Hindi Porn Kahani अदला बदली
10-21-2018, 11:54 AM,
#41
RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
सलमान ने कहा: इस तरह से मैंने नूरी की चूतका मज़ा लिया और इसको अपने लंड का दीवाना बनाके चोदने लगा।
फिर उसने हाथ बढ़ाके रूबी की चूचियाँ दबाने लगा, उधर राज की उँगलियाँ रूबी की चूतमें थीं और रूबी बोल रही थी: आह्ह्ह्ह्ह क्या मस्त कर दिया अंकल की कहानी ने,आह अंकल मुझे चोदीये ना प्लीज़।

शिवा: बेटी कौन से अंकल से कह रही हो?

रूबी: पापा आपको मज़ाक़ सूझ रहा है और मेरी चूत में आग लगी हुई है।

शिवा: चलो यार इसकी चूत की प्यास सलमान तुम ही बुझा दो।नूरी और शालू तो सो रही हैं।इसलिए हम तीनों इसको चोद देते हैं।

राज: आह क्या आइडिया है, चलो सलमान तुम नीचे लेटो, रूबी उसके लंड पर बैठो।मैं अभी क्रीम लेकर आता हूँ।

शिवा:ओह तो तुम इसकी गाँड़ मारोगे, वैसे रूबी को गाँड़ मरवाने में मज़ा बहुत आता है।

तब तक सलमान लेट गया था और रूबी ने उसका लंड अपनी चूतमेंडाल लिया।तब तक राज क्रीम लेकर आया और रूबी आगे को झुक गयी ताकि राज आराम से उसकी गाँड़ में क्रीम लगा सके।राज ने दो ऊँगली में क्रीम लगाके रूबी की गाँड़ में ऊँगली डाल दी और अंदर बाहर करके उसके गाँड़ के छल्ले को ढीला किया। फिर उसने अपने लंड में क्रीम लगाके उसकी गाँड़ मेंअपना लंड घुसेड़कर उसने उसकी मोटे चूतरों को दबाने लगा। अब नीचे से सलमान और पीछे से राज उसके दोनों छेदों में धक्के मार रहे थे।तभी शिवा उन दोनों को अपनी बेटी की चूदाइ करते देख मस्ती से भर उठा।अपना लंड सहलाते हुए अब वो रूबी के मुँह के पास आकर खड़ा हो गया।रूबी ने भी मस्ती में आकर अपने पापा का लंड अपने मुँह मेंले लिया।अब उसके तीनों छेद में एक एक लंड था।तभी उसकी मुँह से निकलने वाली गुन्न्न्न्न्न्न्न की आवाज़ से नूरी उठ गइ और आके रूबी को तीन मर्दों से चूदवाते देखने लगीं। वो भी रूबी को मज़े लेते देख कर मस्त होने लगीं।फिर रूबी चीख़ मारके झड़ने लगी,और राज भी उसकी तंग छेद मेंझड़ने लगा।रूबी झड़कर सलमान के ऊपर लुढ़क गयी,शिवा का लंड उसके मुँह से निकल कर हवा में झूल रहा था।सलमान ने प्यार से उसको अपने खड़े लंड के ऊपर से हटाया और नूरी को अपने पास बुलाया और उसे अपने लंड पर बैठकर उसकी चूतमें डाल दिया।फिर शिवा ने नूरी की गाँड़ में क्रीम लगाके उसकी गाँड़ मारनी शुरू की।अब नूरी की सिसकारियाँ गूँज उठी।अब नूरी की चूत उसका ससुर और उसकी गाँड़ शिवा मार रहा था।शिवा ने उसकी झूलती हुई मोटी चूचियो को दबाने लगा।सलमान उसके होंठ चूस रहा था।नूरी भी मज़े से हाऽऽय्यय कर रही थी।और अपनी कमर उठाकर दोनों के धक्कों का जवाब दे रही थीं।फिर दोनों मर्द ज़ोर से धक्के मार कर झड़ने लगे और नूरी भी इस तूफ़ानी चूदाइ से मस्त होकर चिल्ला कर झड़ने लगी।
अब तीनों शांत होकर पड़े रहे फिर सब सोने चले गए।

शालू की नींद क़रीब ३ बजे सुबह खुली,उसको ज़ोर की पेशाब लगी थी, वो उठी और देखी किसब नंगे ही सो रहे थे,तीनो मर्दों के बीच मैं रूबी और नूरी सो रहीं थीं।वो बाथरूम से जब वापस आयी तो देखा की सलमान अंकल जाग गए थे और उसको देखकर मुस्करा रहे थे।वो भी उनको देखकर मुस्करा दी।फिर सलमान उठ कर उसके पास आया और उसको हाथ से पकड़कर बग़ल के कमरे में ले गया और बोला: बेबी,एक बार अच्छी तरह से तुमको चोदने का मन है।

शालू: जी अंकल मैं भी आपसे मज़ा लेना चाहती हूँ।

फिर वो भी बाथरूम से फ़्रेश होकर आया और शालू को बिस्तर पर लेता दिया और उसको बाहों मेंलेकर चूमते हुए उसका बदन दबाना चालू किया।वो भी मस्ती मेंआकर उससे लिपट कर उसके होंठों को चूसने लगी और नीचे हाथ करके उसके लंड को दबाने लगी।अब उसकी चूचियाँ दबाते हुए वो उनको चूसने लगा। शालू आऽऽऽहहहह अंकल करके मस्ती आव भर उठी।

फिर सलमान बोला: बेबी लंड चूसो ना ज़रा। 

वो उठकर उसके लंड पर झुक बहकर उसके सुपाड़े को ऊँगली से सहलाते हुए बोली: अंकल ये आपका कितना मस्त है, पापा की तरह इसमें टोपी नहीं है।

सलमान: बेबी इसका फ़ोरस्क़िन काटा हुआ है।हमारे समाज में ऐसा रिवाज है।

शालू: हाय्य्यय अंकल कितना मस्त है ये। ऐसा बोलते हुए वो जीभ से उसको चाटने लगी।फिर उसने पूरे सुपाडे को मुँह मेंभर लिया और उसको जीभ की मदद से चूसने लगी।

सलमान मस्त होकर बोला: आह्ह्ह्ह्ह मेरी प्यारी बच्ची क्या मज़ा दे रही हो।क्या चूस रही हो आऽऽहहहह। और उसने अपनी कमर उठाके उसके मुँह को चोदने लगा।फिर वो क़रीब आधा लंड मुँह मेंलेकर चूस रही थी और उसके बड़े बॉल्ज़ को सहला रही थी।फिर उसने एक एक करके बॉलस भी चूस और चाटा।अब तक सलमान मस्त हो चुका था,उसने उसको चौपाया बनाया और उसके पीछे आकर उसके चूतरों को चूमा फिर उनको फैलाकर उसने अपनी जीभ से उसकी चूतकी चूदाइ चालू की। शालू काँप के आऽऽह्ह्ह्ह्ह कर उठी।फिर उसने अपना सुपाड़ा उसकी चूत के छेद पर रगड़ा।शालू बड़े ही मादक अन्दाज़ से अपनी कमर हिलाके अपनी उत्तेजना दिखाने लगी।फिर सलमान ने उसके अनारों को दबाया और अपना लंड धीरे से उसकी चूतमें घूसेड़ दिया। शालू की चीख़ निकल गयी और वो बोली: अंकल ज़रा धीरे से करिए ना। सलमान ने उसकी बात ना सुनते हुए एक और करारा धक्का मारा और उसका ८ इंचि लंड शालू के अंदर चला गया।वो अब मस्ती से भरने लगी क्योंकि सलमान उसके निपल्ज़ को रगड़ रहा था। जल्दी ही वो चूदाइ में उसका साथ देने के लिए अपनी कमर पीछे दबाके उसके मस्त धक्कों का जवाब देने लगी।सलमान उसको रंडि की तरह चूदते देख और गरम हो गया और पूरी मस्ती से उसकी चूतफाड़ने मेंलग गया।

शालू चिल्ला रही थी: आह्ह्ह्ह्ह्ह और मारो अंकल आह्ह्ह्ह्ह्ह फाऽऽऽदड़ दो हाऽऽऽय्यय चोदीदीदीदीदीयेयेयेये और फिर वो झड़ते हुए बोली: अंकल मैं गायियियियी। और फिर वो लस्त होकर बिस्तर पर गिर गयी। सलमान का अभी भी झड़ा नहीं थ।वो पास रखी एक क्रीम उठकर अपने लंड पर मला और फिर उसने शालू की कमर उठाके उसके नीचे २ तकिए रखे।इससे उसके गोल चूतर ऊपर को आ गए। फिर उसने चूतरों को फैलाया और उसकी गाँड़ के मासूम से छेद मेंएक ऊँगली क्रीम लगाके डाली, उसकी मोटी ऊँगली जाते ही वो चिहुंक उठी,फफिर सलमान ने क़रीब ५ मिनट तक ऊँगली अंदर बाहर की, उससे उसकी गाँड़ थोड़ी खुल गई। फिर उसने दो उँगलियाँ क्रीम लगाके डालीं और और ऐसे ही ५ मिनट तक अंदर बाहर किया उसके गाँड़ के छेद में। अब शालू को भी मज़ा आने लगा था वो भी कमर हिलाके मज़ा लेने लगी। फिर सलमान ने अपने लंड मैं ढेर सारा क्रीम चुपड़ा और उसकी गाँड़ के छेद में हल्का सा धक्का देकर अपना सुपाड़ा अंदर कर दिया। शालू दर्द से बिलबिला उठी और बोली: आहअंकल दर्द हो रहा है। अंकल प्लीज़ निकाल लो।

सलमान ने ध्यान ही नहीं दिया, और अगले धक्के में अपना आधा लंड अंदर कर दिया। वो चिल्लाने लगी: हाऽऽऽय्य्य्य्य मर गायीइइइइइइइ। फिर सलमान ने उसकी चुचि दबाना शुरू किया और उसको हौसला दिया: बस बेबी अभी मज़ा आएगा देखना। और कहते हुए अपना लंड अंदर तक पेल दिया। शालू फिर कराह उठी। थोड़ी देर बाद सलमान धीरे धीरे लंड अंदर बाहर करने लगा और फिर शालू का दर्द भी मज़े में तब्दील होने लगा।और फिर वो भी चूतरोंको उछाल कर गाँड़ मरवाने लगी।कमरे में थप थप की आवाज़ गूँजने लगी, जोकि सलमान की जाँघों और शालू के चूतरोंके टकराने से आ रही थी।फिर सलमान ने उसकी चुचि दबाते हुए एक हाथ उसकी चूत पर के गया और उसकी चूत मेंदो ऊँगली डाल दिया और उसके दाने को भी मसलने लगा। शालू मज़े से चिल्लाने लगी ।थोड़ी देर बाद सलमान ज़ोर ज़ोर से चोदते हुए झड़ने लगा और शालू भी उसकी हाथ मेंअपना पानी गिराने लगी। फिर दिनों शांत होकर बाथरूम से सफ़ाई करके वहीं पलंग पर लिपट के सो गए।
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10-21-2018, 11:55 AM,
#42
RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
सुबह ६ बजे नूरी की नींद खुली तो उसने रूबी को भी उठा दिया। बाथरूम से फ़्रेश होकर नूरी बोली की चलो तुमको बाहर सैर करती हूँ। नूरी ने एक टॉपऔर घुटनो तक का लोअर पहना और रूबी ने टॉप और एक छोटू सी स्कर्ट डाल ली। नीरू बोली कि ब्रा पैंटी मत पहनना क्योंकि डैडी यहाँ किसिको ब्रा, पैंटी या चड्डी नहीं पहनने देते।
फिर वो दोनों बाहर घूमने निकल गयीं। फ़ार्म हाउस ऊँची दीवारों से घिरा था, और पेड़ों के बीच में चलने का रास्ता अलग से बना था। बहुत अच्छा लग रहा था दोनों को, और वो बातें करती जा रही थीं।
रूबी: जब नज़ीर आता है, तब तो तुम डैडी से दूर रहती होगी।
नूरी: हाँ यार तब तो बस वोहि मुझे चोदता है, जब वो कहीं अपने यार दोस्तों से मिलने जाता है तो मैंने डैडी से चूदवा लेती हूँ।
रूबी: तू कम से कम नज़ीर से तो चूदवाइ है जो जवान आदमी है, मुझे तो कई बार इच्छा होती है की किसी जवान ख़ूबसूरत मर्द से भी फडवाऊँ अपनी। पर मुझे तो बस ४६+ के अंकल या पापा ही मिलते हैं।
नूरी; क्या तू सच में किसी जवान मर्द से नहीं करवाई अब तक?
रूबी: और क्या बोल रही हूँ, सच में अब तक कोई नहीं मिला।शाप मेंतो कई लोग आते है जिनको देख कर मेरा मन उससे करवाने को करता है, पर पापा की निगाह हमेशा मुझ पर रहती है।
नूरी: अरे मस्त जवान आदमी से चूद वाने का मज़ा बहुत अलग होता है।
रूबी: तू किसी ग़ैर मर्द से करी है क्या?
नूरी: अगर मैं कहूँ हाँ तो तू जाके अपने पापा को बताएगी और वो डैडी को और बस मेरा भांडा फूट जाएगा।
रूबी:पागल समझी है क्या मुझको , मैं पापा को क्यों बताऊँगी भला ? बता ना कौन चोदा तुझे?
नूरी: अरे हैं तीन चार नौजवान, पर अगर तू सच में चूदना चाहती है, तो अभी यहाँ इंतज़ाम कर सकती हूँ।
रूबी हैरान होकर बोली: यहाँ ? कैसे?
नूरी:ये सब छोड़, बोल अभी के अभी यहीं मरवानी है क्या?
रूबी ; हाँ मरवानी है, पर है कौन?
नूरी: है एक जवान मर्द, मैं उससे कई बार मरवा चुकी हूँ।बहुत बढ़िया चोदू है।मस्त मोटा लम्बा लंड है उसका।
रूबी की सांसें तेज़ चलने लगी, वो बोली: हाँ मुझे मंज़ूर है, अगर तू ले चुकी है तो मैं भी ले लूँगी।
नूरी: हाँ एक बात, तू क्लास वग़ैरा में विश्वास तो नहीं करती ना, यानी हैसियत कैसी है बड़ा रइस है या ग़रीब?
रूबी: धत्त मुझे उससे क्या, मैंने कौन सी शादी करनी है, मुझे तो मज़ा लेना है बस।हाँ साफ़ सुथरा होना चाहिए।
नूरी: वो सब है, तो मैं बुलाती हूँ।
फिर उसने सेल से किसी को कॉल किया, और बोली: कहाँ है तू?
फिर बोली: ठीक है मेन गेट मेंताला लगाके उसी जगह पर आ जा अभी के अभी। और उसने फ़ोन काट दिया। फिर वो रूबी को लेकर एक कोने के हिस्से मेंले गयी, वहाँ बहुत घनी झड़ियाँ थीं और उसके बीच एक साफ़ जगह थी।दो मिनट के अंदर किसी के आने की आवाज़ आयी और गेट का चौक़ीदार वहाँ खड़ा था। वो अच्छालम्बा और ताक़तवर जवान मर्द था क़रीब २५ साल का,और गोरा भी था, अच्छे परिवार का लगता था,उसका नाम रमेश था।रूबी ने उसे ऊपर से नीचे तक देखा और उसका ध्यान उसके पैंट के आगे की जगह पर गया जहाँ एक बड़ा सा उभार था, जो कि बता रहा था, कि उसका विशाल लंड पूरी तरह खड़ा है।उसने नूरी को नमस्ते किया और फिर रूबी को देखने लगा।बिना ब्रा के उन दोनों के टॉप से उनके निपल्ज़ तने हुए साफ़ दिख रहे थे।
नूरी: कैसे हो रमेश भय्या?
रमेश: ठीक हूँ जी, आप कैसी हैं,यहाँ तो रात भर ख़ूब मस्ती की होगी आप लोगों ने?
नूरी हँसते हुए बोली: अरे आते ही हैं मस्ती करने तो वही तो करेंगे ना।
अच्छा सुनो, ये रूबी है, ये आज गरम हो रही है,उसको चोद कर ठंडा कर दो।
रूबी उसको एकदम से इस तरह बात करते देखके हैरान रह गई।
रमेश: ज़रूर नूरी भाभी, पर आपका क्या, मुझे तो आप की भी चाहिये।
नूरी हँसकर बोली: अगर इसके बाद कुछ बचेगा तो मुझे दे देना।हाँ रूबी, एक बात और कहनी है, इसका वीर्य बड़ा स्वाद है, ज़रूर पीना।फिर वो रमेश से बोली: पिलाएगा ना हम दोनों को अपना रस?
रमेश: अरे ये भी कोई पूछने की बात है,आप दोनों का पेट भर दूँगा इसके रस से, कहते हुए उसने लंड को दबा दिया।
नूरी रमेश को बोली: चलो अपनी पैंट खोलो, और हमको लंड दर्शन कराओ। रमेश ने अपनी पैंट उतार दी और चड्डी से उसका उभार देखके रूबी मस्त हो गयी। फिर उसने अपनी चड्डी उतारी और अपना ८ इंचि लंड हवा में लहरा दिया।
अब नूरी बोली: चल रूबी अपना टॉप ऊपर कर दे ताकि वो तेरी मोटी चूचियों का मज़ा लेले। रूबी ने अपना टॉप ऊपर करके अपनी छातियाँ नंगी कर दीं,रमेश मस्त हो गया और आके रूबी की चूचियाँ दबाने लगा, और मुँह में लेकर चूसने लगा। नूरी बैठकर उसका लंड चूसने लगी। फिर रमेश ने स्कर्ट के नीचे से हाथ ले जाकर उसकी चूत मुट्ठीमें भर ली। रूबी गरम होकर आह्ह्ह्ह्ह करने लगी, फिर उसने दो उँगलियाँ अंदर कर दी और उसकी चूत पानी छोड़ने लगी।फिर नूरी उठकर बोली: रूबी चलो उस, पेड़ के सहारे खड़े होकर झुक जाओ, रमेश पीछे जाकर डालो अंदर।
रूबी पेड़ के सहारे आगे की ओर झुक गई और रमेश ने उसकी स्कर्ट उठाके पीछे से अपना लंड अंदर एक झटके मेंडाल दिया। रूबी की चीख़ निकल गयी,बोली: अरे धिरेएएएएए करो ना।
रमेश ने आधा लंड बाहर किया और फिर से पूरा लंड अंदर कर दिया।फिर उसने फिर रूबी की चूदाइ चालू की।अब वो भी मस्ती मेंआकर अपने चूतरों को पीछे की ओर दबाकर उसका पूरा लंड अंदर गटक रही थी। रमेश उसकी चूचींया दबाके उसको मस्त कर रहा था।अब उसने चूदाइ की स्पीड बढ़ा दी और रूबी पहली बार एक जवान मर्द से चूदाइ का मज़ा पा रही थी। अब वो मस्ती से चिल्ला रही थी: हाऽऽय्यय क्या मस्त चोद रहा है। आह्ह्ह्ह्ह्ह मजाऽऽ आऽऽऽ राह्ह्ह्ह्ह्ह्ह है। और माऽऽऽर्रेर आऽऽह चोओओओओओओओद्द्द्द्द्द्द्द साऽऽऽऽऽऽलेएएएए अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह फाऽऽऽऽड़ दे मेरीइइइइइ चूत । हाऽऽऽऽऽयय्यय मैन्न्न्न्न्न्न गाइइइइइइइइ ।और वो चूतर हिलाके झड़ने लगी, उसने अपनी जाँघों मेंउसके मोटे लंड को भींच लिया था। वो थोड़ी देर बाद हटा तो देखा की नूरी ने अपना लोअर नीचे कर लिया था और अपनी चुचिदबा रही थी उसका टॉप भी ऊपर था और चूचियाँ नंगी थीं और दूसरा हाथ चूतमेंऊँगली कर रहा था।रमेश उसके पास अपना लंड लहराते हुए उसके पास आया और झुक कर उसकी चुचि दबाते हुए उनको चूसने लगा।फिर उसने उसकी चूतमें ऊँगली डाली और उसको गीला पाकर उसको भी पेड़ के सहारे खड़ा होने को बोला। वो झुक कर खड़ी हुई और रमेश उसके पीछे से उसकी चूतमें लंड डाल दिया और उसको बेरहमी से चोदने लगा। क़रीब २० मिनट की धुआँ धार चूदाइ के बाद वो चिल्लाकर झड़ने लगी। फिर रमेश ने अपना लंड बाहर निकालकर कहा: रूबी जी आप इसको चूसो,और फिर मैं आप दोनों को अपना रस पिलाऊँगा। रूबी ने उसके लंड को चूसना चालू किया। वो जल्दी ही झड़ने के कगार पर आ गया और फिर नूरी भी उसके लंड को साइड से चाटने लगी।अब उसने पानी छोड़ना चालू किया जो सीधे रूबी के गले मेंगया और दिर उसने लंड जो अब भी झड़ रहा था, को निकालकर नूरी के मुँह में डाल दिया और वो उसके कामरस को पीने लगी। थोड़ी देर बाद वो दोनों स्वाद लेकर उसका वीर्य चाट गयीं।फिर सबने साफ़ सफ़ाई की और कपड़े पहन लिए।फिर जाते हुए नूरी ने रमेश को १००० रुपए का एक नोट दिया।
वो ख़ुश होकर चला गया।
रूबी और नूरी बंगलेकी तरफ़ चल पड़ी।
रास्ते में नूरी ने पूछा: तो बताओ जवान मर्द से पहली चूदाइ कैसे लगी?
रबी: अरे यार बहुत मज़ा आया।मुझे तो अन्दाज़ा ही नहीं था की जवान मर्द ऐसी ज़बरदस्त चोदते हैं।
नूरी: ये तो है कि जवान जवान होते हैं और अधेड़ अधेड़।
रूबी: और उसका रस भी कितना स्वाद था, पापा का इतना स्वाद नहीं होता।
नूरी: हाँ डैडी का भी बहुत स्वाद नहीं होता, इसके स्वाद की बात ही कुछ और है।
फिर दोनों घर के अंदर घुसे।वहाँ सब चाय पी रहे थे, जो शालू ने बनाई थी।ये दोनों भी चाय पीने लगीं।
सलमान ने पूछा: सुबह की सैर पर गई थीं क्या तुम दोनों?
नूरी: जी डैडी सैर मेंबड़ा मज़ा आया। क्यों रूबी?
रबी: जी बहुत मस्त सैर थी।
और वो दोनों शरारती अन्दाज़ में मुस्करा दीं।
चाय पीते हुए सलमान बोला:तो नूरी तुम रूबीको ताजी हवा खिला लाई?
नूरी: हाँ सब कुछ ताज़ा खाया हमने। और उसने रमेश के वीर्य को याद करके चटकारा लिया।
फिर सबने पूल में ही नहाने का प्लान बनाया और सबसे पहले राज पूरा नंगा होकर पूल की ओर जाने लगा,उसका लंड और बॉल्ज़ चलते हुए हिल रहा था और लड़कियाँ मुस्करा रही थीं।तभी सलमान और शिवा भी नंगे होकर पूल की ओर चल दिए।उनके लंड भी लटके हुए मस्त लग रहे थे।उनके जाने के बाद लड़कियाँ भी खड़ी हो गयीं और सबने कपड़े उतार दिए और अपने मस्त दूध और चूतरों को मटकाते हुए पूल मेंपहुँची।तीनों मर्द पूल में तैर रहे थे, ये भी पानी में कूद कर तैरने लगीं। थोड़ी देर बाद सब थककर कोने में जहाँ पानी कमथा आकर खड़े हो गए। राज ने हाथ बढ़ाकर नूरी को पास किया और उसके बदन पर हाथ फेरने लगा।नूरी भी उसके मर्दाना शरीर को सहला रही थी।अब राज उसके पेट और कमर को सहलाने लगा और वो उसकी छातीसहला रही थी।फिर उसने हाथ नीचे करके उसके लंड और बॉल्ज़ को सहलाना चालू किया। राज का हाथ भी उसकी नितम्बों पर पहुँचा और वी मज़े से उनको दबाने लगा।तभी कोई राज के कंधों पर झूल गयी।उसने देखा कि वो शालू थी। उसने प्यार से अपनी जवान बेटी के गालों पर हाथ फेरा और उसको चूम लिया।वो बोली: पापा आप मेरी ओर ध्यान ही नहीं देते। वो हँसकर बोला: तुम्हारे दोनों अंकल तुम्हारे इतने दीवाने हैं कि वो तुमको छोड़ते ही नहीं।वो हँसने लगी, और राज ने उसको भी सामने खींचलिया और शालू की एक चुचि अपने मुँह में लेकर चूसने लगा और तभी नूरी ने भी उसकी दूसरी चुचि अपने मुँह में भर ली। शालू की आऽऽह्ह्ह्ह्न निकल गई।फिर नूरी बोली: अंकल आप यहाँ ऊपर दीवार पर बैठो ना। राज समझ गया कि लड़कियाँ मस्ती के मूड मेंहै, वो ऊपर बाहर आ कर पानी मेंपैर लटका कर बैठ गया। उसका लंड पूरा खड़ा था। और फिर शालू और नूरी ने उसके लंड और बॉल्ज़ को बारी बारी से चाटना और चूसना शुरू किया। थोड़ी देर बाद नूरी ने उसकी टाँगे उठाकर उसकी गाँड़ चाटनी शुरू की। राज मस्ती से भरके आऽऽहहह बेबी आहकरने लगा, उसके लंड और गाँड़ दोनों मेंजीभ और होंठ हलचल मचा रहे थे। फिर नूरी ने मस्ती से उसकी गाँड़ में एक ऊँगली डाल दी और उसके लंड और बॉलस पर हमला जारी रखा।शालू भी लंड चूसे जा रही थी। तभी शिवा आया और नूरी की चूत को पीछे से सहलाने लगा। अब वो उसकी चूतमेंअपना लंड डाल दिया और पानी मेंउसको चोदने लगा। राज ने शालू को ऊपर खींचकर अपनी गोद में ऐसे बिठाया कि उसका लंड उसकी चूत में पूरा घुस गया। वो आह्ह्ह्ह्ह पापा आह करके उसके लंड पर अपनी गाँड़ उछालने लगी।उधर नूरी को शीवा चोदे जा रहा था, और वो राज के और शालू के संगम वाली जगह पर जीभ लगाकर राज के लंड और शालू के चूत का रस चाट रही थी।सलमान तैरते हुए वापस आया और रबी जो राज को पानी के बाहर से शालू की चूदाइ देख रही थी, अपनी चूत को लाकर राज के मुँह पर दबा दी। अब राज रूबी की चूतचाटने लगा, सलमान पानी से बाहर आया और रूबी की गाँड़ में ढेर सारा थूक लगाकर उसकी गाँड़ में अपना लंड डाल दिया। सब लोग मस्ती से चूदाइ का मज़ा ले रहे थे।फिर थोड़ी देर बाद राज का लंड शालू की चूतमें झड़ने लगा और शालू भी अअअअअइ करके झड़ गयी, नूरी ने नीचे से उनका रसों का मिश्रण पी लिया। उधर शिवा भी नूरी की चूत में झड़ने लगा साथ ही नूरी भी खलास हो गई।आख़िरी में रूबी भी राज के मुँह मेंझड़ गयी और सलमान ने अपना वीर्य रूबी की गाँड़ में भर दिया।फिर सलमान ने उसको घुमाके शालू के मुँह में सामने कर दिया,और शालू मज़े से रूबी की गाँड़ से निकलता हुआ सलमान का वीर्य चाट गयी। सब तृप्त होकर पानी मेंउतरे और नहाके हॉल मेंइकट्ठा हुए।फिर सबने लड़कियों का बनाया हुआ नाश्ता किया।अब सब कपड़ों मेंथे पर किसी ने भी अंडर गर्मेंट्स नहीं पहने थे।लड़कियाँ वापस किचन में चली गयीं।
राज बोला:यार मज़ा आ गया, हमारी बच्चियाँ अब साली रंडियों को भी मात देतीं हैं चूदवाने में।
शिवा: हाँ यार आज तो मैं शालू को रूबी की गाँड़ से सलमान की मलाई खाते देख कर दंग रह गया।
सलमान: अरे मैं भी नूरी को राज और शालू का रस पिते देखकर हैरान हुआ।सच में हम इनको रंडिबनाने में सफल रहे।
और तीनो हँसने लगे।
फिर राज बोला: यार नूरी को तूने कैसे हासिल किया ये तो बताया ,पर ये नहीं बताया किउसको अपने दोस्तों से चूदनेके लिए तुमने कैसे तय्यार किया?
शिवा: हाँ यार बता ना, क्योंकि जब हम दोनों ने बेटी और बहु बदल कर चूदाइ की थी, नूरी तेरे दो और दोस्तों से भी चूद चुकी थी, ऐसा तूने बताया था।
सलमान: हाँ यार शिवा तेरे से तो हमने बहुत बाद में अदला बदली की, नूरी इसके पहले मेरे दोस्तों से चूदवा चुकी थी।
राज: चल ना यार बता, लड़कियाँ तो बेडरूम मेंTV देख रहीं है।
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आगे की कहानी सलमान की ज़ुबानी:::

नूरी को पहली बार चोदने के बाद मैं बहुत ख़ुश था,मुझे घर में ही मस्त माल मिल गया था, इसलिए मैंने अब ऑफ़िस या इधर उधर मुँह मरना बंद कर दिया था। नूरी भी मेरे साथ अब बीवी की तरह रहती थी, और पूरी तरह चूदाइ का मज़ा लेती थी। मैंने उसकी सभी आसनो में चूदाइ कर ली थी।उसको भी मरवाने का चस्का लग गया था, और वो तीनों छेदों में मज़े से लंड ले लेती थी।जीवन मज़े से कट रहा था कि एक दिन मेरे एक पुराने दोस्त का फ़ोन आया, उसका नाम वीर्य प्रताप सिंह था, वो राज घराने से ताल्लुक़ रखता था, और बहुत पैसे वाला था,और उसके साथ मैंने कई लड़कियों को चोदा था।मैंने उसे वीरू बोलता था।
वीरू फ़ोन पर बोला: अरे यार सलामन कहाँ रहता है, आजकल? कितनी दिनों से हम दोनों ने लौंडिया नहीं चोदी।
मैं: यार आजकल काम बहुत रहता है, समय ही नहीं मिलता। मैं उसे ये नहीं बताना चाहता था कि मेरा काम तो अब घर में ही बन जा रहा है, बाहर क्यों जाऊँ?
वीरू: अरे यार मिल ना, कुछ प्रोग्राम बनाते है, बहुत दिन हो गए, हमने साथ मेंलौड़िया नहीं चोदी।
फिर उसके कहने पर हम दोनों एक रेस्तराँ में मिले और चाय पीते हुए बात करने लगे।
मैंने पूछा: घर में सब ठीक है?
वीरू: कहाँ यार, मेरी बहन और जिजे की ऐक्सिडेंट मेंमौत हो गयी, उनकी बिचारि एक ही बच्ची है। अब उसकी देखभाल मुझे और तेरी भाभी को ही करनी है,हमारा इकलौता बेटा तो अमेरिका मेंपढ़ रहा है।
मैं: ओह कितनी पुरानी बात है ये ऐक्सिडेंट वाली?
वीरू: अरे क़रीब ६ महीने हो गए, अब मधु संभाल ली है अपने आप को। पर उसको देख कर दुःख होता है।
मैं: क्या उम्र होगी उसकी ?
वीरू: क़रीब १८ की होगी,१२ थ में पढ़ती है। बड़ी प्यारी बच्ची है।
उसकी उम्र का सुनके मेरा लंड झटका दिया।
मैं: ओह तो भाभी तो उसका बहुत ख़याल रखती होगी?
वीरू: अरे कहाँ उसको तो किटी पार्टी से फ़ुर्सत ही नहीं रहती,उसको तो राजू ही सम्भालता है, वो हमारा अधेड़ नौकर।
मैं चौंक गया , मुझे इसका नौकर राजू कभी अच्छा नहीं लगा। वो औरतों को हमेशा बुरी नज़र से देखता था। और १८ साल की बच्ची का तो वो क्या हाल बनाएगा मैं ये सोचकर बेचैन हो गया।
मैं बोला: यार वो राजू अच्छा आदमी नहीं है, तूने इसके भरोसे मधु को छोड़ कर ठीक नहीं किया। तू ऐसा कर आज अचानक घर पहुँचकर चेक कर किसब ठीक है या नहीं।
वीरू हैरानी से बोला: यार क्या बोलता है, मुझे नहीं लगता है की वो ऐसी हिम्मत करेगा, पर तू बोल रहा है, तो चेक करना ही चाहिए।
मैं: अच्छा वो स्कूल से कितने बजे घर आती है?
वीरू: कोई १:३० बजे।
मैं बोला: और तू घर कितने बजे जाता है?
वीरू: ६ बजे शाम को और तेरी भाभी भी क़रीब उसी समय आती है।
मैं: अभी २ बजे हैं,राजू और मधु घर में अकेले हैं।तू अभी जा और देख सब ठीक है ना? कहीं वो उस बच्ची के साथ कुछ बुरा ना कर दे?
वीरू: यार तू भी चल ना, मेरे पास एक एक्स्ट्रा चाबी है, चल ना यार प्लीज़।
मैं राज़ी हो गया और हम दोनों उसके घर पहुँचे। हमने कार दूर खड़ी की और पैदल ही उसके घर पहुँचे , उसने चुपके से दरवाज़े का ताला खोला और हम अंदर पहुँचे। हाल मेंकोई नहीं था,फिर अचानक एक कमरे से कुछ सिसकियाँ की आवाज़ आयी। हम उस कमरे की तरफ़ बढ़े और हमने एक खिड़की का पर्दा हटाके अंदर झाँका, और हमारे होश उड़ गए।अंदर राजू कमर के नीचे नंगा था और उसकी गोद में मधु उलटी लेती हुई थी, उसकी स्कर्ट ऊपर उठी थी और वो कमर के नीचे नंगी थी , और वो उसके चूतरों पर ज़ोर ज़ोर से थप्पड़ मार रहा था, और उसकी गोरे चूतरों पर उसकी उँगलियोंमें लाल निशान साफ़ नज़र आ रहे थे, फिर उसने उसकी गाँड़ में एक ऊँगली सुखी ही घुसेड़ दी और वो बच्ची चीख़ उठी, तो वो चिल्लाया: बोल हरामज़ादि मेरा लंड चूसेगी कि नहीं? मधु बस रोए जा रही थी। फिर हम दोनों अंदर घुसे, हमें देखकर वी घबरा गया और भागने की कोशिश की पर वीरू ने उसे पकड़ लिया और हाल में लेज़ाकर उसकी पिटायी चालू कर दिया।मैंने देखा मधु बिस्तर पर लेटकर सिसकियाँ भर के रो रही थी।मैंने उसके आँसू पोंछे और प्यार से उसके नर्म गालों पर हाथ फेरा और बोला: बेटी क्या बहुत दर्द हो रहा है।
वो बोली: जी अंकल बहुत दुःख रहा है। तभी वीरू अंदर आया तो मैंने मधु को पेट के बल लेटने को कहा, वो उलटा लेट गयी, फिर मैंने वीरू के सामने उसकी स्कर्ट ऊपर की और उसके गोरे गोल चूतरों पर लाल निशान देखे। मैं वीरू से बोला: ज़रा कोल्ड क्रीम लाओ, उससे इसको आराम मिलेगा। वो क्रीम लाके मुझे दिया, तो मैंने उसके चूतरों पर हल्के से क्रीम लगानी शुरू की,वो आह कर रही थी। मैं बोला: बेटी, अभी अच्छा लगेगा। फिर मैंने उसके चूतरों को फैलाया और उसकी गाँड़ की जाँच की, वहाँ ख़ून की बूँदें थी, मैं बोला: देखो, उस कमीने ने कितनी बुरी तरह से इसकी गाँड़ में ऊँगली डालके कितना दर्द दिया है हमारी बच्ची को।तुमने उस कमीने को अच्छी तरह से मारा या नहीं?
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10-21-2018, 11:55 AM,
#43
RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
वीरू उसके नंगे बदन को देखते हुए बोला: हाँ उस कुत्ते की ख़ूब धुनाई की है मैंने और उसको निकाल दिया है।
मैंने देखा कि उसकी आँखें वासना से भरने लगी थी उसने नितम्बों को देखकर,फिर मैंने देखा उसके पैंट में तंबू तन गया था, अपनी सगी भांजी को वो वासनामय दृष्टि से देख रहा था। फिर मैंने उसकी गाँड़ में क्रीम लगाने लगा।मेरा लंड भी उसकी चिकनी गाँड़ देखकर खड़ा हो गया था। फिर मैंने उसको सीधा लेटने को बोला: वो शर्माते हुए सीधे हो गयी अब उसकी जाँघों पर भी लाल निशान थे, उस कमीने ने यहाँ भी मारा था उस प्यारी सी लड़की को। अब मैंने उसकी जाँघ पर क्रीम लगाई और फिर चूत को देखा, वहाँ भी लाल निशान थे, मैंने उसकी जाँघें फेलाई और उसके चूत में भी क्रीम लगाया और उसकी गुलाबी चूतदेखकर मस्त हो गया जिसपर थोड़े से भूरे से बाल थे।शायद उसने कभी अपने बाल शेव नहीं किया था।मेरा लंड बहुत अकड़ गया था, तभी मैंने देखा कि वीरू अपना लंड मसल रहा था। मैंने मधु से पूछा: बेटी, क्या यहाँ (उसकी चूत को छूकर) भी मारा था उसने?
वो बोली: यहाँ उसने पूरी मुट्ठी में जकड़कर बहुत ज़ोर से दबाया था, बहुत दुखा था,अंकल!
मैंने वीरू की हालत देखी और बोला: देखी वीरू कितना सताया है बच्ची को यहाँ भी उस कमीने ने। वीरू ने भी हाथ बढ़ाया और उसकी चूतपर हाथ फेरकर बोला: आज कमीना, हमारी छोटी सी बच्ची का क्या हाल कर दिया है, और उसकी चूतपर थोड़ा ज़्यादा ही देर हाथ से सहलाया।अब मैंने पूछा: बेटी उसने तुम्हारी छातियों को भी दबाया था?
वो बोली: जी अंकल, बहुत ज़ोर से दबाया था, अब तक दुःख रहा है।
मैंने उसकी टॉप को ऊपर किया तो उसकी छातियाँ जो अनार सी सख़्त थीं को देखा वो भी लाल हो रही थीं।मैंने वहाँ भी क्रीम लगाया और उसकी गोलाइयों को सहलाते हुए पूछा: बेटी अभी भी दुःख रहा है?
वो बोली: जी अंकल बहुत दुःख रहा है।
मैं बोला: देखो वीरू इस कमीने ने कितनी बेरहमी से मसला है इसकी छातियों को! वीरू ने भी उसकी छातियों को हल्के से सहलाया और बोला: हाय मेरी बेटी का तो उसने बुरा हाल कर दिया है।
मैंने पूछा: बेटी कब से वो कमीना तुम्हारे साथ ऐसा कर रहा था? और तुमने अपने मामा को बताया क्यों नहीं?
वो बोली: उसने ये चार दिन पहले से ही चालू किया था और उसने मुझे जान से मारने की भी धमकी दी थी की अगर मैं मामाजी को बताऊँगी तो, मैं डर गयी थी।
उसके मामा ने उसके गाल चूमे और प्यार किया।
फिर मैंने उसका टॉप नीचे किया और उसके स्कर्ट को भी नीचे किया, फिर उसको सोने के लिए बोलकर, हम दोनों अपने लंड को दबाते हुए बाहर हॉल में आकर बैठ गए।
वीरू: यार, अगर हम आज नहीं आते तो वो कमीना पता नहीं इस बेचारी के साथ क्या क्या करता!
मैं: हाँ यार वो हरामज़ादा इसकी नाज़ुक गाँड़ तो फाड़ ही देता।
वीरू: यार एक बात की मुझे शर्म आ रही है कि उस प्यारी सी बच्ची को इस हालत मेंदेखकर भी मेरा लंड खड़ा हो गया।
मैं: देख भाई लंड तो मेरा भी खड़ा है।हालात ही कुछ ऐसे हो गए हैं।इसमें हमारा कोई दोष नहीं है।जवान होती लड़की को नंगी देखकर कोई भी पागल हो जाएगा।
वो बोला: हाँ यार, लेकिन अब राजू को तो निकाल दिया अब इस बेबी का कौन ध्यान रखेगा? मेरी बीवी तो बस पार्टी ही करती रहती है।
मैं बोला: यार मैं अभी इंतज़ाम करता हूँ। फिर मैंने एक दोस्त को बोलकर एक एजेन्सी से एक नौकरानी का इंतज़ाम कर दिया जो कल से आ जाएगी।
वो ख़ुश हो गया और बोला:चलो ये अच्छा हो गया।मेरी चिंता दूर हो गई।लेकिन सच में मैं शर्मिंदा हीं कि अपनी भांजी के लिए मेरे मन में गंदे विचार आए।
मैं बोला: अरे क्या बार बार शर्मिंदा हो रहे हो, इस जैसी जवान सुंदर लड़की को देखकर तो मुर्दे का लंड भी खड़ा हो जाएगा।अब मैं तुमको क्या बताऊँ मेरी बहु --- चलो जाने दो।
वो बोला: क्या बोल रहे थे अपनी बहू के बारे में? बोलो ना।
मैं: अब क्या बोलूँ, वो भी सुंदर है जवान है,और मेरा बेटा अमेरिका मेंरहता है। और उसको मैंने नंगी अपनी चूतमें ऊँगली करते देखा है।
उसकी आँखें बाहर आने लगी, वो बोला: फिर तुमने क्या किया?
मैं बोला: मैं क्या कर सकता था?
वो बोला: नहीं मैं नहीं मानता, बता ना फिर क्या हुआ?
मैं बोला: यार तू किसी को बोलेगा तो नहीं ना? उसने ना बोला। फिर मैं बोला: हाँ अब वो मेरी बीवी की तरह रहती है मेरे साथ।
उसकी आँखें फट गयी और बोला: ओह, इसीलिए आजकल तू लड़कियों को चोदने से मतलब नहीं रह गया क्योंकि घर में ही मस्त माल मिल गया था।
मैं बोला: हाँ यार इसीलिए अब मैं बाहर लड़की नहीं ढूँढता।
वीरू: यार पहले तो तू हर माल मेरे साथ बाटता था, इस बार क्या हो गया?
मैं: यार वो मेरी बहू है, थोड़ा सोचना पड़ेगा।पर एक बात हो सकती है कि तुम मधु को नूरी के साथ रहने दो, तो वो इसका ध्यान भी रख लेगी और अगर तू चाहेगा तो उसको तेरे लिए तय्यार भी कर देगी।
वो बोला: क्या मतलब? मैं समझा नहीं!
मैं: भाई मेरे, अब जब तेरा लंड अपनी भांजी पर आ ही गया है, तो उसको नूरी मानसिक रूप से तय्यार करके उसकी चूत दिलवा देगी।
वो बोला: ओह पर ऐसा करना क्या ठीक होगा? वो अभी बच्ची है!
मैं बोला:अरे कोई बच्ची नहीं है, क्या मस्त दूध हैं और चूत भी जवान हो गईं है। मज़े से चूदवा लेगी।
वीरू अपना लंड मसलते हुए बोला: आह सच कह रहा है तू , वो जवान हो गईंहै, उसको चोदे बिना अब नहीं रहा जाएगा।
मैं बोला: तो फिर कल से उसको बोल देते हैं कि स्कूल के बाद वो सीधे नूरी के पास चली जाए, बाक़ी का नूरी देख लेगी।
वो बोला: ये ठीक रहेगा। चलो उसका हाल देख लेते हैं।
अब हम मधु के कमरे मेंगए, वो सो रही थी, हमारी आवाज़ से वो उठ गयी, और हमको देखने लगी।वीरू ने उसके गालों को चूमते हुए बोला: बेटी,अब दर्द कम हुआ?
वो बोली:जी मामा जी, अब थोड़ा आराम है।
वीरू बोला: एक बार और क्रीम लगा देते हैं, फिर पूरा आराम मिल जाएगा।फिर वो मुझे बोला: लाओ क्रीम ला दो, मैं लगा देता हूँ।
मैंने उसको क्रीम दिया और सोचने लगा की अबकि वो ही मज़ा लेगा।
इसके बाद वो मधु के कुछ कहने के पहले ही उसने उसका टॉप ऊपर कर दिया। अब उसकी छातियाँ कम लाल थीं। फिर उसने वहाँ पर क्रीम लगाया और क्रीम लगते हुए उसकी छातियाँ सहला दिया। और दबाके पूछा: अब भी दर्द हो रहा है?
वो बोली: आह आह अब बहुत कम हो गया है। ऐसा लग रहा था किवो भी गरम हो रही थी।फिर वीरू ने उसका टॉप वापस अपनी जगह पर कर दिया।फिर उसने मधु का स्कर्ट उठाया और उसके चूतऔर जाँघों मेंभी क्रीम लगाया। हम दोनों ने देखा कि उसकी चूतभी गीली हो रही थी।बाद में उसको पलटकर उसके चूतरों और गाँड़ में क्रीम लगाया। फिर उसने उसकी स्कर्ट नीचे किया।
अब हम दोनों का लंड पूरा खड़ा था।
फिर हमने उसको नूरी के बारे में बताया और कहा कि वो तुम्हारा पूरा ध्यान रखेगी।वो ख़ुश हो गयी बोली: मैं तो अकेले बोर हो जाती हूँ और उस कमीने राजू से भी मुक्ति मिल गईं।ये बहुत अच्छा रहेगा।
फिर मैं अपने घर के लिए निकल गया।
घर आकर मैंने नूरी को सब बताया तो वो बोली: उधर उस लड़की के साथ इतना कुछ हो गया और आप उसका मामा उसके लिए अपना खड़ा करके बैठ गए। छी मर्द आख़िर मर्द ही होते हैं। और ये बताइए आपको अपने दोस्त को हमारे सम्बन्धों के बारे मेंबताने की क्या ज़रूरत थी?
मैं उसके हमले से बचाव करते हुए बोला: अरे वो उसका जवान बदन देख कर हमारे मुँह मेंपानी आ गया।और वो हमारे सम्बन्धों के बारे में उसको इसलिए बताया क्योंकि मैं तुम्हारी ज़िंदगी मेंकुछ नयापन लाना चाहता हूँ।
वो बोली: क्या मतलब?
मैं बोला: देखो, हम इतने दिनों से मियाँ और बीवी जैसे रहते हैं और रोज़ कई बार चूदाइ भी करते हैं, पर कुछ नयापन लाने के लिए मैंने सोचा कितुम वीरू के साथ थोड़ी मस्ती कर लो।
वो बोली: कैसी मस्ती? मैं कुछ समझी नहीं।
मैं बोला: अरे मेरी भोली बेबी, तुम चाहो तो वीरू से चूदवा सकती हो।वो एक बार तुमको देखेगा तो पागल हो जाएगा?
वो चौक कर बोली: डैडी छि आप ऐसा कैसे बोल रहे हैं।आपकी बात और है, पर क्या मैं अब आपके दोस्तों से भी करवाऊँगी?
मैं बोला: मेरी रानी बेटी, इसने बुरा क्या है, कुछ तुमको भी बदलाव का मज़ा भी मिलेगा।और ये बात गुप्त भी रहेगी, वो किसी से कहेगा थोड़े ही। और एक बात वो एक तगड़ा मर्द है, तुमको चोद कर मस्त कर देगा।
अब उसका भी विरोध कमहो रहा था, वो बोली:डैडी, आप अच्छे से सोच लो,कहीं कोई प्रॉब्लम ना हो जाए।
मैं बोला: कोई प्रॉब्लम नहीं होगी, क्योंकि वो अपनी भांजी को चोदनेका मन बना लिया है, और मैं भी उसको चोदूँगा ही।इस तरह हम एक दूसरे के भेद को किसी को थोड़े बताएँगे।
वो बोली: ओह तो ये बात है। आपका मन उनकी भांजी पर आ गया है,इसलिए मुझे आप उनको सौंप रहे हो, ताकि बदले में आप उनकी भांजी को कर सको।
मैंने उसको बाहोंमेंलेकर कहा: चलो यही समझ लो, इसने बुरा क्या है? फिर उसको चूमते हुए बोला: बेबी, कल से स्कूल से सीधे मधु यहीं आएगी और २- ५ बजे तक तुम्हारे पास रहेगी। उसको जल्दी से तय्यार कर दो ताकि उसका मामा उसकी चूत का उद्घाटन कर दे और बाद मेंमैं भी उसको चोदूँगा।पहले भी मैं और वीरू लौंडियों को मिल कर चोदते थे।
वो हँसने लगी और बोली: ठीक है डैडी, ये भी कर दूँगी आपके इस लंड के लिए, और ऐसा बोलते हुए मेरा लंड दबाने लगी, वी अब पूरा खड़ा हो गया था। मैंने उसको बिस्तर पर लिटाकर नंगा किया और चोदनेलगा। वो भी मस्ती से चूदवाते हुए बोली: डैडी, वीरू अंकल कैसे चोदते हैं? उनका लंड कैसा है?
मैं बोला: वो मस्त चूदक्कड़ है, और उसका लंड मेरे सो थोड़ा बड़ा ही होगा। तुमको बहुत मज़ा आएगा।हम दोनों कभी तुमको साथ मेंभी चोदेंगे। जैसे ब्लू फ़िल्म मेंहोता है, एक लंड चूतमें और एक गाँड़ में।
वो ये सोचकर ही गरम हो गयी और बोली: आह्ह्ह्ह्ह तब तो मजाऽऽऽऽ ही आऽऽ जायेगाऽऽऽऽऽऽऽ। हाऽऽय्यय और ज़ोर से चोदो आऽऽऽऽहहह फाऽऽदड़द्द दो मेरीइइइइ चूत । और फिर हम दोनों झड़ गए।
अगले दिन का क़िस्सा मुझे नूरी ने बताया।
मधु दोपहर को स्कूल से नूरी के पास आइ और नूरी और वो बहुत जल्दी ही घुल मिल गयी। फिर खाना खाने के बाद वो दोनों आराम करने बेडरूम में आ गयीं।वहाँ पर नूरी बोली:बेबी तुम्हारी चोटों का क्या हाल है?
वो बोली:कल से बहुत आराम है, पर अभी भी बैठने से दुखता है।
नूरी: ओह चलो दिखाओ, मैं चेक कर लेती हूँ।
वो शर्माकर बोली: ठीक हो जाएगा अपने आप, रहने दो ना आप परेशान ना होएँ।
नूरी: अरे डैडी ने कहा है किमैं तुमको दवाई लगा दूँ, नहीं लगाया तो ग़ुस्सा करेंगे।
फिर नूरी ने उसको उलटा लेटाया और उसकी स्कर्ट ऊपर करके उसकी जाँघों पर लाल निशान देखकर हैरान हो जाती है, फिर वो उसकी पैंटी नीचे करती है, और उसके चूतरों की गोलायीयों को लाल देखकर कहती है: बहुत मारा है उस कमीने ने तुमको ।
वो बोली: दीदी छेद में बहुत दुखता है, मैं टॉयलेट करती हूँ तब भी दुखता है।
नूरी: उसके चूतरों को फैलाकर उसकी गाँड़ के छेद को देखती है, और बोली: हाय तेरी तो गाँड़ उसने फाड़ ही दी है, क्या डाला था उसने?
मधु: दीदी उसने एकदम से ऊँगली डालदी थी और बहुत देर तक उसको रगड़ते रहा अंदर बाहर, बहुत दुखाथा वहाँ।
नूरी उसके लिए ऐंटिसेप्टिक क्रीम लायी और उसके छेद में थोड़ी सी ऊँगली डालकर लगाई। वो आह कर उठी। फिर उसने सब लाल निशानों पर भी क्रीम लगाई। फिर उसको पलटकर सीधा लेटाया, अब उसकी चूत उसके सामने थी।उसने जाँघों और चूतपर क्रीम लगाया।
फिर उसकी चूतके बालोंको देखकर बोली: ये बाल क्यों बढ़ाकर रखी हो?
मधु: मैंने कभी साफ़ नहीं किया।
नूरी: पगली इसको साफ़ रखना चाहिए, डैडी बोल रहे थे की उनको और तुम्हारे मामा को भी चिकनी चूतअच्छी लगेगी है ।
वो शर्मा कर बोली: दीदी ये आप कैसे शब्द बोल रही हैं? अच्छा नहीं लगता मुझको।
नूरी: अरे चूतको चूतही बोलूँगी ना, और क्या बोलूँ,वैसे हमारी ज़बान मेंइसको फुद्दी भी बोलते हैं। अच्छा चलो मैं तुम्हारे बाल अभी साफ़ करूँगी। तुम्हारे दूध भी उसने दबाके लाल कर दिए थे ना? ज़रा दिखाओ? फिर नूरी ने उसका टॉप उतार दिया और उसकी बहुत छोटी सी ब्रा मेंफँसे उसके दूध देखकर वो बोली: अरे बेबी तुम ईंतनी छोटी ब्रा क्यों पहनती हो, तुम्हारे दूध अब बड़े हो गए हैं। चलो कोई बात नहीं मैं तुम्हें सही ब्रा दिलवाऊँगी।
फिर उसकी चुचिदबाके उसने पूछा: मधु दुखता है क्या?
मधु: जी हाँ थोड़ा सा, उसने बहुत मसला था इनको।
नूरी ने उसकी चूचियों को क्रीम लगाया और फिर उसके दूध दबाने लगी। नूरी की हरकतों से मधु आह्ह्ह्ह्ह करने लगी।फिर वो झुककर उसकी चुचि चूसने लगी, अब हैरान होकर मधु चिल्लायी हाय्य्य्य्य दीदी आऽऽऽह क्या कर रही हो?
नूरी: अच्छा नहीं लग रहा क्या?
मधु: अच्छा तो बहुत लग रहा है, पर आप ऐसा क्यों कर रहे हो?
मधु बोली: तुमको मज़ा देने के लिए,फिर एक ऊँगली उसकी चूतमें डालके उसके गिलापन का अहसास किया। फिर वो उठकर एक पुराना अख़बार लाई और उसके चूतरोंके नीचे लगा दिया।अब उसने मधु के घुटने मोड़कर उसकी टांगों को फैलाया और उसके बालोंपर बाल साफ़ करने वाली क्रीम लगाई और सब तरफ़ चूतके चारों ओर अच्छी तरह से लगा दी। फिर हाथ धोकर आइ और उसकी चूचियाँ दबाने और चूसने लगीं। मधु मस्त होकर उसका सर अपनी छातियोंपर दबाने लगी, और सिसकारियाँ भरने लगी।फिर क़रीब दस मिनट के बाद नूरी उठकर नीचे आइ, अब उसने रुई की मदद से उसकी बालोंकी सफ़ाई की, जब पूरे बालसाफ़ हो गए तो मधु को बाथरूम जाने को बोल वो अख़बार को बालों के साथ समेटकर कचरे मेंडाल आइऔर बाथरूममेंपहुँची जहाँ मधु अपनी चूत की जाँच कर रही थी। नूरी ने मुस्करा कर उसकी चूतको हैंडशॉवर से धोया और साबुन से अच्छे से धोकर साफ़ किया।फिर उसकी चूतपर हाथ फेर कर बोली: देखो कितनी चिकनी हो गई है। अब तो डैडी और तुम्हारे माना भी बहुत मस्त हो जाएँगे।
वो बोली: दीदी, आप बार बार अपने डैडी ओर मामाजी का नाम क्यों लेती हो?
नूरी बोली: इसलिए कि वो तेरी बालोंवाली चूत देख चुके हैं अब जब इस चिकनी चूत को देखेंगे तो मस्त हो जाएँगे।
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10-21-2018, 11:55 AM,
#44
RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
मधु शर्माकर लाल हो गईं और बोली: दीदी आप भी ना, मैं उनको ये क्यूँ दिखाऊँगी?
नूरी बोली: अरे मज़ा लेने के लिए, मैं तेरा दूध चूसी तो मज़ा आया ना? जब मर्द चूसते हैं तो कई गुना मज़ा आता है।
फिर नूरी नीचे बैठकर उसकी चूतको चूमने लगी। वो आऽऽहहह क्या कर रही हो आप्प्प्प्प्प्प गंदी जगह को क्यों चुउउउउउउम्मम्म रही हो? आपको गंदानहीं लगता।
नूरी बोली: चलो बिस्तर पर मैं तुमको असली मज़ा देती हूँ, वो ऊपर से नंगी थी और अब उसको नीचे से भी नंगी कर दिया। नूरी ने
उसको बिस्तर पर लिटाकर उसके होंठ चूसे फिर उसके दूधों पर टूट पड़ी।वो हाय्य्यय करने लगी और नूरी नीचे को गईऔर उसकी चूतचूमने और चाटने लगी। मधु सिसकारियाँ भरने लगी और अपनी कमर हिलाके अपनी चूत उसके मुँह पर रगड़नी लगी।थोड़ी देर में वो सी सी करके झड़ने लगी।
नूरी ने अपना मुँह साफ़ किया और बोली: कैसा लगा?
मधु: जी बहुत अच्छा लगा।
नूरी : यही काम जब मर्द करता है तो और बहुत मज़ा आता है।
मधु: जिज़ाज़ी भी ऐसा ही करते होंगे ना?
नूरी: अरे तेरे जीजा तो अमेरिका में ही रहते हैं, मैं यहाँ अपना काम डैडी से ही चला राही हूँ।
मधु हैरान होकर: पर वो तो आपके ससुर है ना?
नूरी: हाँ तो क्या हुआ? मेरी प्यास बुझाते हैं वो और मैं भी उनको ख़ुश कर देती हूँ।अब वो और तुम्हारे मामाजी तुम्हारे ऊपर मिट चुके है और तुमको चोदना चाहते हैं।
वो बोली: फिर आप गंदी बात कर रही है ना?
नूरी: अरे चूदाइ को चूदाइ ही बोलूँगी ना और क्या बोलूँ? अच्छा एक बात बताओ कभी किसी की चूदाइ देखी है?
वो बोली: नहीं पर आप क्यों पूछ रही हो?
नूरी: अभी डैडी आते होंगे, तुम चाहो तो छिप कर हमारी चूदाइ देख लेना। फिर तुमको समझ आ जाएगा कि इसमें कितना मज़ा है।
वो थोड़ा सा झिझकी फिर मान गईं।नूरी ने किचन मैं जाकर डैडी को फ़ोन पर सब बताया और वो बोले की अभी आता हूँ, तुम तय्यारीकरो। नूरी ने अपने बेडरूम मेंमधु को एक खिड़की के पास छिपा दिया और बोली: इस स्टूल पर बैठकर आराम से देखो।
तभी डैडी आए और उनको मैंने इशारे से सब समझा दिया कि मधु कहाँ छिपी है, और शो उसके लिए ज़बरदस्त होना चाहिए। वो मुस्करा कर बोले: ज़रूर मस्त होगा।
फिर सलमान कमरे मेंआकर दिखावे के लिए पूछे: मधु आयी थी?
नूरी : हाँ आइ थी अब अपने घर चली गई है।
सलमान: तुमने उसको सब जगह दवाई लगा थी ना? वो अपने कपड़े उतरते हुए बोले।
नूरी भी अपने कपड़े उतारती हुई बोली: जी हाँ मैंने उसके सब जगह क्रीम लगा दी थी। अब वो ब्रा पैंटी मे आ गई थी।
सलमान: उसकी गाँड़ का क्या हाल है? कल तो फटी हुई दिख रही थी? अब ठीक हुई?
नूरी बोली: अब पहले से ठीक है।मैंने वहाँ भी क्रीम लगा दी थी।
अब तक सलमान पूरा नंगा हो गया था, और उसका लंड पूरा खड़ा था और वो उस खिड़की के पास आया ताकि मधु अच्छी तरह से उसका लंड देख सके। अब सलमान बोला: अरे हाँ उसकी चूत के बाल साफ़ किए या नहीं।
नूरी पूरी नंगी होकर बोली: हाँ बिलकुल चिकनी कर दी है मैंने उसकी चूत । सलमान बोला: आहक्या मस्त लगेगी उसकी चिकनी चूत उसका मामा तो पागल ही हो जाएगा।
मधु को बड़ी शर्म आइ किउसके बारे में वो इस तरह की बातें कर रहे थे।लेकिन उसे अच्छा भी लग रह था।
उधर सलमान नूरी को पकड़कर चूमने लगा और उसके बदन पर हाथ फेरने लगा। उधर नूरी ने भी उसका लंड दबाना चालू किया।फिर सलमान उसकी चूचियाँ दबाते हुए उनको चूसना शुरू किया।अब सलमान ने उसको नीचे लिटाया और उसको चूमते हुए उसकी चूत को भी दबाने लगा।
उधर मधु की हालत ख़राब हो रही थी।उसके लिए ये एक अजीब सा अनुभव था, सलमान का लंड उसे बहुत आकर्षक लग रहा था, और उसके निपल्ज़ बिलकुल टाइट हो गए थे और उसकी चूत बिलकुल पनिया गई थी। उसका हाथ उसकी चूतमेंपहुँच गया था, और वो वहाँ ऊँगली कर रही थी।
उधर सलमान नूरी की चूत चाट रहा था और नूरी की सिसकियाँ वहाँ गूँज रही थी फिर सलमान ने अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया और वो बड़े प्यार से उसे चूसने लगी।
मधु आँखें फाड़े ये सब देख रही थी। फिर उसने देखा कि सलमान ने अपना मोटा लंड नूरी की चूतके अंदर कर दिया और ज़बरदस्त चूदाईं चालू किया।कमरे में नूरी की आहें और मज़े की आवाज़ें गूँजने लगीं। नूरी चिल्ला रही थी: डैडी और चोदो मेरी चूतफाड़ दो आह्ह्ह्ह्ह अल्ल्ल्ल्ल्ल्लाहहह क्या मज़ा आऽऽऽऽ राह्ह्ह्ह्हा है।
फिर वो दोनों झड़ गए। सलमान बाथरूम चला गया और नूरी ने बाहर आकर मधु को पूछा: मज़ा आया ?मधु लजाके बोली जी बहुत।नूरी ने हाथ बढ़ाकर उसकी चूचियाँ दबा दीं और फिर चूत को पैंटी के ऊपर से सहला दी। उसने अब मधु के मुँह मेंअपनी चुचि भी ठूँस दी, मधु भी मस्त होकर उसकी छातियाँ चूसने लगी और मज़ा लेने लगी।फिर वो मधु को बोली, अब बाक़ी का मज़ा अपने मामाजी से ले लेना।
फिर उसने मधु को विदा कर दिया और वो अपने घर चली गई।
बाद मेंसलमान ने नूरी को प्यार किया और उसकी तारीफ़ किया कि उसने पहले ही दिन मधु को अपनी पकड़ मेंले लिया और फाँस लिया था। नूरी हँसने लगी।
अब सलमान ने वीरू को फ़ोन किया और बोला: यार, इस नूरी ने तो कमाल कर दिया, उसने आज ही मधु को फाँस लिया है, वो हमारी चूदाइ देखके गयी है, अभी तुम्हारे घर को। अभी लोहा गरम है, तू चोट मार दे।
वीरू ख़ुश होके बोला: वाहये तो बढ़िया हो गया,अभी अभी बीवी का फ़ोन आया था किवो ३ घंटे के बाद आएगी, अब तो घर पर हम दोनों ही होंगे , देखो शायद आज का ही जुगाड़ हो जाएगा।
सलमान: यार आज ही सील तोड़ दे साली की,हाँ एक बात और, नूरी ने उसकी झाँटें साफ़ कर दी है और उसकी चूतको मस्त चिकना कर दिया है। सो आज फाड़ ही दे उसकी मस्त चिकनी चूत।
वीरू: हाँ यार पूरी कोशिश करूँगा किकाम आज ही हो जाए।
सलमान: चलो बढ़िया शुभारम्भ कर लो उसकी चूतका, और हाँ याद रखना हमारा भी नम्बर लगा देना जल्दी ही।
वीरू : ये भी कोई पूछने की बात है, तुम मधु की लेना और मुझे अपनी बहूकी भी दिला देना।
सलमान: ज़रूर यार, ले मेरी बहु से भी बात कर ले और उसको पूछ लो कि वो तुमको देगी या नहीं?
ऐसा कहकर सलमान ने फ़ोन नूरी को दे दिया।
नूरी: अंकल जी आदाब अर्ज़ है।
वीरू:जीती रहो बेटी, आज तुमने हमको ख़ुश कर दिया,एक दिन मेंही तुमने मधु को सेट कर दिया।थैंक्स बेटी।
नूरी: अरे अंकल जी मुझसे जो बन पड़ा मैंने किया, बाक़ी आपके ऊपर है।
वीरू: चलो देखते हैं, अभी मधु घर पहुँचने वाली है, देखें क्या होता है? वैसे बेटी हमें तुमसे भी मज़ा लेना है, सलमान तो मान गया है, दोगी ना ?
नूरी शर्माकर: हाय अंकल आप तो खुल्लम खुला माँग रहे हैं, चलिए ले लीजिएगा आप भी , आख़िर डैडी के दोस्त हैं आप।
वीरू: चलो बढ़िया अब प्लान बनाएँगे तुम्हारी भी लेने का। देखो कॉल बेल बजी, मधु आ गई, रखता हूँ।
नूरी: ठीक है अंकल, बाई और ऑल दी बेस्ट । ये कहकर उसने फ़ोन काट दिया। फिर सलमान बोला: तो तुमने वीरू को चूदाईं के लिए हाँ कर दिया । और हँसते हुए उसकी चूचीं दबा दिया।
उधर वीरू के घर में क्या हुआ, ये मुझे वीरू ने बाद में बताया था।
उधर वीरू ने दरवाज़ा खोला और मधु अंदर आइ। आते ही वो अपने कमरे में चली गई, ये कहकर की मामाजी अभी आती हूँ फ़्रेश होकर।
थोड़ी देर बाद वो हॉल में आयी । उसने एक टॉप और स्कर्ट पहना था जोकि उसके घुटनों के भी थोड़ा ऊपर तक था।वो मस्त लग रही थी।
वीरू ने उसको अपने पास बुलाया और अपने पास सोफ़े पर बिठाया और उसके कंधे पर हाथ रखकर बोला: बेटी, अब तबियत कैसी है? दर्द कम हुआ?
मधु: जी मामाजी अब पहले से आराम है।
वीरू: नूरी बहु ने तुम्हारा ठीक से ध्यान रखा की नहीं?
मधु:जी बहुत ध्यान रखीं वो, बहुत अच्छी हैं दीदी।
वीरू: चलो बढ़िया, और सुनाओ, स्कूल में सब ठीक चल रहा है ना?
मधु: जी सब ठीक है।
वीरू का हाथ उसके कंधे से होते हुए उसकी हाथ पर चलने लगा और वो उसके नाज़ुक हाथ सहला रहा था, जो कि उसकी छातियों के बहुत पास था। फिर उसने कहा: देखो बेटी, इतने दिन मैं और तुम्हारी मामी तुम्हारा बिलकुल ध्यान नहीं रख पाए पर अब मैं तुम्हारा बहुत ध्यान रखूँगा।ऐसा बोलते हुए उसने मधु के गाल चूम लिए। मधु भी ख़ुश होकर अपना सर मामा के कंधे में रख दी।
फिर वीरू बोला: बेटी ये बताओ जैसे उस कमीने राजू ने तुम्हारी छातियाँ मसलीं थीं वैसे कोई और भी किया क्या?
मधु शर्मा ते हुए बोली: नहीं मामाजी कोई और नहीं किया ऐसे।
फिर वीरू ने हल्के से उसकी एक चुचिको छुआ और बोला: अब भी यहाँ दर्द हो रहा है क्या ?
वो बोली: अब पहले से बहुत ठीक है।
फिर वीरू ने उसको हल्के से सहलाना चालू किया और बोला: सच इसको ऐसे प्यार से भी कोई नहीं सहलाया, जैसे मैं सहला रहा हूँ।
वो बोली: नहीं मामाजी कोई नहीं सहलाया।
वीरू: चल झूठी,नूरी कह रही थी की आज उसने इनको बहुत सहलाया है और चूसा भी है, और तुम कह रही हो कि किसी ने नहीं किया।
वो शर्माके बोली: मामाजी वो तो लड़की है ना, मैं तो आदमी की बात कर रही थी।
अब वीरू का लंड उसके क़ाबू मेंनहीं था,वो बोला: अरे चुचि कोई भी दबाए मज़ा तो तुमको आएगा ही ना? हाँ उस कमीने राजू जैसे मसलने से दर्द होगा ही।
अब वो उसको खड़ा होने को बोले, वो उनके सामने खड़ी हो गइ और वीरू ने बैठे हुए उसकी दोनों चूचियों को सहलाना शुरू किया टॉप के ऊपर से और बोला: बताओ बेटी, मज़ा आ रहा है ना?
वो शर्माके और मज़े से आँखें बंदकरके बोली: जी मामाजी ।
वीरू: अच्छा बताओ कौन ज़्यादा अच्छा दबाता है? मैं या नूरी?
वो आऽऽऽऽऽहहह करके बोली: हाऽऽयय्यय मामाजी आपप्प अच्छा दबाऽऽऽऽऽऽते हैं हाऽऽऽऽऽयय्यय। अब वीरू उसके निपल्ज़ को भी हल्के से दबा रहा था।और वो मज़े से मस्त हो रही थी।
अब वीरू ने देखा को मधु मस्त हो गई है तो वो बोला: बेटी ज़रा टॉप निकालो, मैं भी देखूँ कि तुम्हारी छातियों मेंअब लाल निशान हैं या नहीं।
मधु: मामाजी मुझे शर्म आ रही है।
वीरू बोला: अरे मैं पहले भी तो देख चुका हूँ,इनको, फिर क्या शर्माना? ऐसा बोलते हुए वो ख़ुद मधु का टॉप उतारने लगा।अब मधु ने भी उसकी सहायता की और अपना टॉप उतार दिया।उसकी छोटी सी ब्रा में फँसी हुई चूचियाँ देखकर वीरू को लगा वो झड़ ना जाए।
वीरू: बेटी, ये तुम्हारी ब्रा कितनी छोटी है तुम्हारी चूचियाँ तो अब बड़ी हो गयीं हैं।तुमको बड़ी ब्रा पहननी चाहिए।कल मेरे साथ बाज़ार चलना और मैं तुमको नए कपड़े दिलाऊँगा।उसकी ब्रा को छूते हुए वो उसको ब्रा भी खोलने को कहा।अब उसने उसको घुमा दिया और ख़ुद ही उसकी स्ट्रेप को खोल दिया।फिर उसको घुमाके उसकी ब्रा निकाल दिया। अब उसके मस्त संतरे जैसी छातियाँ उसके सामने थीं। उसने उनकी जाँच करने का बहाना करके उसकी छातियाँ सहलाने लगा। फिर उसकी छातियों मेंब्रा के निशान को सहला कर बोला: अब ये ब्रा नहीं पहना करो, ये बहुत छोटी है तुम्हारे इन बड़े संतरों के सामने।
अब वो उनको खुल कर दबा रहा था, और वो मस्ती से भरी जा रही थी,फिर उसने उसकी छाती को मुँह मेंलेकर चूसना चालू किया।अब तो मधु की चूत में जैसे आग लग गई।तभी वीरू ने उसको अपनी गोद में बिठाया,और जैसे ही वो गोद में बैठी उसका लंड उसकी गाँड़ में गड़ा और वो दर्द से चिहुंक उठी।
वीरू: क्या हुआ बेटी?
मधु: जी वो नीचे दुःख गया।वहाँ आपका वो चुभ गया।
वीरू: अरे बेटी कहाँ क्या चुभ गया?
मधु: मामाजी वी आपका वो जो पैंट में है, मेरी पीछे वाले छेद में गड़ा था।
वीरू: ओह समझा मेरा लंड तुम्हारी गाँड़ मेंचुभा यही ना? चलो अब तुम मेरी जाँघ पर बैठो लंड पर नहीं।
अब वो उसको अपनी जाँघ पर बैठाया और अब उसका लंड उसके एक चूतर पर रख दिया। अब वो फिर से उसकी चूचीं चूसने लगा।
फिर वो बोला: इसका मतलब है तुम्हारी गाँड़ अभी भी ठीक नहीं हुई है।चलो उठी अपनी पैंटी उतारो और मुझे जाँच करने दो। उसकी टांगों से पैंटी उतरते हुए उसने उसकी स्कर्ट ऊपर करके उसको अपनी गोद में वैसे ही उलटा बिठाया जैसे उस दिन वो राजू की गोद में थी।फिर उसने मधु के चूतरों को सहलाया और फिर उसके चूतरों को फैलाकर गाँड़ के छेद को देखा और बोला: हाँ अभी ये ठीक नहीं हुआ है।और फिर पास रखी ऐंटिसेप्टिक क्रीम को ऊँगली मेंलेकर उसकी गाँड़ मेंऊँगली डाल दिया, वो चीख़ उठी,आह दुखता है मामाजी।
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10-21-2018, 11:55 AM,
#45
RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
वीरू बोला: बेटी असल में उस कमीने के नाख़ून बहुत बड़े थे,उसिसे तुमको यहाँ घाव हो गया।अब कुछ दिन रोज़ मैं दवाई लगाउँगा तो ये ठीक हो जाएगी।अब उसने कई बार उसकी गाँड़ में ऊँगली डालकर दवाई लगाया और उसकी मस्त गाँड़ का मज़ा भी लिया।
वो बोली: जी ठीक है, आप रोज़ दवाई लगा देना।
अब वीरू ने उसको घुमाया और अब उसकी चूत उसके सामने थी,उसकी चिकनी चूतदेख कर वो बोला:अरे नूरी ने तुम्हारी चूत को कितना चिकना कर दिया,ये तो अब बहुत सुंदर दिख रही है। अब वो झुक कर उसकी चूत को चूम लिया। मधु सिहर उठी और आह कर उठी।अब उसने उसकी चूतको अपनी जीभ से चाटना शुरू किया।फिर उसने उसकी चूतकी फाँकों को फैलाके उसकी गुलाबी चूतका दीदार किया और वहाँ भी जीभ डालकर उसको जीभ से चोदने लगा। अब मधु की हाय्य्य्य्य आऽऽऽहहहह निकल रही थी। वो मस्ती से मजे लेकर चिल्ला रही थी।फिर वो झड़ने लगी और आऽऽह्ह्ह्ह्ह्ह ममाऽऽऽऽऽजीइइइइइइ कहके बार बार झटके मार के झड़ने लगी।
वीरू भी उसकी चूतका पूरा पानी पी गया।अब वो लस्त होकर उसकी गोद में लुढ़क गई।
फिर वो उसको गोद मेंलेकर पलंग पर लिटा दिया। और ख़ुद उसके बग़ल मेंलेट गया।उसने अपने लंड को दबाके सोचा कि चलो आज इसकी सील तो तोड़ ही दूँगा। और वो फिर से उसके बदन पर झुक गया और उसको चूमना चालू किया।
अब वीरू ने मधु का स्कर्ट भी खोल दिया। मधु मस्त होकर बिस्तर पर पड़ी हुई थी।अब वीरू भी नंगा हो गया।मधु ने उसको अभी नंगा नहीं देखा था, क्योंकि उसकी आँखें बंदथीं। अब वो मधु को चूमना शुरू किया और उसकी छातियाँ सहलाने लगा। फिर वो उस पर झुक कर उसकी एक चुचिमुँह मेंलेकर चूसने लगा।उसका दूसरा हाथ उसकी दूसरी चुचि को दबा रहा था और उसकी निप्पल को अंगूठे और ऊँगली के बीच लेकर उमेठ रहा था।अब मधु फिर से गरम होने लगी, और आह्ह्ह्ह्ह्ह करने लगी। फिर उसने अपने मामा के सर को अपनी छाती पर दबा दिया और मज़ा लेने लगी। वीरू ने अब दूसरी चूची को मुँह मेंलिया और एक हाथ उसके चिकने नरम पेट से होते हुए उसकी जाँघों तक पहुँचा और उसकी नरम गुदाज जाँघों को सहलाते हुए वो फिर पेट तक पहुँचा।फिर उसने पेट से जाँघों तक हाथ फेरा। वो जानबूझकर उसकी चूत से अपने हाथ को दूर रख रहा था, उसको उत्तेजित करने के लिए। अब जब फिर से उसका हाथ जाँघों से ऊपर आने लगा, इस बार मधु ने अपनी जाँघें खोल दी, जैसे बोल रही हो कि आओ इसे भी सहलाओ।वीरू उसको और तड़पाने के मूड में था,उसने फिर चूत को बिना छुए पेट सहलाना चालू रखा।अब मधु की छाती चूसकर उसने उस लौंडिया को बेहद गरम कर दिया था।अब फिर उसका हाथ उसकी जाँघों तक पहुँचा और जब ऊपर आने लगा तो मधु से और सहन नहीं हुआ और वो अपनी जाँघे फैलाकर कमर उछालकर अपनी उत्तेजना प्रकट की। पर वीरू तो जैसे चूतको छूना ही नहीं चाहता था, ऐसा दिखाकर फिर हाथ ऊपर पेट की ओर ले जाने लगा। तब मधु ने उसके हाथ पर अपना हाथ रखा और उसको खींचकर अपनी चूतपर रख दिया। वीरू मस्ती से भर गया, सोचा कि क्या मस्त माल है,और वो उसकी चूत को सहलाने लगा। फिर उसकी चूतके अंदर एक ऊँगली डाला, जो थोड़ी ही दूर जाकर चूतमेंफँस गई, वो समझगया कि एकदम कुँवारी चूतहै, आह्ह्ह्ह्ह क्या मज़ा आयेगा इसकी फाड़ने में। उसका लंड साँप की तरह फूफकार रहा था,फिर उसने मधु का हाथ पकड़कर अपने लंड पर रख दिया। मधु इतने मोटे लम्बे लंड के अहसास से काँप उठी, और बोली: आऽऽहहहह मामाजी ये तो बहुत बड़ा है, ये मेरी छोटे से छेद में कैसे जाएगा।
वीरू: अरे बेटी, इस छेद से तो बच्चा निकलता है, फिर मेरा लंड कैसे नहीं जाएगा। और वो उसको लंड हिलाना सिखाए। वो जल्दी ही हिलाना सीख गई।फिर उसने अपने मामा का लंड सहलाते हुए उसको दबाया और उसकी चूतमें आग लग गई थी।वीरू बोला: बेटी कैसा लगा मेरा लंड? पसंद आया ना?
वो बोली: जी बहुत अच्छा है, पर बहुत बड़ा है।
वीरू: नूरी ने बताया कि नहीं किवो अपने डैडी का लंड चूसती है कि नहीं?
मधु के मुँह से निकल गया: हाँ मामाजी वो बहुत मज़ा लेकर चूसती है?
वीरू: तुम्हें कैसे पता? क्या तुमने उसको चूसते देखा?
मधु सकपका कर बोली: वो वो वो मेरा मतलब है किवो मुझे ऐसा बतायी।
वीरू: अच्छा, तो तुम भी इसको चूसोगी क्या, मेरी रानी बेटी?
मधु उसके लंड से खेल रही थी , उत्तेजित होकर बोली: आप चाहते हो कि मैं चूसूँ?
वीरू: हाँ बेटी, अगर तुम इसको चूसोगी, तो हम दोनों को बहुत मज़ा आएगा।
मधु ने नूरी की हरकतें याद की और उसके लंड पर अपनी जीभ फेरी जैसे नूरी ने किया था। उसे बहुत मज़ा आया और फिर उसने उसके सुपाडे को चूसना चालू किया।अब वो मस्त हो गई और उसने लंड को चूसना चालू किया। वो मुश्किल से आधा लंड भी नहीं चूस पा रही थी, लंड था ही इतना बड़ा। उसका मुँह दुखने लगा और वो लंड को मुँह से निकाल कर बोली: मामा जी अब मुँह दुःख रहा है।
वीरू: अरे बेटी, पहली बार के लिए मस्त चूसा तुमने, धीरे धीरे एक्स्पर्ट बन जाओगी।चलो अब तुम्हारी चूतचाटकेगीली कर दें, फिर चोदेंगे तुमको। ठीक है ना?
वो बोली: जो आपको ठीक लगे कर लीजिए।
अब उसने उसकी जाँघें फैलाकर उसमें अपनी जीभ डाल के उसको चाटना चालू किया। वो मस्ती से आऽऽहहहह करने लगी।
अब वो अपने लंड मेंख़ूब सारा थूक लगाया और उसकी चूत की फाँकों को फैलाकर उसने अपना सुपाड़ा उसके छेद मेंलगाया और हल्के से धक्का देकर अपना सुपाड़ा उसकी छेद को फाड़ते हुए अंदर पेल दिया और उसकी सील टूट गई। वो चिल्लाने लगी: आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह माऽऽऽमम्माऽऽ जीइइइइइइ छोड़ दीजिए मर जाऊँगी।
वो रुका नहीं और एक धक्के से आधा लंड अंदर कर दिया।अब वो रोने लगी, और गिड़गिड़ाने लगी, मुझे छोड़ दीजिए प्लीज़ बहुत दुःख रहा है। फिर वीरू ने उसकी छातियाँदबाके उसके निप्पल को ऐंठना शुरू किया। फिर वी उसकी छातियाँ चूसकर उसको मस्त कर दिया। अब उसको थोड़ा अच्छा लगा फिर वीरू ने उसके आँसू पोछते हुए कहा: बेटी अब अच्छा लगा? और अंदर डालूँ अभी आधा ही गया है।
वो बोली: जी अब कम दुख रहा है।
अब वीरू ने एक आख़री धक्का लगाया और उसका पूरा लंड घुस गया।फिर उसने उसकी छातियाँ और उसके होंठ चूसे।जब वो पूरी गरम हो गई तो वीरू ने चूदाइ चालु किया।शुरू में मधु को दुःख रहा था पर जल्दी ही वो मज़े में आ गईंऔर मस्ती से चूदाइ का मज़ा लेने लगी। वीरू ने बरसों बाद ऐसी कच्ची कली का मज़ा लिया था,वह चाहता था कि ये मज़ा कभी ख़त्म ना हो, वो आराम से चूदाइ कर रहा था, उसको पता था किये कली जो अब फूल बन गयी है, उसका बड़ा लंड धीरे धीरे ही झेल पाएगी।क़रीब आधा घण्टे की चूदाइ के बाद मधु ने बड़बड़ाना शुरू कर दिया: आऽऽऽहहहह ममाऽऽऽऽऽऽ जीइइइइइइइइ बड़ा मज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाऽऽ आऽऽऽऽऽ राह्ह्ह्ह्ह्ह्ह है हाय्य्य्य्य्य मई गाइइइइइइइ , और वो झड़ने लगी तभी कुछ धक्के और मारके वीरू भी झड़ गया।जब वो अपना लंड निकाला तो उसका लंड लाल था ख़ून की बूँदों से, उसने देखा कि चादर मेंभी ख़ून और उनका रस गिरा हुआ था।उसने लेटी हुई मधु से बहुत देर तक प्यार किया और बोला: बेटी अब तुम एक मस्त तयय्यार माल बन गईंहो और तुम्हारी चूत अब पूरी खुल गई है, अब तुम्हें चूदाइ का भरपूर मज़ा दिलवाएँगे।ऐसा कहते हुए उसकी चुचि चूसने लगा।फिर वो बोला: देखो बेटी तुम्हारी चूत फट गई है,और इसमें से ख़ून भी निकला है, और ही सामान्य बात है, घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है।चलो बाथरूम चलकर तुम्हारी सफ़ाई कर देते हैं।
वो बोली: मामाजी मैं अपनी सफ़ाई ख़ुद कर लूँगी आप परेशान ना होएँ। वो उठकर बाथरूम गयी , उसने चादर मेंलगे ख़ून को देखा और वीरू की तरफ़ देखी, वो मुस्कुराया और बोला: बेटी सील टूटी है ना, तो थोड़ा सा ख़ून तो निकलेगा ना। वो भी मुस्करा दी और बाथरूम जाने लगी पर उसको चलने में थोड़ी तकलीफ़ हो रही थी। वो सफ़ाई करके वापस आइ तब तक वीरू ने चादर बदल दी थी। उसकी परेशानी के साथ चलते देख वीरू ने कहा : तुम ऐसा करो कि आज जल्दी खाना खाके सो जाना। आज तुम बहुत थकी हुई दिख रही हो। अच्छा एक बताओ, कैसा लगा चूद वाना ? मज़ा आया या नहीं?
वो वीरू के गोद में नंगी बैठ गई और उसके गर्दन मेंहाथ डालकर उसको चूमते हुए बोली: मामाजी आज तो मैं सच में बहुत ख़ुश हूँ। पहले नूरी ने मुझे बहुत मज़ा दिया और फिर आपने वो जो नीचे चाटा और अब ये चूदाइ आह्ह्ह्ह्ह बड़ा मस्त दिन था आज का।मामाजी आप मुझे रोंज ऐसा मज़ा देगे ना? वीरू को उसकी बातों ने मस्त कर दिया वो बोला: अरे बेटी क्यों नहीं हम रोज़ चूदाइ करेंगे और ख़ूब मज़ा देंगे तुमको। और वो जो सलमान अंकल है ना, वो भी जब से तुम्हारी चूत और छातियाँ देखा है, तुमको चोद ने के लिए पागल हो रहा है।
वो बोली: क्या वो भी मुझे चो-- मतलब करेंगे?
वीरू बोला: बेटी चो-- बोलकर रुक क्यों गई? बोलो चोदेगे। बोलो बोलो।
वो बोली: हाँ वही, क्या वो भी मुझे चोदेगे?
वीरू: हाँ वो भी जल्दी ही तुमको चोदेगा।
वो शर्माकर उसकी छाती में अपना सर छुपा ली।
वीरू: चलो तुम कपड़े पहन लो, मैं तुमको खाना खिलाकर सुला दूँगा।फिर तुम्हारी मामी के साथ मैं भी खा लूँगा।
फिर उस रात और कुछ नहीं हुआ।
अगले दिन सुबह की चाय पर ही मधु ने कहा कि वो स्कूल नहीं जायगीक्योंकि उसके पैर में मोच आ गई है।उसकी मामी ने कोई ध्यान नहीं दिया, मैंने उसको सहमति दे दी। फिर मैं अपने ऑफ़िस चला गया और उसको बोल गया जब मामी चली जाए पार्टी में तो मुझे फ़ोन कर देना। क़रीब ११बजे उसका फ़ोन आया कि उसकी मामी चली गई है। मैंने उसको कहा किमैं ड्राइवर भेज रहा हूँ, तुम उसमें एक दुकान मेंआ जाओ मैं तुमको वहीं मिलूँगा,हम तुम्हारे लिए कपड़े ख़रीदेंगे। वो ख़ुश हो गई और फिर एक घंटे के बाद हम कपड़े के एक बड़ी दुकान मेंपहुँचे। दुकान में पहुँचकर मैंने उसको सबसे पहले ब्रा पैंटी लेने को बोला। वो मुस्करा कर बोली:आपको मेरी इनकी (अपनी छातियों की ओर इशारा करके)बड़ी फ़िक्र है?
वीरू बोला: सिर्फ़ इनकी नहीं बल्कि इसकी( उसकी चूत की ओर इशारा करके) भी उतनी ही फ़िक्र है। और वो दोनों हसने लगे।
दुकान मेंसेल्ज़ गर्ल जिसकी उम्र क़रीब ३५ साल की थी, उसका रंग गोरा था, भरे बदन की थी वह और उसकी बड़ी बड़ी छातियाँ टॉप मेंजैसे समा ही नहीं रही थी, नीचे उसने जींस पहनी थी जिसने उसके बड़े गोल चूतर बड़े ग़ज़ब ढा रहे थे,को वीरू ने कहा: बेबी के लिए ब्रा और पैंटी दिखायीये।
वो बोली: साइज़?
वीरू बोला: आप इनको ट्राइयल रूम मेंले जाइये और ख़ुद इसका साइज़ डिसाइड करिए।
वो बोली: ठीक है, आओ बेबी।
सेल्ज़ गर्ल अपने साथ४/५ ब्रा लेकर अंदर गईऔर क़रीब १५ मिनट के बाद दोनों बाहर आयीं तो दोनों के चेहरे थोड़े लाल से हो रहे थे। वीरू को लगा कि अंदर कुछ ऐसा हुआ है कि वो दोनों थोड़ी गरम दिख रहीं थीं।उसने मधु को पूछा: बेटी साइज़ डिसाइड हुआ?
वो बोली: जी मामाजी हो गया।
फिर उस लड़की ने ३२ साइज़ की कुछ ब्रा लाकर रख दी। वीरू ने साइज़ पढ़ा और धीरे से बोला: सिर्फ़ ३२, तुम्हारी मामी का तो ४० साइज़ है।लेकिन कोई बात नहीं तुम्हारी भी ३४/३६ तो अगले ३/४ महीने में मैं और सलमान कर ही देंगे। वो शर्मा गई,लेकिन बोली: अगर ऐसा है तो अभी सिर्फ़ दो ही ले दीजिए फिर कुछ महीने बाद तो बड़ा साइज़ लेने आना ही पड़ेगा। उसकी बात सुनकर वीरू का लंड खड़ा हो गया। उसने काउंटर के नीचे से उसकी जाँघ पर एक चिमटी काटा और बोला: बड़ी बदमाश हो गई है तू! 
फिर उसने इधर उधर देखा, कोई आसपास नहीं था, तो उसने मधु का हाथ अपने पैंट के ऊपर रख दिया, और वो भी उसके लंड को पैंट के ऊपर से दबाने लगी।वीरू सोचने लगा कि एक ही दिन में ये साली रंडि जैसे बन गई है। उधर वो सेल्ज़ गर्ल और कपड़े लेने गयी थी तो वो बोला:अंदर क्या किया उस लड़की ने तुम्हारे साथ? वो चौंक गई और बोली: कूकूकूच्च्च्च नहीं की।
वीरू आँख दिखाकर बोला: सच बोलो।
वो डर के बोली: उसने मेरी ब्रा उतार दी फिर मेरे दूध पर पड़े टाइट ब्रा के निशानों को सहलाते हुए उनको दबाने लगी, और फिर मुँह मेंलेकर चूसने लगी। फिर उसने अपने टॉप को ऊपर करके मुझे भी अपने दूध पिलाए।
वीरू हैरान होकर उसको देखने लगा और बोला: १५ मिनट में तुम दोनों ने इतना कुछ कर लिया।वो झेंप गयी और बोली: सॉरीमामाजी आगे से ऐसा नहीं होगा।
वो बोला: अरे बेटी इसमें सॉरी की क्या बात है, जवानी तो होती ही है मज़े लेने के लिए, क्या उसने तुम्हारी चूत को भी छुआ?
वो बोली: हाँ पैंटी के ऊपर से हो छुआ। फिर मैंने कहा देर हो रही है बाहर मामाजी खड़े हैं तो उसने मुझे छोड़ दीया और मेरा और उसका सेल नम्बर हमने ले लिया है।
वीरू; यार तुम तो बड़ी तेज़ निकली, इतनी जल्दी से मज़े लेने लगी हो।
तभी वो सेल्ज़ गर्ल आ गयी, कुछ पैंटी लेकर और उनको दिखाने लगी। पैंटी देखते हुए वीरू बोले: बेटी क्या तुम्हारी शादी हो गयी है?
वो लड़की बोली: जी हाँ सर, क्या हुआ?
वीरू: नहीं कुछ नहीं, अगर तुम शादी शुदा हो तो इस बच्ची के साथ ये सब क्यों किया?
वो एकदम से डर गई, उसने शिकायत भरी नज़रों से मधु को देखा और बोली: सॉरीसर, ग़लती हो गई, इस बार माफ़ कर दीजिए, आगे से ऐसा नहीं होगा।
वीरू बोला:अरे ऐसा क्यों कह रही हो, मैं तो सिर्फ़ पूछा, और कोई बात नहीं, बेटी, तुम परेशान मत हो जाओ।अच्छा ये बताओ क्या तुम्हारे पति तुमको संतुष्ट कर पता है या नहीं?
वो बोली:जी वो पिछले साल एक कार ऐक्सिडेंट में अपनी कमर की चोट के कारण अब चलने से भी लाचार हैं, उनके कमर के नीचे का हिस्सा अब काम नहीं कर रहा है।मुझे माफ़ कर दीजिए, मेरी शिकायत मत करिए, मैं ये नौकरी नहीं खो सकती।
वीरू हँसकर बोला: अरे बेटी ऐसा कुछ नहीं है, मैं तो तुम्हारी हर तरह से मदद करना चाहता हूँ।तुम्हारे कितने बच्चे हैं?
वो बोली: जी एक वो क्लास टूमेंपढ़ता है।
वीरू बोला: तुम्हारा नाम?
वो बोली: जी कविता।
वीरू: चलो, कविता तुमको बिलकुल परेशान होने की ज़रूरत नहीं है।
फिर वो पैंटी पसंद किए, फिर वो मधु से बोला: तुम अपनी कविता दीदी को बोलो की कोई सेक्सी लिंगरी भी दिखाए तुम्हारे लिए?
अब कविता चौंकी और वी समझ गई की ये मामा और भांजी भी लगता है फसे हुए हैं, वरना कोई अपनी भांजी के लिए ऐसे कैसे बोलेगा। वो मुस्कराहट के साथ बोली: अभी लाईं सर!
वीरू बोला: अरे बेटी क्या सर सर लगा रखा है, मैं इसका भी मामा और तुम्हारा भी मामा , ठीक है?
वो बोली: जी ठीक है, मैं अभी लाईं।
उसके जाने के बाद वीरू मधु को बोला: आज इसको साथ ले चले, तुम्हें चूदाइ की ट्रेनिंग दे देगी।उसका पति उसको चोदनहीं पता इसलिए प्यासी है बेचारी।
वो हंस कर बोली: आपको जो करना है करिए।
तभी कविता कुछ लिंगरी लायी, तो वो बोला: बोलो मधु कौन सा लोगी?
मधु ने देखा की सब के सब बिलकुल पारदर्शी थे, वो शर्माकर बोली: छी मामाजी इसमें तो पूरा नंगा दिखेगा।
वीरू: वही तो मज़ा है बेबी, क्यों कविता , ठीक है ना?
कविता: जी लिंगेरी तो होती इसीलिए है, इसने छुपता कम है दिखता ज़्यादा है। और वो हँसने लगी।
वीरू: चलो ये पिंक वाली मधु को ले दो और कविता ये ब्लैक वाली तुम ले लो, मैं पैसे दे देता हूँ।
कविता चौक कर बोली: मैं? मेरे लिए क्यों?
वीरू: बस हमारी इच्छा, प्लीज़ ले लो।
कविता रुआंसी होकर बोली: मुझे किसने देखना है मामाजी?
वीरू : अरे बेटी हम देखेंगे, और शरारती मुस्कराहट के साथ उसको आँख मार दी। कविता शर्मा गयी। फिर वीरू ने पूछा: तुम्हारा लंच ब्रेक कितने बजे से है?
कविता: बस दस मिनट के बाद।
वीरू: चलो हम बिल के पैसे देकर बाहर तुम्हारा इंतज़ार करते है, तुम आओ हम साथ खाना खाएँगे। वो सर हिलाकर चली गयी।
फिर उसके आने के बाद वो तीनों एक बड़े रेस्तराँ में घुसे और वीरू ने उनसे एक कैबिन माँगा और वो एक छोटे से कैबिन मैं बैठ गए । वीरू सोफ़े पर बैठा और मधु उसके बग़ल में और कविता सामने की कुर्सी मेंबैठी। एक वेटर आया और वीरू ने पूछा: कविता वाइन पीती हो?
वो बोली: जी मामाजी कभी कभी।
वो बोला:३ रेड वाइन लाओ और कुछ स्नैक्स,फिर वेटर ऑर्डर लेकर चला गया।
अब वीरू ने मधु को बोला: तो आज कविता ने ख़ूब मज़ा दिया तुमको?
मधु शर्मा गई: आप भी मामाजी बहुत ख़राब हैं।
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10-21-2018, 11:55 AM,
#46
RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
वो मुसकुराता हुआ उसके गाल चूम लिया और फिर उसके होंठ चूसने लगा, कविता हैरान होकर देख रही थी की मामा भांजी क्या कर रहे हैं! तभी वीरू ने उसकी एक चुचि दबाने लगा। वो मज़े से दबवा रही थी, फिर उसके जाँघ पर भी वो हाथ फेरा, और वो सी सी कर उठी। ये देखकर प्यासी कविता की छातियाँ भी उठने बैठने लगी। वीरू ने जब देखा कि कविता भी मस्त हो रही है, तो उसने मधु को कहा कि बेटी तुम कुर्सी पर बैठ जाओ, और कविता को यहाँ बैठने दो।मधु और कविता ने जगह बदल ली और वीरू ने कविता के होंठों को चूमना चालू किया, एक मिनट के लिए झिझकने के बाद उस भरपूर जवान लड़की ने भी वीरू का साथ देना शुरू कर दिया। मधु आँखें फाड़कर इस तरह का चुम्बन देख रही थी, ऐसा लग रहा था कि दोनों एक दूसरे को चूस डालेंगे। मधु की चूतएकदम से गीली हो गई।उधर वीरू के हाथ अब कविता की ३८ साइज़ की बड़ी चुचि तक पहुँच गए थे और वो उसको मस्ती से दबा रहा था। फिर उसने कविता के कान में बोला: बेटी लंड सहलाओ ना।
कविता ने अपने हाथ उसके पैंट के ऊपर से लंड पर रखा और दबाने लगी और बोली: हाय्य्य्य्य मामाजी ये तो बहुत बड़ा है।
वीरू: बड़ा है तभी तो तुमको बड़ा मज़ा देगा, बोलो चूदवाओगी ?
कविता: आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह इसको कौन मना कर सकता है मामाजी, ये इतना मस्त है, और उसके लंड को ज़ोर से दबाने लगी।
वीरू बोला: तुम अपनी शॉप में फ़ोन करके आधे दिन की छुट्टी ले लो, फिर हम घर चलते हैं खाना खाकर और वहाँ फिर मज़ा लेंगे।क्यों मधु ठीक है ना?
वो बोली: जी जैसा आप कहें!
फिर कविता ने छुट्टी ले ली और वाइन लेकरनऔर खाने के बाद वो तीनों घर के लिए निकल पड़े।तीनों को वाइन का और चूदाइ का सुरुर था,और दोनों लड़कियों की चूतगीली हो रही थी और वीरू का लंड एकदम अकड़ गया था।
घर पहुँचकर वो तीनों सोफ़े पर बैठे।मधु ने पानी पिलाया। फिर कविता बाथरूम चली गईऔर वीरू ने मधु को गोद में बिठाकर उसको चूमने लगा।वह भी मस्ती मेंआकर उसके चुम्बन का जवाब वैसे ही देने लगी जैसे उसने कविता को देते देखा था। वीरू को लगा की वो झड़ ना जाए, उसने इस छोटी सी लड़की से इस तरह का सेक्सी रेस्पॉन्स का नहीं सोचा था।कविता बाथरूमसे आकर उनके बग़ल मेंबैठ गई और हाथ बढ़ाकर मधु की चुचि दबाने लगी। और वक हाथ वीरू के लंड पर रखकर दबाने लगी।फिर वीरू ने मधु का टॉप उतार दिया और ब्रा के ऊपर से उसकी चुचि को चूमने लगा।कविता ने उसकी ब्रा का स्ट्रैप खोल दिया और उसके संतरों के आकर के सख़्त दूध उनके सामने थे। अब एक एक दूध दोनों दबाने लगे, फिर दोनों ने एक एक दूध मुँह में ले लिया और चूसने लगे।अब मधु को सिसकारियाँ भरने लगी और आह्ह्ह्ह्ह्ह करने लगी। फिर वीरू ने कविता की भी टॉप उतार दी, और उसकी बड़ी चूचियाँ देखकर वो मस्त हो गया।अब वो उसकी चुचिभी दबाने लगा और कविता को अपनी ब्रा खोलने को बोला और वो ब्रा खोल कर अपनी बड़ी बड़ी चूचियाँ उनके सामने कर दीं। अब मामा भांजी उसकी छातियोंपर टूट पड़े,दोनों एक एक चुचि मुँह मेंलेकर चूसने लगे।अब तीनों गरम हो चुके थे।वीरू बोला: तुम दोनों वो लिंगरीपहन कर दिखाओ जो आज ली है।वो दोनों हँसते हुए अपने दूध हिलाते हुए बेडरूम में चली गईं और थोड़ी देर में सेक्सी लिंगरी मेंबाहर आयीं। उनको देखकर वीरू को लगा कि दो रंडिया आ गयीं है, ऐसी सेक्सी लग रही थी दोनों, उन्होंने अंदर के कपड़े भी उतार दिए थे, उनकी छातियों के निपल्ज़ और चूत का भाग साफ़ साफ़ दिख रहा था।फिर उसके कहने पर वी अपने चूतरोंको मटका कर चल के दिखायीं। पक्की रंडिया लग रही थीं, उनके मटकते गाँड़ को देखकर वो बहुत उत्तेजित हो गया। और खड़ा होकर अपनी टी शर्ट और पैंट उतार दिया, अब उसका लंड उसकी जॉकी में बाहर आने को मरा जा रहा था। अब दोनों लड़कियाँ आकर उसके पास आकर उसको सोफ़े मेंबिठा दीं और उसकी जाँघों को सहलाते हुए उसकी चड्डी को चाटने लगीं। मधु तो कविता की नक़ल करे जा रही थी।कविता ने चड्डी चाटने के बाद उसकी इलास्टिक मेंऊँगली डालकर उसकी चड्डी को नीचे किया और हाथ से लंड को मोड़कर चड्डी उतार दी।उसका मोटा बड़ा सा लंड देखकर उसकी आँखें फटी रह गयी और वो बोली: बाप रे कितना बड़ा है मामाजी आपका? इसको मधु कैसे ले लेती है?
वीरू: अरे अब तक इसने एक बार ही लिया है, आज दूसरी बार लेगी।
अब कविता उसके बड़े बड़े लटके हुए बॉल्ज़ को चूसने और चाटने लगी, और मधु भी लंड के टोपे को चाट रही थी। फिर दोनों ने उसके लंड को एक साथ चाटना और चूसना शुरू किया। वीरू की तो मज़े से हालत ख़राब हो रही थी।फिर अचानक कविता ने उसकी जाँघें उठकर ऊपर किया और अपनी जीभ उसकी गाँड़ में डाल दी और वीरू को लगा की वो अभी ही झड़ जाएगा। वो आह्ह्ह्ह्ह करके चिल्लाया और उसी समय खड़ा हो गया और लड़कियों को बेडरूम में ले गया। वहाँ दोनों की लिंगरी उतारकर उनको नंगी करके लिटा दिया। अब वो उनके ऊपर आकर उनकी छातियाँ चूसने लगा और दबाने भी लगा। कविता की बड़े आम जैसी और मधु की संतरे जैसी छातियाँउसको मस्त कर रही थीं। अब वो नीचे आकर कविता की चूतमें मुँह डालकर उसको चाटने और चूसने लगा।इधर मधु भी उठकर उसका लंड चूस रही थी। फिर उसने कविता ओर चढ़कर उसकी चूत मेंअपना लंड एक ही धक्के में आधा घुसेड़ दिया। वो चीख़ उठी: हाह्य्ह्ह्ह्ह मरीइइइइइइइइ , पर उसने फिर एक धक्का मारा और पूरा लंड उसके अंदर कर दिया।अब कविता की छातियाँ मधु और वीरू के मुँह मेंथीं और वो मज़े से आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह करके बोली: हाय्य्य्य्य्य मामाजी चोदीये ना हाय्य्य्य्य मर जाऊँगी आऽऽऽऽऽह फट गायीइइइइइ मेरीइइइइ चूत।
अब वीरू भी मस्ती से उसको चोदनेलगा, और उसने मधु को कहा किबेटी तुम इसके मुँह में अपनी चूतऐसे रख दो जैसे इसके मुँह मेंपेशाब कर रही हो , जब वो ऐसे बैठ गयी तो कविता जीभ से उसकी चूतचोदने लगी।अब तीनों मज़े मेंथे। अब कविता मधू की चूत चूसते हुए अपने चूतरों को उछालकर चूद वा रही थी।हर धक्के पर उसकी आह निकल जाती थी। अब वीरू ने धक्कों की स्पीड बाधा दी और वो हाय्ययुउउउउ मैंगाइइइइइइइइ कहकर झड़ने लगी। उसके झड़ने के बाद वीरू ने अपना लंड निकाला और फिर मधु को लिटाकर उसकी गीली चूतमेंपेल दिया। मधु तो पहले से उत्तेजित थी अब वो मामा की चूदाइ से और मस्त हो कर जल्दी ही झड़ने लगी, और कुछ धक्कों के साथ वीरू भी झड़ गया एर उसने अपना लंड बाहर निकालकर कविता के मुँह की तरफ़ किया और कविता ने मुँह खोल दिया, और उसका वीर्य कविता के मुँह में जाने लगा और वो उसको चाट कर पीने लगी। फिर उसने मधु की तरफ़ अपनी पिचकारी की और कविता की नक़ल करते हुए उसने भी अपना मुँह खोल दिया और उसका वीर्य पीने लगी।उसे स्वाद अजीब सा लगा पर वो मुँह बिगाड़कर पी ही गईं।अपने लंड की आख़री बूँदें उसने कविता की छातियों पर गिरा दी, जिसे उसने अपनी ऊँगली से लेकर चाट लिया और मधु को भी चटा दिया।फिर वो बाथरूम मेंजाकर फ़्रेश होकर आया और लड़कियाँभी फ़्रेश होकर आयीं। अब सबने कपड़े पहने और मधु चाय बना लाई। वीरू ने पूछा: आज भी दुखा?
वो हँसके बोली: आज तो बस मज़ा आया मामाजी।
वीरू ने उसको गोद मेंबैठकर चूम लिया और स्कर्ट के ऊपर से उसकी जाँघें सहलाने लगा। फिर उसने कविता को पूछा: मज़ा आया?
वो भी बोली: बहुत मज़ा आया मामाजी। बहुत दिनों के बाद ऐसी मस्त चूदाइ हुई है।
वो हँसते हुए पूछा: अब तक कितने लंड खा चुकी हो तुम?
वो शर्माकर बोली: छी कैसी बातें करते हैं आप?
वो बोला: अरे मेरा मतलब है कि अब तक कितनो से चूदवाइ हो?
वो बोली: पति के अलावा ४/५ बस।
वो मुस्करा कर बोला: कौन हैं ये लोग, नाम मत बताओ पर कहाँ के हैं और जवान हैं या मेरे जैसे अधेड़?
वो बोली: आप भी पीछे पड़ गए हो। मेरे पति के दोस्त हैं दो जवान आदमी। और एक मेरा बॉस है जो कभी कभी मुझे पकड़ लेता है, वो आपकी उम्र का है।और एक है, उसके बारे में मत पूछिए।
वी बोला: अरे बताओ ना एक और कौन है? जब हम मामा भांजी लगे हुएँ हैं तो कोई भी हो क्या फ़र्क़ पड़ता है?
वो बोली: जी मेरे ससुर वो तो आपसे भी ज़्यादा उम्र के हैं।
वो बोला: ओह तभी शर्मा रही थी।एक बात बताओ जब घर में ही ससुर है चोदने के लिए, तो फिर बाहर क्यों चूदवा रही हो?
वो बोली: ससुर जी का लंड अब उतना टाइट नहीं होता, और वो ज़्यादा काम जीभ से ही करते हैं, उनका लंड भी बड़ा नहीं है, मुझे तो आपके जैसे बड़ा लंड पसंद है। इसलिए जब कुछ नहीं मिलता तो ससुरजी से चूस्वा लेती हूँ और वो बाद में थोड़ा बहुत चोदभी देते हैं।पर इनके दोनों दोस्त मस्त चूदाँइ करते हैं, वो दोनों एक साथ भी चोदते हैं।
वो बोला: इसका मतलब गाँड़ मेंभी लेती हो?
वो बोली: हाँ पर आपका इतना बड़ा नहीं ले सकती।
वो हँसते हुए बोला: अरे एक दो दिन में मधु की मैं गाँड़ मारने वाला हूँ, बेटी तुम्हारी गाँड़ का दर्द ठीक हुआ या नहीं?
मधु बोली: जी मामाजी अब ठीक है।
फिर वो कविता से बोला: चलो फिर कभी जी भर के चोदेंगे तुमको, अपने फ़ार्म हाउस मेंकिसी इतवार को, ठीक है?
कविता बोली: जी मामाजी ठीक है।
फिर वीरू ने उसको ५०००₹ दिए और बोला: बेटी ये रख लो जेब ख़र्च तुम्हारे काम आएँगे। वो ख़ुश होकर रख ली, और फिर दोनों को चूमकर चली गईं। उसके जाने के बाद वीरू ने मधु को अपनी गोद में उलटा लिटाया और उसकी स्कर्ट ऊपर किया और पैंटी नीचे कर उसके चूतरोंको फैलाकर उसकी गाँड़ के छेद की जाँच किया। वो ख़ुश होकर बोला: बेटी ये तो अब बिलकुल ठीक हो गई है। फिर क्रीम लेकर उसने एक ऊँगली को अंदर बाहर करके उसके गाँड़ के छल्ले को ढीला करना चालू किया। वो क़रीब १५ मिनट तक क्रीम लगाकर उसकी गाँड़ मेंऊँगली करता रहा।अब मधु गरम हो गई थी, तो उसने उसकी चूतकी मालिश कर दी और उसकी चूतका पानी गिरा दिया।
फिर वो बोला: बेटी रात को भी मौक़ा निकालकर मैं तुम्हारी गाँड़ को ढीला करूँगा ताकि कल तुम्हारी गाँड़ मार सकूँ।
क़रीब ७ बजे उसकी बीवी शीना घर आइ, तब मधु होम वर्क कर रही थी। वीरू अपने काम मेंव्यस्त था। फिर सबने खाना खाया जो उसने होटेल से मँगवाया था।शीना ने बताया किनई नौकरानी कल से आएगी, उसका फ़ोन आया था। खाना खा कर वो सब TV देख रहे थे, तभी शीना का फ़ोन बजा,वो फ़ोन सुनकर परेशान हो गई और बाद मेंवीरू को बोली: मुझे अभी मुंबई जाना होगा क्योंकि मेरे पापा को हार्ट अटैक आया है। वीरू ने उसी समय एजेंट से बातकरके उसकी हवाई जहाज़ की टिकटकराया और उसको एयर पोर्ट छोड़कर वो रात के १२ बजे वापस आया और सीधे मधु के कमरे मेंपहुँचा। वह उसकी नयी पारदर्शी नाईटी पहन कर करवट में सो रही थी।उसनेउसके चूतरको छूते हुए सहलाया और उसने समझलिया कि उसने पैंटी नहीं पहनी थी। फिर उसने उसकी छातीको छुआ और पाया की वह बिना ब्रा के ही थी। अब वो ख़ुश होकर उसकी बग़ल में लेट गया। अब वो उसको चूमने लगा, तभी मधु की नींद टूटी और उसने आँखें खोली और सामने मामा को देखकर वो बहुत ख़ुश होकर उससे लिपट गई और उसको चूमने लगी। अब वीरू ने उसकी चुचिमसलते हुए पूछा: क्या बात है, आज ब्रा पैंटी नहीं पहनी और ये सेक्सी लिंगरी पहनी हो?
वो बोली: मैं तो आपके लिए तय्यार हुई थी और आपका रास्ता देखते हुए सो गई।
वीरू ने उसको चूमते हुए उसकी नाँयटी उठाकर उसकी नितम्बों पर हाथ फेरा और उसकी गाँड़ की दरार और चूतमेंहाथ डाल दिया। वो मस्ती से हाऽऽय्यय कर उठी। फिर उसने उसकी नाँयटी उतार दी और उसके नंगे बदन मो बहुत देर तक चूमता चाटता रहा। फिर वो बोला: बेटी चलो अब मुझे भी नंगा करो।
वो मुस्कारके उसकी क़मीज़ के बटन खोली और उसकी क़मीज़ उतार दी और उसकी बलिष्ठ छाती पर हाथ फेरकर उसके निप्पल्स को अंगूठे और ऊँगली मेंलेकर मसल दी। फिर उसने उसकी बेल्ट खोला और पैंट की जीप खोलकर पैंट भी उतार दी। अब चड्डी में उसका फूला हुआ लंड आकर्षक लग रहा था। उसने उसके लंड को चड्डी के ऊपर से ही चूमना चालू कर दिया और फिर अंदर हाथ डालकर लंड को मोड़कर चड्डी से बाहर किया और उसको सहलाते हुए चूमने लगी। फिर उसके सुपाडे को चाटने लगी।अपनी जीभ से उसके लंड के छेद को छेड़ने लगी।फिर वो मस्ती से उसका लंड चूसने लगी। वो बिस्तर पर पड़ा हुआ अपना लंड चूस्वा रहा था। फिर उसने उसको ६९ की पोज़ में आने को बोला जो उसकी समझ में नहीं आया।तब वो उसको समझाया और वो अपनी चूत उसके मुँह पर रखा और ख़ुद उसके लंड को फिर से चूसने लगी।उधर वीरू भी उसकी चूत चाटने लगा।फिर वीरू ने उसको सीधा लिटाया और उसके ऊपर आके उसकी छातियाँ चूसते हुए उसकी चूतमें अपना लंड पेल दिया और उसकी चूदाइकरने लगा।दस मिनट तक चोदनेके बाद उसने उसको उलटालिटाके उसके चूतरों को ऊपर उठाया और उसकी गाँड़ मैं ऊँगली डाला थूक लगाके।फिर वो उसकी चूतमेंलंड डालके उसकी ज़बरदस्त चूदाइ करने लगा और साथ ही एक ऊँगली भी गाँड़ मेंअंदर बाहर करने लगा।थोड़ी देर में वो उसकी छातियाँ दबाके ज़ोर ज़ोर से धक्का मारने लगा। फिर दोनों हाय्य्य्य्य्य करके झड़ने लगे।
फिर दोनों एक दूसरे से लिपटके सो गए।
अगले दिन वो सुबह स्कूल चली गई और तब एक नौकरानी घर पर आ गई उसकी उम्र क़रीब ४० साल की थी, वीरू ने उसको सब काम समझा दिया और उसका रहने का कमरा जो बाहर की तरफ़ था उसको दिखा दिया !फिर वो काम पर चला गया।दोपहर को जब मधु वापस आइ तो उसने एक नई नौकरानी को घर पर पाया और उसने खाना खाकर थोड़ा आराम किया। फिर अपना होम वर्क किया और सो गई। शाम को वीरू वापस आया और उन्होंने चाय पी और फिर वो एक कमरे मेंघुस गए,नौकरानी किचन में खाना बना रही थी। कमरा बंद करके वो मधु को पकड़ लिया और चूमने लगा। उसके होंठ चूसते हुए उसने मधु के शरीर पर हाथ फेरने लगा। उसके पीठ से होते हुए उसके गोल गोल चूतरों पर हाथ रखकर दबाने लगा।और फिर उसने उसकी स्कर्ट उठकर उसकी पैंटी के ऊपर से चूतरों को दबाने लगा। फिर हाथ को उसकी पैंटी के अंदर डालकर उसने उसकी गाँड़ की दरार में हाथ डालकर उसकी गाँड़ के छेद मेंऊँगली डालकर ऊपर से सहलाना शुरू किया।अब वो भी मस्ती से भरकर उसके लंड को दबाने लगी। फिर वीरू ने उसको नंगी करना चालू किया और उसकी टॉप और ब्रा खोलकर उसकी चुचि दबाके चूसने लगा। वो मस्त होकर सिसकारियाँ भरते हुए बोली: आह्ह्ह्ह्ह्ह मामाजी बहुत अच्छा लग रहा है,इइइइइइइइ म्म्म्म्म्म्म।
वो बोला: अभी तो बहुत अच्छा लगेगा जब हम तुमको मस्त कर देंगे चूतचाटके । अब उसने उसको नीचे से भी नंगा कर दिया।अब वो उसकी जाँघे फैलाए और उसकी मस्तानी चूत को एकटक देखते रहे, थोड़ी सी फूली हुई एकदम चिकनी मक्खन सी बीच से एक लकीर उसको दो भागों में बाट रही थी। उसने पूरी चूतपर हाथ फेरा और बाद में उसकी चूत की फ़ाकों को खोला और अंदर की गुलाबी झलक देखकर मस्त हो गया।अब वो अपने कपड़े खोलकर पूरा नंगा हो गया।उसका लंड अकड़कर ऊपर नीचे हो रहा था।मधु एकदम से बिस्तर से उठी, और उसके लंड को पकड़कर दबाते हुए उसको चूम ली और फिर पूरी ताक़त से चाटने लगी।लंड चूस्वाते हुए वीरू मस्त होकर उसकी चूचियाँ दबाने लगा। फिर वो उसको लिटाकर बिस्तर ओर उसके ऊपर आ गया और उसकी छाती चूसने लगा। अब फिर से मधु की आह निकलने लगी।अब वो नीचे आकर उसकी चूत को चूमने लगा और फिर उसकी फाँकों को फैलाकर उसकी गुलाबी छेद को जीभ से चोदनेलगा। अब तो मघु की हालत बहुत ख़राब हो गई थी,और वो अपनी कमर उछालकर चिल्लाने लगी: हाय्य्य्य्य् मामाआऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽ
मर्र्र्र्र्र गाइइइइइ और ऐसा चिल्लाते हुए ज़ोर ज़ोर से कमर हिलाने लगी।अब उसने उसको पेट के बल लिटाया और उसकी गाँड़ के अंदर क्रीम लगाया और एक ऊँगली गाँड़ के अंदर बाहर करने लगा। फ़ोर उसने और क्रीम लगाके अब दो ऊँगली डाल कर उँगलियों से गाँड़ चोदन करने लगा।उसका दूसरा हाथ उसकी चूतके दाने को मसल रहा था। अब मधु अपनी गाँड़ हिलाकर चूतऔर गाँड़ मेंहो रहे डबल धमाल का मज़ा लेने लगी।फिर वीरू बोला:बेटी, मज़ा आ रहा है?
वो बोली: हाय्य्य्य्य मामा जीइइइइइइइ क़याऽऽऽ पूछ रहे हैं आऽऽहहह मस्त लग रहा है।और वो कमर हिलाने लगी।
वीरू: बेटी, आज गाँड़ मारने का बड़ा मन है, बोलो मरवाओगी?
मधु: हाऽऽयय्यय मामा जीइइइइइओओ आप्प्प्प्प्प भी ना, आपका इतना बड़ा मेरी छोटे से छेद मैंने कैसे जाएगा? मेरी फट जाएगी?
वीरू बोला: अरे बेटी मेरा क्या इतना बड़ा?
मधु: आह्ह्ह्ह्ह्ह मामा जीइइइइइइइ आपका वो मतलब लंड और क्या?
वीरू: आह्ह्ह्ह्ह बेटी जब तुम लंड बोलती हो ना तो कान में सीटी बजती है। और वो मज़े से उसकी चूतऔर गाँड़ के मज़े ले रहा था।
वीरू फिर बोला: बेटी, बहुत धीरे से और प्यार से मरूँगा तेरी गाँड़। बोल मरवाएगी?
मधु: जी अच्छा, जो आपका दिल करे आऽऽहहहह कर लीजिए हाय्य्य्य्य।
वीरू: बेटी साफ़ साफ़ बोलो कि क्या करूँ?
मधु: आऽऽह्ह्ह्ह्ह आऽऽऽऽऽपप्प मेरी गाऽऽऽऽऽऽऽंड़ मार लिजीएएएएएए।
वीरू ख़ुश होकर उसके चूतरों को चूमने लगा और फिर फिर उसकी गाँड़ मेंभी जीभ डालके चाटने लगा। फिर उसने ढेर सारी क्रीम लगाके उसकी गाँड़ पर अपना सुपाड़ा रखा और हल्के से अंदर दबाया।गाँड़ के छल्ले में सुपाड़ा अटक गया। फिर उसने कहा: बेटी छेद को बाहर की तरफ़ फैलाओतुम तो डरके सिकोड़ रही हो। ऐसे मेंतुमको दर्द होगा।मधु ने गाँड़ बाहर की तरफ़ फैलायी और अब उसका सुपाड़ा हल्के से धक्के से उसकी गाँड़ के छल्ले को फाड़ते हुए उसके अंदर चला गया। अब मधु की चीख़ निकल गई।वीरू ने रुक कर उसकी छाती को दबाया और उसके निपल्ज़ दबाए।अब उसने देखा कि मधु का दर्द कम हो गया है, तो उसने एक धक्का और लगाया और उसका आधा लंड अंदर हो गया। अब तो मधु बिलबिलागई दर्द से और चिल्लाई: आह्ह्ह्ह्ह्ह मामा जीइइइइइइइ निकलोओओओओओ मैं मर जाऊँगीइइइइइइइइ हाय्य्य्य्य्य।
वीरू ने अब एक आख़री धक्का मारा और अपना पूरा लंड उसकी गाँड़ मेंठूँस दिया। अब मधु को लगा किउसकी जान ही निकल जाएगी।वो अब रोने लगी, उसे लगा कि जैसे जलती हुई रॉडउसकी गाँड़ मेंघुस गई है।वीरू रुका और उसकी चूतके दाने को मसलते हुए उसकी छाती भी दबा रहा था। थोड़ी देर बाद उसकी गाँड़ का दर्द कम हुआ, और वो चुप होकर बोली: मामाजी बहुत दर्द हुआ था।
वीरू: अब कैसा है दर्द है तुम्हारी गाँड़ में,मेरी प्यारी बेटी?
मधु: आऽऽहहह अब थोड़ा ठीक है आहहहह ।
Reply
10-21-2018, 11:56 AM,
#47
RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
अब उसने आधा लंड बाहर किया और अपने लंड में और क्रीम लगाया और फिर उसकी गाँड़ मेंपेल दिया।अब वो हल्के से धक्के मारने लगा और उसकी टाइट गाँड़ के छेद के मज़े में डूब गया।अब मधु भी मस्ती से अपनी कमर पीछे की ओर करके अपनी गाँड़ मेंलंड पूरा डलवा रही थी।वीरू सोचने लगा क्या माल है, क्या मज़े से गाँड़ मरवा रही है, कौन मानेगा कि ये लौंडिया पहली बार मरवा रही है। अब ये सोचकर उसका जोश दुगुना हो गया और उसने अब ज़ोर के धक्के मारने लगा| वो भी चिल्लाकर चूदवा रही थी।अब वीरू के लिए रुकना मुश्किल हो रहा था ।
वो चिल्लाया: हाय्यबेटी क्या तंग गाँड़ है तेरी। हाय्य्य्य्य्य मैं तो गयाऽऽऽऽऽ मेरी बच्चीइइइइइइइइइ ।और वो उसकी गाँड़ के अंदर झड़ने लगा। उधर वो भी अपनी चूत को मामा के हाथ मेंरगड़ते हुए झड़ गयी।फिर वो आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह करके पेट के बल गिर गई और वीरू ने अपना लंड बाहर निकला और उसपर ख़ून की बूँदें देखकर वो मुस्कुराया। आज उसने मधु के दूसरे छेद का भी उद्घाटन कर दिया था।उसने मधु के चूतरोंको फैलाकर देखा कि उसकी गाँड़ एकदम फैल कर बड़ी सी खुली हुई दिख रही थी, और वहाँ भी ख़ून की बूँदें दिखाई दे रही थीं।अब वो उसको गोद मेंउठाकर बाथरूम ले गया और उसकी गाँड़ के छेद को रुई से साफ़ किया dettol लगाके और वहाँ ऐंटिसेप्टिक क्रीम भी लगाया , ताकि उसको थोड़ा सा आराम भी मिले। फिर अपना लंड भी साफ़ करके वो उसको बाहर लाया, वो लँगड़ा कर चल रही थी अजीब तरह से, पैर फैलाकर।
उसने मधु को थोड़ा आराम करने को कहा और बाहर हाल में आ गया। तभी सलमान का फ़ोन आया, वो बोला: हाय सलमान कैसे हो?
सलमान:अरे यार,क्या हाल है, मधु के साथ कहाँ तक पहुँचे?
वीरू: अरे यार सब हो गया, चूत तो उसी दिन चोदलिया था, आज गाँड़ भी मार ली अभी अभी।और लंड चूसने मेंतो इतना माहिर हो गईहै कि कुछ मत पूछो , और तो और अब तो वीर्य भी मजे से गटक लेती है।क्या रंडि जैसे चूदवाती है, सच पूरी साली रंडि बन गइ है।
सलमान:सच आऽऽहहह यार मेरा तो सुनकर ही लंड खड़ा हो गया।क्या अकेले अकेले मज़ा ले रहा है, यार हमको भी दिलवा साली रंडि को।
वीरू: यार आज तो उसकी गाँड़ फट गई है, ऐसा करते हैं की ३ दिन बाद शनिवार का प्रोग्राम बनाते हैं।रात भर और इतवार को दिन भर मस्ती करेंगे।पर तुम भी नूरी बहु की दिलवाओगे ना?
सलमान: यार ये भी कोई पूछने की बात है, लो नूरी यहाँ खड़ी है और मेरा लंड दबा रही है,उसी से पूछ लो, तुमको देगीया नहीं?
वीरू: हाय नूरी कैसी हो बेटी?
नूरी: जी ठीक हूँ, तो आपने मधू की दोनों सील तोड़ दी, बेचारी आपका इतना बड़ा हथियार कैसे ले पायी होगी वो छोटी सी बच्ची?
वीरू: हाहाहाहा वैसे ही जैसे तुम सलमान का लंड निगल लेती हो। अच्छा बोलो ना मुझे शनिवार को तुम्हारी चूतमारनी है, बोलो दोगी ना?
नूरी सलमान का लंड दबाए हुए बोली: हाँ अंकल के लीजिएगा जी भर के। और दिर दोनों हँसने लगे।
शनिवार की सुबह वीरू सोकर उठा और चाय पी रहा था,रात को उसने मधु की चूत और गाँड़ की चूदाइ की थी,वो अब तक उठी नहीं थी,नौकरानी किचन मेंथी।वो उठकर मधु के कमरे में गया और उसको सोते हुए देखने लगा। वो एक परी सी सुंदर लग रही थी, कौन कह सकता है कि यह बच्ची एक रंडि की तरह चूदवाती होगी। वो उसके सर के पास बैठकर उसके गाल पर हाथ फेरनेलगा और फिर झुककर उसके गाल चूम लिया।उसकी नींद खुली और वो मामाजी बोलकर उससे लिपटने लगी।वीरू ने उसकी चद्दर उतार दी जिसके नीचे वो पूरी नंगी थी, और उसकी छातियाँ सहलाने लगा और बोला: चलो उठो चाय पी लो। वो उठी और उसके गाल को चूमकर बाथरूम मेंनंगी चली गई
वीरू हॉल मेंआकर tv देखने लगा।तभी वो आयी उसने एक टॉप और स्कर्ट पहनी थी। वो आकर उसके बग़ल मेंबैठ गई। तभी नौकरानी मधु की चाय लायी और बोली कि वो बाज़ार जा रही है और एक घंटे मेंवापस आएगी। उसके जाने के बाद मधु उसकी गोद में चढ़कर बैठ गई। तभी उसकी मामी का फ़ोन आया, वीरू ने मधु की बाँहें सहलाते हुए कहा: हाँ रानी क्या हाल है?
वो बोली: अरे पापा की तबियत अभी भी ठीक नहीं है, मुझे और समय लगेगा वापस आने में।
वीरू: ओह पूरा ध्यान रखो उनका, कोई बात नहीं यहाँ सब ठीक है।
फिर उसने फ़ोन काट दिया। वीरू मुस्कुरा के बोले: तुम्हारे मामी अभी नहीं आने वाली, और ये बोलते हुए उसकी चुचिदबा दिया।वो भी हँसते हुए उसके गाल को चूम ली।
तभी फिर फ़ोन बजा, इस बार सलमान का था।
सलमान: अरे क्या हाल है भाई?
वीरू: अरे सब मस्त है। तुम बताओ आज का क्या प्रोग्राम है?
सलमान: बस तुम बताओ कहाँ मिलोगे। मैं तो चाहता हूँ हमारे घर ही आ जाओ।
वीरू: हाँ यही ठीक रहेगा।
सलमान: और हमारी बच्चीकी गाँड़ की सूजनठीक हो गई किनहीं?
वीरू:हाँ अब ठीक है, अब तो वो मज़े से गाँड़ भी मरवा लेती है।
सलमान: वाहये तो बड़ी अच्छी ख़बर है।चलो शाम को ६ बजे मिलते हैं। एक बार मधु से बात तो करवा दो।
वीरू: लो बात करो, यहीं तो मेरी गोद मेंही बैठी है।फिर उसने फ़ोन मधु को दे दिया।
मधु: नमस्ते अंकल कैसे हैं?
सलमान: नमस्ते बेटी, ठीक हैंऔर तुम्हारी जवानी पाने के लिए बेक़रार हैं।
मधु: हाय्य्यय ( वीरू ने उसकी स्कर्ट उठाकर उसकी चूत मेंऊँगली डाल दी थी ) छी कैसी बातें करते हैंआप?
सलमान: अरे शर्माने की क्या बात है, आज हम दोनों दोस्त तुम्हारी और नूरी की चूदाइ के लिए तो मिल रहे हैं,बताओ हमसे चूदवाओगी ना?
मधु: हाँ जी।
सलमान: क्या हाँ जी? बोलो कि मैं चूदवाँउगी।
मधु: अच्छा जी मैं चूदवाँउगी।बस अब तो आप ख़ुश?
सलमान: वाह मज़ा आ गया, सच वीरू ने तुमको मस्त तय्यार किया है।
मधु: आह्ह्ह्ह्ह मामाजी क्या करते हैं? ( वीरू ने उसकी चूत में दो उँगलियाँ डाल दी थीं )
सलमान: क्या हुआ मधु बेटी? क्या मामा ने गाँड़ मेंऊँगली डाल दी?
मधु: वहाँ नहीं कहीं और डाल दी।
सलमान: ओह चूतमेंडाल दी?
मधु: जी हाँ वहाँ ही।हाय्य्य्य्य्य मामाजी निकालिए ना !
सलमान: अरे वीरू क्यों हमारी बेटी को तंग कर रहे हो?
वीरू फ़ोन लेकर बोला:अरे तंग नहीं कर रहा, बल्कि उसको मज़ा दे रहा हूँ। हाहा चलो शाम को मिलते हैं। और हाँ नूरी बहु को बोलना कि ब्रा और पैंटी नहीं पहनेगी। मैं भी मधु को बिना ब्रा और पैंटी के के कर आऊँगा।
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10-21-2018, 11:56 AM,
#48
RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
सलमान: अरे नूरी तो घर में ही रहेंगी इसलिए अगर वो नहीं पहनेगी तो कोई बात नहीं, पर मधु को क्या पब्लिक में तू बिना ब्रा के घुमाएगा?
वीरू: अरे यार ठीक बोला तू, अच्छा चलो ब्रा पहन लेगी, पर पैंटी नहीं पहनेगी , कोई उसके स्कर्ट के नीचे झुक कर तो देखेगा नहीं।
सलमान: हाँ ये ठीक है, यही सही।
फिर फ़ोन काट दिया।
अब वीरू सोफ़े से नीचे आकर बैठ गया और मधु की स्कर्ट ऊपर तक उठाके उसकी बिना पैंटी की चूतको पड़े प्यार से सहलाया और फिर अपना मुँह वहाँ डाल दिया। अब वो उसकी चूतको चाट रहा था। वीरू ने हाथ बढ़ाकर उसकी छाती टॉप के ऊपर से दबाते हुए उसकी चूतको चाटते हुए उसको इतना मस्त कर दिया कि उसका पानी छूट गया।
अब वो उसका पूरा पानी पी गया।मधु भी लस्त होकर वहीं सोफ़े पर पड़ी रही।वीरू ने जाकर बाथरूम मेंशॉवर लिया और अपने खड़े लण्डपर ठंडा पानी डालकर उसको शांत किया।फिर नाश्ता करके ऑफ़िस चला गया और मधु भी स्कूल चली गई।
शाम को वीरू वापस आया तो उसको मधु सोती हुई मिली। उसने उसको प्यार से उठाया और कहा किआज सलमान के घर जाना है थोड़ी देर में, चलो तैयार हो जाओ।फिर दोनों ने शॉवर लेकर तैयार होकर सलमान के घर के लिए चले गए। वीरू ने मधु को स्कर्ट के नीचे पैंटी नहीं पहनने दिया।उसे बड़ा अजीब लग रहा था, लिफ़्ट में वीरू ने उसकी स्कर्ट के नीचे हाथ डालकर उसकी गाँड़ पर हाथ फेर दिया, जबकि उसमें कई और लोग भी थे, पर किसी का ध्यान नहीं गया।कार में भी वो बार बार उसकी जाँघों और चूतपर हाथ फेर रहा था। मधु भी उसकी हरकतों का मज़ा ले रही थी और गरम हुए जा रही थी।
सलमान के घर में सलमान ने उनका स्वागत किया और वीरू से हाथ मिलाया और मधु को भी प्यार से गले लगाया।अंदर जाकर जब वो बैठे तो नूरी पानी के ग्लास लेकर आइ और वीरू को आदाब अर्ज़ की।और मधु को गले लगा ली। वीरू तो बस नूरी को देखते ही रह गया।वो बोला: अरे बहु मैंने तो तुमको शादी के समय ही देखा था, तब तो तुम पतली दुबली हुआ करती थी,पर अब तो मस्त सब जगह से भर गई हो।
नूरी: जी अंकल आप भी कई दिनों के बाद मिले हो ना, इसलिए ऐसा कह रहे हो।
सलमान: अरे यार शादी के बाद तो सभी लड़कियों का बदन भरने लगता है, ये तो स्वाभाविक है।और उसने वीरू को आँख मार दी, जिसको नूरी ने भी देख लिया।
वीरू: हाँ ये तो है,शादी के बाद लड़कियों को रेग्युलर खुराक भी मिलती है ना और भी चीज़ों की। और वो दोनों हँसने लगे, अपना अपना लंड दबाकर।
नूरी: आप लोग भी ना क्या फ़ालतू बातें लेकर बैठ गए? फिर उसने मधु को कहा: बोलो क्या खाओगी?
सलमान जवाब दिया:चाहे जो खा लो, आज ये तो ( अपने लंड को मसलकर ) तुमको खाना ही है।
फिर सब हँसने लगे और मधु शर्मा गयी।
फिर सलमान मधु को बोला: अरे बेटी तुम इतना दूर क्यों बैठी हो, आओ मेरी गोद में बैठो। मधु सकपका कर अपने मामा को देखी, तो वो बोला: अरे जाओ ना उसकी गोद में बैठो शर्मा क्यों रही हो? जाओ अंकल से मज़ा लो।
मधु शर्माते हुए उठी और जाकर सलमान के पास आ कर खड़ी हो गई। सलमान ने उसे धीरे से अपनी गोद में खींच लिया।वो जैसे ही सलमान को गोद मेंबैठी उसके चूतरों पर सलमान का लंड खूँटे के जैसे गड़ा, वो चिहुंक कर उठी और ऐसे बैठी कि अब लंड उसके जाँघों के बीच था।वीरू अपनी भांजी को देखकर मुस्कुराकर बोला: अंकल का लंड गड़ गया क्या, बेटी? बहुत मज़ा देंगे आज अंकल तुमको।
फिर सलमान ने पूछा: बेटी पैंटी पहनी हो क्या?
मधु लाल होकर बोली: जी नहीं, आपने तो मना किया था ना?
सलमान मस्त होकर उसकी भोली सूरत पर मर मिटा और उसके गालों को चूमने लगा।और हाथ बढ़ा कर चेक करने लगा किपैंटी है या नहीं, और उसकी चिकनी चूतको उसका हाथ छू गया।
तभी नूरी कुछ खाने को लाई और मधु को अपने ससुर की गोद में देखकर मुस्कुरा दी।तभी सलमान ने अपने हाथ से मधु को बिस्कुट खिलाया और ख़ुद भी खाने लगा।फिर वो उसके होंठों को चूमने लगा।अब वीरू भी भरपूर जवान नूरी को घूररहा था, तभी सलमान बोला: अबे साले उसको सिर्फ़ देखता हो रहेगा या कुछ आगे भी बढ़ेगा। फिर वो नूरी को बोला: अरे तुम ख़ुद जाकर उसके गोद मेंबैठ जाओ, वो तुमको बुलाएगा नहीं। अब नूरी भी शर्माते हुए वीरू के पास आइ। वीरू ने साड़ी ब्लाउस मेंखड़ी इस मादक लड़की का भरा जिस्म देखा और बोला: क्या मस्त जवानी फूटी है तुमपर।फिर उसने हाथ बढ़ाकर उसकी मांसल कलाइयों से लेकर उसकी बाहों तक हाथ फिराया, और बोला:क्या मक्खन सा बदन है, बेबी तुम्हारा।फिर उसने उसकी साड़ी का पल्लू गिरा दिया और ब्लाउस में कसे उसके बड़े बड़े स्तनों को देखा और नंगे पेट पर हाथ फेरते हुए उसकी पतली कमर तक आया। ऐन उसका हाथ उसकी साड़ी के ऊपर से जाँघों को सहलाते हुए उसने सोचा कि क्या गदराया हुआ बदन है,उसका लंड बिलकुल सख़्त हो गया था। फिर उसने उसको घूमाकर उसकी नंगी पीठ पर हाथ फेरा और उसको सहलाते हुए नीचे कमर तक लाया और फिर उसके मस्त उठे हुए मोटे मोटे गोल चूतरों को साड़ी के ऊपर से सहलाते हुए हल्के से दबाने लगा।
अब वीरू भी बोला: बहु क्या पैंटी नहीं पहनी हो, लग रहा है कि तुमने भी ब्रा और पैंटी नहीं पहनी?
नूरी शर्माकर बोली: आप लोग तो यही फ़ैसला किए थे कि ब्रा पैंटी नहीं पहनना है, सो नहीं पहनी।
फिर उसने उसके चूतरों को ज़रा ज़ोर से दबा दिया, और उसकी दरार में साड़ी के ऊपर से अपनी हथेली डाल दिया,जिससे नूरी की भी आह निकल गई। नूरी की आवाज़ सुनकर सलमान ने अपना मुँह मधु के होंठों से हटाया जिसको वो काफ़ी देर से चूस रहा था, और देखा कि उसकी बहु के नितम्बों को वीरू दबाकर भरपूर मज़ा ले रहा है।वो और भी मस्त होकर मधु की चुचि दबाने लगा,उसके टॉप के ऊपर से ही।अब तो मधु की भी आह निकलने लगी।अब वीरू ने नूरी को फिर से घुमाके उसके ब्लाउस में तने हुए गोलाइयों को दबाकर उनकी उनकी कड़ेपन का जायज़ा लिया और ब्रा ना होने की वजह से उसके निप्पल्स अब तनकर ब्लाउस के ऊपर से साफ़ दिख रहे थे।फिर उसको खींचकर गोद में अपने खड़े लंड पर बिठा लिया।उसके नरम चूतरों में उसका लंड उसकी गाँड़ की दरार पर रगड़ने लगा।अब वीरू ने उसके होंठों को चूमना चालू किया और उसके हाथ उसके चिकने पेट पर घूम रहे थे। थोड़ी देर बाद चुंबनों से नूरी गरम हो गई और उसकी छातियाँ उत्तेजना के कारण ऊपर नीचे होने लगी।अब वीरू ने उसकी छातियों पर अपनी हथेली जमा कर उनको दबाने लगा, और वो भी मज़े से हाय्य्यय कर उठी।
क्या दृश्य था दोनों जवान लड़कियाँ अपने से दुगुने उम्र के मर्दों के साथ मज़े ले रही थीं। और वो अधेड़ मर्द भी अपनी क़िस्मत को सलाम कर रहे थे किऐसी मस्त लौंडियाँ अपनी खिलती जवानी उन पर मिटाने को तैयार थीं।
सलमान ने मधु का टॉप उतारा और उसकी ब्रा मैं क़ैद सख़्त अनारों को देखकर जैसे वो मद होश ही हो गया। उसके गोरे दूध ब्रा के बाहर से बहुत अच्छे लग रहे थे।उसने उनको ब्रा के ऊपर से चूमा और फिर उसने ब्रा भी खोल दिया और अब टाइट संतरे बाहर आकर ग़ज़ब की सुंदरता दिखा रहे थे, उनके ऊपर के निपल्ज़ भी इतने सुंदर लग रहे थे।वो तो उनकी सुंदरता देखते ही रह गया।फिर उसने उसकी छातियों को सहलाना चालू किया और उसके निपल्ज़ को रगड़ने लगा। अब मधु आऽऽहहह अंकल आऽऽहहह कर रही थी।फिर उसने उसकी चुचि को मुँह मेंलेकर चूसना शुरू किया।अब तो मधु हाऽऽय्यय अंकल जीइइइइइइ करके चिल्लाने लगी।अब उसने उसे उठा लिया और वीरू को बोला: यार अब नहीं रहा जा रहा है मुझसे, अब नहीं चोदूँगा तो मेरा लंड फट जाएगा। और वो उसको लेज़ाकर बिस्तर पर लिटा दिया।और उसके स्कर्ट को खोलकर उतार दिया। वो अब उसको चोदने के लिए पागल हुआ जा रहा था।उसकी नंगी जाँघें और बीच की चूत देखकर वो जैसे बावरा हो गया|चिकनी चूतमेंएक पतली सी लकीर दिख रही थी जिससे पता चलता था किअभी इसका इस्तेमाल ज़्यादा नहीं हुआ है। वह अब बहुत उत्तेजित हो चुका था,उसने अपने कपड़े खोले और अपमें लंड को क़ैद से मुक्त किया,अब लंड कड़ा होकर उसके पेट पर नाभि तक पहुँच रहा था।मधु ने उसका लंड देखा और शर्माकर अपनी नज़र नीची कर ली। सलमान उसके पैरों के बीच बैठकर उसकी मस्तानी चूतका नज़ारा देख रहा था।उसने उसकी जाँघों को फैलाया और अब उसकी नज़रों के सामने एक मस्त चूत थोड़ी फुली हुई और एक भूरे रंग की सिकुड़ी हुई छेद वाली गाँड़ थी, उन छेदों की मासूमियत देखकर वो बिलकुल उत्तेजित हो गया और उसने हाथ को उसकी मासूम चूत और नरम गाँड़ पर फेरा और मधु की आह निकल गई। अब वो उसकी चूतकी फाँकों को फैलाकर उसकी गुलाबी चूत के अंदरूनी हिस्से को देखा और उसके लंड से प्रीकम निकलने लगा।उसने अपने प्री कम को उँगलियों मेंलिया और फिर झुक कर मधु की नाक के नीचे रखा, वो उसे सूंघ ली और तभी उसने अपनी ऊँगली उसके मुँह मेंडाल दी, और मधु उसको चाटने लगी।
सलमान:बेटी, कैसा स्वाद है?
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10-21-2018, 11:56 AM,
#49
RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
मधु: आऽऽहहह अंकल बहुत बढ़िया म्म्म्म्म।
फिर वो थोड़ी सी बैठ गयी और सलमान के लंड को पकड़ ली और उसके सुपाडे पर हाथ फेरकर बोली: अंकल आपका ये अलग टाइप का है, मामाजी का तो इसके ऊपर एक चमड़ी है, पर आपका पूरा खुला हुआ है?
सलमान: अरे बेटी, ये हमारे धर्म मेंऐसा ही होता है, हम लोग ऊपर की चमड़ी को बचपन में ही कटवा लेते हैं,इसीलिए ये ऐसा है, तुम्हें पसंद नहीं आया?
मधु: नहीं अंकल ऐसा नहीं है, मुझे तो बहुत प्यारा लग रहा है। और ऐसा कहते हुए उसने लंड के सुपाडे को सहलाया और फिर से एक दो बूँद प्रीकम उसको नज़र आया, जिसे उसने मुँह झुका कर अपनी जीभ से चाटी और चटकारे ले कर निगल ली। सलमान को लगा की कहीं वो झड़ ना जाए।
क्या मादक दृश्य था, अब उसने कहा: बेटी, ज़रा इसको चूसो ना हम दोनों को बहुत मज़ा आयेगा ।
वो अब पूरे सुपाडे को जीभ घुमाकर चाटीऔर फिर उसको मुँह मेंलेकर चूसने लगी। उसका मुँह अब ऊपर नीचे हो रहा था और वो पूरा मुँह खोलकर क़रीब आधा लंड अंदर कर चूस रही थी। उसकी जीभ भी सुपाडे पर मचल रही थी।अब सलमान को लगा कि वो झड़ जाएगा, तो उसने लंड को उसके मुँह से बाहर किया और फिर उसको लिटाकर उसकी छातियों को दबाने और चूसने लगा।
उसकी आह्ह्ह्ह्ह निकलने लगी, और उसने ज़ोर से सलमान के सर को अपनी छातियों पर दबा लिया। फिर सलमान उसके पेट नाभि को चूमते हुए उसके पेड़ूऔर जाँघों को चूमने लगा। वो सी सी सी कर रही थी। अब सलमान ने उसकी जाँघे फैलायीं और उसकी चूतके ऊपर अपनी जीभ फेरने लगा। मधु की सिसकारियाँ कमरे में भरने लगीं।जैसे ही उसने उसकी चूत की पूत्तियों को अलग करके उसकी गुलाबी छेद में जीभ डाला , मधु हाऽऽय्यय कर उठी।अब वो उसकी छेद को जीभ से मानो चोद रहा था।और जैसे ही उसकी जीभ उसके चूतके दाने को छूगई मधु: हाऽऽऽऽऽयय्यय अंकल जीइइइइइइ क्या कर रहे हैं, मैं अभी ही झड़ जाऊँगी,बोलकर चिल्लायी।
अब सलमान ने उसकी मासूम और चिकनी गाँड़ पर ध्यान दिया और उसपर भी जीभ फिराने लगा,अब मधु मस्ती से भर के अपनी गाँड़ उछालने लगी, और सलमान का सर पकड़कर अपनी गाँड़ पर दबाने लगी। सलमान हैरान था कि इस बच्ची को इसके हरामी मामा ने इतनी जल्दी एक चुक़द्दाड़ रंडिमें तब्दील कर दिया है। फिर उसने अपना मुँह उसकी गाँड़ से हटाकर उसके गाँड़ के नीचे एक तकिया लगाया और अपना लंड हाथ मेंलेकर उसके सुपाडे को उसकी चूत के छेद पर ऊपर से नीचे रगड़ने लगा।अब मधु ने चिल्लाना चालू किया: हाऽऽऽय्यय अंकल जीइइइइइ डालिए ना। क्यों देरी कर रहे हैं!
सलमान मस्त होकर बोला: क्या डालूँ बेटा?
मधु: हायह्यय आपका लंड और क़याऽऽऽऽऽऽ daaaaaaaaaliye नाऽऽऽ।
अब सलमान ने अपना सुपाड़ाउसकी छेद मेंघूसेड दिया।वो भी आह्ह्ह्ह्ह्ह करके अपनी ख़ुशी जतायी। अब सलमान ने धक्का लगाया और उसका आधा लंड अंदर था, वो म्म्म्म्म्म्म करके अपने मज़े का इज़हार की, अब उसने आख़री धक्का लगाया और पूरे जड़तक अपना लंड ठूँस दिया उसके एकदम टाइट छेद में।अब सलमान ने उसकी छातियाँ दबाते हुए उसके होंठ चूसते हुए उसकी चूदाइ शुरू की। मधु भी मस्त होकर अपनी गाँड़ उछाल कर किसी रंडि और छिनाल की तरह चूदवाने लगी।पूरा कमरा चूदाइ की आवाज़ों से भर गया था, उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़ फ़चफ़च और हाय्य्य्य्य्य के साथ faaaaadddddddd दोओओओओओ अंकल जीइइइइइइ मेरीइइइइइइ चूत की भी आवाज़ें आ रही थीं।क़रीब दस मिनट की ज़बरदस्त चूदाइ के बाद मधु हाऊय्य्य्य्य अंकल जीइइइइइइइइ कहकर झड़ने लगी और ज़ोर ज़ोर से कमर उछालने लगी। अब सलमान भी नहीं रुक पा रहा था और वो भी ह्म्म्म्म्म्म्म करके झड़ने लगा।आधा झड़ने के बाद उसने अपना लंड बाहर निकालके मधु की छातियोंपर रखा और उसके ऊपर अपना वीर्य गिराने लगा और फिर आख़री झटके मेंउसके पूरे मुँह मेंभी अपना वीर्य गिरा दिया।मधु की पूरी छाती और मुँह उसके वीर्य से सन गया था।
मधु ने अपनी उँगलियों से अपने मुँह को साफ़ किया और फिर अपनी उँगलियोंमेंलगा वीर्य चाटने लगी।सलमान सोच रहा था साली पक्की रंडि लग रही है।फिर दोनों बाथरूमगए और सलमान बोला: चलो मैं तुमको पेशाब करते देखना चाहता हूँ। वो कोमोड पर बैठ गई तो सलमान उसको बोला: बेटा ऐसे मुझे कैसे दिखेगा। तुम थोड़ी खड़ी हो जाओ तो तुम्हारी चूतसे निकलती धार मुझे दिखाई देगी।वो शर्माके खड़ी हुई और उसने मूतना चालू किया। सलमान की आँखें उसकी चूतकी निकलती धार पर थी और सी सी सी की आवाज़ ने उसको मदमस्त कर दिया। अब उसने हाथ बढ़ाकर उसकी चूत को मसलना चालू किया और उसका हाथ उसकी पीशाब से पूरा गीला हो गया। फिर उसको हटाकर वो ख़ुद मूतने लगा, और उसने मधु के हाथ में अपना लंड थमा दिया।अब वो उसके लंड से पेशाब निकलते देखकर गरम हो रही थी, सलमान ने उसकी दूसरी हथेली पेशाब के सामने रख दी और वो गरम गरम पीशाब के अहसास से भर गई।अब सलमान ने उसको लंड हिलाकर आख़री बूँद निकालना सिखाया।वो लंड हिलाकर मस्त हो रही थी। फिर वो दोनों शॉवर के नीचे खड़े हुए और अपनी सफ़ाई किए। सलमान ने उसकी चूत और गाँड़ की भी अच्छेसे सफ़ाई की, और वो भी उसका लंड धोकर मदहोश होने लगी।
उधर वीरू और नीरू भी सोफ़े मेंमस्त हो चुके थे।नूरी के होंठ चूसते हुए उसने ब्लाउस के ऊपर से उसकी बड़ी बड़ी छातियाँ दबाने लगा।वो उसके बड़े और खड़े लंड को अपने चूतरों पर महसूस कर रही थी।फिर वीरू बिना ब्रा की ब्लाउस से झाँक रहे उसके तने हुए निपल्ज़ को भी दबाने लगा, और नूरी को मस्ती चढ़ने लगी।अब उसने ब्लाउस खोला और उसके बड़ी बड़ी चूचियों को देखकर वो बहुत उत्तेजित होते हुए बोला: बहु, वाह शादी के समय तो तुम छोटीसी थी और तुम्हारे दूध भी काफ़ी छोटे थे,पर अब सलमान और नज़ीर ने दबा दबा कर अच्छे बड़े कर दिए हैं। फिर वो उनको बारी बारी से मुँह मेंलेकर चूसने लगा।अब नूरीकी आहें निकलने लगी।उसने भी मस्ती मेंआकर अपने नीचे हाथ डालकर वीरू का लंड पकड़ लिया और दबाने लगी। फिर वीरू ने उसको खड़ा किया और ख़ुद भी खड़ा होकर उसकी साड़ी खोल दिया। अब पेटीकोट में उसके उभरे चूतरों को देखकर वो बहुत उत्तेजित हो गया और उसने उसके चूतरों को दबाने लगा।फिर उसने उसकी पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया और जैसे ही वो उसके पैरों पर गिरा, वीरू की जैसे सांसें ही थम गई। क्या साँचे में ढला बदन था लौंडिया का, वीरू के सामने उसके उभरीं हुई छातियाँ , उनके बड़े तने हुए निपल्ज़,गोरा पेट, गहरी नाभि और गदराइ हुई जाँघें और उनके बीच उसकी उभरीहुई चूत थी, जिसको वो एकटक देखे जा रहा था।फिर वो उसके पीछे गया और उसकी गोरी पीठ और उसके बड़े चिकने चूतरों को देखकर वो जैसे होश ही खोने लगा।
अब उसने अपने कपड़े भी निकाल दिए और पूरा नंगा खड़ा होकर नूरी के सामने अपना विशाल लंड लहराने लगा।अब वीरू ने उसको बाहोंमें भींच लिया और उसकी बड़ी छातियाँ उसकी चौड़ी छाती में समा गई।
और उसका लंड उसके पेट पर चुभ रहा था।वीरू ने नूरी के होंठों को चूसते हुए अपना हाथ उसकी पीठ से होकर इसके मस्त नितम्बों को ले गया और उनको सहलाने लगा।फिर उसका हाथ उसकी गाँड़ की दरार मेंचला गया और उसके गाँड़ के छेद को कुछ देर तक छेड़ता रहा और फिर हाथ और नीचे लेज़ाकर उसकी चूतको भी रगड़ने लगा।नूरी भी मस्ती मेंआकर उसका लंड पकड़कर दबाने लगी और उसके सुपाडे पर अपनी ऊँगली चलाने लगी।फिर वो नूरी को बोला की चलो कमरे मेंचलते हैं,अब रुका नहीं जा रहा है।
नूरी हँसते हुए उसका लंड पकड़कर अपने कमरे में ले गई और वीरू ने उसको बिस्तर पर लिटा दिया और ख़ुद उसके ऊपर चढ़ गया और उसकी छातियाँ दबाकर उसके होंठ चूसने लगा।फिर वो नीचे आकर उसकी जाँघों को सहलाते हुए उसने उसकी चूत पर हाथ फेरा और दो ऊँगली अंदर करके उसकी गीली चूत का रस निकालकर अपने मुँह मेंलेकर चाट लिया और मस्ती से बोला: आह्ह्ह्ह्ह बहु क्या स्वाद है, तुम्हारी चूतका।
नूरी शर्माकर बोली: आह्ह्ह्ह्ह अंकल अब रहा नहीं जा रहा है, प्लीज़ अपना लंड डाल दीजिए।
वीरू: एक बात बताओ मेरा लंड पसंद आया या नहीं?
नूरी: जी अंकल आपका तो बहुत मस्त है, डैडी और नज़ीर से भी बड़ा है।प्लीज़ डाल दो ना। ऐसा कहते हुए उसने वीरू का लंड पकड़कर उसको चूसने लगी।वीरू भी मस्ती मेंउसकी चुचिदबाकर उसकी चूतरों को दबाने लगा।अब वीरू ने नूरी को बोला: बहु अब चलो चूदवा लो, मेरा पानी छूट जाएगा।वो हँसते हुए लेट गई पर वीरू बोला: अरे बहु,ऐसे नहीं, उलटी लेटो और अपने चूतरोंको उठा लो, मैं पीछे से चोदूँगा। वो उलटी होकर तय्यार हो गई और उसके पिछवाड़े की सुडौल बनावट देखकर वो मस्त होकर अपने लंड को उसकी गाँड़ मेंरगड़ने लगा और फिर नीचे लाकर अपना सुपाड़ा उसकी चूत मेंसेट कर दिया।अब उसने अपने लंड को हल्का सा धक्का दिया और उसकी चूत में उसका लंड दाख़िल होने लगा। नूरी की आह निकल गई और वीरू भी मस्त चूत पा कर मज़े से धक्का मारकर अपना पूरा लंड उसके अंदर कर के उसकी छातियाँ दबाने लगा। अब नूरी भी हाय्य्य्य्य्य अंकल आपका बहुत मस्त है, हाय्य्य्य्य क्या मज़ा आऽऽऽऽऽऽ राह्ह्ह्ह्ह्ह है बोलकर वो अपनी कमर को पीछे दबाके चूदवाने लगी।अब वीरू भी धक्का मारने लगा और जनर्दस्त चूदाइ करने लगा। कमरा थप्प थप्प और फ़च फ़च की आवाज़ों से भर गया।फिर वो उसके निपल्ज़ दबाकर उसकी भरपूर चूदाइ करने लगा।वो भी अपनी कमर पीछे करके उसका लंड अंदर तक निगल रही थी।अब वीरू की ज़बरदस्त चूदाइ से नूरी झड़ने लगी और चिल्लाकर बोलने लगी: आऽऽहहहह मैं तो गाइइइइइइइइइइ अंकल जीइइइइइइइइइ ।
वीरू भी ह्म्म्म्म्म्म्म कहकर झड़ गया।
फिर दोनों बाथरूम मेंजाकर फ़्रेश हुए और वीरू बोला: चलो देखें वो दोनों अब तक लगे हुएँ क्या?
जब वो दोनों नंगे ही दूसरे कमरे मेंपहुँचे तो वहाँ सलमान मधु को लपेटे हुए पड़ा था और वो भी पूरे नंगे थे।
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10-21-2018, 11:56 AM,
#50
RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
सलमान ने वीरू को देखकर कहा: भाई हमारी नूरी को मज़ा दिए कि नहीं?
वीरू: उसी से पूछो, मैंने तो पूरी कोशिश किया है किउसको मज़ा मिले।
नूरी सलमान के पास आकर उससे लिपट गई एर बोली: आपको उलटे सीधे सवाल ज़रूर पूछने हैं ना? गंदे डैडी।
सलमान हँसते हुए उसको चूमने लगा और उसको अपने ऊपर लिटा लिया और उसके मोटे चूतरोंको सहलाते हुए उसके होंठ चूसने लगा।
वीरू भी लेटी हुई मधु के बग़ल में बैठ गया और उसकी छातियों पर हाथ सहलाते हुए बोला: और बेटी, अंकल का लंड पसंद आया?
मधु शर्माकर अपने मामा की गोद मेंअपना सर रखा और उसका गाल लंड से छूगया।अब मधु भी मुड़कर उसके लंड को चूम ली।
सलमान बोला: नूरी, तुमने गाँड़ मरवायी या नहीं?
नूरी: जी नहीं डैडी,वो आपके जैसे गंदे नहीं है। ये सब उलटे काम आप ही करते हो!
सलमान हँसते हुए बोला: अच्छा तो अब ये गन्दा काम हो गया, वीरू जानते हो, इसे गाँड़ मरवाने मेंबहुत मज़ा आता है। पूरी गाँड़ उछालके मरवाती है।
वीरू हँसते हुए बोला: इसके बड़े बड़े चूतर देख कर तो मुझे वो सलमा रंडि याद आती है, जिसकी गाँड़ हम दोनों ने मारी थी।
सलमान: अरे ये गाँड़ मरवाते समय उस रंडि को भी मात कर देती है। ऐसा बोलते हुए उसने नूरी की गाँड़ में एक ऊँगली डाल दी और उसको अंदर बाहर करने लगा और नूरी आह्ह्ह्ह्ह करके मस्त होकर चिल्लाई।
वीरू भी मधु के चूतरों को दबाते हुए उसकी दरार मेंअपना हाथ डालके उसकी गाँड़ के छेद को सहलाने लगा और फिर उसने भी एक ऊँगली उसकी गाँड़ मेंडाल दिया और अंदर बाहर करने लगा। वो भी हाय्य्य्य्य करके दर्द से चिल्लाई और बोली: मामा जी दुखता है ना, सूखी ऊँगली ही डाल दी आपने।
वीरू हँसते हुए बोला: सॉरी बेटी,दुःख गया क्या। पर अभी सलमान तो लंड डालेगा तब क्या होगा? क्यों सलमान तुम मधु की गाँड़ नहीं मारोगे क्या?
सलमान ने हाथ उठाकर उसके चूतरों को दबाते हुए बोला: मधु बेटी, मैं तो अच्छे से चिकना करके गाँड़ मारूँगा, सूखी गाँड़ मारने मेंतो मुझे भी मज़ा नहीं आता।
अब सलमान मधु को बोला: आओ बेटी हमारा लंड चूसो और हमको मस्त करके हमसे अपनी गाँड़ मरवाओ।
मधु अपने मामा की गोद से हट कर सलमान के पैरों की तरफ़ गईऔर सलमान ने नूरी को अपने ऊपर से हटाकर वीरू से बोला: लो भाई इसकी गाँड़ का भी मज़ा ले लो अब तुम भी।
वीरू:चलो नूरी आओ मेरा लंड चूसो और फिर मैं तुम्हारी गाँड़ मारूँगा।
अब वो दोनों लड़कियाँ दोनों मर्दों के लंड चूसने लगी।नूरी बहुत मज़े से वीरू का लंड चूस रही थी जो अब पूरा खड़ा हो चुका था।मधु भी वीरू के लंड के चिकने सुपाडे को चाटे जा रही थी, और फिर पूरे सुपाडे को चूसने लगी।अब सलमान ने उसको घोड़ी बनाकर उसकी चूतऔर गाँड़ चाटकर उसको गरम किया, फिर ढेर सी क्रीम लगाकर उसकी गाँड़ में डाल दिया ऊँगली से और अपने लंड पर भी क्रीम लगाकर उसने अपने सुपाडे को मधु की गाँड़ के छेद मेंलगाया और हल्का सा धक्का दिया। मधु की चीख़ निकल गई अब सुपाड़ा उसकी गाँड़ में समा गया था,फिर अगले धक्के मेंही उसने उसकी टाइट छेद मेंलंड ठेल दिया। वो हाऽऽऽय्यय करके दर्द से चिल्लाई और सलमान रुक गया और उसकी छाती को दबाकर उसको मस्त करने लगा। फिर उसने उसकी चूत मेंदो ऊँगली डालकर उसकी ऊँगली से चूदाइ करने लगा। जब वो गरम हो गई तो ख़ुद हो अपनी गाँड़ उसके लंड पर दबा दिया, और गाँड़ में उसके मोटे लंड के अहसास से वो भीग गई।अब सलमान ने उसकी ठुकाई चालू कर दी और भी गाँड़ पीछे दबाकर मस्ती से अपनी फड़वा रही थी।मधु की आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अंकल जीइइइइइइ हाऽऽऽय्य्य्य्य मर गइइइइइइइइ जैसी आवाज़ें निकल रही थीं।
उधर नूरी से लंड चूस्वा कर वीरू भी मस्त होकर उसको उसी बिस्तर पर घोड़ी बनाकर उसके बड़े चूतरों को दबाकर क्रीम लगाया। फिर उसने अपना लंड उसकी गाँड़ में डाल दिया।क्योंकि नूरी कई बार गाँड़ मरवा चुकी थी, इसलिए वीरू का मोटा लंड भी वो मज़े से निगल गई। और मस्ती से चिल्लाके चूदवाने लगी और वो भी अपनी गाँड़ आगे पीछे मटका रही थी।
अब पूरा पलंग दोनों की चूदाइ से ऐसे हिल रहा था जैसे भूचाल आ गया हो। ठप ठप और फ़चफ़च करते हुए दोनों गाँड़ मरवाए जा रहीं थीं। सलमान बोला: आह क्या टाइट गाँड़ है यार, तुम्हारी भांजी की, साली ऐसा लग रहा है जैसे लंड को छील देगी।बहुत मज़ा आ रहा है, साली देख कैसी रंडि के जैसे गाँड़ हिला रही है।
वीरू: हाँ यार अभी धीरे धीरे उसकी गाँड़ ढीली होगी ना। पर यार नूरी के मस्त गद्देदार चूतरोंका तो मैं दीवाना हो गया हूँ,आह क्या नरम और गोल गोल म्म्म्म्म्म्म हैं।आह्ह्ह्ह्ह क्या गाँड़ है साली की, आह बहुत मज़ा आ रहा है यार गाँड़ मारने में।वाह क्या मस्त हो कर फड़वा रही है तेरी रंडि बहु।
और फिर दोनों धक्के मारते हुए झड़ने लगे।
उस रात और अगले पूरे दिन वो चारों नंगे रहे और सभी आसनों में बदल बदल के चूदाईं किए।
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सलमान ने ये कहकर अपनी कहानी ख़त्म की, अब सबके लंड खड़े थे, शिवा बोला: यार लौड़ियों को बुलाओ, साला मूड बन गया है, मैं तो नूरी की ही गाँड़ मारूँगा।
सलमान बोला: मुझे तो प्यारी शालू की गाँड़ मारनी है।
राज बोला: मैं भी अभी रूबी की गाँड़ ही मारूँगा।
और सब हँसने लगे।
दो दिनों की सामूहिक चूदाइ के बाद सब सलमान के फ़ार्म हाउस से वापस आ गए।फिर सब अपने रूटीन कामों में व्यस्त हो गए और लड़कियाँ अपने कॉलेज और घर के कामों में।
राज, शालू और सरिता की चूदाइ करके ख़ुश रहता था।तभी एक दिन दुबई से उसके बहनोई का फ़ोन आया, उसका नाम श्याम था।वो राज की बहन से शादी के बाद दुबई मेंही बस गया था।कई सालों से वो और उसकी बहन हिंदुस्तान नहीं आए थे ।उसकी पत्नी की मौत पर भी वो नहीं आ सके थे, क्योंकि उसकी बहन बहुत बीमार थी उन दिनों। बाद मेंराज और शालू दुबई गए थे दो दिन के लिए और उनसे मिलकर आ गए थे।
श्याम फ़ोन पर बोला: हाय राज क्या हाल है?कैसे हो तुम और शालू
राज: हम दोनों ठीक हैं, तुम और दीदी कैसे हो? और बच्चे तो मज़े मेंहैं ना?
श्याम: सब बढ़िया हैं। बच्चे इंडिया आने की ज़िद कर रहे थे, पर तुम्हारे दीदी की नौकरी से छुट्टी नहीं मिल पा रही है, तो मैं और दोनों बच्चे आ रहे हैं। तुमको कोई परेशानी तो नहीं होगी?
राज: अरे क्या जिज़ू आप भी ना,आपके और और बच्चों के आने से कैसी परेशानी होगी भला? हाँ दीदी भी आती तो और मज़ा आता। पर आप सब ज़रूर आओ , शालू को भी मज़ा आ जाएगा क्योंकि उसकी भी कॉलेज की छुट्टियाँ होंरही हैं। और आख़िर हमारा भांजा राहुल तो उससे एक साल ही बड़ा है, और हमारी भांजी रवीना भी तो उसकी ही उम्र की है।सब बहुत मज़े करेंगे।और आप सबको दिल्ली भी घुमा देंगे।
फिर यह तय हुआ कि वो सब दो दिन बाद आएँगे।राज ने शालू और सरिता को ये बताया कि वो तीनों आ रहे हैं। पहले तो बहुत ख़ुश हुई किउसके कज़िंज़ आ रहे हैं।पर बाद में वो चिंतित होकर अपने पापा की गोद में बैठ गई और बोली: पर पापा वो सबके सामने हम कैसे मज़ा करेंगे? राज ने उसके गाल को चूमते हुए कहा: अरे बेटी, रात को तुम मेरे कमरे मेंआ जाया करना और इसको ( उसकी चूतको चड्डी के ऊपर से दबाते हुए) चूदवा लिया करना।
तभी सरिता किचन से आकर बोली: और मेरा क्या होगा? मैं तो दिन भर सबकी सेवा करूँगी और सबके सामने थोड़े आपसे चूदवा सकूँगी?और आपनेमेरी ऐसी आदत लगा दी है कि मुझे रोज़ आपका ये चाहिए। ऐसा बोलते हुए वो उसका लंड पैंट के ऊपर से पकड़ ली।
शालू: सच मेंपापा, बड़ी गड़बड़ होगी।हम लोगों को काफ़ी मुश्किल होगी।
राज ने उसकी चुचि दबाते हुए कहा: अरे सब ठीक होगा, सरिता, तुम जब तक मेहमान रहेंगे घर मत जाना, अपने पति को बोल देना किमेहमान आए हैं और मैं उसका एक्स्ट्रा पैसा दूँगा। वो मान जाएगा, फिर तुम दोनों रात मेंआ जाना और हम मस्त चूदाइ कर लेंगे।
फिर तीनों क़रीब क़रीब इससे सहमत हो गए।
फिर दो दिन बाद राज और शालू airport पहुँचे उनको लेने के लिए। सुबह का वक़्त था,और जैसे ही श्याम अपने बच्चों के साथ दिखाई दिया, उसने शालू को बोला: देखो वो आ रहे हैं,तीनों।शालू भी उनको देखकर ख़ुश हो गई।शालू ने ध्यान से देखा कि राहुल जवान हो गया था, और उसका जिम मेंबनाया हुआ मैस्क्युलिन बदन बड़ा गठा हुआ लग रहा था।रवीना भी एक छोटे से टॉप और जीन में हसीन लग रही थी।श्याम भी उन दोनों का बाप नहीं बड़ा भाई लग रहा था, उसने भी अपने शरीर को अच्छे से सम्भाला हुआ था।
जैसे ही वो पास आए श्याम और राज गले मिले और फिर श्याम ने शालू को भी गले लगा लिया,वो भी फूफाजी कहकर उनसे लिपट गयी, तभी श्याम को उसके जवान बदन का अहसास हुआ और उसकी संतरों सी चूचियों का आभास उसको गरम कर गया और उसके लंड ने अँगड़ायी लेना शुरू किया।उसके हाथ उसको प्यार करते हुए उसके टॉप और स्कर्ट के बीच के नंगी कमर वाले हिस्से तक पहुँचे और उसने वहाँ सहलाना चालू किया।फिर उसके गाल को चूमकर बड़े बेमन से अपने आप को उससे अलग किया।
उधर राज ने भी राहुल को गले लगाया और उसका माथा चूम लिया। फिर रवीना भी मामाजी कहकर उससे चिपट गई।राज की छाती से उसकी बड़ी बड़ी छातियाँ टकराई और उसके लंड पर जैसे झटका पड़ा और वो उसको अपने में समेट कर उसके गाल चूमा और उसके भी हाथ उसकी नंगे कमर पर आ गए। उसने सोचा कि आह क्या चिकनी कमर है।उसका हाथ उसके बड़े बड़े चूतरों तक जाना चाहता था, पर उसने आप पर नियंत्रण किया और उससे अलग हुआ।
श्याम: यार शालू मेंबहुत परिवर्तन आ गया है,( उसकी चूचियों को देखते हुए ), अब काफ़ी बड़ी हो गई है।
राज: हाँ यार १८ की हो गई है, पर रवीना भी इससे २ महीने बड़ी है, पर लगता है कि पूरे २ साल बड़ी है।( उसने भी रवीना की छातियों के देखते हुए कहा, जोकि शालू से काफ़ी बड़ी थीं, क़रीब सरिता की जितनी ही बड़ीं)।
श्याम हँसते हुए बोला: हाँ यार बच्चे कब जवान हो जातें है, पता ही नहीं चलता। अब चला जाए?
राज: हाँ चलो, कार पार्किंग तक ट्रॉली ले चलो।
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