Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
12-27-2018, 01:32 AM,
#1
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हीरोइन बनने की कीमत

मेरा नाम निलिमा है, मेरी उम्र २१ साल है।आज मैं एक बहुत कामयाब हीरोईन हूँ, मेरेलाखों फेन्स हैं । पर मैं हीरोईन कैसे बनी ये एक लम्बी कहानी है, जो मैं आज आपको सुनाने जा रही हूँ ।
मैं एक ग़रीब घर मैं पाली और बड़ी हुई ,मैं पढ़ने मैं बहुत तेज़ थी , मेरे पिता और माता की बहुत लाड़ली थी । पिता एक छोटी सी नौकरी करते थे, हमेशा पैसे की तंगी रहती थी । जीवन कट रहा था यूँ ही , और मैं बड़ी हो रही थी ।जब मैं ९ क्लास में थी , तभी एक हादसे मैं मेरे पिता और माता के मृत्यु हो गयी। मैं शॉक में थी , और मुझे जीवन से नफ़रत हो गयी। मेरे मौसाजी और मौसीजी मुझे अपने साथ उनके गाँव ले गए, और वहाँ मुझे स्कूल में दाख़िल कर दिया । उस घर में उनका एक बेटा भी रहता था जो मुझसे ३ साल बड़ा था ,उसका नाम राज था । वो बहुत सुन्दर था और मुझे अच्छा लगता था । मौसाजी ४२ साल के थे और मौसीजी ४० की थीं। 
जीवन कट रहा था और अब मैं पढ़ाई पर और ध्यान देने लगी,राज मेरे साथ स्कूल जाता था और ढेर सारी बातें करता था । एक बार हम एसे ही स्कूल जा रहे थे और मैं स्कूल यूनफ़ॉर्म में स्कर्ट ब्लाउस में थी। यहाँ मैं ये बता दूँ की मेरी फिगर काफ़ी सेक्सी थी , मेरे सीने के उभार काफ़ी बड़े थे और मेरा रंग भी बिल्कूल गोरा है और चेहरा भी बहुत सुन्दर है । अचानक हमारे सामने दो मोटर्सायकल में चार लड़के आ गए और हमारा रास्ता रोक लिया, और मेरा स्कूल बैग छीन लिया ,और हँसने लगे। मैंने कहा , मेरा बैग वापस दो, वो बोला की पहले पप्पी दो , मैं घबरा गयी, और डर भी गयी। राज को ग़ुस्सा आया और वो बोला की तुम इसका बैग वापस दे दो नहीं तो अच्छा नहीं होगा ,वो हँसने लगे और बोले अबे क्या कर लेगा? इतने में दो लड़कों ने राज को पकड़ लिया और वो लड़का फिर पास आया और बोला ,बेबी पप्पी दे दो । मैं डर से काँप उठी।

मैंने उनके आगे हाथ जोड़े और कहा कि मुझे जाने दो ,एसे कहते हुए मैंने इधर उधर मदद के लिए देखा पर वो एक पगडंडी थी जहाँ आसपास कोई नहीं था, अब मुझे लगा कि ये मुझे छोड़ने वाले नहीं। तभी वो लड़का मेरे पास आया और उसने मेरे गालों की चुम्मी ले ली, मैं पीछे जाने की कोशिश की पर वहाँ एक लड़का पहले से ही खड़ा था ,मेरे नितम्ब उसके पैंट के उभार से टकरा गए , मैं चौंक गयी क्यूँकि मुझे वहाँ एक कड़ी चीज़ चुभी , जो मई समझ गयी की वो उसका लिंग ही होगा ।तभी उस लड़के ने मेरे लिप्स पर किस किया और साथ ही मेरी दूधों पर भी हाथ रख दिया, मेरा पूरा शरीर काम्पने लगा ।राज पूरीकोशिश कर रहा था अपने को छुड़ाने की , पर वो सफल नहीं हो सका । इधर वो लड़का मेरे दूधों को अब दबाने लगा और मैं रोने लगी। तभी पीछे से एक लड़के ने मेरी चूतड़ों पर अपना लिंग रगड़ना शुरू किया। इतने में एक लड़के ने मेरे ब्लाउस के बटन खोल दिए और मेरे ब्रा को खींच कर निकल दिया , अब मेरे नग्न दूध सबके सामने थे, मैं ज़ोर ज़ोर से रोने लगी, पर वो सब मुस्कर। रहे थे , अचानक मेरी आँखें राज की तरफ़ गयी तो देखा कि वो भी बड़े ग़ौर से मेरे दूधों को देख रहा था और उसके पैंट के आगे एक टेंट यानी तंबू तन गया था। मैं हैरान रह गयी की इन हालात में भी वो इक्साइट हो गया था । तभी अचानक एक ट्रैक्टर की आवाज़ आयी और सब चौंक गए , अचानक वो सब अपनी मोटर्सायकल ले कर भाग गए। राज जल्दी से मेरे पास आया और उसने मुझे ब्लाउस का बटन लगाने को बोला । मैंने अपने ब्लाउस को बटन लगाकर बन्द किया , जब मैं ऐसा कर रही थी तब वो मेरे दूधों को एकटक देख रहा था , मुझे बड़ी शर्म आ रही थी। हमने स्कूल ना जाने का फ़ैसला किया और वापस घर की तरफ़ चल पड़े , मैंने धीरे से नज़रें झुका कर राज के पैंट की तरफ़ देखा और वहाँ अभी भी तंबू तना हुआ था ।
जब हम वापस जा रहे थे तब मुझे याद आ रहा था की मैंने पहला लिंग कब देखा था? दरअसल पुराने स्कूल में एक़बार जब मैं एक सहेली के साथ तालाब की तरफ़ घूमने जा रहे थे तभी हमने १ लड़के को पेशाब करते देखा , उसका लिंग काफ़ी बड़ा था और उसमें से पेशाब की लम्बी धार निकल रही थी, हम दोनों उसकी तरफ़ बड़े ध्यान से देख रहे थे , अचानक वहाँ एक ४० साल की औरत आतीदिखी तो हम छुप गए, वो औरत वहाँ आकर मुस्कर। कर उसका लिंग देखने लगी , उस लड़के ने कहा की मौसी, कितनी देर से मैं आपका इंतज़ार कर रहा था , उस औरत ने उसका लिंग पकड़ लिया और हिलाने लगी, उसका लिंग अब खड़ा हो गया और बहुत बड़ा हो गया। हमने अपने जीवन में ये सब नहीं देखा था ,मुझे अपने चड्डी की अंदर कुछ कुछ होने लगा । बाद मैं हम वहाँ से भाग निकले। आज राज का फूला हुआ पैंट मुझे उस लड़के की याद दिला दिया ।राज ने कहा कि घर मई ये सब बताओगी क्या? मैंने कहा कि नहीं , उससे क्या फ़ायदा होगा , पर आगे से हम इस रास्ते से नहीं आएँगे । घर पहुँच कर हम अपने कमरे में चले गए , और मैंने बाथरूम जाकर अपने आप को साफ़ किया ,मौसी को कह दिया की आज स्कूल में छुट्टी हो गयी । बाद में जब मैं आँगन में बैठकर किताब पढ़ रही थी , मैंने देखा कि मौसी मंदिर चली गए और तब राज बाहर आकर मेरे पास आकर बैठ गया, वो बोला तुम जानती हो तुम बहुत सुंदर हो , किसी फ़िल्मी हीरोइन की तरह?? मैने हंस,आर कहा क्या हो गया है तुम्हें , वो बोला, आज जो झलक देखी तुम्हारी, तो समझ आया की तुम कितनी सुंदर हो? वो बोला , अगर तुम मेरी मौसेरी बहन नहीं होती तो ।।। तो मैंने पूछा की क्या होता ? वो बोला , छोड़ो क्यूँ फ़ालतू बातें करें? मैं हँसकर बोली बताओ ना क्या करते ? वो बोला , तुमसे शादी कर लेता। मेरा मुँह खुला का खुला रह गया । वो फिर बोला, तुम सच में हीरोइनलगती हो !
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12-27-2018, 01:33 AM,
#2
RE: Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
ये दूसरी बार हुआ था कि किसिने मुझे हीरोइन जेसी ब्यूटिफ़ुल कहा हो । पहली बार मेरे पिछले स्कूल के मेरे एक टीचर ने कहा था । वो जब भी क्लास मई आते पूरे टाइम मुझे ही देखते रहते थे , मुझे एसा लगता था की उनका ध्यान मेरे ब्लाउस में फँसे मेरे उभारों पर रहता था , वो मेरे पास आते और पीठ पर हाथ रखकर मुझे अछ्चि तरह से सवाल समझाते थे । मैंने कई बार महसूस किया की वो मेरे ब्रा की स्ट्रैप्स को भी टच करते थे । एक बार उन्होंने मुझे स्टाफ़ रूम में आने को कहा , जब मैं वहाँ पहुँची तो वो अकेले बैठे पेपर पढ़ रहे थे, उन्होंने मुझे अपने पास बुलाया और बोले , बेटी , तुम मुझे बहुत प्यारी लगती हो । कहते हुए वो मेरे बालों पर हाथ फेरने लगे ,मैं उनके पास ही खड़ी थी, उन्होंने हाथ नीचे लाया और पीठ सहलाने लगे, मैंने पूछा, सर क्या काम है , वो बोले मई चाहता हूँ कि तुम्हारे अछे नम्बर आएँ, एसा कहते हुए उनका हाथ मेरे मोटे नितम्बों तक पहुँच गया , और मैंचौंक गयी, मैंने पीछे होने की। कोशिश की , पर वो बोले डरो मत बेटी , मैं तुम्हें कुछ कष्ट नहीं दूँगा, तुम्हें सिर्फ़ मज़ा आएगा, आख़िर मेरे उम्र अब ५५ साल की है , तुम्हें मुझसे डरने की ज़रूरत नहीं है। एसा कहते हुए उन्होंने मुझे अपने पास खिंच लिया और और मेरे छातियों पर हाथ फेर दिया, मैं सिहर उठी, सर बोले , बेटी एक बात बोलूँ, तुम इतनी सुन्दर हो की तुम्हें फ़िल्मों में हीरोइन बनना चाहिए। मैंने जल्दी से अपने आप को छुड़ाया और बाहर भाग गयी। और आज फिर राज ने वही मुझसे कहा कि तुम्हें हीरोइन बनना चाहिए। मैं सोच रही थी क्या एसा हो सकता है?

मैंने राज की तरफ़ देखा और बोली , एसा क्या है मुझमें की तुम्हें लगता है कि मैं हीरोइन बन सकती हूँ? राज बोला, तुम्हारा रंग बहुत गोरा है, तुम्हारा चेहरा बहुत सुंदर है , और मेरे उभारों को देखकर बोला की तुम्हारी फिगर भी बहुत मस्त है , फिर मेरे जाँघों की तरफ़ देखा और बोला देखो स्कर्ट से बाहर निकलीं हुई ये तुम्हारे जाँघे किसी हीरोइन के मस्त जाँघों से कम है क्या ? ऐसे बोलते हुए उसने मेरी जाँघों पर हाथ फेर दिया और हल्के से दबा दिया, मैंने कहा कि राज सभी लड़कियों के ऐसी ही जाँघे होतीं हैं, और हंस दी, मैंने धीरे से उसके पैंट की तरफ़ देखा, जहाँ एक उभार बन चुका था। मुझे भी चड्डी मैं गीला सा लगा ।इतने में मौसी आ गयी और हम थोड़ा सा दूर होकर बैठ गए । मैं उठकर अंदर चली गयी। 
रात मैं खाना खाने के बाद मैंने पढ़ने की कोशिश के पर बार बार राज के पैंट का उभार मुझे डिस्टर्ब कर रहा था , मैंने सोने की कोशिश के पर नींद भी नहीं आ रहे थी , आख़िर तंग आकर मैं किचन की तरफ़ गयी पानी पीने के लिए । पानी पीकर जब मैं वापस आ रही थी अपने कमरे की तरफ़ , तभी मुझे कुछ अजीब सी आवाज़ आयी , मैंने देखा कि आवाज़ मौसाजी के बेड रूम से आ रही थी, मैं समझ गयी की सेक्स चल रहा है , मैं मन ही मन में मुस्करायी और सीधे अपने कमरे की तरफ़ जाने लगी, फिर पता नहीं मेरे मन में क्या आया कि मैं राज के कमरे की तरफ़ चल पड़ी। वहीं मैंने खिड़की से अंदर झाँक , मैंहैरान रह गयी, बिस्तर पर राज था ही नहीं? वो कहाँ गया ? ------

मैंने धीरे से आँगन का दरवाज़ा चेक किया , वह खुला हुआ था , मैंने धीरे से बाहर झाँका , वहाँ राज एक स्टूल पर खड़ा था और वो खिड़की से ऐंडर झाँक रहा था , अपने पिता और माता के कमरे में, जहाँ से सेक्स की आवाज़ें मैंने अभी अभी सुनी थी। मई शाक में आ गयी, ये क्या कर रहा है? मैंने अंधेरे मैंने देखने की कोशिश की , मैं चौंक गयी क्यूँकि उसका लोअर नीचे था और वो नीचे से नंगा था , और वो अपने लिंग को अपने हाथ से आगे पीछे कर रहा था। मैं चुपके से पीछे हो गयी और अपने कमरे मई चली गयी । मुझे राज से ये उम्मीद नहीं थी कि वो अपने ही माता पिता को सेक्स करते हुए देखना चाहेगा ? और उसका खड़ा लिंग जो वो हिला रहा था , बार बार मेरे आँखों के सामने झूल रहा था , और मैं बेचैन हो रही थी, आख़िर मैंने अपनी चड्डी नीचे की और अपने योनि में ऊँगली डाल कर धीरे से सहलाना शुरू किया, साथ ही मैंने अपने छातियों को भी दबाना शुरू कर दिया ,मैंने अपने निपल्ज़ को भी मसलना शुरू किया, अबमैं उत्तेजित हो गए थी , मेरे मुँह सिसकियाँ निकालने लगी । और ५ मिनट में ही मैं अपनी क्लिट को सहलाती हुई क्लाइमैक्स को प्राप्त किया । अब मैं शांत हो गयी थी , और धीरे से नींद की आग़ोश में सो गयी । 
दूसरे दिन जब हम दोनों स्कूल जा रहे थे , तभी मैंने राज से कहा कि रात को में तुम्हारे कमरे में दवाई माँगने आयी थी , पर तुम कही दिखाई नहीं दिए , आख़िर कहाँ थे तुम? वो थोड़ा घबरा गया और बोला , मैं शायद बाथरूम गया हूँगा , मैंने कहा , पर बाथरूम का दरवाज़ा खुल हुआ था और वहाँ कोई नहीं था । वो फिर हड़बड़ा गया और इधर उधर देखने लगा, मैं मन ही मन मुस्करायी, क्यूँकि मैं सच जानती थी । मैंने कहा की मुझे सब पता है, छि छी तुम ऐसा कैसे कर सके? अपने ही माता पिता के कमरे में झाँक रहे थे ? उसका चेहरा शर्म से लाल हो गया , और उसने मेरे आगे हाथ जोड़कर बोला , प्लीज़ किसको नहीं बताना , नहीं तो मुझे बहुत मार पड़ेगी । मैंने कहा की मैं किसिको नहीं बताऊँगी । थोड़ी देर हम यूँ ही चलते रहे , फिर राज बोला , इसका मतलब तुमने मुझे नंगा देख लिया होगा? मैं मुस्करायी और दूसरी ओर देखने लगी , राज समझ गया कि मैंने सब देख लिया है , अब वो थोड़ा खुलकर बोला, जो देखा , अच्छा लगा ना ? मैं शर्मा गयी औ कुछ नहीं बोली , तभीस्कूल आ गया और हम अपनी अपनी क्लासिज में चले गए ।
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12-27-2018, 01:33 AM,
#3
RE: Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
स्कूल में बार बार उसका लिंग हिलाना मुझे याद आ रहा था , मैं बेचैन हो रेही थी । ख़ैर जैसे ही स्कूल छूटा मैं बाहर आयी और राज मेरा इंतज़ार कर रहा था । हम घर की तरफ़ चल दिए , राज की आँखें बार बार मेरे उभारों पर पड़ रही थी और फिर जल्दी ही उसके पैंट के सामने वाला हिस्सा फिर फूल गया , मैंने बड़े मुश्किल से अपनी निगाहें वहाँ से हटायी। राज थोड़े देर यहाँ वहाँ की बातें की फिर धीरे से बोला , निलू तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो ,मैंने हँस कर कहा , सच? फिर मैंनेधीरे से पूछा कि तुमने मौसाजी के कमरे मैं क्या देखा? वो मुस्कुराया और बोला की वही जो सब आदमी औरत करते हैं, और आँख मार दी, मैं शर्मायी और बोली। तो तुमने उन्हें नंगा देखा? वो हँस दिया और बोला , बिलकुल नंगा अम्माँ और बाबूजी डोनो को । मैं बोली, तुम्हें शर्म नहीं आइ अपने माँ और बाप को ये सब करते देख कर, वो बोला, काया करते देखकर ? मैंने कहा , छी तुमने नहीं पता ? वो हँस कर बोला, तुम बताओ ना क्या करते देखा मैंने? मैं बोली , मुझे पता नहीं । वो बोला , मैं बताऊँ ? मैंने उसकीतरफ़ देखा , तो वो बोला , मैंने उन्हे चुदायी करते देखा । मैं सन्न रह गयी, मुझे राज से इस शब्द की उम्मीद नहीं थी ,मैने हैरान हो कर उसके तरफ़ देखा , वो बोला ,इसे चुदायी ही कहते हैं । तुम जानती हो ये कैसे की जाती है, मैंने नहीं, वो बोला तो आज मेरे साथ भी देख लेना, आज भी वो करेंगे क्यूँकि बाबूजी कल से ३ दिन के लिए बाहर जा रहें हैं, इसलिए आज ज़रूर माँ को चोदेन्गे। ओह मैं बोली , मुझे डर लगता है कहीं कोई देख ना ले । वो बोला मैं हूँ ना, बहुत मज़ा आएगा , मैंने भी हाँ में सिर हिला दिया । फिर हम घर पहुँच गए ।

रात को खाने के बाद मैं अपने कमरे में लेटीहुई सोच रही थी की कितनीगंदी बात है अपने मौसा मौसी को सेक्स करते हुए देखना वो भी अपने मौसेरे भाई के साथ ? पर दूसरी तरफ़ इक्सायटेड भी हो रही थी। पता नहीं कब आँख लग गयी, कि अचानक धीरे से राज ने पुकारा , निलू बाहर आओ , मैं बाहर आ गयी । राज ने मुँह पर ऊँगली रखकर चुप रहने का इशारा करता हैं, मैं उसके पीछे चल पड़ती हूँ , हम आँगन में आ जाते हैं , वहाँ पहले से एक मेज़ रखी थी , जो राज ने मौसाजी के बेडरूम के ठीक खिड़की के नीचे रख छोड़ी थी । फिर राज मेज़ पर चढ़ गया और धीरे से खिड़की स झाँका ।वो मुस्कुराया और मुझे ऊपर एंड के लिए इशारा किया और एक हाथ आगे बढ़ाया मैंने उसे पकड़ लिया और टेबल पर चढ़ गयी। अब मैंने भी अंदर झाँका और शर्म से लाल हो गयी। अंदर मौसाजी पूरे नंगे थे और उनका बहुत बड़ा लिंग ऊपर नीचे हो रहा था। और वो मौसीजी के कपड़े। उतर रहे थे, वो सिर्फ़ ब्लाउस और पेटिकोट थीं। उन्होंने मौसीजी का ब्लाउस उतार दिया और और उनके दूध दबाने लगे ।फिर उन्होंने उनकी ब्रा भी निकाल दी और उनके दूध मच में लेकर चूसने लगे । मेरी चड्डी गिली हो रही थी । मौसाजी का लिंग अब और भी कड़ा दिख रहा था । फिर मौसाजी ने पेटिकोटनिकल दिया और मौसीजी चड्डी भी खोल दी। उनकी मोटी जाँघें और उसके बीच की फूली हुई योनि देखकर मैं इक्सायटेड हो गयी । तभी मुझे लगा की राज के हाथ मेरे पीठ पर आ गए , वो मेरे पीछे खड़ा था। मैंने देखा कि मौसाजी ने मौसीजी के सिर को अपने लिंग तरफ़ खींचा, और मौसीजी ने उनका लिंग अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी ।मौसाजी आह्ह्ह्ह्ह करने लगे। तभी लगा की राज का कड़ा लिंग मेरे नितम्बों पर ठोकर मार रहा था , मैं सिहर उठी। उधर मौसाजी ने मौसीजी को लिटा दिया और उनके योनि पर अपना मुँह रख दिया और उसे चाटने लगे , अब मौसी चिल्लायीं , आआआआहह। मार्र्र्र्र गएएएएएएए । थोड़े देर बाद उन्होने अपने लिंग को मौसी के योनि मैं डाल दिया । तभी राज ने अपने हाथ मेरे उभारों पर रख दिया और उन्हें हल्के से दबाने लगा , मैं काँपने लगी । राज मेरे कान में कहा ,देखो बाबूजी कैसे माँ को छोड़ रहे हैं। मैने देखा मौसीजी बड़े मज़े से कमर उछाल कर छुड़वा रही थीं । और मौसाजी ज़ोर ज़ोर से अपने कमर को ऊपेर नीचे कर रहे थे । तभी राज ने मेरे स्कर्ट को ऊपर किया और मेरी चड्डी मई अपना लिंग दबाया ।, मैंने महसूस किया कि उसने अपने लिंग को पैंट से बाहर निकाल लिया था ।तभी वो अपने नंगे लिंग को मेरे हाथ में पकड़ा दिया , और मेरे हाथ में उसका गरम खड़ा लिंग था । उधर अन्दर चुदाई अपनी चरम सीमा पर थी ।पूरा कमरा आह ऊओह की आवाज़ से गूँज रहा था । राज ने मेरे चड्डी को नीचे किया और अपने लिंग को मेरी योनि मई रगड़ने लगा, मेरे मुँह आह निकल गयी, उफ़्फ़ क्या मज़ा आ रहा था , राज ने कहा , निलू, मेरा लंड कैसा लगा ? मैंने लंड शब्द पहली बार राज के मुँह से सुना । मुझे अच्छा लगा , और इसके पहले कि मैं कुछ कहती, राज ने मुझे बाहों में लेकर मेरे होंठ चूसने लगा । अब मैं भी गरम हो गयी थी , और राज का साथ देने लगी , उसने मुझे कमरे में चलने को कहा और मैं समझ गयी की आज मेरी सील टूटेगी वो भी अपने मौसेरे भाई के लंड से । अब उसकी दो उँगलियाँ मेरी योनि में धमाल मचा रही थीं। उसने कहा, निलू तुम्हारी चूत मस्त है बेबी , और मेरे शरीर में मस्ती दौड़ गयी । राज टेबल से उतरा और मुझे गोद मई पकड़कर उतार लिया , फिर गोद मई उठाकर मुझे अपने कमरे में ले चला, और उसके होंठ मेरे होंठों को चूस रहे थे।

कमरे में पहुँच कर मुझे राज ने बिस्तर पर लिटा दिया और दरवाज़ा बैंड कर दिया , फिर वो मेरे ऊपर आ कर लेट गया और मेरे होंठचूसने लगा , मैं भी गरम हो गयी थी और उसका साथ देने लगी । उसने मेरा टॉप उतर दिया और बिलकुल मौसाजी जैसे ही मेरे उभारों को चूमने लगा। फिर ब्रा खोलकर वो उनपर टूट पड़ा , मैं आह आह कर रही थी। मज़े से, वो पगलोंकी तरह मेरे उभारों को चूस रहा था और निपल्ज़ को दबा रहा था । फिर उसने मेरे स्कर्ट उतार दी और चड्डी भी नीचे खींच ली। अब मैं पूरी नंगी बिस्तर पर पड़ी थी और वो दिवानो की तरह मेरा बदन चूम रहा था, उसने मेरी जाँघों पर चूमा और मेरीजाँघों को फैलाकर मेरी चूत को ग़ौर से देखने लगा, उसका लंड जो लोअर से बाहर था पूरा खंडा था फिर वो पूरा नंगा होकर मेरे जाँघों के बीच आ गया और उसने मेरी चूत वैसे ही चाटी जैसे मौसाजी ने मौसीजी की चाटी थी,मैं तो जैसे पागल ही मोह गयी थी, इतना आनंद आ रहा था की मैं सी सी कर उठी। फिर वो मेरी चूत में अपना लंड धीरे से डालने लगा , मैंने दर्द से कराहना शुरू कर दिया । उसने मेरे होंठों पर अपना होंठ रख दिया और चूसने लगा । फिर जब मुझे दर्द कम हुआ तो मैंने मौसी की तरह नीचे से कमर उछाली , वो ऊपर से ज़ोर से धक्का मारा और पूरा लंड अंदर समा गया , मई फिर से दर्द से चीख़ उठी, और अब जल्दी जल्दी धक्के लगाने शुरू किया । मुझे अब मज़ा आने लगा था और मैं भी आह आह चिल्लाकर उसका साथ देने लगी। वो भी मज़े से पागल हो रहा था । थोड़ी देर में मैं झरने लगी और वो भी क्लाइमैक्स के पास आकर आह आह कर झड़ने लगा। फिर वो मेरे ऊपर गिर गया और बाद में करवट बदल कर मेरे बग़ल में लेट गया ।अब उसके हाथ मेरे शरीर पर सहलाने लगे , फिर उसने मुझे अपना लंड दिखाया जिसमें लाल ख़ून लगा था, मैने उठकर अपनी चूत को देखा तो वहाँ भी लाल ख़ून लगा था , मैं समझ गयी की मेरी चूत की सील टूट गयी हैं,और अब मैं चुद चुकी हूँ । उसने मुझे बाथरूम तक ले जाने में सहायता की , और बाथरूम में वो खड़े हो कर पिशाब करने लगा, उसके लंड से पेशाब की धार निकल रही थी और मैं उसे बड़े ध्यान से देख रही थी । उसने मेरा हाथ पकड़ अपने लंड पर रख दिया , और बाद मेरे हाथ को पकड़ कर अपना लंड हिलाने लगा, जिससे उसके पिशाब की आख़िरी बूँदें भी गिरने लगी। फिर उसने मेरा हाथ पकड़कर मुझे बिठाया और मैं भी पेशाब करने लगी, वो उसे ध्यान से देख रहा था , मुझे शर्म आ रही थी , उसका लंड फिर से खड़ा था मेरे पिशाब की सु सु की आवाज़ आ रही थी ,और वो उत्तेजित हो रहा था। उसने मुझे उठाया और मेरी चूत धोने लगा , फिर अपना लंड धोकर हम वापस बिस्तर पर आ गए, और एक दूसरे को चूमने लगे और थोड़े देर में हम फिर गरम हो गए और फिर वो मुझ पर चढ़ गया, और फिर से मुझे चोदने लगा, और २० मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों शांत हो गए ।
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12-27-2018, 01:33 AM,
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RE: Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
राज के जाने के बाद मैं थक कर सो गयी, सुबह स्कूल जाने के समय मुझे राज से आँखें मिलाने में शर्म आ रही थी । राज सारे रास्ते मुझे छेड़ता रहा, रात की चुदाई की बातें करता रहा । उसने कहा ,रात को मज़ा आया ना? फिर मेरे चूत की टाइट और सील टूटने की बात भी की, मेरी छातियों की और निपल्ज़ की तारीफ़ करने लगा। उसने पूछा, मेरा लंड पसंद आया? मैं शर्मा कर बोली , हाँ , और भाग कर क्लास में घुस गयी। 

अब ज़िंदगी में एक नया मोड़ आ गया और हम हर रात चुदाई करते , और सुबह एकदम नोर्मल भाई बहन बन जाते। फिर १ महीने के बाद राज के चाचा आए और उसे अपने साथ कॉलेज में पढ़ाने के लिए शहर ले गए, मैं बहुत दुखी हो गयी।पर धीरे धीरे मैं उसे भूलने लगी और जब इक्सायटेड होती तो ऊँगली से अपने को संतुष्ट कर लेती । एक बात ज़रूर थी कि आजकल मौसाजी की नज़रें मेरे शरीर को घूरते रहती थी , पर मैने सोचा की ये मेरा भ्रम होगा , और ध्यान नहीं दिया । इसी तरह समय बीत रहा था ,एक दिन स्कूल से वापस आही तो तेज़ बारिश हो रही थी , मेरी स्कर्ट ब्लाउस पूरा भीग गया था और मैं भागते हुए घर पहुँची , जैसे ही घर में हाँफते हुई अंदर घुसी ,मेरा सीना ऊपर नीचे हो रहा था , वहाँ सामने मौसाजी खड़े थे और मेरे छातियों को घूर रहे थे। मैंने पूछा मौसीजी कहाँ हैं, तो वो बोले , वो तो पड़ोस के घर में एक पूजा कीर्तन में गयी है। वो बोले, जाओ जल्दी कपड़े बदल लो, मैं अपने कमरे में जाने लगी तभी मैंने देखा मेरी छातियों को बड़े ध्यान से देख रहे थे और फिर मैंने देखा की उनकी लूँगी में उनका लंड पूरी तरह उभरा दिख रहा था, मैं राज के जाने के बाद से लंड के लिए तरस रही थी और मौसाजी का तय्यार हथियार देखकर इतनी सर्दी में भी गरम हो गयी। फिर मैं अपने कमरे में पहुँच गयी।
मैंने अपने कमरे में आकर अपनी स्कर्ट और ब्लाउस उतारा और तौलिए से अपने बदन को पोछने लगी, शीशे में मैंने देखा की मैं चड्डी में मेरी चूत अलग से दिख रही थी , दोनों फाँकें साफ़ दिख रही थी ।ब्रा में भीगी हुई छातियाँ अलग ही नज़ारा दिखा रही थी ।तभी दरवाज़ा खुला और मौसाजी अंदर आए , और मेरे को आगे से शीशे में और पीछे से भी देख रहे थे। उनके लूँगी में उभार साफ़ दिख रहा था, वो आए और बोले , लाओ बेटी मैं पोंछ दूँ और तौलिए को मेरे हाथ से ले लिया । फिर वो मेरी पीठ पोच्चने लगे , फिर उन्होंने नीचे झुक कर मेरी नितम्बों पर तौलिया फिराया, और फिर जाँघ और पैर भी पोंछने लगे । मैं अब गरम होने लगी , फिर उन्होंने मेरी चड्डी को छूकर कहा, बेटी ये भी गोली हो गयी है , और उतर दिया, फिर मेरी चूत पोंछने लगे , फिर हाथ से चूत पर हाथ फिराया और बोले, देखो अब सूख गयी। फिर उन्होंने मेरी गिली ब्रा भी उतर दी और मेरी छातियों को पोंछने के बहाने उन्हें अछे से दबाने लगे , बाद मई उन्होंने अपने लंड को मेरे नितम्बों से सटा दिया और दबाने लगे। मेरी चूत गिली हो गयी थी । अब वो मेरी छातियों को दबा कर मुझे मस्त करहे थे । मैंने कहा , मौसीजी आ जाएँगी , वो बोले, अभी १ घंटा वो नन्ही आएँगीं। फिर उन्होंने मुझे घूमकर अपनी बाघों में भींच लिया , फिर मेरे होंठ चूसने लगे , और बोले, मेरा बहुत दिनों से तुम्हें चोदने का मन था , आज मेरी इच्छा पूरी कर दो बेटी। मैंने कहा , आप मुझे बेटी बोलते हो और ये बुरा काम चाहते हो ? वो बोले, मुझे बेटीचोद कहलाना पसंद है , पर तुम्हें चोदे बिना अब नहीं रह सकता, एसे बोलते हुए वो मेरी चूचियाँ चूसने लगे , और मेरा हाथ अपने लम्बे और मोटे लंड पर रख दिया, अब मैं पूरी तरह उनके वश मई थी ।उन्होंने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरी छूट चाटने लथोड़ी देर में वो मेरे साथ ६९ पज़िशन में आ गए और मेरे सामने उनका मस्त लंड था, मैंने उनके लंड सुपरा खोला और उनका लंड चूसने लगी, सुपर लाल था उसे चाटने में बहुत मज़ा आ रहा था । वो भी पूरी जीभ अंदर डाल कर मेरी चूत में आग लगा रहे थे

थोड़ी देर ६९ में चाटने और चूसने के बाद वो मेरे ऊपर आ गए और अपने लंड को मेरी चूत में धीरे से डालने लगे , उनका मोटा लंड मेरी चूत में जैसे फँस गया , फिर उन्होंने धक्का लगाया और मेरे मुँह से चीख़ निकल गयी , और उन्होंने मेरे होंठ पर अपने होंठ रख दिए , फिर मेरी चूचियों को चूसते हुए उन्होंने अपने कमर को दबाया और पूरा लंड मेरी चूत मई पील दिया । मई आह कर के रह गयी, फिर उन्होंने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी और पूरे ज़ोर शोर से मेरी चुदाई करने लगे, मैं भी अब नीचे से कमर उठाकर उनका साथ देने लगी। कमरा फ़च फ़चनिक आवाज़ से गूँज रहा था,और हम दोनों मस्ती से सरोबार हो रहे थे ,आख़िर मैं झड़ने लगी और फिर मौसाजी भी आह आह करके झर गए । फिर उन्होंने मुझे बड़ी देर तक चूमा चाटा। फिर वो बोले , ये मेरी ज़िन्दगी की सबसे मस्त चुदाई थी । फिर वो बोले , जानती हो जब मैं अंदर आया था , तुम ब्रा पैंटी में गिली खड़ी थी , एकदम फ़िल्म हेरोयन लग रही थी। मैं फिर हैरान रह गयी , ये क्या हो रहा है, क्यूँ सब मुझे हीरोइन दिखती हो, एसा क्यूँ बोलते हैं? मौसाजी बोले , देखना तुम एकदिन हीरोइन बनोगी, कहते हुए उन्होंने मेरे नितम्बों पर हाथ फेरा और चले गए। मैंने जल्दी से बाथरूम में अपनी सफ़ाई की और कपड़ पहन कर मौसीजी का इंतज़ार करने लगी ।

जीवन एसे ही चल रहा था , मुझे मौसाजी ८/१० दिन में जब मौक़ा मिलता मुझे छोड़ देते थे। एक दिन इतनी जल्दी सब कुछ हुआ की मेरी ज़िंदगी ही बदल गयी । एक अंकल आंटी हमारे घर आए और उनका बहुत स्वागत हुआ , मौसीजी ने उनका बहुत स्वागत किया , फिर मुझे सजाकर मौसीजी उनसे मिलवाई और तब मुझे पता चला की वो मुझे अपने बेटे के लिए पसंद करने आए थे, मैं हैरान हुई, मैंने कहा मैं अभी और पढ़ना चाहती हूँ , उन्होंने मेरी एक नहीं सुनी और वो मुझे पसंद कर चले गए और रिश्ता पक्का कर गए । मैंने बाद में मौसाजी और मौसीजी से ख़ूब लड़ाई की पर उन्होंने समझाकरमुझे शांत कर दिया, लड़का शहर में नौकरी करता था और उनका देखा भला था । १ महीने के बाद मेरी शादी हो गई, शादी में राज भी आया था, हमें दो बार मौक़ा मिला और हमने जम कर चुदाई की। मौसाजी भी एक दो बार इमोशनल हो गए और बहुत प्यार किया उन्होंने भी। 

ख़ैर शादी के बाद हम शहर पहुँचे, वहीं मेरी सुहागरत की तय्यारी की गयी , और रात में जब मेरे पति रमेश मेरे पास आए और मेरा घूँघट उठाया ,तब मैंने पहली बार उन्हें देखा, सीधे साधे से थोड़े कमज़ोर से लगे । फिर थोड़ी देर बात करने के बाद बोले, मेरी तो क़िस्मत खुल गयी , तुम तो एकदम हीरोइन दिखती हो। मुझे अच्छा लगा कि मेर पति ने एसा ही कहा , जैसे सब बोलते हैं। फिर उन्होंने मुझे चूमा और मेरे कपड़े खोल दिए, जब वो अपने कपड़े उतारे तो मैं थोड़ा निराश हुई , क्यूँकि उनका खड़ा लंड मौसाजी और राज के लंड से बहुत छोटा और पतला था, ख़ैर रमेश ने मेरी चूचियों को दबाकर मुझे मस्त कर दिया, और बाद में अपने लंड को मेरे चूत मई डाल दिया , ८/१० धक्कों के बाद वो झाड़ गया । मैं तो प्यासी ही रह गयी, और रमेश करवट बदल कर सो गए । मैंने ऊँगली से ख़ुद को शांत किया । बाद में ये ही सिलसिला चल पड़ा , रमेश अपनी मस्ती झाड़ कर सो जाता और मुझे प्यासी छोड़ देता। एक दिन मैंने उससे खुलकर बात की , तो वो शर्मिंदा होकर बोला कि पता नहीं मैं क्यूँ इतनी जल्दी झड़ जाता हूँ , मुझे माफ़ कर दो । मैं क्या कहती? मैं बहुत दुखी रहने लगी । तभी मेरी ज़िंदगी में रहमान अंकल आए, और मेरा जीवन ही बदल गया ।

मेरा १९ वाँ जन्म दिन था , मेरे पति रमेश ने बड़े धूम धाम से मनाया , शाम को पार्टी थी ,जिसमें उनके ऑफ़िस की लोग भी आए, और एक क़रीब ४० साल के रहमान अंकल भी आए जो फ़ोटो ग्राफ़्ट थे, जिनको रमेश ने फ़ोटो लेने के लिए तय किया था । रमेश ने मुझे रहमान अंकल से मिलाया और बताया ये इस शहर के अछे फ़ोटो ग्राफेर माने जाते हैं ।ख़ैर पार्टी अच्छी रही और रमेश के ३ दोस्त डिनर के लिए रुक गए, उन्मे रहमान अंकल भी थे। डिनर के बाद जब उनके डोनो दोस्त अपनी पत्नियों के साथ चले गए , तो मैंने रहमान अंकल से कहा की आप मुझे आज की फ़ोटो दिखायीये ना , वो बोले चलो कैमरा कोटीवी में कनेक्ट कर के दिखाता हूँ। रमेश बाहर थे अपने दोस्तों को विदा कर रहे थे, अंकल ने फ़ोटो त व पर दिखानी शुरू किया, फिर एक फ़ोटो जिसमें केक काटने के कारण मैं झुकी हुई थी , इस से मेरी सारी का पल्लू गिर गया था और मेरे उभार जैसे ब्लाउस के बाहर आने के लिए फटे जा रहे थे ,को उन्होंने फ़्रीज़ कर दिया, और मुस्कुराते हुए बोले, देखो इसमें तुम किसी हीरोइन से कम लग रही हो क्या ? मैं शर्मा गयी, फिर उन्होंने एक फ़ोटो और दिखायी जिसमें मई एक महिला को चाय का कप दे रही हूँ, ये फ़ोटो मेरे पीछे से ली गयी थी , इसमें मेरी सारी में कसे गोल पुष्ट नितम्ब चड्डी फँसे साफ़ दिख रहे थे, इस फ़ोटो को भी उन्होंने फ़्रीज़ कर दिया , और शरारत से मुस्कुराते हुए बोले, देखो तुम्हारा फ़िग्यर ,किसी हेरोइन को भी मात देगा । मैंनेशर्माकर उनको देखा, तो वो मेरी फ़ोटो घूरते हुए अपना लंड पैंट में अड्जस्ट कर रहे थे । पैंट की साइड में उनका लंड जाँघ के साइड में उभरा हुआ अलग दिख रहा था। इतने दीनो की प्यासी मेरी चूत ये देख कर गिली हो गयी। तभी रमेश के वापस आने की आवाज़ से हम चौंके और अंकल ने फ़ोटो आगे बढ़ा दी , और अपने लंड को अड्जस्ट किया , मैंने भी एसा दिखाया की जैसे सब नोर्मल है। फिर अंकल कल फ़ोटो लाने का कहकर चले गए। उस रात रमेश से चुदवाते वक़्त मैं रहमान अंकल के लंड के उभार का ही सोच रही थी। 
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12-27-2018, 01:33 AM,
#5
RE: Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
अगले दिन रमेश के ऑफ़िस जाने के बाद दोपहर को अंकल का फ़ोन आया, की फ़ोटो रेडी है ,क्या अभी ले आऊँ ? मैने कहा जी ले आइए। फिर मैंने अपने को शीशे मई देखा और मुझे लगा की मुझे अच्छी तरह से तय्यार होना चाहिए, फिर मैंने अपनी सेक्सी स्लीव्लेस ब्लाउस जिसमें मेरे आधे दूध बाहर दिख रहे थे, और सारी भी कमर के नीचे बांधी, जिसमें मेरी नाभि और पेट दिख रहा था । मैं अंकल के लिए पूरी तरह तय्यार थी, तभी घंटी बाजी , मैंने दरवाज़ा खोला , सामने अंकल जींस और टी शर्ट में बहुत हेंड्सॅम लग रहे थे । उनके बाँहों की मसल्ज़ अलग से उभरी हुई दिख रही थीं। मैंने उन्हें अंदर आने को कहा और दरवाज़ा बंद कर दिया, उनको सोफ़े पर बैठाकर मैं उनके लिए पानी का ग्लास लायी। जब मैं फ़्रिज से बोतल निकाल रही थी , तब मैंने काँखियों से देखा की वो मेरे नितम्बों को घूर रहे थे, मैं मन ही मन मुसकायी, मेरा तीर निशाने पर लगा था।फिर गिलास देने के लिए जब मैं झुकी, मैंने पल्ला एसे अड्जस्ट किया कि मेरी एक चुचि पूरी तरह पल्लू से बाहर था । पानी गिलास लेते हुए उनकी आँखें मेरी चूचि पर ही थी। फिर मैंने उन्हें फ़ोटो दिखाने कहा और उनके बग़ल में बैठ गयी । वो अपने बैग से एक लिफ़ाफ़ा निकाले और एक एक कर फ़ोटो दिखाने लगे , वो हर फ़ोटो में मेरी सुंदरता की तारीफ़ करते थे,और जब भी कोई एसी फ़ोटो आती जिसमें मेरे नितम्ब या चूचि अच्छे से दिखते , उसे देर तक दिखाते और बोलते देखो कितनी स्वीट और सेक्सी लग रही हो, और फिर बोलते तुम्हें तो फ़िल्मों में होना चाहिये। इस बीच में उन्होंने कम से कम। दो बार अपना लंड अजस्ट किया, दूसरी बार तो बहुत आराम से मुझे दिखाकर ही किया । वो देख रहे थे मेरी सांसें भी तेज़ हो रही थी, और मेरी छातियाँ भी ऊपर नीचे हो रही थीं । फिर उन्होंने मेरा हाथ अपने हाथ में ले लिया और बोले, जानती हो तुम बहुत सुंदर हो, किसी हीरोइन की तरह , कभी फ़िल्मों में जाने का सोचा है! मैंने शर्मा कर कहा नहीं। वो बोले, रमेश कितना लकी है जिसे तुम्हारे जैसी सुंदर पत्नी मिली है, काश मुझे भी तुम्हारी जैसी एक लड़की मिल जाती तो मैं भी अबतक शादी कर लेता। एसा कहकरउन्होंने मेरा हाथ चूम लिया, मेरी चड्डी गिली होने लगी, उनका लंड और अलग से जींस में जाँघ के साथ साफ़ साफ़ दिख रहा था। मैं शर्मा कर बोली , अंकल ये क्या कर रहें हैं, कोई जाएगा, वो बोले , मेरी प्यारी निलू , यहाँ अभी कौन आएगा, और उन्होंने मेरे होंठोंपर अपने होंठ रख दिए और मैं मस्त हो गयी, उन्होंने खींचकरमुझे अपनी गोद में बिठा लिया, मेरे नितम्ब अब उनके खड़े लंड पर थे और उनके लंड की चुबहन मुझे मस्त रही थी ।फिर मेरे होंठ चूसते हुए उन्होंने मेरी सारी का पल्लू गिरा दिया और मेरी चुचिन्यों को प्यार से सहलाने लगे ब्लाउस के ऊपर से । फिर उन्होंने धीरे से ब्लाउस के बटन खोले और अब ब्रा के अंदर हाथ डाल दिया और मेरी दोनों चुँचियों और उनके निपल्ज़ को मसलने लगे, मैं आहा कर उठी, वो और तेज़ीसे मुझे अपने लंड पर दबाकर अपने कमर को हिलाने लगे , मेरे नितम्बों तो जैसे आग लग गयी, मैं अब बहुत गरम हो गयी थी। अब उन्होंने मेरी ब्रा भी खोल दी, और मेरी नंगी चूचियों पर टूट पड़े। उनका मुँह लेकर चूसना इतना मज़ेदार था की। मैं एकदम मस्ती से भर गयी। फिर वो मुझे बिस्तर पर ले जाने के लिए गोद में उठा लिए और बेडरूम की तरफ़ ले चले।

बेडरूम में मुझे पलंग पर लिटा दिया और मेरी सारी एक झटके में उतर दी, फिर उन्होंने मेरे पेटिकोट और चड्डी एक साथ उतार दिया। अब वो मुझे एकटक निहार रहे थे और बोले, बेबी मैं चाहता हूँ की तुम हीरोइन बनो, क्या साँचे में ढला बदन है तुम्हारा, ये कहते हुए उन्होंने अपने पूरे कपड़े उतर दिया, उनका कसरती बदन देखकर और उनका बहुत बड़ा मोटा खुले सुआपरे का लंड देख कर मैं थोड़ा डर गयी ,मैंने कहा की अंकल आपका बहुत बड़ा है, मेरे को दुखेगा , वो बड़े प्यार से बोले, बेबी सिर्फ़ मज़ा आएगा , एसा कहते हुए वो मेरे ऊपर छा गए और मेरे होंठों को चूसने लगे। फिर मेरी चूचियों का भरपूर मर्दन किया , और बहुत देर तक चूसा मेरे निपल्स को। फिर नीचे आए और मेरी छूट में अपने जीभ डाल दी और अचानक एक ऊँगली मेरे पीछे के छेद में भी ऊँगली फिराने लगे , मेरी आह निकल गयी ।ये पहली बार था । वो बोले , बेबी तुम्हारी गंद भी मुलायम है तुम्हारे चूत की तरह । अब वो और मेरी टाँगें पूरी उठाकर नीचे से मेरी गंद चाटने लगे, मेरे बदन मई सरसरी उठने लगी । फिर उन्होंने मेरे से पूछा की तेल कहाँ है,सच तुम्हारे चूत का बहुत टाइट है , क्या तुम्हारा पति तुम्हें चोदता नहीं? मैं बोली, उनका बहुत पतला और छोटा है, वो बोले, तभी तो मैं सोनचू की शादीशुदा लड़की की चूत इतनी टाइट कैसे हो सकती है? फिर वो ड्रेसिंग टेबल से तेल लेकर अपने लंड में लगाए और फिर मेरी छूट मई भी तेल लगाया दो उँगलियूँ से, और अंदर बाहर करने लगे, फिर उन्होने धीरे से अपना मस्त मोटा लण्ड मेरी चूत की फाँकों में फँसा दिया, और धीरे से धक्का मार के लंड अंदर करना किया । अब मैं भी मस्त गयीं । फिर उन्होंने कमर से धक्का देकर मेरी चूत में पूरा लण्ड जड़कर ठूँस दिया । मैं चीख़ उठी। पर जल्दी ही उन्होंने मेरी च्छातियों को चूस कर मुझे मस्त कर दिया, और मैं भी मस्ती से छुड़वाने लगी। क़रीब आधे घंटे की ज़बरदस्त चुदाई के बाद हम दोनों नीधल हो गये। बाद में बाथरूम आकर वो मुझे गोद मई लेकर बिस्तर के पास रखे सोफ़े पर बैठ गए, हम डोनो पूरे नंगे थे, वो मुझे बहुत देर तक चूमते रहे और बोले, बोलो बेबी हीरोइन बनोगी? मैं बोली, क्यूँ अंकल मज़ाक़ उड़ा रहे हो, वो मेरी निपल्ज़। को चूसते हुए बोले, मई एकदम सीरीयस हूँ बेबी। इस बीच उनका लंड फिर खड़ा हो गया था, वो मुझे नीचे ज़मीं पर बैठा दिए, अपनी जांघों के बीच, उनका मस्त लंड मेरे मुँह के सामने था, वो बोले, बेबी इसे चूसो , प्लीज़ । मैं ख़ुद होकर उनका लंड पहले ऊपर नीचे चाटीं फिर माने उनका सुपरा चाटा, उनके अह्ह्ह्ह्ह निकल गयी, इतने में बेल बजी ।

हम चौंक गए, अंकल बोले जाओ दरवाज़ा खोलो कपड़े पहन कर, मैंने जल्दी से कपड़े पहने और दरवाज़ा खोला तो वहाँ एक करियर बॉय खड़ा था, उसने मुझे चिट्ठी दी। और चला गया , मेरा मूड ख़राब हो गया था । तभी अंकल बाहर आए, उन्होंने भी कपड़े पहन लिए थे । वो मुझे बाहों में लेकर प्यार करने लगे ,फिर बोले अब चलता हूँ, मैं बोली, फिर कब मिलेंगे? वो हँसते हुए मेरी छूट पर कपड़े के ऊपर से सहलाते हुए बोले, ये जब बुलाएगी । मैं हंस दी मैंने कहा की वो तो रोज़ याद करेगी इसको, एसा कहते हुए मैंने उनके लंड पर हाथ रख दिया ।वो मुझे बहुत प्यार से भींच लिए और बोले चलो अब चलता हूँ । उनके जाने के बाद मुझे थोड़ा सा ख़राब लगा की मैंने अपने पति को धोखा दिया है ,पर फिर मैं रहमान अंकल से मिले सुख को याद करके फिर उन्ही के ख़यालों मैं खो गयी। मेरी अंकल से मुलाक़ात एक हफ़्ते के बाद ही हो सकी, क्यूँकि कुछ मेहमान घर पर आए थे ,उनके जाने के बाद ही अंकल आ पाए। क्यूँकि हम एक हफ़्ते बाद मिल रहे थे, इसलिए वो भी इक्सायटेड थे और मैं भी , बातें कम हुई और बहुत जल्दी ही हम बेड पर नंगे थे और अंकल ने मुझे ज़बरदस्त छोड़ा , क़रीब आधे घंटे के बाद जब हमारी सांसें नोर्मल हुई , तो उन्होंने बहिन लेकर फिर कहा, तो सोचा तुमने हीरोइन बनने का? मैं धीरे से उनके सॉफ़्ट लंड से खेलते हुए बोली, अंकल ये कैसे सम्भव होगा ? वो बोले, ये तुम्हें मेरे ऊपर छोड़ दो , मैं मुंबई मैं कुछ लोगों को जानता हूँ ,जो तुम्हें मदद कर सकते हैं, पर तुम्हें बहुत मेहनत करना पड़ेगा और तुम्हें कई बार समझोता करना पढ़ेगा ,कई बार तुम्हें लगेगा की तुम्हारी बेज़्ज़ती हो रही है, पर अगर तुम इस सब के लिए तय्यार हो ,तो मैं तुम्हारी मदद कर सका हूँ । मैं हैरान होकर अंकल की तरफ़ देखी , आप इतना शुवर कैसे हैं, मैं बोली , क्या ये सच में हो सकता है? वो बोले , हाँ पर इसकेलिए तुम्हें मुंबई जाना पड़ेगा और मैं तुम्हें ट्रेनिंग दूँगा, बाक़ी की ट्रेनिंग वहाँ होगी । मैंने अंकल के बॉल्स सहलाते हुए पूछा की रमेश का क्या होगा ? वो बोले , ये तुम्हें फ़ैसला करना है की तुम इस छोटे लंड वाले पति के लिए अपना जीवन बर्बाद करना चाहती हो या अपना कैरीअर बनाना चाहती हो ? उन्होंने मेरे नितम्बों पर हाथ फेरा और बोले , चलो तुम इन बातों पर सोचो और मुझे अपना फ़ैसल। बताना। उनके जाने के बाद मैं सोचती रही की क्या करना है? और मेरी नींद लग गयी ।
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12-27-2018, 01:33 AM,
#6
RE: Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
दो दिन तक मैं अंकल के प्रस्ताव पर सोचती रही, फिर मैंने मन बना लिया और अंकल को फ़ोन किया , वो दोपहर को आए, आते ही मुझसे लिपट गए , फिर मेरे होंठ चूसते हुए मेरे नितम्बों पर हाथ फिराया और चौंक के बोले , अरे तुम्हारा पिरीयड आया हुआ है क्या? मैं बोली, हाँ आज दूसरा दिन है। वो बोले कोई बात नहीं। वो सोफ़े पर बैठे और कहा क्या सोचा मुंबई जाने के बारे में, मैंने कहा, मैंने फ़ैसला कर लिया है आपके साथ जाने का, वो ख़ुश हो कर मुझे अपनी गोद मैं खींच लिया, और मुझे किस्स करने लगे । रमेश को बताया? उन्होंने पूछा।मैंने कहा , कैसे बताऊँ, समझ में नहीं आ रहा है।वो बोले, देखो, तुम्हें उसे कहना होगा की तुम उसे तलाक़ देना चाहती हो, और तुम उससे दस लाख की राशि अपने गुज़र बसर के लिए माँग लो, ये पैसे तुम्हारे ट्रेनिंग और मुंबई के ख़र्चे के लिए काम आएँगे ।मैं बोली, अगर उन्होंने माना कर दिया तो? वो मुस्कराए, बोले, तुम कहना , तब तुम्हें कोर्ट में जाना होगा और वहाँ तलाक़ की वजह रमेश की मर्दानगि की कमी बताना होगा । ये सुनकर बदनामी से बच ने के लिए वो जाएगा, और तुम जानती हो की दस लाख उसके लिए बड़ी नहीं है। मुझे अंकल की बात मैं दम लगा । मैंने कहा ठीक है, मैं एसा ही करूँगी , वो ख़ुश हो गए और बोले , अब तुम्हारा हीरोइन बनना बिलकुल पक्का है । फिर वो बोले आज तुम छुड़ाएगी नहीं, इसलिए अब चलता हूँ। उनके जाने के बाद मैंने रमेश से वही कहा जो अंकल ने मुझे सिखाया था, रमेश की आँखों से आँसुओं की धार बह निकली , पर मैंने नहीं पिघलने का फ़ैसला किया, और अपनी बात पर अड़ी रही । ख़ैर , दो दिन रोने धोने के बाद रमेश ने मेरे पैसे मुझे दे दिए पर तलाक़ नहीं दिया और बोला, की तुम मुंबई जाओ, अपना भविष्य बनाओ। दूसरे दिन अंकल के साथ मुंबई के लिए रवाना हो गयी । मुंबई में अंकल ने एक वन बेडरूम सेट में ले गए, बोले, कि, ये अब हमारा घर है ३ महीने के लिए । अंकल ने आराम करने के बाद कहा, कि याद है मैंने कहा था कि तुम्हें कॉम्प्रॉमायज़ करना होगा, तो सुनो, यहाँ हर कोई तुम्हारे इस शानदार और मस्त बदन को पाना चाहेगा और तभी तुम्हें कोई मौक़ा देगा , बदले में तुम्हें उसे अपने इस मस्त जवानी का मज़ा देना होगा। तुम समझ रही हो ना, मैंने हाँ में सिर हिलाया। अच्छा बताओ, वो बोले, तुमने आजतक किस पोज़िशन में चुड़वाया है? मैं बोली, वैसे ही जैसे आप करते हो। तुम्हें आसनो की जानकारी है क्या, वो पूछे, मैंने कहा नहीं। वो बोले, तो सबसे पहले तुम्हें चुदायी के सभी आसनों से छुड़वाना सिखाऊँगा। मैंने हँसकर कहा तब तो ट्रेनिंग में मुझे बहुत मज़ा आएगा । वो बोले, मर्दों को ख़ुश करने के लिए तुमने सभी आसन सीखने होंगे। एसा कहकर वो बोले, ट्रेनिंग शुरू करें? मैं हँसी और उनके गोद मई बैठ गयी, और बोली,जी अंकल शुरू करें।

मुझे गोद में लेकर उन्होंने मेरे छातियों को दबाते हुए बोले, तुम्हें कई तरह के लोग मिलेंगे, जैसे तगड़े या कमज़ोर, या जवान या बूढ़े, या नोर्मल या ऐब्नॉर्मल। अब सवाल है कि तुम उनको कैसे ख़ुश करोगी? ये याद रखना, की तुम्हें उनको इतना ख़ुश करना होगा की उनको तुम्हारी आदत पड़ जाए, और वो तुम्हारी बार बार चाह करें , अगर एसा हुआ तो तुम जो काम बोलेगी वो करेंगे। ये याद रखना की हर लड़की एसा नहीं कर सकती। एसा बोल के उन्होंने मेरा टॉप उतर दिया, और ब्रा के ऊपर मेरी चूचियों को सहलाने लगे। मैं बोली की मुझे कैसे पता चलेगा की मुझे किस आदमी के साथ क्या करना है। वो मेरी ब्रा खोलकर बोले, यही तो तुम्हें सिखाना है बेबी ।फिर मेरी चुच्यों को मच में लेकर चूसने लगे। वो मेरी स्कर्ट उतारते हुए बोले, आज मैं तुम्हें ये सिखाऊँगा कि बुज़ुर्ग आदमी को कैसे ख़ुश रखना है? बुज़ुर्ग भी दो तरह हो सकते हैं ,एक नोर्मल टाइप के,या दूसरे असामान्य क़िस्म के, जिन्हें कुछ अजीब सा करना अच्छा लगता है। अब उनकी उँगलियाँ मेरी चड्ददी के अन्दर थीं, और मेरी चूत में हलचल मचा रही थी ।वो बोले, अगर वो नोर्मल बुड्ढा होगा तो तुम्हें उसका लंड चूसना होगा , फिर तुम्हें उसको अपनी चूचियाँ पिलाने होंगी, और फिर उसको नीचे लिटाकर उसके ऊपर चढ़कर उसकी चुदाई करनी होगी। मैं हैरानी से अंकल को देख रही थी, मैं बोली, ये सब मुझे करना होगा? वो बोले ,हाँ तुम्हें उसे इतना मज़ा देना होगा की वो तुम्हारा दीवाना हो जाए , और तुम्हारी सब बातें माने । चलो अब मेरा लंड चूसो, वो बोले और मैं उनके लंड पर झुक गयी और मुँह में लेकर चूसने लगी, उन्होंने मुझे रोका, और बोले, अपनी ऊँगली मुझे दो, वो मेरी उँगली मुँह में लेकर पहले जीभ से चाटे फिर मुझे चूसकर बताए कि कैसे जीभ और होंठ का प्रयोग करना चाहिए , फिर बोले चलो, अब तुम लंड चूसो । मैंने वैसे ही चूसा जैसा उन्होंने सिखाया था, वो बोले, अब सुपरा चाटो, मैंने जीभ फिरायी उनके मोटे सुपरे पर , वो आह कर उठे, थोड़ी देर में मैं पूरी मस्त होकर उनका लंड चूसने लगी। मैं देख रही थी कि उनको बहुत मज़ा आ रहा था , वो बोले, रानी तुम तो बहुत जल्दी सीख गयीं। फिर उन्होंने कहा की अब मैं लेट जाता हूँ तुम मेरे ऊपर चढ़ो। मई उनके ऊपर चढ़ गयी, और अपने चूचियो को उनके मुँह पर रगड़ने लगी। उन्होंने एक मुँह में लिया और दूसरे को दबाने लगे, फिर बोले, अब मेरा लिंद हाथ में लेकर अपनी चूत मई डालो। मैंने अपनी कमर उठायी और चूत को उनके लंड पर रखकर मस्त हो गयीं । फिर मैंने अपनी चूत की फाँकों को फैला कर उनका लंड का सुपरा अंदर कर लिया, फिर धीरे से कमर को नीचे करके पूरा लंड अंदर डाल लिया । अब मुझे बहुत मज़ा आ रहा था ,उन्होंने मुझे कमर ऊपर नीचे करने को कहा, मैंने एसे ही किया, अब वो बोले, बेबी देखो तुम मुझे छोड़ रही हो, मेरे मुँह से आह निकालने लगी और थोड़ी देर में मैं चिल्लायी की मैं झड़ने वाली हूँ, उन्होंने रुकने को कहा, मैं शांत हो गयी, वो बोले, याद रखना तुम्हें पहले नहीं झरना है, तुमने कंट्रोल करना होगा, उस बूढ़े को पहले खलास करना होगा, उसके बाद तुम्हें झड़ना होगा , अगर ना भी झड़ी तो भी झड़ने का नाटक करना होगा, इस तरह वो बहुत ख़ुश होगा कि उसने तुम जेसी जवान लड़की को भी शांत कर दिया। यही तुम्हारी जीत होगी। समझी? वो बार बार तुमसे चुदाई के लिए कहेगा और तुम्हारे बस में आ जाएगा। अब तुम मुझे शांत दो बेबी। मैं ज़ोर से कमर उछालने लगी और शीघ्र ही अंकल झड़ने लगे और साथ में मैं भी झड़ गयी। फिर हम शांत होकर एक दूसरे से चिपक कर सो गए।
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12-27-2018, 01:33 AM,
#7
RE: Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
शाम को वो मुझे अच्छे से सज़ा कर एक बिल्डिंग में ले गए , वहाँ डान्स की ट्रेनिंग चल रही थी, अंकल ने मुझे ट्रेनर से मिलाया , वह बहुत तगड़े बदन का क़रीब ४५ साल का आदमी था , उसने मुझे ऊपर से लेकर नीचे तक देखा और बोला कि ये तो बहुत सुंदर हैं, क्या हीरोइन बनना है? मैं शर्माकर बोली जी हाँ। वो बोले मैं तुमने बहुत अच्छी डान्सर बना दूँगा, उनकी आँखों मेंवासना साफ़ दिख रही थी, अंकल ने फ़ीस पूछी तो वो बोले , चलो देख लेंगे। अंकल कल से भेजने की बात कहकर मुझे वापस लेकर बाहर से खाना खा कर वापस अपने फ़्लैट मैं आ गए । रात को फिर अंकल ने कहा कि चलो चुदाई की ट्रेनिंग शुरू करें? मैं मुस्करायी और हाँ में सिर हिला दिया ।वो बोले अब तुम्हें ऐब्नॉर्मल बुज़ुर्ग को मेनेज करना सिखाऊँगा। अगर बूढ़ा तुम्हें कहे की तुम्हें मेरी बेटी का रोलपले करना होगा तो तुम क्या करोगी? मैं बोली, मुझे नहीं पता । वो बोले चलो मैं बताता हूँ, वो अगर एसा बोले तो तुम्हें उसे कहोगी की जी पापा , मैं आपकी बेटी हूँ और मैं आपको बहुत सुख दूँगी । मैं बोली , फिर! वो बोले, तुम्हें एक छोटी सी नासमझ बेटी बनना होगा , और भोलेपन से पापा से चुदवाना होगा। एसे कई लोग होते हैं जो इस तरह से इक्साइट होते हैं , और चुदाई का मज़ा लेते हैं। चलो मैं एसा बुज़ुर्ग बनता हूँ और तुमसे मज़ा लेता हूँ । एसा कहकर वो बोले, आओ बेटी कितने बाद पापा की याद आयी? आओ मेरी गोद माई बैठो। मैं पापा के गले में हाथ डालकर उनके गोद में बैठ जाती हूँ । वो मुझे चूमते हुए मेरे पेट पर हाथ वर्ज हैं और बोलते हैं, बेटी , तुम तो बहुत बड़ी हो गयी, कोई ब्फ है या ? मैं शर्मा कर बोली, नहीं पापा , अभी तो मैं छोटी हूँ ना , वो बोले, तुम्हारे ये देखकर तो एसा लगता कि तुम छोटी हो, उन्होंने मेरी च्छातियो पर हाथ रख दिया और हल्के से दबाया। पापा कहीं मोम को पता ना चल जाए , मैं बोली । वो बोले, अरे बेटी उनको कौन बताएगा , बस तुम मज़े करो और मुझे भी मज़ा दो । ये कहकर वो मेरे लिप्स चूसने लगे फिर मुझे पूरा नंगा कर दिया और खुद भी नंगा हो गए,फिर उन्होंने लिटा दिया और मेरी छातियों को दबाने और चूसने लगे, फिर मेरी चूत चाटने लगे, थोड़ी देर में मैं झरने वालीथी, अंकल ने मुझे कहा की तुम्हें कंट्रोल करना है , फिर अंकल बोले चलो बेटी आओ मेरा लंड चूसो , मैंने चूसना शुरू किया , थोड़ी देर मैं अंकल उलटे लेट गए और अपनी गाँड़ ऊपर कर दी और बोले बेटी मेरी गाँड़ चाटो, मैं झिझकी, पर अंकल ने कहा की तुम्हें अपने पापा को हर तरह से ख़ुश करना होगा , मैंने हिम्मत करके उनकी गाँड़ चटनी शुरू किया, वो मस्त हो गए , फिर बोले चलो मैं सोफ़े में बैठ जाता हूँ, कहकर वो बैठ गए और माई उनके गोद में बैठ गयीं , फिर उन्होंने मुझे कहा कि अपनी चूत फैलाकर मेरा लंड अंदर करो, इस तरह पहली बार सोफ़े में बैठकर चूड़ी, यहाँ भी कमर मैंने ही हिलायी, क्यूँकि ओल्ड मान को मज़ा देना मेरा ही काम था ना? अंकल ने मेरे चूताड़ों के नीचे हाथ रखे थे और मेरी गाँड़ मैं ऊँगली कर रहे थे। मैं बहुत गरम हो गयी , फिर मुझे अंकल ने याद दिलाया कि मुझे बाद में झड़ना है, इसलिए रुक रुक कर मैंने चुदाई की और अंकल पहले झड़े और फिर मैं । सफ़ाई करके जब हम साथ बैठे अंकल बोले, तुम जल्दी सीख रही हो , मैं तुमसे बहुत ख़ुश हूँ बेबी। चलो अब सो जाओ।
अगले दिन अंकल मुझे तय्यार करा के एक स्टूडीओ ले गए , वहाँ एक ३०/३२ साल का फोटोग्राफर से मिलाया, कमज़ोर सा दिखने वाला वो आदमी, मुझे बड़े ध्यान से देख रहा था, वो बोला, तो हीरोइन बनना है? मैंने कहा, जी हाँ। वो अंकल को बोले , यार रहमान, इसमें सभी ख़ूबियाँ हैं हेरोयन बनने की, मैंने इतनी मात जवान लड़की सालों के बाद देखी, जिसका शरीर और सूरत डोनो बहुत हसीन है। अंकल बोले, तभी तो तेरे पास लाया हूँ, बोलो इसका फ़ोटो शूट करोगे? इसका एक बढ़िया अल्बम और विडीओ बनाना है, जिसे हम प्रडूसर और डाइरेक्टर को दिखाकर इसके लिए फ़िल्मों में काम माँगेंगे। मनीष बोला, मैंने आजतक जितनी भी लड़कियों का शूट किया है उसने ये सबसे सुंदर है, मैं कोशिश करूँगा की बढ़िया अल्बम और विडीओ बने। रहमान ने मनीष से पैसों की बात की, उसने एक लाख माँगा, जिसे रहमान ने ७००००/ में तय किया, और मनीष ने रहमान के कान में मुझे देख कर कुछ कहा, वो हँसकर हाँ में सिर हिला दिया, मनीष ख़ुश गया, और मुझे ललचायी आँखों से देखते हुए बोला, फिर कब से शुरू करेंगे, रहमान ने कहा आज से ही, तब मनीष बोला , प्लानिंग करने दो। फिर रहमान मुझे डंके क्लास मैं ले गया, और वहाँ वो मोटा भारी भरकम डंके टीचर , शिवा, मुझे लेकर डंके रूम में ले गया, वहाँ तीन लड़कियाँ पहले से ही सीख रही थीं। शिवा ने मुझे स्टेप्स सिखाने शुरू किया । फिर क़रीब दो घंटे उसने मुझे ट्रेनिंग दी, मैं थक गयी ,फिर वो मुझे अपने कैबिन में ले गया, मुझे पानी पिलाया, और बोला, थोड़ा आराम कर लो, मैंने पूछा, रहमान कहाँ है। वो बोला, वो बाहर होगा, यहाँ सिर्फ़ आर्टिस्ट ही आते हैं, बाक़ी लोग बाहर वेटिंग रूम में बैठते हैं ।फिर वो गया और थोड़ी देर में। वापस आया, और मुझे फिर से रिहर्सल करने को ले गया ,अब मैं वहाँ अकेली थी, उसने मेरी कमर में हाथ डालकर मुझे अपने से चिपका लिया , फिर मेरे साथ डान्स करने लगा, उसके कड़े शरीर के पकड़ में मेरे शरीर में गरमी अपने लगी, फिर उसने मेरे नितम्बों पर फेरा, और उन्हें दबा दिया, मैंने शिवा की आँखों में वासना साफ़ साफ़ देखी। मैंने भोलेपन से कहा, सिर, मैं ठीक से सीख रही हूँ ना? वो प्यार मुझे चूमे और बोले हाँ बेबी तुम बहुत अच्छा कर रही हो, कहते हुए उन्होंने मेरी छातियों को अपनी छाती से चिपका लिया, मैं सिहर उठी। फिर उन्होंने कहा चलो, अब जाओ, बाक़ी का कल सीख लेना। फिर मैं बाहर आयी, रहमान अंकल बोले, ठीक हुआ? मैंने कहा, हाँ। फिर रास्ते मैंने उन्हें शिवा ने जो किया वो सब बताया, वो हँसकर बोले, तुमने उसको चुदाई का देना होगा , ताकि वो तुम्हें बेस्ट डान्सर बना दे? मैंने, हाँ में सर हिला दिया , वो बोले शाबाश, अब घर जाकर तुम्हारीए चुदाई की ट्रेनिंग होगी, और आज तुम्हारी कोरी चिकनी गाँड़ का उद्घाटन करेंगे, तुम्हें पता है, कई आदमी गाँड़ मरने में ज़्यादा मज़ा लेते हैं। मैं बोली, इसमें दर्द होगा, वो बोले, थोरा सा, बाद में मज़ा ही मज़ा। फिर हम घर पहुँचे, और वो बोले आज हम साथ में नहाएँगे ।

हम फ़्लैट पहुँचे और थोड़ा आराम कर के हम बाथरूम में गए , कपड़े उतारे और मैंने देखा की अंकल का लंड सॉफ़्ट था और नीचे को लटक रहा था , फिर वो मुझे बाहों में भींच कर अपने से चिपका लिए और शॉवर आन किया, अब वो मुझे चूम रहे थे और पीठ और। नितम्बों पर हाथ देर रहे थे । फिर उन्होंने साबुन हाथ में लिया और मेरी गर्दन और पीठ और पेट में लगाया , फिर नीचे स्टूल पर बोथ गएऔर मेरी। चूत को देख रहे थे और साबुन से मेरी जाँघों पैरों पर साबुन मला । फिर वो साबुन से मेरी चूत साफ़ किए मेरी चूत मस्ती से भर उठी ।फिर उन्होंने मुझे पलटा, और मेरी चूतडॉन अपर साबुन लगाया , फिर गाँड़ के छेद पर बहुत देर तक साबुन मले और एक ऊँगली भी डाल दी अंदरूनी मैं सिहर उठी। फिर वो खड़े हुए तो उनका लंड भी पूरा खड़ा हो कर फ़नाफ़ना रहा था । मैंने भी उनकी छाती और पूरे शरीर में साबुन लगाया और फिर बड़े प्यार से उनके लंड में भी और बॉल्ज़ मई भी साबुन लगाया ।फिर उनको पलटकर उनके चूताड़ों में भी साबुन मला। फिर जब मैंने उनकी भी गाँड़ मैं ऊँगली से साबुन लगाया वो मस्ती से सिहर उठे। फिर हमने शॉवर लिया और एक दूसरेके शरीर को पोंछा और वो मुझे बेड पर उलटा लिटा दिए।फिर मेरे शरीर को पकड़कर मेरी चूताड़ों को ऊपर खिंचा जिससे मेरी गाँड़ ठीक उनके सामने आ गयी।अब उन्होंने मेरी गाँड़ चाटना शुरू किया, फिर जीभ से मेरी गाँड़ चोदने लगे ।मैं मस्ती से भर उठी।फिर उन्होने तेल की शीशी ली और मेरे गाँड़ में तेल डाल दिया , और एक ऊँगली अन्दर बाहर करने लगे, मुझे थोड़ी सी जलन हुई पर फिर अच्छा लगने लगा ,वो एसा ५ मिनट तक करते रहे, फिर उन्होंने और तेल निकाला और अब दो उँगलियाँ अन्दर डाल दी ।मैं चिल्ला उठी, वो बोले बेबी अभी अच्छा लगेगा, सच में थोड़ी देर में मैं अड्जस्ट हो गयी फिर उन्होंने मेरी गाँड़ में और तेल लगाया और अपने लंड पर भी तेल मला, और फिर धीरेसे सुपारा मेरी छेद में डालना शुरू किया ,मैं दर्द से चिलायी। उन्होंने मेरी चूचियाँ मसलनी शुरू कर दी , और एक हाथ से मेरी चूत के दाने को सहलाने लगे , मैं मस्ती सेभर गयी।फिर उन्होंनेएक झटके से आधा लंड अन्दर पेल दिया, मेरी फिर चीख़। निकल गयी । वो बोले ,बस बेबी ये देखो हो गया ,एसा बोलकर पूरा लंड ही घुसेड़कर मुझसे चिपक गए। थोड़ी देर में मैं अभ्यस्त हो गयीं, और वो मेरी छातियों का मर्दन करने मई लगे रहे।फिर उन्होंने मुझे छोड़ना शुरू किया, अब मुझे भी मज़ा आने लगा था,मैंने भी आह ओहओह करना शुरू कर दि। वो भी बोले, बेबी क्या मख़मालि टाइट गाँड़ है तुम्हारी, बहुत मज़ारहा है।फिर उन्होंने मुझसे कहा , तुम भी गाँड़ हिलाकर मेरे लंड पर दबाओ , इससे मुझे और भी मज़ा आएगा, फिर हम दोनो ज़बरदस्त चुदाईमें मस्त हो गए ।फट फ़च की आवाज़ से कमरा गूँज रहा था ।उनकी ऊँगली मेरी चूत में आग लगा रही थी,और मैं झरने लगी और अंकल भी झड़ गए। अब मुझे बहुत दर्द हो रहा था, और मैंने अंकल के लंड में ख़ून भी देखा, मैं समझ गयी कि मेरी गाँड़ फट गयी है। बाद में अंकल ने बाथरूम मेरी गाँड़ को साफ़ किया और फिर उसमें दवाई लगाए तब जाकर मुझे आराम मिला ।फिर भी उस दिन भर मैंना ठीक से चल पा रही थी ना बैठ पा रही थी। वो बोले, बेबी कल तक ठीक हो जाएगा, अब क्यूँकि तुमारी सील टूट गयी है,आगे से तुम्हें दर्द नही मज़ा मिलेगा, एसा कहकर उन्होंने मुझे प्यार किया और सुला दिया ।
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12-27-2018, 01:33 AM,
#8
RE: Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
अगले दिन सुबह फ़ोटो शूट के लिए गए ,वहाँ शिवा अंकल ने मुझे एक अल्बम दिखायी ,जिसने एक लड़की बड़ी आकर्षक पोज़ेज़ और बहुत कम कपड़ों में थी । उसने कहीं नाभि दर्शाती सारी पहनी थी, तो कहीं आधी नंगी चूचियाँ दिखाती हुई ब्लाउस पहनीं थी । कुछ फ़ोटोज़ में तो उसने टॉप और मिनी स्कर्ट पहनी थी ,जिसमें उसकी चूचियाँ कपड़ों के टाइट होने की वजह से फटी जा रही थीं और स्कर्ट से उसकी मादक जाँघें पूरी नंगी दिख रही थी। स्विमिंग सूट में भी फ़ोटोज़ थीं , जिन्मे भीगी हुई उसकी चूत की फाँकें भी दिख रही थी ।उसकी एक ही प्रॉब्लम थी की उसकी शक्ल सुंदर नहीं थी । शिवा बोले, तुम तो बहुत सुंदर हो ,ये बड़ी बड़ी आँखें ये तीखी नाक ये मस्त गाल , तुम तो चलती फिरती क़यामत हो बेबी ।उस पर ये नशिला बदन तुम तो परदे पर आग लगा दोगी। जाओ बग़ल वारे कमरे में मेक अप मैन हैं , वो तुम्हें तय्यार करेंगे । मैं बग़ल वाले कमरे में गयी , वहाँ एक तीस साल के आसपास का आदमी था , उसका नाम राज था , वो बोला, आओ बेबी तुम्हें ये कपड़े पहन्ने हैं मैंने देखा वहाँ कुछ स्कर्ट ब्लाउस रखे थे , वो बोला ये किराए के हैं । आपको जो फ़िट आए वो चुन लीजिए। मैंने एक top पसंद किया वो मेरी छातियों को देखकर बोला की मैडम ये आपको बड़ा होगा , आपको थोड़ा छोटा पहनना होगा तभी आपके उभार अछे से दीखेंगे। और ये स्कर्ट आपकी जाँघें भी दिखाएँगी। मैं बोली ,याने कपड़े मुझे दिखाने के लिए पहनने हैं च्छिपाने के लिए नहीं। वो हँसा , यहाँ लोग जवानी दिखाने के लिए ही पहनते हैं मैडम। मैंने कहा ठीक है तुम बाहर जाओ ,मैं बदलती हूँ।वो बोला, आपको मेरे सामने ही कपड़े बदलने होंगे क्यूँकि मुझे देखना है कि आपके अंडर्गॉर्मेंट्स भी देखने हैं की उनकी फिट्टिंग्स कैसी है? मैं उसके सामने ही अपने कपड़े उतार कर अंडर वीर और ब्रा main खड़ी थी,उसका मुँह खुला का खुला रह गया , बोला, इतनी सुंदर हो आप । वो मेरे उभारों को देख रहा था , और उसने पास आकर ब्रा के स्ट्रैप खिंचे फिर कप में ऊँगली डालकर चेक किया और बोला तुम्हें अपने कप का साइज़ चेंज करना होगा ।उसकी ऊँगली मेरी छातियों से टकरायी मुझे करेंट लगा ।मैंने देखा उसके पैंट मई उभार aa गया था । फिर उसने पैंटी चेक किया और कहा ये पैंटी ठीक नहीं है, इसमें पीछे बहुत कपड़ा है ,तुम्हारे चूतरों को छिपा देता है, पीछे सिर्फ़ एक रस्सी होनी चाहिए जो दरार में फँस जाती है , उससे चूतरों का उभार पूरा दिखता है, कहते हुए उसने अपना लंड अजस्ट किया । मैंने कहा ठीक है , अब बाहर जाओ, मैं ये चेंज कर लेती हूँ ।वो मुँह फेर लिया और बोला चेंज कर लो । मैंने ब्रा और पैंटी बदल ली और देखा की वो एक शीशे से सब देख चूका था। मैंने सोचा क्या फ़र्क़ पड़ता है ? फिर उसने मुझे टाप और स्कर्ट पहनाने के बहाने मेरी चुच्यीयों और जाँघें और चूतदों पर हाथ फेरा ।अपना लंड भी मुझे टच किया kapron के ऊपर से । फिर उसने मेरा makeup किया । शीशे में मैंने अपने आप को देखा , मैं बहुत सेक्सी दिख रही थी। वह सचमुच अपने काम में निपुण था। उसने कहा , पसन्द आया? मैं बोली की आप बेस्ट हो । तो मेरा इनाम, wo बोला , एक चुम्बन । मैं thori हिचकी फिर मैंने उसे अपने होंठ आगे करके चुम्बन लेने का इशारा किया वो मेरे होंठों को चूसने लगा , फिर उसने मेरी लिप्स्टिक फिर से ठीक की । फिर मैं बाहर आ गयी , और मुझे देख कर वो ख़ुश हो गए और बोले , आओ सेक्सी बेबी आओ , देखो क्या मस्त दिख रही हो , और वो भी अपना लंड अजस्ट करने लगा। चलो फ़ोटो खींचें , वो बोले ।
शिवा ने मुझे एक सोफ़े पर लिटाया इस तरह की मेरी स्कर्ट जाँघों तक चढ़ गयी और चड्डी दीखने लगी , फिर उसने थोड़ी स्कर्ट नीचे की , जिससे चड्डी just छुप गई। फिर उसने फ़ोटो खिंची । कई बार मेरे पास आकर बोला , छातियाँ और उभारो, यही तो मस्त माल हैं तुम्हारे। मैं वैसे ही करती जैसे वो कहता।फिर उसने मुझे एक ऐल्यूमिनीयम की बड़ी सी रॉड को पकड़कर खड़ा होने बोला, और एक तंग उठाने को कहा , मेरी चड्डी रॉड को टच kar रही थी , उसने एसे ही फ़ोटो ले ली । और भी kai सेक्सी पोसे बनाए जैसे मैं फ़्रीज़ मैं कुछ खोज रही हूँ, झुक कर और मेरे नितम्ब दिखायी दे रहे हैं।या सामने झुक कर अपनी sandle ठीक कर रही हूँ और मेरे आधे दूध बाहर झाँक रहे हैं ।ऐसे कई pose में कई फ़ोटो खींचे उन्होंने, जिन्मे मैं बहुत कामुक दिख रही थी। वो मुझे फ़ोटो मॉनिटर में दिखाए, और खुले आम अपना लंड दबाते हुए बोले, बेबी बहुत मस्त हो तुम,तुम्हारा ये भोला चेहरा और ये ज़ालिम जवानी फ़िल्म में आग लगा देंगे। मैं बोली, थैंक्स ।फिर वो बोले , जाओ अब दूसरी ड्रेस में आओ, ऐसा कहते हुए उन्होंने मेरे नितम्बों पर हाथ फेरा और हल्के से दबाया। मैं मुस्करायी और मेकप रूम में गयी, और राज से बोली, मुझे अगली ड्रेस दो पहनने के लिए। वो खड़ा हुआ, उसने सारी और ब्लाउस दिया, और पहन्ने को बोला, मैंने अपने कपड़े उतारे और ब्रा पैंटी में आ गयीं, मेरी चड्डी में मेरा यौन रस दिख रहा था,जो शिवा और राज की हरकतों से मेरी गिली चूत की वजह से दिख रही थी, राज ने मेरी चड्डी की तरफ़ देखा aur मुस्कराया। फिर उसने मुझसे कहा की चड्डी बदलोगी क्या बेबी ? मैंने शर्माकर कहा ,नहीं ।फिर उसने मुझे पेटिकोट पहनाया ,तब उसका मुँह मेरी चड्डी के सामने था , मुझे लगा कि शायद उसने मेरी चड्डी को सूँघा, ये देख कर मेरी चूत और गिली हो गयी ।फिर उसने मेरे पेटिकोट का नाड़ा मेरी नाभि के बहुत नीचे बांधी, और फिर मुझे ब्लाउस पहनाया और उसको ठीक करने ke बहाने मेरी चूचियों को दबाया,और पीछे जाकर ब्लाउस adjust किया,और अपने लंड को मेरी गाँड़ की दरार में फ़िट कर दिया।मैं आह कर उठी , वो बोला क्या हुआ बेबी ? मैं बोली सब ठीक है । फिर उसने मुझे सारी पहनाई और सारी का पल्लू ठीक करते हुए मेरी छाती और मेरे नंगे पेट और मेरे उभरे हुए नितम्बों को ख़ूब सहलाया।फिर बोला, चलो मेक अप कर दूँ, fir पूरा तय्यारकरके बोले ,अब एक किस's तो बनता है, फिर वो मेरे लिप्स चूसने लगा और अपनी जीभ मेरे मुँह में दे दी ।मैंने भी उसकी जीभ ऐसेचूसी जैसे लंड चूस रही हूँ ।फिर वो मेरा लिप्स्टिक लगाकर मुझे बाहर भेजा,मैंने जाते जाते , पता नही क्यूँ उसके लंड को पैंट के ऊपर से दबा दिया । और मैं बाहर आ गयी।

अब शिवा ने सारी ब्लाउस में मुझे देखा और बोले , क्या जँच रही हो बेबी , फिर उसने मेरी कई सेक्सी पोज़ में फ़ोटो खींची। और हर बार पोज़ सेट करते हुए मेरी जवान बदन से ख़ूब खेले । सब जगह हाथ लगाया और मुझे बहुत गरम कर दिया। मैंने पूछा कि आप मुझे इतना क्यूँ परेशान कर रहे हो तो वो बोले , देखो इस तरह से गरम होकर तुम कितनी सेक्सी और मादक लग रही हो । मैं क्या बोलती ? चलो आज के लिए इतना काफ़ी है बाक़ी का कल मेरे एक दोस्त के फ़ार्म हाउस में करेंगे वहाँ स्विमिंग पूल और घोड़े भी हैं। फिर उन्होंने मुझे बाहों में भींच लिया और मेरे होंठ चूसते हुए बोले, मेरा इनाम कब मिलेगा ? मैं बोली क्या चाहिए ? तो उन्होंने मेरी चूत को साड़ी के ऊपर से पकड़ लिया और बोले की ये चाहिये । मैं भी गरम थी , बोली अभी ले लो और ऐसा कहते हुए उनका लंड पैंट के ऊपर से पकड़ लिया और दबाने लगी । क्या मस्त लंड था , दिखने में दुबले थे पर लंड लम्बा और मोटा था । अंदर राज जो की जवान था उसका बहुत सामान्य लगा इनके सामने । वो बोले , मैंने तुम्हारे अंकल को बुला लिया है वो आ गए होंगे बाहर , चलो कल फ़ार्म हाउस में मज़ा करेंगे। मैं निराश हो गयी पर ऐसा कुछ दिखाया नहीं और बोली ठीक है । फिर वो बोले जाओ अपने कपड़े बदल लो , मैं अंदर गयी तो वहाँ राज मेरे कपड़े ले कर तय्यार खड़ा था, मैंने अपने कपड़े उतारे और जैसे ही ब्रा और पैंटी मैं आयी , वो मुझे पकड़कर चूमने लगा। उसने मेरी ब्रा भी खोल दी और पैंटी भी नीचे कर दी , फिर उसने मुझे एक टेबल पर झुका दिया और मैं टेबल का कोना पकड़कर खड़ी हो गयी और वो मेरे पीछे आ गया फिर मैंने पैंट के ज़िपर खुलने की आवाज़ सुनी और उसने मेरी चूत में अपना गरम लंड एक झटके में पेल दीया और मेरे बड़ी चूचियों को दबाते हुए मुझे चोदने लग ! मैं भी मस्त हो गयी थी और पीछे से धक्का मारकर उसका पूरा लिंद अंदर लेने लगी , वो काफ़ी उत्तेजित था , इसलिए ५ मिनट में झड़ने लगा , मैं अभी तृप्त नहीं हुई थी , पर मुझे अंकल की सीख याद आ गयी की मर्द को ख़ुश करना है तो हमेशा उसकी चुदाई की तारीफ़ करो। इसलिए मैंने भी दिखाने के लिए ऐसे चिल्लायी जैसे मैं भी झड़ गयी हूँ। फिर मैंने उसे कहा , आह कितना मज़ा दिया तुमने, और उसे चूम लिया। वो बहुत ख़ुश हो गया , फिर मैं बाथरूम में जाकर अपनी चूत मैं२ उँगली डाली और अपने को शांत किया फिर बाद मई साफ़ करके अपने कपड़े पहन कर में बाहर आयी और अंकल के साथ चल पड़ी !
अंकल मुझे डान्स क्लास में लेकर गए, रास्ते में पूछे , सब ठीक था? मैंने उन्हें राज की चुदाई के बारे में बताया, वो ख़ुश होकर बोले, तुमने उसे ख़ुशकर अच्छा किया , अब वो काम पैसों में तुम्हें और अच्छे से तय्यार करेगा । उन्होंने पूछा शिवा ने नहीं choda ? मैंने वो कल का प्लान बना रहा है किसी दोस्त के फ़ार्म हाउस में। वो बोले, ओह पर मैंने तुम्हें अबतक दो लोगों के साथ एक साथ chudaayi तो सिखायी नहीं है, मैं बोली उसका दोस्त वहाँ नहीं होगा। तब वो बोले ये ठीक है , मैं राज से बात करता हूँ , हम dono तुम्हें एक साथ चोदेन्गे इस तरह तुम्हारी ये ट्रेनिंग भी हो जाएगी । मैंने कुछ नहीं कहा, तभी हम डंके स्कूल पहुँच गए , वो मुझे उतारकर सामने वाली छाई की दुकान पर बैठ गए ! मैं अंदर गयी तो डान्स मास्टर अपने ऑफ़िस मैं थे अकेले , मैंने नमस्ते की और पूछा सब कहाँ गए? वो बोले , आज एक स्टाफ़ की बीवी की डेथ हो गयी है , इसलिए छुट्टी कर दी है पर तुम्हें मैं सिखाऊँगा बेबी। ये कहते हुए उन्होंने मेरी उभरी हुई छातियों को देखा और बोले चलो शुरू करें। हम डान्स फ़्लोर पर आ गए और वो मुझे स्टेप्स सिखाने लगे । काफ़ी देर के बाद मैं उनकी बाहों मई थी और वो स्टेप्स सिखा रहे थे , तब मैंने धीरे से उनके सीने पर अपना सर रखकर कहा, सर आप मुझे कुछ ऐसे स्टेप्स सिखाइए हो एकदम नए हों जिनको देखकर कोई भी प्रडूसर डिरेक्टर मेरे डान्स का दीवाना हो जाए । वो मुस्कुराते हुए बोले इससे मुझे क्या फ़ायदा होगा? मैं बोली सर आप जो चाहोगे वो मैं दे दूँगी पर प्लीज़ आप मुझे कुछ नया सिखाइये। वो सीधा अपने हाथ मेरी चूचियों पर रख दिए और दबाकर बोले , मुझे ये चाहिए! मैं शर्माकर बोली, ठीक है । वो ख़ुश हो गए और बोले चलो सिखाता हूँ । फिर उन्होंने एक घंटे तक मुझे कुछ कठिन डान्स के एकदम नए स्टेप्स सिखाए । फिर वो बोले चलो आराम करते हैं । वो मुझे एक कमरे मई ले गए जहाँ एक पलंग भी था , वो पलंग पर लेट गए और मैं भी उनके कहने पर उनके बग़ल में लेट गयी। थोड़ी देर तक हम अपनी थकान मिटाते रहे फिर वो बोले चलो कुछ खा लेते हैं। थोड़ा सा स्नैक्स खाने के बाद हम फिर लेट गए और इस बार उन्होंने मुझे अपनी बाहों में भर लिया और मेरे होंठ चूमने लगे । फिर उन्होंने मेरा टाप उतार दिया और ब्रा के ऊपर से चूचियों को दबाने और चूसने लगे , मैं मज़े से भर उठी , आज वैसे ही राज ने मेरी अधूरी चुदाई की थी , सो मैं मस्ती से भर गयी। फिर उन्होंने मेरी ब्रा भी उतार दी और मेरी चूचियों पर टूट पड़े , मैं सिसकारियाँ भरने लगी, फिर उन्होंने मेरी स्कर्ट और पैंटी एक झटके में उतार दी और मेरी चूत अपर अपना मुँह रख दिया और चाटकर मुझे जन्नत की सैर करा दी । फिर उन्होंने अपनी त शर्ट उतारी , आह क्या चौड़ा सीना था , बाँहें भी बहुत मस्कूलर थीं , फिर उन्होंने एक झटके में अपनी पैंट और चड्डी उतार दी । अब मुझे शॉक लगा क्यूँकि उनका लंड मेरे पति की तरह छोटा सा था , हाँ उनसे थोड़ा सा मोटा ज़रूर था। मैंने सोचा ही प्रभु ये कैसा अन्याय है कि इतना तगड़ा शरीर और लंड मुश्किल से ४ इंच का। फिर मुझे अंकल की training याद आइ और मैंने प्यार से उसके लंड को सहलाना शुरू किया और चूमने लगी , थोड़ी देर में उसे चूसने लगी
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12-27-2018, 01:34 AM,
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RE: Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
फिर उसने मुझे चोदना शुरू किया, अचानक मैंने महसूस किया की हालाँकि उसका लंड छोटा है पर वो एक्स्पर्ट चोदु है क्यूँकि वो इस ऐंगल में लंड डाल रहा था कि मेरी क्लिट से उसका घर्शन हो रहा था और मैं मज़े से भरी जा रही थी । उसने मेरी चूचियों और मेरे लिप्स का ऐसा रस पिया की मैं जल्दी ही झड़ने के पास आ गयी , पर फिर मैंने अपने को कंट्रोल किया और उसके छाती के निपल को चूसने लगी और उसके चूताड़ो पर हाथ फेरने लगी वो बहुत ख़ुश हुआ फिर मैंने उसकी गाँड़ की दरार में ऊँगली फेरी तो वो सिहर उठा , अब मैंने उसकी गाँड़ मई उँगली अंदर बाहर करनी शुरू की । वो अब बहुत ज़ोर से चुदाई करने लगा और फिर आहह आह करके मेरे अंदर झड़ गया , साथ ही मैं भी झड़ गयी! मैं भी शांत होकर लेती रही,वो मेरे दूध पर हाथ फेरते हुए बोला की जानती हो तुम बहुत मस्त लड़की हो , बहुत दिन बाद ऐसे चुदाई का मज़ा मिला है। फिर उसने मेरे नितम्बों पर हाथ फेरते हुए बोला की तुम्हारा पिछवाड़ा भी मस्त है, ऐसा बोलते हुए मेरी गाँड़ की दरार में ऊँगली फहराया और गाँड़ के छेद में गोल गोल घुमाया । फिर बोला, बेबी , अगली बार ये छेद में डलवाओगी ? मैं बोली, की देखेंगे । फिर बाहर आकर अंकल के साथ फ़्लैट के लिए चल दिए ।अंकल को रास्ते में बताया की डान्स सर ने भी मुझे छोड़ दिया ।वो ख़ुश हो गए , तुमने उन्हें पूरा मज़ा दिया ना ? मैं बोली , हाँ ,पर अंकल वो कितने ताक़तवर हैं, पर उनका लंड बहुत छोटा है। अंकल बोले, आदमी के साइज़ से उसके लंड का साइज़ पता नहीं चलता । मैं बोली ,अंकल पर उन्होंने छुदाई बहुत अछी की , पर वो अगली बार गाँड़ मारने के मूड हैं। अंकल बोले, तो क्या हुआ मरवा लेना , तुम्हें उसकी डान्स की ट्रेनिंग की ज़रूरत है । फिर हम फ़्लैट पहुँचे , रात को अंकल ने पूरे १ घंटे चुदाई की , और उसके बाद मैं मुर्दे की तरह सो गयी।
अगले दिन हमें फ़ार्म हाउस जाना था, वहाँ शिवा और राज दोनो आने वाले थे, फ़ोटो शूट के लिए । फ़ार्म हाउस का मालिक एक दिन के लिए मुंबई से बाहर गया था , ऐसा शिवा ने बताया था । जब हम वहाँ पहुँचे , शिवा और राज पहले से ही वहाँ आ चुके थे। उन्होंने स्विमिंग पूल के सामने कैमरा भी सेट कर लिया था। हमें देखकर सब हँसी मज़ाक़ करने लगे , फिर शिवा ने कहा, जाओ अन्दर कमरे में तय्यार हो जाओ राज के साथ। मैं और राज अन्दर चले गए , वहाँ राज ने कमरा बंद किया और मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया और चूमने लगा, मैंने भी उसे थोड़ी देर मज़ा लेने दिया , फिर बोली, चलो अभी तय्यार हो जाएँ क्यूँकि शिवा इन्तज़ार कर रहे होंगे ।फिर वो बोला, आज तुम्हें स्विम सूट में फ़ोटो खिचानी हैं ।मैंने अपने कपड़े उतारने शुरू किए , अब मुझे उससे कोई शर्म नहीं रह गयी थी, जब मैं ब्रा और पैंटी में आ गयी तब उसने मुझे वो भी उतारने को कहा, मैंने ब्रा उतार दी ,वो मेरी मस्त चूचियों को खा जाने वाली नज़रों से देख रहा था। मैने सूट की ब्रा पहन ली जोकि लाल रंग की थी।उसने आकर उसको ठीक से अजस्ट किया और इस बहाने से चूचियों का मज़ा लिया । फिर मैने उससे कहा, लाओ पैंटी दे दो इस पैंटी के ऊपर पहन लूँगी ,वो बोला, नहीं ये पैंटी उतार दो और सिर्फ़ ये लालवाली अंडरवेर पहनोगी। फिर मैंने पैंटी भी उतार दी , उसने मुझे पैंटी देने की जगह ख़ुद ही पहनाने लगे। वो नीचे झुके, मेरी चूत उनके सामने थी, उन्होंने मेरी चूत की भी चुम्मी ले ली। फिर अंडरवेर पहनाने के बहाने मेरी चूत पर हाथ फेर। फिर उन्होंने मेरा मेक अप किया ,और मुझे बाहर चलने को बोला । बाहर पूल के पास रहमान और शिवा कुर्सियों पर बैठकर बातें कर रहेथे ,मुझे स्विम सूट में आते देखकर वो दोनों खड़े हो गए और उन दोनों ने मेरी बहुत तारीफ़ की और दोनों की आँखें वासना से भर गयीं थीं । वो दोनों अपने लंड अड्जस्ट कर रहे थे । शिवा ने मुझे पानी के अन्दर जाने को बोला, मैं अपनीं कमर मटकाते हुए पानी में चली गयी। जब मैं अच्छी तरह से भीग गयी तो मेरे कपड़े पूरी तरह से मेरे शरीर से चिपक गए थे ,फिर कई पोज़ में मेरी फ़ोटो खींची गयी । १घंटे के बाद जब वो फ़ोटो मैंने मॉनिटर पर देखी तो मैं ख़ुद ही शर्मा गयी, क्यूँकि मेरी चूत की फाँकें भी अलग से दिख रही थी और चूचियाँ भी पूरी नंगी सी दिख रहीं थीं यहाँ तक की मेरे बड़े और खड़े निपल्ज़ भी अलग से दिख रहे थे ।पर रहमान और शिवा ने बड़ी तारीफ़ किया। वो बोले , देखो क्या हीरोइन वाली अदाएँ हैं ।दोनों के पैंट में तने तंबू साफ़ दिख रहे थे । फिर शिवा ने कहा की जाओ एक बार और तय्यार होकरआओ ,अब उन पेड़ों के आसपास फ़ोटो खींचेंगे। मैं अन्दर गयी, वहाँ राज अपने काम मैं व्यस्त था ,वो गहने और कपड़े सेलेक्ट कर रहा था। मेरे गिले बदन को देखकर वो भी वासना से भर उठा, पर उसने मुझे तौलिया दिया और ख़ुद भी मेरे बलों को तौलिए से सुखाना शुरू , और अपना लंड मेरी चूताड़ों पर दबाने लगा। मैं भी गरम होने लगी।फिर उसने मुझे एक चोली पहनायी ,बिना ब्रा के, और नीचे एक सेक्सी पैंटी और एक लहनगा पहनाया जो सिर्फ़ मेरी आधी जाँघें ही ढक रहा था ल फिर मेकप करके वो बोले, बेबी, आज मुझे काम है,मैं अब घर जाऊँगा,कल मिलेंगे ,और उन्होंने मेरे लहंगे के अन्दर हाथ डालकर मेरी चूत और चूतआर सहला दिए, और चले गए ।
राज और रहमान के सामने जब मई चोली घाघरे में आयी , तो वो दोनों बहुत ख़ुश हुए और बोले, बेबी क्या क़यामत लग रही हो। मैं मुस्करायी , और बोली , चलिए फ़ोटो शूट करिए। राज मुझे स्विमिंग पूल के पास ले गए और फिर अनेक पोज़ में मेरी फ़ोटो खिंचे।फिर वो बोले, अब ज़रा उत्तेजक फ़ोटो खिंचेंगे, फिर उन्होंने मुझे आगे झुका कर मेरे गोलाइयों को दिखाते हुए कुछ फ़ोटो खिंचे, और फिर मेरी घाघरे को आधा उठाते हुए जाँघें दिखाते हुए और बैक साइड की भी फ़ोटो खिंचे। फिर वो रहमान से कुछ बोले, वो मुस्काराया और बोला हाँ हाँ कण नहीं , फिर रहमान बोला, बेबी ये तुम्हारी कुछ सेमी न्यूड फ़ोटो खिंचेंगे , जो हम अलग से तुमने हीरोइन बनाने के लिए यूज़ करेंगे। मैंने हाँ में सिर हिला दिया ।फिर वो मुझे कुछ झाड़ियों के पास ले गए और बोले , अपनी चोली के बटन खोल दो, मैने झिझकते हुए बटन खोले , फिर उन्होंने मेरी ब्रा में कई उत्तेजक मुद्राओं में फ़ोटो ली। फिर उन्होंने घाघरा भी उतरवा दिया और ब्रा पैंटी में कई फ़ोटो खिंचीं। रहमान और राज डोनो अपने लंड जो तंबू बन गए थे, अपने पैंट में अड्जस्ट कर रहे थे । मैं भी गरम होने लगी थी, फिर राज ब्रा भी उतारने को बोला, मैंने कहा छी, मुझे शर्म आती है, तो रहमान बोले, बेबी, ये तुम्हारी फ़ोटो लेंगे जो हमारे बड़े कम आएँगी। फिर उन्होंने मेरा दोनो हाथ मेरी चूचियों पर रखवाया और फ़ोटो खिंची। मेरे दूध पूरे नंगे नहीं दिखे फ़ोटो मैं, कभी उस पत्तों में छुपाते, कभी किसी झिनी सी चुन्नी मैं। फिर उन्होंने पैंटी भी उतारने को कहा, मैं तो शर्म से गड़ गयी, तब रहमान बोले, बेबी, देखो इसमें शर्माने की बात नहीं हैं , ये तो एक आर्ट फ़ोटो शूट है, वैसे भी इसके बाद हम दोनों तुम्हारी ज़बरदस्त चुदाई करने वाले हैं, ये देखो हमारे लंड कैसे पागल हो रहे हैं, एसा कहते हुए दोनों ने अपने लंड दबा दिए। मैं फिर पैंटी उतर दी, और फिर मुझे आधा ढाँक कर और आधा छुपाकर कई फ़ोटो लिए। अब हम सब गरम हो गए थे, तब रहमान ने मुझे अपनी बाहों मैं उठा लिया और मेरे होंठ को चूमते हुए और मेरे चूचियों को दबाते और चूसते हुए अन्दर कमरे में ले गए, पीछे से राज भी आ गए।कमरे में मुझे बिस्तर पर नंगी लिटा दिया और दोनो अपने कपड़े खोलने लगे। थोड़ी देर में दोनों के ऊपर नीचे होते हुए लंड मेरे सामने थे एकदम ताने हुए।उन्होंने मेरे मुँह के पास अपने लंड ला के मुझे चूसने का इशारा किया, मैं पहली बार दो लोगों से एक साथ छुड़वाने जा रही थी , मैं भी बहुत उत्तेजित थी।
अब मैं दो लंड देखकर काफ़ी गरम हो गयी थी,और मैंने रहमान का सुपारा चूम लिया और चूसने लगी, दूसरे हाथ से मैं शिवा का लंड सहला रही थी। फिर रहमान नीचे की तरफ़ गया और मेरी चूत को सहलाने लगा, मैंने शिवा के लंड का सुपारा उसकी चमड़ी से बाहर निकाला और चाटने लगी , शिवा आह का उठा।फिर मैंने पूरे जोश से चूसने लगी और वो मेरी चूचियों को दबा रहा था और निपल्ज़ को निचोड़ रहा था।थोड़ी देर में मैंने उसके बॉल्ज़ भी चाटने लगी, शिवा बोले, बेबी, इतना अच्छा मेरा लंड आजतक किसी ने नहीं चूसा है, रहमान मुस्कराए, वो ख़ुश थे की उनकी ट्रेनिंग रंग दिखा रही थी । फिर शिवा नीचे की तरफ़ खिसके, और मेरी चूत चाटने लगे और रहमान ने अपना बड़ा लंड मेरे मुँह में डाल दिया।मैं अपनी कमर उठाकर अपनी चूत शिवा के मुँह पर रगड़ रही थी, चूत पूरी गिली हो गयी थी। फिर शिवा ने कहा, बेबी घोड़ी बनो, आ अब चोदेन्गे तुम्हें, मैं समझ गयी और पेट के बल होकर अपने चूतड ऊपर उठा दिए ,मेरी चूत अब शिवा के सामने थी,उसने बिना टाइम ख़राब किए अपना लंड चूत में डाल दिया, इधर रहमान ने भी अपना लंड मेरे मुँह में ठूँस दिया, आह्ह्ह्ह्ह क्या मज़ा आ रहा था दो दो लंड अन्दर डलवाकर, मैं अब कमर पीछे करके लंड पर अपनी चूत दबा रही थी, शिवा बोले, बेबी, इतनी सी उम्र में रंडी का मज़ा दे रही हो। रहमान बहुत ख़ुश हो रहे थे। फिर शिवा ने धक्कों की स्पीड बढ़ा दी और मेरे ऊपर गिर गया , क्यूँकि वो झड़ गया था। अब रहमान ने मुझे पीठ के बल लेट गयी और अपने टांगों को उठाकर अपने पेट पर रख लिया और पैर फैला दिया तब रहमान ने अपना लंड मेरी चूत में पेल दिया, फिर वो पूरे जोश से पेलने लगे मैं भी कमर उठाकर उनका साथ देने लगी, और कमरा फ़च फ़च की आवाज़ से भर गया ।थोड़ी देर में हम दोनों झड़ने लगे। फिर हम तीनों थक कर आराम करने लगे ।
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12-27-2018, 01:34 AM,
#10
RE: Desi Sex Kahani हीरोइन बनने की कीमत
अब थोड़े देर आराम करने के बाद शिवा फ्रिज से खाने के लिए फलऔर जूस लाए जिससे थोड़ी देर में हम फिर नोर्मल हो गए और वो दोनों मेरी चूचियाँ दबा रहे थे । मैंने भी दोनों के लंड से खेलनआ शुरू किया । देखते देखते dono लंड पूरे खड़े हो गए । अब शिवा मेरे चूताड़ो को दबाने लगा और गाँड़ में भी एक ऊँगली डाल दी / मुझे मज़ा आने लगा मैं आह कर उठी । फिर रहमान बोले, शिवा गाँड़ कैसी है बेबी की? वो बोला, हाय बिलकुल चिकनीऔर मख़मालि है । और उसने ऊँगली अंदर बाहर करने लगे , बोला , मैं अब गाँड़ मारूँगा बेबी की ! रहमान बोले, चलो बेबी घोड़ी बनो और अपने चूतड ऊपर कर लो, और शिवा से बोले , थोड़ी क्रीम ले आना , बेबी की गाँड़ बहुत टाइट है ना अभी ।फिर रहमान नीचे लेट गए और मुझे अपने ऊपर चढ़ने को बोले और बोले की अपनी कमर उठाकर मेरे लंड को अपनी चूत में लो ! फिर जब मैंने अपने चूतड उठा कर उनका लंड अपनी चूत में ले लिया तो शिवा पीछे से आकर गाँड़ में क्रीम लगाने लगे और अपने लंड में भी क्रीम लगा लिया । फिर शिवा ने धीरे से अपना supara मेरी गाँड़ में अंदर कर दिया । अब दोनों लंड मेरे अंदर थे । आह क्या मज़ा आ रहा था , बहुत अच्छा लग रहा था , मैं तो सिहर उठी थी । जब मैं नीचे कमर करती तो मेरे चूत के अंदर रहमान का लंड घुस जाता और कमर ऊपर करती तो शिवा का लंड गाँड़ में घुस जाता । फिर उन दोनों ने मेरी ज़बरदस्त चुदाई शुरू कर दी ! पहली बार दो लंडों से एक साथ chud रही थी , इसमें इतना मज़ा आ रहा था की बहुत मस्त हो रही थी । फिर आह आह करते हुए शिवा मेरे अंदर झड़ गया और अब मेरी चूचियाँ दबाकर रहमान नीचे से शॉट मार रहे थे और मैं ऊपर से कमर हिला रही थी ! थोड़ी देर में मैं भी झड़ने लगी ,और चिल्ला रही थी आऽऽह और चोदो राजा फाड़ दो मेरी चूत , फिर वो भी झड़ने लगे । और हम एक दूसरे से चिपक गए ! शिवा भी मेरे शरीर को सहला रहा था और बोला, आज सच बहुत मज़ा आया । मैं बोली, क्या मेरा विडीओ और फ़ोटो शूट बहुत स्पेशल बनाओगे ? जिससे मुझे फ़िल्म में प्रवेश पाने में आसानी होगी ! वो बोले बेबी तुम्हारे लिए मैं कुछ भी करूँगा , एसा अल्बम और विडीओ बनाऊँगा जो देखेगा तुम्हारा दीवाना हो जाएगा , एसा बोलते हुए मेरे चूतरों पर हाथ फेर रहे थे । रहमान और मैं मुस्कराए । हमारा काम बनता नज़र आ रहा था।
शिवा की बात सुन कर कि वो मेरे लिए बेस्ट अल्बम और विडीओ बनाएगा , हम बहुत ख़ुश हो गए ।थोड़ी देर में हम वहाँ से चलने का प्लान बनाया। तभी अचानक वहाँ पर एक बड़ी सी कार अन्दर आयी मेन गेट से।शिवा बोला, अरे ये तो नंद किशोर जी की कार है, वो उनसे मिलने बाहर भागा, बाद में पता चला की यही उसका दोस्त है और इस फ़ार्म हाउस का मालिक था। वो दोनों जब अन्दर आए तो मैं उसे देखती रह गयी कि कितना तगड़ा और सुंदर मर्द था , उसकी उम्र ४५ के आसपास थी । फिर वो अन्दर आकर हम सबसे मिला, शिवा ने बताया कि मैं हेरोयन बनने की कोशिश कर रही हूँ, वो बोला, अरे बेबी तुम इतनी सुंदर दिखती हो , तुम्हें तो हीरोइन बनना चाहिए ,एसा कहते हुए उन्होंने मेरे गाल पर एक चुटकी काट दी, फिर बोले, बेबी, मैं नायडू को जानता हूँ, वो हमेशा नई लड़कियों को मौक़ा देता है, और क्यूँकि मैं उसे जानता हूँ, वो तुम्हें ज़रूर मौक़ा देगा । रहमान ke चेहरे पर ख़ुशी झलक उठी, और वो बोला, सरji , कृपया ज़रूर बेबी ke बारे में नायडू सांब को बोल दीजिए , इसका भविष्य बन जाएगा। वो बोले , क्यूँ नहीं, एसा बोलते हुए वो मेरे चूचियों को घूर रहे थे। वो बोले क्या मैं थोड़ी देर बेबी से अकेले में बात कर सकता हूँ , तो रहमान बोले, हाँ हाँ क्यूँ नहीं, एसा कहकर वो शिवा को लेकर बाहर चले गए और मेरी तरफ़ आँख मारकर बोले, बेबी ये चान्स तुम्हें छोड़ना नहीं है। उनके जाने के बाद नंद मेरे पास आकर सोफ़े में मेरे से सट कर बैठ गए, उनके पैंट में तना तंबू साफ़ देख रही थी।फिर मेरे कंधे पर हाथ फेरते हुए बोले, बेबी मैं तुम्हें हीरोइन बनाऊँगा अगर तुम मुझे ख़ुश कर दोगी, कहते हुए उन्होंने मेरा हाथ पकड़कर अपने खड़े लंड के ऊपर पैंट पर रख दिया, आह क्या मस्त लंबा aur मोटा लंड था, मैं तो मज़े से काँप उठी।

अब नंदजी ने अपने हाथ मेरी चूचियों पर रख दिया और दबाते हुए बोले, मैं producer नायडू को बोलूँगा, तुम्हें चान्स देने को वो मेरी बात नहीं कटेगा। मेरा। हाथ अब भी उनके मस्ताने लंड पर था, जिसे मैं धीरे दबा रही थी।अब मेरी चूत भी गिली हो रही थी। उन्होंने कहा कि बेबी, मैं तुम्हें एक बात बताना चाहता हूँ ,लेकिन ye बात तुम किसी से कहना नहीं। मैं बोली, सर एसा क्या है , किसी से नहीं कहूँगी। वो मुझे अपने गोद में खींचकर बोले, असल में , मेरी एक बेटी हैं जो तुम्हारे जितनी ही उम्र की है , वो भी तुम्हारी तरह बहुत सेक्सी है , उसे जब से जवान होते देख रहा हूँ ,और सोचता हूँ कि काश मैं उसे chod पाता, पर अपनी बेटी होने के कारण एसा नहीं कर सकता हूँ।उसकी चूचियाँ भी बस तुम्हारे जैसी हैं मस्त बड़ी बड़ी गोल गोल, ऐसा कहते हुए वो मेरी चूचियाँ दबाने लगे, और मैं मस्ती में आ गयी , उनका मोटा लंड मेरे चूताड़ों पर चुभ रहा था । वो बोले, बेबी kya तुम मेरी बेटी बनकर मुझसे चुअवाओगि? मैं बोली, मुझे क्या करना होगा? वो बोले,तुम्हें चुदवाते हुए मुझे पापा कहना होगा और मैं तुम्हें बेटी बोलूँगा। मैं हैरान होकर उनकी तरफ़ देखने लगी।
अब वो बोले, मेरी बेटी का नाम रानी है, तो मैं अब तुम्हें रानी बेटी ही बोलूँगा । ये कहते हुए मुँहे चूमने लगे और मेरे होंठों को अपने होंठों के बीच लेकर चूसने लगे, फिर उन्होंने अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी, मैं उनकी जीभ चूसने लगी और अपनी जीभ उनके जीभ से रगड़ने लगी, कुछ देर बाद वो मेरी चूचियाँ दबाते हुए मेरी गर्दन मैं चूमने लगे,और उनका एक हाथ मेरी जाँघों पर रखकर सहलाने लगे। वो बोले, आह बेटी , तुम्हारे दूध कितने मस्त और भरे हुए हैं, आहा। इनको दबाने में कितना आनंद aa रहा है । मैं भी सिसक उठी और बोली, हाय पापा मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा है, और अब सच में मेरी पैंटी पूरी गिली हो गयी थी ।वो अब मेरा टॉप उतार दिए और मेरे ब्रा में क़ैद चूचियों के ऊपर हाथ फेरने लगे। फिर उन्होंने मेरी ब्रा के ऊपर से मेरी आधी चूचियों ko चूमा और बोले बेटी तुम्हारे दूध तो अभी से तुम्हारी माँ से भी बड़े हो गए।मैं बोली, पापा आपने ही तो दबा daba कर इतना बड़ा कर दिया है। वो ख़ुश होकर बोले चलो अब स्कर्ट bhi उतारते हैं, ऐसा बोलकर उन्होंने मुझे अपनी गोद से उतारकर नीचे खड़ा किया फिर मेरी स्कर्ट भी उतार दी।अब मैं ब्रा और पैंटी में उनके सामने थी।वो पागल हो रहे थे, उन्होंने मेरी पैंटी के ऊपर से ही मेरी चूत को मुट्ठी। में दबाने लगे , और मैं मस्त हो गयी ।अब wo बोले,बेटी , मुझे कैट वॉक करके दिखाओ, ऐसा कहते उन्होंने मेरे चूतदों पर हाथ फेरा और दबा दिया। मैंने उनको ख़ुश करने के लिए अपनी गाँड़ मटका कर चल के दिखायी। वो उठे और अपने कपड़े utar दिए, उफ़, क्या शरीर था उनका, एकदम गठा हुआ aur बालों से भरा हुआ, और लंड, इतना बड़ा और मोटा जैसे मोटा डंडा हो, रहमान के लंड से भी बड़ा था। वो मुझे खड़े खड़े बाहों में भर लिए और चूमने लगे ।फिर उन्होंने मेरी ब्रा उतार दी, और मेरे दूध दबाने लगे और मुँह में लेकर चूसने लगे,फिर नीचे झुक कर मेरी पैंटी भी उतार दी,और अपने मुँह को मेरी चूत पर रख कर चूमने और चूसने लगे, उन्होंने apni जीभ मेरी क्लिट पर रख दी और उसे जीभ से चाटने लगे ।मैं आह आह करने लगी।फिर उन्होंने मुझे घुमा दिया,अब वो मेरे चूतदों को चूमने लगे,उनको ज़ोर से दबा रहे। थे और काट भी रहे थे, फिर उन्होंने मेरे चूतदों को फैलाया और गाँड़ के छेद को चाटने लगे।मैं तो जैसे मस्ती से भर उठी,और अपनी गाँड़ को khol दी ताकि उनकी जीभ अन्दर चले जाए। वो बोले, क्या मस्तानी चिकनी गाँड़ है मेरी बेटी की, फिर वो खड़े हो गए, और मेरे कन्धों ko दबाकर उन्होंने मुझे नीचे बैठाया और मेरे सामने उनका मस्त खड़ा लंड था, जिसके नीचे बड़े बॉल्ज़ लटक रहे थे।maine उनका सुपारे की चमड़ी ऊपर की, और उसे चूमने और चाटने लगी, वो बोले आह मेरी बेटी क्या लंड चूस रही हो, बहुत मज़ा आ रहा है।मैं ab पूरी मस्ती से उनका लंड चूस रही थी और बीच मैं उनके बॉल्ज़ भी चूम रही थी, वो बहुत ज़ोर से अपनीकमर हिला रहे थे। फिर उन्होंने मुझे उठाकर बिस्तर पर लिटा दिया।

बिस्तर पर लेटा कर उन्होंने मेरे होंठ चूसते हुए मेरी चूचियों को दबाने लगे,और वो उनको भी चूसने लगे। फिर मेरी टांगो को मोड़कर छाती तक ले गए और टांगो को फेलाकर चूत को चूमा, फिर उसके उन्होंने दो ऊँगली डालकर अन्दर बाहर करने लगे, उनकी उँगलियाँ मेरी चूत के रस से भीग गयी थी। फिर अपने लंड में थूक लगाके मेरी चूत पर रख के बोले, बेटी अन्दर डालूँ ? मैं बोली, जी पापा डालिए , मैं आपके लंड के लिए मरे जा रही हूँ , ये कहते हुए मैंने धीरे से कमर को ऊपर की तरफ़ उछाला , उन्होंने भी मज़े मज़े से अपना लंड मेरे अन्दर पेल दिया, एक बार तो मेरी चीख़ निकल गयी, इतना बड़ा लंड पहली बार जो ले रही थी। फिर wo बोले, अभी मज़ा आएगा मेरी रानी बेटी,थोड़ा सबर करो।एसा कहते हुए धीरे धीरे धक्के मारने लगे, मैं भी अब मस्ती में डूब कर बोलने लगी, हाय पापा और ज़ोर से चोदो , बहुत अच्छा लग रहा है।वो बोले, लो बेटी और लो, कहते हुए ज़ोर से धक्के मारने लगे ,मैं भी नीचे से कमर उछाल कर मस्ती से चुदवाने लगी। थोड़ी देर बाद मैं झड़ने लगी थी ,तो वो बोले, बेटी मैं भी झड़ रहा हूँ , और फिर ज़ोर ज़ोर से कमर हिलाते हुए मेरे अन्दर झड़ गए। फिर हमने थोड़ी देर आराम किया , और इस बीच वो मेरे शरीर के सभी अंगों पर हाथ फेर रहे थे,फिर मेरे चूताड़ों को सहलाते हुए मेरी गाँड़ के छेद में ऊँगली फेरने लगे, और बोले, बेटी तुम्हारी गाँड़ कितनी मस्त है,देखो मेरा लंड फिर खड़ा हो रहा है, मैंने उनके लंड को पकड़ी तो वह फिर से खड़ा होने लगा , और वो मुझे चूसने को बोले, मैंने लंड चूसना शुरू किया और वो मस्त होकर बोली, आह बेटी क्या चूस रही हो। ,बहुत मज़ा आ रहा है।थोड़ी देर बाद वो तेल से मेरी गाँड़ के छेद को चिकना करने लगे।बेटी अब तेरी गाँड़ मेरे लंड के लिए तय्यार है,वो बोले,चलो, अब घोड़ी बन जाओ,।फिर मै घोड़ी बनकर बिस्तर पर रेडी हो गयी, और अपने चूतड ऊँचे किए , उन्होंने अपने मोटे सुपारी को मेरे छेद में सेट किया और धीरे से अन्दर किया।मेरी चीख़ निकल गयी,मुझे लगा कि मेरी गाँड़ ही फट गयी।वो मेरे चूतरोंको दबाते हुए बोले,बेटी, थोड़ी देर सह लो ,फिर मज़ा आएगा।फिर एक हाथ से मेरी चूचियों को दबाने लगे और एक हाथ से मेरी चूत के दाने को सहलाने लगे,अब मैं गरम हो गयी, वो ज़ोर ज़ोर से अब मेरी गाँड़ में लंड पेलने लगे । अब मुझे भी कमर हिलाकर गाँड़ मरवाने में मज़ा आ रहा था ।मैं बोली , पापा आऽऽहहह और ज़ोर से, आऽऽहहह चोदो पापा,चोदो , पापा बोले ,हाँ बेटी लो और लो, कहते हुए अपने धक्कों को और बढ़ा दिया,साथ ही मेरी चूत के दाने को और ज़ोर से मसलनेलगे ।अब मैं झड़ने वाली थी,मैं चिल्लायी ,आऽऽहहहह पापा मैं गयी,वो भी सिसकारियाँ लेते हुए मेरी गाँड़ में अपना रस छोड़ने लगे।फिर मैं नीचे गिर गयी बिस्तर पर और वो मेरी पीठ पर गिर गए।उनका लंड अब मेरी गाँड़ से बाहर निकल गया। थोड़ी देर में हम बाथरूम से साफ़ करके कपड़े पहने,और फिर उन्होंने मुझे गोद में बिठाकर बहुत प्यार किया और बोले,कि आज जो तुमने मुझे मज़ा दिया है,वो मैं बार बार तुमसे लेना चाहूँगा , बदले मैं तुम्हेंनायडू जो कि बहुत बड़ा producer है से कहकर तुम्हें हीरोईन बना के रहूँगा। मैंने उन्हें चूम लिया और बोली आप जब बोलो मैं आपकी सेवा में आ जाऊँगी,और जी भरकर मज़ा दूँगी।फिर हम बाहर आए वहाँ शिवा और रहमान हमारा इंतज़ार कर रहे थे,नंद सर बोले, दस दिन के बाद नायडू USA से आएगा तो मैं इनकी मुलाक़ात करा दूँगा और वो इनको हेरोयन बनाएगा।रहमान ने उनको धन्यवाद दिया और वो चले गए। हम bhi वहाँ से निकल गए ,शिवा के जाने के बाद रहमान बोले,कितनी बार लिया वो तुम्हारी ? मैंने सर झुका कर कहा, दो बार, वो पूछे, गाँड़ भी मारी ? मैंने हाँ में सर हिला दिया।वो बोले, लंड ठीक ठाक था ना? मैंने कहा,अंकल आपके लंड से भी बड़ा और मोटा था ।वो मेरे चूतरों को दबाते हुए बोले,तो मज़ा आया ना और हेरोयन बनने का चान्स भी मिल गया। हम फ़्लैट पहुँच गए।
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