07-14-2017, 12:31 PM,
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RE: Chudai Kahani ये कैसा परिवार !!!!!!!!!
रत्ना: सुनिए, लगता है अपपको मज़ा न्ही आ रहा है
सुरेश : क्यों...........
रत्ना: मूवी अच्छी न्ही लग रही है क्या
सुरेश: कोन सी जो तुम दिखा रही हो यार जो पर्दे पर है
रत्ना: मेरी
सुरेश: तुम तो मेरी जान हो लगी रहो मज़ा आ रहा है,
रत्ना: तो अपपना हाथ लाओ ना मुझे
सुरेश: सुरेश ने दाया हाथ रत्ना की जाँघ पर रख दिया और बाया हाथ विभा की हथेली पर शायद इसी को कहते है दोनो हाथ मैं लड्डू..
रत्ना की जंघे बड़े मज़े से सहलाते हुए वो साडी के उपर से ही रत्ना की चूत महसूस करने लगा था ... और स्वर्ग्द्वार तक हाथ पहुचते ही सुरेश के लिंग ने जैसे पिचकारी छ्चोड़ दी क्योंकि रत्ना ने उत्तेजना मैं हाथ ज़्यादा तेज़ कर दिए थे जिससे सुरेश का स्खलन हो गया था. रत्ना ने सुरेश के अंडरवेर से हाथ बाहर निकाला और रुमाल निकाल कर वीर्या को साफ किया . फिर विभा बोली फुसफुसते हुए
विभा: जीजू , ये क्या कर रहे हो
सुरेश: अच्छा न्ही लग रहा है क्या
विभा: दीदी है ना , फिर मेरे पीछे क्यों पड़े हो
सुरेश: दीदी की मैने कितनी बज़ाई है अब ज़यादा मज़ा न्ही आता दीदी मैं
विभा: अरे मुझे मेरे हब्बी के लिए रहने दो न्ही तो क्या फ़ायदा उसे स्टर्ट्टिंग मैं ही मज़ा ना आए तो अब तो कोई दूसरी छ्होटी बहिन भी न्ही है
सुरेश : मज़ाक कर रही हो!!!!!!!!!!
विभा: ये मज़ाक न्ही है जीजू , मन तो मेरा भी बहुत होता है लेकिन क्या करू डर लगता है सादी के बाद पति को क्या दूँगी
सुरेश को लिंक मिल गया कि चिड़िया जाल मैं फँसने को तैयार है ज़रूरत बस चारा डाल कर जाल बिच्छाने की है....
सुरेश: अरे एक 2 बार मैं कुछ न्ही होता समझी और तुम्हे अगर ये मालूम भी ना पड़ा कि क्या होता है सादी के बाद तो क्या करोगी
विभा: रहे दो जीजू, इतनी छ्होटी भी न्ही हूँ , क्या होता है सब जानती हूँ बस करवाया ही तो न्ही है
सुरेश : तो करवा लो ना
विभा: न्ही .जीजू
लेकिन सुरेश को लगा लोहा गरम है और ठीक चोट ना मारी तो दुबारा कुछ न्ही हो पाएगा . सुरेश धीरे धीरे विभा के बूब सहलाने लगा. विभा इनकार तो कर रही थी लेकिन विरोध नाम की कोई चीज़ न्ही थी उसकी ना मैं. इसलिए सुरेश लगा तार सहलाए जा रहा था उसके बूब्स
विभा: दीदी क्या कर रही हो उधर
रत्ना: यहा क्या करने आई हूँ बताओ
विभा: मेरे पास आकर बैठो ना कुछ बात करनी है
रत्ना: अरे तू मूवी देख हम लोग घर पर बात करेंगे
रत्ना के इस जवाब से सुरेश खुश हो गया और उसने प्रेशर बड़ा दिया और धीरे धीरे हाथ उसकी जाँघ पर आ गया ..जाँघ पर हाथ लगते ही विभा पागल हो गई वो गरम तो पहले से ही थी लेकिन जाँघ पर हाथ रखते ही उसने सुरेश का हाथ बढ़ा लिया अप्प्नि जाँघ पर ये सुरेश के लिए ग्रीन सिग्नल था . और सुरेश ने धीरे से विभा की सलवार का नाडा खोल दिया और सलवार के अंदर हाथ डाल कर पॅंटी के उपर से विभा की मोटी फूली हुई पुसी महसूस करने लगा .
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07-14-2017, 12:32 PM,
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RE: Chudai Kahani ये कैसा परिवार !!!!!!!!!
सुरेश: लेकिन PVऱ मैं तो तुमने कुछ भी न्ही कहा था
विभा: PVऱ की बात अलग थी मैं बहक गयइ थी लेकिन मैं मेरी बहिन के घर मैं आग न्ही लगा सकती .
सुरेश : मेरे एक बार तुम्हारे साथ कर लेने से तुम्हारी बहिन का कोई घर न्ही टूट जाएगा
विभा: आप भी क्या बात करते है जाइए उधर वाहा सोइए और दुबारा मुझे छूने की कोशिश भी मत करिएगा
सुरेश : सुनो तो विभा प्लीज़ ,मैं तुम्हे एक बार देखना चाहता हूँ पूरी तरह से बिना कपड़ो के .
विभा: ये न्ही हो सकता . आप मुझे आछे लगते है इसका मतलब ये नही की मैं आपको सब कुछ करने दूं
सुरेश: सोच लो...........
विभा: क्या , क्या सोच लूं मैं बोलोइए , क्या सोच लूँ
सुरेश : तुम्हे अपपने बहिन के घर की चिंता है ना
विभा: हाँ........मैं मेरी बहिन के पति के साथ न्ही कर सकती
सुरेश : लेकिन मैने करने के लिए तो न्ही कहा
विभा : लेकिन बात तो एक ही है
सुरेश : तो तुम्हे क्या लगता है तुम्हारे इनकार करने से तुमहरि बहिन का घर सेफ होगा
विभा: और क्या !!!!!!11
सुरेश: लेकिन अब मैं इसे अपपने साथ न्ही रखूँगा . और इसे तलाक़ दे दूँगा
सुनकर विभा का मूह खुला रह गया ..
विभा: न्ही जीजू आप एसा कैसे कर सकते है
सुरेश : बिल्कुल वैसे जैसे तुम इनकार कर रही हो
विभा : लेकिन आप समझते क्यों न्ही कि मैं एसा न्ही कर सकती.
सुरेश : मैने कहा तो कि मैं तुम्हारे साथ कुछ न्ही करूँगा केवल तुम्हे पूरी तरह से नंगा देखना चाहता हूँ
विभा: फिर आप दीदी को तलाक़ न्ही देंगे !!!!!!!!!
सुरेश: फिर क्यों दूँगा ...........
विभा: ओके लेकिन आप मर्यादा भंग न्ही करेंगे केवल मुझे देखेंगे और मुझे टच न्ही करेंगे
सुरेश : मंज़ूर है
विभा: लेकिन यहा कैसे ...दीदी जाग जाएगी
सुरेश: लेकिन वो न्ही जागेगी !!!!!!!!
विभा: न्ही मैं कोई रिस्क न्ही लेना चाहती , जाग गई तो , मैं घर मैं क्या मूह दिखौन्गि
सुरेश उसे ब्ताना न्ही चाहता कि रत्ना को तो सुबह 7 से पहले उठना ही न्ही है क्योंकि
टॅबलेट का असर तब तक तो रहना ही था लेकिन टॅबलेट की बात कह कर वो कोई प्लान ओपन न्ही करना चाहता था..
सुरेश : तो चलो किचन मैं चलते है
विभा: ओके , लेकिन अपपना वादा याद रखना , मुझे टच करने की कोशिश मत करना न्ही तो लाइफ मैं दुबारा कभी बात न्ही करूँगी ,
सुरेश: ठीक है
विभा: और आज के बाद मुझे ब्लैक्क्माइल भी न्ही करोगे , की दीदी को छ्चोड़ दूँगा
सुरेश: न्ही कहूँगा तुम चलो
विभा सुरेश किचन मैं आ जाते है सुरेश सारी लाइट्स ऑन कर देता है दूधिया रोस्नी मैं विभा का चेहरा बहुत खिल रहा था और सबसे पहले उसने शरम से अपपनी निगाहे नीची कर ली . और टॉप पर हाथ रखा लेकिन उठाने से पहले ही लज्जा का भार इतना बढ़ गया कि उपका हाथ उपेर तक जा ही न्ही पाया .
सुरेश : जल्दी करो विभारतना उठ जाएगी
विभा: रूको ना मुझे शरम आ रही है
सुरेश : मैं उठा दूं
विभा: तुम वही बैठे रहो पास मत आना
सुरेश: तो उठाओ ना
विभा: ओके . कोशिस करती हूँ
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07-14-2017, 12:32 PM,
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RE: Chudai Kahani ये कैसा परिवार !!!!!!!!!
अब रत्ना होश मैं आई और सुरेश से बोली ..
रत्ना: सुरेश जी शाम को हम भी चलेंगे अपपके साथ स्टेशन भाभी को लेने
सुरेश : अरे डरो न्ही मेरी जान भैया साथ मैं है भाभी के साथ कुछ न्ही करूँगा
रत्ना: तुम हमेशा उल्टी बात क्यों कहते हो मैने अभी कुछ कहा है
सुरेश : तो तुम क्यों जाना चाहती हो , तुम क्या भैया को देखने जाओगी
रत्ना: ठीक है न्ही जाउन्गि बस, तुम खुश रहो अपपने घर वालो के साथ
सुरेश: अरे भाई चलो मुझे क्या प्राब्लम है
सुरेश मार्केट जाकर कुछ ज़रूरी समान लेकर आता है और तब तक रत्ना घर की साफ सफाई करके घर को ए- 1 ब्ना देती है . फिर रत्ना किचन मैं जाकर पकवान बनाने की तैयारी करने लगती है अपपने जेठ और जेठानी जी के लिए . पीछे से सुरेश आकर रत्ना को दबोच लेता है. और अपपने लिंग का अहसाह रत्ना के चूतड़ो पर करवाता जाता है
सुरेश : [आगे से रत्ना की पुसी सहलाते हुए] रत्ना आज बहुत खुश लग रही हो क्या बात है
रत्ना:मैं तो खुश हूँ लेकिन अपपका मूड फिर बन रहा है क्या
सुरेश : मेरा कब न्ही बना होता है मैं तो चाहता हूँ कि कभी काम पर ना जाउ...
रत्ना: लेकिन कल PVऱ वाली हरक़त.....
सुरेश: अरे सॉरी यार
फिर धीरे से साडी उपर करते ही नरम मुलयेम चूतड़ अपनी हथेलियों मैं भर लेता है और अपपनी उंगलियों से उनकी योंकि फांको को अलग अलग करते हुए शायद ये देखने की कोशिस कर रहा था की अपपनी कितनी गीली है.
रत्ना : क्या कर रहे हो जी, जो करना है करो फिर मैं काम ख़तम करू...खाना भी बनाना है . सब लोग आ रहे है
सुरेश : तुम करो अपपना काम मैं तो केवल पीछे खड़ा हूँ
रत्ना: केवल तुम न्ही खड़े हो कुछ और भी खड़ा है तुम खड़े रहो तो मुझे दिक्कत न्ही है लेकिन उसको खड़ा मत रहने दो न्ही तो बेचारा थक जाएगा ..
सुरेश : तो लो इसको चूस कर बैठा दो..
रत्ना: न्ही ... मुझे मूह न्ही खराब करना है अभी ...
सुरेश: परसो तो खूब चूस रही थी....
रत्ना: तब की बात और थी
सुरेश अब तक उसकी योनि को सहलाते सहलाते पूरी तर कर चुका था कि उंगलियाँ फिसलने लगी थी फिर उसने रत्ना की एक टांग उठा कर कमर से थोड़ा नीचे के ब्राबार अलमारी पर रखे जिससे उसका योनि द्वार पूरी तरह खुल गया और सुरेश ने अपपना लंड उसकी चूत के द्वार पर रखा और धीरे धीरे .........अंदर बाहर करने लगा .........
7 मिनट के "घुड़दौड़" के बाद सुरेश ने अपपने रस का पान रत्ना की योनि को करवा दिया और उसके पेटिकोट मैं अपपना लंड पोछ्कर साफ किया और बाहर आकर सो गया ...रत्ना ने भी काम क्रिया से निबट कर घरेलू काम निपटाए और सो गई .....
शाम को सुरेश ने सारी तैयारियाँ पूरी करने के बाद ट्रॅवेल एजेन्सी को कॉल करके एक रेडियो टॅक्सी हाइयर की और रत्ना के साथ बैठ कर मैं रैलवे स्टेशन के लिए रवाना हो गया . रास्ते भर दिल्ली के बेतरतीब ट्रॅफिक को देखते देखते रत्ना ऊब सी गई तो ड्राइवर से बोली , भैया क्या तुम्हारी कंपनी सीडी प्लेयर व्गारह न्ही रखती अपपनी कार मैं...
ड्राइवर : न्ही , मॅम एसी बात न्ही है , हमारी कंपनी अपपके एंटरटेनमेंट का पूरा ध्यान रखती है बट मोस्ट्ली हम टेप व्गारह न्ही ऑन करते है स्पेशली जब कपल हमारी गाड़ी मैं होते है , .
सुरेश : काफ़ी स्मार्ट हो ...
ड्राइवर : थॅंक्स सर लेकिन अपपके वर्ड्स के जगह हम अपपसे मिलने वाली टिप को ज़्यादा अच्छा थॅंक्स मानते है
सुरेश: अच्छा तब तो तुम्हारी गाड़ी मैं खूब कपल आते होंगे
ड्राइवर : सर बिज़्नेस सीक्रीट्स हम शेर न्ही करते .
सुरेश: अरे यार मेरे कहने का मतलब है कि अगर कपल्स कार मैं सूंचिंग करते है तो तुम्हे कोई ऑब्जेक्षन तो न्ही होता है ..कोई पोलीस का लेफ्डा तो न्ही होता
ड्राइवर : सॉरी , वी डोंट फोर्स और कस्टमर्स टू डू सो.. बट वी कॅन नोट स्टॉप अन्य वन सो.. एक सीक्ट्व अपपके जस्ट पीछे लगा होता है जिस पर अपपकी सारी आक्टिविटी रेकॉर्ड होती जाती है. अगर पोलीस हमसे कोई हेल्प मांगती है तो हम उसे इग्नोर न्ही करते..
सुरेश: तुम तो डरा रहे हो यार ........
ड्राइवर : नो सर मैं तो सच बता रहा हूँ
सुरेश: तो क्या तुम ये कॅमरा ऑफ न्ही करते किसी की रिक्वेस्ट पर...
ड्राइवर: नो सर.............
सुरेश: अगर स्पेशल टिप मिले तो....
ड्राइवर : सर कोई भी टिप मेरी जॉब से ज़्यादा कीमत न्ही रखती...
सुरेश: वूहू..........आइ लाइक दिस....
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