Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
11-20-2017, 11:51 AM,
#11
RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
किस करते करते मैने थोड़ा प्रेशर अपने लंड पे डाला तो उनके मूह से ऊऊऊईईई म्‍म्म्माआआअ निकला उन्हो ने मुझे टाइट पकड़ लिया. मैं उनके ऊपेर ऐसे ही पड़ा रहा तो उन्हो ने मेरे कान मे धीमे से कहा राज आज चोद डाल यह रंडी की चूत को फाड़ डाल इसको. यह तेरे राइ साहेब तो चोदना भूल ही गये है उनको पैसे कमाने से फ़ुर्सत ही नही मिलती जो मुझे चोदेन्गे. ऐसे चोद ऐसे चोद के चूत का भरता बन जाए. मेरे ऊपेर कोई दया नही करना चाहे मैं जितना चिल्लाऊ तुम मुझे रगड़ रगड़ के चोदना. इतनी ज़ोर ज़ोर से चोदना के मैं बेहोश हो जाऊ. मैं ने धीरे से उनके होंठो को चूमते हुए कहा के तू आज से मेरी रंडी है अब देख मैं तुझे कैसे चोद्ता हू. उन्हो ने कहा के हा आज से मे तेरी रंडी हू और अब यह चूत सिर्फ़ तेरे लिए ही है. चोद डाल इस भेन्चोद को इसे चुदे हुए कई बरस हो गये है. यह चूत लंड का स्वाद ही भूल गई है. बरसो की प्यासी चूत है इसे चोद डाल मेरे राजा. चोद चोद के इस चूत का भोसड़ा बना दे. अब मैं समझ गया के यह दीपा राइ बोहोत बरस से नही चुदी है और आज यह मस्ती मे चुद्वयेगि. मैं समझ गया के यह बड़े घर की औरतें कितनी फ्रस्टरेटेड होती है और चुदवाने को उताओली हो रही है. अभी मेरा लंड का सूपड़ा उनकी चूत के सुराख मे ही अटका हुआ था. मैं थोड़ा सा ऊपेर उठ गया तो वो चोंक गई और बोली के क्या हुआ साले चोद डाल इस चूत को भेंचूऊऊऊऊ अभी वो यह सेंटेन्स पूरा भी कर पाई थी के मैं ने अपने लंड को उनकी चूत से पूरा 
बाहर खेचा अपने हाथ मे लंड के डंडे को पकड़ा और पूरी ताक़त से सीधा चूत के अंदर तक घुसेड दिया. उनके मूह से चीख निकली आआआआआहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स म्माआआररररर द्दददाआाालल्ल्ल्लाआाआअ सस्स्साआाअल्ल्लीए ऊऊीीईई म्‍म्म्ममाआआअ और उन्हो ने मुझे टाइट पकड़ लिया. उनकी आँखें बाहर को निकल आई उनका चेहरा लाल होगया और पसीने की बूँदें उनकी पेशानी पे उभर के चमकने लगी. मुझे ऐसा लग रहा था के मैं किसी शादी शुदा औरत को नही बलके किसी छोटी उमर की कुँवारी लड़की की चूत को चोद रहा हू. और उनकी चूत मेरे लंड को टाइट पकड़े हुए थी.
दीपा राइ को मसाज टेबल पे चोद रहा हू. वो मस्ती मे चुदवा रही है. 
अब मैं ने पूछा के मेडम कैसा फील कर रही हो तो उन्हो ने बोला के राज अब मैं तेरी रंडी हू मुझे मेडम नही रंडी बोल या दीपा बोल बट मेडम ना बोल. 
मैं ने कहा ठीक है दीपा जान तो उसने अपने सर को थोडा ऊपेर उठा के मुझे किस किया और बोली के हा आज से मैं तुम्हारी जान हू और तुम मेरे जानम हो. इतनी देर मे दीपा की चूत के मसल्स मेरे लंड की मोटाई से अड्जस्ट हो चुकी थी. उनको अब दरद भी नही हो रहा था. जैसे ही दीपा ने अपनी गंद उचकाई मुझे आइडिया हो गया के अब चोदना शुरू करना चाहिए. मैं ने अपना लंड उनकी चूत से बाहर खेचा और फिर एक ही शॉट मे फिर से चूत की गहराईओं मे पहुचा दिया. एक बार फिर से दीपा का बदन अकड़ गया और वो मुझ से लिपट गई. मैं ने अब उनको चोदना शुरू किया. उनकी चूत की पंखाड़ियाँ मेरे लंड के डंडे के साथ अंदर जा रही थी और बाहर आ रही थी मैं. कस्स कस्स के चोद रहा था. पैर तो फ्लोर पे टीके हुए थे उसकी ही ग्रिप ले के चोद रहा था. पोज़िशन और हाइट भी ऐसी अड्जस्टेड थी के लंड की मार चूत के अंदर बहुत ज़ोर से लग रही थी. दीपा ने अपनी टाँगें मेरे बॅक से लपेट ली और मुझे अपनी ओर खेचने लगी और उनके हाथ मेरे पीठ पे थे और हम एक दूसरे की जीभ चूस्ते हुए किस कर रहे थे. मेरे एक एक झटके से दीपा के बूब्स डॅन्स कर रहे थे. अब मैं ने अपने दोनो हाथ उनकी बघल से निकाल के उनके शोल्डर्स को टाइट पकड़ लिया. एसी पोज़िशन मे चुदाई बोहोत पवरफुल और चूत की गहराई तक हो रही थी. मेरा लंड भी किसी पिस्टन की तरह से उनकी चूत के अंदर बाहर हो रहा था. मस्त चुदाई हो रही थी दीपा राइ की जो के एक करोड़ पति की वाइफ थी और एक मामूली जिम ओनर के नीचे नंगी लेटी सिसकारियाँ लेती मस्ती मे और मज़े ले ले के चुदवा रही थी. दीपा का ऑर्गॅज़म आने लगा था तो उनकी साँसें तेज़ी से चलने लगी आँखें सॉकेट मे ऊपेर को च्चढ़ गई और मेरे बदन से टाइट लिपट गई. उनका बदन काँपने लगा और वो झड़ने लगी. जितनी देर ऑर्गॅज़म चलता रहा मैं अपने लंड को उनकी चूत की गहराइयों मे डाले बिना मूव्मेंट के दाब के लेटा रहा. उनका ऑर्गॅज़म 1 मिनिट तक चला और वो शांत हो गई, उनके हाथ पैर ढीले हो गये तो मैं ने मज़ाक किया के अरे दीपा रानी तुम तो झाड़ के खामोश लेट गई अब इस लौदे का क्या होगा. इस की मलाई तो अभी निकली ही नही तो उन्हो ने बोला के राज सच तुम्हारा लंड बोहोत ही मस्त है चोद डालो इस चूत को आज से यह चूत भी 
तुम्हारे लंड की गुलाम हो गई है. जब चाहो जैसे चाहो जहा चाहो इसे चोद देना मैं अफ तक नही करूँगी. मैं धना धन पागलो की तरह से चोदने लगा. कमरे मे चुदाई का मधुर संगीत बज रहा था. पच पच की आवाज़ से कमरा गूँज रहा था. बहुत ही ताक़त से और तेज़ी से चोद रहा था. पता ही नही चल रहा था के लंड चूत से बाहर कब निकला और अंदर कब गया. इतनी देर मे दीपा फिर से गरम हो गई थी और एक बार फिर से उनके पैर मेरे बॅक पे लपेट लिए थे और मुझे टाइट पकड़ लिया था. मेरी स्पीड बोहोत तेज़ हो गई. बोहोत ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था और अब मेरा माल भी निकलने को रेडी था. 
मेरे बॉल्स वज़नी हो गये थे और चूत के निचले भाग पे पटा पट मार रहे थे. मैं ने दीपा को टाइट पकड़ लिया और अपने लंड को पूरा बाहर तक निकाल के एक बोहोत ही पवरफुल शॉट मारा तो मेरा लंड उनकी चूत को चीरता हुआ चूत की गहराईओं मे बचे दानी से जा टकराया और लंड के सुराख से मोटी मोटी गाढ़ी गाढ़ी गरम गरम धारियाँ ऐसे शूट करने लगी जैसे पिस्टल से बुलेट. मेरी मलाई दीपा की चूत मे गिरते ही वो एक बार फिर मुझ से टाइट लिपट गई और मेरे साथ ही झड़ने लगी. मैं अपना लंड उनकी चूत की गहराईओं मे दफ़न कर, दीपा को टाइट पकड़ के बिना मूव्मेंट के लेटा रहा, उनकी चूत मेरे लंड से चिपकी लंड को निचोड़ निचोड़ के मलाई की एक एक बूँद अपने अंदर ले रही थी. मैं दीपा के नंगे बदन पे पड़ा रहा. दीपा ने मुझे किस करते हुए कहा के थॅंक्स राज मैं यह चुदाई कभी नही भूलूंगी. ऐसी शानदार चुदाई मेरी ज़िंदगी मैं आज तक नही हुई. राई साहेब तो बॅस अंदर डालते है और उनका लंड चूत की गर्मी पाते ही उल्टी कर देता है. मुझे आज तक कभी भी उनकी चुदाई का मज़ा नही आया. आज मुझे पता चला है के सही मानो मैं चुदाई किसे कहते है. वो यह सब कहती जा रही थी और मेरे मूह पे किस की बरसात करती जा रही थी. 
क्रमशः........ 
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11-20-2017, 11:51 AM,
#12
RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
गतान्क से आगे.... 

दीपा राइ की चिकनी गुलाबी मस्त चूत 
थोड़ी ही देर मे उनकी आँखें सॅटिस्फॅक्षन से बंद हो गई और वो थोड़ी देर के लिए सो गई. मैं वही करीब पड़े सोफे पे बैठ गया और उसी मॅगज़ीन के पन्ने पलटने लगा जिस्मै चुदाई के फोटोस थे. फोटोस देखते देखते मेरा लंड एक बार फिर से अंगड़ाई ले के खड़ा हो गया. मैं ने देखा के दीपा गहरी नींद सो रही थी पर मैं क्या करता मेरा लंड तो जाग गया था. मैं सोफे से उठा और उनकी चूत को किस करने लगा. मेरा मूह उनकी चूत से लगा और उनका हाथ इन्वोलंटराइली मेरे सर पे आ गया और अपनी टाँगें मेरी बॅक से लपेट ली. मैं उनकी चूत को बड़ी मस्ती से चाट रहा था और वो भी अपनी गंद उचका उचका कर मेरे जीभ के मज़े ले रही थी. थोड़ी ही देर मे वो इतनी उत्तेजित हो गई के मेरे बालो को पकड़ के ऊपेर की ओर खेचने लगी तो मैं समझ गया के अब इस चूत को लंड चाहिए. मैं उनके ऊपेर झुक गया और अपने लंड को उनकी बे-हाल लाल चूत के सुराख मे लंड का सूपड़ा अटका दिया और. उनके मूह मे अपनी जीभ डाल के किस करने लगा और फिर एक ही धक्के मे उनकी चूत के अंदर लंड को पूरा जड़ तक पेल दिया. 
ऐसा झटका लगने से उनकी आँखें पूरी तरह से खुल गई और मेरे बॅक को अपने हाथो से और मेरे चूतदो को अपनी टाँगो से अपनी ओर दबाने लगी. मैं घचा घच चोदने लगा और उनकी चूत से रस टपकता रहा. शाएद 20 या 25 मिनिट के पवरफुल चुदाई के बाद मैं भी उनकी चूत के अंदर ही झाड़ गया और थोड़ी देर तक उनके ऊपेर ही आँखें बंद करके गहरी गहरी साँसें लेता पड़ा रहा. 
मैं अपने ख्यालो मे था के मेरे हाथ पे आनी ने चुटकी ली तो मैं अपने सपनो से वापस आ गया. दीपा से मुलाकात और उनकी चुदाई का सोचते सोचते मैं ने जो टवल लपेटा था उसमे से मेरा लंड टेंट बना चुका था. आनी कभी मुझे देखती तो कभी मेरे आकड़े हुए लंड से बने टेंट को. मैं ने पूछा क्या हुआ वॉट डू यू वॉंट. तो उसने बोला के आक्च्युयली कॉलेज मे मेरा पैर स्लिप हो गया था, मैं 
स्टेर्स से गिर गई थी तो कमर लचक गई है और आगे और पीछे से थाइस के मसल्स स्ट्रेन कर रहे है तो मैं ने बोला के कही कोई हड्डी ना फ्रॅक्चर हुई हो तो उसने बोला के नही हड्डी मे कुछ नही मस्क्युलर पेन है बॅस मुझे थोड़ा मालिश करदो तो ठीक हो जाउन्गी. मुझे उसके सामने वाले थाइस के पास जो स्पंद्रेल शॉर्ट था वाहा मुझे रगर के निशान नज़र आए तो मैं समझ गया के थाइ के सामने की हिस्से मे भी मार लगी है. मैं ने उसको बोला के अरे बेबी आप खड़ी क्यों है बैठिए ना तो उसने बोला के अरे मिसटर मैं बेबी नही हू 12थ क्लास मे हू बड़ी हो गई हू और तुम मुझे अभी भी बेबी समझ रहे हो तो मैं हंस पड़ा और बोला के ओके मिस आनी आप खड़ी क्यों है बैठिए ना सोफे पे तो उसने बोला के मुझे दरद ज़ियादा हो रहा है प्लीज़ जल्दी से मालिश करदो ना. तो मैं ने बोला के ठीक है प्लीज़ वेट करे मैं अभी कर देता हू. मैं ने पूछा के वो तुम्हारे साथ कॉन थी तो उसने बोला के वो मेरी कज़िन है सुनीता राइ उसको सोनी कहते है. मैं ने पूछा कोन्सि कज़िन फर्स्ट या अभी मैं सेंटेन्स भी पूरा नही कर पाया था के उसने बोला के वो मेरी मौसी (खाला) की बेटी है मेरी मोम और उसकी मोम सग़ी बहने है और हम दोनो के डॅड एक दूसरे के भाई है. मुझे याद आ गया के उसकी मौसी का नाम रूपा राइ था. मैं एक बार फिर से अपने फ्लश बॅक मे चला गया. 
एक टाइम रात मे जब सब मेंबर्ज़ और मसाजार लड़किया अपने अपने घर चले गये तो मैं जिम बंद करने की तय्यारी कर रहा था. अभी लास्ट लाइट बंद कर के डोर लॉक करने ही वाला था के मेरा मोबाइल बजने लगा. मैं नाम देख के मुस्कुरा दिया स्क्रीन पे फ्लश हो रहा था दीपा कॉलिंग. मैं ने आन्सर किया “यस दीपा डार्लिंग” उस दिन की चुदाई के बाद दीपा ने कहा था के अब तुम मुझे सिर्फ़ दीपा, डार्लिंग, माइ लव, मेरी जान, स्वीटहार्ट कह सकते हो और कुछ नही तो मैं ने मान लिया था. दूसरी तरफ से आवाज़ आई “क्या कर रहे हो” मैं ने कहा कुछ नही अभी जिम बंद को लॉक कर रहा हू तो उन्हो ने बोला के मुझे तुम्हारी बोहोत याद आ रही है, मैं यहा अकेली हू मेरे पास चले आओ, आज मेरे पास कोई नही है मुझे 
मसाज करवाना है. मैं समझ गया के यह तो रुटीन था मसाज तो क्या खाक होता, मसाज का नाम तो एक बहाना था बॅस चुदाई होती हर स्टाइल मे. मैं ने कहा ओके जानू अभी आया. खाना खा लिया ? तो मैं ने बोला के नही तो उसने पूछा के भूक लगी है तो मैं ने बोला के हा बड़े ज़ोर की लगी है तो उसने कहा के ठीक है जल्दी आओ मैं तुम्है सब कुछ खिला दूँगी और मैं भी खा लूँगी तो मैं समझ गया के अपनी चूत खिलाएगी और मेरा लंड खाएगी. मैं मुस्कुरा दिया और फोन कट कर दिया. 
मैं जैसे ही वाहा पहुचा मेरी आँखें फटी की फटी रह गई. मैं ने उनका घर देखा ज़रूर था लैकिन बाहर से ही देखा था वैसे जब कभी उनको मसाज या चुदाई की ज़रूरत होती तो मुझे वो अपने फार्महाउस ले जाती जहा हम चुदाई करते. आज घर पे आया था. घर क्या था शानदार हवेली थी. बड़े बड़े हाल जहा बोहोत ही कॉस्ट्ली चांडलियर्स लगे हुए थे, घर का बोहोत बड़ा लॉन था जहा घास उगी हुई थी. घर मे बोहोत ही मस्त खुश्बू आ रही थी. रात का समय था इसी लिए धीमे पवर के लाइट्स लगे हुए थे. वो मुझे ले के अंदर ड्रॉयिंग रूम मे आ गई. बहुत ही बड़ा था उनका ड्रॉयिंग रूम जहा 4 सोफा सेट पड़े हुए थे. फ्रिड्ज भी रखा था. स्ट्न्ट्र टेबल पे बड़े सलीके से रखे फॅशन के मॅगज़ीन्स रखे थे और घर मे बड़े बड़े फ्लवर वेस बोहोत ही आछे ढंग से रखे हुए थे जिन्मै फ्रेश फ्लवर्स थे.
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11-20-2017, 11:52 AM,
#13
RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
दीपा ने कहा के चलो मैं तुम्है अपना बेडरूम दिखाती हू तो मैं दीपा डार्लिंग के पीछे पीछे उनके बेडरूम तक आ गया. बेडरूम क्या था लगता था के फुटबॉल ग्राउंड है. इतना बड़ा था. बेडरूम मे भी 2 सोफा सेट पड़े हुए थे, कमरे मे काफ़ी बड़ा गोल बेड था जो कमरे के बीचो बीच चमेली के फूलो की लदिओं से सज़ा हुआ था. गुलाबी कलर की रेशमी चादर बिछी हुई थी लैकिन चमेली के फूलो से धकि हुई थी. लगता था के फूलो की बेडशीट बिछी हो. सारे कमरे मे चमेली की खुश्बू फैल रही थी. फ्लोर तो एक दम से वाइट मार्बल का था लगता था के रूई (कॉटन) बिछा दी गई हो. कमरे मे धीमी आवाज़ मे म्यूज़िक बज 
रहा था. पता ही नही चलता था के म्यूज़िक सिस्टम और स्पीकर्स कहा रखे है, हिडन म्यूज़िक सिस्टम था. बेडरूम के बीचो बीच बेड के ऊपेर एक बोहोत ही बड़ा क्रिस्टल का कहॅंड्लियर छत से लटक रहा था लैकिन अभी उसके लाइट्स खुले नही थे. धीमी रोशनी मे भी हीरे (डाइमंड) जैसे उसके क्रिस्टल चमक रहे थे. मैं तो देख के दंग रह गया और मैं इधर उधर देखने लगा तो दीपा मेरे सामने आ गई और मुझे किस करने लगी और साथ मे मेरे लंड को भी सहलाने लगी. मेरे लंड को सोते से जागने मे एक मिनिट भी नही लगा. उन्हो ने कहा के राज यह वोही बेड है जहा मैं ने सुहाग रात मनाई थी पर मुझे कोई खास मज़ा नही आया था आज फिर से इसी बेड पे तुम्हारे साथ मैं अपनी सुहाग रात मनाना चाहती हू. चोद डालो अपनी रंडी जानू को और चोद चोद के भोसड़ा बना दो साली की चूत का. बॅस फिर क्या था मैं ने फॉरन ही अपनी दीपा जान को अपनी बाँहो मे उठा लिया और बेड पे लिटा दिया और फिर उसके कपड़े उतार दिए और मैं ने भी अपने कपड़े उतार दिए. अब हम दोनो उनके बेडरूम मे जहा दीपा के साथ उसके पति सोया करती है वो जगह अब मेरी थी अब मानो मैं ही दीपा का पति था. थोड़ी देर 69 मे एक दूसरे से लिपटे रहे फिर दीपा की चूत को चाटने के बाद मैं उसकी टाँगो के बीच आ गया अपने लंड को उसकी चूत की पंखदीओ के बीच ऊपेर नीचे करता रहा जिस से लंड चूत के अंदर तो नही गया पर उसकी क्लाइटॉरिस को रगड़ता रहा. दीपा मस्ती मे पागल हो गई थी और फिर मैं ने एक ही झटके मे अपना मोटा खूते जैसा लंड उसकी चूत मे पेल दिया और धना धन चोदने लगा. दीपा चिल्ला रही थी फक मी फक मी आआहह कक्च्छूड्दद दददाालल्ल्ल आअहह उउउहह आऐईीससी हहिी कच्छूड्डू फ़ाआद्द्ड़ डााल्ल्लूऊ ऊओिइ म्‍म्माआ और धक्को के साथ उसके बूब्स भी रांबा डॅन्स कर रहे थे. बड़ी मस्त चुदाई चल रही थी. कमरा पच पच की आवाज़ से गूँज रहा था अब म्यूज़िक सिस्टम की नही चुदाई का म्यूज़िक चल रहा था. दीपा अपनी गंद उठा उठा के चुदवा रही थी. अभी भी इस उमर मे भी उसकी चूत किसी छोटी कुँवारी लड़की की तरह से टाइट थी. दीपा 3 टाइम ऑलरेडी झाड़ चुकी थी और मेरा ऑर्गॅज़म भी रेडी था. मैं ने अपनी स्पीड तेज़ कर दी और फिर एक बोहोत ही ज़ोर का 
झटका मारा और अपने लंड को दीपा की चूत मे दबा के उस को टाइट पकड़ लिया और लंड से गरम गर्म लावा निकल के दीपा की चूत को भरने लगा. दीपा की चूत लंड के गरम गरम लावे की गर्मी से पिघलने लगी और उसकी चूत से समंदर बहने लगा. मैं थोड़ी देर तक ऐसे ही अपना लंड उसकी चूत मे डाले उसके ऊपेर लेटा रहा . देखा तो बिस्तर मे चमेली केफूल रगडे जा चुके थे यू रेज़ रगड़ा जाने से कमरे मे कुछ और भी चमेली की खुश्बू फैल गई.
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11-20-2017, 11:52 AM,
#14
RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
अपना लंड दीपा की चूत मे घुसाए थोड़ी देर ऐसे ही दीपा के ऊपेर पड़ा रहा. दोनो ने एक दूसरे को बोहोत ही टाइट पकड़ा हुआ था ऐसा लग रहा था जैसे डर हो के कही कोई भाग ना जाए. मेरा लंड दीपा की चूत के अंदर फूल रहा था और उसकी चूत मेरे लंड को निचोड़ रही थी. फिर जैसे ही मेरा लावा निकलना बंद हुआ और दीपा की चूत का निचोड़ना बंद हुआ मैं एक ही मूव्मेंट मे डीप के ऊपेर 69 की पोज़िशन मे आ गया. मेरे लंड से हम दोनो की मिक्स मलाई टपक रही थी. मैं दीपा के सर के दोनो तरफ अपने घुटने मोड़ के झुक गया और दीपा की मूडी हुई टाँगो के बीच उसकी बहती हुई चूत पे मूह लगा दिया. मेरे लंड से मलाई टपक रही थी. दीपा ने अपना सर थोड़ा उठाया और मेरे लंड से टपकती मलाई को चाट लिया और फिर फॉरन ही मेरे लंड को चूसने लगी. मेरा लंड तो अभी तक ठंडा नही हुआ था वो वैसे का वैसा ही लोहे जैसा सख़्त था जिसे दीपा आइस क्रीम की तरह से चूस रही थी. मैं उसकी चूत से निकलते रस को चाट रहा था. आहह क्या बताऊ कितना मीठा था हम दोनो का मिला जुला अमृत. 
थोड़ी देर के अंदर ही दीपा फुल मूड मे आ गई और अपनी गंद उठा उठा के मेरे मूह को चोदने लगी. उसने मेरे सर को पकड़ा हुआ था और अपनी थाइस के बीचे दबा दिया था. उसका ऑर्गॅज़म फॉरन ही हो गया और वो मेरे सर को अपनी चूत मे दबाए हुए 
झड़ने लगी. जितनी देर झड़ती रही लंड नही चूसा. जैसे ही ऑर्गॅज़म ख़तम हुआ उसने फिर से लंड को चूसना शुरू कर दिया. 
दीपा राइ मेरा लंड कितने मज़े से चूस रही है 
मेरा लंड तो बोहोत ही सख़्त हो गया था. मेरा थूक और उसकी चूत से निकले अमृत से उसकी गंद भी गीली हो गई थी. मैं ने उसको घोड़ी बना दिया. वो अपने हाथ और घुटने बेड पे टिकाए घोड़ी बन गई. मैं पीछे से उसकी चूत मे लंड डाल के पेलने लगा. आअहह क्या मज़ा आ रहा था ऐसे चोदने मे उसको. 
लंड जैसे उसके पेट तक घुस रहा था. हम दोनो की हाइट मे थोड़ा सा फरक था जिसके चलते मेरे लंड की और उसकी गंद के पोज़िशन एक दम से फिट बैठ रही थी. उसकी गुलाबी गंद का छेद मुझे अपनी ओर आकृष्ट कर रहा था. लंड तो फुल गीला ही था और उसकी गंद मे भी उसकी चूत का रस जमा हुआ था. मुझे अब उसकी गंद मारनी थी और मैं उसको बोलना भी नही चाहता था इसी लिए मैं उसकी चूत मे ही लंड डाल के चोद रहा था. धना धन चोद रहा था और फिर इस से पहले के वो कुछ समझ पाती मेरा लंड उसकी गंद की गहराईओं मे घुस्स चुका था. पता ना होने के वजह से 
गंद के मसल्स रिलॅक्स थे इसी लिए मेरे लंड को उसकी गंद फाड़ के अंदर घुसने मे कोई प्राब्लम नही हुई. जैसे ही लंड उसकी गंद फाड़ के अंदर घुसा उसके मूह से एक बोहोत ज़ोर की चीख निकली ऊऊऊऊीीईईईईईईई म्‍म्म्मममाआअ हह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आअब्बीययी क्क्कीियाअ ग्गाअन्नदडड़ म्‍म्मईएईई ग्घहुउस्स्सीएद्ड ददडिईयाअ स्साल्ल्ली त्त्ीररीि म्‍म्माआ क्कीी गगाणन्ँदडड़ स्साममजजाअ क्कीियाअ. उसका सारा बदन अकड़ चुका था और वो औंधी बेड पे लेट गई थी. मैं ने उसके कंधो को टाइट पकड़ा हुआ था जिस के चलते मेरा लंड उसकी गंद से बाहर नही निकला था. मैं थोड़ी देर तक ऐसे ही उसके ऊपेर उसकी गंद मे लंड डाले पड़ा रहा. थोड़ी देर के बाद जब उसका बदन थोड़ा रिलॅक्स हुआ तब उसकी गंद मारना स्टार्ट किया. अपनी दोनो टाँगें उसकी दोनो टाँगो के बीच रख के दोनो पैरो को खोल दिया और हाथ उसके थाइस के दोनो तरफ रख के उसको थोड़ा सा ऊपर उठाया और ऐसी पोज़िशन मे गंद बोहोत अची तरह से मार रहा था. उसकी गंद भी इतनी टाइट थी के क्या बताऊ सायद राइ साहेब को गंद मारने का शौक नही था और इसीलिए अभी तक दीपा की गंद भी कुँवारी थी. मैं उसकी कुँवारी गंद को मार रहा था मुझे टाइट गंद मारने का बोहतो ही मज़ा आ रहा था. दीपा ऐसे बेड पे उल्टा लेटी थी के उसकी गंद हवा मे उठी हुई थी और उसकी चुचियाँ बेड पे लगी हुई थी. मैं नीचे हाथ डाल के उसकी चुचिओ को दबा के मसल रहा था और गंद मार रहा था. मेरी रफ़्तार बोहोत ही बढ़ चुकी थी. अब दीपा भी बड़े मज़े से गंद मरवा रही थी. मैं इतना जोश मे था के कब मेरा लंड उसकी गंद के पूरा बाहर निकला और एक बार फिर फुल फोर्स से उसकी चूत मे घुस गया. दीपा एक बार फिर से चिल्लाई शाएद वो इस अटॅक के लिए तय्यार ना थी. अब मैं उसकी चूत को चोद रहा था एक दम से पागलो की तरह से चोद रहा था डॉगी स्टाइल मे. यह एग्ज़ॅक्ट्ली फुल डॉगी स्टाइल नही था बलके ऑलमोस्ट मिशनरी ही पोज़िशन थी बस फ्रॉम दा अदर साइड. लंड उसकी चूत के गहराईओं मे घुसा हुआ था और मैं पूरी ताक़त से चोद रहा था. दोनो के बदन पसीने से भर चुके थे और फिर मुझे ऐसा लगा जैसे मैं भी अब छूटने वाला हू. मैं ने उसके शोल्डर्स को टाइट पकड़ लिया और एक फाइनल झटका मार के अपने लंड 
को उसकी चूत के अंदर दबा दिया और उसको बोहोत ही टाइट पकड़ लिया. जैसे ही मेरे लंड से गरम गरम लावा निकल के उसकी चूत मे गिरा वो फिर से काँपने लगी और झड़ने लगी. मुझे अपने लंड पे उसकी चूत का गरम अमृत महसूस हो रहा था. वाह क्या बताऊ दोस्तो कितनी वंडरफुल फीलिंग थी वो. 
क्रमशः........
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11-20-2017, 11:52 AM,
#15
RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
गतान्क से आगे.... 
मेरे लंड से गरम गरम लावा निकल रहा था और उसकी चूत से गरम गरम अमृत. लंड को बड़ी मस्त चूत की मस्त गर्मी मिल रही थी. मैं दीपा के ऊपेर ही ढेर हो गया. मेरा लंड उसकी चूत मे घुसा पड़ा था और मैं उसकी पीठ पे पड़ा गहरी गहरी साँसें ले रहा था. 
दीपा राई मेरे लंड का मूठ मार के फव्वारे का मज़ा ले रही थी 
जैसे ही मेरे लंड से लावा निकलना बंद हुआ, मैं ने दीपा को पलटा लिया और फिर से उसके ऊपेर लेट गया. दीपा ऐसी मस्त चुदाई से बोहोत ही मस्ती मे आ आ गई थी. मैं दीपा के ऊपेर लेटा हुआ था मेरा लंड उसके पेट पे था और हमारे बदन के बीच सॅंडविच बना हुआ पड़ा था.. दीपा ने मुझे टाइट पकड़ा हुआ था और मुझे चूम रही थी के इतने मे कमरा ऐसे रोशन हो गया जैसे दिन निकल आया हो. हम दोनो की आँखें चुन्धिआ गई. 
देखा तो किसी ने शॅनडेलियर की लाइट्स ऑन कर दी थी. मैं एक झटके से दीपा के ऊपेर से उठ गया और अपने हाथो से अपने भीगे लंड को छुपाते हुए अपने कपड़े देखने लगा. अरे ऐसी भी क्या जल्दी है कुछ मुझे भी तो देखने दो ना यह आवाज़ सुनते ही मेरे पसीने छ्छूट गये. देखा तो एक और दीपा खड़ी थी. मेरा सर चकरा गया. मैं हैरानी से कभी एक दीपा को देखता तो कभी दूसरी दीपा को. दोनो ही एक साथ हंस पड़ी और बोली के क्यों क्या हुआ तो मैं कुछ बोला नही क्यॉंके मेरी समझ मे कुछ भी नही आ रहा था के मैं यह क्या देख रहा हू और मेरी दीपा जान कोन है. मुझे ऐसे हैरानी से देखते हुए उस दीपा ने जिसने शॅनडेलियर ऑन किया था उसने बोला के हे राज यार तुम्हारी जान तो मैं हू यह मेरी बहन है रूपा राई. मेरा सर चकराने लगा. मैं तो जैसे पागल हो गया. आक्च्युयली जिसे मैं अब तक दीपा समझ के चोद रहा था वो दीपा नही बलके उसकी जुड़वा बहेन रूपा थी, रूपा राई. दीपा राई और रूपा राई मे प्रॅक्टिकली कोई डिफरेन्स नही था. एक ही हाइट, एक जैसा रंग, एक जैसे बॉल, एक जैसी आँखें, एक जैसा फिगर मुझे लगता था के शाएद किसी के पति किसी को भी चोद के समझते होंगे के उन्हो ने अपनी वाइफ को चोदा है और यह भी हो सकता है के यह दोनो बहने आपस मे हज़्बेंड्स को स्वप भी कर लेती होगी. दोनो की आवाज़ भी एक जैसी थी, फेस कट एक जैसा था, दोनो का बदन एक जैसा था, दोनो के बूब्स का साइज़ और शेप भी एक जैसा था अरे और तो और दोनो की चूते भी एक जैसी ही थी.. सच मे, मैं तो जैसे पागल हो गया. सच मानो मुझे यकीन नही आ रहा था के मैं ने दीपा को चोदा था या रूपा को. इतनी सिमिलॅरिटी तो शाएद किसी भी ट्विन्स मे नही होती होगी. यह सोचते सोचते मैं कभी एक को देखता तो कभी दूसरे को. मैं कमरे मे नंगा खड़ा था अब तो मेरा हाथ भी कब मेरे लंड से हट गया खबर ही नही हुई. मैं इस बात को समझ ही नही सका. फिर बाद मे हम तीनो ने मिलके 3सम किया. मुझे वो एग्ज़ाइट्मेंट अभी भी याद है के मैं दो सग़ी ट्विन्स बहनो को एक साथ चोद रहा हू. इस एग्ज़ाइट्मेंट मे मेरा लंड झटके खाने लगा. 
रूपा राई कैसे मज़े से चुदवा रही है 
रूपा राई की गुलाबी फूली हुई चूत. 
अबकी बार चितकी मेरी गंद पे ले गई तो मैं चोंक पड़ा और घबरा के इधर उधर देखने लगा तो आनी ने चुटकी बजा के पूछा हे मिसटर किन्न ख़यालो मे खो जाते हो तुम, मैं कब से खड़ी हू और तुमको पता है के मुझे मस्क्युलर पेन हो रही है मैं ठीक से खड़े भी नही हो सकती और तुम बजाए मुझे अटेंड करने के 
दीवार को घूर घूर के देख रहे हो. उसकी नज़र बार बार मेरे आड़के हुए लंड पे जा रही थी पर कोई कॉमेंट नही किया.
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11-20-2017, 11:52 AM,
#16
RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
मैं अपने ख़यालो से वापस आ गया था. मेरे सामने आनी खड़ी थी. दीपा राई की बेटी. दीपा जिसको मैं इस 3 महीनो मे शाएद 100 से ज़ियादा टाइम चोद चुका था. सम्टाइम्ज़ तो मुझे यह भी धोका होता के मैं दीपा को चोद रहा हू या रूपा को. एनिहाउ दीपा और रूपा को मैने इन 3 महीनो मे कम से कम 100 बार या उस से भी ज़ियादा टाइम चोद चुका था और कंटिन्यू चोद रहा था. 
दोनो की गंद भी मार चुका था. अब तो दोनो ही किसी रॅंडियो की तरह से चुदवाती और पवरफुल चुदाई के मज़े लेती. कभी उसके घर मे तो कभी यही उनके फार्महाउस मे. यहा अपने पार्लर मे एक फर्स्ट टाइम जो चोदा था बॅस उसके बाद वो मुझे अपने फार्म हाउस पे ही ले जा के चुदवाने लगी. कभी तो मैं दीपा और रूपा 3सम भी करते. मुझे बोहोत कॉस्ट्ली गिफ्ट्स भी देती रहती है दोनो. इन दोनो को चोदने के बाद मुझे पता चला के यह अमीर घर की बीवियाँ कितनी प्यासी होती है. इनके हज़्बेंड्स को पैसे कमाने से फ़ुर्सत नही मिलती. उन्हे पता ही नही चलता के उनके घर मे एक गरमा गरम चूत उन के लंड से चुदवाने का कितने बेकरारी से इंतेज़ार कर रही है. पैसा कमाने के चक्कर मे अपनी अपनी बिवीओ की नीड्स को भूल जाते हिया और उनकी चूत की ज़रूरत पूरी नही करते. उनको खबर ही नही होती की उनकी वाइफ अभी जवान है उनकी चूत मे भी तूफान आता है और फिर जब घर मे उनकी चूत का उमड़ता तूफान ठंडा नही होता तो फिर हम जैसे यंग लड़को से ही चुदवा के मज़े लेती है. और जब चुदवाती है तो किसी रॅंडियो की तरह से बातें करती है और यही औरतें जब समाज मे लोगो के सामने आती है तो कितनी शरीफ लगती है. लोग समझते है के इन के जैसी शरीफ औरतें शाएद दुनिया मे कही नही मिलेगी उनको क्या पता के जब यह टाँगें खोल देती है तो इनकी चूत से जूस का समंदर बह निकलता है और मूह से ऐसी ऐसी गालियाँ निकलती है के सुनने वाले हैरत से देखते रह जाएँ. 
हा तो अब मेरे सामने इसी दीपा राई की एकलौती कमसिन बेटी अनिता राई (आनी) अपनी पूरी सुंदरता के साथ अपनी कमसिन जवानी लिए मेरे सामने खड़ी थी जिसके माथे का पसीना पार्लर के एरकॉनडिशन की ठंडी हवा से सूख चुका था. मैं ने उसको ऊपेर से नीचे देखते हुए कहा के ऐसे कपड़ो मे मालिश कर्वओगि तो सारे कपड़े खराब हो जाएगे. तो उसने पूछा के फिर क्या करू तो मैं ने बोला के एक तो तुम्हारा यह शॉर्ट इतना टाइट है के इसको निकाले बिना मसाज नही हो सकता और अगर तुमको यह कीमती टी शर्ट खराब करनी है तो पहने रहो नही तो इसको भी निकाल दो. नही मैं अपनी शर्ट को खराब नही कर सकती, यह नयी शर्ट है और पापा लास्ट वीक ही इसको इटली से लाए है. मैं ने बोला के तो तुम ऐसा करो के वाहा उस कमरे मे चली जाओ और अपने यह कपड़े निकाल के वाहा से एक चादर ओढ़ लो और यहा आ के लेट जाओ. यह मेरा नया मसाज टेबल है जो अभी अभी फिट किया गया है तुम पहली कस्टमर होगी इस नयी चेर पे जो अभी अभी जर्मनी से आई है तो वो चेर देख के खुश हो गई और बोली के यह चेर तो कुछ नये स्टाइल की लगती है ऐसा लग रहा है जैसे कोई रोबोट हो तो मैं ने कहा के हा यह ऑलमोस्ट रोबोट ही है इसके एक एक पार्ट पे हिंजस लगे है और यह हर जगह से मूड सकता है और इस टेबल को मसाज करने वाला या मसाज करने वाली लड़की (मसाजर) अपनी हाइट के हिसाब से अड्जस्ट कर सकता है. मैं ने उसको नीचे फ्लोर के करीब टेबल से जुड़े एक लीवर को बता के बोला के इस टेबल के बोहोत से मूव्मेंट यह लीवर कंट्रोल करता है और कुछ लेग रेस्ट के पास और कुछ हेड रेस्ट के पास लीवर्स है. इस टेबल को पूरा 90 डिग्री पे सीधा खड़ा भी किया जा सकता है और उसी तरह से 90 डिग्री पे उल्टा भी किया जा सकता है आइ मीन के सर के बल भी हो जाती है और यह देखो यह हॅंड रेस्ट और लेग्स रेस्ट के साथ यह बेल्ट्स लगे है और जब यह बेल्ट लगा के टाइट कर दिए जाते है तो इस पे लेटी हुई लड़की नीचे नही गिरती. वो इंट्रेस्टिंग निगाहो से टेबल को देख रही थी. मैं ने कहा चलो बेबी.. उसने मेरी बात काट ते हुए कहा के हे मिसटर तो मैने उसकी बात काट ते हुए कहा के राज आइ आम राज. 
ओके राज यार कितनी बार बताऊ के मैं बेबी नही हू मैं एक जवान लड़की हू और इंटर 2न्ड एअर (12त) क्लास मे पढ़ती हू. तो मैने हस्ते हुए कहा के अछा मिस आनी.. अभी इतना ही कहा था के उसने फिर बात काटी और बोली के नो मिस विस्स जस्ट कॉल मी आनी, आइ लव दिस नेम. मैं ने बोला के ओके आनी अब आप टेबल पे लेट जाओ मैं मसाज शुरू करता हू. वो लंगड़ाती हुई कमरे मे जाने लगी तो मैं ने उसके पीठ से हाथ डाल के उसको सपोर्ट किया और कमरे मे ले गया. मैं ने बोला के वाहा सोफे पे बैठ जाओ और चेंज कर्लो. उसने बोला के ठीक है. मैं कमरे से बाहर आ गया. 
2 मिनिट के अंदर ही उसने मुझे पुकारा ऱाअज्ज्ज्ज तो मैं कमरे मे चला गया. देखा के उसका ब्लू सपेंड्रल आधा उतरा हुआ उसके घुटनो के बीच फसा पड़ा है और वो कमर के दरद की वजह से उसको निकालने के लिए झुक नही पा रही है. उसने मुझे हेल्प के लिए पुकारा. उसकी गोरी गोरी नंगी मक्खन जैसी चिकनी थाइस देख के मेरे लंड ने एक और झटका खाया और टवल के नीचे मचलने लगा. लंड का झटका आनी की नज़रो से छुपा नही रह सका. उसके चेहरे पे एक हल्की सी मुस्कान आ गई जिसे मैं ने चोर नज़रो से देख लिया. मैं ने पूछा क्या बात है तो उसने बोला के राज यह नही निकल रहा है प्लीज़ थोड़ी हेल्प करो ना. मैं ने बोला ओके और नीचे फ्लोर पे ही उसके सामने घुटनो के बल बैठ गया और उसकी टाँगो को अपने शोल्डर पे रख लिया. वाउ क्या नज़ारा था उसकी वाइट सिल्की सी थ्रू पॅंटी के अंदर से उसकी गुलाबी चूत की पूरी आउटलाइन और उभरी हुई चूत की पंखाड़ियाँ मेरी नज़रो के सामने दिखाई दे रहे थे. शाएद आनी मेरी नज़रो को भाप गई और अपने हाथो से अपनी चूत को छुपाने की नाकाम कोशिश करने लगी. मैं उसके टाइट शॉर्ट को धीरे से खेच के निकालने लगा. सपेंड्रल शॉर्ट काफ़ी टाइट था, निकालने के टाइम जिस स्टाइल से उसको खेचना पड़ रहा था उस तरीके से उसकी गंद भी थोड़ी थोड़ी ऊपेर उठ रही थी और जब भी गंद ऊपेर उठ ती उसकी चूत का उभार सॉफ दिखाई देता और मेरे लौदे का तो हाल ही ना पूछो.
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11-20-2017, 11:52 AM,
#17
RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
अगर यह आनी, राई साहेब की बेटी ना होती तो शाएद कब का चोद चुका होता. मैं बड़ी मुश्किल से अपने आप पे काबू रख रहा था के कही कुछ उल्टा सीधा ना हो जाए नही तो लेने के देने पड़ जाएगे, बड़े बाप की बेटी जो है. 
अनिता राइ जैसी खूबसूरत 
अनिता राइ की जैसे सेक्सी मुस्कान 
मैं उसका शॉर्ट निकाल के फिर से बाहर जा रहा था तो उसने बोला के एक मिनिट राज मुझे भी सहारा दे के ले चलो और उसने चादर उठाई और अपनी शर्ट को दोनो हाथ क्रॉस कर के नीचे से ऊपेर तक उठाया और सर के ऊपेर से निकाल दिया. बॅस एक ही सेकेंड के लिए उसके गोल गोल बूब्स दिखाई दिए. उफ्फ क्या बताऊ दोस्तो ऐसे किल्लर बूब्स थे के बॅस चूस डालु यही सोच आई मेरे 
दिमाग़ मे. गोल्फ बॉल जीतने होगे. पूरी तरह से नही दिखाई दिए बॅस एक झलक मे ही मेरे होश उड़ गये. मेरा शक सही था. आनी ने अंदर ब्रस्सिएर नही पहनी थी. उसने चादर ओढ़ ली और खड़ी हो गई तो मैं उसको फिर से उसकी कमर मे हाथ डाल के सहारा दे के बाहर ले आया. ऐसी पोज़िशन मे मेरे हाथो को उसके बूब्स भी टच कर रहे थे जिसकी वजह से मेरे बदन मे बिजलिया कडकने लगी. . 
आनी को टेबल के पास खड़ा किया और लीवर से टेबल को ऑलमोस्ट ऐसे हाइट पे ला के रोका के वो इतमीनान से उस टेबल पे लेट सके. मैं ने उसको सहारा दे के टेबल पे उल्टा लिटा दिया क्यॉंके कमर पे ज़ियादा प्राब्लम थी. उसके टेबल पे लिटा ने के बाद मैं ने टेबल को अपने थाइ लेवेल तक ऊँचा उठाया और फिर टाँगो वाले पोर्षन के लीवर से टाँगो के पोर्षन को अलग किया ऐसी पोज़िशन मे उसके पैर ऑलमोस्ट 45 डिग्रीस तक खुले हुए थे, ऐसे जैसे कॉंपस बॉक्स का डिवाइडर खुला हुआ हो और उसको सामने से थोड़ा सा ऊपेर उठाया हुआ था. ऐसी पोज़िशन मे उसके पैर अलग अलग थे और वो स्ट्रेट नही लेटी थी बलके सर के पास से थोड़ा सा ऊपेर उठी हुई थी. दोस्तो टेबल की पोज़िशन को इमॅजिन करे तो समझ मे आएगा. उसके पैरो के पास एक फुट रेस्ट था जिस पे उसके पैर फिट बैठे थे. अब तो नही गिर सकती थी. जैसे एरोप्लेन के टेक ऑफ के टाइम पे पोज़िशन होती है या हॉस्पिटल मे पेशेंट को खाना खिलाने के टाइम पे सर के पास से जो थोड़ा सा बेड उठाया जाता है बॅस वोही पोज़िशन आनी की भी थी. आइ होप के आप की समझ मे आ गया होगा. 
हा तो आनी मेरे सामने टेबल पे लेटी थी. जैसे वो टेबल पे लेटी थी मैं खुली टेबल से चल कर उसकी टाँगो के बीच चूत तक चला जा सकता था और उसको जहा भी मसाज की ज़रूरत हो कर सकता था. और अगर मैं उसकी टाँगो और चूत तक चला जाता तो मेरा लंड उसकी चूत से टकरा सकता था ऐसी हाइट और पोज़िशन थी टेबल की और उसके लेटने की. टेबल किसी उल्टे “Y” की शकल का हो गया था. 
मुश्किल यह आ गई थी के आनी ने जिस स्टाइल से चादर ओधी थी, चादर उसके पेट के नीचे और टाँगो तक लिपट गई थी. बड़े साइज़ के टवल जैसा था वो कपड़ा जिसे वो ओढ़ कर लेटी थी. खैर मैं ने वो कपड़ा उसके बदन के नीचे से हाथ डाल के निकाल लिया और उसके ऊपेर डाल दिया. कपड़े को उसकी कमर से नीचे रोल कर के उसके चूतदो पे रख दिया. वो ऊपेर से नंगी थी और उल्टी पेट के बल लेटी थी. उसका बदन एक दम से मक्खन की तरह से चिकना और दूध की तरह से सफेद था. मैं कुछ देर तक ऐसे ही उसके बदन को देखता और निहारता रहा. मेरा लंड मेरे टवल के अंदर कब का टेंट बना चुका था. फिर मैं ने टेबल से जुड़ी बॉटल के सॉकेट से आयिल की बॉटल निकाली और आनी के नंगी पीठ पे एक धार लगा दी शोल्डर्स से नीचे कमर तक. मैं उसकी दोनो टाँगो के बीचे इतना करीब खड़ा था के कभी कभी तो मेरा लंड उसकी खुली टाँगो के बीचे उसकी चूत से टकरा रहा था. टेबल के ऐसे जॉइंट पे एक “डब्ल्यू” के शेप की ट्रे जैसे थी. अगर पीठ के बल सीधा लेटा जाए तो वो “डब्ल्यू” शेप की ट्रे को लीवर के थ्रू बाहर निकाला जा सकता था जहा पे गंद एक दम से फिट बैठ ती थी. और जब उल्टा लेट ते यानी पेट के बल तो चूत जॉइंट पे खुली ही रहती थी. आनी के लेट जाने के बाद मैं ने दोनो हाथो से आयिल को स्प्रेड किया और फिर धीरे धीरे मसाज करने लगा. उसका चिकना बदन किसी मक्खन की याद दिला रहा था. मैं तो जैसे दीवाना हो रहा था. अपने दोनो अंगूठो से ऊपेर नीचे कर के मालिश कर रहा था और उंगलियाँ सपोर्ट का काम दे रही थी. उसकी पीठ पे डोर तक मालिश करता तो मेरा हाथ उसके बदन के साइड्स से उसके बूब्स से भी टकरा जाता जो के एक नॅचुरल सी बात है. कंप्लीट बूब हाथ मे नही आ रहा था बॅस बूब्स के साइड का गोल वाला हिस्सा ही उंगलिओ से लग रहा था. एक दो टाइम जब तेल की वजा से हाथ स्लिप हुआ तो उसके बूब्स पे चला गया था जिसे मैं ने फॉरन ही निकाल लिया था. मैं ने पूछा आनी कुछ आराम दिख रहा है तो उसने बड़ी सेक्सी आवाज़ मे जवाब दिया के हा बोहोत अछा लग रहा है राज ऐसे ही करो. थोडा और नीचे भी करो शाएद डिस्क मे भी मार लगी है तो मैं ने कपड़े को उसकी चूतदो पे और नीचे रोल किया और बोला के आनी यहा तो तुम्हारी पॅंटी है इस्पे आयिल के धब्बा लग जाएगा तो उसने बोला के 
राज उसे निकाल दो ना प्लीज़. उसने बोला के अब यहा और कोई है भी तो नही ना और तुम तो एक डॉक्टर के समान हो और पता है डॉक्टर से पेशेंट की कोई चीज़ ना छुपी रहती है और ना ही छुपाई जा सकती है. मैं धीरे से मुस्कुराया जिसे वो देख नही सकी और बोला के ओके आनी और फिर उसकी वाइट सिल्की पॅंटी जिसपे बोहोत खूबसूरत छोटे छोटे डिफरेंट कलर के फूल बने थे, उसकी फूलो से भरी पॅंटी किसी गार्डन से कम नही लग रही थी, उसकी पॅंटी के साइड से एलास्टिक मे उंगलियाँ डाल के नीचे खेचने लगा तो उसने अपना नवल थोड़ा ऊपेर उठा लिया ता के मुझे पॅंटी निकालने मे आसानी हो. आनी की पॅंटी भी निकल चुकी थी और अब वो मेरे सामने टेबल पे एक दम से नंगी लेटी किसी संग – ए – मरमर से तराशि हुई मूर्ति लग रही थी. 
क्रमशः........ 
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11-20-2017, 11:53 AM,
#18
RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
ग्रेट गोल्डन जिम--7 

गतान्क से आगे.... 
मैं उसके शोल्डर को मालिश करते करते उसके डिस्क के एरिया पे और फिर चूतदो के करीब आ गया. दोनो चूतदो के ऊपेर आयिल डाला और दोनो हाथो की उंगलिओ को फैला के अंगूते से मसाज करने लगा. क्या चूतड़ थे आनी के मक्खन जैसे चिकने चिकने. इतने चिकने थे के बिना तेल डाले ही मेरा हाथ फिसल रहा था. मैं उसके चिकने चूतदो को दोनो हाथो से मसल रहा था. ऐसे मसल्ते मसल्ते उसकी गुलाबी गंद का खुल बंद होता छेद बड़ा मस्त दिख रहा था. दोनो हाथो से मसल्ते मसल्ते एक हाथ उठा लिया और एक हाथ से मसल्ते मसल्ते हुए मे ने दूसरे हाथ से आयिल की बोत्तोले उठाई और बोहोत तेज़ी से उसकी खुली गंद मे एक लंबी धार टपका दी. जैसे ही तेल की धार उसकी गंद के अंदर गिरी उसकी गंद ऑटोमॅटिकली बंद हो गई और उसने बोला के यह क्या कर रहे हो राज तो मैं मुस्कुरा के बोला जिसे वो देख नही सकी बोला के मालिश कर रहा हू ना यार. तेल डाल रहा था तो थोड़ा सा तुम्हारे गुलाबी छेद के अंदर भी चला गया. क्यों कोई प्राब्लम है क्या. 
उसने बोला के नही कोई प्राब्लम तो नही बॅस एक अजीब सा लगा इसी लिए पूछा. तुम मालिश करो राज मुझे बोहोत आराम मिल रहा है. मैं ने ओके बोला और फिर से चूतदो को मसलना शुरू कर दिया. मैं ख़ास तोर पे चूतदो को ऐसे मसल रहा था के मुझे उसकी गंद 
का छेद खुल बंद होता हुआ दिखाई दे रहा था और अब मेरा जी कर रहा था के ऐसे मस्त गंद का शिकार करना ही चाहिए. 
अब मैं उसकी गंद के बोहोत ही करीब मालिश कर रहा था जिसकी वजह से मेरे दोनो अंगूठे उसकी गंद के सुराख पे थे. तेल की चिकनाहट की वजह से मेरा अंगूठा उसकी गंद मे घुस गया तो उसके चूतड़ ऑटोमॅटिकली ऊपेर उठ गये और उसके मूह से एक सिसकारी निकल गई सस्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊओ तो मैं ने पूछा के क्या तकलीफ़ हो रही है तो उसने बोला के नही नही बोहोत अछा लग रहा है. अब मैं उसकी गंद मे अंगूठा दे के अंदर बाहर भी कर रहा था और अपनी उंगलिओ को नीचे कर के उसकी चूत की पंखदीओ के पास मालिश करने लगा जिस से उसकी चूत के करीब तक मेरी उंगलियाँ जा रही थी और ऑलमोस्ट उसकी चिकनी चूत से टकरा रही थी. मुझे लग रहा था के अब वो फुल मस्ती मे आ गई है क्यॉंके उसका बदन टेबल से थोड़ा थोड़ा ऊपेर भी उठ रहा था. उसकी आँखें बंद थी, वो गहरी गहरी साँसें भी ले रही थी और अब उसने अपने चूतदो को ऐसे उठा दिया था के उसकी चूत मुझे सॉफ दिखाई दे रही थी. वाह दोस्तो क्या बताऊ मक्खन जैसी चिकनी और गुलाबी गुलाबी चूत. मैं ने सोचा के चूत के अंदर एक उंगली डाल दू पर डाली नही. वो मस्त हो चुकी थी उसकी साँसें गहरी हो चली थी. 
मैने टेबल के लीवर को दबाया और टेबल का “Y” शेप का पोर्षन बंद हो गया और अब उसकी टाँगें एक दूसरे से मिल गई और टेबल वापस एक रेक्टॅंगल की शकल का नॉर्मल टेबल हो गया. मैं ने उसको बोला के अब सीधा लेट जाओ सामने से थाइ पे मालिश कर दूँगा तो वो टेबल पे पलट गई और पीठ के बल सीधा लेट गई. मैं ने फिर से टेबल के नीचे का लीवर प्रेस किया और टेबल धीरे धीरे खुलते हुए फिर से उल्टे “Y” की शकल की हो गई और आनी की टाँगें एक बार फिर से 45 डिग्री के आंगल मे खुल गई और बीचे मे से “डब्ल्यू” शेप की स्टील की प्लेट बाहर निकल गई जो उसकी गंद के साथ फिट बैठ गई और उसकी सीट जैसी बन गई. ऐसे टाँगें खुलने से उसकी चूत के पंखाड़ियाँ भी थोड़ी सी खुले गयी और अंदर से क्लाइटॉरिस का छोटा सा दाना और चूत के अंदर का थोड़ा सा गुलाबी पोर्षन भी 
दिखाई देने लगा. चूत के ऊपेर एक भी बॉल नही था एक दम से बेबी चूत थी उसकी. चूत का पेडू थोडा उठा हुआ था और उसकी पंखाड़ियाँ लाल थी और थोड़ी सी मोटी थी. वो मेरी तरफ अजीब नज़रो से देख रही थी तो मैं ने पूछा क्या हुआ आनी अब कैसा फील कर रही हो, तुम्है कुछ आराम आया तो उसने अपनी आँखें बंद कर ली और बोली के राज तुम्हारी उंगलिओ मे तो जादू है मुझे बोहोत ही आराम आया. मेरा बदन एक दम से हल्का हो गया है बोहोत अछा लग रहा है प्लीज़ ऐसे ही मालिश करो ना. मेरा तो जी कर रहा है के तुम आज सारा दिन मेरी मालिश ही करते रहो और मैं ऐसे ही तुम्हारे सामने लेटी रहू तो मैं हंस दिया और बोला के ठीक है आनी जब तक तुम्है कंप्लीट आराम नही आ जाता मैं कंटिन्यू मालिश करता रहुगा. उसने थॅंक्स राज बोला और अपनी आँखें बंद कर ली. 
मैं फिर से टेबल के खुले पोर्षन मे उसकी खुली टाँगो के बीच मे आ के खड़ा हो गया. मैं ने उसकी दोनो थाइस पे आयिल की धार डाली और टाँगो के बीचे खड़े खड़े दोनो हाथो से उसके थाइस पे आयिल स्प्रेड कर के मालिश करने लगा. उसके थाइ के एक तरफ तो मेरा अंगूठा और दूसरी तरफ बाकी के चारो उंगलिया और हथेली उसकी थाइ के ऊपेर थी और मैं आगे पीछे कर के मालिश कर रहा था. उसका बदन कभी कभी मस्ती मे अकड़ जाता था तो मैं पूछता क्या हो रहा है तो बॅस उसके मूह से बहुत ही सेक्सी आवाज़ मे इतना ही निकलता के बोहोत अछा लग रहा है राज ऐसे ही करो. उसकी आँखे बंद थी और वो मालिश का भर पूर मज़ा ले रही थी. मैं ने टेबल की हाइट को ऐसे अड्जस्ट किया था के टेबल का टॉप पोर्षन मेरे थाइस से के लेवेल तक आ गया था और ऐसे पोज़िशन मे उसकी चूत मेरे लंड के बोहोत करीब थी. अब मैं ने अपना हाथ थोड़ा सा उपेर की तरफ को बढ़ाया और थाइस के और चूत के बीच वाले पोर्षन मे मालिश करने लगा. सिर्फ़ अंगूठे से रगड़ रहा था.
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11-20-2017, 11:53 AM,
#19
RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
मेरा हाथ उसकी चूत के करीब आते ही उसकी गंद ऑटोमॅटिकली ऊपेर उठ गई और बदन थोड़ा अकड़ गया तो मैं ने पूछा आनी मालिश ठीक से नही हो रही है क्या तो उसने बोला के नही राज बोहोत अछी मालिश कर रहे हो तुम मेरा बदन ऑटोमॅटिकली आकड़ा 
जा रहा है मुझे बोहोत मज़ा आ रहा है. मेरे दोनो अंगूठे उसकी चूत के दोनो पँखो को रगड़ रहे थे कभी दोनो एक साथ ऊपेर कभी एक ऊपेर और दूसरा नीचे और साथ मे अपने अंगूठो से उसकी चूत की पंखदिओं को मैं ऐसे दबा देता के उसकी चूत का दाना उसकी चूत के पँखो के और मेरे अंगूठो के बीचे मे आ जाता और मैं दोनो अंगूतो से उसके चूत के दाने को रगड़ देता. बॉडी का मसाज करते करते जब चूत का मसाज करना हो तो उंगली और अंगूठे की मूव्मेंट ऐसी ही होती है. कभी तो उसके चूत की दोनो पंखदिओं को अपनी इंडेक्स फिंगर और थंब से ऊपेर ऐसे पकड़ता के उसकी क्लाइटॉरिस पंखुड़ियो के बीच मे हो ती और मैं मालिश करता तो वो किसी मछली की तरह से तड़प जाती. वो इतनी मस्त हो चुकी थी के उसको खबर ही नही हो रही थे के वो क्या कर रही है. उसका हाथ ऑटोमॅटिकली उसकी चूत पे आ गया था और वो अपनी उंगलिओ से अपने चूत के दाने का ज़ोर ज़ोर से रगड़ के मसाज करने लगी. और इतनी बेख़बर हो गई थी के शाएद वो यह भी भूल गई थी के मैं वही पर उसकी टाँगो के बीच खड़ा हू बॅस वो तो जोश मे अपनी चूत की मसाज कर रही थी. उसका बदन काँपने लगा,. उसकी चूत से कंटिन्यू रस बह रहा था उसकी आँखें बंद थी. अब मैं अपने अंगूठे तेज़ी से चला रहा था, उतनी ही तेज़ी से वो अपनी चूत का मसाज कर रही थी. एक ही मिनिट के अंदर उसका बदन किसी कमान की तरह से मूड गया था और उसकी गंद “डब्ल्यू” शेप की प्लेट से आधा फुट ऊपेर उठ गई थी और सस्स्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊऊऊ आआआआअहह की आवाज़े निकल रही थी और बोल रही थी आआअहह र्रर्राआआअजजज क्कीईईईय्ाआ माअज़्ज़ाआ एयेए र्राआ हह आआ हहाआईई ऊओिईई म्‍म्म्ममाआअ मम्मूउुज्ज्झहहीए क्क्कीिय्ाआ हूओ रर्राा हह आआ हह ईईईई ररराज्ज्ज म्‍म्मईएरर्राा प्पीसस्शाआब्ब्ब ननीकककाअल्ल रर्राआहहाअ हहााईयईई. उसका ऑर्गॅज़म चल रहा था और मैं उसकी चूत के पंखुड़ियो की ही मालिश कर रहा था और उसकी उंगलियाँ भी तेज़ी से चूत के दाने को रगड़ रही थी. उसका पूरा बदन एक दम से टाइट हो गया और टेबल से उसकी गंद ऊपेर उठ गई और वो झड़ने लगी. उसकी साँसें बोहोत ही गहरी और तेज़ी से चल रही थी और आँखें मस्ती मे बंद थी. जितनी देर वो 
झड़ती रही मैं उसकी चूत की पंखुड़ियो की साइड से मालिश करता रहा. थोड़ी देर मे वो शांत हो गई और उसका बदन फिर से ढीला पड़ के टेबल पे गिर गया. 
थोड़ी देर मे उसका ऑर्गॅज़म ख़तम हुआ उसकी चूत से अमृत बह रहा था तो मैं ने पूछा क्या हुआ आनी तो उसने टूटी हुई साँसों से जवाब दिया आअहह ब्बूहूटतत म्मा ज़्ज़ा एयेए या ऐसा मज़ा कभी नही आया था राज तुम बोहोत अछी मालिश करते हो तो मैं ने थॅंक्स बोला और पूछा के कंटिन्यू करू या तुम थोड़ा रेस्ट लेना चाहती हो तो उसने बोला के हा राज बॅस 5 मिनिट देदो मुझे मेरी साँसें तेज़ी से चल रही है. आनी ने अपनी आँखें बंद कर ली थी. उसकी साँसें तेज़ी से चल रही थी और उसके छोटे छोटे बूब्स भी ऊपेर नीचे हो रहे थे. उसकी आँखें बंद थी. मैं ने उसको ऐसे ही लेटे रहने दिया और इतनी देर मे मेरे लंड का भी बोहोत ही बुरा हाल हो चुका था तो मैं सीधा बाथरूम की ओर चला गया और ठंडा पानी अपने लंड पे डाला. पहेल तो मैं ने सोचा के मूठ मारनी चाहिए फिर सोचा के अपनी कीमती मलाई को ऐसे बाथरूम मे निकाल कर वेस्ट नही करना चाहिए. ठंडा पानी डालने से लंड के तनाओ मे थोड़ी कमी आ गई लैकिन अभी भी लंड आकड़ा हुआ ही था. 
मैं वापस आया तो आनी टेबल पे “डब्ल्यू” शेप की प्लेट पे बैठी थी उसके टाँगें 45 डिग्री “य” शेप मई खुली हुई थी. मैं वापस आया तो उसने मुझे अपने करीब बुलाया तो मैं उसकी टाँगो के बीच उसकी चूत के करीब तक चला गया, उसकी खुली टॅंगो की कुछ ऐसी पोज़िशन थी के जब मैं उसके करीब तक आ गया तो मेरा लंड उसकी चूत से टच हो रहा था. उसने मेरी गर्दन पकड़ के झुकाया और मेरे होटो पे अपने होन्ट लगा के मुझे किस करने लगी. मैं ने रेज़िस्ट किया क्यॉंके मुझे पता था के ऊपेर अभी तक वीडियो चल रहा है और अगर कल के दिन कोई प्राब्लम हो जाए तो मैं बोल सकता हू के मैं ने कुछ नही किया इसी लिए मैं ने बोला के आनी यह क्या कर रही हो तुम तो उसने बोला के राज यू आर वेरी हॅंडसम, यू हॅव लव्ली आत्लेटिक बॉडी राज मुझे किस करने दो ना प्लीज़ तो मैं ने बोला के आनी अभी तुम छोटी हो प्लीज़ ऐसा ना करो अगर किसी को पता 
चल गया तो बहुत प्राब्लम होगी तो उसने बोला के तुम किसी चीज़ की फिकर ना करो मैं एक अडल्ट हू और मैं ही तो किस करना चाह रही हू तुमको, मैं जो कुछ भी कर रही हू अपनी मर्ज़ी से कर रही हू तुम मेरे साथ कोई ज़बरदस्ती तो नही कर रहे हो ना. प्लीज़ लेट मी किस यू. मैं ने सोचा के चलो अब मैं सेफ हू और करीब आ गया तो उसने मेरी गर्दन मे बाहें डाल के किस करना शुरू किया और थोड़ी ही देर मे हम टाउंज सकिंग फ्रेंच किस करने लगे. उसके मूह का स्वाद बोहोत ही मीठा था और वो मेरी ज़ुबान को ऐसे चूस रही थी जैसे फ्रेंच किस की एक्सपर्ट हो. मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली उसके बूब्स पे आ गया और मैं उसके छोटे छोटे बूब्स को दबाने लगा.
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11-20-2017, 11:53 AM,
#20
RE: Desi Kahani ग्रेट गोल्डन जिम
उसके बूब्स शाएद 28 या 30 के होंगे अभी तक उसके निपल्स बाहर नही निकले थे. उसका पिंक अरेवल भी एक इंच का ही था बहुत ही खूबसूरत लग रहे थे उसके बूब्स. उसके गोल बूब्स मेरे हाथ मे छ्होटे लग रहे थे पर कंप्लीट बूब्स और उसके आस पास के एरिया से मेरे हाथ भर गया था. उसके बूब्स बहुत ही मस्त और बोहोत ही कड़क थे जिन्हे दबाने मे बोहोत ही मज़ा आ रहा था. मुझे ऐसे फील हो रहा था जैसे मैं पहला मर्द हू जिसके हाथो मे यह बूब्स दब रहे है. मुझे पता ही नही कब उसने मेरा टवल निकाल फेका मुझे तो उस वक़्त याद आया जब उसने मेरे लंड को अपने नाज़ुक हाथ की मुट्ठी मे पकड़ लिया और उसको आगे पीछे कर के मूठ मारने लगी. उसके छ्होटे और नरम हाथ मेरे लंड को बोहोत मज़ा दे रहे थे. ऐसा करने से मेरे लंड का सूपड़ा उसकी चूत के पंखुड़ियो के अंदर टच कर रहा था. 
मैं ने बोला के आनी यह सब नही प्लीज़ अब और कुछ ना करो. उसने लंड को छोड़ दिया और वापस टेबल पे लेट गई. मैं अपना टवल उठा के लपेटने जा ही रहा था के उसने बोला के नही राज प्लीज़ ऐसे ही आ जाओ ना मुझे तुम ऐसे ही आछे लग रहे हो तो मैं ने हंस के पूछा के तुम्हे मैं नंगा अछा लग रहा हू तो उसने डीप और सेक्सी आवाज़ मे बोला के हा ऐसे ही रहो ना प्लीईज़्ज़्ज़्ज़ तो मैं ने मुस्कुराते हुए बोला के ठीक है अगर तुम ऐसे ही चाहती हो तो ऐसे ही सही क्यॉंके तुम्हारी फॅमिली तो मेरे जिम की गोल्ड कार्ड मेंबर है तुम जो कहोगी मुझे वैसा करना ही पड़ेगा तो वो हंस दी और 
बोली के ठीक है तुम ऐसे समझो के यह मेरा ऑर्डर है के तुम ऐसे ही नंगे मेरी मालिश करोगे तो मैं ने भी हंसते हुए कहा ओके बेबी आस यू प्लीज़. आनी ने फॉरन ही मुझे टोका के अरे यार आइ आम नोट आ बेबी. आइ आम आ फुल्ली ग्रोन अडल्ट तो मैं ने हंसते हुए कहा के ओके मेडम तो वो हँसने लगी. अब हम दोनो एक दूसरे से काफ़ी फ्री हो गये थे और हमारे बीच अछी ख़ासी बिंदास बातें होने लगी थी. मैं ने पूछा के अब मालिश सामने से करू या पीछे से तो उसने बोला के पहले थोड़ी देर बॅक पे मसाज करो फिर सामने. तो मैं ने फिर से टेबल के नीचे का लीवर दबाया और नीचे से “Y” शेप का पोर्षन क्लोज़ हो गया और आनी वापस पलट के पेट के बल उल्टा लेट गई. अब मैं ने फिर से लीवर को दबाया और “डब्ल्यू” शेप की प्लेट वापस अंदर चली गई और नीचे से “Y” की शकल से उसकी टाँगें खुल गई. अब आनी उल्टा लेटी हुई थी. 
थोड़ी देर तक उसकी बॅक पे मालिश किया फिर उसने बोला के इधर सामने आ जाओ और मेरे शौल्दर्स की मालिश करो तो मैं ने ओके बोला और सामने की ओर आ गया. 
मेरा नंगा लंड तो इस बुरी तरह से अकड़ गया था के वो ऊपेर उठ के मेरे नवल से टच कर रहा था और लंड के मूह से प्री कम भी निकल रहा था. आनी अपने दोनो हाथ फोल्ड कर के अपनी तोड़ी (चीन) के नीचे रखे उल्टी लेटी थी. यह एक नॉर्मल पोज़िशन होती है जब पीठ की मालिश कर रहे होते है तब. जैसे ही मैं सामने आया उसके मूह से वाउ राज निकला और थोड़ी देर तक तो वो मेरे लंड को खा जाने वाली नज़रो से देखती रही फिर अपने दोनो हाथ चीन के नीचे से निकाले और अपने हाथ आगे बढ़ा कर मेरे लंड से खेलने लगी. मैं ने बोला के यह क्या कर रही हो आनी तो उसने बोला के कितना शानदार है यह राज तो मैं ने बोला के पता है इसे क्या कहते है तो उसने बोला के हा रोड, कॉक या पेनिस तो मैं ने बोला के अरे नही यार अपनी हिन्दी लॅंग्वेज मे क्या कहते है तो वो शर्मा गई तो मैं ने बोला के यह बड़ी अजीब बात है आनी के हम अपने शरीर के किसी भी भाग का नाम इंग्लीश मे तो बड़ी आसानी से बोल लेते है पर उसी को हिन्दी मे बोलते शरम आती है ऐसा क्यों होता है तो वो 
हँसने लगी और बोली के तुमने एक दम से सही बोला राज शाएद हिन्दी मे बोलने मे शरम आती है तो मैं ने बोला के अछा तो इंग्लीश मे बोलने मे शरम नही आती तो वो हँसने लगी तो मैं ने बोला के तुम्है पता तो है ना के इसे हिन्दी मेी क्या कहते है तो उसने कुछ बोला नही पर अपना सर हा मे हिला दिया. मैं ने पूछा के जिस खिलोने से तुम खेल रही हो उसको हिन्दी मे क्या कहते है तो उसने मुझे और करीब आने को बोला तो मैं उसके बोहोत करीब चला गया तो उसने मेरे लंड को पकड़ के उसके हेड पे किस किया और उसको अपने मूह मे डाल लिया और फटा फॅट चूसने लगी. बिल्कुल उसी तरह से चूसने लगी जिस तरह उसकी मा दीपा ने चूसा था. मैं ने उसके मूह से अपना लंड निकालने की कोशिस की तो उसने अपने दोनो हाथो को मेरी बॅक पे ले जा के मेरे चूतदो को टाइट पकड़ लिया और अपनी ओर खेच लिया और लंड को बिना मूह से बाहर निकाले किसी लॉली पोप की तरह से मेरे आकड़े हुए लंड को चूसने लगी 
क्रमशः........ 
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