Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
06-19-2018, 12:18 PM,
#1
Lightbulb  Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
तीन देवियाँ पार्ट -1

मेरा नाम राज है जानने वाले लोग, दोस्त और फॅमिली मेंबर्ज़ मुझे प्यार से राज्ज्ज और राजा बाबू भी कहते है. मैं एक 28 साल का अछा ख़ासा हॅंडसम और घटेले बदन का लड़का हू मेरी बॉडी एक्सर्साइज़्ड है अछा ख़ासा मस्क्युलर हू. हाइट 5’8” गोरा रंग और मेरे शरीर पे आछे ख़ासे बाल हैं. हेरी चेस्ट है. अभी अभी पढ़ाई ख़त्म हुई है रिज़ल्ट का वेट कर रहा हू. मेरे डॅड का अपना कन्स्ट्रक्षन आंड मेंटेनेन्स का बिज़्नेस ऑफीस है और जिस्मै मेरी मोम अकाउंट्स देखती है और आड्मिनिस्ट्रेशन मे डॅड का साथ देती है उनके साथ मीटिंग्स अटेंड करती है. मेरे डॅड तकरीबन 52-53 यियर्ज़ के है और मोम ऑलमोस्ट 48 – 49 की हैं. दोनो काम करते रहने से अभी तक आक्टिव हैं और ऑफीस को रेग्युलर्ली जाते है. आजकल कन्स्ट्रक्षन का काम बूम पे है इसी लिए दोनो बोहोत ही बिज़ी रहते हैं और रात थक्क के वापस आते और खाना खा के सो जाते हैं. मेरे से बड़ी एक बहेन है खुश्बू जिसकी शादी अभी कुछ ही महीने पहले हुई है वो अपनी ससुराल मे ही रहती है जो मेरे टाउन से तकरीबन 200 किमी के डिस्टेन्स पे है. शादी के बाद 2 – 3 टाइम यहा आई और वापस अपनी ससुराल चली गई वो अपने पति के साथ खुश है. उसके पति का भी सेमेंट का होल साले बिज़्नेस है.

मेरे अंकल समीर करीब के ही एक विलेज मे काम करते है. उनकी एक ही बेटी है जिसका नाम अनुपमा देवी है प्यार से सब उसको अनु पुकारते हैं. अनु 19 - 20 साल की बोहोत ही खूबसूरत लड़की है. तकरीबन 5’ 5” की हाइट होगी. गोरा रंग, कमर तक झूलते रेशमी लाइट ब्राउन कलर के बाल, हस्ती तो दोनो गालो मे छोटे छोटे डिंपल्स पड़ते, सफेद मोती जैसे चमकते दाँत, लाइट ब्राउन बड़ी बड़ी चमकती हिरनी जैसी आँखें, सेक्सी लिप्स जिनको देख के कोई भी चूसने की कल्पना करे, अभी उसके चुचीोन को अपने हाथो से पकड़ा तो नही पर लगता है के शाएद 32 साइज़ के होंगे, एक दम से सिडोल बदन, मोस्ट्ली शलवार कमीज़ पेहेन्ति है पर कभी कभी जीन्स और ट्रंक टॉप भी पेहेन्ति और जब जीन्स और ट्रंक पहनी होती है तो उसके चुचियाँ बोहोत मस्त दिखते और जब मटक मटक के चलती तो दोनो चुचियाँ धीरे धीरे डॅन्स करते ऊपेर नीचे होते बड़े आछे लगते ऐसा लगता जैसे परदे कर रहे हो शाएद वो उस टाइम पे ब्रस्सिएर भी नही पेहेन्ति इसी लिए चुचियाँ डॅन्स करती जिन्है देख के मन करता के बॅस अभी पकड़ के दबा डालु और मोसंबी की तरह से स्क्वीज़ करू और आम ( मॅंगो ) की तरह से चूसू

डालु. रात मे अक्सर नाइटी यूज़ करती वैसे कभी सलवार कमीज़ भी पेहेन्ति पर मोस्ट्ली नाइटी मे ही रहती.

मुझे लगता के वो थोड़ी प्राउडी टाइप की लड़की है. कभी मुझ से सीधे मूह बात भी नही करती और कभी ऐसे शो करती है जैसे वो मेरे घर मे नही रहती बल्कि मैं उसके घर मे रहता हू. अरे मैं यह बताना तो भूल ही गया के अंकल समीर जहा काम करते है वाहा कोई कॉलेज वाघहैरा नही है इसी लिए अनु को पढ़ाई के लिए हमारे घर मे ही रखा हुआ है. अनु बी.कॉम के 2न्ड एअर मे थी. कॉलेज घर से थोड़ा दूर है और वो बस मे आती जाती है. मेरी और अनु की कुछ ऐसी ख़ास बनती तो नही पर कभी इतना बड़ा झगड़ा भी नही हुआ था. बॅस आपस मे नोक झोक तोचलती ही रहती. कभी खाने की टेबल पे तो कभी पढ़ाई के टाइम पे. वो हमेशा बोलती के उसको लड़के पसंद नही हैं आंड शी हेट्स मेल्स डॉन’ट नो व्हाई. मेरी समझ मे नही आता था के व्हाई शी हेट्स मेल्स क्यॉंके नॅचुरली लड़कियाँ तो लड़को को पसंद ही करती है इश्क़, प्यार और मोहब्बत भी लड़को से ही करती है पर पता नही अनु मे ऐसी क्या बात थी जिसे मेल्स पसंद नही थे.

हमारा घर एक डबल स्टोरी मीडियम साइज़ की बिल्डिंग है. नीचे मेरे डॅड और मोम रहते हैं. मोम के ( घुटनो ) नीस मे दरद रहता है ( जॉइंट पेन ) जिसकी वजह से वो बार बार ऊपेर नही चढ़ सकती इसी लिए वो दोनो नीचे ही ग्राउंड फ्लोर पे रहते है और मैं ऊपेर के रूम मे रहता हू. आक्च्युयली ऊपेर के फ्लोर पे मीडियम साइज़ के 3 रूम्स हैं. एक मे मेरी सिस्टर खुश्बू रहती थी दूसरा मेरा कमरा था और तीसरा ऐसे ही स्पेर रूम जो गेस्ट रूम जैसा था. खुश्बू की शादी के बाद उसका रूम भी खाली हो गया था इसी लिए अनु को खुश्बू वाला रूम दे दिया गया था. स्टेरकेस पे चढ़ते ही एक स्पेर वाला गेस्ट रूम जैसा था था जिसमै कभी हमारे कोई रिलेटिव्स वाघहैरा आ जाते तो वही रहते और जब वाहा कोई नही रहता तो वो कमरा टेंपोररी ड्रॉयिंग रूम जैसा यूज़ मे आता था जहा एक डबल बेड के साथ एक सोफा सेट भी पड़ा हुआ था कभी मेरा कोई फ्रेंड आ जाता तो हम वही बैठ के टाइम पास करते और कभी अनु की कोई फ्रेंड्स आ जाती तो वो उनको लेके वाहा बैठ जाती. उस रूम मे एक बड़ा सा टीवी सेट भी रखा हुआ था जिस्मै केबल और वीडियो कनेक्षन भी लगा हुआ था तो कभी कभी वो रूम टीवी रूम जैसा भी यूज़ मे आता था. ऐसे समझे के मल्टिपर्पस उसे का कमरा था. उस मल्टिपर्पस रूम को लगा हुआ अनु वाला रूम और तीसरा रूम मेरा था. मेरे रूम मे एक विंडो थी जो अनु वाले रूम मे खुलती थी. पहले जब मेरी सिस्टर रहती थी तब हम पढ़ते थे तो आपस मे बातें भी कर लिया करते थे और बुक्स का एक्सचेंज भी इसी विंडो द्वारा

होता था. अनु वाले रूम और मल्टिपर्पस रूम के बीच मे भी एक विंडो लगी हुई थी जिसे खोलने की कभी ज़रूरत ही नही पड़ती थी पर अनु कभी कभी हवा के लिए खोल भी लिया करती थी वैसे तो हमारे रूम मे हवा और वेंटिलेशन के लिए कॉरिडर मे एक एक विंडो खुलती थी और जब यह विंडो खुली होती तो कॉरिडॉस मे से आते जाते कोई भी कमरे के अंदर का हाल देख सकता था. तीनो रूम्स मे अटॅच बाथ था. यूँ तो अनु के ज़ियादा फ्रेंड्स नही थे बस एक फ्रेंड थी शालिनी देवी जिसे वो शालु कह के बुलाती थी. शालु और अनु एक ही एज के थे और क्लास फेलो भी. शालु अक्सर अनु के पास आती जाती रहती थी और कभी कभी रात मे अनु के कमरे मे उसके साथ ही सो जाती थी और दूसरे दिन सुबह ब्रेकफास्ट कर के अपने घर चली जाती. कभी अनु उसके घर चली जाती और रात वही शालु के साथ ही सो जाती और सुबह वापस आ जाती यह नॉर्मल रुटीन था दोनो का. शालु हमारे पड़ोस मे ही रहती थी और अनु की क्लास फेलो थी इसी लिए दोनो की बोहोत दोस्ती थी. शालु की हाइट तकरीबन 5’ 6” होगी. वो भी बोहोत ही गोरे रंग की थी. कश्मीरी सेब जैसे गुलाबी गाल, मतकाती बड़ी बड़ी ब्राउन आँखें. उसके भी लाइट ब्राउन कलर के रेशमी बाल थे ज़ियादा बड़े तो नही कमर तक आते थे. शालु के चुचियाँ मेडियम साइज़ के एप्पल जैसे 34 साइज़ के थे बोहोत गोरे गोरे मलाई जैसे बिल्कुल उसके रंग के जैसे. वो अक्सर स्लीव्ले शर्ट पेहेन्ति थी जिस्मै से कभी कभी उसके चुचियाँ भी झाँकती रहती थी या कभी ब्रस्सिएर भी दिखाई देती थी. कभी ब्रस्सिएर पेहेन्ति कभी नही पेहेन्ति. और जब ब्रस्सिएर नही पेहेन्ति तो उसके शर्ट के ऊपेर से चुचिओ और निपल साफ दिखाई देते और जब अपने हाथ उठाती तो उसके चुचियाँ दिखाई देती जिन्हाई देख के हाथ मचल जाता और मंन करता के अभी साइड से हाथ घुसा के उसके मस्त चुचिओ को पकड़ के मसल डालु. बघल के बाल शाएद डेली शेव करती थी जिससे उसकी बघल हमेशा ही चिकनी रहती. उसकी एक ख़ास आदत थी वो हर थोड़ी देर मे अपने दोनो हाथ ऐसे ऊपेर करती जिस से उसकी बघल साफ दिखाई देती. वो शाएद अपनी बघल मे रोल ऑन पर्फ्यूम भी लगती थी
Reply
06-19-2018, 12:18 PM,
#2
RE: Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
इसी लिए उसके पास से एक मस्त स्मेल आती थी. वो मेरे साथ बात तो करती थी बस नॉर्मल फॉर्मल जैसी कोई ख़ास इंटिमेसी वाली बात नही करती थी. अगर कभी ऐसा होता के शालु हमारे घर आई और अनु नही मिली तो वो फॉरन ही वापस चली जाती मेरे साथ बैठ के गॅप शॅप भी नही लगती थी मेरी समझ मे नही आता था के क्या इन्न लड़कियों को मेल्स मे कोई इंटेरेस्ट नही है या फिर प्रॉबब्ली उसका कोई प्रेमी भी होगा और इसी लिए वो मेरे साथ कोई एक्सट्रा बात नही करती. उसकी नाक भी पतली थी और उसके लिप्स तो बोहोत ही सेक्सी थे गुलाबी कलर के लिप्स बड़े मस्त लगते थे ऐसा लगता था जैसे नॅचुरल लिपस्टिक लगी हुई हो. उसकी एक ख़ास आदत थी वो बार बार अपने लिप्स पे ज़ुबान फेरती

रहती जिस से उसकी पिंक नॉकीली टिप ऑफ दा टंग बोहोत सेक्सी लगती मंन करता के पकड़ के उसकी ज़ुबान को चूसना शुरू कर्दु. शालु, अनु से थोड़ी मोटी थी भरे भरे बदन वाली. शालु भी अक्सर शलवार कमीज़ ही पेहेन्ति थी और कभी जीन्स और टॉप भी पेहेन्ति. जीन्स और टॉप मे तो वो क़यामत लगती थी. उसकी चुचियाँ और चूतड़ भी अनु से थोड़े बड़े थे. ऑन दा होल शालु भी एक बोहोत ही सेक्सी और खूबसूरत लड़की थी जिसे चोदने का ख़याल हर किसी के मंन मे आ सकता था.

हमारे घर मे दो ( 2 ) हाउस्म्ड्स भी है एक खाना पकाने के लिए और दूसरी ऊपेर का काम करने के लिए जैसे रूम सॉफ करना बाथरूमस धोना और वॉशिंग मशीन मे कपड़े धोने और आइर्निंग करना वाघहैरा वाघहैरा. खाना पकाने वाली औरत अछी बड़ी उमर की थी और हमारे घर बोहोत सालो से काम करती थी बोहोत पुरानी थी इसी लिए हम सब उसको मासी कहते थे. मासी की उमर कोई 50 साल के लग भग होगी. अब तो मासी कहते कहते इतने साल हो गये थे के हमै उनका नाम भी याद नही रहा. दूसरी ऊपेर का काम करने वाली रितेश्वरी देवी जिसे शॉर्ट मे ऋतु पुकारते थे जो 14 – 15 साल की लड़की थी. रंग बोहोत गोरा भी नही और काला भी नही खुलता हुआ साफ रंग था. उसकी आँखें भी बड़ी बड़ी थी, सेक्सी लिप्स, चुचियाँ भी बोहोत ही छोटी छोटी थी शाएद अभी 28 के होंगे गोल्फ के बॉल जैसे छोटे छोटे थे, शाएद वो भी ब्रस्सिएर नही पेहेन्ति थी क्यॉंके जब वो चलती तो उसकी टाइट छोटी सी चुचियाँ उसके शर्ट के अंदर हिलती भी नही थी और निपल्स का उभार उसके शर्ट मे से सॉफ नज़र आता था. घाटेला बदन, हाइट भी ज़ियादा नही थी, होगी शाएद 4”5” या 5” की होगी. एक छोटी लड़की ही तो थी जिसे मजबूरी मे काम करना पड़ रहा था.. मोस्ट्ली शलवार कमीज़ पेहेन्ति और कभी कभी लोंग स्कर्ट और ब्लाउस भी पेहेन्ति थी. उसको हमारे अंकल समीर एक विलेज से ले के आए थे जहा उनका कन्स्ट्रक्षन का काम चल रहा था. ऋतु के फादर की एक आक्सिडेंट मे डेत हो गई थी और उसकी मा गाऊँ ( विलेज ) मे ही रहती थी.ऋतु हमारे घर मे फॅमिली मेंबर की तरह पर्मनेंट्ली रहती थी. आछे खाते पीते घराने की थी पर उसके डॅडी की डेत के बाद हालत ने उसे काम करने पर मजबूर कर दिया था. ऋतु अपना काम बोहोत अछी तरह से करती और बड़ी तेज़ी से भी करती थी. ऑन दा होल ऋतु एक बोहोत ही सेक्सी लड़की थी पर उसको पता नही था के वो कितनी सेक्सी है. उसकी कमीज़ मे से उसके छोटे से बूब्स के उभार बड़े मस्त दिखते बार बार मॅन करता के उन्है पकड़ के उसकी चुचिओ को मसल डालु. वैसे तो कई बार ऐसा भी हुआ है के जब मेरे मोम और दाद ऑफीस चले जाते, मासी भी लंच और डिन्नर एक साथ पका के अपने घर चली जाती तो मैं और ऋतु अकेले ही घर मे रहते पर पता नही क्यों उसे

चोदने का या उसके चुचिओ को मसल्ने और चूसने का ख़याल मेरे दिमाग़ मे कभी नही आया..

ऋतु का रूम नीचे ही था क्यों के सोने से पहले मेरी मोम की टाँगें दबाती थी और कभी किसी काम के लिए रात मे मोम पुकारती तो वो आजाती इसी लिए वो नीचे ही रहती थी और जब मेरे पेरेंट्स सो जाते तो ऋतु भी अपने रूम मे जा के सो जाती. सुबह मासी थोड़ी देर से आती थी तब तक ऋतु ही मेरे पेरेंट्स को चाइ या कॉफी बना के दे देती और मासी के आने तक किचन की सफाई भी कर देती थी कभी कभी तो वो भी टीवी वाले रूम मे आ जाती और दोनो बैठ के टीवी देखते पर वो खामोश ही रहती. टीवी पे कोई हॉट सीन आता तो मेरा लौदा 90 डिग्री पे खड़ा हो जाता और वो शरमाती और धीरे से मुस्कुराते हुए उठ के रूम से बाहर चली जाती. वॉशिंग मशीन और आइर्निंग रूम ऊपेर के पोर्षन मे ही बना हुआ था इसी लिए ऋतु को जब कपड़े धोना होते या आइर्निंग करना होता तो वो ऊपेर के पोर्षन मे आती. कई बार मेरे कमरे की सफाई के दोरान जब वो झुकती तो उसके कॉनिकल शेप की छोटी सी चुचियाँ और उसके छोटे किशमिश जैसे ब्राउन निपल्स उसके शर्ट के गले (नेक) के पास से अंदर तक सॉफ नज़र आते रहते जिन्हे देखते ही मेरा लौदा पॅंट के अंदर से बाहर निकलने को तड़पने लगता और मॅन करता के अभी उसको नीचे लिटा के उसको चोद के उसकी टाइट चूत को फाड़ डालु पर क्या करू डरता था के कही यह मेरे मोम और डॅड से बोल देती तो मेरी तो शामत ही आजाती और एक नयी मुसीबत खड़ी हो जाती बॅस यह सोच के खामोश हो जाता और बाथरूम मे जा के ऋतु के नाम की मूठ मार लेता और ख़यालो मे अपने लंड से निकली हुई मलाई को ऋतु की रसीली चूत मे गिरते महसूस करता.

अनु को हमारे साथ रहते हुए तकरीबन तीन महीने हो गये थे. दिन ऐसे ही गुज़र रहे थे. वो शाम मे कॉलेज से आती. डिन्नर के बाद कुछ देर पढ़ती रहती और रात के 11 या 12 बजे तक सो जाती. मैं कुछ दीनो से फील कर रहा था के मेरे मोम और डॅड के सो जाने के बाद ऋतु ऊपेर अनु के कमरे मे आ जाती थी और फिर अनु और ऋतु हसी मज़ाक की बाते करते रहते और हस्ते रहते. मैं ने कोई ऐसा ख़ास ध्यान नही दिया के गर्ल टॉक्स होंगे जिन्हे आपस मे बात करके हस्ती होगी.

एक दिन की बात है उस दिन बोहोत गर्मी पड़ रही थी और मैं कही बाहर से वापस आया था, आस यूषुयल मोम और डॅड तो थे नही. मैं बाहर से अंदर आया और ऊपेर अपने रूम की तरफ जाने लगा. मेरे रूम मे जाने के लिए मुझे अनु के रूम के सामने से गुज़रना पड़ता था और यह इत्तेफ़ाक था के उसके रूम की

विंडो खुली हुई थी क्यॉंके गर्मी बोहोत थी. मैं जब उसके रूम के सामने से जा रहा था तो मुझे एक अजीब किसम की आवाज़ सुनाई दी और मैने पलट के अनु की विंडो की तरफ अपना मूह घुमा के देखा तो एक शॉक जैसा लगा अनु और ऋतु एक दूसरे को फ्रेंच किस कर रहे थे दोनो की आँखें बंद थी शाएद प्लेषर से बंद हो गई होगी और उन्हे पता ही नही चला के मैं उनको देख रहा हू. एक मिनिट तक देखता ही रहा के कैसे अनु और ऋतु एक दूसरे की चुचिओ को कपड़ो के ऊपेर से ही दबा रही हैं कभी कभी शर्ट के अंदर हाथ डाल के एक दूसरे की चुचिओ को मसल रही है और किस्सिंग मे खोए हुए हैं और मूह से उउउउउउउन्न्न्न्ह्ह्ह्ह जैसी प्लेषर की आवाज़ें निकल रही है. मैं यह देख के धीमे पैरो से बिना आवाज़ निकाले वापस चला गया और नीचे उतर गया किचन मे जा के मासी से पूछा के लंच मे क्या बना रही है तो पता चला के आज लंच और डिन्नर मे चिकन का सालन और कबाब हैं. मैने फ्रिड्ज से ठंडा पानी निकाल के पीया और ऊपेर ऐसे चढ़ने लगा जिससे के अनु को पता चल जाए के मैं ऊपेर आ रहा हू और जब मैं ऊपेर आया तो देखा के अनु के रूम का डोर खुल गया था और ऋतु रूम की सफाई कर रही थी. मैं देख के मुस्कुरा दिया और अनु को पूछा के आज कॉलेज नही गई तो उसने बोला के नही आज कल कॉलेज मे आन्यूयल गेम्स चल रहे हैं इसी लिए एक वीक की छुट्टी है. मैं अपने कमरे मे चला गया और शवर ले के थोड़ी देर के लिए सो गया.
Reply
06-19-2018, 12:18 PM,
#3
RE: Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
उस दोपेहेर के बाद उन दोनो ने मुझे कोई शक नही होने दिया के उन के बीच मे कुछ रोमॅन्स चल रहा है. डिन्नर से पहले ही मोम और डॅड आ गये थे. हम सब ने साथमे डिन्नर लिया. मोम और डॅड तो ऑफीस से थक्क के आते थे और खाने के थोड़ी ही देर मे सोने चले जाते. मैने डिन्नर टेबल पे बोल दिया था के मैं आज बोहोत थक्क गया हू और जल्दी ही सो जाउन्गा. डिन्नर के बाद अनु को नीचे ही छोड़ के ऊपेर आ गया और अपने रूम के डोर को हवा के लिए थोड़ा सा खुला रख के लाइट बंद करके खामोशी से अपने बेड पे लेट गया और गहरी नींद सोने की आक्टिंग करने लगा. अनु थोड़ी देर बाद ऊपेर आई और पहले तो मेरे रूम का डोर खुला देख के डोर के सामने आई और धीरे से अंदर झाँक के देखा जिसे मैं आध खुली आँखों से देख रहा था पर वो समझी के मैं सच मे गहरी नींद सो गया हू और वो टीवी रूम मे जा के टीवी देखने लगी. हमारे पास यूवरोसेट की डिश लगी हुई है जिसपे हॉटबर्ड चॅनेल्स आते है और लेट नाइट सेक्स चॅनेल्स भी ओपन हो जाते है जिसे मैं अकेले मे देखा करता था पर जब से अनु आई थी टीवी पे वो चॅनेल्स देखने का मोका नही मिलता था. टीवी की साउंड मुझे बोहोत ही धीमी आ रही थी जिस से पता चलता था के शाएद अनु सेक्स चॅनेल देख रही है

मैने शाम को ही मेरे और अनु के रूम के बीच की विंडो को इतना थोड़ा सा खोल दिया था के उसको शक्क ना हो और मैं उसके रूम मे झाँक के देख सकु. मैं ने कॉरिडर की लाइट भी बंद की हुई थी इस लिए बाहर कॉरिडर मे अंधेरा हो गया था. रात के तकरीबन 12:30 हो रहे होंगे टीवी की आवाज़ बंद हो गई और किसी के नीचे जाने की आवाज़ आने लगी शाएद अनु नीचे जा रही थी. मैं ने सोचा के शाएद पानी पीने गई होगी पर 5 मिनिट के अंदर ही मुझे अनु और ऋतु के ऊपेर आने की आवाज़ें आने लगी दोनो बोहोत धीमी आवाज़ मे बातें कर रही थी मुझे पता नही चल रहा था के क्या बातें कर रही हैं. अनु ने अपने कमरे मे जाने से पहले एक बार फिर से फिर मेरे कमरे मे झाँक के मुझे देखा के मैं सो गया या नही. मैं जान बूझ कर स्नोरिंग करने लगा मतलब खर्राटे लेने लगा तो उसे यकीन हो गया के मैं बोहोत गहरी नींद सो गया हू.

अनु के कमरे मे दोनो आ गये और अनु ने अंदर से डोर बंद करके लॉक कर दिया. हमारे रूम के बीच की विंडो थोड़ी खुली थी जिस्मै से मुझे ऋतु की आवाज़ आई वो पूछ रही थे के राज बाबू सो गये क्या तो अनु ने कहा हा कब का सो गया. जब मुझे पक्का यकीन हो गया के डोर अंदर से लॉक कर दिया है तो मैं बिना आवाज़ किए अपने बेड से नीचे उतर गया और विंडो के पास चला गया. अनु ने कमरे मे जाते ही अपने कमरे की लाइट्स बंद कर दी थी पर बाथरूम की लाइट जली रहने दी और बाथरूम का डोर भी बंद कर दिया. बाथरूम मे ऊपेर की तरफ हवा के लिए एक छोटी सी ओपनिंग थी जिस्मै से बोहोत ही धीमी लाइट कमरे के अंदर आ रही थी जिस से कमरा पूरा अंधेरा नही दिख रहा था बॅस ऐसे लग रहा था जैसे कॅंडल जली हुई हो. अनु और ऋतु के बदन मुझे सॉफ दिखाई दे रहे थे. थोड़ी ही देर मे मेरी आँखें भी अंधेरे मे देखने को अड्जस्ट हो गई थी और मुझे अब अंदर का सब कुछ ऑलमोस्ट सॉफ दिखाई दे रहा था. अनु का बेड ऐसी पोज़िशन मे था के मैं विंडो से अछी तरह से देख सकता था. मैं ने देखा के कमरे मे दोनो आते ही एक दूसरे से ऐसे लिपट गयी जैसे पुराने लवर्स हो और बोहोत दीनो के बाद मिल रहे हो. एक दूसरे को बे तहाशा डीप टंग सकिंग पॅशनेट किस कर रहे थे और अपनी चूते एक दूसरे से मिलाने के लिए अपनी अपनी गंद आगे पीछे कर रही थी जैसे खड़े खड़े एक दूसरे को चोद रही हो. ऐसे ही थोड़ी देर एक दूसरे को किस करते करते एक दूसरे के कपड़े उतारने लगी. दोनो शलवार और कमीज़ पहने हुए थी. पहले दोनो के शर्ट्स उतर गये देखा तो दोनो की मस्त चुचियाँ नज़र आ रही थी. अनु की चुचियाँ गोल गोल थी और ऋतु की छोटे से लाइट कॉनिकल शेप की थी. एक के बाद एक दोनो एक दूसरे की चुचियाँ चूसने लगी और शलवार के ऊपेर से ही एक दूसरे की चूतो का मसाज करने लगी. और देखते ही

देखते दोनो ने एक दूसरे की शलवारो का नाडा खोल दिया और एक साथ ही दोनो की शलवारें नीचे फ्लोर पे गिर पड़ी और दोनो नंगी हो गयी और इधर मैं भी अपने कपड़े निकाल के नंगा हो गया मेरा लंड बोहोत ज़ोरों से अकड़ गया था और अनु और ऋतु की चूतो को स्प्रिंग की तरह से हिल हिल के प्रणाम करने लगा. दोनो ने भी ब्रस्सिएर नही पहनी हुई थी. अब मेरी आँखें कमरे की धीमी लाइट से ऐसे अड्जस्ट हो गई थी और मुझे इतना सॉफ दिखाई दे रहा था जैसे मैं दिन के टाइम मे देखता हू. मेरे दिमाग़ मे अचानक एक ख़याल आया और मैं अपना कॅमरा वाला मोबाइल और अपने डिजिटल कॅमरा जिस्मै धीमी लाइट मे भी अच्छे रिज़ल्ट की पिक्चर्स और वीडियो की फेसिलिटी थी उठा के ले आया और रेकॉर्ड करने लगा.

------------------------------

--------------------------------------------------------------------------

कामुक कहानियाँ

--------------------------------------------------------------------------------------------------------

क्रमशः........
Reply
06-19-2018, 12:18 PM,
#4
RE: Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
तीन देवियाँ पार्ट -2

गतान्क से आगे..................

अब अनु और ऋतु फिर से टंग सकिंग किस करने लगी और दोनो के हाथ एक दूसरे के चूतदो पे थे जिन्है वो ऐसे मसल रही थी जैसा रोटी पकाने का आटा गून्ध्ते हैं और एक दूसरे से चिपकी हुई थी जिस से उनकी चुचियाँ भी एक दूसरे से रगड़ रही थी और दोनो एक दूसरे को ऐसे अपनी ओर खेच रही थी जैसे एक दूसरे को चोदना चाहती हो और उनकी चूते भी आपस मे रगड़ा खा रही थी. दोनो की चूते बिना बालो वाली सॉफ चिकनी मक्खन जैसी थी.

थोड़ी ही देर मे अनु ने ऋतु को बेड पे ऐसे लिटा दिया जिस से ऋतु का आधा बदन बेड पे था और उसकी टाँगें नीचे फ्लोर पे थी. अनु नीचे फ्लोर पे बैठ गई और ऋतु की टाँगें खेच के अपने शोल्डर पे रख ली और ऋतु की चूत पे ऐसे टूट पड़ी जैसे भूके को बोहोत दीनो बाद खाना मिला हो और ऋतु ने फॉरन ही अनु का सर पकड़ के अपने चूत मे घुसेड़ना शुरू कर दिया और अपनी गंद उठा उठा के अनु के मूह को चोदने लगी और उसके मूह से निकल रहा था आआआहह डीईययड्डिईईईईईईईईईई आईिससीईए शियीयीयीयियी आआआहह बोहोत मज़ा आआ रहाआआअ हाईईईईईई दीएददीईए उउफफफफ्फ़ खाआआअ जऊऊऊ आआआऐईईईईहह और अनु थी के जोश मे ऋतु की पूरी चूत अपने मूह मे डाल के काटने लगी जिस से उसकी क्लाइटॉरिस पे अनु के दाँत लग रहे थे और ऋतु के मस्ती भरी चीखें निकल रही थी ऊऊऊऊऊहह दीईद्द्दीईईई आऐईएसस्स्स्सीईई हीईई आआहह उसकी आँखे बंद हो गई थी और वो अपनी गंद ऊपेर उठा उठा के अपनी चूत को अनु के मूह से रगड़ रही थी और बॅस फिर ऋतु का बदन ऐसे काँपने लगा जैसे किसी ने उसका गला दबा दिया हो उसके मूह से आआआआग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह्

ह्ह्ह्ह्ह्ह उउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह जैसी आवाज़े निकलने लगी और उसने अनु के सर को पकड़ के अपनी चूत मे बड़ी ज़ोर से घुसा दिया

और वो झड़ने लगी उसका ऑर्गॅज़म चलता रहा और उसके हाथ पैर ऐसे ढीले पड़ गये जैसे उसमे से जान ही निकल गई हो और वो गहरी गहरी साँसें लेने लगी. यह सब देखते हुए मुझे पता ही नही चला के मेरा मूसल जैसा लंड तो पूरी तरह से खड़ा हो गया है और लोहे जैसा सख़्त हो गया है और जोश मे हिल रहा है और लंड के मूह से प्री कम की लकीर निकल के नीचे फ्लोर तक जा रही है.

मुझे हैरानी इस बात की हो रही थी के अनु जो अपने आपको इतना रिज़र्व, सोबर और इनोसेंट पोज़ करती थी कैसे एक नोकारानी की चूत को मज़े ले ले के चाट रही है. ऋतु का ऑर्गॅज़म ख़तम हो गया था और अब उसकी साँसें भी ठीक होने लगी थी तो उसने अनु को जो अभी तक फ्लोर पे बैठी थी उस की बगल मे हाथ डाल के बेड के ऊपेर खेच लिया और ऋतु ने अनु को किस करते करते कहा दीदी आज तो बोहोत ही मज़ा आगेया इतना मज़ा तो इस से पहले कभी नही आया था. इस सेंटेन्स पे मेरे कान खड़े हो गये मतलब था के इन्न दोनो मे यह चूत की चटाई का खेल बोहोत पहले से ही चल रहा था जिसे मैं ने इत्तेफ़ाक़ से देख लिया था. अनु ने भी कहा के हा आज तुम्हारी चूत का रस्स भी कुछ ज़ियादा ही मीठा था लगता था हनी निकल रहा हो और मैं भी आज कुछ ज़ियादा ही गरम हो गयी थी. अनु बेड पे पीठ के बल लेटी थी और ऋतु उसके ऊपेर चढ़ के आ गई और अनु के बदन के दोनो तरफ अपने दोनो पैर घुटनो से मोड़ के अनु की रानो (थाइस) पे बैठ गई और झुक के अनु की चुचिओ को अपने दोनो हाथो से मसल ने लगी ऐसी पोज़िशन मे दोनो की चूते आमने सामने थी. ऋतु जैसे जैसे आगे पीछे होती उसकी चूत अनु की चूत से टच होती और ऋतु एक बार फिर से गरम होने लगी और थोड़ी देर ऐसे ही पोज़िशन मे हिलते हिलते वो मिशनरी पोज़िशन मे अपने पैर पीछे लंबे कर के अनु के बदन पे लेट गयी और अपनी चूत को अनु की चूत से रगड़ने लगी. अनु ने अपनी टाँगे ऋतु के नीचे से निकाल के उसके गंद पे फोल्ड कर ली. अब पोज़िशन ऐसी थी जैसे ऋतु का (लंड) अनु की चूत मे घुसा के चुदाई कर रही हो. ऋतु अपनी गंद उठा उठा के अपनी चूत को अनु की चूत पे ऐसे मार रही थी जैसे एक मेल फीमेल को चोद्ता है और कमरे मे ठप्प ठप्प ठप्प की आवाज़ें आ रही थी और अनु ने अपने हाथ ऋतु की गर्दन मे डाल के उसको अपने ऊपेर खेच लिया और दोनो फिर से टंग सकिंग किस करने लगे. ऋतु के स्पीड बढ़ गई थी और वो ज़ोर ज़ोर से अनु की चूत को अपनी चूत से चोद रही थी और दोनो के मूह से आआआआअहह और उउउउउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स

ऊऊऊऊऊऊहह जैसी आवाज़ें निकल रही थी और उनको जोश मे इतनी भी खबर नही हो रही थी के उनकी इतनी ज़ोर की आवाज़ें मेरे कमरे मे भी आ सकती हैं पर वो तो फुल जोश मे थी. कमरे मे ठप्प ठप्प ठप्प की आवाज़ें बढ़ने लगी और साथ मे उन दोनो की सिसकारिया भी. अनु ने ऋतु को टाइट पकड़ा हुआ था अपने हाथो से और पैरो से और अपनी गंद उठा उठा के उसकी चूत से अपनी चूत को टकरा रही थी दोनो के चुचियाँ बड़ी ज़ोर ज़ोर से हिल हिल के डॅन्स कर रही थी. दोनो के मूह से आआग्ग्ग्घ्ह्ह्ह उउउउग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह उउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ आई और मैं ने देखा के अनु की ग्रिप और टाइट हो गई और दोनो के बदन कापने लगे दोनो जैसे थक्क गये हो और ऋतु का बदन अनु के बदन के ऊपेर गिर पड़ा दोनो ऐसी गहरी गहरी साँसें ले रही थी जैसे लंभी रेस लगा के आई हो.

थोड़ी देर तक दोनो ऐसे ही लेटे लंबी लंबी साँसें लेती रही और फिर जब उनकी ब्रीदिंग नॉर्मल हुई तो ऋतु ऐसे ही अनु के बदन पे लेटे लेटे ही नीचे को सरकने लगी और अनु की चुचिओ को अपने मूह मे ले के चूसने लगी तो फॉरन ही अनु ने ऋतु का सर पकड़ के अपने सीने मे घुसा लिया अनु को बोहोत मज़ा आने लगा था अपनी चुचिओ को चुसवाने का. ऋतु !अनु की चुचिओ को ऐसे चूस रही थी जैसे सच मे दूध पी रही हो. एक चुचि फिर दूसरी चुचि चूस्ति रही और ऐसी पोज़िशन मे ऋतु की चुचियाँ अनु के थाइस से रगड़ने लगी. थोड़ी देर ऐसे ही चुचिओ को चूसने के बाद देखा के अनु अब ऋतु के सर को नीचे की ओर धकेल रही है जैसे कोई सिग्नल दे रही हो और ऋतु ने भी उसके सिग्नल को फॉरन समझ लिया और नीचे को स्लिप हो गई और अनु की दोनो टाँगो के बीचे मे लेट गई और अनु की चिकनी चूत को किस करने लगी. ऋतु अपना मूह ऊपेर उठा के बोली दीदी तुम्हारी चूत मे से तो मस्त ख़्श्बू आ रही है और तुम्हारी चूत का शेहेद (हनी) भी तो बोहोत ही मीठा है तो अनु हसणे लगी और बिना कुछ बोले के ऋतु के सर को अपनी चूत मे धकेल दिया और अपने दोनो पैरो को ऋतु के बॅक पे फोल्ड कर दिया और अपनी गंद उठा उठा के ऋतु के मूह मे अपनी चूत घुसाने लगी. ऋतु भी फुल जोश मे आ गई और अनु की पूरी चूत को अपने मूह मे भर लिया और अपने दांतो से अनु की चूत को काटने लगी जिस से अनु मस्ती और जोश मे तड़पने लगी और अपनी गंद उठा के अपनी चूत से ऋतु के मूह को चोदने लगी. अनु की गंद बेड से तकरीबन 6 – 8 इंच ऊपेर उठी हुई थी और उसकी आँखें फिर से बंद हो गई थी और उसके मूह से मस्ती की सिसकारिया निकलने लगी आआआआआआहह ऱीतुउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउ आआअहह आईईसस्स्स्सीईईईई हहिईीईईईईई काअरर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर मेरिइईईईईईईईईई ज्ज्ज्ज्जाआआआन्न्‍ननननननणणन् आआआहह

खााआआआआआअ लीईईईईईई मेरिइईईईई चूऊऊऊऊऊऊऊथत को काआआआआआआत्त्त दाआआआआआआल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल साआआअलीईईए कूऊऊऊऊओ. मैं अनु के मूह से ऐसी बातें सुन के हैरान रह गया के अनु ऐसी गंदी बातें भी कर सकती है काइया. आईईईईईईई रीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईत्त्त्टटटटटटटटटतत्त उउउउउउउउउउउउउउउउउउउ ऊऊऊऊऊओिईईईईईई म्‍म्म्ममममममाआआआआ और फिर देखा के अनु की गंद जल्दी जल्दी ऊपेर नीचे हो रही है और वो ऋतु का सर पकड़ के अपनी चूत को ज़ोर ज़ोर से ऋतु के मूह मे रगड़ने लगी. ऋतु का सर अभी भी अनु ने अपने हाथो से पकड़ा हुआ था और अनु ने ऋतु के सर को अपने दोनो जाँघो के बीच मे बड़ी ज़ोर से दबा लिया और अनु का बदन काँपने लगा और एक लंबी सी आआआआआआआआअग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊऊओह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स के साथ ही वो झड़ने लगी उसका बदन धीरे धीरे शांत होने लगा और फिर वो शांत हो गई उसका बदन ढीला पड़ गया दोनो हाथ और पैर बेजान हो के बेड पे गिर पड़े अनु लंबी लंबी साँसें लेने लगी. ऋतु थोड़ा ऊपेर को खिसक आई और अनु के साथ ही उसके साइड मे लेट गई और अनु की चुचिओ से खेलने लगी. थोड़ी देर के बाद जब अनु को ऑर्गॅज़म का नशा ख़तम हो गया तो वो दोनो एक दूसरे की तरफ मूह कर के करवट से लेट गये और धीरे धीरे किस करने लगे. अनु बोली ऋतु आज तो तू ने कमाल ही कर दिया ऐसा मज़ा मुझे भी इस से पहले कभी नही आया तो ऋतु बोली हा दीदी मुझे भी कभी नही आया और एक दूसरे के बदन से खेलते खेलते ऋतु बोली के दीदी पता है क्या हुआ आज तो अनु ने पूछा क्या हुआ तो ऋतु बोली के आज जब मैं मेम साहेब के पैर दबा रही थी तो उन्हो ने मुझ से मालिश करने को कहा और जब मैं मालिश करने लगी तो मेम साहेब ने भी अपने जाँघो के अंदर तक मालिश करवाई है. ईतना सुनते ही मेरे कान खड़े हो गये और मैं गौर से सुनने लगा के मेरी मा के बारे मे ऋतु क्या बोल रही है. अनु ने पूछा क्या बोल रही है तू तो ऋतु बोली के हा दीदी आज पता नही मेम साहेब को क्या हुआ था साहेब तो सो गये थे पर मेम साहेब जाग रही थी और मैं जब उनके टाँगें दबा रही थी तो बोली के वाहा से तेल की बॉटल उठा ला और मेरे पैरो पे लगा के मालिश कर दे और जब मैं तेल लगा के मालिश कर रही थी तो उन्हो ने बोला के थोड़ा और ऊपेर तक कर और फिर इसी तरह से थोड़ा और ऊपेर थोड़ा और ऊपेर करते करते मुझे महसूस हुआ के मेरे हाथ उनकी चूत तक चले गये है और फिर भी मेम साहेब थोड़ा और ऊपेर तक कर ऋतु कह रही थी और फिर मुझे अपने हाथो को उनकी चूत तक ले जाना पड़ा और फिर एक दम से मेम साहेब ने मेरे हाथो को अपनी चूत से लगाए लगाए ज़ोर से अपनी

जाँघो से मेरे हाथो को दबा लिया और उनके मूह से बोहोत ज़ोर से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ आईई और मुझे उनकी चूत मे से रस्स की स्मेल आई और उनकी चूत का रस्स मेरी उंगलिओ पे लग गया. मेरे ख़याल से मेम साहेब भी शाएद मेरे मसाज करने से झाड़ गई होगी तो अनु ने कहा यह क्या बोल रही है तू तो उसने कहा मैं सच कह रही हू दीदी और बोली के हो तो सकता है ना दीदी क्यॉंके साहेब तो जल्दी सो जाते है हो सकता है के अब साहेब बोहोत ज़ियादा ऑफीस मे काम करते थक्क जाते होगे और हर वक़्त काम के बारे मे ही सोचते रहने की वजह से उनका लंड नही उठ ता होगा इसी लिए मेम साहेब भी मेरे मसाज करने से गरम हो गई होगी क्या पता. इस से पहले भी ऐसा हो चुका है पर मैं ने इतना ध्यान नही दिया आज जब मेरा हाथ डाइरेक्ट मेम साहेब की चूत पे लगा तो मुझे पता चला के मेम साहेब भी बोहोत ही गरम है और उनको भी सेक्स की इच्छा होती होगी.

इतना सुन के मेरा बदन और जलने लगा और मैं सोचने लगा के क्या ऋतु सच बोल रही होगी क्या बड़ी उमर की औरतों को भी ऐसे ही जोश आता होगा. मैं कुछ देर तक अपनी ही सोचो मे गुम्म हो गया.

थोड़ी देर तक दोनो बातें करते रहे और फिर मैं ने गौर से सुना तो अनु के खर्रातो की आवाज़ आ रही थी वो नंगी ही सो गई थी और ऋतु अपने कपड़े पहेन के अनु के नंगे बदन पे शॉल डाल के कमरे का डोर खोल के दबे क़दमो से नीचे उतर गई और मैं भी अपने बेड पे चला गया पर सोने से पहले दोनो के नाम की मूठ मारना नही भुला.
Reply
06-19-2018, 12:19 PM,
#5
RE: Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
इसी तरह से दोनो के खेल चलते रहे. डेली रात को ऋतु ऊपेर आती और अनु के साथ मिलके चूत चटाई और चुचिओ की चुसाइ का खेल खेलते रहते. मैं रोज़ रात को उन दोनो के पिक्चर्स और वीडियोस बनाता रहा.

एक दिन ऐसा हुआ के लेट ईव्निंग मे शालु हमारे घर आई और शालु और अनु दोनो ख़ुसर पुसर करने लगे तो मैं समझ गया के आज दाल मे कुछ काला ज़रूर होने वाला है और अनु का इरादा शालु के साथ मज़े करने का है. डिन्नर टेबल पे ही अनु ने बता दिया था के शालु आज रात यही रहने के लिए आई है तो मैं समझ गया के आज का प्रोग्राम पक्का है. मैने आस यूषुयल डिन्नर के टाइम पे इह बोल दिया के मैं आज बोहोत थक्क गया हू और सोने के लिए जा रहा हू और अपने कमरे मे आ गया. लाइट बंद कर के दरवाज़े को थोड़ा सा खुला रख के लेट गया और ऐसे पोज़ करने लगा जैसे मैं गहरी नींद मे हू. डिन्नर के थोड़ी देर तक सब

लोग नीचे ही बैठे बातें करते रहे जब मम्मी और डॅडी सोने के लिए चले गये तो अनु और शालु ऊपेर की तरफ आ गये और टीवी के रूम मे ही बैठ गये और टीवी देखने लगे शाएद सेक्स चॅनेल देख के कुछ गरम होना चाहते होंगे. मैं इंतेज़ार करने लगा और अपना डिजिटल कॅम और मोबाइल रेडी कर के रख लिया.

शाएद आधा घंटे के बाद मुझे हसी की आवाज़ें आने लगी और टीवी का रूम बंद करने की आवाज़ आई और मैं बेड पे लेट के खर्राटे मारने लगा. मेरे कमरे का डोर खुला अनु ने अंदर झाँका और शालु से कहा के राज तो सो गया चलो मेरे कमरे मे. शालु और अनु उसके कमरे मे आ गये और आस यूषुयल कमरे की लाइट बंद कर दी और बाथरूम के ज़ीरो बल्ब की लाइट को खुला रखा इस टाइम बाथरूम का डोर भी थोड़ा सा खुला छोड़ दिया जिस से कमरे मे धीमी रोशनी आ रही थी और इतनी लाइट थी के मैं हर चीज़ सॉफ देख सकता था. शालु आंड अनु एक दूसरे से लिपट के प्यार करने लगी. शालु बोली ओह अनु कितना याद किया री मैं ने तुझे. मुझे तो रातो मे नींद भी नही आती थी तू ने मुझे वो मज़े लेना सिखाया है के मैं तड़पति रहती हू और तुझे याद करती रहती हू तो अनु बोली के मेरे पास क्यों नही आई फिर तो शालु बोली के तुझे तो पता है ना के पापा जब घर मे होते है तो मुझे पर्मिशन नही मिलती रात मे बाहर रहने की. आज तो पप्पा टूर पे है इसी लिए मम्मी से बोल के आ गई. इतनी देर मे दोनो एक दूसरे के कपड़े उतार चुके थे. शालु को पहली बार नंगा देखा तो दंग रह गया क्या मस्त बदन था शालु की चुचियाँ भी अनु और ऋतु से थोड़ी बड़ी थी और उसका अरेवला भी पिंक कलर का था जैसे अनु का. ऋतु का अरेवला तो लाइट ब्राउन कलर का था. शालु भी बोहोत ही गोरी रंग की अच्छे ख़ासे घटेले बदन की लड़की थी. अनु से थोड़ी लंबी और थोड़ी मोटी भी थी. गोल गोल कड़क 36 साइज़ की मस्त टाइट चुचियाँ और चूत तो तीनो की मक्खन जैसी चिकनी ही थी. लगता था के शालु ने भी अभी अभी चूत की झातो का शेव किया है. शालु की चूत की पंखाड़िया थोड़ी मोटी थी अनु और ऋतु की चूत की पंखाड़िया तो अभी बोहोत ही पतली थी और एक दूसरे से मिली हुई थी देखने से एक लकीर जैसी चूत दिखती थी जबके शालु की चूत के पंखाड़िया अनु और ऋतु की चूत की पंखाड़ियों से थोड़ी मोटी और थोड़ी सी अलग थी एक दूसरे से मिली हुई नही थी.

अब मैं ने भी अपने कमरे का दरवाज़ा अंदर से लॉक कर लिया यह सोच के के अगर कोई अचानक ऊपेर आ जाए तो उसे पता नही चले के मैं यह सब खेल देख रहा हू और पिक्चर्स और वीडियो बना रहा हू और अपने कपड़े निकाल के नंगा हो गया मेरे लंड का तो बुरा हाल था अकड़ के लोहे जैसा सख़्त हो चुका था

और जोश मे हिल रहा था जैसे दो चूतो को सल्यूट कर रहा हो. मैने डिजिटल कॅमरा स्टार्ट कर दिया और सारा सीन वीडियो की शकल मे सेव होता रहा और अपने मोबाइल से कुछ पिक्चर्स लेने लगा.

मुझे विंडो मे से सॉफ नज़र आ रहा था दोनो नंगी खड़ी थी और किस्सिंग मे बिज़ी थी और दोनो के हाथ कभी एक दूसरे की चूतो को मसल्ने लगते तो कभी चुचिओ को दबा ने लगते. शालु कुछ ज़ियादा ही उतावली हो रही थी क्यॉंके उसने यह मज़ा बोहोत दीनो से नही उठाया था इसी लिए पहले अनु ने शालु को बेड पे लिटा दिया और खुद उसके ऊपेर चढ़ गई और उसकी रानो (थाइस) पे बैठ के शालु की चुचिओ को रगड़ने लगी और अपनी चूत को शालु की चूत से रगड़ने लगी फिर झुक के उसकी चुचिओ को चूसने लगी. शालु ने अनु के सर को ज़ोर से पकड़ के अपने सीने से दबा लिया और सिसकने लगी आआआअहह आनुउउउउउउउउउउउउउउउउउउ मेरिइईईईईईईईईईई जाआआआआआआन्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न आईसस्स्स्सीईई हीईीईईईईई कार्रर्ररर आअहह और उसकी रानो पे ऐसे आगे पीछे होने लगी जैसे जॉकी हॉर्स रेसिंग मे घोड़े पे आगे पीछे होता है. थोड़ी देर के बाद शालु बोली अनु मुझे भी तो अपनी चूत का स्वाद दे तो अनु पलट गई और दोनो 69 की पोज़ीशन मे आ गये. अनु घुटने मोड़ के शालु के सर के दोनो तरफ अपने पैर रख के झुक गई और शालु की चूत मे मूह डाल के किस करने और उसकी चूत चाटने लगी तो शालु ने अपने टाँगें मोड़ ली और अपनी गंद उठा उठा के चूत को अनु के मूह पे मारने लगी. आनू के दोनो हाथ शालु की गंद के नीचे आ गये और उसके चूतदो को उठा के अपने मूह मे उसकी चूत लेने लगी. अनु जो शालु के ऊपेर थी अपनी गंद उठा उठा के चूत को शालु के मूह पे मारती रही जैसे उसके मूह को चोद रही हो. दोनो एक दूसरे की चूतो को चाट ते रहे और सिसकारियाँ भरते रहे आआआआआआआहह षाआअल्लुउउउउउउउउउउउउउ आज तेरी चूत तो कुछ ज़ियादा ही रसीली और स्वादिष्ट हो रही है रे आहह देख कितना रस्स छोड़ रही है तो शालु बोली हा क्या करू कितने दिनो से तड़प रही हू और अगर आज मैं तेरे पास नही आती तो शाएद मैं पागल हो जाती इतना मूड आ गया था और तेरे मूह मे अपनी चूत का सोच सोच के सुबह से ही मेरी चूत बार बार गीली हो रही थी आअहह आईसीईए हीईीईईईईई काआररररर आन्न्न्न्नुउउउउउउउउउउउ मैईईईई आआआ रहियीईईईईईईईईईईईईई हूवूऊयूवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊयूयुयूवयू... आअहह मैईईईईईईईईई आआआअ र्रर्राआआअहहिि हुउउउउउउउउउउउउउ और शालु का बदन बुरी तरह से काँपने लगा और वो झड़ने लगी. शालु की चूत से रस्स का फव्वारा फूट पड़ा. अनु शालु की चूत का

सारा रस्स पीती रही और अब उसके धक्के भी तेज़ होने लगे और एक ही मिनिट के अंदर अनु के मूह से निकला आआआअग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह श्स्स्श्ह्ह्हाआआल्ल्ल्ल्ल्लुउउउउउ मैईईईईईईईईईई भ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हीईईईईईइ आआआआआअ र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररराआआहहिईीईईईईईई हुउउउउउउउउउउउउउ और वो भी काँपते हुए झड़ने लगी और बे दम हो के उसके ऊपेर गिर पड़ी. दोनो गहरी गहरी साँसें लेने लगी.

--------------------------------------------------------------------------------------------------------

कामुक कहानियाँ

--------------------------------------------------------------------------------------------------------

क्रमशः........
Reply
06-19-2018, 12:19 PM,
#6
RE: Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
तीन देवियाँ पार्ट -3

गतान्क से आगे..................

थोड़ी देर के बाद दोनो फिर से एक दूसरे के साथ लेट गये और चूमने लगे. शालु तो कुछ ज़ियादा ही सेक्सी हो गई थी 2 – 3 मिनिट के अंदर ही उस्मै जोश भर गया और वो अनु की चुचिओ को चूसने लगी और अनु की चूत को अपनी हथेली से मसाज करने लगी और अनु भी शालु की चूत का मसाज करने लगी. अब शालु अनु के ऊपेर चढ़ के पलट गई और फिर से वो दोनो 69 की पोज़िशन मे आ गये. शालु ऊपेर थी और अनु नीचे दोनो के घुटने मुड़े हुए थे और एक दूसरे की चूतो को चाटने लगी और एक दूसरे की चुचिओ को मसल्ने लगी. शालु अपनी गंद उठे उठा के अनु के मूह पे अपनी चूत को ज़ोर ज़ोर से पटक रही थी वो तो जोश मे दीवानी हो गई थी अनु के दाँत शालु के क्लाइटॉरिस से लगते तो वो मज़े से सिसकारिया निकालती. अभी यह दोनो मस्ती मे आ के ज़ोर ज़ोर से एक दूसरे की चूतो को चाट रही थी और शाएद झड़ने के कगार पे थी उसी टाइम पे दरवाज़ा धीरे से खुला और ऋतु कमरे मे अंदर आ गई. एक मिनिट के लिए तो शालु आंड अनु दोनो चोंक गये पर ऋतु को देख कर मुस्कुराने लगे. कमरे का दरवाज़ा शाएद ऋतु के लिए ही खुला छोड़ा था. ऋतु ने अंदर आ के कमरा अंदर से लॉक कर दिया और जल्दी से अपने कपड़े उतार ने लगी इतनी देर मे वो दोनो एक दूसरे से लिपटे काँपने लगे और झड़ने लगे. कुछ ही देर मे दोनो के बदन ढीले पड़ गये और शालु ऊपेर से स्लिप हो के नीचे लेट गई.

ऋतु शाएद मोम के पैर दबा के उनके सोने का वेट कर रही थी और जब पक्का यकीन हो गया के दोनो सो गये है तो वो ऊपेर आ गई. इतनी देर से ऋतु को शुवर पता होगा के ऊपेर क्या हो रहा है और शाएद उसका सारा ध्यान शालु और अनु के नंगे बदन पे था इसी लिए दोनो के सोते ही वो दबे पाँव ऊपेर आ गई और कमरे मे घुस गई और आते ही अंदर से बंद कर दिया और अपने सारे कपड़े उतार के नंगी हो गई.

ऋतु फुल मस्ती मे आ गई थी और अपने कपड़े निकाल के नंगी हो चुकी थी और अपनी चूत को अपने हाथ से रगड़ते हुए दोनो को ऐसे देख रही थी जैसे कोई भूकि शेरनी अपने शिकार को देखती है. देखते ही देखते ऋतु बेड के ऊपेर आ के शालु और अनु के

बीचे मे घुटने मोड़ के बैठ गई और अपने दोनो हाथो से दोनो की चुचिओ को मसल्ने लगी अनु और शालु ने भी अपने अपने एक एक हाथ बढ़ा के ऋतु की दोनो चोचिओ को पकड़ लिया और दबाने लगी और उसके निपल्स को काटने लगी. ऋतु पूछने लगी के कितने राउंड हो गये है दीदी ? तो शालु हस्ते हुए बोली के अभी तो सिर्फ़ 2 राउंड ही हुए है और अभी तो सारी रात पड़ी है और अब तू भी आ गई है तो सारी रात राउंड ही चलते रहेंगे और तीनो मिल के हस्ने लगी. अनु अपनी जगह से उठ गई और ऋतु को वाहा लिटा दिया और बोली के मुझे ऋतु की रसीली चूत बोहोत पसंद है और यह कहते हुए वो ऋतु की टाँगें खोल के उसकी टाँगो के बीच मे पेट के बल लेट गई और उसकी चूत को किस करने लगी. अनु का मूह उसकी चूत पे लगते ही ऋतु मस्ती मे पागल हो गई और अपने पैर घुटने से मोड़ के अनु का सर पकड़ के अपनी चूत मे घुसा लिया और अपनी गंद उठा के अनु के मूह से रगड़ने लगी. ऋतु इतनी गरम हो गई थी के वो अनु का मूह अपनी चूत मे फील करते ही झड़ने लगी. इतने मे शालु अपनी जगह से उठ के ऋतु के सर के दोनो तरफ अपने घुटने मोड़ के उसके मूह पे अपनी चूत रख के बैठ गई और ऋतु शालु की चूत को ऐसे चूसने और काटने लगी जैसे चूत की भूकी हो. अब शालु घुटनो के बल हाफ उठ गई और अपने दोनो हाथ आगे को कर के ऑलमोस्ट लेट गई और अपनी गंद उठा उठा के चूत को ऋतु के मूह पे ऐसे मारने लगी जैसे चोद रही हो. अब पोज़िशन ऐसी थी के ऋतु पीठ के बल लेटी हुई थी और उसकी दोनो खुली हुई टाँगो के बीच मे अनु लेट के ऋतु की मक्खन जैसी चिकनी चूत को अपनी जीभ से चाट रही थी और शालु ऋतु के मूह पे उल्टा लेटी अपनी गंद उठा उठा के ऋतु के मूह को चोद रही थी. ऋतु अपनी उंगली शालु की चूत मे डाल के वाहा से उसका रस्स निकाल के शालु की गंद मे लगा दिया और अपनी उंगली शालु की गंद मे घुसेड़ने लगी जिस से शालु का जोश और बढ़ गया. इतने मे ऋतु के मूह से मस्ती की सिसकारिया निकलने लगी और बोल रही थी आआआआआअहह डीईएद्द्दीईईईईईईई खाआअ जाऊओ आआहह काआआत्त्त्त डाआआआआलो मेर्र्रिईईईईईई कक्चूऊऊऊथततटतत्त ककककूऊऊऊओ आऐईईसस्स्स्स्सीईईई ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हीईईईईईईईई आआआआअग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्

ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और अपनी गंद उठा के ज़ोर ज़ोर से अनु के मूह पे अपनी चूत को रगड़ने लगी और अपने दोनो हाथो से शालु की कमर को पकड़ा हुआ था और ऋतु का बदन काँपने लगा और वो फिर से झड़ने लगी. अनु उसकी चूत का सारा रस्स पी गई और बॅस उतने मे ही शालु चिल्लाने लगी काआआआआत्त्त्त्त्त्त दाआल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल ऱीइत्त्त्त्त्त्त्त्तुउउउउउउउउउउउउउउउउ क्क्हाआआआआअ ज्ज्ज्ज्ज्ज्जाआाआअ मेररीईईईईईईईईईईई कककककककचूऊऊऊऊऊऊऊऊथततटटटटटटटटटटतत्त ऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईई म्माआआआआआआआआअ

ऊऊऊऊओिईईईई ऱीईईत्त्त्तुउउउउउउउउउउउउउउउउउ मैईईईईईईईईईई आआआ र्र्राआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हीईईईईइ ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउउउउउउउउ आआआआआहह और शालु का बदन भी काँपने लगा और वो भी झड़ने लगी. शालु और ऋतु दोनो झाड़ के शांत हो चुके थे.

थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहे फिर तीनो बेड पे एक साथ लेट गये ऋतु को बीच मे लिटा दिया और एक तरफ अनु और दूसरी तरफ शालु थी एक दूसरे से चिपके हुए थे उनके कमरे से तीनो की चूतो से निकले हुए रस्स की मधुर सुगंध आ रही थी और मेरे लंड को दीवाना बना रही थी. मैं ने महसूस किया के मेरे लंड से बिना मूठ मारे के मलाई की गाढ़ी गाढ़ी पिचकारियाँ निकल रही है और उड़ उड़ के दीवार पे गिर रही है.

घड़ी देखी तो रात के 3 बज रहे थे. कमरे मे अनु और शालु तो नंगे ही गहरी नींद सो गये पर ऋतु को नीचे सोना था इसी लिए वो अपनी जगह से उठ गई और दोनो के नंगे बदन पे एक एक शॉल डाल के अपने कपड़े पहेन के नीचे उतर गई. मैं भी अपनी जगह से हट गया और चेक कर लिया के सारा वीडियो और पिक्चर्स बोहोत ही अछी तरह से रेकॉर्ड हुई थी. मेरे चेहरे पे एक मुस्कान आ गई और एक प्लान बना ने लगा और फिर पता नही चला के मैं कब सो गया.

सुबह को ब्रेकफास्ट की टेबल पे अनु और शालु ऐसे पोज़ कर रही थी जैसे रात उनके बीच कुछ हुआ ही नही और वो ऐसे अपनी पढ़ाई की बातें कर रही थी जैसे सारी रात पढ़ाई कर रही हो. मैं दिल ही दिल मे मुस्कुराने लगा और उनकी आक्टिंग की दाद देने लगा के दोनो बड़ी ज़बरदस्त आक्टर्स है. इसी तरह से दिन बीत ते गये, कभी अनु और ऋतु तो कभी अनु, शालु और ऋतु अपने अपने चूत चटाई के खेल मे लगे रहे. और मेरे पास वीडियोस और पिक्चर्स का अछा ख़ासा स्टॉक जमा हो गया. कुछ दीनो बाद अनु के एग्ज़ॅम्स शुरू भी हो गये और ख़तम भी हो गये. मुझे पता चला के अनु एक वीक के अंदर अपने मम्मी और डॅडी के पास छुट्टियो मे चली जाएगी तो मैं सोचने लगा के मुझे उसके जाने से पहले ही कुछ करना होगा जिसका चान्स मैं ने एक दिन पा ही लिया.

हुआ ऐसे के उस रात मेरे मम्मी और डॅडी आस यूषुयल खाना खा के सो गये. ऋतु मेरे मम्मी के टाँगें दबाने के बाद मम्मी के सोने का वेट करती रही और उनके सो जाने के बाद हमेशा की तरह दबे पाँव ऊपेर आ गई और अनु के कमरे मे घुस के अंदर से डोर लॉक कर लिया. मैं तो अनु को चोदने की

प्लॅनिंग करते हुए जाग ही रहा था. इतने दीनो मे मैं ने बीच की विंडो को ऐसे अड्जस्ट कर लिया था के मुझे उनके रूम का एक एक भाग अछी तरह से सॉफ नज़र आए.
Reply
06-19-2018, 12:19 PM,
#7
RE: Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
ऋतु जब कमरे मे आई तो उस वक़्त तक अनु थक्क के सो चुकी थी क्यॉंके एग्ज़ॅम्स की तय्यारी के लिए रातो मे जाग जाग कर भी पढ़ाई किया करती थी. कमरे की सारी लाइट्स बंद थी और अंदर पूरा अंधेरा था मुझे भी बड़ी मुश्किल से ही दिखाई दे रहा था. आज अनु कपड़े पहेन के ही सो गई थी शाएद उसे पता था के ऋतु आज नही आएगी या फिर इतनी थक्क चुकी थी के लेट ते ही सो गई. ऋतु अंदर आ गई और डाइरेक्ट अपने कपड़े उतार के सीधे बेड पे चढ़ गई और अनु की नाइटी को ऊपेर करने लगी और उसकी जाँघो तक उठा दिया. आज अनु नाइटी पहेन के सोई थी. ऋतु अनु के थाइस पे अपने हाथ ऐसे फेरने लगी के हाथ अनु की चूत पे भी टच हो रहे थे. आज मैं पिक्चर्स या वीडियो नही बना रहा था क्यॉंके मेरे दिमाग़ मे एक नया प्लान बन रहा था. ऋतु ऐसे ही अनु की जाँघो पे अपना हाथ फेरती रही और धीरे धीरे मसाज करती रही. अब ऋतु से सबर नही हो रहा था तो वो अनु की टाँगें थोडा सा खोल के उनके बीच मे लेट गई और अनु की चिकनी चूत को किस करने लगी. अनु इतने गहरी नींद मई थी के अभी उसको पता भी नही चला के ऋतु उसकी चूत पे किस्सस कर रही है और चाटना शुरू कर चुकी है. थोड़ी देर के बाद शाएद अनु की आँख खुल गई और उसने अपनी टाँगें घुटनो से मोड़ के खड़ी कर ली और ऋतु को अपनी चूत चाटने का अछा मोका दिया. थोड़ी ही देर मे अनु फुल मूड मई आ गई और उसका सर पकड़ के अपनी चूत मे घुसा लिया और सिसकारिया भरती हुई बोलने लगी आआआहह ऱीइत्त्तुउउउउउउउउउउउउ आआअहह बूऊहूऊततततत्त आकककचहााआ ल्ल्लाआअग्ग्ग्ग ऊऊओह आईसीईई शियीयीयियीयियी कक्चहााअटततटटटटतत्त आआहह और अनु अपनी गंद उठा के ऋतु के सर को अपने हाथो से पकड़ लिया और अपनी चूत मे ऋतु के मूह को घुसेड़ने लगी और अपनी चूत को ऋतु के मूह मे रगड़ने लगी. अनु की गंद बेड से तकरीबन 6 इंच तक ऊपेर उठ चुकी थी और ऋतु के मूह पे रगड़ रही थी और एक ज़ोर से आआआआआआआअहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊऊवगगगगगगघह की आवाज़ अनु के मूह से निकली और अनु का बदन अकड़ने लगा उसकी गंद बेड से ऊपेर उठ गयी और उसका बदन किसी कमान की तरह से मूड गया और वो काँपते हुए झड़ने लगी और फिर थोड़ी ही देर मे उसका बदन शांत हो गया और वो गहरी गहरी साँसें लेने लगी और फॉरन ही खर्राटे मारने लगी और गहरी नींद सो गयी. शाएद बोहोत ही ज़ियादा थक्क चुकी थी इसी लिए फॉरन ही नींद आ गयी. अब ऋतु क्या कर सकती थी वी अनु के पास ही लेट गई और अनु की चुचिओ

को चूसने लगी पर अनु की आँख नही खुली तो ऋतु बेचारी खुद ही अपनी चूत का मसाज करने लगी. उसकी टाँगें घुटने से मूडी हुई थी और उसकी गंद भी बिस्तर से उठी हुई थी और गंद हिला हिला के अपने ही हाथो अपनी चूत के मसाज का मज़ा ले रही थी और देखते ही देखते सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊऊऊऊऊहह और आआआआहह की आवाज़ें निकालते हुए झड़ने लगी और शांत पड़ गई.

अनु की गहरी गहरी सांसो की आवाज़ें आ रही थी और वो बोहोत ही गहरी नींद सो रही थी. ऋतु थोड़ी देर तक वही नंगी लेटी रही जब उसे यकीन हो गया के आज अनु उठने वाली नही है तो उठ के अपने कपड़े पहेन के आहिस्ता से कमरे से बाहर निकल गई. मुझे इतना तो सॉफ दिखाई दे रहा था के अनु की नाइटी अभी भी उसकी चूत तक उठी हुई थी शाएद जाने से पहले ऋतु उसको ठीक करना और शॉल उधाना भूल गई थी.

अनु की चुदाई

जब मुझे यकीन हो गया के ऋतु नीचे अपने कमरे मे चली गई है तो मैं थोड़ा और टाइम दे के धीरे से नीचे उतर गया और अछी तरह से चेक कर लिया के ऋतु सो चुकी है उसके बाद मे फिर से ऊपेर आ गया. मेरी प्लॅनिंग कंप्लीट हो चुकी थी. मैं बॉक्सर्स शॉर्ट्स पहेन के हाथ मे की जेल्ली की बॉटल उठा के अनु के कमरे मे घुस गया और डोर को अंदर से लॉक कर दिया और अपना शॉर्ट्स निकाल के नंगा हो गया और शॉर्ट्स को करीब पड़ी हुई चेर पे डाल दिया. मेरे लंड मे एक पवरफुल एरेक्षन आ चुका था, लंड का सूपड़ा मेरे पेट तक आ गया था और स्प्रिंग की तरह से ऊपेर नीचे हो रहा था और. अनु अंधेरे मे अपने बिस्तर पे टाँगें स्प्रेड किए सोई पड़ी थी उसका सीना गहरी गहरी सांसो से ऊपेर नीचे हो रहा था और उसके सिडोल थाइस और नंगी चूत देख के तो मेरा लंड सल्यूट करने लगा और जोश मे कुछ ज़ियादा ही हिलने लगा. लंड के सुराख मे से कंटिन्यू प्री कम निकल रहा था. मैने जेल्ली के डिब्बे का ढक्कन खोल के अनु के बेड पे अपने करीब ही रख लिया. यह जेल्ली स्परमिसाइडाल ( बच्चा पैदा करने वाले किटानो को मारने वाली ) थी. यह जेल्ली मार्केट मे नयी नई इंट्रोड्यूस हुई थी जिसके लगाने से मोटे मोटे लंड भी छोटी से छोटी टाइट चूत के अंदर भी आसानी से घुस्स जाते थे और इसको लगा के

चोदने से लड़की प्रेग्नेंट भी नही होती थी और सेफ चुदाई हो जाती थी. यह जेल्ली ट्यूब और डिब्बे मे उपलब्ध थी. मैं अनु के करीब वैसे ही बैठ गया और उसकी चूत पे वैसे ही हाथ फिरने लगा जैसे ऋतु थोड़ी देर पहले कर रही थी. आअह क्या मस्त चिकनी मक्खन जैसी चूत थी अनु की और उस्मै से थोड़ी देर पहले निकले हुए जूस की मधुर सुगंध आ रही थी जिसे सूंघ के मेरा लंड अनु की चूत मे घुसने को उतावला हो रहा था. मेरा हाथ चूत पे लगते ही अनु की टाँगें ऑटोमॅटिकली और ज़ियादा खुल गई और मुझे उस्मै लेटने की स्पेस बन गई.

मैं अनु की टाँगो के बीच मे अपने पैर पीछे कर के लेट गया और उसकी चूत पे किस किया और अनु की चूत पे मेरी ज़ुबान लगते ही उसकी मस्ती भरी आवाज़ आई आआआआहह ऋतु तू आगाई आआहह. मैं कुछ नही बोला पर उसकी चूत को चाटने लगा. अनु ने अपनी टाँगें घुटने से मोड़ ली और मेरे सर को पकड़ के अपनी चूत मे घुसाने लगी और अपनी गंद उठा उठा के मेरे दांतो पे अपनी चूत को रगड़ने लगी. उसकी आँखें अभी भी बंद थी. मैने उसकी चूत को चाट ते चाट ते अपनी ज़ुबान को गोल बना दिया और उसकी चूत मे अंदर बाहर करने लगा जैसे जीभ से चोद रहा हू तो वो मस्ती मे पागल हो गई और बोली आआआआआहह ऱीइत्त्तुउउउउउउउउउउउउ आआआआआहह आईईएसस्स्स्स्सीईईई हहिईीईईईईई कार्रर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर आआआआहह मैईईईईई मररर्र्र्र्ररर जौगी आआआहह ईएहह किआआआआआअ कार्रर्र्र्र्र्र्र्ररर राआआआह्ह्ह्ह्ह्हीईईइ हहाआआऐईईई तुउउउउउउउउउउउउउ आआआआआअहह और मैं उसकी चूत के छोटे से सुराख को अपनी गोल ज़ुबान से चोदने लगा अब उसकी गंद बिस्तर से बोहोत ऊपेर तक उठ रही थी ऐसे जैसे मेरी ज़ुबान को चूत के अंदर तक घुसा लेना चाह रही हो. मुझे अब यकीन हो गया के वो फुल मस्ती मे आ गई है और कभी भी झड़ने वाली है तो मैने एक हाथ से की जेल्ली की डिब्बे को अपने लंड के सामने रख के लंड को उसी जेल्ली के गोल मूह वाले डिब्बे मे घुसा दिया और अपने उंगलिओ मे भी थोड़ी सी जेल्ली ले ली. अब मेरा लंड की जेल्ली से फुल था. बहुत ही तेज़ी से उसकी चूत से अपना मूह हटाया और उंगलिओ से जेल्ली उसकी चूत पे लगा के एक उंगली से चूत के सुराख मे गोल गोल घुमाया तो वो और पागल हो गई और मेरे सर को अपनी जाँघो मे ज़ोर से दबाने लगी पर उसकी चूत मे मेरी ज़ुबान नही उंगली थी. अब और देर करना मुझे ठीक नही लगा और मैं एक ही झटके से अपनी जगह से उठा और अनु की मूडी हुई टाँगो के बीच मे थोड़ा सा उठ गया और एक ही मोशन मे अपने हाथ से अपने लंड के सूपदे को उसकी चूत के सुराख मे टीका दिया और अपने दोनो

हाथ उसके बदन के दोनो तरफ रख के एक ही ज़ोर दार झटका मारा तो मेरा लंड उसकी चूत मे आधा घुस्स के अटक गया और अनु के मूह से एक खोफ़नाक चीख निकल गई व्व्व्व्व्व्व्व्व्व्व्व्व्व्व्व्व्व्व्व्वूऊऊऊऊऊऊऊऊओईईईईईईईईईईईए म्‍म्म्ममममममममममममाआआआआआआआआआआआआआअ उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़

आआआआआआआऐईईईईईईईईई हह और उसके साथ ही उसकी मस्ती ख़तम हो गई और उसकी आँख खुल गई और मुझे अपने ऊपेर चढ़ा देख के मेरे मूह पे थप्पड़ मारा और बोली यह क्या कर रहा है तू बदतमीज़ दीवाना तो नही हो गया मैं अभी जा के आंटी से बोलती हू और साथ मे वो दरद से तड़प भी रही थी उसके आँखो से आँसू निकल के बेड पे गिर रहे थे वो बहुत ज़ोर ज़ोर से रो रही थी. मुझे अपने ऊपेर से धकेल रही थी और बोल रही थी के राज्ज हट जा प्लीज़ मुझे बोहोत दरद हो रहा है यह क्या कर रहा है तूऊ मैं आंटी से बोल दुगी आआआआआईईईईईईईईई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स उउउउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ . दर्द से उसने अपना नीचे वाला होन्ट अपने दांतो से दबा रखा था और मुझे अपने ऊपेर से धकेल रही थी पर मैं ने उसको बोहोत ही मजबूती से पकड़ा हुआ था मेरी ग्रिप बोहोत टाइट थी.
Reply
06-19-2018, 12:19 PM,
#8
RE: Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
मेरा लंड मूसल की तरह नीचे से कुछ ज़ियादा ही मोटा है इसी लिए एक ही झटके मे पूरा अंदर तक नही घुस्स पाया था और एक ही झटके मे लंड उसकी चूत को फाड़ चुका था और तकरीबन आधे अंदर घुस चुका था. मैं अनु के ऊपेर झुक गया और उसके कान मे धीरे से बोला के मैं सब कुछ देख चुका हू के वो और ऋतु एक दूसरे के साथ क्या क्या करते है. मेरा इतना बोलते ही वो चोंक गई और अंधेरे मे भी मुझे लगा के उसके चेहरे का रंग उड़ गया हो और फटी फटी आँखो से मुझे देखने लगी. वो एक सेकेंड के लिए खामोश हुई और उसी टाइम पे मैने भी अपना लंड उसकी चूत से खेच के हेड बाहर तक निकाल लिया और इश्स से पहले के वो यह सोचे के मैं अब कुछ नही करूगा और वापस अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल रहा हू मैं ने एक और बोहोत ही ज़ोर का धक्का मारा और मेरा लंड तो उसकी चूत को पूरी तरह से फड़ता हुआ उसकी टाइट वर्जिन चूत की गहराइयों मे घुस्स गया और उसके मूह से ऑटोमॅटिकली एक और खोफ़नक चीख निकल गई

ऊऊऊऊऊऊऊऊऊईईईईईईईईईईईए म्‍म्म्ममममममममममममाआआआआआआआआआआआआआअ हाईईईईईईईईईई

माआआआअरर्र्र्र्र्र्र्ररर गाआआआआआययययययययययययईईईईई मीईईईईईईई

ण्न्न्न्न्न्नीईईईईक्क्क्क्क्क्क्काआआआआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल ब्बबाअहीईएरर्र्र्र्र्र्ररर

zzzzzzzआआआआआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लीईईईईईईइम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म

ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊहह फफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़

ण्न्न्न्न्न्न्न्न्न्नाआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईइऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊईईईईईईईईईईइ म्‍म्म्मममममममाआआआआआआआआआ आआआआआआआऐईईईईईईईईई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स

और उसके हाथ पैर मेरे बदन से निकल के नीचे बेड पे गिर गये और वो थोड़ी देर के लिए बेहोश हो गई. मैं अपने लंड को उसकी चूत मे ही घुसेडे उसके ऊपेर बिना धक्के मारे के लेटा रहा. अनु की चूत बोहोत ही टाइट थी और मुझे लग रहा था के उसकी चूत के सुराख के मसल्स मेरे लंड के बेस को टाइट पकड़े हुए हैं और निचोड़ रहे हैं.

लंड अनु की चूत की गहराइयों मे घुस्स चुका था. एक ही मिनिट के अंदर मुझे महसूस हुआ के अनु के बदन मे हरकत हो रही है तो मैं अपने लंड को आधा बाहर निकाल निकाल के चोदने लगा. अनु दरद से छटपटा रही थी और अपने सर को इधर उधर पटक रही थी और अपने हाथ पैर बिस्तर पे पटक रही थी और मुझे अपने बदन से पीछे को धकेल रही थी और साथ मे मेरे सीने पे मार रही थी और मेरे सीने के बालो को नोच रही थी जिस से पता चलता था के उसको कितना दरद हो रहा है. जब मैं ने उसको बोला के मुझे पता है के वो और ऋतु रातों मे क्या क्या करते है तब से वो ऐसे खामोश हो गई जैसु उसे साँप सूघ गया हो लगता था के कुछ सोच रही थी या वो समझ रही थी के अब मुझे धकेलने से या चिल्लाने से कोई फायेदा नही. वो खामोशी से बेड पे पड़ी टाँगें फैलाए चुदवा रही थी. मैने अपने हाथो को उसकी बगल से निकाल के शोल्डर्स को पकड़ लिया था और उसको किस करने लगा. पहले तो अनु ने मूह नही खोला पर थोड़ी देर के बाद खोल दिया और मुझे अछी तरह से किस करने दिया. अब मैं फुल स्पीड से घचा घच चोद रहा था. मेरा लंड बड़ी तेज़ी से उसकी टाइट चूत के अंदर बाहर हो रहा था और थोड़ी देर के बाद मुझे लगा के अब अनु भी चुदाई को एंजाय कर रही है और उसने हाथ मेरी गर्दन मे डाल के मुझे पकड़ लिया और अपनी टाँगो को मेरे बॅक पे लपेट के मुझे अपने से चिपटा लिया उसकी आँखें बंद थी और गहरी गहरी साँसे ले रही थी और मेरी गंद पे अपने पैर रख के अपनी ओर खेचने लगी अब वो भी चुदाई का मज़ा ले रही थी शाएद उसको इंग्लीश का वो फ्रेज़ याद आगा के “व्हेन रेप ईज़ इनेविटबल, रिलॅक्स आंड एंजाय” मतलब के जब कोई बलात्कार करे और उस से बचने का कोई रास्ता या उम्मीद ना हो तो आराम से चुदवाये और चुदाई के मज़े ले.

--------------------------------------------------------------------------------------------------------

कामुक कहानियाँ

--------------------------------------------------------------------------------------------------------

क्रमशः........

..
Reply
06-19-2018, 12:19 PM,
#9
RE: Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
तीन देवियाँ पार्ट -4

गतान्क से आगे..................

मेरी चुदाई से अनु की चुचियाँ हिलते हुए डॅन्स कर रही थी और बड़ी अच्छी लग रही थी तो मैं उसकी चुचिओ को एक के बाद एक कर के मूह मे ले के चूस्ते हुए चोदने लगा. अनु ने मुझे टाइट पकड़ लिया और एक ज़ोर से आआआआआआआआअहह राआआआआजजजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्

ज्ज्ज्ज्ज्ज ऊऊऊऊऊऊऊऊऊन्न्‍नननननणणनह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ के साथ ही उसका बदन पहले तो बड़ी ज़ोर से अकड़ गया फिर ज़ोर ज़ोर्से काँपने लगा और वो झड़ने लगी. अनु की चूत उसके जूस से भर गयी थी और लंड बड़ी आसानी से अंदर बाहर हो रहा था मैं लंड को सूपदे तक बाहर निकाल निकाल के बड़ी ज़ोरो से चोद रहा था. मैं बड़ी स्पीड से अनु की टाइट चूत को चोद रहा था कमरे मे चुदाई की पच पच की आवाज़ें आ रही थी और मुझे भी लगा के अब मैं भी झड़ने वाला हू तो अनु को टाइट पकड़ लिया और पूरा लंड सूपदे तक उसकी चूत से बाहर निकाल के एक और पवरफुल स्ट्रोक मारा और मेरे लंड का सूपड़ा उसकी चूत के बोहोत अंदर तक घुस्स के उसके बच्चे दानी से टकराया और मेरे लंड से गरम गरम मलाई की मोटी मोटी पिचकारियाँ निकलने लगी. मेरी मलाई निकलती ही रही और इतनी निकली के उसकी चूत भर गयी लैकिन मैं फिर भी उसे दीवानो की तरह से चोदे ही जा रहा था. मेरी मलाई अनु की चूत मे गिरते ही अनु एक बार फिर से काँपते हुए झड़ने लगी और मुझे टाइट पकड़ लिया. जब मेरी मलाई कंप्लीट निकल चुकी तो मेरे धक्के धीरे धीरे कम हो गये और मैं रुक गया और लंड को अनु की चूत के अंदर ही छोड़ के उसके ऊपेर गिर गया और हम दोनो की साँसें गहरी गहरी चल रही थी आँखें बंद थी. जब हम दोनो अची तरह से झाड़ चुके तो अनु ने मुझे अपने ऊपेर से धकेल दिया और मैं उसके बदन से लुढ़क केगेहरी गहरी साँसे लेता हुआ उसके बघल मे लेइट गया. मेरा लंड अनु की चूत के बाहर निकल चुका था पर उसकी छूट का सुराख जो काफ़ी बड़ा हो चुका था वो अपने आप ही खुल बंद हो रहा था जैसे उसकी चूत के मसल्स अभी भी मेरे लंड को निचोड़ रहे हो.

थोड़ी देर के बाद जब अनु की ब्रीदिंग नॉर्मल हुई और दरद कुछ कम हुआ तो उसने मेरी तरफ अजीब नज़रो से देखा और पूछा तुम्है कैसे पता चल मेरे और ऋतु के बारे मे तो मैं ने बोला के मैं विंडो से देख रहा था और तुम लोगो की बातें भी सुन चुका हू और दोनो को किस करते हुए और नंगे

हो के एक दूसरे की चूतो को चाट ते हुए भी देखा है तो उस ने कहा राज्ज्ज प्लीज़ यह बात किसी को भी नही बताना नही तो मैं बदनाम हो जाउन्गी वो गिड़गिदाने लगी. ऋतु से भी नही कहना प्लीज़ तो मैं ने कहा के ठीक है किसी को भी नही पता चलेगा पर जब मेरा मूड होगा मैं तुम्है चोदुगा तो उस ने कहा के नही राज्ज्ज प्लीज़ मुझे बोहोत दरद हुआ है प्लीईएसस्स नही करो ना कही मैं प्रेग्नेंट हो गई तो मुसीबत ही खड़ी हो जाएगी तो मैं ने कहा के मैं जो जेल्ली यूज़ कर रहा हू वो स्परमिसाइडाल है उस से प्रेग्नेंट नही होते और कॉंडम भी लगाने की ज़रूरत नही पड़ती तो और स्किन टू स्किन चुदाई का मज़ा ही कुछ और है ऐसा मज़ा जो कॉंडम लगा के चोदने मे नही आता और लंड की क्रीम चूत मे गिरने से प्रेग्नेंट भी नही होती बड़े कमाल की है यह जेल्ली. वो कुछ सोचने लगी पर कुछ बोली नही शाएद वो मेरी इच्छा से सहमत हो गई थी या ना-चाहते हुए भी ज़बरदस्ती राज़ी हो गई थी. जब मैं ने टेबल लॅंप जला दिया और उसको जेल्ली का डिब्बा दिखाया जिसपे स्परमिसाइडाल (स्पर्म को मारने वाली) लिखा हुआ था तो उसके चेहरे पे इत्मीनान आ गया और मैं ने जेल्ली को टेबल पे रख के टेबल लॅंप बंद कर दिया.
Reply
06-19-2018, 12:19 PM,
#10
RE: Porn Chudai Kahani तीन देवियाँ
थोड़ी देर हम दोनो ऐसे ही लेटे रहे. मेरे लंड को अनु की चूत की भूक अभी ख़तम नही हुई थी मैं अनु को एक बार और चोदना चाहता था. उसके मस्त बूब्स को दबाने लगा और उसके पिंक कलर के किशमिश जैसे निपल्स को भी अपने मूह मे ले के चूसने लगा. अनु और मैं दोनो एक दूसरे की तरफ मूह कर के करवट से लेटे थे. इतनी देर मे मेरा मूसल जैसा लंड फिर से तंन के खड़ा हो गया था और अनु की चूत के सुराख के सामने मस्ती मे लहराने लगा. मैं ने अनु का हाथ पकड़ के अपने अपने लंड पे रख दिया तो अनु ने अपना हाथ हटा लिया पर मैने फिर से उसका हाथ पकड़ के अपने लंड पे रखा तो उसने लंड को फिर भी नही पकड़ा पर अपना हाथ लंड पे से हटाया भी नही. अपने एक हाथ से अनु की चूत के सहलाने लगा तो अनु ने ऑटोमॅटिकली अपनी एक टांग उठा के मेरे हिप पे रख ली जिस से उसकी चूत थोड़ी सी खुल गई और फिर अनु ने खुद ही मेरे लंड को अपने हाथ मे ले के पकड़ लिया और दबा दिया और बोली उफफफफ्फ़ राज्ज्जज्ज यह तो बोहोत ही मोटा और बड़ा है. यह मेरे इतने छोटे से सुराख मे कैसे घुस गया यह मैं ने कहा के यह एक नॅचुरल बात है. चूत के मसल्स अपने आप ही बड़े और मोटे लंड के हिसाब से अड्जस्ट हो जाते हैं तो वो बोली के मुझे ताज्जुब है के मेरे इतने छोटे से सुराख मे यह इतना बड़ा और इतना मोटा कैसे समा गया. इतनी देर मे मैं अपने हिप्स को आगे पीछे कर के उसके हाथ मे अपने लंड को आगे पीछे करने लगा और कभी मेरा लंड उसके हाथ से आगे निकलता हुआ उसकी चूत से टकराने लगा. ऐसी बोहोत

सी चीज़ें होती है जो इंसान ऑटोमॅटिकली खुद से ही सीख जाता है. इसी तरह से अनु ने भी मेरे लंड के डंडे को पकड़ के लंड के सूपदे को अपनी चूत के अंदर ऑटोमॅटिकली रगड़ना शुरू कर दिया. मेरे लंड मे से प्री कम कंटिन्यू निकल रहा था. जब मेरे मूसल लंड का सूपड़ा अनु की क्लाइटॉरिस से टच करता तो उसके मूह से आआआआआहह और ऊऊऊऊऊऊऊहह जैसी मस्ती भरी आवाज़ें निकल जाती.

हम दोनो एक दूससरे की जीभ चूस्ते हुए टंग सकिंग किस करने लगे और मैं अपने हाथो से उसके मस्त कड़क चुचिओ को मसल रहा था दबा रहा था तो वो भी फुल मस्ती मे आ गई. मैं पीठ के बल सीधा लेट गया और अनु को अपने बदन के ऊपेर खेच लिया. अभी भी अनु की चूत पे और मेरे लंड पे पहले की चुदाई के टाइम पे लगाई हुई की जेल्ली लगी हुई थी इसी लिए मैं ने उसकी चूत को चाटना या अपने लंड को उसके मूह मे देना ठीक नही समझा. अब अनु मेरे बदन के ऊपेर चढ़ के बैठ गयी. मेरे पैर अभी सीधे ही थे. मेरे लंड मेरे नवल पे पड़ा हुआ था. अनु को अपने ऊपेर ऐसे बिठा लिया के उसकी चूत की पंखाड़ियाँ खुल के मेरे लंड के डंडे के बॅकसाइड पे रखे थे. अनु को अपने ऊपेर झुका के उसकी चुचिओ को चूसने लगा तो वो फिर से मूड मे आ गयी और मेरे लंड के डंडे पे आगे पीछे फिसलने लगी. अनु बोली के देखो राज मुझे अभी तक दरद हो रहा है अब तुम कुछ भी नही करना मेरा सारा बदन दुख रहा है. अभी तक अनु ने एक टाइम भी लंड या चूत का शब्द नही बोला था. मैं ने कहा के तुम फिकर ना करो अब तुम्है कभी दरद नही होगा और तुम्है अब मज़ा ही मज़ा आएगा तुम देख लेना तुम्हारे दरद का टाइम ख़तम हो गया है यह फर्स्ट टाइम चुदाई का दरद ही दरद होता है फिर मज़ा ही मज़ा तो वो कुछ बोली नही बस थोडा सा मुस्कुरा दी.

अनु आगे पीछे हिल हिल के मेरे लंड पे फिसल रही थी. उसकी चूत बोहोत ही गीली हो चुकी थी और मेरे लंड मे से भी कंटिन्यू प्री कम निकलना शुरू हो गया था. कभी मेरे लंड का सुपाड़ा उसकी छोटी सी चूत के सुराख मे अटक जाता तो वो अपनी जगह से उछल पड़ती और लंड को बाहर निकाल देती पर फिर से डंडे पे बैठ के आगे पीछे फिसलना शुरू कर देती तो मैं समझ गया के अब उसको भी मज़ा आने लगा है. पता नही क्यों मुझे लड़कियों की चूत के अंदर एक ही ज़ोरदार झटके से लंड घुसेड़ने मे बड़ा मज़ा आता है इसी लिए जब मैं ने महसूस किया के अनु की चूत बोहोत ही गीली हो चुकी है और चुदवाने को तय्यार है तो मैं अनु को थोड़ा झुका के उसकी बगल से हाथ निकाल के उसके शोल्डर्स को पकड़ लिया और किस

करने लगा जिस से उसकी चूत मेरे लंड से थोड़ा ऊपेर उठ गई और मेरे लंड का सूपड़ा उसकी चूत के सुराख मे जा के अटक गया. मैने अपनी गंद उठा के उसकी चूत मे सूपदे को अंदर धकेल दिया तो वो चोंक गई पर मैं ने उसको छोड़ा नही ऐसे ही टाइट ग्रिप से पकड़े रखा और फिर ऐसे ही सूपदे को तीन चार टाइम अंदर बाहर करते करते जब उसकी चूत बोहोत ज़ियादा गीली हो गयी उसकी चूत के मसल्स रिलॅक्स हो गये और उसको मज़ा आने लगा और मुझे महसूस हुआ के सूपड़ा उसकी चूत मे आसानी से अंदर बाहर हो रहा है तो अपनी गंद को उठा के एक पवरफुल झटका मारा और साथ मे ही उसके शोल्डर्स को टाइट पकड़ के ज़ोर से नीचे खेच लिया जिस से मेरा आधा लंड उसकी टाइट चूत मे घुस्स गया और वो फिर से छटपटाने लगे चिल्लाई आआआआआआआआईईईईईईईईईईई राज्ज्जज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज ऊऊऊऊऊहह न्‍न्‍नन्निईीईईिककककककककककाआाालल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल ब्बबाअद्ड्द्डमम्माआआसस्स्स्स्स्स्स्शह. अनु मेरे सीने पे हाथ मारने लगी सीने के बाल नोचने लगी और मेरी ग्रिप से निकलने को तड़पने लगी पर मैं ने उसको बोहोत टाइट पकड़ा हुआ था और अपने लंड पे दबा रहा था जिस से वो मेरे लंड के ऊपेर से उठ नही पा रही थी. मेरी टाँगें घुटनो से मूडी हुई थी और वो मेरे लंड पे किसी जॉकी की तरह सवार थी जिसकी वजह से उसको मेरे लंड से ऊपेर उठने का कोई चान्स नही था. अनु को फिर से झुका के उसके चुचिओ को चूसने लगा तो उसकी चूत के मसल्स कुछ रिलॅक्स हो गये और फिर ऐसे ही आधा लंड उसकी गीली टाइट चूत मे अंदर बाहर अंदर बाहर करते करते एक और पूरी ताक़त से धक्का मारा तो लंड पूरा का पूरा जड़ तक उसकी छोटी सी टाइट चूत मे घुस्स गया और उसके मूह से ऊऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई और फफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ निकला और वो मेरे बदन से चिपेट गई उसकी आँखें ऊपेर की तरफ च्चढ़ गई उसकी आँख से आँसू निकलने लगे और वो मेरे बदन पे गिर गई..
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,450,293 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 538,652 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,211,592 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 915,982 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,623,679 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,056,230 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,910,237 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,921,673 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,979,305 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,122 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)