Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
03-31-2019, 02:42 PM,
#1
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भाभी का बदला

दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और कहानी शुरू कर रहा हूँ हो सकता है कुछ दोस्तो ने ये कहानी पढ़ भी रखी हो 
पर मुझे लगता है काफ़ी दोस्तो ने इस कहानी को नही पढ़ा होगा इसीलिए उन दोस्तों के लिए इस कहानी को पोस्ट कर रहा हूँ . और उम्मीद करता हूँ कि बाकी कहानियों की तरह इस कहानी को भी आपका सहयोग मिलेगा आपका दोस्त राज शर्मा 

दोस्तो ये कहानी पायल की ज़ुबानी शुरू करता हूँ
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03-31-2019, 02:42 PM,
#2
RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
हाय दोस्तों, मेरा नाम पायल है। मैं अजमेर राजस्थान से हूँ और मेरी उम्र 19 साल है, मैं एक स्टूडेंट हूँ , रंग गोरा, स्लिम बॉडी, फिगर 32-28-30 है, यानी मस्त सेक्सी माल हूँ । 
मेरे पापा अमर जिनकी उम्र 45 साल, सरकारी ओफीसर, हाइट 5 फुट 9 इंच, लण्ड का साइज 7” इंच लंबा 2½” इंच मोटा। 

मेरी मम्मी रागिनी जिनकी उम्र 41 साल, रंग गोरा, साइज 36-32-34 और हाइट 5 फुट 3 इंच है, वो भी सरकारी नौकर हैं, तो खुद को मेनटेन किया हुआ है। 

मेरा भाई राहुल उम्र 25 साल, स्लिम बॉडी, लण्ड साइज 5 इंच लम्बा और 1½ इंच मोटा है, और हाइट 5 फुट 6 इंच है। ये जनाब बहुत दुखी हैं, पर सरकारी जॉब है। 

मेरी भाभी रजनी जिसकी उम्र 23 साल, रंग गोरा, फिगर 34-30-32 है, स्लिम बोडी, हाइट 5 फुट दो इंच है। मेरी भाभी बहुत सेक्सी माल है या लड़की की भाषा में बोले तो एकदम पटाका आइटम है जो देखे उसके लण्ड में आग लगा देती है। 

मैं भी अच्छों-अच्छों का लण्ड खड़ा कर देती हूँ , जब मैं छोटी ड्रेस पहनती हूँ । 

अब शुरू करते हैं स्टोरी को की कैसे मेरी भाभी ने मुझसे बदला लिया और मुझे चुदवाया और मेरी चूत , मुँह और गाण्ड को फडवा दिया। ये सब इस कहानी के हिस्से हैं, इसलिए सबके बारे में बताया है। अब आगे चलते हैं कहानी पर। 

मेरी मम्मी पापा और भाई तीनों ने ही सरकारी नौकरी होने के कारण उन्होंने मुझे बड़े लाड़ प्यार से पाला है, और मुझे हर चीज दिलवा देते हैं। आज से एक साल पहले तक मैं कभी-कभी पॉर्न देख लेती थी या कभी-कभी मम्मी पापा की चुदाई देखकर खुद को शांत कर लेती थी। मेरे घर में 5 रूम हैं, तो सबके रूम अलग-अलग हैं। मेरा रूम मम्मी पापा के रूम से एक रूम छोड़कर है और भाई का मेरे बगल में है। 

एक दिन हुआ यूँ की रात को करीब एक बजे मैं उठी तो मैं मूतने गई, तो देखा की मेरे मम्मी पापा के रूम की लाइट जल रही है, क्योंकी मेरे पापा उसी दिन घर आए थे। पापा की नौकरी दूसरे शहर में है, और मम्मी इसी शहर में हैं। तो मैंने सोचा की मम्मी पापा बात कर रहे होंगे, पर जब मैं मूतकर वापस आई तो मैंने देखा की उनके कमरे से आवाज आ रही है। 

और ये आवाज बात की नहीं थी, किसी और चीज की थी। तो मैंने खिड़की से झाँक के अंदर देखा तो पापा और मम्मी एकदम नंगे थे और पापा मम्मी की चुचियों को चूस रहे थे और एक हाथ से मम्मी की चूत में उंगली कर रहे थे। और मम्मी की 36” साइज की चुचियों को मुँह में लेकर चूस रहे थे। मम्मी की बड़ी-बड़ी चुचियाँ देखकर मुझे कुछ होने लगा और मैं वही खड़ी होकर अंदर का नजारा देखने लगी। फिर पापा ने अपना अंडरवेर निकाल दिया, जैसे ही मैंने उनका लण्ड देखा तो मेरी आँखे फटी की फटी रह गईं। 

पापा का 7” इंच लंबा लौड़ा देखकर मैं डर गई और सोचने लगी-“मम्मी कैसे ले पाती हैं इसे चूत में?” 

उसके बाद पापा ने मम्मी से कुछ कहा, पर मुझे सुनाई नहीं दिया। फिर मम्मी पापा के लण्ड को चूस ने लगी और पापा मम्मी की चूत में उंगली कर रहे थे। कुछ देर बाद पापा ने मम्मी के मुँह से लण्ड निकाला तो लण्ड लाइट और मम्मी के थूक के कारण गीला था, तो चमक रहा था। 

फिर पापा ने मम्मी को सीधा लिटाया और एक झटके में पूरा लौड़ा मम्मी की चूत में पेल दिया। मैं तो देखती ही रह गई और मम्मी की चूत में पापा का लण्ड पूरा घुस गया। मैं वही खड़ी-खड़ी उनकी चुदाई देखती रही, खुद की चूत को सहलाती रही और झड़ गई। उसके बाद मैंने उनकी चुदाई देखी और मैं आकर रूम में सो गई और फिर अक्सर उनकी चुदाई देखती और खुद की चूत में उंगली करती थी। 

क्योंकी मेरे घर में मैं और मम्मी रहते थे क्योंकी भाई बाहर रहकर पढ़ रहा था तो वो महीनेमें एक बार आता था और पापा हर शनिवार को आते थे, तो मैं शनिवार को लाइव पॉर्न देखती थी। फिर भाई पढ़ाई पूरी करके घर आ गया। मुझे अब देखने का मोका नहीं मिलता था क्योंकी भाई का रूम बगल में होने के कारण डर लगता था। 

फिर भाई की नौकरी लग गई, और फिर से भाई चला गया। तो मैं फिर से देखने लगी। मैं भी अब कालेज में आ चुकी थी, पर अभी तक मैंने कोई बायफ्रेंड नहीं बनाया था, ना ही चुदी थी बस चूत में एक उंगली डालती थी और मजा करती थी। 

अब शुरू होती है असली कहानी की कैसे मेरी भाभी ने मुझसे बदला लिया और मुझे चुदवाया। बात आज से एक साल पहले की है, जब मेरे भाई की शादी रजनी से हुई। रजनी अपने बाप की एकलौती बेटी थी और बड़े लाड़ प्यार से बड़ी हुई, तो कुछ शोक भी हैं। वो बीयर पीती है। शादी के बाद पहली रात को भाई ने भाभी को खूब चोदा, ऐसा मुझे भाभी ने बताया, और कुछ दिन सब कुछ नॉर्मल चलता रहा। और फिर भाई भी अपनी नौकरी पर चले गये। अब भाभी अकेली रहती थी। वो रात को सोने से पहले छुपकर वाइन पीती थी, जो भाई उसे लेकर देता था।

एक दिन मैं भाभी मेरे रूम में बैठे थे। तो मैंने भाभी से पूछा -“भाभी, कैसा लगा भाई?” 

तो भाभी बोली-“कोई खास नहीं, पता नहीं मेरे माँ बाप ने क्या देखा?” 

उसके ऐसा बोलने से मैं थोड़ा चौंक गई, पूछा -“क्या हुआ?” 

तो बोली-“तेरी शादी होगी जब, तुझे पता चल जाएगा…” 

तो मैं बोली-“भाभी, अपनी दोस्त समझो और बताओ की क्या कमी है भाई में? शायद हम उसे समझा दें?” 

तो बोली-तुम उसे कभी सही नहीं कर सकती हो और मुझे उसके साथ ऐसा ही जीना पड़ेगा। 

तो मैं जोर देते हुए बोली-“ऐसा क्या है जो सही नहीं हो सकता?” 

तो भाभी बोली-“कुछ नहीं, पर मेरी किस्मत फूटी है जो मुझे ये मिला…” 
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03-31-2019, 02:42 PM,
#3
RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
पायल-भाभी, ऐसी कया बात है जो कोष रही हो भाई को? 

रजनी भाभी-तेरे भाई में कमी है तो ही कह रही हूँ । 

पायल-आख़िर क्या कमी है भाई में? 

रजनी भाभी-मेरे माँ बाप ने बस लड़के की नौकरी देखी पर मेरी जरूरत नहीं। 

पायल-आख़िर बात क्या है जो तुम मुझे भी नहीं बता सकती हो? 

रजनी भाभी-देख पायल, तेरी शादी होगी जब, तुझे पता चल जाएगा। 

पायल-क्या पता चल जाएगा? 

रजनी भाभी-शादी के बाद हर लड़की की कुछ जरूरत होती है। 

पायल-क्या जरूरत होती है भाभी? 

रजनी भाभी-यार तुम अभी बच्ची हो, तुम्हें नहीं पता की शादी के बाद कुछ जरूरत होती है लड़की को। 

पायल-हाँ पता है, पर भाई तो आपकी हर जरूरत पूरी करते हैं। 

रजनी भाभी-क्या जरूरत पूरी करता है साला । 

पायल-देखो, भाई को गाली मत दो, वो आपके पति हैं। 

रजनी भाभी-साला रोज दारू पीकर सो जाता है और अब भाग गया यहां से नौकरी करने, कुत्ता। 

पायल-“भाभी, ड्रिंक तो आप भी करती हो और भाई भी। मैंने आपको भाई के साथ ड्रिंक करते देखा है और आप मेरे भाई को गाली मत दो नहीं तो भाई को बोल दूँगी …” 

रजनी भाभी-बोल दे तो क्या होगा? उसका सच छुप जाएगा क्या? 

पायल-कौन सा सच भाभी? और क्या कहना चाहती हो तुम? 

रजनी भाभी-देख तेरा भाई बस नाम का मर्द है मुझ जैसी सेक्सी हाट लड़की को नहीं सेटीसफ़ाई कर सकता। 

पायल-क्यों कया कमी है मेरे भाई में। 

रजनी भाभी-तेरे भाई का लण्ड बिल्कुल कुत्ते जैसा है छोटा सा। 

मैं भाभी के मुँह से ऐसी बात सुनकर चौंक गई और बोली-क्या बकवास कर रही हो? 

रजनी भाभी-हाँ, सही कह रही हूँ । तेरे भाई का लण्ड छोटा और पतला है और चूत में डालने के बाद 5 मिनट में निकल जाता है। 

पायल-“भाभी, डाक्टर की सलाह ले लो, और दवा ले लो। उसमें क्या नाराज होना? 

रजनी भाभी-“अरे यार, लण्ड ऐसी चीज है जो जो दवा से ठीक नहीं होता जल्दी से। पर तेरा भाई तो मुझे गान्डू लगता है…” 

पायल-“ गान्डू … मतलब भाभी?” 

रजनी भाभी-मतलब… जैसे वो किसी से अपनी गाण्ड मरवाता हो साला। 

पायल-भाभी, आप बहुत बेकार हो अपने पति को गाली दे रही हो। 

रजनी भाभी-चुप कर तू , तुझे मिलता ऐसा लण्ड वाला पति तो तुझे पता चलता की चुदाई की आग क्या होती है? 

पायल-“मैंने तो कभी किया नहीं, तो मुझे क्या पता कि चुदाई क्या होती है?” 

उसके बाद भाभी अपने रूम में चली गई और शाम को आई तो बहुत उदास दिख रही थी। फिर सबने खाना खाया और अपने-अपने रूम में चले गये। उसके कुछ देर बाद भाई आया तो मैंने भाई से कुछ नहीं कहा। बस भाई भी नाराज थे और भाभी भी। 

उस दिन रात को मैं मूतने उठी तो देखा की भाभी की रूम की लाइट ओन थी तो मैं जाकर दरवाजे के पास खड़ी हो गई और अंदर की आवाज सुनने लगी, तो अंदर से झगड़े की आवाज आ रही थी। भाभी भाई को गालियाँ दे रही थी, शायद वो नशे में बोल रही थी और भाई को कुत्ता, साला, हिजड़ा, मादरचोद, जैसी गालियाँ दे रही थी। दूसरे दिन भाई उठे और अपनी नौकरी पर चले गये। 
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03-31-2019, 02:52 PM,
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RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
कुछ दिन तक नॉर्मल रहा, पर भाभी खुश नहीं रहती थी। और भाई भी कभी कभी घर आता था। एक दिन रात को मैं पॉर्न देख रही थी और अपनी चूत में उंगली कर रही थी। उंगली करते-करते मैं झड़ गई और फिर खुद को सॉफ करने बाथरूम गई और वापस आई तो देखा की भाभी के रोने की आवाज आ रही है। 

तो मैंने सोचा की कौन होगा अब इस समय? तो मैं रूम के पास गई और कान लगाकर सुनने लगी, तो भाभी किसी से काल पर बात कर रही थी और बोल रही थी-“यार तेरा लण्ड मस्त है, मेरा पति तो साला गांडू है मादरचोद साला हिजड़ा है, उसका लण्ड नहीं लुल्ली है। तेरे लण्ड से चोद दे मुझे। यार बहुत दिन हो गये हैं चुदे हुये। साली चूत में आग लगी है, यार चोद दे मुझे, बहुत प्यासी हूँ मैं। तेरे इस लंबे मोटे लण्ड से मुझे बना ले अपनी बीवी। मेरा पति सो साला नामर्द है बहनचोद हिजड़ा है कुत्ता। 

मैं भाभी की ऐसी बात सुनकर समझ गई की उसका कोई बायफ्रेंड है, और उसके बाद मैं भाभी की हर बात का ध्यान रखती, या ये समझो की मैं उसकी हर चीज पर नजर रखती थी। एक दिन मुझे भाभी का मोबाइल मिला तो मैंने देखा की उनके नंबर से एक नंबर पर बहुत बार बात हुई है तो वो नंबर ले लिया और फिर व्हाट्सप्प चेक किया तो देखा नंबर व्हाट्सप्प पर भी है। भाभी ने उनसे चैट की थी, पर जब खोलकर पढ़ने लगी तो आँखे खुली की खुली रह गईं। 

ये नंबर किसी राज के नाम से सेव था और उसने अपने लण्ड की बहुत सी पिक, भाभी को भेजी थी और भाभी ने भी अपनी चूत और चुचियों की पिक भेजी थी। फिर मैं मोबाइल वापस रखकर आ गई और सोचने लगी-“कौन है ये राज? और कहां का है? जो इतनी गंदी-गंदी पिक शेयर करता है? उसका लण्ड लंबा मोटा मेरे पापा से बड़ा दिख रहा था। ये था राज जिसने पहली बार मेरी चुदाई की। और मेरा मुँह, चूत और गाण्ड फाडी यानी मेरी सील तोड़कर मुझे चोदा। इसका लण्ड 8” इंच लम्बा, 3” इंच मोटा था, उम्र 27 साल, बॉडी ना स्लिम, ना मोटा, पर एक नंबर का चोदू इंसान है।

उसके कुछ दिन बाद भाभी दिन में किसी से काल पर बात कर रही थी। क्योंकी घर में मैं और भाभी ही थे बाकी कोई नहीं था, तो भाभी उससे बोली-“यार कुछ करो ना… कब तक ऐसा तड़पाओगे मुझे? मेरी जान बहुत प्यासी हूँ मैं, मेरी प्यास बुझा दो…” 

फिर वो भाभी से बोला-“यार मिलना है…” 

भाभी ने ऐसा ही जवाब दिया-“यार घर में मेरी ननद है बस और कोई नहीं है, और मैं आ सकती हूँ मार्केट के बहाने तुमसे मिलने…” 

तो वो बोला-ठीक है। 

फिर भाभी कुछ देर बाद मेरे रूम में आई और बोली-“पायल मैं मार्केट जा रही हूँ कुछ सामान लाने तुम यहीं रहना…” 

मुझे तो पता था की ये किसी से मिलने जा रही है तो मैंने भाभी से पूछा -“क्या लेने जा रही हो?” 

तो भाभी बोली-“कोई पर्सनल सामान है…” 

मैं बोली-क्या भाभी, मैं अकेली बोर हो जाउन्गी। 

भाभी बोली-“यार बस दो घंटे में आ जाउन्गी…” 

मैं बोली-“भाभी, आप घर की दूसरी चाभी लेकर जाओ, मैं कालेज़ जाउन्गी…” 

भाभी बोली-“ठीक है…” और वो चली गई। 

मैं जल्दी-जल्दी बाहर आई और घर को लाक किया और अपना चेहरा स्कार्फ़ से बांधा और अपनी स्कूटी से भाभी की गाड़ी का पीछा करने लगी। फिर देखा की भाभी तो बस स्टैंड की तरफ जा रही है और वहां जाकर रुक गई, और किसी से काल पर बात करने लगी। फिर तभी एक लड़का आया और भाभी की गाड़ी में बैठ गया और भाभी चल दी। 

फिर भाभी ने गाड़ी एक होटल के सामने ले जाकर रोक दी। वो लड़का उतरा और भाभी भी उतरकर उसके साथ चली गई, और मैं वही खड़ी रही और सोचने लगी की अब कैसे जाऊँ अंदर। तभी भाभी और वो लड़का बाहर आ गये और गाड़ी में बैठ गये, कुछ देर तक बातें करते रहे। फिर तभी मेरा मोबाइल बजा तो मैंने देखा की भाभी का काल था और सोचा की मेरे पास क्यों कर रही है? 

मैंने काल उठाया तो भाभी ने पूछा -पायल कहां हो? 

मैं बोली-भाभी कालेज़ जा रही हूँ रास्ते में हूँ …” क्योंकी मेरे घर से कालेज़ 4 कि ॰मी॰ दूर है। 

भाभी बोली-कब तक आओगी? 

मैं बोली-“3:00 बजे तक…” पर अभी तो 11:00 बजे थे। तभी मैं समझ गई की अब ये घर जाएगी शायद। 

फिर उसने गाड़ी को वापस मोड़ा और घर की तरफ चल दी, पर बस स्टेंड पर जाकर रुक गई और वो लड़का उतर गया। भाभी अभी भी वहीं खड़ी रही। करीब 10 मिनट बाद वो लड़का फिर से आया और गाड़ी में बैठ गया और भाभी चल दी। 

फिर भाभी और वो लड़का घर आ गये और मैं रास्ते में घर से कुछ दूर रुक गई। जब वो दोनों घर के अंदर आ गये तो मैं करीब 20 मिनट बाद घर आ गई और चुपके से दूसरी चाभी से दरवाजे को खोलकर मैं अंदर आ गई और स्कूटी को दरवाजे से पहले ही बंद कर दिया, ताकि आवाज ना आए और अंदर खड़ी करके दरवाजा धीरे से खोला और हाल में आ गई। फिर मैंने भाभी के रूम को देखा तो वहां अंदर से आवाज आ रही थी बात करने की, यानी वो लड़का अभी भी घर में ही था। 

मैंने सोचा की अंदर कैसे देखूँ ? क्योंकी भाभी का दरवाजा खुला हुआ था। पर हिम्मत नहीं हो रही थी की भाभी देख ना लें और मैं पकड़ी ना जाऊँ। फिर मुझे याद आया की पीछे से एक खिड़की है, वहां से देख सकती हूँ मैं। तो मैं वहां गई पर वहां भी कूलर लगा हुआ था। 
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03-31-2019, 02:52 PM,
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RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
मैंने धीरे से कूलर साइड में कर दिया, अब मैं अंदर का नजारा देख सकती थी। पर मुझे डर लग रहा था ये सोच करके की क्या कर रही है भाभी इस लड़के के साथ? फिर मैंने हिम्मत करके अंदर झांका तो देखा की वो लड़का और भाभी बैठें है, सामने टेबल पर भाभी ने वाइन की बोतल रखी हुई थी, और दोनों ड्रिंक कर रहे थे। कुछ देर बाद उस लड़के ने (सारी दोस्तों, लड़के का नाम राज था तो नाम लेना चाहूँगी ) ने गिलास रख दिया और भाभी को खड़ा कर लिया। 

मेरी भाभी ने उस समय आसमानी रंग साड़ी पहनी हुई थी और राज ने जीन्स और टी-शर्ट पहनी हुई थी। फिर दोनों खड़े हो गये और राज ने भाभी को अपने पास खींच लिया और दोनों एक दूसरे को पागलों की तरह किस करने लगे, दोनों एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे। 

और मैं उनको देख रही थी मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था की मेरी भाभी किसी दूसरे मर्द के साथ ये सब कर रही है, पर मैं कुछ भी नहीं कर सकती थी। फिर राज ने भाभी को पकड़ लिया और उसकी कमर पर हाथ फिराने लगा तो भाभी उससे और चिपकने लगी, जैसे उसके अंदर समा जाना चाहती हो, और राज की कमर को कस लिया। 

फिर राज ने भाभी को 10 मिनट तक होंठ चूस कर छोड़ दिया और बोला-“रजनी, बहुत प्यासी हो शादी के बाद…” 

तो रजनी बोली-हाँ राज, बहुत प्यासी हूँ । साला मेरा आदमी तो गान्डू है। तू मुझे चोदकर खुश कर आज बहुत दिन हो गये तेरे हलब्बी लण्ड से चुदे हुए। यार, आज कोई रहम मत कर मेरे ऊपर। आज फाड़ दे मेरी चूत को जैसे पहले चोदता था। 

पर राज बोला-“मेरी एक शर्त है?” 

भाभी बोली-क्या? 

राज-आज तुमको अपनी गाण्ड भी मरानी होगी। 

रजनी बोली-राज तेरा लण्ड गधे जैसा है, मेरी गाण्ड में नहीं जाएगा। 

राज बोला-ठीक है, फिर मैं कुछ नहीं करूंगा तेरे साथ। 

भाभी बोली-राज प्लीज़ यार, मेरी चूत बहुत प्यासी है आज बुझा दे इसकी आग, जैसे पहले बुझाता था। 

मुझे अब कुछ-कुछ समझ में आने लगा की ये रंडी साली पहले भी चुदा चुकी है राज से। 

राज बोला-रजनी मेरी रानी, तब तू मेरी गर्लफ्रेंड थी, अब तू नहीं है। 

रजनी बोली-“क्या यार, जब गर्लफ्रेंड थी तो साला खूब चोदता था, अब नहीं चोदेगा क्या? अब क्या हुआ यार तुझे?” 

राज बोला-“यार, अब तेरी चूत का भोसड़ा बना दिया होगा तेरे आदमी ने, अब कहां मजा आएगा?” 

मेरी भाभी रजनी बोली-“नहीं यार, साले को लण्ड के नाम पर लुल्ली है और डालते ही साले का काम खतम हो जाता है…” और फिर हँसने लगी। 

राज ने दो पेग बनाए और रजनी को देते हुए बोला-“साली रंडी, बोला था की मेरे से चुदने के बाद किसी और का लण्ड नहीं लेगी… अब देख तुझे मेरे लण्ड के अलावा किसी का अच्छा नहीं लगता…” और राज और मेरी भाभी ड्रिंक करने लगे। फिर दोनों ने ड्रिंक खतम की। 

फिर भाभी बोली-“जल्दी से चोदो अपनी इस रंडी को, नहीं तो भाई की रंडी आ जाएगी…” 

राज बोला-कौन आ जाएगी? 

भाभी बोली-मेरी ननद पायल कालेज़ गई है, वो आ जाएगी 3:00 बजे तक। 

राज बोला-“यार अभी तो बस 12:00 बजे हैं…” और मेरे बारे में पूछने लगा। 

भाभी बोली-“साली छोटी है, अभी तेरा लण्ड नहीं ले पाएगी। नहीं तो साली को चुदवा देती। थोड़ा सबर कर राजा, तुझे सबका मजा दिलवाउन्गी। बस आज तू मेरी चूत की खुजली मिटा दे पहले…” और राज के पास जाकर उसको पकड़ा और किस करने लगी। 

फिर राज उसको कमर से पकड़कर रगड़ने लगा और दोनों फिर से किस करने लगे। मेरी रंडी भाभी अब किसी रंडी के जैसे कर रही थी, बस साली को लण्ड चाहिए था। 

उसके बाद राज ने उसके गोरे चिकने पेट पर हाथ फिराना शुरू कर दिया था और मेरी भाभी का गोरा चिकना पेट नेट की साड़ी में सॉफ-सॉफ दिख रहा था। फिर राज ने भाभी की साड़ी को कंधों पर से गिरा दिया और उसके बाल पकड़के उसको जोर-जोर से चूमने चाटने लगा। 

अंदर मेरा भी बुरा हाल हो रहा था, क्योंकी उनकी हरकतों के कारण मुझे गुस्सा भी आ रहा था और मेरी नीचे से भी कुछ हलचल होने लगी थी। 

फिर मेरी रंडी भाभी ने राज की पैंट के ऊपर से लण्ड पकड़ा और सहलाने लगी। मेरी भाभी राज की गिरफ़्त में थी और बस मजा ले रही थी। फिर राज ने भाभी को अलग किया और बेड पर धक्का देकर गिरा दिया और उसके पैर अभी भी नीचे लटके थे। फिर राज ने अपनी टी-शर्ट निकाल दी और बनियान में आ गया। फिर भाभी के दोनों पैरों को पकड़कर ऊपर उठाकर उसके पैरों को किस करने लगा। फिर उसकी साड़ी को जांघों तक ऊपर किया और उसकी नंगी दूध सी जांघें चाटने और काटने लगा। राज बड़ा मजा लूट रहा था। 

फिर रजनी भाभी ने राज को ऊपर खींचा और किस करने लगी। राज ने भाभी की चुचियों को पकड़ा और दबाने लगा। भाभी की लगातार सिसकारी निकल रही थी और वो गरम होती जा रही थी। 

अब मैं नीचे से फिर गीली होने लगी, तो मैंने सोचा कि भाभी को रंगे हाथ पकड़ने का सही मोका है, पर मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी। क्योंकी मैं भी मदहोश हो चुकी थी। तो मैंने सोचा क्यों ना बाद में भाभी से बात करूं? और सबूत के लिए मैंने अपना मोबाइल निकाला और खिड़की के पास वीडियो रिकॉर्डिंग चालू करके रख दिया ताकि सब कुछ अच्छे से रिकॉर्डिंग हो। और फिर मैं भी देखने लगी। मेरा घर चारों तरफ से बंद होने के कारण मुझे वहां खड़ा होकर देखने में या कुछूकरने के कोई प्रॉब्लम नहीं थी। और मैं फिर से उनकी चुदाई देखने में मशगूल हो गई। 

अब राज ने भाभी की साड़ी को उतारकर फैंक दिया और मेरी रंडी रजनी भाभी बस ब्लाउज़ और पेटीकोट में पड़ी थी बिस्तर पर, और राज उसके गोरे पेट को किस कर रहा था, चाट रहा था। फिर राज ने भाभी को अपने ऊपर करा तो भाभी उसको पागलों की तरह किस करने लगी, काटने लगी। राज ने उसके ब्लाउज़ को उतार दिया। 

भाभी ने अंदर से पिंक कप वाली ब्रा पहनी थी जिसमें उस की चुची किसी पहाड़ की तरह खड़ी थी। फिर राज ने एकाएक उसको अपने ऊपर खींचा और किस करने लगा। फिर भाभी राज के लण्ड को पैंट के ऊपर से रगड़ने लगी और उसके ऊपर बैठ गई। फिर राज ने भाभी को बोला तो भाभी खड़ी हो गई और राज खड़ा हुआ और एक झटके से उसके पेटीकोट का नाड़ा तोड़ दिया, जिससे उसका पेटीकोट जमीन पर गिर गया। भाभी अब पिंक ब्रा और पिंक पैंटी में थी। 

फिर राज ने उसको पास बुलाया और देख तो उसकी पैंटी चूत के ऊपर से गीली हो चुकी थी। राज ने अपने हाथ से भाभी की चूत को सहला दिया, जिससे भाभी की ‘आह्ह’ निकल गई और भाभी की चूत को छूते ही भाभी पागल हो गई और राज के बाल पकड़कर उसके सिर को चूत में दबा दिया। राज पैंटी के ऊपर से किस करने लगा और भाभी की गोरी-गोरी चूत को दबाने लगा फिर उसने भाभी को घुमाया। 

तो मैंने देखा की राज के दबाने और के कारण भाभी के चूत ड़ लाल हो गये थे और फिर उसने भाभी को बेड पर लेटा दिया और अपनी पैंट निकाल दी और भाभी के ऊपर आ गया। अब वो किसी कुत्ते की तरह भाभी को हर जगह से चूम और चाट रहा था और भाभी को काट रहा था। 
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03-31-2019, 02:53 PM,
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RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
रजनी किसी कुतिया की तरह बेड पर लेटे हुए मजा ले रही थी। उसके बाद राज ने अपनी बनियान उतार दी और भाभी अब राज की छाती पर किस करने लगी। भाभी उसको और तेज-तेज करने को उकसा रही थी। फिर राज ने भाभी को उल्टा लेटाकर उसकी ब्रा खोलकर अलग कर दी। 

अब भाभी की 34” साइज की एकदम गोरी और पिंक निपल वाली चुचियाँ बाहर आ चुकी थीं। उसकी चुचियाँ बहुत टाइट हो चुकी थीं, और निपल निक र खड़े हो गये थे। राज ने भाभी की चुची को पकड़ा और एक जोरदार चांटा भाभी की चुची पर मारा। 

भाभी की आऽ निकल गई और बोली-“साले मारता क्यों है?” 

तो राज ने दूसरी चुची पर फिर से मारा। भाभी और तेज चीखी तो राज बोला-“साली और चीख, आज बहुत दिनों बाद तेरी चूत मारूंगा। साली, तू मेरी रंडी थी और आज भी है…” 

रजनी बोली-“हाँ साले, रंडी कुतिया थी तेरी और आगे भी तेरे लण्ड से चुदुन्गी । बस त आज मुझे बना ले फिर से अपनी कुतिया, और चोद डाल मुझे… घुसा दे तेरा मूसल सा लौड़ा मेरी चूत में…” 

राज उसकी चुची को मुँह में लेकर चूस ने लगा, दांतों से काटने लगा और अपने हाथ को पैंटी में घुसा दिया और चूत से खेलने लगा। राज बस अंडरवेर में था, उसका लण्ड पूरा तना हुआ था और कितना बड़ा दिख रहा था। फिर राज ने भाभी की चुचियों को चूस -चूस कर और काट कर लाल कर दिया। बीच-बीच में राज रजनी भाभी की चुची पर चांटे मारता जिससे भाभी की आऽ निकलती या चीखती तो राज खुश होता और उसको गाली देता। 

फिर राज ने भाभी को खड़ा होने को बोला तो भाभी खड़ी हो गई। भाभी अब बेड से नीचे बस एक छोटी सी पैंटी में खड़ी थी, जो गीली होने के कारण उसकी चूत में घुस रही थी। फिर राज खड़ा हो गया और अपना गिलास उठाकर ड्रिंक करने लगा। 

भाभी बोली-“राज यार, मुझे भी पिला ना…” 

तो राज बोला-“रंडी तुझे आज अपने लण्ड से पिलाऊूँगा और आज तो तेरी कुँवारी गाण्ड को चोदुन्गा …” 

भाभी बोली-“राज आज नहीं फिर कभी गाण्ड मार लेना…” 

राज ने कहा-“साली रंडी, चुप कुतिया… तेरी गाण्ड अब मस्त हो गई है। आज तो तुझे हर जगह से चोदुन्गा …” 

भाभी ने राज को बोला-“यार गाण्ड नहीं… तेरा लण्ड बहुत बड़ा है, मेरी गाण्ड फट जाएगी, जैसे तूने चूत फाड़ दी है। अभी तो मुझे चोद दो और मेरी चूत की आग शांत कर दो…” 

तो राज ने उस घुमाया और उसकी गाण्ड पर जोरदार चांटा मारा और बोला-“साली रंडी कुतिया, बहुत नखरे दिखा रही है…” 

चांटे की वजह से भाभी उछल पड़ी, उसकी गाण्ड लाल हो गई, और राज से बोली-“राज तुम सेक्स में जंगली क्यों हो जाते हो? और अब मुझे मत तड़पाओ। देखो मेरी चूत से कैसे पानी बहा रही है…” 

फिर राज ने भाभी को पकड़ा और जोर से उसकी चूत को रगड़ दिया। भाभी और तेज से चीखी और राज ने फिर एक चांटा उसकी गाण्ड पर मारा। भाभी जोर से चीखी और बोली-“राज साले, कुत्ते, मार मत हरामी, आराम से चोद ना मुझे…” 

राज ने उसको बेड पर धक्का दे दिया, उसके ऊपर चढ़ गया और बोला-“साली आज गाण्ड मार ही देता हूँ तेरी। बहन्चोद, बहुत मस्त है तेरी गाण्ड…” और राज उसकी चुचियों को काटने लगा, जिससे मेरी रंडी भाभी की तड़प और बढ़ गई। 

अब राज ने भाभी की पैंटी को पकड़ा और एक झटके में ही पैंटी को निकाल दिया और उसे भाभी के मुँह के पास लेकर दिखाते हुये बोला-“बोल साली, कितनी गीली है तेरी चूत ? देख कैसे पैंटी भी गीली हो गई है…” और राज उसकी चूत के रस को चाटने लगा, पैंटी में से। फिर उसने भाभी के मुँह में पैंटी को ठूंस दिया। 

भाभी के दोनों हाथ ऊपर करके पकड़ लिए और भाभी की निप्पलो को काटने लगा। अब भाभी बस गून - गून कर रही थी। राज पूरा जंगली कुत्ता बन चुका था और भाभी की बुरी तरह से चुचियों को काट रहा था। भाभी की चुचियाँ पूरी लाल हो चुकी थीं। राज कभी चूस ता तो कभी कटता और कभी चांटे मारता। 

उसके बाद राज किस करते हुए भाभी के पेट को चाटने लगा। फिर राज ने अपना मुँह भाभी की चूत पर लगा दिया। भाभी ने छूटते ही पैंटी मुँह से निकाली और बस राज के बाल पकड़े और उसका मुँह अपनी चूत पर दबाने लगी। भाभी बहुत उत्तेजित हो चुकी थी। राज जीभ घुसा-घुसा कर उसकी चूत को चाट रहा था। 

भाभी अपनी गाण्ड उठा-उठा कर राज का साथ दे रही थी, और सिसकारी ले रही थी-“ओह्ह… राज उम्म्म… चाट और… कम ओन राज उस्स्स… अह्ह… बहुत मजा आ रहा है… साल्ली चाट कर खा जा मेरी चूत को…” 

और फिर राज ने अपना मुँह हटा दिया और और खड़ा हो गया। 

मुँह हटते ही भाभी बोली-“बहन के लौड़े, चाट ना साले कुत्ते… क्यों रुक गया हरामी?” 

राज बोला-“साली अकेली मजा लेगी क्या? मेरा लौड़ा कौन तेरी माँ चूसेगी रंडी?” 

उन दोनों का इतना गंदा खेल देखकर मैं भी बहुत गरम हो गई थी। फिर पता नहीं कब मेरी उंगलियाँ मेरी चूत पर पहुँच गई थी, और मैं खुद की चूत को रगड़ रही थी। 

अंदर भाभी ने राज को लेटाया और राज का अंडरवेर निकाल फेंका और राज का गधे का सा लण्ड सामने था। मैं सोच रही थी की स्लिम बॉडी है, तो लण्ड भी नॉर्मल होगा पर ये मेरी कल्पना से बड़ा और मोटा था। राज का 8” इंच लंबा और 3 इंच मोटा लण्ड मेरी आँखों के सामने था। मैं तो उसका लण्ड देखते ही डर गई और सोचने लगी-“हे राम… ये आदमी का लण्ड है या किसी गधे का लण्ड। ये तो मेरे पापा के लण्ड से भी बड़ा है…” और देखने लगी और सोचने लगी की मेरी रंडी भाभी का क्या होगा? 

पर भाभी ने लण्ड पकड़ा और किस करने लगी। राज ने उसका मुँह पकड़ा और पूरा लण्ड उसके मुँह में फँसाने लगा, उसके मुँह को चूत की जैसे चोदने लगा, और भाभी की चुची को रगड़ने लगा। 

भाभी बस गुन - गुन कर रही थी. राज कुत्ते के जैसे लण्ड को आगे पीछे कर रहा था और उधर भाभी को तकलीफ़ हो रही थी लण्ड चूस ने में। पर राज रुकने का नाम नहीं ले रहा था। जैसे ही भाभी ने लण्ड मुँह से निकाला तो वो पूरा गीला सा था भाभी के थूक के कारण। 

राज ने भाभी की चुची पर चांटा मारा और बोला-“रंडी कुतिया बहन की लौड़ी, साली मुँह में आज बड़े दिनों बाद तुझे चोद रहा हूँ , साली आज तेरे हर अंग का मजा लुटुन्गा …” 
और भाभी किसी रंडी की तरह सुन रही थी। 

फिर राज ने भाभी को अपने ऊपर आने को बोला तो भाभी राज के मुँह पर चूत टिका के बैठ गई। अब दोनों 69 पोजीशन में थे। राज ने भाभी के चूतड़ों को पकड़ा और चूत को चाटने लगा। उधर भाभी ने लण्ड चूस ना शुरू कर दिया। अब दोनों एक दूसरे का मजा ले रहे थे। कमरे में दोनों की सिसकारी और गालियाँ गूँज रही थीं। 
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03-31-2019, 02:53 PM,
#7
RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
मेरी भाभी अब पूरी रंडी बन चुकी थी साली के मुँह से बस-“अह्ह… उम् म्म्म… चुस्स साल्ल्ले हरामी राज… खा जा मेरी चूत कुत्ते…” और जोर-जोर चूत रगड़ रही थी राज के मुँह पर। 
और राज के मुँह से-“आह्ह… साली रजनीऽऽ मेरी कुतिया साली, चुदक्कड़ भोसड़ी की चाट मेरा लौड़ा…” 

और दोनों एक दूसरे के अंगों को चूस रहे थे। तभी अचानक मुझे कुछ हुआ और मेरे पैरों ने जवाब दे दिया और मेरी चूत से मेरा रस बह निक ला और मेरी हिम्मत ही नहीं रही कि मैं खड़ी रह सकूँ और मैं बैठ गई और मेरी चूत से मेरा रस निकल गया। मेरी सांसें बहुत तेज हो चुकी थी मैं वहीं बैठ गई और सांसों को कंट्रोल करने लगी। 

अब मैं कुछ देखून हीं रही थी पर अंदर की आवाजें अभी भी आ रही थीं। राज भाभी की चूत को किसी कुत्ते की तरह चाट रहा था और किसी रंडी के जैसे मेरी भाभी लण्ड चूस रही थी। तभी अचानक मेरी भाभी जोर-जोर से सिसकारियां लेने लगी। 
मैं खड़ी हो गई और देखने लगी। 

भाभी सिसक रही थी-“अह्ह… राज, मैं गईई भोसड़ी के… राज साले कुत्त…” और जोर सी चीखी और अपनी चूत को राज के मुँह पर दबा दिया। भाभी की चूत से कामरस निकल चुका था। 

राज ने उसको चाटना जारी रखा और उसकी चूत के रस को भी पीने लगा और चाट-चाटकर चूत को सॉफ कर दिया। फिर भाभी नीचे उतर गई और लेट गई। राज खड़ा हुआ और भाभी बेड पर नंगी ही पड़ी सांसें कंट्रोल कर रही थी। 

अब राज का लण्ड मुझे सॉफ दिख रहा था, वो गीला होने के कारण चमक रहा था और उसका मोटा लाल सुपाड़ा चमक रहा था। फिर राज ड्रिंक करने लगा और दो पेग पीकर वो कमरे में कुछ ढूँढने लगा। फिर भाभी की अलमारी को खोला और भाभी की अलमारी में कुछ ढूँढा । 

मैं सोच रही थी की क्या ढूँढ रहा है? 

तभी राज नेभाभी की अलमारी में से एक दुपट्टा लिया और बेड पर वापस आ गया। भाभी की आँखे बंद थी और वो लेटी हुई थी। राज ने दुपट्टे को बेड की किनारे बांध दिया। और मैं सोच रही थी की ये कर क्या रहा है? 


फिर उसने भाभी को सीधा लेटा दिया और भाभी के दोनों हाथ साइड किए और भाभी के हाथ को ऊपर करके बांध दिया। 

भाभी बोली-यार क्या कर रहे हो, हाथ क्यों बांध रहे हो? 

राज बोला-मेरी जान आज तुझे बहुत मजा दूँगा । 

रजनी भाभी बोली-राज प्लीज़ यार, जल्दी से मेरी प्यास बुझा दो आज, फिर से अपना लो मुझे। 

राज बोला-“बस दो मिनट…” और भाभी के हाथ ऊपर बांध दिए। राज ने फिर एक तकिया लिया और भाभी की गाण्ड के नीचे लगा दिया। अब मुझे भाभी की लाल गोरी चूत सॉफ दिख रही थी। फिर राज खड़ा हुआ और तेल की बोतल लाया और भाभी की चूत पर थोड़ा सा तेल डालकर उंगली से चूत में डालने लगा। 

मुझे बड़ा अजीब सा लग रहा था कि ये क्या कर रहा है? 

फिर राज ने भाभी की चूत में एक और फिर दो और फिर 3 उंगली घुसा दी भाभी फिर से गरम होने लगी और राज ने फिर से चूत को चाटना शुरू किया। 
और भाभी बस-“ओह्ह… अह्ह… उम्म्म्मम… राज, मेरे राजा चोद दे… अब और रुका नहीं जाता…” बोल रही थी। 

फिर राज ने भाभी की पैंटी उठाई और लण्ड को सॉफ किया। भाभी के पैरों को पकड़कर उठा दिया और कंधों पर टिका लिए और अपना मोटा लण्ड भाभी की चूत पर टिका दिया। 

लण्ड चूत से टकराते ही भाभी सिसकार उठी-“ओह्ह… राज पेल्ल्ल दे लौड़ा चूत में फाड़ दे मेरी आज्ज…” 

राज ने हल्के से लण्ड का सुपाड़ा भाभी की चूत पर दबा दिया। लण्ड चूत के पानी से गीला होने के कारण आसानी से टोपा घुस गया। 
टोपा घुसते ही भाभी की आवाज निकल गई-“उईई माँ ऽऽ…” 

राज ने भाभी को कस के पकड़ा और एक जोरदार झटका दिया और लण्ड सीधा भाभी की चूत को फाड़ता हुआ भाभी की चूत में पूरा घुस गया। 

भाभी जोर से चीखी-“ओह्ह… माँ ऽ मार दिया साले” और भाभी छूटने की कोशिस करने लगी। हाथ बंधे होने के कारण छूट नहीं पाई। भाभी की आँखे फट गईं, आूँस आ गये, और वो चीखती रही-“राज प्लीज़्ज़… बाहर निकाल्ल अपना लौड़ा… कुत्ते हरामी भोसड़ी के फाड़ दी चूत … बाहर निकाल्ल…” 

और राज उसकी चुची को मुँह में लेकर किस करने लगा और चूस ने लगा और भाभी बस पड़ी पड़ी छटपटा रही थी और लण्ड पूरा चूत में था। 
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03-31-2019, 02:54 PM,
#8
RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
दोनों कुछ देर ऐसे ही पड़े रहे और फिर कुछ देर बाद दर्द कम हुआ तो भाभी नीचे से गाण्ड उठाने लगी और राज ऊपर से और फिर दोनों ने चुदाई शुरू की। शुरू में हर धक्के के साथ भाभी की चीख निकल रही थी। लेकिन बाद में भाभी की चीख सिसकारियों में बदल गई। 

और भाभी बोलने लगी-“राज्ज्जा बजा मेरी चूत को ओह्ह… जोर से और जोर से… फाड़ दे आज साली को चोद मेरी कुत्ते… हाँ जोर से बजा मेरी चूत को… ओ माँ मजा आ रहा है… साल्ल्ले भोसड़ी के हरामी, चोद मेरी चूत को अह्ह… ऊह्ह कम ओन राज… कम ओन राज चोदो और जोर से, फाड़ दो… कम ओन और तेज चोदो, चोदो मुझे… बहुत तड़पाती है चोदो आज पूरी फाड़ दो मेरी चूत को… राज और जोर से चोदो… फाड़ डालो अपनी कुतिया की चूत ऊओह्ह… आज चोद डालो मेरी चूत को, फाड़ डालो अपनी कुतिया रंडी की चूत को… आज अपनी रंडी की चूत पर रहम मत करो, साली को फाड़ डालो… राज चोदो और जोर से चोदो… पूरा घुसा दो अपना लौड़ा और फाड़ दो मेरी चूत को। आज अपनी रंडी को चोदो और बना दो आज इसका भोसड़ा… राज चोदो अपनी रजनी को और तेज्ज ओह्ह… माँ ऽऽ, फाड़ दी अह्ह… ओह्ह… चोदो और जोर से और तेज… कम ओन चोदो…” बके जा रही थी। 
राज उसको चोदे जा रहा था और फिर 15 मिनट की चुदाई के बाद भाभी की बॉडी अकड़ने लगी और वो अपनी गाण्ड को जोर-जोर से उठाने लगी, तो राज समझ गया की इसका पानी आने वाला है। फिर राज ने अपनी स्पीडूब ढ़ाई और चोदने लगा जोर से। 

भाभी चिल्लाई-“अम्म्म्म… उह्ह… अम्म्म्म… आआऽ ओह्ह… मरी कुत्ते बहनचोद अह्ह… ऊओह्ह… चोदो और जोर से भैन के लौड़े च्चोद अब अह्ह… कम ओन और तेज चोदो, मैं आने वाली हूँ … राज मेरा होने वाला है…” और फिर तेज झटके के साथ उसकी चीख-“आऽऽ ओह्ह…” 

फिर राज भी गरम था तो राज ने भी मुँह खोल दिया और भाभी की चुची पर काटने लगा और चांटे मरने लगा और बोलने लगा-“साली कुतिया रंडी चूत फाड़ुँगा तेरी… आज तुझे कुतिय्या बना दूँगा बहन की लौड़ी… खा मेरे लण्ड को साली हरामी…” 

भाभी भी उसका पूरा साथ दे रही थी। 

फिर राज उसको चोद रहा की तभी अचानक भाभी जोर से चीखने लगी और जोर-जोर से गाण्ड उठाने लग-“हाईईईईई रज्जा मैं गई… आज्ज चोद भैन्नचोद जोर से उम्म्म… और जोर से मार उम्म्म्म… आआऽऽ ह्म् म्म्म… मैं आने वाली हूँ राजा, मेरे कुत्ते राज उम्म्म्म…”{ और झड़ गई और फिर चुपचाप पड़ गई बेड पर। 

राज ने भी अपना लण्ड निकाल लिया भाभी की चूत से। उसकी चूत का पानी बाहर आ रहा था। राज ने लौड़ा निकाला तो वो पूरा गीला था। फिर राज ने लौड़ा भाभी के मुँह में ठूंस दिया और बोला-“साली ले चूस मेरा लौड़ा, माँ की लौड़ी आज तेरी चूत गाण्ड सबकी माँ चोदुन्गा …” कहकरि उसके ऊपर 69 में आ गया और उसकी चूत का रस पीने लगा, गीला लण्ड भाभी के मुँह में था। 

और इधर मैं फिर से गरम हो चुकी थी और अपनी चूत से खेल रही थी। फिर राज ने चूत में उंगली घुसा दी और उंगली से चोदने लगा। फिर उंगली बाहर निकाली और भाभी के गुलाबी गाण्ड के छेद पर फिराने लगा। फिर राज खड़ा हुआ और दोनों पैरों के बीच में आया, और भाभी की गाण्ड के छेद से खेलना शुरू किया। 

भाभी मना करने लगी-राज प्लीज़… गाण्ड में नहीं। 
राज बोला-“साली चुप रंडी कुतियां आज तेरी इस गाण्ड का छेद बड़ा कर दूँगा भैन की लौड़ी, बहुत तड़पाया है तूने । आज तुझे हर चीज का मजा दूँगा …” और गाण्ड के छेद में एक उंगली घुसाने लगा। 

भाभी बोली-“राज प्लीज़… नहीं ऐसा मत करो। 

राज ने उसकी टाँग उठाई और जोर से चांटा मारा गाण्ड पर, और उसकी गाण्ड लाल हो गई। 

भाभी जोर से चीखी-“ऊओह्ह… माँ … राज प्लीज़्ज़ गाण्ड मत मारो…” 

पर राज तो किसी जंगली कुत्ते की जैसे लगा रहा था। उसके बाद राज ने उसकी गाण्ड के नीचे एक और तकिया लगा दिया तो गाण्ड अब पूरी ऊपर उठ गई। अब उसकी गाण्ड का छेद सॉफ दिख रहा था और बार-बार खुल और बंद हो रहा था और चूत का पानी लगा होने के कारण गीला दिख रहा था। फिर राज ने अपना लण्ड उसकी गाण्ड पर टिका दिया और उसमें घुसाने लगा। 

रजनी भाभी उसे मना कर रही थी और बार-बार न चोदने की बिनती कर रही थी। पर अब रजनी भाभी कुछ नहीं कर सकती थी, क्योंकी उसके हाथ बंधे थे। 
पर मुझे डर लग रहा था और मजा भी आ रहा था और सोच रही थी कि अब क्या होगा? राज का लौड़ा मेरी भाभी की गाण्ड में जाएगा तो क्या होगा? 

अब राज ने भाभी की गाण्ड पर अपना लौड़ा घुसाना शुरू कर दिया। फिर राज ने तेल की बोतल उठाई और भाभी की गाण्ड के छेद पर डाल दिया और और कुछ तेल अपने लण्ड पर लगा दिया। 
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03-31-2019, 02:54 PM,
#9
RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
इधर मैं एक बार फिर से अपनी चूत का रस निकालने को तैयार हो चुकी थी मेरी भी चुची टाइट हो चुकी थी और चूत से कभी भी पानी निकल सकता था। 

उसके बाद राज अपने तेल लगे लण्ड को भाभी की गाण्ड में घुसाने लगा और धीरे-धीरे उसने अपना सुपाड़ा भाभी की गाण्ड में घुसा दिया। 

जिससे भाभी की हल्की सी चीख निक ली। भाभी बोली-“राज प्लीज़ यार, निकाल लो बहुत दर्द हो रहा है। 

राज बोला-“रजनी मेरी रानी, तेरी गाण्ड बड़ी मस्त है यार आज बस त मजे ले और मुझे भी लेने दे…” कहकर राज ने अपना लण्ड बाहर निकाला तो भाभी को कुछ आराम मिला और फिर राज ने तेल की बोतल से और तेल उसकी गाण्ड में डाल दिया और और अपने लण्ड पर तेल डाला। अब पूरा लण्ड तेल से चिकना हो चुका था। 

मेरी आँखे तो फटी की फटी थी जब मैं उसके तेल में गीले लण्ड को देख रही थी हाए। और सोच रही थी कैसे मेरी भाभी इस लण्ड को ले रही है? मुझे तो एक उंगली से भी दर्द हो रहा है और इतना मोटा लंबा लण्ड चूत में और गाण्ड में ले रही है। 

फिर राज ने उसकी गाण्ड पर लण्ड टिका दिया। तेल लगा होने के कारण लण्ड का सुपाड़ा आराम से उसकी गाण्ड में घुस गया। अब राज ने भाभी की दोनों टांगों को हवा में लहरा दिया और भाभी की गाण्ड में एक जोरदार झटका मारा तो राज का लण्ड आधा गाण्ड में घुस गया। 

और भाभी की जोरदार चीख निक ली-“ओह्ह माँ … साले बाहर निकाल प्लीज़्ज़… राज बहुत दर्द हो रहा है प्लीज़्ज़ राज…” 

राज ने उसके मुँह को बंद कर दिया, यानी उसके होंठों को चूस ने लगा। अब राज का लण्ड आधा उसकी गाण्ड में फँसा हुआ था। 

भाभी बहुत तेज छटपटा रही थी, और अपने पैरों को हिला रही थी, और राज का लण्ड बाहर निकालने का प्रयास कर रही थी। पर नीचे पड़ी-पड़ी उसकी आँखों से आूँस आ रहे थे। 

राज लगातार उसके होंठ चूसे जा रहा था और चुची को मसल रहा था। फिर कुछ देर बाद राज हिलने लगा और आधे लण्ड से उसकी गाण्ड चोदने लगा। फिर कुछ देर भाभी का दर्द कम हुआ तो भाभी भी साथ देने लगी। राज भी अब स्पीडूब ढ़ाने लगा था। 

भाभी का दर्द भी कम हो रहा था तो वो भी गाण्ड उठा रही थी। फिर राज ने अपना लण्ड बाहर निकालकर और तेल डाला और फिर से आधा लण्ड पेल दिया। इस बार भाभी की हल्की चीख निक ली। फिर राज उसकी चुचियों को चूस ने लगा और उसकी गाण्ड को चोदने लगा। 

भाभी भी अब मजा लेने लगी, और कहा-“अह्ह… राज आराम से चोद, मजा आ रहा है। चोद आराम से…” 

राज कुछ देर चोदता रहा और फिर एक और जोरदार झटका दिया। झटका इतना तेज था की भाभी की फिर से जोरदार चीख निक ली। इस बार भाभी ऊपर की ओर सरक गई। पर राज का पूरा लण्ड भाभी की गाण्ड में उतर चुका था। 

भाभी की चीख ने मेरी चूत को फिर भर दिया, यानी मेरा पानी निकल गया था और पैंटी गीली हो चुकी थी। मैं बैठ गई और बहुत तेज कांप रही थी। अब मेरी हिम्मत जवाब दे गई। मुझमें कोई जान नहीं बची थी और निढाल होकर पड़ गई वहीं। 

अंदर से भाभी की चीखने की आवाज आ रही थी-“अह्ह… उम्म्म्म… साले कुत्ते, फाड़ दी मेरी गाण्ड कुत्ते ने… हरामी बाहर निकाल ले…” राज बस लेटा रहा। 

मैं वहीं पड़ी हुई थी और खुद को उठाने की कोशिस करने लगी। 

और फिर राज ने धक्के देने शुरू कर दिए और बोला-“मेरी रानी रजनी, अब तो टूट गई तेरी गाण्ड की सील… साली फट गई गाण्ड… अब बस मजा ले, मेरा साथ दे और मजा लूट मेरे साथ और राज उसकी गाण्ड को चोदने लगा। 

भाभी को अभी भी दर्द हो रहा था वो बार-बार-“प्लीज़्ज़ राज बाहर निकाल लो यार बहुत दर्द हो रहा है…” कह रही थी। राज 5 मिनट तक उसकी गाण्ड को चोदता रहा। 

फिर भाभी का दर्द कम होना शुरू हो गया और वो राज का साथ देने लगी-“राज उम्म्म्म… राज आऽऽ ओह्ह… साल्ले कुत्ते फाड़ दी गाण्ड भी…” और बहकने लगी। 

फिर राज उसकी गाण्ड को दनादन चोदने लगा, 10 मिनट तक उसकी गाण्ड को चोदा। फिर लण्ड निकाला और चूत में पेल दिया और चूत चोदने लगा-“साली रंडी कुतिया, ले खा मेरा लौड़ा कुतिया भोसड़ी की…” और गालियाँ देने लगा।

भाभी भी उसको गालियाँ दे रही थी-“साले हरामी, चोद मेरी चूत , फाड़ दे इसको, आज बना दे इसका भोसड़ा… आऽ राज मेरे यार मजा आ रहा है आज…” 

फिर राज ने लौड़ा निकाल लिया और गाण्ड में घुसा दिया और गाण्ड चोदने लगा। और फिर भाभी को दर्द नहीं हुआ। 

अब तक मैं खड़ी होकर देखने लगी। मुझे उनकी चुदाई देखते-देखते एक बज चुका था, यानी दो घंटे से लाइव पॉर्न देख रही थी और दो बार झड़ चुकी थी। 

राज अब बारी-बारी से चूत और गाण्ड चोद रहा था, बीच-बीच में उसकी गाण्ड और चुची पर चांटे मारता, जिससे भाभी उसको गालियाँ देती। राज उसको फुल स्पीड में चोद रहा था। दोनों पसीने से लतपथ थे और राज चोदे जा रहा था। 

मुझे तो उसकी चुदाई देख कर डर लग रहा था और भाभी वहां चुदवा रही थी। 

फिर राज ने भाभी को छोड़ दिया और लण्ड निकाल लिया और उसको होंठों पे चूस ने लगा। 

भाभी बोली-“साले घुसा लौड़ा मेरी चूत और गाण्ड में… कुत्ते बाहर क्यों निकाला?” 
शायद राज झड़ने वाला होगा ऐसा लगा मुझे। 

फिर राज ने भाभी के हाथ खोल दिए। भाभी के हाथ खुलते ही भाभी ने राज को हटा दिया और खड़ी हो गई, बेड से नीचे उतरी और चलने लगी। उनकी चाल बदल गई थी, वो कुछ लंगड़ा रही थी। फिर जैसे-तैसे टेबल तक पहुँची, वहां जाकर उसने एक पेग बनाया और और एक बार में ही पी गई। फिर एक और पेग बनाकर पी गई और वहीं नीचे बैठ गई। 

मेरी भाभी किसी पॉर्न-स्टार के जैसे लग रही थी, क्योंकी बस वो हाई हील के सैंडल में थी। 

फिर राज खड़ा हुआ और जाकर भाभी के बाल पकड़कर उठाया और लेकर वापस बेड पर पटक दिया। अब भाभी उल्टी बेड पर पड़ी थी और राज ने उसकी चूत के नीचे तकिया लगाया और अपने लण्ड को एक झटके में उसकी चूत में उतार दिया। 
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03-31-2019, 02:54 PM,
#10
RE: Bhabhi ki Chudai भाभी का बदला
भाभी नशे में थी और कसमसा उठी-“ओह्ह… राज उम्म्म्म… चोद मुझे साले फाड़ दी आज अपनी रजनी की चूत … बड़े दिनों बाद तेरा लण्ड मिला है… घुसा दे पूरा हरमी भैनचोद…” 

राज भी भाभी को कुत्ते के जैसे चोद रहा था-“रजनी मेरी रन्डी भोसड़ी की, साली छीनाल्ल हरामजादी…” और धक्के पे धक्का लगाए जा रहा था। फिर लौड़ा निकाला और गाण्ड में पेल दिया। 

भाभी अब कुतिया के जैसे चुदवा रही थी ओह्ह… मेरा रज्जा फाड़ दी आज्ज तो तू ने अपनी रजनी की चूत और गाण्ड… अब चोद दे और भर दे रस मेरी चूत में, बहुत प्यासी है… हाँ चोद जोर से… आज भर दे मेरी चूत को रस से साली भैन के लौड़े…” 

और राज फुल स्पीड में चूत और गाण्ड चोदे जा रहा था। तभी उसने भाभी को सीधा किया और लौड़ा घुसाकर फिर चोदने लगा। 

मैं अब तक 3 बार गरम हो चुकी थी और चूत रिसने लगी थी। लेकिन अंदर का गरम माहौल मुझे फिर गरम कर रहा था और मैं आज अपनी जवानी को बहा रही थी। 

और अंदर राज और मेरी भाभी रजनी चुदाई का खेल खेल रहे थे। तभी भाभी ने राज को नोचना शुरू कर दिया और जोर से चिल्लाई-“ओह्ह… साले कुत्ते हरामी फाड़ दी आज्ज मेरी गाण्ड भैनचोद भोसड़ी के अम्मी आने वाली हैं… चोद जोर से…” 

राज भी अब झड़ने के कगार पर था तो लभ सिसका-“ओह्ह… साली रंडी चुदक्कड़ भोसड़ी की… मैं भी आ रहा हूँ …” और दोनों एक साथ अकड़ गये और जोर-जोर से हाँफने लगे और दोनों एक दूसरे के ऊपर पड़ गये। राज के लण्ड ने सारा लावा मेरी रंडी भाभी की चूत में भर दिया और उसके ऊपर पड़ गया। 

और इधर मैं भी झड़ गई और बिल्कुल बेहोशी की हालत में पड़ गई। मैं अब तक 3 बार झड़ चुकी थी। 

अंदर राज और भाभी एक दूसरे के ऊपर पड़े थे। फिर राज ने अपना लौड़ा भाभी की चूत से निकाला तो भाभी की चूत से राज का रस और भाभी का पानी बह रहा था। फिर भाभी ने लण्ड मुँह में लिया और चूस कर सॉफ करने लगी। 

और फिर मैं वहां से खड़ी हुई और अपना मोबाइल लिया और रूम में आकर चुपचाप लेट गई। मेरी चूत के रस से मेरी पैंटी गीली हो चुकी थी। मैंने अपने सारे कपड़े खोले और नंगी ही बेड पर लेट गई। मुझे आगे का पता नहीं क्या हुआ? 

मेरे घर में उस दिन जब मैं जब उठी तो शाम के 6:00 बज रहे थे मम्मी आ चुकी थी और भाभी अपने रूम में थी। मैं खड़ी हुई, कपड़े पहने और नहाने चली गई। नहाकर कुछ सही सा लगा और बाहर आई तो माँ टीवी देख रही थी। फिर मैं अपने रूम में आई और कपड़े सही किए और बार जाकर मम्मी के पास गई और पूछा -“भाभी कहा हैं?” 

मम्मी बोली-“अपने रूम में…” 

मुझे नहीं पता की राज कब गया था? और आगे छोड़ा या नहीं? पर जब रात को हम सब खाने की टेबल पर बैठे तो मैंने देखा की मेरी भाभी अभी भी लंगड़ाकर चल रही है। 
तो माँ ने पूछा -“क्या हुआ रजनी बेटा?” 

भाभी-कुछ नहीं, दिन में पैर फिसल गया था तो थोड़ा सा पैर में दर्द हो रहा है। 

मेरी माँ ने मुझसे कहा-“जाकर भाभी को आयोडेक्स लगा दे…” 

मैं बोली-“ठीक है…” पर मुझे सब पता था कि क्यों लंगड़ा रही है? 

पर भाभी आज खुश थी क्योंकी दिन में वो जोरदार तरीके से चुदी थी। 
***** 
उसके बाद मम्मी और भाभी ने किचेन का काम समाप्त किया और भाभी अपने रूम में चली गई, और मेरी माँ अपने रूम में। मैं आयोडेक्स लेकर भाभी के रूम में गई। भाभी अब नाइट में थी। मैं बोली-“भाभी आयोडेक्स लगा दूं ?” 

भाभी बोली-नहीं रजनी, उसकी कोई जरूरत नहीं है। 

मैं बोली-क्यों? 

भाभी बोली-नहीं यार, ऐसा कुछ खास दर्द नहीं है। बस सुबह तक सही हो जाएगा। 

मैं बोली-“क्या थोड़ी देर बैठ सकती हूँ आपके साथ…” 

भाभी बोली-ठीक है, बैठो। 

पायल-भाभी, आप कब आई थी दिन में? 

रजनी-मैं तो 11:00 बजे आ गई थी और तुम कब आई थी? 

पायल-मैं 11:30 बजे आ गई थी। 

रजनी-तुम तो बोल रही थी की 3:00 बजे तक आओगी। 

पायल-भाभी, आपने कल क्या किया था। 

रजनी-“यार जल्दी आ गई थी इसलिए पूछने के लिए कब तक आओगी? मैं अकेली बोर होती तो इसलिए पूछ रही थी…” 

पायल-भाभी, पर मैं आई तो आपका रूम लाक था तो मैंने सोचा शायद आप सो रही होंगी। 

रजनी-हाँ यार, पर तुम इतनी जल्दी कैसे आ गई? और मुझे पता भी नहीं चला। 

पायल-भाभी, आप तो सोने में बिजी थी, आपको कैसे पता चलेगा? और आज मेरी दोस्त कालेज़ नहीं गई तो मैं उसके घर से वापस आ गई। 

रजनी-ओके, अच्छा फिर तुम आई और तुम सो गई या जाग रही थी? रजनी को कुछ टेन्शन सी होती है क्योंकी रजनी दर्द में तेज-तेज चीखकर चुदवा रही थी। उनका नंगापन बहुत तेज चीख रहा था। 

पायल-भाभी, मैं तो 12:00 बजे ही सो गई थी। पर एक बार मुझे कुछ सुनाई दिया तो मैंने सोचा की आप टीवी देख रही होंगी, तो मैंने आपको डिस्टर्ब नहीं किया। 

रजनी-अच्छा किया यार कि तुम आकर सो गई। अच्छा पायल, एक बात बता, तेरा कोई बायफ्रेंड है या नहीं? 

पायल-छीछी भाभी, कितनी गंदी बात करती हो आप? मैं ऐसी लड़की नहीं हूँ । 

रजनी-यार इसमें क्या है? कालेज़ में लड़कियों को होता है बायफ्रेंड और खूब मस्ती भी करती हैं उनके साथ। तूने कुछ किया या ऐसे ही है? 

पायल-भाभी मेरा कोई बायफ्रेंड नहीं है और ना ही मैंने आज तक किसी लड़के के साथ कुछ किया है। 

रजनी-“ओह्ह… तो अभी तक मेरी ननद पूरी कुँवारी है। अच्छा तुझे कैसा लड़का चाहिए? 

पायल-भाभी मुझे ऐसा लड़का चाहिए जो मुझे बहुत प्यार करे और मेरी हर बात माने। 

रजनी-अच्छा… तुझे ऐसा ही मिलेगा। कहे तो मैं तेरी हेल्प कर दूं लड़का ढूँढने में? जो तुझे हर तरह से प्यार करे। 
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