Hindi Sex Stories मैडम से सीखी चुदाइ
06-28-2017, 10:49 AM,
#1
Hindi Sex Stories मैडम से सीखी चुदाइ
मैडम से सीखी चुदाइ 
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा आपके लिए एक ओर मस्त कहानी लेकर हाजिर हूँ
मैं एक स्कूल में अध्यापिका हूँ ये मात्र 12थ कक्षा तक का स्कूल है शाम को अक्सर मे नदी-तालाब के किनारे घूमने निकल जाती हूँ ऐसे ही एक दिन मे तालाब के किनारे घूम रही रही थी. 9थ कक्षा की क्षात्रा और 11थ का एक क्षात्र मिल गये ये दूसरे सेक्षन में थे मैने उनसे उनका नाम पुच्हाअ तो उन्होंने अपने नाम रीता और संजू बताए. रीता ने स्कूल ड्रेस यानी स्कर्ट और टॉप ही पहने थे, लेकिना उसकी स्कर्ट कुच्छ

छोटी थी इसलिए जब वो बैठी तो मुझे उसके गोरी टाँगों के साथ साथ उसकी जंघें भी दिखाई दे रही थी. जिसमें वो बहुत ही सुंदर और सेक्सी लग रही थी.गदराया बदन, शोख, चंचल और कमसिन, कंधों तक कटे बाल, सुतवाँ नाक, पतले पतले गुलाबी होंठ जैसे सहद से भारी दो पंखुड़ियाँ, सुरहिदार गर्दन, बिल्लोरी आँखें, छ्होटे छ्होटे नींबू जो अब अमरूद बनते जा रहे हैं पतली कमर, चिकनी चिकनी बाहें और केले के पेड़ की तरह चिकनी जंघें.

सबसे कमाल की चीज़ तो उसके गदराए कहर बरपाने वाले नितंभ थे. या अल्लाहा वह जवानी के दहलीज पर कदम रख चुकी थी.चुचियाँ एकदम गोल और बड़े नींबू के साइज़ की थी,एकदम टाइट और कठोर थी . नरम गद्देदार चूतदों पर भी मास आ जाने से गदराने लगे थे. रीता का चेहरा और होंठ तो इतने रसीले थे की कोई भी देखे तो किस करने का मन करने लगे, बड़ी-बड़ी कजरारी आँखें, चिकनी जंघें

संगे मरमर सा बदन, कुल मिलाकर अल्हड़ जवानी में कदम रखने को बिल्कुल तैयार.उसने उस समय जो स्कर्ट पहन रखी थी वो इतनी टाइट थी की उसकी संतरे जैसी चुचि और ठोस गदराए चूतदों को सेक्सी बना रही थी.पेंटी इतनी छ्होटी थी की झुकने पर पूरे चूतड़ दिख
जाते थे जैसे चुदवाने के लिए ही बने हों उसने मुझे कहा कि "मेडम हम दोनों जीव विज्ञान विषय में आपसे ट्यूशन

पढ़ना चाहते हैं "मैने उसे कहा की कल घर आ जाना, मैं बता दूँगी. संजू और रीता दूसरे दिन घर पर आ गये. मैं च्छूप गई और देखा कि दोनो एक दूसरे की आँखो में आँखे डाल कर प्यार से देख रहे थे ….हँसी मज़ाक भी कर रहे थे..लगता था की वे बहुत क्लोज़ थे. संजू खेल-खेल मे उसके बाल पिछे से पकड़ लेता कभी कमर को पकड़ कर भींच लेता, वो हसती रहती, कभी संजू कहता कि रीता तुम आज बहुत सेक्सी लग रही हो. वो शरम से लाल हो जाती, कहती
बदमाश कहीं का, छ्चोड़ मुझे ,मेडम को पता चल गया तो ?

मौका मिलते ही संजू ने हौले से रीता के नितंभो पर चिकोटी काट ली और उसकी गोल
छ्होटे-छ्होटे चुचियों को दबा दिया. रीता ने जीभ निकाल कर उसे चिढ़ा दिया
और उसे मारने को दौड़ी.उसने कहा "चल बेसर्म ,तू तो हर समय तैयार रहता है
मेडम ने देख लिया तो" और उसने प्यार से उसकी नाक उमेथ दी और उसके गालों
पर किस किया..

मुझे लगा की दाल में कुच्छ काला है और इनकी प्राब्लम कुच्छ और है. मेने बाहर
आकर पुछा- "जीव विज्ञान के किस टॉपिक पर पढ़ना चाहते हो "दर-असल हमने जनन अंगों (जीव विज्ञान) के विषय में आपसे कुच्छ पुछना था…"रीता ये संजू तुम्हारा दोस्त है क्या…?" नही मेम … प्लीज़ आप नाराज़ ना होना."मेने कहा की रीता डरो मत, सच सच कहा दो, मे कुच्छ नहीं कहूँगी " या कुच्छ और बात है ?… कह दो…मे भी तुम्हारी उमर से गुज़री हूँ" मैने अंधेरे में तीर छ्चोड़ा. पर सही लगा,

मेम, हम दोनों भाई-बेहन हैं , और कहा प्लीज़ में आप हमारी मा से मत कहना कि हम जनन अंगों के विषय में आपसे पुच्छ रहे थे " वो कुच्छ शरमाती सी बोली. मे एकदम भाँप गई की मामला प्यार का है मैने ने संजू के गालों पर एक चिकोटी काटी और उसके चुतड़ों पर हल्की सी छपत जमा कर कहा " शैतान कहीं के छुप छुप के, फ्री मज़ा ले रहा है".
सॉरी मेडम मे अपने पर काबू नहीं रख पाया ".
"

हम… में वो… हम तो आपके पास इसलिए आए थे कि हम दोनों ज़्यादा से ज़्यादा समय साथ रहे !… प्लीज़ मेम , नाराज़ मत होना…" उसके चेहरे से लगा कि वो मुझसे विनती कर रही हैं. पर ये पढ़ने की जगह है, कोई मिलन की जगह नहीं है ? मेम वो … घर में मम्मी-पापा को पता लग गया तो ? मेरी सहेली आएशा ने बताया था कि आप हमारी मदद कर देंगीं……"
ओह तो ये बात है…लगता है के तुम अपने भाई से बहुत प्यार करती हो, कोई बात
नहीं..

आएशा का भी अपने भाई से एक बार यहीं मिलन हुआ था तो मैने भी उसी के भाई से चुदवा लिया था. मेरे मन में भी एक हुक सी उठी… ये दोनो बहन भाई अपनी जिस्म की प्यास बुझाने आए हैंकयों ना मैं भी इस बात का फ़ायदा उठाओ. संजू एकदम ही डर गया मेने कहा डरो मत देख मे ये बात तुम्हारे मम्मी-पापा को नहीं बताउन्गि पर एक शर्त है.

रीता ने कहा कौन सी शर्त ? तुम्हरा तो मिलन हो जाएगा … पर मेरा क्या फ़ायदा होगा इसमें…" मैने तिरछि निगाहों से उसे परखा. मेने कहा "मेरी भी कुच्छ इच्छाएँ हैं , संजू को मेरी भी …..लेनी होगी, यह बात हमारे बीच ही रहेगी …..टॉप सीक्रेट.संजू बोल पड़ा " क्या लेनी होगी मेम ? रीता ने कहा " बुद्धू ,वही जो तू मेरी लेने को बेचैन रहता है और मौका
मिलते ही चड्धि के ऊपेर से मुथि मे भर लेता है. मेडम आपकी शरत मुझे
मालूम है.

आएशा ने मुझे सब बता दिया है… इसीलिए तो मैने आपसे सब कह दिया … आपकी सारी शर्तें हमे मंजूर हैं…" उसने अपना सर झुकाए सारी बातें मान ली.तो ध्यान रहे…शर्त… कल दिन को स्कूल के बाद सीधे ही यहाँ आ जाना…" मैने उसे मुस्कुराते हुए कहा. रीता ख़ुसी से उच्छल पड़ी… मैने रीता को चूम लिया…मैने कहा-"संजू तुम भी आओ ज़रा…"मैने संजू के होंठो पर एक गहरा चुम्मा ले लिया… मेरे बदन में तरावट आने लगी…

संजू ने भी कहा "मेडम आप तो इतनी सुंदर हैं बिल्कुल रीमा लागू जैसी परी " और जोश में मुझे बाहों मे लेकर किस कर लिया और मेरे चौड़े नितंभो पर दोनो हाथ रख कर ज़ोर से भीच दिया.मैं समझ गयी के लड़का काम का है.मैने उनकी मा से दोस्ती कर ली और मेरे से एक्सट्रा पढ़ाई करवाने की बात कर ली बिना कोई ट्यूशन फीस के. बस उनकी मा को क्या चाहिए था. "कितने बजे आना

है मेडम?" वो मुस्करा करा बोली "स्कूल टाइम के बाद आना. उनकी मा ने मुझसे कहा कि मेम , दोनों के एग्ज़ॅम सुरू होने वाले हैं, वो पढ़ाई में कमजोर हैं, उन्हे थोड़ा टाइम निकाल कर पढ़ा दिया करो. उनकी मा ने दोनों भाई-बेहन को मेरे घर भेजना कबूल कर लिया और मैने अकेले में उनको पढ़ने के लिए सहमति देदी.दूसरे दिन

संजू और रीता स्कूल में मेरे चक्कर लगाते रहे… मैं उन्हें मीठी सी मुस्कान दे कर उनका हौंसला बढ़ाती रही… सच तो ये था कि मेरी चूत में बी कुलबुलाहट मचने लग गई थी… सोच सोच कर ही रोमांचित हो रही थी कि 18 साल के जवान लड़के के लंड से चुदवाने को मिलेगा.
मैने स्कूल से आते ही एसी चला दिया. लंच करके मे आराम करने लगी. मे जाने कब
सो गयी.

सपने मे रीता ने मेरे हाथ पकड़ लिए और संजू ने मुझे उल्टी लेटा कर मेरे चौड़े नितंभो में अपना लंड डाल कर मेरी गांद में घुसाने लगा. पर उसका लॉडा गांद के छेद में घुस ही नही रहा था. वो बहुत ज़ोर लगा रहा था… मेरी गांद में इस ज़ोर लगाने से गुदगुदी लगने लगी थी. रीता चीख उठी… भैया ! मार दे मेम की गांद …छ्चोड़ना मत… उसकी चीख से मैं अचानक उठ बैठी… ओहा…… मे सपना देखने लगी थी.

वास्तव में दरवाजे पर बेल बज रही थी…दिन को करीब 3 बजे थे…वो दोनो आ गये थे. मैने अपना मूह धोया और हम तीनों कमरे में ही बैठ कर थोड़ी देर तक बातें करते रहे. उन दोनों की बैचेनी देखते ही बनती थी में… मुझे संजू से कुच्छ बातें करनी है…… हाँ हाँ… ज़रूर करो… पर फ़िजूल की बातें कम करना… और…" मैने मज़ाक किया. और रीता को बेड रूम में ले गई और सब बता दिया. संजू को भी मैं अंदर आने का इशारा किया.

रीता तो बेड रूम देखते ही खुश हो गयी…बिल्कुल सुहागरात की सेज तरह सज़ा रखा था.रीता नयी नवेली दुल्हन की तरह बिस्तर पर बैठ गयी अब मेने पढ़ाना सुरू कर दिया- चलो अब ध्यान से सुनो.. और मैं उनको प्रजनन के बारे मे समझाने लगी…" देखो – जीवा दो प्रकार के होते हैं- नर वा मादा ,मैं सबसे पहले नर के जनन अंगों के बारे में बताउन्गि. नर का जनन अंग 3 से 4
इंच लंबा तथा 1 से 2.5 इंच मोटा हो सकता है जिसे लिंग, लंड, लॉडा, मूसल, लोल्ला, पेलड आदि नामों से जानते हैं.

रीता ने पुछा- क्या इसकी कोई निस्चित लम्भाई नहीं होती? मेने कहा,"नहीं ! कई मर्दों के लंड तो एक एक फुट तक लंबे और कलाई जितने मोटे हो जाते हैं, रीता को प्रजनन सिखाते हुए मेने ब्लॅक बोर्ड पर पेनिस( लंड ) का डाइयग्रॅम बनाया… नॉर्मल लंड का नहीं बल्कि सीधे तने हुए मशरूम जैसे सूपदे वाले मोटे लंड का… इसको बनाते हुए मेने अपनी सीखी हुई तमाम चित्रकला ही प्रदर्शित कर दी…पर

रीता का ध्यान उसकी कला पर नहीं… संजू की पेंट के उभार पर टिकी हुई थी… संजू ने भी कोई कोशिस नहीं कि उसको च्छुपाने की…मेने एक्सप्लेन करना सुरू किया तुमने तो अभी असली पेनिस देखा नहीं होगा…. कुँवारी हो ना…. और देखा होगा तो छ्होटे बच्चे का; छ्होटी मोटी नूनी… पर बड़े होने पर जब ये खड़ा होता है… मादा की योनि मे घुसने के लिए तो ऐसा हो जाता है…." उसके बाद उसने पेनिस के मुण्ड के सामने वेजाइना (चूत) बना दी.. वैसी ही सुंदर… मोटी-मोटी

फाँकें…बीच में पतली सी झिर्री.. और उपर छ्होटा सा क्लाइटॉरिस( दाना) .नर लंड से इस तरह धक्के देता है कि जिस से मादा के दाने पर रगड़ पॅड सके. दाने पर मुश्रूम जैसे सूपदे की रगड़ से इस दाने में इतना आनंद आता है कि मादा यानी लड़कियाँ सब शरम छ्चोड़ कर मज़े लेती हैं, शादी से पहले ही..स्वर्ग का मज़ा लेती हैं .." रीता ने पुछा-" मेम…स्वर्ग का मज़ा कैसा होता है ? संजू नर है और मैं मादा ,क्या संजू से भी मुझे वो आनंद मिल सकता है ?" मैने कहा-"हाँ हाँ… क्यों नहीं,

संजू तुम को स्वर्ग की सैर करा देगा क्योंकि तुम दोनों के जनन अंगों को पता नहीं है कि तुम दोनों बहन-भाई हो ,वैसे आएशा की तराहा तुम भी अपने भाई के साथ मज़े ले सकती हो, मैं ये बात तेरे मम्मी-पापा या किसी और को नहीं बताउन्गि लेकिन संजू को मेरी भी लेनी होगी

बोल दिया ना आपकी सारी सरतें हमे मंजूर हैं, रीता ने पुछा- "नर का असली अंग देखने में कैसा होता है? मेने छ्होटे बच्चो का और केवल तस्वीरो में ही देखा है".यह सुनसंजू हंस पड़ा.मेने संजू की पेंट की ज़िप को नीचे कर उसका लिंग निकाल कर रीता के हाथों में थमा दिया. मेरा दिल धक से रहा गया. इतना मोटा और लंबा लंड…जैसे लंड निकाल कर घोड़ा खड़ा हो…मुझे यकीन नहीं .हुवा…. उसे देख कर मेरे दिल में सिरहन दौड़ गयी .हे रे… इतना बड़ा लंड…! इतना मोटा लॉडा !उसका सूपड़ा तो कुच्छ ज़्यादा ही मोटा था. रीता ने कहा "ओई मा, ये तो

गधे का लॉडा है , मेने गधे का एक बार देखा था, गधि के पिछे निकाल कर खड़ा था.ये तो मेरी चूत का तो बुरा हाल कर देगा,- देखो मेरी हथेली इसके भार से नीचे को झुक रही है ! और यह क्या? इसका आकार किसी दैत्य की तरह बढ़ता जा रहा है.सच मूच इस बेशरम को पता नहीं है कि हम दोनो बहन-भाई हैं, कैसे मादा को देख कर तौप की तरह खड़ा हो गया है , नर के लंड को देख कर मेरी छूट का लहसुन भी तो मोटा हो कर तन गया है और चूत के मूह मे
पानी आगेया है-मुई जानती ही नही के ये इसके भाई का लंड है!

रीता ने पुछा-" में ये सूपड़ा ऐसा कटावदार और इतना मोटा क्यों है ? में क्या ज़्यादा मोटाई से मादा को दर्द नहीं होता है? "मैने कहा-"नहीं, ये ही सूपड़ा तो मादा के लहसुन से लेकर चूत को अंदर तक रगड़ते हुए नाभि से यानी गरभ की जड़ मे टकराता है और स्वर्ग का मज़ा देता है.इसका एक मात्र कार्य सेक्स-आनंद देना है,.सूपड़ा ज़ितना मोटा और लंड ज़ितना लंबा होगा मादा को उतना ही जोरदार और ज़्यादा स्वाद आता है, छ्होटे लंड से उतना मज़ा नहीं आता है ".

फिर संजू को मैने मेरे बेड रूम में बुला कर मैने संजू की कमर में हाथ डाल कर उसके होंठो को चूमना चालू कर दिया. उसने भी मेरी कमर मे अपना हाथ कस दिया. उसके लॉड की चुभन मेरे चूत के आस पास होने लगी. मैने धीरे से उसका लंड पकड़ लिया. उसके हाथ मेरे बोबे पर जम गये और उन्हें दबाने लगे. रीता जल्दी से आई और संजू को खींचने लगी…मुझे बाद में पता चला कि वो अपने मम्मी पापा को कई बार सेक्स करते और चुम्मा चुसाइ करते देख चुकी है

और सेक्स के बारे में अपनी सहेलियों से भी बहुत कुच्छ जानकारियाँ ले रखी है.
उसने अपनी स्कर्ट उतार कर फेंकी. संजू… आओ ना…आजा मेरे राजा " संजू खिंचता हुया चला गया …और रीता के गाल पर एक चुम्मा ले लिया और फिर पूरे गाल को ही मूह मे भर कर चूसने लगा. आह आह मेरे राजा भैया 'आइ लव यू' रीता ने अपने होंठ संजू के होंठों पर रख दिए और होठों से होंठ मिला कर चूमना सुरू कर दिया चूमते चूमते दोनों भाई-बेहन होंठ ऐसे चूस रहे थे जैसे कोई फल खा रहे हों दोस्तो कहानी अभी बाकी है इंतजार कीजिए अगले भाग का आपका दोस्त राज शर्मा
क्रमशः.........
Reply
06-28-2017, 10:50 AM,
#2
RE: Hindi Sex Stories मैडम से सीखी चुदाइ
गतान्क से आगे......

संजू उपर से उसकी चुचियों को दबाने लगा, साथ अपनी जीभ उसके मुँह में डाल कर चूसने लगा.रीता संजू के मूह में अपनी जीभ देने लगी .ओह माइ भैया डार्लिंग ! आइ लव यू ! बोल रही थी संजू ने उसके चुतड़ों को पकड़ा और अपने पास खींच कर उसकी जीभ को चूसने

लगा अब संजू उसकी जीभ को चुसते हुए एक हाथ से चूतड़ सहला रहा था जबकि दूसरा हाथ उसकी चुचियों से खेल रहा था.

रीता की गर्मी का अहसास संजू को मिल गया था. उसने संजू को अपने से लिपटा लिया. अरे… बदमास , क्या ऐसे ही करोगे… कपड़े तो उतार दो…चुदाई का मज़ा नहीं लोगे क्या…" मैने उन्हे कहा.

"नहीं …नहीं … चुदाई नहीं… बस ऐसे ही उपर से…"रीता ने कहा तो मुझे अस्चर्य हुआ.

मेने कहा- "तब क्या मज़ा आएगा… मुझे पता है कि तुम दोनों ही नये हो इस खेल में ! पर चिंता मत करो, मैं सिखा देती हूँ, क्यों संजू…"संजू ने मेरा साथ दिया और हम दोनो ने मिल कर रीता को नंगी कर दिया.

संजू ने भी अपने कपड़े उतार दिए. मेरा दिल फिर से धक धक करने लगा. इतना मोटा और लंबा लंड…मुझे यकीन नहीं हो रहा था…. रीता के मूह से फिर निकला उउऊइईईई ईई.मा… ये तो गधे का ही लॉडा लगता है मेरी चूत का तो बुरा हाल कर देगा" उसने लंड को दोनो हाथो से थाम कर अपने कोमल तपते होंठ संजू के गरम सूपदे पर रख दिए ,बस फिर उसने आनन फानन में

संजू का कुवरा लॉडा मूह में भर लिया.सूपड़ा मोटा होने की वज़हा से बड़ी मुस्किल से उसके मूह में जा रहा था. रीता अपनी जीभ लपलपा कर संजू के लॉड को चूसे जा रही थी. उस समय उसका सूपड़ा बहुत फूला हुया था और चमक रहा था. रीता ने झुक कर पूरा मूह खोल कर बड़ी मुस्किल से लॉडा अपने मूह में गले की गहराई तक ले लिया और मस्ती से चूसना सुरू कर दिया. मेरा जी धक से रहा गया.

मेरा मन वहाँ से हटने को नहीं कर रहा था. उन्हें देख कर मैने भी अपना गाउन उतार दिया और नंगी हो गयी. रीता के होंटो की 'पुच-पुच' सुन कर और संजू का जवान लंड देख कर मेरी चूत में पानी उतरने लगा. रीता भी जवानी मे कदम रख चुकी थी… क्या चूत थी, कसी हुई उसकी उभरी हुई बुर किसी फारिस्ते का भी ईमान खराब करदे.उसकी नाभि के नीचे का हिस्सा(पेडू) थोड़ा सा उभरा हुआ और उसके नीचे डबल रोटी की तरह गुलाबी रंग की रोम

विहीन गुलाबी और सफेद पनीर जैसी फूली हुई चूत पर एक काला तिल एकदम कोरी फ्रेश चूत. चूत पूरी तरह से कुँवारी थी, उसकी बिना बालों की एकदम चिकनी चूत थी.उस की चूत का लहसुन मोटा और संजू के लंड को देख कर तन गया था, लहसुन एक इंच लंबा होगा. मोटे क्लाइटॉरिस का सूपड़ा चेरी जैसा था और कम रस से चमका रहा था.अब मेने रीता के क्लिट पे उंगली रख कर फिर पढ़ाना सुरू कर दिया-"यह महिला के लिए सेक्स के जादुई आनंद का बटन है.

सिस्निका बेसिकली पुरुष के सिसिन की ही तरह है लेकिन आकार में काफ़ी छ्होटी होती है. यदि इसे सही तरीके से सहलाया जाता है तो यह महिला को अत्यधिक आनंद व उत्तेजना प्रदान करती है. महिला के सरीर में सिस्निका ही ऐसी इकलौती इंद्री है जिसका एक मात्र कार्य सेक्स-आनंद देना है. यह एक सेंटीमीटर से लेकर एक इंच तक लंबा हो सकता है .इसका हेड फूले हुए छ्होले की तरह होता है

तथा योनि द्वार के उपर होता है."

रीता के जवान जिस्म को देख कर कोई भी पागल हो सकता था. दोनों भाई-बेहन एक दूसरे की चूत और लंड को देख रहे थे !"प्लीज़ भैया , मुझे शरम आ रही है." दोनो भाई-बेहन एक दूसरे से लिपट गये और फिर से दोनों के होंठ एक दूसरे से ऐसे चिपक गये मानो अब कभी भी अलग ना होने की कसम खा ली हो. फिर संजू ने उसे बिस्तर पर पटक दिया और उसके उपर चढ़ कर बेतहासा

चूमने लगा दोनो का जोश देखते ही बनता था दोनों बेहन भाई एक दूसरे मे

समाने की पूरी कॉसिश कर रहे थे पर रीता अपनी चूत से उसके लंड को दूर रख रही थी. संजू ने उसकी टाँगों को अपने कंधों पर रख लिया और जैसे ही अपने लंड का सूपड़ा उसकी चूत पर दबाया तो उसने चूत को झटका दे कर हटा दिया. संजू ने उसकी गंद के नीचे एक तकिया लगाया जिस से उसकी चूत उपर आ गयी, उसकी टाँगें चौड़ी करके उसके उपर चढ़ कर उसकी योनि पर अपने मूह को रख दिया. संजू ने अपनी जीभ उसकी चूत के अंदर कर दी और उसकी चूत को जीभ से चोदने लगा.

चूत को जीभ से चाटने लगा वो चूत को पूरी अंदर तक चॅट रहा था, कभी कभी उसकी जीभ उसके चूत के मटर -दाने को भी चट लेती थी या फिर अपने दाँतों में लेकर धीरे धीरे से काट लेता था. फिर संजू ने उसकी एक इंच लंबी चूत की लहसुन को होठों में ले लिया और मस्ती से चूसना सुरू करा दिया अपनी चूत चटाई से रीता बिल्कुल पागल हो गयी थी और पूरी तरह से मस्ती

में आ गई थी

उसके मुँह से कामुक सिसकियाँ निकलने लगी."आहह उईईए मारगईए आहह ओर थोड़ा ओर चॅटो." अपनी चूत चटवाते हुए वह खुद अपनी गांद उच्छाल-उच्छाल कर उसकी जीभ को अपने योनि रस का स्वाद देने लगी और बड़बड़ाने लगी "आ आ आहा हहा हहा मेरे राजा भैया, बहुत मज़ा आ रहा है. चूसो, खूब ज़ोर से चूसो ओ यू ओ ओये ओये ओहा हहा यू उहा. कम ओन्न और ज़ोर से.

.

रीता उसका सर पकड़ कर उसके मूह में अपनी चूत को चूतड़ उछाल उछाल कर रगड़ रही थी. रीता चूत चटाई से बिल्कुल पागल हो गयी और संजू के मूह मे ही झाड़ गयी. रीता बड़बड़ाने लगी- और चूसो ओये ओये हाए और ज़ोर से, हाँ ऐसे ही एएए ही चूसो बहुत मज़ा आ रहा है भाईया ! मेरा कम होने वाला है और और ज़ोर से यसससा ओ यॅज़ ई ई ई आ उई मा ..मे.. गयी…

गई…उई मेरी मा,

रीता की चूत ने पानी छ्चोड़ दिया जिसे संजू अपनी जीभ से चाटने लगा.झड़ने के बाद चूत ऐसे लग रही थी जैसे ताज़ा गुलाब ऑन्स मे भीगा हो. चूत को पूरी तरह से चट कर संजू खड़ा हो गया और अपने कपड़े उतार दिए. संजू का जवान मोटा लंड तन कर फटने जैसा हो रहा था

फिर अचनाका 69 पोज़ीसान में एक दूसरे के साथ मुख मैथुन करने लगे,रीता ने संजू का लॉडा अपने मूह में ले लिया थोड़ी देर बाद मे अपना लंड उसके मुँह में

पेल दिया और उसे चूसने को बोला और वह ज़ोर-ज़ोर से संजू के लंड को मुँह में अंदर-बाहर कर रही थी.उसकी लंड-चुसाइ से संजू पूरी तरह मस्त हो गया था.और आगे पिछे करते हुए उसके मुँह को चोदने लगा. उसके मुँह से घुटि घुटि आवाज़ें आ रही थी. लेकिन लंड का आकार बड़ा होने के कारण उसको मुँह में लेने में कठिनाई हो रही थी. वो अपनी जीभ से संजू के जवान

लंड का सूपड़ा रसगुल्ले की तरह चट रही थी.बीच बीच में उसे हलके से काट भी लेती थी. ये….ये….फदक रहा है भाई, टाइट हो गया है….आपका माल आया….हया रे ….ये आया !"उसे हाथ में लेकर जीभ से चाटने लगी. रीता, मेरा निकाला, आहा, ये उहा आया !" निकाल दो भैया, निकालो हया रे…. आ गया…."संजू की अमृत धारा छूट पड़ी, पिचकारी तेज़ी से बाहर आई और उसकी धार रीता

के हलक में ही गिरने लगी, जिसे वाहा अमृत-रस समझ कर सारा पी गयी,और बड़े चाव से गटक लिया पिचकारी तेज़ी से गिरी, और झटके मार के निकलती ही गयी. इतना वीर्य निकला कि उसका पूरा हलक भर गया जिसे वह पी गयी. वो संजू के लंड को अब धीरे धीरे निचोड़ रही थी. दूध दुहने की तरह उसका वीर्य निकाल रही थी, बूँद बूँद करके सारा वीर्य बाहर निकाल लिया. फिर जीभ निकाल कर लंड का सारा वीर्य पूरी तरह से जीभ से चट लिया और जीभ निकाल कर होठों पर लगा वीर्य भी

चट कर मुँह साफ कर लिया ये सब देख कर मेरी वासना बढ़ती जा रही थी. मैने अपनी चूत में दो अँगुलिया डाल ली और अपनी चूत चोदने लगी. मेरे मुख से सिसकारी निकल पड़ी अब मैने सोचा की पहले इन्हें निपटा दूं. मैं उठी और दोनों को सहलाने लगी फिर मेने रीता के चूत का दाना धीरे धीरे मलना सुरू किया. रीता को और मस्ती चढ़ने लगी. मैं घिसती रही…मलति रही… इतने में रीता झड़ने लगी… मैने हाथ हटा लिया… उसकी चूत में से पानी आ रहा था…

संजू ने रीता की दोनों टाँगों को अपने कंधों पर टीकाया और इसी दौरान संजू का लंड मैने रीता की चूत पर रख दिया. उसने रीता की टाँगों को अपने कंधो पर रखा और केले के पेड़ की तरह चिकनी जंघें चौड़ा करके पिछे की ओर कर दिया और अपने लंड का सूपड़ा रीता की चूत परा रख कर दबाव डाला पर वो तो बिल्कुल टाइट थी संजू ने उसकी योनि रस के साथ ही अपना थूक लगाया और दोबारा ट्राइ किया

रीता चिहुनक उठी, लंड को उसकी चूत के मुँह पर रखा कर धक्का लगाया,सूपड़ा योनि के अंदर था. लोहे जैसा सखत लॉडा एक ही झटके में आधा धँस गया. रीता के मूह से उफ की

आवाज़ निकली पर अपने होठों को भींच कर नीचे से जवाबी धक्का दिया और संजू का आधा लंड उसकी बेहन की चूत में जड़ तक समा गया."धीरे थोड़ा धीरे धीरे आ आ अहहहहा उई मा मर जाउन्गि मे उई री मेरी मा !"

संजू तो जोश में था ही… उसने एक जोरदार घस्सा मारा , चूत से चारड़ चारड़ की आवाज़ के बाद ठक की आवाज़ हुई और भाई के गधे जैसे लंड ने बेहन की कुँवारी और फ्रेश चूत को फाड़ दिया और पूरा लंड रीता की चूत में उतर गया…बहुत अंदर लंड का सूपड़ा कलेजे को गुदगुदा रहा था . रीता तड़फ़ उठी…"अरे आ आ आ…उ उई …प्लीज़ मुझे छ्चोड़ दीजिए भैया. भैया ये क्या… हटो…हटो… उसने जल्दी से उसका उफनता हुवा लंड चूत से निकाल दिया…

रीता को ऐसे लगा जैसे उसकी चूत से बच्चा निकला हो. संजू भी तड़फ़ उठा …… उसे तो अब चूत चाहिए थी… रीता अलग हट कर उठ गयी. देखो…में…मैने मना किया था…तब भी इसने क्या कर डाला…मेरी फाड़ दी, खून निकल रहा है" कोई बात नहीं रीता…ये तो एक दिन फॅटनी ही थी..ला मैं इसे संभालती हूँ……"मैं जल्दी से सीधी लेट गयी और टाँगे चौड़ी कर दी, मेरी गंद बहुत मोटी है,

इसलिए मेरी चूत उपर उठ गयी. संजू मेरी टाँगों के बीच आ गया. जैसे ही उसने अपना मोटा सूपड़ा मेरी चूत पे लगाया, मुझे लगा जैसे अंगारा रख दिया हो. मैने अपनी दोनो टाँगे उसकी कमर पे लपेट दी और ज़ोर से अपनी गांद उपर उठा दी, पूरा सूपड़ा अंदर चला गया. संजू ने 3-4 जोरदार झटके मारे आधा लंड अंदर घुस गया. मैं बोली, संजू तुम्हारा लंड बहुत मोटा है, कसा कसा सा लग रहा है, ऐसा लग रहा है जैसे मे पहली बार चुद रही हूँ, बहुत मज़ा आ रहा है हाए

संजू पूरा डाल के चोदो. संजू ने ज़ोर से धक्का मारा, पूरे का पूरा 10 इंच का मोटा लंड मेरी चूत में समा गया. इतना टाइट कि लग रहा था कि ये बना ही मेरी चूत के लिए है. संजू का गधे जैसा लॉडा वहाँ वहाँ भी ठोकर मार रहा था जहाँ आज तक कोई लॉडा नही पहुँचा था.संजू धीरे धीरे धक्के मारने लगा, मैं स्वर्ग की सैर करने लगी. बहुत मज़ा आने लगा. अहहहहा उयू अहहहहहहा ममामममममा सीइईयायेया चोदो अपने मोटे लंड से मुझे बहुत मज़ा आ रहा है,

मैं अपनी गांद उपर उच्छालाने लगी जिस से की हर बार पूरा 10 इंच का लंड अंदर जाए, संजू ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा. मे पागल सी हो गयी.एक-एक धक्के के साथ मे जैसे जन्नत तक जाकर आ रही थी. जब बहुत मज़े आने लगे तो मैने अपनी गंद को थोड़ा और चौड़ा करके पिछे की ओर कर लिया संजू के टेस्ट्स मेरी गंद से टकरा रहे थे मैं मुख से बक बक करने लगी, और सिसकियाँ ले रही थी ओर ज़ोर ज़ोर से चोद

चोद चोद फक मी .. उफ़ अफ क्या लंड है. ज़ोर से अहहहहहा ममामममा सी..ई.ई यस यस चोद चोद ज़ोर लगा, तेरे मूसल जैसे लंड की अकड़ ढीली कर दूँगी, अहहहा यस अहहहा बहुत मज़ा आ रहा है . ऐसा मज़ा तो मुझे मेरे पति ने कभी नहीं दिया बस बस संजू मे जाने वाली हूँ बस गयी बस बस उई मेयेया गयी मैं गयी, कहते -2 मेरा सारा सरीर अकड़ गया और वो भी मेरे साथ साथ झड़ने लगा.संजू ने अपनी स्पीड बढ़ा दी. फूल स्पीड पे मुझे चोदने लगा. फिर उसने मुझे आधे

घंटे तक जम के चोदा

फिर उसने गरमा गरम ढेर सारा वीर्य मेरी चूत में उंधेल दिया. मेरी आँखें बंद हो गयी अहहहा अहहहहा मामा सीईयाया अहहहहहहहा मे उसकी छाती से ज़ोर से चिपक गयी. मैने दूसरी बार संजू को दबोच लिया और उसे अपने नीचे दबा लिया… उसके खड़े लंड पर मैने अपनी चूत रख कर दबा दी… आ अहह्ा …लंड मेरी चिकनी चूत मे धँसाता चला गया… संजू ने भी अपने चूतड़ उपर की ओर उठा दिए… और उसका लंड पहले झटके में ही जड़ तक बैठ गया.

क्रमशः.........
Reply
06-28-2017, 10:50 AM,
#3
RE: Hindi Sex Stories मैडम से सीखी चुदाइ
गाटांक से आगे......

मेरे मुख से आनंद के मारे सिसकारी निकल पड़ी… ना जाने कब से मे इस चुदाई का इंतजार कर रही थी. मैने अपने चूतड़ थोड़े से उपर उठाए और दूसरा झटका दिया…फॅक की आवाज़ के साथ लंड गहराई तक चोद रहा था. संजू आनंद के मारे नीचे से झटके मार रहा था. दोनो ही हर झटके पर आहें भरते थे… अब रीता भी हमारे स्वाद को देख कर उत्तेजित होने लगी थी… शायद उसने ऐसी चुदाई पहली बार देखी थी. मैं तो इस डबल चुदाई से मस्त होने लगी. दोनो तरफ से मज़ा आने लगा था.

रीता…मज़ा आ रहा है…क्या मस्त लंड है…""मेम आपकी चूत बड़ी प्यारी है… देखो ना लंड सतसट अंदर बाहर जा रहा है…" चोदे जा मेरे राजा… हाए… मैं तो मर जाउन्गि हाए मेरी मा…" संजू ने मेरी चुचियाँ मसल मसल कर बहाल कर दी थी… अब मैं अति उत्तेजना का

शिकार होने लगी… मुझे लगा कि अब मे झाड़ जाउन्गि. मेरे धक्के अब ज़ोर से और अंदर तक दब कर जा रहे थे. और अचानक मेरा बदन लहरा उठा… और मेरा रस निकलने लगा. मैने उसके लंड पर अपनी चूत गढ़ा दी…और उस पर पूरी झुक गयी.

इतना लंबा और मोटा लंड जब अंदर बाहर जा रहा था तो मुझे नशा सा हो गया …"आ आ आ आया आयेया आहा हहा … फक मी ! कम ऑन … चोद डालो आज मुझे, बना लो आज मुझे अपनी रानी ….. ओ यू ओयू उहा हहा "अहहहहा अहहहहा म्‍म्मा स है है है मैं गयी बस बस बस गयी गयी..मैने संजू से अपने बोबे ज़ोर लगा कर छुड़ा लिए. पर मुझे वो छ्चोड़ने को तैयार नहीं था.फिर उसने 3-4 मिनट बाद 5 मिनट. तक मुझे घोड़ी बना कर चोदा फिर उठ और तेल ले कर आया और मेरी गंदके छेद पर मला तो मेने पूछा "अब क्या करेंगे आप ?""अभी तो पिछे से भी लेनी है "." प्लीज़ नहीं … पिछे से नहीं ! बहुत तकलीफ़ होगी !" फिर उसने मेरी एक ना सुनी और मुझे घोड़ी बना दिया, हम दोनों ज़मीना पर थे और मे बेड पर अपने हाथ टिकाए हुई थी. मेरे चौड़े नितंबो पर उसने अपना लंड टीका दिया मेरी गंद के छेद पर और ज़ोर का झटका मारा. आआयु उयू उहहा हहका … बहुत दर्द हो रहा है प्लीज़ निकाल लो …!"

आया हहा अबी तो 1" ही गंद के अंदर गया है अबी तो पूरा … आहा हहा !" कहते हुए वो कस करा झटके मारने लगा.लंड कसा कसा जा रहा था. "ओयू ओयू उहहा हहा मेरा दम निकल जाएगा !" पर शायद मैं भी उसका साथ दे रही थी और मेरी सिसकियाँ कमरे में गूँज रही थी. संजू… देख रीता तेरा इंतजार कर रही है… अब छ्चोड़ दे मुझे…" रीता के नाम ने उस पर जादू सा असर किया.

उसने रीता का नाम सुनते ही उसने पूरा लंड मेरी गंद मे ठोक दिया और तेज तेज चोदने लगा, जल्दी ही स्वाद से मेरी कमर अकड़ गयी और मैं झाड़ गयी, मुझे सुस्त पड़ते देख संजू ने मुझे छ्चोड़ दिया… और प्यार से वो दोनो भाई-बेहन एक बार फिर से लिपट गये. पर रीता ये भूल गई थी कि संजू की चुदाई पूरी नही हुई थी. संजू ने प्यार से रीता को चिपका लिया और पलटी मार कर अपने नीचे दबोच लिया… चिड़िया फड़फादती रह गयी… उसकी बिना बाल वाली चिकनी बुर को देख कर संजू बेकाबू हो गया.रीता जब तक कुच्छ समझती तब तक मैने संजू का लंड रीता की चूत के छेद पर रख दिया था. संजू ने धक्का मारा तो सीधा ताजी फटी हुई चूत की गहराइयों में उतरता चला गया. रीता के मुख से चीख निकली..प्लीज़..भाईया..तुम्हारा लंड तो सच्ची में बहुत ही लंबा और मोटा है. अहाहाहा…. प्लीज़ निकालो इसे, मैं मर जाउन्गि… प्लीज़. उ उई माँ री मा…….मा ….री……..मर गयियी…मार दलल्ला रे आअहह… मेरी चूत फट गयी रे.. कितना मोटा है … उफफफ्फ़

संजू तुम्हारा लंड तो घोड़े जैसा लंबा और मोटा है.."जब उसका दर्द कुच्छ कम हुया तो संजू ने एक और जोरदार शॉट मारा और पूरा का पूरा लंड उसकी चूत की गहराई में समा गया. दूसरे धक्के में लंड जड़ तक बैठ गया था उसकी चूत के बचे खुचे टाँके भी उधाड़ गये रीता को मालूम हो गया था कि उसका कौमार्या जाता रहा था. मैने अब उसके मुँह से तौलिया हटा लिया था उसकी आँखो में आँसू आ गये थे. मैने तौलिया अब रीता की चूत के नीचे रख दिया था. थोड़ा थोड़ा खून अब भी बाहर आ रहा था. मैं उसे पोंच्छती जा रही थी.

संजू इन सब बातों से बेख़बर तेज़ी से चुदाई कर रहा था… संजू अब हाँफने भी लगा था… रीता भी अब सामान्य होने लगी थी. उसे भी अब मज़ा आने लगा था. " आह आहह.. ओह्ह.. धीरे करो जान अयाया मार डालो मुझे..आज्ज कितने दिन बाद मेरी तमन्ना पूरी हो रही है…आहह ..संजय..आइ लव उउउउ.. प्लीज़ भयया आराम से करो..हाँ आहिस्ता आहिस्ता प्यार से करो अंदर, हाँ थोड़ा और अंदर अफ बहुत मज़ा आ रहा है हाँ थोड़ा और करो हाँ आराम से.. उई मा….

ऊऊहह.. ह.. धीरे..मेरी जान..एयेए.. अब ज़ोर से सन्जुउउउ ऊवू ज़ोर से करो..लंड पूरा अंदर डालो..आआअहह. .संजय, मैं गयीई..रूको नहीं बस आराम आराम से अंदर करते जाओ, मज़ा आ रहा है मेरे भाई..या या ऐसे ही उयुयुयू ..हाहहहाहा..मेययेया आराम से हाँ ऐसे ओयोयोयो..होहोहोहो ..हाँ हाँ ..ज़ोर से और तेज करो और अंदर करो उई मा…प्लीज़ भैया मुझे प्यार करो ,,हाँ ऐसे ही प्यार

से करो बहुत मज़ा आ रहा है". मैने देखा कि अब रीता के चूतड़ भी धीरे धीरे उछलने लगे थे और चुदाई में साथ दे रहे थे…थोड़ी देर के बाद रीता जोश में आ गई और नीचे से चूतड़ उच्छालने लगी और खुद धक्के मारने लगी.…आ आ आहा उयुयूहा फक मी भाईया उयुयूहा .प्लीज़, और डाल दो वरना मे मर जवँगी.," प्लीज़ भाईया अपना पूरा लंड डालो नहीं तो मैं मर जाउन्गि." प्लीज़ जल्दी करो. फाड़ दो मेरी चूत इस लंड से प्लीज़ भाईया." अब वो भी चुदाई में साथ देने लगी

और अपने चूतदों को उठा उठा कर धक्के लगाने लगी. और ज़ोर से चोदो… फाड़ डालो मेरी चूत को… और ज़ोर से आयेयहहहाहा." मैने रीता की चुचियाँ मसलनी चालू कर दी… उसके निपल को भी घुमा घुमा कर हल्के से खींच रही थी. रीता की सिसकारियाँ निकलने लगी थी. उसकी आहें तेज हो गई थी. आहा… मज़ा आ रहा है…भायया ज़रा ज़ोर से चोदो ना…लगा ना ज़ोर से धक्का… और ज़ोर से… अब मज़ा आ रहा है…अब रुकना नहीं … चोद दो मुझे…नीचे से अपने चूतदों को उच्छाल उच्छाल कर चुदवाने लगी. हे ज़ोर से.. मज़ा आ रहा है… लगा … ज़ोर से लगा… ओई..ओई.. यू उईय..

खा ले मुझे. हाँ ….मेरी रानी ……ये ले ….यस …..यस …..पूरा ले ले … सी …सी …." संजू…मेरे भाईया …मेरे राजा …हाए …..फाड़ दे ….मेरी चूत को …… चोद दे चोद ..दे … सी …सी .अयैयेयीयियेयी….. उयू उयू ओएई.""कैसा मज़ा आ रहा है टाँगे और उपर उठा लो हाँ …ये ठीक है …" उसने अपने आप को और सही पोज़िशन में लाते हुए धक्के तेज कर दिए तेज धक्कों से लंड का गधे जैसा मोटा सूपड़ा रीता के लहसुन से लेकर चूत को अंदर तक रगड़ता हुया नाभि से टकराता तो नाभि उपर की ओर खींच जाती थी.

रीता बुदबुदा रही थी " हया मेरे राजा भाईया , मैड्म ने सही कहा था , अब मे स्वर्ग में गोते लगा रही हू ,ओई…ओई…..ऐसे ही..और ज़ोर से "लंड का मूल ज़्यादा मोटा होने के कारण चूत के लहसुन को हथोदे की तरह कूट रहा था . दाने पर लंड की रगड़ से आनंद के मारे रीता के चूतड़ अपने आप ही तेज़ी से उच्छाल उच्छाल कर जवाब दे रहे थे . वो बार बार संजू को अपनी ओर खींच रही थी और पूरा साथ दे रही थी और नीचे से गंद उठा-2 कर झटके

मार रही थी वो कहने लगी- ज़ोर से चोदो मेरे राजा !और ज़ोर से … भाईया और ज़ोर से ! आज मुझे चोदना नहीं मेरे राज्जा !……. मुझे आज से अपनी बीवी मानो पेला दो आज …हाए…मेरे राजा .. आ. आ कभी मत निकालना लंड को .संजू भी उसके चूतदों को नीचे से अपने दोनों हाथों से पकड़ कर धक्के लगा रहा था. हाँ ….मेरी रानी ……ओह्ह … अब तो रोज ही लूँगा तेरी ".वह कुत्तों की तरह शॉट मारने लगा.उसने अब रेल इंजन के पिस्टन की तरह अपना लंड पेलना सुरू कर

दिया .

सतसट..सतसत,लगा जैसे पलंग पर भूचाल आ गया हो. रीता को अब तेज गुदगुदी उठाने लगी ….हाए ..हाए …मैं.मर गयी ….हाए …चुद गयी ….. मेरे राजा ….. चोद दे ….. बार दे …सारा …. लगा .. ज़ोर से …… मेरे राजा भाईया.. फाड़ डाल …भाईया जड़ में प्रहार करो..हाँ ..हाँ ओई…ओई…..ऐसे ही..और ज़ोर से…देख..देख..ये..ये…आया..देख..

ये..आया …..आ आ आ ……एएईएई…..मैं गयी …"उसका सरीर अकड़ने लगा मुझे पता चल गया कि इस दौरान वह 2 बार और झाड़ चुकी है लेकिन

संजू लगातार तेज़ी से चुदाई कर रहा था. थोड़ी देर में रीता फिर चरम सुख पर पहुचने लगी, वो प्यार के सागर मे गोते लगा रही थी. . उसके मुख से अस्पष्ट सब्द निकलने लगे थे.उसको काफ़ी मज़ा आने लगा क्योंकि वो अब सिसकियाँ भरने लगी थी."उ उई माँ री……मा मे मर जायूंगी… हाए चोद दे.. थोडा और तेज़ करो राजा भाईया अपनी बेहन को… हाए..राम रे…फ़चक फ़चक ..और वो झड़ने लगी……." मैं उसकी चुचियों को और ज़ोर से मसलने लगी…

रीता के चेहरे का रंग बदलने लगा…अपने होंठ बार बार काट रही थी… अचानक उसके सरीर ने एक ऐंठन ली, अब वोफिर झड़ने वाली थी." आहा मे गयी… मे गयी…"मे गयी ….. मेरा पानी

फिर निकला ……निकला …..निकला ….हाए भैयायेया यायेया …… हाए राम …मैं स्वर्ग

में हूँ.." करते हुए वो झड़ने लगी…….उसकी चूत ने एक ज़ोर से पिचकारी संजू

के लंड पर छ्चोड़ दी.

संजू भी अब गया , तब गया , हो रहा था…इस दौरान वह 5 बार और झाड़ चुकी थी. अचानक उसने भी अपने लंड का ज़ोर चूत पर लगा कर पिचकारी छ्चोड़ दी… दोनों ही साथ साथ झाड़ रहे थे…… संजू और रीता दोनो ने आपस मे एक दूसरे को जोरों से जाकड़ लिया था. कुच्छ ही समय बाद दोनो ही भाई बेहन निढाल पड़े थे. और हाँफ रहे थे. रीता की चूत में से अब धीरे धीरे वीर्य निकलने लगा था… मैने तौलिया उसकी चूत के नीचे घुसा दिया… संजू बिस्तर से नीचे उतर

आया और अपने कपड़े पहनने लगा.

रीता थोड़ी गंभीर लग रही थी. "मेम मेरी तो योनि फट गई… अब क्या होगा… "क्यो घबराती है…झिल्ली फटने के बहुत से कारण होते हैं…" मैने उसे बताया… खेलने से… साइकल चलाने से… किसी आक्सिडेंट से झिल्ली फट सकती है…इसलिए डरने की कोई बात नहीं है. और फिर तुम्हारी उमर अब चुदवाने की हो गई है… तो अब इसे फट जाने दो और जिंदगी का मज़ा लो…" अब वो संजू के लंड से खेलने लगी.

रीता कह रही थी -हाए कितना प्यारा है,जी ही नही भरता. उसने लंड अपने मूह में ले लिया और उसे लोलिपोप की तरह चूसने लगी. संजू का लंड फिर से खड़ा हो गया. वो संजू के लंड को अपने हाथों से आगे पिछे करने लगी. "मेम…रीता की इतनी सेक्सी गंद है कि गोरी गोरी मोटी मोटी गंद और बड़े 2 चूतड़ देख कर मेरा लंड टाइट हो जाता है".

मैं मुस्करा कर

बोली आज अपनी बेहन की गंद ले ले "

रीता बोली "भैया… आ हहा……. आइ लव यू सब कुच्छ तुम्हारा है ये गंद भी तुम्हारी है जब बोलॉगे, दे दूँगी संजू ने उसको उठाया और घोड़ी बना दिया, रीता सामने घुटने टेक घोड़ी बन गयी.रीता तकिये में मूह दबा कर टाँगें और खोल कर भारी नितंभो को उँचा करके तैयार हो गयी. संजू ने उसकी तरफ देखा. फिर आँखों ही आँखों में इशारे हुए. उसकी मूक भाषा रीता समझ गयी. उसका लंड रीता की गांद के छेद पर दबाव डालने लगा…

रीता ख़ुसी में झूम उठी. उसकी गांद चुदने वाली थी. उसकी आँखें नसे में बंद हो गई थी. अब रीता ने अपने आप को उसके हवाले कर दिया. वो रीता के बुब्स भींच रहा था. रीता मस्त हुए जा रही थी…रीता ने आँखें बंद कर ली और दूसरी दुनिया में आ गयी. संजू अपनी जीभ से उसकी चूत और प्यारी गंद के छेद को चूमने,चाटने और जीभ से चोदने लगा. उसने अपने दोनों हाथों से संजू के सर को अपनी गाड में दबा दिया.

संजू ने अपनी जीब से उसकी गंद को गीला कर दिया और लंड को गांद पर टीकाया. उसके गोल गोल मसल चूतड़ की फाँके लंड के दबाव से खुलने लगी. संजू का लंड उसकी गांद की सील से टकरा गया.उसने लंड के सूपदे को गंदा के सीध पर टीका के एकधक्का दिया संजू उसकी बेहन के भारी चूतदों परा सवार हो गया. इतनी प्यारी गंद… उभरी हुई और इतनी गहरी…अपने लंड को उसकी गंद के सीध परा लगा करा ज़ोरा से धक्का दिया.

संजू का आधा लंड उसकी गंद में घुस गया. उसने अपनी गंदा को दबा करा कस लिया जिससे संजू लंड ना आगे हो रहा था और ना ही पीछे. संजू ने उसकी गंद पर थोड़ा सा थुक लगाया और उस पर अपना लंड रखा और एक्जोर से धक्का मारा और दूसरे धक्के मे पूरा लंड जड़ तक अन्दर घुसेड दिया उसकी गंद काफ़ी टाइट थी. संजू ने धीरे धीरे लंड को अन्दर बाहर करना सुरू कर दिया.

रीता ने भी अपनी गांद पीछे उभार कर ढीली कर दी शायद उसको भी गंद मराने में मज़ा रहा था अब संजू ने ज़ोर से धक्का दिया जिससे संजू का पूरा लंड उसकी गदराई गांद को चीरता हुआ अन्दर घुस गया. अब संजू ने धक्के लगाने सुरू किए घुटनो के बल वह कुतिया की मुद्रा में आ गयी. संजू ने उसके पाँव थोड़े से फैला दिए और पीछे से लंड उसकी गंद में डाल दिया और उसे कुत्तों की तरह सोटा मारने लगा. दोस्तो इस कहानी का ये भाग आपको कैसा लगा ज़रूर बताना आगे की कहानी जानने के लिए अगले भाग का इंतजार कीजिए आपका दोस्त राज शर्मा

क्रमशः.........
Reply
06-28-2017, 10:50 AM,
#4
RE: Hindi Sex Stories मैडम से सीखी चुदाइ
मैडम से सीखी चुदाइ---4

गतान्क से आगे......

दोस्तो अब रीता को भी मज़ा आने लगा ओर वो भी साथ देने लगी, वो बी अपने चूतदों को हिला हिला करा धक्के लगाने लगी. पूरा कमरा धप…धप… की आवाज़ों से भर गया था. रीता के मुँह से भी सिसकारियाँ निकलने लगी. उसके मुँह से निकली सिसकारियों की आवाज़ से मेरे अंदर उत्तेजना भर गई और मैं और ज़ोर से धक्के लगाने लगी. उसके चूतदों से जब संजू के अंडा टकराते तो ऐसा लगता जैसे तबले पर ठप पड़ रही हो. अब

संजू ने उसको बिस्तर पर सीधा लिटाया और उसके पैरों को अपने कंधो पर रख कर उसकी गंद में अपना लंड घुसा दिया. ईइइइइई… भैया.. यह क्या किया मररररारा गयी… उयियियीननययय.. पूरा लॉड अंदर गया और फिर तेज़ धक्कों से दाने पर लंड की रगड़ से रीता को मज़ा आने लगा, आहा..ओयॉयोहा. .माँ..माँ.मा.मा. ईसा..स.स.स. की आवाज़ निकल रही थी.अपनी बेहन को चोद डाला मेरे भैया आया आ सी ईइई ईइई ईईइ चोदो राजा

चोदो मुझे आययेयहहा राजा और जोर से फक मी फक मी. शाइयियी रीईई इसमे तो चूत से भी ज़्यादा मज़ा आता है और कस के पेल मेरे राजा शियीयियीयियी रे बहुत मज़ा आ रहा है सीईईईई हीईीईईचूऊओद डूऊ सीईईईईईईई और कस के उईईईई माआ. मज्ज़ज़ज्ज्ज्ज्ज्जा मिल गायययया रे. और रीता नाइस से गंद उठा-उठा करा चुदवाने लगी . संजू का लंड बिना किसी अड़चन के पूरा अंदर घुस गया और धक्के फिर से सुरू हो गये. अब संजू के धक्कों में तेज़ी आती जा रही थी .पूरे कमरे में पका पका की आवाज़ गूँज रही थी.

ढकका ढकका लंड घुसता रहा.रीता का सारा शरीर अकड़ने लगा आईयी,ईईई आययेयहा मे मार आजा गांद को लंड का प्यारा प्यारा मज़ा मिला गया था. अरे ….मे गयी …. निकला …. निकला और वह बोली की मे दुबारा छूटने वाली हूँ, .…." आहा मेरी … रानी… मे गया… मे गया … हा स्सा निकला आ आहा म्‍म्मा हया राय……."संजू आनंद की चरम सीना पर पहुँच कर उसकी गंद में ही झाड़ गया.

संजू के लंड की बारिस से उसकी बेहन की गांद भी तृप्त हो चुकी थी. और थोड़ी देर में दोनों शांत हो गये. संजू ने अपना लंड उसकी गंद में से निकाला तो पक की आवजा से संजू का लंड

बाहर निकल गया और वीर्य की बूँदें बाहर निकल करा चादर परा गिरने लगी.रीता की गांद भी वीर्य से लथपथ थी …रीता को भी बहुत मज़ा आया गंद चुदवा कर. दोनों भाई-बेहन ने फिर जमकर चुदाई की. रीता अपनी चुदाई से पूरी तरह संतुष्ट थी.

मेम किसी से कहना नहीं, ये खेल हम रोज खेला करेंगे क्या हम आपके पास रोज़ ट्यूशन पढ़ने आ सकते हैं…?" रीता ने घूम करा प्रसन्नता से पूछा. हा… ज़रूर अगर आज जैसी पढ़ाई करनी हो तो .पढ़ने आ सकते हैं ,घर में मम्मी-पापा को पता लगा गया तो? हम तीनो ही हँस पड़े… रीता किचिन में जा कर चाय नाश्ता ले आई… और आगे का कर्यक्रम बनाने लगे, इस जबरदस्त चुदाई के बाद हमने एकदुसरे को प्यार किया और फिर दोनों अपने घर चले गये घर जाने के बाद

संजू की नज़र उसके पीछे-पीछे थी,उसका टॉप उसकी कमर को पूरा नहीं ढक पा रहा था… उसकी नाभि के कटाव और उसके चुतड़ों में गजब की लरज थी… चलते हुए उसके पीछे की गोलाइयाँ …जब वो दाएँ बाएँ हिलते तो कहर ढा रहे थे. संजू से ये सब सहन नहीं हो रहा था… दोनों की नज़रें जब फिर चार हुई तो वो मुस्करा दी, और उस के कान मे कहा कि -" अभी नहीं रात को ,ज़रा देख तो लो ,मम्मी-पापा सोए कि नहीं? संजू ने कहा " मैं देख आया मम्मी-पापा दोनों सोए हुए हैं .." .

संजू ने उसके होंठो पर किस कर दी, वो सरमा गयी. उसके मुँहा से कामुक सिसकियाँ निकलने लगी ,दोनों पर मस्ती पूरे ज़ोर पर थी. दोनों पागलों की तरह एक दूसरे को चूमते रहे, चुसते रहे. फिर अचानक उसने उठकर संजू का लंड अपने मुँह में ले लिया. वो शायद और भी गरम करने की कोसिस कर रही थी. संजू ने उसकी योनि पर अपना मूह लगा दिया और ज़ुबान से घुमा घुमा कर चाटने लगा उसकी योनि से निकल रहा था, योनि-रस संजू को और भी कामुक बना रहा था.

तकरीबन 15 मिनट के बाद संजू ने उसे सीधा करके उसके योनि-द्वार पर अपना लॉडा रख दिया अब उसके मुँह से भी कामुक सिसकियाँ निकल रही थी. वो धीरे धीरे उसके कान

में कहने लगी-" अब बस भी करो ! अब बर्दास्त नहीं हो रहा है, अपने लॉड को मेरी योनि में डाल दो ना !"" फिर संजू ने धीरे से अपना लॉडा उसकी योनि में डालना सुरू किया. वो जानता था कि रीता अभी ताज़ा माल है और उसकी योनि अभी टाइट है. उसे बहुत दर्द हो रहा था.

संजू धीरे धीरे अंदर कर रहा था. जब उसका पूरा लॉडा अन्दर चला गया तो उसके मुख से ज़ोर से चीख निकल गयी. उसे काफ़ी दर्द हो रहा था,अभी उसकी चूत के घाव हरे थे. थोड़ी देर बाद में वो साथ देने लगी और संजू धक्कों के साथ साथ उसके उरोजो को भी दबा रहा था. फिर तो दोनों भाई-बेहन स्वर्ग की सैर करने लगे. थोड़ी देर के बाद उसका योनि-रस निकल गया. संजू भी ज़ोर ज़ोर से हांफ रहा था.

रीता के तीसरे सखलन के बाद वो ठंडा पड़ा,और दोनों ने फिर बार बार संभोग किया, संजू ने रीता को सारी रात जम कर चोदा और वो भी आधे आधे घंटे तक. दोनों नंगे ही चिपक कर सो गये. अगले दिन सुबह, जल्दी से नहा कर सुबह 6 बजे उठ कर रीता जल्दी-जल्दी तैयार हुई और पौने सात बजे अपने भाईया को उठाया तो बेहन को काली टॉप और काली लोंग स्कर्ट में देख कर संजू ने रीता को अपनी बाहों का घेरा बना कर अपनी बाहों में ले लिया ," दोनो एक दूसरे की आँखो में आँखें डाल कर प्यार से देख रहे थे.

संजू ने अपनी बेहन की कजरारी आँखों को चूमा …. मौन इशारो इशारो मे स्वीक्रती मिल गयी. रीता. आइ लव यू , और उसके गालो पे किस करने लगा . वो अपना हाथ छुड़ाने लगी और बोली " हे बेशरम पागल तो नहीं हो गये हो ,सारी रात तो लगे रहे, भैया प्लीज़ ! छोड़ो कोई आ जाएगा, मम्मी आने वाली होंगी, प्लीज़ छ्चोड़ो मेरी कलाई. संजू ने उसे खींच कर अपने सीने से चिपका लिया. रीता भी अपने भैया से

लिपट ती ही गयी और बोली" भैया, अगर किसी ने यहा देख लिया तो " ? और अपने जलते होंठ उनके होंठों पर रख दिए,फिर अपनी जीभ उसके मूह में डाल चुकी थी ओहा…मेरे राजा भैया .. मेरी जान ! आहा … इतना मज़ा .. भैया मैं भी आपसे प्यार करने लगी हूँ !" और वो भी अपने सगे भाई के गालो को चूमने लगी.फिर बोली- अब हटो भी ,यहा मम्मी-पापा को मालूम चल गया तो और हम पकड़े ना जाए, प्लीज़ छ्चोड़ो मुझे.

संजू बोला किसी को हमे देखने थोड़े ना आना है! रीता पैंटी उतार कर बोली" भैया, आप बड़े वो हो मेरी चूत तो देखो, कितनी सूज गयी है और मेरा बदन भी आपने तोड़ कर रख दिया है, सारी रात ज़ोर के धक्के और झटके मार मार कर मेरी नाज़ुक कमर में मीठा मीठा दर्द कर दिया है " उसके उभार लिए संगमरमरा की मूरत से तरासे हुए गद्देदार मोटे चूतड़ (गांद) , गोल-गोल गहरी नाभि की महक और सूज़ी हुई मक्खन सी मुलायम और मलमल सी बहुत ही चिकनी चूत देख

कर उसके भैया का लंड एक बार फिर खड़ा हो गया हया भैया! इतना प्यारा लंड , 10 इंच का कड़ा लॉडा देख कर रीता के मूह में फिर पानी आ गया. रीता किचन में ही उठ कर संजू के उपर उसकी तरफ गांद करके 69 की पोजीसन में लेट गयी और उसका लंड अपने मूह में डाल लिया. संजू ने उसकी दोनो गोरी टाँगो को खूब फैला दिया ताकि उसकी गुलाबी चूत संजू के सामने खुल जाए और

संजू को उसकी चूत को चाटने में ज़रा भी कठिनाई ना हुई.पाव रोटी की तरह उभरी हुई उसकी चूत को संजू नीचे से पिछे से ज़बान डाल कर उसका रस चाते जा रहा था .लॅप-लपा कर उसकी सूजी हुई चूत को चाटने से वो अपने मूह से सी…सी…उयुयूइ….अहहहहहहा कर रही थी. और रीता को उसका गुलाबी सूपड़ा बहुत मज़ा दे रहा था. वो बच्चो की तरह उसे चूसे जा रहीं थी. क्योंकि उसको लंड बहुत दिनो बाद नसीब हुआ था.
Reply
06-28-2017, 10:50 AM,
#5
RE: Hindi Sex Stories मैडम से सीखी चुदाइ
संजू का तना लंड उसको बहुत मज़ा दे रहा था वो 5 मिनट तक उसका लॉडा अपने होंठों में क़ैद कर चुसती रहीं ज़ुबान से लंड के सूपदे को चट-चट कर लाल कर दिया था और लंड तन कर रोड की तरह पूरा खड़ा हो गया था पर रीता छ्चोड़ ही नहीं रहीं थी. संजू ने बोला रीता मे झदने वाला हू तो उसने संजू को खड़ा कर दिया और खुद भी संजू के उपर से हट गयी. बोली-"आयो राजा मेरी ज़बान पर रस बरसा दो." वो संजू के लंड के पास मूह खोल कर ज़बान

निकाल कर बैठ गयीं.

संजू ने अपने हाथ से हिला करा जल्दी से अपना सारा गरमा गरम अमृत उसकी ज़बान पे गिराया जिसे उसने अपनी आँखें बंद कर जन्नत का मज़ा लिया. वो गरमा गरम वीर्य की आख़िरी बूँद तक चट गयी.फिर संजू ने जल्दी से उसकी गोरी मसल जाँघो को दूर दूर किया सूज़ी हुई चूत बहुत मक्खन सी मुलायम और मलमल सी चिकनी थी. फिर लॉडा पकड़ कर अपना सूपड़ा चूत के मुँहा पे टीका कर सहलाया.वो आँखें बंद कर मस्त होने लगी.

रीता बोली ""नहीं, नीचे मम्मी देख लेंगी आपके कमरे में ही चलते हैं, चल भी अब देर ना कर ".कमरे में चल कर संजू ने होले से उसकी जंघें चौड़ी की, उस ने विरोध नहीं किया . और उस ने खुद टाँगे उपर उठा ली.और जंघें चौड़ी करके पिछे की और कर ली केले के पेड़ की तरह चिकनी जंघें,मोटी मोटी चूत की गुलाबी फाँकें देख कर संजू सांड़ की तरह उसके उपर चढ़ गया." प्लीज़ अब जल्दी प्यार कर लो मेरे राजा जल्दी से अपना 10 इन्च

का लॉडा मेरी प्यार की गुफा में घुसा दो. जल्दी से इस चूत की खुजली शांत करो. बहुत तड़फ़ रहीं हूँ." फिर संजू ने धीरे से ज़ोर लगाया." हाए राम कितना मोटा लंड है ….मेरी सूज़ी हुई चूत को कितना चौड़ा कर दिया है , बहुत मोटा है हाए..राम. ..जड़ से टकरा गया है ..हाए ! इतना मीठा दर्द" . उसका मोटा लंड फँसा हुया रीता को बहुत आनंद दे रहा था.

"उसको लगा लंड उसके कलेजे से जा टकराया है.

एक-एक धक्के के साथ जैसे रीता जन्नत तक जा कर आ रही थी जब उसको बहुत मज़े आने लगे तो उसने अपनी गांद को थोड़ा और चौड़ा करके पिछे की ओर कर लिया ."मेरे राजा भैया आज मुझे खूब मज़ा दो. प्लीज़ मुझे प्यार करो. " संजू का 10 इंच का लॉडा पूरा रीता की चूत में उतर गया ,.लंड का मूल तक चूत में पैठ गया था .लंड थोड़ा सा ओर मोटा हुआ और चूत का मुँह ओर चौड़ा

कर दिया.

क्लाइटोरिस खींच कर चूत के उपर की ओर आ गयी थी. इस से हुआ ये की लंड के हर धक्के के साथ क्लाइटोरिस लंड की डंडी के साथ घिस ने लगी .चूत के मटर -दाने से निकला बिजली का करंट सारे बदन में फैल जाता था. हर धक्के के साथ साथ वो भी अपने नितंभ इस कदर हिलाती थी कि जिस से चूत के हर कोने तक 10? के लंड का सूपड़ा ज़ोर से टकराए. होले होले संजू के धक्कों की रफ़्तार बढ़ने लगी.उसने संजू की बाहों पर अपने दाँत गाढ़ने सुरू कर दिए

संजू ने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी .सारा कमरा फ़च ..फ़च …की आवाज़ से गूँज उठा. "हया मेरी रानी ….दे दे"हाँ ..मेरे राजा …ले..ले..मेरी..ये ले ..फाड़ दे उयुईये ई ई…ज़ोर से ..आ हा उई माँ मे … मर… गई… मज़ा आ रहा है आ आ..आ ..आ हा !." सीधे गर्भाशय पे धक्कों को रीता सहन ना कर सकी और उसको हिचकी सी आई और वो निढाल हो कर ढेर हो गयी, आँखें मिंच गयी और मुँह से लार निकल पड़ी. उसने सखलन का चरम आनंद प्राप्त कर लिया था.

रीता की चूत के पानी छ्चोड़ते ही उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया और लॉडा रीता के मुँह में दे दिया." हाइया मेरी रानी …मे गया " रीता ने उसको कुच्छ ना कहा और बैठ कर लंड मुँह में ले लिया संजू ने रीता का सिर पिछे से पकड़ लिया और मुँह में वीर्य की बौच्हर सी कर दी रीता गु…गु ओ करके रह गयी ,करीब 8-10 बौच्हर वीर्य ने उसके मुँह को पूरा भर दिया. संजू ने उसको तभी छ्चोड़ा जब वो सारा वीर्य गटक गयी,

रीता लंड का रस पी कर पूरी तरह से मस्ता गई- ! वो संजू का लंड अपने हाथों में पकड़ कर खेल रही थी और और बोली "भैया तेरा लंड तो बहुत विशाल है रे यह तो बहुत प्यारा है. ". आज तू इसी तरह मुझे प्यार कर और मुझे चोदता जा तू बहुत अच्छी तरह से चोद्ता है तेरी चुदाई से मे और मेरी चूत बहुत खुस हैं मुझे नहीं मालूम था कि तू इतना जल्दी खिलाड़ी बन जाएगा, तू तो प्लेबाय

है, दोनों एक दूसरे के मूह में जीभ डाल कर चूसने लगे. हे! कितना मोटा लंड है तेरा …कितना मज़ा आ रहा है ..!" उसकी सिसकारियाँ बढ़ने लगी, आहें फुट पड़ी. यहा सुन करा संजू का लंड फिर सख़्त हो गया. फिर एक बार तेज़ और गहरे धक्कों से घचा घच, घचा.. घच.. गपा.. गॅप.. घूच घूच से दोनो ने ऐसी घमासान चुदाई की ,कि फ़चा फॅक की मधुर आवाज़ें कमरे में गूंजने लगी.

रीता के नितंब डोलने लगे. "ज़ोर से मार मेरे राजा … अहहा … मज़ा आ रहा है लगा और ज़ोर से … हया रे … मर गई रे …उई मेरी मा… " सात..सात..पक..पक..फ़च.. फ़च..फ़च्छाक. . की आवाज़ गूंजने लगी थी और भ्यन्कर चुदाई के बाद उस का बदन अकड़ गया, पसीना छूट गया. आँखे मिंच गयी और रोएँ खड़े हो गये " हया रे … मे मर गई भैया …बाड़ दे सारा..हाँ..ऐसे ही जड़ तक पेल.. और पेल … दे और दे … मे मर जाउन्गि मेरे

राजा … हे भैया … आआआ सस्स्स्स्साआह जानू आइ लव यू आआअहहा.. हाऐईयइ मैं गयी स्वर्ग में..मेरा तो निकल गया रे … मे तो गई… अहह … मेरी मा.. री … …!! मेरे राजा भैया ने बेहन को स्वर्ग दिखा दिया … " उसने अपने भैया से लिपट कर नखुनो से संजू की पीठ खरोंच डाली. तीस सेकेंड तक सखलन का चरम आनंद चला, दोनो साथ साथ झरे.दोनो एक साथ आनंद के सिखर तक पहुँच गये. थोड़ी देर बाद वो होश में आ ईई और बोली "ये क्या हुआ था भैया ? में कहाँ थी ?" यह चरम सुख का आफ्टर शॉक था.

क्रमशः.........
Reply
06-28-2017, 10:50 AM,
#6
RE: Hindi Sex Stories मैडम से सीखी चुदाइ
मैडम से सीखी चुदाइ---5

गतान्क से आगे......

दोनों ने फिर बार बार संभोग किया उसने रीता की चूत को खूब अच्छी तरह से चोदा, रीता को फिर सुखदायक कंपकंपी लगी जैसे कोई उसे स्वर्ग की सैर करवा रहा हो. और रीता उसकी चुदाई से निहाल हो गयी.अब जब भी मौका मिलता है दोनों भाई-बेहन जम के चुदाई करते हैं मेडम ने रीता और संजू को चुदाई के सब आसन भी सीखा दिए कुतिया स्टाइल, तकिया स्टाइल, खड़े हो के चोदना !

रीता की गांद अब और मोटी हो गई है. अब तो दोनों भाई-बेहन दिन-रात जम कर चुदाई करते हैं. लड़की की खूबसूरती चुदाई के बाद और भी निखर जाती है. एक साल में ही रीता की जवानी ताजे गुलाब की तरह खिल गई थी. वो कह रही थी" भैया , ममी कहती है की " तुम जवान हो गई हो, जल्दी ही तेरे लिए दूल्हे का इंतज़ाम करना पड़ेगा ".ये देखो भैया आप का कमाल –मेरे मम्मे और चूतड़ (नितंभ ) कितने भारी हो गये हैं एक साल की चुदाई में ही.

भैया आप ही मेरे दूल्हे बन जाओ ना मुझे इस दुनिया में तुम से प्यारा कोई और नही लगता ".रीता के चौड़ेपिच्छवाड़े को देख कर संजू का लंड फिर खड़ा हो गया . उसने जोश में रीता को पिछे से दबोच लिया .संजू का लंड उस के भारी पिच्छवाड़े के बीच गढ़ रहा था . रीता बोली " भैया खड़े-खड़े ही करोगे क्या ? बेड पर लेचलो ना ".फिर रीता ने चढ़ि निकाली और बेडपर जा कर तकिये पर गाल टीका कर घुटनो के बल भारी नितंभ उपर कर दिए. संजू ने उसकी रसीली चूत और गांद को खूब चूमा और जीभ से चटा.

रीता के मूह से सिसकारियाँ निकलने लगी और उसने नितंभों को चौड़ा कर लिया . संजू सांड़ की तरह छलान्ग लगा कर रीता पर चढ़ गया और एक ही धक्के मे पूरा लंड घुसेड दिया और उसके अंडकोष रीता के नितंभो पर जा लगे. फिर संजू ने ने साइड से उसके गाल को मूह मे भर लिया और चुदाई शुरू कर दी. वो और भी मस्त हो गयी.रीता के मूह से मज़े मे मस्त सिसकारियाँ निकल रही थी-" शियीयीयियी सीईईईईईईई और पेलो राजा आआआहह मज़ा आ गया रे और कस के चोद मुझको फाड़ डॉल मेरी चूत को.

उईईईईई सस्स्सिईईईई ही रे उईईईईइमाआआआ मे मारीईईईईईई हाए भैया प्ल्ज़ ज़रा ज़ोर से ,और ज़ोर से करो प्ल्ज़ " मज़े को पा कर रीता की जीभ बाहर निकल आई.संजू ने उसकी जीभ को अपने मूह मे भर लिया और उसे बेरहमी से चोदने लगा. इस बीच रीता झाड़ गयी,पर संजू अभी भी सटा सॅट सटा सॅट लंड पेले जा रहा था. और उपर चढ़ कर चूत में पूरा का पूरा लंड घुसेड. दिया.." भैयहहहा…धीरे-धीरे डालो भैया तुम्हारा लंड बहुत लंबा और मोटा है.

मेरी प्यासी चूत में अपना मोटा लंड डाल कर इसकी प्यासा भुजा दो " उसके लंड का सूपड़ा तो गधे जैसा बहुत मोटा था. चूत की दीवारों को रगड़ता हुया रीता की नाभि से टकरा रहा था.उसका मोटा लंड अब और तेज़ी पकड़ रहा था. संजू ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा , अबा रीता को बहुत मज़ा आ रहा था, स्वाद में रीता की जीभ फिर बाहर निकल आई थी जिसे संजू ने झुक कर अपने मूह में ले लिया.आहह कितना मीठा स्वाद लग रहा था जीभ रस का, दोनो को ही बड़ा मज़ा आ रहा था उनकी सिसकी भी निकल रही थी.

रीता लंड लेकर स्वर्ग का मज़ा लेने लगी. इसससससससा हाए…….मैं मर गई ..इससस्सा ओहहहा उई..माआ..देख तेरा बेटा मुझे कितना आनंद दे रहा है …हाए मम्मी..ये तो जादूगर है..मेरा जादूगर सैयाँ..मेरा प्यारा भैया.. स्सा स सससा अहहा ममा आया हम हम कचा उई म्‍मा मा..आहहाहहा ..फ़चक फ़चक मीईइर्रर्रर्रर्ररीईये मज़ा आ रहा हैया..आ. है, आया आया…. और ज़ोर से हा..हा……. चोद….ओये..ओये.. आईइ…..फाड़ डालो.उई..मा… मेरी चूत..अंदर तक घुसेड. दे..काफ़ी बड़ा और मोटा है भैया

तेरा लंड तो, बहुत अंदर तक जा रहा है, क्या मज़ा आ रहा है ! मेडम सच कह रही थी-बड़े और मोटे लंड से ही असली स्वर्ग का मज़ा आता है – ओहो! ममा ! चोद चोद मुझे ! आ ! जोर से ! और ज़ोर से दे धक्के ! ज़ोर से चोद मुझे ! फाड़ दे मेरी चूत ! उई..मा~म..और ज़ोर से चोदो मेरे राजा , तृप्त कर दो अब मैं फिर झदाने वाली हू~म , ओ मा~आ ". इस तरह की आवाज़ें रीता के मूह से निकल रही थी और संजू ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा .गाइिईईईईईईई मैं गयी..और इस बीच वो 3 बार झाड़ चुकी थी .उसके झदाने से कमरे मे फ़चा फ़चा की आवाज़े गूंज़ने लगी, संजू ने भी ज़ोर से वीर्य की पिचकारी रीता की चूत में मार दी और ऐसे करीब 7-8 मोटी धार की पिचकारियों से रीता की चूत पूरी लाबा लब भर गयी..रीता को जन्नत नज़र आने लगी और वो असीम सुख के सागर मे गोते लगाने कागी. संजू उसे बेरहमी से तब तक चोदता रहा जब तक की दोनो बहन भाई एक साथ ना झाड़ गये. फिर दोनो शांत हो कर एक दूसरे से लिपट गये.दोनो को अब तक 30 मिनट. हो चुके थे तभी रीता बोली भैया मेरी चूत मे फिर खुजली हो रही है.

रीता की चूत से उसका पानी बूँद-बूँद करके चू रहा था, संजू का लंड अभी भी उसकी चूत मे घुस्सा हुआ था ओर वो एकदम शांत हो चुकी थी तभी संजू भी लगा कि उसका लंड भी अंदर ही अंदर फिर तन गया है तो संजू ने अपनी स्पीड बढ़ा दी ओर ज़ोर-ज़ोर से शॉट लगाने लगा रीता बोली है भैया और ज़ोर से,जितनी ताक़त है सारी लगा दो,कुचल दो मेरी चूत को, बहुत खुजाति है, है भैया मे आई..मे आई..

संजू ने जोरदार शॉट लगाने शुरू कर दिए ओर उसके लंड ने ज़ोरदार पिचकारी छोड़ी ओर सारा वीर्य उस्कीबेहेँ की चूत मे गिरने लगा ,वो रीता से चिपक गया रीता भी एकदम टाइट होके संजू से चिपक गयी. दोनो भाई-बहेन उसी तरह 30 मिनूट तक सोते रहे संजू का लंड अभी भी उसकी चूत मे था ओर फिर से चुदाई करने के तैयार हो रहा था ओर रीता भी चुदवाने के लिए तैयार थी ओर काम वासना के नशे मे चूर, दुनिया से बेख़बर वो फिर से चुदाई मे जुट गये. दोस्तो कैसी लगी ये मस्त कहानी ज़रूर बताना दोस्तो फिर मिलेंगे एक और नई कहानी के साथ आपका दोस्त राज शर्मा

समाप्त
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,466,232 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 540,527 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,218,095 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 921,062 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,633,241 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,064,421 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,923,075 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,964,629 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,996,186 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 281,574 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)