non veg story किरण की कहानी
09-07-2018, 01:00 PM,
#21
RE: non veg story किरण की कहानी
वो अपने लंड के सूपदे को चूत के दरवाज़े पे रख के मेरे ऊपेर झुक गया और मुझे किस करने लगा दोनो एक दूसरे की टंग्स चूस रहे थे मेरी टाँगें उसके बॅक पे लपेटी हुई थी और वो फ्लोर पे खड़ा हुआ था मेरी गंद बेड के किनारे पे थी. वो धीरे धीरे अपने लंड का दबाव (प्रेशर) बढ़ा रहा था और उसके लंड का सूपड़ा मेरी चूत के होल मे स्लिप हो के अटक गया और अभी सिर्फ़ सूपड़ा ही अंदर गया था के मैं चीख उठी ऊऊऊऊईईईईईईईई म्‍म्म्ममममममाआआअ धीरे एसके धीरे वो फिर से किस करने लगा और सिर्फ़ अपने लंड के सूपदे को ही चूत के अंदर बहेर करने लगा तो मुझे बोहोत ही मज़ा आने लगा और मैं झड़ने लगी फिर वो ऐसे ही सूपड़ा अंदर बहेर अंदर बहेर करते करते उसने एक धक्का मारा तो लंड थोड़ा और अंदर घुस्स गया और मेरे मूह से चीख निकल गैई ऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्मममममममाआआआआआअ और मैं उसको अपने ऊपेर से धकेलने लगी चूत मे जलन होने लगी वो एक दम से रुक गया और झटका देना बंद कर दिया. मेरी आँख से आँसू निकल गये और जैसे ही उसका लंड मेरी चूत के अंदर घुसा वैसे ही मेरी आँखे बहेर निकल ने लगी और मुझे लगा के मेरी आइ बॉल्स अपने सॉकेट मे से बहेर निकल गये हो. थोड़ी देर वो ऐसे ही मेरे ऊपेर झुका झुका मुझे फ्रेंच किस करने लगा तो थोड़ी देर के बाद मेरी छूत उसके लंड को अपने अंदर अड्जस्ट कर पाई थी. अब वो ऐसे ही तकरीबन आधे से कुछ कम लंड को अंदर बहेर करने लगा जिस से मुझे मज़ा आने लगा और चूत के जूस से उतना लंड आसानी से फिसल के अंदर बहेर होने लगा. उसके हाथ मेरे बगल मे से निकल के मेरे शोल्डर्स को ज़ोर से टाइट पकड़े हुए थे अब मेरी चूत उसके लंड को अड्जस्ट कर रही थी अंदर बहेर स्लिप हो रहा था उसका लंड कभी कभी सूपदे तक निकल के अंदर घुसता तो कभी ऐसे ही छोटे छोटे धक्के (स्ट्रोक्स) से अंदर बहेर करता और फिर उसने देखा के मेरी ग्रिप उसके ऊपेर कुछ लूस होने लगी और मेरी चूत उसके लंड को अपने अंदर अड्जस्ट कर चुकी है तो वो समझ गया के अब मैं रेडी हू बाकी का लंड खाने के लिए और फिर मुझे टाइट पकड़ के लंड को पूरा सूपदे तक बहेर निकाल के एक इतना ज़ोर दार झटका मारा के मेरे मूह से चीख निकल गई

ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममममममममाआआआआआ मई म्‍म्म्मममाआआआररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गगगगगगगगगगगाआआआआऐययईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई और उसका लंड मेरी चूत को फाड़ता हुआ मेरे पेट मे घुस्स चुका था मेरा अंदर का दम अंदर और बहेर का दम बहेर रह गया और मुझे लगा मानो किसी ने मेरी चूत को किसी तेज़ चक्कु (शार्प नाइफ) से काट डाला हो चूत मैं बोहोत ज़ोर की जलन होने लगी और पहले तो मेरी ग्रिप एसके के बदन पे बोहोत ही टाइट हो गई मेरे मूह से उउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ ऊऊहह और आआग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की तेज़ आवाज़ निकली जैसे किसी बकरी (गोट) को स्लॉटर करने के टाइम पे बकरी के मूह से निकलती है और फिर मेरी ग्रिप एसके के बदन से एक दम से लूस हो गई और मेरे हाथ पैर बेड पे गिर गये और फिर ऐसे लगा जैसे टोटल ब्लॅक आउट और मैं शाएद चार या पाँच मिनिट के लिए बे होश (अन कॉन्षियस) हो गई थी मेरा सारा बदन पसीने से भीग चुका था साँसें तेज़ी से चल रही थी मेरी आँख खुली तो सारा कमरा धुन्द्ला (ब्लूर्र) सा दिखाई दे रहा था और धीरे धीरे मुझे सॉफ दिखाई देना लगा और मैं होश मे आ गई.

क्रमशः...............
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09-07-2018, 01:01 PM,
#22
RE: non veg story किरण की कहानी
किरण की कहानी पार्ट--7

लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर

हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा

गतांक से आगे........................

और जब होश आया तो एसके मेरे ऊपेर लेटे थे लोहे जैसा सख़्त लंड मेरी छोटी सी नाज़ुक चूत को फाड़ के अंदर घुस्स चुका था लैकिन धक्के नही लगा रहे थे शाएद एसके को पता था के मेरा टोटल ब्लॅक आउट हो गया है और मैं बे होश हो चुकी हू. फिर थोड़ी देर के बाद जब मेरे बदन मे कुछ जान वापस आई तो मैं ने फटी आँखो से एसके की तरफ देखा जैसे मेरी आँखें एसके से कह रही हो के तुम बड़े ज़ालिम हो हथोडे जैसे लंड से मेरी नाज़ुक चूत को फाड़ डाला पर शाएद वो मेरी नज़रों को समझ नही पाए और थोडा सा मुस्कुरा दिए और किस करने लगे उनका लंड मेरी चूत मे फसा हुआ था मेरी चूत पूरी तरह से खुल चुकी थी और मुझे लग रहा था जैसे मेरे चूत के अंदर जैसे कोई रेलवे एंजिन का पिस्टन घुसा हो जिस से मेरी चूत के अंदर की सारी हवा निकल गई हो. मुझे लग रहा था के मेरे बदन के दो टुकड़े हो गये हो.

थोडा और होश आया और मेरी आँखें खुली तो जब एसके ने पूछा कियों मेरी रानी अभी तक तकलीफ़ हो रही है क्या ?? तो मैं ने सर हिला के कहा हा मगर मूह से एक शब्द भी नही निकला बॅस सरर हिला के हा मे जवाब दिया तो वो मुझे किस करने लगे और कहा अभी सब ठीक हो जाएगा तुम फिकर ना करो और धीरे से लंड को बाहर खीचने लगा. जैसे जैसे वो अपने लंड को बाहर खेच्ते मुझे लगता जैसे मेरे बदन मे से कोई चीज़ बाहर निकल रही हो और मेरे बदन को खाली (एंप्टी) कर रही हो. पहले तो वो आहिस्ता आहिस्ता धाके

मारने लगे और स्लोली उसकी चुदाई की स्पीड बढ़ने लगी. . अब मेरी चूत के मसल्स एसके के इतने बड़े और मोटे लंड को पूरी तरह से अड्जस्ट कर चुकी थी और मैं मज़े लेने लगी आआआआआआअहह इतना मज़ा कभी नही आया था मुझे मेरी टाँगें उसके बॅक पे लपेटी हुई थी और वो नीचे खड़े खड़े धक्के मार रहे थे लंड चूत के अंदर बाहर हो रहा था. जैसे ही लंड बाहर निकालता मुझे लगता जैसे मेरा बदन खाली हो रहा हो और जैसे ही फिर से लंड चूत के अंदर घुस जाता मुझे लगता जैसे मेरा बदन और चूत फिर से फुल हो गई हो. उसके हर झटके से मेरे मूह से हप्प्प्प्प्प उउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ हप्प्प्प्प्प्प्प आआआहहह ऊऊईईईईईईईइ म्‍म्माआआअ ऊऊईईईई आआआअहह ईईएहह उउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह जैसी आवाज़ें निकल रही थी और मैं फिर से झड़ने लगती.और अब मेरी आँखों से आँसू भी नही निकल रहे थे. तकलीफ़ की जगह मज़े ने ले ली थी और मैं मस्त चुदाई के फुल मज़े ले रही थी.

एसके अपनी गंद उठा उठा के लंड को पूरा बाहर तक निकाल निकाल के मुझे घचा घूच घचा घच चोद रहे थे कमरे मे चुदाई की प्प्प्पक्कक्चह्क्कक प्प्प्पक्कक्चह्क्कककक प्प्प्पकक्चक्कक की आवाज़ें गूँज रही थी मैं एसके के बदन से चिपकी हुई थी मेरे चुचियाँ हर एक झटके से मेरे बदन पे डॅन्स करने लगती और कभी एसके मेरी चुचिओ को पकड़ के मसल देते कभी झुक के मूह मे ले के चूसने लगते और कभी निपल्स को काटने लगते. लंड पूरा बाहर सूपदे तक निकाल निकाल के मेरी टाइट चूत मे घुसेड देते तो मेरी आँखें बाहर निकल आती और मुझे लगता जैसे एसके का मूसल जैसा लंड मेरी चूत को फाड़ के मेरी गांद मे से बहेर निकल जाएगा. अब मैं पेन और प्लेषर से कराह रही थी बोहोत मज़ा आ रहा था और मैं एसके के बदन से छिपकली (वॉल लिज़र्ड) की तरह चिपकी हुई थी टाइट पकड़ा हुआ था उसके बदन को और वो था के फुल स्पीड से चोदे जा रहा था मैं तो पता नही कितने टाइम झाड़ गई झड़ने से चूत अंदर से बोहोत गीली हो गई थी और अब लंड आसानी से अंदर बहेर फिसल रहा था मेरी चूत पूरी तरह से खुल चुकी थी और तकलीफ़ से सूज के डबल रोटी ( ब्रेड ) हो गई थी. चुदाई की स्पीड बढ़ गई थी और मेरे चूत के अंदर फिर से लावा निकलने को बेचैन होने लगा मेरे मूह से मज़े की सिसकारियाँ निकल ने लगी और इसी टाइम पे चुदाई की स्पीड और बढ़ गई और फिर एसके ने अपना “आकाश मिज़ाइल” जैसा रॉकेट लंड पूरा सूपदे तक बाहर निकाला और एक इतनी ज़ोर से धक्का मारा के मैं फिर से चिल्ला उठी आआआआआआआअहह म्‍म्म्माआआआआआअ उउउउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ

ऊऊऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममाआआअ और मुझे लगा जैसे कमरा गोल गोल घूम रहा हो और मुझे कुछ नज़र ही नही आ रहा था सारा बदन पसीने से भीग चुका था आँखें बहेर को निकल गई थी और फिर उसके लंड मे से मलाई की पिचकारियाँ निकलने लगी पहली पिचकारी मेरी चूत मे लगते ही मेरी चूत फिर से झड़ने लगी और जो लावा चूत के अंदर उबल रहा था बहेर निकलने लगा उसकी पिचकारियाँ निकलती रही और उसके धक्के स्लो होते गये और थोड़ी देर मे एसके मेरे बदन पे गिर गये और मेरी ग्रिप भी उनके बदन पे लूस हो गई और मेरे हाथ पैर फिर से ढीले पड़ गये दोनो गहरी गहरी साँसें ले रहे थे मेरी चुचियाँ हम दोनो के बदन के बीच मे पिसी जा रही थी दोनो चुचियाँ फ्लॅट हो गई थी दोनो के बदन के बीच मैं.झड़ने के बाद भी उसका लंड मेरी चूत मे फूलता रहा और फिर वो मेरे ऊपेर से मेरे साइड मे लेट गया तो उसका लंड एक प्लॉप की आवाज़ के साथ ही मेरी फटी चूत से बहेर निकल गया और हम दोनो थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहे फिर दोनो ऊपेर खिसक के बेड के ऊपेर आ गये. उसका लंड चूत से बहेर निकलते ही मेरी चूत मे से दोनो की मिली जुली क्रीम निकल के बेड पे गिरने लगी. . थोड़ी देर मे देखा तो पता चला के मेरी चूत से सच मे खून निकल आया है. मैं हैरान रह गई के मेरी चूत की सील तो पहले ही टूट चुकी थी फिर यह सेकेंड टाइम खून कियों निकला फिर ख़याल आया के इतना बड़ा मूसल जैसा लंड इतनी छोटी सी चूत मे घुसेगा तो खून तो निकलेगा ही और यह ख़याल आते ही मेरे मूह पे हल्की सी मुस्कुराहट आ गई. मेरी अंगारे की तरह से जलती और प्यासी चूत आज इतने महीनो के बाद शांत पड़ गई थी चूत की प्यास बुझ चुकी थी चूत की आग ठंडी पड़ चुकी थी. मैं आँखें बंद किए लेटी रही और हम दोनो गहरी गहरी साँसें लेते रहे.
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09-07-2018, 01:01 PM,
#23
RE: non veg story किरण की कहानी
एसके ने कहा वाउ किरण तुम्हारी चूत तो एक दम से टाइट है क्या अशोक तुम्है चोद ता नही है ? तो मैं ने कहा के पहले तो तुम्हारा लंड देखो कितना बड़ा लंबा मोटा और कितना सख़्त जैसे कोई स्टील का पाइप हो और यह मेरी इतनी छोटी सी चूत मे घुसेगा तो टम्हे तो टाइट ही लगेगा ना और देखो इस मूसल ने मेरी छोटी सी चूत का क्या हाल बना दिया है इस मे से खून भी निकाल दिया इसने मेरी चूत को फाड़ डाला और दूसरे यह के हा अशोक से मुझे कभी भी मज़ा नही आया वो तो बॅस मेरी चूत मे आग लगा के खुद ठंडा पड़ जाता है और पलट के सो जाता है और मैं सारी रात जलती रहती हू. कभी कभी ही तो उसका छोटा सा लंड जो इतना सख़्त भी नही होता अंदर जाता है और फॉरन ही उसकी मलाई निकल जाती है ऐसा लगता है जैसे मेरी गरम चूत मे उसकी मलाई पिघल के निकल गई हो और कभी कभी तो बिना अंदर घुसाए ही ऊपेर ही अपना माल गिरा देता है और आज

मुझे ऐसे लग रहा है जैसे आज ही मेरी सुहाग रात हुई हो और ऐसी चुदाई ज़िंदगी मे कभी नही हुई और मैं ने कहा के एसके तुम्हारी वाइफ के तो मज़े होगे वो बोला के नही ऐसे कोई बात नही पहली टाइम तो वो भी तुम्हारी तरह से बेहोश हो गई थी और अब उसकी चूत मेरा लंड आसानी से ले लेती है मैं तो उसकी गंद मे भी डालता हू और वो गंद भी आसानी से मरवा लेती है. मैं ने हैरत से कहा के उसकी गंद मे इतना मोटा और बड़ा लंड घुस्स कैसे जाता है तो वो बोला के पहले टाइम ही थोडा सा दरद होता है फिर बाद मे नही होता और फर्स्ट टाइम डालने के लिए बोहोत सा तेल लगाना पड़ा था तब कही जा के धीरे धीरे घुसा सका था.

हम ऐसे ही बातें करते रहे और एसके ने मेरा हाथ पकड़ के अपने लंड पे रख दिया जो फिर से एरेक्ट हो चुका था उसने फिर से मेरी चूत मे अपनी उंगली डाल के क्लाइटॉरिस को मसलना शुरू कर दिया तो मेरी चूत फिर से गरम हो गई और गीली हो गई वो मेरी चुचिओ को चूस रहा था और खुद सीधा लेट के मुझे अपने ऊपेर खेच लिया फिर से उसका मूसल जैसा लंड किसी खोफ़नाक मिज़ाइल की तरह से खड़ा हो चुका था मई एक बार फिर से दर गई. एसके ने मुझे आगे की तरफ खेच लिया और मैं उसके मूह पे बैठ गई मेरे दोनो पैर उसके सर के दोनो तरफ थे मुड़े हुए थे और मैं उसके मूह पे अपनी चूत रगड़ रही थी एसके ने अपने हाथ बढ़ा के मेरे बूब्स को मसलना शुरू कर दिया. उसके दाँत मेरी चूत के अंदर बोहोत मज़ा दे रहे थे और मैं झड़ने लगी. मैं इतने टाइम झाड़ चुकी थी और ऐसे लगता था जैसे मैं आज झड़ने का सारे रेकॉर्ड तोड़ने वाली हू.

अब एसके ने मुझे पलटा दिया और हम 69 पोज़िशन मे आ गये मैं झुक के उसके मूसल जैसे लोड्‍े को अपने मूह मई लेने की कॉसिश करने लगी पर उसके सूपदे से ज़ियादा मेरी मूह मेी कुछ नही गया. मेरा मूह उसके लंड का सिल्की सॉफ्ट चिकना सूपड़ा पे लगते ही एसके ने अपनी गंद उठा के लंड मेरे मूह मे घुसेड़ना चालू कर दिया जिस से वो कुछ और अंदर गया और मेरा मूह उसके लंड से फुल हो गया मेरा मूह पूरा खुल चुका था पर वो अपनी गंद उचका उचका के मेरे मूह मे लंड घुसा रहा था तकरीबन आँधा या उस से कुछ ज़ियादा ही अंदर घुसा होगा जो मेरे हलक (थ्रोट) तक घुस चुका था और मैं उसका लंड चूसने लगी मेरे मूह मे दरद हो रहा था इतना मोटा लंड इतनी देर तक नही ले पा रही थी लंड मे से चिकना चिकना प्री कम निकल रहा था जिसे मैं टेस्ट कर रही थी.

उसका लंड उसके प्री कम से और मेरे थूक से बोहोत गीला हो चुका था और वो कंटिन्यू मेरी चूत को चूस रहा और मेरी गंद मे अपनी उंगली घुसेड रहा था. बहुत मज़ा आ रहा था

कभी कभी पूरी चूत को अपने दांतो मे पकड़ के काट लेता और ऐसे चबाता जैसे पान चबा रहा हो और मेरी चूत का फालूदा बना के खा रहा हो तो मैं इतनी मस्ती मे आ गई के फॉरन ही झड़ने लगी. मेरी चूत का रसीला जूस एसके के मूह मे जाने लगा जिसे वो हनी की तरह से चाटने लगा.
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09-07-2018, 01:01 PM,
#24
RE: non veg story किरण की कहानी
किरण की कहानी पार्ट--8

लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर

हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा

गतांक से आगे........................

अब एसके ने मुझे पलटा दिया मैं उसके बदन के दोनो तरफ घुटने मोड़ के बैठी थी जैसे घोड़े की सवारी कर रही हू. उसका मिज़ाइल जैसा लंड सीधा खड़ा था. मैं थोड़ा सा ऊपेर उठी और उसकी लंड के सूपदे को अपनी चूत के सुराख मे रगड़ने लगी गीली चूत और चिकना प्री कम से भरा हुआ लंड का सूपड़ा मेरी चूत के अंदर आसानी से घुस गया. अब तो मेरी चूत का सुराख बोहोत ही बड़ा हो चुका था. इतने बड़े मोटे और लोहे जैसे लंड से जो चुद चुकी थी. अब मैं ने धीरे धीरे उसके मूसल लंड पे बैठना शुरू किया तो वो मेरी गीली चूत के अंदर घुसने लगा उसी समय मे एसके ने मुझे झुका लिया और मेरी चुचिओ को अपने मूह मे ले के चूसना शुरू कर दिया और निपल्स को काटने लगा तो मैं और ज़ियादा मस्ती मे आगाई और अब वो अपनी गंद उठा के अपने लंड को मेरी चूत मे अंदर बहेर करने लगा. अब उसका चिकना लंड गीली चूत मे आधा ही आसानी से घुस रहा था उसने देखते ही देखते अपनी गंद को ज़ोर से ऊपेर उठाया और लंड को जड़ तक मेरी चूत के अंदर पेल दिया और मेरी आँख मे फिर से पानी आ गया और मूह से ऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममममाआआआआआआआआअ निकल गया और मैं उचक के लंड को बहेर निकालने की कोशिश करने लगी पर एसके ने मुझे ज़ोर से पकड़ा हुआ था अब मैं फिर गहरी गहरी साँसें ले रही थी बोहोत दरद हो रहा था थोड़ी ही देर के बाद मेरी चूत फिर से उसके लंड को अपने अंदर अड्जस्ट कर पाई थी. थोड़ी देर ऐसे ही लेटे रहने के बाद मेरी कुछ ब्रीदिंग ठीक हुई तो एसके ने अपनी गंद उठा उठा के मुझे चोदना शुरू कर दिया और मेरी चुचिओ को चूसने लगा तो मुझे भी अब मज़ा आने लगा और मैं उसके मूसल लंड पे उछलने लगी जब उसका लंड चूत के अंदर घुसता तो लगता जैसे चूत फाड़ के मेरे पेट (स्टमक) तक घुस्स आया हो. बहुत मज़ा आ रहा था उसने मेरी डॅन्स करते हुए चुचियो को पकड़ के चूसना शुरू कर दिया और मैं झड़ने लगी पर उसके लंड से मलाई निकलने का नाम ही नही ले रही थी.

मैं झाड़ चुकी थी और मेरे हाथ पैर ढीले हो गये थे. एसके समझ गया के अब मैं टोटली खल्लास हो चुकी हू तो उसने मुझे पीछे को हटा दिया और अपनी फैली हुई टांगो के बीच मे लिटा लिया और मेरे सर को उठा के मेरे मूह मे अपना मोटा लंड घुसा दिया. उसके लंड पे लगा हुआ मेरा जूस अछा लग रहा

था मैं उसके लंड को चूस्ति रही अब मैं उसके लंड को थ्रोट तक अंदर ले के चूस रही थी एसके के हाथ मेरे सर पे थे और वो मेरे सर को पकड़ के मेरा मूह अपने लंड मे घुसा रहा था और अपनी गंद उठा उठा के मेरी मूह को चोद रहा था. मुझे लगा के उसका मूसल जैसा लंड मेरे मूह के अंदर फूल रहा है और इस से पहले के मैं कुछ समझ पाती और अपना मूह लंड पे से हटा सकती उसने एक ज़ोर दार धक्का मारा जिस से उसके लंड का सूपड़ा मेरे हलक (थ्रोट) मे घुस गया और उसके लंड मे से मलाई की पिचकारियाँ निकलने लगी जो डाइरेक्ट मेरे हलक मे चली गई मैं उसका लंड चूस्ति रही और उसकी मलाई खाती रही. जब वो पूरी तरह से झाड़ चुका तो मुझे अपने ऊपेर खेच के मेरे मूह मे अपनी जीभ डाल के फ्रेंच किस करने लगा जिस पे उसकी मलाई का टेस्ट था. उसका लंड अब थोड़ा सा सॉफ्ट हो चुका था और हमारे बंदन के बीच मे सॅंडविच बना हुआ था. ऐसे ही हम दोनो एक दूसरे के बदन पे पड़े रहे. थोड़ी देर के बाद हम दोनो ने एक साथ शवर लिया मैं ने उसके लंड को धोया उसने मेरे चूत को धोया और शवर से बहेर निकल के उसने अपने कपड़े पहने और किस करने लगा मेरे चेहरे को अपने हाथो मे ले लिया और बोला के किरण तुम बोहोत ही खूबसूरत हो और

आइ लव यू वेरी मच यू आर दा बेस्ट और मैं किसी कुवारि लड़की की तरह से शर्मा रही थी.

और जब एसके जाने लगे तो मैं उनके सीने से लिपट गई और मेरी आँख मे आँसू निकलने लगे मैं रोने लगी मुझे एक ही दिन मे एसके से अपनी जान से ज़ियादा प्यार हो गया था. वो मुझे किस करने लगे और कहने लगे अरे किरण ऐसे रोया नही करते मैं हू ना तुम्हारे साथ तुम किसी बात की फिकर नही करना मैं तुम्हारा ज़िंदगी भर साथ नही छोड़ूँगा. मैं तुमसे मोहब्बत करने लगा हू बॅस यह राज़ मेरे और तुम्हारे दरमियाँ ही रहने दो अशोक को इसकी खबर ना हो नही तो अछी बात नही होगी वो क्या फील करेगा मेरे बारे मे. मैं ने आँसू भरी आँखों से एसके की तरफ देखा और अपना सर हा मे हिला दिया. मैं एसके को छोड़ना ही नही चाह रही थी कस्स के पकड़ा हुआ था. मैं चाह रही थी के आटीस्ट आज की रात एसके मेरे साथ ही रहे और सारी रात मुझे प्यार करता रहे और मैं उसकी बाहों मे मूह छुपा के सो जाउ पर क्या करती मजबूरी थी उसको भी अपने घर जाना था उसके भी तो बीवी बच्चे थे. आँसू भरी आँखों से एसके को सी ऑफ किया और बेड पे गिर के रोने लगी. यह एक अजीब से रिलेशन्स की फाउंडेशन थी जिसे क्या नाम दू मेरी समझ मे नही आ रहा था बस मेरा दिल रोने को चाह रहा था और मैं रोते रोते कब सो गई पता ही नही चला.
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09-07-2018, 01:01 PM,
#25
RE: non veg story किरण की कहानी
सुबह उठी तो तबीयत कुछ अजीब सी लग रही थी. बेड पे ही काफ़ी देर तक लेटी रही रात की चुदाई का सोच सोच के मुस्कुराती रही और फिर जब उठ के बाथरूम जाने लगी तो पता चला के मेरी चूत काफ़ी सूज गई है और चूत मे बोहोत दरद हो रहा था. मैं बाथरूम मे गई और गरम गरम पानी से शवर लिया और चूत मे साबुन लगा के गरम पानी से ढारा तो जब कही जा के चूत की तकलीफ़ कुछ कम हुई और शवर से बहेर निकल के अपने बदन को टवल मे लपेट के बदन सूखा रही थी तो सारे बदन मे एक मीठा मीठा सा दरद हो रहा था जो बोहोत अछा लग रहा था और मैं गुनगुनाने लगी “ आज मैं जवान हो गई हू ओ मिट्ठू मिया आज मैं जवान हो गई हू. मुझ को भूलेगा ना यह दिन यह साल यह महीना ओ मिट्ठू मिया”…………………. नहा ने के बाद कपड़े चेंज किए और कॉफी बना के पीने लगी. रात मे कुछ खाया भी नही था और सच मानो कुछ खाने का मूड भी नही कर रहा था तो कॉफी के साथ कुछ बिस्किट्स खा लिए और मैं फ्रेश हो गई तो मुझे कल एसके के साथ अपनी चुदाई का हाल याद आ गया तो मैं फिर से मुस्कुराने लगी और एसके का ख़याल आते ही मैं ने ऑफीस के टेलिफोन पे एसके का नंबर डाइयल किया.

हेलो

हाई किरण कैसी हो

छोटी सी चूत को फाड़ के अब पूछते हो कैसी हू ? मैं ने हंसते हुए कहा तो वो भी हस्ने लगा. मैं ने पूछा तुम कैसे हो तो उसने कहा के जब से तुम्हारे घर से वापस आया हू किसी काम मे दिल नही लग रहा है तुम्हारी याद सता रही है और तुम्हारी बाँहो मे सोने का मन कर रहा है तो मैं ने हंस के कहा आ जाओ ना फिर देखो मैं तुम्हारा ही इंतेज़ार कर रही हू तो एसके ने हंसते हुए पूछा के तुम इंतेज़ार कर रही हो या तुम्हारी चूत ?? मैं ने हंस के कहा खुद ही आ के पूछ लो वो तो ज़ख़्मी है शाएद उसको मसाज की ज़रूरत पड़ेगी तो एसके ने फिर से हंसते हुए कहा के चलो अगर चूत ज़ख़्मी है तो आज गंद से ही काम चला लेते हैं तो मेरे मूह से एक दम से चीख निकल गई न्‍न्‍नणन्नाआअहीईईईईईईई तो वो हँसने लगा और कहा के चलो मैं आता हू थोड़ी देर मे और खुद ही पूछ लूँगा के कौन मुझे याद कर रहा है फिर एसके ने पूछा रात नींद कैसी आई किरण तो मैं ने कहा बहुत वंडरफुल नींद आई ऐसी मस्ती मे सोई जैसे बे होश हो गई हू और बॅस अभी अभी आँख खुली है. बॅस अभी शवर ले के आई हू मुझ से तो ठीक से चला भी नही जा रहा है कुछ मीठा मीठा सा दरद सारे बदन मे है. एसके हँसने लगा और कहा अभी क्या इरादा है मैं ने कहा आ जाओ अब तुम्हारे बिना एक मिनिट भी जी नही लग रहा है. एसके ने कहा मेरा भी

यही हाल है. मैं ने कहा एसके क्या आज की रात मेरे साथ रुक सकते हो मैं अकेली हू और अशोक भी शाएद 1 वीक के बाद ही आएगा तो उसने कहा हा रुक तो सकता हू पर एक शर्त है अगर तुम रेडी हो गई तो मैं आज की रात क्या अशोक के आने तक तुम्हारे पास ही रुक सकता हू. एक वीक तक हर रात मेरे साथ गुज़ारने का सुन के मैं तो जैसे खुशी से पागल हो गई और कहा के एसके तुम एक वीक तक मेरे साथ गुज़रोगे तो मुझे तुम्हारी हर शर्त मंज़ूर है और नेक्स्ट टाइम के लिए भी सारी शर्तें मंज़ूर हैं बॅस तुम आ जाओ और मेरे साथ एक वीक की सारी रातें गुज़ारो मैं तुम्हारे लिए कुछ भी कर सकती हू अपनी शर्त बोलने की ज़रूरत नही है ओके तो एसके ने कहा देखो सोच समझ के जवाब दो और मेरी शर्त तो सुन लो तो मैं ने कहा मुझे कुछ नही सुनना है बॅस मैं ने कह दिया ना के मुझे तुम्हारी हर शर्त बिना सवाल के मंज़ूर है तो उस ने कहा ठीक है अगर तुम्हारा यही फ़ैसला है तो ओके मैं आज से एक वीक की सारी राते तुम्हारे ही साथ गुज़रुँगा. और हां तुम आज सारा दिन रेस्ट ले लो और सो जाओ कियोन्के मैं आज की रात से एक वीक तक की रातें तुम्है सोने नही दूँगा. यह सुन के मेरा दिल खुशी के मारे उछल ने लगा मैं बच्चो की तरह से खुश हो गई.

एसके ने कहा तो ठीक है मैं ऑफीस ख़तम कर के सीधे तुम्हारे पास ही आ जाउन्गा और तुम डिन्नर तय्यार नही करना मैं पिज़्ज़ा हट से सूपर सुप्रीम पिज़्ज़ा ले के आ रहा हू ओके तो मैं ने कहा ठीक है और वेट करने लगी. वाउ एसके एक वीक तक मेरे साथ ही रहेगा तो खुशी के मारे मुझ से खाना भी नही खाया गया मैं बे सबरी से रात का और एसके का इंतेज़ार करने लगी. जैसे तैसे लंच किया और सोने के लिए बेड पे लेट गई पर नींद कहा आती मेरा सारा दिमाग़ तो एसके के लंड मे अटक के रह गया था बॅस बेड पे लेटी रेस्ट लेती रही और चुदाई का ख़याल आते ही मुस्कुरा देती.
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09-07-2018, 01:01 PM,
#26
RE: non veg story किरण की कहानी
किरण की कहानी पार्ट--9

लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर

हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा

गतांक से आगे........................

तकरीबन 7 बजे बेल बजी, डोर खोला तो देखा के एसके खड़े मुस्कुरा रहे है. ब्लॅक पॅंट और वाइट शर्ट पे डार्क ब्लू आंड रेड स्ट्रॅप के टीए मे वो बोहोत ही शानदार लग रहे थे मैं तो देखते के देखते ही रह गई. एसके ने हंस के कहा अंदर आने भी दोगि या यही खड़ा रखोगी तो मैं गड़बड़ा गई और कहा ओह सॉरी अंदर आ जाइए प्लीज़ तो एसके अंदर आ गये और अपने पीछे डोर को लॉक कर दिया उनके हाथ मे एक बड़ा पिज़्ज़ा और एक शॉपिंग बॅग मे चॉक्लेट आइस क्रीम थी वाउ मैं ने पूछा के आपको कैसे पता चला के आइ लव चॉक्लेट आइस क्रीम तो एसके ने कहा सब से पहले तो यह आप आप करना छोड़ो और नो फॉरमॅलिटीस और हा मुझे पता है के हर स्वीएट लड़की को चॉक्लेट आइस क्रीम ज़रूर पसंद होती है बॅस दिल ने दिल से

कहा और मैं ने सुन्न लिया तो मैं मुस्कुरा दी और एसके से लिपट गई और अपना मूह उनके सीने मैं छुपा के उसके बदन को बे तहाशा प्यार करने लगी और साथ ही मुझे रोना आ गया और मैं रोने लगी और बोली के आइ लव यू सो मच एसके आइ लव यू सो मच आइ नीड यू ऑल्वेज़. मैं तुम्हारे बिना नही रह सकती अब एसके प्लीज़ तुम डेली आते रहना मेरे पास नही तो मैं मर जाउन्गि तो एसके ने मुझे अपने आप से लिपटा लिया मेरे बदन पे हाथ फेरा और अपनी बाँहो मे जाकड़ लिया और बोला के हे किरण आइ ऑल्सो लव यू सो मच किरण यू डॉन’ट वरी मैं डेली तुम्हारे पास आऊंगा और तुम्हारी हरर इक्चा पूरी करूँगा यू आर दा डार्लिंग ऑफ माइ हार्ट आंड सौल. हम दोनो एक दूसरे से लिपटे रहे वो मुझे प्यार करने लगे और मेरे आँसू अपने होटो से पीने लगे और कहा के किरण यह बोहोत कॉस्ट्ली आँसू है इन्है ऐसे वेस्ट ना करो. मैं थोड़ी देर रोती रही फिर एसके ने तसल्ली दी तो मैं कुछ ठीक हुई और थोड़ा सा उठ के एसके के लिप्स पे किस किया और फिर हम दोनो के मूह खुल गये और हम एक दूसरे की ज़बान चूसने लगे. एसके के बदन से आती हुई पर्फ्यूम की खुश्बू मुझे पागल किए दे रही थी.

हम दोनो टेबल पे आ गये और पिज़्ज़ा खाने लगे. एसके मुझे अपने हाथो से पिज़्ज़ा खिला रहे थे तो मैं ने एक पिज़्ज़ा का पीस अपने मूह मे रखा और एसके को खिलाया और उसके साथ ही किस भी हो गया इसी तरह से हम एक दूसरे को एक दूसरे के मूह से खिलाते रहे और एक एक पीस के साथ किस्सिंग भी कंटिन्यू रही. मंन कर रहा था के एसके और मैं सारी ज़िंदगी एक दूसरे के साथ ही रहे और ऐसे ही एक दूसरे को प्यार करते रहे. यह ऐसी इक्च्छा थी जो पूरी नही हो सकती थी यह मुझे भी मालूम था और एसके को भी. पिज़्ज़ा ख़तम हो गया और हम थोड़ी देर ऐसे ही मस्ती करते रहे.

डिन्नर ख़तम होने होने तक तकरीबन 9 बज गये थे. थोड़ी देर के बाद मैं कॉफी बना के ले आई और दोनो सोफे पे बैठ के कॉफी पीने लगे. कॉफी पीते पीते एसके ने मेरे ब्लाउस के बटन्स खोल दिए और मेरी चुचिओ से खेलने और दबाने लगे रात की चुदाई के बाद अब मैं भी बोल्ड हो गई थी और मैं ने अपना हाथ एसके के लंड पे रखा तो उसका लंड फॉरन उसके पॅंट के अंदर खड़ा हो गया. मैं ने सोचा के इतना बड़ा और मोटा लंड पॅंट के और अंडरवेर के अंदर आकड़ेगा तो एसके को तकलीफ़ होगी तो मैं सोफे से उठ गई और अंदर कमरे मे जा के अशोक की एक लूँगी ले आई और एसके को दे दी. एसके सोफे से उठ खड़े हुए और अपनी शर्ट और बानयन निकाल दिया और कहा किरण ज़रा पॅंट तो निकाल दो तो मैं ने पॅंट का बेल्ट खोला और ऊपर से हुक खोल के ज़िप को नीचे करके पॅंट उतार दिया अब लंड अंडरवेर के अंदर

तंबू बनाए हुए था तो मैं थोड़ा सा आगे को झुक के अंडरवेर के दोनो तरफ से दो हाथ डाल के जैसे ही अंडरवेर नीचे किया तो मैं एक दम से उछल पड़ी लंबा मोटा रॉकेट जैसा लंड उछल कर मेरे मूह के सामने लहराने लगा तो मैं ने मस्ती मे उसको अपने हाथ से पकड़ लिया और लंड के सूपदे का एक ज़बरदस्त चुंबन ले लिया और थोड़ा सा चूस लिया. एसके ने अभी मेरे मूह मैं लंड घुसना सही नही समझा कियॉंके अभी अभी हम ने खाना खाया था यह सोचा होगा के कही उल्टी (वॉमिट) ना हो जाए और खाना बहेर निकल ना जाए. एसके ने लूँगी लपेट ली फिर एसके ने कहा के अरे इसकी क्या ज़रूरत है और अपनी लूँगी निकाल दी और बिना शर्ट और बिना लूँगी के मेरे पास नंगे ही सोफे पे बैठे गये. एसके ने मेरे सारे कपड़े भी उतार दिए और अब हम दोनो नंगे ही सोफे पे बैठे रहे और एक दूसरे के बदन से खेलते रहे मैं उसका लंड दबाती और मसल्ति रही वो मेरी चुचिओ को मसल्ते और निपल्स को काट ते रहे और चूत का मसाज भी करते रहे.
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09-07-2018, 01:01 PM,
#27
RE: non veg story किरण की कहानी
हम तकरीबन 1 घंटे तक ऐसे ही सोफे पे बैठे रहे. मेरा बदन जोश मे गरम हो गया था तो एसके ने कहा के किरण तुम्हारा बदन इतना गरम कियों हो गया कही तुम्है टेंपरेचर तो नही तो मैं ने हंस के कहा के नही एसके यह आक्च्युयली मेरे बदन का टेंपरेचर नही मेरी चूत का टेंपरेचर है जो बदन पे महसूस हो रहा है तो एसके ने हंस के कहा के लगता है तुम्हारी चूत की गर्मी को निकलना पड़ेगा बोलो तय्यार हो तो मैं ने हंस के कहा के कल रात तुम जब से गये हो मैं तो तब ही से तय्यार हू निकाल दो इस चूत की सारी गर्मी को जैसे तुम चाहो तो एसके ने कहा ठीक है अभी मैं इंतेज़ाम करता हू चूत को ठंडा करने का और फ्रिड्ज से चॉक्लेट आइस क्रीम निकाल के ले आए.

मैं उतनी देर मे सोफे के सामने पड़ी हुई सेंटर टेबल पे से कॉफी के पीयाले उठा के ले गई. हमारी सेंटर टेबल सोफा सेट के बीचे मे पड़ी है जो रेक्टॅंगल शेप की है और अछी ख़ासी बड़ी है जिसपे एक आदमी अपनी टाँगें नीचे लटका के आराम से लेट सकता है. टेबल बोहोत ऊँची भी नही बिल्कुल नीची भी नही यूँ समझे के अगर कोई अपने टाँगें नीचे छोड़ के टेबल पे लेट जाए तो उसके लेग्स आसानी से फ्लोर पे लग जाते हैं बलके थोड़ा सा नीस के पास से मूड भी जाती है. मतलब के ऐसे हाइट की है के कोई टेबल पे लेटा हो तो उसको बोहोत मस्त तरीके से चोदा जा सकता है. हा तो एसके ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और नंगा कर के मुझे सेंटर टेबल पे लिटा दिया और खुद टेबल के साइड मे खड़े हो के मेरे बदन पे ठंडी ठंडी चॉक्लेट आइस क्रीम डालने लगा. ठंडी आइस क्रीम बदन पे लगते ही सारे बदन मे एक करेंट सा दौड़ गया और मज़ा आने लगा. एसके ने सारी क्रीम मेरे बदन पे डाल दी और मेरे बदन पे मलने लगे. चूत पे कुछ ज़ियादा ही क्रीम डाली. गरम चूत पे ठंडी क्रीम बोहोत अछी लग रही थी और गरम चूत पे ठंडी आइस क्रीम पड़ते ही चूत की गर्मी से पिघलने लगी.

चूचियों पे आइस क्रीम डाल के मसल्ते रहे और दबाते रहे. मेरा तो आने वाली चुदाई का सोच के ही चूत मे से जूस निकल ने लगा. जब सारे बदन पे क्रीम स्प्रेड कर दी तो अब एसके मेरे बदन को चाट ने लगे. कुछ क्रीम मेरे मूह पे भी लगा दी थी पहले तो किस किया जिस से क्रीम हम दोनो के मूह मे भी गई और मज़ा आने लगा. अब एसके मेरे बदन को चाट रहे थे. चुचियो को दोनो हाथो से पकड़ के मसल भी रहे थे और चूस भी रहे थे और आइस क्रीम के मज़े भी ले रहे थे. एसके मेरी दोनो टाँगों के बीचे मे खड़े थे तो मेरी टाँगें ऑटोमॅटिकली उनके बदन के ऊपेर कैंची बन गई और उनके बदन को अपनी टाँगो से पकड़ लिया. ऐसी पोज़िशन मे उनके तने हुए लहराते लंड को देख के मेरी चूत के मूह मे पानी आगेया. एसके मेरी चुचिओ को चूस्ते रहे और फिर मेरे नेवेल एरिया पे क्रीम डाल के चाट ते रहे मेरा तो मस्ती के मारे बुरा हाल हो गया था मेरी साँसें गहरी हो गई थी. अब एसके नीचे फ्लोर पे बैठ गये और मेरी चूत पे से क्रीम चाटने लगे तो मैं ने अपने पैर उनकी नेक पे डाले के अपनी चूत मे उनका मूह घुसेड लिया और उनका सर पकड़ के चूत के अंदर घुसा दिया और उनके मूह से अपनी चूत को रगड़ने लगी.

ठंडी क्रीम चूत के अंदर बोहोत अछी लग रही थी. उनकी जीभ चूत के अंदर ऊपेर से नीचे और नीचे से ऊपेर. मेरी आँखें बंद होने लगी और मैं मस्ती मे आ गई और मेरी चूत के अंदर से जूस रेडी होगया तो मैं ने उनके सर को ज़ोर से पकड़ के अपनी चूत से रगड़ दिया. उनके दाँत मेरी चूत और क्लाइटॉरिस से लगते ही मैं झड़ने लगी और जैसे जैसे मेरी चूत मे से जूस निकल ने लगा मैं उतनी ही तेज़ी से उनके सर को पकड़े उनके मूह मे अपनी चूत रगड़ती रही थोड़ी देर के बाद मेरा झड़ना बंद हुआ तो मैं ने कहा एसके अब बर्दाश्त नही होता प्लीज़ चोद डालो ना अब कल से तड़प रही हू मैं तुम्हारे लंड के लिए तो एसके ने कुछ और आइस क्रीम मेरी चूत मे लगाई और उठ खड़े हुआ और अपने लंड के सूपदे को चूत के सुराख मे टीका के मेरे ऊपेर झुक गये और मेरी चुचिओ को चूसना श्सुरू कर दिया और मेरे शोल्डर्स को पकड़ के अपनी गंद उठा उठा के लंड को चूत के अंदर बहेर करते रहे फिर वो थोडा सा सीधा हुए पर उनका लंड चूत के आधा अंदर ही रहा तब बोहोत सारी क्रीम अपने लंड पे डाल दी और एक ज़ोर से झटका मारा
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09-07-2018, 01:01 PM,
#28
RE: non veg story किरण की कहानी
तो मेरे मूह से चीख निकल गई आआआऐईईईईईईईईईईईई आरू प्प्पकक्चह्क्ककक की आवाज़ से उनका इतना बड़ा मोटा ताज़ा लंड मेरी गीली चूत मे आइस क्रीम के साथ घुस्स गया. अब फिर से वो मुझ पे झुक गये और मेरे बगल के नीचे से हाथ डाल के मेरे … शोल्डर्स को पकड़ लिया और चुदाई शुरू कर दी. लंड अंदर बहेर हो रहा था इतना मोटा लंबा लोहे जैसे सख़्त लंड छोटी सी चूत मे घुसता तो चूत के लिप्स भी लंड के साथ अंदर तक घुस्स जाते और फिर लंड के साथ ही बहेर निकल आते मुझे बोहोत मज़ा आ रहा था.

एसके नीचे फ्लोर पे खड़े थे और अपने पैरो की ग्रिप ले के पूरी ताक़त से मुझे चोद रहे थे मेरे मूह से सिसकारिया निकल रही थी आआआअहह सस्स्स्ककक्क बोहूऊऊथततत्त म्‍म्माआज़्ज़्ज़्ज़ाआआ आआआ राअह्ह्हाआअ हहाऐईयइ ईईएईईईईईई आईसीई हीईए चूओद्दूऊऊओ उउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ आआहह उउउउउ आआअरर्र्र्र्ररर व्न्न्न्ड्डेयीयेयर्र्र फ़फफुऊऊुउउल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल आअहह आईसीए हीईई ऊऊऊऊऊहह लंड पूरा सूपदे तक बहेर निकाल निकाल के चोद रहे थे बोहोत मज़ा आ रहा था एसके का लंबा मोटा लंड मेरी बच्चे दानी को हिट कर रहा था जिस से मुझे और मज़ा आ रहा था. मेर पैर उनके बॅक पे लपेटी हुई थी और मैं उनकी गंद को पकड़ के चुदाई के मज़े ले रही थी. एक बार फिर थोड़ी और क्रीम अपने लंड पर डाल के चोदने लगे और अब उनकी चुदाई की स्पीड बढ़ गई थी और फिर एक इतनी ज़ोर से झटका मारा के मेरे मूह से फिर से चीख निकल गई मुझे लगा जैसे मेरी चूत फिर से फॅट गई हो और सारा कमरा गोल गोल घूमने लगा मेरे आइ बॉल्स ऊपेर चढ़ गये मेरी ग्रिप एसके के बदन पे टाइट हो गई और उनको ज़ोर से पकड़ लिया. बहुत तेज़ी से और ज़ोर से चोद रहे थे उनका लंड मेरी छोटी सी चूत के अंदर मुझे फूलता हुआ महसूस हुआ और एक ज़ोर का झटका मारा तो मेरी बच्चे दानी मे हलचल होने लगी और उस के साथ ही एसके के लंड मे से गाढ़ी गाढ़ी थिक क्रीम के फव्वारे निकलने लगे मैं एसके से ज़ोर से लिपटी रही मेरी ग्रिप टाइट थी. अब उनके धक्के स्लो होने लगे और मुझे लग रहा था जैसे अननोयिंग्ली मेरी चूत के मसल्स एसके के लंड को जैसे निचोड़ रहे हो और जैसे उनके लंड से निकली हुई क्रीम की एक एक ड्रॉप को चूत के अंदर लेना चाहती हो. उनकी क्रीम के साथ ही मेरा जूस भी निकलने लगा और हम दोनो के क्रीम से मेरी चूत फुल हो गई.
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09-07-2018, 01:02 PM,
#29
RE: non veg story किरण की कहानी
किरण की कहानी पार्ट--10

लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर

हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा

गतांक से आगे........................

थोड़ी देर तक एसके मेरे ऊपेर ऐसे ही लेटे रहे अपने लंड को चूत के अंदर ही रहने दिया. जब हम दोनो की साँसें थोड़ी ठीक हुई तो एसके ने अपना लंड मेरी ओवरफ्लो होती हुई चूत से

बहेर निकाल लिया और फॉरन ही पलट के मेरे मूह की तरफ अपना लंड कर दिया जिसमे से हम दोनो की क्रीम टपक रही थी तो मैं ने फॉरन ही अपना मूह खोल दिया और उनके लंड को चूसने लगी और एसके ने मेरी चूत को किस किया और फिर चूत को चाटने लगे. दोनो इसी तरह से एक दूसरे की मिक्स्ड मलाई और आइस कीम का मज़ा लेते रहे. मैं ने डिब्बे से थोड़ी आइस क्रीम निकाल के एसके के लंड पे लगाई और चूसने लगी. आहह क्या मज़ा आ रहा था ऐसी आइस क्रीम पहली बार खा रही थी जिसपे आइस की क्रीम के साथ हम दोनो की लंड और चूत की क्रीम भी थी चॉको बार की तरह से चूस रही थी उसका मोटा लंड. अब उस का लंड फिर से अकड़ गया था और मेरे मूह मे फूलने लगा था. मेरी चूत मे से भी जूस निकल ना शुरू हो गया था. एसके ने थोड़ी और क्रीम मेरी चूत मे लगा के चाटना शुरू कर दिया. अब वो जोश मे मेरे मूह को चोद रहे थे और चूत को अपने मूह मे ले के पान जैसा चबा रहे थे. मेरी क्लाइटॉरिस पे उनका दाँत लगा और मैं झड़ने लगी.

एसके मेरे मूह को चोद रहे थे उनका इतना मोटा लंबा लंड का सूपड़ा मेरे हलक मे टक्कर मार रहा था. मेरा जूस कंटिन्यू निकल रहा था और मैं उसी मस्ती मे एसके का लंड ज़ोर ज़ोर से चूस ने लगी और वो अपने गंद उठा उठा के अपना लंड पूरा बहेर निकाल निकाल के मेरे मूह को चूत समझ के चोदने लगे और फिर थोड़ी ही देर मे मेरे मूह की चुदाई की स्पीड बढ़ गई और उनके लंड के सुराख मे से क्रीम के फव्वारे निकल निकल के मेरे हलक मे डाइरेक्ट उतरने लगा. मुझे लगा जैसे तकरीबन एक कप जितना गाढ़ा गाढ़ा निकला होगा और मैं उसके लंड की सारी मलाई मज़े से खा गई. उनके लंड से क्रीम निकलते ही मेरी चूत फिर से झड़ने लगी और मैं ने अपनी थाइस से उनके सर को ज़ोर से पकड़ लिया और अपनी गंद उठा के चूत उनके मूह मे रगड़ने लगी. जब दोनो की मलाई निकल गई तो दोनो शांत हो गये. मैं बे दम हो के वही लेटी रही और एसके नीचे फ्लोर पे लुढ़क गये और दोनो गहरी गहरी साँसें ले रहे थे दोनो की आँखें बंद हो गई थी.

थोड़ी देर तक ऐसे ही लेटे रहे फिर एसके ने मुझे उठाया और पूछा क्या किरण मज़ा आया तो मैं ने एक ज़ोर दार चुम्मा लिया और कहा एसके किरण की छोटी सी चूत को अपने लंबे मोटे मूसल जैसे लंड से चोदे और किरण को मज़ा ना आए ऐसे हो सकता है क्या ?? और यह तुम्हारा ही लंड है जिसने मेरी प्यासी चूत की प्यास बुझाई है और इस्मै लगी आग को ठंड किया है तो एसके हँसने लगे और मुझे उठा के बाथरूम मे ले गया और शवर खोल दिया. दोनो ने एक दूसरे को साबुन लगाया और अछी तरह से एक दूसरे को सॉफ किया और नहा ने लगे. नहाते नहाते मैं एसके के लंड को पकड़ के मसल ती रही तो वो फिर

से खड़ा हो गया.यही हाल मेरी चूत का भी था एसके जब मुझे साबुन लगा के चूत धो रहे थे तो अपनी उंगली चूत के सुराख के अंदर डाल के उंगली से चोदने लगे तो मे भी मस्ती मे आ गई और एसके से लिपट गई. इसी तरह से नहाते नहाते मस्ती करते रहे और फिर हम बाथरूम के बहेर निकल आए और टवल से एक दूसरे के बदन को सॉफ किया और फिर सोफे पे आ के बैठ के बाते करने लगे और एक दूसरे के बदन से खेलने लगे. एसके ने अशोक के बारे मे पूछा के वो कैसे चोद ता है तो मैं ने बता दिया के शादी के कुछ ही दीनो तक तो उसका लंड मेरी चूत के अंदर गया और बॅस अंदर गया और दो या तीन धक्के मे उसकी क्रीम निकल गई ऐसे लगता था जैसे क्रीम उसके लंड के हेड मे रेडी है चूत की गर्मी लगी और क्रीम निकल गई.

उसके बाद से तो अब तक ऐसा है के कभी तो उसका छोटा सा पतला लंड पूरी तरह से अकड़ता भी नही और कभी अकड़ भी जाता है तो चूत के अंदर घुस ने से पहले ही मेरी चूत के लिप्स के ऊपेर ही अपनी क्रीम गिरा देता है जिस से मेरी चूत की आग बढ़ जाती है पर शांत कभी नही हुई और शादी के बाद से पहली चुदाई से ले के आज तक मुझे उसके लोड्‍े से कभी सॅटिस्फॅक्षन नही मिला. कल जब तुम ने चोदा तो मुझे पता चला के सही मानो मे चुदाई कैसे होती है और औरत को चुदाई का मज़ा कैसे आता है. जब मैं 16 साल की थी तो मेरे कज़िन ने मुझे चोदा था पर अब तो उस बात को भी तकरीबन 12-14 साल हो गये है और उस टाइम पे मुझे मेरे कज़िन के लंड से चुदवाने मे बोहोट मज़ा आया था पर तुम्हारी चुदाई और तुम्हारा लंड तो इतना वंडरफुल है के जी चाहता है के तुम मुझे चोद्ते जाओ और मैं तुम से चुद्वति जाउ. एसके ने पूछा अछा तो तुम ने कज़िन से भी चुदवाया है तो मैं ने कहा हा ऐसे ही हो गया था बॅस और फिर उसको अपनी पहली चुदाई की दास्तान सुना डाली. एसके मेरी कहानी सुनते सुनते फिर से मेरे बूब्स को दबा ने लगे और मेरा हाथ पकड़ के अपने लंड पे रख दिया जो फिर से अकड़ के लोहे जैसा सख़्त हो चुका था और मैं उसके लंड को दबा ने लगी.

एसके ने पूछा अब कैसा लग रहा है किरण तो मैं ने कहा बोहोत मस्त फील कर रही हू सारे बदन मे एक अजीब सा मीठा मीठा मस्ती भरा दर्द जैसे हो रहा है तो एसके ने कहा चलो मैं तुम्हारे बदन की मालिश कर देता हू तो मैं ने कहा वाह मालिश से तो मज़ा ही आ जाएगा चलो बेडरूम मे चलते है तो मैं ने कहा कोई प्लास्टिक हो तो बेड पे बिछा दो मैं ने कहा के नही ऐसा कोई प्लास्टिक तो नही है मैं कोई पुरानी वाली बेडशीट बिछा देती हू और अलमारी से एक पुरानी वाली बेड शीट निकाल के बेड पे बिछा दी. एसके ने पूछा कौनसा तेल है तो मैं ने कहा मालिश के लिए कौनसा तेल अछा होता है तो उसने पूछा के घर

मे ऑलिव आयिल है क्या तो मैं ना कहा हा है एक डिब्बा ऑलिव आयिल का.. क्या उस से मालिश करोगे ? तो एसके ने कहा हा वो ऑलिव आयिल ही सब से अछा होता है मालिश के लिए. मैं दूसरे रूम मे गई और ऑलिव आयिल का डिब्बा ले के आ गई.
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09-07-2018, 01:02 PM,
#30
RE: non veg story किरण की कहानी
एसके ने कहा के अब तुम सीधे लेट जाओ तो मैं ऐसे ही लेट गई टाँगें चौड़ी कर के स्प्रेड कर ली एसके मेरे टाँगो के बीच मे घुटनो के बल बैठ गये और मेरे बदन पे तेल डालना शुरू किया. सारे बदन पे तेल डाला. चुचियो की गोलाई मे और नवल के सुराख मे और चूत के पास तक डाल दिया और डिब्बा एक तरफ रख के मालिश करना शुरू कर दिया. सारे बदन पे हाथ से तेल को फैला दिया और मालिश करने लगे चुचिओ को मसल ते रहे सारा बदन स्लिपरी हो गया बोहोत मज़ा आने लगा और बदन बोहोत लाइट महसूस होनेलागा. मेरी चिकनी चूत को देख के उनका लंड फिर से तन तना कर खड़ा हो गया था और मेरी चूत देख के उनके लंड के मूह मे प्री कम का पानी आने लगा था. हम दोनो एक दूसरे की आँख से आँख मिला के एक दूसरे को घूर रहे थे दोनो नंगे थे बोहोत अछा लग रहा था. एसके बड़ी ज़बरदस्त मालिश कर रहे थे मेरे बदन मे मस्ती चढ़ रही थी मेरी चूत जूस के निकलने से गीली हो चुकी थी. उनका लंड मेरी चूत के सामने

एक टाइम जब वो झुक के मालिश कर रहे थे और उनका लंड मेरे चूत के सामने ही था तो उनका हाथ फिसल गया, मेरे लेग्स तो स्प्रेड ही थे जिस से चूत खुली हुई थी और जब उनका हाथ फिसला और वो बॅलेन्स आउट होने की वजह से सामने की तरफ फिसल गये तो उनका लंड एक ही झटके मे मेरी चिकनी चूत के अंदर घुसता चला गया. मेरी आँखें एक दम से बहेर निकल आई मैं उनका लंड चूत के अंदर एक्सपेक्ट नही कर रही थी. एसके ने थोड़े झटके मारे और जब मेरी चूत ने उनके लंड को अड्जस्ट कर लिया और मुझे मज़ा आने लगा तो एसके ने अपना आकड़ा हुआ लंड बहेर निकाल लिया. मैं ने कहा अरे यह कियों एसके रहने दो ना अंदर ही अछा मज़ा आ रहा है तो उसने बोला रूको अभी चोद्ता हू थोड़ी देर मैं पहले अछी तरह से मालिश तो कर लूँ तो मैं ने कहा ठीक है.

फिर एसके ने कहा अब तुम बेड पे उल्टा लेट जाओ और पिल्लो निकाल दो और अपने हाथो को अपने मूह के सामने फोल्ड कर के रख लो तो मैं वैसे ही लेट गई जैसा एसके ने बोला था. अब मैं उल्टा लेटी हुई थी इसी लिए एसके को नही देख सकती थी. एसके ने फिर मेरे पीछे पीठ (बॅक) पे ऑलिव आयिल डाला और स्प्रेड कर दिया शोल्डर्स के पास और फिर पीठ पे और फिर मेरे गोल गोल चूतदो पे तेल डाल के स्प्रेड कर दिया ताकि तेल नीचे ना गिरे और फिर मेरी टाँगें स्प्रेड कर के वो मेरी टाँगो के बीचे मे फिर से घुटनो के

बाल बैठ गया और झुक के मेरे शोल्डर्स की मालिश करने लगा दोनो हाथो से. आयिल बोहोत चिकना था उसके हाथ आसानी से फिसल रहे थे. मुझे बोहोत अछा लग रहा था बदन मे मस्ती चढ़ रही थी मेरी आँखे बंद हो रही थी. एसके ने मेरे पेट से थोड़ा नीचे छूत के पास फिर से पिल्लो रख दिया जिस से मेरे चूतड़ ऊपेर उठ गये. अब एसके मेरे दोनो चूतदों को मसल रहे थे दबा रहे था ज़ोर ज़ोर से. थोडा और तेल डाल दिया और थोड़ा तेल मेरी गंद खोल के उसके सुराख मे भी डाल दिया. अब एसके मेरी टाँगो के बीचे मे अपने पैर फोल्ड के के बैठे थे ऐसी पोज़िशन मे उनके लंड का सूपड़ा कभी मेरी चूत से टकराता तो कभी गंद से. वो आधा उठ उठ के मालिश कर रहे थे और अब तो चूतदो को मसल रहे थे मुझे बोहोत मज़ा आ रहा था. दोनो चूतड़ खोल खोल के गंद मे भी तेल डाल के अपनी उंगली गंद मे अंदर बहेर करते तो और ज़ियादा मज़ा आता.

एसके ने अपना लंड तेल के डिब्बे मे डाल के पूरी तरह से तेल से भर लिया और मेरे ऊपेर आ गये और चूतदों के बीच मे लंड रख के मेरे ऊपेर झुक गया और मेरे शोल्डर्स को मालिश करने लगे. उनका लंड दोनो चूतदो के बीच मे ऊपेर नीचे ऊपर नीचे हो रहा था कभी कभी लंड का सूपड़ा फिसल के चूत के सुराख मे घुस्स जाता तो मुझे बोहोत मज़ा आता और कभी फिसल के गंद के सुराख मे अटक जाता तो मुझे तकलीफ़ होती पर मैं ने कुछ कहा नही कियों के तकलीफ़ उतनी ज़ियादा नही होती थी. उनका लंड चूतदों की खाई (वॅली) मे बिना गंद के सुराख मे घुसे के ऊपेर नीचे हो रहा था. अब वो फिर से मेरे बदन पे झुका हुआ था और पीठ की मालिश कर रहा था जिस से उसका लंड गंद के सुराख से टकरा रहा था. उसने खूब बोहोत सा तेल फिर से मेरी गंद मे डाल दिया और अपने लंड के सूपदे को गंद के सुराख मे घुसा के ऊपेर से तेल टपकाने लगा जिस से तेल डाइरेक्ट उसके सूपदे पे और गंद के छेद मे गिरता हुआ मुझे महसूस हो रहा था और ऐसे ही करते करते वो प्रेशर दे रहा था तो सूपड़ा पूरा अंदर चला गया. मेरी गंद खुल बंद हो ने लगी. उसने कहा रिलॅक्स किरण तो मैं चौंकी और कहा नही एसके प्लीज़ गंद मे नही डालना नही तो मैं मार जाउन्गि तो एसके ने कहा तुम फिकर ना करो किरण तुम्है कोई तकलीफ़ नही होगी मैं गॅरेंटी देता हू तो मैं ने कहा नही प्लीईएआसए तो एसके ने कहा के तुम हमारी शर्त को भूल रही हो तो मैं ने पूछा कैसी शर्त. एसके ने कहा ओह तुम मेरी शर्त भूल गई क्या रात यही गुज़ारने की तो मुझे अचानक याद आगेया और मैं घबरा गई तब समझ मे आया के यह किस शर्त की बात कर रहे हैं पर अब क्या हो सकता था और अब मुझे यकीन हो गया के आज मेरी गांद की खैर नही

एसके मेरी गंद मारे बिना छोड़ने वाले नही. मैं डर रही थी पर कुछ कर भी नही सकती थी.

पर क्या कर सकती थी एसके की मिन्नते करने लगी के प्लीज़ गंद मारने को छोड़ के कोई भी शर्त मंज़ूर है तो उसने कहा अब नही हो सकता तुम ने कहा था के तुम्है मेरी हर शर्त बिना सुने के मंज़ूर है. एसके ने कहा देखो किरण आज तो मैं तुम्हारी गंद मारूँगा ज़रूर और अगर तुम अपनी गंद को टाइट करोगी तो तुम्हाई थोड़ी तकलीफ़ होगी. थोड़ी सी इस लिए के तुम्हारी गंद मे फुल तेल लगा हुआ है और अगर तुम अपनी गंद को बिल्कुल रिलॅक्स कर दो गी तो बिल्कुल भी तकलीफ़ नही होगी और लंड ईज़िली गंद के अंदर फिसल जाएगा कियॉंके मेरे लंड को और तुम्हारी गंद को तेल से चिकना कर चुका हू तो बहतेर यही है के तुम रिलॅक्स हो जाओ और गंद मे लंड लेने का मज़ा लो. मैं ने सोचा के आज तो मेरी गंद इस लोड्‍े से नही बच सकती तो कियों नाएसके जैसे कहता है मैं वैसे ही करती रहू. यह ख़याल आते ही मैं ने अपनी गंद को रिलॅक्स कर दिया और गहरी गहरी सांस लेने लगी जिस से मेरी गंद कुछ रिलॅक्स हुई. मैं ने फिर कहा देखो एसके बोहोत धीरे करना नही तो मेरी गंद फॅट जाएगी तो एसके ने हंस के कहा तो क्या हुआ चूत भी तो फॅट चुकी है तुम्हारी अब अगर गंद भी फॅट जाएगी तो क्या प्राब्लम है. मैं ने कहा मुझे बोहोत दरद होगा तो उसने कहा के तुम गंद को रिलॅक्स रखो इस से तुम्है कोई दरद नही होगा ओके तो मैं ने भी कहा ओके.
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