माँ बेटी बेटा और किरायेदार
06-09-2017, 01:44 PM,
#31
RE: माँ बेटी बेटा और किरायेदार
अमन का हाथ काजल के बारें में सोचते हुए अपने लंड पर चला गया और वो अपने लंड को धीरे -2 सहलाने लगा अमन के दिमाग़ में काजल का छरहरा बदन घूम रहा उसकी अति उन्नत चुचियाँ जो कि ब्लाउस में एक दम तनी हुई थी ब्लाउस में से ही उसकी चुचियों का उठाव सॉफ देखा जा सकता था पतली नाइटी से चिकनी कमर और पेट 5.6 इंच हाइट जो कि बिल्कुल अमन के बराबर थी हल्का साँवला रंग उसकी सुंदरता को और बढ़ा रहा था वो नाभि से नीचे बँधी हुई साड़ी अमन के होश उड़ा चुकी थी अमन का लंड ये सब सोच कर एक दम तन चुका था आज उसका लंड में तनाव इतना ज़्यादा था कि अमन का लंड छत को सलामी दे रहा था अमन को पेशाब आने लगा अमन उठ कर बैठ गया और शॉर्ट्स पहन कर बाहर आ गया सीमा गहरी नींद में सो रही थी अमन रूम से बाहर आकर बाथरूम की तरफ बढ़ने लगा घर की सभी लाइट बंद थी बस बाथरूम में 0 वॉट का बल्ब जल रहा था अमन बाथरूम में घुस गया और अपना शॉर्ट्स को घुटनों तक नीचे उतार दिया और मूतने लगा मूतने के बाद उसका हाथ अपने खड़े हुए लंड पर आ गया और वो धीरे -2 अपने लंड को हिलाने लगा काजल की कल्पना करते हुए उसकी आँखें बंद हो गयी अमन का हाथ तेज़ी से उसके लंड पर चल रहा था उधर काजल जो अभी सोई नही थी उसे भी तेज पेशाब लगा हुआ था वो उठ कर बाहर आ गयी जैसे ही बाथरूम के पास आई तो उसे अंदर से कुछ आहह अहह के आवाज़ सुनाई दी काजल जानती थी ये आवाज़ लड़के की है और अमन की ही है क्यों कि घर में और कोई मर्द नही था उसके पाँव वहीं थम गये अमन की कामुक आवाज़ सुन कर उसका दिल जोरों से धड़कने लगा उसके पाँव काँपने लगे वो वापिस पलट कर जाने लगी लेकिन ना जाने क्यों वापिस जाने के लिए उसके कदम उठने की बजाए वो बाथरूम की तरफ धीरे-2 बढ़ने लगी बाथरूम का डोर थोड़ा सा खुला था काजल धड़कते दिल के साथ बाथरूम के डोर की तरफ बढ़ रही थी


नज़ाने क्यों उसको अपनी चूत में खलबली महसूस होने लगती है काजल काँपते हुए कदमों के साथ बाथरूम के डोर तक पहुँचती है और धीरे डोर के अंदर झाँक कर देखती है अंदर का नज़ारा देख कर काजल का दिल धड़कना भूल जाता है उसकी साँसें जैसे थम जाती है हाथ पैर उतेजना में काँपने लगते हैं और खड़ी-2 उसकी जांघे खुद ब खुद आपस में सटा कर अपनी चूत को बीच में दबा लेती हैं काजल की नाज़ुक टाइट चूत में संकुचन होने लगता है अंदर अमन खड़ा खड़ा अपनी आँखें बंद किए अपने लंड को हाथ से तेज़ी से हिला रहा था पिछली बार काजल शर्म के मारे उसका लंड ठीक से नही देख पायी थी पर आज उसकी नज़र अमन के बालिश्ट मोटे और 8 इंच लंबे लंड पर गढ़ गयी उसका चूत में चुलबुलाहट होने लगी आज तक काजल ने सिर्फ़ अपने पति विजय के लंड को देखा था जो सिर्फ़ 4.5 इंच लंबा और बहुत पतला सा था और विजय के लंड में तनाव भी कम ही आता था आज पूरी तरह से विकिसित मोटे और तने हुए लंड को देख कर काजल गरम होने लगती हैं काजल बाथरूम के डोर को पकड़ कर खड़ी अमन के लंड को देख रही थी अचानक बाथरूम का डोर थोड़ा आगे की तरफ खिसक जाता है और काजल की चूड़ीयाँ खनखने लगती है काजल जल्दी से वापिस मूड कर कमरे की तरफ जाने लगी अमन को जैसे ही आहत सुनाई दी वो एक दम चोंक गया और जल्दी से अपना शॉर्ट्स ऊपर खींच कर अपना लंड अंदर किया और बाथरूम से बाहर आ गया बाहर आकर उसने देखा काजल अपने रूम की तरफ जा रही थी उसकी पीठ अमन की तरफ थी काजल अपने रूम में चली जाती है

उसकी पीठ अमन की तरफ थी काजल अपने रूम में चली जाती है

अमन:अर्रे ये क्या हो गया फिर से उसने देख लिया 
और अपना सर हिलाता हुआ अपने रूम के तरफ चल पड़ा अमन का लंड अभी भी शॉर्ट्स में तना हुआ था अमन अपने रूम में आ जाता है अंदर सीमा बेड पर पेट के बल लेटी सो रही थी अमन ने रूम का डोर लॉक किया और बेड के पास आकर अपना शॉर्ट्स उतार कर बेड पर फेंक दिया सीमा जो कि पेट के बल लेटी हुई थी उसकी गान्ड ऊपर की तरफ थी सीमा बिना नाइटी पहने ही सोई हुई थी अमन सीमा के पास आकर बैठ गया और सीमा की मखमली पीठ और गोरे मोटे-2 चुतड़ों को देख अमन का लंड एक बार फिर से झटके मारने लगा अमन बेड पर चढ़ कर सीमा के ऊपर आ गया और अपने पैरों को सीमा की जाँघो के दोनो तरफ करके सीमा के ऊपर झुक गया और अपने लंड को हाथ में पकड़ कर सीमा की गान्ड की दरार में रगड़ने लगा और अपने लंड के सुपाडे से सीमा की गान्ड के छेद को टिटोलने लगा जैसे ही अमन के लंड के सुपाडे को सीमा की गान्ड के छेद का अहसास हुआ अमन ने अपने लंड के सुपाडे को सीमा की गान्ड के छेद पर टिका दिया सीमा नींद में कस्मसाइ और अपने बदन पर अमन का वजन महसूस करके उठ गयी पर उसकी आँखें अभी नही खुली थी अपनी आँखें बंद किए सीमा बोली

सीमा होंठो पर मुस्कान लाते हुए) क्या हुआ नींद नही आ रही 

अमन ने सीमा की बात का जवाब नही दिया और झुक कर उसके गालों और कानो को होंठो में लेकर चूसने लगा सीमा जो कि उल्टी लेटी हुई थी उसने अपने फेस को घुमाया और अपने होंठो को अमन के होंठो से मिला दिया कुछ देर किस करने के बाद अब सीमा जो पूरी तरह जाग चुकी थी उसे अपनी गान्ड के छेद पर अमन के लंड का गरम सुपाडा महसूस हुआ और वो एक दम सिहर गयी उसका पूरा बदन ऐंठ गया अमन ने अपने हाथों को सीमा के हाथो पर रखा हुआ था सीमा ने अमन के हाथों को कस के भींच लिया 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उन्घ्ह्ह्ह अमन्न्न क्या कर रहीईए हो मुझे नींद आ रही है सोने दो नाअ
पर सीमा का बदन उसकी बातों का साथ नही दे रहा था अमन सीमा की गान्ड को अपने लंड पर दबाव बनाते हुए महसूस कर रहा था उसके दोनो चूतड़ कभी खुल रहे थे कभी आपस में सट कर अमन के लंड को बीच में भींच रहे थे 

सीमा:ओह अमान्ंणणन् में बहुत थक्क गइई हुन्न्ं 

अमन ने अपना एक हाथ नीचे ले जाकर अपने लंड को पकड़ कर सीमा की गान्ड के छेद पर रगड़ना चालू कर दिया मस्ती में आ कर सीमा ने अपनी जाँघो को फैला लिया और अपनी गान्ड को थोड़ा से ऊपर की ओर उठा लिया जैसे ही सीमा ने अपनी जाँघो को चौड़ा किया अमन ने लंड को पकड़ कर सीमा की चूत के छेद पर टिका दिया और अपनी कमर को आगे की तरफ करने लगा लंड का सुपाडा सीमा की चूत की फांकों को फैलाता हुआ अंदर घुस गया सीमा ने अमन के हाथों को और कस के भींच लिया और उसकी कलाई पर अपने होंठो को रगड़ना चालू कर दिया सीमा ने अपनी कमर को अंदर की तरफ मोड़ कर अपनी गान्ड को और उठा लिया जिससे सीमा की चूत और ऊपर की तरफ हो गयी अमन ने फिर से अपनी कमर को धकेला इस बार अमन का आधे से ज़्यादा लंड अंदर चला गया 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और सीमा ने अपने दाँतों से अपने होंठो को काटने लगी 

अमन ने भी मस्ती में आकर अपनी कमर को हिलाना चालू कर दिया लंड चूत के अंदर बाहर होने लगा अब सीमा की चूत में पूरा लंड अंदर बाहर हो रहा था और अमन के लंड का सुपाडा सीमा की बच्चेदानी पर जाकर ठोकर मारने लगा 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह ओहजहह अमर धीरे अहह सीईईईईईईईईईईईईईई धीरे कार्रररर नाअ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
पर सीमा खुद अपनी गान्ड को ऊपर की तरफ़ तेज़ी से उछाल रही थी सीमा की चूत जो अब तक सुखी थी उसमे पानी आने लगा लंड फिसलता हुआ अंदर बाहर होने लगा जब अमन की जाँघो की पुश्थे सीमा की गान्ड पर टकराती तो पूरे कमरे में थेप-2 की आवाज़ गूंजने लगती सीमा को अपनी गान्ड पर अमन की जाँघो की थप और कामुक बना रही थी सीमा अपनी आँखों बंद किए अमन के लंड को अपनी चूत की गहराइयों में महसूस करके मचल रही थी अमन ने अपना लंड सीमा की चूत से निकाला वो चोद तो सीमा को रहा था पर दिमाग़ पर काजल छाई हुई थी अमन ने सीमा को कंधों से पकड़ कर बेड पर खड़ा कर दिया और बेड के एक कोने में ले जाकर उसकी पीठ दीवार से सटा दी सीमा ने अमन को इतना जोश में कभी नही देखा था सीमा हैरत से अमन की तरफ देख रही थी अमन ने सीमा को अब दीवार के सहारे पीठ टिका कर खड़ी किया था अमन ने सीमा की एक टाँग को उठा कर अपनी कमर तक उँचा कर दिया और उसकी दोनो टाँगों के बीच आकर अपने लंड के सुपाडे को सीमा की चूत पर टिका दिया सीमा ने अमन को बाहों में कस लिया और सीमा की कमर झटके खाने लगी अमन ने अपना एक हाथ सीमा की गान्ड पर रख कर उसकी गान्ड को दोबच लिया और अपनी कमर को हिलाया लंड चूत की फांकों को फैलाता हुआ फिर से अंदर घुस गया अमन ने सीमा के दूसरी टाँग को जाँघ से पकड़ कर ऊपर उठाना चालू कर दिया सीमा को तब अहसास हुआ जब उसके दोनो पैर हवा में झूलने लगे सीमा ने गिरने से बचाने के लिए अपनी बाहों को अमन के गले में कंधों पर डाल कर कस लिया और अपनी टाँगों को अमन की कमर पे कस लिया लंड जड़ तक चूत में घुस गया था अमन ने सीमा की गान्ड को दोनो हाथों से पकड़ लिया और उसके चुतड़ों को मसल मसल कर दोनो तरफ फैलाने लगा 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह ध्यांन्न्न् सीईईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह क्याआआआ कर रहीईई हूऊ सीमा अमन की गोद में अपनी गान्ड को धीरे-2 ऊपर उछालने लगी सीमा को उसके पति ने कभी इस तरह उठा कर कभी नही चोदा था ये सीमा के लिए बिल्कुल नया अनुभव था सीमा मस्ती के सागर में गोते खा रही थी सीमा के होंठ अमन के कंधों को रगड़ रहे थे कभी सीमा अमन की गर्दन को चूमना चालू कर देती अमन ने अपने हाथों से सीमा की गान्ड को थामे गान्ड को ऊपर नीचे करने लगा लंड सीमा की चूत के अंदर बाहर होने लगा सीमा अमन से बिल्कुल चिपकी हुई थी जैसे कोई छोटा बच्चा अपनी माँ की छाती से चिपका हुआ हो 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्ंननननणणन् तूमम्म्ममम ये रोजजज्ज्ज्ज रोजजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज नईई चुदाई क्ीई तर्क्ीईई कहाँ सीईई सीखह र्हाई हूऊऊ अमान्ंनननणणन् बहुत मज़ा आ रहा हाईईईईईई तेरे लंड का सुपाडा ओह सीधा मेरीईए बच्चे दानी के मूँह पर चोट कर रहा हाईईईईई अह्ह्ह्ह्ह ओह ओफफफफफफफ्फ़ 

सीमा भी अमन के कंधों के सहारे अपनी गान्ड को ऊपर की ओर लाकर नीचे पटकने लगी बेड चुन चुन की आवाज़ करने लगा 

सीमा:अहह अमन में झड़ने वाली हून्ंनणणन् आह ओह मेरा पानी निकलने वाला हाीइ ओह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईई 
और सीमा की चूत में दहक्ते हुए पानी के नदी निकल पड़ी जो अमन के लंड को और गीला करने लगी अब अमन भी थक चुका था अमन ने सीमा को नीचे उतारा और उसे एक ही पल में उल्टा कर दीवार के सहारे झुका दिया सीमा तेज़ी से हाँफ रही थी उसने अपनी हथेलियों को दीवार से टिका लिया और पीछे अपनी गान्ड बाहर की तरफ निकाल कर खड़ी हो गयी

अमन ने अपने घुटनो को थोड़ा सा मोड़ कर लंड को चूत के छेद पर टिका कर जोरदार धक्का मारा लंड पानी की वजह से फिसलता हुआ अंदर जा घुसा अमन ने सीमा के खुले हुए बालों को इकट्ठा करके एक हाथ में पकड़ कर थोड़ा सा खींचा जिससे सीमा की कमर गान्ड और पीठ के बीच में से नीचे की और हो गयी और गान्ड और ऊपर होने से सीमा की चूत बाहर की तरफ आ गयी अमन ने अपना एक हाथ सीमा की कमर को पकड़ कर धक्के लगाने चालू कर दिए अमन पागलों की तरह ताबड तोड़ धक्के लगा रहा था थप-2 फतच-2 और बेड के चरमराने की आवाज़ पूरे रूम में गूँज रही थी अमन सीमा की चूत को इतनी तेज़ी से पेल रहा था कि सीमा कुछ ही देर में फिर से गरम हो चुकी थी सीमा की सिसकारियाँ अब और उँची और तेज होती चली जा रही थी 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हन्ंनणणन् आईसीए हीई चोदो अहह फाड़ दे अपनी मासी की चूत्त्त्त को अहह बहुत मज़ा आ रहााअ हाईईईई आज्ज्जज्ज्ज अपने लौडे क्ीई सारी गरमी निकाल दे मेरी भोसड़ी मेंन्न्न् अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
सीमा ने अपना एक हाथ दीवार से हटा कर अपनी चुचि को पकड़ कर मसलना चालू कर दिया सीमा के पैर उसका साथ नही दे रहे थे कोई 6 मिनट की लगातार चुदाई के बाद सीमा दोबारा झड़ने के करीब थी

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्ंणणन् आज्ज्जज्ज्ज तो तुनीईई कमाल कर दिया हाईईईईई उन्घ्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह मजाआ आ गय्ाआ लीई तेरी मौसीई की चूत्त्त्त फिर्रर से अपना प्यारर का रस्स्स्सस्स छोड़ने वाली हाईईइ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
और सीमा झड गई अब उसके लिए खड़ा रहना नमुनकीन था वो एक दम से नीचे बैठ गयी उसकी जांघे मूडी हुई थी अमन ने सीमा को कंधों से पकड़ कर बेड पर पटक दिया और खड़े-2 सीमा की टाँगों को पकड़ कर पूरी तरह फैला दिया अमन खड़ा हुआ था सीमा अब पीठ के बल बेड पर लेटी हुई थी अमन का लंड अभी भी एक दम तन कर झटके खा रहा था सीमा की चूत उसके गाढ़े पानी से सनी हुई थी उसकी चूत के होंठ बार-2 सिकुड और फैल रहे थे और चूत के छेद से पानी बाहर निकल रहा था जो सीमा की गान्ड के छेद तक जा रहा था अमन अपने पंजों के बल बैठ गया और अपने लंड को हाथ मे थाम कर सीमा की चूत के छेद पर रगड़ने लगा सीमा तेज़ी से हाँफ रही थी दो बार झड़ने के बाद वो एक दम थक चुकी थी

सीमा अमन का रूप देखार बहुत हैरान थी जो अमन आज तक उससे शरम करता था उसने आज सीमा की चूत की दीवारों को हिला कर रख दिया था अमन ने लंड के सुपाडे को चूत के छेद पर टिका दिया सीमा जानती थी कि अब अमन जल्दी झड़ने वाला नही है पर अब सीमा और चुदाई करवाने की हालत में नही थी सुबह के लंबे सफ़र और अमन की जोरदार चुदाई से वो अभी तक 1 बार सुबह और 2 बार अब झड चुकी थी अमन ने सीमा की जाँघो को घुटनों के पास से पकड़ कर पूरी ताक़त से अपने लंड को सीमा की चूत में पेल दिया लंड और चूत दोनो पहले से गीले थे लंड एक ही बार में फिर से पूरा जड तक घुस गया था अमन अपनी कमर को तेज़ी से हिला रहा था और सीमा की चूत को अपने लंड से तेज़ी से चोदे जा रहा था थोड़ी देर की घिसाई के बाद सीमा की चूत एक दम सुख गयी अब लंड का घर्षण सीमा की चूत की दीवारों पर ज़्यादा बढ़ गया अमन के ताबडतोड़ धक्कों ने सीमा को एक बार फिर से गरम कर दिया पर सीमा की हालत बहुत खर्राब हो चुकी थी उसे बहुत तेज पेशाब आने लगा 

सीमा:अह्ह्ह्ह्ह अमान्ंणणन् मुझे पेशाब जाना हाईईईईई 
पर अमन बिना सुने अपना लंड सीमा की चूत के अंदर बाहर करता हुआ उसे चोदे जा रहा था सीमा ने हार कर अमन को धक्का देकर पीछे किया और बेड से खड़ी हो गयी पर इतनी ज़बरदस्त चुदाई का असर अब हो चुका था सीमा से बर्दास्त नही हुआ और वो अपने पेशाब को रोक नही पाई और उसकी चूत से मूत की धार छूट पड़ी जो सीधा फरश पर गिरने लगी सीमा अपनी इस हालत से सरमसार हो गयी उसके गाल शरम से लाल हो गये और वो वहीं बैठ गयी और मूतने लगी सीमा के होंठो पर शरम के मारे मुस्कान आ गयी और वो सर झुका कर मूतने लगी मूत की धार की आवाज़ सुन कर अमन का लंड और झटके खाने लगा रूम के फर्श पर चारो तरफ सीमा का मूत फैल चुका था सीमा मूतने के बाद खड़ी हुई सीमा ने अभी भी सर झुकाया हुआ था अमन बेड के किनारे के पास गया और सीमा के हाथ को पकड़ कर ऊपर खींच लिया सीमा अपने दोनो घुटनो को बेड पर रख कर ऊपर हो गयी अमन खड़ा हुआ और सीमा के पीछे से जाकर अपने लंड के सुपाडे पर थूक लगाया और ढेर सारा थूक सीमा की चूत को भी लगा कर अपने लंड को चूत के छेद पर टिका दिया सीमा की आँखें बंद थी उसने अमन को रोका नही बल्कि अपनी जाँघो को फैला कर अपनी गान्ड उठा कर अपनी चूत के छेद को बाहर की तरफ निकाल लिया अमन ने भी बिना देर किए अपने थूक से सने लंड को सीमा की चूत में पेल दिया सीमा के मूँह से अह्ह्ह्ह्ह्ह निकल गयी अमन बिना रुके धक्के लगाने लगा और 5 मिनट लागतार चोदने के बाद सीमा फिर से झड गयी और अमन ने भी अपने वीर्य से सीमा की चूत को भर दिया अमन बेड पर निढाल हो कर गिर पड़ा सीमा की हालत अब ऐसी थी कि वो बेड पर गिर जाए और सो जाए पर वो अन्मनि सी खड़ी हुई और अपनी नाइटी उठा कर पहनी और डोर खोल कर बाहर आ गयी अमन ने अपना शॉर्ट्स पहन लिया और लेट गया थोड़ी देर बाद सीमा हाथ में पानी की बकेट लिए वापिस आई और रूम में पानी से पोंचा लगा दिया और फिर बाहर जाकर पानी को फेंक कर बकेट सॉफ कर दी और वापिस रूम में आकर डोर लॉक करके अमन की चेस्ट पर सर रख कर लेट गयी
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06-09-2017, 01:44 PM,
#32
RE: माँ बेटी बेटा और किरायेदार
वापिस रूम में आकर डोर लॉक करकके अमन की चेस्ट पर सर रख कर लेट गये

सीमा: अमन एक बात पूच्छू 

अमन;हां पूछो 

सीमा:आज तुम्हें क्या हो गया था पहले तो तुम्हें नींद आ रही थी आज इतनी ज़बरदस्त चुदाई के मूड में कैसे आ गये

अमन:सच बतऊ मौसी 

सीमा:हान्ं मुझसे क्या छुपाना 

अमन:मौसी आज काजल को देखा तो देखता ही रह गया आप से सेक्स करते वक़्त भी उसका ही ख्याल दिमाग़ में था पता नही मुझे क्या हो गया था अगर आप को तकलीफ़ दी हो तो मुझे माफ़ करना

सीमा:धत्त पगले इसमे माफी माँगने की क्या ज़रूरत है मुझ से और मेरी चूत गान्ड सब तुम्हारे लिए तो है इन सब पर तुम्हारा ही हक़ है में कभी बुरा नही मानूँगी और लगता है आज हमारे अमन को काजल भा गयी हाईईईई

अमन शरमाने लगा 

सीमा:चल अब बहुत थक गयी हूँ सो जा और हां अब मुझे और परेशान नही करना नही तो में सच में बुरा मान जाउन्गी
और सीमा और अमन दोनो मुस्कराने लगते हैं दोनो एक दूसरे की बाहों में क़ैद होकर नींद के आगोश में समा जाते हैं 

सुबह हुई काजल और रीमा उठ चुकी थी और विजय वापिस आ चुका था रीमा और काजल दोनो नाश्ते की तैयारी कर रही थी अमन और सीमा जिस रूम में सोए थे वो अभी भी बंद था अमन की नींद टूटी है और अपनी आँखें को मलता हुआ उठ कर बैठ जाता है और सीमा की तरफ देखा सीमा अभी भी सो रही थी 9 बज रहे थे पर रात की ज़बरदस्त चुदाई ने उसे थका दिया था उसकी नाइटी उसकी कमर तक चढ़ि हुई थी उसकी चूत सॉफ दिख रही थी अमन अपना एक हाथ सीमा की चूत पर रख कर करवट के बाल लेट गया और सीमा की चूत को सहालना चालू कर दिया सीमा कसमसा कर उठ गयी अपनी आँखों के सामने अमन का फेस देख कर उसके होंठो पर मुस्कान आ जाती है 

अमन:गुड मॉर्निंग 

सीमा:गुड मॉर्निंग सुबह ही चालू हो गये 

अमन ने मुस्करा कर सीमा के ऊपर झुक कर उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और अपने हाथ से सीमा की चूत को मसलने लगा सीमा ने अपना होंठो को अलग किया

सीमा:अहह देखो अमन कितना टाइम हो गया चलो अब उठ जाओ अमन ने सीमा को छोड़ दिया और सीमा ने उठ कर डोर खोल कर बाहर आकर सीधा बाथरूम में घुस गयी अमन भी अपनी टी-शर्ट पहन कर बाहर आ गया उसे भी तेज पेशाब लगी थी वो आँगन में आकर टहलने लगा और सीमा के बाथरूम से बाहर निकलने का इंतजार करने लगा आँगन के बीचो बीच पानी का नल लगा हुआ था अमन का लंड पेशाब के प्रेशर से एक दम तन कर खड़ा था जो अमन के चलने के कारण उसके शॉर्ट में उभार बनाए हुए इधर उधर हिल रहा था काजल किचन से निकली और नल की तरफ बढ़ी उसकी नज़र अमन से जा टकराई जो अपनी मस्ती में टहल रहा था काजल नज़रें नीचे करके नल की तरफ बढ़ी वो तिरछी नज़रों से अमन को देख रही थी उसकी नज़र अमन के शॉर्ट्स के अंदर हिल रहे लंड पर पड़ी जो तन कर शॉर्ट्स मे टेंट बनाए हुए था उसका दिल फिर से धड़कने लगा चूत में फिर से सरसराहट होने लगी काजल ने नल से पानी भरा और अमन को देख कर वापिस किचन की तरफ चली गयी 

सीमा के बाथरूम से बाहर आने के बाद अमन बाथरूम में घुस गया और फ्रेश होकर बाहर आ गया उसने दूसरा शॉर्ट्स और टी-शर्ट पहन ली और अपने रूम में सोफे पर बैठ गया सीमा साड़ी पहन रही थी सीमा साड़ी पहन कर बाहर किचन में चली गयी जहाँ काजल चाइ डाल रही थी काजल ने एक ट्रे में चाइ और नाश्ता रख कर सीमा को दिया और अमन को देने को बोली

सीमा:ऐसे कर तू खुद ही दे आ में यहाँ ही हूँ 

काजल का दिल जोरों से धड़कने लगा उसने ट्रे को उठाया और बाहर निकल आई और अमन के रूम की तरफ बढ़ने लगी काजल ने येल्लो और रेड कलर की मॅचिंग साड़ी पहनी हुई थी होंठो पर रेड कलर की लिपस्टिक उसकी सुंदरता को और बढ़ा रही थी वो धीरे-2 अमन के रूम की तरफ बढ़ रही थी उसके मन में कई ख़याल आ रहे थे कि कहीं कल रात अमन ने उसे छुपकर देखते हुए देख ना लिया हो अमन के रूम के पास आकर उसने डोर नॉक किया अमन ने अंदर से आवाज़ दी आ जाओ काजल रूम के अंदर आ गयी और ट्रे को टेबल पर रख दिया अमन काजल को देखता ही रह गया क्या कयामत लग रही थी 5.6 इंच हाइट के फिगर वाली औरत देख अमन के लंड में हलचल होने लगी अमन की नज़र काजल के बदन को ऊपर से नीचे तक नाप रही थी पतली बलखाती कमर और उन्नत तनी हुई चुचियाँ ब्लाउस में एक दम कसी हुई थी काजल की चुचियों का उठाव बहुत ज़्यादा था जैसे मानो अकड़ कर खड़ी हों गान्ड कमर के मुकाबले मोटी और थोड़ी से बाहर निकली हुई क्या मस्त लग रही थी काजल अमन को अपनी तरफ यूँ देखता देख कर शरमा गयी उसने अपना सर झुका लिया और अमन को स्माइल पास की अमन ने भी बदले में स्माइल किया और काजल मूड कर चली गयी

दूसरी तरफ सीमा और रीमा इस बारे में बात कर रही थी 
सीमा: मुझे लगता हैं अमन को काजल बहुत भा गयी हैं अब अमन को मनाने की चिंता नही है बस काजल को कैसे मनाएँ मुझे लगता है हमें दोनो को कुछ अकेले में टाइम देना होगा जिससे कुछ चक्कर चल सके 

रीमा:अगर ऐसा हो गया तो मेरी तो चिंता ही ख़तम हो जाएगी नही तो यही डर सताता रहता है कि कही काजल विजय को छोड़ कर ना चली जाए हम ऐसे करते हैं आज दोपहर को थोड़ा खेतों में घूमने के बहाने बाहर चलते हैं विजय भी खाना खा कर चला गया हैं हम दोनो नाश्ता करने के बाद यहाँ से निकल जाते हैं 

सुबह के 11 बज रहे थे सीमा रीमा और काजल एक रूम में बैठ कर बातें कर रही थी 

रीमा: अचानक) चलो भाभी तुम्हें ज़रा खेतों में घुमा लाऊ 

सीमा:हां चलो थोड़ी देर बाहर टहल आते हैं 
और सीमा ने अमन को आवाज़ लगाई अमन रूम में लेटा हुआ था अमन आवाज़ सुन कर दूसरे रूम में आ गया यहाँ तीनो बैठी हुई थी

अमन:जी मौसी 

सीमा:हम ज़रा बाहर घूमने जा रहे हैं तुम तब तक यहीं काजल के साथ बैठ कर बातें करो नही तो अकेले बोर हो जाओगे चलो पहले गेट बंद कर लो हम थोड़ी देर में आते हैं 

और दोनो उठ कर बाहर चली गयी अमन दरवाजा बंद कर वापिस रूम में आ गया पर अमन को कुछ समझ में नही आ रहा था कि वो क्या बात करे काजल का भी वही हाल था उसका दिल तो ये सोच कर धड़क रहा था कि वो अमन के साथ घर में अकेली थी चाहे अब तक अमन से उसकी ज़्यादा बातचीत नही हुई थी पर उसके दिमाग़ में भी ना चाहते हुए भी अमन छाया हुआ था अमन बेड के पास आकर खड़ा हो गया दोनो में से कोई भी बोल नही रहा था काजल अपने तेज़ी से धड़कते हुए दिल की धड़कने भी सुन सकती थी कुछ देर के खामोसी के बाद काजल ने कहा

काजल:बैठेए ना

उसकी मीठी आवाज़ जैसे अमन के कानो में मिशरी घोल गयी हो अमन बेड के किनारे बैठ गया काजल जो कि बेड के बीचों के बीच बैठी हुई थी अपने पैरो के नाखूनों से बेडशीट को कुरेदने लगी वो सर झुका कर बैठी थी और बीच-2 में कनखियों से अमन को देख रही थी अमन उसके पति के बिल्कुल उलट गोरे रंग का एक दम स्मार्ट लड़का था जिसपर कोई भी लड़की फिदा हो जाए और विजय एक दम काले रंग का आदमी था और उसकी पर्सनल्टी भी अमन से बहुत कम थी अमन भी चोर निगाहो से काजल को देख रहा था दोनो को कुछ समझ नही आ रहा था कि क्या बात करे काजल जो अमन के रूप रंग को देख कर आह भर चुकी थी पर उसने अपनी पति से पहले और बाद में किसी भी मर्द को अपने आप को छूने भी नही दिया था आख़िर कार अमन ने चुप्पी को तोड़ते हुए शुरुआत की 

अमन: में आप से माफी माँगना चाहता हूँ 

काजल:सर झुकाए हुए धीमी आवाज़ में) किस बात के लिए 

उसकी आवाज़ से सॉफ पता चल रहा था कि वो बात करने में थोड़ा हिचकिचा रही है 

अमन:उस दिन में ग़लती से बाथरूम में घुस गया था जब आप

और कहते हुए अमन रुक गया उसे अपनी बात पर शर्मिंदगी महसूस हुई और अमन झेंप गया ये बात सुन कर काजल भी शर्म से लाल हो गयी 

काजल: शरमाते हुए) पर आप तो पहले से ही माफी माँग चुके हैं 

अमन:हां पर लगता हैं आप ने मुझे माफ़ नही किया 

काजल:क्यों ऐसी तो कोई बात नही है आपको ऐसा क्यों लगता हैं 

अमन:क्यों कि आप अभी भी मुझे शरमा रही हैं और आप ने उसके बाद से मुझसे कोई बात नही की

काजल:नही ऐसे बात नही है वो बस आप ने तो देखा ही है टाइम ही नही मिला और माँ जी (रीमा) के सामने वैसे भी मेरी ज़ुबान कम ही खुलती है

अमन:ओह अच्छा तो ये बात है पर अब तो मँजी भी नही है फिर क्यों शरमा रही हो आप

काजल:नही में शरमा नही रही बस मैं ऐसी ही हूँ (और काजल ने अपना झुकाए हुए सर को ऊपर उठा लिया अमन की नज़र काजल के खूबसूरत होंठो पर अटक गयी काजल ने अमन को यूँ देखते हुए फिर से शरमा कर अपना सर झुक लिया)

अमन:लो देखो आप तो फिर से शरमाने लगी

काजल ने अमन की तरफ देखा दोनो की नज़रें मिली काजल अपने एक हाथ से बेड शीट को थामें हुई थी 

अमन: अगर आप बुरा ना माने तो आप को एक बात कहूँ 

काजल: जी कहिए 

अमन:आप आज बहुत सुंदर लग रही हो 

काजल ये बात सुन कर फिर से शरमा गयी उसके गाल शर्म से लाल हो रहे थे वो सर झुका कर मुस्करा रही थी 

अमन:जब आप शरमाती हैं तो और भी हसीन लगती हैं 

काजल:आप झूट बोल रहे हैं 

अमन:नही सच में आप की स्माइल मुझे बहुत अच्छी लगती है आप के होंठ बिल्कुल गुलाब की पंखुड़ियों की तरह हैं आप के गाल जैसे कश्मीरी सेब हों 

काजल:बस कीजिए मुझे शरम आ रही है 

अमन:इसमें शरमाने की क्या बात हैं मैं सच बोल रहा हूँ मुझे तो आप की हर अदा पसंद है जब आप शरमाती हैं तो और भी हसीन लगती हैं 

ये कहते हुए अमन ने अपना हाथ काजल के हाथ के ऊपर रख दिया काजल के बदन में मानो जैसे बिजली कोंध गयी हो उसका दिल जोरों से धड़कने लगा जिस्म काँप उठा अमन का हाथ काजल के हाथ के ऊपर था काजल शर्म से लाल हो चुकी थी काजल ने अपना हाथ अमन के हाथ के नीचे खिसकना चालू कर दिया धीरे-2 काजल ने अपना हाथ खींच लिया काजल दोनो पैरों को समेट कर बैठी थी काजल ने अपनी दोनो बाहों को अपने टाँगों के गिर्द में रख लिया


अमन जैसे सपने से बाहर आया हो) सॉरी वो बेखयालि में मेरा हाथ आप को बुरा तो नही लगा 

काजल: नज़रें झुकाए हुए) नही 

अमन;ओह्ह थॅंक गॉड मेने सोचा आप बुरा ना मान जाओ पर ये सच है आप सच में बहुत हसीन है 

काजल: आप तो झूठी ही मेरी तारीफ कर रहे हो 

अमन: चलो आप झूठ ही मानो पर मुझे जो आप को देख कर लगा मैने आप को बोल दिया 

काजल शर्म से लाल हुए जा रही थी 

काजल: लेकिन आप का रंग तो गोरा है और में कहाँ साँवले रंग की पता नही आप को मुझमे क्या खास बात नज़र आ गयी देखिए( अपने हाथ को अमन के हाथ के पास रखते हुए)

अमन के हाथ काजल के हाथों से काफ़ी गोरे थे 
अमन:गोरे होने से क्या होता है आप की स्किन कितनी सॉफ्ट है ( काजल के हाथ को अपने हाथ में लेते हुए) आप का हाथ पकड़ सकता हूँ ना देखिए कितनी सॉफ्ट स्किन है आपकी
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06-09-2017, 01:44 PM,
#33
RE: माँ बेटी बेटा और किरायेदार
काजल ने शरमाते हुए हां में सर हिला दिया और अमन काजल के हाथ को अपने दोनो हाथ में पकड़ कर धीरे से सहलाने लगा काजल का बदन काँपने लगा वो कसमसाने लगी और अपने हाथ को पीछे खींचने लगी पर अमन ने उसका हाथ नही छोड़ा कुछ देर बाद जब काजल थोड़ा सहज हुई उसना अपना हाथ खींचना बंद कर दिया और अमन की तरफ देखा दोनो की नज़रें आपस में टकरा गयी दोनो कुछ देर वैसे ही बैठे रहे अमन मन में फर्याद कर रहा था कि वक़्त यहीं रुक जाए अचानक बाहर में डोर पर दस्तक हुई काजल एक दम सकपका गयी और अपना हाथ पीछे खींच लिया और बेड से उतर कर बाहर चली गयी कुछ देर बाद काजल वापिस आई और सीधा किचन में चली गये अमन अंदर बैठा काजल के आने का इंतजार करता रहा पर काजल किचन से बाहर नही आई कुछ देर इंतजार करने के बाद अमन उठ कर किचन में चला गया काजल अपने दोनो हाथ सेल्फ़ पर रख कर खड़ी थी उसके फेस पर गंभीर भाव थे 

अमन:क्या हुआ कॉन था 

काजल: (एक दम चोन्कते हुए ) हां कोई नही पड़ोस के घर से आंटी आई थी मा जी से कोई काम था उन्हें 

अमन:क्या हुआ आप यहाँ आकर खड़ी क्यों हो गयी कोई परेशानी तो नही 

काजल:नही कोई बात नही 

अमन:तो लगता है मुझसे कोई भूल हो गयी 

काजल: नही ऐसी भी कोई बात नही है आप जाकर अपने रूम में आराम करो में खाना तैयार करती हूँ 

अमन:खाना भी तैयार हो जाए गा में अकेला बोर हो जाउन्गा आप से बात करूँगा तो मन लगा रहेगा 

काजल:मेरी तबीयत कुछ ठीक नही है आप जाओ में खाना बना लूँ 

अमन को काजल में आए इस बदलाव देख कर थोड़ी निराशा हुई वो मायूस हो कर अपने रूम में जाने लगा फिर से डोर पर दस्तक हुई इस बार अमन ने डोर खोला तो सीमा और रीमा वापिस बाहर खड़ी थी अमन अपने रूम में अंदर आ गया अमन को उदास देख कर सीमा भी उसके पीछे रूम में आ गयी 

सीमा:क्या हुआ अमन उदास लग रहे हो 

अमन:कुछ नही बस ऐसे ही मन नही लग रहा 

सीमा:तो क्या बात हुई काजल से 

अमन:कुछ नही बस यूँ ही इधर उधर की बात कर रहे थे 

सीमा:तू भी ना बुद्धू है बुद्धू में तुम्हे उसके साथ इस लिए अकेला छोड़ कर गयी थी कि तुम्हरा दिल उस पर आ गया है तुम्हे उसके साथ कुछ बात करने का मोका मिले और तुम यहाँ वहाँ की बातें ही करते रहे 

अमन: पर आप ने ऐसा क्यों किया मेरे लिए?

सीमा:हां में तुम्हारी खुशी के लिए कुछ भी कर सकती हूँ 

अमन: पर मौसी लगता है काजल मेरे हाथ नही आएगी

सीमा;अर्रे तू तो अभी से हार मान कर बैठ गया चल तेरा हॉंसला बढ़ाने के लिए तुझे एक बात बताती हूँ 

अमन:क्या मौसी 

सीमा ने अमन को काजल के पति के बारे में सब कुछ बता दिया अमन अब तक समझ चुका था 

सीमा: तू फिकर ना कर हम तेरे साथ हैं 

अमन:हम और कॉन है 

सीमा:रीमा दीदी और कॉन तू बेफिकर होकर अपनी चाल चल डरने की ज़रूरत नही अगर कोई बात हुई तो हम संभाल लेंगे 

अमन:पर अगर उसने अपने पति से बात कर दी तो 

सीमा: तू चिंता छोड़ अपने काम में लग जा बाकी सब हम पर छोड़ दे 

अमन खुशी से नाच उठा और सीमा के होंठों को चूम लिया 

सीमा:अच्छा अब बता हुआ क्या जो तू इतना उदास है 

अमन ने सारी बात सीमा को बता दी 

सीमा: अर्रे तू इतने से घबरा गया उस नाज़ुक चूत को पाने के लिए तुम्हें मेहनत तो बहुत करनी पड़े गी तू कॉसिश करते रह में तुम्हारे साथ हूँ 

ये बोल कर सीमा बाहर आ गयी किचन में चली गयी किचन में काजल खाना बना रही थी 

सीमा: काजल दीदी कहाँ है

काजल:जी वो रूम में हैं 

सीमा:ठीक हैं 

और सीमा दूसरे रूम में चली गयी और अमन ने जो बात सीमा को बताई थी उसने रीमा को बता दी रीमा के होंठो पर कातिल मुस्कान फैल गयी 

रीमा:पड़ोस के घर से संदेशा आया है उनके घर में उनके लड़के का मुंडन हो रहा है हमे भी दोपहर के खाने के लिए बुलाया है तू ऐसा कर तू मेरे साथ ही चल कम से कम अमन को थोड़ा और टाइम मिल जाएगा 

सीमा: हां ठीक है मैं भी चलती हूँ 

काजल अपने और अमन के लिए खाना बना चुकी थी उसे रीमा ने बता दिया था कि वो और सीमा पड़ोस में जा रही हैं और वहाँ से खाना खा कर लोटेंगी सीमा और रीमा दोनो दोपहर को 1 बजे चली गयी काजल अभी भी परेशान थी उसने खाना थाली में परोसा और अमन के रूम में ले आई अमन बेड पर लेटा हुआ टीवी देख रहा था काजल रूम में दाखिल हुई और थाली को टेबल पर रख दिया 

काजल : खाना खा लीजिए 

अमन ने कुछ नही बोला और अपनी नज़रें टीवी पर लगाए रखी अमन के उदास और भोले फेस को देख कर काजल से रहा नही गया और वो बेड के पास आ गयी

काजल; क्या हुआ आप मुझसे नाराज़ हैं 

अमन: नही तो में आप से क्यों नाराज़ होऊ 

काजल: पर लग तो ऐसे ही रहा है जैसे आप मुझ से नाराज़ हैं वो दरअसल मेरी तबीयत कुछ अचानक खराब हो गयी थी इसलिए मैने आप को जाने के लिए कह दिया आइ आम सॉरी अमन जी 

अमन: पहले तो आप मुझे अमन जी कहना बंद करो मैं आप से छोटा हूँ और मुझे अच्छा नही लगता 

काजल:ओके अमन आइ आम सॉरी मुझे माफ़ नही करोगे

अमन:माफ़ तो कर दूँगा पहले आप को बताना हो गा आख़िर आप परेशान क्यों थी क्या मैने कोई ग़लती की

काजल:नही ऐसे कोई बात नही मेने बताया ना तबीयत थोड़ी खराब हो गयी थी

अमन: माना कि में आप से छोटा हूँ पर नासमझ नही अगर आप सच नही बताओगी तो में आप से दुबारा कभी बात नही करूँगा 

काजल: (कुछ देर सोचने के बाद काँपती हुई आवाज़ में बोली) दरअसल जब आप ने मेरा हाथ पकड़ा था मुझे कुछ अजीब सा लगा था इसलिए जो कि मुझे सही लगा अमन समझने की कॉसिश करो आज से पहले मेरे पति के इलावा किसी ने मुझे हाथ तक नही लगाया था और ना ही ऐसी बात की थी 

अमन:तो इसका मतलब आप को बुरा लगा पर मैने तो वैसे ही आप का हाथ ही पकड़ा था 

काजल: में खुद समझ नही पा रही थी मुझे क्या हो गया मुझे बुरा तो नही लगा पर अजीब सा लगा ओके छोड़ों इन बातों को चलो खाना खा लो में फिर से माफी मांगती हूँ 

अमन: नही माफी माँगने के ज़रूरत नही है में आप से नाराज़ नही हूँ 

काजल (अपना हाथ अमन की तरफ बढ़ाते हुए )ओह थॅंक्स तो आज से में आप को अपना दोस्त समझू 

अमन बेड से उठ कर खड़ा हो गया काजल के हाथ को अपने हाथ में ले लिया काजल का बदन फिर से काँप गया अमन ने काजल के हाथ को अपनी छाती तक ऊपर उठा कर थामे रखा

अमन: आप नही जानती में कितना खुश हूँ आज दुनिया की सबसी हसीन लड़की मेरी दोस्त बन गयी है जब आप मुझसे नाराज़ हो गयी थी मेने ये मान लिया था कि अब में कभी भी आपके कोमल हाथ को फील नही कर पाउन्गा 

काजल सहमी से खड़ी शरमा रही थी उसके हाथ पैर फिर से काँपने लगे थे काजल ना चाहते हुए भी हिल नही पा रही थी क्योंकि वो अमन को दुबारा नाराज़ नही करना चाहती थी 

काजल: आप मेरी तारीफ क्यों कर रहे हैं में इतनी भी सुंदर नही हूँ 

अमन: अगर आप मेरी नज़र से अपने आप को देखो तो आप खुद ही समझ जाओ गी इसलिए में आपको
और ये कहते हुए रुक गया काजल का दिल जैसे मानो धड़कना बंद कर देने वाला हो उसे समझ में नही आ रहा था कि अमन से क्या कहे अमन एक तक काजल के हसीन जिस्म से अपनी आँखों को सेंक रहा था काजल ने शरमा का नज़रें झुका ली

अमन: अगर आप बुरा ना माने तो एक बात कहूँ 

काजल: जी (काजल की साँसें तेज़ी से चल रही थी वो सोच रही थी कि अब अमन उसे क्या कहने वाला है)
अमन: मैने जब से आप को देखा है में आपको पसंद करने लगा हूँ आप की हर अदा मेरे दिल दिमाग़ में छा गयी है हर वक्त आपका खूबसूरत चेहरा आँखों के सामने आता है में अपने आप को आपके बारे में सोचने से रोक नही पाता मुझे ग़लत मत समझना पर में क्या करूँ में अपने दिल पर काबू नही रख पा रहा हूँ और हां में आप से ऐसी कोई उम्मीद नही रखता जिससे आप को परेशानी हो क्योंकि में आपकी दोस्ती नही खोना चाहता अगर आपको मेरी किसी बात का बुरा लगा तो मुझे माफ़ कर देना 
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06-09-2017, 01:45 PM,
#34
RE: माँ बेटी बेटा और किरायेदार
ये बातें सुन कर काजल को ऐसा महसूस हो रहा था जैसे उसके पैरो तले से ज़मीन खिसक जाएगी वो शरम के मारे जैसे ज़मीन में गढ़ी जा रही थी डर और लाज से उसका चहरा लाल हो चुका था 

अमन; में आप से प्यार करने लगा हूँ 

काजल: एक दम सकपका गयी ) नही अमन ये ठीक नही है में अपने पति से धोखा नही कर सकती मेरी शादी हुई उनसे मैने उनका साथ देने की कसम खाई है नही में ऐसा नही कर सकती ये ग़लत है अमन ये ग़लत हैं 

और काजल ने अपना हाथ अमन के हाथ से छुड़ा लिया काजल मूड कर रूम से बाहर जाने लगी 

अमन:एक मिनिट रूको में कब कह रहा हूँ कि तुम अपने पति से धोका करो मेने तो बस अपने दिल की बात तुम्हें यानी अपने दोस्त को बताई है ये ज़रूरी नही है कि जो फीलिंग्स मेरे दिल में आपके लिए है वैसी ही आप के दिल में मेरे लिए हो हम लवर्स ना सही पर फ्रेंड्स तो बन सकतें हैं 

काजल ने राहत की साँस ली अमन काजल के नज़दीक आकर उसके पीछे खड़ा हो गया और अपने दोनो हाथों को काजल के कंधों पर रखते हुआ बोला सॉरी मैने अपने दिल की बात बताने में कुछ जल्दी कर दी काजल अपने कंधों पर अमन के हाथ महसूस करके सिहर उठी उसकी पीठ अमन की तरफ थी काजल को अमन की चेस्ट अपनी पीठ पर सटी हुई महसूस हो रही थी काजल चाह कर भी हिल नही पा रही थी वो सोच रही थी आख़िर उसे क्या हो रहा है जब भी वो अमन के पास होती है उसे क्या हो जाता है अमन ने काजल के कंधों को पकड़ कर उसे अपनी तरफ घुमा लिया काजल की आँखें लाल हो चुकी थी गाल एक दम लाल हो चुके थे 

अमन: आइ आम सॉरी प्लीज़ एक बार और मुझे माफ़ कर दो 

काजल काँपती आवाज़ में) कोई बात नही 

अमन के हाथ अभी काजल को उसके कंधों से थामे हुए थे जो अब थोड़ा सरक कर उसकी बाहों पर आ चुके थे काजल का बदन जैसे दोहरा होता जा रहा था वो चाह कर भी कुछ नही कर पा रही थी 

अमन: चलो प्यार ना सही पर क्या आप अपने इस दोस्त की एक हसरत को पूरा कर सकती हैं 

काजल सोच में पड़ गयी काजल सोचने लगी अब अमन कोई ऐसे वैसे बात नही करेगा क्योंकि मैने उसे मना कर दिया है वो अपनी दोस्ती की हद में रह कर ही कुछ बोलेगा 

काजल:जी बोलिए में ज़रूर पूरी करूँगी

अमन:सोच लो दोस्ती की है फिर मना मत करना 

काजल: नही करती 

अमन: (कुछ देर चुप रहने के बाद ) में चाहे आप को पा ना सकूँ पर मेरे दिल की ये हसरत है कि में एक बार आपके लाल गुलाबी गालों को चूमू बस एक बार आप मेरी इस हसरत को पूरा कर दो में दुबारा कभी आपको तंग नही करूँगा मुझे दुनिया का सबसे कीमती तोहफा मिल जाएगा जिसे में कभी नही भूलूंगा प्लीज़ मना मत करना 

काजल एक दम से घबरा गयी उसे समझ में नही आ रहा था कि वो कैसे रिक्ट करे क्या जवाब दे काजल अपना सर झुकाए खड़ी थी 

अमन: बोलो दोगी ना 

काजल बिना कुछ बोले सहमी सी खड़ी रही 

अमन: कोई ज़बरदस्ती नही है चलो सिर्फ़ हां या ना बोल दो 

पर काजल तो मानो जैसे बोलना ही भूल गयी हो 

अमन: ओके एक काम करतें हैं अगर आप को बताने में शरम आ रही हैं तो में आपकी तरफ पीठ करके खड़ा हो जाता हूँ
अगर आप 1 मिनट के बाद भी मैने आपको यहीं पाया तो आप का जवाब हां है और अगर आप नही चाहती तो आप यहाँ से चली जाना में समझ जाउन्गा कि आप ये नही चाहती बस एक किस वो भी गाल पर 

और अमन ने काजल के कंधों को छोड़ दिया और उसकी तरफ पीठ करके खड़ा हो गया काजल का जिस्म काँप रहा था उसके दिल की धड़कने तेज हो चुकी थी उसे समझ में नही आ रहा था आख़िर वो क्या करे काजल ने अपना कदम वापिस जाने के लिए उठाया पर कदम आगे ना बढ़ा सकी काजल शरम उतेजना डर और मान मर्यादा के घेरे में जैसे फँस कर रह गयी उसका एक दिल कर रहा था कि ये ग़लत है उसे बाहर चले जाना चाहिए पर ना जाने वो क्यों हिल नही पा रही थी फिर ये सोच कर उसने अपना उठाया हुआ कदम वापिस नीचे रख लिया कि अमन नाराज़ ना हो जाए वो नज़ाने क्यों अमन को उदास नही देख पाई थी काजल वहीं नज़रें झुकाई खड़ी रही 

अमन: अब में वापिस घूमने वाला हूँ जल्दी अपना फैंसला कर लो 

काजल के दिल के धड़कने बढ़ गयी अमन उसकी तरफ पलटा और उसके होंठो पर ख़ुसी से भरी मुस्कान आ गयी 

अमन;आज भगवान ने मेरी सुन ली आप जानती नही हो में कितना खुश हूँ 

अमन काजल के पास आ गया काजल का बदन काँपने लगा और आने वाले वक़्त के बारे में सोच कर उसका जमीर तक अंदर से हिल गया अमन ने अपने दोनो हाथों से काजल के खूबसूरत चहरे को अपने हाथों में ले लिया और उसे ऊपर की ओर उठा लिया काजल अपनी अध खुली आँखों से अमन को देख रही थी पर वो अमन से नज़रें नही मिला रही थी अपने गालों पर अमन के हाथ का स्पर्श पा कर काजल एक दम से सिहर गयी उसे लग रहा था जैसे उसका दिल धड़कना बंद कर देगा अमन अपने होंठो को काजल के गालों के पास ले गया अमन की गरम साँसें अपने होंठो और गालों पर पड़ते ही काजल के रोएँ खड़े हो गये पूरे बदन में मस्ती की लहर सी दौड़ गयी आँखें मस्ती में बंद होने लगी अपनी पूरी ताक़त लगा कर काजल अपने आँखों को खोलने की कोशिस कर रही थी 

अमन: कर लूँ 

काजल: बिना कुछ बोले खड़ी रही

अमन ने अपने होंठो को काजल के होंठो के बिल्कुल पास उसके गाल पर लगा कर एक दम से हटा लिया 

काजल के पूरे बदन में करेंट सा दौड़ गया अमन का लंड उसके शॉर्ट्स में तन कर खड़ा हो चक्का था जो काजल की लेफ्ट जाँघ पर साड़ी के ऊपर से रगड़ खा रहा था काजल को ऐसा लगा रहा था जैसे उसके पैरों में जान नही बची हो अमन जो एक बार उसके गाल को हल्के से चूम चुका था अभी भी उसके फेस को अपने हाथों में थामे हुए था अमन ने फिर से एक बार काजल के गालों को किस किया इस बार अमन के होंठ काजल के होंठो के बिल्कुल नज़दीक थे काजल वासना में डूबने लगी थी उसकी आँखें बंद हुई जा रही थी उसके बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी 

अमन:बोलो ना कर लूँ (अब तक अमन काजल के गाल को दो बार चूम चुका था 

काजल:हुउँ (बस काजल इतना ही बोल पे और उसने अपनी आँखें बंद कर ली)

अमन ने अपने होंठो को काजल के गाल से सटा दिया और धीरे-2 अपने होंठो को काजल के गाल पर रगड़ने लगा काजल का जिस्म मचल उठा चूत में सिहरन होने लगी बरसो की तड़प रही चूत और तडफ कर चुलबुलाने लगी चूत में गीला पन महसूस होने लगा काजल मस्ती के सागर में डूबने लगी बदन में करेंट सा दौड़ने लगा अमन ने हिम्मत जुटा कर अपने होंठो को धीरे से काजल के गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होंठो से लगा दिया एक नरम और सॉफ्ट किस करने के बाद अमन ने अपने होंठो को फिर से काजल के होंठो के पास चिन पर रगड़ने लगा अपने होंठो पर अमन के होंठ महसूस करके काजल और ज़्यादा वासना में डूबने लगी काजल ने दोनो हाथों से अमन की कमर के पास टी-शर्ट को पकड़ लिया उसकी उतेजना इतनी बढ़ चुकी थी कि उसने अमन की टी-शर्ट को कस के पकड़ लिया अमन ने देखा कि काजल एक दम गरम हो चुकी है अब वो बिल्कुल विरोध नही कर रही तो अमन ने मोके का फ़ायदा उठाते हुए फिर से अपने होंठो को काजल के होंठो पर रख दिया और छोटे -2 किस करने लगा जैसे ही अमन काजल के होंठो को 2 सेकेंड तक चूम कर अपने होंठो को हटाता तो काजल आँखें बंद किए अपने काँपते होंठो को फिर से अमन के होंठो के छूने का इंतजार करने लगती अमन बार -2 काजल के होंठो को चूम रहा था काजल भी मस्त हो चुकी थी 3 4 बार अपने होंठो पर अमन के होंठो को महसूस करके इसबार काजल ने अपने होंठो को थोड़ा सा खोल लिया 

अमन ने जब काजल के काँपते हुए तड़पते होंठो को देखा तो अमन और गरम हो गया और अपने होंठो को काजल के होंठो से लगा दिया इस बार अमन ने अपने होंठो को हटाया नही काजल कसमसा गयी और आँखें बंद किए हुए अपने होंठो को खोल कर अमन के होंठो को सोन्प दिया अमन धीरे-2 काजल के होंठो को चूसने लगा काजल मस्ती से सरोबार हो चुकी थी काजल ने अपने हाथों से अमन के हाथों को पकड़ कर ज़ोर लगा कर पीछे किया अमन के होंठ काजल के होंठो से अलग हो गये काजल ने अपनी आँखों को खोला जिसमे वासना के लाल डोरे तैर रहे थी उसकी साँसें तेज़ी से चल रही थी दोनो की नज़रें मिली काजल ने अपनी नज़रें झुका ली और बोली अब बस पर अमन ने अपने हाथों से काजल के गालों को थामे रखा और फिर से अपने होंठो को काजल के होंठो से लगा दिया काजल छूटने के लिए थोड़ा कस्मसाइ पर फिर शांत पड़ गयी

अमन जी भर कर के काजल के होंठो को चूस रहा था 2 मिनट और काजल के होंठो का रस्पान करने के बाद अमन ने अपने होंठो को हटा लिया काजल तेज़ी से साँसें ले रही थी उसने अपनी आँखें खोली पर वो अमन की तरफ ना देख पाई अमन के हाथ अभी भी उसके फेस पर थे अमन ने थोड़ी देर काजल के काँपते होंठो को देखा और फिर से अपने होंठो को काजल के होंठो की तरफ बढ़ाने लगा काजल के होंठ अमन के होंठो का सपर्श पाने के लिए तड़प उठे और काजल ने अपनी आँखें बंद कर के अपने काँपते होंठो को थोड़ा सा खोल दिया लेकिन तभी किसी ने बाहर से दस्तक दी काजल एक हड़बड़ा कर घबरा गयी और जल्दी से पीछे हट कर बाहर आ गयी और सीधा अपने रूम में गयी और शीशे के सामने खड़ी हो कर खुद को देखने लगी और रुमाल से अपने होंठो पर फैली लिपस्टिक को सॉफ किया और बाहर आकर दरवाजा खोला सामने पड़ोस की आंटी खड़ी थी जिसके घर पर सीमा और रीमा गयी थी उस औरत के हाथ में एक प्लेट थी जिसमे कुछ मिठाइयाँ रखी हुई थी और वो प्लेट काजल को देकर चली गयी काजल डोर लॉक करके प्लेट को किचन में रख कर अपने रूम में आ गयी और डोर को अंदर लॉक कर लिया

काजल बेड पर बैठ गयी वो सोचने लगी हे भगवान में ये क्या करने जा रही थी ये मुझे क्या होगया था अब में विजय के सामने कैसे जा पाउन्गी नही में उनके साथ धोखा नही कर सकती वो मेरा कितना ख्याल रखते हैं में आगे से सब कुछ नही होने दूँगी पर पता नही जब में अमन के साथ होती हूँ तो में क्यों मंत्रमुग्ध हो जाती हूँ क्यों में खुद ही उसकी तरफ खींची चली जाती हूँ में उसको रोक क्यों नही पे मुझे उसे रोक देना चाहिए था काजल के मन में इन्ही सवाल का तूफान उमड़ा हुआ था जिनका जवाब खुद काजल ही को देना था दूसरी तरफ अमन बहुत खुश था और खाना खा रहा था अमन ने सोचा चलो आज मैने काजल को पाने के लिए पहला कदम तो बढ़ा दिया और मुझे जीत ही मिली अब चाहे कुछ भी हो जाए में काजल को हासिल करके ही रहूँगा अमन खाना खा कर लेट गया अमन ख़ुसी में पागल हुआ जा रहा था अमन बेड पर लेटा हुआ सो गया उसकी आँख कब लगी उसे पता नही चला शाम के 5 बाज चुके थे पर अमन उठा नही था सीमा और रीमा वापिस आ चुकी थी पर सीमा ने उसे उठाया नही था काजल ने शाम के लिए चाइ तैयार कर ली रीमा और सीमा आँगन में चारपाई पर बैठी बातें कर रही थी काजल चाइ की ट्रे लेकर उनके पास आई और दोनो को चाइ दी 

काजल:माजी ये चाइ अमन के लिए है आप दे आओ

रीमा;क्यों तुझे क्या हुआ मेहमानो से अब काम करवाओगी जा खुद ही देकर आ 

काजल: (अपनी सास का कड़ा रुख़ देख कर थोड़ा घबरा गयी) जी मा जी

और काजल चाइ लेकर कमरे के तरफ जाने लगी अंजाना डर उसके मन को खाए जा रहा था उसे समझ में नही आ रहा था की वो अब अमन के सामने कैसे जाए काजल काँपते हुए कदमों के साथ अमन के रूम की तरफ बढ़ रही थी जैसे -2 कमरा नज़दीक आ रहा था उसके हाथ पैर और तेज़ी से काँपने लगे काजल रूम के डोर के पास पहुँच कर खड़ी हो गयी उसके कदम रूम की दहलीज पर मानो जैसे जम से गये हों रीमा और सीमा आँगन में बैठी ये सब देख रही थी और मुस्कुरा रही थी 

रीमा(उँची आवाज़ में ) अब क्या हो गया खड़ी क्यों है 

काजल एक दम से घबरा गयी और रूम के अंदर चली गयी रीमा और सीमा दोनो एक दूसरे को देख कर मुस्कुराने लगी काजल ने देखा अमन अभी भी सो रहा था उसने चाइ के कप को टेबल पर रख दिया और बेड के पास गयी जैसे ही वो बेड के पास पहुँची उसके कदम वहीं जम गये अमन का लंड शॉर्ट्स में एक दम तन कर टेंट बनाए हुआ था काजल की नज़र वहीं अटक गयी दिल में एक बार फिर से खलबली मचलने लगी हाथ पैर मानो सुन्न पड़ गये हों काजल अपनी चूत में हो रही सरसराहट को महसूस कर रही थी अब उसे अमन को उठाना था काजल ने धीरे से उसे पुकारा पर अमन मानो जैसे घोड़े बेंच कर सो रहा था काजल की नज़रें कभी शॉर्ट्स में उठे हुए उभार को देखती तो कभी अमन के भोले मासूम से दिखने वाले चेहरे को अमन के गुलाबी होंठ देख कर उसको दोपहर की घटना याद आ गयी जब अमन अपने गुलाबी होंठो से काजल के नरम मुलायम होंठो को चूस रहा था उसे ऐसा लग रहा था जैसे मानो अमन अभी उठ जाएगा और अपने होंठो से उसके तड़पते होंठो की प्यास बुझा देगा फिर काजल ने हिम्मत करके अमन के हाथ को पकड़ कर हिलाया अमन अचानक से उठ कर बैठ गया अपनी आँखों के सामने काजल को देख कर अपनी आँखों को मलते हुए कहा 

अमन:कहीं में सपना तो नही देख रहा कि दुनिया के सबसे हसीन और खूबसूरत लड़की मुझे उठाने आई है वाहह आज का दिन तो में कभी नही भूलूंगा 

काजल ये बात सुन कर शरमा कर मुस्कराने लगी 

काजल;चलो चाय पीलो 

अमन एक दम से बेड से नीचे उतरा और काजल के हाथ को अपने दोनो हाथों में पकड़ लिया काजल एक दम से घबरा गयी अमन दोनो घुटनों के बल काजल के सामने बैठ गया और काजल के हाथ को चूम लिया काजल के बदन में मानो जैसे करेंट दौड़ गया काजल ने अपना हाथ वापिस खींचा और बोली कि माँ जी घर पर हैं और ये कह कर जल्दी से बाहर चली गयी अमन वहाँ खड़ा मुस्कराने लगा अमन चाइ का कप उठा कर बाहर आँगन में आ गया अमन का लंड अभी भी तना हुआ था जो उसके शॉर्ट्स में इधर उधर हिल रहा था अमन को बाहर ऐसे देख सीमा और रीमा की नज़रें उसके तने लंड पर जा अटकी दोनो मुस्कराने लगी 

रीमा:भाभी में ज़रा अंदर जाती हूँ तुम अमन से पूछो मामला आगे बढ़ा कि नही 
और रीमा उठ कर अंदर चली गयी सीमा ने अमन को आवाज़ देकर अपने पास बुला कर चारपाई पर बैठा लिया
सीमा:धीरे से) बता ना क्या हुआ 

अमन:क्या होना था कुछ नही 

सीमा: मज़ाक ना कर जल्दी बता फिर हम आगे के बारें में सोचे 

अमन ने सीमा को सारी बात विस्तारपूर्वक बता दी सीमा के होंठो पर मुस्कान आ गयी 

सीमा:बस अब ये समझ ले मंज़िल नज़दीक हैं घबराना नही 

अमन: मैने आप से सीखा है मौसी में घबरा नही सकता 

सीमा मुस्कराने लगी 

अमन: में ज़रा अपनी जान से तो मिल लूँ 

सीमा:हां जाओ किसने रोका है किचन में ही है में और दीदी ज़रा बाहर खेतों की तरफ सैर कर आते हैं मौसम भी बहुत अच्छा है और सीमा ने रीमा को इशारे से अपने पास बुलाया और दोनो घर से निकल गये दोनो के जाने के तुरंत बाद अमन ने झट से में डोर अंदर से बंद कर लिया और किचन की तरफ चल पड़ा अमन जैसे ही किचन में पहुँचा तो देखा काजल बर्तन सॉफ कर रही थी उसकी पीठ अमन की तरफ थी अमन अंदर आ गया और चाइ का कप सेल्फ़ पर काजल के पास रख दिया 

अमन:ये लीजिए में अपना खाली कप यहाँ ही ले आया 

काजल एक दम से सकपका गयी वो बिना कुछ बोले वहीं खड़ी बर्तन सॉफ करती रही काजल को कुछ ना बोलता देख अमन काजल के पीछे खड़ा हो गया और अपने दोनो हाथ उसके कंधो के पास उसकी बाहों पर रख कर पकड़ लिया काजल एक दम कांम्प गयी 

काजल:छोड़ो मुझे माँ जी आ जाएँगी 

अमन:तुम अपनी माँ जी से इतना डरती क्यों हो कुछ नही होता नही आएँगी अंदर वो बाहर मौसी के साथ बैठ कर बातें कर रही है 

काजल: कसमसाते हुए) नही ये बात नही है भगवान के लिए में तुम्हारे सामने हाथ जोड़ कर कहती हूँ मुझे छोड़ दो मुझे सब अच्छा नही लगता प्लीज़ छोड़ दो ये ठीक नही है में ऐसा नही कर सकती बाहर जाओ(अमन अब तक समझ चुका था कि घी सीधी उंगली से निकलने वाला नही है) 

अमन:ठीक है चला जाता हूँ बस एक बार और अपने होंठो का रस पिला दो 

काजल: अमन बस बहुत हो गया मुझे तुमसे कोई दोस्ती नही करनी जाओ यहाँ से अगर माँ जी को पता चल गया तो हम दोनो के लिए ठीक नही होगा जाओ बाहर जाओ कोई अंदर ना आ जाए 

अमन: में ऐसे नही जाउन्गा बस एक बार 

काजल: रुआंसी सी होकर) प्लीज़ अमन तुम ऐसे क्यों कर रहे हो मेरे लाइफ बर्बाद मत करो में शादीशुदा हूँ और में अपने पति से बहुत प्यार करती हूँ और वो भी मुझे बहुत प्यार करते हैं 

अमन: में कुछ नही जानता में बस इतना जानता हूँ कि में तुमसे प्यार करता हूँ 

काजल:पर में तुम से प्यार नही करती तुम बाहर जाओ में कह रही हूँ ना माँ जी अंदर आ जाएगी

अमन:पहले एक किस दे दो में चला जाता हूँ 

काजल: देखो जो दोपहर में हुआ बस मेरी एक भूल थी अब में वो भूल दोबारा नही कर सकती बच्चो की तरह ज़िद ना करो मेरी मजबूरी को समझो जाओ यहाँ से

अमन: नही जब तक किस नही दोगी में नही जाउन्गा 

काजल: देखो बच्चों जैसे बात ना करो 

अमन;मुझे कुछ नही सुनना बस एक किस 

और अमन ने काजल के कंधों को दोनो हाथों से पकड़ कर अपनी तरफ घुमा लिया और अपने होंठो को काजल के होंठो के तरफ बढ़ाने लगा काजल पीछे की तरफ झुकने लगी और उसकी पीठ मुड़ने लगी और सेल्फ़ पर झुक सी गयी अमन भी आगे की तरफ झुकता गया 

काजल: अमन प्लीज़ नही कोई आ जाएगा प्लीज़

और अमन ने काजल के होंठो को अपने होंठो में ले लिया काजल ने अपनी आँखें बंद कर ली और मन में दुआ करने लगी कि कोई अंदर ना आए अमन ने काजल को होंठो को होंठो को चूसना चालू कर दिया काजल अपने होंठो को आपस में भींचे हुए थी अमन अपनी जीभ को काजल के मुँह में धकेलने लगा काजल ने अमन से जल्दी छुटकारा पाने के लिए अपना मूँह खोल लिया और अमन काजल के होंठो का रस्पान करने लगा काजल ना चाहते हुए भी गरम होने पर उसके दिमाग़ में किसी के अंदर आ जाने का डर भी लगा हुआ था काजल ने अमन को पीछे धकेल दिया
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06-09-2017, 01:45 PM,
#35
RE: माँ बेटी बेटा और किरायेदार
काजल:अब तो जाओ यहाँ से अमन ऐसे में अगर हमें किसी ने इस हालत में देख लिया तो पता नही क्या होगा

अमन ने काजल को अपनी तरफ खींच लिया और अपने से सटा लिया काजल एक दम से कसमसाने लगी

काजल: अमन कोई आ जाए गा तुम समझते क्यों नही 

अमन: कोई नही आएगा घर में कोई नही है मौसी और आंटी दोनो बाहर गये हैं 

काजल और अमन दोनो पसीने से भीग चुके थे अमन ने काजल का हाथ पकड़ कर किचन से बाहर आ गया और रूम की तरफ जाने लगा काजल अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश कर रही थी पर अमन की पकड़ उसकी कलाई पर बहुत मजबूत थी अमन उसे रूम में ले आया और एर कूलर ऑन कर दिया और काजल को अपने से चिपका लिया 

काजल:अमन देखो में अभी भी कह रही हूँ ये सब ठीक नही है मुझे छोड़ दो 

काजल का गला भर आया वो एक दम रोने जैसे हालत में बोल रही थी पर अमन पर उसकी बातों का कोई असर नही हो रहा था अमन अपने घुटनो के बल नीचे बैठ गया और काजल के साड़ी के पल्लू को उसके पेट से हटा कर एक साइड में कर दिया काजल पीछे हटने लगी तो अमन ने अपनी दोनो बाहों को काजल की कमर में लपेट लिया काजल अमन की बाहों में जकड गयी अमन ने अपने होंठो को काजल के थिरकते पेट पर लगा दिया 

काजल:अहह ओह अमन्न्न (काजल की आँखों में आँसू आ गये पर अमन के होंठो का स्पर्श उसे अंदर से हिला गया जिसके कारण काजल अपनी कामुक सिसकारी को भी दबा नही पाई काजल ने अपने दोनो हाथों को अमन के कंधों पर रख कर अमन को पीछे धक्केलना चाहा पर काजल की ताक़त अमन की गिरफ़्त से छूटने के लिए कम पड़ गयी अमन अपने होंठो से काजल के पेट को चूम रहा था काजल की मस्ती में आँखें बंद हो गयी जो हाथ अमन के कंधों को पीछे की तरफ धकेल रहे थी अब ढीले पड़ चुके थे काजल की दबी हुई सिसकारियाँ उसकी कामुकता को बयान कर रही थी उसके बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी अमन ने अपनी जीभ निकाल कर उसकी नाभि को चाटना चालू कर दिया 

काजल:ओह अमन्न्न क्या कर रहे हो प्लीज़ मुझे छोड़ दो में नही अहह अमन रुक्क जाऊओ ओह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
पर अमन काजल की बातों पर ध्यान दिए बिना लगतार उसकी नाभि को चूम रहा था चाट रहा था काजल भी जान चुकी थी कि उसकी किसी भी दलील का उस पर कोई असर नही होगा पर वो अमन को इससे ज़यादा आगे बढ़ने नही देगी अब अमन भी पूरी तरह गरम हो चुका था अमन ने अपनी जीभ को काजल की नाभि में ठेल दिया काजल एक दम सीत्कार उठी उसकी कमर झटके खाने लगी मानो जैसे उसके बदन से करेंट की नंगी तारों को छू लिया हो 

काजल:अहह अमानणन ब्स्स्स्स करो उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईई अमन मुझीईई और्र्र्ररर बर्दास्त्थतत्त नही हूऊओ रहा हाईईईई प्लेअसएसस्स्सस्स ओह छोड़ दो अहह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

काजल की कामुक और मदहोशी भरी सिसकारियाँ सुन कर अमन का हॉंसला सातवे आसमान पर पहुँच गया और उसने अपने दोनो हाथ काजल की कमर से नीचे लाकर उसके नरम और मुलायम चुतड़ों पर साड़ी के ऊपर से रख लिया और काजल की गान्ड को साड़ी के ऊपर से धीरे-2 मसलने लगा काजल तड़प उठी अपनी गान्ड पर अमन के हाथों का स्पर्श उसकी चूत में सरसराहट पैदा कर रहा था अमन लगातार काजल की नाभि को अपनी ज़ुबान से चाट रहा था अमन काजल को गरम होते देख अपने हाथों को और नीचे ले आया और काजल की पिंदलियों को अपने हाथों से थाम लिया काजल का बदन खड़े -2 झटके ले रहा था उसने अपने होंठो को अपने दाँतों में भींच लिया था अमन ने काजल की साड़ी को धीरे-2 ऊपर उठाना चालू कर दिया काजल अपनी आँखे बंद किए आहहें भर रही थी वो वासना में इस कदर डूब चुकी थी उसे होश नही रहा कि उसकी साड़ी और पेटिकॉट उसके घुटनो तक ऊपर हो चुका था और अमन उसकी नाभि को चूमता हुआ धीरे धीरे साड़ी और पेटिकॉट को एक साथ दोनो हाथ से ऊपर सरकाए जा रहा था काजल को इस बात का अहसास तब हुआ जब उसकी साड़ी और पेटिकॉट उसकी जाँघो तक ऊपर हो गया था और अमन ने अपने होंठो को काजल की नाभि से हटा कर उसकी चिकनी मक्खन जैसी एक जाँघ के ऊपर रख दिया काजल का दिल मानो जैसे धड़कना भूल गया हो उसकी आँखें खुल कर ऐसे फैल गयी जैसे उसने कोई भयानक चीज़ देख ली हो काजल के हाथ पैर काँपने लगे काजल से खड़ा नही रहा गया और वो पीछे की तरफ लूड़क गयी पर किस्मेत से पीछे बेड था काजल ने अपने आप को संभालने के लिए अपने हाथ पीछे की ओर करके अपने हाथ की हथेलियों को बेड पर टिका दिया काजल की साड़ी और पेटिकॉट से अमन का सर ढक गया अमन पागलों की तरफ अपने होंठो को काजल की जाँघो पर रगड़ने लगा काजल का बदन झटके खाने लगा 

काजल:अहह अमान्णन्न् ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहियीईईईईईई अमान्ंनणणन् तुम्हेन्ंनणणन् मेरीईई कसम्म्म्मम ओह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई 

अमन काजल की जाँघो को चूमता हुआ ऊपर की तरफ होने लगा काजल ने अपने आप को बड़ी मुस्किल से संभाल रखा था अब उसके हाथों में भी मानो जान ना रही हो और वो बेड पर गिर गयी जिससे उसकी टाँगें एक दम से हवा में हो गयी अमन ने बिना मोका गँवाए काजल की टाँगों को जाँघो से पकड़ लिया और ऊपर की ओर उठा दिया जिससे काजल की साड़ी और पेटिकॉट सरक कर उसकी कमर पर आ गया उसकी ब्लॅक कलर की कॉटन पैंटी अमन की नज़रों के सामने थी ये सब इतनी जल्दी में हुआ कि काजल को होश ही नही था कि हो क्या रहा है 


काजल की पैंटी को देख अमन का लंड शॉर्ट में झटके खाने लगा काजल की ब्लॅक कलर की पैंटी उसके काम रस से भीगी हुई थी काजल ने जल्दी से अपनी साड़ी को दोनो हाथों से पकड़ा और नीचे करने लगी इससे पहले कि काजल अपनी साड़ी और पेटिकॉट नीचे कर पाती अमन ने अपने होंठो को काजल की पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर लगा दिया काजल के हाथ वहीं जम गये आँखों की पुतलियाँ एक बार पूरी फैल गयी उसे लगा मानो जैसे वो बेहोश हो जाए गी और फिर उसके लिए अपनी आँखें खुली रखना मुस्किल हो गया और काजल की आँखे बंद हो गयी काजल की गान्ड ऊपर की तरफ उछलने लगी जिसे काजल चाह कर भी रोक नही पा रही थी

काजल:अह्ह्ह्ह्ह अमान्ंनननणणन् ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहियीईईईईईई अमान्ंनननणणन् ओह बहुत्त्त्त्त्त्त अक्च ओह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

अमन अपने होंठो को काजल की पैंटी से हटाते हुए) क्या कहाँ बहुत अच्छा लग रहा हाईईईई

काजल को अपने आप पर बहुत हैरानी हुई उसके मुँह से ये कैसे निकल गया काजल एक बार फिर अहहीन भरने लगी क्योंकि अमन ने फिर से अपने होंठो को काजल की पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पे लगा दिया था अमन ने अपना मुँह खोल कर काजल की पैंटी समेत उसकी चूत की फांकों को मूँह में भर कर खींचा जैसे ही काजल की चूत की फांके और पैंटी पर अमन के होंठो की रगड़ काजल को महसूस हुई उसकी बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी उसकी चूत में आग और भड़क उठी चूत की दीवारों पर सरसराहट होने लगी काजल के हाथ खुद ब खुद अमन के सर पर आ गये और अमन के सर को कस के अपने हाथों में पकड़ लिया 

काजल:ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमानणन तुम ईए सब्बब क्योंन्नननननणणन् कर रहीईईई हूओ अह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उन्घ्ह्ह आहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन्न ओह ओह छोडर्र दो मंजीिइईईई आनी वालीए होंगीइइइ अह्ह्ह्ह्ह 

अमन ने अपने लंड को शॉर्ट्स से बाहर निकाल लिया और काजल की पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर रख कर रगड़ने लगा अमन का तना हुआ लंड काजल की चूत के ऊपर से रगड़ खा रहा था अमन काजल के ऊपर लेट गया और उसके होंठो को अपने होंठो में लेकर चूसने लगा काजल अपना आपा खो चुकी थी काजल की बाहें अमन की पीठ पर कस चुकी थी और काजल अपने होंठो को खोल कर अमन के होंठो से चुस्वा रही थी अमन ने अपने होंठो को हटा लिया और काजल के ऊपर से खड़ा हो गया काजल अपनी आँखें बंद किए गहरी साँसें ले रही थी अपने अपना शॉर्ट्स ऊपर कर लिया काजल ने अपनी साँसों को दुरस्त किया और उठ कर खड़ी हो गयी अपना पेटिकोट और साड़ी को ठीक करके बाहर जाने लगी अमन ने काजल का हाथ पकड़ लिया 

काजल:अब क्या है अब तो जाने दो 

अमन:चली जाना बस मुझे एक बार अपनी गुलाबी चूत को तो दिखा दो 

काजल:नही मुझे जाने दो मुझे बाथरूम जाना है माजी भी आती होंगी 

अमन ठीक है अब की बार जाने देता हूँ पर अगली बार तुम मुझे रोक नही पाओगी काजल बाहर आकर अपने रूम में चली गयी रूम में आते ही उसने अपनी साड़ी और पेटिकॉट को ऊपर उठाकर अपनी पैंटी को नीचे उतारने लगी पैंटी गीली होने के कारण उसकी चूत से चिपक गयी थी जब उसने अपनी पैंटी को उतार कर देखा तो वो चूत के रस से एक दम भीगी हुई थी काजल ने उसपैंटी को बेड पर रख दिया और दूसरी पैंटी निकालने के लिए जैसे ही वो अलमारी की तरफ बढ़ी मेन डोर पर दस्तक हुई काजल एक दम से हड़बड़ा गयी उसने जल्दी से बेड पर पैंटी को उठा कर अलमारी में रख दिया और डोर खोलने चली गयी काजल ने डोर खोला तो सीमा और रीमा बाहर खड़ी थी दोनो अंदर आ गयी रीमा आते ही रसोई में घुस गयी और काजल को भी बुला लिया और रात के ख़ान के तैयारी करने लगी काजल बिना पैंटी के असहज महसूस कर रही थी उसकी चूत अभी भी गीली थी दूसरी तरफ अमन सीमा को कुछ देर पहले हुए काम को बता रहा था जो सीमा सुन कर खुस हो रही थी

सीमा:सबाश मेरे बच्चे तूने तो कमाल ही कर दिया 

अमन:मौसी कहीं काजल विजय को बता तो नही देगी 

सीमा:नही बताएगी तू भरोसा रख तू आज मेरा कमाल देखना आज तुझे काजल की चूत चोदने के लिए ज़रूर मिलेगी बस तू अपने आप पर भरोसा रख 
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06-09-2017, 01:45 PM,
#36
RE: माँ बेटी बेटा और किरायेदार
रात हुई विजय खाना खा कर जा चुका था फसल पक चुकी थी जिसकी देखभाल करना ज़रूरी था रात के 10 बज रहे थे सीमा काजल और रीमा तीनो बैठ कर बातें कर रहे थे तभी रीमा ने बोला मेरी तबीयत कुछ ठीक नही लग रही में सोने जा रही हूँ आ सीमा मेरे रूम में आ जा बेड पर लेट कर बातें करते हैं और हां वहीं सो जाना 

सीमा: ठीक है पर अमन अकेला है उसे बुरा लगेगा 

रीमा:मुस्कराते हुए) कोई बात नही अमन को यहीं भेज दे वो काजल के रूम में ही सो जाएगा 

काजल अपनी सास की बात सुन कर एक दम चोंक गई उसे यकीन नही हो रहा था उसका दिल जोरों से धड़कने लगा हाथ पैर फिर से काँपने लगे 

काजल: क्या माँ जी अमन यहाँ सोएगा 

रीमा: क्यों क्या हुआ इतना बड़ा बेड है चार लोग तो आराम से सो सकतें हैं फिर तुम्हें क्या तकलीफ़ है उसको सुला लेना यहाँ पर मैं उसे भेजती हूँ और हां कुछ बात भी कर लेना नही तो अकेला बोर हो जाएगा 

काजल रीमा के सख़्त रवैये से डर गयी और कुछ नही बोली सीमा और रीमा दोनो चली गयी 

सीमा: तू चल दीदी में ज़रा अमन को समझा कर भेजती हूँ 

और सीमा ने अमन को सब बता दिया अमन का दिल और लंड दोनो ख़ुसी के मारे कुलाँचे भरने लगे अमन बेड से उठा और काजल के रूम की तरफ जाने लगा 

सीमा;अर्रे सुन तो बेचारी को ज़्यादा तंग मत करना ठीक है 

अमन: मुस्कराते हुए) ठीक है मौसी 

और अमन काजल के रूम में चला गया काजल बेड पर सहमी सी बैठी थी अभी तक उसने नीचे पैंटी नही पहनी थी अमन रूम में अंदर आ गया आहट सुन कर मानो उसकी साँसे रुक गयी उसने अमन की तरफ़ देखा अमन डोर में खड़ा मुस्करा रहा था अमन डोर लॉक कर अंदर आकर बेड पर बैठ गया 

अमन: मुझे बहुत ख़ुसी हुई कि आप ने मुझे यहाँ सोने के लिए बुला लिया नही तो में अकेला वहाँ बोर हो जाता 

काजल:मैने नही बुलाया वो माँ जी ने कहा था देखो अब कुछ मत करना वरना मैं माँ जी को बोल दूँगी देखो तुम मुझे क्यों तंग कर रहे हो में ऐसा नही कर सकती 

अमन बेड पर चढ़ गया और काजल के पास आ गया और काजल के हाथ को अपने हाथों में लेकर बोला

अमन; काजल मैं तुमसे सच में बहुत प्यार करता हूँ तुम्हे मुझे बहुत सुंदर लगती हो अगर में तुम्हें ना पा सका तो में जी नही पाउन्गी आइ लव यू काजल 

काजल आँखें फाडे अमन की बातों को सुन रही थी उसे समझ में नही आ रहा था कि वो अमन को क्या जवाब दे वो सोच रही थी कि जब अमन उसके पास होता है तो उसे क्या हो जाता है जो वो अमन को रोक नही पाती ना चाहते हुए भी वो अपना आपा क्यों खो देती हैं कही अमन को पसंद तो नही करने लगी काजल इन्ही ख़यालों में खोई हुई थी कि अचानक अमन ने अपना एक हाथ काजल के गाल पर रख दिया और उसके गुलाबी होंठो पर अपने हाथ के अंगूठे से सहलाने लगा मस्ती की लहर काजल के होंठो से होते हुए उसके पूरे बदन में फैल गयी काजल के होंठ थरथराने लगे काजल ने अमन की आँखों में देखा 

अमन: देखो मेरी आँखों में तुम मेरे दिल में बस गयी हो क्या तुम्हें मेरी आँखों में सच नही दिखता 

अमन अभी भी काजल के होंठो को अपनी उंगलियों से मसल रहा था काजल अपना आप खोती जा रही थी अमन अपने होंठो को काजल के होंठो के करीब लेजाने लगा काजल की चूत में खुजली इतनी बढ़ गयी थी कि अब उससे बर्दास्त करना मुस्किल हो रहा था काजल ने अपने हाथों को अमन की छाती पर रख कर रोक दिया 

काजल: (काँपती हुई आवाज़ में ) डोर खुला है 

अमन के होंठो पर मुस्कान आ गयी अमन बेड से नीचे उतरा और डोर लॉक करके लाइट ऑफ कर दी और 0 वॉट का बल्ब ऑन कर दिया लाल रंग की रोसनी रूम के महॉल को और गरम बना रही थी जब वो बेड की तरफ पलटा तो काजल बेड पर उसकी तरफ पीठ करके लेटी हुई थी उसकी साड़ी का पल्लू उसके कंधे से सरक कर उसकी कमर में इकट्ठा हो चुका था अमन धीरे से बेड पर चढ़ कर काजल की तरफ करवट बदल कर लेट गया वो काजल की पीठ से एक दम सट गया काजल का दिल जोरों से धड़क रहा था उसकी आँखें बंद थी अमन ने काजल के कंधें पर हाथ रख कर उसे अपनी तरफ घुमाया

काजल बिना किसी विरोध के अमन की तरफ पलट गयी उसकी ब्लाउस पर साड़ी का पल्लू नही था काजल की आँखें बंद थी और तेज़ी से साँसें ले रही थी तेज साँसें के कारण उसकी चुचियाँ ब्लाउस के अंदर ऊपर नीचे हो रही थी जो ब्लाउस में एक दम कसी हुई थी ब्लाउस से नीचे का हिस्सा पूरा का पूरा नंगा हो चुका था काजल की साड़ी उसकी नाभि से 3 इंच नीचे बँधी हुई थी अमन ने अपना एक हाथ काजल की कमर पर रख दिया काजल के पूरे बदन में सिहरन दौड़ गयी अमन ने झुक कर काजल के होंठो को अपने होंठो में ले लिया अमन एक दम हैरान रह गया काजल अपने आप को अमन को सोन्प चुकी थी उसने अपने होंठो को खोल दिया और अमन काजल के होंठो को चूसने लगा काजल का एक हाथ अमन की बगल के नीचे था और दूसरे हाथ से काजल ने चद्दर को कस के पकड़ा हुआ था अमन का हाथ काजल की कमर पर सहला रहा था काजल का बदन मस्ती में काँप रहा था अमन का हाथ धीरे-2 कमर से ऊपर की ओर आने लगा और अमन ने काजल की एक चुचि पर अपना हाथ रख दिया काजल एक दम से कसमसा गयी अमन धीरे-2 काजल की एक चुचि को मसलने लगा काजल भी मस्ती में आकर अपने होंठो को अमन से चुस्वा रही थी धीरे -2 अमन के हाथ काजल की चुचि पर बढ़ने लगा जैसे ही अमन के हाथ ने काजल की चुचि को ब्लाउस के ऊपर से मसला काजल एक दम से कसमस गयी और अपने फेस को अमन की छाती में सटा लिया अमन धीरे-2 काजल की चुचि को मसलने लगा काजल अब पूरी तरह गरम हो चुकी थी अमन ने काजल के ब्लाउस के हुक्स को उसी हाथ से खोलना चालू कर दिया इसपर भी काजल ने कोई विरोध नही किया अमन अभी भी काजल के होंठो को चूस रहा था एक एक करके अमन ने ब्लाउस के सारे हुक्स खोल दिए और ब्लाउस के कप्स को आगे से हटा दिया काजल की कसी हुई 38 साइज़ की चुचियाँ छोटी सी ब्रा में एक दम कसी हुई थी अमन का लंड उसके शॉर्ट्स में झटके खाने लगा अमन ने काजल के होंठो को छोड़ उसे कंधों से पकड़ कर धीरे -2 बेड पर बैठा दिया अमन काजल के ब्लाउस को निकालने लगा 

काजल: (उखड़ी हुई आवाज़ में) नही अगर कोई आ गया तो वापिस पहनने में ज़यादा टाइम लगेगा (काजल की आँखें बंद थी )
अमन: पर में तुम्हें प्यार करना चाहता हूँ तुम्हारे हर अंग को चूमना चाहता हूँ प्लीज़ उतार दो ना कोई नही आएगा


काजल ने अपनी आँखें खोली उसकी आँखें वासना के मारे लाल हो चुकी थी एक पल के लिए काजल की नज़रे अमन से मिली फिर उसने अपनी नज़रें झुका ली काजल बेड से नीचे उतर गयी और धीरे से अलमारी को खोला काजल की पीठ अमन की तरफ थी अमन बेड पर लेटा हुआ सब देख रहा था काजल ने पहले अपना ब्लाउस उतार कर अलमारी में रख दिया काजल की नंगी पीठ देख अमन पागल हो उठा फिर काजल ने अपने हाथों को पीछे की तरफ ले जाकर अपनी ब्रा के हुक खोल कर अपनी ब्रा निकाल कर अलमारी में रख दी और ब्लाउस उठा कर पहन लिया और ब्लाउस के हुक्स बंद किए बिना उसके कप्स से अपनी चुचियों को ढक कर बेड पर आने लगी अमन ने आगे बढ़ कर काजल को कमर से पकड़ कर सहारा दिया अब काजल बेड पर दीवार की तरफ खड़ी थी अमन अपने घुटनो के बल पर बेड पर काजल के सामने बैठा था काजल की साड़ी अस्त व्यस्त हो चुकी थी उसकी साड़ी का पल्लू नीचे बेड पर लटक रहा था अमन ने काजल की साड़ी का पल्लू पकड़ कर खींच दिया और उसकी साड़ी को उतारने लगा साड़ी उतार कर उसने बेड पर रख दिया और काजल के हाथ को पकड़ उसे अपने साथ नीचे बैठा लिया काजल का दिल जोरों से धड़क रहा था साँसें तेज से चल रही थी कामुकता और वासना के कारण उसके हाथ पैर काँप रहे थे 

काजल : अमन किसी को पता तो नही चले गा (काँपती हुई आवाज़ में) 

अमन: नही कुछ नही होगा और ना ही किसी को पता चलेगा 

अमन ने काजल के होंठो को फिर से अपने होंठो में ले लिया और उसे बेड पर लेटा दिया अब अमन और ज़्यादा देर नही करना चाहता था उसने ब्लाउस को दोनो साइड में कर दिया अमन की आँखों में चमक आ गयी काजल की चुचियाँ एक दम तनी हुई थी बिल्कुल भी लटकी नही हुई थी देखने से ऐसा लग रहा था जैसे रब्बर के बॉल्स हों अमन ने काजल की दोनो चुचियों को हाथों में ले लिया और धीरे से मसल दिया 

काजल: अहह अमानणन ऐसी ना करूऊ 

अमन: क्या हुआ 

काजल: मुझे कुछ होता है 

अमन ने आगे कुछ नही कहा और काजल की एक चुचि को मूँह में लेकर चूसना चालू कर दिया और दूसरी चुचि के निपल को उंगलियों में लेकर मसलने लगा

काजल :सीईईईईईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उफफफफफफफफफ्फ़ धीरीए अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईई सीईईईईईईईईई 
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06-09-2017, 01:45 PM,
#37
RE: माँ बेटी बेटा और किरायेदार
काजल के बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी चूत में पानी आने लगा काजल ने शाम के बाद नीचे पैंटी नही पहनी थी काजल की चूत के होंठ फुदकने लगे उसने अपनी जाँघो को भींच लिया अमन पूरे ज़ोर से काजल के निपल को चूस रहा था काजल के दोनो निपल एक दम तन चुके थे अमन ने काजल के निपल को मुँह से बाहर निकाला और दूसरी चुचि के निपल को मुँह में ले लिया काजल का पूरा बदन काँप रहा था मस्ती की लहरे काजल को वासना की गहराइयों में डुबो रही थी अपनी आवाज़ को दबाने के लिए काजल ने अपने होंठो को दाँतों में भींच लिया पर ये भी काफ़ी नही था वो अह्ह्ह्ह सीईइ सीईइ उम्ह्ह्ह्ह्ह कर रही थी काजल इतनी मस्त हो चुकी थी कि अब उसे भी बर्दास्त नही हो रहा था उसने अमन को अपने ऊपर खींच लिया और अपनी बाहें अमन की पीठ पर कस ली और अपने हाथों के नाख़ून से अमन की पीठ को कुरेदने लगी अमन ने काजल की दूसरी चुचि को भी निकाल दिया और अपने दोनो हाथों से काजल की कसी और तनी हुई चुचियों को पकड़ कर मसलना चालू कर दिया और अपने होंठो को काजल के बदन से रगड़ता हुआ नीचे आने लगा अमन काजल की चुचियों को एक पल के लिए छोड़ दिया और काजल के पतले से पेटिकोट को पकड़ कर ऊपर कर दिया


अब काजल की मांसल जांघे और जाँघो के बीचे दबी हुई चूत अमन की आँखों के सामने आ गयी काजल की चूत की फांकों की लकीर अमन को और पागल बना रही थी अमन काजल की दोनो जाँघो को पकड़ कर फैलाने लगा पर काजल ने अपनी जाँघो को कसा हुआ था पर अमन ने पूरा ज़ोर लगा कर काजल की जाँघो को फैला दिया काजल शरम और लाज में दबी जा रही थी उसने अपनी खुली हुई चूत को छुपाने के लिए अपने दोनो हाथों से अपनी चूत को छुपा लिया अमन काजल की जाँघो के बीच में आ गया और काजल के पेटिकॉट का नाडा खोल कर उसे उसके टाँगों से खींच लिया और बेड के एक साइड में रख दिया काजल अपनी आँखें बंद किए हुए आने वाले पल का इंतजार धड़कते दिल के साथ कर रही थी 

अमन ने काजल की दोनो जाँघो को अपने हाथ से सहलाना चालू कर दिया काजल कसमसाने लगी अमन ने झुक कर काजल की जाँघ पर अपने होंठो को रख दिया काजल एक दम से तड़प उठी उसने बेड शीट को कस के दोनो हाथों से पकड़ लिया अह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह करने लगी अमन काजल की जाँघो को बारी-2 चूमता हुआ ऊपर आने लगा और काजल की जाँघो पर जीभ से चाटने लगा काजल बेड पर लेटी मचलने लगी अमन ने काजल के दोनो हाथों को पकड़ कर एक झटके में उसकी चूत पर से हटा दिया और काजल की चूत पर अपने होंठो को लगा दिया जैसे ही काजल की चूत पर अमन के होंठो की दस्तक हुई काजल एक दम से तड़प उठी 

काजल: ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन्न्न किय्ाआअ कार्रर्र्ररर रहे हो वहाँ आ वहाँ गंदा आह अह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईई उफफफफफफ्फ़ अमन ओह्ह्ह्ह अहह आह अहह नहिी अमन्न्न ओह 

काजल की कमर झटके खाने लगी अमन ने काजल की चूत की फांकों को अपने हाथों से फैला दिया और जीभ से काजल की चूत के छेद को चाटने लगा काजल जल बिन मछली की तरह तड़प रही थी काजल के हाथ अमन के सर पर आ चुके थे काजल के हाथों की उंगलियाँ अमन के बालों में खेल रही थी 

काजल:ओह्ह्ह्ह्ह अमन आह अह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमानणन ब्स्स्स कारूव मेरा होनीईए वाला हाईईईईई ओह अमन्न्न अहह उन्घ्ह्ह्ह्ह उन्घ्ह्ह्ह 
और काजल की चूत ने पानी छोड़ दिया अमन ने काजल की चूत से मुँह से हटा लिया काजल की चूत का गाढ़ा पानी उसकी चूत से बाहर आकर उसकी गान्ड के छेद तक फैलने लगा काजल की कमर अभी भी रह रह कर झटके खा रही थी अमन ने अपना शॉर्ट्स और बनियान जल्दी से उतार दी अमन का लंड झटके खा रही था नीचे काजल तेज़ी से साँसे ले रही थी फेस पर संतुष्टि के भाव उभर आए थे होंठो पर हल्की से मुस्कान फैल गयी काजल ने अमन को देखने के लिए आँखें खोली जैसे ही काजल ने आँखें खोली तो अमन उसकी जाँघो के बीच खड़ा था उसका 8 इंच का लंड झटके खा रहा जो एक दम तन चुका था काजल आज पहली बार अमन के लंड को इतने करीब से देख रही थी अमन के लंड का गुलाबी सुपाडा किसी छोटे से सेब जितना मोटा और चौड़ा था अमन ने काजल की आँखों में देखते हुए अपने लंड को अपने हाथ में लेकर अपने लंड की चमड़ी को दो चार बार आगे पीछे किया जैसे मूठ मार रहा हो काजल ने शरमा कर अपनी नज़रे दूसरी तरफ घुमा ली और उसके होंठो पर मुस्कान आ गयी 

अमन काजल के बगल में आकर बैठ गया और अपने लंड को काजल के होंठो के पास लाने लगा काजल की आँखें बंद थी अमन ने काजल के सर के नीचे से हाथ डाल कर उसके होंठो को अपने लंड के सुपाडे के बराबर ला दिया काजल ने जैसे ही आँखें खोली वो एक दम से घबरा गयी अमन का लंड उसके होंठो के ठीक सामने था अमन ने अपने लंड को जड़ से पकड़ कर काजल को इशारे से मुँह में लेने के लिए कहा काजल ना में सर हिलाने लगी 

अमन: प्लीज़ एक बार ले लो ना मेरे लिए मैने भी तुम्हारी चूत को चाटा है ना 

काजल: (धीमी आवाज़ में) नही अमन मुझसे नही होगा मैने ऐसा कभी नही किया

अमन: हर काम आदमी जिंदगी में पहली बार ही करता है मेरे लिए एक बार 
और अमन ने अपने लंड को हाथ में लेकर काजल के होंठो पर लगा दिया काजल ने आँखें बंद करके अपने होंठो को खोला और अपने सर को आगे करने लगी अमन के गुलाबी रंग के सुपाडे को मूँह में ले लिया काजल के गुलाबी होंठ अमन के सुपाडे के इर्द गिर्द कस गये अमन धीरे-2 अपनी कमर हिलाने लगा अमन का लंड काजल के मूँह में अंदर बाहर होने लगा काजल ने एक दम से अपने मूँह से लंड निकाल लिया 

काजल:बस अमन और नही होगा 

अमन मुस्करा कर उठ कर काजल की जाँघो के बीच में आ गया और काजल की टाँगों को घुटनो से मोड़ कर ऊपर उठा दिया काजल की कमसिन चूत ऊपर की ओर हो गयी चूत की फाँकें थोड़ी सी खुल गयी जिसमे काजल की चूत का रस लगा हुआ था अमन ने फिर से झुक कर अपने होंठो को काजल की चूत पर लगा दिया और काजल की चूत की फांकों को होंठों के बीचे में दबा दबा कर चूसने लगा काजल एक दम से मस्ती से भर गयी उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसके जिस्म का सारा खून उसकी चूत में इकट्ठा हो जाएगा काजल की कमर झटके खाने लगी

काजल: अह्ह्ह अहह अह्ह्ह अहह अमन ओह्ह्ह्ह ओह जब तूमम्म ओह्ह्ह्ह्ह ये करतीई हूओ ओह्ह्ह मुझीई बड़ाअ ओह उईमाआअ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

काजल ने अमन के कंधों को पकड़ कर अपने ऊपर खींच लिया अमन का तना हुआ लंड उसकी चूत की फांकों में रगड़ खाने लगा काजल तेज़ी से सांस लेती हुई अमन की आँखों में देख रही थी जैसे कह रही हो अब क्यों तड़पा रहे हो अपना लंड मेरी चूत में क्यों नही डाल रहे हो और अमन जैसे उसकी आँखों को पढ़ रहा था अमन ने अपना हाथ नीचे ले जाकर अपने लंड के सुपाडे को काजल की चूत के छेद पर लगा दिया काजल के जिस्म में मानो बिजली कोंध गयी हो आँखें बंद हो गयी चूत पर लंड पड़ते ही कमर झटके खाने लगी अमन काजल की टाँगों को पूरा मोड़ कर ऊपर कर दिया और जाँघो को पकड़ कर अपने लंड को पूरी ताक़त के साथ काजल की चूत में पेल दिया काजल इस हमले से एक दम काँप गयी पूरे बदन में दर्द और मस्ती की लहर एक साथ दौड़ गयी दर्द के मारे काजल ने हाथों से बेडशीट को छोड़ अमन के कंधों को थाम लिया 

काजल;ओह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्णन्न् माअरर्ररर गइईई ओह्ह्ह्ह बहुत दर्द हूओ रहा हाईईईई आमेन धीरीई करूऊ अहह 
और अमन ने काजल की बात को अनसुना करते हुए एक और तेज तर्रार धक्का मारा लंड चूत की गहराइयों में उतर गया काजल का जिस्म दर्द के मारे ऐंठ गया 
काजल: अह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्ंननननणणन् मुझे बहुत दर्द्द्द हो रहा हाईईईई धीरीए 

अमन काजल के ऊपर झुक गया और उसके होंठो को अपने होंठो में लेकर चूसने लगा और हाथों से उसके चुचियों को मसलने लगा काजल को ये सब अंदर तक बहुत मज़ा दे रहा था काजल मस्ती के सागर में गोते खा रही थी चूत पानी से भीग चुकी थी अमन ने काजल की चुचि को मूँह में ले लिया और चूसने लगा कुछ ही पॅलो में काजल का दर्द ख़तम हो गया अपनी चूत में अमन का गरम लंड महसूस करके काजल अपने आप को रोक ना पे और नीचे से अपनी कमर हिलाने लगी अमन ने अपना लंड आधा बाहर निकाला काजल ने अपनी जाँघो को फैला लिया और अमन के लंड को चूत में फिर से लेने के लिया अपनी कमर को ऊपर के तरफ हिलाने लगी अमन ने बिना देर किए अपने लंड को एक बार फिर से काजल की चूत में पेल दिया लंड चूत की दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ सीधा बच्चेदानी से जा टकराया 

काजल;अह्ह्ह अमन ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हां ऐसी हीईए बहुत मज़ा आ रहा हाीइ अमन ओह्ह्ह्ह 

अपनी गान्ड को पूरी ताक़त से ऊपर नीचे करके काजल की चूत को अपने लंड से चोदने लगा लंड फतच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा अमन ने काजल के होंठो को अपने होंठो में लिया काजल के हाथ अमन की पीठ पर कस चुके थे और काजल अपनी टाँगों को ऊपर उठाए अमन के लंड को अपनी चूत की गहराइयों में ले रही थी काजल की मस्ती का कोई ठिकाना ना था काजल ने अपनी टाँगों को मोड़ कर अमन की कमर पर लपेट लिया लंड का सुपाडा बाहर जाता और फिर से आकर काजल की बच्चेदानी पर टकरा जाता काजल अमन के हर धक्के के साथ और मस्त हो जाती लंड पूरी रफतार से काजल की चूत के अंदर बाहर हो रहा था काजल के हाथ अब अमन की गान्ड पर आ चुके थे और वो अपने हाथों से अमन की गान्ड को नीचे की तरफ दबाने लगी ताकि अमन का लंड उसकी चूत की गहराइयों में जाए काजल अब शरम हया की सारी हदे पार कर चुकी थी और अपनी गान्ड को ऊपर की ओर उछालने लगी वो अमन का पूरा साथ दे रही थी जैसे अमन अपना लंड बाहर खींच कर दोबारा पेलने लगता काजल अपनी चूत को ऊपर की तरफ उछाल कर अमन का लंड अपनी चूत में ले लेती दोनो तरफ आग बढ़ चुकी थी काजल की चूत में सरसराहट बढ़ने लगी और वो तेज़ी से अपनी कमर को ऊपर की तरफ उछालने लगी 

काजल: ओह्ह्ह्ह्ह्ह अमन आहह अहह में झरेन्णन्न् वालीई हुन्न्ञणणन् ओह्ह्ह्ह 

अमन ने एक झटके में अपना लंड बाहर खींच लिया काजल तेज़ी से साँसें लेती हुई अमन की तरफ देखने लगी अमन अपने लंड को हाथ में लेकर हिलाने लगा 

काजल: अमन को देखते हुए) क्या हुआ रुक क्यों गयी ओह्ह्ह्ह अमन जल्दी करूऊ ना 

अमन काजल की बगल में लेट गया काजल अमन की तरफ करवट के बल लेट गयी 

काजल: अमन क्या कर रही हो प्लीज़स अब मुझीई ऐसे बीच में ना छोड़ो 

अमन: मेरे तेरी चूत का पानी निकाल दूँगा और सारी रात अपना लंड तुम्हारी चूत में डाले रखूँगा पर तू मेरा एक काम नही कर सकती 

काजल: में सब कुछ करूँगी अमन बस अब मेरी आग बुझा दो पूरे बदन में आग लगा दी है तुनीई अब ऐसे क्यों कर रहे हो 
अमन: मेरा लंड तेरे मुँह में जाने के लिए तड़प रहा है पहले इसे अच्छे से चूस फिर तेरी चूत की प्यास बुझाएगा मेरा ये लंड 

काजल: आहह अमन मुझे नही होगा मैने ऐसे नही किया मेरे बात समझो मुझे अच्छा नही लगता

अमन: तो ठीक तुम्हारी मर्ज़ी 

काजल उठ कर बैठ गयी और अमन की जाँघो पर झुक गयी और अमन के रोड की तरह तने हुए लंड को हाथ में पकड़ कर अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगा 

अमन: आहह प्यार से चूस मेरी जान इसने तेरी चूत की आग को ठंडा करना है काजल अमन के लंड के सुपाडे को मुँह में लेकर चूसने लगी काजल की गान्ड अमन की तरफ थी अमन ने अपना एक हाथ काजल की गान्ड पर रख दिया और गान्ड से नीचे लेजा ते हुए उसकी चूत में अपनी उंगली को घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगा काजल एक बार फिर मस्ती में आने लगी काजल ने अमन के लंड को मूँह से निकाल दिया और अमन की बगल में लेट गयी अमन काजल के ऊपर आ गया काजल ने अपनी जाँघो को फैला दिया और अमन की टाँगें काजल की टाँगों के बीच में आ गयी 

अमन; सच में तू लंड बहुत अच्छा चुस्ती है 
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06-09-2017, 01:46 PM,
#38
RE: माँ बेटी बेटा और किरायेदार
काजल शर्मा गयी अमन ने अपने लंड को पकड़ कर सुपाडे को चूत के छेद पर टिका दिया काजल इतनी गरम हो चुकी थी कि उसने अपनी कमर को ऊपर की तरफ उछाल दिया काजल की गान्ड बिस्तर से 4 इंच ऊपर उठ गयी अमन का पूरा का पूरा लंड काजल की चूत में समा चुका था अमन ने भी पूरे जोश में आकर एक झटका मारा काजल की गान्ड फिर से बिस्तर पर आ टिकी एक बार फिर दोनो तरफ से धक्के चालू हो गये लंड फतच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा 

काजल: ओह्ह्ह्ह्ह अमन अह्ह्ह्ह्ह अहह अहह अब मत रुकना आह ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह्ह में अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उ माआआ ओह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
और काजल की चूत ने पानी छोड़ दिया अमन भी तेज़ी से धक्के लगा रहा था काजल की चूत में सकुंचन होने लगा और अमन काजल की टाइट चूत को और बर्दास्त नही कर पाया और अपने वीर्य की बोछार काजल की चूत की दीवारों पर करने लगा काजल अपनी बच्चेदानी में अमन के गरम वीर्य को महसूस करके एक दम मस्त हो गयी अमन ने काजल की चुचियों में अपना फेस पर रख दिया और हाँफने लगा


काजल अमन की पीठ पर अपने हाथ से सहला रही थी वो सोच रही थी कि क्या उसने कोई ग़लत कदम तो नही उठा लिया 
काजल: अमन आख़िर तुमने मुझे रंडी बना ही दिया (रुआंसी आवाज़ में)

अमन: (काजल की तरफ देखते हुए) नही काजल मेरे अंदर ऐसे कोई भाव नही है और तुम ये क्यों सोच रही हो कि तुम मेरे साथ जिस्मानी रिस्ता बना कर रंडी बन गयी हो रंडी वो होती है जो पैसे के लिए ये सब करती है 

काजल: पर मेने भी तो ग़लत किया है चाहे पैसो के लिए ना सही पर मैने ग़लत तो किया है ना 

अमन: नही कुछ ग़लत नही किया में तुमसे प्यार करता हूँ और तुमने जो किया ठीक किया है तुम्हें अपनी जिंदगी जीने का पूरा हक़ है आइ लव यू काजल और अमन ने काजल के होंठो को अपने होंठो में ले लिया और चूसने लगा 

काजल: अपने होंठो को अलग करते हुए) तुम सच कह रहे हो ना देखो अमन ये बात किसी को पता नही चलानी चाहिए नही तो में किसी को मुँह दिखाने लायक नही रहूंगी

अमन: ये बात किसी को पता नही चलेगी अब उदास मत हो इस बार अमन थोड़ा सा नीचे होकर काजल की चुचि को मुँह में लेकर चूसने लगा काजल की चुचियाँ जो एक दम तन चुकी थी निपल एक दम तन कर कड़े हो चुके थे अमन के मुरझाए हुए लंड में एक बार फिर से जान आने लगी थी 

काजल: आह आमेन ओह बहुतत्तत्त मजाअ आ रहा हाीइ अह्ह्ह्ह और ज़ोर से चूसो ओह्ह्ह्ह्ह्ह अहह सीईईईईईई उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आमेन और जोर्र्र्र सीईए कटोन्णन्न् निप्पलीई को कतूओ अह्ह्ह्ह ओह सीईईईईई

काजल के हाथ अमन की पीठ पर टहल रहे थी काजल अपने नाखूनो से अमन की पीठ कुरेद रही थी जो अमन को और जोश दिला रही थी अमन बारी -2 दोनो निपल्स को चूस रहा था एक बार फिर से काजल की चूत की फाँकें फडफडाने लगी अमन काजल की जाँघो के बीच में बैठ गया और उसकी जाँघो को मोड़ कर ऊपर उठ कर फैला दिया काजल की चूत का छेद अमन की आँखों के ठीक सामने था काजल की चूत की फाँकें थोड़ा सा खुल कर फडफडा रही थी अमन ने अपने दोनो हाथों से काजल की चूत की फांकों को फैला दिया काजल की चूत का गुलाबी छेद देख अमन अपने आप पर काबू ना रख सका और अपने होंठो को काजल की चूत के छेद पर लगा दिया काजल का बदन एक दम से ऐंठ गया उसने अमन के सर को कस के पकड़ लिया अमन काजल की चूत के छेद को जीभ से चाटने लगा काजल एक दम मस्त हो गयी काजल को आज जीवन में पहली बार सेक्स का सुख मिल रहा था काजल की कमर झटके खाने लगी 

काजल: ओह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह अहह सीईईईईईईईईईई अमान्ंणणन् अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहियीईईई आमेन नहियीईईईई ओह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उफफफफफफफ्फ़ 
अमन ने काजल की चूत के क्लिट को अपने होंठो में ले लिया और चूसने लगा काजल और मस्त होने लगी पूरे कमरे में उसकी सिसकियाँ गूंजने लगी काजल मस्ती के सागर में डूब गयी अब तक अमन का लंड भी एक दम तन चुका था काजल ने अमन को कंधों से पकड़ कर अमन को ऊपर खींच लिया 

काजल: (हान्फते हुए) बस अमन बस बस करो अब और बर्दश्त्त्त नहियीईई होता अब जल्दी करो (और काजल ने अपने हाथ से अमन के लंड को पकड़ कर सुपाडे को चूत के छेद पर टिका दिया ) हां अब डालो जल्दी अमन जल्दी 

अमन ने काजल की टाँगों को घुटनों से मोड़ कर अपने कंधों के ऊपर रख लिया काजल अभी भी अमन के लंड को हाथ में थामे हुए थी काजल की टाँगे उसके सर के ऊपर तक उठ गयी अमन ने अपने लंड को काजल की चूत के छेद में पेलना शुरू कर दिया लंड गीली हुई चूत में चूत की दीवारों को फैलाता हुआ अंदर घुसने लगा काजल ने अपने होंठो को अपने दाँतों में भींच लिया लंड चूत में पूरा समा चुका था इस पोज़ीशन में काजल अमन के लंड के सुपाडे को और ज़्यादा अपनी बच्चेदानी के मुँह पर महसूस कर रही थी 

काजल: अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमान्णन्न् सचह मेंन्नणणन् तुम्हाराअ बहुत बड़ाा हाईईईई ओह अमान्ंननणणन् अब रूको नहिी 
और अमन बिना कोई देर किए काजल की चूत को चोदने लगा लंड अंदर बाहर होने लगा और बार-2 काजल की बच्चेदानी पर जाकर चोट करता काजल मस्ती के चरम तक पहुँच चुकी थी काजल अपने हाथों से अमन की गान्ड को थामे हुए थी

काजल; अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सीईईईई अहह अह्ह्ह्ह अहह अहह हाआंन्णाणन् आईसीई हीईई चोदता रहाआ अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 

अमन को भी काजल की टाइट चूत की दीवारें अपने लंड के इर्दगिर्द कसी हुई महसूस हो रही थी और काजल अमन के मोटे और चौड़े सुपाडे का घर्सन अपनी चूत में महसूस करके और गरम होने लगी 

अमन: अह्ह्ह काजल मेरा पानी छूटने वाला हाीइ 

काजल: हॅन हां छोड़ दो मेरी चूत्त्त में मेरी बच्चेदानी को अपने वीर्य से भररर दो ओह अमन में भी झड़ने वाली हूँ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन्न्न 

और जोरदार चुदाई के कारण दोनो पानी छोड़ने लगे अमन के लंड से वीर्य की पिचकारियाँ छूटने लगी चूत की दीवारों पर अमन के गरम पानी को महसूस करके उसकी चूत ने भी अपना लावा उगलना चालू कर दिया काजल की कमर झटके खाने लगी और कुछ झटों के बाद दोनो शांत पड़ गये

काजल के हाथों की उंगलियाँ अमन के बालों में खेल रही थी और अमन काजल की जाँघो में अपनी टाँगों को डाले उसपर लेटा हुआ था अमन का लंड सिकुड कर बाहर आ गया अमन ने काजल के होंठो को चूसना चालू कर दिया कुछ देर काजल के होंठो का रस्पान करने के बाद अमन उठ कर काजल की बगल में लेट गया 

काजल: अमन तुम तो कुछ दिनो में जहाँ से चले जाओगे और में एक बार फिर से इस खा जाने वाले अकेलपन से गुजर जाउन्गी तुम मुझे भूल तो नही जाओगे 

अमन: नही ऐसा नही होगा जब भी मोका मिलेगा में तुमसे मिलने ज़रूर आउन्गा 
और अमन ने काजल को अपने से सटा लिया दोनो एक दूसरे की तरफ करवट के बल लेटे हुए थे दोनो की बाहें एक दूसरे के जिस्मों पर कसी हुई थी अमन अपने हाथ को काजल की गान्ड पर ले आया और धीरे -2 मसलने लगा काजल अमन की हर हरक़त से कसमसा जाती अचानक से काजल उठ कर बैठ गयी

अमन: क्या हुआ 

काजल ने ना में सर हिला दिया और अमन को सीधा लेटने के लिए बोला अमन पीठ के बल सीधा लीट गया और काजल अमन की जाँघो के बीच में आ गयी और अमन के लंड को हाथ में पकड़ कर लंड की चमड़ी को सुपाडे से पीछे किया और फूले हुए गुलाबी सुपाडे को देखने लगी फिर काजल अमन के लंड के सुपाडे के ऊपर झुक गयी और अपनी जीभ निकाल कर सुपाडे के चारों तरफ घुमा कर चाटने लगी अमन के बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी काजल अमन के लंड के सुपाडे को ऐसे चाट रही थी जैसे उसके ऊपर लगे पानी को चाट रही हो काजल की दोनो चुचियाँ अमन की जाँघो पर रगड़ खा रही थी अमन ने काजल के सर को दोनो हाथों से पकड़ लिया काजल ने एक बार अमन की आँखों में देखा और फिर झुक कर अमन के लंड के सुपाडे को मुँह में ले लिया और चूसने लगी और धीरे -2 अंदर बाहर करने लगी लंड की नसे और ज़्यादा अकड़ गयी लंड एक दम तन चुका था मुँह के अंदर काजल की जीभ अमन के लंड के सुपाडे पर खेल रही थी जैसे -2 काजल अपने मुँह में अमन के लंड को अंदर बाहर करती उसी की ताल पर उसकी चूड़ियाँ खनकने लगती .


अमन की मस्ती का कोई ठिकाना नही था अमन ने काजल को सर से पकड़ कर अपने ऊपर खींच लिया जिससे काजल की टाँगें अमन की जाँघो के दोनो तरफ आ गयी अमन ने काजल की आँखों में देखते हुए अपने लंड के सुपाडे को काजल की चूत के छेद पर टिका दिया काजल के मुँह से हलकी सी आहह निकल गयी और काजल की आँखे मस्ती में बंद हो गयी अमन ने काजल की कमर को दोनो हाथों से पकड़ कर अपनी कमर को ऊपर की तरफ उछाला गीली चूत होने के कारण अमन का लंड एक ही बार में फिसलता हुआ जड तक काजल की चूत में घुस गया काजल के मुँह से एक और मस्ती भरी आहह निकल गयी और काजल अमन के ऊपर झुक गयी अमन ने काजल की गर्दन को चूमना चालू कर दिया काजल ने अपनी दोनो बाहों से अमन के सर को जकड कर अपने से सटा लिया और अमन ने अपने दोनो हाथों से काजल के दोनो चुतड़ों को फैला दिया कूलर से आ रही ठंडी हवा काजल की चूत और गान्ड को फैलाने से सामने आए गान्ड के छेद से टकरा रही थी जिससे काजल को अलग सा मज़ा आ रहा था अमन ने दोनो हाथों से काजल के चुतड़ों को थामे हुए तेज़ी से धक्के लगाने शुरू कर दिए लंड फतच-2 की आवाज़ से अंदर बाहर होने लगा काजल को इस बात का बिल्कुल भी अंदाज़ा नही था कि अमन एक ही बार में इतनी तेज़ी से धक्के लगाने शुरू कर देगा 

काजल: ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अहह अमन धीरीए अहह धीरीई अमन अहह ओह नहियीईईईईई उईईईई माआआआ मारीईई रीए अहह ओह धीरीई प्लेअसएसस्सस्स अमान्णन्न् ओह हइईई अम्मा रीईई ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अमन 

अमन का लंड किसी एंजिन के पिस्टन की तरह अंदर बाहर होने लगा काजल एक दम से मस्त हो गयी और अपनी गान्ड को उछाल -2 कर अपनी चूत को अमन के लंड पर पटाकने लगी जब काजल अपनी गान्ड को उछाल कर नीचे अमन की जाँघो पर पटकती तो पूरे रूम में थप-2 की आवाज़ गूँज उठती अमन भी पूरी ताक़त लगा कर काजल की चूत में अपना लंड पेल रहा था दोनो पसीने से तर हो गये काजल अमन के 8 इंच के लंड को और ज़्यादा ना झेल सकी और काजल की चूत ने पानी छोड़ना चालू कर दिया काजल को झड़ता देख अमन ने काजल को नीचे लेटा दिया और खुद काजल के ऊपर आ गया और धक्के लगाने लगा काजल की चूत में पानी की नदी बहने लगी जिससे अमन का लंड एक दम भीग गया था 

अमन: ओह्ह काजल तुम्हारी चूत बहुत टाइट्ट्ट है ओह जी करता है सारी रात चोदता रहूं सारी रात तुम्हारी चूत में लंड डाल कर लेटा रहा हूँ 

काजल: अमन अह्ह्ह्ह्ह्ह तुम्हारा लौडा सच में बहुत बड़ा हाीइ आज्ज्जज्ज मुझे तुम्हारे लंड ने तृप्त कर दिया हाीइ मेरी बरसों की प्यास को बुझा दिया तूने अह्ह्ह्ह 

अमन अभी भी काजल की चूत में अपना लंड पेले जा रहा था अमन भी झड़ने के बिल्कुल करीब था अमन ने भी अपना पानी काजल की चूत में छोड़ दिया और कुछ देर उसके ऊपर लेटे रहने के बाद उसकी बगल में लेट गया दोनो कुछ देर तक बिना हिले पड़े रहे जब कुछ राहत मिली तो काजल खड़ी हो कर अपनी कपड़े ठीक करके पहनने लगी 

काजल: अमन अब तुम अपने रूम में जाओ में नही चाहती कि किसी को शक हो 

अमन भी उठ कर कपड़े पहनने लगा कपड़े पहनने के बाद अमन रूम से बाहर आ गया और दूसरे रूम में जाकर सो गया

सुबह के 5 बजे अमन तेज पेशाब के कारण उठ गया और बाहर आकर बाथरूम की तरफ़ जाने लगा सुबह -2 उसका लंड एक तना हुआ था जैसे ही वो बाथरूम के पास पहुँचा अमन को रूम के पीछे रीमा जाती हुई दिखाई दी अमन ने जल्दी से पेशाब किया अभी भी थोड़ा अंधेरा था और अमन भी रूम्स के पीछे की तरफ चला गया जब से अमन यहाँ आया था अमन पीछे की तरफ नही गया था कमरों के पीछे काफ़ी खाली जगह थी और एक शेड लगी हुई थी जिसके नीचे एक भैंस बँधी हुई थी तब जाकर अमन को समझ में आया कि रीमा दूध दोहने आई होगी अमन शेड के अंदर आ गया रीमा शेड के कोने के तरफ गयी उसने ब्लाउस और पेटिकॉट पहना हुआ था कोने में जाकर उसने अपने पेटिकॉट को अपनी कमर तक ऊपर उठा लिया और पेशाब करने बैठ गयी अमन पीछे से रीमा की बड़ी गान्ड देख रहा था जैसे ही रीमा पेशाब करने के बाद उठी तो पीछे से उसकी झान्टो से भरी चूत देख अमन अपने लंड को हाथ में लेकर हिलाने लगा शॉर्ट्स में उसका लंड एक दम तना हुआ था अमन तेज़ी से शेड के अंदर आ गया इससे पहले कि रीमा अपने पेटिकॉट को नीचे करती अमन ने पीछे से आकर रीमा के बड़े-2 चुतड़ों को अपने हाथों में दबोच लिया रीमा एक दम से घबरा गयी और पीछे अमन को देख उसने राहत की साँस ली बाहर अभी भी अंधेरा था 

रीमा: आहह बहुत उतावला है चल हट मुझे दूध दोहने दे 

अमन ने अपनी एक उंगली को रीमा की चूत में पेल दिया रीमा के बदन में मस्ती की लहर दौड़ गयी अमन ने एक हाथ आगे ले जाकर सीमा की चुचि को ब्लाउस के ऊपर से पकड़ लिया और ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा 

रीमा: अह्ह्ह्ह क्या कर रहा है सुबह – सुबह आह हइई 

अमन: आंटी पहले मेरा दूध तो निकाल दे देख मेरे बॉल्स भरे पड़े हैं 

रीमा: अच्छा चल छोड़ तो सही 

अमन ने रीमा को छोड़ दिया रीमा शेड के डोर की तरफ गयी और बाहर झाँक कर इधर उधर देखा और दरवाजा बंद कर दिया रीमा का पेटिकॉट को अभी भी उसकी कमर में अटका हुआ था उसकी मोटी गान्ड उसके चलने से हिल रही थी जो अमन को और पागल बना रही थी रीमा दरवाजा बंद करके अमन के पास आ कर नीचे बैठ गयी और अमन के शॉर्ट को घुटनो तक सरका दिया अमन का तना हुआ लंड हवा में झटके खाने लगा रीमा ने उसे जड से अपने हाथ में थाम लिया और तेज़ी से हिलाने लगी 

अमन: अह्ह्ह मुँह में ले नाअ अह्ह्ह्ह्ह

रीमा: नही सुबह नही मुझे उबकाई आती है

अमन ने रीमा के खुले हुए बालों को पकड़ कर खींचा जिससे रीमा का सर ऊपर की ओर हो गया अमन ने अपने हाथ से अपने लंड को पकड़ कर रीमा के होंठो पर रगड़ना चालू कर दिया 

अमन: क्यों नखरे कर रही हो जल्दी से चूस फिर इसे तेरी भोसड़ी में घुसाउन्गा 

रीमा: आहह (रीमा ने वासना से भरी नज़रों से अमन को देखा और अपने होंठो को खोल कर अमन के लंड को मुँह में ले लिया )

अमन अपने दोनो हाथों से रीमा के सर को थामे अपनी कमर हिला रहा था रीमा बहुत ही तेज़ी के साथ अमन का लंड चूस रही थी कुछ ही पलों में रीमा के थूक से अमन के लंड की चमड़ी चमकने लगी रीमा जीभ से अमन के लंड के सुपाडे को चाट चाट कर सॉफ कर रही थी

अमन: आह आंटी हां और चाटो चाट साली अह्ह्ह्ह अपनी बहू की चूत का पानी कैसा लग रहा है साली बहुत नखरे कर रही थी आह बोल कैसा है तेरी बहू की चूत का पानी 

रीमा ने अमन के लंड को मुँह से निकाला और अपने हाथ से तेज़ी से मूठ मारने लगी

रीमल: आहह सच में तू सच कह रहा है 

अमन: हां 
रीमा: बहुत अच्छा स्वाद है बहुत अच्छा अब चल मेरी चूत का पानी भी निकाल दे

और रीमा खड़ी हो गयी और शेड के अंदर बनी एक विंडो के पास जाकर उसमें लगी लोहे की रोड्स को दोनो हाथों से थाम कर आगे की ओर झुक गयी और अपनी जाँघो को थोड़ा सा फैला लिया अमन ने पीछे से आकर रीमा के पेटिकॉट को उसकी कमर के ऊपर कर दिया और अपने लंड के सुपाडे को उसकी चूत के छेद पर टिका कर जोरदार धक्का मारा लंड एक ही बार में रीमा की चूत में समा गया और अमन रीमा की कमर को पकड़ तेज़ी से अपना लंड अंदर बाहर करने लगा

रीमा: अह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह आह अमन सीमा सच कहती हाईईईई तेरे लौड़ीई में सच मेंन्न्न् बहुट्त जानंनणणन् हाई रीई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और चोद मेरी भोसड़ी को अह्ह्ह और जोर्र्र सीए धक्के लगा आह अमन मेरे जैसी की चूत्त्त्त को भी तेरे लौडे ने हिला कर रख दिया हाई आज्ज्जज्ज्ज ओह्ह्ह्ह्ह्ह और्र जोर्र्र्र से चोद्द्द्द्द सलीई अहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह 
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06-09-2017, 01:46 PM,
#39
RE: माँ बेटी बेटा और किरायेदार
अमन पूरी ताक़त के साथ अपनी गान्ड हिला हिला कर रीमा की चूत को अपने लंड से चोदे जा रहा था और कुछ ही धक्को के बाद दोनो एक साथ झड गये रीमा हान्फते हुए सीधी हुई 

रीमा: पता नही क्या खा कर तुम्हारी माँ ने तुम्हें पेदा किया जो इतना मजबूत लंड पाया है सच में जालिम दिल करता है तेरे लौडे को दिन रात चूत में पेलवाती रहूं 

अमन ने मुस्कुराते हुए अपना शॉर्ट्स ऊपर किया और डोर खोल कर बाहर आ गया अमन के चारो तरफ चूतो का मेला लगा हुआ था अमन एक बार फिर से अपने रूम में आकर सो गया सुबह के करीब 10 बजे सीमा ने अमन को जगाया 

अमन: क्या हुआ मौसी 

सीमा: तुम्हारे मौसा जी का फोन आया था उन्हें वापिस जाना है हमें आज ही निकलना पड़ेगा 

अमन: क्या आज ही पर 

सीमा: सीमा अमन के दिल की बात को समझ चुकी थी) कोई बात नही तू चल तो सही मैने रीमा दीदी को कह दिया है वो अगले महीने काजल को साथ लेकर आ जाएगी 

अमन : पर अच्छा ठीक है कोई बात नही 

अमन उठ कर बाथरूम में चला गया और फ्रेश होकर तैयार होने लगा दोपहर के 1 बजे सीमा और अमन ने घर जाने के लिए बस पकड़ ली और दोनो रात होने से पहले घर पहुँच गये जब सीमा और अमन घर पहुँचे तो सीमा का हज़्बेंड पहले से ही जा चुका था सीमा की सास ने पहले से खाना तैयार कर रखा था दोनो ने कुछ देर आराम किया और खाना खाया अमन पिछले दिन की गई मेहनत से एक दम थक चुका था इसीलिए वो सीमा के रूम में उसके साथ ही सो गया सीमा ने भी उसे कुछ करने के लिए ज़ोर नही दिया अगली सुबह जब अमन उठा तो सीमा किचन में काम कर रही थी अमन जब फ्रेश होकर किचन में गया तो सीमा ने उसे चाइ दी

सीमा: तो फिर आगे का क्या प्लान है 

अमन: यहीं मैं अब दिन रात अपनी प्यारी मासी से प्यार करूँगा और क्या 

सीमा: मैं पढ़ाई की बात कर रही हूँ 

अमन: ओह्ह पर मौसी अभी तो रिज़ल्ट आने में टाइम है

सीमा: मैं सोच रही थी तुम आगे चल कर जो भी कोर्स जाय्न करना चाहते हो उसके लिए अड्वान्स कोचिंग लेनी शुरू कर दो 
अमन: ठीक है मासी मैं आगे जाकर सॉफ्टवेअर इंजीनियरिंग करना चाहता हूँ

सीमा: ये तो बहुत अच्छी बात है चल ऐसा कर आज शाम को हम मार्केट चलेंगे किसी अच्छे से कंप्यूटर कोचिंग सेंटर में बात भी कर लेंगे और हां तेरे मौसा जी की बाइक आज से तेरी है मैने उनसे बात कर ली है 

अमन: क्या सच में मौसी 

और अमन ने सीमा को बाहों में भर लिया और अपने होंठो को सीमा के होंठो पर लगा कर किस करने लगा सीमा ने उसे पीछे धकेला 

सीमा: माँ बाबूजी घर पर हैं


अमन बाहर आ गया नाश्ता करने के बाद अमन और सीमा मार्केट चले गये कुछ ज़रूरी समान खरीदने के बाद वो उसे एक कोचिंग सेंटर ले गयी और वहाँ पर उसकी अड्मिशन करवा दी और दोनो ने सारी जानकारी ली और घर आ गये घर पहुँचते ही सीमा किचन में चली गयी और दोपहर के खाने का इंतज़ाम करने लगी आज मौसम बहुत अच्छा हो रखा था आसमान में बदल छाए हुए थे अमन मौसम का लुफ्त उठाने छत पर आ गया और ठंडी हवा का मज़ा लेने लगा अमन छत पर इधर उधर टहलने लगा अमन छत की दीवार के पास जाकर खड़ा हो गया और नीचे गली में देखने लगा तभी उसके कानो में मीठी सी हँसने की आवाज़ सुनाई दी ये आवाज़ उसे जानी पहचानी लगी अमन ने बगल के घर की छत पर देखा बगल में जो घर था वो एक मंज़िला था जैसे ही अमन ने उस घर की छत पर देखा तो अमन के होंठो पर मुस्कान आ गयी नीचे महक (रेणु की फ्रेंड) खड़ी थी उसने लाइट ब्लू कलर की जीन्स और वाइट कलर की टीशर्ट पहनी हुई थी जो उसके जिस्म पर एक दम कसी हुई थी वो अपनी मामी से बात कर रही थी दोस्तो ये इतफाक की ही बात थी कि महक के मामा का घर सीमा के बगल में ही था और महक भी एग्ज़ॅम के बाद फ्री थी और वो अपने मामा जी के घर पर आई हुई थी महक की अचानक ऊपर अमन की तरफ नज़र गयी 

महक; (चोन्क्ते हुए) हाई अमन तुम यहाँ 

अमन: जी ये मेरी मौसी का घर है (ऊपर से बोलते हुए)

महक: ओह्ह्ह अच्छा अमन ये मेरी मामी हैं 

अमन: नमस्ते आंटी जी 

आंटी: नमस्ते बेटा 

महक: अमन तुम नीचे आओ यहाँ पर 

अमन: जी ठीक है में अभी आता हूँ 

और अमन तेज़ी से छत के नीचे आ गया और किचन में चला गया सीमा खाना बना रही थी 

अमन: मौसी में थोड़ी देर के लिए बाहर जा रहा हूँ 

सीमा: ठीक है पर ज़्यादा दूर मत जाना खाना तैयार होने ही वाला है 

अमन: जी मौसी 
और अमन तेज़ी से घर से बाहर निकल कर साथ वाले घर के गेट पर पहुँचा जैसे ही अमन गेट पर पहुँचा गेट खुल गया सामने महक खड़ी थी अमन महक को सामने देख कर एक पल के लिए उसमे खो सा गया क्या कयामत लग रही थी एक दम टाइट लाइट ब्लू कलर की जीन्स और ऊपर से वाइट शॉर्ट टी-शर्ट जो उसके जिस्म से एक दम सटा हुआ था उसकी उभरी हुई चुचियाँ कुछ ज़्यादा ही कसी हुई लग रही थी और ब्रा का शेप भी दिख रहा था उसकी जीन्स थाइ पर एक दम कसी हुई थी अमन को यूँ अपनी तरफ घुरता देख महक को कुछ अटपटा सा लगा पर फिर उसके होंठो पर मुस्कान आ गयी 
महक: (मुस्करते हुए) अंदर आओ अमन बाहर क्यों खड़े हो 

अमन एक दम से हड़बड़ा गया और अंदर आ गया महक ने गेट बंद किया और अमन के आगे चलने लगी महक की जीन्स उसके चुतड़ों पर एक दम कसी हुई थी उसके उत्तेजित कर देने वाले चूतड़ उसके चलने से हिल रहे थे जो जीन्स में एक दम उभर आए थे अमन महक की गान्ड को देखता हुआ उसके पीछे -2 चलने लगा सामने महक की मामी भी खड़ी थी उसने महक और अमन दोनो को ड्रॉयिंग रूम में बैठने को कहा महक अमन को ड्रॉयिंग रूम में ले गयी और उसे सोफे पर बैठा दिया और खुद उसके सामने वाले सोफे पर बैठ गयी अमन की नज़र महक से हट नही रही थी 

महक: ऑर अमन तुम कब आए यहाँ पर 

अमन: ये ही 5-6 दिन हो गये आए हुए 

महक: क्या 5-6 दिन पर मैं भी तो रेणु की शादी के अगले दिन ही यहाँ आ गयी थी पर तुम्हें कभी नही देखा 

अमन: हां दरअसल में और मौसी जी उनकी ननद के पास गये हुए थे कल रात को ही वापिस आएँ हैं 

महक: ओह्ह अच्छा 
इतने में महक की मामी भी कोल्ड्रींक्स ले कर आ गयी और दोनो कोल्ड्रींक दी और बाहर चली गयी 

महक: तो फिर वापिस कब जा रहे हो 

अमन : नही में वापिस नही जा रहा में आगे की पढ़ाई यहीं रह कर करूँगा 

महक; क्यों क्या हुआ

अमन: आप तो जानती ही है हमारे शहर में तो कोई अच्छा कॉलेज नही है इसी लिए 

महक; हां तुम बिल्कुल सही कह रहे हो तो फिर आगे क्या करने का सोचा है

अमन: में सॉफ्टवेअर इंजीनियरिंग करना चाहता हूँ इस लिए मैने कल से एक कंप्यूटर इन्स्टिट्यूट में जाय्न कर लिया है 

महक: गुड यार में भी कंप्यूटर सीखना चाहती हूँ तुम मुझे भी कल इन्स्टिट्यूट में ले चलना में भी अड्मिशन ले लूँगी वैसे भी सारा दिन बेकार बैठी बोर हो जाती हूँ 

अमन: ठीक है में आप को कल साथ में ले चलूँगा आप तैयार रहना मेरी क्लास सुबह 11 बजे से 1 बजे तक की है 

महक; ठीक है तो कल में तैयार रहूंगी

अमन: अच्छा अब मुझे चलना चाहिए 

महक: ठीक है कल याद से मुझे भी साथ ले चलना 

अमन: जी ठीक है 
और अमन उठ कर बाहर आ गया महक ने गेट खोला अमन ने महक को बाइ बोला और अपने घर के अंदर आ गया डोर के खुलने की आवाज़ सुन का सीमा किचन से चिल्लाई 

सीमा: अमन तुम हो 

अमन: हां मौसी में हूँ 

सीमा : अच्छा खाना तैयार है हाथ धो लो में खाना लगाती हूँ 

अमन: ठीक है मौसी 

और अमन हाथ धो कर डाइनिंग टेबल पर आ गया सीमा पहले अपने सास ससुर को उनके रूम में खाना दे आई और फिर डाइनिंग टेबल पर खाना लगा दिया अमन और सीमा दोनो खाना खाने लगे
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