Rishto Mai Chudai खून का असर
06-21-2018, 11:52 AM,
#11
RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
शीला दोनो भाइयो के बीच मे बैठी थी और राजू ने शीला की पीठ पर हाथ फेर कर उसे सहला रहा था और बिरजू आगे से शीला की मोटी जाँघो पर हाथ रख कर उसे अपने गले से लगाए हुए था, तभी शीला ने देखा कि बिरजू का लंड इतना कड़ा था कि उसके लंड वाली जगह से उसकी लूँगी हिल रही थी वह समझ गई कि उसके भाई का लंड झटके मार रहा है, तभी शीला भैया आप नही जानते मैं आप दोनो भाइयो की गोद मे बैठने के लिए कितना तरसती हू, तभी बिरजू ने शीला को अपने उपर खिचते हुए उसे अपनी गोद मे बैठा लिया और अचानक उसके खिचने से शीला का हाथ लूँगी के उपर से अपने भाई के खड़े लंड पर पड़ गया और उसकी चूत फड़फड़ने लगी तभी बिरजू ने शीला को थोड़ा उठाकर अपना लंड उसकी गंद के नीचे अड्जस्ट करके उसे अपने लंड पर बैठा लिया उसका मोटा लंड शीला की गंद मे ज़ोर से चुभने लगा शीला की चूत पानी पानी हो गई और उसका घाघरा उसकी गंद के नीचे से पूरा गीला हो चुका था तभी राजू उसके और करीब आ गया और अपनी बहन के दोनो पैरो को अपनी जाँघो पर रख लिया अब शीला अपनी पीठ बिरजू के पेट से सताए उसके खड़े लंड पर बैठी थी और उसके दोनो पैर राजू की जाँघो के उपर रखे थे, बिरजू ने शीला के आगे हाथ लाकर उसकी मोटी चुचियो पर हल्के से रख कर उसे अपनी छाती से दबाते हुए कितनी बड़ी हो गई है हमरी प्यारी बहना ऐसा लगता है जैसे किसी जवान औरत को मैं अपनी गोद मे बैठा कर प्यार कर रहा हू, शीला हाँ भैया अब तुम्हारी बहन एक जवान औरत हो गई है, और अगर तुम्हारी बहन जवान हो गई है तो क्या उसे प्यार नही करोगे, बिरजू ने शीला के गालो पर अपने गाल रगड़ते हुए उसके जिस्म से उठती मादक गंध को सूंघते हुए अरे मेरी प्यारी बहना तू जवान क्या चार बच्चो की अम्मा भी बन जाएगी तब भी मैं तुझे ऐसे ही अपनी गोद मे चढ़ा कर रखूँगा और उसकी मोटी मोटी दोनो चुचियो को अपने दोनो हाथो मे भर कर हल्के हल्के बड़े प्यार से दबाने लगता है शीला ओह भैया अपनी बहन को खूब प्यार करो मैं तुम्हारे प्यार के लिए तरस रही हू, आह ओह भैया आप दोनो मुझे कितना प्यार करते है, मुझे हमेशा ऐसे ही प्यार करते रहना तभी शीला के एक पैर के पंजे के नीचे राजू का लंड जो लूँगी को उपर उठाए खड़ा था आ गया और शीला राजू का लंड अपने पैरो से दबा दबा कर महसूस करने लगी और राजू सिहर गया और उसने शीला को प्यार जताते हुए धीरे से उसका घाघरा उसकी जाँघो तक चढ़ा दिया राजू अपनी जवान बहन की गतीली गोरी गोरी मोटी जंघे देख कर अपने होश खोने लगा और उसकी गदराई मोटी जाँघो पर अपना हाथ फेरने लगा, अब शीला से बर्दास्त करना मुस्किल हो रहा था तो उसने कहा भैया आज हम यही पर आपके साथ लेट कर बाते करते है

तब दोनो भाइयो ने शीला को बीच मे लिटा दिया और आस पास दोनो भाई उसी चिपक कर लेट गये दोनो के लंड शीला की दोनो और से उसकी मोटी मोटी जाँघो पर चुभ रहे थे और शीला से अब नही रहा गया और उसने अपने एक एक हाथ से दोनो की लूँगी मे हाथ डाल कर दोनो के लंड को पकड़ लिया उनके मोटे तगड़े लंड का स्पर्श पाकर शीला पागल हो गई और अपने हाथो से कस कस कर अपने दोनो बड़े भाइयो के लंड को दबोच दबोच कर दबाने लगी इधर शीला की इस हरकत से राजू और बिरजू ने झट से अपनी बहन की एक एक चुचि को अपने हाथो मे कस लिया और जितना तेज शीला उनका लंड मसल्ति उतना ही तेज दोनो भाई अपनी बहन की चुचि को मसल्ने लगे, और फिर उन दोनो ने अपनी बहन की चोली को खोल कर अलग कर दिया और उसको कसी हुई मोटी मोटी चुचियो को कस कस कर दबाने लगे शीला हाय भैया हाय ये क्या कर दिया भैया मैं मर जाउन्गि और दबाओ ना रूको मत खूब कर कर दबाओ भैया सारा रस निकाल लो अपनी बहन की चुचियो का आह आह आह हाय सी सी अह्ह्ह्ह आहह हाँ भैया ऐसे ही और ज़ोर से मस्लो आ बहुत मज़ा आ रहा है ओह ओह आह आह ओ मेरे प्यारे भैया आह आह तभी राजू ने शीला के घाघरे का नाडा खोल दिया और उसे पूरी नगी कर दिया और दोनो भाई ने अपनी अपनी लूँगी खोल कर अलग कर दी शीला ओह बाप रे कितने बड़े लंड हैं भैया आप दोनो के और उनके लंड को मूह मे भर भर कर चूसने लगी दोनो भाइयो ने अपनी बहन की चुचि को कस कस कर दबाना शुरू कर दिया दोनो इतनी ज़ोर से अपनी बहन की चुचिया दबा रहे थे कि वह लाल पड़ चुकी थी फिर दोनो भाइयो ने उसकी एक एक चुचि को अपने मूह मे भर कर पीना शुरू कर दिया शीला आह आह ओह भैया आ आ और चूसो और चूसो अपनी बहन की चुचियो को खा जाओ पूरी आह आह ओ भीया मैं मर जाउन्गि, ओह ओह कितना प्यारा लंड है आपका मैने ऐसा लंड कभी नही चूसा ओह ओह और खूब कस कस कर शीला अपने भाइयो का लंड पी रही थी,
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06-21-2018, 11:52 AM,
#12
RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
फिर दोनो भाइयो ने अपनी बहन को खड़ी कर दिया और उसकी मदमस्त गदराई जवानी को देख कर पागल हो उठे राजू ने अपने सामने नंगी खड़ी अपनी बहन की चूत मे घुटनो के बल बैठ कर अपना मूह लगा दिया और उसकी बुर को अपने हाथो से फैला फैला कर चाटने लगा, इधर बिरजू अपनी बहन के पीछे अपने घुटनो पर खड़ा होकर अपनी बहन की गंद को अपने हाथो से चौड़ा करके उसकी गंद को चाटने लगा, दोनो और से एक साथ दो दो गरम जीभ से अपनी गंद और चूत की चटाई से शीला पागल हो गई और पागलो की तरह ज़ोर ज़ोर से सीसीयाने लगी ओह भैया ओह भैया मैं मर जाउन्गि और चॅटो और चॅटो भैया और ज़ोर से चूसो भैया दोनो भाई ने अपनी बहन को गंद और चूत पर अपना मूह पूरी ताक़त लगाकर अपना मूह दबा दबा कर अपनी मस्त जवान बहन की मस्तानी गंद और चूत को चाट चाट कर बिल्कुल लाल कर दिया शीला उनकी इस भयानक चटाई से खड़े खड़े ही मूतने लगी और उसकी बुर ढेर सारा पानी छ्चोड़ने लगी तभी दोनो भाइयो ने उसको घुमा कर अब राजू अपनी मस्तानी बहन की गंद चाटने लगा और बिरजू उसकी चूत का रस पीने लगा, और शीला हाय हाय करते हुए खड़े खड़े मूतने लगी दोनो भाई बार बार उसको घुमा कर कभी एक भाई चूत दूसरा उसकी गंद चाटता और फिर उसे घुमा लेते और फिर उसकी गंद और चूत चाटने लगे लगभग 30 मिनिट तक दोनो भाइयो ने अपनी बहन की गंद और चूत चाट चाट कर लाल कर दिया शीला 4-5 बार खड़े खड़े मूत चुकी थी अब उसके पैरो मे जान नही बची थी और उसके पैर काँपने लगे तभी बिरजू खड़ा हो गया और अपनी बहन को अपनी गोद मे चढ़ा कर उसके पैरो को अपनी कमर के आस पास लपेट कर उसकी चूत मे अपना मोटा काला लंड फसा देता है और उसे अपने लंड पर अच्छे से टांग लेता है और शीला अपने भाई के लंड पर चढ़ कर चुदने लगती है इधर राजू बैठे भी अपनी बहन की गंद को थूक लगा लगा कर अपनी उंगली उसकी गंद मे भरने लगता है शीला ज़ोर ज़ोर से आह आह ओह ओह आ आ ओह करने लगती है तभी राजू खूब सारा थूक अपने लंड पर चोपड़ते हुए अपने लंड को अपनी बहन की खुली गंद के छेद मे लगा कर एक झटका मारता है और उसका लंड आधा उसकी बहन की गंद मे उतर जाता है और शीला ओह भैया मर गई रे फाड़ दी मेरी गंद रे आआआ अया अया ओह ओह सी सी तभी राजू अपनी बहन की गोरी गोरी मोटी गंद को अपने हाथो से फैला कर दूसरा झटका इतना तेज मारता है कि उसका पूरा लंड अपनी बहन की गदराई गंद को फादता हुआ पूरा उसकी मोटी गंद के छेद मे समा जाता है और शीला बिरजू की छाती से चिपक जाती है अब दोनो भाई आगे पीछे से अपनी बहन की गंद और चूत को चोदने लगते है करीब 20 मिनिट की तगड़ी चुदाई से शीला बिल्कुल मस्त हो जाती है और ओह भैया मारो और मारो अपनी बहन की गंद फाड़ दो भैया बहुत मज़ा आ रहा है मेरे प्यारे भैया खूब चोदो अपनी बहन को आह आह आह आह ओह ओह सी ओर फिर शीला की चूत पानी छ्चोड़ने लगती है तभी बिरजू अपनी बहन को अपनी गोद मे उठाए उठाए लेट जाता है और शीला को अपनी छाती से चिपका लेता है और राजू उसकी गंद मे लंड फसाए उसकी गंद को चोदने लगता है अब दोनो भाई एक उपर से तो दूरा नीचे से सतसट लंड अपनी बहन की गंद और चूत मे मारने लगते है और शीला आह आह चोदो और चोदो अया आ आ फाड़ दो आह फाडो और फाडो पूरी गंद और चूत फाड़ दो भैय्ाआआआअ आ आ आ आ कहती हुई झाड़ जाती है, इस तरह दोनो भाई अपनी बहन को रात भर मे कम से कम 4 बार चोद चोद कर उसकी चूत और गंद फाड़ फाड़ कर लाल कर देते है और फिर तीनो पड़े पड़े एक दूसरे के अंगो को सहलाते हुए सो जाते है, सुबह शीला जल्दी उठ कर गाँव जाने की तैयारी करती है और फिर उनका जीजा उनको बस मे बैठा देता है और दोनो भाई अपनी प्यारी बहन को लेकर अपने गाँव की ओर चल देते है.

गाँव की बस मे तीन की सीट पर तीनो भाई बहन बैठ गये थे शीला दोनो भाइयो के बीच बैठी थी और दोनो भाई मोका देख देख कर अपनी प्यारी बहन की मोटी जाँघो को सहलाते हुए उससे बाते करते जा रहे थे, शीला भी मज़ा लेती जा रही थी और रात भर अपनी चूत और गंद अपने भाइयो से मरवाने के बाद भी उसकी चूत से पानी आ गया था क्यो कि दोनो भाई उसकी मोटी जाँघो की जड़ तक हाथ पहुचा देते थे, उसकी चूत फूलने लगी थी, कभी कभी तो मोका देख कर राजू और बिरजू उसकी फूली हुई चूत को अपनी मुट्ठी मे दबोच लेते थे, शीला को खूब मस्ती चढ़ रही थी, इसी तरह मस्ती मारते हुए तीनो अपने गाँव पहुच गये, शीला अपनी मा से मिलकर बहुत खुस हुई और कमला भी अपनी बेटी से मिलकर काफ़ी खुस लग रही थी, कमला ने फिर शीला से उसके पति के बारे मे पूछा और फिर शीला को आराम करने को कह कर गाँव मे कही पड़ोस मे चली गई तब दोनो भाइयो ने शीला को अपनी बाँहो मे भर कर एक उसके मोटे चूतादो को दबाने लगा दूसरा उसकी मोटी चुचियो को कस कस कर मसल्ने लगा, शीला अब पूरी गरम हो गई थी, राजू और बिरजू शीला को बैठा कर उसकी चूत को फैला कर उसके दाने को अपनी उंगलियो से छेड़ रहे थे और उसकी मोटी गंद के छेद मे उंगली कर रहे थे, शीला जब से तू शादी करके गई है तेरे चूतड़ कुच्छ ज़्यादा ही बढ़ गये है, क्या जीजा जी तेरी गंद भी मारते थे, शीला अरे कहाँ भैया वो तो मुझे दम भर के चोद्ते भी नही थे असली चुदाई क्या होती है ये तो मेरे प्यारे भाइयो से मुझे पता चला, बिरजू बहना तेरी मोटी गंद देख कर हमारा लंड तो कल से ही पागल हो रहा है, भैया आप लोगो को औरतो की मोटी गंद बहुत पसंद है ना, राजू हाँ शीला जब हम किसी भी औरत की मोटी गंद देखते है तो हमारा लंड अपने काबू मे नही रहता है फिर दोनो भाइयो ने शीला का घाघरा उठा कर उसकी चूत और गंद की जम कर कुटाई की और उसके बाद शीला सो गई,

रोज की तरह दोनो भाई अपने घर के बाहर बैठ कर हॅंडपंप से नहाने आती औरतो को देखने लगे, जब सुधिया काकी नहाने आई तो उनका सिनिमा हाल मे बनाया हुआ प्लान याद करके सोचने लगे इस कुतिया की गंद कैसे मारी जाए, तभी सुधिया काकी की बहू बाहर आ गई और सुधिया काकी उससे कहने लगी बहू मैं नहा कर ज़रा खेतो की ओर जा रही हू दोपहर को वही रहूगी तू खाना खाकर ये कपड़े धो लेना और फिर सुधिया काकी नाहकार अपने खेतो की ओर निकल गई, शीला के आने के कारण आज कमला ने जंगल जाने का प्रोग्राम कॅन्सल कर दिया था इसी लिए बिरजू और राजू गाँव मे घूमने का कह कर सुधिया काकी के खर्तो की ओर चल दिए सुधिया काकी के खेत के आसपास बहुत ज़्यादा आम के पेड़ थे उन्ही मे से एक पेड़ के नीचे सुधिया काकी ने दोपहर को आराम करने के लिए एक झोपड़ी नुमा मदैइया बना रखी थी और सुधिया काकी उस मॅडीया की खाट पर अपनी टाँगे फैला कर सो रही थी और खेत से दूर दूर तक कोई नज़र नही आ रहा था दोपहर के टाइम अक्सर लोग अपने घरो की ओर चले जाते थे बिरजू और राजू चुपचाप सुधिया काकी की मदैइया मे घुस गये और वहाँ पड़ी रस्सी से सुधिया काकी के दोनो हाथो को पकड़ कर खाट से बाँधने लगे तभी सुधिया काकी की आँख खुल गई और उसने चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया तब तक दोनो भाई उसके हाथ खाट से बाँध चुके थे, तब बिरजू ने एक कपड़ा उठाकर सुधिया काकी के मूह पर भी बाँध दिया अब सुधिया काकी चिल्लाना चाहती थी लेकिन उसके मूह से गु गु की आवाज़ ही निकल पा रही थी, तभी राजू ने उसका एक पैर पकड़ कर उसे भी खाट के एक पाए से बाँध दिया और बिरजू ने जल्दी से दूसरा पैर भी बाँध दिया, अब सुधिया काकी आँखे फाडे दोनो भाइयो को देख रही थी लेकिन खुच्छ बोल नही पा रही थी तब दोनो भाइयो ने अपना अपना मोटा काला लंड बाहर निकाल कर सुधिया काकी को दिखाते हुए मदर्चोद बहुत मा चुदा रही थी तू उस दिन क्या बोल रही थी कुतिया कि जा कर अपनी मा पर चढ़ जाओ, तभी बिरजू अरी हरम्जदि हम अपनी मा पर तो चढ़ेगे ही पर पहले तेरी मस्तानी चूत और गंद का बजा बजा कर तुझे तो जन्नत की सेर करवा दे फिर अपनी मा पर भी चढ़ जाएगे और सुधिया काकी का उनकी बाते सुन कर चेहरा खोफ़ से डर गया और वह अपने हाथ पाँव पर अपनी पूरी ताक़त लगा कर अपने बंधन छुड़ाने की कोशिश करने लगी लेकिन असफल रही तभी बिरजू ने एक झटके मे सुधिया काकी का घाघरा उसके पेट तक चढ़ा दिया और सुधिया काकी पाँव से लेकर पेट तक पूरी नंगी उनके सामने थी सुधिया काकी शायद अपने झांत के बाल बना लेती थी इसी लिए उसकी चूत लाफ़ी फूली और चिकनी नज़र आ रही थी दोनो भाई सुधिया काकी की चिकनी चूत देख कर पागल हो गये राजू तुरंत सुधिया काकी की चूत से भिड़ गया और उसको अपने हाथो से फैला कर चाटने लगा, तभी बिरजू ने सुधिया काकी की चोली को खोल दिया और सुधिया काकी के मोटे मोटे पपीते उसके सामने थे और वह उन दोनो पपितो को कस कस कर दबाते हुए उनके मोटे मोटे निप्पल को अपने मूह मे भर कर चूसने लगा, सुधिया काकी अपनी चूत और दूध की ऐसी चुसाइ से एक दम सनसना चुकी थी और उसकी बुर ने ना चाहते हुए भी पानी छ्चोड़ना शुरू कर दिया दोनो भाई जानते थे कि इस कुतिया को जब तक 4-5 बार नही झाड़ा दिया यह कभी भी मा चुदवा सकती थी इसलिए दोनो भाइयो ने सुधिया काकी की रसीली चूत और दूध को लगातार चूस्ते रहे और सुधिया काकी शुरू शुरू मे तो काफ़ी ताक़त अपने हाथ पाँव को छुड़ाने मे लगा रही थी लेकिन लगभग आधे घंटे की चूत और दूध चुसाइ के बाद उसके हाथ पाव ढीले पड़ गये और वह अब चुपचाप पड़ी अपनी चूत और दूध चूसा रही थी और उसका चेहरा बिल्कुल लाल हो चुका था अब जैसे जैसे दोनो भाई चूस्ते जा रहे थे वैसे वैसे सुधिया काकी की सिसकिया महसूस होने लगी थी

क्रमशः....................
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06-21-2018, 11:53 AM,
#13
RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
"खून का असर"--6

गतान्क से आगे........................

तभी बिरजू ने सुधिया काकी की चूत पर मूह लगा दिया और राजू उसके मोटे मोटे दूध पीने लगा, उनकी इस जोरदार चटाई से सुधिया काकी की गंद धीरे धीरे उपर की ओर कूदने लगी थी, तब बिरजू ने राजू को इशारा किया तो राजू ने धीरे से सुधिया काकी के मूह से बँधा कपड़ा हटा दिया तब सुधिया काकी आह आह मदर्चोदो ये क्या किया तुम दोनो ने बहन्चोद ज़ोर से चाट कुत्ते, और ज़ोर से चाट और सुधिया काकी दूसरी बार झाड़ चुकी थी उसकी साँसे बहुत तेज चल रही थी उसके गाल लाल टमाटर की तरह हो गये थे और राजू उसके रसीले होंठो को चूसने लगा और साथ ही उसके मोटे मोटे दूध दबाता हुआ बिरजू काकी के दूध अपनी मा से कम नही है बहन्चोद की गंद भी तो हमारी मा की तरह ही गदराई हुई है क्यो काकी हम सही कह रहे है ना, सुधिया काकी आह आह ओह ओह हाँ बेटा तुम ठीक कह रहे हो पर अब मत तड़पाव और अपनी काकी को चोद दो बेटा चोद दो, बिरजू अरे काकी सब्र करो अभी तो हमने चूत चाटना चालू ही किया है, अभी अपना रस हमे पिलाती रहो जब तक की हमारा पेट ना भर जाए, फिर दोनो भाइयो ने सुधिया की दोनो टाँगो को खोल दिया और बिरजू ने सुधिया काकी की जाँघो को उसके कंधो तक मोड़ कर सुधिया काकी की फूली बुर का रस खूब कस कस कर दबोचते हुए पीते रहे, करीब 10 मिनिट के बार सुधिया काकी तीसरी बार झाड़ चुकी थी और वह ओह ओह आह आह की आवाज़ निकालने लगी और ज़ोर से अरे मदर्चोदो अब मुझे चोद भी दो,

तभी बिरजू ने सुधिया काकी के बदन से घाघरा और चोली को

पूरी तरह अलग कर दिया अभी भी सुधिया काकी के हाथ खाट के

सिरहाने पर बँधे थे उसकी नंगी मदमस्त जवानी देख कर

दोनो भाई का हाल बहाल हो गया और दोनो ने अपनी जीभ से

काकी के एक एक अंग को चूसना चाटना शुरू कर दिया

और सुधिया काकी आह आह ओह ओह आह आह ओह मा मर जाउन्गि और

ज़ोर से चट को चूस मेरे राजा और ज़ोर से ये सुधिया काकी कितने

बरसो से लंड खाने को तरस रही है तुम दोनो के मोटे लंड

को बेटा अब मेरी चूत मे डाल दो नही तो मैं मर जाउन्गि, अब देर

ना करो बेटा आह आह तभी बिरजू ने सुधिया काकी की गंद के

मोटे छेद मे अपनी दो उंगलिया अपने थूक से गीला करके

घुसेड दिया सुधिया काकी की गंद का छेद एक दम भूरे रंग

का और काफ़ी कसा हुआ लग रहा था और बिरजू की उंगलिया बहुत

टाइट घुस रही थी, सुधिया काकी को मज़ा भी आ रहा था और

दर्द भी हो रहा था लेकिन राजू और बिरजू उसकी गंद मारने के

मूड मे दिख रहे थे तभी बिरजू ने अपना काला लंड सुधिया

काकी की गंद मे लगाकर एक झटका मारा तो सुधिया काकी चीख

पड़ी ओह ओह एयाया..आआआआ...आआ राजू ने बैठे बैठे ही

अप्नी दो उंगलिया सुधिया काकी की चूत मे घुसेड दी तभी बिरजू

ने दूसरा झटका मारा और सुधिया काकी की गंद फॅट गई और

सुधिया काकी की आँखे उपर की ओर उलट गई तभी राजू ने

सुधिया काकी के मोटे मोटे दूध को कस कस कर दबोचना

शुरू कर दिया इधर बिरजू अपने लंड को सुधिया काकी की मोटी

गंद मे ज़ोर लगा कर अपना लंड पेल रहा था और सुधिया काकी

दर्द के तड़प रही थी सुधिया काकी की गंद का छेद इतना टाइट

था कि वह बिरजू के लंड को बिल्कुल अपनी जाकड़ मे जकड़े हुए

था और बहुत मुश्किल से आगे पीछे हो रहा था इतनी कसी

हुई गंद मार मार कर बिरजू ने अपना रस सुधिया काकी की गंद

मे छ्चोड़ दिया और जब लंड बाहर निकाला तो सुधिया काकी की

गंद उसके माल से भर गई थी तभी राजू ने सुधिया काकी के

दूध दबोचते हुए एक कस कर धक्का सुधिया काकी की गंद

मे मारा तो उसका लंड फिसलता हुआ सीधे सुधिया काकी की मोटी

गंद को चीरता हुआ पूरा एक ही बार मे अंदर तक फिट हो गया

और सुधिया काकी ओह ओह आ आ करके अपने पाँव उठा उठा कर

पटकने लगी मदर्चोद मार डालेगा क्या धीर चोद कुत्ते इतनी

बेरहमी से अपनी मा की गंद मारना हरामी उसकी गंद तो मेरी

गंद से बहुत मोटी है कामीने धीरे चोद रे हरामी, राजू को

उसे दर्द से तड़प्ता देख कर मज़ा आगेया और वह सतसट

लंड सुधिया काकी की कसी हुई गंद मे ठोक ठोक कर सुधिया

काकी की गंद मारने लगा इधर बिरजू सुधिया काकी की चूत को

फैला फैला कर अप्नी चार चार उंगलियाँ उसकी चूत मे पेलने

लगा सुधिया काकी की चूत मूतने लगी और फिर एक तगड़े झटके

के साथ ही राजू का पानी भी सुधिया काकी की गंद मे भर गया

तब तक बिरजू का काला लंड फिर खड़ा हो गया और राजू के लंड

निकालते ही बिरजू ने फिर अपना लंड सुधिया काकी की गंद मे पेल

दिया और फिर उसकी गंद की ठुकाई चालू करदी, इस बार बिरजू ने

करीब आधे घंटे तक सुधिया काकी की गंद मारी उसके बाद जब

बिरजू ने अपना लंड निकाला तो राजू फिर अपना लंड लेकर खड़ा हो

गया तब बिरजू ने कहा और चोदेगा क्या तब राजू ने कहा कि यार

तू दो बार गंद मार चुका है मैने तो अभी एक ही बार मारी है

अब मेरी बारी है, सुधिया काकी उन दोनो की बाते सुन कर घबरा

गई और उनसे विनती करने लगी नही बेटा अब नही मुझे बहुत

दर्द हो रहा है राजू मदर्चोद बहुत मा चुदति है तुझे

मालूम नही हम तेरी मोटी गंद के कब से दीवाने है आज जी

भर कर तेरी गंद कूट कूट कर लाल कर देंगे और फिर राजू ने

भी लगभग आधे घंटे तक सुधिया काकी की गंद को कस कर

ठोका, दोनो भाई सुधिया काकी की गंद ठोक ठोक कर मस्त हो

चुके थे, सुधिया काकी अपनी गंद मरवा मरवा कर पस्त हो

चुकी थी तभी बिरजू ने कहा काकी एक राउंड और हो जाए तब

शुधिया काकी नही बेटा अब मुझे छ्चोड़ दो नही तो मैं मर

जाउन्गि, तब बिरजू काकी हम तुझे एक ही शर्त पर छ्चोड़ सकते

है अगर तू हमे रोज अपनी चूत और गंद मारने देगी नही तो

समझ ले कि हम आज तेरी गंद को पूरी फाड़ डालेंगे और तू

घर जाने लायक नही बचेगी, सुधिया हाँ बेटा मैं वादा करती

हू तुम जब चाहोगे मैं तुमसे अपनी चूत और गंद मर्वौन्गि

लेकिन अभी मुझे छ्चोड़ दो बेटा मैं तुम्हारे हाथ जोड़ती हू,

तब राजू चल काकी तू कहती है तो तुझे छ्चोड़ देते है पर अब

हमे तुझ पर दया आ रही है और अब हम तुझे थोड़ा आराम

पहुचाना चाहते है और फिर राजू एक बाल्टी मे पानी लेकर

आया और फिर दोनो भाइयो ने सुधिया काकी की गंद को पानी डाल

डाल कर हल्के हाथो से रगड़ते हुए उसे धोना शुरू कर

दिया वह दोनो थोड़ा थोड़ा पानी डाल डाल कर बड़े प्यार से

सुधिया कई की गंद और चूत पर ठंडा ठंडा पानी डाल रहे

थे जिससे सुधिया काकी की चूत से गरम गरम पानी बहने लगा

और सुधिया काकी ने अपनी दोनो जाँघो को अच्छे से फैला दिया

तब बिरजू ने सुधिया काकी की चूत को चाटना शुरू कर दिया और

सुधिया काकी सीसीयाने लगी 10 मिनिट तक बिरजू ने सुधिया काकी

की चूत चाती उसके बाद राजू ने भी सुधिया काकी की चूत को

चटा फिर दोनो भाइयो ने सुधिया काकी की चूत को इतने प्यार से

चोदा कि सुधिया काकी मस्त हो गई और उसकी चूत ने बहुत दिन

बाद इतने तगड़े और मोटे लंड का स्वाद चख कर उसकी आत्मा

तृप्त हो गई, फिर दोनो ने सुधिया काकी के हाथ खोल दिए लेकिन

सुधिया काकी नंगी ही खाट पर पड़ी रही उसके शरीर मे उठने

की शक्ति नही बची थी, राजू और बिरजू अपने कपड़े पहनकर

लूँगी लगाकर सुधिया काकी के पास आए और उसके गालो को

चूमते हुए काकी तेरी चूत और गंद ने आज हमे अपना गुलाम

बना लिया है इतनी कसी गंद आज तक हमने कभी नही मारी

उनकी बाते सुन कर सुधिया काकी हल्के से मुस्कुरा दी और फिर

दोनो भाइयो ने सुधिया काकी को हाथ पकड़कर उठा दिया, फिर

धीरे धीरे सुधिया काकी ने अपने कपड़े पहने और राजू और

बिरजू को कहा तुम दोनो अब यहा से जाओ नही तो कोई देख लेगा

मैं थोड़ी देर बाद आती हू, और दोनो भाई खेत से अपने घर की

ओर चल दिए.
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06-21-2018, 11:53 AM,
#14
RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
यार राजू जब सुधिया काकी की गंद मारने मे इतना मज़ा आया तो

सोच ज़रा हमारी अपनी मा की गंद मारने मे कितना मज़ा

आएगा उसकी तो गंद इतनी जबरदस्त और मोटी है कि उसकी मोटी

गंद को घंटो हम दोनो भाइयो को मिलकर ठोकना पड़ेगी तब

जा कर हमारी मा को कुछ असर होगा, हाँ बिरजू तो बिल्कुल ठीक कह

रहा है अपनी मा की गंद इतनी सुंदर और फैली हुई है कि मेरा

तो दिल करता है की उसका घाघरा उठा कर उसकी मोटी गंद मे

अपना मूह भर दू और तो और उसका फूला हुआ भोसड़ा देख कर

तो मैं पागल हो जाता हू उस दिन जंगल मे जब उसकी मस्तानी

चूत की गंध सूँघी थी तो मुझे तो बिना दारू पिए ही नशा

आ गया था, उसका गदराया उठा हुआ पेट जैसे साली पेट से हो

उसकी गहरी नाभि उसके मोटे मोटे दूध, बिरजू जब हम उसे

पूरी नंगी देखेंगे तो हमारा लंड कच्छा फाड़ कर बाहर

निकल आएगा, और दोनो भाई अपनी मा को नंगी करके चोदने के

बारे मे बाते करते हुए घर पहुच गये, और अपनी कुर्सी

पर जाकर बैठ गये, घर के अंदर कमला ज़मीन पर अपने

दोनो पैरो को फैलाए हुए अपने घाघरे को अपनी मोटी

जाँघो तक चढ़ा कर दीवार से टिक कर बैठी थी और गाँव की

दाई कमला के पैरो की सरसो के तेल से मालिश कर रही थी अपनी

मा की मखमली गोरी गोरी मोटी मोटी जाँघो को देखते ही उनका

लंड खड़ा हो गया और लूँगी को तंबू जैसा आकर दे दिया,

दोनो अपनी मा की गदराई जवानी को बड़े प्यार से घूरते हुए

अपने लोडो को हल्के हल्के दबा रहे थे तभी संध्या उसके

घर से निकल कर कपड़े लेकर हॅंडपंप पर आई तो राजू ने

बिरजू को इशारा किया, संध्या जब हॅंडपंप से पानी भर कर

कपड़ो को धोने लगी तो उसकी गोल मोटी मोटी चुचिया जो कि काफ़ी

कसी हुई थी उसकी चोली मे आधी से ज़्यादा उसके वी शेप से

नज़र आ रही थी, संध्या कनखियो से दोनो भाइयो को देख

रही थी तभी राजू ने अपना लंड लूँगी से बाहर निकालकर

संध्या को दिखा दिया संध्या उसका मोटा और क़ाला लंड देख

कर चौंक गई और बार बार अपनी नज़रे बचा बचा कर राजू के

लंड का दीदार करने लगी, संध्या को अपने पति से चुदे हुए

काफ़ी समय हो चुका था और एक तरह से वह लंड के लिए

तरस रही थी तभी राजू ने एक बार को अपना पूरा मोटा केला

निकालकर संध्या भाभी को दिखा दिया तो संध्या की नज़रे एक

पल के लिए राजू के लंड पर ठहर गई फिर जैसे ही संध्या ने

राजू की आँखो मे देखा राजू मुस्कुरा दिया और संध्या के

चेहरे पर भी एक हल्की सी स्माइल आ गई और वह कपड़े गला कर

अंदर भाग गई, उसके इस तरह के रिक्षन को देख कर राजू ने

बिरजू से कहा बिरजू आज रात को हमे नई चूत मिलेगी, बिरजू अपनी

मा की मोटी जाँघो को घूरता हुआ भला वह कैसे राजू आज रात

को जब संध्या भाभी संडास के लिए खेतो की ओर जाएगी तब

हमे उसका पीछा करना है और आज उसको खेतो मे लेजा कर

चोदना है, बिरजू तो यार ऐसा क्यो नही करते आज हम खेतो की

और पहले से ही जाकर वही दारू पिएगे और जब संध्या भाभी

उधर संडास के लिए आएगी तब उसको वही पकड़ कर चोद

देंगे, राजू हाँ ये ठीक रहेगा, और फिर तभी उधर से सुधिया

काकी आती हुई नज़र आई सुधिया काकी अपनी टाँगे थोड़ा

फैलाकर चल रही थी, उसे देखते ही दोनो भाइयो के चेहरे

पर मुस्कान फैल गई, तभी अंदर से शीला चाइ लेकर दोनो के

पास आई बिरजू ने चाइ लेते हुए शीला की चूत को घाघरे के

उपर से अपने हाथो मे भर लिया तभी शीला की नज़र उनके

मोटे लंडो पर पड़ी जो लूँगी उठाए खड़े थे शीला ने पुछा

तुम दोनो का लंड किसको देख कर खड़ा हुआ है, तो बिरजू ने

बोला अपनी बहन को देख कर, शीला झूठ मत बोलो भैया मैं तो

अभी अभी आई हू सच सच बताओ तुम्हारा लंड किसको देख

देख कर फनफना रहा है, राजू शीला ने राजू की नज़र को

पकड़ लिया जो अपनी मा की गदराई जाँघो को कनखियो से देख

रहा था, और शीला को समझते देर ना लगी कि इनका लंड अपनी

मा की गदराई जवानी को देख देख कर लूँगी फाड़ने की कोशिश

कर रहा है, हाय राम शीला का मूह खुला का खुला ही रह गया

और वह जल्दी से घर के अंदर आ गई,

क्रमशः....................
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06-21-2018, 11:53 AM,
#15
RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
"खून का असर"--7

गतान्क से आगे........................

शाम को कमला गाँव मे किसी के यहाँ बैठने चली गई तब

शीला बिरजू और राजू के पास कमरे मे गई जहा दोनो भाई बीड़ी

के कस लगा रहे थे शीला उनके पास जाकर बैठ गई तब राजू ने

बोला शीला एक बार अपनी गंद दिखा ना शीला वो तो मैं दिखा

दूँगी पर मुझे यह बताओ उस टाइम तुम मा को देख देख कर

अपना लंड सहला रहे थे ना, बिरजू शीला को अपनी ओर खिचते

हुए क्यो तुझे जलन हो रही है क्या, शीला भैया मुझे क्यो

जलन होने लगी, मैं तो बस इतना जानना चाहती थी कि क्या तुम

दोनो मा को भी.. बिरजू शीला की मोटी मोटी चुचियो को मसलता

हुआ उसका हाथ अपने लंड पर रख लेता है, तू तो जानती है कि

हमे औरतो की मोटी गंद कितनी पसंद है और फिर अपनी मा की

गंद तो इस गाँव मे सबसे ज़्यादा मतवाली और मोटी है शीला

हम से अब सहा नही जाता है दिन रात मा जब अपने मोटे मोटे

चूतड़ मतकती हुई हमरे सामने आती है तो हमारा लंड

हरकत मे आ जाता है, मेरे इस मोटे लोदे का बड़ा मन है

अपनी मा की मस्तानी गंद और चूत फाड़ने का, शीला बिरजू के

लंड को मसल्ते हुए तो तुम्हे क्या लगता है मा तुम दोनो को

अपनी चूत देगी, राजू क्यो तूने नही दी क्या, शीला भैया मेरी बात

और है, वो अपनी मा है और वो हमसे कितनी बड़ी है वो

तुम्हारे सामने कभी नंगी नही होगी, तुम दोनो उसकी गंद

चाटने के लिए तरसते ही रहोगे, बिरजू शीला मा बड़ी है तो क्या

हुआ उसकी चूत ने कई सालो से लंड नही चखा है, और फिर

अपनी मा की उमर की औरत को चोदने मे एक अनोखा मज़ा मिलता

है, जिस दिन मा हमारा मोटा लंड देखेगी उस दिन उसकी भी चूत

पानी पानी हो जाएगी और वह अपनी चूत का दरवाजा हमारे लंड

के लिए धीरे से खोल देगी, नही भैया मुझे तो नही लगता कि

मा तुम दोनो से अपनी चूत और गंद मरवाएगी, राजू शीला तू

अपने भाइयो को जानती नही है, उसे तो हम अपना काला लंड

दिखा चुके है, और वह बड़े प्यार से हमारा लंड देख देख

कर साँसे भर रही थी, शीला क्या तुमने मा को अपना लोडा

दिखा दिया है, हाँ शीला, मगर वह कैसे तब बिरजू ने जंगल

वाली बात उसे बता दी, अरे शीला तूने काफ़ी मा को मुतते हुए

देखा है, शीला देखा है लेकिन ठीक से उसकी चूत नही देखी,

पर ये तुम क्यो पुंछ रहे हो, बिरजू अरे अपनी बहन के मोटे

मोटे दूध को अपनी हथेलियो से कस कस कर मसल्ते हुए अरे

मेरी प्यारी बहना मा जब अपनी चूत फैला कर मुत्ती है तो उसका

भोसड़ा इतना चोडा हो जाता है और एक मोटी धार छ्चोड़ती है और

फिर रुक रुक कर जब मुतति है तो दिल करता है कि उसकी फूली हुई

चूत से अपना मूह लगा का चाट डालु, और उसकी गंद का छेद

इतना कसा हुआ लगता है कि मैं तो दिन रात उसकी गंद मारने के

सपने देखता हू साली इस उमर मे भी जब अपनी गंद और चूत

मरवाएगी तो कुवारि लोंदियो को पिछे छ्चोड़ देगी, अच्छा

बता मा के चूतड़ कैसे लगते है तुझे और शीला की गंद के

सुराख मे अपनी उंगली से रगड़ता है, शीला हाँ भैया मा के

चूतड़ तो बहुत फैले हुए हैं ऐसा लगता है जैसे अपनी गंद

ही गंद मे लंड लेती हो, अरे शीला जब मा के चूतड़ तू नंगी

देख लेती ना तो अगर तेरे पास लंड होता तो तू खड़े खड़े अपने

लंड को मा की गंद मे डाल देती ऐसी गदराई गंद मारने मे

मर्दो को बहुत मज़ा आता है, बस एक बार चोदने को मिल जाए तो

मज़ा आ जाएगा और फिर बिरजू ने शीला की चूत को हाथ लगाया तो

वह पानी पानी हो चुकी थी तभी बिरजू ने उसको अपनी गोद मे

बैठा कर अपनी लूँगी हटा कर अपना मोटा लंड अपनी बहन की

खुली हुई गदराई चूत पर रख कर उसकी चूत को अपने लंड पर

दबाया तो लंड सॅट से उसकी चूत मे उतर गया और शीला आह

भैया तुम्हारी बातो ने तो मेरी चूत का पानी निकाल दिया मैं तो

इस बात को सोच सोच कर रोमांचित हो रही हू कि कैसे तुम दोनो

भाई मा को पूरी नंगी करके कैसे उसे चोदोगे और कैसे वह

अपनी मोटी गंद और चूत फैला फैला कर तुम दोनो का लंड

अपनी चूत और गंद मे लेगी, क्या मस्त घोड़ी की तरह तुम दोनो

से अपनी चूत कुटवाएगी, तभी राजू भी शीला की गंद के पीछे

आ जाता है और बैठे बैठे शीला की गंद मे थूक लगाने

लगता है और फिर अपने लंड पर ढेर सारा थूक लगाकर उकड़ी

बैठ कर अपनी बहन की मोटी गंद के छेद मे अपना लंड

लगाकर उसकी गंद मे एक झटका मारता है और उसका लंड अपनी

बहन की मोटी गंद मे समा जाता है और शीला आह भैया ज़रा

आराम से आह आह और दोनो भाई आगे से और पीछे से अपनी

बहन की नंगी जवानी को धीरे धीरे ठोकने लगते हैशीला

बंदरिया की तरह अपने भाई से चिपकी होती है और दोनो भाई

उसकी चूत और गंद का मर्दन करना शुरू कर देते है राजू

पीछे से शीला के चुचियो को कस कस कर मसलता हुआ उसकी

गंद मे अपना लंड उसकी गंद की जड़ तक ठुसने लगता है और

बिरजू अपनी बहन के रसीले होंठो को चूस्ता हुआ आगे से उसकी

चूत मारता रहता है, फिर बिरजू धीरे से अपनी बहन की चूत

मे लंड फसाए खड़ा हो जाता है और शीला उसके लंड पर

टंग जाती है साथ ही राजू भी अपनी बहन की गंद मे लंड

फसाए खड़ा हो जाता है फिर दोनो भाई अपने दोनो हाथो

से शीला को हवा मे झुलाते हुए उसकी चूत और गंद को कस

कस कर ठोकने लगते हैंजब वह तीनो अपनी चुदाई मे मस्त रहते

है तो उन्हे नही मालूम होता है कि कमला घर के अंदर आ

चुकी है और वह देख रही है कि कैसे उसके दोनो बेटे अपनी

बहन को अपने लंड पर खड़े खड़े हवा मे झूला झूला

रहे है, कमला यह सीन देख कर हत्प्रत रह जाती है और

थोड़ा छुपते हुए उन तीनो को देखती रहती है उसका हाथ

अपने आप अपनी चूत की फांको को खुरेदने लगता है, और वह

उनकी चुदाई देख कर बहुत ज़्यादा गरम हो जाती है और अपना

घाघरा उठा कर अपनी चूत मे अपनी तीन उंगलिया सतसट

पेलने लगती है, और उसे ऐसा लगने लगता है जैसे उसके दोनो

बेटे शीला को नही उसे ही अपने लंड से चोद रहे है, लगभग

आधे घंटे तक शीला की गंद और चूत मारने के बाद दोनो

भाई अपना अपना माल अपनी बहन की गंद और चूत मे छ्चोड़

देते है उधर कमला भी उनकी मस्त चुदाई देख कर झाड़ जाती

है और फिर दबे पाँव घर के बाहर चली जाती है,
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06-21-2018, 11:53 AM,
#16
RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
रात को बिरजू और राजू खाना खाकर बाहर बैठे थे कि अचानक

बारिश शुरू हो गई तब दोनो उठकर घर के भीतर चले गये

कमला बिस्तेर लगा कर सोने की तैयारी कर रही थी, शीला चल

बेटी बिस्तेर लग गया है आजा, शीला मा मुझे नींद नही आ

रही है मैं भैया लोगो के पास उनके कमरे मे जा कर थोड़ी

देर उनसे बाते करती हू आप सो जाओ, कमला मन ही मन कमिनि

दोनो भाइयो का लंड एक साथ लेकर चुदति है 4 महीने मे ही

इसकी चूत कितनी उठने लगी है, कमला अच्छा ठीक है बेटी पर एक

काम कर बिरजू को ज़रा मेरे कमरे मे भेज दे आज मेरे पैर

बहुत दर्द कर रहे है थोड़ा दबा देगा, शीला मन ही मन

अरे मा तेरे पैर दर्द कर रहे है या चूत और गंद दर्द कर

रही है, अच्छा मा मैं बिरजू भैया को कह देती हू, फिर शीला

अपने भाइयो के रूम मे चली जाती है और वहाँ पहूचकर

बिरजू भैया जाओ तुम्हे मा बुला रही है, बिरजू किस लिए शीला

धीरे से अपनी चूत और गंद मरवाने के लिए बिरजू हस्ता हुआ

क्या तू सच कह रही है शीला जाओ मा से जाकर पूछ लो कि मा

तेरी चूत मारना है क्या, और मुस्कुरा कर राजू के बगल मे

बैठ जाती है, राजू पर शीला मा ने मुझे नही बुलाया क्या,

शीला लूँगी के उपर से राजू का लंड दबाती हुई भैया मैं हू ना

तुम्हारे लिए और राजू उसे अपनी गोद मे बैठा कर उसके दूध

को अपने हथेलियो मे कसते हुए मेरी प्यारी बहना रानी तू तो

है ही लेकिन अगर मा भी नंगी होकर मेरे लंड पर बैठ जाए

तो मज़ा आ जाएगा, शीला अपने भाई के लंड को अपने घाघरे

को उठा कर अपनी चूत से रगड़ते हुए, भैया मुझे तो लगता

है मा की चूत भी तुम दोनो के लंड के लिए बैचैन रहने

लगी है, हाय शीला तू कितनी अच्छी बाते करने लगी है, और शीला

की पूरी चूत को फैलाकर उसकी फूली हुई बुर मे अपनी जीभ

डालकर उसका रस चाटने लगता है, शीला भैया जैसे मेरी चूत

चाट रहे हो ऐसे ही मा की चूत भी चाटने का मन कर रहा

होगा ना, राजू हाँ मेरी रानी मा को तो पूरी नंगी करके उसकी चूत

और गंद रात भर चाटने और चोदने का मन करता है, तभी

अरे शीला हम दोनो भाई तो एक बात भूल ही गये, और अपनी प्यारी

बहन की चूत मे खच से अपना मोटा काला लंड पेल देता है,

शीला आह और राजू को अपने दूध से चिपकाते हुए क्या भूल

गये भैया, शीला आज हम दोनो भाइयो ने संध्या भाभी को

पकड़कर चोदने का मन बताया था जब वह शाम को संडास

के लिए खेत पर जाती तो हम उसे चोदने वाले थे लेकिन तेरी

वजह से ना तो हम आज दारू पीने गये और ना ही उसे चोदने

का ख्याल रहा, शीला अपनी गंद का झटका अपने भाई के लंड पर

मारते हुए, पर भैया तुम संध्या भाभी को ऐसे ज़बरदस्ती

चोदोगे तो कही वह सब को बता ना दे, राजू अरे नही रे आज ही

हमने उसे अपना मोटा लंड निकाल कर दिखा दिया था तब वह

हमारे लंड को देख कर हस्ती हुई अपने घर की ओर भाग गई,

तब हमे यकीन हो गया कि इसकी चूत भी खूब खुजलाती है और

यह हमारे लंड को अपनी चूत मे लेने के लिए तड़प रही है,

शीला ओह भैया और ज़ोर से चोदो ना तुम्हारा लंड है ही इतना

जबरदस्त कि जो औरत देख ले उसे अपनी चूत मे लिए बिना रह

नही सकती है, और मुझे तो लगता है कि जिस तरह तुमने मा को

अपना मोटा लंड दिखा दिया है वह भी कोई ना कोई तरीका

ढूँढ रही है तुम दोनो भाइयो से अपनी चूत और गंद

थुकाने के लिए, उसकी चूत तुम्हारे लंड को खाने के लिए

तड़प रही होगी, शीला की बात सुन कर राजू ने अपनी कमर की

रफ़्तार तेज कर दी और सतसट अपनी बहन की चूत मारने लगा

शीला आह आह आह ओह भैया तुम कितना अच्छा चोद्ते हो, इतना

बढ़िया तो तुम्हारे जीजाजी भी नही चोद्ते है खूब चोदो अपनी

बहन को खूब कस कस कर अपनी बहन की चूत मारो भैया और

दूध भी दबाओ ना ज़ोर ज़ोर से मसल डालो अपनी बहन की मोटी

चुचिया और चोदो भैया, राजू गहरे गहरे धक्के अपनी

बहन की चूत मे जड़ तक दे रहा था और उसकी चोदने की स्टाइल

से लग रहा था कि वह अपनी बहन को काफ़ी देर तक रगड़ने के

मूड मे है, शीला की चूत बिल्कुल लाल हो चुकी थी, अब राजू ने

शीला को घोड़ी बनाकर अपना लंड उसकी चूत मे डाल कर फिर

तगड़े तगड़े झटके उसकी चूत मे मारने लगा शीला पूरी मस्ती

मे अपने भैया का लंड अपनी रसीली बुर मे ले रही थी, भैया

जब मैं यहा से चली जाउन्गि तो आप दोनो भाइयो के लंड के लिए

बहुत ताड़पुँगी, राजू अरे मेरी रानी बहना तू फिकर क्यो करती है

शहर यहा से है ही कितना दूर हम हर हफ्ते मे एक बार

आकर तुझे दिन भर चोदेगे और तेरी हर सात दिन की पूर्ति एक ही

दिन मे करके जाएगे और वैसे भी जीजाजी तो दिन भर काम पर ही

रहते है, हम सुबह से ही उनके जाने के बाद तुझे पूरा दिन

घर मे नंगी रखेगे और खूब तेरी चूत और गंद की ठुकाई

करेगे, और फिर राजू शीला को पूरी नंगी कर देता है और खुद

भी पूरा नंगा हो जाता है और दोनो भाई बहन ऐसे चिपक

जाते है जैसे एक ही जिस्म हो, भैया एक बात कहु हाँ मेरी रानी

बोल ना, भैया मुझे तो लगता है मा की चूत खूब गरम हो

रही थी इसीलिए उसने बिरजू भैया को बुलाया है नही तो आज दिन

भर वह काम ही क्या करी है जो उसके पाँव दर्द करेगे, मुझे

लगता है वह पाँव दब्वाते दब्वते बिरजू भैया को कहेगी

बेटा यही सो जा शीला भी शायद राजू के पास ही सो गई होगी,

इसलिए भैया मे चाहती हू कि आज रात भर तुम मुझे कस कस

कर चोदो मुझे तुम्हारा लंड बहुत अच्छा लगता है, तुम

बहुत अच्छा चोद्ते हो तब राजू ने शीला को पूरी नंगी ही

खड़े खड़े अपने लंड पर चढ़ा लिया और शीला अपनी दोनो

टाँगे अपने भाई की कमर मे लपेट कर उसकी छाती से चिपक

गई और राजू उसकी मोटी गंद के नीचे अपना हाथ लेजा कर अपनी

बहन को तबीयत से चोदने लगा, और शीला आह आह आह आ ओ

भैया बहुत मज़ा आ रहा है रुकना मत भैया ऐसे ही

चोद्ते रहना, आह आह ओ भैया थोड़ा ज़ोर से मारो अपनी बहन

की चूत, फाड़ दो भैया अपने लंड से अपनी बहन की चूत को,

और राजू कस कस कर अपनी नंगी बहना को चोदने लगा,

क्रमशः....................
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06-21-2018, 11:53 AM,
#17
RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
"खून का असर"--8

गतान्क से आगे........................

उधर बिरजू हाँ मा क्या है, कमला बिरजू ज़रा मेरे पाँव दबा दे

बेटा बड़ा दर्द हो रहा है, ठीक है मा और बिरजू अपनी मा के

पैरो की ओर बैठ गया और अपनी मा का घाघरा उठाकर उसके

जाँघो तक सरका दिया घाघरे की चौड़ाई (घेर) बहुत ज़्यादा

होने के कारण कमला ने अपनी जाँघो को थोड़ा खोल दिया और

बिरजू अपनी मा की फूली हुई गदराई चूत देख कर मन ही मन

खुस हो गया और अपनी मा की मोटी मोटी गोरी गोरी पिंदलियो को

पकड़ कर सहलाने लगा और फिर अपना हाथ उपर ले जाकर उसकी

मोटी जाँघ को जब उसने अपने हाथो मे दबोचा तो बिरजू का

लंड अपनी मा की मोटी गदराई जाँघो के स्पर्श से झटके मारने

लगा, कमला चुपचाप अपनी आँखे बंद किए लेटी थी उसकी मोटी

मोटी चुचियाँ उपर नीचे हो रही थी और ऐसा लग रहा था कि

कमला ने अपनी चुचियो को खूब कस कर अपनी लाल चोली मे

बाँध रखा है, बिरजू अपनी मा की गदराई जवानी को अपनी

आँखो से पी रहा था और सोच रहा था जब यह कपड़े मे

इतनी मादक लगती है तो नंगी इसका शरीर कितना मस्ताना होगा,

ऐसी चूत मारने को मिल जाए तो मज़ा आ जाए, कितनी गदराई गंद

है मेरी मा की इसको तो नंगी करके खूब कस कस कर चोदने का

मन हो रहा है, तभी कमला ने बिरजू से कहा बेटा मैं सोने

की कोशिश करती हू अगर तुझे नीद आए तो यही लेट जाना

कमला वही राजू के साथ सो जाएगी, जी मा ठीक है और कमला

अपनी आँखे बंद कर लेती है, बिरजू अपनी मा के उठे हुए पेट

और गहरी नाभि को देख देख कर अपनी मा की चूत मारने को

तड़प रहा था और सोच रहा था इसकी चूत की गंद इतनी मादक

है कि इतनी दूर से भी इसकी चूत की कैसी मादक गंध आ रही

है, और बिरजू अपनी मा की मोटी गदराई गोरी गोरी जाँघो को अपनी

हथेलियो मे भर भर कर उसके गदराए योवन का मज़ा ले

रहा था, कभी कभी बिरजू अपनी मा की जाँघो के जोड़ तक भी

अपना हाथ फेर देता था, थोड़ी देर बाद बिरजू ने अपनी मा के

दोनो पैरो को अच्छे से फैला दिया और फिर अपनी मा की चूत को

बड़े प्यार से देखने लगा इतना बड़ा भोसड़ा तो सुधिया काकी

का भी नही था कैसी गदराई चूत है मेरी मा की, और बिरजू अपनी

मा के जाँघो को अपने दोनो हाथो मे भर भर कर उसकी

गदराई जवानी का मज़ा ले रहा था, कमला अपने बेटे द्वारा

अपनी मसल जाँघो को सहलाए जाने से उन्माद से भरी हुई थी

और आँखे बंद किए हुए उसे अपने बेटे के मोटे मोटे काले

लंड झूलते हुए नज़र आ रहे थे, उसकी बुर रसीले पानी से

चिचिपा गई थी बिरजू पूरी लगन से अपनी मा की मोटी जाँघो को

अपने दोनो हाथो मे भरने की कोशिश कर रहा था लेकिन

उसकी मा की जंघे इतनी गुदाज और मोटी थी की उसके दोनो हाथो

मे भी समा नही पा रही थी, उसका लंड लूँगी उठाए बार बार

झटके मार रहा था, बिरजू ने अपनी मा की दोनो जाँघो को थोड़ा

और फैला दिया जिससे उसकी मा की चूत पूरी खुल कर उसके सामने

आ गई वह अपनी मा की मस्तानी भोसड़ी को देख कर पागल हुआ जा

रहा था उसका बस नही चलता नही तो अभी के अभी अपने मोटे

डंडे को अपनी मा की भोसड़ी मे फसा कर उसकी चूत को पूरी

फाड़ कर रख दे किंतु वह भीतर ही भीतर डर भी रहा था कि

कही मा नाराज़ हो गई तो फिर क्या होगा, उधर कमला अपनी

जाँघो को और फैलाकर अपनी मस्तानी चूत के दर्शन अपने

बेटे को पूरी तरह खोल कर करवा रही थी और मन ही मन

सोच रही थी कि मेरे बेटे का मोटा लंड अगर मेरी चूत मे

घुस जाए तो सारी गर्मी शांत हो जाएगी, दोनो को काफ़ी देर हो

चुकी थी और दोनो की आँखो मे नीद नही थी, बिरजू ने

अचानक अपनी मा के मासल गदराए पेट पर हाथ फेरते हुए

धीरे से मा सो गई क्या, कमला जाग रही थी लेकिन कुच्छ बोली

नही तब बिरजू की हिम्मत थोड़ी बढ़ गई और उसने अपनी मा की

गुदाज फूली हुई चूत के उपर हल्के से अपने हाथो को रख

दिया उसकी इस हरकत से कमला सिहर उठी वह अपने आप को रोक

नही पा रही थी लेकिन हिम्मत करके चुपचाप पड़ी हुई थी,

बिरजू ने जब अपनी मा की फूली चूत का एहसास किया तो उसके रोंगटे

खड़े हो गये इतनी गदराई और फूली हुई चूत का स्पर्श इतना

मादक था कि उसके हाथ अपनी मा की बुर के उपर स्थिर रखे

होने की कोशिश के बावजूद कांप रहे थे, फिर बिरजू ने अपनी

मा की फूली हुई चूत पर अपने हाथ का थोड़ा सा दबाव बढ़ाते

हुए उसकी चूत को पूरी तरह महसूस करने की कोशिश की उसका

हाथ लरज रहा था लेकिन चूत के कोमल और फूले पन का

एहसास उसे बहुत उत्तेजित और रोमांचित कर रहा था उसने अपनी

मा की चूत को थोड़ा और दबाते हुए एक बार और कहा मा सो

गई क्या लेकिन कमला के मूह से एक बोल तक नही फूटा वह

हिम्मत बाँधे पड़ी रही लेकिन उसकी सांसो पर उसका बस नही

चल रहा था और उसकी मोटी मोटी छातियाँ उपर नीचे हो रही

थी और उसका प्यासा दिल बुरी तरह धड़क रहा था, अब बिरजू को

काफ़ी हिम्मत आ चुकी थी और उसने धीरे धीरे अपनी मा की

फूली हुई चूत पर हाथ फेरना शुरू कर दिया और उसकी फूली

चूत के मादक एहसास को महसूस करने लगा, जब बिरजू अपना

हाथ अपनी मा की चूत के छेद पर ले गया तो उसे एक झटका

लगा क्यो कि उसकी मा की चूत पूरी गीली थी ऐसा लग रहा था

जैसे उसकी मा मूत चुकी हो, और उसने मन मे सोचा कही मा

जाग तो नही रही है, फिर उसने सोचा अगर जाग रही है तो

मतलब उसको भी मज़ा आ रहा है और उसे मेरी इस हरकत पर

कोई आपत्ति नही है, और उसने अपना हाथ हटाकर अपनी मा के

घाघरे मे अपना मूह घुसा कर अपनी मा की फूली हुई बुर के

उपर अपने होठ रख कर अपने मूह को अपनी मा की फूली हुई बुर

पर दबाने लगा
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06-21-2018, 11:53 AM,
#18
RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
उसे इतना मज़ा आ रहा था कि वह उस मज़े को

बयान नही कर सकता था, उसे उसकी मा की चूत से उठती गंध

पागल बना रही थी कुच्छ देर वह अपनी मा की चूत को अपने

बंद होंठो से चूमता रहा दबाता रहा फिर अपना मूह बाहर

निकाल लिया वह कोई रिस्क लेना नही चाहता था, लेकिन उसका मन

अभी भरा नही था और उसने अपना हाथ फिर से अपनी मा की

फूली हुई चूत पर रख दिया और हल्के हल्के सहलाने लगा,

कमला की साँसे रुकी हुई थी और फिर एक दम से साँसे छ्चोड़ती

उसकी हालत खराब हो रही थी तभी बिरजू ने अपनी मा के गुदाज

पेट के उपर मूह रख दिया और अपने मूह को अपनी मा के गुदाज

पेट पर दबा दबा कर उसके उठे हुए पेट को महसूस करने

लगा अब वह उपर की ओर बढ़ा और अपनी मा के दूध के उपर

अपना हाथ रख कर अपनी मा के दूध को हल्के हल्के दबाने

लगा, कभी कभी अपनी मा की मोटी मोटी चुचियो को थोड़ा ज़ोर

से दबा देता, कमला को अब बर्दास्त करना मुश्किल हो गया और

उसने नीद का बहाना करते हुए करवट ले ली और बिरजू एक दम

से हट गया लेकिन जल्दी ही उसने फिर से अपनी मा के पैरो को

अपने हाथ मे लेकर दबाने लगा थो डी देर बाद उसने धीरे

धीरे अपनी मा के घाघरे को उसकी गंद की तरफ से उपर उठाना

शुरू कर दिया अब उसका मन अपनी मा की मोटी गंद को देखने

का कर रहा था, उसने बहुत आराम आराम से अपनी मा के घाघरे

को काफ़ी उपर तक सरका दिया जब उसने अपनी मा की मोटी गंद

देखी तो उसका मूह खुला का खुला रह गया क्योकि वह अपनी मा

की गंद की गंद के गोल शेप और उसके उभरे हुए चूतादो के

पाटो को देखकर मस्त हो गया और जब उसकी नज़र अपनी मा के

गंद के छेद पर पड़ी तो वह अपने आप को रोक नही पाया और

अपने दोनो हाथो से अपनी मा की गंद को दबोचने लगा वह

ज़्यादा ज़ोर नही लगा रहा था लेकिन इतना ज़ोर से ज़रूर अपनी मा की

गंद को दबा रहा था कि उसे फुल मज़ा मिल रहा था फिर उसने

धीरे से अपनी मा की गंद के छेद पर हाथ फेरा और नीचे

तक हाथ ले गया तो उसे अपनी मा की चूत की फूली हुई फांको का

मस्त एहसास पागल कर गया. उसने अपने दोनो हाथो से अपनी मा

की मोटी गंद के छेद को फैलाकर उसकी गंद के छेद मे

अपनी नाक लगाकर उसकी गंद की मादक गंध को जब शुंघने

लगा तो कमला उसकी इस हरकत से पागल हो गई उसे लग रहा था कि

अभी अपने बेटे को अपनी बाहो मे कस कर दबोच ले और उसके

मोटे लंड को इतना चूसे की वह उसके मूह मे ही पानी छ्चोड़

दे, कुछ देर बिरजू ने अपनी मा की गंद को सहलाया उसके बाद

बिरजू ने अपना मोटा और काला लंड बाहर निकाला और अपनी मा की

गंद से अपने लंड को चिपका कर उसकी गंद से चिपक कर लेट

गया और धीरे धीरे अपनी मा के मस्ताने चूतादो पर अपना

हाथ फेरता रहा उसे ऐसा लग रहा था कि एक धक्का मारे और

अपना मोटा लंड अपनी मा की मतवाली गंद मे भर दे, लेकिन

वह चुपचाप पड़ा रहा, उधर राजू अपनी बहन की चूत मारने

के बाद उसकी गंद मे सरसो का तेल भर भर कर उसकी गंद मे

अपना लंड पेलने लगा और करीब सुबह 4 बजे तक राजू अपनी

बहन को हर आसन मे चोद्ता रहा, सुबह सुबह कमला जल्दी

उठ गई और उसने जब बिरजू के लंड को देखा जो लूँगी बाहर से

झाँक रहा था तो उससे रहा नही गया उसके लंड के मोटे

सूपदे को कमला ने अपनी मुट्ठी मे भर लिया तभी बिरजू का

लंड कड़क होने लगा तो कमला ने जल्दी से उसका लंड छ्चोड़ा

और बाहर आकर काम धाम मे लग गई,

क्रमशः....................
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06-21-2018, 11:54 AM,
#19
RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
"खून का असर"--9

गतान्क से आगे........................

शाम को दोनो भाई संध्या का खेतो के पास आम के पेड़ के

पीछे इंतजार करने लगे तभी उन्हे संध्या आती हुई दिखाई दी

संध्या ने इधर उधर देखा और फिर अपना घाघरा उठा कर

संडास के लिए बैठ गई दोनो भाई उसके मोटे मोटे कसे हुए

चूतड़ देख देख कर अपना लंड मसलने लगे कुछ देर इंतजार

के बाद संध्या उठ कर जैसे ही जाने के लिए पलटी दोनो भाई

उसके सामने खड़े थे संध्या उन्हे देख कर डर गई तुम

दोनो यहाँ क्या कर रहे हो, अरे भाभी हम दोनो आप की मोटी

गंद देख रहे थे जब आप संडास कर रही थी संध्या तुम्हे

शरम नही आती ऐसा करते हुए मैं अभी सुधिया काकी से

जाकर तुम दोनो के बारे मे बताती हू, तभी बिरजू ने उसका हाथ

पकड़ लिया अरे मेरी रानी जाती कहाँ हो अभी तो हम दोनो भाई

तुम्हे चोदेगे, संध्या कमिनो छ्चोड़ दो मुझे नही तो

तुम्हारी खेर नही, बिरजू ने संध्या के एक दूध को दबोच

लिया तो संध्या कसमसा गई लेकिन वह ज़्यादा विरोध नही कर

रही थी देखो तुम दोनो अच्छा नही कर रहे हो तभी राजू ने

संध्या की चूत को उसके घाघरे के उपर से अपनी मुट्ठी मे

भर लिया अरे भाभी अब ज़्यादा नखरा मत करो, संध्या आह

छ्चोड़ो मुझे नही तो मई चिल्लाउन्गि, बिरजू देखो भाभी हम

भी जानते हैकि तुम्हारी चूत को लंड चाहिए फिर नखरा क्यो

कर रही हो ऐसा मोका बार बार नही मिलता है और जो तुम

सुधिया काकी की धमकी हमे दे रही हो तो वो क्या करेगी वो तो

खुद हमसे अपनी चूत और गंद तबीयत से मरवा चुकी है,

संध्या ने जब यह सुना तो शरम करो कामीनो एक बूढ़ी

औरत के बारे मे ऐसी झूठी बात कह रहे हो, अच्छा भाभी

आप को यकीन नही आता तो फिर बताओ सुधिया काकी जब खेत मे

दोपहर को गई थी तो वहाँ से शाम को लगदाती हुई आई थी यह तो

तुमने भी देखा था और तुम जो सुधिया काकी को बुढ़िया कह

रही हो वह इतनी तबीयत से अपनी गंद उठा उठा कर चुदवा

रही थी तुम देखती तो कहती, और एक बार तुम भी हम से अपनी

चूत मरवा लो फिर तुम देखना तुम्हारे घर मे ही सुधिया

काकी की चूत और गंद ना मारी तो कहना तब तक थोड़ा अंधेरा

होने लगा था और दोनो भाइयो ने अपनी अपनी लूँगी उतार कर

अपना अपना काला लंड जब संध्या को दिखाया तो वह सिहर गई

अब दोनो भाइयो ने उसे आगे से और पीछे से दबोच लिया और

उसके गाल गले होंठ सभी जगह चूमने लगे, संध्या की चूत

भी गीली होने लगी और उसका विरोध ना के बराबर हो गया,

देखो बिरजू यह ठीक नही है कोई देख लेगा तो, अरे भाभी तुम

कहे फिकर करती हो हम सब संभाल लेंगे और फिर यहाँ अब

रात को कॉन मा चुदवाने आएगा और संध्या का घाघरा उठा

देते है राजू संध्या की चुचिया को तबीयत से मसल्ने लग

जाता है और बिरजू संधा की मोटी गंद को दबोचने लगता है

अब संध्या अपने शरीर को उनके उपर ढीला छ्चोड़ देती है, और

दोनो संध्या को पकड़ कर आम के बगीचे मे ले जाते है,

राजू धीरे दबा कमिने बहुत दर्द हो रहा है अरे भाभी

तुम्हारी चुचियो और चूत को लगता है तुम्हारे पति ने कस

कर मसला नही है इसीलिए इतनी कठोर है हमे तो ऐसा लग रहा

है जैसे किसी कुवारि लोंड़िया की चुचि मसल रहे है, ऐसी

कठोर चुचिया तो शीला की भी नही है, संध्या आश्चर्या से

क्या तुमने शीला की चुचिया दबाई है, बिरजू संध्या की चूत

मे अपनी एक उंगली पेलते हुए अरे भाभी आप तो चुचिया

दबाने की बात करती है हम दोनो भाई तो शीला को दिन रात

चोद्ते रहते है उसकी गंद और चूत मार मार कर हम फाड़

चुके है और शीला भी दिन भर बस हमारे लंड से चुद्ती

रहना चाहती है, संध्या तुम दोनो तो बड़े कमिने हो रे अपनी

सग़ी बहन को भी नही छ्चोड़ा, राजू अरे भाभी शीला इतनी मस्त

तरीके से चुदवाती है कि क्या बताऊ और उन दोनो ने संध्या

को वही खड़ी करके एक उसकी गंद फैला फैला कर चाटने लगा

दूसरा उसकी बुर को फैला फैला कर चाटने लगा संध्या पागल

होने लगी थोड़ी ही देर मे संध्या कामुक सिसकारिया निकालने

लगी, आह आह बिरजू राजू जल्दी से चोद लो ज़्यादा देर मत लगाओ

शुधिया काकी इंतजार कर रही होगी, तभी बिरजू ने संध्या के

हाथ मे अपना लंड पकड़ा दिया संध्या उसके मोटे लंड को

अपने हाथो मे लेकर ज़ोर ज़ोर से भिचने लगी
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06-21-2018, 11:54 AM,
#20
RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
राजू ने संध्या

को वही ज़मीन पर लेटा दिया और उसकी चूत मे अपना लंड लगा

कर एक कस के धक्का मारा तो उसका लंड संध्या की चूत मे

आधा फस गया और संध्या के मूह से हल्की सी चीख निकल

गई, राजू भाभी तेरी चूत तो बहुत टाइट है रे क्या भैया ने

तेरी चूत नही मारी, और फिर एक करारा धक्का मारा कि राजू का

पूरा लंड संध्या की चूत मे समा गया और संध्या

तड़पने लगी आह आह ओह ओह मार दिया रे कितना मोटा लंड है

तेरा हाय मैं तो मर गई रे आह आह राजू अब धीरे धीरे मगर

गहरे धक्के संध्या की चूत मे मारने लगा तभी बिरजू

संध्या के मूह के पास उकड़ू बैठ गया और उसके दूध

दबाने लगा संध्या ने बिरजू का लंड अपने हाथो मे पकड़

लिया और उसको कस कस कर दबाने लगी बिरजू ने अपने लंड को

संध्या के मूह मे दे दिया और संध्या उसे चाटने लगी,

संध्या राजू धीरे चोद रे मेरी पीठ मे और कमर मे

पत्थर चुभ रहे है, राजू के घुटनो मे भी दर्द होने लगा

तब उसने संध्या को उठा कर खुद लेट गया और आजा मेरी रानी

आज तुझे अपने लंड की सवारी करवाता हू और संध्या को अपने

लंड पर बैठा दिया संध्या पूरी मस्त होकर उसके लंड पर

कूदने लगी, बिरजू संध्या के पीछे बैठ कर उसके दूध को

दबाने लगा थोड़ी देर बाद राजू ने जल्दी जल्दी अपनी कमर

उच्छाल उच्छाल कर संध्या की चूत मे अपना पानी निकाल दिया

फिर बिरजू ने संध्या को घोड़ी बनाकर पीछे से उसकी छूट

मई अपना लॅंड एक झटके मे अंदर कर दिया और संध्या को

हचक हचक कर चोदने लगा, लगभग 20 मिनिट तक

संध्या की चूत मारने के बाद संध्या की चूत मे ही झाड़

गया और फिर दोनो भाइयो ने अपनी अपनी लूँगी जल्दी से पहनी और

संध्या ने अपना घाघरा नीचे करते हुए कहा मैं जा रही

हू तभी बिरजू ने उसका हाथ पकड़ लिया और क्यो मेरी प्यारी

भाभी मज़ा आया की नही संध्या मुस्कुराते हुए चल छ्चोड़

अब मुझे जाने दे, बिरजू भाभी अब कब देगी, संध्या जब तुझे

चाहिए ले लेना अब हट और जाने दे मुझे और फिर संध्या

जल्दी जल्दी अपने घर की ओर आ गई, संध्या के चेहरे पर एक

अलग ही रोनक नज़र आ रही थी, फिर दोनो भाई दारू की दुकान

से एक देसी की बोतल लेकर पुलिया पर आकर बैठ गये और उनके

जाम चलने लगे,

रोज की तरह कमला ने रोटिया बाँधी और बिरजू और राजू को लेकर जंगल की ओर चल दी और शीला को घर पर रहने को कहा, शीला बोली मा तुम कहो तो मैं भी चलती हू, कमला नही बेटी ना जाने कब तेरा बाप घर आजाए तो उसे रोटिया भी देना होगी, वैसे तो वह दारू के ठेके पर ही मर रहा होगा पर कभी आ गया तो इसलिए तू यही रह और वैसे भी 4 दिन के लिए आई है कहाँ जंगल की ठोकर खाती फ़िरेगी और इतना कह कर कमला चल दी और उसकी मोटी गंद के पीछे दोनो भाई भी चल दिए, कमला चलते हुए अपने चूतड़ मतकती जा रही थी और दोनो भाइयो के लंड हरकत करने लगे थे, कमला चलते चलते उनसे बाते भी करती जा रही थी, अब लगता है तुम दोनो की शादिया करना पड़ेगी, अब तुम दोनो भी जवान हो चुके हो, क्यो रे बिरजू कुच्छ बोलता क्यो नही केसी बीबी लाना है तेरे लिए बिरजू अपनी मा के मोटे मोटे चूतादो के पाटो को देखता हुआ मा मुझे तो बिल्कुल तेरे जैसी बीबी चाहिए, और तभी राजू मा मुझे भी तेरे जैसी ही बीबी चाहिए, कमला मेरे जैसी वो भला क्यो, बिरजू मा हमे तो सारी गाँव की औरतो मे सबसे अच्छी तू ही लगती है इसलिए हमे तेरे जैसी बीबी ही चाहिए, कमला अच्छा ठीक है पर तुम्हारी बीबी आने के बाद तुम अपनी मा को घर से मत निकाल देना, राजू अरे कैसी बाते करती है मा हम तो तेरी दिन रात सेवा करेगे, भला घर से तुझे क्यो निकालेगे, कमला मुस्कुरा कर पीछे देखती हुई क्यो इतना चाहते हो अपनी मा को, हाँ मा दुनिया मे सबसे ज़्यादा, तीनो बाते करते करते जंगल पहुच गये और दोनो भाई लकड़िया काटने लगे और कमला उन लकड़ियो को उठा उठा कर एक जगह रखने लगी, थोड़ी देर बात कमला ने कहा चलो अब खाना खा लो फिर थोड़ी देर आराम करके फिर काम पर लग जाएगे, तभी बिरजू ने कहा मा वहाँ पास मे कुछ आम पके दिख रहे है मैं तोड़ कर लाता हू खाने के साथ खाएगे और बिरजू उठ कर आम के पेड़ की ओर चला गया, कमला एक पेड़ से टिक कर बैठी थी और राजू उसकी मोटी जाँघो पर अपना हाथ रख कर बैठा था, कमला क्यो रे राजू रात को शीला तेरे साथ ही सोई थी तूने उसे तंग तो नही किया, अभी वह पेट से है, क्या बात कर रही है मा हमे तो मालूम ही नही था कि वह मा बनने वाली है, कब मा बनेगी मा अरे बुद्धू अभी तो उसका तीसरा महीना शुरू हुआ है, अभी तो उसे काफ़ी समय लगेगा, बुद्धू कही का राजू की लूँगी मे बने तंबू को देखते हुए इतना बड़ा हो गया है पर इसे कुछ भी पता नही है, राजू अपनी मा की छातियो से चिपकता हुआ मा मुझे कैसे पता होगा अभी तो मेरी बीबी भी नही है, कमला बड़ा बीबी के लिए मरा जा रहा है क्या करेगा बीबी के साथ, राजू शरमाते हुए मा अब मैं इतना छ्होटा भी नही हू, कमला उसको अपने बाँहो मे लेकर चूमते हुए बेटा अब तू सचमुच का जवान हो गया है, इसी लिए तो मैं अपने बेटे से इतना प्यार करती हू, राजू नही मा तुम बिरजू से ज़्यादा प्यार करती हो और अपनी मा की मोटी जाँघो को सहलाने लगा, कमला भला वो क्यो इसलिए कि कल तूने बिरजू को अपने साथ सुलाया था मुझे तू कभी अपने साथ सुला कर प्यार नही करती, कमला देख रही थी कि राजू का लंड अब पूरी तरह लूँगी फाड़ने की पोज़िशन मे आगेया है, और राजू भी देख रहा था कि उसकी मा बार बार उसके मोटे लंड को देख रही है, कमला तो इतना बड़ा हो गया है फिर भी अपनी मा के साथ सोना चाहता है, मा बिरजू तो मुझसे भी बड़ा है फिर उसे तो तूने कल अपने साथ ही सुलाया त, कमला अरे बेटे उसे तो मैने अपने पैर दबाने के लिए बुलाया था फिर मैने उससे कह दिया था कि नींद आए तो यही सो जाना, मा तू मुझसे भी कह सकती थी मैं तो बिरजू से भी अच्छी मालिश करता हू, चाहे तो देख ले और राजू ने अपनी मा के घाघरे को उसके घुटनो तक सरकाकर उसकी गोरी पिंदलिया दबाने लगा, कमला बस बस अब अभी रहने दे आज रात को मैं तुझसे अपने पैरो की मालिश करवा लूँगी बस अब तो खुश , राजू हाँ मा लेकिन मैं आपके साथ सोउँगा भी, कमला बड़ा मरा जा रहा है अपनी मा के साथ सोने को क्या मैं तेरी बीबी हू, राजू मा तो क्या बीबी के साथ ही सो सकते है, मा के साथ नही सो सकते, कमला उसके गालो को खिचते हुए उसके लंड की ओर देख कर बेटा अब तू बड़ा हो गया है मेर साथ सोकर तू कुच्छ उल्टा सुलटा मत कर देना, राजू भोला बनते हुए उल्टा सीधा क्या मा, कमला मन ही मन बेटे तेरा लंड तो अपनी मा को देख कर खड़ा हो रहा है और फिर भोला बन रहा है, बहुत चूत मारने को मचल रहा है तेरा लंड, अरे बेटे उल्टा सीधा मतलब कही तू नींद मे अपने हाथ पैर मत मार देना अपनी मा को, राजू अरे नही मा मैं हाथ पैर नही मारता हू चाहे तो शीला से पुंछ लेना वह भी तो कल मेरे साथ सोई थी, कमला हाँ रे शीला तो सुबह सुबह बहुत खुश दिख रही थी ऐसा क्या कर दिया तूने, राजू मा रात को मैने शीला की अच्छी मालिश करदी थी ना इसलिए वह खुश लग रही थी, कमला तो बेटा जैसी मालिश तूने कल शीला की की थी वैसी ही मालिश मेरी भी आज कर देना, राजू अपना लंड मसल्ते हुए जिसे कमला देख रही थी और उसकी चूत मे ढेर सारा पानी बहने लगा था और उससे अब सहन नही हो रहा था और वह अपनी चूत का पानी अपने घाघरे से पोछ रही थी, मा तू फिकर मत कर मैं तेरी ऐसी मालिश करूँगा कि तू खुस हो जाएगी, तभी कमला बेटे ज़रा हट तो मुझे बहुत तेज पेशाब लगी है तू ज़रा अपना मूह उधर घुमा ले मैं पेशाब कर लू राजू ठीक है मा और कमला ने वही पास मे ही अपना घाघरा उठाया और थोड़ी देर नंगी ही राजू की ओर गंद कर के खड़ी रही, कमला आज पूरी चुदास से भरी हुई थी और उसने पूरा मन बना लिया था अपने बेटे को अपनी मोटी गंद दिखा कर उससे अपनी चूत मरवाने का, राजू अपनी मा के गदराए चूतादो को एक टक देखने लगा तभी कमाल ने अपना मूह राजू की ओर करके उसे पकड़ लिया क्यो रे मना किया था ना मैने क्या देख रहा है, अभी भी कमला ने अपना घाघरा नीचे नही किया था और पूरी राजू की ओर घूम गई उसकी नंगी चूत देख कर राजू का मूह खुला का खुला रह गया और कमला मंद मंद मुस्कुराते हुए अपना घाघरा आराम से नीचे करती हुई, राजू के पास आकर बैठते हुए क्यो रे मैने मना किया था ना फिर तूने क्यो देखा, वो मा वो, वो वो क्या कर रहा है क्यो देखा जब मैने मना किया तो मुझे तू मूतने भी नही दिया, मा माफ़ कर दे अब नही देखूँगा तू पेशाब करले, कमला उसके लंड को देख रही थी जो झटके मार रहा था लेकिन उसका मूह सफेद पड़ा हुआ था, कमला फिर उठी और जैसे ही वह खड़ी हुई राजू ने अपना मूह दूसरी ओर घुमा लिया तब कमला दो कदम चल कर राजू की ओर मूह करके अपना घाघरा उठाकर बैठ गई, तभी राजू से नही रहा गया और उसने सोचा मा दूसरी ओर मूह करके अपनी गंद मेरी तरफ करके मूत रही होगी तो उसने फिर से अपना मूह घुमाया और पहले उसकी नज़र अपनी मा की चूत पर पड़ी फिर अपनी मा से उसकी नज़र मिल गई कमला के चेहरे पर मुस्कान आगाई, क्यो रे शैतान कही का मेरे दुबारा मना करने के बाद भी क्यो देखा, राजू दूसरी ओर मूह घुमा कर वो मा मुझे लगा तुमने पेशाब कर लिया होगा, कमला अच्छा एक पल मे ही पेशाब निकल जाएगा क्या, और उठ कर राजू के पास आकर सच्सच बता क्या देख रहा था, राजू वो कुच्छ भी नही मा, कमला ने राजू के खड़े लंड को पकड़ लिया और ये क्या है और यह ऐसे क्यो खड़ा है, राजू एक दम झेप गया, कुच्छ नही मा , सच सच बता मुझे नंगी देखने का मन कर रहा है ना, राजू नही मा वो तो मैं ऐसे ही, कमला उसके लंड को दबाती हुई, ये तेरा लंड मुझे नंगी देख कर ही खड़ा हुआ है ना, राजू नही मा ये तो पहले से ही, कमला हाय राम मतलब तू मुझसे चिपक कर बैठा था तभी ये खड़ा हो गया था, राजू अपना सर नीचे झुका लेता है, उसका लंड अभी भी कमला के हाथ मे था, मतलब तेरा लंड अपनी मा को देख कर खड़ा होता है, और कमला ने राजू के लंड को एक बार दबा कर महसूस किया तो उसकी आँखे बंद हो गई, राजू समझ गया कि उसकी मा अब उससे फँस चुकी है और अपनी चूत उसे ज़रूर देगी, राजू मा क्या करू ये तो तब से खड़ा है जब से तू हमारे आगे चल रही थी, कमला हाय राम मतलब तेरा लंड अपनी मा के चूतादो को देख देख कर खड़ा होता है, और राजू का लंड मसल्ने लगी, राजू मा मेरा अकेले का नही बिरजू का लंड भी तेरे चूतादो को देख कर खड़ा हो जाता है, और मैने तो आज ही तेरे चूतादो को देखा बिरजू तो घर पर भी तेरे चूतादो को दिन भर देखता रहता है, कमला की चूत राजू के लन्ड़ को मसल मसल के पानी छ्चोड़ने लगी थी, कमला तो क्या तुझे मेरे चूतड़ इतने अच्छे लगते है कि तुम दोनो भाई मेरे चूतादो को घर पर भी दिन भर देखते हो, राजू कुछ नही बोला और कमला की उठी हुई छातियो को देख रहा था, कमला, अच्छा ज़रा दिखा तो तेरा लंड कितना बड़ा है और उसकी लूँगी हटा देती है अपने बेटे का काला और मोटा डंडे जैसा लंड देख कर कमला की आँखे फैल जाती है, तेरा लंड तो बहुत बड़ा है रे, राजू मा तेरी गंद भी तो पूरे गाँव मे सबसे बड़ी है 

क्रमशः....................
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