे रहता होगा…
अंकिता – हाँ एक समय था, डेली मस्त चुदाई करता था…
कोमल – फिर चूत की खुजली कैसे ख़त्म करती हो .?.
अंकिता – चूत में फिंगर कर लेती हूँ कभी कभी…
कोमल – फिंगर से तेरी चूत का क्या होगा… पता भी नहीं चलेगा की कुछ अंदर गया… तुझे तो बड़ा सा लंड चाहिए होगा… वैसे तेरे हज़्बेंड का साइज़ क्या है .?.
अंकिता – क्या करूँ और कोई चाय्स भी तो नहीं है… दीपक का लंड कुछ 8 इंच का होगा…
कोमल – वाव, फिर तो मिनी रंगीला से भी बड़ा है इसके हज़्बेंड का लंड…
अंकिता – तुझे कैसे पता रंगीला का साइज़ .?.
कोमल – जैसे मुझे दीपक का पता है…
अंकिता – ओह, मैंने सोचा की तुमने रंगीला से चुदाई कराई है…
कोमल – पासिबल होता तो चुदवा ही लेती, रंगीला से ही क्यूँ दीपक का भी लंड ले लेती…
मिनी – हाँ तू सारी दुनिया का लंड ले ले और मैं बस एक ही लंड से काम चलाऊं…
कोमल – नहीं डार्लिंग तू भी ले ले जय का लंड, दीपक का लंड… क्यूँ अंकिता तुझे कोई प्राब्लम है दीपक का लंड देने में…
अंकिता – बात करने के लिए तो सब ठीक है, पर ऐसा पासिबल तो नहीं है ना… वैसे देखें तो अच्छा होता ना की हम तीनों किसी के भी हज़्बेंड से चुदवा सकते…
कोमल – हाँ अच्छा तो होता… पर तूने ही तो बोला पासिबल नहीं है…
मिनी – सच में यार, काश की हम एक दूसरे के हज़्बेंड को चोद सकते, कितना अच्छा होता है… सब एंजाय करते और ये बात भी हम तक ही सीक्रेट रहती…
कोमल – देख मिनी, हम ना जाने कितने दिनों से ये बात करते आ रहे हैं… पर नहीं यार, ऐसा भी नहीं है की पासिबल नहीं है… यदि ट्राइ किया जाए तो सब पासिबल है…
अंकिता – कैसे .?.
कोमल – देख यदि हम तीनों अपने हज़्बेंड को अपने अपने सुझाव से इस बात के लिए तैयार कर लें और ग्रूप में स्वपिंग कर लें तो साली चुदाई भी हो सकती है और ये बात ग्रूप से बाहर भी नहीं जाएगी…
अंकिता – पर कैसे बोलेंगे अपने हज़्बेंड को .?.
मिनी – मान ले मुझे रंगीला को बोलना हो तो मैं तो बात को इतना घुमाऊंगी की वो खुद ही बोलेगा की चलो स्वापिंग करते हैं… हज़्बेंड को अपने कॉन्फिडेन्स में लेना तो आसान ही होगा… सब अपने अपने तरीके से बोले सकते हैं…
अंकिता – हाँ और शायद हज़्बेंड्स मान भी जाए… जल्दी से कोई दूसरा चूत मिल रहा है ये सोच के तो वो तुरंत खड़े हो जाएँगे अपना अपना लंड हाथ में लिए…
कोमल – सो चलो डिसाइड हुआ की हम तीनों अपने हज़्बेंड से बात करेंगे… ये स्वाप करने के प्लान को सफल बनाएँगे… जब तक वो राज़ी नहीं होते तब तक कोशिश करते रहेंगे…
फिर हम तीनों ने हाथ मिला के इस फ़ैसले को फाइनल किया. 
मैं इसलिए कोमल को साथ में लाई थी, उसे खुल के ये सब बात करना बड़े अच्छे से आता है और अंकिता भी काफ़ी ओपन माइंड की थी ज़्यादा मुश्किल नहीं हुई. 
उसके बाद दीपक का कॉल आ गया तो अंकिता को जल्दी जाना पड़ा.. 
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07-19-2018, 12:01 PM,
#16
RE: Samuhik Chudai अदला बदली
कोमल मुझे घर ड्रॉप कर देती इसलिए वो अकेली अपनी कार से घर चली गई..
मिनी – सो कोमल क्या लगता है, अंकिता और दीपक इन हैं .?.
कोमल – 100 %…
मिनी – चल ग्रूप थोड़ा तो बड़ा हो गया… पर तुझे नहीं लगता की एक और कपल जोड़ना चाहिए नेक्स्ट प्लान से पहले…
कोमल – हाँ यार, नहीं तो कोई एक जोड़ा नया ट्राइ नहीं कर पाएगा… जय से बात हुई थी… वो बता रहा था की उसका एक जूनियर है, अमन… उससे बात भी करी जय ने… बोले रहा था की ही इस ओपन… आइडिया भी पसंद आया पर वो अपनी वाइफ को खुद नहीं बोलेगा… मैं मिली हूँ उसके वाइफ से… शी इस वेरी गुड और देख के लगेगा नहीं की वो इन सब चीज़ो में आएगी…
मिनी – फिर …
कोमल – कुछ नहीं, जय ने बोला की तू बात करके देख बिना बताए की अमन ऑलरेडी तैयार है… देखना है की वो इस आइडिया से ओपन है या नहीं…
मिनी – तो फिर बात कर ना…
कोमल – मैं अकेले नहीं करूँगी… तू भी रहना… कोशिश करते हैं… थोड़ा मुश्किल होगा शायद… पर ट्राइ करने में क्या जाता है… कल मैंने उसे बुलाया है घर पे… तू भी आ जा… लंच भी मेरे ही घर पे करेंगे…
फिर कोमल ने मुझे घर ड्रॉप किया.. 
अगले दिन 11 बजे मैं उसके घर पहुंची.. 
अमन की वाइफ, रूचि भी आ चुकी थी.. 
हमने एक दूसरे को इंट्रोड्यूस किया और बैठ के बातें करने लगे.
कोमल – रूचि, बताना मुझे यदि तुम बोर हो रही होगी तो…
रूचि – नहीं दीदी. काफ़ी दिनों बाद आज ऐसे ओन्ली लड़कियाँ बात कर रहे हैं… अच्छा लग रहा है…
कोमल – और बता क्या चल रहा है… अमन तुझे खुश तो रखता है…
रूचि – हाँ दीदी…
मिनी – कब हुई थी शादी तुम्हारी .?.
रूचि – मिनी दीदी, शादी के 5 साल हो गये…
मिनी – 5 साल ही ना, फिर तो अभी भी स्पार्क होगा शादीशुदा लाइफ में… एंजाय…
रूचि – क्यूँ दी, बाद में स्पार्क चला जाएगा क्या .?.
कोमल – समय के साथ होता है, रूचि… हम दोनों की शादी के 20 से ऊपर हो गये… तुझे लगता है की सेम स्पार्क रहेगा 20 साल तक…
रूचि – तो क्या जय जी अब आपको प्यार नहीं करते .?.
कोमल – नहीं रे प्यार तो बहुत करते हैं… पर यदि तू उस प्यार की बात कर रही है तो हाँ वो अब कम हो गया है…
रूचि – हाँ दीदी, वो वाला प्यार तो कम हो ही जाता है… 20 साल की बात तो अलग है, बेटी होने के बाद से ही अब तो अमन भी पहले 2 साल जैसा प्यार नहीं करता…
कोमल – बोलो तो मैं अमन से बात करूँ की वो मेरे बहन को क्यूँ प्यार नहीं करता…
रूचि – नहीं दीदी, प्यार तो वो बहुत करता है… मैं उस वाले प्यार की बात रही थी…
कोमल – क्या बुलाती हो उस वाले प्यार को…
रूचि – मैं और अमन तो बोलते है चलो खिचड़ी बनाते हैं…
कोमल – वाव… कितने क्यूट हो ना तुम लोग… जानती है हम क्या बोलते हैं .?.
रूचि – फक…
कोमल – नहीं, उतना फॉर्मल इंग्लीश नहीं… हम लोग उसे चुदाई ही बोलते हैं… जैसे मैं जय को से रोज़ चुदवाती हूँ वैसे टाइप से…
रूचि – चोदना वर्ड जानती हूँ दीदी पर बोलने में शर्म आती है…
मिनी – फिर लंड और चूत को क्या बुलाती हो .?.
रूचि – लंड को बाबू और चूत को काली…
कोमल – एक काम कर तुमलोग ये बाबू बाबू बोलना बंद करो, चूत लंड चुदाई, जुटाई, गाण्ड खुल के बोलो… थोड़ा रोमांच खुद ही आ जाएगा… आज अमन को बोलना की अमन मुझे चोदो अपने लंड से, मेरी चूत को फाड़ दो…
रूचि – ऐसे बोलूँगी तो उसे बुरा नहीं लगेगा .?.
मिनी – किसी भी लड़के को बोलॉगी की – “आओ चोदो मुझे अपने लंड से”, उसे बुरा कभी नहीं लगेगा..
फिर तीनों हंस पड़े..
रूचि – दीदी और भी कुछ टिप्स को ना, वैसे वाले प्यार की…
कोमल – क्या .?.
रूचि – मेरा मतलब चुदाई की… मुझे चुदवाना बहुत अच्छा लगता है… अमन को कभी कभी बोले नहीं पति की मैं उसके लंड को मिस कर रही हूँ…
कोमल – हाँ, अब सही बोले रही हो…
मिनी – तूने गाण्ड में लिया, अमन का लंड…
रूचि – दीदी ट्राइ किया था… बड़ी मुश्किल होती है गाण्ड में लेने में… अमन को भी आदत नहीं है…
मिनी – फिर तो पहला तो तू यही ट्राइ कर, कुछ दिन केवल गाण्ड में लंड ले… आदत खुद ही जाएगा…
कोमल – और उसका लंड चूसती हो की नहीं .?.
रूचि – हाँ दीदी, वो तो चूसती हूँ…
मिनी – कभी अमन का पूरा रस अपने मुंह में लिया है .?. टेस्ट किया है .?.
रूचि – नहीं दीदी वो तो गंदा लगेगा…
मिनी – मैं तो पूरा रस पी जाती हूँ… कोशिश कर कभी उसका पानी अपने मुंह में ले ले फिर उसे इन्वाइट कर किस करने किए लिए और दोनों मिल के लंड के पानी को टेस्ट कर…
कोमल – और अमन तेरा चूत चूसता है…
ऱीच – हाँ दीदी, वो भी चूसता है… पर उसे उतना अच्छा नहीं लगता…
कोमल – लगता है, अमन को सीखना पड़ेगा…
रूचि – दीदी, मुझे बहुत अच्छा लगता है जब वो मेरा चूत चूसता है… पर वो ज़्यादा देर तक नहीं करता और मैं भी शर्म से बोलती नहीं की और चूसो…
मिनी – इसका मतलब प्राब्लम ना अमन में है… उसे ही सीखना ज़्यादा ज़रूरी है… देख कपल की बीच खुल के बात होनी चाहिए… उसे कभी नहीं बुरा लगेगा की जब तुम उसे बताउंगी की तुझे सेक्स में क्या क्या ज़्यादा अच्छा लगता है… बात करोगी तो वो खुद ही संज़ह जाएगा और ज़्यादा वोही सब करेगा जो तुझे पसंद है…
रूचि – दीदी, आप लोग पोर्न देखती हैं .?.
कोमल – ये भी कोई पूछने की बात है… कौन नहीं देखता पॉर्न…
रूचि – दीदी, आप लोगो को कौन सा पॉर्न ज़्यादा अच्छा लगता है देखने में.
कोमल – मैं और मिनी दोनों मिलफ पॉर्न देखते हैं… जिसमे कोई यंग लड़का हमारे जैसी औरत को चोदता है…
रूचि – वाव दीदी, आप दोनों एक साथ देखती हो .?.
कोमल – हाँ कभी कभी… पर नॉर्मली अलग अलग देखते हैं…
रूचि – दीदी, फिर क्या आप लोग किसी यंग लड़के से चुदवाती भी हो .?.
मिनी – नहीं रे, वो पासिबल नहीं हो पता ना, इसलिए तो पॉर्न देख के काम चलना पड़ता है… तू कौन सा पॉर्न देखती है .?.
रूचि – वैसे तो मुझे सारे अच्छे लगते हैं… प्रॉमिस करो दीदी की किसी को नहीं बताउंगी…
कोमल – तुझे लगता है की हम किसी को बताने वाले हैं… तू तो छोटी बहन जैसी है…
रूचि – दीदी, मुझे ना लेज़्बीयन वाला पॉर्न देखना सबसे ज़्यादा अच्छा लगता है… क्या मुझमे कोई प्राब्लम है .?.
मिनी – एक बात बता, लंड देखने से तेरी चूत में आग लगती है की नहीं… तुझे कभी ऐसा लगा की लंड देख के तू एग्ज़ाइट नहीं हुई…
रूचि – नहीं दीदी, ऐसा तो कभी नहीं हुआ…
मिनी – फिर कोई प्राब्लम नहीं है तुझमे… ये हो सकता है की तुझे चूत चुसवाना इतना पसंद है की, तू वैसे वाले पोर्न ज़्यादा पसंद करती हो… लेस्बियन पॉर्न में तो जम के चूत चूसते हैं एक दूसरे की…
रूचि – हाँ दीदी, वो तो है इसलिए तो देखती हूँ… दीदी आप दोनों ने कभी एक दूसरे की चूत देखी है .?..?.
कोमल – चूत, हम दोनों ने एक दूसरे को पूरा नंगा देखा है बहन… हम बेस्ट फ्रेंड्स हैं… हम बस सेक्स नहीं करते बाकी बातें सारी करते हैं…
रूचि – आप दोनों कितने अच्छे हो ना… काश, मेरी भी कोई ऐसी दोस्त होती जिससे मैं भी खुल के बात कर पति…
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07-19-2018, 12:02 PM,
#17
RE: Samuhik Chudai अदला बदली
मिनी – हम इतने देर से तुम्हें छोटी बहन मान रहे हैं और तू दोस्त कहीं और ढूँढ रही हो…
कोमल – रूचि देख तू कुछ भी शेयर कर सकती है हमारे साथ… हमने ना जाने क्या क्या शेयर किया है एक दूसरे से…
मिनी – हाँ रूचि, सच बोलूं तो हमें ये सब बात करके अच्छा भी लगता है… खूब चुदवाने का मन करने लगता है… फिर घर जाकर अपने अपने हज़्बेंड से पेलवाते भी हैं…
रूचि – दीदी, शुक्रिया…
कोमल – अभी भी शर्म आ रही है ना तुझे… चल, एक काम करते हैं… हम तीनों पूरा नंगा हो जाते हैं… एक दूसरे से नंगे हो के बात करते हैं… सारी शर्म भाग जाएगी…
फिर मैंने और कोमल ने अपने अपने कपड़े उतार दिए. 
कोमल ने मेरी ब्रा पैंटी उतारी और मैंने उसकी.. 
रूचि अभी भी थोड़ा शर्मा रही थी.. 
फिर कोमल ने उसे खड़ा किया. रूचि ने भी अपने कपड़े निकाल दिए.. 
बस ब्रा और पैंटी में खड़ी थी.. 
वो हमारे तरफ देख रही थी. 
फिर मैंने उसकी ब्रा उतारी और कोमल ने उसकी पैंटी.. 
फिर कोमल ने बोला की चलो, बेड रूम में नंगे बेड पे बैठ कर बात करते हैं.. 
मैं और कोमल कुछ चिप्स और ड्रिंक्स लेने चली गईं..
तीन नंगी औरतों के बीच गरमा गरम बातें शुरू होने वाली थी..
कोमल – मिनी, इस पटाया जा सकता है… पर मुझे लगता है उसके पहले इसे जन्नत दिखना होगा…
मिनी – तू यही सजेस्ट कर रही है ना की हम दोनों मिल के उसके चूत की अच्छे से चूसा करें…
कोमल – इसलिए तू मेरी बेस्ट फ्रेंड है, सब समझ आता है तुझे… चलो, अब उसी डाइरेक्षन में बात करते हैं… एक बार उसकी चूत को स्वाद मिल जाएगा, फिर वो शायद हमारी सारी बात मानेगी…
फिर हम तीनों कोमल के बेडरूम में चले गये. 
बेड पे कोमल आराम में लेट गई. मैंने रूचि को बीच में लिटाया और में लेफ्ट में लेट गई.
कोमल – रूचि तेरी चुचियाँ तो काअफि अच्छी है… अमन तो इसे चूसता ही रहता होगा…
रूचि – हाँ दीदी वो मेरी चुचियों का दीवाना है…
मिनी – कोई भी तुम्हारी चुचियों का दीवाना हो सकता है, बहन…
बातों के साथ ही, मैं रूचि की लेफ्ट बूब्स को और कोमल रूचि के राइट बूब्स को सहला रही थी, प्यार से टच कर रही थी.
रूचि – आप दोनों की चुचियाँ भी प्यारी हैं दीदी… आप लोग तो इतने अच्छे हैं की कोई भी जवान लंड आप दोनों को चोदने के लिए रेडी हो जाए…
कोमल – तूने अपनी चूत कितनो से चटवाई है बता .?.
रूचि – बस अमन से दीदी, और किसी से नहीं… आप लोगो ने किसी और से चटवाया है क्या दीदी .?.
मिनी – हमारी छोड़, आज की टॉपिक तुम हो… बता ना मन करता है की कोई और भी तुम्हारे चूत को चाटे…
रूचि – अमन, ज़्यादा नहीं करता ना दीदी, इसलिए मन करता है की कोई ऐसा हो जो मेरी चूत को चाट चाट के पागल कर दे…
फिर कोमल ने रूचि की चूत को टच किया..
मिनी – कैसा लग रहा है, जब कोमल दीदी तुम्हारे चूत को टच कर रही है…
रूचि – अच्छा लग रहा है, दीदी…
फिर उसके चूत के पास ही चली गई. उसकी चूत को अच्छे से सहलाया. उसके मूतने वाली जगह को सहलाने लगी.
मिनी – अब कैसा लग रहा है रूचि .?.
रूचि – बहुत अच्छा लग रहा है दीदी…
मिनी – मेरी चुचि मुंह में लॉगी .?.
रूचि ने ये सुनते ही मेरी एक चुचि को मुंह में लिया और दूसरी चुचि को सहलाने लगी. 
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07-19-2018, 12:02 PM,
#18
RE: Samuhik Chudai अदला बदली
उधर कोमल ने अब उसकी चूत पे थोड़ा हनी डाला और और फिर उसे चाटने लगी. 
सारी हनी चाटने के बाद कोमल की उसकी चूत की पंखुड़ियाँ खोली और अपने जीभ से उसके चूत को चोदने लगी. 
रूचि को काफ़ी मज़ा आ रहा था. 
मेरी चुचि को और भी ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी थी. 
जितनी ज़ोर से कोमल उसकी चूत को चोद रही थी, उतनी ही ज़ोर से वो मेरी चुचि चूस रही थी. 
मैंने भी दूसरी चुचि को उसकी तरफ बढ़ाया. उसने गपक के दूसरी चुचि अब अपने मुंह में भर ली. 
कोमल अब उसकी चूत में अपना मुंह रख के ज़ोर ज़ोर से उसके चूत के रस को चूसने लगी और अपनी एक उंगली उसकी गाण्ड में डाल के उसकी गाण्ड को भी चोदने लगी. 
अब तक रूचि बहुत ही ज़्यादा गरम हो चुकी थी.
मिनी – तू मेरी चूत अपने मुंह में लेना चाहती है .?.
रूचि – प्लीज़ दीदी, दे दो ना…
फिर मैं उठ के रूचि के मुंह पे अपनी चूत रख दिया. 
रूचि ने भी मेरी चूत को जीभ से चोदना शुरू किया. 
उधर कोमल फिर से उसके चूत को जीभ से चोद रही थी और उंगली से उसके गाण्ड को चोद रही थी. इन सब से मैं भी गरम हो गई थी.
मैं भी अपनी चुचि खुद ही दबाने लगी और अपनी चूत को रूचि की मुंह में और दबा दिया. 
रूचि बिना रुके मेरे चूत का रस चूसती जा रही थी. 
उधर कोमल ने अब उसकी चूत में 3 उंगली डाल के उसकी चूत को चोदना शुरू किया और जीभ से मूतने वाली जगह को चाटना शुरू किया. 
रूचि से रहा नहीं गया और उसने अपना पानी छोड़ दिया.
कोमल ने तब भी प्रोसेस चालू रखा. 
कोमल जब उसकी मूतने वाली जगह को छेड़ती थी तो रूचि ज़्यादा पागल हो जाती थी और वो भी मेरे मूतने वाली जगह को चूसने लगती थी. 
कोमल भी काफ़ी गरम हो गई थी. 
मेरी चूत रूचि के मुंह में थी, रूचि की चूत कोमल की मुंह में और कोमल की चूत अभी अकेली थी. 
कोमल बीच बीच अपनी ही चूत की उंगलियाँ करने लगी और रूचि की चूत को चूसना चालू रखा. 
फिर मैं अपनी चूत रूचि के मुंह से हटाया और रूचि को थोड़ा शिफ्ट किया और मैं अब सो के अपनी चूत को रूचि के हवाले किया.
कोमल रूचि की, मैं कोमल की और रूचि मेरी चूत चूसने लगी. 
मैं पहली बार किसी की चूत चूसने जा रही थी. 
मुझे ख़ुशी थी की पहली बार में मैं अपने बेस्ट फ्रेंड कोमल की चूत चूसने वाली हूँ पर रूचि जिस तरीके से मेरे चूत को चूस रही थी, वो काफ़ी ही अच्छा था. 
जैसा रूचि मुझे करती, मैं कोमल को करने लगी इसलिए मुझे भी छूटने में तो ज़्यादा वक़्त नहीं लगा. 
अब तीनों काफ़ी स्पीड में एक दूसरे की चूत को निपटा रहे थे.
रूचि ने फिर मेरी गाण्ड में एक उंगली डाली और चूत को अच्छे से फैला के ज़ोर ज़ोर से लीक करने लगी. 
मैंने भी कोमल के साथ कुछ ऐसा की किया. 
कोमल की चूत भी बहुत पानी छोड़ रही थी. 
अपने चूत का पानी टेस्ट तो किया ही था, इसलिए कुछ नया टेस्ट नहीं था.
हां, एक अलग रोमांच था. 
कोमल ने भी अपना पानी छोड़ना शुरू किया और मैं भी रूचि के मुंह में पानी छोड़ने लगी. 
रूचि ने मेरा सारा पानी लीक कर कर के सूखा दिया. 
मेरी चूत को तो वो भूखे भेड़िए की तरह खा रही थी. 
हमने ये प्रोसेस को कंटिन्यू रखा जब तक तीनों के तीनों बुरी तरह थक नहीं गये. इस प्रोसेस में रूचि 3 बार, मैं और कोमल 2-2 बार अपना पानी छोड़ चुके थे.. 
फिर थक के तीनों लिपट के सो गये.
रूचि – धन्यवाद दीदी, आप दोनों बहुत अच्छी हो.. .. आज तक कभी इतना रोमांच नहीं मिला.. ..
कोमल – तू छोटी बहन है तेरे लिए कुछ भी..
मिनी – हाँ रे, हमने पहले कभी ये नहीं किया तुझे पता है.. .. पर हमें ऐसा लगा की तुझे ज़रूरत है तो हमने तेरा साथ दिया.. ..
कोमल – हाँ, होप की तुझे मज़ा आया.. .. तुझे ये भी लग रहा होगा ना की मैंने तुझे यहाँ इसलिए बुलाया था.. ..
रूचि – नहीं दीदी, मुझे मालूम है की मैंने ही इस डाइरेक्षन में जाने का हिंट दिया था नहीं तो आप लोग तो लंड की ही बात में थी.. ..
मिनी – हाँ, सच बोलूं तो मेरे लिए लंड के बिना सेक्स ही नहीं है.. .. बताया था ना तुझे की मुझे लंड का रस पीना कितना अच्छा लगता है.. .. यदि मैं वो नहीं कर पति तो मुझे नींद नहीं आती.. .. पर ये भी अच्छा ही था.. ..
रूचि – सॉरी दीदी, यदि मेरी वजह से अप लोगों को ये करना पड़ा तो.. .. पर मुझे बहुत मज़ा आया.. .. कोमल दीदी, आप मस्त चूत खाती हैं.. .. लग नहीं रहा था की पहली बार कर रही हैं आप.. ..
कोमल – हाँ हाँ.. .. मैं तो डेली मिनी के चूत खा जाती हूँ.. ..
रूचि – नहीं दीदी, इट वाज़ आ कॉंप्लिमेंट.. .. दीदी मन कर रहा है ख़ुशी से नंगी कूदने लगूँ.. ..
मिनी – तो कूद.. ..
रूचि – दीदी, मैं आप दोनों के लिए भी कुछ भी कर सकती हूँ.. .. आप को कोई भी काम हो तो बताना.. ..
मैं और कोमल इसी का इंतेज़ार कर रहे थे.. अब शायद, काम बनता दिख रहा था..
कोमल – तू किसी को बताएगी नहीं तो हम तुझसे कुछ शेयर करना चाहते हैं.. ..
रूचि – बोलो ना दीदी, प्रॉमिस की किसी को कुछ नहीं बताउंगी.. ..
कोमल – देख यदि तुझे बुरा लगे तो मना कर देना और कभी भी किसी से डिसकस मत करना.. ..
रूचि – क्या हुआ दीदी, ऐसे सस्पेंस क्यूँ बना रही हो.. ..
मिनी – देख तू बोले रही है की तू कुछ भी करेगी हमारे लिए इसलिए बोले रही हूँ.. .. तुझे मालूम ही है हम लंड के कितने दीवाने हैं.. 
कोमल – हाँ तो बस तेरा काम है हमारी लिए लंड का जुगाड़ करना.. ..
रूचि – कैसे दीदी ..?..
कोमल – पूरा सुन ले पहले.. .. हम दोनों एक ही लंड से चुदवा चुदवा के बोर हो गये हैं.. .. हमने दूसरे लंड से अपनी चूत मरवाने के लिए एक दूसरे के हज़्बेंड को भी चोद लिया.. ..
मिनी – इतनी शॉक मत हो.. .. हाँ, मैंने जय से चुदवाया है और इसने मेरे हज़्बेंड रंगीला से.. .. अब हम चाहते हैं की तुम और अमन भी इस ग्रूप में आ जाओ.. ..
कोमल – यदि तू हाँ बोलती है, तो जय अमन से बात कर लेगा.. .. तुझे बस जय को हिंट देनी है और बोलना है की कोमल दीदी कुछ प्लान कर रही है, और यदि तुम भी उस प्लान का हिस्सा बनना चाहते तो मुझे कोई प्राब्लम नहीं है”.. ..
मिनी – यकीन कर, तू घाटे में नहीं रहेगी.. .. रंगीला और जय बहुत अच्छे चोदु हैं.. .. वो तेरी चूत की अच्छे से लगाएँगे.. .. तुझे भी नया लंड मिल जाएगा.. .. लंड बदल बदल के चुदवाएगे सब.. .. कभी भी चुदाई से मन नहीं भरेगा.. .. तू सोच ले फिर बताना.. ..
रूचि – दीदी आप दोनों ने एक दूसरे के हज़्बेंड से अपनी चूत मरवाई है.. .. वाव दीदी, आप लोग बड़े मस्त हो.. ..
कोमल – हमने तुझे पूरी प्लानिंग बताई और वोही अटकी हुई है की हमने एक दूसरे के हज़्बेंड को चोदा है.. .. तू चाहे तो तुम और अमन भी आ सकते हैं.. .. फिर सब मिल के एक दूसरे की हज़्बेंड से चुदवाएगे.. ..
रूचि – दीदी, मैंने पहले ही प्रॉमिस कर दिया है की मैं कुछ भी करूँगी आप दोनों के लिए.. .. तो मैं रेडी हूँ.. .. मैं अमन को भी हिंट दे दूँगी.. .. पर दीदी एक बात बोलूं.. ..
कोमल – ये मत बोलना की ये ग़लत है …
मिनी – नहीं वो ये नहीं बोले रही, वो बोले रही है की वो स्वापिंग वाले ग्रूप में रहेगी पर हम तीनों के बीच की जो आज की सीक्रेट थी, वो उसे भी कंटिन्यू करना चाहती है.. ..
कोमल – अच्छा, यही बात है क्या रूचि.. ..
रूचि – हाँ दीदी, ये हमारा सीक्रेट.. .. प्लीज़ हम तीनों कभी कभी आज वाला काम भी करते रहेंगे.. ..
फिर हम तीनों ने ये डिसाइड कर लिया की, हमारा ये सीक्रेट स्वापिंग ग्रूप से अलग होगा.. ये हमारे हज़्बेंड को नहीं बताया जाएगा..
इस तरह से मैंने और कोमल ने अपने ग्रूप को और बड़ा कर लिया.. 
नेक्स्ट ट्रिप में और भी मज़ा आने वाला है, ये तो पक्का था.. 
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07-19-2018, 12:02 PM,
#19
RE: Samuhik Chudai अदला बदली
हम लंच करके अपने अपने घर चले गये.. 
बाइ करते समय हमने एक दूसरे के लिप्स को किस किया.. अगले दिन तक अंकिता ने भी कन्फर्म कर दिया की वो लोग इन हैं..
हम अब 4 कपल्स हो गये थे.. 
हज़्बेंड्स की ज़िम्मेदारी थी की वो अरेंज्मेंट्स करें.. 
लास्ट होटेल में हमारा एक्सपीरियेन्स काफ़ी अच्छा था इसलिए हज़्बेंड्स ने उसी होटेल में फिर से बुकिंग करी थी.. 
ट्रिप शनिवार और सनडे का था.. 
फ्राइडे नाइट सबको मिल के प्लानिंग करनी थी..
असल में प्लानिंग अब यही बची थी की कौन कौन किसके साथ स्वाप करेगा.. 
अमन और रंगीला दोनों फ्राइडे रात को लेट हो गये थे इसलिए फिर हज़्बेंड्स ने निर्णय हम 4 पत्नियों पे छोड़ दिया था.. क्यूँ की मैंने और कोमल ने ही ये सब पासिबल कराया था इसलिए अंकिता और रूचि ने भी डिसिशन हम दोनों पे छोड़ दिया था.. 
फिर भी हम चारों ने मिलने का प्लान बनाया.. 
ईव्निंग में हम सब मेरे घर पे मिलने वाले थे.. राज भी घर पे ही था.. पर उसने सभी को हाय बोला और अपने रूम में चला गया..
मैंने अपने बेडरूम पे सबको बैठाया.. सबके लिए वाइन सर्व करी और फिर हम लोग डिसकस करने लगे..
मिनी – टेंशन मत लो फाइनली मैं और कोमल ही डिसाइड कर लेंगे, पर यदि तुम दोनों को भी कुछ बोलना है तो बोलो.. .. किसका लंड लेने के लिए बेताब हो.. .. किसी का लंड इमेजिन किया की नहीं अभी तक.. ..
रूचि – दीदी, ठीक है फिर सब अपने हज़्बेंड के लंड की साइज़ फॉर्मली बताते हैं.. ..
मिनी – रंगीला का लंड 7..5 इंच लम्बा है.. और मोटा भी है.. ..
कोमल – जय का लंड 7 इंच लम्बा है, और मोटा भी है.. ..
अंकिता – दीपक का लंड 8 इंच लम्बा है, और मोटा भी है.. ..
रूचि – दीदी, अमन का लंड तो 5..5 इंच ही होगा.. .. हाँ मोटा ज़रूर है.. ..
कोमल – कोई बात नहीं रूचि, अब तू भी 4 डिफरेंट साइज़ ऑफ लंड इस्तेमाल कर सकती है.. .. टेंशन ना ले.. ..
मिनी – चलो अमन का लंड क्यूँ की सबसे छोटा है, उसे मैं ले लेती हूँ.. ..
कोमल – हाँ बड़ी आई बलिदान करने वाली.. ..
रूचि – क्यूँ, क्या हुआ दीदी ..?..
कोमल – ये कोई छोटा लंड नहीं ले रही, इसे बस सबसे जवान लंड चाहिए.. .. इसलिए ये अमन को सेलेक्ट कर रही है.. ..
मिनी – हाँ, ठीक है.. .. यही वजह है.. .. तू ले ले तेरा मन है तो.. ..
कोमल – नहीं मेरी जान, तू ही ले, मैं तो टॉप लेने वाली हूँ.. .. दीपक का 8 इंच का लंड मेरी चूत में ज़्यादा फिट होगा.. .. नेक्स्ट टाइम अमन का लूँगी.. ..
रूचि – मैं सबसे छोटी हूँ तो मैं लास्ट में सेलेक्ट करूँगी, अंकिता दीदी को पहले सेलेक्ट करने दीजिए.. ..
अंकिता – नहीं, तो छोटी है तो क्या हुआ.. .. तू सेलेक्ट कर ले.. .. रंगीला चाहिए या जय.. ..
कोमल – जय का लंड ले ले तू, तू पहले से जानती भी है.. .. अमन का बॉस भी है.. .. उसे खुश कर देना.. .. वो अमन को बोनस दिलवाएगा.. ..
रूचि – नहीं दीदी, ये तो प्रोफेशनल लाइफ से अलग होगा ना.. .. फिर भी मैं अमन के बॉस से ही चुदवाती हूँ इस बार.. ..
मिनी – बेचारा मेरा रंगीला लास्ट में उसे सेलेक्ट किया जा रहा है.. ..
रूचि – नई दीदी, आपने ही तो बोला रंगीला जीजू का लंड 7..5 इंच का है.. .. मैं धीरे धीरे लंड का साइज़ अपने अंदर लूँगी.. .. पहला जय, फिर रंगीला और फिर दीपक.. ..
कोमल – ठीक है फिर कल अपने अपने पार्ट्नर के साथ ही जाना है.. ..
फिर अंकिता को पिक करने दीपक आ गया था.. इसलिए अंकिता बाइ बोल के चली गई..
रूचि – अंकिता दीदी की गाण्ड कितनी बड़ी है ना ..?..
मिनी – हाँ, तेरी नज़र तो जानी ही थी.. ..
रूचि – क्या दीदी, अब किसी की गाण्ड इतनी मस्त बड़ी बड़ी हो तो नज़र तो जाएगी ही ना.. ..
कोमल – कुछ नहीं मिनी, इसे उसकी गाण्ड चाहिए दिला दे.. ..
मिनी – क्यूँ रूचि, अपने सीक्रेट ग्रूप में अंकिता को भी बुला लें क्या ..?..
रूचि – हाँ दीदी, पर वो आपकी दोस्त है देख लेना यदि वो सीक्रेट रख पाएगी तो.. .. मज़ा आ जाएगा उसकी गाण्ड में अपना मुंह में डालने में.. .. मैं तो पूरी अंदर ही चली जाउंगी उसकी गाण्ड के.. ..
कोमल – हाँ तू तो पक्का उसकी में गाण्ड में घुस जाना.. ..
रूचि – अपना नेक्स्ट कब प्लान करना है.. ..
मिनी – आते हैं वापस पहले वहाँ से.. .. फिर, किसी दिन प्लान करेंगे.. .. मैं अंकिता को भी रेडी करूँगी.. .. उसकी गाण्ड देख के तो मेरी भी नियत डोल गई थी.. ..
रूचि – दीदी, क्या आपने उसकी गाण्ड नंगी देखी है, जो आपकी नियत डोल गई थी.. ..
मिनी – हाँ रे देखा ना, स्विमिंग गये थे साथ में तो बाथरूम में दोनों नंगे ही थे.. .. तभी देखी थी उसकी गाण्ड और चुचि.. .. मेरे जैसी औरत जो लंड की इतनी दीवानी हो उसकी नियत डोले जाए तो सोच की कोई लड़का देख ले तो पैंट ही गीला हो जाए उसका.. ..
रूचि – दीदी गंदी बात.. .. आपने अकेले अकेले ही मज़ा ले लिया.. ..
मिनी – क्या मज़ा ले लिया, बस देखा ही है.. ..
रूचि – तो हमने तो वो भी नहीं देखा.. ..
कोमल – ऐसा नहीं है, मैंने उसके चुचियाँ देखी है.. ..
रूचि – दीदी आप भी, बस छोटी बहन को अकेला छोड़ दिया आप लोगों ने.. ..
कोमल – ह्म, कोई बात नहीं.. .. तुझे उसके साथ अकेले छोड़ देंगे एक बार.. .. देख लेना जी भर के और गाण्ड चुचि बुर जो मन करे चाट लेना.. ..
रूचि – नहीं दीदी अकेले नहीं, हम ऑल्वेज़ ग्रूप में करेंगे.. ..
मिनी – चल अब ये सब बात मत कर, मैं गीली हो रही हूँ.. .. और अभी कुछ कर भी नहीं सकते, राज है बगल वाले कमरे में.. ..
कोमल – सोच यदि राज ने देख लिया की उसकी मम्मी दो दो औरत के की चुचि और चूत से खेल रही है तो उसकी क्या हालत होगी ..?..
मिनी – कोमल, कुछ भी बोलती हो.. ..
कोमल – तू बस अपने बेटे को अभी भी छोटा ही मानती है, तुझे पता भी है की वो आज कल गर्लफ्रेंड के साथ घूमता है.. ..
मिनी – नहीं, क्या बोल रही हो ..?..
कोमल – मुझे इसलिए पता है क्यूँ की वो डॉली के साथ घूमता है.. ..
रूचि – दीदी, आपको क्या लगता है राज और डॉली चुदाई भी करते होंगे ..?..
मिनी – वाह, अब तू ये बात करेगी ..?..
रूचि – पूछ रही हूँ दीदी की आपको क्या ऐसा लगता है ..?..
कोमल – मुझे तो लगता है की डॉली ने चुदवा लिया है राज से.. ..
मिनी – मुझे नहीं लगता, मुझे लगता है अभी बस वो दोस्त हैं और फ्यूचर में चोदा छोड़ी करेंगे.. ..
कोमल – ये अपने बेटे को बहुत सीधा मानती है, इसे पता नहीं अभी तक की मौका मिले तो वो हम तीनों को चोद डाले और डकार भी ना ले.. ..
मिनी – मैंने कब बोला की वो अभी भी छोटा है, बस इतना बोला की नहीं लगता मुझे की वो चोदने लगा है ..?..
रूचि – क्यूँ दीदी, आपको ऐसा क्यूँ लगता है..?..
कोमल – बोला तो क्यूँ की इसे लगता है की राज भी भी दूध पिता बच्चा है.. .. मैंने तो डॉली को बोले दिया है, ध्यान रख.. .. तू भी राज को बोले दे, जब भी वो डॉली को चोदे कॉंडम लगा ले.. .. अभी एंजाय करने के दिन हैं.. ..
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07-19-2018, 12:02 PM,
#20
RE: Samuhik Chudai अदला बदली
मिनी – मैं कैसे बोलूं की अपने बेटे को की बेटा, जब भी मेरी डियर दोस्त कोमल की बेटी डॉली को चोदना, कॉंडम लगा लेना.. ..
कोमल – क्यूँ इसमे क्या बुराई है, अपने बेटे को लेसन दे रही हो.. .. मैं उसके लंड में कॉंडम पहनने को नहीं बोले रही बस उसे एक लेसन देनी चाहिए, डॉली और राज दोनों यदि इसे फॉलो करेंगे तो अच्छा होगा.. .. नहीं तो कभी एक का मन इधर उधर हुआ और वो ग़लती कर बैठे, भुगतने वाले हम ही हैं.. ..
मिनी – हाँ ठीक बोले रही है, बात करूँगी उससे.. ..
कोमल – आज ही कर ले, क्यूँ की उधर हम छुट्टी में चुदाई कर रहे होंगे, इधर ये दोनों कुछ ना कुछ प्लान कर लेंगे.. .. तू क्यूँ हंस रही है रूचि, तेरे भी बच्चे एक दिन बड़े होंगे.. ..
रूचि – कुछ नहीं दीदी.. ..
मिनी – तो हंस क्यूँ रही है ..?..
रूचि – वो कोमल दीदी ने बोला ना जब की राज दूध पिता बच्चा है, तो इमेजिन कर रही थी की यदि राज अभी आपका दूध पिया तो कैसा होगा ..?..
मिनी – हम सब की अम्मा है ये, इमेजिन करने में.. .. देख ले.. कल तक लंड को बाबू और चूत को जाने क्या बुला रही थी.. .. अब तूने इसे क्या बना दिया.. ..
कोमल – हाँ है तो ये सब की बाप इन सब में, याद नहीं है कैसे तेरी चूत खाई थी इसने.. ..
मिनी – हाँ, दीवाना बना दिया था इसने तो अपने करामाती चूत चुसाई से.. ..
रूचि – दीदी, आप लोग की सामने ही तो बोल पाती हूँ.. .. अमन तो अभी भी बाबू में अटका हुआ है.. ..
मिनी – कोमल, चल फिर मैं राज से अभी ही बात कर लेती हूँ.. .. आ जा लिविंग रूम में, मैं उसे बुलाती हूँ.. .. आख़िर तेरी बेटी को चोदता है ना तो तू भी आ जा.. ..
कोमल – नहीं, जा ना तू अकेले बोले दे.. ..
मिनी – चल ना साथ, अकले के चक्कर में मैं शरमाती रह जाउंगी.. ..
कोमल – अच्छा चल.. ..
रूचि – मुझे भी चलना है.. ..
मिनी – तू यही रह, सुनना है की क्या बातें हो रही है तो दरवाज़ा थोड़ा खुला छोड़ देती हूँ.. .. सुन लेना.. ..
फिर मैं और कोमल दोनों लिविंग रूम में बैठ गये और मैंने राज को आवाज़ लगाई.. 
वो अपने कमरे से बाहर आया.. मैंने उसे बैठने को कहा..
मिनी – राज, क्या चल रहा है आज कल ..?..
राज – सब ठीक है, माँ.. ..
मिनी – मुझे तूने बताया नहीं की तुम्हारी गर्लफ्रेंड भी है.. ..
राज – नहीं माँ, मैं और डॉली बस दोस्त हैं.. ..
मिनी – अच्छा ..?..
राज – ओ के .. मम्मी, सॉरी.. .. हाँ हम दोनों एक दूसरे को डेट कर रहे हैं.. .. आई लव हर माँ.. .. आप गुस्सा मत करना और कोमल आंटी, आप भी गुस्सा मत करना.. ..
कोमल – नहीं, मैं गुस्सा नहीं कर रही.. ..
मिनी – राज, पर तुम सीरीयस हो ना, तुमने डॉली को कमिटमेंट करी है ..?.. टाइम पास मत करना, दोनों एक दूसरे के साथ.. .. तुम्हें मालूम है की मैं कोमल कितने अच्छे दोस्त हैं.. .. तो यदि तुम्हें डॉली को डेट करना है तो उससे शादी भी करनी होगी.. ..
राज – हाँ माँ, आप ऐसा क्यूँ बोले रही हो.. .. मैं आपका बेटा हूँ.. .. मैं हमेशा डॉली से ईमानदार रहूँगा.. ..
मिनी – तो तुम दोनों डेट ही कर रहे हो या कुछ ज़्यादा भी.. ..
राज – नहीं माँ, अभी तो बस डेट पे ले के जाता हूँ.. ..
कोमल – रियली ..?..?..?..
राज – सॉरी मम्मी, पर आपकी कसम मैंने आज तक डॉली के साथ सेक्स नहीं किया है ..?..
मिनी – फिर ..?..?..?..
राज – बस मम्मी, पप्पी झप्पी और कभी कभी ओरल.. ..
कोमल – डरो मत राज, हम तुम्हारी क्लास नहीं ले रहे.. .. यदि तुम दोनों डेट करोगे तो ये सब तो होगा ही ना.. ..
राज – आंटी यदि आप बोलॉगी तो मैं वो भी नहीं करूँगा, पर .. ..
मिनी – बेटा, कोई तुम्हें कुछ बोले नहीं रहा.. .. पर क्यूँ की तुम अब इस स्टेज पे आ चुके हो तो जब भी तुम डिसाइड करो अपने रिलेशन्षिप को एक स्टेप बढ़ने की, तो समझदारी बरतना.. .. समझ रहे हो मैं क्या बोले रही हूँ ..?..
राज – नहीं मम्मी.. ..
मिनी – मतलब जब भी तुम नेक्स्ट स्टेप पे जाओ, तो कॉंडम इस्तेमाल करना.. .. अभी समझ आया.. ..
राज, कुछ नहीं बोला..
कोमल – मतलब बेटा की जब भी तुम दोनों सेक्स करो, कॉंडम लगाओ.. ..
राज – हाँ आंटी, हाँ माँ, आई विल.. ..
मिनी – और लास्ट ये बात डॉली को मत बताना की मैंने और कोमल ने तुम्हें ऐसे बताया है.. .. क्यूँ की यदि तुमने बताया तो किसी ना किसी तरह से मुझे या कोमल को पता चल जाएगा.. फिर जो आज़ादी मिल रही है, सब बंद हो जाएगी.. 
फिर राज वादा करके चला गया.. मैं और कोमल बेडरूम में आ गये..
मिनी – ह्म.. .. उतना भी मुश्किल नहीं था.. .. फिर भी धन्यवाद कोमल फॉर हेल्प.. ..
रूचि – वेरी नाइस्ली डन दीदी.. .. आप दोनों से बहुत कुछ सीखना है.. .. मैं तो दीवानी हो गई हूँ आप दोनों की.. ..
तब तक जय और अमन भी कोमल और रूचि की पिक करने आ गये थे.. 
मैंने उन सबो को बाइ किया.. रंगीला थोड़े देर से वापस आए.. फिर हम सोने चले गये.. कल की ट्रिप मज़ेदार होने वाली थी..
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