11-06-2018, 12:16 AM,
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RE: Hindi Sex Kahani खाला के संग चुदाई
ऐसे ही चल रहा था कि अचानक घर के मेन डोर पर दस्तक हुई.
और खाला जल्दी से मुझसे अलग हुई.
खाला की आँखे लाल हो रही थी ऑर उनका साँस तेज तेज चल रहा था.
खाला ने मुझसे पूछा: अयान जानू अब कैसा फील कर रहे हो.
मैं: अब ठीक हूँ.
खाला के अचानक हट जाने से मैं एक दम घबरा गया ऑर मुझे अहसास भी नही हुआ कि मेरा लंड अभी तक खड़ा है. और खाला मेरे लंड को ही देख रही थी जो उस टाइम तकरीबन 6 इंच का था.
इसी दौरान दरवाजे पर फिर दस्तक हुई तो खाला ने अपने कपड़े ठीक किए ऑर मुझे कहा:
अयान तुम ठीक से हो कर बैठो. मैं दरवाज़ा खोलती हूँ.
मैने जब देखा तो मेरा लंड बिल्कुल सीधा खड़ा हुआ था.
मैं जल्दी से उठ कर वॉशरूम की तरफ भागा. ऑर खाला दरवाज़ा खोलने चली गई......
अंबर खाला ने डोर ओपन किया तो दरवाज़े पर उनकी फ्रेंड सोबिया आई थी.
मैं आप को बताता चलूं कि सोबिया 23 साल की एक खूबसूरत लड़की थी. जिसकी बॉडी हुश्न की शाहकार थी.
उसके मम्मे कुछ 36 के क़रीब थे ऑर गान्ड मोटी सी थी ऑर कुछ ज़्यादा ही बाहर को निकली हुई थी.
वो घर मे एंटर हो कर खाला से गले मिली ऑर अंदर आ गई. डोर की आवाज़ सुन कर मामू भी अपने रूम से बाहर आ गये थे. सोबिया ने मामू को सलाम किया ऑर मामू ने सोबिया के सलाम का जवाब दिया.
उसके बाद अंबर खाला, सोबिया को अपने रूम मे ले गई. वहाँ जा कर अंबर ने चादर उतार कर दुपट्टा ले लिया.
मैं वॉशरूम से निकल कर टी.वी लाउंज मे गया ऑर वहाँ बैठ कर वही मूवी दोबारा देखने लगा.
इतने मे मामी ऑर मामू रूम से बाहर आए ऑर मामू ने बॅग उठाया हुआ था. मामू ने हम सब को आवाज़ दी ऑर कहा कि : अच्छा हम जा रहे हैं. घर का ऑर अपना ख़याल रखना. ऑर मामू ने अंबर खाला को 20,000 रुपीज़ दिए घर के खर्चे के लिए. मामू ने मुझे कहा: "अयान तुम ने घर से बाहर नही निकलना"
ऑर घर की ज़िम्मेदारी अब तुम पर है. मामू ने मुझे भी 1000 रुपीज़ दिए खर्चे के लिए. मैं खुश हो गया.
मामू ऑर मामी चले गये तो अंबर खाला ने मेन डोर लॉक किया ऑर सोबिया से कहा: सोबिया तुम अयान के साथ टी.वी लाउंज मे बैठो. मैं झाड़ू दे दूं. फिर गॅप शॅप लगाते हैं.
सोबिया आ कर टी.वी लाउंज मे मेरे साथ सोफे पर बैठ गई. ऑर अंबर खाला हमारे सामने उसी स्टाइल मे झाड़ू लगाने लगी.. मैं अब डर रहा था क्यू कि अब तो घर मे सोबिया भी थी ऑर मुझे उसकी नेचर का नही पता था. खाला उसी तरह झुक कर झाड़ू लगा रही थी. जिसकी वजह से उसके मम्मे लटक रहे थे.... ऑर मुझे उनके पूरे मम्मे नज़र आ रहे थे... मैं खाला के मम्मो को गौर से देख रहा था. खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर मुस्कुरा कर झाड़ू लगाने लगी.
खाला झाड़ू लगा रही थी,,, मैं उनके मम्मो को देख रहा था,,, ऑर मुझे नही पता था कि सोबिया की नज़र मेरे उपर थी. ऑर वो कभी मुझे ओर कभी अंबर खाला के मम्मो को देख रही थी...
सोबिया ने खाँसी करने के स्टाइल मे अंबर खाला को बताने का इशारा किया कि अपनी कमीज़ ठीक करे. मगर खाला ने उसको इशारा किया ऑर बाहर चली गई.
अंबर खाला बाहर गई तो सोबिया भी उसके पीछे पीछे बाहर चली गई.. वो दोनो कुछ देर तक बाहर रही ऑर फिर सोबिया आ गई..
अंबर खाला किचन मे छाए बनाने चली गई.
सोबिया मेरे पास सोफे पर बैठ कर मूवी देखने लगी ऑर इस बार सोबिया मेरे साथ क्लोज़ हो कर बैठी. उसकी थाइस मेरे थाइस के साथ टच हो रही थी.
अंबर खाला किचन मे चाय बनाने चली गई ऑर सोबिया टी.वी लाउंज मे आ कर मेरे साथ लग कर बैठ गई. उसकी थाइस मेरी थाइस से टच हो रही थी.
पता नही सोबिया ऑर अंबर खाला के बीच मे क्या बात हुई थी कि सोबिया मेरे साथ इतना क्लोज़ हो कर बैठ गई थी. सोबिया मूवी भी देख रही थी ऑर मेरे साथ साथ लेग भी रगड रही थी.
मूवी देखते देखते मूवी मे एक सीन आया समुंद्र पर नहाने का. जिस मे लड़कियाँ बिकिनी पहन कर घूम फिर रही थी. मैने वो सीन देखा ऑर सोबिया मेरे साथ बैठी हुई. मैं रिमोट ढूँढने लगा. ऑर रिमोट उठा कर मैं चॅनेल चेंज करने लगा कि
सोबिया की आवाज़ आई: अरे ये चॅनेल क्यू चेंज कर रही हो.
मैं. ये सीन ठीक नही है.
सोबिया: क्यू इस सीन मे क्या खराबी है. कपड़े तो पहने हुए हैं सब ने.
मैने कुछ नही कहा ऑर सोबिया के सामने मैं ऐसा सीन नही देखना चाहता था. मैं रूम से बाहर आ गया.
मैं खाला ऑर अपने कंबाइन रूम में चला गया. खाला ने मुझे रूम मे जाते हुए देख लिया था. जब वो चाय वाघेरा बना कर फ्री हुई तो उन्हो ने मुझे किचन से ही आवाज़ लगाई.
अंबार खाला: अयान आ जाओ चाय पी लो.
मैं: आता हूँ 5 मिंट मे.
खाला चाय टी.वी लाउंज मे ले गई. मैं जब टी.वी लाउंज मे जाने लगा तो अंबर खाला, सोबिया के साथ बातें कर रही थी.
सोबिया: अरे अंबर जब तू झाड़ू लगा रही थी तो तेरा भांजा तो तेरे मम्मो को ही देख रहा था.
अंबार खाला: ह्म्म्म मुझे पता है,
सोबिया: अरे क्या कहा, तुझे पता था कि वो तेरे मम्मो को देख रहा है ऑर तू फिर भी उसके सामने ऐसी ही रही. मतलब तू अपने भानजे को खुद से अपना जिस्म दिखा रही थी.
अंबार खाला: हाँ. वो मेरा भांजा है ऑर बचपन से मेरे ही साथ है. मैं उस से बहुत प्यार करती हूँ.
सोबिया: मगर वो तेरा भांजा है. तू उसके साथ ऐसा केसे कर सकती है.. कल को तेरी शादी भी हो जानी है.
अंबार: जब शादी होनी होगी तब हो जाएगी. मगर मैं अपने भानजे को ऐसे ही नही तर्साउन्गी कि वो किसी लड़की के लिए तरसे.
सोबिया: तो क्या तू उसके साथ चुदाई करे गी ऑर उसको अपनी चूत दे गी,,,??
अंबार: हाँ मेरे तो यही इरादा है.
सोबिया: देख ले ये ग़लत है.
अंबार: मेरी जान कुछ ग़लत नही. कल को शादी के बाद मेरे पति ने भी चूत मारनी ही है ना. क्यू ना उसके लिए अपने आप को अभी से तय्यार किया जाए.
सोबिया: मगर,,,, मगर वो बहुत छोटा है यार,
अंबार खाला: अरे वो छोटा नही है. इस उमर मे भी मेरे भानजे का लंड कम आज़ कम 6 इंच का होगा.
सोबिया: क्य्ाआआआअ?????? इस उमर मे भी 6 इंच का.
अंबार: हाँ 6 इंच का होगा...
सोबिया: तो क्या तू अपने भानजे का लंड देख चुकी है.
अंबार: हाँ मेरा भांजा मुझे बहुत अच्छा लगता है.. वो मेरे साथ ही सोता है. उसकी नींद बहुत गहरी है.. जब जब वो थका होता है. ऑर गहरी नींद सो जाता है. मैं उसका लंड पकड़ कर देखती हूँ... बहुत नरम नरम सा है सॉफ्ट सा..
मैं डोर से बाहर खड़ा हुआ उनकी बातें सुन रहा था.. अपनी खाला की बातें सुन कर मैं बहुत हैरान हुआ था कि मेरी खाला कितने अरसे से मेरे लंड के साथ खेलती है ऑर मुझे पता भी नही लगता..
मेरा लंड खाला की बातें सुन कर एक बार फिर से बिल्कुल सीधा खड़ा हो गया. इतने मे मुझे पता ही नही चला कि खाला एक दम से रूम से बाहर निकली... वो शायद मुझे बुलाने के लिए निकली थी रूम से..
खाला मुझे बाहर देख कर एक दम से घबरा गई... ऑर मेरे टाइट लंड पर उनकी नज़र पड़ी.. एक मिंट के लिए खाला सोच मे गुम हो गई.. वो समझ गई थी कि मैने उनकी बातें सुन ली हैं...
मैं घबराते हुए बोला... वो खाला मैं आ रहा था. आप क्यू आई..
खाला : मैं तुम्हे बुलाने आई थी मेरी जान.. चाय ठंडी हो रही है...
मैं अपनी खाला के साथ रूम मे एंटर हुआ. ऑर खाला ने मुझे सोफे पर बिठाया.. ऑर मेरे साथ बैठ गई.. अब की बार सोबिया भी मेरी तरफ देख रही थी.. उसकी नज़र मेरी लेग्स के बीच मे ही थी. शायद वो भी ख़यालों मे मेरे लंड के बारे मे ही सोच रही थी.
सोबिया बोली: अंबर तेरा भांजा तो बहुत बड़ा हो गया है.
खाला: खाला ने मेरे गाल पर एक किस की ऑर बोली... हाँ ना मेरा भांजा बहुत बड़ा हो गया है. ये तो मेरी जान है.
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RE: Hindi Sex Kahani खाला के संग चुदाई
मैं आराम से चाय पीता रहा.. चाय पी कर मैं अपने रूम मे आ गया. ऑर बेड पर लेट गया.. वहाँ पर सोबिया के कपड़े एक शॉपार मे पड़े हुए थे.. मैने शॉपार को थोड़ा सा खोल कर देखा तो मुझे सोबिया का ब्रा नज़र आया..
मेरा बहुत दिल कर रहा था कि उसका ब्रा निकाल कर देखूं. मगर हिम्मत नही हो रही थी. ऑर डर भी लग रहा था कि कहीं कोई आ ना जाए. फिर मैने दिल मज़बूत कर के ब्रा निकाल ही ली.. मैं ब्रा को खोल कर देखने लगा.. मैने ब्रा को स्मेल की तो मुझे उस की स्मेल बहुत अच्छी लगी..
मेरे माइंड मे एक ख़याल आया ऑर मैने ब्रा को चुपके से अपनी पॉकेट मे डाला ऑर वॉशरूम मे आ गया..
वॉशरूम मे आ कर मैने ब्रो को पॉकेट से निकाला ऑर उसको स्मेल करने लगा.. उसकी स्मेल से मैं पागल हो रहा था.. मैने ब्रा का नंबर देखा तो उस पर 36 लिखा हुआ था.. मैं समझ गया कि सोबिया के ब्रा का साइज़ 36 है... मैं ब्रा को देखता रहा ऑर मेरा हाथ अपने लंड पर चला गया.
मैं ब्रा को हाथ मे लिए मूठ मारने लगा.. फिर मुझे ख़याल आया और मैने ब्रा को अपने लंड पर रखा ऑर फिर ब्रा को अपने लंड पर रगड़ने लगा.... मेरी साँसे तेज चल रही थी....
मैने 2 बार मूठ मारी ऑर ब्रा पर अपना पानी निकाल दिया.. अब जब कि मेरा पानी निकल चुका ऑर मैं रिलॅक्स हो गया तो मुझे ख़याल आया कि अब मैं ब्रा का क्या करूँ उसको तो धो कर वापस रखना पड़ेगा..
"वो कहते हैं ना कि जब इंसान की क़िस्मत ही खराब हो तो फिर कोई चीज़ साथ नही देती"
ठीक इसी तरह मेरे साथ भी उस टाइम हुआ..
मैने ब्रा को धोने के लिए पानी का नलका खोला तो पानी नही आ रहा था.. अब मैं परेशान हो गया.. मैने अपना पानी ब्रा पर रगड़ा ऑर फिर सोचा कि अब मेरा पानी सूख जाएगा ..
मैने सोचा था कि जब ब्रा सूख जाएगा तो फिर मैं उसके शोप्पर मे वापस रख दूंगा.. मगर जब मैं रूम मे गया तो अंबर खाला ऑर सोबिया रूम मे बैठे हुए थे.. सोबिया शायद कपड़े चेंज करने लगी थी..
मैं रूम मे एंटर हुआ तो अंबर खाला ने कहा: सोबिया, चल अयान वॉशरूम से निकल आया है अब तू जा कर कपड़े चेंज कर ले.. सोबिया ने अपना शोप्पर खोला तो मैं परेशान हो गया..
सोबिया गौर से शोप्पर को देख रही थी ऑर फिर उस ने सब कपड़े निकाल कर बेड पर रख दिए ऑर खाला से कहा कि : यार मेरा ब्रा नही मिल रहा है.
खाला: तू अपने साथ लाई ही नही होगी.
खाला के बिल्कुल भी माइंड में नही था कि मैं भी ऐसा कर सकता हूँ.
सोबिया: अरे यार मैं खुद ले कर आई हूँ. वो यहाँ उपर ही पड़ी थी.
खाला: नही यार देख, तेरे कपड़ों मे ही होगी..
सोबिया: नही है यार देख लिया है.. ऑर सोबिया फिर से कपड़ों मे ढूँढने लगी..
मैं डरा हुआ था.. मैं सोबिया की तरफ देख रहा था ऑर मुझे नही पता था कि अंबर खाला मेरी तरफ देख रही है.. मैने सोबिया की तरफ देखते हुए अपनी पॉकेट के उपर हाथ रखा ऑर उसका ब्रा पॉकेट के अंदर फील कर ने लगा..
मेरी ये हरकत अंबर खाला ने नोट कर ली..
अभी वो कुछ बात करने ही लगी थी कि सोबिया का मोबाइल फोन पर रिंग आ गई... सोबिया ने मोबाइल देखा तो उसके घर से कॉल आ रही थी..
सोबिया ने कॉल रिसीव की ऑर: हेलो
सोबिया को घर से न्यूज़ मिली कि उसके रिलेटिव्स मे किसी की डेथ हो गई है ऑर सब को वहाँ जाना है..
सोबिया परेशान हो गई.. ऑर अपने घर वालो को कहा कि """"ठीक है, मैं आ रही हूँ""""..
ये कह कर कॉल बंद कर दी.. सोबिया ने अंबार खाला की तरफ देखा तो अंबर खाला ने कहा कि कोई बात नही तू चली जा..
कुछ देर बाद मेन डोर पर दस्तक हुई मैने डोर ओपन किया तो सोबिया का भाई आया था उसको लेने के लिए..
सोबिया अपने भाई के साथ चली गई.. ऑर उसकी ब्रा मेरी पॉकेट मे ही रह गई.. मेरी पॉकेट उभरी हुई थी उसकी ब्रा की वजह से..
मैं डोर लॉक कर के आया तो खाला ने मुझे कहा: अयान, जब तुम रूम मे आए थे तो सोबिया का शोप्पर कहाँ पड़ा हुआ था.
मैं: यहाँ ही बेड पर पड़ा हुआ था..... क्यू???
अंबार खाला: हाँ वो, उसकी ब्रा नही मिल रही थी..
मैं: खाला ये ब्रा क्या होती है..
खाला मुस्कुरा पड़ी ऑर बोली: बताती हूँ
मैं रूम के डोर के पास खड़ा था... खाला मेरी तरफ आने लगी... मैं समझा कि खाला रूम से बाहर जा रही हैं..
खाला डोर की तरफ गई ऑर एक दम से वो हरकत की जिसकी मुझे ख्वाब ओ ख़याल मे भी तवक़्क़ो नही थी..
खाला ने एक दम से मेरी पॉकेट मे हाथ डाला ऑर सोबिया की ब्रा निकाल कर मुझे दिखाई ऑर बोली:
"""""ये होती है ब्रा""""""
खाला ने अचानक ही ये काम कर दिया था. जिसकी वजह से मैं एक दम डर गया. ऑर पीछे हो गया.
खाला ने मुझे गुस्से से कहा: तुम,,,, तुम ने ये ब्रा चोरी की थी सोबिया के शोप्पर से.
मैं खामोश रहा क्यू कि मेरी तो फट गई थी.
खाला: तुम इतने बड़े होगये हो कि अब तुम्हे गर्ल्स की ब्रा वग़ैरह की ज़रूरत भी पड़ने लगी.
ये तुम्हारी पॉकेट मे क्या कर रही थी
तुम इतने बड़े हो गये हो कि अब तुम्हे गर्ल्स के जिस्म की तलब होने लग गई है.
मैं: वो,, खाला आइ आम सॉरी.
खाला: क्या... सॉरी...??? क्या तुम समझते हो कि तुम्हारी ये हरकत सॉरी से ख़तम हो सकती है.
मैं तुम पर कितना ऐतबार करती थी ऑर तुम ने ऐसा किया. तुम ने मेरा ऐतबार ज़ाया कर दिया..
मैं खामोश रहा तो खाला एक बार फिर गुस्से से बोली..... बोलो, जवाब दो. खामोश क्यू हो.. हाआंणन्न्
मैं: खाला प्लेज मुझे माफ़ कर दो. मैं आइन्दा ऐसा नही करूँगा.
खाला ने ब्रा हाथ मे पकड़ी हुई थी. उनको ब्रा मे कुछ नमी नमी सी लगी.. उन्हो ने ब्रा को खोल कर देखा तो वो थोड़ी सी गीली हो रही थी.. गीली तो ब्रा ने होना ही था.. क्यू कि उस पर मेरे लंड का पानी जो गिर चुका था...
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RE: Hindi Sex Kahani खाला के संग चुदाई
खाला: ये गीली केसे हो रही है....????
मैं: वो,,, वो मेरे हाथ से गिर गई थी... वॉशरूम मे..
खाला ने ब्रा को स्मेल कर के देखा ऑर हैरान हो गई..
खाला ने फिर मुझे गुस्से से बोला: अयान तुम,,,,, तुम ऐसी हरकत केसे कर सकते हो..
मैं: खाला मुझे माफ़ कर दो.
खाला: ये गीली केसे हो रही है.. क्या किया है तुम ने????
मैं: वो खाला मुझसे वॉशरूम मे गिर गई थी..
खाला: मेरे क़रीब आ कर गुस्से से.... तुम मुझसे एक ऑर झूट बोल रहे हो... ये वॉशरूम मे गिरी नही है.. इस पर तुम्हारे लंड का पानी निकला हुआ है..
तुम ने इस ब्रा पर मूठ मारी है..,,,
मैं दिल ही दिल मे हैरान हुआ कि खाला को लंड के पानी का पता है... मगर मैं कुछ ना बोला. क्यू कि उस टाइम खाला बहुत गुस्से मे थी.. मैं कुछ नही बोला.. बस खामोश रहा..
खाला मेरे क़रीब आई ऑर मेरा फेस उपर कर के मुझसे बोली: अयान तुम्हे ऐसी क्या ज़रूरत पड़ गई कि तुम ने ऐसी हरकत की...
मैं खामोश रहा... ऑर खाला गुस्से मे बाहर चली गई.. मैं वहाँ ही रूम मे ही खड़ा हुआ था अपनी जगह पर.. मैं बहुत शर्मिंदा था.. क्यू कि खाला ने मुझे रंगे हाथों पकड़ लिया था.....
मुझ मे हिम्मत नही हो रही थी कि जा कर खाला से बात करूँ....... मैं जा कर रूम मे बैठ गया...
कुछ देर बाद मैने फ़ैसला कर लिया कि मैं जा कर खाला से बात करूँ ऑर उन से सॉरी बोलूं..
मैं रूम से बाहर निकला तो देखा कि खाला किचन मे थी.... मैं किचन मे गया.. मेरे क़दमो की आहट से खाला ने एक नज़र मूड कर मेरी तरफ देखा ऑर फिर से अपने काम मे लग गई..... मैं जा कर खाला के पास खड़ा हो गया.. मगर खाला ने मुझ पर नज़र नही डाली ऑर मैं भी सिर झुकाए खड़ा रहा..
मैने हिम्मत कर के खाला का एक हाथ पकड़ लिया मगर मुँह से कुछ ना बोला.. खाला ने मेरी तरफ देखे बिना ही मेरे हाथ को झटक दिया ऑर मेरा हाथ पीछे कर दिया.. अभी तक हम दोनो के दरमियाँ कुछ बात चीत नही हुई थी......
खाला ने जब मेरा हाथ झटक दिया तो मेरी आँखो मे आँसू आ गये.. क्यू कि मैं भी खाला से बहुत प्यार करता था...... मैं बचपन से उसी के पास रहा था ऑर मुझे अहसास था कि मेरी इस हरकत से वो हर्ट हुई होगी..
मैने एक बार फिर से खाला का हाथ पकड़ा ऑर खाला ने फिर मेरे हाथ से अपना हाथ छुड़ा लिया... मैं एक दम नीचे बैठ कर खाला के पाँव पकड़ लिए..
मैं: खाला प्लीज़ मुझे मारो. बहुत पिटाई करो मेरी.... मगर मुझसे नाराज़ ना हो.. मगर खाला ने मुझे उठा कर पीछे कर दिया.. वो सच मे मुझसे नाराज़ हो रही थी.... क्यू कि अगर वो भी मुझसे सेक्स करना चाहती थी. मगर वो भी बर्दाश्त नही कर सकती थी कि मैं किसी ऑर लड़की की तरफ जाऊ...
मुझे रोना आ गया.. ऑर मैं रो पड़ा... खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर मुझे नरम लहजे मे कहा कि अयान यहाँ पर गर्मी है.. तुम रूम मे जा कर लेटो.. मैं आती हूँ. वहाँ ही बात करेंगे.... लेकिन खाला के लहजे से सॉफ पता लग रहा था कि वो गुस्से मे है ऑर मुझसे नाराज़ है.....
मेरी आँखो मे अभी भी आँसू थे... मैं खामोश सा किचन से बाहर निकलने लगा.. खाला मूड कर मेरी तरफ ही देख रही थी...
मैं रूम की तरफ जाने की बजाए मैं डोर की तरफ जाने लगा...
खाला ने मुझे पीछे से आवाज़ दी ऑर बोली: आयाआअन्न्न्न्न,, कहाँ जा रहे हो.. मगर मैने पीछे मूड कर नही देखा ऑर ना ही खाला की बात का कोई जवाब दिया..
मैं मेन डोर तक पहुँचने ही वाला था कि खाला मेरे पीछे पीछे भागती हुई आई ओर मुझे पकड़ लिया... ऑर पूछा:
खाला: बाहर कहाँ जा रहे हो??
मैं: खामोश रहा.. ऑर मेरी आँखों मे आँसू थे..
मेरी आँखों मे आँसू देख कर खाला ने मेरा हाथ पकड़ा ऑर मुझे ज़बरदस्ती रूम मे ला कर बिठा दिया.. ऑर मेरे साथ ही बेड पर बैठ गई... ऑर मुझे देखने लगी.. मगर मैने अपना सिर झुकाया हुआ था....
खाला: गुस्से से.. ये क्या बात हुई कि ग़लती भी तुम ने ही की है.. ऑर ये बताओ कि तुम घर से बाहर कहाँ जा रहे थे..
मैं: मैं अपने घर जा रहा था..
खाला: क्यू जा रहे थे तुम अपने घर हाआआआआअन्न्णेणन्....
तुम ने ग़लती की है. अब मैं तुमसे नाराज़ भी नही हो सकती क्या???
मैं : रोते हुए.. खाला आप बेशक मेरी पिटाई कर लो.. मुझे थप्पड़ मारो.. मगर मुझसे नाराज़ ना हो प्लीज़.. मैं आपकी नाराज़गी बर्दाश्त नही कर सकता............प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़....
मैने खाला के सामने हाथ जोड़ दिए.. खाला की आँखों मे भी आँसू आ गये.. ऑर उन्हो ने मुझे एक दम से अपने सीने से लगा लिया....
खाला: अयान तुम्हे पता है ना कि मैं तुमसे कितना प्यार करती हूँ..
मैं: खाला के सीने से लगा हुआ था मगर खामोश था...
खाला: मैं नही चाहती कि तुम किसी ऑर लड़की के पास जाओ..
जब खाला ने ये बात की तो मैने सिर उठा कर खाला की तरफ देखा.. उनकी आँखों मे भी आँसू थे...
मैं: खाला मैं भी आपसे बहुत प्यार करता हूँ... आप मुझसे नाराज़ नही हो ना...
मैने खाला के आँसू सॉफ किए.. क्यू कि ये तो सच था कि मैं उसकी आँखों मे आँसू नही देख सकता था...
मैने जब खाला के आँसू सॉफ किए तो खाला ने मेरे गाल पर किस की.. ऑर फिर दूसरे गाल पर किस की... ऑर बोली:
अच्छा अब नाराज़गी ख़तम हो गई है. अब ये बात डीस्कस्स नही होगी... ऐसे बिहेव करना है कि जेसे कुछ हुआ ही नही..
मैने खुशी से खाला के गाल पर किस कर दी... खाला भी मुस्कुराने लगी.. ऑर कहा कि तुम ने बदला पूरा नही किया..
मैं: कॉन सा बदला
खाला: मैने तुम्हे 2 किस की थी ऑर तुम ने मुझे सिर्फ़ 1 ही किस की.....
मैने कहा कि चलो मैं बदला पूरा कर देता हूँ..
मैं आगे हुआ ऑर खाला के एक गाल पर किस की ऑर फिर दूसरे गाल पर किस की...
उसके बाद मैने वैसे ही खाला के माथे पर भी किस की...
मैने प्यार भरे अंदाज़ मे खाला के माथे पर किस की तो खाला बहुत खुश हो गई.....
फिर वो मेरे बालों मे फिंगर्स मूव कर के मुझे बोली::: अच्छा थोड़ा सा काम रह गया है.. मैं काम ख़तम कर के आती हूँ....
खाला रूम से बाहर जाने लगी तो मैं भी उनके पीछे पीछे आया ऑर खाला का हाथ पकड़ लिया ऑर उनके साथ ही किचन मे आ गया..
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RE: Hindi Sex Kahani खाला के संग चुदाई
किचन मे आ कर खाला आटा गूंधने की तैयारी करने लगी... किचन मे ऐसी जगह भी थी कि खाला खड़े हो कर आटा गूँथ सकती थी.. मगर खाला ने मुनासिब समझा के फ्लोर पर बैठ कर आटा गूँथने लगी..
उस वक़्त खाला ने दुपट्टा नही लिया हुआ था... खाला जब बैठी थी तो उस टाइम मैं खाला के साथ ही खड़ा हुआ था...
खाला के बैठ ने की वजह से मुझे उसके मम्मे नज़र आने लगे थे... खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर कहा: तुम भी बैठ जाओ..
मीयन: नही मैं ऐसे ही ठीक हूँ..
खाला मुस्कुराने लगी... ऑर आटा गूँथने लगी....
खाला आटा गूँथ रही थी ऑर मैं उसके मम्मे देख रहा था.. उनके हाथ जब जब हिलते तो उनके मम्मो को भी हल्का हल्का झटका लगता..
मुझे उस टाइम खाला के मम्मे बहुत अच्छे लग रहे थे...... आटा गूँथते हुए खाला के बाल उनके फेस पर आने लगे
खाला अपने हाथ की बॅक साइड से बाल पीछे कर देती.. क्योंकि उनके हाथ पर आटा लगा हुआ था...
2,, 3 बार उनके बाल उनके फेस पर आए जिन्हे खाला ने पीछे कर दिया...
ऐसे ही बाल पीछे करते हुए खाला के हाथ पर लगा हुआ आटा उनके माथे (फोर्हेड) पर लग गया... ऑर कुछ आटा एक दम से उनके मम्मों पर गिर गया... ऑर उस मे थोड़ा सा आटा उनके मम्मो की दरमियानी लकीर (क्लीवेज) मे चला गया...
खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर बोला कि: अयान,,,, मेरे हाथों मे आटा लगा हुआ है... प्लीज़ ज़रा इधर आओ ऑर ये माथे पर से आटा सॉफ कर दो...
मैं आगे बढ़ा ऑर खाला के माथे पर से आटा सॉफ कर दिया... खाला ने अपने मम्मो की तरफ देखते हुए कहा...
प्लीज़ ज़रा ये भी सॉफ कर दो..
मैने खाला की आँखे मे देखा तो खाला बोली: अरे जल्दी से साफ करो ना ता कि मैं जल्दी फ्री हो जाऊ....
मैं आगे बढ़ा ऑर खाला के मम्मों के ऊपर से आटा सॉफ किया.. मेरा हाथ जब खाला के मम्मों पर टच हुआ तो मेरे लंड मे हरकत हुई....
जिसे शायद खाला ने महसूस कर लिया..
जब मैने खाला के मम्मो के उपर से आटा सॉफ कर लिया तो खाला थोड़ा सा हिलने लगी....
मैं: क्या हुआ...???
खाला: अरे यार एक तो क्या करूँ इस का???
मैं: हुआ क्या.. ये तो बताएँ...
खाला: यार ये थोड़ा सा आटा मेरी कमीज़ के अंदर चला गया है.. अयान प्लीज़ हेल्प मी.. ज़रा बाहर तो निकाल दो ये आटा..
मैं: एम्म्म,,, मैं,,,, मैं कैसे निकालूं...
खाला: अरे यार तुम देख तो रहे हो कि मेरे हाथ आटे के हो रहे हैं... हेल्प करो...
मैं: मगर..............
खाला: अगर मगर क्या कर रहे हो.. मैं तुम्हारी खाला भी हूँ ऑर दोस्त भी
मैं झिझकते हुए खाला के ऑर भी क़रीब हो गया.. ऑर उनकी क्लीवेज मे उंगली मारी.. मगर आटा तो शायद थोड़ा नीचे हो गया था..
मैने जैसे ही खाला की क्लीवेज मे उंगली मारी तो खाला के जिस्म मे हल्की सी हरकत हुई..ऑर इधर मेरा लंड खड़ा हो गया...
पोज़िशन कुछ यूँ थी कि खाला नीचे फ्लोर पर बैठी हुई थी ऑर मैं उनके उपर झुक कर खड़ा हुआ था.. ऑर मेरा हाथ उनकी क्लीवेज मे था... ऑर मेरा लंड खाला के फेस के क़रीब था ऑर उस मे हल्की हल्की हरकत हो रही थी.. जिसे खाला बखूबी देख रही थी..
मैं उंगली से आटा निकालने की कोशिश कर रहा था तो खाला ने कहा के:::: यार शरमाओ नही.. जल्दी से हाथ डाल कर आटा सॉफ कर दो...
देखो पहले ही इतनी गर्मी है.. मैं तंग हो रही हूँ आटे से...
मैने खाला के क्लीवेज मे हाथ डाला.... उनके मम्मे इतने नरम नरम थे जैसे कि रूई... मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.. ऑर शायद खाला भी एंजाय कर रही थी.. क्योंकि उनके फेस पर स्माइल थी...
आटा तो थोड़ा सा था.. मगर वो खाला के हरकत की वजह से उनके मम्मो पर लग चुका था... अब मैने खाला के एक मम्मे की साइड को हाथ मे लिया ऑर सॉफ करने लगा था..
खाला ने ब्रस्सिएर नही पहना था... मैं पहली बार किसी लड़की के मम्मो को हाथ लगा रहा था.. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.. ऑर मेरा लंड अब पूरी तरफ तैयार हो चुका था..
मैं खाला के मम्मो को रगड़ रहा था... आटा तो बहाना था.. मैं अब खाला के मम्मो से खेल रहा था..
खाला: अरे मेरे ख़याल मे दूसरी तरफ लगा हुआ है आटा तो मैं खाला के राइट माममे पर अपने हाथ मूव करने लगा.. इस तरह मेरा हाथ खाला के निपल पर भी लगा तो खाला को एक दम से झटका लगा ऑर उनकी साँसे तेज होने लगी....
मैं खाला के मम्मो से अच्छी तरफ खेलने लगा.. जब मुझे लगा कि अब बर्दाश्त नही होगा तो मैने अपना हाथ बाहर निकाल लिया..
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11-06-2018, 12:17 AM,
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RE: Hindi Sex Kahani खाला के संग चुदाई
जैसे ही मैने हाथ बाहर निकाला तो खाला ने कहा कि शायद आटा सीने पर से होता हुआ पेट (टमी) तक पहुँच गया है..
अयान ज़रा प्लीज़ मेरी कमीज़ उपर करना... मैने खाला की कमीज़ थोड़ी सी उपर की तो मुझे उनकी टमी नज़र आने लगी..
खाला ने खारिश करने के बहाने अपने टमी पर हाथ लगाया तो हाथों मे लगा हुआ आटा उनके टमी पर भी लग गया...
खाला: लो,,,,, पहले वाला सॉफ नही हुआ ऑर अब ये भी लग गया.. अयान प्लीज़ सॉफ कर दो जानू
मैं खाला की टमी पर से आटा सॉफ करने लगा... मुझे उनकी टमी पर भी हाथ फेरने मे बहुत मज़ा आ रहा था ऑर मेरा लंड भी बार बार झटके मार रहा था...
मुझसे बर्दाश्त नही हुआ तो मैने जल्दी से पेट सॉफ किया ऑर कमीज़ नीचे कर दिया... क्योंकि एक वर्जिन लड़के के लिए इतना सब भी बहुत ज़्यादा होता है..
मैं जैसे ही सीधा खड़ा हुआ तो खाला ने मेरे लंड की तरफ देखा तो हंस पड़ी.. ऑर मुझे बोली
खाला:: लगता है कि तुम बहुत ज़्यादा एग्ज़ाइटेड हो गये थे..
मैं: नही,,, नही तो..
खाला ने मेरे लंड की तरफ इशारा किया,,, तो फिर ये क्या है...
मैने अपने खड़े हुए लंड की तरफ देखा तो शरम के मारे मुझे कुछ समझ नही आया ऑर मैं भी मुस्कुरा कर किचन से बाहर जाने लगा तो मुझे अपने पीछे खाला की हँसी की आवाज़ सुनाई दी...
खाला ने आवाज़ लगाई.. मैं आ रही हूँ.. फिर तुम्हे पूछती हूँ अच्छाआआआआआअ....
मैने पीछे मूड कर देखा तो खाला ने मुझे एक आँख मारी ऑर मैं भी हंस पड़ा...
मैं किचन से निकल कर सीधा टी.वी लाउंज मे आया टी.वी ऑन कर लिया... मगर मुझे टी.वी देखने मे मज़ा नही आ रहा था.. मैं अभी तक अपने हॅंड्ज़ पर खाला के मम्मो की नर्मी फील कर रहा था.. खाला के माममे बहुत नरम नरम थे.. मेरा लंड उस टाइम खड़ा हुआ था.. मैने बहुत कोशिश की कि किसी तरह मेरा लंड बैठ जाए मगर ये साहिब तो बैठ ने का नाम ही नही ले रहे थे.. दरअसल मेरे लंड की भी तो कोई ग़लती नही थी ना..... क्योंकि खाला का जिस्म था ही इतना सॉफ्ट कि अगर मर्द जितना भी शरीफ हो.. बस एक बार मेरी खाला को बिना दुपट्टे के देख ले तो उसकी सारी शराफ़त ख़तम हो जाएगी.
अब मैं सोच रहा था कि खाला को कैसे चोदा जाए.. क्योंकि मुझे तो सेक्स करना भी नही आ ता था.. मैने पॉर्न मूवीस देखी हुई थी मगर रियल मे तो कभी नही किया था किसी के साथ..
मेरी नज़रें तो टी.वी की तरफ थी मगर मेरा माइंड खाला की तरफ ही था.. मैने अपना हाथ लंड पर रखा ऑर आहिस्ता आहिस्ता लंड को मसल्ने लगा... मैने अपनी आँखे बंद की ऑर अपनी शलवार के उपर से ही मूठ मारने लगा... मेरी आँखे बंद थी ऑर मेरी ख़याल मे खाला का नंगा जिस्म घूम रहा था.... मेरी साँसे तेज होने लगी थी ऑर मुझे पसीना आने लगा था.. मैं चाहता था कि जल्दी से मेरे लंड का पानी निकले ऑर मेरे जिस्म को सकून मिले.. मगर लंड साहिब तो आज कुछ ज़्यादा ही जवानी दिखा रहे थे..... मैं तेज तेज मूठ मार रहा था... जब मुझे लगा कि मैं डिसचार्ज होने वाला हूँ तो मैने मूठ मारने की स्पीड तेज कर दी... ऑर मेरे मुँह से एक दम से ही निकला.... उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ खााआआआाअलल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लाआआआआआआआआअ तुम्हाआआआअरर्र्रृिईई चूऊऊऊवटतत्टटतत्त माअरर्र्ररुउुउउन्न्ञणन्.................
मैने अपनी शलवार के अंदर ही अपने लंड का पानी छोड़ दिया था.. ऑर मेरा जिस्म कुछ हल्का सा हो गया..
मैं सोफे पर बैठा हुआ था.. सोफे की बॅक साइड पे दीवार थी मगर दीवार और सोफे के बीच मे तक़रीबन 3 फीट का गॅप था..
जब मेरी शलवार मे ही लंड का पानी निकल गया ऑर मेरा जिस्म हल्का हल्का सा हो गया... मेरी सिक्स्त सेन्स ने कहा कि शायद रूम मे मेरे अलावा भी कोई ओर है... मैने ऐसे ही आँखे खोली.. मगर मेरे सामने तो मुझे कुछ नज़र ना आया... मैं सोफे पर से उठ कर खड़ा हो गया ऑर वॉशरूम की तरफ जाने लगा....
मैं जैसे ही सोफे पर से उठा.. मैने ज़रा सा पीछे घूम कर देखा तो सोफे की बॅक साइड पर खाला दीवार से लग कर खड़ी हुई थी.. उनकी आँखे लाल हो रही थी.. ऑर वो मुझे ही देख रही थी....
पोज़िशन कुछ यूँ थी कि मैं अपना लंड हाथ मे लिए हुए खड़ा था.. ऑर खाला मुझे ही देख रही थी....
मैं एक बार फिर डर गया... ऑर अब मैने सोचा कि "अयान बेटा अब तो बचने के कुछ चान्स नही है.... क्योंकि सुबह से ये 3र्ड टाइम हो गया था... जब मेरी ग़लत हरकत पकड़ी गई थी...
ऑर सब से बड़ी बात तो ये थी कि मैं डिसचार्ज होते हुए जो बकवास कर चुका था.. क खाला तुम्हारी चूत मारू अब मुझे उन वर्ड्स का रिज़ल्ट का पता लग रहा था.. क्योंकि सॉफ ज़ाहिर था कि खाला ने मेरे मुँह से वो वर्ड्स सुन लिए हों गे...
खाला ने मुझे कुछ ना कहा ऑर खाला के मुँह से भी आवाज़ नही निकल रही थी...
खाला ने मुझे कुछ देर तक देखा ऑर मैं खाला को देख रहा था.
फिर खाला बोली:
वो वो,,, वो मैं तुम्हे खाने पर बुलाने के लाइ आई थी.... तुम जा कर चेंज कर लो.. ऑर नहा लो.. मैं खाना लगाती हूँ. फिर खाना खाते हैं...
मैं हैरान रह गया कि खाला ने मुझे कुछ कहा क्यू नही..... ऑर खाला ऐसे बिहेव कर रही थी कि जैसे उनकी चोरी पकड़ी गई हो... मगर फिर मेरे माइंड मे ख़याल आया कि क्या खाला मुझे मूठ मारते हुए देख रही थी?????? क्या खाला मेरे पीछे खड़ी हो कर खुद भी उंगली कर रही थी?????????
फिर मेरे फेस पर एक स्माइल आ गई ऑर मेरा 2न्ड ख़याल मुझे ठीक लगने लगा... ऑर शायद खाला मेरे पीछे खड़े हो कर उंगली ही कर रही थी... जब मैने एक दम से पीछे देखा था तो खाला घबरा गई थी..
मैं यही सब कुछ सोचते सोचते वॉशरूम की तरफ चल पड़ा... ऑर वहाँ से अपना ट्राउज़र पहन कर किचन मे खाला के पास चला गया.... खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर एक स्माइल पास की... ऑर मुझे कहा कि "अयान प्लीज़ हेल्प करो मेरी खाना लगाने मे...
मैने उनके हाथ से कुछ बर्तन लिए ऑर डाइनिंग टेबल पर ले जा कर रख दिए... खाला भी आ गई ऑर फिर खाला ने एक ही प्लेट मे सालन डाला.. ऑर पहला लुक़मा खाला ने खुद ही मेरे मुँह मे डाला.. मैं खुश हो गया..
खाला मेरी तरफ प्यार भरी नज़रो से देख रही थी ऑर मैं भी दिल ही दिल मे खुश हो रहा था कि खाला ने मेरी इस हरकत का बुरा नही माना था... फिर मैने भी खाला को एक लुक़मा खिला दिया... इसी तरह एक लुक़मा वो मुझे खिलाती ऑर मैं एक लुक़मा खिलाता... हम ने खाना ख़तम किया....
खाला किचन मे बर्तन वाघेरा रख कर आई तो मुझे टी.वी लाउंज मे पाया...
खाला: अयान मैं तो थक गई हूँ. मैं सोने जा रही हूँ.. अगर तुम्हे भी सोना हो तो फिर आ जाना..
ये कह कर खाला अपने रूम मे चली गई जो मेरा ऑर उनका कंबाइन रूम था...
मैने भी टी.वी ऑफ किया ऑर खाला के पीछे पीछे कमरे मे आ गया... जब मैं कमरे मे आया तो खाला अपने कपड़े निकाल रही थी अपनी कपबोर्ड मे से...
खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर कहा....... तुम्हारा ये ट्राउज़र तो शायद गंदा था... मैं तुम्हे दूसरे कपड़े निकाल कर दे दूं????
मैं: मगर मैं तो अपने घर से ज़्यादा कपड़े लाया ही नही था...
खाला: देखो गर्मी है.. अगर तुम गंदे कपड़ों मे रहो गे तो तुम्हे अलेर्जी हो जाए गी.. एक काम करो.. तुम ये ट्राउज़र भी उतार दो.. ऑर कोई टोवल या चादर लपेट लो.. मैं तुम्हारे ये कपड़े धो कर डाल देती हूँ.. शाम तक सूख जाएँ गे...
मैं: मगर टवल कैसे लपेट लूँ..
फिर खाला ने मुझे अपना एक दुपट्टा दिया ऑर बोली: लो ये लपेट लो.. टोवल भी गरम होता है.. तुम्हे गर्मी लगे गी उस मे...
मैने खाला से दुपट्टा लिया ऑर दूसरे रूम मे जा कर ट्राउज़र उतार दिया ऑर दुपट्टा लपेट लिए... ऑर अपना ट्राउज़र भी खाला को ला कर दे दिया..
खाला ने मुझसे ट्राउज़र लिया ऑर बोली.... एक तो तुम ये बार बार कपड़े बहुत गंदे कर देते हो ऑर स्माइल मारी...
मैं कुछ ना बोला... मैं एक दुपट्टे मे था.. मैं सोच रहा था कि मेरा लंड तो बार बार खड़ा हो जाता है... अगर इस दुपट्टे मे ये खड़ा हो गया तो फिर तो साफ साफ नज़र आएगा...
खाला मेरे कपड़े वाघेरा सर्फ मे भिगो कर वापस रूम मे आ गई थी.. खाला ने अपने कपड़े निकाले ऑर रूम से बाहर चली गई.. मैने रूम के दरवाज़े के पास आ कर देखा तो खाला वॉशरूम मे एंटर हो रही थी.. मैं समझ गया कि खाला नहाने गई है..
मैं वापस आ कर बेड पे लेट गया ऑर खाला के बारे मे ही सोचने लगा... मैं सोच रहा था कि मैं खाला से कितना प्यार करता हूँ.. ऑर खाला भी मुझसे कितना प्यार करती हैं..
मैं इन्ही सोचो मे गुम था कि खाला कुछ देर बाद रूम मे एंटर हुई... मैने जब खाला की तरफ देखा तो देखता ही रह गया.. .क्योंकि खाला जो लग रही थी ना.. कमाल लग रही थी. खाला ने वाइट कपड़े पहने हुए थे.. रेशमी कपड़े थे ट्रॅन्स्परेंट टाइप के.. खाला का ब्रा भी सॉफ ऑर क्लियर नज़र आ रहा.. ब्रा तो छोड़ो मुझे खाला का पूरा जिस्म सॉफ नज़र आ रहा था.. ऑर उपर से खाला का गीला जिस्म.... वो रेशमी कपड़े भी खाला के जिस्म से चिपके हुए थे....
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11-06-2018, 12:17 AM,
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RE: Hindi Sex Kahani खाला के संग चुदाई
मेरी नज़रें तो जैसे खाला से चिपक गई थी.. खाला ने मेरी नज़रो को समझा तो खाला बोली.. अयान,,,,,, क्या देख रहे हो..
मैं सटपटा गया ऑर बोला: खाला आप बहुत प्यारी लग रही हो..
खाला: अच्छा मैं कैसे प्यारी लग रही हूँ. अभी तो मैं तैयार भी नही हुई..
मैं: खाला आप इन कपड़ो मे बहुत प्यारी लग रही हो.. ये कलर आप पर बहुत सूट कर रहा है.. मगर एक प्राब्लम है..
खाला: प्राब्लम???? केसी प्राब्लम ऑर खाला अपना कपड़ों की तरफ देखने लगी....
मैं: ये कपड़े बहुत ट्रॅन्स्परेंट हैं... सब कुछ नज़र आ रहा है..
खाला: क्या नज़र आ रहा है..... सिर्फ़ ब्रा ही नज़र आ रही है ना.. ऑर ब्रा तो तुम पहले ही देख चुके हो.. ऑर ब्रा से काफ़ी एंजाय भी कर चुके हो..
मैने शरम के मारे सिर झुका लिया ऑर खाला हँसने लगी....
फिर खाला मेरे पास आ कर बेड पर लेट गई.. ओर मैं खाला को देखता रहा ऑर खाला मुझे देखती रही..
मैं बेड पर खाला के साथ लेटा हुआ था. पर हम दोनो एक दूसरे को देख रहे थे.
खाला: यार मैं तो बहुत ज़्यादा थक गई हूँ.
मैं: खाला आप थोड़ा रेस्ट कर लो. आज आप ने अकेले ही सारे घर का काम किया है. थकना तो लाज़मी था.
खाला: ह्म्म मुझे हल्की हल्की नींद आ रही है.
खाला: अयान, जान एक काम करो गे..
मैं: जी,, बोलो.
खाला: जान ज़रा मेरा सिर दबा दो. सिर मे बहुत दर्द हो रहा है.
मैने कहा ठीक है. मैं खाला के सिरहाने बैठ गया ऑर उनका सिर दबाने लगा..
खाला की आँखें खुमार था. उन्हे नींद आ रही थी. मैने खाला की आँखे मे देखा तो उनकी आँखे लाल हो रही थी.
मैं: खाला मैं आप का सिर दबा रहा हूँ.. आप सो जाओ..
खाला के फेस पर हल्की सी स्माइल आई ऑर उन्होने मेरे हाथ पकड़ कर उस पे किस की..
खाला: थॅंक्स मेरी जान..
मैने खाला के गाल पर एक किस की. तो खाला ने मुझे एक स्माइल पास की ओर अपनी आँखे क्लोज़ कर ली.
मैं उनका सिर दबा रहा था. तक़रीबन 10 मिंट तक मैं खाला का सिर दबाता रहा.
फिर मैने खाला को हल्की सी आवाज़ दी... खाला... खाला....
खाला ने मेरी बात का कोई जवाब नही दिया. मैं समझ गया कि वो सो गई है.
मैं भी उनके साथ ही लेट गया ऑर लेटे लेटे उनका सिर दबाने लगा... सिर दबाते दबाते मुझे पता नही क्या हुआ ऑर मैं खाला के फोर्हेड पर हाथ फेरने लगा..
फोर्हेड पर हाथ फेरने के बाद मैने डरते डरते खाला के फोर्हेड पर किस कर दी..
मुझे डर भी लग रहा के कहीं वो जाग ना जाए.
जब मैने उनके फोर्हेड पर किस की तो मैने एक दम से उनके फेस की तरफ देखा.. मगर उनका फेस उसी तरह नॉर्मल था.
मुझे यक़ीन हो गया कि खाला सच मे सो रही है.. क्योंकि ऐसा हो ही नही सकता कि एक लड़की जाग रही हो. ऑर एक लड़का उसके इतने क़रीब हो एक दूसरे की गरम गरम साँसे आपस में मिल रही हों ऑर लड़की के फेस एक्सप्रेशन्स चेंज ना हो.
मैने अपना यक़ीन पक्का करने के लिए खाला के गाल पर किस की...
खाला को कुछ भी फील नही हो रहा था. अब मुझे पक्का यक़ीन हो गया कि वो सो रही हैं.
मैं उनके पास ही लेट गया ऑर उनको देखने लगा.. मेरी खाला सोते हुए बहुत प्यारी लग रही थी. बहुत मासूम सी..मुझे अपनी खाला पर बहुत प्यार आ रहा था.. ऐसा लग रहा था कि जैसे कोई परी उड़ते उड़ते थक गई हो ऑर फिर वो नींद की आगोश मे चली गई हो..
मेरी खाला बहुत खूबसूरत थी या फिर शायद मेरे प्यार की नज़र मे वो दुनिया की सब से हसीन लड़की थी..
खाला के बारे मे सेक्स फीलिंग्स से पहले भी मेरी खाला मेरे लिए ऐसी ही थी. बहुत प्यारी मेरी दोस्त भी ऑर खाला भी... बट सेक्स फीलिंग्स के बाद तो वो मुझे ऑर भी प्यारी लग रही थी..
मैं खाला को सोते हुए देख रहा था. ऑर सोच रहा था कि काअस्स्स्स्शह अगर ये मेरी खाला ना होती तो मैं इन से शादी कर लेता....
ये सोचते सोचते एक ख़याल आया कि क्या हुआ अगर शादी नही हो सकती तो... शादी वाले काम तो हो सकते हैं ना... ये ख़याल आते ही मेरे फेस पर एक स्माइल आ गई..
मैने खाला के राइट गाल पर हाथ रखा ओर उनके सॉफ्ट सॉफ्ट गाल फील करने लगा... मैं उनके फेस पर हाथ फेरने लगा.. तब मेरी नज़र उनके लिप्स पे पड़ी.. उनके पतले पतले गुलाबी होन्ट बहुत अच्छे लग रहे थे.. मैने अपनी एक उंगली उनके लिप्स पर टच की ऑर देखा के खाला को कुछ भी फील नही हुआ तो उस से मेरी हिम्मत बढ़ गई.
मैं खाला के लिप्स पर अपनी उंगली मूव करने लगा.. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. दिल कर रहा था कि अभी उनके होंठो का सारा रस चूस लूँ.. मगर डर भी तो लग रहा था..
मैं अपने जज़्बात पर क़ाबू नही कर पाया ऑर मैं ने अपना सिर उपर उठा कर अपने लिप्स उनके लिप्स पर एक या 2 सेकेंड के लिए रख दिए.
जिस से खाला के जिस्म मे हल्की सी हरकत हुई तो मैं एक दम से सीधा हो कर लेट गया..
खाला ने नींद मे ही हरकत की थी. ऑर मेरे उपर हाथ रख दिया. एक पल के लिए मुझे लगा कि शायद खाला जाग गई है. मगर मेरा अंदाज़ा ग़लत साबित हुआ. खाला सो रही थी ऑर ये हरकत भी उन्होने नींद मे की थी...
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