Mastram Story कमीना
08-15-2018, 12:13 PM,
#81
RE: Mastram Story
रवि- क्यो ऐसा क्या देख लिया तूने

करण- अरे मेने देखा मेरी मम्मी पूरी नंगी खड़ी होकर अपनी चूत के बाल साफ कर रही थी, उसकी मोटी और गदराई जवानी

फूली हुई चूत और मोटी-मोटी गान्ड देख कर मे तो पागल हो गया और मेरा लंड अपनी मम्मी की नंगी मदमस्त जवानी को

देख कर खड़ा हो गया, वह अपनी चूत के एक-एक बाल को बड़े प्यार से साफ कर रही थी और उसकी चूत से जैसे-जैसे बाल साफ हो

रहे थे उसकी गोरी चूत और ज़्यादा फूली हुई नज़र आने लगी, उसकी फूली हुई चूत के मोटी-मोटी फूली हुई फांके और उसकी

चूत का कटाव साफ नज़र आ रहा था और उसके पेडू और गदराए पेट के उठाव ने मुझे पागल कर दिया था, जब वह थोड़ा

घूम गई तो उसकी गदराई मोटी गान्ड देख कर तो मेरा दिल करने लगा कि अभी जाकर अपनी मम्मी की गदराई उठी हुई मोटी गान्ड मे अपने लंड को कस कर पेल दू, जब मेरी मम्मी के चूत के बाल पूरे साफ हो गये तो वह अपनी फूली हुई गदराई चूत को अपने हाथ से सहलाते हुए बचे हुए बालो कॉधूढ़ने लगी, उसकी चूत के फूले हुए हिस्से को देख कर मेरे मुँह मे पानी आ गया और मुझे ऐसा लगने लगा कि काश ऐसी फूली हुई चूत को चूमने का मोका मिल जाए तो ऐसी रसीली चूत को रात भर नंगी करके चातू,

रवि- करण को एक और ग्लास देता हुआ ले करण आज तेरी बातो से वोड्का का नशा डबल लगने लगा है, आगे बता फिर क्या हुआ,

करण- रवि से ग्लास ले कर अपने मुँह मे लगा कर एक ही घुट मे ग्लास खाली करते हुए, फिर उस दिन मेने अपनी मम्मी की नंगी गदराई जवानी को ध्यान करते हुए, उसकी फूली हुई चूत और मोटी गान्ड को कस-कस कर चोदने की कल्पना करते हुए तबीयत से मूठ मारी और तू यकीन नही करेगा अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके चोदने की कल्पना करके जब मेने अपना लंड हिलाया तो मुझे उस दिन सबसे ज़्यादा मज़ा आया, उस दिन के बाद मे अपनी मम्मी को पूरी नंगी देखने के मोके ढूढ़ने लगा और मेने फिर उसे कभी बाथरूम मे कभी उसके रूम मे कई बार नंगी देखा और अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके चोदने का सोच-सोच के खूब लंड हिलाया,

रवि- कभी तूने अपनी मम्मी को चोदने की कोशिश नही की

कारण- नही यार मेरी मम्मी बहुत सख़्त है इसलिए मेरी कभी हिम्मत ही नही पड़ी, हा किसी ना किसी बहाने से कभी अपनी मम्मी की मोटी गान्ड कभी उसके मोटे-मोटे दूध, और कभी उसकी गदराई जाँघो को ज़रूर छू कर मज़ा लिया है पर

चोदने का कभी मोका नही मिला और ना ही मेरी कभी हिम्मत ही पड़ी,

रवि- अबे यह बात तू मुझे पहले बता देता तो मे कुछ ना कुछ आइडिया तो तुझे ज़रूर दे देता,

करण- रहने दे यार तेरे आइडिया मुझे किसी भी दिन मरवा देंगे, मे तो अपनी मम्मी को चोदने की कल्पना करके लंड हिला

कर ही खुस हो लेता हू, मुझे कोई रिस्क नही लेना है,

रवि- खेर जैसी तेरी मर्ज़ी पर तूने अपनी मम्मी की चूत और गान्ड को जब से देखा होगा तब से तुझे भारी बदन वाली औरतो को ही चोदने का मन करता होगा,

करण- अरे मुझे तो अपनी मम्मी को ही चोदने का मन करता है लेकिन क्या करू, अपनी मम्मी की चूत मारने के लिए गान्ड मे दम भी तो होना चाहिए, अपनी मम्मी को फसा कर चोदना कोई मज़ाक तो नही है,

रवि- तू ठीक कहता है, लेकिन अगर तो कोशिश करता तो शायद सफल भी हो जाता, क्यो की औरतो को भी मोटे-मोटे लंड की बहुत चाह होती है, तूने अपना मोटा लोडा अपनी मम्मी को दिखा दिया होता तो शायद वह भी तेरी और ध्यान देने लगती,

करण- तू कहता तो ठीक है पर ऐसी स्थिति भी तो बनना चाहिए कि मे यह सब कर सकता

रवि- अरे यार ज़यादा कुछ नही तो अपनी मम्मी की फूली हुई चूत को एक बार सोते हुए ही अपनी मुट्ठी मे भर के तो देखता तुझे नही मालूम ऐसी गदराई औरतो की चूत को अपनी मुट्ठी मे भर कर मसल्ने मे कितना मज़ा आता है,

करण- अरे डियर अपनी मम्मी की चूत को तो मे कई बार जब वह गहरी नींद मे होती थी तब अपनी मुट्ठी मे भर कर

दबोचने क्या, एक बार तो उसकी साडी सोते हुए पूरी उपर हो गई थी और उसने पेंटी भी नही पहनी हुई थी और शायद झाँत के बाल भी उसने एक दिन पहले ही बनाए थे तब तू बात नही मानेगा मेने अपनी मम्मी की फूली हुई चूत पर अपने मुँह को रख कर जब उसकी गदराई मुलायम चूत को चूमा तो मेरा लंड अपना पेंट फाड़ कर बाहर आने को तड़प उठा, अपनी

मम्मी की फूली हुई चूत की मादक गान्ड ने मुझको पागल कर दिया था, मुझसे रहा नही गया और जब मेने हिम्मत

करके अपनी मम्मी की फूली हुई चूत की मोटी-मोटी गदराई फांको को अलग करने की कोशिश की वह एक दम से करवट ले कर लेट गई और मेरी तो गान्ड ही फॅट गई लेकिन किस्मत से मे बच गया तब से ज़्यादा कुछ नही करता हू, जब भी देखता हू कि वह गहरी नींद मे है तब कभी उसकी मोटी गान्ड को सहला लेता हू या फिर उसकी गदराई फूली हुई चूत पर अपना हाथ फेर लेता हू और फिर जाकर मूठ मार लेता हू

रवि- हाय तुझे तो बड़ा मज़ा आया होगा अपनी मम्मी की फूली हुई छूट को अपने हाथो मे भर कर दबोचने मे

करण- हा यार ऐसा मज़ा तो आदमी को पागल कर देता है

रवि- अपने मन मे सोचता हुआ, बेटे करण मेरा आधा सपना तो सच निकला पर तूने तेरी मम्मी को चोदा नही और मेरे

ख्वाबो मे तो तूने अपनी मम्मी को खूब कस-कस कर चोदा था, कही ऐसा तो नही कि तू पूरी बात मुझे बता नही रहा

है, खेर कोई बात नही, अगर तूने अपनी मम्मी को चोदा होगा तो एक ना एक दिन तू मुझे ज़रूर बताएगा,

रवि- करण तू मुझे अपनी होनेवाली बीबी की फोटो दिखाने वाला था ना

कारण- हाँ यार दिखाने वाला तो था लेकिन अभी तक तो फोटो मेरे पास नही आया है अब मेने ही नही देखा तो तुझे कहा

से दिखाऊ, लेकिन आज कल मे आ जाएगा फिट तुझे ज़रूर दिखाउँगा

रवि- चल ठीक है लेकिन शादी कब कर रहा है,

कारण- बस फोटो देख कर हाँ कहना है और फिर शादी की तैयारी शुरू

रवि- मतलब चट मँगनी और पट ब्याह

करण- हा यार अब चूत के बिना नही रहा जाता है, पर तूने यह नही बताया कि तू उस दिन किस लड़की को यहाँ लाया था, तूने

ज़रूर उसे मेरे बेड पर पूरी नंगी करके चोदा होगा,

रवि- तू ठीक कह रहा है, मेने उसकी उस दिन खूब कस कर चूत मारी थी, तू उसे नही जानता है, वह मेरी जान है और मे

उसी से शादी करने का सोच रहा हू पर

करण- पर क्या

रवि- अरे यार अब क्या बताऊ ना जाने किस मदर्चोद का रिश्ता उसके लिए आया है तब से वह बहुत रो रही है और मे भी

उसके लिए परेशान हू

करण- तो फिर अब क्या करेगा

रवि- सोचता हू जिस भोसड़ी वाले का रिश्ता उसके लिए आया है जाकर उसकी मा चोद दू

करण- हस्ते हुए, अबे तो जाकर चोद दे ना तुझे किसने रोका है

रवि- यार तुझे मज़ाक लग रहा है पर यह मेरे प्यार का सवाल है, मुझे कुछ समझ नही आ रहा है मे क्या करू

करण- एक कम क्यो नही करता, लड़की के मा-बाप से जाकर तू ही रिश्ता माँग ले

रवि- देखते है दोस्त क्या होता है, कुछ ना कुछ तो करना ही पड़ेगा,

दोनो दोस्त दिन भर आपस मे डिसकस करते हुए बिता देते है उसके बाद खाना खाकर रवि वही सो जाता है और जब शाम

होती है तो वह करण को बाइ करके अपने घर की ओर चल देता है,

रास्ते भर उसके दिमाग़ मे करण की बाते घूमती रहती है और वह करण की मम्मी की मस्तानी गान्ड और फूली हुई चूत को सोच-सोच कर उसका लोडा भनभनया रहता है, जब वह घर पहुचता है तो निशा और पायल बैठी हुई बाते करती रहती

है, और पायल रवि को देख कर

पायल- आ गये भाई साहब, कहाँ थे दिन भर

निशा- लगता है अपनी किसी गर्लफ्रेंड से मिल कर आ रहे है

रवि- उन दोनो को देख कर मुस्कुराता है और अपने रूम की ओर जाने लगता है, पायल का मन रवि से चिपकने के लिए सुबह से बेचैन रहता है और वह रवि को बड़ी हसरत भरी निगाहो से देखती है लेकिन अपनी भाभी के सामने कुछ नही कर पाती है, निशा पायल के चेहरे को पढ़ने की कोशिश करती है और फिर कुछ सोच कर,

निशा- पायल मे तो बैठे-बैठे थक गई हू, मैं थोड़ा अपने रूम मे जाकर आराम कर लू

पायल- अपनी भाभी की बात सुन कर खुस होते हुए, हाँ-हाँ क्यो नही भाभी मे भी थोड़ी देर अपने रूम मे जाकर लेट जाती

हू,

निशा- पायल को देख कर मुस्कुराते हुए, अरे अगर तुझे भी लेटने का मन कर रहा है तो चल मेरे साथ मेरे रूम मे

ही लेट जाना

पायल- एक दम घबरा कर नही-नही भाभी आप आराम से लेट जाओ मे तो थोड़ी देर बाद जाउन्गि,

निशा- मुस्कुराते हुए अपने रूम की ओर जाने लगती है और पायल अपनी भाभी को देखने लगती है, तभी निशा एक दम से

अपनी गर्दन घुमा कर पायल को देखती है और पायल एक दम से अपनी नज़रे चुराने लगती है, और निशा उसकी इस हरकत पर मंद-मंद मुस्कुराती हुई अपने रूम मे चली जाती है,

निशा के अपने रूम मे जाते ही पायल जल्दी से उठ कर रवि के रूम मे पहुच जाती है और रवि अपनी पेंट उतार कर पाजामा पहनने की तैयारी मे था तभी पायल मुस्कुराते हुए रवि के पास जाकर उसके अंडरवेार के उपर से ही उसका मोटा लंड पकड़ लेती है और

पायल- हाय क्या मस्त लंड है रे तेरा, दिन रात मे तेरे इस लंड के लिए बेचैन रहने लगी हू, और तू है कि अपनी दीदी की ओर ध्यान ही नही देता है

रवि- मुस्कुराता हुआ पायल के होंठो को चूमता हुआ, मेरी जान तुम्हारे लिए तो मे भी बहुत बेचैन रहता हू पर क्या

करू थोड़ा ज़रूरी काम था नही तो मे अपनी स्वीट दीदी को छोड़ कर कही जा सकता हू क्या, और पायल के मोटे-मोटे कसे

हुए गदराए दूध को अपने हाथो मे भर कर कस कर दबाने लगता है और उसका लंड अपनी दीदी के मोटे-मोटे दूध को

दबाते ही खड़ा हो जाता है, पायल से बर्दास्त नही होता है और वह रवि के अंडरवेार को थोड़ा नीचे सरका कर बैठ जाती

है और रवि के मोटे लंड को अपने मुँह मे भर कर लोलीपोप की तरह चूसने लगती है, लेकिन उन दोनो मे से किसी को भी इस बात का ध्यान नही रहता है कि दूसरी ओर निशा उन दोनो की उस हरकत को छुप कर देख रही है और निशा जब पायल को अपने भाई के तगड़े मोटे लंड को इतने प्यार से सहला-सहला कर चूस्ते देखती है तो उसकी चूत पूरी गीली हो जाती है, और वह रवि के मोटे लंड को बड़ी प्यासी निगाहो से देखने लगती है,

रवि- दीदी अब बस भी करो कही भाभी ना देख.... रवि के शब्द उसके मुँह मे ही रह जाते है क्योकि उसकी नज़र निशा के

उपर पड़ जाती है और वह देखता है कि निशा उसके मोटे लंड को बड़े गौर से देख रही है, तभी निशा की नज़र भी रवि की

नज़र से मिल जाती है और निशा के होश उड़ जाते है, और रवि अपनी भाभी के कामुक चेहरे को देख कर एक कमिनी मुस्कान अपनी भाभी की ओर मारता है और निशा तुरंत वहाँ से भाग जाती है,

क्रमशः........................
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08-15-2018, 12:14 PM,
#82
RE: Mastram Story
कमीना--23

गतान्क से आगे.............................

निशा के जाने के बाद.........

रवि- दीदी अभी छोड़ दो रात को कर लेना

पायल- उसके लंड से अपना मुँह हटाते हुए, अरे भाभी तो सोने चली गई है

रवि- मुस्कुरा कर अरे वह तो ठीक है पर अभी ठीक नही होगा हम रात को आराम से चोदेगे ना और पायल उसके मुँह से

चोदने की बात सुन कर उससे कस कर चिपक जाती है और रवि भी अपनी दीदी को अपनी बाँहो मे भर कर चूम लेता है लेकिन रवि के दिमाग़ मे निशा ही चलती रहती है और वह सोचता है कि अब भाभी का क्या रिक्षन होगा, कही भाभी भैया से, नही-नही भाभी मे इतनी हिम्मत नही है, और फिर वह मेरे लंड को भी तो घूर-घूर कर देख रही थी, मेरे थोड़े से

प्रयास से भाभी मुझसे अपनी फूली हुई चूत मराने के लिए ज़रूर राज़ी हो जाएगी और अगर साली ने नखरा किया तो, अब तो भाभी के पास जाकर ही कुछ समझ मे आएगा लेकिन दीदी का क्या करू,

पायल- रवि किस सोच मे डूबा है तू

रवि- कुछ सोच कर, दीदी लगता है भाभी ने हमे देख लिया है

पायल- उसकी बात सुन कर अपना मुँह फाडे यह तू क्या कह रहा है रवि

रवि- हाँ दीदी मे सच कह रहा हू

पायल- घबरा कर अब क्या होगा रवि

रवि- अरे दीदी तुम घबराती क्यो हो, तुम जाकर भाभी के पास बैठो मे थोड़ी देर मे आता हू

पायल- डरते हुए नही-नही मे नही जाउन्गि, रवि मुझे बहुत डर लग रहा है कही भाभी ने भैया को..

रवि- पायल के सर पर हाथ फेरता हुआ, अरे दीदी अपने भाई के होते हुए तुम डरती क्यो हो, मे जैसा कहता हू तुम वैसा

करो,

पायल- क्या करू

रवि- देखो दीदी अब भाभी पर हमारा राज खुल चुका है, अब उनसे बचने का बस एक ही रास्ता है मुझे भाभी को कैसे

भी करके चोदना होगा, और इसके लिए तुम्हे एक काम करना पड़ेगा

पायल- क्या करना पड़ेगा

रवि- दीदी तुम भाभी के पास जाकर बैठो और उनसे बिना डरे जितना हो सके सेक्स की बाते करो बाकी सब मे देख लूँगा

पायल- नही रवि मुझसे यह सब नही होगा मेरी तो गान्ड .....

रवि- अरे तुम तो पागल हो, भाभी की गान्ड मे इतना दम नही है कि वह यह सब बाते भैया से बता दे, तुम ऐसा शो

करना जैसे तुम्हे कुछ पता ही नही है और निडर होकर उनसे उनकी सेक्स लाइफ की बात जितना ज़्यादा हो सके करो और मुझे बताओ उनका क्या रिक्षन होता है, उसके बाद ही मे कुछ कर पाउन्गा

पायल- लेकिन रवि

रवि- डॉन'ट वरी दीदी मे हू ना, अगर कुछ गड़बड़ हुई तो सारी बात मे अपने उपर ले लूँगा तुम बिल्कुल फिकर मत करो

रवि पायल को समझा कर बाहर भेज देता है और पायल डरते हुए अपनी भाभी के रूम मे जाती है जहा निशा गंभीर

सोच मे डूबी हुई लेटी रहती है,

पायल- अपने चेहरे पर जबरन मुस्कुराहट लाते हुए,

पायल- क्या सोच रही हो भाभी मे तो समझी आप सो गई होगी

निशा- थोडा मुस्कुरा कर पायल के चेहरे को देख कर अपने मन मे देखो तो साली अपने भाई के मोटे लंड को चूस कर

कितना खुस दिख रही है, कितनी चुदासी है तू पायल मे तो तुझे बहुत सीधी समझती थी और तू क्या निकली

निशा- आ पायल बैठ

पायल- अपनी भाभी के रिप्लाइ पर कुछ राहत महसूस करती हुई, भाभी आपको भैया की बहुत याद आती होगी ना

निशा-मुस्कुरा कर हाँ वो तो है अपने पति की याद नही आएगी तो किसकी याद आएगी

निशा- अच्छा ये बता तू भी किसी को याद करती है कि नही

पायल- मुस्कुरकर अरे भाभी मे किसे याद करू, मेरी लाइफ तो वीरान है पर आपकी लाइफ तो शादी के बाद काफ़ी रंगीन हो

गई होगी ना

निशा- मुस्कुराते हुए, अरे यह ज़रूरी तो नही कि शादी के बाद ही लाइफ रंगीन होती है, कुछ लोग तो शादी के पहले भी अपनीलाइफ को रंगीन बना लेते है

निशा की बात सुन कर पायल थोड़ा झेप्ते हुए, अच्छा भाभी एक बात बताओ जब से आप यहाँ आई हो रात को ठीक से सो तो नही पाती होगी ना,

निशा- क्यो

पायल- इसलिए की भैया आपको सोने ही नही देते होंगे

निशा- अरे कहाँ, तेरे भैया को अपने काम से ही इतनी थकान हो जाती है की एक घंटे मे ही खर्राटे मारने लगते है, और

अपनी नई नवेली बीबी को भूल ही जाते है,

पायल- मुस्कुरा कर पर भाभी ये भी तो हो सकता है कि भैया सारी रात की कसर एक घंटे मे ही पूरी कर देते हो

निशा- तुझे लगता है कि कोई मर्द सारी रात की कसर एक घंटे मे पूरी कर सकता है

पायल- शरमाने का नाटक करती हुई, अब मुझे क्या पता भाभी मेरी तो अभी तक शादी भी नही हुई है

निशा- मुस्कुरा कर पर तुझे देख कर तो ऐसा लगता है जैसे तेरे पास कितना एक्सपीरियेन्स हो, कही किसी से टांका तो नही

भिड़ा लिया है तूने

पायल- तुम भी क्या बात करती हो भाभी, क्या मे ऐसी दिखती हू

निशा- पायल के मोटे-मोटे दूध को उसकी आँखो के सामने देख कर उसके दूध को अचानक अपने हाथो मे भर कर

दबाती हुई, पर तेरे ये तने हुए आम तो ऐसे ही लगते है जैसे इन्हे किसी ने कस-कस कर दबाया हो

पायल अपनी भाभी की इस हरकत के लिए बिल्कुल भी तैयार नही थी और निशा के द्वारा अपने मोटे-मोटे दूध मसले जाने से वह एक दम से सिहर जाती है और अपनी भाभी का हाथ अपने दूध से हटाती हुई,

पायल- अपनी भाभी को कामुक नज़रो से देखती हुई, आप भी ना भाभी, ऐसा मज़ाक करती हो

निशा -मुस्कुरा कर अच्छा, चल नही करती पर यह तो बता कि तूने कभी किसी का लंड देखा है

पायल- शर्मा कर, क्या भाभी आप भी ना

निशा- अरे मुझ से क्या शरमाती है जो तेरे पास है वही मेरे पास है, सच-सच बता दे मुझे देखा है कि नही

पायल- भाभी प्लीज़ आप कैसे सवाल कर रही हो, अगर यही सवाल मे आप से पुछु तो

निशा- हाँ तो पूछ ना क्या पूछना चाहती है तू

पायल- क्या आपने भैया के अलावा किसी का देखा है

निशा- हाँ

पायल- अपना मुँह फाडे अपनी भाभी को देखती हुई, किसका

निशा- अरे मेने तो इतना मोटा लंड देखा है कि तेरे भैया का भी उसके सामने कुछ नही है

पायल- मुस्कुरकर क्यो आपको भैया से मज़ा नही आता है क्या

निशा- आता है लेकिन मोटे लंड की बात ही कुछ और होती है जब तू अपनी चूत मे कोई मोटा लंड लेगी तब तुझे पता चलेगा

पायल- सच बताओ भाभी आपने किसका देखा है

निशा- मुस्कुरा अरे मेने जिसका लंड देखा है उसे तू नही जानती है वह ग़लती से मुझे नज़र आ गया था, पर तूने क्या

सचमुच किसी का नही देखा

पायल- अपने गले को अपनी उंगलियो से पकड़ती हुई सच्ची भाभी क्या मे आप से झूठ बोलूँगी

निशा- अपने मन मे इतना मोटा लंड चूस के आ रही है और मेरे सामने नौटंकी छोड़ रही है, अपने भाई का ही लंड

चुस्ती है और बड़ी भोली बन रही है

पायल- मे जानती हू भाभी तुमने किसी और का नही रवि का ही मोटा लंड देखा है और इसे लिए उससे चुदवाने की चाह मे अब तुम्हे भैया का लंड भी फीका लगने लगा है, वाकई भाभी तुम भी बड़ी चुदासी हो, चुदवा लो रवि से वह तो तुम्हे

चोदना ही चाहता है, फिर इतना नखरे क्यो चोद्ती हो उसके सामने, अब दे भी दो अपनी चूत मेरे दूसरे भाई को

दोनो अपनी-अपनी बाते सोच कर एक दूसरे को देख कर मुस्कुराती है, तभी रवि बाहर से आवाज़ लगाता हुआ अरे कोई कॉफी पिलाने का कष्ट करेगा इस घर मे,

निशा- मुस्कुरा कर जा तुझे बुला रहा है, जाकर अपने भाई के लिए कॉफी बना दे

पायल- मुस्कुरा कर नही भाभी वह मुझे नही आपको बुला रहा है आजकल उसे आपकी बनाई हुई कॉफी अच्छी लगती है

निशा- मुस्कुरा कर पायल को उठाते हुए, मुझे तो लगता है उसे हम दोनो की बनाई हुई कॉफी अच्छी लगती है और दोनो

मुस्कुराते हुए बाहर आ जाते है, पायल रवि के पास से मुस्कुराती हुई गुजरती है और रवि की ओर आँख मारते हुए

किचन मे चली जाती है और निशा आकर रवि के सामने बैठ जाती है,

रवि मुस्कुराता हुआ निशा की गदराई जवानी को घूर कर देखने लगता है और निशा से अपनी नज़रे मिला कर मुस्कुराते हुए

रवि- आज फिर से आप वही हरकत कर रही थी

निशा- उसको घूर कर देखती हुई, मेने जो किया वो किया पर तू तो बहुत ही बड़ा कमीना है रवि

रवि- क्यो मेने क्या किया है

निशा- मेने सब देखा है

रवि- मुस्कुरा कर तो अब आपकी क्या मर्ज़ी है

निशा- मुझे भी पायल समझा है क्या

रवि- भाभी एक चान्स तो दो मस्त कर दूँगा तुम्हे

निशा- अपनी नज़रे इधर उधर करती हुई मुझे नही होना मस्त

रवि- भाभी आप झूठ बोलती हुई अच्छी नही लगती

निशा- मे कोई झूठ नही बोल रही हू

रवि- निशा के तने हुए मस्ताने चुचो को देखता हुआ, तो फिर तुम्हारी दिल की धड़कन इतनी तेज क्यो चल रही है

निशा- अपने दूध को अपनी साडी मे छुपाती हुई, उठ कर जाने लगती है और रवि उसका हाथ पकड़ कर अपनी ओर खीच कर उसे पीछे से अपनी बाँहो मे भर लेता है और जैसे ही वह अपनी भाभी के गदराए जिस्म को अपनी बाँहो मे भरता है उसके मुलायम बदन के एहसास से उसका लंड खड़ा हो जाता है,
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08-15-2018, 12:14 PM,
#83
RE: Mastram Story
निशा- रवि छोड़ मुझे

रवि- उसके गालो पर अपना मुँह लगते हुए, भाभी एक बार दे दो ना

निशा- धीमी आवाज़ मे, रवि छोड़ पायल देख लेगी

रवि- पहले बोलो दोगि कि नही

निशा- मुस्कुरा कर नही

रवि- अपनी भाभी के दूध को अपना हाथ आगे ले जाकर कस कर दबोचते हुए, नही दोगि

निशा- आह रवि प्लीज़ छोड़ दे पायल आ जाएगी

रवि- पहले बताओ दोगि कि नही

निशा- आह क्या

रवि- अपनी भाभी के गालो को चूमता हुआ वही जो मे चाहता हू

निशा- मुझे क्या पता तू क्या चाहता है

रवि- तुम नही जानती

निशा- मुस्कुरा कर नही

रवि- अपनी भाभी के गदराए पेट पर अपने हाथ फेरता हुआ, मे बताऊ

निशा- नही

रवि- भाभी तुम जानती हो मे तुमसे क्या चाहता हू

निशा- क्या चाहता है

रवि- निशा की मोटी गान्ड से अपना लंड सटा कर उसकी गान्ड मे दबाता हुआ, भाभी मे तुम्हे खूब कस-कस कर चोदना

चाहता हू

निशा- रवि को एक दम से दूर धकेल कर किचन की ओर भागती हुई पलट कर उसको अपना अगुठा दिखाती हुई, सपने देख,

सपने

रवि- मुस्कुराता हुआ उसके पीछे जाता है और निशा किचन मे घुस जाती है, रवि किचन मे आता है और निशा पायल के

दूसरी ओर जाकर मुस्कुराते हुए रवि को देखती है और रवि अपनी भाभी को देख कर मुस्कुराता है

पायल- क्या हुआ आप दोनो इस तरह मुस्कुरा क्यो रहे है

निशा- कुछ नही पायल तेरा भाई पागल हो गया है

पायल- क्यो क्या हुआ

रवि- अरे दीदी मे तो बस भाभी से इतना ही कह रहा था कि मुझे तुम्हारी बनाई हुई कॉफी ही पीना है

निशा- मुस्कुरा कर अच्छा मे ही बना देती हू अब तू बाहर जाकर बैठ,

रवि बाहर आकर बैठ जाता है और फिर तीनो कॉफी पीते हुए अपनी नज़रो से मुस्कुरा कर एक दूसरे को देखने लगते है

उधर करण के मम्मी और पापा उससे मिलने आते है और करण की मम्मी उसको एक लिफ़ाफ़ा देती हुई बेटे यह फोटो देख ले और हमे जल्दी से बता देना की तुझे यह लड़की कैसी लगी तो फिर हम बात आगे बढ़ाते है और रिश्ता पक्का कर देते है, कारण के मम्मी पापा जब वापस चले जाते है तब करण उस लिफाफे को खोल कर जैसे ही सोनिया की फोटो देखता है उसकी याद ताज़ा हो जाती है और उसके मुँह से एक दम निकलता है हाय रब्बा यह तो वही लड़की है जो मुझे एक नज़र मे ही घायल कर गई थी, वाह मेरे रब्बा उस दिन मे तुझसे कुछ और भी माँगता तो शायद तू मुझे दे देता, करण सोनिया को देख कर खुस हो जाता है और तुरंत अपने मम्मी पापा को हाँ कह देता है और फिर वो लोग करण का रिश्ता सोनिया से पक्का कर देते है, सोनिया को जब पता चलता है कि उसकी शादी पक्की हो गई है तो वह बहुत दुखी हो जाती है और रवि को तुरंत फोन करके सब बात बता देती है और रवि अपने रूम मे बैठा-बैठा उदास हो जाता है, पायल उसकी उदासी देख कर उससे पूछती है तो रवि उसे सब बात बता देता है और पायल कुछ देर के लिए सोच मे पड़ जाती है,

पायल- क्या तू सचमुच सोनिया से शादी करना चाहता है

रवि- हाँ दीदी मे सच मच उससे प्यार करता हू, लेकिन मेरी समझ मे नही आ रहा है कि मे अब क्या करू, अगर मेने

कोई कदम नही उठाया तो सोनिया अपनी जान दे देगी और उसके लिए मे ही ज़िम्मेदार होऊँगा,

पायल- रवि के सर पर अपना हाथ फेरते हुए, रवि तू फिकर मत कर मे कुछ ना कुछ रास्ता निकालती हू,

शाम को रोहित जब घर वापस आता है तब निशा और पायल उसके पास बैठ कर बाते करती रहती है,

पायल- अच्छा भैया एक बात बताओ आप रवि की शादी कब करोगे,

रोहित- क्या बात है ये अचानक रवि की शादी की बात कहाँ से आ गई

पायल- वो बस ऐसे ही पूछ रही हू भैया

रोहित- देख पायल पहले मे तेरी शादी करूँगा क्यो कि तू रवि से बड़ी है उसके बाद ही रवि की शादी होगी

पायल- पर भैया मान लीजिए रवि मेरी शादी होने के पहले ही शादी करना चाहे तो

रोहित- अरे रवि क्या अपनी मर्ज़ी का मालिक है, जब तक तेरी शादी नही हो जाती रवि की शादी के बारे मे मे सोच भी नही सकता, हाँ अगर तुझे कोई लड़का पसंद हो तो बता दे मे तेरी शादी कर देता हू उसके बाद फिर जब रवि कहेगा उसकी शादी हो जाएगी,

पायल- रोहित की बात सुन कर कुछ सोचते हुए, ठीक है भैया

निशा- मुस्कुरा कर ठीक है का क्या मतलब है पायल क्या तूने कोई लड़का देख रखा है

पायल- मुस्कुराते हुए नही भाभी ऐसी कोई बात नही है

निशा- अगर कुछ हो तो भले अपने भैया को मत बता मुझे तो बता दे

पायल- मुस्कुराते हुए, नही भाभी ऐसी कोई बात नही है अगर होगी तो सबसे पहले आप को ही बताउन्गि

क्रमशः.........................
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08-15-2018, 12:15 PM,
#84
RE: Mastram Story
कमीना--24

गतान्क से आगे.............................

पायल कुछ सोचते हुए अपने रूम की ओर आ जाती है फिर अचानक उसके मन मे कुछ ख्याल आता है और वह सोनिया को फोन करती है और उससे कल उसके मम्मी-पापा से मिलने की बात कहती है, सोनिया उसे बताती है कि उसके मम्मी पापा कल शाम की गाड़ी से वापस जाएगे अगर वह मिलना चाहती है तो सुबह ही उसके घर आ जाए,

पायल सुबह-सुबह रवि को लेकर सोनिया के घर पहुच जाती है और रवि को आधे घंटे बाद घूम फिर कर आने को कहती

है और फिर सोनिया अपने मम्मी-पापा से पायल को मिल्वाती है, पायल सोनिया को इशारे से वहाँ से जाने को कहती है और

पायल- आंटी-अंकल आपने तो सोनिया की शादी बड़ी जल्दी तय कर दी

आंटी- हाँ बेटे अब क्या करे जवान लड़की की फिकर तो हर मा-बाप को लगी रहती है इसलिए हमने जल्दी ही उसकी शादी का फ़ैसला ले लिया,

पायल- आंटी-अंकल मेरे मन मे एक बात थी अगर आप बुरा ना माने तो मे कुछ कहु

अंकल- क्या बात है बेटी साफ-साफ कहो

पायल- अंकल दरअसल बात यह है कि सोनिया और मे बहुत समय से एक अच्छे दोस्त है और मे सोनिया को इतना पसंद करती थी कि मेने कुछ समय पहले सोनिया को लेकर यह सोचा था कि अगर सोनिया की शादी मेरे भाई से हो जाए तो मेरी सहेली मेरी भाभी बन कर मेरे घर आ जाएगी तो कितना अच्छा होगा,

अंकल- पायल बेटे तुमने सोचा तो बहुत अच्छा था लेकिन बेटी तुमने हमे यह बात बताने मे बहुत देर कर दी है अब

हम लड़के वालो को अपनी ज़बान दे चुके है और अब हम चाह कर भी उन्हे मना नही कर सकते है,

पायल- लेकिन अंकल

अंकल- बेटी हमारे यहा ज़बान की ही तो कीमत होती है अगर अब हम यह रिश्ता तोड़ देंगे तो हमारी समाज मे बदनामी होगी और लोग सोचेगे की लड़के वालो को हमारी बेटी मे ही कोई खोट नज़र आ गई होगी, बेटी मे तुम्हारे ज़ज्बात की कदर करता हू लेकिन अब रिश्ता तोड़ना हमारे बस मे नही है,

पायल सोनिया के घर से सोनिया को मुस्कुराकर हिम्मत दिलाते हुए रवि को लेकर आ जाती है, घर पहुच कर पायल रवि को लेकर अपने रूम मे आ जाती है और बेड पर बैठ कर कुछ सोचने लगती है,

रवि- क्या हुआ दीदी, क्या सोनिया के मम्मी-पापा नही माने,

पायल- अरे वह नही माने तो क्या हुआ, हमारे पास और भी रास्ते है तू फिकर क्यो करता है और रवि के गालो पर अपना हाथ फेरते हुए, अपने कमिने भाई की शादी का बीड़ा अगर उसकी बहन ने उठा लिया है तो फिर उसकी शादी उसी लड़की से होगी जिसे वह चाहता है, और यह तेरी दीदी का तुझसे वादा है फिर चाहे इसके लिए मुझे कोई भी कुर्बानी क्यो ना देनी पड़े,

रवि- पायल की बात सुन कर उसे अपने गले से लगा लेता है और ओह दीदी आइ लव यू, इस पूरी दुनिया मे एक तुम ही हो जो मेरे दिल के सबसे करीब है,

पायल- सोनिया से भी करीब

रवि- पायल के सर पर हाथ रखता हुआ, हा दीदी सोनिया से भी करीब, एक बार मे सोनिया के बिना जी सकता हू पर तुम्हारे बिना नही, आइ लव यू दीदी,

पायल- रवि को चूम कर आइ लव यू टू माइ रास्कल ब्रदर

रवि और पायल एक दूसरे को चूमते हुए एक दूसरे को अपनी बाँहो मे भर लेते है और फिर एक दूसरे को प्यार करते हुए एक दूसरे मे समा जाते है,

पायल- रवि मे तेरी शादी सोनिया से करवा तो दूँगी लेकिन फिर तू अपनी दीदी को मत भूल जाना

रवि- दीदी मे एक बार सोनिया को भूल सकता हू पर तुम्हे नही और रवि अपनी दीदी को चूमता हुआ उसके सीने से चिपक जाता है पायल रवि को अपने सीने से चिपकाए हुए रहती है लेकिन उसके दिमाग़ मे उसकी और सोनिया की शादी कैसे हो इसी बात की टेन्षन रहती है और वह अपने मन मे सोचती है कि मेने रवि को तसल्ली तो दे दी लेकिन अब मे क्या करू कि बात बन जाए,

दूसरे दिन पायल और रवि कॉलेज जाते है और ब्रेक पर पायल सोनिया से मिलती है और सोनिया को कहती है कि वह अपने होने वाले हॅज़्बंड का पता कही से भी हासिल करके उससे मिलने को कह, मे तेरे साथ चल कर तेरे होने वाले पति से मिलना चाहती हू, सोनिया यह बात अपनी मम्मी को बताती है कि वह एक बार उस लड़के से मिलना चाहती है, उसकी मम्मी उसके पापा से और उसके पापा अपने होने वाले समधी से बात करते है और वह करण का नंबर. उन्हे दे देते है और फिर सोनिया के हाथ करण का नंबर. आ जाता है. सोनिया यह बात पायल को बताती है और पायल करण के साथ सोनिया और उसकी मीटिंग फिक्स करने को कहती है,

इधर पायल सोनिया को लेकर करण से मिलने जाती है और उधर रवि अपने घर मे अपनी भाभी पर डोरे डालने लगता है और अपनी भाभी को घर मे अकेला पाकर आज उसे किसी भी कीमत पर चोदना चाहता है और घर के बाहर का गेट लगा कर निशा के बेडरूम मे पहुच जाता है और निशा उसे देख कर उठ कर बैठती हुई,

निशा- ऐसे क्या देख रहा है आज तेरी नज़रे कुछ ठीक नही लग रही है

रवि- भाभी आज मे आपको अपनी एक चीज़ दिखाना चाहता हू

निशा- थोड़ा घबरा कर देख रवि यह सब ठीक नही है

रवि- भाभी तुम कहती हो ना कि मे बहुत बड़ा कमीना हू, आज मे तुम्हे अपना कमीना पन दिखाना चाहता हू

निशा- घबरा कर नही रवि वो तो मे मज़ाक मे कहती थी तू तो बहुत अच्छा लड़का है

रवि- नही भाभी आप ग़लत कह रही हो, मे वाकई मे बहुत बड़ा कमीना हू, और यह बात दीदी भी अच्छी तरह से जानती

है और आज मे तुम्हे भी बता देना चाहता हू,

निशा रवि की बात सुन कर डर जाती है और रूम के बाहर जाने लगती है और रवि एक दम से उसका हाथ पकड़ लेता है और निशा एक दम से चिल्ला कर छोड़ मेरा हाथ कमीना कही का और रवि..............

रवि अपनी भाभी को खीच कर अपने सीने से लगा लेता है और उसके सर को अपने हाथ से पीछे से पकड़ कर उसके रसीले होंठो को चूमने लगता है निशा गु-गु की आवाज़ निकालते हुए उससे छूटने की कोशिश करती है, रवि का मोटा लंड अपनी गदराई भाभी की मदमस्त जवानी को छूने से खड़ा होकर झटके मारने लगता है, रवि देखता है कि निशा ज़्यादा ही नखरा कर रही है तो रवि अचानक अपने हाथ के पंजो से अपनी भाभी की फूली हुई चूत को उसकी साडी के उपर से पकड़ लेता है और उसकी इस हरकत पर निशा सीसीया जाती है, रवि उसका हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रखने की कोशिश करता है तो निशा अपनी मुट्ठी बाँध लेती है,

रवि अपनी भाभी की चूत को बुरी तरह अपने हाथो मे दबोचे हुए ओह कम ओन भाभी अब बहुत नाटक मत दिखाओ मे

जानता हू की तुम भी मेरा लंड पकड़ने के लिए तड़प रही हो,

निशा - रवि को खा जाने वालो नज़रो से देखते हुए उससे अपनी चूत को छुड़ा कर उसे धकेल कर बेड पर गिरा देती है और

अपने चेहरे पर गुस्सा दिखाते हुए रवि तुझे शरम नही आती अपनी भाभी के साथ ऐसा करते हुए, मे तेरी शिकायत

तेरे भैया से करूँगी,

रवि मुस्कुराता हुआ अपने पेंट की जीप खोलता हुआ, ठीक है कर देना पर जो तुम देखना चाहती हो वह तो पहले देख लो

निशा- जब रवि को अपना लंड बाहर निकालते देखती है तो उस रूम से जाती नही है बल्कि उसकी और अपनी पीठ करके मुझे नही देखना तू चला जा यहा से नही तो अच्छा नही होगा

रवि तब तक अपनी पेंट उतार कर अपनी अंडरवेर नीचे सरका कर अपनी बनियान भी उतार देता है और पूरा नंगा हो जाता है और धीरे से जाकर अपनी भाभी के पीछे से आराम से चिपकता हुआ, सॉरी भाभी मुझे ऐसी हरकत नही करना चाहिए थी

मुझे माफ़ कर दीजिए

निशा- रवि को एक दम बदलते देख चकित हो जाती है और जैसे ही रवि को पलट कर देखती है उसके होश उड़ जाते है और वह रवि को पूरा नंगा खड़ा देख कर अपनी मुस्कुराहट को रोक नही पाती है, रवि झट से अपनी भाभी के हाथ को पकड़

कर अपने खड़े मोटे लंड पर रख देता है और निशा उसका बड़े ही ढीले अंदाज मे विरोध करती हुई उसके लंड को हल्के

हाथो से पकड़ कर अपनी नज़रे लंड पर जमाए हुए रही यह सब मत कर यह सब ठीक नही है कही तेरे भैया को पता

चल गया तो तेरा तो कुछ नही पर मेरी तो जान ही ले लेंगे, और धीरे-धीरे उसके मोटे लंड को सहलाने लगती है,

रवि धीरे से अपनी भाभी से चिपक कर उसे अपने सीने से लगा लेता है और उसके गले को चूमता हुआ, नही भाभी तुम फिकर क्यो करती हो और फिर जब से मेने तुम्हे देखा है मे तब से ही तुम्हे चोदने के लिए तड़प रहा हू, एक बार मुझे चोद लेने दो उसके बाद मे तुम से कुछ नही मंगूगा,

निशा- की पकड़ रवि के मोटे लंड पर धीरे-धीरे बढ़ जाती है और वह भी अपने मोटे-मोटे गदराए दूध को रवि की छाती

से दबाती हुई, लेकिन रवि यह सब ठीक नही है मे तेरी भाभी हू,

रवि- निशा के पीछे अपना हाथ लेजा कर उसकी गदराई मोटी गान्ड को अपने हाथ मे भरता हुआ, अरे भाभी तुम नही जानती अपनी भाभी को चोदने मे कितना मज़ा आता है तुम एक बार मुझसे कस कर चुदवा लोगि ना फिर देखना तुम रोज मुझसे चुदवाने के लिए तड़पोगी, और वैसे भी तुम्हारी इस गदराई गान्ड को देख कर मेरा लंड हमेशा ही खड़ा रहता है, एक बार मुझे पूरी नंगी होकर दिखाओ ना

निशा- भी रवि के रंग मे रंग चुकी थी और, रवि के मोटे लंड को अब कस-कस कर अपने हाथो से दबोचते हुए, मंद-

मंद मुस्कुरकर तुझे शर्म नही आएगी अपनी भाभी को नंगी देखने मे,

रवि- निशा के मोटे-मोटे भारी चुतडो को अपने हाथो मे भर -भर कर कस कर दबाता हुआ, अरे भाभी तुम शरम की

बात कर रही हो मे तो आपको नंगी देखने के लिए मरा जा रहा हू

निशा- रवि के लंड को दबाती हुई, क्या करेगा अपनी भाभी को नंगी देख कर

रवि- अपना हाथ आगे लेजाकार निशा के पेट की ओर से अपना हाथ उसकी साडी से अंदर लेजाकार सीधे पेंटी के अंदर भर कर उसकी फूली हुई चिकनी चूत को अपने हाथ मे पकड़ कर दबोचते हुए, अपनी भाभी को पूरी नंगी करके सबसे पहले उसकी फूली हुई इस चूत को खूब चातुगा और फिर अपनी प्यारी भाभी को पूरी नंगी करके उसकी खूब कस्के चूत और मोटी गदराई गान्ड को चुसूंगा,

निशा- पर तूने मुझमे ऐसा क्या देखा की तू मुझे चोदने के लिए मरा जा रहा है

रवि- अरे भाभी तुम्हारी जैसी गदराई अगर मेरी मम्मी भी होती तो मे उसको भी चोद देता

निशा- मुस्कुरकर तू बड़ा ही कमीना है रवि, इसीलिए तो अपनी दीदी को भी चोदता है ना

रवि- हाँ भाभी मेने दीदी को पूरी नंगी करके खूब कस-कस कर चोदा है, दीदी तो अब रात को मुझसे चुदे बिना सोती ही

नही है

निशा- मुस्कुरकर तूने तो अपनी दीदी को अपनी बीबी बना लिया है

रवि निशा के मोटे-मोटे दूध को दबोचते हुए उसके रसीले होंठो को अपने मुँह मे भर कर, भाभी बीबी तो मे तुम्हे

भी चोद कर बनाना चाहता हू, बोलो बनोगी मेरी बीबी

निशा- एक औरत की चूत को इतनी बुरी तरह से मसल रहा है और फिर उससे पूछता है कि वह तेरा लंड लेगी कि नही

रवि- अपनी भाभी की बात सुन कर उसकी साडी को उसके बदन से अलग कर देता है और फिर जैसे ही उसके पेटिकोट का नाडा खोल कर अलग करता है अपनी भाभी को लाल रंग की पेंटी मे देख कर वह पागल हो जाता है उसे यह नही पता था कि उसकी भाभी इतनी जयदा गदराई हुई है, अपनी भाभी की मोटी-मोटी दूधिया जंघे, देख कर वह पागल हो जाता है जब वह अपनी भाभी की फूली हुई पेंटी मे कसी चूत को देखता है तो तुरंत उसकी चूत को अपनी मुट्ठी भर कर दबोच लेता है और निशा रवि के सीने से चिपक जाती है और उसका खड़ा लंड अपने हाथो मे पकड़ कर कस-कस कर दबाने लगती है

रवि जल्दी से अपनी भाभी का ब्लौज उतार कर उसे सिर्फ़ ब्रा और पेंटी मे बेड पर लिटा देता है और फिर अपनी भाभी को खड़ा होकर उपर से नीचे तक निहारने लगता है, उसकी भाभी की फूली हुई चूत की फांके पेंटी से बाहर फूल कर दिखाई देती है , रवि सीधे अपनी भाभी के पेरो की तरफ आता है और उसकी फूली

हुई चूत पर अपना मुँह रख कर उसकी चूत को अपने मुँह से दबाने लगता है और निशा मदहोश होने लगती है, रवि अपनी

भाभी की पेंटी को साइड मे करके उसकी चूत को फैला-फैला कर चाटने लगता है और निशा पागलो की तरह सीसीयाने लगती है, रवि अपनी भाभी की चूत की खुश्बू सूंघ कर पागल हो जाता है और फिर उसकी चूत मे अपनी जीभ डाल कर पागलो की तरह उसकी चूत को चाटने लगता है, निशा पड़ी-पड़ी अपने हाथ पेर फेंकती हुई कराहने लगती है,

रवि- भाभी कैसा लग रहा है

निशा- आह बहुत अच्छा लग रहा है रवि तेरे भैया ने तो आज तक मेरी चूत को इस तरह नही चटा हाय तू कितना अच्छा

चाटता है, आह-आह

रवि अपनी भाभी की फूली हुई चूत को दबोच-दबोच कर चाटने लगता है और फिर रवि अपनी भाभी की पेंटी को उसके पेरो

से निकाल देता है और निशा को उल्टा लेटा कर उसके गदराए मोटे-मोटे चुतडो को अपने हाथो से फैला-फैला कर चाटने

लगता है और निशा उसकी इस हरकत से पागल हो जाती है और खूब ज़ोर-ज़ोर से हा-ह करने लगती है रवि अपनी भाभी की मोटी गान्ड को अपने हाथो से खूब दबोच-दबोच कर उसकी मोटी गान्ड को खूब फैला-फैला कर चूसने लगता है,

लगभग 20 मिनिट तक रवि अपनी भाभी के मोटे चुतडो को दबोच-दबोच कर लाल कर देता है, और निशा ना जाने कितना

पानी छोड़ती है, रवि उसके सारे रस को चाट-चाट कर उसकी चूत को साफ कर देता है उसके बाद रवि अपनी भाभी को उठा कर बैठा देता है और उसके मोटे-मोटे दूध को कस-कस कर दबोचते हुए मसल्ने लगता है और

निशा- एक दम से रवि के मोटे लंड को पकड़ कर झुक कर अपने मुँह मे भर लेती है और उसके लंड को खूब कस-कस कर चूसने लगती है, रवि अपनी भाभी जो कि अपनी जंघे फैलाए रवि का लंड चुस्ती रहती है क़ी चूत मे अपनी उंगली डाल देता है और उसकी चूत मे तब तक उंगली पेलता है जब तक की उसकी उंगली उसकी चूत मे जड़ तक नही पहुच जाती है, निशा की आँखे काम वासना से पूरी नशीली हो जाती है और वह उसके मोटे लंड को चूस-चूस कर लाल करने लगती है,

रवि- बस भाभी अब रुक जाओ नही तो तुम्हारे मुँह मे निकल जाएगा

निशा- हाय जब से पायल को तेरा मोटा लंड चूस्ते देखा है तब से तेरे मोटे लंड को अपने मुँह मे भरने के लिए तड़प

रही थी आज तो मे इस मोटे डंडे का सारा रस पी जाउन्गि मेरे मुँह मे ही अपना रस निकाल दे, और फिर निशा उसके लंड को पागलो की तरह कस-कस कर चूस्ते हुए उसके रस को अपने मुँह के अंदर पूरी ताक़त से खिचने की कोशिश करने लगती है और रवि से रहा नही जाता है और वह रुक -रुक कर अपनी भाभी के मुँह मे अपना रस निकालने लगता है और निशा उसके सारे रस को चूस-चूस कर पीने लगती है, रवि के लंड से जब तक उसका रस निकलता है निशा तब तक उसके रस को खिच -खींच कर चुस्ती रहती है और फिर रवि मस्त होकर अपनी भाभी को ले कर बेड पर लेट जाता है,

रवि पूरा नंगा अपनी भाभी के नंगे बदन से चिपका हुआ उसके मस्ताने भोस्डे पर अपना हाथ फेरता हुआ उसके रसीले

होंठो को चूस्ता रहता है और निशा फिर से उसके लंड को सहलाने लगती है,

रवि- भाभी अब क्या करना है

निशा- मुस्कुरा कर अब मेरी चूत को कस-कस कर चोद और क्या करना है, आज तो मे दिन भर तुझसे अपनी चूत मराउन्गि

रवि- अपनी भाभी को अपने सीने से कस कर दबाते हुए उसकी मोटी गान्ड की गहरी दरार मे अपने हाथ को फेरते हुए उसके होंठो को चूमने लगता है और उसका मोटा लंड उसकी भाभी की चूत के उपर रगड़ खाने लगता है,

रवि- भाभी और चुसू तुम्हारी इस चूत को

निशा- रुक जा मे चुसती हू तुझे और फिर निशा रवि के आस पास अपने पेरो को करके उसके मुँह मे अपनी फूली हुई चूत को रख कर बैठ जाती है और रवि उसकी चूत को अपने हाथो से और फैला-फैला कर चूसने लगता है, जब निशा की चूत खूब रसीली हो जाती है तो उससे बर्दास्त करना मुस्किल हो जाता है और वाहपीछे सरक कर रवि के लंड को अपने हाथो से पकड़ कर सरर से उसके लंड पर बैठ जाती है और रवि का लंड अपनी भाभी की रसीली चूत को भेदता हुआ उसकी चूत की गहराई मे उतर जाता है और फिर निशा कूद-कूद कर रवि के मोटे लंड को अपनी चूत के अंदर बाहर करने लगती है, रवि भी अपनी भाभी के मोटे-मोटे दूध को अपने हाथो मे कस कर पकड़ता हुआ मसल्ने लगता है और अपनी कमर उठा-उठा कर अपनी भाभी की चूत मे अपने लंड को भरने लगता है,

क्रमशः.........................
Reply
08-15-2018, 12:16 PM,
#85
RE: Mastram Story
कमीना--25

गतान्क से आगे.............................

निशा अपनी मोटी गान्ड को उठा-उठा कर रवि के लंड मे मारने लगती है और जब उससे बर्दास्त करना मुस्किल हो जाता है तो निशा नीचे लुढ़क जाती है और रवि को पकड़ कर अपने उपर चढ़ाने लगती है, रवि झट से अपनी भाभी की गदराई मोटी

जाँघो को फैला कर उसकी फूली हुई चूत मे अपने लंड को लगा कर एक तगड़ा शॉट मारता है और उसका लंड उसकी भाभी की चूत मे जड़ तक समा जाता है, रवि अपनी भाभी की मोटी-मोटी जाँघो को कस कर दबोचता हुआ उसकी चूत मे अपने लंड के धक्के मारने लगता है और निशा आह-आह करते हुए सीसियती हुई उसके लंड पर अपनी चूत उठा-उठा कर मारने लगती है,

रवि सतसट अपनी भाभी की चूत को कस-कस कर चोदने लगता है और निशा की चूत पानी-पानी हो जाती है,

कुछ देर बाद रवि अपनी भाभी को बेड पर घोड़ी बना देता है और उसकी चूत मे अपने लंड को पीछे से लगा कर एक कस कर धक्का मारता है और उसका पूरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ अंदर समा जाता है और रवि अपनी भाभी की मोटी गदराई गान्ड को मसलते हुए उसकी फूली हुई चूत मे अपने लंड को पेलने लगता है, निशा रवि के लंड के धक्को का जवाब अपनी अपनी चूत को उसके लंड पर मारती हुई देने लगती है जब निशा से सहना मुश्किल हो जाता है तो वह एक दम से लुढ़क जाती है और रवि अपनी भाभी की मोटी जाँघो को पूरा फोल्ड करके अपने पेर के पंजो पर बैठ कर अपनी भाभी की चूत को अपने लंड से कस-कस कर ठोकने लगता है और निशा खूब कस-कस कर उसके लंड पर अपनी चूत के धक्के मारने लगती है,

लगभग 20 मिनिट तक उसी पोज़ मे रवि अपनी भाभी को चोदता है और उसके बाद निशा की चूत की चिकनाहट खूब बढ़ जाती है और वह रवि को अपने हाथो से कस लेती है और रवि लगभग 20-25 तगड़े धक्के अपनी भाभी की चूत मे सतसट मारता हुआ उसकी चूत के अंदर अपने पानी को छोड़ देता है और निशा सीसियती हुई रवि को अपनी बाँहो मे कस कर पानी छोड़ती हुई गहरी-गहरी साँसे लाने लगती है, कुछ देर तक दोनो एक दूसरे से चिपके पड़े रहते है उसके बाद रवि अपनी भाभी को मुस्कुरा कर देखता हुआ उसके उपर से हट जाता है, निशा अपनी आँखे बंद किए हुए गहरी-गहरी साँसे लेती रहती है और फिर रवि जब उसके गालो को अपने दन्तो मे भर कर काटता है तब निशा अपनी आँखे खोल कर रवि को देखती है और फिर दोनो देवेर भाभी एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा देते है,

रवि- मुस्कुरा कर अपनी भाभी के मोटे-मोटे दूध के निप्पल को मसलता हुआ, भाभी आख़िर मेने आपको भी चोद ही

दिया,

निशा- मुस्कुरा कर उसके गाल को अपने हाथो से खिचती हुई, तू बहुत बड़ा कमीना है रवि, और दोनो एक दूसरे की बाँहो

मे चिपक जाते है,

उधर पायल और सोनिया करण से मिलने के लिए उसे फोन करके एक रेस्टौरेंट मे बुलाते है और करण वहाँ पहुच जाता

है, करण उन दोनो के पास पहुच कर दोनो को गौर से देखता है जैसे पहचानने की कोशिश कर रहा हो कि इनमे से उसकी

होने वाली बीबी कौन है और फिर मुस्कुरा कर सोनिया को देख कर

करण- लगता है आपने मुझे पहचाना नही

सोनिया- कुछ शरमाती हुई अपनी नज़रे उठा कर करण को देखती है और फिर उसको पहचानने की कोशिश करती है लेकिन उसे कुछ याद नही आ पता है,

करण- रहने दीजिए ज़्यादा अपने दिमाग़ पर ज़ोर मत लगाइए मे बता देता हू कि हमारी पहली मुलाकात कहाँ हुई थी और फिर करण उससे हुई उस टक्कर के बारे मे याद दिलाता है और सोनिया ना चाहते हुए भी उसकी और देख कर थोडा सा मुस्कुरा देती है,

करण- पायल की ओर देख कर, मगर मेने आपको नही पहचाना

पायल- दरअसल मे सोनिया को दोस्त हू और सोनिया के कहने पर आपसे मिलने आ गई

करण- यह तो आपने बहुत ही अच्छा किया इसी बहाने आप से भी मुलाकात हो गई,

पायल- दरअसल करण मे आपसे कुछ बात करना चाहती थी

करण- अरे इसमे इतना सोचने की क्या ज़रूरत है आप बिंदास कहिए आप क्या कहना चाहती है,

पायल- सोनिया की ओर देखती है और सोनिया,

सोनिया- मे दो मिनिट मे आती हू आप लोग बाते कीजिए

सोनिया वहाँ से उठ कर चली जाती है और करण हाँ तो मिस ?

पायल- पायल नाम है मेरा

करण- हाँ तो पायल जी अब बताइए क्या कहना चाहती है आप

पायल- देखो करण मे कुछ भी घुमा फिरा कर नही कहना चाहती, मे बस तुमसे यह कहना चाहती हू कि मेरी सहेली

अभी शादी नही करना चाहती है लेकिन उसके मम्मी-पापा उसे फोर्स करके उसकी शादी कर रहे है जिसके करण वह काफ़ी

दुखी है,

करण- वो सब तो ठीक है लेकिन आप मुझसे क्या चाहती है

पायल- अपनी नज़रे इधर उधर घूमाते हुए, करण मे यह चाहती हू कि तुम इस रिश्ते से इनकार कर दो

करण पायल की बात सुन कर उसका मुँह देखने लगता है और पायल उसका मुँह देखते हुए उसके जवाब का इंतजार करने लगती है,

करण- लेकिन पायल जी यह कैसे हो सकता है, मुझे सोनिया पसंद है और मे उससे शादी करने को रेडी हू और यह बात

मे अपने मा-बाप को भी बता चुका हू,

पायल- पर करण तुम सोनिया के ज़ज्बात को समझो और तुम्हारे लिए ना कहना कौन सा मुश्किल है

करण- देखिए पायल जी, केवल रिश्ता तोड़ने की बात होती तो मुझे कोई प्राब्लम नही थी पर सच तो यह है कि सोनिया को मे बहुत ज़्यादा पसंद करता हू और अब मे उसके मॅटर पर कोई कॉंप्रमाइज़ नही कर सकता हू, मे सोनिया से किसी भी कीमत पर शादी करूँगा,

पायल- करण की बात सुन कर अपनी नज़रे नीची करके उदास हो जाती है और करण उसके खूबसूरत चेहरे को गौर से देखने लगता है,

पायल- कुछ सोच कर करण क्या कोई रास्ता नही है कि तुम सोनिया से शादी ना करो

करण- पायल की खूबसूरती को देखता हुआ, कुछ सोच कर, एक रास्ता है पायल जी, लेकिन वह आपको शायद पसंद ना आए

पायल- उसकी और हसरत भरी निगाहो से देखती हुई, तो बताइए ना क्या रास्ता है

करण- पायल जी मे सोनिया को एक ही शर्त पर छोडने के लिए तैयार हू, यदि आप मुझसे शादी करने को रेडी हो जाए तो,

पायल- करण की बात सुन कर एक दम सुन्न रह जाती है और करण का मुँह देखने लगती है

करण- मुस्कुराता हुआ, मेने कहा था ना कि आपको शायद मेरी बात पसंद ना आए, लेकिन सच कहु पायल जी बुरा मत

मानीएगा, सोनिया के बदले अगर कोई लड़की इस दुनिया मे होगी तो वह आप ही है आप के अलावा मे दुनिया की किसी भी लड़की के लिए सोनिया को छोडने को तैयार नही हू, इसे आप मेरी शर्त मानिए या मेरा फ़ैसला,

करण की बात सुन कर पायल करण को गौर से देखती हुई अपने मन मे सोचती है, कमीना बड़ा होशियार बनता है जब की

यह नही जानता कि इससे भी बड़े-बड़े कमिने इस दुनिया मे पड़े है, साले मुझसे शादी करके तू घाटे मे ही रहेगा क्यो

की तुझे चुदी-चुदाई बीबी मिलने वाली है, लगता है तेरी किस्मत मे किसी कुँवारी की चूत को फाड़ना लिखा ही नही है, इसीलिए या तो तेरी शादी सोनिया से होती या फिर अब तू मुझसे शादी करने को मरा जा रहा है,

करण- मुस्कुरकर क्यो पायल जी है ना दिमाग़ की बात अब फ़ैसला ना मेरे हाथ मे है और ना ही सोनिया के हाथ मे, अब जो भी फ़ैसला करना है वह आपको करना है,

पायल- अपने मन मे, अरे कामीने तू दिमाग़ वाला नही एक नंबर. का गधा है, तू कर मुझसे शादी पर याद रखना तेरे ही

घर मे तेरे ही बेड पर तेरी ही बीबी को मेरा भाई आकर ना चोदे तो मेरा भाई इस दुनिया का सबसे बड़ा कमीना नही,

पायल- करण मुझसे सोचने का थोड़ा वक़्त चाहिए

कारण- मुस्कुरा कर जितना वक़्क चाहिए आप ले लीजिए मे आपका और आपके फ़ैसले का इंतजार करूँगा

कुछ देर बाद सोनिया वापस आ जाती है और पायल उसे अपने साथ लेकर चल देती है,

सोनिया- क्या हुआ पायल क्या कहा उसने

पायल- क्या तुझे करण पसंद नही आया

सोनिया- पायल मुझे रवि के सिवा दुनिया का कोई भी लड़का अब पसंद नही आएगा, मे उसके बिना मर जाउन्गि और सोनिया रोने लगती है और पायल उसको देख कर खुद भी दुखी हो जाती है और अपने मन मे तू बहुत किस्मत वाली है सोनिया रवि को चाह कर उसे हासिल भी कर लेगी और एक मे हू जो रवि के सबसे करीब होकर भी उसकी कभी नही हो सकती हू, इस दुनिया ने ना जाने क्यो इंसान को रिश्तो के बंधन मे बाँध दिया है जब की दिल किसी के लिए धड़कना शुरू हो जाए तो उसे कोई रिश्ता नज़र नही आता है उसे तो बस प्यार करना आता है और वह उस प्यार के लिए अपना सब कुछ लूटा देना चाहता है,

खेर मे रवि की बीबी नही बन सकती लेकिन उसकी बीबी बने बिना उससे जिंदगी भर प्यार तो कर ही सकती हू और मेरे और रवि के दिलो के प्यार को तो कोई रिश्ते की दीवार रोक नही सकती है,

पायल अपने घर आकर सीधे रवि के रूम मे जाती है और उस समय रवि बाथरूम मे रहता है तब पायल अपनी भाभी के

रूम मे झाँक कर देखती है तो निशा उसे अपने बेड पर सोई हुई नज़र आती है, पयल वापस रवि के रूम मे आ जाती है

तभी पायल की नज़र रवि के मोबाइल पर पड़ती है और वह उसका मोबाइल उठा कर जैसे ही बटन प्रेस करती है उसे एक मिस्कल्ल नज़र आता है और वह जब उस मिस्कल्ल को देखती है तो उस पर करण लिखा होता है पायल उस नाम को देख कर कुछ सोचने लगती है फिर जल्दी से उस मिस्स्कल्ल को एडिट करके उस नंबर. को देखती है और फिर अपने मोबाइल से सोनिया को कॉल करती है और सोनिया से करण का नंबर. मांगती है और जैसे ही सोनिया उसे कारण का नंबर. बताती है पायल के होश उड़ जाते है और वह सोचने

लगती है कि करण का नंबर. रवि के मोबाइल मे कैसे आया, तभी रवि बाथरूम का गेट खोल कर बाहर आता है और

रवि- मुस्कुराते हुए अरे दीदी आ गई तुम कितनी देर लगा दी मे कब से तुम्हारा वेट कर रहा था

पायल- हाँ वो सोनिया के घर पर ही रुक गई थी

रवि- पायल का चेहरा देखते हुए क्या बात है दीदी कुछ प्राब्लम है क्या,

पायल- नही रवि ऐसी कोई बात नही है

रवि- दीदी तुम्हारे दिल मे दर्द हो और मुझे पता ना चले यह कभी हो सकता है क्या, सच बोलो क्या बात है

पायल- मुस्कुराने की कोशिश करती हुई नही रवि ऐसी कोई बात नही है

रवि- उसका हाथ पकड़ कर अपने सर पर रखता हुआ, अगर अभी के अभी नही बताया कि क्या बात है तो मेरी जान...

पायल- अपने हाथ को रवि के मुँह पर रखती हुई उसके शब्दो को उसके मुँह मे ही रोक देती है और फिर रवि को सारी बात बता देती है,

रवि- पायल की बात सुन कर, दीदी कौन है वह लड़का मुझे एक बार उससे मिलवा दो मे उसे वही जिंदा गढ़ दूँगा, उसकी हिम्मत कैसे हुई तुमसे इतनी बात करने की, तुम मुझे अभी उसके पास लेकर चलो

पायल- अरे तू तो बिल्कुल पागल है, पहले यह तो पूछ कि दीदी तुम्हे वह लड़का पसंद है की नही तुम उससे शादी करोगी की नही उसके बाद उसे मारने की बात करना

रवि- नही दीदी मे सोनिया को पाने के लिए तुम्हारी लाइफ खराब नही कर सकता हू, तुम्हारी शादी उसी से होगी जिसे तुम

पसंद करोगी, इस तरह मेरे लिए किसी भी ऐरे गैरे से तुम शादी नही करोगी और यह मेरा आख़िरी फ़ैसला है फिर चाहे

मुझे सोनिया को ही क्यो ना भूलना पड़े, सोनिया की खातिर मे तुम्हारी कुर्बानी नही दे सकता हू,

पायल- रवि की बात सुन कर मुस्कुराते हुए उसे अपने सीने से लगती है और इतना प्यार करता है अपनी दीदी से की उसके लिए अपनी प्रमिका को भी भूलने को रेडी है

रवि- दीदी इस दुनिया मे जितना मे तुम्हे चाहता हू उतना मे ना किसी को चाहता हू और ना ही कभी किसी को चाह पाउन्गा, और अगर तुम्हारे और मेरे बीच कभी तुम्हारा पति भी आ गया तो फिर समझ लो उसका भी गेम बजा दूँगा,

पायल- अरे पागल कही के मे इतनी भी पागल नही हू कि किसी भी ऐरे गैरे से शादी कर लूँगी, उस लड़के से मे मिल चुकी हू और देखने मे कोई बुरा नही है बस उसके बॅकग्राउंड का पता लगाना है उसके बाद फिर मे कोई फ़ैसला लूँगी, क्योकि मेरे

फेसले पर ही तेरी लव स्टोरी का क्लाइमॅक्स लिखा जाएगा, इसलिए तू फिकर मत कर तेरी दीदी तुझसे ज़्यादा समझदार है, वह आगे और पीछे दोनो तरफ का सोच कर चलती है और फिर हमे ऐसा फ़ैसला भी तो लेना होगा जिससे हम दोनो जब चाहे एक दूसरे की बाँहो मे समा सके और हमे रोकने वाला कोई ना हो,

रवि- पायल की बात सुन कर मुस्कुराते हुए, ठीक है दीदी लेकिन पहले मे उस लड़के से मिलूँगा अगर मुझे ठीक लगा तो ही

मे तुम्हे एस कहने दूँगा वरना नही

पायल- उसके गालो को चूमती हुई ओके बाबा ओके, अच्छा रवि एक बात तो बता यह करण कौन है, तेरे मोबाइल पर उसका मिस्स्कल्ल पड़ा हुआ था,

रवि- अरे दीदी करण के बारे मे मेने कभी तुम्हे बताया नही, दरअसल वह मेरा सबसे पक्का दोस्त है और हम दोनो

बहुत छोटे से ही एक दूसरे के दोस्त रहे है और जैसे-जैसे हम दोनो बड़े हुए हमारे विचार मिलते गये और हमारी

दोस्ती बढ़ती गई, आज तो यह हालत है कि करण मेरी एक आवाज़ पर अपनी जान दे सकता है,

पायल- मुस्कुराते हुए, अच्छा पर यह तेरा दोस्त करता क्या है

रवि- दीदी वह जॉब करता है और उसके मा-बाप गाँव मे रहते है वह यहा अकेला रहता है, और हाँ वह जॉब सिर्फ़ शौकिया

तौर पर करता है, जबकि उसके पास उसके बाप-दादा की काफ़ी ज़मीन और संपत्ति है वह अगर नौकरी ना भी करे तो अपनी

सारी लाइफ आराम से बैठ कर खा सकता है,

पायल- मुस्कुरा कर, रवि एक बात पुच्छू

रवि- पूछो

पायल- रवि तू बुरा तो नही मानेगा ना

रवि- ऑफ हो दीदी तुम पूछो ना, मेने कभी तुम्हारी किसी बात का बुरा माना है क्या

पायल- रवि अगर मे तेरे इस दोस्त से शादी करना चाहू तो

रवि- पायल की बात सुन कर ज़ोर-ज़ोर से हस्ने लगता है और पायल उसका मुँह आश्चर्या से देखने लगती है

पायल- रवि क्या हुआ क्यो हस रहा है, क्या मेने कोई जोक सुनाया है तुझे

रवि- अरे दीदी तुम्हारी बात किसी जोक से कम थोड़े ही है,

पायल- क्यो ऐसा क्या कह दिया मेने

रवि- अरे दीदी तुम शादी करोगी और वह भी इस गधे से

पायल- क्यो तेरा दोस्त अच्छा नही लगता है क्या

रवि- नही दीदी ऐसी बात नही है, वो तो क्या है ना, इस बेचारे से कभी कोई लड़की फसि ही नही और यह कुछ भोला किस्म का बंदा है इस लिए मे इसे गधा ही कहता रहता हू,

पायल- मुस्कुरा कर, तो फिर इस गधे से अगर मे शादी कर लेती हू तो तेरा ही फयडा है ना

रवि- एक दम से पायल के खूबसूरत मुस्कुराते हुए चेहरे को देख कर उसकी बात सुनता है और फिर पायल के शातिर दिमाग़ के बारे मे सोचते हुए पायल के खिलखिलाते चेहरे को घूरते हुए देखने लगता है,

पायल- रवि को इस तरह अपनी ओर देख कर थोड़ा शांत होती है और उसकी हसी कुछ गायब होने लगती है, पायल ऐसे क्या देख रहा है

रवि- दीदी मेरे करीब . ना

पायल- कुछ शर्मा कर लेकिन मुस्कुरा कर उसके पास आती है और रवि उसे अपनी गोद मे बैठा लेता है और उसके रसीले

होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूसने लगता है और लगभग 2 मिनिट तक अपनी दीदी के होंठो को चूस्ता हुआ अपनी दीदी

के कसे हुए कठोर दूध को दबाता रहता है,

क्रमशः.........................
Reply
08-15-2018, 12:16 PM,
#86
RE: Mastram Story
कमीना--26

गतान्क से आगे.............................

रवि- दीदी तुम मुझे बहुत चाहती हो ना

पायल- मुस्कुरा कर हाँ

रवि- इसी लिए तुम अपनी शादी के बाद मुझसे कैसे मिलोगि यह सोच-सोच कर बेचैन रहती हो ना

पायल- हाँ

रवि- और तुम यह चाहती हो ना कि तुम्हारी शादी कही ऐसी जगह किसी ऐसे बंदे से हो जाए जहा तुम और मे हमेशा

आज़ाद होकर एक दूसरे की बाँहो मे पड़े रहे

पायल- हाँ

रवि- इसी लिए तुम अपनी खुद की शादी को लेकर परेशान हो ना

पायल- हाँ रवि, मे तुझसे जुड़ा होके कैसे रह पवँगी,

रवि- कुछ सोच कर, दीदी फिर तुम्हे करण से ही शादी कर लेनी चाहिए, यही एक रास्ता है हम दोनो का रोज एक दूसरे से

मिलने का, और फिर करण मेरा सबसे अच्छा दोस्त भी है इसलिए वह कभी तुम्हे चाह कर भी दुख नही पहुचा पाएगा

पायल- मुस्कुराते हुए, वो तो ठीक है लेकिन फिर सोनिया और तेरा क्या होगा,

रवि- दीदी हमे हमारी किस्मत पर छोड़ दीजिए

पायल- मुस्कुराते हुए, अच्छा ठीक है, लेकिन एक बार उस साले को फोन लगा के गाली तो दे दे कि तू साले मेरी बहन से

शादी करना चाहता है

रवि- हाँ-हाँ क्यो नही लाओ दो मुझे उसका नंबर.

पायल- रुक मे फोन लगा कर देती हू और पायल अपने मोबाइल से करण का नंबर. मुस्कुराती हुई डाइयल करके रवि को दे देती है

करण- हेलो

रवि- हाँ मे बोल रहा हू

करण- कौन मे

रवि- अच्छा, पायल को तो जानता होगा तू,

करण- कौन पायल

रवि- अबे वही जिससे तूने शादी की बात की थी, भोसड़ी के तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी बहन से ऐसा कहने की

करण- देखिए भाई साहब वो तो मे इसलिए कह गया क्यो कि वह मेरी होने वाली मंगेतर की सहेली है

रवि- मे तेरी टाँगे तोड़ दूँगा एक बार तू मुझे मिल तो सही

तभी पायल रवि के हाथ से फोन लेकर हेलो करण मे पायल बोल रही हू और ज़ोर-ज़ोर से मुस्कुराने लगती है उधर करण

हैरान रह जाता है और इधर रवि हैरान रह जाता है और पायल हेलो करण मे तुमसे मिलने तुम्हारे घर आ रही हू और

फोन कट कर देती है

रवि- को सारा माजरा समझते देर नही लगती है और वह अपनी दीदी को देख कर दीदी यह सोनिया का मंगेतर और मेरा दोस्त करण एक ही है ना

पायल- मुस्कुरा कर हाँ

रवि- मुस्कुराते हुए, मे इस साले करण की बाजा बजा दूँगा

पायल- अरे रवि अपना मुँह बंद रख वह मुझसे शादी करने के लिए मरा जा रहा है अब तू उसे डराने की कोशिश मत

करना, दोनो लोग कारण के फ्लॅट की ओर उड़ जाते है

उधर करण अपने फ्लॅट मे बैठा-बैठा काफ़ी मुश्किल मे नज़र आ रहा था, और अपने आप से बाते करते हुए उसकी गान्ड

भी फॅट रही थी, पता नही पायल इतना हस क्यो रही थी और उसके भाई साहेब कितने नाराज़ लग रहे थे पर पता नही क्यो उनकी आवाज़ मुझे काफ़ी जानी पहचानी सी लग रही थी, कही मेने पायल को इस तारह बोल कर कोई बड़ी ग़लती तो नही कर दी उपर से पायल यहाँ आने का भी कह रही थी, अब मे क्या करू, तभी उसके दरवाजे की डोर बेल बजती है और जब वह डरता हुआ दरवाजा खोलता है तो सामने रवि को देख कर उसे कुछ राहत महसूस होती है और वह

करण-ओह रवि अच्छा हुआ तू आ गया, मे तो बहुत परेशान था

रवि- उसके ग़रेबान मे हाथ डाल कर तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी दीदी से ऐसी बात करने की

करण- कौन दीदी,

रवि- दीदी ज़रा यहा आओ और पायल रूम के अंदर मुस्कुराती हुई आ जाती है

कारण- पायल को देख कर चौक्ते हुए, यह तेरी दीदी है

रवि -अपने चेहरे पर झूठा गुस्सा दिखाते हुए हाँ

कारण- यार मुझे माफ़ कर्दे मुझे पता नही था कि यह तेरी दीदी है, दीदी आप भी मुझे माफ़ कर दो मे नही जानता था कि

आप रवि की दीदी है,

करण की बात सुन कर रवि और पायल ज़ोर-ज़ोर से हस्ने लगते है और करण उन दोनो का चेहरा देखने लगता है

रवि- कुछ सीरियस होता हुआ, करण क्या मेरी दीदी से शादी करेगा

करण- अपना मुँह फाडे रवि को देखता हुआ, अब बस भी कर यार और कितने मज़े लेगा मेरे, अब मुझे माफ़ भी कर दे

रवि- अबे मे मज़ाक नही कर रहा हू, मेरी दीदी सच मुच तुझसे शादी करना चाहती है, अब बोल करेगा शादी मेरी दीदी से

करण- रवि मुझे मेरी ग़लती का एहसास है यार अब बस भी कर

रवि- अबे मे मज़ाक नही कर रहा हू, मे सच कह रहा हू, बोल तुझे मेरी दीदी पसंद है कि नही

पायल- करण तुम रवि के अच्छे दोस्त हो और मे तुमसे सच मुच शादी करने के लिए तैयार हू, क्या तुम रेडी हो

करण- रवि क्या तू सच कह रहा है

रवि- हाँ यार बिल्कुल सीरियस नो मस्ती नो मज़ाक

करण- अपना सर झुकाते हुए ठीक है आप लोगो की जैसी मर्ज़ी

करण की बात सुन कर रवि और पायल दोनो एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा देते है और करण को अपने मा-बाप को अपने घर बुलाने की बात कह कर लोट आते है,

पायल- अपने भैया से अपनी पसंद के बारे मे बताती है और फिर रोहित करण के मा-बाप से मिल कर उन दोनो का रिश्ता तय कर देता है, इधर पायल रवि और सोनिया के बारे मे भी अपने भैया से बात कर लेती है और रोहित सोनिया के मा-बाप से मिल कर उन दोनो का भी रिश्ता पक्का कर देता है,

रवि और पायल की शादी तय हो जाती है और फिर रवि और पायल उस दिन काफ़ी खुस होकर अपनी जीत का जश्न मनाते हुए एक दूसरे की बाँहो मे समा जाते है और रात भर एक दूसरे को दिल से प्यार करते हुए एक दूसरे को अपनी बाँहो मे भर कर आने वाले कल की सुनहरी ख्वाहिशो को लेकर एक दूसरे मे समा जाते है, एक लंबी चुदाई के बाद रवि पायल को निशा की चुदाई के बारे मे सब कुछ बता देता है और पायल उसका गाल मुस्कुरा कर खिचती हुई

पायल- रवि तूने अपने कामीनेपन से अपनी दीदी को चोद दिया, फिर सोनिया जैसी कुँवारी लड़की को भी चोद दिया, अपनी भाभी को भी चोद दिया और यहा तक कि अपने दोस्त की बीबी को उसकी बीबी बनने से पहले ही चोद चुका है, अब और किसको चोदने का मूड है तेरा

रवि- कुछ सोच कर, अपने दोस्त करण की मम्मी को

पायल- उसकी बात सुन कर मुस्कुराते हुए, रवि तू वाकई मे बहुत बड़ा कमीना(दा रास्कल) है.

और दोनो एक दूसरे को मुस्कुरा कर देखते हुए एक दूसरे को अपनी बाँहो मे भर लेते है.

दोस्तो कैसी लगी ये कहानी

दा एंड
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