kamukta मेरी चूत पसंद है
06-21-2017, 10:38 AM,
#11
RE: kamukta मेरी चूत पसंद है
रमेश अब पूरी तरह से ड्यूटी करता और रात तो
करिश्मा को नंगी करके खूब चोद्ता था. रसिकलाल जी भी कभी
कभी करिश्मा को मौका देख चोद लेते थे. फिर कुछ दीनो के बाद
करिश्मा और रमेश साथ साथ करिश्मा के मैके पर गये.
ससुराल मे रमेश का बहुत आब-भगत हुआ. करिश्मा के जितने
रिश्तेदार थे उन सभी ने रमेश और करिश्मा को खाने पर बुलाया.
रमेश और करिश्मा को मज़े ही मज़े थे. अपनी ससुराल मे भी
रमेश करिश्मा को रात को दो-तीन दफ़ा ज़रूर चोद्ता था और कभी
मौका मिल गया तो दिन को करिश्मा को बिस्तर पर लेटा कर चुदाई चालू
कर देता था. एक दिन रमेश पास की किसी दुकान पर गया हुआ था.
करिश्मा कमरे मे बैठ कर पेपर पढ़ रही थी. एकाएक
करिश्मा को अपनी मा, रजनी जी , की रोने की आवाज़ सुनाई दिया.
करिश्मा भाग कर अंदर गयी तो देखा कि रजनी जी भगवान के
फोटो केसामने खड़ी खड़ी रो रही है और भगवान से बोल रही
है, "भगवान तुमने ये क्या किया. तुम मेरे पति इतनी जल्दी क्यों
उठा लिए और अगर उनको उठा लिए तो मेरी बदन मे इतना गर्मी
क्यों भर दिया. अब मैं जब जब अपनी लड़की और दामाद की चुदाई देखती
हूँ तो मेरे शरीर मे आग लग जाती है. अब क्या करूँ? कोई रास्ता
तुम्ही दिखला दो, मैं अपने गरम शरीर से बहुत परेशान हो गयी
हूँ." करिश्मा समझ गयी कि क्या बात है. वो झट अपनी मा के
पास जाकर मा को अपने बाहों मे भर ली और पीछे से चूमते
हुए बोली, "मा तुमको इतना दुख है तो मुझसे क्यों नही बोली?" रजनी
जी अपने आपको करिश्मा से छुड़ाते हुए बोली, "मैं अगर तुझसे बता
तो तू क्या कर लेती? तू भी तो मेरी तरह से एक औरत ही है?" "अरे
मुझसे से कुछ नही होता तो क्या तुम्हारा दामाद तो है? तुम्हारा
दामाद ही तुमको शांत करता" करिश्मा अपनी मा को फिर से पकड़ कर
चूमते हुए बोली. "क्या बोली तू, अपने दामाद से मैं अपने जिस्म की भूख
शांत करवाउंगी? तेरा दिमाग़ तो ठीक है?" रजनी जी अपनी बेटी
करिश्मा से बोली. तब करिश्मा अपने हाथों से अपनी मा की
चूंचियों को पकड़ कर दबाते हुए बोली, "इसमे क्या हुआ? तुम जिस्म की
भूख से मरी जा रही हो, और तुम्हारा दामाद तुम्हारे जिस्म की भूक को
मिटा सकता है, अगर तुम्हारी जगह मैं होती तो मैं अपने दामाद के
सामने खुद लेट जाती और उससे कहती आओ मेरे प्यारे दामाद जी मेरे
पास आओ और मेरी जिस्म कीप्यास बुझाओ." "चल हट बड़ी चुड़दकर बन रही
है, मुझे तो ये सोच कर ही शरम आ रही है, कि मैं अपने दामाद
के सामने नंगी लेट कर अपनी टांग उठाउंगी और वो मेरी चूत मे
अपना लंड पेलेगा" रजनी जी मूड कर अपनी बेटी की चूंचियो को
मसल्ते हुए बोली.तभी रमेश, जो कि बाहर गया हुआ था, कमरे मे
घुसा और घुसते घुसते हुए उसने अपनी बीवी और सास की बातों को सुन
लिया. रमेश आगे बढ़ कर अपनी सास के सामने घुटने के बलबैठ
गया और अपनी सास के चूतरों को अपने हाथों से घेर कर पकड़ते
हुए सास से बोला, "मा आप क्यों चिंता कर रही हैं, मैं हूँ ना?
मेरे रहते हुए आपको अपने जिस्म की भूख की चिंता नही करनी
चाहिए. अरे वो दामाद ही बेकार का है जिसके होते हुए उसकी सास अपनी
जिस्म की भूख से पागल हो जाए." "नही, नही, छोड़ो मुझे. मुझे
बहुत शरम लग रही है" रजनी जी अपने आप को रमेश से
छुड़ाते हुए बोली. तभी करिश्मा आगे बढ़ कर अपनी मा की
चूंची को पकड़ कर मसल्ते हुए करिश्मा अपनी मा से बोली,
"क्यों बेकार का शरम कर रही हो मा. मान भी जाओ अपने दामाद की
बात और चुप चाप जो होरहा है उसे होने दो." तब थोरी देर चुप रहने
के बाद रजनी जी अपनी बेटी की तरफ देख कर बोली, "ठीक है, जैसे तुम
लोगो की मर्ज़ी. लेकिन एक बात तुम दोनो कान खोल कर सुन लो. मैं अपने
दामाद के सामने बिल्कुल नंगी नही हो पाउंगी. आगे जैसा तुम
लोग चाहो." इतना सुन कर रमेशने मुस्कुरा कर अपने सास से कहा, "अरे
सासू जी आप को कुछ नही करना है. जो कुछ करना मैं ही
करूँगा, बस आप हमारा साथ देती जाए."फिर रमेश उठ कर खरा
हो गया और अपनी सास को अपने दोनो बाहों मे जाकड़ कर चूमने लगा.
रजनी जी चुप चाप अपने आप को अपने दामाद के बाहों मे छोड़ कर
खड़ी रही. थोरी देर तक अपने सास को चूमने के बाद रमेश
अपने हाथों से अपने सास की चूंची पकड़ कर दबाने लगा. अपनी
चूंचियो पर दामाद का हाथ पड़ते ही रजनी जी उत्तेजना से बिलबिला
उठी और बोलने लगी, "और ज़ोर से दबओ मेरी चूंचियों को बहुत दिन
हो गये किसी ने इस पर हाथ नही लगाया है. मुझे अपने दामाद से
चूंची मसलवाने मे बहुत मज़ा मिल रहा है. और दबओ. आ
बेटी तू भी आ मेरे पास और मेरे इन चूंचियो से खेल." अब रमेश
फिर से अपने सास के पैरों के पास बैठ गया और उनकी सारी के ऊपेर
से ही उनकी चूत को चूमने लगा. रजनी जी अपनी चूत के उपर अपने
दामाद का मुँह लगते ही बिलबिला उठी और ज़ोर ज़ोर से सांस लेने लगी.
रमेश भी उनकी सारी के उपर से ही उनकी चूत को चूमता रहा. थोरी
देर के बाद रजनी जी से सहा नही गया और खुद ही अपने दामाद से
बोली, "अरे अब कितना तर्पाओगे. तुम्हे चूत मे उंगली या जीब घुसानी
है तो ठीक तरीके से घुसाओ. सारी के ऊपर से क्या कर रहे हो?"
अपनी सास की बात सुन कर रमेश बोला, "मैं क्या करता, आपने ही कहा
था आप सारी नही उतारेंगी. इसीलिए मैं आपकी सारी के ऊपर से ही
आपकी चूत चूम रहा हूँ." "वो तो ठीक है, लेकिन तुम मेरी सारी
उठा कर तो मेरी चूत की चुम्मा ले सकते हो?" रजनी जी ने अपने
दामाद से बोली. अपनी सास की बात सुनते ही रमेश जल्दी से अपनी सास की
सारी को पैरों के पास से पकड़ कर ऊपर उठाना शुरू कर दिया और
जैसे ही सारी रजनी जी की जाँघो तक उठ गयी तो रजनी जी नेमारे
शरम के अपना चहेरा अपने हाथों से ढक लिया और अपने दामाद
से बोली, "अब बस भी करो, और कितना सारी उठहाओगे. अब मुझे शरम
आ रही है. अब तुम अपना सर अंदर डाल कर मेरी चूत को चूम लो."
क्रमशः.........
Reply
06-21-2017, 10:38 AM,
#12
RE: kamukta मेरी चूत पसंद है
मेरी चूत पसंद है पार्ट--5

गतान्क से आगे.......

लेकिन रमेश अपनी सास की बात को उनसुनी करते हुए उनकी सारी
को उनके कमर तक उठा दिया और उनकी नंगी चूत पर अपना मुँह
लगा कर चूत को चूम लिया. थोरी देर तक रजनी जी की नंगी चूत को
चूम कर रमेश अपनी सास की चूत को गौर से देखने लगा और अपनी
उंगलेओं से उनकी चूत की पॅशन और क्लिट से खेलने लगा. रमेश की
हरकतों से रजनी जी गरमा गयी और उनकी सांस ज़ोर ज़ोर से आने
लगी.अपनी मा की हालत देख कर करिश्मा आगे बढ़ कर अपनी मा की
चूंचियों से खेलने लगी और धीरे धीरे उनके ब्लाउस के बटन
खोलने लगी. रजनी जी अपने हाथों से अपने ब्लाउस को पकड़ते हुए
अपने बेटी से पूछने लगी, "क्या कर रही हो? मुझे बहुत शरम
लग रही है. छोड़ दे बेटी मुझको." करिश्मा अपना काम जारी रखते
हुए अपनी मा से बोली, "अरे मा, जब तुम अपने दामाद का लंड अपनी
चूत मे पिलवाने जा रही हो तो फिर अब शरम कैसी? खोल दे अपने
इन कपरों को और पूरी तरफ से नंगी हो कर मेरे पति के लंड का
स्वाद अपनी चूत से लो. छोड़ो मुझको तुम्हारे कपड़े खोलने दो." इतना
कह कर करिश्मा ने अपनी मा के ब्लाउस, ब्रा, सारी और फिर उनकी पेटिकोट
भी उतार दिया. अब रजनी जी अपने दामाद के सामने बिल्कुल नंगी
खरी थी. रमेश अपनी नंगी सास को देखते ही उन पर टूट पड़ा
और एक हाथ से उनकी चुचियो को मलता रहा और दूसरे हाथ से उनकी
चूत को मसलता रहा. रजनी जी ने भी गरम हो कर अपने दामाद का
कुर्ता और पाइज़मा उतार दिया. फिर झुक कर अपने दामाद का अंडरवेर
भी उतार दिया. अब सास और दामाद दोनो एक दूसरे के सामने नंगे
खरे थे.जैसे ही रजनी जी ने रमेश के मोटे मस्त लंड को
देखा, रजनी जी अपने आप को रोक नही पाई और झुक कर उस मस्त
लंड अपने मुँह मे भर कर चूसने लगी. करिश्मा भी चुपचाप
खरी नही थी. वो अपनी मा के चूटर की तरफ बैठ कर उसकी चूत
से अपना मुँह लगा दिया और अपनी मा की चूत को चूसने लगी. रजनी
जी अपने दामाद का मोटा लंड अपने मुँह मे भर कर चूसने लगी
और कभी कभी उसको अपनी जीव से चाटने लगी. लंड को चाटते
चाटते हुए रजनी जी अपने दामाद से बोली, "हाई! रमेश, तुम्हारा
लंड तो बहुत मोटा और लंबा है. पता नही करिश्माने पहली बार
कैसे इसको अपनी चूत मे लिया होगा. चूत तो बिल्कुल फॅट गयी होगी?
मेरे तो मुँह दर्द होने लगा इतना मोटा लंड चूस्ते चूस्ते. वैसे
मुझे पता था कि तुम्हारा लंड इतना शानदार है" "कैसे?" रमेश
ने अपने सास की चूंचियो को दबाते हुए पूछा. तब रजनी जी बोली,
"कैसे क्या? तुम जब मेरे घर मे अपने शादी के बाद आए थे और रोज
दोपहर और रात को करिश्मा को नंगी करके चोद्ते थे तो मैं
खीरकी से झाँका करती थी और तुम्हारी चुदाई देखा करती थी. उन्ही
दीनो से मैं जानती थी कि तुम्हारे लंड की साइज़ क्या है और तुम कैसे
चूत चाट ते हो और चोद्ते हो." तब रमेश ने अपने सास की
चूंचियो को मसल्ते हुए पूछा, "क्या माजी, आपके पति याने मेरे
ससुरजी का लंड इतना मोटा और लंबा नही था?" "नही, करिश्मा
के पापा का लंड इतना मोटा और लंबा नही था, और उनमे सेक्स की
भावना बहुत ही कम था. इसलिए वो मुझको हफ्ते मे केबल एक-दो बार
ही चोद्ते थे" रजनी जी ने बोली.थोरी देर के बाद रमेश नेअपनी सास को
बिस्तर पर लिटा कर उसकी चूत से अपना मुँह लगा दिया और अपने जीव से
उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. चूत मे जैसे ही रमेश का
जीव घुसा तो रजनी जी अपनी कमर उचकाते हुए बोली, "उम्म्म्म, आह,
ऊई मा, राजा अभी छोड़ो ना क्यू तड़पाते हो, मैं जल रही हूँ,
तुम्हारा लंड मुझे चूसना है. तुम्हारा लंड तो घोड़े जैसा है,
मुझे डर लग रहा है जब तुम अंदर मेरी चूत मे डालोगे तो चूत
फाट जाईगी, मेरी चूत का मुँह बहूत छोटा है और ज़्यादा चुदी भी
नही है. आज तुम पहली बार मेरी चूत मे अपन लंड डालने जा रहे
हो. आराम आराम से डालना और बड़े प्यार से मेरी चूत को चोदना"तब
रमेश ने अपना लंड अपनी सास की चूत के बराबर लगाते हुए बोला,
"कोई बात नही माजी, आपकी चूत को जो भी कमी पहले थी अब उसको मैं
पूरा करूँगा. मैं अब रोज़ आपकी और आपकी बेटी को एक ही बिस्तर पर लिटा कर
आप की चूत चोदुन्गा." एह सुनते ही करिश्मा अपनी मम्मी से
बोली, "मा अब तो तुम खुश हो? अब से रोज़ तुम्हारा दामाद तुमको और
मुझको नंगी करके हमारी चूत चोदेगा. हाँ अगर तुम चाहो तो
तुम अपनी गंद मे भी अपने दामाद का लंड पिलवा सकती हो." इतना कह
कर करिश्मा रमेश से बोली, "मेरे प्यारे पति, अब क्यों देर कर
रहे हो. जल्दी से अपना ये खड़ा लंड मेरी मा की चूत मे पेल दो
और उनको तबीयत के साथ खूब चोदो. देख नही रहे हो कि मेरी
मा तुम्हारा लंड अपनी चूत मे पिलवाने के कितनी बेकरार है. लाओ मैं
ही तुम्हारा लंड पकड़ कर अपनी मा की चूत मे डाल देती हूँ," और
करिश्मा ने अपने हाथों से पकड़ कर रमेश का लंड उसकी सास की
चूत पर लगा दिया. रमेश के लंड को चूत से लगते ही रजनी जी ने
ने अपनी कमर हिलाना शुरू कर दिया और रमेश ने भी अपना कमर
हिला कर अपना लंड अपने सास की चूत मे डाल दिया.
Reply
06-21-2017, 10:38 AM,
#13
RE: kamukta मेरी चूत पसंद है
रजनी जी की चूत
अपने पति के देहांत के बाद से चूदी नही थी और इसलिए बहुत टाइट
थी और उसमे अपना लंड डालने मे रमेश को बहुत मज़ा मिल रहा
था. रजनी जी भी अपने दामाद का लंड अपनी चूत मे पेल्वा कर सातवें
आसमान पर पहुँच गयी थी और वो बार्बरा रही थी, "आआआः
ऊऊऊः आराम से डालो यार, मेरी चूत ज़्यादा खुली नहीं है.
प्लीईेज़ पूरा लंड मत डालो नही तो मेरी चूत फट जाएगी, उही मा
मार गई, ओह, आ, हाँ, मेरी चूत फार दो, हाँ, ज़ोर से, और ज़ोर से,
राजा है मथेर्चोद रमेश आज मेरी चूत फार दो आआआः
आआआः ऊऊऊः ज़ोर से डालो, और ज़ोर से डालो, आज जितना ज़्यादा
मेरी चूत के साथ खेल सकते हो खेलो, राजा यह लंड पूरा मुझे
दे दो, मैं इस के बिना नहीं रह सकती, पूरा लंड डालो, उम्म्म्मम
अयाया आआआः" "उम्म्म्मम आआआआः फक मी गुड,
उम्म्म्ममम आह आह आह ओह्ह ओह नो. मैं चूत की खाज से मरी जा रही
हूँ, मुझे ज़ोर ज़ोर से धक्के मार मार कर चोदो." थोरी देर के बाद
रजनी जी अपने दामाद को अपने चारों हाथ और पैर से बाँध कर
बोली, "आआआः आआआआआः उम्म्म्ममम, चोदो मुझे ज़ोर से
उम्म्म्ममममम, उफ़ मातेरचोड़ बोहुत मज़ा आ रहा है, प्लीज़
रुकना नही, ओह मुझे रगर कर चोदो, ज़ोर से चोदो, अपना लंड
पूरा मुझ को दे दो, तुम जैसे कहोगे मैं वैसे करूँगी लेकिन
मुझे और चोदो, तुम बहुत अक्च्छा चोद्ते हो, मुझे आज बोहुत
ज़यादा चोदो भेन्चोद तुम्हारा लंड तो तुम्हारे ससुर से भी बड़ा
है, चोदो मुझे नहीं तो मैं मर जाओंगी, अभी तो तुम ने मेरी
गांद भी मारनी है."थोरी देर तक रजनी जी की चूत चोदने के बाद
रमेश ने अपनी सास से पूछा, "मा जी मेरी चुदाई आप को कैसी लग
रही है?" रजनी अपने दामाद के लंड के धक्के अपने चूत से खाती
हुई बोली, "मेरे प्यारे दामाद जी बहुत अक्च्छा लग रहा है. मुझे
तुम्हारी चुदाई बहुत अक्च्ची लग रही है. तुम चूत चोदने मे
बहुत ही माहिर हो. बड़ाअ मज़ा आ रहा है मुझे तुमसे
चोद्वने में डियर ऊओह डियर तुम बहुत अच्च्छा चोद्ते हो
आआहह उउउउउउह्ह अयू हह ऊऊओफफफफफफफ्फ़ ददीआररर यू आर
आन एक्सपर्ट. तुम्हे मालूम है कि कैसे किसी औरत की चूत की चुदाई की
जाती है और तुम्हे एह भी मालूम है कि एक औरत को कैसे कैसे सुख
दिया जा सकता है. य्यूंन शी हां ददीआरर यूंन ही चोदो
मुझे…बॅस चोद्ते जाओ मुझे आब्ब कुच्छ नहीं पुछो आअज जीई
भार के चोदो मुझे डियर हां डियर जम्म कर चुदाई करो मेरी
तुम बाहुत अच्च्चे हो बास्स य्यूँ ही चुदाई करो
मेरी…ऊऊहह….. खूब चोदो मुझे…" और रमेश अपनी सास
को अपनी पूरी ताक़त के साथ चोद्ता रहा.रमेश अपनी सास की बात सुन
सुन कर बहुत उत्तेजित हो गया और ज़ोर ज़ोर से अपने सास की चूत मे अपना
लंड पेलने लगा. थोरी देर के बाद रमेश को लगा कि अब वो झड़ने
वाला है तो उसने अपनी सास से बोला, "सासू जी मैं झड़ने जा रहा हूँ."
तो रजनी जी बोली, "राजा, प्लीज़ मेरी चूत के अंदर ही झड़ो" और
रमेश नेअपना लंड पूरा पूरा का अपनी सास की चूत मे थॅन्स कर लंड की
पिचकारी छोड़ दी. थोरी देर के रजनी जी बिस्तर पर उठ खरी हुई
और सीधे बाथरूम मे जा कर घुस गयी. थोरी देर के बाद अपनी
चूत धो धा कर रजनी जी फिर से कमरे घुसी और मुस्कुरा कर
अपने दामाद से बोली, "हाई! मेरे राजा आज तो तुमने कमाल ही कर दिया.
तुम तो सिर्फ़ एक बार झाडे लेकिन मैं तुम्हारी चुदाई से तीन बार झड़ी हूँ.
इतना जोरदार चुदाई मैने कभी नही की. मेरी चूत तो अब दुख
रहा है." तभी करिश्मा, जो की अपने पति और अपनी मा की चुदाई
देख रही थी, बोली, "मा अपने दामाद का लंड अपनी चूत मे पिलवा
कर मज़ा आया? मेरी शादी की पहली रात तो मैं बिल्कुल मर सी गयी
थी और अब इस लंड से बिना चुदवाए कर मुझे तो रात को नीद ही नही
आती. मैं रोज़ कम से कम एक बार इस मोटे लंड से अपनी चूत
ज़रूर चुड़वती हूँ या अपनी गंद मरवाती हूँ." तभी रमेश ने
अपनी सास को अपने बाहों मे भर कर बोला, "माजी, एक बार और हो
जाए आपकी चूत की चुदाई. मैं जब तक कम से कम दो या तीन बार
नही चोद लेता मेरा मन नही भरता." रजनी जी बोली, "अरे थोड़ा
रूको, मेरी चूत तुम्हारी चुदाई से तो अब तक कल्ला रही है. अब तुम
एक बार करिश्मा की चूत चोद डालो." "नही माजी, मैं तो इस वक़्त
आपकी चूत या गंद मे अपना पेलना चाहता हूँ. आपकी लड़की की चूत
तो मैं रोज़ रात को चोद्ता हूँ, मुझे तो इस समय आपकी चूत या गंद
चोदने की इक्च्छा है." तब करिश्मा अपनी मा से बोली, "मा चुद्व
ना लो और एक बार. अगर चूत बहुत कल्ला रही है तो अपने गंद मे ले
लो अपने दामाद का लंड . कसम से बहुत मज़ा मिलेगा." तब रजनी
जी बोली, "ठीक है, जब तुम दोनो की एही इक्च्छा है, तो चलो मैं एक
बार फिर से चुद्व लेती हूँ. लेकिन इस बार मैं गंद मे रमेश का
लंड लेना चाहती हूँ. और दो मिनूट रुक जाओ, मुझे बहुत प्यास लगी
है मैं अभी पानी पी कर आती हूँ." तब करिश्मा अपने मा से
बोली, "अरे मा रमेश का लंड बहुत देर से खड़ा है और आप पानी
पीने जा रही हो? यही बिस्तर पर लेटो मैं तुम्हारी प्यास अपने मूत
से बुझा देती हूँ."इतना सुनते ही रजनी जी बोली, "ठीक है ला अपना मूत
ही मुझे पिला मैं प्यास से मरी जा रही हूँ" और वो बिस्तर पर लेट
गयी. मा को बिस्तर पर लिटा देख कर करिश्मा भी बिस्तर पर चढ़
गयी और अपने दोनो पैर मा के सर के दोनो तरह करके बैठ
गयी और अपनी चूत को रजनी जी के मुँह से भिड़ा दिया. रजनी जी ने भी
अपनी मुँह खोल दिया. मुँह खुलते ही करिश्मा ने पिशाब की धार
अपने मा की मुँह पर छोड़ दी और रजनी जी अपनी बेटी के मूत को बड़े
चाव से पीने लगी. पिशाब पूरा होने पर करिश्मा अपनी मा के
ऊपर से उठ खरी हो गयी और रजनी जी के बगल मे जा कर बैठ
गयी. तब रमेश ने अपनी सास की बाहों को पकड़ कर उनको बिस्तर
पर उल्टा लेटा दिया और उनकी कमर को पकड़ कर उनके चूतर को उपर
कर दिया. जैसे हीरजनी जीने घोरी बन कर बिस्तर पर आसन लिया तो रमेश ने
अपने मुँह से थोड़ा सा थूक निकाल कर अपनी सास की गंद मे लगा दिया
और अपने लंड को अपने हाथों से पकड़ कर अपनी सास की गंद की छेद
मे लगा दिया.
Reply
06-21-2017, 10:38 AM,
#14
RE: kamukta मेरी चूत पसंद है
रजनी जी तब अपनी हाथों से अपनी बेटी की चूंचियो को
मसल्ते हुए बोली, "रमेश मेरे राजा, मैने आज तक कभी गंद नही
चुडवाया है और मुझको पता है कि गंद मरवाने मे पहले बहुत
दर्द होता है. इसलिया तुम आराम आराम से मेरी गंद मे अपन लंड
डालना. जैसे ही रमेश ने ज़ोर लगा कर अपना लंड का सुपरा अपनी सास
की गंद मे घुसेरा तो रजनी जी चिल्ला उठी, "आआआः ऊऊऊऊः
आआआआः क्या कर रहे हो, मैं मर जाओं गी, राजा तुम तो मेरी
गांद फार के रख दोगे, मैं ने पहले कभी गांद नहीं
मरवाई प्लीज़ मेरे लाला आहिस्ता से करो." अपनी मा को चिल्लाते देख
करिश्मा रमेश से बोली, "क्या कर रहे हो, धीरे धीरे आराम आराम
से से पेलो ना अपनी लंड . देख नही रहे हो मेरी मा मरी जा रही
है. मा कोई भागी थोरी ना जा रही है." रमेश इतना सुन कर अपनी
बीवी से बोला, "क्यों चिंता कर रही हो. तुमको अपनी बात याद नही.
जब मैने पहली बार अपना लंड तुम्हारी गंद मे पेला था तो तुम
कितना चिल्लई थी और बाद तुम्ही मुझसे बोल रही थी, और ज़ोर से
पेलो, पेलो जितना ताक़त है फार दो मेरी गंद, मुझको बहुत मज़ा मिल
रहा है और मैं तो अब रोज तुमसे अपनी गंद मे लंड पीलवौनगी."
करिश्मा अपने पति की बात सुन कर अपनी मा से बोली, "मा तोड़ा सा
सबर करो. अभी तुम्हारी गंद का दर्द ख़तम हो जाएगा और तुमको
बहुत मज़ा मिलेगा. रमेश जैसा लंड पेल रहा है उसको पेलने दो."
तब रजनी जी बोली, "वो तो ठीक है, लेकिन अभी तो मेरी गंद फटी जा
रही है, और मुझको अब पिशाब भी करना है." रमेश अपनी सास की
बात सुन कर करिश्मा से बोला, "करिश्मा तुम जल्दी से किचन मे से
एक जग लेकर आओ और उसको अपनी माँ की चूत के नीचे पकडो." करिश्मा
जल्दी से किचन मे से एक जग उठा कर लाई और उसको अपनी मा की
चूत के नीचे रख कर मा से बोली, "लो अब मुतो. तुम भी मा एक
अजीब ही हो. उधर तुम्हारा दामाद अपना लंड तुम्हारी गंद मे
घुसेर रखा है और तुमको पिशाब करना है." रजनी जी कुछ नही
बोली और अपने एक हाथ से जग को अपनी चूत के ठीक नीचे लाकर चर
चर करके मूतने लगी. रजनी को वाकई ही बहुत पिशाब लगी थी
क्योंकि जग करीब करीब पूरा का पूरा भर गया . जब रजनी जी का
पिशाब रुक गया तो करिश्मा ने जग हटा लिया और जग को उठा कर अपने
मुँह से लगा कर अपनी मया की पिशाब पीने लगी. एह देख कर
रमेश रजनी जी से बोला, "अरे क्या कर रही हो, थोड़ा मेरे लिए भी
छोड़ देना. मुझको भी अपने सेक्सी सास की चूत से निकला हुआ मूत पीना
है." करिश्मा तब बोली, "चिंता मत करो, मैने तुम्हारे लिए आधा जग
छोड़ दिया है."थोरी देर के बाद रजनी जी अपने दामाद से बोली,
"बेटा मैं फिर से तैय्यार हूँ, तुम मुझे आज एक रंडी के तरह चोदो.
मेरी गंद फाड़ दो. मैं बहुत ही गरम हो गयी हूँ. मेरी गंद भी
मेरी चूत की तरह बिल्कुल प्यासी है." "अभी लो मेरी सेक्सी सासू जी, मैं
अभी तुम्हारी गंद अपने लंड की चोटों से फाड़ता हूँ" और एह कह
कर रमेश ने अपना लंड फिर से अपनी सास की गंद मे पेल दिया.
गंद मे लंड घुसते ही रजनी जी फिर ज़ोर से चिल्लाने लगी, "हाई!
फाड़ डाला मेरी गंद फार डाला. अरे कोई मुझे बचाओ, मेरे दामाद
और मेरी बेटी दोनो मिल कर मेरी गंद फ़रवा डाला." तब करिश्मा
अपने मा से बोली, "अरे मा क्यों एक छीनाल रंडी की तरह चिल्ला
रही हो, चुप हो जाओ और चुप चाप अपने दामाद से अपनी गंद मे
लंड पिलवओ.
क्रमशः.........
Reply
06-21-2017, 10:39 AM,
#15
RE: kamukta मेरी चूत पसंद है
गतान्क से आगे.......
थोरी देर के बाद तुमको बहुत मज़ा मिलेगा." अपनी बेटी की
बात सुन कर रजनी जी चुप हो गयी लेकिन फिर भी उसकी मुँह से तरह
तरह की आवाज़ निकल रही थी. ये….. लंड बहुत मोटा और लंबा है.
है! मैं मरी धीरे…ज़रा धीरे पेलो मैं मरी जा रही हूँ. अरे बेटी,
अपने पति से बोल ना कि वो ज़रा मेरी गंद मे अपना लंड धीरे धीरे
पेले. मुझे तो लग रहा है कि मेरी चूत और गंद दोनो एक हो जाएँगे."
थोरी देर के बाद रमेश अपना हाथ अपने सास के सामने ले जाकर उनकी
चूत को सहलाने लगा और फिर अपनी उंगलियो से उनकी चूत की घुंडी
को पाकर कर मसल्ने लगा. अपनी चूत पर रमेश का हाथ पड़ते ही
रजनी जी बिलबिला उठी और अपनी कमर हिला हिला कर रमेश के लंड
पर ठोकर मारने लगी.ये देख कर रमेश ने करिश्मा से कहा,
"देख तेरी रंडी मा कैसे अपनी कमर कमर चला कर मेरे लंड को
अपनी गंद मे पिलवा रही है. क्या तुम्हारी यही मा अभी थोरी देर
पहले अपनी गंद मरवाने पर चिल्ला रही थी?" यह सुन कर
करिश्मा बोली, "ओह्ह रमेश! क्या बात है! देखो मेरी मा क्या
मज़े से अपनी गंद से तुम्हारा लंड खा रही है. देखो मेरी मा
कैसे गंद मरवा रही है. मारो, मारो रमेश, मेरी मा की गंद
मे अपना लंड खूब ज़ोर ज़ोर से पेलो. इसकी पूरे बदन मे लंड के लिए
खुजली भरी पड़ी है. चोदो रमेश साली की गंद मारो बड़ी
खुजला रही थी!" रजनी जी अपनी गंद मे दामाद का लंड पिलवा कर
सातवे आसमान पर थी और बड़बड़ा रही थी, "ओह्ह्ह्ह! देखो
करिश्मा मेरी बेटी! तुम्हारी मा गंद मे लंड लेकर चुदवा रही
है! तुम आख़िर अपने मर्द से मेरी चूत, गंद चूदवा ही ली! देखो
साला रमेश कैसे चोद रहा है! साला सच्चा मर्द है! डाल औट डाल
रे! चोद ! मेरी गांद मार! मेरे बेटी को दिखा! आहह ऊहह
चोद चोद चोद आईईइ!" रमेश अपनी बीवी और अपनी सास की बात सुनते
रहा और अपना कमर चला चला कर अपनी सास की गंद मे अपना लंड
पेलता रहा. थोरी देर तक रजनी जी की गंद मारने के बाद रमेश एक
बार ज़ोर से अपना पूरा का पूरा लंड रजनी जी की गंद घुसेड दिया और
रजनी जी को ज़ोर से अपने हाथों से जाकड़ कर अपना लंड का पानी अपने
सास की गंद ने छोड़ दिया. झदने के बाद रमेश ने अपना लंड अपने
सास की गंद से खींच कर निकाल लिया और लंड को बाहर निकलते ही
रजनी जी एकाएक उठ कर बैठ गयी और अपने दामाद का लंड को अपने
मुँह मे भर कर चूसने लगी. थोरी देर तक चूसने के बाद
रमेश का लंड बिल्कुल साफ हो गया और फिर से खड़ा भी हो गया .
तब रमेश ने अपना खड़ा लंड अपने बीवी, करिश्मा, की चूत मे पेल
कर खड़े खड़े चोदना चालू कर दिया और थोरी देर तक करिश्मा को
चोद कर फिर से करिश्मा की चूत मे झर गया .थोरी देर के बाद
तीनो की साँस फिर से शांत हो गयी और करिश्मा उठ कर बिना कोई
कपड़े पहने हुए किचन मे जाकर चाइ बनाना लगी. किचेन मे
जाते वक़्त करिश्मा अपनी मा की पीशब से आधी भारी जग भी उठा
कर ले गयी. जब करिश्मा चाइ बना कर नंगी ही फिर से कमरे
मे दाखिल हुई तो देखा उसकी मा नंगी ही अपने दामाद की गोदी मे
बैठी हुई है और रमेश उनकी एक चूंची की निपल अपने मुँह
मे लेकर चूस रहा है और दूसरे हाथ से रजनी जी की चूत मे
उंगली कर रहा है और रजनी जी अपने दामाद के लंड को अपने
हाथों से पकड़ कर सहला रही है. चाइ आते ही रजनी जी और
रमेश दोनो अलग अलग बैठ गये और तीनो मे नंगे रह कर ही
चाइ पीते रहे. चाइ पीते वक़्त रमेश ने करिश्मा से पूछा, "चाइ
तो आज बहुत अच्छी है, इसमे क्या डाला है?" तो करिश्मा अपनी मा
को आँख मार कर बोली, "आज चाइ तुमको इसलिए अच्छी लग रही है,
क्योंकी आज चाइ मे पानी नही है, ये चाइ तुम्हारी सास के मूत
से बनी हुए है." रजनी जी अपनी बेटी की बात सुन हंस पड़ी और
रमेश से बोली, "लो, आज तुमने मेरी चूत और गंद मारी और मेरी बेटी
ने तुमको मेरा मूत पीला दिया. कोई बात नही मैं भी कभी तुम्हारा
मूत पी लूँगी और हुमलोगों का हिसाब बराबर हो जाएगा." इस तरह
से मा, बेटी और बेटी का पति तीनो नेमिल कर जम कर चुदाई का आनंद
उठाया और एक दूसरे को दिया.
Reply
06-21-2017, 10:39 AM,
#16
RE: kamukta मेरी चूत पसंद है
जब तक रमेश अपनी ससुराल मे रहा
तब तक वो दोनो मा और बेटी को घर के अंदर नंगी ही रखता था
और जब मन चाहा वो किसी भी एक को पकड़ लेता था और उनकी चूत या
गंद मे अपना लंड पेलता था. शरम नाम की चीज़ अब इस घर मे
रही नही. कभी कभी तो रजनी जी अपने दामाद का लंड पकड़ कर
हिलाती थी और अपने बेटी के सामने ही उसको अपने मुँह मे भर कर
चुस्ती थी और जब लंड खड़ा हो जाता तो बेटी के सामने ही अपने
दामाद के आगे झुक कर दामाद का लंड पीछे से अपनी चूत मे भर
कर खूब मज़े से चुदवाती थी. रात को तीनो लोग नंगे हो
होकर एक ही पलंग पर सोते थे और खूब लंड चूत की लड़ाई करवाते थे.
कभी कभी तो मा और बेटी दोनो भिड़ जाते थे और एक दूसरे की चूत
चाता करते थे.करीब 15 दिन के बाद रमेश अपने ससुराल से वापिस
अपने घर चला आया. घर पहुँचते ही वो अपने काम पर चला
गया और रसिकलाल जी फिर अपने बहू को पकड़ लिया और उसकी साड़ी,
पेटिकोट, ब्लाउस, ब्रा और चढ़ी उतार कर अपने बहू को चोदना
चालू कर दिया. करिश्मा भी अपने ससुर को अपने हाथ और पैरों से
बाँध करके अपनी चूतर उठा उठा कर अपने ससुर के धक्को का
जबाब देती रही. रसिकलाल जी भी अपनी बहू की दोनो चूंची
अपने हाथों से दबाते हुए अपनी बहू की चूत चोद्ते रहे. थोरी देर
के बाद रसिकलाल जी ने करिश्मा से पूछा, "बहू, इतने दीनो तक क्या
तुम सिर्फ़ अपनी पति, रमेश, से चुद्ती रही या और कोई मिल गया था
तुम्हारी चूत चोदने के लिए?" करिश्मा अपने ससुर के धक्कों का
जबाब देती हुए बोली, "हाँ, बाबूजी इन दीनो मैं तो सिर्फ़ अपने पति से ही
अपनी चूत चुदवा रहीं हूँ. लेकिन, आपका बेटे ने इन दिनो मेरी मा,
याने अपने सास की चूत मे भी अपना लंड पेल चुक्का है." "वो
कैसे?" रसिकलाल जी ने करिश्मा से पूछा. तब करिश्मा ने सब
का सब बातें अपने ससुरजी को बता दिया. करिश्मा की बात सुन कर
रसिकलाल जी ने करिश्मा से बोले, "वाह! बहू, तुम्हारी मा भी
तुम्हारी भी तुम्हारी तरह चुड़दकर है. ठीक है, अब जब
मौका मिलेगा मैं भी अपने लंड से तुम्हारी मा की चूत चोदुन्गा.
तुम्हे तो कोई इतराज नही होगा?" "नही मुझे क्यों इतराज होगा? अब
मेरी मा बेचारी बिधवा हो गयी हैं और उनका उमर भी हो गया
है. इस समय अगर उनको आप जैसा कोई चोदु इंसान मिल जाए तो क्या
कहना. हाँ मेरी चूत की खुराक की कमी नही होनी चाहिए"
करिश्मा अपने ससुर से बोली. तब रसिकलाल जी अपनी बहू की चूत
मे पूरा का पूरा घुसेर कर चोद्ते हुए बोले, "नही मेरी चुड़दकर
बहू, हम चाहे और किसिको भी चोदे तुम्हारी चूत की भूक मैं
हमेशा मिटाता रहूँगा. अब चलो अपनी टाँगो को और फैलाओ मैं अब
ज़ोर ज़ोर से चोद कर झरने वाला हूँ." "क्यों, इतनी जल्दी झरना क्यों
चाहते हैं? कहीं किसी और को आपने टाइम दे रखा है क्या?"
करिश्मा अपने ससुर को मुस्कुराते हुए पूछी. तब रसिकलाल जी
अपनी बहू से बोले, "नही ऐसी कोई बात नही है. बात एह है कि
मेरा एक दोस्त आज विदेश से आया है और मैं उससे मिलने जाना चाहता
हूँ. और कोई बात नही है." इतना कह कर रसिकलाल जी ने अपनी बहू
की दोनो चूंचियो कस कर पकड़ लिया और ज़ोर ज़ोर से धक्का मारने
लगे और थोरी देर के बाद वो झार गये. झरने के बाद दोनो मिल कर
बाथरूम मे जाकर अपने अपने लंड और चूत को धोया और अपने अपने
कपड़े पहन कर दोनो कमरे मे जाकर बैठ गये. थोरी देर के बाद
रसिकलाल ने जी उठ कर करिश्मा को अपने बाहों मे लेकर चूमा और
अपने कमरे मे जाकर सो गये. करिश्मा भी तब अपने कमरे मे
जाकर मॅक्सी पहन कर लेट गयी और थोरी देर के बाद सो गयी.इसी तरह
से करिश्मा की जिंदगी चलती रही. वो रोज रात को अपने पाती,
रमेश, से अपनी चूत चुदवाती थी और दिन को करिश्मा के ससुर
करिश्मा की चूत चोद्ता था. रमेश कभी कभी रात मे करिश्मा
को नंगी करके उसकी गंद भी मारता था.
Reply
06-21-2017, 10:39 AM,
#17
RE: kamukta मेरी चूत पसंद है
जब रमेश और करिश्मा
की सास घर पर नही होते तो करिश्मा अपने ससुर का कहना मान कर
घर पर नंगी ही रहती और नंगी ही रह कर खाना बनाती और
सारा घर का काम कर नंगी ही रहा कर पूरा करती. जब करिश्मा
नंगी हो कर घर पर खाना बनाती थी तो रसिकलाल जी घूम फिर कर
करिश्मा की चूंचियाँ मसल देते और कभी कभी करिश्मा की गंद
मे अपनी उंगली पेलते थे. कभी कभी करिश्मा भी अपने ससुर का
लंड पकड़ कर चुस्ती और फिर अपने ही हाथों से अपने ससुर का लंड
पकड़ कर अपनी चूत से भिड़ा कर अपनी कमर हिला हिला कर अपनी चूत
चुदवाती थी.कुछ दिनो के बाद करिश्मा की सास की एक किताब छप
कर प्रेस से निकली और उस किताब की काफ़ी बिक्री हुई. प्रेस वाले को काफ़ी
फायेदा हुआ और करिश्मा की सास का नाम काफ़ी मशहूर गया और इसी
खुशी से प्रेस वाले ने करिश्मा की सास के सम्मान मे एक पार्टी का
अरेंज्मेंट किया. पार्टी के लिए रमेश ने अपने दोस्त और उसकी बीवी,
गौतम और सुमन, को इन्वाइट किया और करिश्मा ने अपनी मम्मी और
अपने भाईओं को भी बुलाया.
पार्टी के दिन रमेश का दोस्त गौतम आ गया लेकिन उसकी बीवी,
सुमन, नही आ पाई क्योंकि उसकी तबीवत ठीक नही थी. उधर
करिश्मा के घर से उसका सिर्फ़ बड़ा भाई, कैलाश, ही आया क्योंकि रजनी
जी और करिश्मा की बहन की तबीयत ठीक नही थी. पार्टी के दिन
गिरिजा जी बहुत सजी सँवरी घूम रही थी. सब के सब लोग
उनको बधाई दे रहे थे और गिरिजा जी सुबसे मुस्कुरा कर बाते कर
रही थी. पार्टी मे जितनी भी औरतें आई थी वो सब गिरिजा जी
की सफलता पर उनसे मन ही मन ईर्षा कर रही थी और जितने मर्द
आए थे वो सब गिरिजा जी को घेर कर उनसे बातें कर रहें थे.
खैर पार्टी बहुत अच्छी थी. पार्टी मे जितने भी लोग आए वो सब
के सब गिरिजा जी की तारीफ्फ कर रहे थे और उनको बधाई दे रहे थे.
इसी तरह से पार्टी करीब रात के दो बजे ख़तम हुई.पार्टी के बाद
करिश्मा और रमेश अपने कमरे मे सोने के लिए चले गये.
कमरे मे जाकर करिश्मा और रमेश ने अपने अपने कपड़े
बदले और सोने की तैय्यारि करने लगे. सोने से पहले करिश्मा
बाथरूम मे पिशाब करने के लिए गयी और थोरी देर के बाद
बाथरूम से आकर अपने पति रमेश से बोली, "सुनो मेरे साथ आओ,
मैं तुम्हे एक नयी चीज़ दिखाउन्गि" "क्या नयी चीज़ दिखा रही हो ,
मैने तुम्हारी चूत और गंद बहुत बार देख चूक्का हूँ और उन्हे
चोद चक्का हूँ, अब क्या नयी चीज़ दिखलाओगी" रमेश बोला. तब
करिश्मा बोली, "अरे आओ तो मेरे साथ, आओ चुप चाप मेरे पीछे
चले आओ." रमेश उठ कर अपनी बीवी के पीछे पीछे कमरे के
बाहर निकल कर चलने लगा. करिश्मा नेचुप चाप रमेश को
अपने सास और ससुर के कमरे के सामने ला कर खरा कर दिया और
धीरे से बोली, "चुप चाप पर्दे के किनारे से कमरे मे झाँको."
जैसे ही रमेश ने कमरे के अंदर झाँका उसका माथा और लॉरा
दोनो तन्ना गये . कमरे मे रमेश की मा एक सोफे पर सिर्फ़ अपने
लाल रंग का पेटिकोट पहने बैठी थी और उनके दोनो तरफ
गौतम और करिश्मा का बड़ा भाई, कैलाश, बैठे थी और वो
दोनो गिरिजा जी की एक चूंची पकड़ कर मसल रहे थे या चूस
रहे थे. रमेश के पिताजी, रसिक लाल जी, कमरे के एक कोने पर
बैठ कर अपनी बीवी की नंगी रस लीला देख रहे थी. गिरिजा जी अपनी
चूंचियो को गौतम और कैलाश से मसलवा रही थी और मुँह
से बर्बरा रही थी, "ऊऊहह… …और जोरे से… ..हां डियर
और जोरे से दबाओ मेरी चूचियों को…..बड़ा मज़ा आरहा है
मुझे… …तुम्हारे हाथ बहुत ही एक्सपर्ट हैं…. …तुम्हे मालूम है
कि कैसे औरतों की चुन्चिओ को दबाया जाता है….है! और ज़ोर ज़ोर से
मेरी चुन्चिओ को दबाओ….आअहह….हाँ….मुझे बहुत अच्छा
लग रहा है." और गौतम और कैलाश दोनो मिल कर गिरिजा जी की
चूंचियो को अपने हाथों से मसल रहे थी. गौतम और कैलाश
जितना ज़ोर से चूंची मसल रहे थे गिरिजा जी उनको और ज़ोर ज़ोर से
दबाने के लिए बोल रही थी. गिरिजा जी बोल रही थी, "आअहह…
य्यूउउउउ… उउउउह्ह्ह्ह्ह…ऊओफफफ्फ़.." रमेश सब सब देख कर जैसे ही
करिश्मा के तरफ मुड़ा तो परदा थोड़ा हट गया और गिरिजा जी ने आवाज़
दी, "बेटे रमेश बाहर क्यों खड़ा है, चल अंदर चला आ और
अपने साथ अपनी बीवी लेकर आजा."

क्रमशः.........
Reply
06-21-2017, 10:39 AM,
#18
RE: kamukta मेरी चूत पसंद है
गतान्क से आगे.......

अपनी मा की बात सुन कर रमेश
पहले तो थोड़ा डरा फिर करिश्मा को साथ ले कर कमरे मे दाखिल गया
. रमेश जैसे ही कमरे मे घुसा तो गौतम और कैलाश दोनो ने
मुस्कुरा कर रमेश को देखा और फिर से अपने अपने काम पर जुट
गये. गिरिजा जी तब रमेश से बोली, "बेटा बाहर खड़े खड़े क्या
देख रहे थे. आओ मेरे पास आओ. देखो तुम्हारा फ्रेंड और तुम्हारा
साला मेरे दोनो चूंचियो से उलझे हुए हैं. ऐसा करो कि तुम मेरी
चूत से खेलो. तुमको मेरी चूत पसंद हैं ना?" तब रमेश धीरे
धीरे अपने मा की तरफ बढ़ते हुए बोला, "अरे मा क्या कह रही हो?
मुझको तुम्हारी चूत बहुत अछी लगती है. मुझे तो यह सपना हर
समय मेरी आँखो के सामने होता था कि मैं एक दिन तुम्हारी चूत से
खेलूँ. आज मेरा वो सपना पूरा होने वाला हैं. मुझे कभी
उम्मीद ही नही थी कि एक मैं तुम्हारी चूत को छू पाउन्गा और उससे
खेलूँगा." इतना कहा कर रमेश अपनी मा के पैरों के पास बैठ
गया और धीरे से अपने हाथों से मा की पेटिकोट उठाने लगा.
जैसे ही रमेश ने अपनी मा के पेटिकोट उपर उठाया तो उसको मा की
चूत दिखने लगी. रमेश ने देखा कि मा की चूत पर झांतों का
नामो निशान नही है और उनकी चूत बिल्कुल साफ सुथरी है. गिरिजा जी की
चूत की घुंडी (क्लिट) इस समय बहुत तनी हुई थी और उनकी चूत से
लस लासा सा पानी निकल रहा था. रमेश अपनी मा की चूत को देखते ही
समझ गया कि मा इस समय बहुत चुदासी है और लंड खाने के
लिए तैयार है. रमेश ने आगे बढ़ कर गिरिजा जी चूत पर अपना
मुँह भिड़ा दिया और उसको चूमा. चूमने के बाद रमेश ने अपने
हाथों से अपनी मा की चूत की पुट्टीओं को खोला और अपना जीव निकाल
कर मा की चूत मे डाल दिया. जीव घुसते ही गिरिजा जी सीसीया उठी और
अपने हाथों से अपने बेटे का सर पकड़ कर अपनी चूत से सटा दिया.
अब रमेश ज़ोर ज़ोर से जीव से अपनी मा की चूत को चोद रहा था और
कभी कभी वो उनकी चूत को चाट रहा था. अब गिरिजा जी से बर्दस्त
नही हुआ और वो अपने बेटे को ज़मीन पर लेटा कर उसका खरा हुआ
लंड अपनी चूत से भिड़ा कर अपने बेटे पर चढ़ बैठी. थोरी देर
बैठने के बाद गिरिजा जी अपने दोनो हाथ रमेश की छाती के दोनो
तरफ रख कर अपनी कमर उठा उठा कर अपने बेटे का लंड अपनी चूत
के अंदर बाहर करने लगी. उसकी गर्मी देख कर गौतम अपनी जगह
से उठ खड़ा हो गया और गिरिजा जी से बोला, "मा जी लगता है आप की
चूत बहुत दिनो से भूखी है और बहुत दीनो से आप ठीक तरीके से
चुदी नही है. क्या बाबूजी आप को नही चोद्ते?" "नही बेटा
यह बात नही है. तुम्हारे बाबूजी तो रोज रात को हमारी चूत मे अपना
लंड डाल कर चोद्ते हैं और कभी कभी वो दिन को भी चोद लेते हैं.
कभी कभी तो तुम्हारे बाबूजी मेरी गंद भी मारते हैं. आज ऐसा
हुआ कि पार्टी मे बहुत से लोगों से मिल कर, उनसे बोल कर और बहुतों
को चूम कर मेरी चूत बहुत देर से गीली हो रही थी और लंड खाने
के लिए तरस रही थी. और फिर रही सही कसर तुमने और
कैलाश ने मेरी चूंची को मसल के और चूस के पूरा कर दिया
है" गिरिजा जी बोली. "अच्छा अब चुप करो और मुझे मेरे बेटे के
लंड से अपनी चूत मरवाने दो" गिरिजा जी फिर से बोली. फिर गिरिजा जी
थोड़ा झुक कर अपनी कमर उछाल उछाल कर अपने बेटे का लंड को अपनी
चूत के अंदर बाहर करने लगी. थोरी देर तक गिरिजा जी ने
अपने बेटे के उपर चढ़ कर चोदा और फिर थक कर रमेश के उपर
लेट गयी.गिरिजा जी के लेट ते ही गौतम जो अब तक चुप चाप अपना
खड़ा लंड पकड़ कर मा बेटे की चुदाई देख रहा था आगे बढ़ा और
अपने लंड पर थोरा सा थूक लगा कर अपना लंड गिरिजा जी की गंद के
छेद पर रख दिया. गंद पर लंड का सुपरा लगते ही गिरिजा जी एक बार
अपना चेहरा घुमा कर देखी और मुस्कुरा कर बोली, "गौतम, क्या
इरादा है, क्या चूत छोड़ कर अब तुम्हारी नज़र मेरी गंद पर हो
गयी?" "क्या करे आंटी, आप तो अपनी चूत मे अपने बेटे का लंड पिलवा
रही है और मेरा लंड खरा हो गया है. अब इस समय मैं तो इस
लंड को आपके गंद मे ही पेलुँगा" गौतम ने अपने लंड को थोरा सा
धक्का देते हुए कहा.
Reply
06-21-2017, 10:39 AM,
#19
RE: kamukta मेरी चूत पसंद है
गिरिजा जी तब अपने बेटे को फिर से चोद्ते
हुए बोली, "ठीक है, लेकिन थोरा संभाल कर. तुम्हारा लंड तुम्हारे
बाबूजी से लंबा और मोटा,है मेरी गंद मत फाड़ देना." इतना सुनने के
बाद गौतम अपने हाथों से गिरिजा जी के बड़े बड़े चूतरों को अपने
हाथों से पकड़ कर एक धक्का मारा और उसका आधा लंड गिरिजा जी की
गंद मे घुस गया .जैसे ही गौतम का आधा लंड गिरिजा जी की गंद
मे घुसा, गिरिजा जी बोली, "साले मदर्चोद, तुमको मैने क्या बोली,
धीरे धीरे मेरी गंद मारना और तुम जो है कि एक ही झटके मे अपना
मूसल जैसा लंड का आधा पेल दिया." मा की बातों को सुन कर रमेश
नीचे से अपना लंड अपनी मा की चूत मे पेलता हुआ बोला, "मा, तुम
कैसी बातें कर रही हो? लगता है कि तुम्हारा जवान बहुत गंदा
हो गया है." तब गिरिजा जी बोली, "बेटा, जब चूत और गंद मे दो दो
जवान लंड घुसा हो तो जवान अपने आप गंदी हो जाती है और इससे
चोदने वाले का और चुदने वाले का जोश और भी बढ़ जाता है.
वैसे मुझे चूत मरवाते वक़्त गाली देना अच्छा लगता है. क्या
तुमको मेरी जवान से गली अच्छी नही लगी?" "नही वो बात नही
है. मैने कभी तुम्हारे जवान से गाली नही सुनी इसी लिए मुझे कुछ
अटपटा सा लगा" रमेश नेअपनी मा की चूंची को मसल्ते हुए कहा.
रमेश की बात सुन कर गिरिजा जी बोली, "मदर्चोद, क्या तूने इसके
पहले कभी अपनी मा की चूत मे अपना लंड घुसेरा है? क्या
तुम्हारा दोस्त अपना लंड तुम्हारी मा की गंद मे पेला है? साले
चोदना है तो चुप चाप चोद और बातें करनी है तो सिर्फ़ गालियो से बात
कर. समझा गॅंडू?" तब रमेश अपनी मा की चूत मे नीचे से
धक्के मारते हुए बोला, "समझा मेरी छीनाल मा. आज तेरी चूत और
तेरी गंद दोनो दोस्त के लंड से फटने वाला है. आज हमलॉग देखते
हैं कि तू कितनी चुड़दकर है." गिरिजा जी तब अपने बेटे से बोली,
"सबाश मेरा बेटा सबाश. तेरी ग़ाली मुझको बहुत अच्छी लगी. तू
बस ऐसे ही गाली देता जा और मुझको चोद्ता जा." गौतम अब तक जो कि
मा बेटे की बातें सुन रहा था, गिरिजा जी की बात सुन कर उनके भारी
भारी चूटरो को अपने दोनो हाथों से पकड़ कर अपनी कमर चला
कर एक ज़ोर दार धक्का मारा और अपना पूरा का पूरा लंड गिरिजा जी की
गंद मे घुसेर दिया.
गिरिजा जी की गंद मे जैसे गौतम का लंड घुसा, उन्होने आगे झुक
कर अपनी गंद को और ऊपेर उठा दिया और झुक कर अपनी चूत से अपने
बेटे का लंड खाने लगी और ज़ोर ज़ोर से गली बकने लगी. गिरिजा जी बोल
रही थी, "साले मदर्चोद गबड़ु, मार मार और ज़ोर से मार मेरी
चूत और मेरी गंद. बहुत अक्च्छा लग रहा है. साले मुझको ऐसा लग
रहा है जैसे कि तुम दोनो मिल कर मेरी गंद और बुर दोनो के छेद एक
कर दोगे. कोई परवाह नही, अभी बस तुम दोनो मेरी चूत और मेरी
गंद मे अपना अपना लंड पेलते रहो. बहुत मज़ा आ रहा है. हाई
मेरे प्यारे पति देव और मेरी प्यारी बहू देखो, देखो कैसे मेरा
बेटा और उसका दोस्त मेरी चूत और गंद की धुनाई कर रहें है."
रमेश और गौतम दोनो गिरिजा जी की बातों को सुन कर दोनो और भी
गरमा गये और दोनो अपनी अपनी कमर हिला हिला कर गिरिजा जी की
चूत और गंद मस्त हो कर चोदने लगे.उधर गिरिजा जी अपनी चूत और
गंद से रमेश और गौतम के लंड खा रही थी और उनकी चुदाई
देख देख कर करिश्मा, रसिकलाल और करिश्मा गरम हो रहे थे. इतनी
गरम चुदाई देख कर करिश्मा अपनी साड़ी के उप्पेर से अपनी चूत
पर हाथ चला रही थी और रसिकलाल जी और कैलाश भी अपना लंड
कपड़ो के उप्पेर से मसल रहे थे. एह देख कर गिरिजा जी अपनी चूत
और गंद चुदवाते हुए बोली, "बेटी करिश्मा, तू क्यों शरम कर
रही है. चल तू अपने कपड़े उतार कर अपने ससुर और अपने भाई के
लंड से मज़ा लूट. क्या मेरी चुदाई देख कर तेरी चूत से पानी नही
निकल रहा है?" करिश्मा अपनी सास से बोली, "हाई मा जी आपकी चूत और
गंद दोनो से झाग निकल रहा है, और हाँ मेरी चूत से भी पानी निकल
रहा है." गिरिजा जी बोली, "जब तेरी चूत से पानी निकल रहा है तो देरी किस
बात की, उतार दे अपने कपड़े और अपने भाई और ससुर को भी नंगा
करके तभी अपनी चूत और गंद चुदवा और मज़े लूट. क्या तुझको
अपने भाई के सामने कपड़ेउतार ने मे शरम लग रहा है क्या?"
"हाँ, मैं आज तक भाई के सामने कभी नंगी नही हुई हूँ, आज कैसे
नंगी हो पाउन्गी" करिश्मा अपनी सास की चुदाई देखती हुई बोली.
तब गिरिजा जी मूड कर कैलाश से बोली, "क्यों कैलाश, क्या तुम अपनी
बहन को नंगी देखना चाहते हो, क्या तुम अपनी बहन की चूत
चोदना चाहते हो?" "हां मा जी हां, मैं अपनी बहन करिश्मा
को नंगी कर के उसकी चूत चोदना चाहता हूँ. एह तो मेरा पूरी
जिंदगी का अरमान है. लेकिन क्या करूँ, करिश्मा नंगी नही हो
रही है तो मैं कैसे उसको चोद सकता हूँ" कैलाश अपने लंड को अपने
कपड़ो के उपर से मसल्ते हुए बोला. कैलाश की बातों को सुन कर
रसिकलाल जी अपनी जगह से उठ खड़े हो गये और अपनी बहू
करिश्मा के पास जा कर उसको पहले चूम लिया और फिरे एक एक करके
करिश्मा के कपड़े उतारने लगे.
Reply
06-21-2017, 10:39 AM,
#20
RE: kamukta मेरी चूत पसंद है
करिश्मा आनाकानी करती रही और
रसिकलाल जी ने एक एक करके करिश्मा के कपड़े उतार कर करिश्मा को
नंगी कर दिया.जैसे ही करिश्मा नंगी हो कर अपने भाई कैलाश
और अपने ससुर रसिकलाल जी के सामने खड़ी हुई तो कैलाश आगे बढ़
कर करिश्मा की दोनो चुन्चिओ को अपने दोनो हाथों मे भर कर
मसल्ने लगा और रसिकलाल जी ने भी करिश्मा के आगे ज़मीन पर
बैठ कर करिश्मा की चूत से अपना मुँह लगा दिया. करिश्मा अपने
शरीर पर दोहरा अटॅक से मस्त हो गयी और अपने हाथों से अपने
भाई का खरा लंड पकड़ कर मरोर्ने लगी और और कमर आगे करके
अपनी चूत को अपने ससुर को खिलाने लगी. तब कैलाश ने अपनी बहन
करिश्मा को अपने हाथों से उठा कर अपने गोद मे ले लिया और फिर
करिश्मा को ज़मीन पर बिछी कालीन पर लिटा दिया. कालीन पर लेट ते
ही करिश्मा ने अपनी टाँगे घुटने से मोड़ कर उपर उठा दिया और
कैलाश अपनी बहन की चूत पर अपना मुँह रख दिया. अपनी चूत पर
भाई का मुँह छूते ही करिश्मा ने अपने कमर को उठा दिया और अपनी
चूत को जीव से चोदने के लिए कैलाश को बोलने लगी. करिश्मा बोल
रही थी, "हाँ, हाँ भाई ऐसे ही अपनी जीव मेरी बुर मे घुसेरो. बरा
मज़ा आ रहा है. शादी के पहले तुम मुझको देखते थी, लेकिन
मैं तुमको लिफ्ट नही देती थी. क्या करूँ, मैं डरती थी, कि कहीं
मेरी पोल पट्टी मा पर नाखुल जाए. आज तुम्हारे सामने मेरी चूत बिल्कुल
खुली हुई है. आज तुम जो चाहो कर सकते हो. जो भी करना है
जल्दी करो, मेरे शरीर और मेरी चूत मे आग लगी हुई है. श! श!
भाई जल्दी से अपना मस्त लंड मेरी चूत मे डालो. मैं चूत की खाज के
मारे मरी जा रहीं हूँ." कैलाश अपनी बहन की बातों को सुनता
रहा और उसकी चूत को चाटना नही छोड़ा. थोरी देर तक करिश्मा
चुप चाप अपनी चूत अपने भाई से चुस्वती रही लेकिन जब उसकी
चूत की खुजली बहुत बढ़ गयी तो करिश्मा अपने भाई से बोली,
"साले बहन्चोद, अभी अभी तो बोल रहा था कि मेरी चूत चोदना तेरी
सारी जिंदगी की ख्वाब था. अब जब मैं अपनी चूत नंगी करके तेरे
सामने लेटे हुईं हूँ तो तू सिर्फ़ चूत ही चाट रहा है. क्या तेरा लंड
अभी खड़ा नही हुआ है. ला मैं तेरा लंड चूस करके खड़ा कर
देतीं हूँ. और अगर तुझे मेरी चूत पसंद नही है, तो हट मेरे
ऊपर से और मैं अपनी चूत अपने ससुर के लंड से मरवाती हूँ."
इतना सुनते ही कैलाश अपनी बहन पर टूट पड़ा और उसकी टाँगों को
अपने हाथों से फैला कर अपना लंड का सुपरा उसकी चूत के छेद से
भिड़ा दिया. चूत पर लंड का सूपड़ा भिड़ाते ही करिश्मा एक बार कांप
उठी और फिर अपने हाथो को नीचे ले जाकर अपने भाई का लंड पकड़
कर अपनी चूत पर रख कर अपनी कमर उचका कर चूत मे लंड डलवा
लिया. चूत मे लंड घुसते ही करिश्मा और कैलाश दोनो थोरी देर के
लिए चुप चाप लेटे रहे और फिर थोरी देर के बाद करिश्मा ने अपनी
कमर उचका कर अपने भाई से चोदने के लिए इशारा किया. कैलाश भी
अपनी बहन का इशारा मिलते ही अपना कमर उठा उठा कर अपना लंड
अपनी बहन की चूत मे पेलने लगा. अपने चूत मे भाई का लंड पिलवाते
हुए करिश्मा ने कैलाश से बोली, "भाई आज अपना अरमान पूरा कर ले
और चूत चोद चोद कर उसको भोसरा बना दे. देख कैसे मेरी चूत
तेरा लंड खा कर फूल गया है. हाई! भाई बहुत मज़ा आ रहा है. तू
ने पहले हमे क्यों नही चोदा. तू एक बार बोलता या इशारा करता तो
मैं कब से तेरा लंड अपनी चूत को खिलाती. खैर अभी कोई बात बिगड़ी
नही है. अब तू जब चाहे मेरे घर आ कर मेरी चूत को चोदना और
अगर मान चाहे तो मेरी गंद मे भी अपना लंड पेलना. तुझे मालूम
नही है कि मुझे गंद मरवाने का भी बहूत शौक है और मैं
अपनी गंद भी अब खूब मरवाती हूँ." इतना कहकर करिश्मा अपने
चूतर ज़ोर ज़ोर से उछालने लगी और एह देख कर कैलाश अपनी बहन से
बोला, "एह क्या बात हुई? मैं तुझको चोद रहा हूँ या तू मुझको चोद
रही है? तू अपने चूतर इस तरह से उछाल रही है जैसे कि तू
मुझको चोद रही है.कैलाश की बात सुन कर करिश्मा अपने भाई से
बोली, "हाँ भाई मैं अपनी सास को अपनी चूत और गंद से दो दो लंड
खाते देख कर मैं बहुत गरमा गयी हूँ. मेरे लिए अब रुकना
बहुत मुहकिल है. चल अब तू नीचे लेट जा और मैं तेरे ऊपेर चढ़ कर
तुझको चोद्ती हूँ." इतना कह कर करिश्मा अपने भाई को नीचे लेटा
दिया और खुद ऊपेर चढ़ कर अपनी गंद उठा उठा कर कैलाश को
चोदने लगी. करिश्मा अपने भाई पर झुक कर उसको चोद रही थी और
उसकी चुन्चे हवा मे झूल रहे थे और कैलाश को मुँह पर चोट
कर रहे थे. थोरी देर तक करिश्मा ऊपेर से और कैलाश नीचे से
एक दूसरे को चोद्ते रहे और फिर करिश्मा थक कर अपनी भाई पर लेट
गयी और कैलाश से बोली, "भाई मैं थक गयी हूँ अब तू मेरे
ऊपेर चढ़ कर मुझको ज़ोर ज़ोर से चोद. आज फाड़ दे मेरी चूत को अपने
लंड की चोटों से."
क्रमशः.........
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,438,265 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 537,240 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,206,729 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 912,380 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,617,119 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,050,805 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,900,509 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,889,785 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,967,641 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 279,008 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)