Indian Sex Story वक़्त के हाथों मजबूर
09-01-2018, 12:55 PM,
RE: Indian Sex Story वक़्त के हाथों मजबूर
फिर इन सब ने मेरे साथ नन्गपन का खेल खेना शुरू कर दिया... बिहारी ने तो मेरे सामने ये तक शर्त रख दी कि वो मुझे दो घंटे में सिड्यूस करेगा....मगर यहाँ भी उन लोगों ने मेरे साथ धोखा किया.. मेरे जूस में उनलोगों ने कोई दवाई मिला दी थी... फिर मेरे साथ ऐसे गंदे गंदे सवालों का सिलसिला शुरू किया जिसका जवाब मुझे उन्हें बेशर्मी के साथ देना पड़ता....उन सब ने मुझसे वो सब कुछ कहलवाया जो अच्छे घर की लड़की मर जाना पसंद करेगी मगर ऐसे शब्द नहीं बोलेगी.... आख़िरकार मैं अपने जिस्म के आगे हार गयी और उनके सामने अपने घुटने टेक दिए....



फिर उन सब ने बारी बारी मेरे साथ सेक्स किया... और फिर एक साथ सबने मिलकर मुझसे सेक्स करते रहे.... एक समय पर मैं एक साथ तीन तीन मर्दों की प्यास बुझाती....मुझसे उनलोगों ने वो सब करवाया जो बड़ी से बड़ी रंडिया भी करने से कतराती हैं... मगर हर दर्द में मैने तुम्हें महसूस किया.... फिर एक दिन काजीरी नाम की औरत वहाँ आई और उसने मेरा सौदा 10 लाख में कर दिया... वो मुझे ऐसे दरिंदों के बीच ले गयी जहाँ इंसानियत नाम की चीज़ उनके अंदर बिल्कुल नहीं थी....उस रात मेरे साथ 6 आदीमयों ने बहुत रफ सेक्स किया...जिसकी वजह से मेरी नसें फट गयी थी और मेरे शरीर से ब्लीडिंग होना शुरू हो चुका था....



मगर इनलोगो ने भी मुझ पर थोड़ी भी दया नहीं की...उसी हालत में मेरे साथ ये सब सेक्स करते रहें....और फिर जब एक हफ़्ता पूरा होने वाला था तभी विजय ने एक ऐसी घिनौनी चाल चली कि मैं अपनी ही नज़रो में हमेशा हमेशा के लिए गिर गयी.... उसने मेरे बापू के साथ धोके से सेक्स करवा दिया....मेरे आँखों में पट्टी बाँधा और उधेर मेरे बापू की आँखों में भी पट्टी बाँधकर हमे पूरी नंगी हालत में सेक्स करवाया गया.... जब मेरे बापू को ये बात पता चली. तब वो ये सदमा नहीं बर्दास्त कर पायें और अपनी जान दे दी....मैं वैसे भी अब तक बहुत नीचे गिर चुकी थी.... इन सब ने मुझे हर रात ड्रग्स का इंजेक्षन दिया... अब तो मैं भी ड्रग्स की अडिक्ट बन चुकी थी... मुझे विश्वास था कि तुम मुझे अब किसी भी हाल में नहीं अपनाओगे.....और मैं ऐसे ज़िल्लत भरी ज़िंदगी जीना नहीं चाहती थी...इस वजह से मुझे अपने आप को ख़तम करना पड़ा......



मैं जानती हूँ कि जब तू मेरी डायरी पूरा पढ़ चुके होगे तब तुम्हें भी मुझसे नफ़रत हो जाएगी.... कि मैं कितनी गिरी हुई लड़की थी...लेकिन मुझ में इतनी हिम्मत नहीं थी कि मैं तुम्हें ये सारी बातें अपने मूह से बता सकूँ... इस लिए मुझे इस डायरी का सहारा लेना पड़ा.... मेरे साथ जो भी हुआ मुझे उसका कोई दुख नहीं हैं पर सच तो ये हैं कि अब मैं तुम्हारी वो राधिका नहीं रही जिससे तुमने कभी प्यार किया था....बस इतनी ही कहूँगी कि तुम निशा का हाथ थाम लेना...वो तुमसे बहुत प्यार करती हैं...अगर उसे तुम ना मिले तो वो मर जाएगी....शायद मेरी किस्मेत में तुम नहीं थे....बस हो सके तो मुझे माफ़ कर देना.......



डायरी पढ़ते पढ़ते इस वक़्त राहुल की आँखों में आँसू आ गये थे और वो ज़ोर से चीख पड़ता हैं...................................राधिका................




इस वक़्त राहुल बिल्कुल खामोश बैठा हुआ था...उसके हाथों में वही राधिका की डायरी थी.....और आँखों में आँसू....राहुल को ऐसा रोता हुआ देखकर निशा उसके कंधे पर अपना हाथ रखकर उसे चुप कराती हैं......थोड़ी देर बाद वो थोड़ा नॉर्मल होता हैं....



राहुल- आख़िर मुझे किस चीज़ की इतनी बड़ी सज़ा मिली...आख़िर क्यों किया तुमने ऐसा .....आख़िर दोनो तरफ से हार मुझे ही मिली .....एक पल के लिए भी तुमने ये नहीं सोचा कि तुम्हारे बिना मैं कैसे जीऊँगा....शायद तुम मेरे प्यार को समझ नहीं सकी....मैने पहले भी तुमसे कहा था कि हमारा रिश्ता दिल का हैं ना कि जिस्म का.....मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि तुमने क्या किया....हां थोड़ा दुख ज़रूर हुआ....मगर इतना सब कुछ तुम अकेले सहती रही और मुझे कोई भी बात बताना ज़रूरी नहीं समझा....क्या मिला तुम्हें अपने आप को बर्बाद करके.....आख़िर क्यों किया तुमने ऐसा.... और राहुल वहीं ज़मीन पर बैठ जाता हैं.....



निशा- हिम्मत रखो राहुल...जो बीत गया अब उसे दुबारा तो वापस नहीं लाया जा सकता.....बेहतर यही है कि हमे आज के लिए कल को भूलना होगा....



राहुल-नहीं निशा मैं नहीं भूल सकता अपनी राधिका को...ऐसा कभी नहीं हो सकता...आज भी वो मेरे दिल में बसी हुई हैं....जिस दिन मेरा दम निकलेगा शायद उस दिन मैं अपनी राधिका को भुला पाउन्गा.....जीते जी तो ये संभव नहीं....



निशा फिर राहुल के एक दम करीब आती हैं और उसे वहीं खड़ा करती हैं और उसके आँखों से बहते हुए आँसू पोछती हैं.....पोलीस वाले होकर भी तुम आज इतना कमज़ोर बन रहे हो राहुल.....थोड़ा हिम्मत रखो.....जो सच हैं उसे बदला नहीं जा सकता....आज राधिका हम सब के बीच नहीं हैं...और यही सच हैं...



निशा- मैं समझ सकती हूँ राहुल इस वक़्त तुम्हारे दिल पर क्या बीत रही होगी...जितना तुम्हें दुख हैं उतना मुझे भी राधिका की कमी महसूस हो रही हैं....कब तक आपने आप को सज़ा दोगे....



राहुल झट से निशा के सीने से लग जाता हैं- आइ आम सॉरी निशा मैने गुस्से में आकर ना जाने तुम्हें क्या क्या कहा...और तुम्हें राधिका के मौत का भी ज़िम्मेदार बना डाला.....मैं क्या करूँ मैं खुद इतना डिस्टर्ब हो गया हूँ कि मुझे समझ नही आ रहा की क्या सही हैं और क्या ग़लत....



निशा- इट'स ऑल राइट राहुल....तुम थोड़ा हाथ मूह धो लो मैं तुम्हारे लिए खाना लेकर आती हूँ....फिर निशा किचन में जाकर राहुल के लिए खाना लाती हैं और उसे अपने हाथों से बड़े प्यार से खिलाती हैं...राहुल किसी बच्चे की तरह निशा के सामने बिहेव कर रहा था.....निशा को राहुल पर इस वक़्त बहुत प्यार आ रहा था.....वो थोड़ी देर में पूरा खाना ख़तम करता हैं....



रात के करीब 9 बजे राहुल अपने बिस्तेर पर आकर बैठ जाता हैं और निशा भी खाना खा कर वहीं उसके पास बैठ जाती हैं......निशा बड़े प्यार से राहुल को देख रही थी....और राहुल भी चुप चाप वहीं खामोश बैठा था.....तभी निशा उसके एक दम करीब आती हैं और राहुल के चेहरे के पास अपना फेस कर देती हैं...इस वक़्त निशा राहुल के इतने करीब थी कि वो राहुल की साँसों को आसानी से महसूस कर सकती थी.....निशा के इतने करीब होने से राहुल तुरंत उससे दूर हूट जाता हैं और वो बिस्तेर से उठकर वहीं खड़ा हो जाता हैं......तभी निशा भी वहीं राहुल के पास आती हैं और उसके पीठ पर अपना सीना रखकर उसे अपनी बाहों में ज़कड़ लेती हैं......



निशा की ऐसी हरकत से राहुल चौंक जाता हैं....और वो फिर से निशा के हाथों को अपने सीने से हटा देता हैं.....



निशा- क्या हुआ राहुल.....मुझसे कुछ ग़लती हो गयी क्या.....



राहुल- नहीं निशा ये ठीक नहीं हैं......



निशा- क्या ठीक नहीं हैं राहुल.....मैं अब पूरी तरह से तुम्हारी बनना चाहती हूँ......मुझे हमेशा हमेशा के लिए अपना बना लो.......आज मेरे तंन मन की प्यास बुझा दो राहुल.....मुझे प्यार करो राहुल.....बस प्यार....आज मुझे बस तुम्हारा प्यार चाहिए.....



राहुल- होश में आओ निशा....कैसी पागलों जैसी बातें कर रही हो.......ये सब ठीक नहीं हैं....
Reply
09-01-2018, 12:56 PM,
RE: Indian Sex Story वक़्त के हाथों मजबूर
निशा- गौर से देखो मुझे...क्या कमी हैं मुझ में....हां मानती हूँ कि मैं राधिका जैसी कभी नहीं बन सकती और ना ही मैं उसकी जगह ले सकती हूँ पर मैं भी तो तुम्हें बे-इंतेहाः प्यार करती हूँ.... मैने तुम्हारी खातिर कितने आँसू बहाए हैं....हर पल तुम्हें याद किया हैं..मुझे आज अपना बना लो राहुल नहीं तो मैं जी नहीं पाउन्गि....



राहुल झट से निशा के चेहरे पर अपने दोनो हाथ रखकर उसकी आँखों में बड़े प्यार से देखता हैं- किसने कहा कि तुम में कोई कमी हैं....जितनी खूबसूरत मेरी राधिका थी तुम भी उतनी ही खूबसूरत हो....तुम्हारी जैसी लड़की तो किसी किस्मेत वाले को नसीब होगी.....लेकिन मैं तुम्हारी किस्मेत नहीं हूँ निशा......



निशा- मैं जी नहीं पाउन्गि राहुल तुमसे दूर होकर...अगर यकीन ना आए तो मेरी डायरी खुद ही पढ़ लो...तुम्हें यकीन हो जाएगा कि मैं तुमसे कितनी मोहब्बत करती हूँ....मैने हर एक लम्हा तुम्हारे साथ बिताया हुआ हर वो पल उस डायरी में लिखा हैं....



राहुल- मैं जानता हूँ निशा....तुम मुझे बहुत प्यार करती हो..मगर शायद अभी मैं तुम्हें उस दिल में जगह नहीं दे पाउन्गा....अभी मुझे थोड़ा वक़्त और लगेगा......



निशा- मुझे मंज़ूर हैं राहुल....मैं इंतेज़ार करूँगी..... और फिर निशा झट से राहुल के सीने से लग जाती हैं...राहुल भी उसे अपनी बाहों में ले लेता हैं....निशा बड़े प्यार से राहुल के चेहरे को देखती हैं और अगले पल वो आगे बढ़कर धीरे से अपने होंठ राहुल के होंठो पर रख देती हैं और उसे बड़े प्यार से चूसने लगती हैं....राहुल भी कोई विरोध नहीं करता और चुप चाप अपनी आँखें बंद कर लेता हैं....धीरे धीरे निशा की धड़कनें बढ़ने लगती हैं और उधेर राहुल का भी वहीं हाल होता हैं......



निशा बड़े प्यार से अपने होंठो को राहुल के होंठो पर रखकर उसे चूसे जा रही थी....निशा फिर राहुल का हाथ अपने हाथों में लेती हैं और उसे पहले अपने लबों पर रख देती हैं और उसके हाथों की उंगलिओ को बारी बारी बड़े प्यार से चूसने लगती हैं.....राहुल निशा के किसी भी हरकतों का कोई विरोध नहीं करता.....और बड़े गौर से निशा की आँखों में देखता हैं....इस वक़्त निशा की आँखें पूरी तरह लाल हो चुकी थी......निशा फिर राहुल का हाथ धीरे धीरे पहले अपने गालों पर फिराती हैं और फिर उसके हाथो को नीचे की ओर ले जाने लगती हैं.....जो काम राधिका ने किया था आज वही काम निशा भी कर रही थी....आज इतिहास खुद को दोहरा रहा था...



निशा राहुल के हाथों को अपने कंधे से सरकाते हुए अपने सीने की ओर ले जाती हैं और कुछ ही लम्हों में वो अपने सीने पर राहुल का हाथ रख देती हैं...... और धीरे धीरे अपने हाथों पर अपना दबाव डालती हैं.....इस वक़्त राहुल निशा के बूब्स पर अपना एक हाथ रखा हुआ था और निशा उसके हाथों पर प्रेशर बना रही थी....तभी राहुल को कुछ याद आता हैं और वो तुरंत अपना हाथ वहाँ से हटा लेता हैं.....राहुल के ऐसे हटने से निशा चौंक जाती हैं......



राहुल- नहीं निशा मैने कहा था ना ...मैं अभी इन सब चीज़ों के लिए तैयार नहीं हूँ.... अभी मुझे थोड़ा वक़्त लगेगा.....मेरा ज़मीर इसकी इज़ाज़त नहीं दे रहा.....आइ आम सॉरी...



निशा भी कुछ नहीं कह पाती और वहीं राहुल के सामने चुप चाप खड़ी रहती हैं....आज उसकी आँखों में इस वक़्त आँसू थे.... निशा को ऐसा रोता देखकर राहुल बेचैन हो जाता हैं...



राहुल- क्या हुआ निशा...तुम ठीक तो हो...तुम्हारी आँखों में आँसू.....बात क्या हैं..



निशा- नहीं राहुल कुछ नहीं...शायद मैं ही बहक गयी थी...अच्छा हुआ तुमने मुझे होश में ला दिया....



राहुल- नहीं निशा.... मैं समझ सकता हूँ कि इस वक़्त तुम्हारे दिल पर क्या बीत रही होगी... मगर मेरा तुमसे वादा हैं जब तक उन कुत्तों को मैं जान से नहीं मार दूँगा मैं चैन से नहीं बैठूँगा.....और ......
Reply
09-01-2018, 12:57 PM,
RE: Indian Sex Story वक़्त के हाथों मजबूर
निशा- और क्या राहुल........



राहुल- और तुमसे शादी भी नहीं करूँगा......



निशा के चेहरे पर कई तरह से सवाल थे...उसे समझ नहीं आ रहा था कि वो राहुल की बात से खुस होये या दुखी.....जो भी हो अब तो केवल इंतेज़ार ही उन्हें करना था....आने वाला वक़्त देखा ये था कि बिहारी ,विजय और ,जग्गा पर राहुल कौन सा क़हर बनकर टूटता हैं.



निशा के दिल में इस वक़्त हज़ारों सवाल उठ रहें थे मगर आज उसके किसी भी सवालों का जवाब उसके पास मौजूद नहीं था....वो तो बस यही सोच रही थी कि क्या कभी वो राधिका की जगह ले पाएगी.....अगर उसकी शादी राहुल से हो भी जाती हैं तो क्या राहुल उसे वो प्यार दे पाएगा जितना वो राधिका से करता था.........शायद नहीं....इन्ही सवालों में उलझी निशा के चेहरे पर परेशानी के भाव थे तभी राहुल की आवाज़ सुनकर वो अपने सोच से बाहर आती हैं.....



राहुल- तुम एक काम करो मेरे साथ अभी अपने घर चलो....



राहुल की बातो से निशा लगभग चौंक जाती हैं- तुम्हारे साथ .......अभी इस वक़्त......मगर क्यों???



राहुल- क्यों कि मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से ये दुनिया तुम पर कोई उंगली उठाए....और शायद तुम यहाँ पर मेरे साथ रहोगी तो ऐसा हो भी सकता हैं की मैं कहीं बहक जाऊ.....और फिर कुछ ग़लत हो गया तो शायद मैं अपने आप को माफ़ नहीं कर पाउन्गा....



निशा- मुझे तुम पर पूरा भरोसा हैं राहुल.....कुछ ग़लत नहीं होगा...बिलिव मी.....



राहुल- नहीं निशा...ट्राइ टू अंडरस्टॅंड....मानता हूँ कि ये फ़ैसला मेरा था मगर ये हमारे लिए ही अच्छा होगा....निशा भी कुछ ज़्यादा बहस नहीं करती और चुप चाप राहुल के साथ उसकी गाड़ी में बैठ जाती हैं..और रात के करीब 10 बजे राहुल निशा को उसके घर ड्रॉप करता हैं.....



सुबेह राहुल सबसे पहले पोलीस स्टेशन जाता हैं और जाकर सबसे पहले ख़ान से मिलता हैं....



राहुल- ख़ान कुछ उन कमिनो का पता चला...कहाँ हैं वो तीनों....



ख़ान- ज़्यादा तो कुछ नहीं पर इतना कन्फर्म हैं कि वो तीनों इसी सहर में हैं....हम ने चारों तरफ से नाकाबंदी कर रखी हैं तो उनका इस सहर से बाहर जाने का सवाल ही नहीं उठता.......



राहुल- कहीं ऐसा तो नहीं कि हम ने नाकाबंदी करने में देर कर दी और वो तीनों इस सहर से बाहर.....



ख़ान- नहीं सर...ऐसा नहीं हैं....जब हम वहाँ पर पहुँचे थे तब उसके 1/2 घंटे पहले ही वो तीनों वहाँ से निकले थे...इतना कन्फर्म हैं कि मैने 1 घंटे के अंदर ही इस सहर में नाकाबंदी लगवा दिया था....
Reply
09-01-2018, 12:57 PM,
RE: Indian Sex Story वक़्त के हाथों मजबूर
राहुल- ठीक हैं ख़ान....कहाँ पर हैं वो हरम्ज़्यादि काजीरी .....मैं उससे अभी मिलना चाहता हूँ.... फिर राहुल जैल के अंदर जाकर काजीरी से मिलता हैं... काजीरी जब राहुल को देखती हैं तब वो डर से वहीं सहम जाती हैं...



राहुल- कैसी है तू....लगता हैं रात भर सोई नहीं है ...देख तेरी आँखें कितनी लाल है...लगता हैं यहाँ पर तेरी खातिरदारी इन लोगों ने ठीक से नहीं की.....



काजीरी -मुझे जाने दो साहेब...जो कुछ मैं जानती थी मैने सब कुछ तो आप सब को बता दिया....अब क्या रह गया हैं....



राहुल- चिंता मत कर तुझे मैं छोड़ दूँगा मगर अभी नहीं कम से कम 5 साल के बाद.....ये बता बिहारी इस वक़्त कहाँ छुपा बैठा हैं....



काजीरी- मुझे नहीं मालूम साहेब....मैं उसके बारे में कुछ नहीं जानती....जैसे ही काजीरी ये बात ख़तम करती हैं तभी राहुल का एक करारा मुक्का उसके गालों पर पड़ता हैं और काजीरी के होंठों से खून निकल आता हैं....और वो दर्द से चीख पड़ती हैं.....



राहुल- अबकी बार सवाल नहीं पूछूँगा.....मुझे बस तेरा जवाब चाहिए...नहीं तो तेरी ऐसी सेवा करूँगा कि यहाँ से तू अपने चार कदमों से जाएगी....तेरी भलाई इसी में हैं कि जो कुछ जानती हैं सब कुछ बकती जा.....फिर धीरे धीरे काजीरी बिहारी के एक एक ठिकानों का पता बताती जाती हैं.....



राहुल- शाबाश!!!! अगर पहले ही सब कुछ बता दिया होता तो इतनी मार तो नहीं खानी पड़ती तुझे....चल अब यहाँ पर आराम से 5 साल मज़े करना.....और राहुल वहाँ से तेज़ी से बाहर निकल जाता हैं....



राहुल- पोलीस फोर्स तैयार करो ख़ान....मैं डीजीपी सर से जाकर पर्मिशन लेकर आता हूँ.... करीब 1 घंटे बाद राहुल अपनी पोलीस फोर्स के साथ बिहारी को पकड़ने निकल पड़ता हैं....



ख़ान- सर उसे तो उमर क़ैद की सज़ा हम दिलवाएँगे.....सारी ज़िंदगी जैल में सडेगा तब साले को मालूम चलेगा.....



राहुल- नहीं ख़ान .....तुम ग़लत समझ रहे हो...मैं जानता हूँ बिहारी को ....हम कितना भी कुछ कर लें वो ज़्यादा से ज़्यादा एक हफ़्ता जैल में रह सकता हैं.....फिर वो कैसे भी छूट जाएगा और हम ज़िंदगी भर उसको अरेस्ट करते फिरेंगे..... इस बार उसे आरेस्ट नहीं करना हैं.....



ख़ान- अरेस्ट नहीं करना हैं ................मतलब????



राहुल फिर अपने जेब से एक काग़ज़ निकाल कर ख़ान को थमा देता हैं..ख़ान जब उस काग़ज़ को पढ़ता हैं तब उसके होश उड़ जाते हैं....



ख़ान- सर ये तो एनकाउंटर वॉरेंट हैं......यानी हमे उन तीनों का एनकाउंटर करना हैं.....



राहुल- हां ऐसे कुत्तों के लिए सिर्फ़ एक ही सज़ा हैं और वो हैं ...................मौत...



ख़ान- मगर हम ऐसा कैसे कर सकते हैं...ऐसा करने से तो इस सहर में हंगामा खड़ा हो जाएगा......पब्लिक और मीडीया वाले इसे बढ़ा चड़ा कर दिखाएँगे और उसे निर्दोष साबित करेंगे...और हमारी कितनी बदनामी होगी आपको इसका अंदाज़ा भी हैं....फिर हम क्या जवाब देते फिरेंगे उन सब को.....



राहुल- तुम उसकी चिंता मत करो...मैने डीजीपी सर से सारी बातें कर ली हैं..उन्होने ही मुझे इसकी पर्मिशन दी हैं....मगर इतना याद रख हमे उन तीनों को इस सहर से बाहर किसी ऐसी सुनसान जगह पर ये काम करना हैं.... और हां सबसे पहले तुम बिहारी के बारे में सारा डेटा कलेक्ट करो...कौन हैं उसका करीबी और किसके साथ उसका रोज़ का उठना बैठना हैं...और उसकी कमज़ोरी क्या हैं...सब कुछ इमीडीयेट्ली....फिर ख़ान वहीं लॅपटॉप में इंटरनेट के थ्रू बिहारी से सारी रिलेटेड जानकारी कलेक्ट करता हैं.....



करीब 2 दिन के बाद उसे बिहारी के खिलाफ पुख़्ता सबूत हाथ लगता है और जो जानकारी उसे हासिल होती हैं उससे राहुल भी चौंक जाता हैं.....इन दो दिनों में बिहारी का भी पता चल गया था......तीनों एक ही जगह पर इसी सहर में छुपे हुए थे.....राहुल ने जैसे ख़ान को कहा था ख़ान ने वैसा ही किया था......



राहुल- ख़ान सबसे पहले अगर हमे दुश्मनों का शिकार करना हैं तो उसे बिल से बाहर निकालना होगा....और ये काम तुम ही अंजाम दे सकते हो.....जैसे ही वो बाहर आए उसका सबसे पहले किडनप करवा लो और इस सहर के बाहर ले चलो...किसी हिल स्टेशन की तरफ जहाँ कोई आता जाता ना हो....फिर मैं बताउन्गा कि उन सब को कैसी मौत मारना हैं...और मैने तो सोच भी रखा हैं उन कुत्तों को कैसी मौत मिलनी चाहिए......



सबसे पहले ख़ान उसके ख़ास ख़ास आदमियों को अरेस्ट करता हैं और दो तीन लड़की सप्लाइ की बात उनके आदमियों से कहलवाता हैं......बिहारी तो लड़की मामले में कहाँ चुप बैठने वाला था....वो भी झट से अपने आदमी से मिलने की जगह और दाम तय कर लेता हैं.......फिर उस नंबर को ट्रेस किया जाता हैं और उसका लोकेशन पता लगाया जाता हैं.....और दूसरे दिन वो तीनों अपने बिल से बाहर निकते हैं.....उसी जगह......राहुल अपने आदमियों के साथ वाहन पर घात लगाए बैठा था......बिहारी जब अपने आदमियों को देखता हैं तब वो झट से उनसे मिलने आता हैं......



जैसे ही वो उन सब के करीब जाता हैं तभी लगातार 6 गोली चलती हैं और कुछ देर में बिहारी के तीनों आदमियों की लाश वहीं ज़मीन पर पड़ी मिलती है...ये सब देखकर बिहारी ,विजय और जग्गा भागने की कोशिश करते हैं मगर पोलीस चारों तरफ से उन्हें घेर लेती हैं..... और तभी तेज़ी से एक वॅन उनके पास आकर रुकती हैं....और उसमें 5,6 आदमी निकलते हैं और बिहारी ,जग्गा और विजय को झट से उठाकर उस वॅन में लेकर तेज़ी से वहाँ से निकल जाते हैं.....वहाँ दूर खड़ी पोलीस चुप चाप देखती रहती हैं...



इधेर बिहारी ,जग्गा, और विजय एक तरफ तो खुस थे कि वे पोलीस के हाथों बच गये ....मगर उनकी खुशी ज़्यादा देर तक नहीं रहने वाली थी... अभी भी उनसब के मन में ये सवाल उठ रहे थे कि ये वॅन वाले उन सब के दोस्त हैं या दुश्मन.....इस वक़्त उस वन में दो और लोग बैठे हुए थे मगर उनके चेहरे पर नक़ाब था....और वो दोनो बड़े गौर से बिहारी, जग्गा, और विजय को देख रहें थे....इस तरह से उन्दोनो का घूर्ना देखकर वो तीनों फिर से सहम जाते हैं......अगले ही पल वो दोनो अपना हाथ बढ़ाकर अपने चेहरे की ओर ले जाते हैं और वो नक़ाब को अपने चेहरे से अलग कर देते हैं....जब वो दोनो अपने चेहरे से नक़ाब हटाते हैं तब बिहारी ,जग्गा, और विजय को ऐसा झटका लगता हैं जैसे किसी ने उनके शरीर से पूरा खून निचोड़ लिया हो....और हैरत से उन सब की आँखें फटी रह जाती हैं.



उस वन में राहुल और ख़ान बैठे हुए थे......राहुल और ख़ान को अपने सामने बैठा हुआ देखकर उन तीनों के होश उड़ जाते हैं....



बिहारी-राहुल.....त....उ.....तुम????



राहुल- मैं नहीं बिहारी अपनी मौत बुला मुझे......तूने क्या सोचा था कि तू मुझसे बच जाएगा...अगर तू पाताल में भी जाकर छुप जाता तो भी मैं तुझे वहाँ से ढूँढ निकालता....राहुल के मूह से इस तरह की बातें सुनकर उन तीनों का डर से गला सूखने लगता हैं....



थोड़ी देर बाद उनकी गाड़ी सहर से दूर एक सुनसान घाटी के पास जाकर रुकती हैं....फिर राहुल उन सब को एक एक कर बाहर निकलने को कहता हैं...और तभी ख़ान उनके पीछे जाकर उन तीनों के हाथों में हथकड़ी लगा देता हैं.....इस वक़्त तीनों एक साथ लाइन से खड़े थे और उनके हाथों में वो हथकड़ी बँधी हुई थी....उनके चेहरे पर मौत का डर सॉफ छलक रहा था.....



राहुल तभी अपने जेब से रेवोल्वेर निकालता हैं और उनके सामने वो रेवोल्वेर तान देता हैं....ये नज़ारा देखकर तीनों की डर से हालत खराब हो जाती हैं....
Reply
09-01-2018, 12:57 PM,
RE: Indian Sex Story वक़्त के हाथों मजबूर
राहुल- चिंता मत करो मैं तुम्हें गोली नहीं मारूँगा......अगर तुम्हें इतनी आसान मौत दे दूँगा तो मुझे खुद अपने आप पर पछतावा होगा कि मैने ऐसा क्यों किया.... आख़िर तुम्हें भी तो एहसास होना चाहिए कि दर्द क्या होता हैं....जो तुम लोगों ने मेरी राधिका को दिया था.....उसके एक एक आँसू का तुमलोगों से मैं हिसाब लूँगा....फिर राहुल अपने जेब से अपना पर्स निकाल लेता हैं और उसमें राधिका की फोटो थी ....वो उन तीनों के सामने अपना पर्स रख देता हैं...



राहुल- गौर से देखो इसे.....क्या कसूर था इस मासूम का जो तुमलोगों ने इसके साथ ऐसा सुलूख किया.....यही ना कि वो खूबसूरत थी ...शायद आज मेरी राधिका की खूबसूरती ही उसकी मौत की वजह बन गयी.....जब तक तुम जैसे दरिंदे रहेंगे तब तब हर मासूम लड़की के साथ ऐसा हमेशा होता रहेगा....और इतना कहकर राहुल एक ज़ोर का लात पहले बिहारी और फिर जग्गा और विजय के पेट पर मार देता हैं...दर्द से वो तीनों वहीं घुटनों के बल बैठ जाते हैं......



राहुल- बहुत घमंड था ना तुझे अपनी सत्ता और अपनी पॉवर का...उखाड़ ले जो उखाड़ना हैं....ज़रा मैं भी तो देखूं कि तू क्या कर सकता हैं.....फिर राहुल अपनी जेब से वो वॉरेंट निकालकर उनके सामने रख देता हैं.....गौर से देखो इस पेपर को.....ये तुम लोग की मौत का वारंट हैं.....और अब तो दुनिया की कोई भी ताक़त मुझे तुम लोग को उपर पहुँचाने से नहीं रोक सकती......



बिहारी- हमे जो सज़ा देनी हैं दे दो राहुल हमे सब मंज़ूर हैं मगर प्लीज़ हमे जान से मत मारो......मैं उमरक़ैद की सज़ा भी काटने को तैयार हूँ....



तभी राहुल फिर से एक ज़ोर की लात बिहारी के पेट पर मारता हैं और बिहारी के मूह से दर्द भरी चीख निकल पड़ती हैं....



राहुल- बहुत डर लग रहा है तुम्हें आज अपनी मौत को सामने देखकर.....मरना तो तुम सबको हर हाल में हैं....अगर आज मैने तुम सबको छोड़ दिया तो शायद मेरी राधिका भी मुझे कभी माफ़ नहीं करेगी....और अब मैं अपनी राधिका की आत्मा को और दुख नहीं पहुँचाना चाहता.....तभी दो तीन लात और राहुल बिहारी के पेट और पीठ पर जड़ देता हैं......और बिहारी फिर से चीख पड़ता हैं......



राहुल- बोल क्यों किया तूने ऐसा.....मुझे जवाब दे.....क्यों तूने कृष्णा और बिरजू को फँसाया.....क्यों उसकी आड़ लेकर मेरी राधिका को ब्लॅकमेलिंग की...क्यों तूने उसके साथ हवस का गंदा खेल खेला.....अरे इंसान तो इंसान जो सुलूख तुम लोगों ने मेरी राधिका के साथ किया हैं वो तो कोई दुश्मन भी नही कर सकता......बरसों से उनकी वफ़ादारी का क्या इनाम दिया हैं तुमने.....बिरजू की ही बेटी को अपनी रखैल बनाया....और तो और उसे मार्केट में भी भेज दिया ...दरिंदों के बीच.....और तूने तो अपनी कमिनेपन की हद्द ही कर दी ........एक बाप को अपनी ही बेटी के साथ सेक्स करवा डाला.....तूने तो एक बाप और बेटी के बीच रिश्तों के मायने ही बदल डाले....उनके बीच पवित्र रिश्तों को हमेशा के लिए कलंकित कर डाला...अरे तेरे से अच्छे तो जानवर हैं कम से कम वो वफ़ादारी के बदले वफ़ादारी तो निभाते हैं.....लेकिन तू तो उन सब से भी गया गुज़रा हैं....इंसान की खाल में तू तो भेड़िया हैं....



तभी ख़ान भी अपने गुस्से को नहीं रोक पाता और एक करारी लात बिहारी के पेट पर जड़ देता हैं....बिहारी वहीं दर्द से बैठ जाता हैं......



फिर राहुल विजय के पास जाता हैं और एक करकरा लात विजय के पेट पर जड़ देता हैं...विजय वहीं दर्द से बैठ जाता हैं....



राहुल- तूने तो कमाल की दोस्ती निभाई....भगवान ना करे कि तेरे जैसे दोस्त किसी को भी मिले.....मेरे साथ रहकर मेरी ही पीठ पीछे तू मेरी दोस्ती का फ़ायदा उठाता रहा....और मैं तुझपर आँख बंद कर विश्वास करता रहा.....काश मैने राधिका की बात बहुत पहले मान ली होती तो आज मुझे ये दिन नहीं देखना पड़ता....मैं तो खुद हैरान हूँ कि मैने तुझे पहचाने में इतनी बड़ी भूल कैसे कर दी....आज तो मुझे शरम आती हैं तुझे अपना दोस्त कहते हुए.....और इतना कहकर राहुल एक ज़ोर का लात फिर से विजय के पेट पर मार देता हैं.....तभी ख़ान भी दो तीन लात विजय के उपर बरसाता हैं और विजय की चीखें इन वादियों में गूँज उतती हैं....



फिर वो जग्गा के पास जाता हैं और उसे भी एक ज़ोर का लात उसके पेट पर जड़ देता हैं....मैने सच में भूल की तुझे पहचानने में.....अगर उसी दिन मैं तुझे राधिका को छेड़ते हुए तेरे उपर कोई कड़ा आक्षन लिया होता तो तेरे जैसे दो टके गुंडे की ये मज़ाल नहीं होती कि तू मेरी राधिका को आज छू भी पाता.....इन्ही हाथों से तूने उसे छुआ था ना...फिर राहुल एक ज़ोर का लात उसके हाथों पर मारता हैं और जग्गा वहीं दर्द से चीख पड़ता हैं.
Reply
09-01-2018, 12:57 PM,
RE: Indian Sex Story वक़्त के हाथों मजबूर
वक़्त के हाथों मजबूर--48



ख़ान- बोलो सर इनका क्या करना हैं......क्या सोच रखा हैं आपने इनके बारे में....



राहुल- तू ही बता ख़ान इन्हें कैसी मौत देनी चाहिए......ताकि मेरे दिल को सुकून मिले.....



ख़ान- सर सबसे पहले तो इनके दोनो घुटनों में एक एक गोली मारनी चाहिए.....ताकि इन्हें दर्द का एहसास हो .......फिर जैसा आप चाहे....



राहुल- फिर शुभ काम में देर कैसी ख़ान.....उठाओ अपना गन और इन कमीनो के दोनो घुटनों में दाग दो बुलेट.....ताकि इन्हे भी तो पता चलना चाहिए कि दर्द क्या होता हैं....जितना दर्द इन लोगों ने मेरी राधिका को दिया था .....आज इन्हें भी उसका एक एक दर्द का हिसाब चुकाना पड़ेगा.....राहुल और ख़ान की बातो को सुनकर उन तीनों की डर से गान्ड फट जाती हैं......और वो तीनों वहीं चुप चाप डर से सहम जाते हैं.....आज मौत का ख़ौफ्फ उन तीनों के चेहरे पर सॉफ झलक रहा था.....



राहुल- चलो फटाफट तुम तीनों खड़े हो जाओ......और अगर 1 मिनिट के अंदर खड़े नहीं हुए तो गोली तो ज़रूर चलेगी मगर निशान कहीं और होगा.....और थोड़ी देर बाद राहुल अपनी रेवोल्वेर हाथ में लेता हैं और उनके सामने तान देता हैं......और साथ ही ख़ान और एक और पोलीस ऑफीसर भी अपना गन हाथ में लेकर सब वहीं खड़े हो जाते हैं.....तभी लगातार 6 गोली निकलती हैं और दो गोली बिहारी के दोनो घुटनों को चीर कर बाहर निकल जाती हैं और उधेर विजय और जग्गा का भी वहीं हाल होता हैं.....



वो तीनों वहीं दर्द से चीखते हुए ज़मीन पर गिर पड़ते हैं.....उनकी आँखों से आँसू फुट पड़ते हैं....और उन तीनों के पाँव से खून की धारा बहने लगती हैं.....इस वक़्त तीनों के पैरों से खून बह रहा था और तीनों गला फाड़ फाड़ कर चीख रहें थे......तभी राहुल आगे बढ़ता हैं और एक ज़ोर की लात बिहारी के लंड पर मारता हैं...और बिहारी के आँखों से दर्द भरे आँसू और तेज़ हो जाते हैं....फिर ख़ान भी विजय के लंड पर ज़ोर की लात मारता हैं और उनके साथ और एक ऑफीसर श्याम वो भी जग्गा के साथ वहीं सुलूख करता हैं.....इस वक़्त तीनों वहीं दर्द से तड़प रहे थे......



राहुल- और ज़ोर से चीखों कुत्तों....अब पता चला की दर्द क्या होता हैं....इस वक़्त पाँव में गोली लगने से वो तीनों अब खड़े होने की हालत में भी नहीं थे...और वहीं दर्द से छटपटा रहें थे....दर्द की वजह से उन तीनों की आँखों में आँसू थे.....



राहुल- एक काम करो....आज इनकी हम ज़िंदा समाधि बनाएँगे.....ताकि इन्हें भी तो पता चले कि घुट घुट कर मरने में कैसा लगता हैं......तभी दो तीन पोलिसेवाले आकर वहीं गड्ढा खोदने लगते हैं......ये सब नज़ारा देखकर तीनो के चेहरे का रंग बदल जाता हैं.....और जग्गा और विजय का मूत वहीं पेंट में डर से निकल जाता हैं......ये सब देखकर सभी पोलिसेवाले हँसने लगते हैं......



बिहारी- हमे जान से मार दो राहुल मगर ऐसा मत करो.... दर्द अब नहीं बर्दास्त हो रहा.....



राहुल बिहारी के पास जाता हैं और उसके सिर के बाल को पूरी मुट्ठी में लेकर ज़ोर से भीच देता हैं- दर्द तो तुझे अब मैं दूँगा.....ताकि तेरा अंजाम अगर दूसरा कोई देख ले वो तेरी जैसी ग़लती कभी सपने में भी करने की नहीं सोचेगा......और हां मैं तो तुझे कुछ दिखाना चाहता हूँ.....मुझे पूरा विश्वास हैं कि वो सब देखकर तुझे बड़ा मज़ा आएगा.....



फिर राहुल ख़ान को कुछ इशारा करता हैं और ख़ान मुस्कुराते हुए वहीं रखा लॅपटॉप लेकर आता हैं. और वो राहुल के हाथों में वो लॅपटॉप थमा देता हैं......बिहारी जग्गा और विजय आँख फाडे राहुल को देख रहें थे मगर उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था कि राहुल क्या करना चाहता हैं.... थोड़ी देर बाद राहुल फिर से ख़ान को वो लॅपटॉप थमा देता हैं....



राहुल- ख़ान ज़रा उस लॅपटॉप में कल तुमने जो इंटरनेट से डेटा कलेक्ट किया था वो ज़रा बिहारी और इन दोनो को ज़रा दिखाना.....देखना ये कैसे खुशी से झूम उठेगे.....ख़ान फिर कुछ फाइल्स को एक एक कर सेलेक्ट करता हैं और फिर वो बिहारी और उन्दोनो के सामने वो लॅपटॉप रख देता हैं......



राहुल- ज़रा दिल थाम कर देखना बिहारी कहीं ऐसा ना हो कि तेरी धड़कनें ना रुक जायें.....मैने बड़े प्यार से ये सब ख़ास तेरे लिए इन वीडियो को कलेक्ट किया हैं....थोड़ी देर बाद ख़ान कुछ वीडियोस को प्ले कर देता हैं....फिर जो नज़ारा उस लॅपटॉप में बिहारी को जो दिखाई देता हैं वो उसे देखकर चीख पड़ता हैं.....लॅपटॉप में उसकी बेटी शोभा की अश्लील वीडियोस थी.....और वो एक साथ 5 आदमियों के साथ चुदवा रही थी......ये नज़ारा देखकर बिहारी की आँखों से आँसू निकल पड़ते हैं और वो अपनी आँखें झट से बंद कर लेता हैं......
Reply
09-01-2018, 12:57 PM,
RE: Indian Sex Story वक़्त के हाथों मजबूर
राहुल- आज तेरी आँखें क्यों बंद हो गयी बिहारी......देख गौर से इसे..... ये तेरी ही बेटी हैं ना......देख कैसे मज़े से एक साथ 5 आदमियों को संभाले हुई हैं.....और सबको खुस कर रही हैं.....तू यही सोच रहा होगा कि ये वीडियो मेरे पास कहाँ से आई....चल आज तेरे सारे सवालों का जवाब मैं दे देता हूँ......फिर राहुल उस क्लिप को बंद करता हैं और एक और फाइल वो ओपन करता हैं जिसे पढ़कर बिहारी के होश उड़ जाते हैं....



उस में एक ब्रेकिंग न्यूज़ था.....और सॉफ सॉफ लिखा था कि लारा (नेम चेंज) नाम की लड़की प्रॉस्टियुयेशन के धंधे में इन्वॉल्व थी जिसको पोलीस ने अरेस्ट कर लिया हैं....इसके साथ और भी तीन लड़कियाँ थी.....जो ये जिस्म का धंधा करती थी....



राहुल- चल तेरी जानकारी के लिए बता दूं कि तेरी बेटी का नाम शोभा हैं....और वो ऑस्ट्रेलिया में रहकर एमबीए कर रही हैं जहाँ लोग उसे लारा के नाम से जानते हैं........मगर तू यहीं सोच रहा होगा कि ये सब मैं कैसे जानता हूँ....अरे भाई पोलीस वाला हूँ अपने दोस्त और दुश्मनों की पूरी डीटेल रखता हूँ..... तेरी बेटी की उमर करीब 20 साल..खूबसूरत और जवान.....पढ़ने के लिए वो तो गयी थी ऑस्ट्रेलिया में मगर वहाँ जाकर वो एक रंडी के धंधे में इन्वॉल्व हो गयी....अभी कुछ दिन पहले वहाँ एक होटेल में छापा पड़ा था.....जिसमें तेरी बेटी भी धंधे में अरेस्ट हुई थी......ये उसी की न्यूज़ हैं.....दो तीन दिन वहाँ जैल में रही फिर से वो छूट गयी.....मगर क्या करें ये जिस्म की आग होती ही ऐसी हैं इतनी आसान से कहाँ पीछा छोड़ने वाली....और उपर से नयी नयी जवानी का नशा.....मन तो बहकेगा ही.....फिर एक दिन एक एजेंट उसके पास गया और एक रात के उसे 500 डॉलर दिए....यू कह सकता हैं हमारे इंडियन रुपीज़ के हिसाब से करीब 25 हज़ार......



बस तेरी बेटी को मज़े और पैसे दोनो मिले और उसने झट से हां कर दी.....फिर उसको एक गंगबॅंग सूयीट ले जाया गया...जो वीडियो अभी अभी मैने तुझे दिखाया ये वही था....और उसने पूरी रात उन सब को पूरा मज़ा दिया...सच में तेरी बेटी भी बहुत बड़ी रंडी निकली.....देख बिहारी जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता हैं एक दिन वो खुद ही उसी गढ्ढे में गिरता हैं.... खैर ऑस्ट्रेयिला में तो ये सब आम बात हैं मगर सोच क्या वो अपने देश में कोई अच्छे घराने का लड़का उसका कभी हाथ थामेगा.....कभी नहीं.....



आज तू खुद देख बिहारी.....उपर वाले के लाठी में आवाज़ नहीं होती...यहाँ पर तू दूसरों की बहू बेटी के इज़्ज़त के साथ खेलता रहा और वहाँ देख तेरी बेटी खुद रंडी का धंधा कर रही हैं.....मेरे ख्याल से आज भगवान ने तुझे सही सज़ा दे दी हैं..... और फिर राहुल वो वीडियो पूरा प्ले कर देता हैं...बिहारी अपना मूह दूसरी तरफ फेर लेता हैं......



राहुल- अब क्या हुआ...पसंद नहीं आया क्या तुझे...देख आज अपनी ही बेटी को दूसरों से चुदवाते हुए.....मादरचोद अब तेरा लंड नहीं खड़ा हुआ क्या ये सब देखकर और राहुल ज़ोर की एक लात बिहारी के लंड पर जड़ देता हैं.....बिहारी की इस समय वो हालत थी कि वो उपर वाले से अपनी मौत की दुआ कर रहा था...मगर शायद मौत भी इतनी आसानी से नहीं मिलती.....



आज राधिका की कहीं हुई सारी बातें बिहारी को एक एक कर याद आ रही थी....और आज उसकी आँखों में आँसू थे मगर शायद अब बहुत देर हो चुकी थी....आज एक औरत की बद-दुआ लग गयी थी...जो बात राधिका ने कहीं थी आज वो सब बिहारी के मन में किसी बॉम्ब के तरह फट रही थी.....आज उसे भी एहसास हो रहा था कि एक बाप और बेटी के रिश्ते की क्या अहमियत होती हैं....मगर सिवाय पस्चाताप के अब कुछ हासिल नहीं होने वाला था.....



बिहारी- मुझे जान से मार दो राहुल...मैं अब जीना नहीं चाहता.....आज मैं अपना सारा जुर्म कबूल करता हूँ....भगवान के लिए मुझे मौत दे दो....और बिहारी वहीं ज़ोर ज़ोर से फुट फुट कर रो पड़ता हैं......



राहुल- क्यों अब एहसास हुआ कि एक बाप और बेटी में क्या रिश्ता होता हैं.......तू क्या दुनिया का कोई भी बाप अपनी बेटी को इस हाल में नहीं देख सकता...मगर तुमने तो मेरी राधिका को गंदा ही नहीं बल्कि उसके दिल में वो घाव दिया जिसके वजह से ना बिरजू जी सका और ना ही राधिका कभी जीने की सोच सकती थी.....तुमने उसे आत्महत्या करने पर मज़बूर कर दिया.....और तेरी इस ग़लती को मैं कभी माफ़ नहीं कर सकता.......एक बात जान ले बिहारी कोई स्वर्ग नरक नहीं होता...इंसान को उसके करमों का फल यहीं पर मिलता हैं और तेरी करनी का भी फल तुझे यहीं पर मिलेगा.....जैसी करनी वैसी भरनी.
Reply
09-01-2018, 12:58 PM,
RE: Indian Sex Story वक़्त के हाथों मजबूर
इस वक़्त वो तीनों दर्द से तड़प रहे थे और ईश्वर से यही दुआ कर रहे थे कि उन्हें अपनी सारी तकलीफ़ों से जल्द से जल्द मुक्ति मिल जाए...मगर राहुल ने तो कुछ और ही सोच रखा था....



राहुल- मरना तो तुम तीनों को हर हाल में होगा.......और मैने सोच भी लिया हैं कि तुम तीनों को कैसी मौत देनी हैं.....



बिहारी- मार डालो हमे राहुल...आब दर्द और नहीं सहा जाता.....बिहारी के इस तरह फरियाद से राहुल के चेहरे पर मुस्कान तैर जाती हैं.....



राहुल- बस बिहारी थोड़ा सा और दर्द बर्दास्त कर ले फिर तुझे मैं मुक्ति दे दूँगा.....जानता हैं ....मैने तुम सब के लिए कैसी मौत सोची रखी हैं.....उस मौत का नाम हैं मीठी मौत........



बिहारी , विजय और जग्गा तीनों हैरत से राहुल को देखते हैं मगर उनके समझ में कुछ नहीं आता कि ये मीठी मौत क्या होती हैं......



राहुल- तुम सब यही सोच रहे होगे कि ये मीठी मौत क्या होती हैं.....अभी थोड़ी देर मे तुम सब को पता चल जाएगा......फिर राहुल ख़ान को इशारा करता हैं और ख़ान झट से दो तीन पोलिसेवाले को लेकर उस वॅन के पास जाता है और उसमें से तीन ड्रम ले कर आता हैं......और वहीं पर वो तीनों ड्रम रख देता हैं...बिहारी जग्गा और विजय आँख फाडे उन ड्रमस को देख रहें थे......पर उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा था...आख़िर क्या हैं उस ड्रम में....डर से उन सब की गान्ड फटी हुई थी......और हो भी क्यों ना अपनी मौत को सामने देखकर किसी की भी यही दशा होती जैसे आज उन तीनों की उस वक़्त हुई थी....



राहुल- फिर एक ड्रम के पास जाता हैं और वो उस ड्रम का ढक्कन खोलता हैं.....फिर उस ड्रम से कुछ लिक्विड वो अपने हाथों में लेता हैं और बिहारी के पास जाता हैं.... और उसके मूह के ठीक सामने रख देता हैं.....



राहुल- ध्यान से देख इसे......अब तक तू तो जान ही गया होगा कि इस वक़्त मेरे हाथों में क्या हैं......जब बिहारी उस लिक्विड को देखता हैं फिर भी उसके कुछ पल्ले नहीं पड़ता कि राहुल उस लिक्विड का क्या करना चाहता हैं....



बिहारी- ये तो चासनी हैं...(चासनी शक्कर घोल कर पानी जो बाय्ल करके बनाया जाता हैं)...



राहुल- खूब पहचाना तुमने......तू तो अच्छे से जानता होगा कि इसे मीठा बनाने के काम में लाया जाता हैं.....सोच अगर मैं इस पानी से तुम तीनों को नहला दूं तब यहाँ पर तुम लोगों की क्या दशा होगी इसका अंदाज़ा तुम सब नहीं लगा सकते....वैसे भी ये हिल एरिया हैं और यहाँ पर लाल चींटे (आंट) पाए जाते हैं....और सोच एक चीटा अगर काट ले तो वो पूरे शरीर से माँस तक निकाल देता हैं और उसके दर्द का अंदाज़ा तुझे पता होगा.....तो अगर एक साथ हज़ारों चीटियाँ तुम पर चढ़ेंगी तो क्या हाल होगा तुम सब का......एक दो घंटे के अंदर तुम्हारी हड्डी तक नज़र आ जाएँगी.....



राहुल की ऐसी बतो को सुनकर तीनों के होश उड़ जाते हैं....और डर से उन तीनों की आँखों से आँसू निकल पड़ते हैं.....तभी वो तीनों अपनी मौत की दुहाई माँगते हैं मगर राहुल का दिल थोड़ा भी नहीं पासीजता....थोड़ी देर बाद उन्हें एक लकड़ी के ताबूत में रखा जाता हैं मगर उसका कॅप नहीं लगाया जाता...फिर बारी बारी से वो तीनों ड्रम उन तीनों पर चासनी गिराया जाता हैं.......तीनों इस वक़्त चासनी में पूरी तरह नहा गये थे.....और गला फाड़ कर चीख रहें थे......उन्हें भी मालूम था कि आने वाला पल कितना भयानक होने वाला हैं....मगर हाथ में हथकड़ी और पैरों में गोली लगने से वो चाह कर भी कुछ नहीं कर सकते थे....बस अपने आप को पल पल मरता हुआ देख सकते थे.....और शायद इसी भयानक मौत तो और कोई हो भी नहीं सकती थी.....
Reply
09-01-2018, 12:58 PM,
RE: Indian Sex Story वक़्त के हाथों मजबूर
राहुल- थोड़ी देर बस फिर जितना जी करे चीखना.....और वैसे भी तुझे दूसरों की चीखें सुनना बहुत पसंद हैं ना...आज खुद चीखना... देखना कितना मज़ा आता हैं...और एक बात यहाँ कोई नहीं आने वाला तुम्हें बचाने .....बस इतना ही कहूँगा कि भगवान तुम तीनों की आत्मा को शांति दे....फिर राहुल वहाँ से झट से निकल जाता हैं ....आज वो फिर से रो पड़ा था.......आज फिर से वो राधिका के लिए उसका दिल तड़प उठा था....बड़ी मुश्किल से वो अपने आप को संभाले हुए था....मगर उसकी आँखों से आँसू नहीं थम रहें थे......करीब 15 मिनिट के बाद एक एक कर हज़ारों की तादाद में लाल चीटे आते दिखाई देते हैं और अपने शिकार की तरफ बढ़ते हैं......घंटों तक वो सब चीखते रहते हैं और करीब 2 घंटे बाद उनकी चीखे बंद हो जाती हैं....और हमेशा हमेशा के लिए वो तीनों खामोश हो जाते हैं.....राहुल और ख़ान तुरंत अपनी गाड़ी से वहाँ से निकल पड़ते हैं.....



आज राहुल का बदला पूरा हो गया था .....एक तरफ तो उसके दिल में सकून था वहीं राधिका की कमी उसे पल पल बेचैन कर रही थी......



बिहारी के मौत के बाद थोड़ा हंगामा हुआ था मगर डीजीपी ने उनकी सारी करतूतो को मीडीया के सामने रखा और ये भी कह दिया कि बिहारी ने पोलीस पर फाइयर किया था....जिसके वजह से पोलीस को भी उसके उपर फाइयर करना पड़ा और उसी मुठभेड़ में वो मारा गया....और साथ ही उसके दोनो साथी भी....और इस मामले को पूरी तरह से दबा दिया गया.......




एक हफ्ते बाद...................................



राधिका को गुज़रे पूरे 10 दिन बीत चुके थे......मगर आज भी राहुल के अंदर कोई बदलाव नहीं आया था.....वो बस दिन रात रोता रहता और गुम्सुम सा बैठा रहता.....ना जाने वो क्या क्या बातें रात दिन सोचता रहता.....इधेर निशा भी राहुल को लेकर बहुत परेशान थी......उसे भी कुछ समझ नही आ रहा था कि वो राहुल को कैसे संभाले......तभी निशा के मम्मी पापा उसके घर आते हैं......इस वक़्त भी राहुल वहीं अपने कमरे में खामोश बैठा हुआ था.....



सीता उसके पास जाती हैं और उसके कंधे पर अपना हाथ रख देती हैं... राहुल एक नज़र सीता पर डालता हैं फिर अपने आँखों से बहते हुए आँसू पोछता हैं और जाकर अपना मूह धोता हैं.....फिर वो वहीं उनके पास आकर बैठ जाता हैं...



सीता- कब तक बेटा तुम ऐसे ही अपने आँखों से आँसू बहाओगे......क्या अब राधिका कभी वापस लौट कर आएगी.....नहीं ना....हां मानती हूँ कि तुम्हें उसका गहरा दुख पहुँचा हैं मगर कब तक ऐसे चलता रहेगा....ज़रा आपने आप को देखो तुमने क्या हालत बना रखी है....थोड़ा हिम्मत रखो... एक दिन सब ठीक हो जाएगा.....



राहुल- कहिए आंटी जी कैसे आना हुआ.....मुझे कोई काम था क्या.....



सीता- हां आज काम से ही मैं तुम्हारे पास आई हूँ....तुमसे एक बात कहनी थी....



राहुल- कहिए आंटी क्या बात हैं.....



सीता- मैं जानती हूँ कि मेरी बेटी तुम्हें जी जान से चाहती हैं....और शायद अब वो तुम्हारे बिन जी नहीं पाएगी....इस लिए मैं ये चाहती हूँ कि तुम मेरी बेटी का हाथ थाम लो....शायद इसी बहाने तुम्हारी भी ज़िंदगी फिर से संवर जाएगी......बेटा मुझे ना मत कहना...मैं बहुत अरमान लेकर तुम्हारे पास आई हूँ..... ये समझ लो कि एक मा अपनी बेटी की ज़िंदगी की तुमसे भीख माँग रही हैं.....अब मेरी बेटी की ज़िंदगी तुम्हारे हाथों में हैं.......मैं तुम्हारे आगे हाथ जोड़ती हूँ..



राहुल- क्या कहूँ आंटी.....पता नहीं मेरे नसीब में क्या लिखा हैं....जिसको मैने जी जान से चाहा आज वो ही मुझसे रूठ कर हुमेशा के लिए मुझसे दूर चला गया......मैने बचपन से सिर्फ़ खोया हैं......आज मुझ में ताक़त नहीं बची हैं कि मैं और कोई सदमा बर्दास्त कर सकूँ....मुझे मेरे हाल पर छोड़ दीजिए मैं जैसा हूँ ठीक हूँ....



सीता- बेटा जो तकदीर में लिखा हैं उसे तो बदला नहीं जा सकता...मगर आज अगर तुम निशा को ठुकरा दोगे तो शायद निशा भी ऐसा ही कुछ कर बैठेगी जो कल राधिका ने किया था.....और निशा को अगर कुछ हो गया तो मैं जी नहीं पाउन्गि उसके बगैर.....



राहुल- आंटी जी मैं समझ सकता हूँ मगर इस वक़्त मैं इस स्थिती में नहीं हूँ कि अब मैं कोई भी इस वक़्त फ़ैसला ले सकूँ...आप मुझसे बड़ी हैं और आपको जो सही लगे..... ये फ़ैसला मैं अब आप पर छोड़ता हूँ....जो आपका फ़ैसला होगा मुझे सब मंज़ूर होगा......



सीता - ठीक हैं बेटा मैं पंडित जी से तेरे शादी की बात करती हूँ....और कोई अच्छा सा मुहुरात निकालकर तुम दोनो की शादी का दिन पक्का कर दूँगी......



राहुल- ठीक हैं आंटी.....मुझे मंज़ूर हैं जैसा आपको ठीक लगे.....फिर सीता और मिस्टर अग्रवाल वहाँ से खुशी खुशी अपने घर की ओर निकल पड़ते हैं....और उधेर निशा बड़ी बेसब्री से अपने मम्मी पापा का इंतेज़ार कर रही थी.....उसका एक एक पल ऐसा लग रहा था मानो कोई एक एक सदी हो.......
Reply
09-01-2018, 12:58 PM,
RE: Indian Sex Story वक़्त के हाथों मजबूर
राहुल झट से अपने पर्स खोलता हैं और बड़े प्यार से राधिका के तस्वीर पर अपना हाथ फेरता हैं और उसके फोटो को चूम लेता हैं.....क्यों किया तुमने ऐसा.....यही चाहती थी ना तुम कि मेरी शादी निशा से हो...देखो आज मैने इस रिस्ते के लिए हां कर दी हैं.....अब तो तुम खुश होगी..... लेकिन ये मत समझना कि तुम मुझसे दूर चली गयी हो तो मैं तुम्हें भूल जाउन्गा......ऐसा कभी नहीं होगा.....तुम हमेशा इस दिल में रहोगी मेरी जान बनकर....तुम्हारी जगह कोई नहीं ले सकता.......... निशा भी नहीं.



वक़्त अपनी रफ़्तार से बीत रहा था....राहुल भी अब संभलने लगा था मगर अभी उसे एक और झटका लगना बाकी था....वो था कृष्णा के रूप में....जब ख़ान उसके घर आता हैं और उसे ये बताता हैं कि कृष्णा ने जैल में शूसाइड कर लिया हैं....उसने अपने हाथ की नस काट ली थी....तब राहुल के आँखों से फिर एक बार आँसू छलक पड़ते हैं.....वो फ़ौरन पोलीस स्टेशन जाता हैं और वहाँ पर उसे कृष्णा की डेड बॉडी मिलती हैं......थोड़ी देर बाद उसकी लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया जाता हैं......



कृष्णा ने एक शूसाइड नोट भी लिखा था....उसमें उसने राधिका की मौत का अपने आप को दोषी मानते हुए उसने ऐसा कदम उठाया था....और एक वजह ये भी थी कि वो अब राधिका के बिना जीना नहीं चाहता था....शायद इस वजह से भी.......



अब तूफान पूरी तरह से थम चुका था....मगर आज इस तूफान ने अपने साथ साथ सब कुछ बहा कर ले गया था...आज इस हवस की आग में ना जाने कितनों की ज़िंदगी पर इसका असर पड़ा था....राधिका के साथ साथ कितनों को अपनी ज़िंदगी गँवानी पड़ी....इधेर कजरी को 5 साल की सज़ा मिली और उधेर मोनिका को जालसाज़ी के जुर्म से 2 साल की सज़ा सुनाई गयी.....आज मोनिका की भी ज़िंदगी बर्बाद हो चुकी थी......



राधिका के गुजरने के बाद राहुल के अंदर एक और बदलाव आया था वो था कि वो अब बेरहम बन चुका था...ऐसा जो भी रेप केसस के मामले आते वो उन अपराधी को इतनी मार मारता जब तक वो बेहोश नहीं हो जाते....शायद हर लड़की में उसे राधिका की बेबसी नज़र आती और हर अपराधी में बिहारी जैसे कमिने शक्श नज़र आते....



एक महीने बाद राहुल की शादी तय होती हैं निशा के साथ.....निशा को तो मानो उसकी दुनिया मिल गयी थी....वो आज बहुत खुस थी...मगर उसके दिल में आज भी राधिका की कमी हर पल एक दर्द बनकर किसी सुई की तरह चुभती थी.....अब वो घड़ी भी आ चुकी थी जब बारात उसके घर पर आने वाली थी.....और उसके दिल में खुशी के साथ साथ थोड़ी घबराहट भी थी...थोड़ी देर बाद बारात भी आती हैं और शादी के मंगल फेरे भी होते हैं....उस शादी में बड़ी बड़ी हस्ती भी आए हुए थे.....और फिर सुबेह निशा अपने मा बाप को छोड़ कर अपने ज़िंदगी की नयी सफ़र पर निकल पड़ती हैं.....राहुल के साथ उसके नये घर पर.....अपने ससुराल....



शाम को राहुल अपनी शादी की पार्टी देता हैं और रात 10 बजे तक सारे मेहमान एक एक कर वापस लौट जाते हैं....राहुल की शादी में काफ़ी लोग आए हुए थे...थोड़ी देर बाद सारे मेहमान अपने घर चले जाते हैं और रह जाते हैं तो बस केवल राहुल और निशा.....इस वक़्त कमरे में सुहाग सेज पर निशा चुप चाप खामोश बैठी हुई थी....उसका दिल ज़ोरों से धड़क रहा था.....सर पर लंबा घूँघट डाले हुए और लाल जोड़े साड़ी में लिपटी....अपने पति राहुल के आने का बेसब्री से इंतेज़ार कर रही थी....वो अच्छे से जानती थी कि आज की रात क्या होने वाला हैं... शायद इसी वजह से उसके चेहरे पर शरम की लालिमा सॉफ छलक रही थी......



सिर से लाकर पाँव तक वो गहनों से लदी थी....और अपने धड़कते दिल से राहुल का बेसब्री से इंतेज़ार कर रही थी.....पल पल उसे ऐसा लग रहा था कि कब राहुल अंदर आएगा और उसे अपनी बाहों में ले लेगा.....थोड़े देर बाद उसके इंतेज़ार की घड़ियाँ ख़तम होती हैं और राहुल सफेद सलवार कुर्ते में अपने कमरे में दाखिल होता हैं....जब उसकी नज़र निशा पर पड़ती हैं तब राहुल के चेहरे पर मुस्कान तैर जाती हैं.....धीरे धीरे वो निशा के पास आता हैं ....जैसे जैसे उसके कदम निशा की ओर बढ़ते हैं वैसे वैसे निशा की दिल की धड़कनें भी तेज़ होने लगती हैं.....



राहुल वहीं फूलों से सजे बिस्तेर पर आता हैं और निशा के बगल में आकर बैठ जाता हैं..... उसके हाथों में निशा की डायरी थी....वो बड़े गौर से उस डायरी को देख रहा था.....वहीं निशा घूँघट के अंदर चुप चाप अपनी नज़रें नीची करके खामोश बैठी हुई थी....उसे तो कुछ समझ नहीं आ रहा था कि बात कहाँ से शुरू करें.....तभी राहुल बोल पड़ता हैं...



राहुल- मैने तुम्हारी पूरी डायरी पढ़ी हैं निशा....मैं जानता हूँ कि तुम मुझसे कितना प्यार करती हो....मगर आज भी राधिका के लिए मेरे दिल में उतना ही प्यार हैं जितना पहले था....और मैं शायद तुम्हें अपनी राधिका की जगह कभी नहीं दे सकता....तुम मेरी बातो का बुरा मत मानना....पर मुझे अभी थोड़ा समय और लगेगा....अगर मेरी बात तुम्हें बुरी लगी हो तो मैं तुमसे माफी माँगता हूँ.....और राहुल निशा के सामने अपने दोनो हाथ जोड़ लेता हैं......और वो फ़ौरन बिस्तेर से हट कर वहीं खड़ा हो जाता हैं.....अगर तुम्हारा मन नही हैं तो मैं तुम्हारी मर्ज़ी के बिना तुम्हें हाथ नहीं लगाउन्गा......



निशा भी तुरंत अपने बिस्तेर से उठती हैं और झट से राहुल की पीठ पर अपना सीने रख देती हैं....और अपने दोनो हाथों से राहुल के सीने को जाकड़ लेती हैं....



निशा- नहीं राहुल.....आज के बाद मैं पूरी तरह तुम्हारी हूँ...तुम्हारा मुझपर पूरा अधिकार है.....मेरे जिस्म, मेरी आत्मा सब पर तुम्हारा हक़ हैं.....बस इतना ही कहूँगी राहुल कि आज मुझे मेरी पत्नी होने का दर्ज़ा मुझे दे दो....मुझे तंन मन से अपना बना लो....



राहुल भी झट से पीछे मुड़ता हैं और निशा को झट से अपनी बाहों में कसकर जाकड़ लेता हैं......फिर वो निशा के चेहरे से घूँघट हटाता हैं.....निशा इस वक़्त बेहद खूबसूरत लग रही थी.....मगर उसकी आँखों में आँसू थे...राहुल अपने हाथ आगे बढ़ाकर धीरे से उसके आँखों से बहते आँसू पोछता हैं और फिर उसके अपनी गोद में उठा लेता हैं ......निशा भी अपनी बाहें राहुल के कंधे पर डाल देती हैं.....और राहुल धीरे से मुस्कुरा देता हैं.....और फिर उसे बिस्तेर पर सुला देता हैं.....



इस वक़्त निशा का दिल ज़ोरों से धड़क रहा था.....राहुल भी अपने जूते निकाल लेता हैं और वो बिस्तेर पर आकर निशा के पास बैठ जाता हैं.....राहुल बड़े ध्यान से निशा की खूबसूरती को देख रहा था....



निशा- ऐसे क्या देख रहे हो राहुल...मुझे शरम आ रही हैं...



राहुल- देख रहा हूँ कि तुम सच में बहुत खूबसूरत हो....जी कर रहा हैं कि बस तुमें ऐसे ही देखता रहूं.....



निशा- तो देखो राहुल...मैं अब तुम्हारी हूँ....तुम्हारा मुझपर अब पूरा हक़ हैं....फिर राहुल झुक कर धीरे से निशा के लबों को चूम लेता हैं....निशा भी शरम से अपनी आँखे बंद कर लेती हैं....राहुल बड़े हौले हौले निशा से लबों को चूम रहा था .......फिर वो वहीं निशा को बैठने को कहता हैं और निशा के पीछे जाकर अपने होन्ट निशा की नंगी गर्देन पर रखकर वहीं चूम लेता हैं.....निशा को जैसे एक करेंट सा लगता हैं और उसके मूह से एक तेज़्ज़ सिसकारी निकल पड़ती हैं......आ...........एयेए....आआआआआआआअहह....



राहुल फिर धीरे धीरे अपने हाथों को हरकत करता हैं और सबसे पहले वो उसके माँग पर लगा गहना उतारता हैं फिर उसकी नाक में लगी नथ......और फिर कानों में झुम्की और बस गले में मगल्सुत्र को छोड़ कर एक एक कर उसके जिस्म के सारे गहने वो निकाल देता हैं......निशा की साँसें बहुत तेज़ चल रही थी......जिससे उसके दोनो बूब्स उपर नीचे हो रहे थे.....राहुल बड़े गौर से निशा के सीने को देख रहा था.......फिर से वो निशा के पीछे जाता हैं और उसके ब्लाउज की डोर को अपने दाँतों में फँसाकर धीरे धीरे उसे खींचने लगता हैं......एक बार फिर से निशा तड़प उठती हैं......फिर राहुल उसकी साड़ी का पल्लू उसके सीने से हटा देता हैं और बड़े ध्यान से उसके दोनो दूधो को देखता हैं....



सच तो ये था कि वो निशा के जिस्म को देखकर अपने होश खो बैठा था..... फिर वो अपना हाथ आगे बढ़ाकर उसके गालों पर ले जाता हैं और अपनी उंगली से उसके गालों पर एक दम धीरे धीरे फिराता हैं.....और साथ ही साथ अपने होंटो को उसकी गर्देन पर रख चूमने लगता हैं.....निशा की आँखें पूरी तरह लाल हो चुकी थी....फिर धीरे धीरे राहुल अपना हाथ नीचे ले जाता हैं और निशा के एक बूब्स पर रख देता हैं और बड़े प्यार से उसे दबाने लगता हैं.....निशा के लिए ये पहला अनुभव था.....राहुल के ऐसा करने से उसकी चूत गीली होने लगती हैं और लज़्जत में उसकी आँखें बंद हो जाती हैं......



राहुल फिर धीरे धीरे अपने हाथों पर दबाव डालता हैं और अपना दूसरा हाथ भी आगे बढ़ाकर वो निशा के दूसरे बूब्स पर रख देता हैं और धीरे धीरे दबाने लगता हैं.....निशा बस अपने हाथ राहुल की बाहों में डाले हुई अपनी आँखें बंद किए हुई थी.... उसकी चूत इस कदर पानी छोड़ रही थी जैसे उसे ऐसा लग रहा था कि उसकी पैंटी पूरी गीली हो चुकी हैं..... फिर राहुल अपना एक हाथ नीचे ले जाता हैं और उसके नेवेल पर रख कर वहाँ भी हाथ फिराता हैं...और फिर धीरे से वो उसकी चूत की तरफ बढ़ने लगता हैं......निशा को भी ये सब अच्छा लग रहा था और वो राहुल का कोई भी विरोध नहीं कर रही थी.....
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,521,302 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 546,632 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,240,524 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 937,836 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,665,468 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,091,025 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,967,901 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,111,071 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,053,575 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 286,812 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 2 Guest(s)