hindi kahani तरक्की का सफ़र
06-13-2017, 09:29 PM,
#91
RE: hindi kahani तरक्की का सफ़र
विजय तुम नीचे लेट जाओ में तुम्हारे उपर चढ़ कर तुम्हारे लंड को अपनी चूत मे लूँगी.ज़य तुम मेरी गान्ड मारोगे और में संजू के लंबे लंड को अपने मुँह से चूसुन्गि.राम और श्याम के लंड को अपने हाथों से."

जब सब लड़कों ने अपनी जगह ले ली तो अनिता ने कहा,लड़कों मेरा सपना है कि तुम सब आपस मे ताल मेल रखते हुए अपना पानी छोड़ोगे और सब मेरे बदन पर ही छोड़ोगे.इससे सबको ज़्यादा मज़ा मिलेगा."

हे राम और श्याम ध्यान रखना जब तुम अपना पानी छोड़ो तो अनिता के बदन पर ही छोड़ना कहीं मेरे चेहरे पर मत छोड़ना." विजय ने उनसे कहा.

राम तुम इसकी बाई आँख पर पिचकारी मारना और में इसकी दाई आँख पर." श्याम ने हंसते हुए कहा.

इसके पहले की विजय कुछ कहता अनिता ने कहा,विजय ये मज़ाक कर रहे है,और अगर ये ऐसा करते भी है तो तुम चिंता मत करो में तुम्हे चाट चाट कर साफ कर दूँगी."नज़ारा जो अनिता ने रखा था वो देखने लायक था.ज़य उसकी गान्ड में अपना लंड जड़ तक पेल देता जिससे विजय का लंड भी अंदर तक घुस जाता.राम और श्याम के लंड अनिता की बंद हथेली मे आगे पीछे हो रहे थे.और संजू के लंड को अनिता ज़ोर ज़ोर से चूस रही थी.

कमरे में सबकी सिसकारियाँ गूँज रही थी.राम उसकी गान्ड मे लंड पेलते हुए बब्बड़ा रहा था,लीईईई साआाअली और्र्र्र्ररर जोर्र्र्र्ररर से लीईई बहोत्त्त्टटतत्ट शौख हाआआआई नाआआआअ पाआांचह मर्डूऊऊ से चूद्द्ददद्वाने का.आाज मेर्रर्र्ररी टर्र्र्र्ररी गणनद्दद्ड ना फ़ाआआद दी तो क़हना."

वहीं संजू बड़बड़ा रहा था,हााआअँ और्र्र्ररर जोर्र्र्र्ररर सीईए चूऊसो नाआआअ हााआआं अपनीईई गलीईई तक लीईई लो ओह अहह."

अनिता ज़ोर ज़ोर से लंड चूसने लगी तो संजू तुरंत बोला "अनिता आंटी धीरे मेरा छूटने वाला है." अनिता ने अपनी रफ़्तार धीमी कर दी.

भाई कैसा चल रहा है?" विजय ने पूछा.

मज़ा आ रहा है,ऐसा लग रहा है कि तुम्हारा लंड मेरे लंड को स्पर्श कर रहा है.हां इसी तरह अंदर तक अपने लंड को इसकी गान्ड मे पेलते रहो." ज़य ने नीचे से धक्का लगाते हुए जवाब दिया.

हााआअँ जोर्र्र्र्र्र्र्ररर से जोर्र्र्र्र्ररर से चूऊऊओदूऊऊ मुझीईई सब्बब्ब्बबब मिल्ल्ल्लकर मेरााआआ छुउऊुउउतने वाला है."

अनिता ज़ोर ज़ोर से अपने कूल्हे उछाल रही थी.संजू ने अनिता के सिर को अपने हाथों से पकड़ रखा था और अपना लंड उसके गले तक डाल चोद रहा था.बहुत ही दिलकश नज़ारा था.ऐसी सामूहिक और भयंकर चुदाई ना तो मेने देखी थी ना ही मेने की थी.ओह मेरााआआआ छूट्ट्ट्ट्ट्ट्ट्ट्टा." अनिता का इतना कहना था कि संजू ने भी,ओह मेरााआआ छूटााआअ." कहकर अपने लंड की बौछार अनिता के चेहरे पर कर दी.

ज़य ने ज़ोर से अनिता को कमर से पकड़ अपने लंड को उपर की और करते हुए अपना पानी उसकी चूत में छोड़ दिया वहीं विजय ने अपने लंड के दो चार धक्के उसकी गान्ड मे मारे और अपना पानी अनिता की पीठ पर छोड़ने लगा.राम और श्याम ने अपने लंड को ठीक अनिता के चेहरे और छाती का निशाना बना अपनी पिचकारी छोड़ना शुरू किया,आए संभलो." ज़य कुछ कहता इसके पहले उनके लंड से छूटा वीर्य उसके चेहरे पे गिर पड़ा. 
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06-13-2017, 09:29 PM,
#92
RE: hindi kahani तरक्की का सफ़र
माधुरी ज़ोर से हंस पड़ी और निशा ताली बजाने लगी कि दो और बौछार उसके चेहरे से टकराई.गंदे साले क्या और कोई जगह नही मिली निशाना साधने के लिए." ज़य गुस्से में बोला.अरे गुस्सा क्यों करते हो," कहकर अनिता उसके चेहरे पर लगे वीर्य को चाटने लगी.जब उसने जय को अच्छी तरह साफ कर दिया तो निढाल पड़ गयी.जब सब कोई सुस्ता चुके थे तो निशा ने कहा,सर अब मेरी बारी है."नही तुम्हारी नही अब मीना की बारी है." मेने कहा."मालती तुम बताओ तुम्हारा क्या सपना है."मेरा कोई खास सपना नही है.एमडी और आप मुझे ऑफीस में चोद्ते है में उससे ही खुश हूँ." मीना ने जवाब दिया.तो फिर दोनो के साथ यहाँ क्यों नही चुद्वाती?" मधुरी ने कहा.दोनो मुझे कई बार एक साथ चोद चुके है इसलिए एक बार और चुद्वाने से मुझे कोई फरक नही पड़ेगा." मीना ने हंसते हुए कहा."एमडी सर आप लेट जाएँ और नीचे से मेरी चूत में लंड को डाले और राज सर आप पीछे से मेरी गांद मारे.आपका मोटा और लंबा लंड मुझे अपनी गंद में अच्छा लगता है."कमरे में फिर एक बार चारों तरफ चुदाई का आलम था.में यहाँ एमडी के साथ मिलकर मीना को चोद रहा था और चारों तरफ कोई ना कोई किसी को चोद रहा था.थोड़ी देर बाद सब तक कर निढाल पड़े थे.पार्टी करीब करीब ख़त्म होने को आ गयी थी,निशा रात काफ़ी हो चुकी है चलो तुम्हे घर छोड़ आऊ." मेने निशा से कहा.सर मुझे यहीं रहने दे ना वैसे भी घर में सबको पता है कि में यहाँ हूँ." निशा थोड़ा नाराज़ होते हुए बोली.वो तो सब ठीक है पर काम ऐसा करना चाहिए कि तुम्हे दुबारा भी यहाँ आने की इजाज़त मिल जाए." मेने उसे समझाते हुए कहा.ठीक है,पर क्या में सुबह यहाँ आ सकती हूँ? रूही माँ आप संजू कल यही है ना." निशा ने कहा.हां मेरी लाडो हम यही है." रूही ने प्यार से उसके सिर पर हाथ फेरते हुए कहा."तुम कल सुबह आ जाना हम इंतेज़ार करेंगे."जब में निशा को उसके घर छोड़ कर आया तो देखा कि सब किसी ना किसी को बाहों मे लिए सो गये है.मेने देखा कि प्रीति और रजनी अकेले सो रहे है तो में भी उनके बीच मे जा सो गया.ट्रियीनिग डोर बेल की घंटी बजी.मेने उसे अनसुना कर दिया.ट्र्र्र्र्र्र्रियियैयींग घंटी फिर बजी और देर तक बज रही थी."इतनी सुबह कौन हो सकता है." सोचकर मेने घड़ी पर देखा तो सुबह के 7.30 बज चुके थे.

दरवाज़ा खोलते ही में चौंक पड़ा,दरवाज़े पर निशा खड़ी थी.हे भगवान इतनी सुबह पहले तुम यहाँ क्या कर रही हो?"मैं यहाँ पार्टी जाय्न करने आई हूँ." उसने अंदर आते हुए कहा."तुम्ही ने तो कहा था कि में आ सकती हूँ."हां कहा था पर इतनी सुबह पहले आ जाओगी उम्मीद नही थी.सब सोए पड़े है." मेने कहा.तुम इसकी चिंता मत करो में सबको जगा दूँगी." कहकर वो अपने कपड़े उतारने लगी."ये समय चुदाई करने का है ना कि सोकर बर्बाद करने का."वो संजू को ढूँढने लगी जो अंजू और मंजू के बीच सोया हुआ था.उसने उसके मुरझाए लंड को अपने हाथों में लिया,गुड मॉर्निंग मेरे प्यारे राजा." कहकर उसके लंड को चूसने लगी.ओह बहुत ही अच्‍छा लग राहा है." संजू ने बड़बड़ाते हुए अपनी आँखे खोली,ओह निशा तो ये तुम हो?"हां मेरे राजा तुम्हारी जान निशा,और सिर्फ़ तुम्हारी." निशा थोड़ा मुस्कुरई,जान आराम से लेटे रहो और मज़े लो."संजू के मुँह से सिसकारी निकल पड़ी और वो अंजू और मंजू की चूत को सहलाने लगा.अंजू और मंजू ने आँख खोल जब देखा तो दोनो संजू की छाती में चेहरा छिपा उसके निपल पर अपनी ज़ुबान फिराने लगी.निशा का सुझाव बुरा नही है." सोचते हुए में भी देखने लगा कि कोई उठा हुआ है कि नही.मेने देखा कि विजय सिमरन और साक्षी के बीच सोया हुआ था.सिमरन अपनी पीठ के बल लेटी हुई थी.में उसकी टाँगो के बीच आ उसकी चूत को चाटने लगा.ओह प्लीज़ नही,प्लीज़ रुक जाओ ना." वो चिल्ला पड़ी.क्या तुम्हे मेरा तुम्हारी चूत चाटना अच्छा नही लग रहा?" मेने थोड़ा झल्लाते हुए पूछा.ऐसी बात नही है,मुझे बहोत अच्छा लग रहा है पर मुझे पिशाब जाना है और अगर में जल्दी से नही गयी यही तुम्हारे मुँह पर कर दूँगी." सिमरन ने जवाब दिया.ठीक है जाओ." मेने उसे जाने दिया फिर दूसरों की तरफ देखने लगा,मेने अनिता और मीना को उठाया और उन्हे दूसरों को भी उठाने के लिए कहा.इतने में सिमरन टाय्लेट से लौट कर आ रही थी.ओय ये यहाँ क्या चल रहा है," जब उसने संजू को तीन लड़कियों के साथ मज़े लेते देखा."किसी को बुरा तो नही लगेगा अगर में भी इसमे शामिल हो जाउ."


साधू सा आलाप कर लेता हूँ ,
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06-13-2017, 09:29 PM,
#93
RE: hindi kahani तरक्की का सफ़र
कहकर उसने अपने चूत संजू के मुँह पर रख दी.ये क्या कर रही हो?" संजू ने पूछा.कुछ नही मेरी चूत के पानी के रूप मे तुम्हे सुबह की चाइ पिला रही हूँ." सिमरन ने हंसते हुए कहा."चलो अब अपनी चाइ पियो."राज क्या तुमने ज़य को देखा है?" अनिता ने पूछा.मेने अपनी गर्दन ना मे हिला दी.मेने उसे उस कमरे मे जाते देखा है." रूही ने जवाब दिया.आओ रूही हम उसे ढूँढते है." अनिता ने रूही का हाथ पकड़ते हुए कहा.ज़य उन्हे बाथरूम मे नहाते हुए मिला.छोटी बच्चियों की तरह उन्होने ज़य को बाथरूम के बाहर खींचा और बिस्तर पर धकेल दिया.ज़य का पूरा बदन साबुन से भीगा हुआ था.रूही में इसका लंड चूस्ति हूँ और तुम अपनी चूत इसे चाटने के लिए दे दो?" अनिता ज़ोर से चिल्लाई.कमरे के बाहर मेने देखा कि एमडी मधुरी की चूत चाट रहा था वहीं प्रीति उसके लंड को मुँह मे ले जोरो से चूस रही थी.हम पूरे दिन सब कोई चुदाई चटाई गान्ड मराई करते रहे.हालत ये थी कि सब चोद चोद के इतना थक चुके थे कि किसी मे भी ताक़त नही बची थी.दूसरे दिन रूही अपने बच्चों के साथ वापस चली गयी और वादा कर गयी कि वो जल्द ही वापस आएगी.शाम को मेरी बहने अपनी पति के साथ और मेरे साले ने अपनी बीवियों के साथ अपने अपने घर जाने के लिए ट्रेन पकड़ ली.कई महीने गुज़र गये.इसी दौरान हम कई बार रूही के यहाँ हो आए थे और रूही भी कई बार हमारे यहाँ आ चुकी थी.पिंकी के जनमदिन को अब एक हफ़्ता ही रह गया था और हमे उसके जनम दिन की तय्यारियाँ करनी थी.पिंकी के जनमदिन से एक दिन पहले रजनी,योगिता,नीलम,प्रीति और में सब डिसकस कर रहे थे कि हम पिंकी की कुँवारी चूत को चोद्ने के प्रोग्राम को कैसे अंजाम दे.हमे पता था कि इस बार एमडी पूरी सावधानी बरतेगा कि में उसकी बेटी की कुँवारी चूत ना फाड़ पाऊ .हम ये भी जानते थे कि नीलम की तरह वो हमे पिंकी की बर्तडे पार्टी नही करने देगा.योगिता तुम्हे क्या लगता है कि हमे मिली से भी होशियार रहना चाहिए?" मेने पूछा.नही मुझे ऐसा नही लगता.वो बड़ी प्रॅक्टिकल किस्म की औरत है.उसे ये बात मालूम है कि उसकी बेटी की चूत को एक दिन तो फटना ही है,सो कल फटे या आज उसे कोई फरक नही पड़ता." योगिता ने जवाब दिया.अगर ऐसा है तो क्या हम उसे सारी हक़ीक़त बता कर अपना राज़दार बना सकते है." मेने पूछा.नही उसे बिल्कुल मत बताना.सारी बात जानने के बाद शायद वो अपनी बेटी की चूत फड़वाने मे हमारी मदद करे पर फटने के बाद शायद वो ऐतराज़ ना करे." योगिता ने जवाब दिया.क्या उसके जनमदिन की पार्टी होगी?" प्रीति ने पूछा.ज़रूर होगी,पिंकी एमडी की लाडली बेटी है.उन्होने उसे एक बड़ी पार्टी का वादा किया है और वो अपना वादा ज़रूर पूरा करेंगे,बस सवाल ये उठता है कि वो पार्टी कहाँ पर रखेंगे." नीलम ने जवाब दिया.क्या पिंकी तो अब भी अपनी उस इंग्लीश टीचर की चूत चाट्ती है और अपनी चटवाती है,क्या नाम था उस टीचर का मुझे याद नही आ रहा,हां याद आया मिस ब्रेग़ेंज़ा." प्रीति ने पूछा.बदक़िस्मती से हां." रजनी ने जवाब दिया."और उसका यही शौक हमारे काम को अंजाम देने मे आड़े आ सकता है."उसी समय फोन की घंटी बज़ी,एमडी लाइन पर था,राज में तुम्हे और प्रीति को मेरी बेटी पिंकी की जनम दिन की पार्टी की दावत देता है.

पार्टी शनिवार की शाम को है सो ज़रूर से पहुँच जाना."थॅंक यू सर." मेने जवाब दिया."पर सर आपने क्यों तकलीफ़ उठाई.मुझसे कह दिया होता मैं पार्टी का सारा इंतेज़ाम कर देता जैसे मेने नीलम की पार्टी का इंतेज़ाम किया था."राज क्या तुम मुझे बेवकूफ़ समझते हो." एमडी ज़ोर से हंसते हुए कहा."तुम्हे क्या लगता है कि में अपनी मासूम बेटी को तुम्हारे फ्लॅट पे आसानी से आने दूँगा जिससे तुम मेरी बेटी की कुँवारी चूत को चोद सको.किसी भी हालत मे नही राज इस बार पार्टी मेरे घर पे होगी.और में तुम्हे सावधान कर रहा हूँ कि अगर तुमने मेरी बेटी की ओर आँख उठा कर देखा तो में तुम्हे जान से मार दूँगा."सर आप ज़बरदस्ती मुझ पर शक़ कर रहे है." मेने झूट बोलते हुए कहा."मेरा ऐसा कोई इरादा नही है."हो सकता हो तुम्हारा इरादा ना हो.फिर भी में तुम्हे सावधान कर रहा हूँ." एमडी हंसा,ठीक है शनिवार की शाम को मिलते है." कहकर उसने फोन रख दिया.एमडी था फोन पर उसने पिंकी के जन्मदिन की पार्टी के लिए शनिवार की शाम की दावत दी है हमें." मेने सबको बताया.पर तुमने ऐसा क्यों कहा कि तुम्हारा पिंकी की कुँवारी चूत चोद्ने का कोई इरादा नही है." रजनी ने पूछा.मेने ये इस लिए कहा जिससे वो निसचिंत हो जाए और आखरी वक़्त पर अपना इरादा ना बदल ले." मेने जवाब दिया.अब जब पार्टी उसके घर पर है तो हम अपने इरादों को कैसे कामयाब बनाएँगे." योगिता ने पूछा.जब में उससे बात कर रहा था तो एक आइडिया मेरे दिमाग़ मे आया है,हम वही तरीका आजमा सकते है जो हम ने रागिनी की कुँवारी चूत के लिए आजमाया था." मेने कहा.ये रागिनी कौन है और क्या हुआ था?" योगिता ने पूछा.तब रजनी ने उसे सब बताया कि किस तरह और कैसे हम ने रागिनी की कुँवारी चूत चुद्वाइ थी.ये तो सब समझ मे आता है फिर भी ये बात समझ मे नही आती कि पिंकी अपनी चूत चुद्वाने को कैसे तय्यार होगी?" योगिता ने पूछा.रूको सब कोई.मेरे पास एक प्लान है." प्रीति ने कहा."उसकी चूत चूसने की आदत ही उसकी चूत का उधघाटन कराएगी." फिर प्रीति हमें प्लान समझने लग गयी.हम सब उसकी बात से सहमत हो गये और शनिवार का इंतेज़ार करने लगे.शनिवार की शाम को मे और प्रीति एमडी के घर पहुँच गये.हम ने एक बड़ा सा तोहफा लिया था पिंकी के लिए.केक काटने की रस्म के बाद सबने पिंकी को तोहफे दिए.कमरे में म्यूज़िक चालू था और सब आपस में बात कर रहे थे.सर हम सबने मिलकर काफ़ी समय से मज़ा नही किया क्यों ना आज कर ले." प्रीति ने एमडी से कहा.क्यों नही वैसे भी मुझे इतनी ज़ोर से म्यूज़िक बजता अच्छा नही लगता." एमडी अपनी स्टडी रूम की ओर बढ़ता हुआ बोला." प्रीति उसके पीछे चल पड़ी."रजनी पिंकी को सिर्फ़ चार बुस्कुट देना खाने के लिए ज़्यादा नही." प्रीति रजनी के कान मे फुस्फुसाइ.तुम इस बात की चिंता मत करो." रजनी ने कहा.जब स्टडी रूम मेयोगिता को छोड़ कर हम सब ने अपने कपड़े उतार दिए."क्या बात है डार्लिंग क्या आज तुम हमे अपनी चूत नही दिखाओगी?" एमडी ने पूछा.
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RE: hindi kahani तरक्की का सफ़र
आज में तुम लोगो का साथ नही दे पाउन्गि.मेरी तबीयत ठीक नही है." योगिता ने जवाब दिया.मेरी जान अगर तुम्हारी चूत बीमार है तो क्या हुआ हम तुम्हारी गांद तो मार ही सकते है." एमडी ने हंसते हुए कहा.जब कोई मेरी गंद मारना चाहेगा में अपने कपड़े उतार दूँगी." योगिता ने जवाब दिया.जब एमडी और योगिता ये बात चीत कर रहे थे मेने मिली को रूम मे लगे दीवान पर लिटा दिया और उसे चोद्ने लगा.एमडी ने जब देखा कि योगिता साथ देने को तय्यार नही है तो उसने प्रीति कों खींच कर हमारे बगल में सोफे पर लिटा दिया."प्रीति जल्दी करो नही तो राज और मिली हमसे आगे निकल जाएँगे." कहकर वो अपना लंड प्रीति की चूत मे घुसाने लगा.नही ऐसे मज़ा नही आएगा." प्रीति ने उसे रोकते हुए कहा."पहले तुम मेरी चूत चूसो और ऐसा चूसो कि में चुद्वाने की लिए भीक माँगने लगू."ठीक है अगर तुम यही चाहती हो तो." एमडी ने प्रीति को अपनी बाहों भर लिया फिर उसके टाँगो के बीच आ गया.उधर में ज़ोर के धक्के मार मिली को चोद रहा था.थोड़ी ही देर मे प्रीति के मुँह से सिसकारियाँ फुटनी शुरी हो गयी,`हां सर अच्छा लग राआ" वो और सिसकी,हााआआ और जोर्र्र्रर से चूऊऊऊओसो हाआअँ जोर्र्र्र्ररर से."मिली भी उत्तेजना में पागल हो रही थी.वो भी अपने कूल्हे उच्छाल मेरे ताल से ताल मिला रही थी.हाआँ सिर्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर आनी जीईईभ को मेर्र्र्ररी चूओत के अंदर तक डाल दीजीइई." प्रीति बड़बड़ा रही थी."हााआअँ आईसस्स्स्स्स्ससे ही हााआअँ अब अपनी जीईएभ से मेरी चूऊओट को चूऊऊदो."ओह राआआआज जोर्र्र्र्ररर से……………..हां और ज़ोर से…….कितना अछा लग राहा है." मिली चिल्ला रही थी और में अपनी पूरी ताक़त से उसकी चूत की धज्जियाँ उड़ा रहा था.ओह सिर्र्र्र्ररर बसस्स्स्स्स्सस्स अब मुज्ज़ज्ज्ज्ज्झसे सहन नही हो रहा." प्रीति चिल्लाई,चूऊओदो मुझे अपना गधे जैसा लुंद्द्द्दद्ड डाल दो मेरी चूत मे और फ़ाआआआद दो मेरिइईई चूऊऊऊओट को."नही अभी नही." एमडी हंसते हुए बोला."पहले तुम भीक माँगो."ओह प्लीज़ सर में आआआअप से भीक मंगगगगगति हूँ डाल दो अपने लंड को मेर्रर्र्ररी चूऊऊथ मे." प्रीति मिन्नत करते हुए बोली.प्रीति अब में तुम्हारी चूत का भोसड़ा बना दूँगा." हंसते हुए एमडी ने पूरी ताक़त से अपना लंड उसकी चूत मे पेल दिया.ओह सर मज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ा एयेए गया और्र्र्ररर ज़ोर सीईई." प्रीति चिल्ला उठी.ओह राज्ज्जज्ज्ज्ज्ज्ज रूको मत हाआाआअँ बसस्स्स्सस्स कुछ धकक्क्कों की बाआआआआआत ओह राआआआआआअज मेरााआआआ छुउऊुुउउटा." मिली ज़ोर से सिसकी.उसी समय मेने भी एक ज़ोर की हुंकार भरते हुए अपना वीर्य उसकी चूत मे छोड़ दिया.

ओह राज आज तो चुदाई मे मज़ा आ गया." मिली मुझे बाहों मे भरते हुए बोली."चलो एक बार फिर से करते है."ज़रूर मेरी जान पर सुस्ता तो लेने दो." कहकर मेने एक सिगरेट जला ली.उसी समय प्रीति के प्लान के मुताबिक योगिता मेरे पास आई,राज ज़रा मेरे साथ आना तो?" वो धीरे से बोली.ठीक है आता हूँ." मेने जवाब दिया,डार्लिंग में अभी आता हूँ." मेने मिली से कहा.जाओ पर ज़्यादा देर मत लगाना,में तुम्हारा इंतेज़ार कर रही हूँ." मिली ने कहा.एमडी प्रीति की चूत को भोसड़ा बनाने मे इतना खोया हुआ थी कि उसका ध्यान ही नही गया कि में कमरे बाहर खिसक गया हूँ.योगिता मुझे पिंकी के कमरे में ले आई.पिंकी बिस्तर पर नंगी लेटी हुई अपनी दोनो टाँगे हवा में फैलाए हुए थी.रजनी उसकी टॅंगो के बीच बैठी उसकी चूत को चूस रही थी,ओह डीईईईईयईडी अपनी जीईईईभ को और अंदर तक घुसाआओ ना.मेर्रर्र्ररी चूऊऊथ मे इतनी खुजली हो रही है कि शांत ही नही हो रही ओह और्र्र्र्र्र्र्ररर अंदर तक." पिंकी सिसक रही थी.पिंकी में इससे ज़्यादा नही कर सकती.जब भी में जीभ अंदर करती हूँ तो तुम्हारी चूत की झिल्ली बीच मे आजाती है." रजनी ने कहा.बेवकूफ़ फाड़ दो उस झिल्ल्ल्ली को और घुसा दो अपनी पूरी जीईएभ मेरिइई चूओत मे." पिंकी ज़ोर से मचलते हुए बोली.देखो पिंकी इस झिल्ली को तो मोटा तगड़ा लंड ही फाड़ सकता है मेर जीभ नही.अगर तुम चाहो तो...दीदी तुम जैसा चाहो पर कुच्छ करो.पिंकी देख तो हमारे बीच कौन आया है." योगिता ने कहा.पिंकी ने अपने गर्दन घुमाई और मुझे कमरे में नंगा खड़ा देखा.में अपने लंड की चमड़ी को उपर नीचे करते हुए उसे देख रहा था.रजनी ने कहा अब तुम ही उसे रिक्वेस्ट करो वो ही कुच्छ कर सकता है.
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06-13-2017, 09:30 PM,
#95
RE: hindi kahani तरक्की का सफ़र
अछा हुआ राज तुम आ गये.देखो ना मेरी चूत मे इतनी खुजली मच रही है और रजनी की जीभ इतनी लंबी नही है कि उस खुजली को मिटा सके.तुम अपना लंबा लंड मेरी चूत में घुसा कर मेरी खुजली मिटा दो ना." पिंकी गिद्गिडाते हुए बोली.मेरा लंड तुम्हारी चूत को फाड़ देगा." मेने जवाब दिया.फॅट जाने दो मेरी चूत को पर मुझे इस खुजली से छुटकारा दिला दो प्लीज़." पिंकी बिस्तर पर मचलते हुए बोली.जैसा तुम कहो मेरी जान." कहकर में उसकी टाँगो के बीच आकर उसपर लेट गया और अपने लंड को उसकी चूत पर घिसने लगा." योगिता ने नीलम को आँख मारी और धीरे से कहा,अब तुम अपना काम करो?"नीलम दरवाज़े के बीचों बीच खड़ी होकर चिल्लाने लगी,पापा आप वहाँ प्रीति को चोद रहे है और राज यहाँ पिंकी की चूत चोदने की तय्यारी कर रहा है."ओह राज तुम ये क्या कर रहे हो अपने लंड को मेरी चूत मे डालो ना.' पिंकी अपनी चूत को मेरे लंड पर और रगड़ते हुए बोली."तुम्हारे लंड रगड़ने से तो खुजली कम होने के बजाए और बढ़ रही है."मुझे थोड़ा समय दो." मेने कहा,अभी तुम्हारी चूत की खुजली मिटाता हूँ..."क्कक्या……क्या…..क्या बकवास कर रही हो.राज तो याआहां तुम्हारी मा की चुदाई कर रहा है." एमडी ज़ोर से चिल्लाते हुए कहा."मिली राज कहाँ है?"मिली ने क्या कहा हमे सुनाई नही पड़ा,हरामजादि कुतिया तुमने राज को जाने कैसे दिया? तुझे पता था कि राज पिंकी की कुँवारी चूत के पीछे पड़ा है." एमडी ज़ोर से मिली पर गुर्राते हुए बोला."हे भगवान इसके पहले कि राज पिंकी की कोरी चूत फाड़ दे मुझे उसे बचाना चाहिए."हे रूको तुम इस तरह नही जा सकते." प्रीति एमडी को रोकते हुए बोली."तुम्हे पता है कि मेरा छूटने वाला है."प्रीति मुझे अभी जाने दो.में बाद में आकर तुम्हारी चूत का पानी छुड़ा दूँगा." एमडी गिद्गिडाते हुए बोला.,अगर पिंकी का कुँवारापन छीन गया तो में बर्बाद हो जाउन्गा."एमडी प्रीति को लगभग घसीटते हुए कमरे मे दाखिल हुआ.मिली भी उसके पीछे पीछे आ गयी.कमरे में आकर जब एमडी ने देखा कि मेरा लंड अभी भी पिंकी की चूत पर ही था और अंदर नही गया था एमडी चिल्लाया,रुक जाओ राज मेरी बेटी पिंकी की कुँवारी चूत को बक्श दो में तुम्हारे हाथ जोड़ता हूँ."में थोड़ी देर के लिए हिचकिचाया,राज किसका इंतेज़ार कर रहे हो,घुसा दो अपना लंड पिंकी की चूत मे." योगिता मुझे जोश दिलाते हुए बोली.राज इसकी बातों पर ध्यान मत देना.में तुमसे पिंकी की चूत की भीक माँगता हूँ." एमडी अपने दोनो हाथ जोड़ते हुए बोला.राज मेरे पापा की बात मत सुनो तुम मेरी चूत की खुजली मिटा दो फाड़ दो मेरी चूत को." पिंकी अपने कूल्हे उछाल बोली.जैसे तुम चाहो डार्लिंग," कहकर मेने पिंकी की दोनो जांघों को पकड़ लिया और धीरे से अपना लंड उसकी चूत मे धकेल दिया.ओह मर गाइिईईईईईई." पिंकी चीख पड़ी.मेने एक ज़ोर का धक्का लगाया.

मुझे महसूस हुआ कि मेरा लंड पिंकी की चूत की झिल्ली को चीरता हुआ उसकी चूत मे घुस गया है.मेने अपने लंड को थोड़ा सा बाहर निकाला और एक ज़ोर का धकका दिया.ओह राआआआअज बहूऊऊऊऊओट दर्द हो रहा हाईईईईईईई मॅर गई. चूऊऊओदूऊव ऊऊऊओ ऊऊऊऊऊफ़ाआआद्डूऊऊऊऊ.उसे कोक का नशा ऐसा चढ़ चुका था कि मेरा मोटा लंड उसकी चूत मे भयानक तूफान मचा रहा था फिर भी वो मेरे लंड से चुद्वा रही थी.दर्द से उसकी आँखे भीग चुकी थी फिर भी वो दर्द भरी सिसकारी के साथ चुद्वा रही थी." पिंकी दर्द से चिल्ला पड़ी.में धीरे धृीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा.जैसे जैसे पिंकी की चूत ढीली पड़ रही थी वैसे ही मेरा लंड आसानी से अंदर बाहर हो रहा था.राज तुमने ये क्या कर दिया." एमडी गिद्गिडाते हुए बोला.राज ने पिंकी की चूत फाड़ दी है और उसे चोद रहा है." योगिता हंसते हुए बोली.उसकी बात पर ध्यान दिए बिना एमडी ने मुझेसे पूछा,राज तुमने तो फोन पर कहा था कि तुम्हारा पिंकी की चूत को चोद्ने का कोई इरादा नही है फिर ये क्या है?"सर मेरााआ….इरादा…" अगर कोई कमसिन चूत मुझे चोद्ने का न्योता दे तो मैं कहाँ रुकने वाला हूँ साले कुत्ते तेरी बेटी ने खुद ही मुझे न्योता दिया है अपनी चूत फडवाने का तो मैं क्या करूँ मैं ज़ोर ज़ोर से उसे चोद्ते हुवे बोला. "राज में चाहती हूँ कि तुम जमकर मेरी चुदाई करो."तुम्हारा हुक्म सर आँखों पर." कहकर में ज़ोर के धक्के लगाने लगा.शाबाश मेरे शेर." योगिता ताली बजाने लगी.तुम्हे बड़ा मज़ा आ रहा है इस घिनोनी हरकत पर?" एमडी ने घूरते हुए योगिता से कहा.क्यों ना आएगा ये मेरे बदले का हिस्सा है." योगिता ने जवाब दिया.बदला,में तो समझा था कि अपना हिसाब बराबर हो चुका है." एमडी ने चौंकते हुए कहा.मेरी बेइज़्ज़ती का हिसाब तो बराबर हो चुका है.पर ये बदला मेरे पति की बनाई हुई कंपनी को रंडी खाना बनाने के लिए है." योगिता बोली.हे भगवान अगर इन जैसे दोस्त हो तो दुनिया मे इंसान को दुश्मनो की ज़रूरत नही है." कहका एमडी वहीं सोफे पर ढेर हो गया.ओह राज कितना अच्छा लग रहा है," पिंकी सिसक रही थी.मुझे भी मज़ा आ रहा था.में ज़ोर ज़ोर से उसकी कसी चूत मे धक्के लगा रहा था.हााआआं अब और अच्छा लग रहा है….हााआ और जोर्र्र्र्ररर से…..हााआआ ऐसे ही चूऊऊओदो मुझीईईई ओह राज्ज्जज्ज्ज लग्गगता है मेरााआआअ छूट्णेएएएएए वाला हाईईईईईई." कहकर पिंकी बिस्तर पर निढाल पड़ गयी.ये मेरी दूसरी चुदाई थी इसलिए मेरा छूटने में टाइम था.में अब भी उसकी चूत मे अपने लंड को अंदर बाहर कर रहा था.थोड़ी देर में पिंकी फिर अपने कूल्हे उठा मेरी ताल से ताल मिलाने लगी,ओह राआआआआज लाआआआआआता हाईईईईईईईई मेरााआ फिर्रर चुतत्त्ट्तत्ने वलाआाआआ है.हाआाआअँ और ज़ोर से चूऊऊदो नाआ हाआआआआअ और ज़ोर सीईईई ओह मेरा छुउऊुुुुउउटा." कहकर उसकी चूत ने फिर पानी छोड़ दिया.मेने भी ज़ोर के दो चार धक्के लगा अपने वीर्य उसकी चूत मे उगल दिया.पिंकी ने मुझे बाहों में भींच लिया और चूमने लगी,ओह ऱाज कितना अछा लगा.लंड से चुदवाने में सही में मज़ा आया.मिस ब्रेग़ेंज़ा की जीब से तो तुम्हाआआआआरा लंड लाख दर्ज़े अच्छा है."पिंकी की बात सुन एमडी चौंक उठा,वो शर्म से अपनी नज़रें झुकाए हुवे वहाँ से बाहर गया ऑर व्हिस्की पीने लगा.योगिता ने एमडी के हाथ से सारे पवर्स ले लिए.उसे मिल्कत का कुच्छ हिस्सा देकर उसे वहाँ से निकाल दिया.वो नीलम पिंकी ओर मिली को लेकर कहीं चला गया.मुझे योगिता ने एमडी बना दिया.अंजू ओर मंजू, सिमरन ओर शक्षी अपने अपने घर चले गए.योगिता के कह ने से ओर प्रीति की सहमति से मैने रजनी से भी शादी करली.कभी कभी हम सब ग्रूप चुदाई का मज़ा भी ले लेते. प्रीति का बदला अब पूरा हो चुका था ऑर उसने कसम खाई कि वो मेरे लंड के अलावा किसी ऑर के लंड से नही चुद्वायेगि.रजनी भी अब मेरी हो चुकी थी. कुच्छ समय बाद पता चला कि पिंकी ऑर नीलम किसी के साथ भाग गई ऑर एमडी ऑर मिली दोनो ने सोसाइड करली.

समाप्त

एंड
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