Antarvasnasex सास हो तो ऐसी
06-19-2017, 10:32 AM,
#11
RE: Antarvasnasex सास हो तो ऐसी
सही समय कब आएगा ये उस वक्त मुझे नहीं मालूम था। पर शायद समय मेरे लिए बलवान था। उसी दिन ऐसा मौका आया की मै मेरे दामाद की बाहोमे नंगी थी और वो मेरे दीवानगी का मीठा फल मुझे दे रहा था।

रविसे फ्री होकर मै बेडरूमसे बाहर भाग आई। मेरी बेटीका नहाना अभी पूरा नहीं हुआ था। मैंने भगवानका शुक्र माना और रसोइमे नाश्तेकी तय्यारीमें जुट गई। उतनेमे नेहा नहाके आई। वो भगवानकी पूजा करने लगी। मै उससे बात करके नहाने चली तो उसने डॉक्टरसे चेक-अपके बारेमें बात की। मैंने उसे डॉक्टरसे फोनपे समय लेनेको कहा और नहाने चली।
बाथरूममें मुझे एकांत मिला। नंगी होकर मैंने अपने बदनको सामनेवाले शिशेमे देखा। मेरा फिगर काबिले-तारीफ है ये मुझे पता था। मगर मुझसे दस-बारा साल छोटा मेरा दामादभी इसके लिए पागल हो जाये ऐसा क्या है ये मै देख रही थी। सामनेसे देखनेपर मेरे वक्ष बहोत आगे आये हुए लगते है। मेरे चुचिके अंगूर बहोत बड़े है। दोनों अंगूर करीब एक इंच बड़े और आगे आये हुए है।इससे मेरी चूची एकदम नुकीली लगती है। निशाकोभी यही काफी पसंद थे। वो हमेशा अपने दो उन्गलिसे उसे मरोड़ती थी। शर्माजीतो उसे इतना चूसते थे की पूछो मत। मैंने भी अपने दो उन्गलिमे उसे पकडके मरोड़ा। मेरे बदनमें अजीबसी हलचल हुई। फिर मैंने खुदको आइनेमें एक साइड से देखा। मेरा सही आकर्षण तो यही था। मेरे चुतड आड़े फैलनेसे ज्यादा पिछेकी ओर बड़े थे। साइड से देखनेवाला ऊपर आगे आई हुई मेरे वक्ष और पीछे आये हुए मेरे नितंब , इन दोनों से खुद को कंट्रोल करना मुश्किल समझता।मेरा चेहरा इतना खास नहीं था पर मेरे वक्ष और नितंब मेरे चेहरेको बहोत आकर्षक बनाते थे। फिर मैंने अपनी नजर मेरे जान्घोके बीच डाली। मेरी चूत हमेशा साफ़ रहती है। चुतके बाल मै रेगुलर साफ़ करती हु। आज भी मैंने मेरे चूतपे ऊँगली फिराई। मुझे लगा के आज चूत साफ़ करनी जरुरी है। इसलिए मैंने क्रीम लगाके उसे बिलकुल चिकना बनाया। मेरे जेहनमें कही तो ये बात होगी की अबकी बार मै उसे अपने दामाद केलिए तैयार कर रही हु। इसीलिए मै बहोत दिलसे साफ़ कर रही थी। चूत के साफ़ होतेही सुबह का खेल याद आया। मेरी उंगलीसे मै चुतमे अन्दर-बाहर कर रही थी। थोडा समय मै रविको सपनेमें लेकर हस्त-मैथुन कर रही थी तो नेहा ने आवाज लगाई। मै तुरंत नहाके बाहर आई। नेहा पूजा निपटके डॉक्टरसे बात करके मेरी राह देख रही थी। नेहा ने कहा की डॉक्टरने ग्यारह बजे का समय दिया है। साडेनौ तो बज चुके थे। मैंने तुरंत नाश्ता तैयार किया। नेहाने रवि को उठाके सीधे नाश्तेके टेबलपे लाया।हम तीनोने नाश्ता किया।
रवीको कुछ सामान खरीदना था। मुझे भी ताजी सब्जी और कुछ घरका जरुरी सामान लेना था। हमने मिलके तय किया के रवि नहा-धोके सीधे बाजार आएगा और तब तक हम चेक-अप करके बाजार पहुचेंगे। इसलिए मै और नेहा ऑटोसे डॉक्टरके पास गए। रवि मेरी स्कूटी लेकर बादमें बाजार आनेवाला था।
Reply
06-19-2017, 10:32 AM,
#12
RE: Antarvasnasex सास हो तो ऐसी
अन्दर आतेही उसने मुझे बाहोमे लेकर उठाया। मुझे उठाके वो नाच रहा था। धीरे धीरे मुझे थोडा निचे करके मेरे नितम्ब पे अपना हाथ लाया। मेरी चूत कपड़ोके उपरसे उसके लंडपे घिस रही थी। बेचैन होते हुए फटाफट अपने कपडे उतारे। उसी जोश में वो मेरे कपडे उतारने लगा। उसके जोश में कही कपडे फट न जाये इसीलिए मैंने उसे शांत होने को कहा और कपडे उतारने लगी मेरे बदन से एक एक कपड़ा दूर हो रहा था, वैसे वैसे रवि की उत्तेजना बढ़ती जा रही थी। उसके हाथ में अब उसका लंड था। वो लंड सहला रहा था। मेरे बदन पे अब बस ब्रा और निकर बची थी। रविसे रहा नहीं गया। वो आगे आया और उसने मेरी ब्रा मेरे छाती से दूर की। मेरे गोरे गोरे वक्ष उसके सामने खुले थे। जैसेही मैंने मेरे दोनों हाथ से वक्ष छुपानेकी कोशिश की उसने तुरंत मेरी निकर मेरेसे अलग करनेकेलिएमेरी कमर से उसे निचा किया। मेरे समझ में नहीं आ रहा था के मै अपने वक्ष छिपाऊ या अपनि चूत। मै दोनों कोशिशोमें नाकामयाब रही। रवि मुझे उठाके मेरे बेड रूम में ले गया। मुझे मेरे बेडपे लिटाकर उसने मेरी निकर मेरे पैरोसे अलग की। अब मै बिलकुल नंगी मेरे दामाद के सामने थी। वो भी नंगा था। उसका लंड तावमें आके ऊपर निचे -ऊपर निचे हो रहा था। मुझे घूरते हुए रविने अपना मुह मेरे जान्घोके बीच लाया और मेरे चूतपे अपना नाक लगाके सूंघने लगा। थोड़ी ही देरमें वो मेरी चूतको चूसने लगा। अपने हाथसे कभी मेरे चुचे तो कभी मेरी गांड दबातेहुए वो सचमच बच्चे आइसक्रीम जैसे चाटते-कुरेदते है वैसे चटाने लगा। मै हवामें उड़ने लगी। मेरी चूत गीली होके लंडके लिए छुट छुट करने लगी। मेरी गांड अपने आप उचकने लगी। रवि नासमझ था। उसके दिमागमें ये बात घुस नहीं रही थी। अंतमें मैंने ही उसे अपना लंड चूतमें डालनेका इशारा किया। रवि झटसे अपने घुतनोपे बैठा। मेरे पैर पसारकर उसने अपने लंडकी टोपी मेरे चूतमें दबाई। मुझे नानी याद आ गयी। मैंनेही जल्दी में उसे लंड चूतमें डालनेको कहा था। उसने भी बिना लंड गिला किये मेरी चूतमें लंड का प्रवेश किया। अब रोके कोई फायदा नहीं था। रवि को तो बस मेरे चुतमे अपना लंड जल्दी से जल्दी डालने की पड़ी थी। अन्दर पूरा लंड डालनेकी फिराकमे उसे मेरी कहा सुध थी। जैसेही पूरा लंड अन्दर प्रवेश कर चूका उसने किसी विजयी वीर जैसे मेरी तरफ देखा। उसका इतना बड़ा लंड चुतके अन्दर लेते लेते मेरी आंखोमे आसू आये थे। ये देखके रवि घबराके बोला -सासुजी,इतनी तकलीफ होती होगी तो निकालता हु। मैंने उसे हाथसेही मना करते हुए धीरे धीरे चोदने को कहा। रवि मुझे चोदने लगा। मेरी बेरी उसका पूरा लंड अन्दर नहीं लेती होगी। तभी वो पूरा लंड अन्दर जानेसे बहोत खुश था। अपनेसे दस साल जवान लड़केका लंड बहोत टाइट था। उसका हार्डनेस मेरी चूत के अन्दर बहोत अच्छा फील कर रहा था। चूतके अन्दरकी स्किन एक साथ सब तरफ से रगड़ जा रही थी। धीरे धीरे मेरी चूत आराम महसूस करने लगी। मैंने रवि को इशारा करके जोर जोर से चोदनेको कहा। उसकी ट्रेन फुल स्पीडसे चलने लगी। वो जवान होने की वजहसे बहोत जोरसे और तेजीसे धक्के दे रहा था। उसका बड़ा और लम्बा लंड मेरे चुतमे घिसते हुए मेरे बच्चेदानीतक जा रहा था। दुनियामें कोई भी औरत किसी भी कीमतपर ये सुख हासिल करना चाहेगी। मै नसिबवाली थी जो मुझे ये सुख मिल रहा था। रवि जोरसे चोद रहा था। उसका हौसला बढ़ानेकेलिए मैभी निचेसे गांड उठाने लगी। शाबास मेरे दामाद, और जोरसे-और जोरसे, तुम्हारे लंडका जवाब नहीं, जिंदगीमें पहली बार इतना सुख मिल रहा है , क्या ताकत पाई है तुमने।
Reply
06-19-2017, 10:33 AM,
#13
RE: Antarvasnasex सास हो तो ऐसी
हम अस्पताल पहुचे तो दो मिनटमें हमारा नंबर आया। नेहा डॉक्टर के केबिन गयी। मै बाहर टाइमपास कर रही थी। इतने में वहा गीता आई। गीता शर्माजी की बड़ी बेटी थी। गीता को वहा देखके मुझे बड़ा अचम्भा हुआ। गीता आतेही मेरे गले से लगी। उसे नर्सिंग होम में मै देखके हैरान थी। उसकी शादी कब हुई ये मुझे मालूमही न था। मैंने उसे सवालोकी झड़ी लगाई। उसने कहा।चाचीजी सब कुछ बताती हु थोडा धीरज तो रखो। उसके साथ उसका पती और सासुजी आई थी। उसने मेरा परिचय सबसे कराया। उसका नंबर आने में थोडा टाइम था इसीलिए वो मुझे उसकी शादीके बारेमे बताने लगी। गीता ने लव-म्यारेज किया था। शर्माजी इसके खिलाफ नहीं थे पर उनकी पत्नीने बड़ा विरोध जताया था। इसलिए मंदिरमें शादी हुई। इसीलिए मुझे न्योता नहीं था।
गीता ने जिससे शादी की वो इक अच्छा बिजनेसमैन था। वो लोग इसी शहर रहते थे। गीता को जब मैंने नेहाके गर्भवती होनेका बताया तो वो खुशीसे नाच उठी। उतनेमे नेहा बाहर आई। नेहा और गीता मिलतेही पागलो जैसी नाच रही थी। गीता के सासुमाने दोनों को सम्हाला। गीता के चेक-अप होने तक हम रुके। फिर हम सब ने जूस पिया।बादमे गीता हमें उसके साथ चलनेकी जिद कर रही थी।जब मैंने उसे बताया की रवि-नेहा का पति हमारा इंतजार कर रहा है तो उसने मुझे कहा-चाची, कितने दिनों बाद हम सहेलिया मिले है, आज शाम तक मै नेहा को अपने घर ले जाती हु। उसकी ससुमाने भी मुझे बताया की शादी के बाद गीता को नागपुर से कोई मिलने नहीं आता है। बस शर्माजी दो बार मिलने आये थे। मैंने भी ठीक समझ के नेहा को उनके साथ भेजा। उनकी कार थी। शाम को उसी कार से गीता नेहा को छोड़नेवाली थी। मैंने नेहा को उनके साथ भेजके मै चलते चलते निकली। राह चलते लोगोकी निगाहे मुझे समझ आ रही थी। मुझे थोडासा डर लगा। मैंने ऑटो पकड़ी और बाजार गयी।
बाजार में रवि आके रुका था। आज उसने झब्बा-पायजामा पहना था। उसके गठीले बदन पे बहोत जच रहा था। मुझे अकेली को देखतेही उसके मुह्पे सवाल आया। मैंने उसे सब बताया। सब सुननेके बाद वो खुश हो गया। मेरी समझ में उसके ख़ुशी की वजह आ गयी। मुझे थोड़ी शर्म आ रही थी। मेरे गाल आरक्त हुए थे। धीरेसे मेरे हाथ छुते हुए रवि मुझसे बोला -अब चलो भी, जल्दी से मार्किट निपट लेते है और घर चलते है। धुप बढ़ रही है। हमने शौपिंग पूरी की।सब्जी मंडी जाके सब्जी ली। सब्जी लेते वक्त रवि बहोत उतावला हो रहा था। वो बार बार मेरे पीछे आके मेरे गांडपे अपना लंड रगड़ रहा था। मुझे लग रहा था की शायद उसने अन्दर से कच्छी पहनी नहीं थी। सब्जी लेने के बाद जब हम घर निकले तो उसने स्कूटी की चाबी मेरे हाथ दी। मै स्कूटी चलाने लगी। वो पीछे बैठा था। जैसेही गाड़ी चल पड़ी वो आगे खिसका और मेरे कमर को पकडके मेरे दोनों चुतडोके बीच अपना लंड घुसाने लगा। मैंने गाड़ी रोकी और उसे गाड़ी चलाने को कहा। अब मै पीछे बैठी और मैंने धीरेसे उसके कुर्तेसे अन्दर हाथ लेके उसके लंड तक ले गयी। कुर्ते के अन्दर हाथ डालतेही मुझे शॉक लगा। उसने पायजामा के बटन खुले ही रखे थे। उसका लंड मेरे हाथ में आ गया।
उसके लंड को छेड़ते छेड़ते हम घर तक आ गए। मैंने आगे होकर ताला खोला। फेन फुल फ़ास्ट करके मै पानी पि रही थी उतने में रवि अन्दर आ गया।
Reply
06-19-2017, 10:33 AM,
#14
RE: Antarvasnasex सास हो तो ऐसी
मै चिल्लाते जा रही थी और रवि उससे मोटीवेट होके अपनी पूरी ताकत लगाके चोद रहा था। मै बार बार निहाल हो रही थी। आखिर रविने पूछा-सासुजी अन्दर करू या बाहर। मैंने उसे अन्दरही करनेको कहा। उससे खुश होकर उसने रफ़्तार बढाई। आखिर वो क्षण आया। रवीने जोर जोरसे चोदतेहुए मेरी चूतको अपने वीर्यसे नहलाना शुरू किया। और बीस-पच्चीस धक्के लगातेहुए वो मेरे बदनपर गिर गया। पूरी रूम शांत हो गयी। इतना समय पूरी रूम में चुदाईकी आवाज गूंज रही थी वहा अब रविके सांस की बस आवाज आ रही थी। मै पूरी तरह शक्तिहिन् फील कर रही थी। थोड़ी देर बाद रवि मेरे उपरसे उतरा। मै नंगीही दोनों पैर फैलायेहुई पड़ी थी। थोड़ी देर आराम करने के बाद रवि के हाथ फिर एक बार मेरे शरीरसे खेलने लगे।मुझमे अब इतनी शक्ति नहीं थी के मै दोबारा उसका साथ दे सकू। मैंने रवि को थोडा आराम करनेको कहा और मै बाथरूम जानेकेलिए उठी। मेरी कमर दर्द कर रही थी। मैंने पैरोकी तरफ देखा। मेरी चूत लाल हुई थी। मुझे नहीं लगता था की मै अभी तुरंत या थोड़ी देर बाद रवि का पुनः साथ दे पाऊँगी। मगर वो तो अभीसे अपना लंड तानके अपने हाथमे लेके अगली बारी की तय्यारी में बैठा था।मैंने सोचा देखेंगे थोड़ी देर बाद। पहले कुछ खा तो लेते है।

फ्रेश होनेकेलिये जब मै बाथरुमकी ओर चली तब मेरे तरफ घूरतीहुई रविकी निगाहे मुझे मेरे नितंबोपे महसूस हुई। मैंने मुडके देखा तो रवि ललचाई नजरोसे मेरी गांडको देखता हुआ पाया। मैंने उसके नजरोकी भाषा तुरंत भांप ली। उसे खुदको फ्रेश होनेकेलिये इतनासा समय काफी था। पच्चीस सालका बांका जवान था वो। मगर मेरी हालत पस्त थी। मैंने पहले खुदको बाथरूमके अन्दर लाया फिर दरवाजा आधा बंद करके उससे पूछा- रवि, मेरे पीछे की तरफ इतना घुर के क्या देख रहा था?कभी किसी को ऐसा देखा नहीं है क्या? रवि ने कहा- आपकी बेटी को ही ऐसा नंगा देखा है। मगर आपकी ये कसक अलगही है। ये कहते कहते वो बाथरूम की तरफ आया इसका मुझे पताही नहीं लगा। मेरा पूरा ध्यान वो अपने हाथसे लंडको मसल रहा था उसपेही था। जब मुझे पता लगा तब तक वो दरवाजेका हैंडल अपने हाथ में पकड़के दूसरा हाथ मेरे चुचिके अनारदानेको मसलनेमे लगा था। उसका इरादा मेरे समझ आ रहा था। मेरा मन दुसरे राउंडके लिए तैयार हो रहा था। मगर मुझे शक था की मेरा बदन उसे साथ देने कही कम न पड़ जाये।मेरी चूत अभीभी लाल -लाल नजर आ रही थी। रवि जोर लगाके बाथरूमके अन्दर आया। मैंने पलभर सोचके उसे अन्दर आने दिया।दोनोही नंगे थे।मैंने शावर शुरू किया। रवि के तपे बदन पे जैसेही ठन्डे पानीकी बौछारे गिरी उसे सुकून मिलने लगा। उसने वहीपर मूत्र-विसर्जन किया। उसके तुरंत बाद उसका लंड सिकुड़ने लगा। दो मिनट के अन्दर उसका लंड नार्मल हुआ। मैंने भी खुदको शावर के निचे लाया। दोनों पानी से थे। दोनों एक-दुसरे के बदन से छेड़-छाड़ करने लगे।
Reply
06-19-2017, 10:33 AM,
#15
RE: Antarvasnasex सास हो तो ऐसी
रवीने हाथ में साबुन लिया और मेरे बदनपे साबुन लगाने लगा। मेरे बदन को वो मल-मलके साबुन लगा रहा था। साबुन से उसने मेरे चुचिको बहोत देर तक दबाया।फिर वो साबुन लेके मेरे गान्डको रगड़ने लगा। मेरे चुतको साबुन लगाके वो अगड़ने लगा। पहले उसने एक उंगली अन्दर डाली फिर दो उंगली से वो मेरे चुतमे अन्दर-बाहर करने लगा।मुझसे रहा नहीं जा रहा था। मैंने भी साबुन लेके उसके लंड और गोटियोको मालिश शुरू की। मेरे हाथ का स्पर्श होतेही रवि के लंड्मे फिर से जान आने लगी। वो फिरसे बढ़ने लगा। देखते-देखतेही लंड मेरे हाथ से बड़ा हो गया।मेरे एक हाथकी मुठीमें नहीं समां रहा था। मैंने फिर दोनों हाथसे उसे आगे-पीछे करना शुरू किया। पानी की बौछारे मुझे भी सुकून दे रही थी। मेरी थकावट दूर हो रही थी। रवि मेरे पीछे आया। अपने लंडको मेरे दोनों चुतडका जो गैप था उसमे दबाके मुझसे पिछेसे चिपक गया। उसने अपने हाथ आगे लिए और मेरे चूची को दोनों हाथसे दबाने लगा। कभी मेरे दाई चूची की घुंडी मरोड़ता , मै आह करती तो फिर वो छोडके मेरे बायीं चूची की घुंडी को मरोड़ने लगता। अपने जीभसे वो मेरे दोनों कानको चूमने लगा। बीच-बीचमे वो मेरे कानको हलकेसे कांटने लगा। कभी कान छोडके मेरे गलेको/मानको अपने दातोसे हलकेसे कांटने लगा।उसकी ये सब प्रयास मुझे चुदाईके लिए फिर से तैयार करने के लिए थी और वो इसमें सफलभी हो रहा था। मेरे गांड के बीच रगड़ता हुआ उसका फौलादी लंड मुझे अब गरम कर रहा था। मेरे चुतमे धीरे-धीरे आग लग रही थी। ऊपर से गिरता हुआ पानी मेरे चूत के अन्दर से आ रहे गिलेपनको रोकनेमें काफी नहीं था। मै धीरे धीरे आगे की ओर झुकने लगी। रवि के समझमे बात आ रही थी उसने मुझे बाथरूममेंही आगे झुकाया। मेरे एक पैरको नहानेके स्टूलपर रखके मेरे पैर अलग किये। नीचे झुकके एक बार मेरे चूत का रास्ता देखा और अपने लंडको हाथमें लेके उसने सही निशानेपर अपना लंड रखा और मुझसे पूछा-सही ? मैंने अपनी मुंडी हिलाकर अपनी रजामंदी जाहिर की। उसे जैसे ग्रीन सिग्नल मिला हो। उसके अपना घोडा मेरे चुतके अन्दर ऐसे डाला जैसे उसे एक मिनट के अन्दर खेल ख़तम करना हो। मैंने अपने जान्घोको थोडा दबाकर उसके लंड को अन्दर ही अन्दर थोडा दबाया। अब उसे अन्दर बाहर करने में थोड़ी कठनाई होने लगी। उसका स्पीड अपने आप कम हुआ। फिर उसने धीरे धीरे मुझे चोदना शुरू किया। उसका लंड मस्त चोद रहा था। ऊपर से शावर से पानी गिर रहा था और नीचे रवि का लंड मुझे प्यार की बारिश कर रहा था। मै पूरी तरह आनंद-विभोर हो रही थी। जैसे ही वो लंड आगे घुसाता मै भी अपने गांड को पीछे धकलती। इससे उसका स्ट्रोक डबल हो जाता था। उसकी गोटिया मेरे चुतके उपरवाले हिस्से पे आती थी। उससे भी मुझे खूब मजा आने लगा। एक तो रवि का लंड फौलादी था ऊपर से उसमे जवानीकी गर्मी थी।अजीब तेजी उसके धक्कोमे थी। उसका लंड अन्दरतक जातेही मुझे मेरा पेट भरा हुआ है ऐसा एहसास होता था।

शावर से गिरती हुई पानी की आवाज अब हमारे चुदाई की आवाज से सुनाई नहीं दे रही थी। फचक-फचाक बहोत मस्तीभरी और मादक आवाज अब बाथरूम में गूंज रही थी। ऐसा लगा रह था सालोंसे मै मेरे दामाद के साथ चुदाई का खेल खेल रही हु और आगे सालोंतक ये खेल ख़तम नहीं होगा। मै मस्त होकर चुदवा रही थी। थोड़ी देर पहलेही वीर्यपतन होनेसे रवि भी जल्दी झडनेका नाम नहीं ले रहा था। अचानक मैंने सामने देखा, सामने वाले शीशेमें रवि मुझे चोदते हुए दिख रहा था। मैंने खुदको थोडा तीरछा किया। रवि मस्त लंड मेरे गांड को घिसते हुए पिछेसे मेरे चुतमे आ-जा रहा था। मेरे दोनों वक्ष किसी नारियल की तरह हिल रहे थे। मेरे गांडपे उसकी जंघे दब जाती थी तब मेरी गांड भी दबी जा रही थी। रवि अपने हाथ मेरे गांडपे रखकर गांड ऊपर उठानेकी कोशिश कर रहा था।
Reply
06-19-2017, 10:33 AM,
#16
RE: Antarvasnasex सास हो तो ऐसी
मैंने अपने पैर उठाके उसको थोड़ी मदद की। मेरी गांड थोड़ी ऊपर होतेही रवि का लंड और तेजीसे मेरे चुतमे जाने लगा। रवि को अब आसन थोडा आसान हो रहा था। वो जोर जोरसे चोदने लगा।थोडीही देर में मुझे लगा की अब रवि ज्यादा टिकनेवाला नहीं है। मैंने दिवारपे अपने हाथ मजबूत किये और रवि को फाइनल अटैक करने कहा। रवि अब बहोत स्पीड से धक्के लगाने लगा। उसके स्पीडसे मुझे लगा कही मेरे हाथ दिवार से फिसल न जाये। मै उसके वीर्य को अपने चुतमे अन्दर लेनेको तैयार थी। रविने अपना बम फोड़ा। उसके लंडसे जोर से वीर्य की धार निकली। किसी स्प्रे से जैसा तेज बहाव उसके वीर्यपतन का था। वीर्यस निकलनेके बाद भी करीब वो पांच मिनट मेरी चूत को चोद रहा था। आखिर जब उसका लंड मुरझाया तब उसने लंड को मेरे चूत से अलग किया।पचाक ऐसी आवाज आई। लंड बाहर आतेही मेरे चुतसे वीर्य का प्रवाह बाहर आना शुरू हुआ। शावर की पानी से सब कुछ धो गया। मै बिलकुल ख़तम हुई थी। मुझे खड़े रहने की ताकत मुझमे नहीं थी। मैंने बाथरूम में टेंगा हुआ टॉवल बदन पे लिया। मेरी हालत देख के रवि ने मुझे अपने बाहोमे उठाया और मुझे बेडपर लेके आया। मै बेडपर जैसे ही गिरी मै तुरंत सो गयी। थकनेसे मेरी आँख कब लगी मुझे पता ही नहीं लगा।

करीब चार बजे मेरी आँख खुली तो मैंने अपने आपको रविके आगोशमें पाया। रवि मेरे चुतडोमे अपना लंड दबाके सोया था। पिछेसे वो मुझे आलिंगनमें लेकर सोया था। उसके दाए हाथमे मेरा दाया वक्ष था। मै उसके बाये बाजुओपर सर रखके सोयी थी। वो अभीभी बेसुध सोया था। न जाने कितने दिनों बाद उसने औरतको भोगा था। सुबहसे अबतक वो तीन बार वीर्य-पतन कर चूका था। मेरे हिलनेसे मेरे दोनों चुतडोमे फसा हुआ उसका लंड पक्काक करते हुए चुतडोसे अलग हुआ। मैंने मुडके देखा,सुबह्से तिन बार होनेके बावजूद वो अभीभी काफी बड़ा था। वो फुल्ली इरेक्ट नहीं था। अभी लंड सेमी-इरेक्ट था। फिर भी और मर्दोसे काफी बड़ा दिखता था। कई बार राह चलते मर्द लोग पेशाब करते हुए उनके लंड दिखाते है। कई लोग तो जैसेही कोई औरत वहासे गुजरती है तो खुदको तिरछा करके अपना लंड औरतके नजरमें लानेकी कोशिश करते है। ऐसे ढेर सारे लंडोके मुकाबले रवि-मेरे दामादका लंड बहोत बड़ा है। मेरी बेटी अपने पहले डिलीवरीके बाद शायद अपने पती का पूरा लंड अपने चुतमे लेकर उसे संतुष्ट जरुर रखेगी। लेकिन तब तक मुझे मेरे दामाद को यहाँ-वहा भटकानेसे रोकना पड़ेगा। मन में सोचते सोचते मै अपने हाथ में रवि का लौडा लेकर उसे ध्यानसे देख रही थी। सुबह जब रवि का लंड मैंने पहले मुहमे लिया था तब उसपर छोटे छोटे बालथे ।मगर अब उसके लंड-गोतिया पूरा प्रदेश बाल विरहित था। शायद रवि ने नहाते वक्त बाल-दिन मनाया था। उसका लंड और गोटिया पुरे बहोत नरम और चिकने लग रहे थे। मैंने रवि की गोटिया एक-एक करके मुहसे चूसने लगी। बहोत नरम स्किन थी। थोड़ी देरमें रवि जाग उठा। नींद खुलतेहि कोई औरत अपना लंड और गोटिया चूसते हुए पाना किसीभी मर्द के लिए सपना पूरा होने जैसा होता है। रवि अपने नसीबमें ये सुख पाकर बाग-बाग हुआ। वो अत्यंत आनंदी एवम भाव-विभोर हो उठा था। उसने अपने हाथसे मेरा सर अपने लंडपर जोरसे दबाया। वो अपने जगहसे उठकर मेरे बदनपे आया। वो उल्टा हुआ। मेरे मुहमे उसका लंड और वो उपरसे मेरे चूतमें अपनी जीभ डालकर चूसने लगा। मेरे भगनासाको जैसेही उसने अपने जीभसे चाटना शुरू किया मै अपने आप को रोकना मुश्किल समझ गयी। मेरे चूतके दोनों ओंठ फड़कने लगे। रवि अपनी जीभ और अन्दर डालने लगा। साथही वो अपने उन्गलिसे मेरे चूतमें उंगली चुदाई करने लगा। मुझे यह सब मेरे नियंत्रणके बाहर जाते हुए लग रहा था।मैंने रवि को इशारा किया। वो भी यही चाहता था। वो सेकोन्दोमे बेडसे नीचे आया। मेरे पैरोकी तरफ खड़ा होके उसने मुझे अपनी तरफ खिंचा।
Reply
06-19-2017, 10:34 AM,
#17
RE: Antarvasnasex सास हो तो ऐसी
मेरे दोनों पैर अपने कंधेपर लेते हुए उसने खड़े खड़े मेरे चूत को खुला दिया। मेरे नितम्बोसे ऊपरवाला हिस्सा बेडपर था।और जांघोसे नीचेवाला हिस्सा हवामे होते हुए रवि के कंधे पर था। उसने खुदको पोझीशन में लाते हुए मेरे चूत में अपना तगडा लंड इतनी जोरसे पेला की मुझे उसका लंड एकदम जड़ तक जाता हुआ महसूस हुआ। रवि ने मेरी जांघे पकड़ी थी।इसीलिए मै हिल भी न सकी। खड़े खड़े चोदना रवि को आसान हो रहा था इसी लिए वो खूब जोर जोरसे चोद रहा था। मेरा पसीना निकला जा रहा था। हरेक बार अन्दर पहुचा हुआ उसका लंड मेरे गर्भाशय के द्वार पर ठोकर मार रहा था। अन्दर जाते समय उसका फुला हुआ लंड का टोप मेरे भगनासा एवम चूत के अंदरूनी हिस्से को घर्षण कर रहा था। मेरी जीवन की सबसे उम्दा और बढ़िया चुदाई का मुझे आनंद रहा था। अपने दामाद को मन ही मन मै धन्यवाद् दे रही थी। करीब बीस मिनट अपनी पूरी ताकत लगाईं हुई चुदाई करने के बाद ही रवि ने मेरे चूत के अन्दर अपना पानी छोड़ा। पानी निकलातेही उसका लौड़ा बाहर निकला। मैंने उसे अपने मुह में लेके साफ़ किया। चूत के घर्षण से रवि का लंड लाल लाल हुआ था। मेरी चूत भी सुजन के कारन पाव रोटी लग रही थी। इश्वर मुझे कितना सुख दे रहा है यही सोचते सोचते मै खुदको बाथरूम की तरफ ले गयी।

दोस्तों, दामादके साथ सुजाताका यह संबध सुजाताकी बेटी बच्चा होनेके बाद अपने ससुराल वापस जानेतक रहा। उसके बाद सुजाताकी जिन्दगीमे अचानक मोड आया। सुजाताके पति को पहलेसेही शुगर की बीमारी थी। ऑफिस के ज्यादा काम की वजहसे उसे बीपी का भी प्रॉब्लम शुरू हुआ। फिर दोनों औरंगाबाद आये। पति के अनुभवि होने के कारन उन्हें नौकरी तुरंत मिली। वो एक फैक्ट्रीमें अकाउंटेंटका काम करने लगे। इस गावमें उन्हें मैनेही मेरे बाजुवाले फ्लैट किराएसे दिलवाया। औरंगाबाद आई तब सुजाता करीब चालीस साल की थी। मगर वो किसीभी तरहसे तीससे ज्यादा नहीं लगती थी। उसमे गजबका सेक्स भरा था। साथ साथ रहनेसे हम दोनों काफी करीब आये। मै एल आय सी एजंट था। मेरे असिस्टेंट का काम सुजाता करने लगी। दोनों साथ काम करते थे। एक दुसरे के प्रति आकर्षित होना नेचुरल था। मेरी बीवी के कुछ प्रोब्लेम्स थे।जिसकी वजहसे हम दोनों मिया-बीवी में शारीरिक संबध बिलकुल नहीं थे। ऐसेमें सुजाता जैसा सेक्स बम मेरे साथ रहता था। उसके बदन का दीवाना मै कब बना इसका मुझे पताही नहीं चला। मैंने और सुजाताने एक दुसरे को हर तरहसे भोगा था। मेरे पत्नी को भी इस सम्बधोकी जानकारी थी।पर वो मुझे सेक्स का सुख नहीं दे सकती थी और सुजाता का पति उसे सेक्स देने को काबिल नहीं था।
कुछ साल बाद सुजाता के पति हार्ट अटैक से गए। सुजाताने अपने बेटे के साथ अभी न जाने का फैसला किया। मेरे परिवार में मेरे पत्नी के प्रॉब्लम की वजह से बच्चे नहीं थे। हमने सुजाताको हमारे घरमें रखवा लिया था। एक दिन सुजाता ने अपने लडके के घर जाने का फैसला किया। उसे रोकनेवाले हम कौन थे। मगर जाने से पहले सुजाता ने अपने जीवन की कहानी मेरे सामने रखी। सब सुननेपर मै दंग रह गया।
मेरे पत्नी ने इसे शब्दबद्ध करके किसी कथा के रूपमें आप सब लोगोतक पहुँचाने में मेरी बहोत मदद की। इसी लिए सुजाता की जीवनी अगर आपको पसंद आई तो इसका श्रेय मेरी पत्नी का भी है।
दोस्तों, यह थी सुजाता की जीवनी
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,297,807 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 522,079 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,150,156 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 871,364 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,541,213 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 1,985,966 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,795,182 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,510,329 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,823,691 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 265,978 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)