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RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-30
गतान्क से आगे.......
उधर दीदी सोना और शान के प्यार को दैख के आहिस्ता आहिस्ता गर्म होने लगी
और सीट पे बैठे बैठे अपनी चूत पे हाथ मूव करने लगी. शान की नज़र दीदी पे
पर गयी जो कि चूत मसल रही थी.
शान के ज़हन मे फ़ौरन आइडिया आया और दीदी से बोला. दीदी आप ने सुना सोना
क्या कह रही है?
दीदी: हां सुना. और सेक्सी नज़रों से शान को देखने लगी.
सोना ने शान की यह बात सुनी और दीदी की तरफ़ मूड के बोली. दीदी बहोत दिल
कर रहा है. किसी को चुदवाते दैख के गर्म होने का. आहह और अपनी चूत रब
करने लगी.
दीदी: तो मैं क्या करू?
सोना: दीदी आप भी आ जाओ ना. बहुत मज़ा आए गा.
दीदी: मैं? पागल हो गयी हो क्या? मैं और वो भी शान के साथ?
सोना: प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़.
लव यू दीदी प्लीज़ और बाथ टब से उठ क दीदी के पास चली गयी और जा के दीदी
के लिप्स पे अपने लिप्स रख दिये.
यह सीन दैख के शान के लंड को 11000 वॉट का झटका लगा और उसे अपनी ख्वाइश
पूरी होती हुई नज़र आने लगी कि आज उसे सोना की चूत के साथ साथ दीदी की
चूत भी मिल ही जाए गी.
सोना ने किस्सिंग करते करते दीदी की नाइटी उतार दी और दीदी का हाथ पकड़
के बाथ टब के पास ले आइ और बाथ टब मे बैठने को कहा. दीदी बाथ टब मे बैठ
गयी.
सोना: शान जानू. मुहााआआआआआआआआ. प्यार करो ना मेरी दीदी को. और खुद दीवार
के साथ लेग्स ओपन कर के बैठ गयी और चूत मसलने लगी.
उधर शान की लेग्स पे आ के दीदी ऐसे बैठ गयी के दीदी की लेग्स शान के
राउंड आ गयीं और दोनो के लिप्स बिना देर किये आपस मे आन मिले. शान को
यकीन नही हो रहा था कि उस के मन की आस ऐसे पूरी हो जाए गी. आज अगर वो कुछ
और भी मागता तो वो भी मिल जाता. उसे बस इतना ही पता था कि दीदी और उस के
दर्मयान जो अल्लरेडी सेक्स का रिश्ता चल रहा है वो सिर्फ़ दीदी और वो
जानते हैं. बस यही सोच के उस ने दीदी की आइज़ मे प्यार भरी नज़र से दैखा
और लिप्स सक करने लगा. उसे यह मालूम नही था कि सोना यह बात भी जानती है
कि शान सिर्फ़ उसे ही नही चोद्ता बल्कि उस की दीदी भी शान के लंड का
भरपूर मज़ा लैति है.
इधर दीदी और शान आपस मे किस्सिंग कर रहे थे और उधर सोना अपनी चूत को मसल
मसल के आह आह की आवाज़े निकाल रही थी. शान आज अपने आप को हवा मे उड़ता
महसूस कर रहा था. उस की लाइफ मे पहली दफ़ा ऐसा हुआ था कि ऐक नंगी औरत उस
के बदन के साथ लिपटी थी और दूसरी नंगी लड़की उस के सामने अपनी चूत मसल
रही थी.
शान का लंड 90 डिग्री आंगल पे खड़ा हो के दीदी की चूत को सलामी देने लगा.
दीदी को भी अपनी चूत पे शान का लंड फील होने लगा. दीदी फ़ौरन शान से
अलहदा होगयी और सेक्सी निगाह से पहले शान की तरफ़ दैखा और फिर सोना की
तरफ़ और फिर शान के तने हुए लंड की तरफ़. इस से पहले शान कुछ कहता दीदी
ने झुक कि फ़ौरन शान के लंड को अपने मूँह मे ले लिया. शान को ऐसे फील हुआ
जेसे उसका लंड उस के जिस्म से अलहदा हो रहा हो पिघल कर.
उधर आहिस्ता आहिस्ता सोना चूत मसलते शान के करीब हो गयी और शान ने ऐक हाथ
सोना की चूत पे रख दिया. और सोना ने बढ़ के अपनी चूत शान के हवाले कर दी.
शान ने अपनी ऐक फिंगर सोना की चूत मे घुसा दी और सोना के मूँह से अहह
निकल गयी. नीचे दीदी शान के लंड को लॉली पोप की तरह सक कर रही थी.
थोड़ी ही देर मे सोना दीदी से बोली. दीदी अपनी चूत मेरी तरफ़ करो ना.
आहह. दीदी ने लंड मूँह से निकाले बाघैर अपनी पोज़िशन चेंज की और गांद
सोना की तरफ़ कर दी. अब पोज़िशन कुछ यौं थी कि शान सीधा लेटा हुआ था और
दीदी उस के राइट साइड पे डॉगी स्टाइल मे उस के लंड को सक कर रही थी. और
दीदी की गांद की साइड पे सोना बैठी थी जो अपनी लेग्स ओपन किये अपनी चूत
शान के सामने कर के बैठी थी. सोना ने अपना हाथ सीधा दीदी की चूत पे रख
दिया और दीदी की चूत मसलने लगी.
अब ऐक ही वक़्त मे तीनो का प्यार चल रहा था. शान का लंड दीदी के मूँह मे
था और दीदी की चूत सोना के हाथों मे मसल रही थी और सोना की चूत पे शान
अपना हाथ सॉफ कर रहा था. तीनो के मूँह से आहह आहह की आवाज़े निकल रही थी.
सोना कोशिश कर के थोड़ा करीब हुई और शान के लिप्स पे अपने लिप्स रख दिये
और दोनो ने सकिंग शुरू कर दी. बाथरूम मे तीनो नंगे हो के ऐक दूसरे की
प्यार की प्यास भुजाने मे मसरूफ़ थे.
अचानक से दीदी ने शान के लंड से अपना मूँह हटा दिया. शान ने सवालिया
नज़रों से दीदी की तरफ़ दैखा हो जेसे शान के ऊपेर दीदी ने ज़ुल्म कर दिया
हो ऐक दम लंड से लिप्स हटा के. दीदी ने अपनी गांद को भी सोना से दूर कर
दिया. और बाथरूम के फर्श पे लेट के अपनी लेग्स ओपन कर दी और शान से बोली
कि शान सोना की चूत का मज़ा तो लेते हो क्या मेरी चूत का मज़ा नही लो गे?
दीदी मुकामल तौर पे गर्म हो चुकी थी और ऐक दफ़ा झार्र चुकी थी. सोना अपना
पानी दो दफ़ा निकाल चुकी थी.
शान ने सोना की तरफ़ दैखा जेसे इजाज़त ले रहा हो. सोना शान से अलहदा हुई
और जा के दीदी की चेस्ट पे ऐसे बैठ गयी कि सोना की चूत दीदी की मूँह पे आ
गयी. दीदी ने फ़ौरन अपने लिप्स सोना की चूत मे गढ़ा दिये. सोना आइज़ बंद
कर के बोली. आहह लव यू दीदी. आइ लव यू दीदी. आहह लिक्क इट दीदी. शान यह
सीन देखते ही पागल सा हो गया और सीधा अपने लिप्स दीदी की फूली हुई चूत पे
चिपका दिये.
दीदी आहह करती तो उस की आहह की आवाज़ सोना की चूत के अंदर ही दब के रह
जाती. दीदी की वेट चूत पे शान पागलों की तारह लिकिंग कर रहा था. दीदी
गांद उठा उठा के शान के लिप्स मे अपनी चूत दबा रही थी. चूत चटाई का यह
सिलसिला 5 मिनट तक जारी रहा और दीदी 2न्ड टाइम शान के लिप्स की गर्मी से
झॅड गयी और अपने हाथों से शान के सिर को अपनी चूत मे दबा दिया.. सोना भी
फ़ौरन समझ गयी कि दीदी 2न्ड टाइम झॅड गयी है क्योंकि दीदी की लिकिंग कुछ
देर के लिये रुक गयी थी. सोना मौक़ा देखते ही दीदी के ऊपेर से हट गयी और
दीदी के साथ ऐसे ही लेग्स ओपन कर के लेट गयी. शान के सामने अब दो दो चूत
खुली पड़ी थी.
शान ने दोनो चूतो को इकट्ठा दैखा और कंपॅरिज़न करने लगा. दीदी की चूत
थोड़ी मोटी थी और थोड़ी पिंक भी. जब की सोना की चूत के लिप्स थोड़े
ब्राउन थे और चूत थोड़ी अंदर की तरफ़ दबी हुई थी. शान यही सोच रहा था कि
सोना बोली. ज़नुउउउउउउउउउउउउ मेरी
चूत्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त भी अहह. शान
थोडा से साइड पे हुआ और अपने लिप्स सोना की चूत मे डाल दिये. सोना दीदी
से ज़यादा वेट हुई पड़ी थी. शान ने सोना की चूत मे जहाँ तक हो सकती थी
ज़बान डाल दी और सोना आआआआहह, लव यू जानू आहह चॅटो, आहह लिक्क करो करने
लगी. दीदी को भी फ्री होना अछा नही लगा और दीदी ने करवट ले क सोना क
लिप्स पे अपने लिप्स रख दिये. दोनो की किस्सिंग शुरू होगयी. दीदी ने अपने
हाथ सोना के ब्रेस्ट्स पे रख दिये और उन्हे मसलने लगी. सोना ने भी अपने
फ्री हॅंड्ज़ को दीदी के ब्रेस्ट्स पे रख दिया और मसलने लगी. दीदी फिर से
गर्म होने लगी. शान का मूँह बिज़ी था लैकेन हाथ नही. शान ने अपने हाथ का
सहीं इस्तेमाल करते हुए अपने हाथ को सीध दीदी की चूत पे रख दिया और अपनी
फिंगर अंदर डाल दी.
अब सिचुयेशन यौं थी कि तीनो के जिस्म का कोई हिसा फ्री नही था ऐक ऐक
हिस्सा प्यार के तूफान मे डूब गया था. दीदी बहोत ज़यादा गर्म हो गयी थी
और सोना 3र्ड टाइम झाड़ गयी थी जिस से शान का मूँह भर गया था. शान से अब
कंट्रोल नही हो रहा था और उस ने सोना की चूत से अपने मूँह को हटाया, सोना
रीसेंट्ली झड़ी थी इस लिये उसे अभी लंड नही चाहिये था लैकेन दीदी गर्म हो
चुकी थी और 3र्ड टाइम झदने के लिये लंड माँग रही थी.
शान को तो आज दीदी की ही चूत चाहिये थी, बिना किसी इंतेज़ार के अपने लंड
को दीदी की चूत मे पेल दिया. दीदी आइज़ बंद कर के बुलंद आवाज़ मे बोली,
आहह शााआआआआआअन्न, माआआआआआआआर डाला, आहह, फक मी, आहह, आइ आम युवर्ज़,
सोना ईज़ युवर्ज़, आहं, और पुसीस आर जस्ट फॉर युवर लंड, आहह. शान यह सब
सुन के और जोश मे आ आ गया और जंगली घोड़े की तरहा दीदी की चूत मे लंड
अंदर बाहर करने लगा.
सोना जो कि 3 दफ़ा झाड़ चुकी थी लैकेन चूत अभी भी लंड की आस लगाए बैठी
थी. शान ने लंड के मूँह का ज़ायक़ा बदलने के लिये लंड दीदी की चूत से
निकाला और सोना की चूत मे डाल दिया. सोना को ऐसे फील हुआ कि ऐक मर्तबा
फिर से वो जन्नत मे आ गयी है. वेट चूत मे लंड जाते ही परच परच की आवाज़
आने लगी. दीदी को शान की यह हरकत बहोत बुरी लगी कि उस की प्यासी चूत को
ऐसे ही छोड़ कर सोना की चूत की तरफ़ चल दिया. ळैकेन शान भी आज ऐसे नही
बैठने वाला था. 1 मिनिट सोना की चूत मे लंड डालता तो ऐक मिनिट दीदी की
चूत मे. दोनो लेग्स ओपन किये हुए शान के लंड की भीक माँग रही थी.
3नो के जिस्म पसीने से भर गये थे और शान की हालत तो बहोत ही बुरी हुई
पड़ी थी ऐक साथ दो दो चूतो मे लंड डाल डाल के. शान ने ऐक ज़ोर दार झटका
अब की बार दीदी की चूत मे दिया जिस से दीदी की आँखे ऊपेर को चढ़ गयीं,
शायद यही पूरी चुदाई का सब से ज़ोर का झटका था. शान ने जोश मे आ के लंड
बाहर निकाला और लंड सोना की चूत मे डाल के इसी तरहा का ज़ोर का झटका
दिया, जिसे से सोना की ज़ोर की चीख निकल गयी और साथ ही सकून भी आने लगा.
शान के नेक्स्ट 2 झटकों से ही सोना 4थ टाइम झॅड गयी और शान का लंड नैना
की चूत के गर्म पानी मे नहाने लगा.
शान भी झदने के बिल्कुल करीब था, उस ने अपने लंड के पानी के लिये दीदी की
चूत को सेलेक्ट किया और फ़ौरन से पहले अपने लंड को ज़ोर दार झटके के साथ
दीदी की चूत मे पेल दिया और दीदी भी अब की बार ऊँच आवाज़ मे अहह किये
बिना ना रह सकी और शान ने सिर्फ़ 3 और ज़ोर दार झटके मारे और अपने लंड के
पानी से दीदी की चूत को सरॉबार कर दिया. दीदी भी झदने के करीब थी और शान
के पानी की गर्मी ने वो काम भी कर दिया और दीदी भी ज़ोरे दार झटके के साथ
शान के लंड के पानी मे अपने पानी को मिला बैठी और यौं 3नो के प्यार का
बहोत ही तेज़ तूफान ऐक दम से थम गया. उधर सोना नंगी बाथरूम के फर्श पे
टाँगे ओपन किये, आइज़ बंद कर के लेटी थी तो इधर शान दीदी की चूत मे सोया
हुआ लंड घुसाए दीदी के ऊपेर ऐसे लेता हुआ था जेसे बस उस की ज़िंदगी की
आखरी साँसे चल रही हों, और नीचे दीदी की भी पोज़िशन सेम थी और शान का
जिस्म उन्हे अब कयी टन वज़नी फील हो रहा था.
तीनो बाथरूम मे 30 मिनट तक यौं ही नंगे लेटे रहे और जब होश आया तो तीनो
ने ऐक दूसरे को थॅंक्स कहा और फिर शवर खोल के तीनो ने इकट्ठे ही बाथ
लिया. बाथ के दौरान भी तीनो ने खूब मस्ती की, कभी दीदी सोना की चूत मे
उंगली करती तो कभी सोना दीदी की चूत मे, कभी शान सोना की गांद को पकड़ के
भींच दैता तो कभी दीदी शान की गंद पकड़ के भींच दैति. और कभी तीनो मिल के
ऐक दूसरे को किस्सिंग करते.
यौं ही मस्ती मे नहा के तीनो ऐक ही बेड पे आ गये और शान बीच मे, लेफ्ट
साइड पे सोना और राइट साइड पे दीदी लेट गये. तीनो अभी तो बिल्कुल नंगे ही
थे. शान ने करवट ले कर अपना रुख़ सोना की तरफ़ कर लिया और सोना ने फ़ौरन
शान की नेक मे बाँहे डाल ली. और शान ने ऐक लेग सोना के ऊपेर रख ली. दीदी
भी पीछे ना हटी और उन्हों ने शान को कमर से कस के पकड़ लिया और अपने हाथ
शान की चेस्ट के राउंड कर दिये और अपनी लेग शान की गंद पे रख दी जो कि
आधी सोना की गांद तक चली गयी.
क्रमशः..........
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RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-31
गतान्क से आगे.......
यौं शान ऐक ही रात मे ऐक ही बिस्तर पे आगे पीछे से हसीनाओं के नर्म जिस्म
मे आइज़ बंद कर के सोचने लगा कि ऐसी ज़िंदगी तो उसे नैना के साथ रह के
ख्वाब मे भी ना मिलती. कितनी अच्छी हैं दीदी कि आज ही उन्हे चोदने का मन
कर रहा था और आज ही उन्हों ने तमाम कर दिखाया. और कितनी अच्छी है सोना
जिस ने ज़रा भी बुरा नही माना और खुद चुदाई मे मेरा और दीदी का साथ दिया.
शान ने दिल ही दिल मे फ़ैसला कर लिया कि अब वो ज़िंदगी भर सोना और दीदी
का साथ नही छोड़े गा चाहे इस के लिये उसे कुछ भी करना पड़े.
उधर सोना और दीदी आज की चुदाई के बाद मन ही मन मे अपने प्लान के कामयाब
होने का सोच रही थी. और उन के मन मे वोही चल रहा था जो शान इस वक़्त सोच
रहा था. उन्हे कन्फर्म हो गया था कि शान अब उन्हे छोड़े कि कहीं नही जाए
गा और अब हम जो भी कहेंगे वो माने गा.
नज़ाने कब सोते सोते तीनो की ऐसे ही आँख लग गयी. आँख उस वक़्त ओपन हुई जब
वेटर ने आ के रूम नॉक किया फॉर रूम सर्विस आंड ब्रेकफास्ट. तीनो ऐक ऐक कर
के बेड से निकले और जा के फ्रेश हो गये और रात की चुदाई की बाते करने
लगे.
टूर मे 2 दिन और रह गये थे और रोज़ की तरह तीनो आज फिर घूमने फिरने निकल
गये. काफ़ी देर घूमने फिरने के बाद तीनो ऐक जगह लंच करने के लिये बैठ
गये.
शान रेस्टोरेंट मे वॉशरूम यूज़ करने चला गया और पीछे टेबल पे सोना और
दीदी ही रह गयी.
सोना: क्या ख़याल है दीदी अब शान से बात कर दी जाए?
दीदी: हां अब ठीक मौक़ा है शान से बात करने का. उस का मूड भी काफ़ी अच्छा है.
सोना: ओके बात कौन स्टार्ट करे गा? आप या मैं?
दीदी: तुम बात को स्टार्ट करना और मैं फाइनलाइज़ करूँ गी. आइ नो शान मेरी
कभी भी बात नही टाले गा. आख़िर उसे मेरी चूत भी तो लेनी है. हाहहहहाहा
सोना: दीदी तुम भी ना. वेसे रात को बहोत फिट चोदा था शान ने. लास्ट झटका
जो मारा था यकीन मानो मुझे लगा कि मैं मर गयी हूँ.
दीदी: हां बिल्कुल ऐसा ही है. एज यू नो कि मैने लाइफ मे कयी तरहा के लंड
लिये हैं अपनी चूत मे डिफरेंट पार्टीस मे बट रात को ज़ालिम ने जो आखरी
झटके लगाए मुझे भी ऐसा ही लगा कि जैसे आज मेरी सुहाग रात हो और मैं
फर्स्ट टाइम अपनी चूत मे लंड ले रही हूँ.
सोना: यप दीदी वेसे पहले तो कभी नही चोदा शान ने ऐसे रात पता न्ही क्या
हो गया था उसे?
दीदी: रात उसे ऐक साथ दो चूत जो मिल गयीं थी, पॅशनेट हो गया था और ज़ोरे
ज़ोरे के झटके दिये. वेसे मैं तो उस के लंड की दीवानी हो गयी हूँ.
सोना: क्या? यानी दीदी तुम्हारा अपनी बहन का हक़ मारने का इरादा है?
दीदी: नही नही पागल ऐसा थोड़ा ही ना होगा? तेरा जब दिल करे तू लंड ले और
मेरा जब मन किया मैं ले लूँ गी. तुझे कोई ऐतराज़ हे तो अभी बता दे?
सोना: नही दीदी. आप का ही तो मास्टरमाइंड प्लान है तो आप को क्यो मना करूँ गी?
अभी यही बाते चल रही थी कि शान आ गया.
शान: पानी पीते हुए. वाह जी आज तो बहोत मुस्कुराया जा रहा है?
सोना: बस जी. रात को तुम ने हँसने ही नही दिया चीखे ही निकलवाते रहे तो
सोचा अब ही हंस ले. रात का क्या पता फिर मौक़ा ना मिले हँसने का.
और यौं तीनो ज़ोरे से क़हक़ा लगा के हँसने लगे. और फिर तीनो ने लंच ऑर्डर कर दिया.
सोना: शान यार तुम्हारा अपना बिज़्नेस करने के बारे मे क्या ख़याल है?
शान: इट्स गुड. नो बॉस, जस्ट आप का अपना काम, जब दिल मे आए ऑफीस जाओ, जब
दिल मे आए छुट्टी कर लो, कोई आप से पूछने वाला नही.
सोना: तो वाइ डोंट यू स्टार्ट युवर ओन बिज़्नेस?
शान: अक्सर सोचता हूँ पर पता नही क्यो दिल नही मानता. कहता हूँ जॉब ही अच्छी है.
दीदी: अच्छा अगर मेरे और सोना जेसे पार्ट्नर मिल जाए तो फिर भी नही शुरू करो गे?
शान: दीदी की तरफ़ देखते हुए और फिर सोना की तरफ़ देखते हुए. आर यू किडिंग मी?
दीदी: नो वे आइ आम सीरीयस बुढ़ू. छोड़ो यह जॉब वाघहैरा बॉस के लंड को ही
सहारा देते रहो हर वक़्त जिस वक़्त दैखो बॉस गांद मारने को लंड हाथ मे
पकड़ के खड़ा होता है. आइ डोंट लाइक जॉब.
शान: दीदी की इस लॅंग्वेज को सुन के आँखे जितनी हो सकती थी खोल के देखने
लगा और कुछ बोला नही.
सोना: तुम्हारे बॅंक अकाउंट मे कितने पैसे हैं?
शान: हों गे कोई 20 या 30 मिलियन. बट वाइ?
सोना: वाउ 20 या 30 मिलियन? कहाँ से लाए इतने पैसे?
शान: माइ डॅड अर्न्ड फ्रॉम बिज़्नेस और जब मैं 5 साल का था उस वक़्त से
हर साल मेरे अकाउंट मे कंपनी का यियर्ली प्रॉफिट शेर डेपॉज़िट हो जाता
है. लेकिन मेरी अपनी सॅलरी इतनी है कि मुझे उस मे से वितड्रॉ करने की
ज़रूरत नही पड़ती. दोज़ आर जस्ट आ सेविंग ऑफ लास्ट 25 यियर्ज़.
दीदी ने सोना की तरफ़ लालच भरी निगा से दैखा और फिर शान से बोली. ओके डन
वी आर गोयिंग टू स्टार्ट आ न्यू बिज़्नेस, तुम यहाँ से वापिस जाते ही जॉब
से रिज़ाइन करो गे और हम तीनो मिल के बिज़्नेस स्टार्ट करे गे. इतने पैसे
बॅंक मे पड़े पड़े कुछ नही दे रहे बिज़्नेस मे लगाएँगे और आएँगे.
शान: मगर दीदी हाउ कॅन आइ टके सच आ बोल्ड स्टेप सडन्ली?
दीदी: यानी तुम मुझ से और सोना से प्यार नही करते? और तुम्हे हम पे विश्वास नही है?
शान: नही दीदी ऐसी बात नही है मगर फिर भी.
दीदी: ओके फाइनल यस और नो करो. यस करो गे तो हम लंच करेंगे और नो करो गे
तो अभी यहाँ से होटेल भी नही जाएँगे और वापिस चली जाएँगी. क्यो सोना?
शान के पैरों के नीचे से तो जैसे ज़मीन निकल गयी. उसे ऐक दम से ऐसे लगा
कि उसकी आने वाली रात मूठ मार के ही गुज़रे गी. ऐक साथ जो दो दो चूत खाने
को मिल रही हैं वो नही मिलेंगी. और यह सोच सोच के उसे अजीब सा फील होने
लगा और उस ने दीदी को हां बोल दिया कि ओक यहाँ से वापिस जाते ही मैं जॉब
से रिज़ाइन कर दूँगा और अपना पैसा बिज़्नेस मे इनवेस्ट कर दूँगा.
सोना ने शान की बात सुनते ही उठ के शान के लीप पे ऐक डीप किस कर दी और
दीदी ने शान के लंड को पकड़ के हल्का सा प्रेस कर दिया और थॅंक्स बोल के
कहा कि यू आर शो स्वीट शान.
सीन चेंज (नैना, आंटी आंड जिम्मी)
उधर शान सोना और दीदी की चूत के मज़े ले रहा था तो इधर अपने जिस्म की
प्यास नैना जिम्मी से दूर कर रही थी. पिछले तीन रातों मे रोज़ जिम्मी ने
नैना को दिल से प्यार किया था. नैना और जिम्मी के इस प्यार का आंटी को भी
इल्म हो चुका था और जिम्मी को नैना ने यह बात बता दी कि उस की मोम को उन
के सेक्स के रिश्ते से कोई प्रॉब्लम नही और वो जब चाहे पूरे घर मे कहीं
भी अपने प्यार की आग को भुजा सकते हैं.
नैना की आज की सुबह आंटी के डोर नॉक करने से हुई. नैना की आँख खुली तो वो
जिम्मी की बाँहों मे नेकेड लेटी हुई थी और जिम्मी की लेग उस की हिप्स के
ऊपेर आइ हुई थी. यानी अब नैना ने जिम्मी के रूम मे ही रात गुज़ारना शुरू
कर दी थी. नैना ने आहिस्ता से जिम्मी की लेग अपने ऊपेर से हटाई और जा के
रूम का डोर ओपन किया सामने आंटी खड़ी थी. नैना ऐसे ही नेकेड आंटी के
सामने खड़ी थी. नैना की कोई चीज़ आंटी से छुपी हुई नही थी इस लिये नैना
को भी कोई शर्म नही थी कि वो आंटी के सामने ऐसे ही नेकेड खड़ी थी.
आंटी: केसी रही आज की रात?
नैना: रोज़ की तरह गरमा गर्म. और आंटी को आँख मार दी.
आंटी: अरे तुझे जिम्मी क्या मिल गया तू मुझे भूल ही गयी? आंटी ने दरवाज़े
मे खड़े खड़े बोला.
नैना: (टवल से अपने जिस्म को लपेटते हुए) अरे नही मेरी प्यारी आंटी आप की
जगह कोई ले सकता है भला?
आंटी: चल अब बाते ना बना यह बता कि मेरी बारी कब आए गी? रात भी तुम दोनो
को सेक्स करता दैख के खिड़की से चूत को उंगली डाल डाल के पटाया कि सबर कर
ले तेरी आग नैना भुजा दे गी.
नैना: ऐसी क्या बात है मेरी स्वीट आंटी. जिम्मी तो गहरी नींद सो रहा है
और अगले ऐक घंटे तक उस का जागने का कोई सीन भी नही है. चलो आईं आप के बेड
पे.
आंटी: हैं अभी?
नैना: हां और क्या. अब चलो ना. और आंटी का हाथ पकड़ के बेड रूम मे ले गयी.
आंटी: अरे रात को जिम्मी का लंड लेने के बाद भी तू इतनी प्यासी है?
नैना: हाए आंटी जी क्या बताऊ. लंड का अपना मज़ा है और आप जेसी
एक्सपीरियेन्स्ड आंटी से प्यार का अपने मज़ा. और इस के साथ ही नैना ने
अपना हाथ आंटी की चूत पे रख दिया.
आंटी: आहह. मैं तो समझी कि नैना अब हाथ से गयी. जिसे मर्द के लंड का
स्वाद लग जाए वो ऐक औरत से केसे प्यार ले गी. और अपना हाथ नैना की चूत पे
रख दिया.
नैना: टवल उतारते हुए. आहह नही आंटी यह नैना पहले आप की है और फिर जिम्मी
की. और आंटी को बेड पे लेटा लिया. केसे दूँ प्यार अपनी आंटी को?
आंटी: बस मेरी चूत की गर्मी निकाल दे. जेसे तेरा दिल करे और नैना के
लिप्स आंटी के लिप्स पे आ गये.
क्रमशः..........
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RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-32
गतान्क से आगे.......
आंटी इस वक़्त नाइटी मे थी और नैना बिल्लकुल नंगी. आंटी ने किस्सिंग करते
करते नैना ने राउंड सेक्सी टाइट ब्रेस्ट्स को अपने हाथों मे ले लिया.
आंटी: मुहााआआआआआआ, केसे लगते हैं मेरे बेटे को तुम्हारे यह सेक्सी ब्रेस्ट्स?
नैना: मुहााआआआ, आहह, पागल हो जाता है जब मैं अपनी ब्रेज़ियर की हुक खोल
के इन्है आज़ाद करती हूँ. आहह. किस्सिंग ऑन आंटी'ज नेक.
आंटी: आहह. और आगे बढ़ के नैना की ऐक निपल अपने लिप्स मे ले ली. और सकिंग
करने लगी. और मूँह हटा के बोली. किस की सकिंग मे ज़यादा मज़ा है? मेरी या
जिम्मी की?
नैना: आहह, जिम्मी की. आहह बट आप की सकिंग भी बदन मे आग लगा दैति है.
ऊऊचह, आंटी आहह और आंटी के हेर्स मे हाथ मूव करने लगी.
आंटी: ऊपेर वाले ने ऐसे सेक्सी ब्रेस्ट्स मुझे दिये होते तो मैं कब की
पूरी दुनिया के मर्दों को अपने अंदर कर चुकी होती. आहह. तेरे निपल्स ऐसे
जुवैसी हैं कि बस.
नैना: आहह आंटी तो प जैन ना सारा जूस निपल्स से.
आंटी: पी तो रही हूँ. जूस मूँह से पी रही हूँ और चूत से निकल रहा है.
ज़रा दैख तो सही.
नैना ने फ़ौरन आंटी की नाइटी को ऊपेर किया और अपना ऐक हाथ आंटी की मोटी
चूत पे रख दिया. चूत मुकामल भीग चुकी थी. जी आंटी चूत से निकल रहा है
जूस. आहह. यह नाइटी को उतार फैंको ना.
आंटी: तू उतार दे इस साली को.
नैना ने बिना देर किये आंटी की नाइटी को जिस्म से अलहदा कर दिया और दोनो
बिल्कुल नंगी हो गयीं.
नैना: आप के ब्रेस्ट्स भी कुछ कम नही हैं. इतने मोटे मोटे निपल्स के मन
करता है कच्चा चबा जाऊ. और अपने गर्म लिप्स आंटी के निपल्स मे गढ़ दिये.
आंटी अहह खा डाल साली इनको. आहह. बहुत तंग करती हैं रात को मुझे. तू रोज़
इनको सक किया कर. तेरे होंटो की प्यासी हो गयी हैं यह निपल्स.
नैना: निपल्स से मूँह हटाते हुए. जी आंटी अब रोज़ सक किया करूँ गी अपनी
प्यारी सेक्सी आंटी के निपल्स. आहह. आंटी आप के ब्रेस्ट्स मे ज़यादा जूस
है, दैखो मेरी चूत कितना ज़यादा जूस निकाल रही है.
आंटी ने भी अपना ऐक हाथ नैना की चूत पे रख दिया. चूत पूरी की पूरी भीगी
हुई थी और चूत की साइड्स पे लेग्स तक वेटनेस जा चुकी थी.
आंटी: आहह साली तेरी चूत तो मुझ से भी ज़्यादा गीली है. लगता है जिम्मी
बेटे ने सही से नही चोदा तुझे? तेरी आग ठीक से नही निकली. आहह
ज़ोरे से दबा के सक कर ना निपल्स को. आहह
नैना: उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ फिंगर और आगे करे ना चूत मे. आहह.
नहियीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई ऐसी बात नहियीईईईईईईईईई, आहह जिम्मी का लंड
बहोत हरद्द्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड है, बहुत ज़ोर से चोद्ता है सालाआआआआआअ.
आहह. बट प्यास है कि ख़तम नही होती. मुहाआआआआआआआआअ
आंटी: मुहााआआआआआआ मेरी बच्ची, अभी मिटाती हूँ तेरी प्यास और तेज़ी से
नैना की चूत मे फिंगर चलाने लगी.
नैना: अहह, आंटी आहह. लव यू आंटी अहह. दूसरी भी फिंगर डलूऊऊऊऊऊऊओ आहह.
मुहााआआआआआअ और आंटी के ऊपेर से हट के साइड पे लेग्स ओपन कर के लेट गयी.
आंटी: साली तू मेरी प्यास भुजने आइ थी और यहाँ अपनी प्यास भुजवा रही है
मुझ सायययययययययययययययययययययी आहह और 1 बात झाड़ भी गयी है रे तू तो.
नैना: आप्प्प्प्प्प्प्प्प की भी उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ प्यासी
भुजाति हूँ पर प्लीज़ इस चूत का कुछ करूऊऊऊऊऊऊऊओ अहह.
आंटी ने फ़ौरन नैना की लेग्स ओपन की और अपने वेट गर्म लिप्स नैना की चूत
मे गाढ दिये.
नैना; आहह आंटी, चोदो इसे ज़ोर सा अपनी ज़बान डाल के, आहह, जिम्मी तो
शरमाता है अभी चूत लिक्क करने से आहह और आंटी के मूँह को अपनी चूत पे दबा
दिया.
आंटी यौं ही 5 मिनट तक नैना की चूत लिक्क करती रही और नैना दूसरी बार
आंटी के लिप्स मे ही झाड़ गयी.
आंटी को भी फ़ौरन पता लग गया कि नैना झाड़ गयी है और फ़ौरन अपने लिप्स को
नैना की चूत से हटे हुए साथ लेट गयी और अपनी लेग्स ओपन कर के नैना को
बोली आजाआाआआआ अब इधर इस को भी ठंडा कर.
नैना: हिम्मत कर के उठी और आंटी की लेग्स के बीच मे जा गिरी और अपने
लिप्स को आंटी की मोटी फूली हुई चूत पे रख दिया.
आंटी: अहह साली, चोद डाल इसे, कितने दिन से तेरे लिप्स को तरस रही
हयYYYYYYYYYY. आहह, जिम्मी से ना चुडवाया कर, मेरे पपससस्स्स्स्स्स्सस्स
आहह जाया कर. आहह,
मेरी चूत्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त रोज़ रात को गर्म हो जाती है. आहह
साली अहह और अंदर डाल ज़बान आहह
नैना ने अपने लिप्स आंटी की चूत पे जमा के रखे हुए थे और ऐक हाथ से अपनी
ही चूत को मसल रही थी.
नैना चूत से मूँह हटाते हूर. आहह आंटी ओके, मुहााआआआ आप की चूत को पहले
ठंडा करूँ गी फिर जिम्मी के लंड से अपनी चूत ठंडी कर्वाऊं गी.
मुहााआआआआआअ चूत पे.
आंटी: आहह ओके अहह. और आंटी भी प्रेशर के साथ नैना के लिप्स मे झॅड गयी
और अब की बार आंटी ने नैना को अपनी चूत से अलहदा नही होने दिया और नैना
को आंटी का सारा रस अंदर ही ले के जाना पड़ा.
प्यार का यह खैल अभी ख़तम नही हुआ था, दोनो ऐक दूसरे के साथ करवट ले के
लिपट गयीं और आपस मे लिप्स मिला दिये, आंटी का हाथ नैना की चूत मे चला
गया और नैना का आंटी की,
अब दोनो मे से कोई बात नही कर रहा था बस आइज़ क्लोज़ कर के किस्सिंग चल
रही थी और नीचे चूत की नाव मे फिंगर्स के चप्पू चल रहे थे. दोनो ऐक दूसरे
को गांद हिला हिला कर चूत दे रही थी, 10 मिनट यौं ही फिंगरिंग करने के
बाद नैना तीसरी दफ़ा और और आंटी दूसरी दफ़ा झॅड गयीं और इसी तरह लिपट के
आइज़ क्लोज़ करके लेट गयीं.
काफ़ी देर यौं ही लेटे रहने के बाद नैना ने टाइम दैखा तो जिम्मी के जागने
का टाइम हो गया था. नैना ने आंटी के लिप्स पे प्यार से किस की ओर टवल लपट
कर जिम्मी के रूम मे चली गई.
नैना के दरवाज़ा ओपन करने से जिम्मी की आँख खुल गई.
जिम्मी: गुड मॉर्निंग नैना.
नैना सीधा जिम्मी के उपेर आ के लेट गई ओर लिप्स पे किस कर के बोली. गुड मॉर्निंग.
जिम्मी: कब जागी तुम नैना?
नैना: बस मेरी भी अभी ही आँख खुली.
जिम्मी: बाहर क्यो गई थी रूम से वो भी सिर्फ़ टवल मे?
नैना: वो आंटी को देखने कि अगर सो रही हैं जो जगा दूं.
उसने जिम्मी को ये नही बताया कि वो आंटी को जगाने नही बल्कि आंटी की
गर्मी दूर करने गई थी.
नैना ऐसे ही जिम्मी के ऊपेर लेटी हुई थी ओर जिम्मी के हाथ नैना के हिप्स
पे मूव हो रहे थे. जिम्मी ने नैना के लिप्स पे किस की ओर आइ लव यू बोला.
नैना ने भी जवाब देने मे कोई देर ना की ओर डीप किस कर के जिम्मी के उपेर
से हट गई ओर फ्रेश होने के लिये वशरूम चली गई.
थोड़ी देर मे नैना बाथ ले के वशरूम से बाहर आ गई. गीले बालो मे नैना
हुस्न की देवी लग रही थी. ओर जिस्म पे मौजूद पानी का ऐक ऐक कतरा आग बरसा
रहा था.
नैना को वशरूम से आते दैख कर जिम्मी बेड से उतरा ओर वशरूम जाने लगा.
जिम्मी भी बिल्कुल नेकेड था. ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़ी नैना के जिस्म
से टवल खींच लिया जिस से नैना ऐक दम नेकेड होगई.
नैना: ऊवूप्स क्या होगया है जिम्मी? वो पड़ा है सामने तुम्हारा टवल.
जिम्मी: अरे टवल की किस को फिकर हम तो बस आपका फ्रेश बदन देखना चाहते
हैं. ओर नैना की बॅक से लिपट गया.
नैना: सारी रात क्या ख्वाब देखते रहे? दिल नही भरा दैख दैख के?
जिम्मी: अरे नैना तुम हो ही ऐसी कि दिल ही नही भरता. बस दिल करता है कि
यौं ही प्यार करते रहें.
नैना: जनाब प्यार करते रहें गे तो ऑफीस पड़ोसी चलाएँगे क्या? चलो अब बाते
ना बनाओ ओर जा के रेडी हो जाओ. वी आर ऑलरेडी लेट 4माइ ऑफीस.
जिम्मी: उफ़फ्फ़ आज छुट्टी कर लेते हैं ना? दिन भर प्यार करें गे.
नैना: जाते हो बाथ लेने या आंटी को बुलाऊ? ओर मुस्कुरा दी.
जिम्मी: ओके ओके जाता हूँ. ओर जाते जाते नैना को 2 किस कर गया.
नैना वहाँ से दूसरे रूम मे चली गई ओर अपने लिये ड्रेस सेलेक्ट करने लगी.
इतने मे आंटी की आवाज़ आइ.
आंटी: कॉन सा ड्रेस पहनो गी आज?
नैना: कुछ समझ नही आ रहा है.
आंटी: रूको ऐक मिनट ओर रूम से बाहर चली गईं. थोड़ी देर बाद वापिस आइ तो
उन के हाथ मे ऐक जीन्स और स्लेअवलेस शर्ट थी. ये पहनो आज.
नैना: ये किस के कपड़े हैं?
आंटी: ये तुम्हारा गिफ्ट है. कल लाई थी बट तुम्हे दैने लगी तो पता चला कि
तुम इस वक़्त जिम्मी से गिफ्ट ले रही हो बेड पे लेट के तो वापिस चली गई
नैना: आंटी आप भी ना. हहहे. ओक थॅंक्स अलॉट. अच्छा आंटी ब्रा केसी पहनूं
इस शर्ट के साथ?
आंटी: आइ गेस स्किन कलर ठीक रहे गा.
नैना: ओके आंटी थॅंक्स. ओर कपड़े पहन.ने लगी.
आंटी आज ब्लॅक कलर की सारी मे थी और बहुत हॉट लग रही थी.
क्रमशः..........
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09-06-2018, 07:39 PM,
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RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-33
गतान्क से आगे.......
थोड़ी देर मे जिम्मी भी आ गया ओर नैना को दैख के जेसे पत्थर का होगया.
क्या आग बरसा रही थी. जीन्स मे फँसी हुई सेक्सी जांघे ओर थोड़े से बाहर
को निकले हुए राउंड हिप्स. ओर उस के उपेर सोने पे सुहागा शर्ट. बूब्स के
ऊपेर फँसी हुई शर्ट ओर दूध की तरहा सफैद सीना आग बरसा रहा था. जिम्मी का
दिल कर रहा था कि बस अभी ही नैना को अपनी बाँहो मे भर ले पर आंटी को दैख
के रुक गया.
तीनो ने मिल कर ब्रेकफास्ट किया ओर ऑफीस के लिये रवाना होगए. आंटी ने आज
किसी काम से जाना था सो वो अलहदा गाड़ी पे चली गईं ओर नैना ओर जिम्मी ऐक
गाड़ी पे ऑफीस. सारे रास्ते जिम्मी नैना की खूबसूरती के गुण गाता रहा ओर
कुछ ना किया.
नैना का कार पार्किंग मे गाड़ी से उतरना ही था कि हर ऐक की नज़र नैना पे
आ गई, पूरे प्लाज़ा मे शायद ही कोई ऐसा हो जिसने नैना को ऐक मर्तबा दैखा
ओर दोबारा पलट के ना दैखा हो. जिम्मी अपने आप को बहुत कॉन्फिडेंट फील कर
रहा था. उसे बहोत खुशी थी कि उस के साथ ऐक खूबसूरत, सेक्सी लड़की थी.
ऑफीस मे भी सब का यही हाल था ओर हर कोई नैना की ऐक झलक देखने को तरसता
था.
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सीन चेंज (शान,दीदी & सोना)
उधर लंच टेबल पे सोना ओर दीदी शान की सेविंग्स पे हाथ सॉफ करने का फुल
प्लान कर चुकी थी. लैकेन ये प्लान अभी प्लान ही था ओर इस प्लान को मुकामल
करने के लिये उन्हे और भी बहोत कुछ करना था.
शान: अच्छा तुम लोगों ने सोचा है कि बिजनेस क्या शुरू करेंगे हम?
दीदी: यप, काफ़ी सारे ऑप्षन्स हैं, लाइक एक्सपोर्ट ऑफ गारमेंट्स,
प्रोडक्षन हाउस, होटेलिंग एट्सेटरा?
शान: एम्म ओके, व्हाट अबौट एक्सपोर्ट ऑफ गारमेंट्स?
दीदी: भाई पैसा तुम ने लगाना है जो तुम्हारी पसंद वो हमारी.
शान: ओके मैं ऐक दो फ्रेंड्ज़ से मशवरा कर लूँ.
दीदी को ऐसे लगा कि जेसे मुकर रहा है शान अपने फ़ैसले से.
दीदी: यानी तुम अभी तक कन्फ्यूज़ हो कि बुसिनेस करना चाहिये या नही?
शान: नही दीदी आइ मीन टू से कि मशवरा 4 सेलेक्टिंग दा बिज़्नेस.
दीदी: ओह अच्छा, फिर ठीक है ओर मुस्कुरा दी.
सोना: दीदी आज लास्ट डे है यहाँ चलो शॉपिंग करते हैं आज?
दीदी: मुझे तो ऐतराज़ नही शान से पूछ लो?
शान: यॅ क्यो नही. यहाँ से निकल के शॉपिंग करने ही चलेंगे.
इस पे सोना ने शान की चीक को चूम लिया ओर बोली. लव यू जान. यू आर शो स्वीट.
दीदी बोली कि ऐक किस मेरी तरफ़ से भी कर दो.
जिस पे शान ने कहा नही किस अपनी अपनी ओर मुस्कुरा दिया.
यौं तीनो लंच कर के शॉपिंग के लिये निकल पड़े. आज लास्ट डे था तीनो का
यहाँ पे इस लिये तीनो ने दिल भर के शॉपिंग की. सोना और दीदी ने तो हाथ
काफ़ी खुला रखा शॉपिंग पे. क्यो ना रखती सारी शॉपिंग शान जो करवा रहा था.
शॉपिंग कर के तीनो होटल पे पहॉंच गये और जा के समान रखा. देन तीनो आज की
की गयी शॉपिंग को डिसकस करने लगे. फिर शान उठ के बाथरूम मे फ्रेश होने के
लिये चला गया और सोना और दीदी अपने अपने कपड़े और बॅग्स सेट करने लगी
क्योकि उन्हे सुबह सवैरे वापिस निकलना था.
शान बाथ ले के बाहर आ गया और आ के टीवी देखने लगा. शान के बाहर आते ही
सोना फ्रेश होने के लिये बाथरूम मे चली गयी. दीदी बाहर अपना समान पॅक कर
रही थी. शान की नज़र दीदी पे पड़ी जो इस वक़्त खूबसूरत सेक्सी साडी मे
गांद पीछे की तरफ़ किये हुए बॅग मे कपड़े डाल रही थी. शान से रहा ना गया
और जा के दीदी को पीछे से पकड़ लिया.
दीदी ऐक दम जैसे डर गयी.
दीदी: हइईईई, शान तुम ने तो डरा ही दिया.
शान: अचााआअ? अरे भाई हम तो डराने नही आप से लिपट.ने आए थे.
दीदी: अछा जी? वैसे तोड़ा इंतेज़ार करो अभी पूरी रात पड़ी है.
शान: हाई रात की रात को देखी जाए गी. और यह कह के दीदी से लिपट गया और
अपने होन्ट दीदी के होंटो पे रख दिये. और हाथ सीधा दीदी के मोटे मोटे
हिप्स को प्रेस करने लगे.
दीदी: मुहााआआआ, अरे सोना आ जाए गी तो क्या सोचे गी.
शान: कुछ नही सोचे गी. मुहााआआआआआअ. जेसे सोना मेरी है उसी तरह आप भी मेरी हैं.
दीदी: शान को पीछे करते हुए बोली. हेलो मिस्टर. लिमिट रहो संजय? सोना के
साथ प्यार और लाइन उस की बड़ी बहन पे? तुम ने केसे कह दिया यह कि जेसे
सोना मेरी और वैसे मैं तुम्हारी?
शान के पैरों तले से जेसे ज़मीन निकल गयी हो. व्हातत्तटटटटटटटटटतत्त?
दीदी: यस कीप इट इन युवर माइंड, अगर उस रात मैं ने तुम्हारे साथ सेक्स कर
लिया इस का यह मतलब नही कि जब तुम्हारा दिल चाहे मैरे ऊपेर चढ़ जाओ.
शान की समझ मे नही आ रहा था कि यह ऐक दम दीदी को क्या हो गया है? शान ने
दीदी का यह रूप आज पहली दफ़ा दैखा था. शान अभी इसी सोच मे गुम था कि दीदी
की आवाज़ आइ.
दीदी: " ओह मेरा शोनुउउउउउउ" हाहहहाहा, शकल तो दैखो अपनी, जेसे कुतिया की
चूत होती है. हाहहाहा
शान: व्हातत्तटटटटटटटटटटतत्त?
दीदी: अरे बुढ़ू मैं मज़ाक कर रही थी. तुम तो सीरीयस ही हो गये. हाहहाहा.
शान को अभी भी समझ नही आ रहा था कि हो क्या रहा है यह. अभी यह सोच रहा था
के दीदी ने शान को पीछे धक्का दिया और खुद ऊपेर आ गयी.
दीदी: क्या चाहिए मेरी जान को? मैं तुम्हारी हूँ ले लो जो लेना है मेरे
बदन से. और शान को किस करने लगी.
शान को अब जा के थोड़ा होश आया कि दीदी भी फुल मूड मे है.
शान: लेना तो बहोत कुछ है. आप की चूत, आप की गांद, आप के ब्रेस्ट्स और आप
के लिप्स. दो गी क्या?
दीदी: ले लो ना जानू. मुहााआआआआआआआ.
दीदी का बस इतना ही कहना था कि शान ने दीदी को अपने ऊपेर से हटा दिया और
साथ लिटा के उल्टा कर दिया.
उल्टा लिटाते ही शान ने दीदी की सारी को ऊपेर किया और पीछे से गांद को
नंगा कर दिया. दीदी ने पिंक कलर की पेंटिएस पहनी थी. शान ने बिना देर किए
उसे भी दीदी के जिस्म से अलहदा कर दिया.
दीदी ने भी इस खैल मे शान का भरपूर साथ दिया. दीदी यही समझ रही थी कि शान
का लंड सीधा उसकी चूत मे जा लगे गा लैकेन यहाँ कहाँ कुछ और थी.
शान ने अपना लंड सीधा गांद के छेड़ पे रख दिया, इस से पहले कि दीदी कुछ
कर पाती, बहोत देर हो चुकी थी, शान के ज़ोर दार झटके की वजा से लंड दीदी
की गांद को चीरता हुआ अंदर घुस गया.
दीदी: आहह, खुतय्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य मार दिया मुझे. आहह निकाल बाहर इसे.
दीदी शान केइ नीचे थी इस लिये कुछ कर नही पा रही थी. कोशिश कर रही थी कि
किसी तरहा से यह मोटा डंडा उसकी गांद से बाहर निकल जाए. बट शान को तो
जैसे खोया हुआ ख़ज़ाना मिल गया था और झटके पे झटका मारे जा रहा था.
दीदी अभी थोड़ा शांत होना शुरू हो गयी थी, और दर्द तोड़ा कम हो गया था
इसकी वजा यह थी कि शान के लंड की ल्यूब्रिकेशन से गांद वेट हो गयी थी और
लंड अब आराम से अंदर बाहर हो रहा था. 5मिनिट यौं ही लंड और गांद की जंग
जारी रही और 6थ मिनिट मे शान के लंड से ऐक तेज़ धार निकली जिस ने गांद को
भर दिया. शान फारिघ् होते ही दीदी के ऊपेर जा गिरा और तेज़ साँसे लेने
लगा.
फिर ख़याल आया कि सोना किसी भी वक़्त बाहर आ सकती है तो फ़ौरन दीदी के
ऊपेर से हट गया और अपना ट्राउज़र ऊपेर कर के साइड पे होगया.
दीदी अभी भी वैसी ही लेटी हुई थी गांद ऊपेर की तरफ़ किये हुए. शान तो बस
मज़ा ले के साइड मे हो गया था लैकेन पता तो दीदी को चला था सही. दीदी
जेसे ही सीधी हुई और ऊपेर को उठी तो दीदी की गांद मे दर्द की ऐक ज़ोरदार
लहर दौड़ गयी. जिस से दीदी आअहह किये बिना ना रह सकी. दीदी को बहोत सख़्त
पेन हो रहा था गांद मे. शान ने भी तो बेदर्दी से मारी थी दीदी की गांद.
दीदी शान की तरफ़ बहोत गुस्से से दैख रही थी लैकेन शान के चेहरे पे सकून
था. दीदी ने अपनी साड़ी ठीक की और समान को छोड़ के बेड पे जा के लेट गयी.
इतने मैं सोना बाथरूम से बाहर आ गयी और दीदी उठ के आराम आराम से बाथरूम
मे चली गयी. सोना ने दीदी की चाल पे ऐक नज़र डाली जो थोड़ी चेंज लग रही
थी और चेहरे पे भी थोड़ी तकलीफ़ थी इस से पहले वो दीदी से पूछती दीदी
बाथरूम मे जा चुकी थी.
बाथरूम मे जाते ही दीदी ने ठंडे पानी से बात्ट्च्ब को फिल किया और जा के
उस मे लेट गयीं. बात्ट्च्ब मे लेट के उन्हे सकून मिल रहा था और गांद की
तकलीफ़ कम हो रही थी. दीदी दिल ही दिल मे शान को गालियाँ दे रही थी, दीदी
का बस यही दिल कर रहा था कि अभी उठे और जा के शान की गाल पे ज़ोर दार
किसम के चाँते रसीद करे और उसे धक्के दे के निकाल दे. लेकिन यह सब सोचने
के फ़ौरन बाद ही शान की दौलत और अपना प्लान ज़हन मे आ गया और फिर गांद का
दर्द, दर्द के बिजाये दौलत का नया रास्ता महसूस होने लगा.
दिल ही दिल मे सोचने लगी कि कुछ पाने के लिये कुछ खोना तो पड़ता है. चलो
इस दौलत के बदले यह गांद ही सही. यह सोच के दीदी खुद से ही बाते करते हुए
मुस्कराने लगी और टूथ पेस्ट से थोड़ा पेस्ट ले के अपनी गांद के छेद पे
मलने लगी जिस से गांद ठंडी होना शुरू हो गयी. दोस्तो कहानी अभी बाकी है
आगे की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहे हिन्दी सेक्सी कहानियाँ आपका दोस्त
राज शर्मा
क्रमशः..........
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09-06-2018, 07:40 PM,
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RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-34
गतान्क से आगे.......
उधर नैना सारा दिन ऑफीस के कामो मे बिज़ी रही और पता ही नही चला कि कब
ऑफीस का टाइम ख़तम हो गया. नैना ने ऑफीस की काफ़ी सारी रेस्पॉन्सिबिलिटीस
पे कंट्रोल कर लिया था. आंटी और जिम्मी अब सब से ज़यादा नैना पे ट्रस्ट
करने लगे थे क्योंकि कुछ ही अरसे मे उस ने ऑफीस के तमाम कामों को कंट्रोल
कर लिया था और पूरा ऑफीस भी उस की खूबसूरती और अच्छे बिहेवियर की वजा से
बेहतरीन पर्फॉर्मेन्स दे रहा था. इस शॉर्ट से पीरियड मे नैना के चर्चे ना
सिर्फ़ ऑफीस मे बल्कि पूरे प्लाज़ा मे हो गये थे. सेक्यूरिटी गार्ड से ले
कर डिफरेंट ऑफिसस के टॉप मॅनेज्मेंट के लोग भी नैना का ज़िकार किये बाघैर
ना रह पाते.
आज तो नैना वैसे ही सुबह से टाइट जींस और शर्ट मे आग बरसा रही थी. थोड़ी
ही देर मे नैना के ऑफीस मे जिम्मी आया और बोला.
जी नैना जी, क्या प्लान है फिर आज घर नही चलना क्या ???????
नैना: बस ये लास्ट ईमेल है वो कर लूँ तो चलते हैं.
जिम्मी: जनाब जल्दी की जिये आप ऑफीस टाइम से 2 घंटे ऊपेर बैठ चुकी हैं.
पूरा स्टाफ जा चुका है और हम हैं कि आप के इंतेज़ार मे बैठे हैं.
नैना: व्हातत्तटटटटटटटटटटटटटटटटटतत्त? 8 बज गये हैं?
जिम्मी: जी जनाब यही तो कह रहा हूँ मे. चलो जल्दी से बंद करो सब. ईमेल
सुबह कर लेना और जा के नैना की बॅक से नेक पे किस कर दिया.
नैना: ओकज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़. बंद करती हू. बट ऑफीस मे यह सब नही.
याद है ना?
जिम्मी: ओह आइ आम सॉरी यस याद है.
नैना: ओके गुड बॉय, नेक्स्ट टाइम बी केर्फुल. और लॅपटॉप को डाउन कर के
बोली. आहह आज तो थक गयी काम कर कर के. ओके लेट्स मूव.
ऑफीस से निकल के दोनो सीधा घर की तरफ़ निकल पड़े . रास्ते मे डिफरेंट
टॉपिक पे बाते करते रहे. घर पहॉंच के दोनो फ्रेश हो गयी. रात के 9 बज रहे
थे. आंटी अभी तक घर नही आइ थी.
नैना: जिम्मी ज़रा आंटी का तो पता करना कहाँ हैं?
जिम्मी: सॉरी बताना भूल गया वो आज नही आएँगी .
नैना: बट वाइ? ईज़ एवेरितिंग ओके?
जिम्मी: यप उन की कोई फ्रेंड है उस के घर कोई पार्टी है सो वो वहाँ ही हैं.
नैना: वेसे आंटी पार्टीस कुछ ज़ियादा ही नही अटेंड करती?
जिम्मी: यप राइट, आक्च्युयली डॅड के गुज़र जाने के बाद, 3 चीज़े तो रह
गयी हैं उन की लाइफ मे, मैं, ऑफीस और यह फ्रेंड्स की पार्टीस. सो मोम इसी
पे खुश हैं.
नैना: ओकज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़. खैर व्हाटज़ प्लान फॉर डिन्नर?
जिम्मी: वॉट अबौट पिज़्ज़ाआआअ?
नैना: यप गुड आइडिया. ओके ऑर्डर दट. और मुस्करा दी.
जिम्मी: ओके बॉस और कह के ऑर्डर करने चला गया.
इधर दीदी बाथरूम मे अपनी गांद की जलन को ठंडा कर रही थी तो बाहर , सोना
शान की गोद मे बैठ के किस्स का मज़ा ले रही थी. शान आज कुछ ज़यादा ही गरम
हुआ पड़ा था . शायद इस वजा से कि आज यहाँ आखरी रात थी और इकठ्ठि यह दोनो
बहन फिर शायद मिले या ना मिले. उधर सोना और दीदी किसी भी कीमत पे शान को
अपने हाथ से जानी नही देना चाहती थी. इसी लिये शान की हर बात मान लेती
थी. यही वजा थी कि दीदी ने भी चुप चाप शान से गांद मरवा ली थी.
सोना इस वक़्त पिंक कलर की नाइटी मे थी और बाथ लेने के बाद बिल्कुल फ्रेश
लग रही थी. नाइटी के नीचे ब्रा भी नही पहनी थी. इस लिये शान बहोत ईज़िली
सोना के जिस्म का मज़ा ले रहा था. इतने मे बाथरूम का दरवाज़ा खुलने की
आवाज़ आइ और सोना शान से अलहदा हो के बैठ गयी.
शान की नज़र सीधा दीदी पे पड़ी जो इस वक़्त ब्लू कलर की नाइटी पहने हुए
गीले बदन मे हुस्न की देवी लग रही थी. शान की नज़र दोबारा दीदी की गांद
पे जा के ठहर गयी. दीदी को भी शान की नज़र का आइडिया हो गया और पता भी चल
गया कि ऐक दफ़ा की चुदाई से गांद की जान नही छ्छूटने वाली. शान के इरादे
कुछ ख़तरनाक लग रहे थे. शान दीदी की तरफ़ दैख के मुस्करा दिया जेसे गांद
मार के बहोत खुश हो रहा हो. दीदी ने भी ना चाहते हुए धीमी किसम की
मुस्कुराहट पेश कर दी.
तीनो फ्रेश हो के आ गये और डिन्नर का डिसिशन लेने लगे. देन होटेल के मेनू
से ही कुछ आइटम्स सेलेक्ट किये और फोन पे ही ऑर्डर कर दिया.
शान: सोना इफ़ यू डोंट माइंड जब तक खाना नही आ जाता मेरा भी बॅग पॅक कर दो?
सोना: यॅ शुवर और उठ के चली गयी.
शान: क्यो जी केसा लगा?
दीदी: बहुत बुरे हो तुम. भला ऐसा भी कोई करता है क्या ?
शान: हां जी क्या पहले किसी ने नही किया ऐसे?
दीदी: किया तो है पर ऐसे नही. इस तरह का सेक्स करने के भी कोई मॅनर्स
होते हैं. यह नही कि जानवरों की तरह ऊपेर चढ़ जाओ.
शान: ओह अच्छा ? तो सिख़ाओ ना जी वो मॅनर्स हमे भी?
दीदी: सिखाऊँ गी ज़रूर सिखाऊँ गी लेकिन वक़्त आने पे.
शान: हेयीईयी कब आए गा वो वक़्त???
दीदी: डिन्नर के बाद और मुस्करा के शान को आँख मार दी.
आज शान का टाइम तो बस गुज़र ही नही रहा था. दीदी की लास्ट बात ने तो जैसे
शान के अंदर ऐक और आग लगा दी हो. खैर थोड़ी देर मे खाना भी रूम मे आ गया
और फिर सब ने मिल के डिन्नर किया.
डिन्नर के बाद सोना को मस्ती का मन चाहा तो शान से बोली कि क्यो ना आज
सेलेबरेशन्स की जाए.
शान: किस चीज़ की सेलेबरेशन्स?
सोना: बस ऐसे ही. क्या ख़याल है?
शान: ख़याल तो अच्छा है पर हाउ टू सेलेबरेट?
सोना: थोड़ी सी शराब और साथ मे शबाब और फिर यू मी और दीदी.
शान: सोना के मन की बात समझ गया और मुस्कुरा दिया. और साथ ही दीदी की
तरफ़ देखने लगा जेसे पूछ रहा हो कि गांद मारने का लेसन मिले गा ना?
दीदी ने भी मुस्कुरा के जवाब दिया कि यस मिले गा. और फिर डिसाइड यह हुआ
कि शान शराब का अरेंज्मेंट करे गा.
सो शान ने होटेल मॅनेजर से बात की और कुछ पैसे खिलाए तो रूम मे शराब की
बॉट्टेल्स भी पहॉंच गयीं.
रात के 11 बज रहे थे. सोना ने रूम की लाइट्स को ऑफ कर के लो लाइट्स को ऑन
कर दिया और म्यूज़िक लगा दिया.
शान साइड पे टेबल पे बैठ के पॅक बनाने मे लग गया. और दीदी शान की हेल्प
करने लगी. म्यूज़िक ऑन कर के सोना शान की गोद मे आ के बैठ गयी और शान की
चीक पे किस करते हुए बोली कि जानू आओ ना लेट्स डॅन्स.
शान: यॅ शुवर. और ऐक ग्लास सोना को दिया और ऐक खुद हाथ मे ले के खड़ा हो
गया. दोनो का डॅन्स आहिस्ता आहिस्ता शुरू हो गया. शान के ऐक हाथ मे
ड्रिंक और दूसरे हाथ मे सोना की कमर थी. इसी तरह सोना के ऐक हाथ मे
ड्रिंक और दूसरा हाथ शान की गर्दन मे था.
शान डॅन्स के साथ साथ सोना को अपने ग्लास से ड्रिंक पिलाता तो कभी सोना
शान को अपने ग्लास से ड्रिंक पिलाती. शान मस्ती मे सोना की गांद पे हाथ
मूव करता तो कभी सोना के ब्रेस्ट्स पे. सेम इसी तरहा सोना का हाथ भी शान
की पूरी बॉडी का सफ़र करते करते लंड पे आ के रुक जाता.
दूर बैठी दीदी यह सब दैख रही थी और कभी शान और सोना को देखती तो कभी शान
के लंड को. दीदी से भी रहा ना गया और उठ के शान की बॅक पे आ गयी.
अब शान को ऐक वक़्त मे दो हसीनो के साथ डॅन्स का मज़ा मिल रहा था.
डॅन्स करते करते दोनो ने अपने अपने ग्लास साइड पे रख लिये और आपस मे लिपट
के लिप्स से लिप्स मिला लिये. दीदी शान की बॅक से लिपट गयी और अपने हाथो
को शान के लंड पे ले गयी.
और यौं तीनो के बीच प्यार का सिलसिला शुरू हो गया. हल्के हल्के म्यूज़िक
मे तीनो के जिस्म बराबर झूम रहे थे और महॉल भी गर्म होना शुरू हो गया था.
शान की हॉट किस्सिंग ने सोना के जिस्म के अंदर पहले ही गर्मी डाल दी थी
और पीछे दीदी शान के लिप्स के लिये बैताब थी.
अगले ही लम्हे दीदी ने शान को अपनी तरफ़ कर लिया और अपने लिप्स शान के
लिप्स पे रख दिये. उफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ क्या मज़ा था दीदी की किस्सिंग
मे. शान को सोना के लिप्स भूल गये और दीदी का भरा हुआ जिस्म उसे और पागल
करने लगा. साथ ही उसे अपने लंड पे सोना के हाथ फील होने लगे. फिर सोना
शान से अलहदा होगयी और बोटेल मे पड़ी बाक़ी की शराब भी डाल के ले आइ.
तीनो ऐक दूसरे से अलहदा हो गये और शराब पीने लगे.
तीनो आज ऐक दूसरे को दिल खोल के प्यार देना चाह रहे थे और इस रात का ऐक
ऐक लम्हा सेक्सी बनाना चाह रहे थे. थोड़ी ही देर मे शराब ने अपना असर
दिखाना शर कर दिया और शुरुआत सोना से हुई.
सोना: शॅयायेयेयान जानू आज केसे लो गे मेरी चूत्त्त्त्त्त. हाहहहहा
शान: जेसे तुम कहूऊऊ जानू.
दीदी: यह चूऊऊऊओत नही गांद मारे गा गांद. हाहहहा
सोना: तुम्हे केसे पता दीदी इस के मन की बात?
दीदी: जिस की गांद पहले से यह सला मार चुका हो उसे नही पता होगा तो किसे
पता होगा. हाहहहा. तू भी तैयार हो जा.
शान: दीदी बताओ ना सोना को केसा लगा गांद मे लंड ले के?
सोना: कब डाला तुम ने लंड मेरी दीदी की गांद मे?
दीदी: साले ने आज शाम ही डाला. देख साले का लंड केसे फिर से तैयार हुआ
पड़ा है. इसे तो पता भी नही कि केसे ली जाती है किसी की गांद.
शान: तो बताओ ना दीदी केसी ली जाती हे. जेसे तुम कहो गी वैसे लूँगा गांद
तुम्हारी भी और सोना की भी. हाहहहहा
सोना: साले कुत्ते तू ने दीदी की गांद को भी नही छोड़ा????????????? यू चीटर.
दीदी: चुप कर जा सोना चुप कर जा. मारने दे साले को गांद मारने दे. इस की
भी बारी आए गी इस की भी गांद फटे गी ऐक दिन. हाहहहहाहा
सोना दीदी की बात फ़ौरन समझ गयी. लेकिन शान इस को मज़ाक़ समझा और दीदी के
साथ ही हँसने लगा. हाहहहहहहाहा
चलो ना दीदी बताओ ना केसे लेते है गांद. देखो ना केसे तड़प रहा है यह लंड
गांद के लिये.
दीदी: चल सोना तू रेडी हो जा. तेरी गांद पे सिखाती हूँ इस कुत्ते को. हाहहहाहा
सोना: चलो दीदी नही. पहली तुम. तुम ऐक दफ़ा पहले भी ले चुकी हो मैं देखु
गी फिर बाद मे मैं लूँ गी.
दीदी: चल ठीक है. और अपनी नाइटी उतार के ऐक साइड पे फैंक दी. दीदी अब
बिल्कुल नंगी सोना शान के सामने बैठी थी.
क्रमशः..........
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09-06-2018, 07:40 PM,
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RE: Hindi Sex Kahaniya नैना
नैना--पार्ट-35 last
गतान्क से आगे.......
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा नैना की कहानी का आख़िरी पार्ट
लेकर हाजिर हूँ
भाइयो एक समय इंसान की जिंदगी मे ज़रूर आता है जब उसे अपने गुनाह याद आते है
शान ने भी फ़ौरन अपना ट्राउज़र उतार के फैंका और लंड हाथ मे पकड़ लिया.
दीदी: पहले गर्म तो कर मुझे.
शान दीदी की इस बात पे और शेर बन गया और दीदी से जा के लिपट गया. दीदी के
लिप्स मे अपने लिप्स को जमा दिया और ऐक हाथ से दीदी की चूत मे फिंगर डाल
के मूव करने लगा.
सोना से भी ना रहा गया और उस ने भी अपनी नाइटी उतार दी और दीदी को
किस्सिंग करने लगी. दीदी को अब ऐक वक़्त मे दोनो मज़े मिल रहे थे स्ट्रेट
भी और लेज़्बीयन भी. शान के लिप्स दीदी के लिप्स, नेक, चेस्ट, शोल्डर्स
और ब्रेस्ट्स पे अपनी गर्मी डाल रहे थे तो नीचे सोना के लिप्स दीदी की
थिएस, चूत और गांद मे आग लगा रहे थे. शान दीदी की लिप्स को सक करता तो
दीदी उसे ज़ोर से अपने साथ चिपका लैति जैसे पूरी रात यही करना चाहती हो,
फिर शान जब अपने लिप्स दीदी के भरे हुए मोटे मोटे बारे गोल ब्रेस्ट्स पे
रखता तो दीदी उस का सिर वहीं दबा लैति जैसे पूरी रात यही चाहती हो. दीदी
को हर स्टेप पे यही लगता कि बस यही होना चाहिये पूरी रात.
दीदी को प्यार करते करते करते सोना भी गर्म हो गयी थी और सोना की चूत भी
वेट हो गयी थी. सोना ने अब अपने लिप्स दीदी की चूत मे गढ़ा दिया और ऐक
हाथ से अपनी ही चूत रब करने लगी. दीदी अब मुकामल तौर पे गर्म हो चुकी थी.
शान ने अब आहिस्ता आहिस्ता दीदी की गांद मे उंगली करना शुरू कर दी थी. और
पूरे हिप्स के अंदर उंगली टॉप से एंड तक मूव करता और बीच मे थोड़ा प्रेस
करता जिस से उंगली गांद के अंदर भी चली जाती. दीदी के मूह से आहह निकल
जाती.
शान से अब सबर नही हो रहा था. और दीदी को डॉगी स्टाइल मे आने को कहा.
दीदी समझ गयी कि उसकी गांद मे लंड जाने वाला है. डॉगी स्टाइल पे आने से
पहले उस ने शान को पास पड़ी एक क्रीम दी. और उसे शान के लंड पे लगाने को
कहा और गांद के अंदर भी. शान ने वो क्रीम आज पहली दफ़ा दैखि थी, शान ने
फ़ौरन क्रीम ली और अपने लंड पे लगा दी और साथ ही दीदी की गांद मे भी लगा
दी.
सोना पास बैठी अपनी चूत रब कर रही थी और यह सब दैख रही थी. उस का बस यही
दिल कर रहा था कि शान उसकी चूत मे लंड डाल दे. लेकिन शान तो दीदी की गांद
का दीवाना हुआ पड़ा था. थोड़ी ही देर मे दीदी की गांद लूब्रिकेट हो गयी
और शान का लंड भी.
दीदी ने सोना को इशारा किया कि वो अपनी चूत उस के हवाले कर दे. दीदी अब
डॉगी स्टाइल मे आ गयी और सोना दीदी के सामने ऐसे आ के लेट गयी कि सोना की
चूत सीधा दीदी के लिप्स के सामने आ गयी. दीदी ने भी बिना इंतेज़ार किये
अपने लिप्स को सोना की चूत मे गढ़ा दिये.
सोना: अहह दीदी.
उधर शान ने भी पोज़िशन संभाल ली और सोना के मूह से निकलती आह ने उसे पागल
कर दिया और दीदी की गांद पे लंड रख के झटका दिया जिस से आधा लंड अंदर चला
गया. अभी लंड तो ऐक दम से अंदर चला गया और गांद भी बहोत सेक्सी लग रही
थी. यह क्यो? शान के दिमाग़ मे ऐक दम ख़याल आया. फिर खुद ही आन्सर मिल
गया. कि दीदी को शाम को गर्म नही किया था, दीदी की गांद की ल्यूब्रिकेशन
भी तो नही की थी. जेसे ही आधा लंड दीदी की गांद मे उतरा. दीदी के मूँह से
निकली. आहह यह आह बस निकली और दोबारा लिप्स सोना की चूत मे दब गयी.
उधर सोना के मूह से आहह, उफफफफफफफफफफफफफ्फ़ की आवाज़े निकल रही थी तो इधर
दीदी अपने लिप्स दबाए अपनी गांद मे लंड के मज़े को दबा रही थी.
ऊपेर शान पागल कुत्ते की तरहा दीदी की गांद मे लंड पेल रहा था. शान कभी
पूरा लंड बाहर निकाल लेता तो कभी ऐक ही झटके मे पूरा अंदर डाल दैता. जिस
से दीदी आहह किये बाघैर ना रह पाती. शान ऐक हाथ से दीदी की चूत को भी खूब
मसल रहा था कि दीदी को चूत का भी प्यार बराबर मिलता रहे.
इस प्यार के खैल मे दीदी अब तक दो दफ़ा फारिघ् हो चुकी थी और सोना कोई 3
बार. दीदी की चूत से निकलते पानी की वजा से बेड शीट भी भीग गयी थी इतना
ज़यादा पानी निकल रही थी आज दीदी की चूत. शान ने जब दीदी की इस गर्म वेट
चूत को दैखा तो गांद का मज़ा फीका लगने लगा और लंड निकाल के सीधा दीदी की
चूत मे पेल दिया.
उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ फ. लंड तो ऐसे
अंदर चला गया और ऐक ज़ोरे दार परछ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ आइ. दीदी
आआआहह लव यू शानुउउउउउउउ. आहह. शान अब दीदी की चूत मे लंड पेल रहा था तो
सामने गांद के अंदर उंगली भी कर रहा था. 5 मिनिट यौं ही चूत लंड का खैल
जारी रहा और दीदी तीसरी दफ़ा मंज़िल पे पहॉंच गयी. और शान का लंड गीली
चूत के गर्म पानी मे डूबने लगा.
अगले ही लम्हे शान की नज़र तड़पति हुई सोना पे पड़ी और दीदी की चूत भी
उसे फीकी लगने लगी. फ़ौरन ही दीदी की चूत से लंड को बाहर निकाला और सोना
की तरफ़ बढ़ गया. दीदी भी यही चाह रही थी कि सोना को उस का पूरा हिस्सा
मिलना चाहिये.
दीदी साइड पे लेट गयी और शान ने इसी तरह लेटी सोना की लेग्स ओपन की और
अपना पूरा लंड सोना की चूत मे पेल दिया. आहह. शान और सोना के मूह से
इकट्ठी आवाज़ निकली. शान को फील हुआ कि दीदी की चूत और सोना की चूत मे
बहोत फ़र्क़ है. दीदी की चूत थोड़ी खुली ज़रूर है लेकिन गर्म बहोत ज़यादा
है. सोना की चूत तंग है लैकेन उतनी गर्म नही जितनी दीदी की चूत है. लेकिन
सोना की तंग चूत ने शान के मज़े को डबल कर दिया. शान लंड के बेशुमार वॉर
कर रहा था सोना की चूत पे. दीदी ऐक मिनिट साइड पे लेट के फिर सोना के पास
आ गयी और सोना के ब्रेस्ट्स को सक करने लगी और फिर सोना के लिप्स को.
अब सोना को ऐक वक़्त मे दो दो प्यार मिल रहे थे ऐक दीदी का तो दूसरा शान
का. शान का लंड आग पे आग लगा रहा था तो दीदी के लिप्स ऊपेर के हिस्से को
जला रहे थे. शान के लंड की वजा से सोना 2 दफ़ा और मंज़िल को पहॉंच गयी और
शान भी मंज़िल के करीब पहॉंच गया. अचानक से उसे ख़याल आया के सोना की
गांद का ज़ायक़ा केसा है वो भी तो चेक किया जाए.
और फ़ौरन अपना लंड निकल लिया और सोना को डोगी स्टाइल मे कर दिया. सोना तो
यही समझी के पीछे से लंड चूत मे जाए गा. लेकिन दीदी समझ गयी थी कि लंड
चूत मे नही गांद मे जाए गा. इस लिये दीदी ने फ़ौरन शान को इशारा किया कि
पूरा लंड ना डाले अंदर बस थोड़ा सा. शान ने सोना की गांद का ऐक जायज़ा
लिया. सोना की गांद छोटी सी गोल सी थी. दीदी की गांद तो बहोत हेवी थी और
गांद बहोत सेक्सी भी. शान ने ऐक मर्तबा फिर वो क्रीम अपने लंड पे लगाई
मगर सोना की गांद पे नही.
शान ने अपना लंड सोना की चूत पे रखा जिस से सोना यही समझी कि चूत मे जाए
गा लैकेन अगले ही लम्हे शान ने लंड को गांद पे रखा और अंदर पेल दिया.
सोना: अहह कुत्तययययययययययययी.
शान: आहह मेरी कुतिया. और 3 इंच लंड अंदर घुसा दिया.
सोना का दिल, जिगर, गुर्दे सब कुछ उस के मूह को आ गये और आँखे बाहर को.
दीदी ने जब सोना की यह हालत दैखि तो शान को इशारा किया कि बस इतना काफ़ी
है. शान भी समझ गया.
दीदी ने प्यारी सोना को संभाला दिया और अपने लिप्स को सोना के लिप्स पे
रख दिया. जेसे कह रही हो कि कुछ नही हो गा. सोना ने भी दीदी के लिप्स को
सक करना शुरू कर दिया. और अपनी तकलीफ़ को डाइवर्ट करने लगी. शान ने थोड़ी
सी क्रीम सोना के गांद के छैद पे फैंक दी और लंड को आगे पीछे मूव किया तो
क्रीम गांद के अंदर भी चली गयी. सोना को अब तकलीफ़ कम महसूस होने लगी और
लंड की मूव्मेंट मज़ा देने लगी. अगले ही लम्हे शान के लंड ने भी मंज़िल
हासिल कर ली और ऐक तेज़ धार सोना की गांद को चीरती हुई अंदर चली गयी और
सोना को अपनी गांद के अंदर बॉली वॉटर का चलता हुआ समुंदर फील होने लगा.
और इस तेज़ धार के बाद शान अपने लंड को सोना की गांद से निकलते साथ ही
साइड पे गिर गया और सोना दीदी की छाती पर सिर रख के लेट गयी.
वापस आने के 2 वीक्स तक तो शान सोना के घर ना जेया सका कियू कि अभी उसको
अपने बिजनेस को समेटना था और बोहुत सारे काम थे, लेकिन फोन पेर डेली सोना
और दीदी बात होती रहती थी, आज भी वो सुबह से अपने ऑफीस के कामो मे ही लगा
हुवा था. लंच टाइम पर उसने सोचा कि आज का लंच सोना के साथ करना चाहिए और
यही सोच कर वो उठा और कार मे सोना के घर की तरफ रवाना हो गया, रास्ते मे
एक होटेल सी लंच पॅक करवा लिया.
चोवकिदार के गेट खोलने के बाद शान अपनी कार को लेकर अंदर चला आया लेकिन
वाहा पर एक और कार को देख कर कुच्छ अंदाज़ा ना कर सका के कोई मेहमान भी
आया हुवा है. ड्रॉयिंग रूम को खाली देख कर वो कुछ मायूस हो गया और समझा
के शायद सोना घर मे नही है, लेकिन अचानक उसको कुच्छ मधाम सी आवाज़ ने
अपनी तरफ खैंचा जो के ऊपेर के रूम से आ रही थी तो वो समझ गया के सोना
अपने कमरे मे ही है और वो उसकी तरफ जाने लगा.
जैसे ही वो सोना के रूम के दरवाज़े के पास पहुचा तो उसको सोना की आवाज़
आई जो कह रही थी "ओह जानू तुम तो मुझे मार ही डालो गे, और कितना तडपाओगे
अब सबर नही होता डाल दो अपना मोटा और लंबा लंड, बुझा दो मेरी चूत की आग"
और ये सुनते ही शान को एक झटका सा लगा और उस ने आहिस्ता से डोर को पुश
किया तो वो खुलता ही चला गया और फिर अंदर का मंज़र देख कर तो वो पागल ही
हो गया. उसने देखा के सोना के बेड पेर एक आदमी नंगा लेटा हुवा है और सोना
उसके लंड पर बैठ कर उछल कूद कर रही है और दीदी सोफे नंगी बैठी हुवी है और
अपनी चूत मे उंगली कर रही है. तीनो अपनी अपनी हवस मे इतने गुम थे के उनको
शान के दरवाज़े पर होने का पता भी ना चल सका.
उधर शान के तो बदन मे तो जैसे लहू भी नही था और ना जाने एक सेकेंड मे ही
उसके ज़हेन मे क्या क्या कुच्छ होने लगा और वो फॉरन पलटा और अपनी कार की
तरफ दौड़ने लगा और अपनी कार के देश बोर्ड से पिस्टल निकाला और ऊपेर जा कर
लात मार के एक धमाके से दरवाज़ा खोल दिया.
उधर सोना और दीदी तो अपनी ही मस्ती मे थी लेकिन जैसे ही शान ने दरवाज़े
को खोला तो दोनो ही हैरत से उसको देखने लगी सोना का मूँह खुला का खुला रह
गया और उसको ये भी एहसास ना हुवा के वो लंड पर बैठी हुवी है. और जैसे ही
होश आया तो फॉरन लंड से उतरी और अपने कपड़ो की तरफ बढ़ी लेकिन शान ने
उसको बालो से पकड़ कर एक झटका दिया और नीचे फैंक दिया और पागलो की तरह
उसको लातो से मारना शुरू कर दिया और साथ साथ चीखते हुवे ये भी कह रहा थे
के तुम रांड़ हो तुम गश्ती हो मैने तुम्हारे लिए क्या सोचा था और तुम
क्या निकली, तुम्हारे लिए मेने अपनी खूबसूरत और वफ़ादार बीवी को छोड़ा और
तुमने ……. और ये कहते ही सोना को गोली मार दी.
ये देखते ही वो मर्द जो के अभी तक गुम सूम नंगा ही बेड पर था फॉरन छलाँग
लगा कर बेड से उतरा और नंगा ही दौड़ कर रूम से भाग गया. अब तो शान
बिल्कुल पागल ही हो गया था उसने पिस्टल की सारी गोलिया सोना के जिस्म मे
उतार दी और सोना अपनी जिंदगी से विदा हो गई . दीदी ने ये देखा तो चीखने
लगी तो शान दीदी की तरफ पलटा और अपने दोनो हाथो से दीदी का गला पकड़ कर
दबाने लगा और दबाता ही चला गया. फिर जब दीदी के जिस्म मे भी जान ना रही
तो उसको छ्चोड़ड़ दिया. और वहीं घुटनो के बल बैठ गया……उसकी आँखो से आँसू
बह रहे थे लेकिन ये आँसू सोना या दीदी के लिए नही थे बल्कि अपनी बे-वफ़ाई
के थे जो उसने अपनी बीवी से की थी फिर बे-इकतियार वो रोता चला गया और
उसको ये भी पता ना चला के कब पोलीस आई और कब उसको पोलीस स्टेशन ले जाया
गया. पोलीस स्टेशन मे उस ने खुद ही सोना और दीदी के कत्ल का इक़रार कर
लिया सब कुच्छ बता दिया.
नैना को पोलीस स्टेशन से इंस्पेक्टर की कॉल आई तो वो फॉरन जिम्मी के साथ
पोलीस स्टेशन पहुची और अपने हज़्बेंड को इस हालत मे देख कर उसकी आँखे भर
आईं लेकिन शान उसके साथ आँखे ना मिला सका.
तक़रीबन 3 महीने शान का मुक़द्दीमा चला और अदालत ने शान को 2 बार उमर
क़ैद की सज़ा सुना दी. उस दिन भी नैना कोर्ट रूम मे मोजूद थी जैसे ही जज
साहिब ने सज़ा सुनाई तो नैना ने शान की तरफ देखा, शान का चेहरा बोहत
पर-सकून था. नैना की तरफ बढ़ा और सिर्फ़ इतना कहा के नैना प्ल्ज़ मुझे
माफ़ कर देना और इस से ज़ियादा ना कह सका कियू के उसकी आवाज़ उसके
अल्फ़ाज़ का साथ नही दे रहे थे.
शान ने अपने वकील के थ्रू नैना को तलाक़ नामा भिजवा दिया और अपनी तमाम
जायदाद और बिजनेस नैना के नाम कर दिया.
एक महीने तक तो नैना सदमे दो चार रही और इस अरसे मे वो ऑफीस भी ना गयी
लेकिन इस अरसे के दोरान आंटी और जिम्मी ने उसका भरपूर साथ दिया. आज भी
आंटी उसके साथ ही बैठी हुवी थी.
आंटी : नैना जो होना था वो हो गया अब तुम कियू अपनी ज़िंदगी को खराब करने
पर तुली हुवी हो और देखो तुम्हारी वजा से जिम्मी भी कितना परेशान रहने
लगा है. सम्भालो अपने आप को, ऐसा कितने दिन चले गा.
नैना : क्या करूँ आंटी, मुझे तो कुच्छ समझ ही नही आता, अगर आप और जिम्मी
ना होते तो पता नही मेरा क्या होता.
और ये सुनते ही आंटी ने फॉरन कहा
आंटी : ऐसी बाते नही किया करते, और जो कुछ भी मैने किया वो कोई तुम्हारे
लिए थोड़े ही किया था, वो तो मैने अपनी होने वाली बहू के लिए किया है.
(यह सुनते ही नैना चोंक गयी और आंटी को देखने लगी) आंटी कहने लगी, हां
नैना मैं बिल्कुल ठीक कह रही हू. मैं तुम्हे अपनी बहू बनाना चाहती हू
बोलो तुम्हे मंज़ूर है……
और ये सुनते ही नैना ने शरम से सर झुका लिया…..
दोस्तो ये कहानी आपको कैसी लगी ज़रूर बताना फिर मिलेंगे एक नई कहानी के
साथ आपका दोस्त राज शर्मा
समाप्त
दा एंड
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