Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
09-05-2019, 02:27 PM,
#81
RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
इस सेक्स स्टोरी में आपने पढ़ा कि मैं अपने होने वाले पति के साथ सेक्स का खेल खेल रही थी कि मेरा पुराना आशिक और चोदू आ गया.अब आगे:
सीड बोला- अरे संध्या से क्या पूछना है. राज भाई, तुम यहीं रहोगे इसी रूम में जब मैं संध्या को चोदूंगा अभी तब या थोड़ी देर को बाहर जाओगे?राज बोला- यहीं रहूंगा.तब मैं बोली- आप को अच्छा नहीं लगेगा… आप बाहर चले जाते?पर राज बोला- नहीं, मैं यहीं रहूंगा!
तो सीड बोला- रहने दो!
उस समय मैंने एक टावेल लपेटा हुआ था तो सीड ने सीधे मेरे टावेल को पकड़ कर फेंक दिया और मेरे होठों को चूमने चाटने लगा, मुझसे लिपट गया और मेरे ऊपर चढ़ गया, मुझे लिटा दिया.
वो पूरा नंगा था, उसका सीना मेरे सीने से चिपक गया और उसका लन्ड मेरी चूत में रगड़ खा रहा था, मेरे मुंह को खोल कर मेरी जीभ को अपने होठों से चूमते हुए चाटने लगा, उसने मेरी कामवासना को बहुत जगा दिया तीन चार मिनट के अंदर और अब वो उल्टा हो गया जिसको ओरल सेक्स में 69 पोजीशन कहते हैं, उसका लन्ड मेरे मुंह के पास था और सीड मेरी चूत को फैला कर सीधे चाटने लगा, मुझे बोला- रंडी साली कुतिया, मेरा लन्ड चूस!

तब राज बोला- जो करना है कर… पर ये रंडी वंडी मत बोल!तब सीड बोला- राज भाई, बीस मिनट तक तो ये अब रंडी ही है, ये जो कर रही है ये छिनाल का काम होता है, इसलिए बुरा लगे तो दूसरे कमरे चले जाओ, मैं अभी गाली भी दूंगा.
तब राज फिर बोला- मैं यही हूं, करो जो मन पड़े!इतना सुनते ही सीड बोला- अब देख संध्या, तेरी चूत कैसे साफ करता हूं, तू खुद मेरा लन्ड मुंह में भर लेगी.और वो पूरी जीभ अपनी मेरे चूत में घुसा कर इतना जोर जोर से चूसने लगा और चाटने लगा कि मैं पागल हो गई और सच में उसके लन्ड को पकड़ लिया और जोर जोर से रगड़ने लगी.
तभी उसने दो उंगलियां जोर से चूत में मेरे घुसा दी, मेरे मुंह से ‘हूं उम्म्ह… अहह… हय… याह… हह’ निकल गया और मैंने सीड के लन्ड को मुंह में भर लिया क्योंकि मुझसे रहा ही नहीं गया, और वो चूत में जितना उंगली चलाये, उतना मैं सीड का लन्ड जोर-जोर से चूसूं!
करीब दस मिनट बाद मैंने लन्ड मुंह से निकाला और बोली- सीड, मर जाऊंगी मैं… मुझसे अब सहन नहीं हो रहा है, नहीं बर्दाश्त हो रहा, जल्दी अपना लन्ड डालो, जमकर चोदो… जो करना है करो, पर मुझे शांत करो.
तब सीड मेरी चूत को छोड़ कर मेरे बूब्स पर टूट पड़ा और मेरे दोनों बूब्स को एक एक हाथ से पकड़ कर इतनी ताकत से दबाने लगा कि बहुत दर्द हुआ. मेरे बूब्स अभी छोटे साइज के हैं, इसलिए एक हाथ में आ गए. वह बूब्स को जोर-जोर से खींच कर जम के मसलने लगा और बोला- मादरचोदी, बहुत टाइट और जबरदस्त दूध हैं रे संध्या तेरे!इधर सीड का लन्ड मेरे मुंह में घुसा था जिसे मैं चूस रही थी.अब सीड मेरे बूब्स को एक एक करके दोनों को चूसने लगा इतनी गन्दी गन्दी बातें और गालियां मुझे दे रहा था कि मैंने जो कभी सुनी भी नहीं थी, पर मुझे भी वो बहुत अच्छी लग रही थी और एक भी बुरी नहीं लगी.
उसकी गालियां और गंदी बातें मेरे जोश को और बढ़ा रही थी.
यह सब मेरे होने वाले पति राज सब देख और सुन रहे थे, उनके सामने उनकी होने वाली बीवी के पूरे जिस्म को कोई दूसरा मर्द मसल रहा था और गंदी से गंदी गालियां दे रहा है, और वो सब होने दे रहे थे.मैं तो सच में चुदासी थी, मुझे कुछ होश नहीं था, आज एक बार फिर मेरे जिस्म को मेरे होने वाले पति राज ने मसला और मेरे जिस्म के प्यास को इतना जगाया कि अब उसका पूरा फायदा दूसरे मर्द सीड ने उठा लिया.
सीड मेरे बूब्स को इतना जोर से चूसने लगा कि मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था, मैं अपने होने वाले पति राज को देख नहीं पा रही थी क्योंकि मेरे मुंह में सीड का लन्ड था.तभी सीड बोला- क्या राज भाई? अपने लंड को हाथ से मत रगड़ो, आ जाओ… ये सच में साली छिनाल है. बहुत मस्त माल है संध्या! देखो इसे इस हालत में देख कर तुम्हारा लंड एक बार झड़ने के बाद बीस मिनट के अंदर खड़ा हो गया है.
सीड बोला- आओ राज, मैं इसके मुंह से अपना लन्ड तुम्हारे लिए निकाल ले रहा हूं, राज भाई तुम डालो अपना लन्ड और जबरदस्त चुसवाओ संध्या से! अपन दोनों दोस्त हैं या भाई समझो, ये संध्या आज नहीं तो कल… ये रंडी बनेगी ही! लिख लो मेरी बात! ये संध्या जितनी गर्म है, जितनी सेक्सी है, इसकी प्यास कभी एक या दो मर्द नहीं बुझा पायेंगे, ना ये संतुष्ट हो पायेगी. इसलिए झिझक छोड़ो और अपन दोनों मिल कर इसकी आज की प्यास बुझाते हैं.
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#82
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यह कह कर सीड ने अपना लन्ड मेरे मुंह से निकाल कर उठ कर मेरे पैरों तरफ बैठ गया.
अब राज मुझे दिखा, वो अपना लन्ड हाथ में लिये हिला रहा था, राज बोला- सच बोल रहा है सीड तू! क्या मस्त माल है ये संध्या… तेरा लौड़ा कैसे मस्त चूस रही थी, मैं देख कर ही पागल हो रहा था, पहले थोड़ा बुरा लगा जब तूने इसको पहले चोरी से चोद दिया और फिर जब अभी दोबारा इसकी चूत चाटना शुरू किया.पर जब मैंने संध्या को देखा कि ये कैसे मस्त सेक्सी सेक्सी चेहरे के इम्परेशन दे रही थी और जबरदस्त चूत तुमसे चटवा रही थी, इसे मस्त चुदासी देख कर मेरा लौड़ा भी सख्त हो गया. और ये कुतोया एकदम से मुंह में भर कर तेरा लन्ड पागलों की तरह चाटने लगी… सच बोलूं सीड, मुझे उतना मजा तब भी नहीं आया मुझे जब अभी थोड़ी देर पहले इस संध्या की चूत मैंने चाटी और इसने मेरा लन्ड चूस कर लंड रस पिया था.मुझे जितना मज़ा तुम दोनों का ओरल सेक्स, यानि चूत चटाई और लंड चुसाई देख कर आया, पहले कभी नहीं आया. और जब संध्या तेरा लौड़ा मुंह में लेकर चूसने लगी, चाटने लगी और तू सीड इसकी चूत चाटने लगा, और फिर इसके बूब्स दबाकर चूसना शुरू किया… ये सब देखकर मैं पागल हो गया था और बहुत एक्साइटेड हुआ, संध्या को करने से ज्यादा देखने में मजा आया.
मैं भी राज की बात सुनकर खुश हुई कि मस्त मर्द है ओपेन माइंड का, ऐसा ही पति होना चाहिए.
राज सीड को बोला- यार सीड, अब देर मत कर भाई, जमकर चोदो तुम, मुझे भी संध्या को चुदते मस्त देखना है!तब राज और सीड ने हाथ मिलाया और सीड ने राज को थैंक्स बोला, फिर कहा- तू मस्त है भाई! अब देख कैसे तेरी होने वाली बीवी को आज चोदता हूं.
तभी राज बोले- यार सीड, तेरा लन्ड मेरे लन्ड से तीन गुना बड़ा है. कैसे किया इतना बड़ा अपना लन्ड? कुछ दवाएं लेता है क्या?सीड बोला- नहीं, कोई दवाई नहीं लेता, बस जैतून के तेल से मालिश करता हूं लन्ड की हर रोज!राज बोला- कल से मैं भी करूंगा.
यह बात बिल्कुल सच है कि मेरे होने वाले पति से दो गुना, तीन गुना ज्यादा बड़ा है सीड का लन्ड!
अब सीड मेरे ऊपर तरफ आने लगा और राज मेरे सामने खड़ा हो गया, सीड ने मेरी दोनों टांगों को पकड़ लिया और बोला- क्या सेक्सी गीली रसीली चूत है तेरी संध्या! चल फैला टांगें अपनी! मैंने अपनी जांघें खोल कर फैला ली और कमर से ऊपर उठा दिए अपने पैर, तो सीड ने पहली बार मेरी गान्ड के छेद पर अपना मुंह रख दिया और मेरे गांड में अपनी जीभ डाल दी.
सीड बोला- यार अभी तक ध्यान ही नहीं दिया कि इसकी गांड कितनी मस्त है. संध्या बोल तेरी गांड में डालूं अपना लन्ड?फिर बोला- कुतिया तू ऐसा कर कि अपने होने वाले पति राज से गांड की सील तुड़वा ले!
मुझे बात बिल्कुल सही लगी कि कुछ तो होने वाले पति से अब करवा लूं. नहीं तो पता चला कि उसमें भी पहली बार सीड ने अपना लन्ड डाल दिया.तो मैं तुरंत बोली- ठीक है!और राज को बोली- आप आ जाओ!राज बोला- बहुत चुदक्कड़ हो!मैं बोली- आज जवाब दे ही दूं आपकी बात का!
मैं बोली- तुम आज मेरा पति नहीं हो, होने वाले हो…
सच बताऊं कि सब मर्दों की नजर ने मिल कर बिगाड़ दिया मुझे! कैसे? जानते हो… घर में करीब से करीब रिश्तेदार, घर के बगल से पड़ोसी, स्कूल, टयूशन टीचर, भाई के दोस्त, पापा के दोस्त सब को बस एक ही चीज चाहिए कि कैसे भी संध्या के साथ सो जाऊं और उन्हें मैं अपनी चूत चोदने को दे दूं! बहुत लोग तो यही चाहते हैं कि थोड़ा ही सही बूब्स दबाने और चूसने को दे दूं, कुछ नहीं तो उनका लन्ड चूस लूं और वो भी नहीं तो अपनी गांड ही में उनका लन्ड डलवा लूं.
आज कल तो कोई ना रिश्ता मानते… ना उम्र की कोई लिहाज करते!
मम्मी कसम सच बोल रही हूं… साठ पैंसठ साल के बुड्ढे भी, मेरे सगे रिश्तेदार भी दूसरों की तो बात ही क्या करना… सब मेरे साथ सोना और सेक्स करना चाहतें हैं!ऐसे में कैसे बचाऊं खुद को बताओ राज?
जब मैं समझदार हुई, मेरे घर में मेरी मम्मी के कारण घर में यही सब चलते देखा, मम्मी के कई लोगों से शारीरिक संबंध थे जो मम्मी के लिए आते थे. जब मैं जवान होने लगी थी, तभी से उनकी निगाहें मेरी तरफ गंदी हवस भरी होने लगी थी.
पापा के स्कूल टाइम के सबसे अच्छे करीबी दोस्त कमलेश अंकल ने मुझे की सेक्सी कहानियों की एक बुक दी और बोले- इसे अकेले में पढ़ना, कोई ना देखे!और फिर गंदी गंदी सेक्स करते की फोटो वाली मैगजीन दिये. वो मेरे स्कूल में टीचर भी थे.‌ बुक में लिखी कहानियों को मैंने पचास साठ बार पढ़ा, उसके बाद कभी मेरा पढाई में मन नहीं लगा और जब घर में कोई ना हो तो वो मैगजीन की फोटो देखती तो मुझे बहुत कुछ होने लगा था और फिर मेरा बहुत मन करता था कि कोई आके चोद दे.
जब कोई मर्द घर आता तो मम्मी मुझे कुछ खरीदने या खेलने के बहाने से बाहर भेज देती थी, अब मैं बड़ी हो गई थी तब भी बाहर भेज देती थी, पर मुझे बड़ी बेचैनी होने लगी जब से वो कहानियों की किताब पढ़ी… मुझे लगने लगा कि मैं घर पर ही रहूं और देखूँ कि मम्मी और अंकल क्या करते हैं, कैसे करते हैं.पर मैं उनको नहीं देख पाती थी.
इसलिए जब पापा छुट्टी पर मुंबई से आते तब जब भी मम्मी पापा अंदर होते तो दरवाजे के होल से चुदाई करते देखती थी. मम्मी पापा की चुदाई देख कर मैं खुद को सम्भाल नहीं पाती थी. मैं मम्मी के कमरे में चारपाई के नीचे चुपके से घुस जाया करती थी. एक बार जब पापा के दोस्त धनंजय चाचा और दूसरे बार जब कमलेश अंकल आये थे, तब मैं चारपाई के नीचे थी इसलिए देख कुछ नहीं पायी थी पर बातें, आवाज सब सुनी. उसी समय से मेरा मन भी अपने अंदर घुसवाने करने लगा था.
मेरी चुदाई की नंगी कहानी जारी रहेगी. मेरी स्टोरी में सब कुछ सच है.
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जब पापा छुट्टी पर मुंबई से आते तब जब भी मम्मी पापा अंदर होते तो दरवाजे के होल से चुदाई करते देखती थी. मम्मी पापा की चुदाई देख कर मैं खुद को सम्भाल नहीं पाती थी. मैं मम्मी के कमरे में चारपाई के नीचे चुपके से घुस जाया करती थी. एक बार जब पापा के दोस्त धनंजय चाचा और दूसरे बार जब कमलेश अंकल आये थे, तब मैं चारपाई के नीचे थी इसलिए देख कुछ नहीं पायी थी पर बातें, आवाज सब सुनी. उसी समय से मेरा मन भी अपने अंदर घुसवाने करने लगा था.
एक बार की बात है गर्मी की छुट्टियों में मेरी कजिन बहन सुनन्दा का युवा बेटा पीयूष मेरे साथ खेल रहा था. मैं उस से खेल खेल में बोली- चल तू और मैं भी दुल्हन दुल्हा का खेल खेलें!वो बोला- ठीक है मौसी.
घर में कोई नहीं होता था, पापा मुंबई जहाज में काम करने चले ही जाते थे और मम्मी खेत चली जाती थी.
मैं दुल्हन की तरह सज गई, मैंने सुहागरात की तरह उसको ग्लास में दूध पिलाया और अपने साथ चारपाई पर ले गयी और उसे बोली- मेरे सब कपड़े उतार दो!वो बोला- ठीक है मौसी!मैं बोली- मुझे मौसी मत बोलो, मैं आज तुम्हारी बीवी हूं, तुम मुझे संध्या बोलो!वह बोला- ठीक है.
मैंने उसे कहा- आप बिस्तर में चलो!मेरा भानजा पीयूष मेरे साथ बिस्तर में चला गया.मैंने कहा- अब मेरे सारे कपड़े उतारो!

पीयूष ने मेरे सारे कपड़े उतार दिये. अब मैं उसके सामने बिल्कुल नंगी हो गई.मैं भी पीयूष के कपड़े उतारने लगी, तो उसने मना किया; तब मैं बोली- इस खेल में दोनों के कपड़े उतारने होते हैं!वह मान गया, मैंने उसे नंगा कर दिया, अब मैं उससे लिपट गई और पीयूष के होठों पर अपने होंठ रख दिए. यह मेरी जिंदगी की पहली लिप किस थी, या यूं कहिए कि जो आज कर रही थी सब कुछ आज पहली बार ही फिजिकली कर रही थी.
मैं और पीयूष दोनों एक दम नंगे दोनों के बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था, एक दूसरे से लिपट गये.मैं उसके होंठों को जब चूम रही थी तो उसकी गर्म सांसें मेरे नाक में आ रही थी और मुझे पागल बना रही थी. मैंने जोर से उसके मुख में अपनी जीभ डाल दी.
इसके बाद दोनों अपनी बांहों में पीयूष को जकड़ लिया, पीयूष बोला- संध्या, मुझे दबा दोगी क्या?मैं बोली- तुम मेरे दूल्हा हो… आज तुम्हें नहीं छोडूंगी!
उसके बाद मैं उसकी जीभ को निकाल कर अपने होठों से चाटती रही, पीयूष कुछ कर नहीं रहा था, मुझे ही बोलना पड़ता था, मैं पीयूष को बोली- अब मेरे ऊपर चढ़ जाओ!और पीयूष मेरे ऊपर चढ़ गया, उसकी कमर मेरी कमर से, जांघों से जांघें से सट गयी और उसका सीना मेरे सीने से!
मैं बोली- पीयूष, मेरे दूध दबाओ दोनों हाथों से पकड़ कर जोर जोर से!तभी पीयूष मेरे चूचों को दबाने लगा.मैं बोली- और जोर से दबाओ!तो उसने फिर और ताकत से दबाया, मुझे बहुत कुछ होने लगा, अब मैं बोली- पीयूष दोनों चूचों को चूसो!
तब पीयूष मेरे बूब्स को अपने मुंह में भर के चूसने लगा और उसे बिल्कुल ही कुछ भी नहीं पता था, तो बोला- संध्या, तुम्हारे दूधों से लगता है दूध नहीं निकल रहा है.मैं फुल सेक्स के मूड में थी, तो मैं बोली- पीयूष, मेरे बूब्स जमकर चूसो जब तक दूध न निकले!पीयूष बोला- पी रहा हूं!और पीयूष जोर जोर से चूसने लगा.
करीब 15 मिनट मेरे मस्त दूध चूसता रहा और मैं पागल हो गई.फिर वो बोला- संध्या तुम्हारे चूचे छोटे हैं, लगता है इसीलिए इनसे दूध नहीं निकल रहा, मैं चूसते चूसते थक गया.
तभी उसके बूब्स चूसने और इस तरह की मस्त बातों से मुझमें बहुत जोश आ गया और मैं पीयूष के लन्ड को जोर से पकड़ कर ऊपर नीचे करने लगी और बोली- जाने दे पीयूष, तू रोज ऐसे दबाना और चूसना तो मेरे बूब्स बहुत बड़े हो जायेंगे और इनसे दूध भी निकलने लगेगा, और जब दूध इनसे निकलने लगेगा तो मैं दूध तुम्हें पिला दूंगी.
पीयूष बोला- सच संध्या, तुम कितनी अच्छी हो, मुझे अपने दूध जरूर पिलाना, मुझे दूध बहुत पसंद है.मैं बोली- पक्का तुम्हें अपने दूध पिलाऊंगी… पर अभी मेरे टांगों को फैला दो!और मैं अपनी उंगली अपनी चूत में रख कर बोली- यह जो तुम्हारा लंड है, जिससे तुम सुसु करते हो, इसे यहां डालो और घुसा दो.तो पीयूष बोला- संध्या क्या होगा इससे?मैं बोली- तुम खुश हो जाओगे… और पीयूष, तुम्हें बहुत मजा आएगा और मुझे तो बहुत ही मजा आयेगा.
तभी पीयूष ने मेरी टांगों को फैलाया, मैंने अपने दोनों पैर भी ऊपर कर लिए और बोली- पीयूष डालो अपना लन्ड… जिससे सूसू करते हो उसका नाम लन्ड है.पीयूष का लन्ड कुछ छोटा था और ढीला भी इसलिए जैसे ही उसने घुसाया तो घुस ही नहीं रहा था, मैंने अपनी चूत और कमर उठा दी, तब भी लन्ड नहीं घुसा, मैं बहुत प्यासी हो गई, मेरा मन बहुत करने लगा कि कैसे भी मेरी चूत में लन्ड घुस जाये.
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मैं समझ गयी कि पीयूष का लन्ड नहीं घुसेगा, मैं बोली- ऐसा करो पीयूष, मेरी टांगों के बीच मेरी चूत में अपना लन्ड ऐसे ही रखे रहने दो और अब अपनी उंगली मेरी चूत में डालो.तभी पीयूष ने अपनी उंगली मेरे चूत में डाल दी, जैसे ही पीयूष ने उंगली मेरी चूत में डाली, मुझे लगा कि उसने अपना लन्ड डाल दिया, जैसे ही उंगली घुसी मैं बिल्कुल तड़प उठी और पीयूष को कस के जकड़ कर बोली- आई लव यू मेरे दूल्हे राजा… मेरे पति… और डालो जोर से पूरा लौड़ा अन्दर घुसा दो.
तब पीयूष बोला- संध्या इतनी ही बड़ी है मेरी उंगली… पूरी घुसा चुका हूं.मैं बोली- ऐसा करो, अपनी दो उंगलियां डालो मेरी चूत में!उसने दो की जगह तीन उंगलियां डाल दी.
पीयूष की लंबी पतली उंगलियाँ मेरी चूत में घुसी, तब सच में मुझे थोड़ा दर्द हुआ और मैं अपना पूरा कमर उछालते हुए पीयूष को बोली- पीयूष जोर जोर से उंगलियां डालो!फिर सॉरी बोल के बोली- लन्ड डालो.शायद मैं पागल हो रही थी.
जब पीयूष चूत में अंदर बाहर करने लगा था, पीयूष बोला- तुम्हारी चूत बहुत गर्म है. लगता है उंगलियां जल जायेंगी.मैं बोली- पीयूष और जोर से डालो मेरे अंदर अपना लन्ड… मेरी चूत में बहुत आग है और बहुत खुजली भी है . तुम्हें बहुत मजा आएगा, पीयूष जम कर चोदो मुझे, फाड़ दो मेरी चूत! और जोर से डालो, पूरा घुसा दो!
पीयूष जम कर अंदर बाहर करने लगा, मुझे जरा भी ध्यान नहीं रहा कि पीयूष उंगली से चोद रहा है, मुझे लगा कि जैसे मेरे चूत में उंगली नहीं लन्ड घुसा है और मैं जल्दी जल्दी चुदाई करवाने लगी.वो जल्दी-जल्दी अंदर बाहर करने लगा, मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, मैंने पीयूष के होठों को जोश में काट दिया.पीयूष बोला- बहुत दर्द हो रहा है, मत काटो संध्या!
मारे जोश के मैं पीयूष के पीठ में नाखून से काटने लगी.पीयूष बोला- संध्या तुम्हारे अंदर चूत में बहुत गर्म गर्म लग रहा है, ऐसा लग रहा है उंगलियां जल जाएंगी मेरी!मैं बोली- मैं बहुत चुदासी हूं इसलिए मेरी चूत में आग है, मेरे राजा और जोर जोर से डाल दे पूरा अंदर घुसा!और मैंने उसकी पीठ को नोच कर काट दिया.
पीयूष करीब 15 मिनट रगड़ता रहा अंदर-बाहर… तब मेरी चूत से बहुत जोर से चूत का रस पिचकारी की तरह निकलने लगा. यह मेरे जीवन की पहली चुदाई थी, टूटा फूटा जैसा भी… यह मेरा पहला चुदाई का चरमोत्कर्ष था, बहुत मजा आया मुझे… जन्नत दिख गया इन 30-40 मिनटों में!
अब पीयूष से लिपट कर मैंने उसके होठों को चूमा और फिर बोली- अब तुम जा सकते हो… और ये खेल किसी को बताना नहीं.फिर वो जाने लगा तो मैं बोली- थैंक्यू पीयूष!उसने अपने कपड़े पहने और चला गया.
आज मैंने जाना कि कितना मजा होता है चुदाई में… आज पहली बार ऐसे कामुक आनन्द का अहसास हुआ.मैंने जैसे ही अपनी यह सच्ची बात दोनों को सुनाई, राज और सीड दोनों ही एकदम जोश में आ गए और मुझे बोले- सच में तुम तो वंध्या पहले से ही इतनी सेक्सी हो बहुत चुदासी रहती हो. थैंक यू और तुम्हारे कमलेश चाचा को जिन्होंने तुम्हें वह सेक्स कहानी की बुक और मैगजीन दी, और थैंक्यू तुम्हारी मम्मी को जिसके कारण तुम इस तरह लाइफ को इंजॉय करने लगी. संध्या तुम बहुत सेक्सी लड़की हो तुम्हारे जैसी कोई नहीं!
यह कह कर सीड और राज दोनों ही मुझसे लिपट गए.
तभी राज बोला- सीड, तुम संध्या की चूत को जबरदस्त चोदो!ऐसा कह कर राज, मेरा होने वाला पति मेरे मुंह में अपना लन्ड देने लगा, बोला- रंडी साली तू तो एक नंबर की रांड है. बता संध्या आज तक में कितने लोगों से चुदवा चुकी है?सीड बोला- राज भाई, अभी मत पूछो, आराम से… जब तुम्हारी बीवी बन जाएगी, तब फिर इसकी चुदाई की सच्ची कहानियां सुन सुन के इसको चोदते रहना… और हो सके तो मुझे भी बुला लेना. फिलहाल आज तो इसको चोदो!
सीड मेरे ऊपर आकर मेरी जांघों को चाटने लगा और अपनी दो उंगलियां मेरी चूत में डाल दी. फिर सीड उधर मेरे पैरों को चाटते हुए जांघों को बहुत सहलाने लगा.जैसे ही सीड की उंगली मेरी चूत में घुसी, मैंने जोर से मुंह खोला, तभी राज अपना लन्ड मेरे मुख में घुसा दिया.राज बोला- क्या मस्त लग रही है संध्या… तुझे पाके मेरी लाइफ बन गई. चाहे तो तुझे जितने लोगों ने चोदा हो या तू चाहे जितनों से चुदी हो, मैं फिर भी सिर्फ तुझी से शादी करूंगा. मुझे ऐसी ही लड़की चाहिए थी, मैं तुझे ना भी चोदूं, सारी उमर तक तुझे चुदते हुए देख कर मस्त जिंदगी गुजार दूंगा.
इतने में सीड उठा और मेरे ऊपर चढ़ गया, और सीड ने दोनों हाथों से मेरे एक एक बूब्स पकड़ कर पूरी ताकत से दबाने लगा और अपने होठों को मेरी नाभि में रख दिया, अपने गरम होंठ से मेरी सेक्सी नाभि को चूमने लगा.
अब मेरे से रहा नहीं गया और मैं बहुत जोर से राज का लन्ड चूसने लगी.
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09-05-2019, 02:27 PM,
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RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
इतने में पूरी ताकत से सीड मेरे दोनों बूब्स दबाने लगा और नीचे मेरी चूत में सीड का लन्ड रगड़ खा रहा था. अब मुझसे रह पाना मुश्किल हो गया, मैंने अपनी कमर उठा दी.तभी सीड को पता लग गया कि मैं अब लंड घुसवाना चाहती हूं, सीड मेरे होने वाले पति राज से बोला- राज भाई, आज इस संध्या को अपन दोनों एक साथ चोदते हैं, राज तुम ऐसा करो आ जाओ पीछे इसकी गांड में डाल दो, तुम्हारा पेनिस भी छोटा है और आराम से उसकी गांड में चला जाएगा. यह बहुत मस्त गांड और चूत में एक साथ चुदाई करवाती है.
तब राज बोला- मैंने आज तक ब्लू फिल्मों के अलावा कभी पीछे गांड का सुना नहीं कि कोई लड़की गान्ड में भी चुदवाती है.सीड ने अपनी एक घटना सुनानी शुरू की:माफ करना राज भाई, और बुरा मत मानना क्योंकि तुम्हारी होने वाली बीवी है संध्या… पर अभी दो साल पहले एक बार सतना में मैं और संध्या ने मिलने का प्रोग्राम बनाया. मेरे पास मिलने की जगह नहीं थी तो एक रिश्तेदार था मेरा शिवम नाम है, मेरी दीदी का देवर है, उससे मेरे दोस्ती भी है, उससे मैंने हेल्प मांगी और बोला शिवम भाई बुधवार को दो घंटे के लिए मुझे अपना रूम दे देना. उसने कहा ठीक है ‘डन’, तब मैंने संध्या को बोला आ जाओ!
सुबह 11 बजे संध्या आ गयी सतना अपने गांव से! संध्या को पन्द्रह सौ रुपए के कपड़े खरीदवाये और उसके बाद संध्या को बोला ‘चलो एक रूम मिला है!संध्या बोली- चलो!
मैंने शिवम को बुलाया रूम की चाभी के लिए, वो आया काफी हाउस के पास जहां हम दोनों खड़े थे, आया और मैंने संध्या से परिचय कराया, शिवम के बारे में बताया कि ये मेरी दीदी का देवर है. शिवम संध्या को बहुत ही ध्यान से देखने लगा और फिर मुझे बोला- सीड तुमसे कुछ पर्सनल बात करनी है.थोड़ा बगल से ले जा कर मुझसे बोला- इस लड़की संध्या से तुम शादी करोगे?मैंने कहा- नहीं करूंगा, चाहूं भी तो हमारे घर वाले नहीं करेंगे.“ये बात संध्या को भी पता है कि तुम दोनों शादी नहीं करोगे?”मैं बोला- हां हम दोनों को क्लीयर हैं कि हम दोनों की शादी नहीं होगी!“इसका मतलब तुम दोनों फुल इंजवाय कर रहे हो?”
मैं बोला- हां, ऐसा ही समझ लो.तब शिवम ने सीधे बोला- मुझे भी संध्या की दिलवाओ, कैसे भी जमाओ सीड… मैं तो रिश्तेदार हूं तुम्हारा!मैंने कहा- ये संभव नहीं!तो शिवम बोला- मैं रूम भी नहीं दूंगा.अब मेरे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था, मुझे कोई रूम मिल नहीं सकता था, मैंने बिना संध्या से पूछे शिवम को हां कर दिया, बोला कि जब मैं रूम के अंदर चला जाऊं संध्या के साथ उसके दस पन्द्रह मिनट बाद अंदर आना.शिवम बोला- बिल्कुल जैसा तुम बोलो सीड, क्या मस्त माल पटाया है तुमने यार! उसके होंठ नाक और आंखें कितनी खूबसूरत है लगता है बहुत चुदासी है! मैंने संध्या से सेक्सी लड़की आज तक नहीं देखी, बहुत मजा आएगा.
जब रूम में आ गई संध्या और मैं लिपट गया, संध्या के होंठ चूसने लगा, फिर बूब्स दबाने लगा तो संध्या गर्म होने लगी. मैंने संध्या की लैगी और पैंटी एक साथ उतार कर सीधे टांगें फैला कर जैसे चूत में मुंह रखा, पूरी चूत बह रही थी, मैं समझ गया बहुत गर्म है, पहले से ही चुदाई का सोच लिया होगा.
तब मैंने संध्या से कहा- एक बात है संध्या, जिसका ये कमरा है वो भी अपने साथ रहेगा! वो भी तुमसे करेगा, वह भी आएगा, बोला है मैं भी रहूंगा और करूंगा तुम्हारी गर्लफ्रेंड से! और मैंने हां कर दिया है क्योंकि जब मैंने ना किया तो वह बोला मैं रूम नहीं दूंगा.संध्या बोली- मैं उससे नहीं करूंगी.मैं बोला- तो फिर चलो रूम से! वह नहीं मानगा, बस इसी एक बात पर माना था बस.मैं बोला- चलो उठो जल्दी चलते हैं, पहनो कपड़े, अपन चलते हैं! आज का सब यही खत्म चलो, वो आकर भगा देगा.
पता नहीं, दो मिनट संध्या ने कुछ सोचा, फिर बोली- ठीक है, बुला लो उसे जिसका रूम है यह! जब तुमने हां कर ही दिया है!यह बहुत गजब का दिन था. उस दिन की पूरी कहानी संध्या से तुम सुन लेना राज भाई, तभी मैंने और शिवम ने दोनों ने एक साथ इस संध्या को चोदा था, और मैं सोच भी नहीं सकता था कि संध्या इतनी सेक्सी और हॉट लड़की है, इसने उस दिन आगे चूत में लन्ड और पीछे गांड में दोनों में लन्ड लिए थे और बहुत मस्त आगे पीछे से चुदवाई थी.
मेरी चूत चोदन कहानी जारी रहेगी. मेरी स्टोरी में सब कुछ सच है. मेरी स्टोरी आपको कैसी लगी?
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09-05-2019, 02:28 PM,
#86
RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
मेरा पुराना आशिक मेरे होने वाले पति को बता रहा था कि कैसे उसने अपने रिश्तेदार से मिल कर मेरी चूत और गांड की चुदाई की थी.
उस दिन की पूरी कहानी संध्या से तुम सुन लेना राज भाई, तभी मैंने और शिवम ने दोनों ने एक साथ इस संध्या को चोदा था, और मैं सोच भी नहीं सकता था कि संध्या इतनी सेक्सी और हॉट लड़की है, इसने उस दिन आगे चूत में लन्ड और पीछे गांड में दोनों में लन्ड लिए थे और बहुत मस्त आगे पीछे से चुदवाई थी.
राज यह सुन कर और जान कर जोश में आ गया, मुझसे बोला- संध्या, मेरी सेक्सी छिनाल आज सच बता दे कितने लोगों से आज तक चुदवा चुकी है?मैं बोली- यार, अभी मत पूछो, नहीं आप क्या कोई भी मुझसे शादी नहीं करेगा.तब मेरे होने वाले पति राज बोले- अपनी कसम खाकर कहता हूं कि चाहे तुम वेश्या भी हो, रोज आठ-दस-बारह मर्दों से सेक्स करवाती रही हो और आगे भी करवाओ… तब भी मैं शादी तो अब तुमसे ही करूंगा, ये वादा है तुझसे संध्या.
राज की बात सुन कर मुझे बहुत अच्छा लगा, मैं बोली- राज, तुमसे मैं भी वादा करती हूं कि कोई एक भी ऐसा रिश्ता नहीं छुपाऊँगी जिनके साथ मैं सोई हूं या फिजिकल रिलेशन बनाया है, पर तुम्हारी पत्नी बनने के बाद ही बताऊंगी.तो राज बोला- कुछ अंदाज तो बता दो? बाकी फिर शादी के बाद बताना, अभी नहीं पूछूंगा.

तब मैं बोली- पहली बार जब मैं अठारह साल की हो चुकी थी तो बर्थडे के ठीक दो दिन बाद पहली बार कोई दो लोग एक साथ, उन दोनों की उम्र चालीस के पार थी, उन दोनों ने मिलकर मुझे किया थे, आज मैं बीस साल से ऊपर की हो चुकी हूं इक्कीसवीं साल में चल रही हूं. मतलब दो साल से मैं करवा रही हूं और इन दो सालों में ऐसा कोई महीना नहीं गया जिस महीने किसी के साथ ना सोई हूं. अभी बस इतना ही बताऊंगी. अभी प्लीज मत पूछना.
राज बोला- ठीक है संध्या, पर मुझे थोड़ा क्लीयर हिंट तो दे दो?मैं बोली- एक साल में बारह महीने तो दो साल में चौबीस महीने हुए… किसी किसी महीने चार से लेकर आठ दस बार तक भी हुआ है.
राज और सीड दोनों मुंह फाड़ कर देखने लगे मुझे आश्चर्य से, मैं बोली- इसीलिए बोलती हूं अभी मत पूछो राज!राज बोला- गजब हो यार… तुम्हारा कोई जवाब नहीं! बस इतना और हिंट दे दो कि हर महीने जिनके साथ सोती थी, कुछ महीनों में जो आठ दस बार हो जाते थे, वो सब अलग अलग मर्द होते थे या एक दो ही मर्द हैं? और हां एक और वादा करो कि मुझे हर एक के साथ जितनी बार सोई हो और सेक्स किया है, कैसे शुरू हुआ और फिर कैसे हुआ, क्या क्या किस किस तरह हुआ एक एक शब्द पूरा का पूरा सच सच बताओगी.
मैं बोली- देखो राज, पहली बात तो यह कि ये जो अभी तुम्हारे सामने है सीड मेरा ये ब्वाय फ्रेंड है, इसका बता दूं, इसने आज तक मेरे साथ छः बार किया है, जिसमें दो बार दोस्त भी थे इसके साथ, ऐसे ही दो तीन रिश्तेदार हैं जिनने दो या तीन बार किया है. ऐसे ही पापा के दोस्त हैं दो जो एक बार से ज्यादा मेरे साथ सोये हैं, और ऐसे ही मेरे बड़े भाई के तीन दोस्त हैं जो दो या तीन बार किये हैं. इसके अलावा हर बार कोई नया मर्द ही रहा है. सबसे ज्यादा बार इस सीड ने ही मुझे किया है, आज ये सीड का सातवीं बार है. और मैं संध्या अपनी मम्मी की कसम खाकर कहती हूं कि शादी होने के बाद उसी दिन से आपको अपने गुजरे वक्त के सारे मर्दों के साथ बने फिजिकल रिलेशन के बारे में कैसे बने, किस जगह में किस वक्त में करवाया, और उस समय कितने लोग थे, फिर उन लोगों ने क्या किया और मैंने किस तरह से करवाया, क्या क्या उन लोगों ने गंदी बातें बोली, कितनी गालियां देते थे कुछ लोग, मैंने भी उस समय कितनी गंदी गंदी बातें की, एक एक शब्द सब आपको बिना कुछ छुपाये बताऊंगी. यह मेरा आपसे वादा है राज!
मेरे होने वाले पति राज बोले- थैंक यू संध्या, चलो एक बात तो मैं जान गया कि तुम बहुत ऑनेस्ट हो, ईमानदार हो, जो भी करती हो, सब बात वैसे ही बता देती हो बिना कुछ छुपाये. थैंक यू अगेन!और इतना कहते ही मुझसे लिपट गए और मेरे होठों को चूमने लगे.
तब मैं भी यह जान गई कि राज को मेरे फिजिकल रिलेशन दूसरों के साथ बनाए जाने पर कोई जलन और एतराज नहीं है. यह मेरे लिए बहुत अच्छी बात है मेरे जैसी लड़की को ऐसा ही पति चाहिए, भले ही उस में और कोई कमी हो.
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09-05-2019, 02:28 PM,
#87
RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
इतने में सीड बोला- संध्या, तुम बड़ी छुपी रुस्तम निकली, आज तक यह सच्चाई मुझे भी नहीं बताई थी, मुझे यह शक तो था कि तुम मेरे अलावा भी कुछ मर्दों से रिलेशन बनाती हो, पर यह नहीं पता था कि तुम रंडियों छिनालों से भी आगे निकल चुकी हो, और ना जाने कितने मर्दों के साथ तुम सोती हो! गजब की हो संध्या! वैसे तुम्हारा हुस्न और तुम्हारी अदाएं और उसमें जितनी हॉट गरम तुम हो, यह पक्का है कि तुम्हें कोई मर्द देखेगा तो उसके मन में तुम्हारे साथ सोने का तुम्हें चोदने का ख्याल देखते ही आ जाता है, और बिना चोदे वह तुम्हें फिर रह नहीं सकता. मुझे संध्या सिर्फ इतना बता दो कि इतना ज्यादा चुदाई करवाने के बाद भी आज भी तुम्हारी चूत इतनी टाइट कैसे है? ऐसा लगता है कि तुम्हारी चूत सील बंद है और तुम पहली बार चुदवा रही हो. इसका राज क्या है? तुम्हारे बूब्स पहले जब मैं मिला था तो 30 साइज के थे, और इतना बूब्स दबाया होगा मर्दों ने लगभग मेरा अंदाज है कि दो साल में करीब 50 मर्दों के साथ तो तुम सो चुकी होगी, और सभी ने चोदा भी होगा सभी तुम्हारे बूब्स जम के ही दबाए होंगे. तब भी बहुत मेंटेन है तुम्हारे बूब्स एकदम टाइट, साइज भी बूब्स का सिर्फ 32 हुआ है, और वह भी बिल्कुल कच्ची कली कुंवारी लड़की की तरह… यह कैसे हुआ?
मैं बोली- सीड, यह तुम बिल्कुल सच बोल रहे हो, जितने भी मर्द मेरे साथ सोए हैं, मुझे चोदा है, यह बात सबने बोली है, कि आज मैंने तुम्हारी सील तोड़ी है, और पूछे हैं कि यह बताओ संध्या की इतने दिन बिना किसी से चुदवाये कैसे रही हो. हर मर्द को लगता है कि वह मुझे पहली बार कर रहा है. यह नेचुरल है पता नहीं कैसे मेरे साथ है और मैंने इसके लिए कुछ नहीं किया. और यह भी बता दूं कि अगर मैं 15 या 20 दिन किसी मर्द के साथ ना चुदवाऊँ तो उसके बाद जब कोई मेरी चूत में लन्ड डालता या घुसाता है तब खून भी निकलता है, एकदम से कुंवारी लड़की की तरह मेरी चूत हो जाती है.
सीड बोला- राज भाई, तुम बहुत लकी मैन हो, कुछ भी हो जाए तुम संध्या को मत छोड़ना, इससे शादी कर ही लेना, तुम जितनी बार चोदोगे तुम्हें हर बार एकदम टाइट चूत मिलेगी, और तुम्हें लगेगा कि हर रात तुम्हारी सुहागरात है, पहली रात है. संध्या अगर दूसरे मर्दों के साथ सोती भी रहेगी या चुदवाती भी रहेगी जो कि संध्या करेगी ही भले ही तुम कितने पहरे लगाओगे, पर मौका पाते ही यह करेगी ही और अगर यह ना बताएगी तो तुम जान भी नहीं पाओगे.
इतना कहते ही सीड ने मेरी टांगों को फैला कर मेरी चूत में उंगली डाल दिया और अपने मुंह को भी मेरी चूत में रख दिया.सीड बोला- राज भाई, बहुत टाइम हो गया, कोई आए दूसरा यहां… उससे पहले अब संध्या की प्यास बुझा देते हैं, चलो दोनों तरफ से अब इसकी जम कर चुदाई करते हैं.
और इतना सुनते ही मैं बिल्कुल और जोश में आ गई कि अब दोनों मुझे चोदेंगे.
तभी सीड मेरी चूत में अपनी दो उंगलियां डाल के अंदर बाहर करने लगा तो मैंने राज को कस के पकड़ लिया और बोली- राज, तुम बताओ कहां डालोगे अपना लन्ड? आज तुमसे मैं बहुत खुश हूं! तब राज मेरे कूल्हों को पकड़ कर बोला- मेरी जान, मेरी रंडी संध्या… आज तो मैं तुम्हारी इस उठी हुई मस्त गांड में ही अपना लौड़ा डालूंगा और जम के तुम्हारी गांड को चोदूंगा.मैं बोली- ओहह हहहह मेरे राजा, कितने मस्त हो… अब देर मत करो!
इतने में सीड मेरी गीली चूत में अपनी उंगली से मेरी चूत का रस निकाल कर उसे चाटने लगा था, उसकी उंगली से ही अंदर बाहर चोदने जैसा लगा तो मैं तड़पने लगी, मुझे दोनों ने बहुत गर्म कर दिया.सीड बोला- संध्या सबसे टेस्टी तुम्हारे चूत का रस है, इसे पाने के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं. तुम किसी से चुदवाना… पर मुझे अपनी चूत का रस हमेशा चटाते रहना.
फिर वो मेरे होने वाले पति राज से बोला- राज भाई, मैं आपसे प्रार्थना करता हूं, आपके हाथ जोड़ता हूं कि जब आपकी शादी संध्या से हो जाएगी तो प्लीज उसके बाद एक भीख मुझे देंगे?राज बोले- कैसी बात करते हो सीड? इस तरह मांगोगे तो जान भी हाजिर है.सीड बोला- वादा करिए कि मना नहीं करोगे?
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09-05-2019, 02:28 PM,
#88
RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
राज मेरे होने वाले पति बोले- पहले बताओ तो?सीड ने बोला- अगर आप नहीं कहोगे राज भाई तो मैं कभी कुछ नहीं करूंगा, वादा है तुमसे, पर प्लीज पूरी जिंदगी सिर्फ मुझे संध्या की चूत का रस चाटने देना, राज भाई तुम संध्या को जब जब चोदोगे और फिर संध्या की चूत को चोदने से जो रस निकलेगा उसे मुझे चाट के साफ़ करने के लिए अपना नौकर रख लेना!
पता नहीं किस मूड में थे मेरे होने वाले पति राज… उन्होंने कहा- मैं वादा करता हूं सीड तुमसे… जिस दिन मेरी शादी संध्या से हो जाएगी, ठीक उसी दिन से तुम्हें संध्या की चूत चाटने और चूत का रस चूसने से कभी मना नहीं करूंगा.सीड राज के पैरों में पड़ गया और फिर राज के हाथ जोड़कर बोला- थैंक्यू राज भाई, मैं जिंदगी भर आपका ऋणी रहूंगा.राज ने कहा- कोई बात नहीं सीड, आज से भाई हो मेरे, दोस्त हो मेरे, चलो अब शुरू हो जाओ और संध्या मेरी डार्लिंग की प्यास अपन बुझाते हैं.
इतना सुनते ही जोर जोर से सीड मेरी चूत का रस चाटने लगा और मैं पागल होने लगी.
तभी पीछे राज ने भी मेरे कूल्हों को फैलाया और मेरी गांड में जो गांड की रेखा है पतली सी उसमें उंगली चलाने लगे. राज अपना थूक निकाल कर उसमें उंगली डालने लगे और चाटने लगे.
अब तो मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था, मैं पागल हो रही थी, मेरा मन कर रहा था कि कैसे भी दोनों आगे पीछे से बस मेरी चूत और गांड में अपना लन्ड डाल दें, मैं बिल्कुल मदहोश हो चुकी थी. और लन्ड डलवाने के लिए बेताब हो गई, पागल हो गई!
जैसे ही मैंने सीड को देखा कि सीड बिल्कुल पागल हो गया है, उसका बहुत बड़ा लन्ड मेरी चूत में घुसने को तैयार है, मैं बोली- सीड मेरी राजा, अब मुझे मत तड़पाओ!इतनी में मेरे होने वाले पति राज बोले- सीड, संध्या तुम्हारे लन्ड के लिए तड़प रही है इसे अब चोद दो, आज मैं इसे चुदते देखना चाहता हूं क्या मस्त सेक्सी पागलपन इसके बूब्स और चूत हैं!सीड बोला- राज भैया, आप भी इसकी गांड में अपना लन्ड फिट करिए, अपन दोनों एक साथ ही संध्या को चोदेंगे. संध्या तुम्हें मंजूर है?मैं बोली- यह तो मेरी बिन मांगी मुराद पूरी होने जैसे है. तुम दोनों मेरी तड़पती चूत और गांड को फाड़ दो जल्दी… नहीं मैं मर जाऊंगी.राज बोले- चलो आज इसको अपने मर्द होने की ताकत दिखा देते हैं, संध्या आज तुम्हें हम दोनों रुला देंगे.
राज ने अपना लन्ड मेरी मचलती गांड में फिट कर दिया और दोनों बूब्स कस के दबा दिए, मैं बोली- अब घुसा दो राज तू मेरा कुत्ता है!
तभी सीड ने भी अपना मस्त लन्ड मेरी चूत में फिट कर दिया और बोला- राज, अब इसको चोदते हैं.सीड अपने लन्ड का पूरा टोपा जैसे चूत में रखा, मैं तड़प गई, बोली- मेरे होठों को चूस लो और अपना लन्ड डालो सीड!इतने में सीड ने अपना लन्ड मेरी चूत पर फिट करके अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिये, मैंने उसे कस के पकड़ लिया.
पीछे से राज मेरे दूध दबा रहा था, तभी दोनों ने एक साथ बोला- घुसा दें?और पूरी ताकत से एक ही साथ मेरी चूत और गांड में जोर से लंड डाला.
मैं दर्द के मारे चिल्ला उठी पर मेरे होंठों पर होंठ रखे थे सीड ने तो मेरी आवाज दब गई. एक ही झटके में लन्ड डाला, गांड में आधा लन्ड डाला और मैं रोने लगी, आंखों से आंसू आने लगे.दूसरे झटके में राज का पूरा लन्ड मेरी गांड में चला गया.
अब दोनों ही के लन्ड मेरी चूत और गांड में घुस गये, इधर राज जोर जोर से मेरे दूध दबा रहा है और गांड में मेरे कूल्हों में अपने थप्पड़ मार रहा है. गांड में मुझे बहुत दर्द हो रहा था.
तभी दोनों अपना लन्ड मेरी चूत और गांड में रगड़ने लगे. टीवी की आवाज तेज थी, तब भी फच फच की आवाज कमरे में गूंजने लगी. राज अपना लन्ड मेरी गांड में पूरा जड़ तक डाल देता, मुझे बहुत मजा आ रहा था, अब मेरा सारा दर्द मिट गया.
करीब 10 मिनट बाद मैंने सीड को होठों से हटाया और गाली बकने लगी, मैं बोली- जोर से बहन चोद, अपनी रंडी को चोदो जम कर!वो दोनों भी गाली बक रहे थे, मुझे बोले- साली कुतिया तू सबसे बड़ी छिनाल है रे संध्या!और चूत में पूरा लन्ड डालने लगा सीड!
करीब 15 मिनट तक दोनों ने चोदा, तभी सबसे पहले सीड बहुत जोर से झटके मेरी चूत में मारने लगा और मेरे दूध चूसने लगा, साथ में बोला- साली छिनाल, सबसे चुदाई करवाती है.तभी राज बोला- अब तो बता दे संध्या, कितनों से चुदवाई हो आज तक?
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09-05-2019, 02:28 PM,
#89
RE: Chudai Kahani मेरी कमसिन जवानी की आग
दोनों तरफ मेरे लन्ड घुसे थे, मैं फुल जोश में थी तो सब कुछ सच सच बता दिया, मैं बोली- जिसने भी मांग लिया मुझसे और बोल दिया कि चोदने दोगी उसे आज तक मना नहीं किया! मम्मी कसम और समय पर आ गया तो चुदाई करवा लेती हूं, किसी को मना नहीं करती. करीब 200 लोग मुझे चोद चुके हैं, उन में से कुछ ही को मैं जानती हूं. जब मेरा मन करता है तब मुझे कुछ होश नहीं रहता, मैं कई बार किसी को भी फोन लगा कर बुला लेती हूं, अगर कोई पहचान वाला नहीं मिला तो अंजान से भी करवा लेती हूं, मुझसे बर्दाश्त नहीं होता, मैं जब गर्म कहानियां सेक्सी कहानियां पढ़ती हूं तब जो भी मिल जाए उसी से चुदवा लेती हूं. कई बार तो उन चोदने वाले मर्द को पहचानी भी नहीं, यह सब सच बता रही हूं. इस बात का बहुत बुरा मत मानना… मैं बहुत सेक्सी और हॉट हूं नेचुरली, इतनी चुदासी हो जाती हूं कि बता नहीं सकती, यही सच्चाई है.
अब सीड बहुत तेजी से झटके मेरी चूत में मार रहा था, उसका पूरा लन्ड मेरे अंदर घुस जाता और फिर बाहर निकालता. उसने मेरे दोनों बूब्स जम कर दबाना और चूसना शुरू कर दिया. और लंबी लंबी सांसें लेने लगा.
मैं पागल हो रही थी बिल्कुल… अपनी कमर और गांड दोनों को उछाल रही थी.
सीड बोला- बहुत सेक्सी हो संध्या, तुम्हें चोदने पर मुझे दुनिया की सब खुशियाँ मिल जाती हैं, तुम्हें चोदे बिना मैं नहीं रह सकता. अब तेरी शादी के बाद तेरी चूत चाटने आया करूंगा.राज बोला- हां सीड, तुम मस्त चाटते हो रोज आकर चाट जाया करना!
दोनों ही बहुत मस्त चोद रहे थे.
सीड बोला- मैं अब झड़ने वाला हूं. बता संध्या, मेरा लन्ड रस पिएगी या चूत में ही डाल दूं?मैं बोली- अपना लन्ड रस मुंह में मेरे डालो!और सच में सीड ने मेरे मुंह में लंड डालकर अपना पूरा रस मेरे मुंह पर भर दिया, मैंने उसे चाट लिया. लन्ड साफ होने के बाद सीड मेरे ऊपर से हट गया.
अब राज मुझे बोला- कि घोड़ी बन जा संध्या!और मैं लन्ड डलवाए डलवाए घोड़ी बन गई, अब जोर जोर से पीछे की तरफ से राज मेरी गांड में लन्ड डाल रहा था और पीछे से दूध पकड़े हुए बहुत जोर से दबा रहा था.तभी अंदर मेरे बहुत गर्मी होने लगी, मैं बोली- मेरे भड़वे कुत्ते राज… और चोद गांड को मेरी!
मैंने उसका जोश बढ़ाया तो वह जम जम से चोदने लगा. करीब पांच मिनट मेरी गांड लगातार चोदता रहा राज, फिर बोला- संध्या, अब मेरा रस निकलने वाला है, कहां लेगी?मैं बोली- गांड में ही डाल दो!और राज ने अपना पूरा लन्ड रस गरम-गरम गांड में डाल दिया.
मैं बिल्कुल मदहोश हो गई और अब मैं भी झड़ गई और इस तरह मैं अपने होने वाले पति राज के सामने सीड से बहुत जम कर चूत चुदवाई.
अब पूरे शरीर में मेरे अकड़न और दर्द हो गया, तब सीड मेरी चूत और गांड दोनों को चाट कर साफ किया.सीड को चाटते देखकर राज बोला- संध्या डार्लिंग, सीड को चाटने के लिए नौकरी में आज से रख लें?सच बताऊं तो मुझे बहुत अच्छा लगा, मैंने राज को बोला- मुझे तुम्हारी यही अदा बहुत पसंद आती है.और मैं बोली- सीड, आज से तेरी नौकरी मेरी तरफ से भी पक्की… तू हमेशा आकर मेरी चूत और गांड चाट जाना!
इतना सुनते ही सीड मुझसे लिपट गया पीछे से, और आगे से राज… दोनों मुझे चूमने लगे, मेरे होठों को मेरे पीठ को सबको चूमा.
मैं राज से बोली- कभी कभी अगर आप बुरा ना मानो तो सीड से डलवा लिया करूंगी वो भी आपके सामने!राज बोला- ठीक है, मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं… पर जो भी करना मुझे बता कर या मेरे सामने! फिर जिसमें तुम्हारी खुशी हो सब करना.
मुझे राज की यह बात बहुत अच्छी लगी, मैं राज से लिपट कर उसके होठों पे किस करने लगी, राज भी मेरे होठों को चूमने लगा और बोला- सीड, अब तुम निकल जाओ क्योंकि मम्मी आने वाली होंगी.सीड ने अपने कपड़े पहने और बाहर निकल गया.
फिर राज और मैंने भी कपड़े पहने.
करीब पन्द्रह मिनट बाद मम्मी आ गयी, आते ही राज से मम्मी ने पूछा- बेटा, ये अच्छे से मिली और अच्छे से बातचीत की है?मैं बोली- मम्मी, तुम जो बोलोगी, उससे दोगुना ही करूंगी और आज भी किया है.मम्मी बोली मुझे- हट शैतान लड़की… मेरे राज बेटा को परेशान मत करना, हर बात मानना इनकी!मैं बोली- जी मम्मी, आपसे भी आगे निकल जाऊंगी और बन भी जाऊंगी.
यह कहानी एक एक शब्द, मम्मी की कसम, सही है, इसमें एक शब्द भी मैं झूठ नहीं बोली. मेरी पहली घटना या पहली मुलाक़ात फिर दूसरी बार में कैसे दो मर्दों ने सील भंग किया फिर सीड कैसे मुझसे प्यार करने लगा और कैसे मैं इतनी हाट गर्ल बन गई, एक एक सत्य घटना पागलपन है, ऐसा कि कोई सोच नहीं सकता है.
जो कोई सोच नहीं सकता है, उसे मैं कर चुकी हूं आप जानेंगे तो मदहोश होकर पागल हो जायेंगे, खुद पर कंट्रोल नहीं कर पायेंगे और मुझे देखने के बाद तो आप रह ही नहीं पाओगे, यह दावा है मेरा!मेरी सत्य सेक्स घटना पर आपको कैसी लगी

समाप्त
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