Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
11-17-2018, 12:26 AM,
#11
RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
नीलम ने देखा कि बुढ्ढे ने तो सोनू के बस मे चढ़ने के लिए उसकी गान्ड को पूरी तरह हाथो मे भर कर दबाते हुए अंदर धकेल दिया सोनू को उपर चढ़ने के लिए ज़रा भी ज़ोर नही लगाना पड़ा

तभी नीलम ने पीछे देखा दो पीजी स्टूडेंट अपने लंड को नीलम की मोटी गान्ड से सटाये हुए बस मे चढ़ने लगे नीलम ने जैसे ही एक पेर बस मे रखा एक स्टूडेंट ने तो नीलम की जाँघो की जड़ो मे अपना हाथ भर दिया और नीलम की पूरी चूत को अपनी हथेली मे भरते हुए दबोच लिया तभी दूसरे स्टूडेंट ने नीलम के मोटे मोटे चुतड़ों को दोनो हाथों मे भर कर दबाया और नीलम जैसे ही बस मे चढ़ि दोनो स्टूडेंट उसकी गान्ड से चिपक गये,


नीलम का चेहरा लाल हो गया था और उसकी बुर रिसरिसाने लगी थी, उसने जब सोनू की तरफ देखा तो वह बूढ़ा सोनू की मोटी गान्ड के पीछे बिल्कुल सट कर खड़ा हुआ था और एक दूसरा आदमी सोनू के आगे से उसके मोटे मोटे दूध से अपनी बाँहे सटा कर खड़ा था उसने बस के पोल को पकड़ा हुआ था लेकिन उस आदमी के हाथ का सारा दबाव सोनू के मोटे मोटे दूध पर लगा हुआ था, नीलम भी थोड़ा बीच में आ चुकी थी और वह महसूस कर रही थी कि किसी का हाथ उसकी 
जाँघो की मोटाई को नाप रहा है तभी उसने एक साथ दो हाथो को अपनी मोटी गदराई गान्ड पर महसूस किया बस चलने लगी और जैसे ही कोई ब्रकर आता नीलम की गान्ड पर उन हाथो का दबाव बढ़ जाता था, 

नीलम मस्ती में पागल हुई जा रही थी उसका चेहरा पूरा लाल हो गया था और जब उसने बहू को देखा तो बहू का चेहरा भी लाल पड़ा हुआ था वह देख रही थी कि वह बुड्ढ़ा बहू की मोटी गान्ड को अपने पाजामे के अंदर खड़े लंड से दबा रहा था, तभी नीलम के तो जैसे होश उड़ गये उसने सिर्फ़ लेग्गी पहनी थी और कोई हाथ साइड से आया और नीलम की लेग्गी में फूली हुई चिकनी चूत को अपनी हथेली में भर कर कस कर दबोच लिया नीलम के मुँह से आह जैसी सिसकारी निकल गई और उसकी आँखे बंद हो गई जब सोनू ने नीलम को देखा तो वह समझ गई कि मम्मी जी की चूत या गान्ड को किसी ने दबोच लिया है इसी लिए मज़े से उनकी आँखे बंद हो गई तभी नीलम ने अपनी आँखे खोल कर सोनू को देखा तो सोनू ने नीलम की ओर स्माइल दी और नीलम ने भी स्माइल पास की तब सोनू ने अपनी माथे की लकीरे उचकाते हुए नीलम से इशारे से पूछा कैसा फील हो रहा है तो नीलम का चेहरा खिल उठा और लाल पड़ गया तभी सोनू के चेहरे पर मज़े वाले एक्सप्रेशन आ गये और नीलम समझ गई कि जिस तरह उसकी गान्ड और चूत को लोग दबोच रहे है उसी तरह वह बूढ़ा भी सोनू की गान्ड और चूत को खूब दबोच रहा होगा, 

तभी एक स्टूडेंट ने यह अंदाज़ा लगा लिया था कि नीलम ने अंदर पैंटी नही पहनी है और उसने अपनी जेब से पेन निकाला और धीरे से नीलम की गान्ड में फसि लेग्गी की सिलाई के एक दो टाँके उधेड़ दिए और फिर नीलम को जो एहसास हुआ उससे उसकी चूत पूरी पानी पानी हो गई, उस स्टूडेंट ने अपनी एक उंगली उस उधड़ी हुई जगह से अंदर की तरफ पेलते हुए सिलाई को और खोल दिया और उसकी उंगली सीधी नीलम की गान्ड के होल याने गुदा से जाकर टकराई तो नीलम के तो होश ही उड़ गये, जब उस लड़के ने अपनी उंगली थोड़ी और दबाई तो उसकी उंगली नीलम के पसीने से भीगी गुदा में घुस गई और नीलम के मुँह से एक गहरी सिसकारी निकल पड़ी, नीलम ने मज़े के मारे अपनी आँखे बंद कर ली और वह लड़का रेस्पॉन्स पाकर पागल हो गया और उसने इस बार अपनी उंगली बाहर निकाल ली और अपनी नाक से सूंघते हुए वह भी पागल हो गया और उसने अपनी उंगली को पूरी अपने मुँह में डाल कर अपने थूक से भिगो ली और फिर उसने उंगली को नीलम की फटी लेग्गी से जब अंदर पेला तो नीलम के मुँह से इस बार जोरदार सिसकारी निकली और उस लड़के की पूरी उंगली नीलम की मोटी गान्ड में समा गई , नीलम उसके इस प्रहार से दोहरी हो गई अब वह लड़का अपनी उंगली को नीलम की गान्ड में कस कर दबा रहा था और नीलम अपनी आँखे बंद किए हुए खड़ी थी, सोनू ने देखा तो वह समझ गई कि सासू जी कुछ ज़्यादा ही आनंद पा रही है तभी आँखे बंद किए हुए मज़ा ले रही है,

अब उस लड़के ने अपनी उंगली बाहर निकाली और उसे सूंघने लगा और वह नीलम की गान्ड की मादक महक सूंघ कर बोखला गया और नीलम खड़ी खड़ी राहत की सांस ले रही थी लेकिन तभी उस लड़के ने इस बार अपनी दो उंगलियो को मुँह में डाल कर पूरा थूक में गीला किया और फिर नीलम की मोटी गान्ड में एक साथ दो उंगलिया जड़ तक भर दी और उसके इस प्रहार से नीलम ने इतनी तेज आवाज़ निकली कि पास खड़े हुए आदमी ने पूछ ही लिया कि क्या हुआ बहन जी उसने जैसे ही पुच्छा उस लड़के ने डर के मारे अपनी उंगली फिर से बाहर निकाल ली तब नीलम ने कहा कुछ नही भाई साहब किसी का पेर मेरे पेर पर पड़ गया था, उस आदमी ने कहा क्या करे बहन जी ये बस वाले भी अनब सनब भर लेते है खड़े होने तक की भी जगह नही होती है, उस लड़के ने जब यह बात सुनी तो उसका होसला और बढ़ गया इस बार उसने अपनी उंगली को नीलम की गान्ड से लगा कर धीरे धीरे अंदर की और दबाना शुरू किया ताकि नीलम को एक दम से दर्द ना हो और वा आवाज़ ना करे, 

उसकी उंगली जैसे ही अंदर घुसी नीलम ने अपनी आहे दबाते हुए अपने मुँह पर हाथ रख लिया और चुपचाप खड़ी रही अब वह लड़का धीरे धीरे बड़े प्यार से नीलम की गान्ड में उंगली अंदर बाहर करने लगा नीलम को अब खूब मज़ा आने लगा उसका मन कर रहा था की वह ज़ोर ज़ोर से सिसकारी मारे लेकिन लोगो के डर से वह मुँह दबाए मज़े ले रही थी अब उसकी गान्ड खुद ब खुद पीछे की ओर उठने लगी और उस लड़के ने भी अपनी पूरी ताक़त से उसकी गान्ड में उंगली अंदर बाहर करने लगा जब वह उंगली बाहर खिचता तो ध्यान रखता कि उंगली पूरी नीलम की गान्ड से बाहर ना आए और जब वह अंदर पेलता तो पूरी ताक़त से नीलम की गान्ड की जड़ो तक उंगली घुसाने की कोशिश करता और जब वह गान्ड में उंगली अंदर की तरफ पेलता तो नीलम भी अपनी ,मोटी गान्ड का धक्का गान्ड उभार कर पीछे की ओर मारती, 
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11-17-2018, 12:26 AM,
#12
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कुछ ही देर हुई थी कि नीलम की चूत फुदकने लगी उसे उंगली से अपनी गान्ड मरवाने में असीम आनंद की प्राप्ति हो रही थी वह पागल हुई जा रही थी और फिर उसकी चूत जैसे ही मूतने के करीब पहुचि बस के ब्रेक ज़ोर से लगे और उस लड़के के किसी दोस्त ने उसे आवाज़ दी ओये अमन चल स्टॉप आ गया और नीलम के कान में जब यह आवाज़ गई तभी उसकी गान्ड से सट से दोनो उंगलिया बाहर हो गई, नीलम गहरी साँसे लेती हुई खड़ी रह गई और बस फिर चल पड़ी, तब जाकर नीलम ने आँखे खोल कर अपने पीछे देखा जहाँ अब काफ़ी जगह हो चुकी थी और वह उस लड़के की शकल भी नही देख पाई जिसने आज खड़े खड़े बस में ही उसकी गान्ड तबीयत से अपनी उंगलियो से मारी थी, उसके पास सोनू भी आ चुकी थी और सोनू ने धीरे से पास आकर पूछा मम्मी आप ठीक तो है

नीलम ने सोनू की बात का जवाब मुस्कुरा कर दिया और उसके चेहरे की लाली बता रही थी कि उसे बहुत ज़्यादा मज़ा आया था फिर भी सोनू ने छेड़ते हुए पूछा मम्मी क्या खूब मज़ा आया था, तब नीलम ने फिर एक स्माइल दी और एक बार फिर बस के ब्रेक जोरो से लगे और नीलम ने कहा मम्मी यही उतरते है यह सबसे ज़्यादा भीड़ वाला इलाक़ा है यहाँ कपड़े भी बड़े अच्छे मिलते है और सब्जिया भी यहीं से मिल जाएगी,

दोनो उतर कर मार्केट में चलने लगी, नीलम चलते चलते अपने हाथ से अपनी गान्ड के क्रॅक को सहला रही थी तब सोनू की नज़र पड़ी और उसने पूछा क्या हुआ मम्मी कुछ प्राब्लम है क्या

नीलम बताने में शरमा रही थी तब सोनू ने बोला बोलिए ना मम्मी क्या बात है

नीलम : बहू किसी ने मेरी लेग्गी में पीछे से छेद कर दिया है यह सुनते ही सोनू का मुँह खुला का खुला ही रह गया और उसने पीछे देखा तो सचमुच नीलम की गान्ड के क्रॅक वाले हिस्से पर दो उंगलियो के बराबर छेद था, सोनू ने मुस्कुराते हुए कहा कोई बात नही मम्मी छेद ज़्यादा बड़ा नही है बड़े गौर से देखने पर ही नज़र आता है ऐसे नज़र नही आ रहा है पर यह छेद हुआ कैसे, सोनू की आँखो में शरारत थी, नीलम ने भी मुस्कुराते हुए सोनू के गालो को खिचते हुए कहा सब तेरे कारण हुआ है, सोनू ने कहा मेरे कारण क्यो, तब नीलम ने कहा तू ही मुझे मज़े कराने लाई थी ना अब देख किसी ने मेरी लेग्गी फाड़ कर अपनी दो दो उंगलिया मेरी गान्ड में पेल दी और तबीयत से मेरी गान्ड मारी अभी तक उसकी मोटी उंगलियो का एहसास हो रहा है मुझे, 

सोनू नीलम की बात सुन कर उसका गाल चूम लेती है और कहती है मैं तो पहले ही समझ गई थी मम्मी की आपको बस में बहुत मज़ा आया है,

नीलम ने हँसते हुए कहा तूने भी तो मज़े किए है कैसे वह बुढ्ढा तेरी मोटी गान्ड में लंड चुबा रहा था, तेरा भी पानी छुट गया होगा ना, तब सोनू ने हँसते हुए कहा इसका मतलब आपका पानी भी छूट गया था और फिर दोनो खिलखिला कर हँस पड़ी और एक गारमेंट्स की दुकान में चली गई, 


सोनू : मम्मी आप को कुछ कपड़े लेना है क्या

नीलम : में सोच रही हूँ बढ़िया सी पैंटी तेरे लिए और सुधा के लिए ले लूँ 

सोनू : पर मेरे पास तो पैंटी है

नीलम : अरे वो तो ठीक है पर तू नही जानती आज तेरे पापा ने तेरी और सुधा की पैंटी जब में कपड़े आल्मिरा में रख रही थी तब देखी और कहने लगे इस तरह की लेस वाली स्पेशल पैंटी किसकी है

सोनू : अपने मुँह पर हाथ रख कर हे राम फिर 

नीलम : सोनू के मुँह के एक्सप्रेशन देख कर खुश होती हुई कहने लगी फिर क्या मैने उन्हे बताया कि यह पिंक वाली सुधा की है और यह वाइट वाली बहू की तब कहने लगे मेरी बहू और बेटी के लिए इतनी सस्ते कपड़े लेकर आती हूँ उन्हे अच्छी इंपॉर्टेंट पैंटी दिलवा दो पैसे मुझसे ले लिया करो, आख़िर में कमाता किसके लिए हूँ


सोनू : मम्मी आप भी ना आपने पापा को क्यो बताया कि वह मेरी पैंटी है मुझे कितनी शरम आएगी उनके सामने

नीलम : अरे इसमे शरमाने की क्या बात है आज कल तो सब माँ बाप जानते है कि उनकी बहू और बेटी किस रंग की और कैसी ब्रा और पैंटी पहनती है, वैसे भी तुझे कौन सा अपने पापा के सामने पैंटी पहन कर जाना है जो तुझे शरम आएगी

सोनू : सकपकाते हुए नही मेरा मतलब वह नही था

नीलम : सोनू के चेहरे को पढ़ते हुए समझ रही थी कि बहू को मज़ा आ रहा है, तब नीलम ने कहा वैसे तेरे पापा को भी तू कम ना समझ बड़े रंगीन मिज़ाज है और उनके सामने जवान लड़कियो की या तेरी उमर की औरतो की बाते करो तो उनका लंड बड़ा जल्दी खड़ा हो जाता है, 

सोनू बनावटी शरमाने का नाटक करते हुए कहने लगी मम्मी अब कम से कम मेरे सामने तो पापा के लंड की बात ना करो


नीलम : क्यो क्या रोहित का लंड खूब मोटा और मस्त है जो तू दूसरे के लंड की बात सुनना ही नही चाहती 

सोनू : अरे मम्मी उनका लंड तो बड़ा मस्त और खूब मोटा है जब वह मुझे चोदते है तो जन्नत नज़र आने लगती है, सोनू देख रही थी कि मम्मी जी की आँखे अपने बेटे रोहित के लंड की तारीफ सुन कर चमकने लगी थी इसीलिए सोनू ने मन में कहा तू फिकर ना कर कुतिया एक दिन तेरी मोटी गान्ड में तेरे बेटे का मस्त काला और मोटा लंड ना पेलवाया तो मेरा नाम सोनू नही

नीलम : फिर तो तू उससे रोज चुदवाती होगी

सोनू : हाँ चुदवाती तो हूँ पर वह मेरी गान्ड मारते हुए अक्सर कहते है कि उन्हे बड़ी गान्ड वाली औरते ज़्यादा अच्छी लगती है

नीलम : सोनू को आश्चर्य से देखते हुए, लेकिन बहू तेरी गान्ड कितनी तो मोटी है

सोनू : अरे अब बेटा किसका है उन्हे आपकी गान्ड के बराबर गान्ड वाली औरतो को चोदने का ज़्यादा मन करता है

नीलम : दोनो बाप बेटों का फ्लेवर अलग अलग है

सोनू : वह क्यो

नीलम : तेरे पापा जब मुझे चोदते है तो कहते है उन्हे कोई 20-25 साल की लोंड़िया को चोदने का बड़ा मन करता है और रोहित को बड़ी उमर की औरतो को चोदने का मन करता है

सोनू : मम्मी आज कल ऐसा ही होता है बड़ी उमर के आदमी को जवान अपनी बेटी की उमर की लोंड़िया चोदने के लिए चाहिए और जवान लड़को को अपनी माँ की उमर की औरतो को चोदने का ज़्यादा मन करता है, अब आपका और मेरा ही हाल देख लीजिए आपका मन करता है कि आपको अपने बेटे की उमर के मस्त लंड वाले लोंडे से चुदने को मिले और मेरा मन करता है कि ..................


नीलम : मुस्कुराते हुए... रुक क्यो गई बोल तेरा मन क्या करता है यही ना कि तुझे पापा की उमर का कोई आदमी पूरी नंगी करके खूब तबीयत से चोदे,

सोनू : मुस्कुराते हुए पहले आप बताओ आपका मन रोहित की उमर जितने लड़के से चुदने का करता है ना

नीलम : थोड़ा मुस्कुराते हुए हाँ करता है अब तू बता तेरा मन अपने पापा की उमर के आदमी से चुदने का करता है ना,

तब सोनू ने कहा मम्मी आप सब जानती है फिर क्यो पूछ रही है

नीलम : अच्छा सुन तू बता रही थी कि तेरी आंटी ऐसे ही मार्केट में लोगो से अपनी गान्ड और दूध दबबा कर मज़े लेती थी, लेकिन बहू इतना भर करने से तो तन की आग नही बुझती फिर वह कैसे रहती होगी

सोनू : अब क्या बताऊ मम्मी वह बहुत चुड़क्कड़ औरत थी उसका एक बेटा था शेखर वह उससे अपनी गान्ड और चूत मरावाती थी.

नीलम : तू सच कह रही है, उसका बेटा अपनी मम्मी को चोद लेता था

सोनू : अरे मम्मी आंटी की मोटी गान्ड बिल्कुल आपकी गान्ड की तरफ मोटी थी और उसका बेटा शेखर भी अपनी मम्मी की मोटी गान्ड का दीवाना था बस फिर क्या था आंटी ताड़ गई कि उसका बेटा शेखर उसकी गान्ड के लिए पागल है और खूब अपनी मम्मी की मोटी गान्ड देख देख कर लंड मसलता है बस फिर आंटी को तो कन्फर्म हो गया कि उसका बेटा उसको चोदना चाहता है और फिर जब आंटी ने एक दिन अपने बेटे के मस्त मोटे और काले लंड को खड़ा देखा तो फिर उनसे रहा नही गया बस तब से शेखर अपनी मम्मी की खूब तबीयत से गान्ड और चूत रोज मारता है, 
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11-17-2018, 12:26 AM,
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RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
सोनू की बात सुन कर नीलम की चूत पानी पानी हो चुकी थी और उसकी लेगी का वह हिस्सा गीला हो गया था, तभी सामने काउंटर पर बंदा आया और उसने पूछा हाँ बहन जी बोलिए क्या दिखाऊ

नीलम : बढ़िया सी लेस वाली और नेट वाली इंपॉर्टेंट पैंटी दिखा दीजिए, फिर क्या था दुकानदार कई सारी पैंटी एक से एक लग्जरी लेकर उनके सामने आ गया और दुकान में और भी ग्राहक थे तो उसने कहा बहन जी आप पसंद कर लो में दूसरे ग्राहक को निपटाकर आया और वह थोड़ा दूसरी तरफ चला गया, नीलम ने 5-6 पैंटी सोनू को दिखाते हुए खरीदी जिसमे एक पैंटी ऐसी भी थी जिसमे चूत वाली जगह पर कटा हुआ था मतलब पैंटी पहने पहने भी लंड डाल सकते थे, 

नीलम : देख सोनू यह तेरे पापा को बहुत पसंद आएगी वह अक्सर कहते थे कि ऐसी पैंटी लाना जिसमे लंड घुसने की जगह बीच में से हो

सोनू : ठीक है ना मम्मी तो यह आप अपने लिए ले लो

नीलम : नही यह में तेरे लिए लूँगी तुझ पर बहुत चचेगी रोहित तुझे इसमे देख कर खुश हो जाएगा

सोनू : नही मम्मी जब पापा की इच्छा ऐसी पैंटी की है तो इसे आप ही ले लो

नीलम : अच्छा एक काम करती हूँ इसे तेरे पापा को दिखाउन्गी और फिर उन्ही से पूछ लूँगी कि यह में अपने लिए रख लूँ या बहू को दे दूं,

सोनू : मुस्कुराते हुए ठीक है जैसी आपकी मर्ज़ी उसके बाद दोनो दुकान से बाहर आ गई....

उधर इन दोनो के मार्केट जाने के बाद मनोहर आल्मिरा के पास जाता है और वहाँ से सुधा और सोनू की पैंटी निकाल कर बेड पर आकर बैठ जाता है, सोनू और सुधा की गुलाबी और सफेद पैंटी को फैला कर देखते ही उसका लंड पूरी औकात में आ जाता है और वह दोनो की पैंटी को पागलो की तरह सूंघने लगता है और अपने लंड को बाहर निकाल कर सहलाने लगता है,

दूसरी तरफ सुधा रोहित से कहती है भैया चलिए ना मुझे बाइक चलाना सीखा दीजिए और रोहित उसको कहता है कि ठीक है जा पापा को बोल कर आ जा कि हम लोग पास वाले ग्राउंड में जा रहे है और सुधा पापा के रूम की ओर जाने लगती है,

दरवाजे तक पहुचने से पहले ही खिड़की थी जो थोड़ी ओपन थी अचानक सुधा की नज़रे खिड़की के अंदर चली गई और उसने जब अपने पापा को अपने मोटे तगड़े हथियार को सहलाते देखा तो उसकी आँखे खुली की खुली रह गई उसके मुँह से अनायास ही निकल गया कि बाप रे पापा का लंड कितना मोटा और तगड़ा है जब सुधा ने देखा कि पापा एक गुलाबी रंग की पैंटी को सूंघ रहे है तो वह देख कर मन ही मन खुश हो गई कि पापा कैसे भाभी की पैंटी सूंघ रहे है मतलब मेरा शक सही निकला कि पापा भाभी को पूरी नंगी करके खूब कस कस कर चोदना चाहते है और मन ही मन कहने लगी गजब कर दिया पापा आपने लेकिन तभी उसकी साँसे रुक सी गई जब उसने देखा कि पापा ने अबकी बार वाइट कलर की पैंटी को पहले कस कर सूँघा और फिर उस पैंटी को अपने मोटे लंड में लपेट कर सहलाने लगे,

सुधा को विश्वास नही हो रहा था, वह अंदर ही अंदर मस्त भी हो रही थी और आँखे फाडे फाडे देख रही थी उसे यकीन नही आ रहा था क्यो कि वह सफेद पैंटी खुद सुधा की थी, सुधा ने मन में सोचा हे राम पापा तो मुझे भी चोदना चाहते है कैसे मेरी पैंटी को सूंघ रहे है ज़रूर सोच रहे होंगे कि सुधा की चूत सूंघ रहा हूँ और कैसे अपने लंड से मेरी पैंटी रगड़ रहे है, सुधा यह सोच कर ही गरम हो गई थी कि उसके पापा उसे चोदना चाहते है और उसने अपनी चूत में हाथ डाल कर देखा तो उसकी चूत से पानी आ गया था, 

वह जल्दी से वहाँ से अपने रूम में गई और अंदर जाकर उसने सारे कपड़े उतार दिए और नंगी अपने आप को मिरर में देखने लगी फिर उसे रोहित का ख्याल आया और उसने इस बार कुछ सोचते हुए उपर एक झीनी सी टीशर्ट और नीचे सिर्फ़ लेग्गी पहन ली टीशर्ट उसकी कमर तक आ रही थी और उसके दूध लग रहा था कि टीशर्ट को फाड़ देंगे और लेग्गी में उसकी मोटी कसी हुई जांघे और भारी भरकम मोटी गान्ड काफ़ी उभर आई थी लेग्गी उसकी जाँघो और चुतड़ों से एक दम चिपकी हुई थी और जब वह नीचे आई तो रोहित का लोड्‍ा अपनी बहन सुधा की मोटी जांघे और भारी गान्ड देख कर खड़ा हो गया, उस पर सुधा की फूली हुई चूत का शॅप भी लेग्गी के अंदर से उभर कर आ रहा था पूरी चूत का तीकोण रोहित को साफ नज़र आ रहा था, 

सुधा ने देखा कि रोहित उसकी गदराई जवानी को देख कर बोखला रहा है तब सुधा ने मुस्कुराते हुए कहा भैया ठीक है ना यह ड्रेस बाइक राइडिंग के लिए तब रोहित ने कहा हाँ अच्छी है अब चलो और तुमने पापा को बोल दिया है, तब सुधा ने झूठे ही कह दिया कि हाँ बोल दिया है और फिर दोनो रूम के बाहर निकल गये, रोहित ने बाइक स्टार्ट की और सुधा उसकी कमर को पकड़ कर क्रॉस लेग करके बैठ गई और रोहित की पीठ पर सुधा के मोटे मोटे गुदाज दूध लगने लगे और रोहित का लोड्‍ा तन कर खड़ा हो गया, 

ग्राउंड में पहुच कर रोहित ने सुधा को बाइक पर बैठाया और खुद उसके पीछे बैठ गया और अपने हाथ को आगे बढ़ा कर सुधा के हाथ के उपर से आक्सेलरटोर को पकड़ कर उसे समझाने लगा कि कैसे क्लुच छोड़ना है और धीरे धीरे रेस बढ़ानी है और किस तरह से गीयर बदलने है, एक बार समझाने के बाद रोहित ने सुधा को चलाने दिया लेकिन सुधा क्लुच जल्दी छोड़ देती और गाड़ी आगे बढ़ कर बंद हो जाती तब रोहित ने उसे कहा तुम धीरे धीरे क्लुच छोड़ना में भी पकड़ रखता हूँ और रोहित खुद पाजामे में था तो उसका लंड सुधा की मोटी गान्ड से पूरी तरह सटा हुआ था और सुधा को भी अपने भैया के मोटे लोड्‍े का एहसास हो रहा था रोहित अपनी कोहनियो से सुधा के मोटे मोटे दूध का भरपूर आनंद ले रहा था और उसका लंड खूब कड़क हो रहा था, कुछ समय के बाद अब सुधा धीरे धीरे बाइक चलाने लगी और रोहित ने जब अपनी बहन की गुदाज मोटी मोटी जाँघो को अपने हाथो में थामा तो उसे जन्नत का एहसास होने लगा 

सुधा बाइक चला रही थी और रोहित यह दिखाने के लिए कि वह डर रहा है वह सुधा की जाँघो को कस कर दबोचते हुए कह रहा था आराम से सुधा आराम से और कभी कभी जब हॅंडल डगमगाने लगता या रेस एक दम से सुधा बढ़ा देती तो रोहित मोका देख कर सुधा के मोटे मोटे दूध से अपने हाथो को रगड़ते हुए हॅंडल थामने की कोशिश करता और फिर सुधा की मोटी जाँघो को दबोच लेता था, वह अपने होंठो को सुधा की गर्दन से लगाए हुए अपनी बहन की सुडोल जाँघो को खूब तबीयत से सहला रहा था और सुधा भी अपने भैया के हाथ लगाने से खूब गरम हो रही थी, सुधा की चूत पहले से ही पानी पानी हो रही थी, रोहित का एक्साइट्मेंट बढ़ता ही जा रहा था वह सुधा की मोटी जाँघो और उठी हुई गुदाज गान्ड को सहला सहला कर जायज़ा ले रहा था उसका लंड अब कुछ ज़्यादा ही टनटना चुका था और सुधा अपने भैया के मोटे डंडे को अपनी गान्ड में महसूस कर रही थी, कुछ देर तक दोनो मज़े मारते रहे और फिर रोहित ने कहा सुधा अब घर चले तो सुधा कहने लगी नही भैया कितना मज़ा आ रहा है बस आप मुझे ऐसे ही पकड़ कर रखना में कही गिर ना जाउ तब रोहित ने सुधा की जाँघो को वापस पकड़ लिया और फिर सुधा खुश होते हुए कहने लगी वाह भैया आपने मुझे आज आख़िर बाइक चलाना सिखा ही दिया.

दूसरी ओर दोनो सास बहुए शॉपिंग करके वापस बस स्टॉप से सिटी बस पकड़ लेती है लेकिन इस बार उन्हे सीट मिल जाती है और दोनो बैठते हुए एक दूसरे को स्माइल दे देती है

नीलम : अब बता बहू आगे का क्या प्रोग्राम है

सोनू : मतलब

नीलम : मतलब आज के मज़े का तो हो गया अब कब ऐसे मज़े दिलाएगी

सोनू : मम्मी आप रुकिये तो सही में कुछ अच्छा सोच कर बताउन्गी

दोनो बाते करते हुए घर पहुचती है और फिर जैसे ही अंदर जाती है सामने सोफे पर पापा सुधा और रोहित चाइ पीते हुए नज़र आते है

मनोहर : आ गई आप दोनो क्या क्या ले आई है

नीलम : अरे कुछ खास नही चलिए रूम में चलते है और नीलम अपनी मोटी गान्ड हिलाती हुई रूम की ओर जाने लगी और सुधा से कहने लगी बेटा मेरे और भाभी के लिए भी तो चाइ का इंतज़ाम करो
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11-17-2018, 12:26 AM,
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RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
नीलम को जाते हुए रोहित बड़े गौर से देख रहा था और मन में सोच रहा था कि क्या गजब की गुदाज गान्ड है मम्मी की उधर पापा की निगाहे अपने रूम में जाती हुई सोनू के चुतड़ों पर थी और फिर पापा भी उठ कर नीलम के पीछे पीछे अंदर चले गये, रोहित वही बैठा रहा और सुधा किचन में जाकर चाइ बनाने लगी

मनोहर : क्या बात है क्या खरीद लाई हो 

नीलम : अरे कुछ नही बस बहू और सुधा के लिए पैंटी खरीद कर लाई हूँ, ये देखिए कैसी है

मनोहर : अपने लंड को मसल्ते हुए, इनमे से बहू की कौन सी है और सुधा की कौन सी है

नीलम : अभी किसी ने सेलेक्ट नही किया है वैसे यह पैंटी देखिए जिसमे चूत की जगह पर कट लगा है इस पैंटी को अगर पहना जाय तो इसे बिना उतारे चूत में बीच से लंड घुस जाएगा, कैसी लगी आपको

मनोहर : यह तो बहुत अच्छी है लेकिन इसे पहनेगा कौन

नीलम : में तो बहू को दे रही हूँ पर बहू कहने लगी इसे मम्मी आप ले लो पापा खुश हो जाएगे

मनोहर : फिर तूने क्या कहा, 

नीलम : मैने कहा नही बहू यह तू ही रख ले लेकिन वह नही मानी तब मैने उससे कहा अच्छा तेरे पापा को दिखाउन्गी फिर वह जिसके लिए कहेंगे वह इसे ले लेगी

मनोहर : अरे वाह लेकिन क्या बहू को यह पैंटी पसंद नही आई है

नीलम : नही उसे तो बहुत पसंद आई है लेकिन जब मैने कहा मुझे भी बहुत पसंद है तो वह मुझे देने लगी अब आप ही बताओ कौन पहने इसे

मनोहर : मेरे ख्याल से तो इसे बहू को ही पहनने दो बड़ी प्यारी लगेगी यह बहू पर

नीलम : तो ठीक है में बहू से कह देती हू कि तेरे पापा ने इसे तेरे लिए पसंद किया है

मनोहर : क्या तुम इतनी बाते बहू से कर लेती हो

नीलम : हाँ हम दोनो के बीच यह सब चलता है

मनोहर : तो फिर कुछ बात आगे बढ़ाओ ना

नीलम : पैंटी लेकर बाहर जाते हुए हाँ हाँ बढ़ाती हूँ सब्र तो करो और फिर नीलम रूम के बाहर चली जाती है और फिर वह पैंटी सुधा और सोनू में बाँट देती है फिर सभी अपने अपने कामो में बिज़ी हो जाते है....

रात को 11 बजे बेड पर मनोहर और नीलम पूरे नंगे एक दूसरे की चूत और लंड को सहला रहे थे

मनोहर : क्या हुआ नीलम कुछ बात आगे बढ़ी कि नही मनोहर ने नीलम के चुतड़ों को दबोचते हुए कहा

नीलम : कौन सी बात

मनोहर : अरे वही बहू को पटाने की बात

नीलम : मुस्कुराते हुए तुम क्या वाकई इस बात के लिए सीरीयस हो

मनोहर : और नही तो क्या जब से बहू की गुदाज जवानी और भारी चुतड़ों की मतवाली थिरकन देखी है तब से मेरा लंड पागल हुआ जा रहा है

नीलम : में तो समझी तुम ऐसे ही कह रहे हो

मनोहर : अरे यार अब मज़ाक छोड़ो और सच सच बताओ कुछ बात हुई कि नही

नीलम : तुम मर्द लोग बिल्कुल भी सब्र नही करते ऐसे कामो के लिए थोड़ा मोका देख कर बात आगे बढ़ाई जाती है

मनोहर : कुछ करो यार मुझे बस एक बार बहू की मोटी गान्ड में अपना मुँह डालने का मोका मिल जाए बस फिर तो मज़े ही मज़े हो जाएगे

नीलम : वैसे बहू को भी तुम्हारी उमर के आदमी के मस्त लंड की चाहत है

मनोहर : अच्छा उसने तुझसे कहा है क्या

नीलम : हाँ बस में हम दोनो जब जा रहे थे तो एक बूढ़े ने उसकी मोटी गान्ड से अपने लंड को भीड़ के बहाने से खूब रगड़ा था बाद में सोनू ने मुझे यह सब बताया 

मनोहर : नीलम की मोटी गान्ड को दबोचते हुए कहने लगा एक बार सोनू की मोटी गान्ड मेरे लोड्‍े से भी रगडवा दे रानी फिर तू कहेगी तो में तुझे और अपनी प्यारी बहू को एक साथ चोदुन्गा

नीलम : सुधा को देख देख कर भी तो तुम्हारा लंड खूब खड़ा होने लगा है, कहीं हाथ तो नही फेर दिया तुमने अपनी बेटी पर

मनोहर : अभी तक तो नही फेरा पर तूने जल्दी से सोनू की गान्ड नही दिलवाई तो में कहीं सुधा को ही ना चोद दूं

नीलम : लगता है तुम्हारे लिए मुझे सोनू से बात करनी ही पड़ेगी नही तो तुम बेटीचोद ना बन जाओ, चलो अब उपर आओ और मुझे भी थोड़ा अपने लंड से मज़ा दे दो उसके बाद फिर एक चुदाई का दौर शुरू होता है और फिर सुबह सुबह सबकी मुलाकात होती है

सुबह के 6 बजे थे और सुधा आज फिर जल्दी उठ कर सोनू को ढूँढते हुए किचन में पहुच गई थी और सोनू उसे देख कर मुस्कुराते हुए कहने लगी में जानती हूँ आजकल ननद रानी को अपनी भाभी की बातों में खूब मज़ा आ रहा है इसीलिए सुबह से ही मेरे पास आ जाती है लेकिन बिल्लो रानी अगर असली मज़ा लेना है तो थोड़ी हिम्मत दिखानी पड़ेगी तुझे ऐसे बच्पने से अब काम नही चलने वाला है


सुधा : मुस्कुराते हुए, भाभी में तो हिम्मत दिखाने को तैयार हूँ पर आप ही कोई मज़े वाली चीज़े बता ही नही रही है

सोनू : बर्तन धोने के बाद हाथ धोती हुई सुधा की और कामुक निगाहो से देखती हुई कहती है चल हम लोग पार्क में बैठ कर बात करेगे यहाँ कोई सुन लेगा और फिर सोनू सुधा को लेकर पार्क में चली जाती है और एक बेंच में बैठ कर सुधा का हाथ अपने हाथ में लेते हुए सुधा की मोटी जाँघो पर हाथ फेरते हुए कहती है, देख सुधा तुझे मज़ा लेना है तो मेरे सवालो का सच सच जवाब दे फिर देख में तेरे लिए मस्त इंतज़ाम कर देती हूँ

सुधा : कैसे सवाल

सोनू : अच्छा यह बता तेरा चुदवाने का मन करता है कि नही

सुधा : मुस्कुराते हुए, भाभी आप भी कैसे सवाल पुंछ रही है

सोनू : देख पहली बार मज़ा मारना है तो मुझसे तुझे सब कुछ खुल कर कहना होगा अब नखरे मत कर और जो में पूछ रही हूँ बता

सुधा : नीचे गर्दन करके अपना सर हाँ में हिला देती है

उसका जवाब सुन कर सोनू की आँखो में चमक आ जाती है और वह कहती है अच्छा एक बात बता तूने कभी किसी का लंड देखा है, सोनू के इस सवाल के सुनते ही सुधा को पापा को मोटा तगड़ा लंड याद आ जाता हैलेकिन वह झूठ बोल देती है कि नही देखा है

सोनू : उसके चेहरे को ध्यान से देखती हुई उसका हाथ अपने सर पर रखते हुए कहती है तुझे मेरे सर की कसम सच सच बता तूने किसी का लंड देखा है कि नही

सुधा : हाथ खिचते हुए शरमा कर भाभी कसम क्यो दे रही हो

सोनू : तो फिर बता ना

सुधा : हाँ देखा है 

सोनू : किसका

सुधा : पापा का

सोनू : मुस्कुरा कर बाप रे तूने कब पापा जी का लंड देख लिया, तब सुधा अपनी और भाभी दोनो की पैंटी को सूंघते हुए अपने लंड को पैंटी से रगड़ने वाली बात सोनू को बता देती है

सोनू : देख सुधा यह तो हम दोनो ही जानते है कि पापा तुझे और मुझे दोनो को नंगी करके खूब चोदना चाहते है लेकिन तुझे में एक बात और बता देती हूँ

सुधा : वह क्या 

सोनू : यही कि तेरे भैया भी तेरी इस मोटी गान्ड के लिए पागल है और तुझे खूब रगड़ रगड़ कर चोदना चाहते है

सुधा : आश्चर्य से सोनू की ओर देखती हुई, यह क्या कह रही हो भाभी

सोनू : में सच कह रही हूँ कुछ दिनो से तेरे भैया तेरे इन मोटे मोटे खरबूजो जैसे दूध और इस मोटी गान्ड के लिए पागल हुए जा रहे है और जब भी रात को मुझे चोदते है तो वह तेरी कल्पना करके ही चोदते है
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11-17-2018, 12:26 AM,
#15
RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
सोनू की बात सुन कर सुधा की बुर में पानी आ जाता है और वह अपना थूक गटकते हुए अपनी नज़रे नीचे कर लेती है,
सोनू सुधा के चेहरे के भाव पढ़ लेती है और उसके कसे हुए मोटे दूध को एक दम से मसल देती है और सुधा के मुँह से एक सिसकारी निकल जाती है अयाया भाभी क्या कर रही हो

सोनू: मुस्कुराते हुए कहती है क्या हुआ ननद रानी चूत से पानी आ गया क्या

सुधा : बनावटी गुस्सा दिखाते हुए, क्या भाभी आप भी ना कितना ज़ोर से मसल देती हो

सोनू : सुधा की चेहरे को उपर उठा कर पूछती है सच सच बता तेरी चूत गीली हो गई है ना

सुधा : मुस्कुराते हुए भाभी को हल्के से चपत लगते हुए कहती है भाभी आप बड़ी वो हो

सोनू : वो तो में हूँ लेकिन अब मुझे यह बता तुझे यह जान कर अच्छा लग रहा है ना कि तेरे भैया और तेरे पापा दोनो तुझे पूरी नंगी करके चोदना चाहते है

सुधा : पर भाभी यह तो ग़लत बात है ना

सोनू : अरे पगली में यह नही पूछ रही हूँ कि क्या ग़लत है और क्या सही, मुझे सिर्फ़ यह बता तेरी चूत में मज़ा आ रहा है कि नही

सुधा : इधर उधर नज़रे चुरा कर धीरे से हुउँ कहती है.

सोनू : देख बन्नो रानी आज कल यह सही ग़लत कुछ नही होता बस मज़ा आना चाहिए चाहे जैसे आए समझी सोनू ने यह बात सुधा की गुदाज जाँघो को दबाते हुए कहा तब सुधा ने भी एक स्माइल दे कर अपना सर हिलाया

सोनू : तुझसे बात करते करते मेरी चूत भी गीली हो गई

सुधा : अच्छा भाभी हम दोनो के पास 4-4 पैंटी है फिर आप कल मम्मी के साथ शॉपिंग करने गई थी तो मम्मी ने और कई सारी पैंटी हमारे लिए क्यो खरीदी थी, तब सोनू ने कहा अरे तू नही जानती पापा ने हमारी पैंटी देखी थी जब मम्मी जी उन्हे आल्मिरा में रख रही थी तब पापा के कहने पर ही मम्मी इतनी पैंटी लेकर आई है दरअसल पापा का कहना है कि मेरी बेटी और बहू को सेक्सी सेक्सी इंपॉर्टेंट पैंटी पहनना चाहिए, 

सुधा : मुस्कुराते हुए, भाभी लगता है पापा का मम्मी से पेट नही भरता है जो अब वो आपके और मेरे पीछे पड़े है

सोनू : नही रे ऐसी बात नही है बात तो ये है कि पापा मम्मी को एक ही एक स्टाइल में चोद चोद कर बोर हो गये है इसलिए अब वह जवान लड़कियों को चोदने का सोचते है और मेरे ख्याल से उनकी यह इच्छा भी होगी कि वह तुझे और मुझे अपने लंड पर बिठा कर खड़े खड़े चोदे

सुधा : शरमा कर हँसते हुए भाभी आप भी ना

सोनू : स्माइल करते हुए, अच्छा एक बात बता तेरी चूत पापा से चुदने के नाम पर ज़्यादा पानी छोड़ती है या भैया के

सुधा : क्या भाभी आप भी ना सुधा ने चपत मारते हुए कहा

सोनू: अरे बता ना अगर तुझे नंगी होकर दोनो में से किसी एक के मुँह पर बैठना पड़े तो किसके मुँह में अपनी चूत और गान्ड रखेगी

सुधा : हँसते हुए मैं नही बताउन्गी

सोनू : बताती है या कसम दूं 

सुधा : अच्छा बताती हूँ कसम मत देना

सोनू : तो फिर जल्दी बता किसके लंड से चुदने का मन करता है तेरा

सुधा; गर्दन झुका कर मुस्कुराते हुए , पापा के

सोनू: मुस्कुराते हुए ओहो मेरी बन्नो रानी अपने पापा का लंड लेने के लिए तड़प रही है

सोनू की बात सुन कर सुधा मुस्कुरा देती है

सोनू : अच्छा अब मेरी बात सुन मेरा भी दिल पापा का मोटा तगड़ा लंड अपनी चूत में लेने का खूब करता है, तो अगर ननद रानी तुम साथ दो तो हम दोनो ही पापा के मोटे लंड का रसीला स्वाद खूब दिल खोल कर ले सकते है

सुधा : वह कैसे

सोनू ; मैं जैसा कहती हूँ वैसा तुझे करना होगा और डरने की ज़रूरत नही है क्यो कि हम दोनो ही जानते है कि पापा हमे पूरी नंगी करके खूब रगड़ रगड़ कर चोदना चाहते है, सोनू की बात सुन कर सुधा की चूत पानी पानी हो रही थी और उसे अपनी भाभी की बातों में असीम आनंद मिल रहा था

सुधा ; कहो ना भाभी क्या करना है मैं तैयार हूँ

सोनू : गुड , अब सुन अभी जाकर पापा से पढ़ने के बहाने उनसे खूब चिपकने की कोशिश करना तब देखना तेरी चूत में भी खूब मज़ा आएगा और सुन सिर्फ़ लेग्गी और टीशर्ट पहन कर जाना और जब पापा तुझे कुछ समझा चुके हो तब उनके सामने बेड पर टिक कर दोनो घुटने मोड़ कर बैठना और ज़रा अपनी जांघे खोल, सुधा ने जब अपनी जांघे खोली तो उसकी फूली हुई चूत का उभार सोनू के सामने आ गया और सोनू ने सुधा से कहा अपनी लेग्गी के अंदर इस पैंटी को उतार कर सिर्फ़ लेगी पहन लेना और सोनू ने अपने बालों से क्लिप निकाल कर सुधा की लेग्गी के उस हिस्से के टाँके उधेड़ दिए ज़रा उसकी उभरी हुई मस्त चूत दिखाई दे रही थी,

सुधा : ये क्या किया भाभी लेग्गी क्यो फाड़ दी

सोनू : अरे पगली जब तू पीछे टिक कर अपने घुटने फोल्ड करके पापा के सामने बैठेगी और जैसे ही अपनी जांघे थोड़ा वाइड करेगी तब पापा को तेरी मस्त फूली चूत और उसकी फांके सामने बैठे बैठे दिखाई देने लगेगी, फिर देखना पापा तेरी मस्त चिकनी और फूली चूत देख कर पागल हो जाएगे और फिर देखना पापा का मस्त लंड लूँगी के अंदर कैसे खड़ा हो जाएगा और पापा तेरे सामने ही नज़र बचा बचा कर अपने मोटे लंड को मसल्ने पर मजबूर हो जाएगे, 

सोनू की बात सुन कर सुधा को पसीना आ गया उसके लिए यह सब करना इतना आसान नही था लेकिन जो बात भाभी ने बताई थी उसकी कल्पना ने उसे इतना गरम कर दिया था कि वह भाभी के सामने ही अपनी फूली चूत को दबाने से नही रोक पाई और सोनू मुस्कुराते हुए कहने लगी बन्नो रानी अभी तो यह शुरुआत है इतने में ही सोच तुझे कितना मज़ा आ रहा है जब पापा का मोटा तगड़ा लंड तेरी चूत में घुसेगा तो तू तो पागल हो जाएगी

सुधा ; भाभी मज़ा तो आ रहा है लेकिन डर भी लग रहा है पापा के सामने में अपनी चूत कैसे दिखाउन्गी

सोनू : डरने की बात नही है देखना पापा तुझे कितने प्यार से तेरी मस्त फूली चूत देख देख कर पढ़ाएगे, आज यह कम कर ले उसके बात आज रात तुझे एक और मस्त आनंद दूँगी

सुधा ; वह क्या भाभी

सोनू : अच्छा बता अपने भैया का लंड चुसेगी

सुधा : भाभी की बात सुन कर केवल मुस्कुरा ही पाई तब सोनू ने कहा तू फिकर मत कर तेरे भैया को पता भी नही चलेगा और तू जी भर कर उनका लंड चूसना और जब तेरे भैया के लंड का रस निकलेगा और तू पिएगी तो मस्त हो जाएगी

सुधा : लेकिन भाभी यह कैसे पॉसिबल है कि में भैया का लंड चुसू और उन्हे पता भी ना चले

सोनू : यही तो कमाल है तेरी भाभी का अब ध्यान से सुन रात को में तुझे मिस काल करूँगी तब सीधे मेरे रूम में आ जाना दरवाजा खुला रहेगा उसके बाद की बात तू रूम में आते ही खुद ब खुद समझ जाएगी, अब चल सब चाइ के लिए मरे जा रहे होंगे और दोनो उठ कर घर की ओर चल देती है
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11-17-2018, 12:26 AM,
#16
RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
घर पहुचते ही सोनू ने सुधा से कहा जैसा मैने कहा है जाकर पैंटी निकाल कर सिर्फ़ लेग्गी पहन कर तू जा बीच में मैं चाय देने आउन्गि, सोनू की बात सुन कर सुधा अपने रूम में चली गई और सोनू किचन में जाकर चाइ बनाने लगी तभी नीलम नाइट गाउन पहने किचन में आ गई और सोनू को चूमते हुए कहने लगी, बहू कल तूने जो मज़े मार्केट में करवाए थे उसकी चुभन अभी भी मेरे दिल में है रात भर मुझे वही वही दिखाई दे रहा था, सच कल जैसा मज़ा लाइफ में कभी नही आया, जब तेरे पापा मेरे पीछे उंगली कर रहे थे तो मुझे ऐसा लग रहा था जैसे में बस में खड़ी हूँ और कोई मेरी गान्ड में पीछे से उंगलिया पेल रहा है, 

सोनू ने कहा मम्मी आप भी ना ज़रा से मज़े में पागल हो रही है, में तो आपको इससे भी ज़्यादा मज़े करवाने के बारे में सोच रही हूँ, पर एक बात है मम्मी आपका बेटा भी पूरी तरह आप पर ही गया है उन्हे भी हमेशा मज़े करने का ही मन होता है,

नीलम : मुस्कुराते हुए आख़िर बेटा किसका है, लगता है तुझे रात में खूब परेशान किया है रोहित ने, 

सोनू : हाँ मम्मी लेकिन कल आपका ड्रेसिंग सेन्स देख कर रात को बस आपकी ही बात कर रहे थे,

नीलम : क्या कह रहा था

सोनू ; मुस्कुराते हुए कहने लगी रहने दीजिए मम्मी आप पता नही क्या सोचेंगी

नीलम : उत्सुकता से अरे बता ना पहेलिया क्यो बुझा रही है

सोनू : अब मम्मी आपको कैसे बताऊ पता नही आपको अच्छा लगेगा या नही

नीलम : सोनू मैं एक चपत लगा दूँगी तुझे अब जल्दी से बता क्या कह रहा था रोहित मेरे बारे में
[Image: image012-724715.jpg]
सोनू : उन्होने जब से आपको कल शॉर्ट टीशर्ट और स्किन टच लेग्गी में देखा है तब से पूरी रात मेरे चुतड़ों को खूब दबा दबा कर सहलाते हुए बस यही कह रहे थे कि मम्मी के चूतड़ कितने प्यारे लगते है मम्मी लेग्गी में कितनी सेक्सी लग रही थी, वह आपके मोटे मोटे चुतड़ों की थिरकन देख देख कर पागल हुए जा रहे थे, और तो और मुझसे कहने लगे.............इतना कह कर सोनू ठहाका लगा कर हँसने लगी

नीलम : मुस्कुराते हुए कहने लगी कुतिया हंस क्यो रही है आगे बोल क्या कहा उसने

सोनू : मुस्कुराते हुए, मम्मी मुझे शरम आती है में कैसे कहूँ

नीलम : बता दे बेशरम तुझे कब से शरम आने लगी

सोनू : कहने लगे मम्मी की इतनी गुदाज और मोटी गान्ड जब लेग्गी से देखने पर इतनी मस्त लगती है तो मम्मी की नंगी गान्ड कितनी मस्त लगती होगी

नीलम : स्माइल देते हुए कहने लगी और क्या कहा उसने 

सोनू : बस फिर रात भर आपकी मोटी गान्ड की बाते कर कर के मेरी गान्ड नोचते रहे और क्या

नीलम : अरे इसमे कौन सी बड़ी बात है, तेरे पापा तो तेरे और सुधा के चुतड़ों के बारे में इससे भी बड़े बड़े कॉमेंट्स करते है

सोनू : क्या कह रही हो मम्मी मेरे और सुधा के बारे में क्या कहते है पापा

नीलम : अरे इन मर्दो की जात ही ऐसी है मोटी औट गुदाज गान्ड जब देख लेते है तो वह फिर चाहे अपनी बेटी की हो या बहू की इनके मुँह में पानी आ ही जाता है

सोनू : बताओ ना मम्मी क्या कह रहे थे पापा
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नीलम : अरे क्या कहेगे वही सब, कहते है उन्हे बहू और सुधा की मोटी मोटी उभरी हुई गान्ड बहुत अच्छी लगती है, नीलम ने अपनी बात पूरी की ही थी कि अचानक रोहित किचन में आ गया और कहने लगा सोनू अभी तक चाइ नही बनी तुम्हारी, तब नीलम ने कहा बेटे तू सोफे पर बैठ बस चाइ बन गई है और फिर सोनू चाइ छानने लगी और रोहित सोफे पर जाकर बैठ गया तब नीलम ने कहा सोनू वो सब छोड़ अब आगे कुछ बता तू कह रही थी ना कि और भी मज़े करवाएगी

सोनू : मम्मी कल से शहर के उस ओर एक बड़ा सा मेला लगने वाला है, मेरी इच्छा है कि हम सब परिवार के लोग पापा में आप रोहित और सुधा सभी मेले में चलते है, मेले की भीड़ में हम ऐसे मज़े लेंगे कि आप भी कहेगी वाह बहू मज़ा आ गया,

नीलम: मुस्कुराते हुए तेरा आइडिया तो मस्त है पर सुधा , रोहित और तेरे पापा को ले जाने की क्या ज़रूरत है

सोनू: अरे मम्मी मेला बहुत बड़ा लगता है और हम लोग शाम को जाएगे और लोटने में काफ़ी रात हो जाएगी इसलिए रोहित और पापा का होना ज़रूरी है 

नीलम :हाँ ये बात तो तू ठीक कह रही है फिर ठीक है में तेरे पापा को भी कल के बारे में बता देती हूँ ताकि वह भी तैयार रहे और तू रोहित को बोल देना

उधर सुधा ने बिना पैंटी के लेग्गी पहन ली और उसकी चूत इतनी चुदासी हो रही थी अपने पापा के मोटे लंड को सोच सोच के कि उसने उसी जोश में लेग्गी को गान्ड के छेद से लेकर चूत के दाने के उपर तक फाड़ ली और फिर अपने भारी चुतड़ों को मटकाती हुए बुक्स उठा कर मनोहर के रूम की ओर चल पड़ी

सुधा : पापा गूडमॉर्निंग आज जल्दी उठ गये क्या आप

मनोहर : बस बेटी अभी 10 मिनिट हुए है पर तुझे देख कर लगता है कि तू काफ़ी देर की उठी हुई है

सुधा : हाँ पापा में तो आज 6 बजे ही उठ गई थी और फिर में और भाभी गार्डेन में थोड़ा एक्सरसाइज़ करने चले गये थे

मनोहर : आ बैठ बेड पर अपने सामने हाथ से बिठाते हुए, बेटी कल से मुझे भी सुबह जगा दिया करो में भी तुम लोगो के साथ थोड़ी वर्जिस कर लिया करूँगा [Image: image001-702756.jpg]

सुधा : क्यो नही पापा कल से आप भी हमारे साथ चलना और फिर सुधा पालती मार कर पापा के सामने बुक खोल कर बैठ गई और मनोहर ने उसके परो के साइड से अपने पेर लंबे कर लिए, मनोहर लूँगी और बनियान पहन कर सुधा के सामने बैठा था और उसकी नज़रे सुधा के ठोस भरे हुए कसीले दूध पर थी, सुधा की टीशर्ट काफ़ी पतली सी थी और अंदर ब्रा के ना होने के कारण सुधा के निप्पल साफ नज़र आ रहे थे, मनोहर ने जब सुधा की मोटी चुचियो और निप्पल को देखा तो लूँगी के उपर से उसने अपने लंड को एक बार सहलाया शायद लंड कड़क हो रहा था और उसने अपने टोपे को बाहर निकालने के लिए लंड को सहलाया होगा, सुधा की गर्दन बुक पर थी लेकिन उसकी नज़रो ने पापा के मोटे लंड के उभार को लूँगी के उपर से महसूस कर लिया था, सुधा की चूत में भी मस्ती भरने लगी थी
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11-17-2018, 12:27 AM,
#17
RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
सुधा : पापा आज ये वाला फ़ॉर्मूला कैसे लगाते है मुझे बता दीजिए

मनोहर : बेटे इस फ़ॉर्मूले का यहाँ एक एग्ज़ॅंपल दिया हुआ है तुम इसे बैठ कर समझो में थोड़ा न्यू पपाएर पढ़ लूँ तब सुधा पीछे सरक कर तकिया से टिक कर अपने पापा के सामने बैठ गई और उसने अपने घुटने मोड़ लिए,

मनोहर भी उसी अवश्था में लेकिन पालती मारे न्यूज़ पेपर पढ़ने लगा, सुधा ने अब अपनी जाँघो को थोड़ा खोल दिया, मनोहर तो पेपर की आड़ से सुधा के खरबूजो को देख देख कर अपने लंड को सहलना चाह रहा था लेकिन जैसे ही मनोहर की नज़र अपनी बेटी की मोटी मोटी जाँघो की जड़ो में लेग्गी के फटे हुए हिस्से पर पड़ी तो उसकी आँखे खुली की खुली रह गई, सुधा की पूरी गुलाबी फूली हुई चूत और उसकी उभरी हुई कॅटिली फांके साफ नज़र आ रही थी और मनोहर ने अपनी बेटी की रसीली भोस को देखते ही मन में कहा ओमाइगॉड, मनोहर का थूक उसके मुँह में ही रह गया और बड़ी मुश्किल से उसने उसे अंदर उतारा, [Image: 0sPmMAuJ-789746.jpg]

अब मनोहर पेपर की आड़ से किसी पागल कुत्ते की तरह सुधा की चूत को खा जाने वाली नज़रो से देख रहा था और उसका एक हाथ अपने मोटे लंड पर चला गया था, सुधा की नज़र जब लूँगी में खड़े लंड पर गई तो उसकी चूत में भी खुजली मचने लगी, उसके पापा का लंड पूरी तरह लूँगी में सर उठाए खड़ा हुआ था, सुधा को बहुत मज़ा आ रहा था जब वह अपने पापा के चेहरे के एक्सप्रेशन को देख रही थी, सुधा ने अपनी मोटी गान्ड को थोड़ा और आगे सरका कर बैठ गई और मुड़े हुए घुटनो पर बुक रख ली जिससे कि मनोहर को उसकी गान्ड का हॉल भी साफ दिखाई दे और सुधा का चेहरा बुक की आड़ में उसे नज़र ना आए, मनोहर ने जब अपनी बेटी की मोटी गान्ड के लपलपाते छेद को देखा तो उसने अपने हाथ को धीरे से लूँगी के अंदर डाल लिया और अपने मस्त लंड को मसल्ने लगा, सुधा बुक की आड़ से अपने पापा को लंड मसल्ते हुए देख रही थी और उसकी चूत में हल्का हल्का पानी आने लगा था, उधर मनोहर तो जैसे पागल हो गया था वह बीच बीच में अपने काले मोटे लंड को लूँगी की साइड से बाहर भी निकाल लेता और टोपे की खाल को पूरा नीचे करते हुए अपनी बेटी की मस्त फूली हुई चूत को देख रहा था, 

सुधा की नज़र जब अपने पापा के लंड के सुपाडे पर पड़ी तो वह सिहर उठी और अचानक गेट खुला और सोनू मुस्कुराते हुए चाइ लेकर अंदर आ गई और उसने गुड मॉर्निंग पापा कहा

मनोहर: गुड मॉर्निंग बेटा कैसी हो[Image: DSC30017-791958.jpg]

सोनू : मुस्कुराते हुए चाइ रख कर कहती है अच्छी हूँ पापा और मनोहर के बिल्कुल करीब बैठ कर कहने लगती है क्या पढ़ रहे है पापा न्यूज़ पेपर में, सोनू का उद्देश्य सुधा की जाँघो की जड़ो में झाँकने का था और उसने जैसे ही देखा कि सुधा की पूरी चूत उसकी फटी लेग्गी से बाहर दिखाई दे रही है तब उसने सुधा के चेहरे को देखा और स्माइल दे दी और सुधा ने भी मुस्कुराते हुए जांघे फोल्ड करके चाइ का कप उठा लिया,

मनोहर : सोनू की पीठ पर हाथ रखते हुए कहने लगा कुछ खास खबर नही छपी है बहू वही रोज की बलात्कार की खबरो के अलावा पेपर में होता ही क्या है

सोनू : ख़बरे छोड़िए और लीजिए चाइ पीजिए अपने बहू के हाथ की और सोनू चाइ का कप उठा कर मनोहर को देती है और उठ कर जाने लगती है

मनोहर : सोनू का हाथ पकड़ कर बिठाते हुए कहने लगा बेटा कभी अपने पापा के साथ भी चाइ पी लिया करो, 

सोनू : ओह पापा सॉरी कल की चाइ में आपके साथ ही पियूंगी

सुधा : भाभी कभी कभी पापा से आप भी पढ़ लिया करो सुधा ने मुस्कुराते हुए कहा

सोनू : पापा से में मेडिकल की पढ़ाई ज़रूर पढ़ना चाहती हूँ क्यो कि पापा तो खुद डॉक्टर. है और फिर सोनू ने अचानक कहा पापा डॉक्टर. से अच्छा याद आया आज सुबह से मेरे पेट में हल्का हल्का दर्द सा हो रहा है, सोनू ने अपनी साड़ी को नाभि से नीचे करते हुए अपने गुदाज मसल पेट को पापा की ओर दिखाते हुए कहा

मनोहर : आँखे फाड़ फाड़ कर सोनू के पेट को देखते हुए कहने लगा कहा पर दर्द है बेटी, उन दोनो की वार्तालाप सुन कर सुधा मंद मंद मुस्कुरा रही थी और सोनू ने पापा के हाथ को पकड़ कर अपने गुदाज पेट के बीचो बीच रखते हुए कहा यहा नाभि के उपर हल्का हल्का दर्द हो रहा है पापा, [Image: A7BE-728836.jpg]

मनोहर तो मोके की तलाश में था उसने सोनू के गुदाज पेट को मसल्ते हुए दबा दबा कर देखना शुरू किया फिर मनोहर ने एक हाथ पीछे लेजा कर सोनू के गुदाज मासल बड़े बड़े चुतड़ों का सहारा लेकर हल्के हल्के सोनू के पेट को दबाते हुए कहा दबाने पर दर्द हो रहा है बेटी, सोनू ने कहा हाँ पापा लेकिन दबाने पर दर्द नाभि के नीचे होने लगता है, इधर मनोहर एक हाथ से सोनू की गुदाज मोटी गान्ड को साड़ी के उपर से सहला रहा था और दूसरे हाथ से पेट को सहलाते हुए नाभि के नीचे हाथ लगाते हुए कहा यहाँ दर्द है क्या

सोनू : हाँ पापा यही हो रहा है

मनोहर अपने बॅग से एक टॅबलेट सोनू को देता है और कहता है 2 घंटे में अगर दर्द कम ना हो तो बताना फिर चेकप करूँगा और सोनू वह टॅबलेट लेकर सुधा की ओर स्माइल मारते हुए बाहर चली जाती है और सुधा भी चाइ का कप रखते हुए फिर से पीछे टिक कर जांघे फोल्ड करती है और अपनी जाँघो को फिर से फैला कर बैठ जाती है और मनोहर फिर से जब सुधा की मस्त फूली फटी चूत की फांको को देखता है तो अपनी लूँगी के उपर से अपने मूसल को मसल्ने लगता है और पेपर की आड़ कर लेता है
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11-17-2018, 12:27 AM,
#18
RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
सुधा : पापा एक बात पुछू

मनोहर : पेपर हटा कर सुधा की ओर देखते हुए हाँ पूछो

सुधा : पापा आप भाभी से ज़्यादा प्यार करते है या मुझसे 

मनोहर: बेटी में तो तुम दोनो को ही बहुत प्यार करता हूँ

सुधा : मुँह बनाते हुए, रहने दीजिए पापा अभी आप भाभी की पीठ में हाथ फेर कर कितने प्यार से बाते कर रहे थे और भाभी को ज़रा भी तकलीफ़ होती है तो आपके चेहरे की बैचनि देखते ही बनती है पर मुझे आप कभी इस तरह प्यार से नही कोई बात करते हो
[Image: e-749212.jpg]
मनोहर : अच्छा तो भाभी को मैने प्यार से बात करते हुए पूचकारा तो मेरी बेटी को जलन हो रही है, अगर ऐसी बात है तो हम अपनी बेटी को भी प्यार से पूचकार लेते है आओ मेरे पास और मनोहर ने सुधा की मस्त चूत को खा जाने वाली नज़रो से देखते हुए अपने हाथ लंबे कर दिए और सुधा उठ कर मनोहर के पास उसके सीने से जा लगी और मनोहर ने धीरे धीरे सुधा की पीठ पर हाथ फेरते हुए उसके गालो को चूमा और उसके जवान गदराए बदन की मादक गंध ने उसे पागल कर दिया और वह सुधा के गालो को चूमते हुए उसका हाथ सुधा के मोटे मोटे चुतड़ों पर चला गया और मनोहर जिन चुतड़ों की मोटाई और गदराई अभी तक आँखो से ही नापता था आज उन चुतड़ों के गुदाज माँस में अपने हाथो की उंगलिया दबा दबा कर सुधा के गालो को चूमते हुए कहने लगा अब तो मेरी बेटी खुश है

सुधा : पापा में आपकी गोद में सर रख कर लेट जाउ

मनोहर हाँ क्यो नही बेटी, 

सुधा का इतना सुनना था कि वह जैसे ही मनोहर की गोदी में अपने सर को रख कर लेटी सुधा एक दम से गन्गना उठी क्योकि उसके गालो के नीचे मनोहर का मोटा लंड झटके मार रहा था सुधा की साँसे अपने पापा के मोटे लवडे के कड़क एहसास से तेज होने लगी और मनोहर ने भी सुधा की पीठ को सहलाते हुए साइड से अपने हाथ को उसके मोटे कसे हुए दूध पर लेजा कर उसके गदराए दूध की मोटाई का जायज़ा लिया लेकिन तभी मनोहर को लगा कि उसके लंड से पानी ना निकल जाए क्योकि सुधा ने अपने गालो के नीचे हथेली रख ली और उसके हाथ के नीचे उसके पापा का मोटा लंड आ गया और उसी समय सुधा को भी ऐसा लगा कि उसकी चूत पानी पानी हो चुकी है, मनोहर ने सुधा की पीठ सहलाते हुए अपने हाथ को फिर से सुधा की मोटी गान्ड पर लेजा कर सहलाने लगा और उसका लंड सुधा के हाथ और गालो के नीचे दबा टनटना रहा था. 

मनोहर : सुधा अब तू काफ़ी बड़ी और जवान हो गई है लगता है अब तेरी शादीकी बात चलानी पड़ेगी, मनोहर ने सुधा के मोटे मोटे चुतड़ों को सहलाते हुए कहा

सुधा : अपनी आँख बंद किए हुए अपने पापा का मोटा लंड महसूस करते हुए कहा, कहा पापा अभी तो में छोटी हूँ अभी में शादी के लायक कहाँ हुई हूँ,
[Image: c-757082.jpg]
मनोहर सुधा की गान्ड की गहरी दरार पर हल्के से उंगलिया चलाता हुआ कहने लगा नही बेटी तू नही जानती जब तेरी मम्मी ब्याह कर आई थी तो बिल्कुल तेरी तरह लगती थी यही बिल्कुल सही उमर है तेरी शादी की और तू बिल्कुल अपनी मम्मी पर गई है और अचानक मनोहर की उंगलिया सुधा की गान्ड में उस जगह तक पहुच गई ज़रा तक लेग्गी फटी हुई थी और मनोहर की उंगलिया सीधे लेग्गी के अंदर घुस कर सुधा की गान्ड के छेद से टकरा गई और सुधा की सुध बुध खो गई और उसने अपने पापा के खड़े मोटे लंड को कस कर अपने हाथों में दबोच लिया और एक गहरी सिसकारी मारते हुए कहा ओह पापा क्या कर रहे हो, 

मनोहर का लंड जैसे ही सुधा के हाथो की गिरफ़्त में जकड गया मनोहर का कंट्रोल भी खो गया और उसने सुधा की फटी लेगी में पूरा हाथ भरते हुए उसकी गुदाज मोटी गान्ड की गहराई को अपने हाथों से दबोच लिया और सुधा एक बार फिर सीसीया पड़ी और अपने पापा के मोटे लंड को और भी ज़्यादा अपनी मुट्ठी में कस लिया, उसके जवाब में मनोहर ने भी अपनी बेटी की गुदाज गान्ड की गहराई को उंगलियो से दबाते हुए सुधा की मोटी गान्ड के छेद में एक उंगली दबा दी और सुधा आहह सीयी पापा मत करो ना कहने लगी लेकिन अपने पापा के मोटे लंड को उतनी ही तेज़ी से अपने हाथो में दबोच लिया, अगर उसी समय सोनू ना आ जाती तो मनोहर अपनी आधी से ज़्यादा उंगली सुधा की मोटी गान्ड के छेद में पेल चुका होता, [Image: KissOnMyLips+%282%29-783758.jpg]

सोनू अचानक रूम के अंदर प्रवेश करती है और मनोहर उसे देखते ही अपनी उंगली बाहर निकाल कर अपने हाथ को सुधा की पीठ पर फेरता हुआ कहता है उठ बेटी और कितना अपने पापा की गोदी में सर रख कर प्यार करेगी, देखो सोनू आज सुधा कहने लगी कि आप मुझे पहले जैसे प्यार नही करते और मेरी गोद में सर रख कर दुखी हो रही थी तब मैने कहा कि में तुझे बहुत प्यार करता हूँ तू बेकार में दुखी हो रही है, मनोहर की बात सुनते ही सुधा उठ बैठी और पलट कर देखा तो सोनू उसकी और गहरी और कुटिल मुस्कान बिखेर रही थी,

सोनू : अरे सुधा पापा तो सब से ज़्यादा तुझे ही प्यार करते है और पापा क्या पूरे घर भर में सबकी लाडली अगर कोई है तो तू ही है

सुधा : मुस्कुराते हुए सच भाभी

सोनू : और नही तो क्या, अब चल मम्मी बुला रही है में तुझे ही बुलाने आई थी

सुधा : मनोहर की ओर देखते हुए कहने लगी पापा में जाउ
[Image: sar08-734246.jpg]
मनोहर : सुधा को देख कर मुस्कुराते हुए हाँ बेटा और तू फिकर ना कर आज जैसा प्यार अब में तुझसे रोज करूँगा, मनोहर की बात सुन कर सुधा का चेहरा लाल हो गया और वह खुशी खुशी सोनू के साथ बाहर चली गई, बाहर जाते ही सोनू ने कस कर सुधा के मोटे दूध को दबोचा और सुधा के मुँह से आह निकल गई और उसने कहा क्या करती हो भाभी

सोनू : तू तो बड़ी उस्ताद निकली मैने तो तुझे पापा की उंगली पकड़ने को कहा था और तूने तो पूरा हाथ ही पकड़ लिया

सुधा : शरमाते हुए, क्या भाभी आज तो में मरते मरते बची हूँ, अच्छा हुआ आप वक़्त पर आ गई नही तो क्या से क्या हो जाता

सोनू : ज़रा खुल कर बता ना क्या हुआ, तब सुधा ने कहा भाभी शाम को पार्क में चलेंगे तब बताउन्गी, अभी मम्मी बुला रही है ना

सोनू : अरे नही वह तो मैने ऐसे ही कह दिया अब जल्दी से बता ना क्या हुआ था

सुधा : भाभी पापा ने मेरी गान्ड में उंगली डाल दी थी जहाँ से पीछे से लेग्गी फटी थी वहाँ वह मेरे चुतड़ों को सहला रहे थे और अचानक उनका हाथ मेरी फटी हुई लेग्गी के अंदर चला गया और ना जाने मुझे क्या हुआ मेरे हाथ के नीचे उनका मोटा लंड खड़ा था उनका हाथ जैसे ही मेरी गान्ड के छेद से टकराया ना जाने कैसे मैने पापा के मोटे खड़े लंड को लूँगी के उपर से अपने हाथों में दबोच लिया क्या बताऊ भाभी पापा का लंड तो बहुत मोटा और बहुत बड़ा है मेरी तो साँसे ही थम गई थी उनके मोटे लंड को पकड़ कर अगर तुम टाइम पर नही आती तो पापा की उंगली पूरी मेरी गान्ड में घुस चुकी होती,

सोनू : वाह मेरी रानी पहली ही बाल में छक्का मार दिया तूने अब तो मेरे ख्याल से तेरी लाइन जल्दी ही क्लियर हो जाएगी और जल्दी ही तेरी मस्त चूत और मोटी गान्ड में पापा को मोटा लंड घुस जाएगा, तभी पापा कह रहे थे कि आज जैसा प्यार तुझे रोज करेगे

सोनू की बात सुन कर सुधा का चेहरा फिर से लाल पड़ गया तब सोनू ने कहा अब ढिलाई मत करना और खूब तबीयत से मज़े ले अपने पापा के साथ फिर आज रात को तुझे मेरे रूम में भी आना है तुझे याद हैना

सुधा : हाँ भाभी में तो कब से रात होने का इंतजार कर रही हूँ

सोनू : मुस्कुराते हुए कहती है अब जाकर मेरी ननद रानी पूरी जवान हुई है, चल अब तू जा में ज़रा कपड़े धो कर आती हूँ और फिर सुधा चली जाती है और सोनू मन में सोचती है कि सुधा का कम तो बन गया पर मैं पापा के मोटे लंड का स्वाद कैसे चखू फिर तभी उसके दिमाग़ में एक आइडिया आता है और वह अपना पेट पकड़े हुए पापा के रूम की ओर चल देती है, उसे रोहित और मम्मी का टेन्षन नही था क्योकि वह दोनो बाइक से मार्केट चले गये थे और वह जानती थी कि सुधा अभी आधा घंटा बाथरूम में अपनी पनियाई चूत को सहलाएगी और वह बेफिकर होकर पापा के रूम की ओर बढ़ गई उसने ब्लाउज के दो बटन खोल लिए थे और साड़ी को नाभि के दो इंच नीचे तक सरका ली और पापा के रूम में एंटर होते ही कहा पापा आ अब तो और भी ज़्यादा पेट में दर्द हो रहा है

मनोहर : अरे बेटी गोली से कोई आराम नही मिला 

सोनू : नही पापा बड़ी मरोड़ उठ रही है पेट में सोनू ने अपने नंगे मदमस्त पेट को सीधे पापा के मुँह के सामने लाकर रख दिया और मनोहर ने अपनी बहू के मदमस्त गुदाज गोरे पेट पर अपना हाथ जैसे ही रख कर सहलाते हुए मसला उसका लंड फिर से खड़ा हो गया, 

मनोहर : बेटी लगता है तुम्हारा पेट उखड़ गया है इसकी तेल से मसाज करना पड़ेगी तब जाकर आराम मिलेगा, ज़रूर तुमने कुछ भारी समान उठाया होगा,

सोनू : हाँ पापा आप ठीक कह रहे है तो फिर मालिश कर दीजिए ना अभी मम्मी होती तो उनसे करवा लेती, सोनू ने जानबूझ कर बताया ताकि पापा बेफिकर होकर उसे तबीयत से दबोचे,

मनोहर : मम्मी कहाँ गई है बेटे

सोनू : मम्मी और रोहित मार्केट तक गये है 1 घंटे में लोटेंगे और सुधा शायद नहाने गई है

मनोहर : ठीक है बेटी में कन्फर्म कर लूँ कि पेट ही उखड़ा है तुम अपनी पीठ को मेरे सीने से टिका कर खड़ी हो जाओ और अपने पेट को फ्री छोड़ दो, 
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11-17-2018, 12:27 AM,
#19
RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
मनोहर ने सोनू के पीछे आकर अपने उल्टे हाथ को आगे लेजा कर सोनू के पेट और दूध के उपर के हिस्से को पकड़ा और दूसरे हाथ से सोनू के नंगे पेट को उपर से नीचे की ओर दबा कर देखने लगा, इस पोज़िशन में मनोहर की लूँगी में खड़ा लंड जैसे ही सोनू की मस्तानी मोटी गान्ड से साड़ी के उपर से चुभा तो सोनू के पूरे बदन में करेंट दौड़ गया, आज पहली बार उसने पापा के खड़े लंड की चुभन अपनी मोटी गान्ड में महसूस की थी, मनोहर के लंड को जैसे ही अपनी बहू की गुदाज मोटी और भरी हुई गान्ड के नरम नरम माँस का एहसास हुआ उसका लंड और भी झटके देने लगा, उसका उल्टा हाथ अनायास ही सोने के ब्लाउज में कसे मुए मोटे मोटे चुचो तक पहुच गया था लेकिन वह शो यह कर रहा था जैसे उसने उल्टे हाथ से सोनू को सहारा देते हुए उसके पेट की मसाज उपर से नीचे तक रगड़ते हुए कर रहा हो उसका हाथ सोनू की साड़ी के अंदर तक भी मसल्ते हुए जा रहा था और सोनू की पैंटी के एलास्टिक से टकरा रहा था, [Image: sar01-723947.jpg]

मनोहर को खूब मज़ा आ रहा था इसलिए वह अपनी कमर का दबाव और भी ज़्यादा दे रहा था जिससे उसका मोटा तगड़ा लंड सोनू की मोटी गान्ड की गहराई में पूरी ताक़त से चुभ रहा था, सोनू को भी अति आनंद की अनुभूति हो रही थी और वह आह स ओह पापा यही मेरी नाभि के जस्ट नीचे दर्द है तब मनोहर के अपने पंजो को उसके पेट के उस उभरे हुए हिस्से पर रख कर दबोचा जो हिस्सा औरत का लंड ले ले कर उपर उठ जाता है और फिर मनोहर ने अपने लंड को सोनू की मोटी गान्ड में दबाते हुए पूछा सोनू बेटे यहाँ दर्द है तब सोनू ने आह सीयी ओह पापा थोड़ा और नीचे और उसकी बात सुनते ही मनोहर ने थोड़ा हाथ और नीचे लेजा कर दो इंच उंगलिया सोनू की पैंटी में डाल कर फिर से अपने लंड का दबाव सोनू की गान्ड में देते हुए उसके उठे हुए पेडू को अपने हाथों से दबोचते हुए कहा सोनू यहाँ दर्द है तब सोनू ने कहा आह ओह पापा हाँ यही दर्द है लेकिन थोड़ा आराम से दबाइए ना बहुत दर्द हो रहा है, सोनू भी अपनी मोटी गान्ड को पापा के खड़े लंड से बराबर रगड़ रही थी और मनोहर का हाथ सोनू के मोटे मोटे दूध पर पहुच गया था और वह एक हाथ से उसकी छातियों को दबाए हुए दूसरे हाथ से उसके उठे हुए गुदाज पेडू को मसल रहा था और अपने खड़े लंड का दबाब बराबर अपनी बहू की गान्ड में दे रहा था. मनोहर ने सोनू की सुरहिदार गोरी गर्दन पर अपने होठ लगा कर चूमते हुए कहा बेटा अब अच्छा लग रहा है या नही, 

तब सोनू ने कहा ओह पापा बहुत अच्छा लग रहा है मन करता है कि बस आप ऐसे ही मेरे पेट को दबा दबा कर सहलाते रहिए उसकी बात सुन कर मनोहर ने अपने लंड को खूब कस कर सोनू की गान्ड में दबाया और उसका कंट्रोल खो गया और मनोहर का हाथ साड़ी के अंदर पैंटी के अंदर फूली हुई चिकनी चूत पर पैंटी के उपर से पहुच गया और मनोहर ने अपनी बहू सोनू की फूली चूत को पैंटी के उपर से मुट्ठी में भर कर दबोच लिया और दूसरे हाथ से सोनू के मोटे मोटे बोबो को भी कस कर पकड़ लिया तो सोनू के मुँह से एक गहरी चीख निकल गई[Image: sar02-725485.jpg]

और वह बोल पड़ी ओह पापा जी सीयी आह यह यह क्या कर रहे है पापा, मनोहर कुछ बोलने की स्थिति में नही था बस वह सोनू की फूली बुर को पैंटी के उपर से अपनी मुट्ठी में दबोचे हुए उसकी गान्ड में अपने मोटे लंड को दबा रहा था तब सोनू ने सीसियाते हुए कहा पापा यह क्या कर रहे है और मेरे पीछे यह क्या चुभ रहा है और सोनू ने हाथ पीछे लेजा कर मनोहर के खड़े लंड को जब लूँगी के उपर से अपनी मुठ्ठी में भर कर दबोचा तो मनोहर के मुँह से ओह बेटी जैसी आवाज़ निकल पड़ी और सोनू ने कहा पापा यह क्या चुभा रहे है कितना मोटा और लंबा है यह, तब मनोहर ने सोनू के गले को चूमते हुए उसकी फूली चूत को दबोचते हुए कहा बेटी तेरी यह भी तो कितनी फूली है और मनोहर ने कस कर उसकी चूत को अपनी मुट्ठी में भर कर जैसे ही दबोचा सोनू ने सीस्याते हुए मनोहर के लंड को भी खूब कस कर अपनी हथेली में जकड लिया.

मनोहर सोनू के मोटे मोटे दूध को दबाते हुए कहने लगा सोनू 

सोनू : आँखे बंद किए हुए ....आहह जी पापा

मनोहर : बेटे अब दर्द कैसा है

सोनू : आह सीयी पापा बहुत अच्छा लग रहा है, सोनू ने मनोहर के लंड को मसल्ते हुए कहा, तभी मनोहर ने सोनू को अपनी ओर घुमा लिया और उसे कस कर अपने सीने से लगा लिया और पागलो की तरह अपनी बहू के गालो को होंठो को चूमने लगा, अचानक सोनू ने पापा को दूर धकेल दिया और दीवार से सट के खड़ी हो गई उसके दोनो हाथ उसके चेहरे पर थे और मुँह दीवार की ओर तभी मनोहर ने पीछे से जाकर सोनू की मोटी उठी हुई गान्ड में अपने लंड को लगा कर आगे हाथ फोल्ड करके उसे फिर से दबोच लिया,
[Image: DSC01069-784252.JPG]
सोनू : अपनी मोटी गान्ड में पापा के मोटे लंड की चुभन महसूस करते ही फिर से सिसिया उठी और कहने लगी आह पापा ये आप क्या कर रहे है मुझे छोड़िए कोई आ जाएगा

मनोहर सोनू के मोटे मोटे बोबो को कस कर मसलता हुआ कहने लगा बेटी में तो तुझे प्यार कर रहा हूँ, कितने मोटे मोटे चूतड़ है मेरी बेटी के यह कहते हुए मनोहर ने एक हाथ से सोनू के मोटे तगड़े उठे हुए चुतड़ों को पकड़ कर कस कर मसल्ने लगा

सोनू : आहह पापा प्लीज़ ऐसा मत कीजिए कोई अपनी बहू के साथ ऐसा करता है क्या, तभी मनोहर ने अपने लंड को लूँगी से बाहर निकाला और सोनू का हाथ पकड़ कर अपने खड़े मोटे लंड पर रख दिया और सोनू की मुट्ठी अपने लंड पर कस दिया, और सोनू के गालो को चूमने लगा
[Image: image020-737066.jpg]
तब सोनू ने अपना हाथ छुड़ाते हुए हँसने लगी और मनोहर से छूट कर हँसते हुए गेट की ओर भागी और भागते हुए कहने लगी पापा आप भी ना और फिर गेट पर जाकर रुकी और मनोहर को पलट कर मुस्कुराते हुए देखा तो दूसरी और से मनोहर ने भी मुस्कुराते हुए कहा बहू सुनो तो, लेकिन सोनू ने मुस्कुराते हुए अपनी जीभ दिखा कर मुँह बनाया और मनोहर को अंगूठा दिखाते हुए भाग कर बाहर चली गई,
Reply
11-17-2018, 12:27 AM,
#20
RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
सोनू की इस हरकत से मनोहर बहुत खुश लग रहा था बहू के पॉज़िटिव रियेक्शन ने उसे खुशी से पागल कर दिया था और सुबह सुधा की गुदाज जवानी देखने और मसल्ने का मोका भी मिल गया था वह अपनी दोहरी खुशी से पागल हुआ जा रहा था, कुछ देर तक मनोहर अपने रूम में रहा और फिर रूम के अंदर नीलम आ गई और आते ही कहने लगी, क्यो जी बहू क्या कह रही है
[Image: tw-HpMbhjPnftX1Ik4--BWofJImnbgEFqKO-mxPh...=w184-h220]
मनोहर का इतना सुनना था कि उसका दिल डर से बैठने लगा और वह हकला कर कहने लगा कि क्कक्या क्क्या कह रही है

नीलम : वह कह रही है कि उसका पेट बहुत जोरो सेदुख रहा था और तुमने पता नही उसे कैसी थेरेपी दी कि उसका दर्द मिंटो में गायब हो गया

मनोहर ने जब यह बात सुनी तो उसकी जान में जान आई और वह मुस्कुराते हुए कहने लगा आख़िर डॉक्टर. हूँ उसी का तो कमाल है कि मिंटो में दर्द दूर कर पाया

नीलम : मनोहर के गले लगती हुई, कहने लगी डार्लिंग मुझे भी बहुत तेज दर्द हो रहा है ठीक करो ना

मनोहर : नीलम के मोटे मोटे चुतड़ों को दबाते हुए कहने लगा तुम्हे कहाँ दर्द हो रहा है, 

नीलम : मनोहर के हाथो को अपनी मोटी गान्ड की गहराई में दबाते हुए कहने लगी मुझे तो यहाँ दर्द हो रहा है, मोटे से इंजेक्षन से ही ठीक होगा, जैसे ही मनोहर का हाथ नीलम की गान्ड की गहराई में गया वह चौंक गया क्योकि नीलम की लेग्गी उधड़ी हुई थी और उसकी मोटी गान्ड के आस होल से लेकर चूत की फूली फांको के उपर तक लेग्गी फटी थी और उसने अंदर कोई पैंटी भी नही पहनी हुई थी और मनोहर ने उसकी गान्ड के छेद और चूत के छेद को सहलाते हुए पुछा यह लेग्गी कैसे फट गई, और तुम्हारी चूत इतनी गीली क्यो है काफ़ी देर से चुदासी लग रही हो तभी चूत इतना पानी छोड़ रही है, 
[Image: zDm551qYA0vvXQVZ5iyebzeBFtgtxmqg94U3jWgE...=w358-h220]
नीलम : एक दम से सकपकाते हुए, अरे कुछ नही यह लेग्गी कल बैठते हुए फट गई थी और मुझे उसे सीलने का भी ध्यान नही रहा और में मार्केट उसी को पहन कर रोहित की बाइक पर बैठ कर चली गई थी लेकिन लोटने में रोहित की बाइक पांचार हो गई तो मुझे मजबूरन बस में बैठ कर आना पड़ा, अब बस की सीट पर बैठे बैठे अनायास मेरा हाथ चूत पर गया तो मुझे पता चला कि लेग्गी बहुत ज़्यादा फटी है बस फिर क्या था बस मे बैठे बैठे तुम्हारे इस मूसल को याद करने लगी तो पानी आ गया, तभी नीलम के हाथ में मनोहर के लंड का चिपचिपा पानी लगा और उसने चौंकते हुए पूछा लेकिन तुम्हारा लंड इतना पानी पानी क्यो हो रहा है, कहीं तुमने बहू के पेट को ठीक करने के बहाने उसकी चूत तो नही सहला दी

मनोहर : मुस्कुराते हुए तुम भी ना कुछ भी कह देती हो, बिना किसी जुगाड़ के क्या बहू ऐसे ही मुझे चूत छुने देगी

नीलम : तो फिर इतना पानी क्यो छोड़ रहा है आपका लंड

मनोहर : अरे बहू का मासल पेट देख कर लंड खड़ा हो गया था और फिर उसके जाने के बाद मैने तुम्हारी चूत के बारे में सोचते हुए थोड़ा लंड सहला लिया जिससे पानी आ गया

नीलम : मेरी चूत सोचते हुए लंड सहला रहे थे या बहू की , नीलम ने मुस्कुराते हुए कहा 

तब मनोहर ने कहा अब अगर बहू की चूत सोच कर भी मूठ मार रहा था तो क्या हुआ तुम तो कुछ जुगाड़ जमा ही नही रही हो, 

नीलम : जमा दूँगी जुगाड़ पर तुम तो सुधा की भी गान्ड मारने के चक्कर में हो ना,
[Image: 8uY2hdZ8MTQIijlCWWFTok4AkrxhAlY4q7UjVwOg...=w342-h220]
मनोहर : क्या करू सुधा और सोनू दोनो के भारी भरकम चुतड़ों ने मेरे लंड को पागल कर रखा है, 

नीलम तो लगता है इस मोटे केले का रस चूस चूस कर निकालना ही पड़ेगा

मनोहर : तुमने मेरे मन की बात कह दी चूस लो ना

नीलम : ठीक है चूस लेती हूँ लेकिन मेरी चूत के बारे में भी कुछ सोचा है

मनोहर : चिंता क्यो करती हो आज हम 69 की पोज़िशन में एक दूसरे के रस को चूस चूस कर पिएगे

नीलम : अच्छा ठीक है में बाहर एक बार देख कर आती हूँ और नीलम जाने लगी तो मनोहर ने कहा जल्दी आना मेरा खड़ा है और नीलम मुस्कुराते हुए बाहर चली जाती है, नीलम बाहर जाकर रोहित और सोनू के रूम के बाहर से उनकी आवाज़ सुनने की कोशिश करती है तो उसे पता चला कि दोनो एक दूसरे को बाँहो में लेकर चूमा चाटी में लगे है फिर उसने सुधा के रूम की खिड़की से अंदर देखा तो सुधा अपनी पैंटी में हाथ डाले हुए लेटी लेटी कोई बुक पढ़ रही थी, नीलम वापस आने लगी और फिर खड़ी खड़ी सोचने लगी,

नीलम सोचने लगी, मनोहर झूठ बोल रहे है हो ना हो आज उन्होने सोनू के पेट को मसल्ने के बहाने ज़रूर उसकी चूत या गान्ड को भी मसला होगा तभी तो उनका लंड इतना पानी पानी हो रहा है, और अब मेरी चूत चाटने का बोल रहे है मतलब मेरी चूत चाटते हुए वह यह सोचेंगे कि वह सोनू की चूत चाट रहे है, अब चूत के चक्कर में अपनी बीबी को झूठ बोल रहे है कोई बात नही में भी कम नही हूँ उनसे सच तो उगलवा कर रहूंगी,[Image: 7pMoDsA_EW9QTX-p5lx8qhyoBwZpHoEJZe7iJ1-z...=w330-h220]

उधर मनोहर अपने रूम में लंड सहलाता हुआ सोच रहा था कि कुछ तो बात है जिसे नीलम छुपा रही है और उसकी लेग्गी कितनी फटी हुई है ज़रूर किसी से अपनी चूत और गान्ड में खूब उंगली करवा कर आई है नही तो उसकी चूत इतना पानी कैसे छोड़ रही है, बिना कारण चूत इतना पानी तो नही छोड़ती है, पर किससे उंगली करवा कर आई है वह तो रोहित के साथ मार्केट गई थी तो कहीं अपने बेटे से ही अपनी चूत और गान्ड .............अरे नही नही नीलम क्या इतनी चुदासी हो गई है कि बेटे से ही अपनी चूत और गान्ड में उंगली करवा लेगी, और अगर वह चुदासी हो भी रही है तो क्या रोहित अपनी मम्मी की गान्ड और चूत को अपने हाथो से सहला सकता है,

हो भी सकता है उस दिन जब नीलम मार्केट जा रही थी तब में तो सोनू के मोटे मोटे चुतड़ों को देख रहा था तब रोहित कैसे आँखे फाड़ फाड़ कर अपनी मम्मी की मोटी भारी गान्ड को मटकते हुए देख रहा था, वैसे भी आज कल जवान लोंडो को मोटी गान्ड और भारी भरकम जिस्म वाली औरते ही अच्छी लगती है, पर फिर भी बिना जाने में यह नही कह सकता कि रोहित ने अपनी मम्मी की मोटी गान्ड और चूत में उंगली पेली होगी या सहलाया होगा, फिर उसके दिमाग़ में एक आइडिया आया और उसने रोहित को कॉल किया......
[Image: zoJTjYpVAx0xiIyC8zn-YJ9rKSHKNeFvwM_lGyb-...=w146-h220]
रोहित : जी पापा बोलिए

मनोहर : बेटे अब तुम्हारी बाइक कैसी चल रही है कुछ प्राब्लम तो नही करती है, पहले जब भी तुम मम्मी को बैठा कर ले जाते थे तो पन्चर हो जाती थी, वो क्या है ना तुम्हारी मम्मी इतनी मोटी हो गई है कि बेचारी बाइक की जान निकल जाती है, यह बात मनोहर ने हँसते हुए की

रोहित : मुस्कुराते हुए नही पापा जब से मैने टाइयर और ट्यूब दोनो चेंज करवा लिए है तब से पन्चर नही होती है आज भी मम्मी को बिठा कर मार्केट गया और आया लेकिन अब प्राब्लम नही हुई,

मनोहर : अच्छा तुम घर आ गये क्या

रोहित : हाँ पापा में तो मम्मी के साथ गया था और उन्ही के साथ अभी अभी आया हूँ

मनोहर : ओके बेटा लंच पर मिलते है, और मनोहर फोन कट कर देता है और उसे समझ में आ गया कि नीलम की बताई कहानी सरासर झूठ है, इसका मतलब यह हुआ कि दोनो माँ बेटे में कुछ तो गड़बड़ है इसी लिए नीलम मुझे बता नही रही है, पर खेर कोई बात नही में भी नीलम का पति और रोहित का बाप हूँ पता तो मुझे लग ही जाएगा, अभी वह यह सब सोच ही रहा था कि नीलम रूम के अंदर आ गई और उसने दरवाजा लगा दिया और कहने लगी मनोहर लेग्गी तो फटी ही है तो बिना उतारे ही तुम आज मेरी चूत का रस पियो और नीलम बेड पर मनोहर के अपोजिट करवट लेकर लेट गई और उसके मोटे लंड को लूँगी हटा कर अपने मुँह में ले लिया और मनोहर ने नीलम की मोटी मोटी गदराई जाँघो को पकड़ कर चौड़ा करते हुए अपने मुँह को उसकी फटी लेग्गी से झाँकती चूत में लगा दिया और उसकी चूत से लेकर गान्ड के छेद तक उसकी जांघे और मोटी गान्ड को दबा दबा कर चूसने लगा और उसकी आँखो के सामने सोनू पूरी नंगी नज़र आने लगी और वह सोनू की मस्त फूली हुई बिना बालो वाली चिकनी चूत को सोच सोच कर नीलम की चूत और गान्ड को खूब दबोच दबोच कर चाटने लगा,
[Image: vYRB2akXpjMaOXFGEAyy0xmVtfaq3qtorVs0t-6K...=w330-h220]

उधर नीलम भी अपनी आँखे बंद किए हुए मनोहर के मोटे काले लंड को अपने मुँह में भर कर चूसने लगी और उसके दिमाग़ में आज शॉपिंग माल की लिफ्ट में रोहित के साथ घटी घटना याद आनेलगि और उस घटना को सोच सोच कर वह मनोहर के लंड को खूब कस कस कर चूसने लगी और वह घटना उसके दिमाग़ में फ्लश बॅक की तरह चलने लगी..............
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