Antarvasnasex दोस्त की माँ
06-26-2017, 12:47 PM,
#1
Antarvasnasex दोस्त की माँ
मेरा नाम राज है ओर मैं 18 साल का हूँ, मेरा एक दोस्त है जिस का नाम शाम लाल है उस का बाप बिज़्नेस के सिलसिले मैं ज़ियादा तर आउट ऑफ सिटी रहता है घर मैं ज़ियादा तर वो ओर उस की मा अकेले ही होते हैं मैं उस की मा को आंटी कहता हू, आंटी की एज 38 साल है ऑर वो एक सुंदर औरत है, उन के बड़े-2 स्तन जो कि 40 नंबर के हैं ऑर उन की मोटी गंद… वो मेरे दोस्त के साथ जब भी बाज़ार जाती हैं तो सब लोग आँखें फाड-2 कर उन्हें देखते हैं मेरा मन भी हर वक़्त उन्हें छूने को करता है लेकिन डर लगता है. आंटी घर मैं ज़्यादा तर सारी ही पहनती थी.

एक दिन मैं कोल्लेज से सीधा अपने दोस्त के साथ उस के घर चला गया तो आंटी ने मेरे दोस्त से कहा .”लालो बेटा(वो प्यार से अपने बेटे को लालो कहती थी) मेरे साथ ज़रा दर्ज़ी के पास चलोगे” तो मेरे दोस्त ने कहा “चलें हम तीनो चलते हैं”

फिर हम दोनो खाना खा कर आंटी के साथ दर्ज़ी के पास गये आंटी ने दर्ज़ी को कपडा दिया ओर अपना पल्लू नीचे कर के दर्ज़ी से कहा “मुझे सेम इस डिज़ाइन का ब्लाउज सिल्वाना है” मैं ने देखा तो आंटी ने ब्रा नहीं पहना था उन के निपल ब्लाउज मैं से नज़र आ रहे थे, दर्ज़ी ने देख कर होंठो पर ज़ुबान फेरते होए कहा”नाप के लिया दूसरा ब्लाउज लाए हैं” तो आंटी ने कहा “नहीं इस से ही नाप ले लो” दर्ज़ी ने कहा कि “अंदर आ जाएँ” ऑर अंटी दर्ज़ी के साथ अंदर एक छोटे से कमरे मैं चली गई मेरे दोस्त ने मुझे इशारा किया तो हम दोनो भी छुप कर के उन के पीछे पीछे अंदर चले गये अंदर जा कर दर्ज़ी ने कहा”ब्लाउज उतार कर दे दें नाप ले लेता हू ऑर डिज़ाइन भी देख लेता हू” आंटी ने सारी का पल्लू नीचे गिरा दिया ओर ब्लाउज के हुक खोलने लगी मैं ऑर मेरा दोस्त कोने मैं बैठे हुए आँखें फाड-2 कर उन्हें देख रहे थे ओर सोच रहे थे कि आज उन्हें क्या हो गया है आंटी ने ब्लाउज उतार कर दर्ज़ी को दे दिया ऑर खुद उस के सामने ही स्तन तान कर खड़ी हो गई दर्ज़ी भी ब्लाउज का डिज़ाइन कम ओर आंटी के बड़े-2 स्तन ज़्यादा देख रहा था हम आंटी के पीछे बैठे हुए थे जिस की वजा से हमे उन के स्तन नहीं दिख रहे थे फिर आंटी ने दर्ज़ी से पानी माँगा तो दर्ज़ी ने बाहर छोटे को आवाज़ लगा कर पानी लाने का बोला वो पानी ले कर आया तो मैं ने दरवाज़े मे ही उस से ग्लास ले लिया ओर आंटी के पास जा कर उन को दिया तो आंटी मेरी तरफ मूड के पानी पीने लगी जिस के कारण मुझे भी आंटी के स्तन देखने का मौका मिल गया छोटा भी दरवाज़े मे खड़ा हो कर आंटी के स्तन देखे जा रहा था आंटी ने पानी पी कर ग्लास मुझे दिया तो मैं ने छोटे को दे दिया वो बाहर चला गया अब दर्ज़ी नाप ले चुका था वो आंटी से बातें कर रहा था उस ने आंटी से कहा “आप तो बहुत खूबसूरत हैं ऑर आप का फिगर तो और भी लाजवाब है” आंटी ने मुस्करा कर कहा “शुक्रिया,कई सालो से मिनटेन करती आ रही हू इसी लिए”. फिर दर्ज़ी ने ब्लाउज आंटी को दिया जिसे पहन कर आंटी ऑर मेरा दोस्त अपने घर चले गये ऑर मैं घर आ गया.

2 दिन बाद मैं ने कोल्लेज मैं लालो से कहा कि “लालो यार उस दिन आंटी के बड़े-2 स्तन देख कर तो दिल खुश हो गया था मुझे अभी तक आंटी के स्तन याद आ रहे हैं” तो उस ने कहा “हाँ यार मा के स्तन तो बहुत सुंदर हैं मुझे भी अच्छे लगते हैं” तो मैं ने कहा “काश फिर से एक बार दीदार हो जाए तो मज़ा आ जाए” तो लालो ने कहा “आज फिर मा दर्ज़ी के पास जाएगी तू भी चल ना ” तो मैं ने कहा “क्यूँ नहीं यार मैं भी जाउन्गा फिर मैं लालो के साथ उस के घर गया ओर वहाँ से आंटी के साथ दर्ज़ी के पास गये तो आंटी का ब्लाउज तैयार हो चुका था दर्ज़ी ने आंटी को ब्लाउज दिया तो आंटी ने उसे उलट पल्ट कर देखा ऑर कहा “सही है” दर्ज़ी ने कहा कि “आप पहन कर फिटिंग चैक कर लेना” ऑर वो मा को ले कर कमरे मे चला गया हम भी उन के पीछे अंदर चले गये आंटी ने अपना ब्लाउज उतार कर नया पहना तो दर्ज़ी ने कहा “ये कलर तो आप पर बहुत जच रहा है” ऑर आंटी के बड़े-2 स्तनो पेर हाथ फिराते हुए कहा “ये कपडा भी तो अच्छे वाला है” आंटी ने मुस्करा कर जवाब दिया “पहना किस ने है ये भी तो देखो” दर्ज़ी ने कहा “वो तो मैं देख हे रहा हू” फिर आंटी ने पहले वाला ब्लाउज पहना ऑर हम घर आ गये.

गर्मियो के दिन आ गये थे लालो ने मुझे बताया कि “आज कल मा को कुछ ज़्यादा ही गर्मी लग रही है मा अब ज़्यादा तर सारी का पल्लू ऐसे ही लपेट लेती हैं ब्लाउज ऑर ब्रा भी नहीं पहनती” तो मैं ने कहा “फिर कब दर्शन करा रहा है” लालो ने कहा “तू जब बोल यार”

आज मैं कोल्लेज से सीधा लालो के घर चला गया लालो की मा नहा रही थी हम अहिश्ता से बाथरूम के दरवाज़े के पास गये तो अंदर से पानी गिरने की आवाज़ आ रही थी जिस का मतलब था कि आंटी अभी नहा रही हैं हम ने आराम से दरवाज़े के पास टेबल रखी ऑर उस पर चढ़ कर रोसन्दान मैं से अंदर झाँकने लगे हमे आंटी की कमर ऑर गॅंड नज़र आ रही थी आंटी शावेर खोल कर उस के नीचे खड़ी थी फिर आंटी ने शावेर बंद किया ऑर साबुन उठा कर हमारी तरफ मूड कर अपने जिस्म पर साबुन लगाने लगी मैं ने अपने लंड को हाथ मे पकड़ लिया ऑर पैंट के उपर से ही मूठ मारने लगा फिर आंटी ने शावेर खोला ऑर नहाने लगी आंटी को देखते-2 ही लालो का लंड खाली हो गये ऑर उस की पैंट गीली हो गई मैं अभी खाली नहीं हुआ था आंटी ने शवर बंद किया तो हम नीचे उतर गये ऑर टेबल एक साइड पर रख दी ऑर लालो कपड़े चेंज करने अपने रूम मे चला गये मैं बाथरूम के सामने ही सहेन मैं चारपाई पे बैठ गये थोड़ी देर बाद लालो आ गया ओर अंत्य भी बातरूम से निकल आई आज भी उन्होने सारी के नीचे ब्लाओज ओर ब्रा नहीं पहना था वो सारी का पल्लू ठीक कर रही थी तो उन के स्तन नज़र आ रहे थे मैं जब तक उन के घर मे रहा चोर नज़रों से आंटी के स्तन देखता रहा.

आज कॉलेज मे मैं ने लालो से कहा कि “यार कुछ कर मैं आंटी के स्तन दबाना ओर चूसना चाहता हू” तो उस ने कहा “पागल हो गये है अपने साथ साथ मुझे भी पिटवाए गा माँ से, सिर्फ़ देख कर ही काम चला लो मा छूने नहीं देती” मैं ने कहा “यार दर्ज़ी ने भी तो उन के स्तन दबाए थे फिर मैं क्यूँ नहीं छू सकता” लालो ने कहा कि “फिर तो तुम्हे ही कोई प्लान बनाना पड़ेगा” मैं ने कहा “ठीक है फिर मैं कुछ सोचता हू”

मेरी समझ मे कोई प्लान नहीं आ रहा था 2 दिन बाद मैं ने लालो से कहा “चल यार आज बड़े-2 गुब्बाडे ही देख लें” तो लालो ने कहा “चल लेकिन छूने की कोसिश नहीं करना मा बहुत मारे गी” मैं उस की बात मान कर उस के साथ उस के घर आ गया,

आंटी ने आज एक पुराना ऑर पतला सा वाइट कलर का ब्लाउज पहना हुआ था जिस मैं से उन के स्तन साफ नज़र आ रहे थे मैं ने आंटी से कहा “आंटी!बहुत भूक लगी है आज क्या पकाया है आप ने” तो आंटी ने कहा “रात का सालन ही बना हुआ है भिंडी का” तो मैं ने कहा “आंटी जी! भिंडी तो मुझे बिल्कुल अच्छी नहीं लगती” आंटी ने कहा “फिर तुम्हारे लिए क्या बनाऊँ” मैं ने सोचते होए कहा कि “आंटी! आज तो मेरा मन दूध पीने को कर रहा है” आंटी ने कहा “दूध तो ख़तम हो गया है अभी रुक जाओ मैं लालो से मँगवा लेती हू फिर आंटी ने लालो को दूध लेने के लिए भेज दिया ऑर खुद मेरे पास ही चारपाई पर बैठ गये, मैं ने कहा “आंटी! आप नया ब्लाउज क्यूँ नहीं पहनती” तो आंटी ने कहा “क्या करूँ तेरे अंकल जो नहीं हैं अब पहन कर किस को दिखाउ” मैं ने कहा “तो क्या हुआ आंटी हम जो हैं आप को देखने के लिए आप उस ब्लाउज मैं बहुत सुंदर लगती हैं एक बार पहन कर तो दिखाए” तो आंटी ने कहा “चल अगर तेरा मन करता है कि मैं वो ब्लाउज पहनू तो मैं तेरा मन रखने को पहन लेती हू” आंटी ब्लाउज चेंज करने के लिए अंदर जाने लगी तो मैं भी आंटी के पीछे-2 अंदर कमरे मे आ गया ओर बेड पर बैठ गया आंटी ने अलमारी खोल कर ब्लाउज निकाला ऑर मेरे पास ही आ कर बैठ गई फिर अपना पल्लू साइड मे डाल कर ब्लाउज के हुक खोलने लगी ऑर अपना ब्लाउज उतार कर साइड मे रख दिया ऑर नया वाला हाथ मे पकड़ लिया ऑर उस के हुक खोलने लगी मैं ने कहा “आंटी! आप का फिगर तो बहुत अच्छा है” तो आंटी ने हंसते हुए मुझे सुक्रिया कहा मैं ने भी हंसते हुए आंटी के एक स्तन पर उंगली रखते हुए कहा “आंटी! इस मे क्या है” तो आंटी ने कहा “अब तो कुछ भी नहीं जब लालो छोटा होता था तब इस मे दूध था” मैं ने कहा “अब भी तो ये इतने बड़े-2 हैं क्या पता इन के अंदर दूध हो” तो आंटी ने अपना एक निपल हाथ से दबाते हुए कहा “देख अब तो इस मे कुछ नहीं है” मैं ने कहा “क्या पता आंटी! ज़ोर ज़ोर से चूसें तो निकल ही आए” तो आंटी ने कहा “तुझे इतनी ही जल्दी है दूध पीने की तो तू चैक कर ले चूस कर” फिर आंटी लेट गयी ओर मैं आंटी की साइड मे बैठ कर आंटी के उपेर झुक गया ऑर उन का निपल मूह मे ले कर चूसने लगा मैं अपने हाथो से आंटी के स्तन भी दबा रहा था आंटी ने अपनी आँखें बंद कर ली देन इतने मैं लालो आ गया वो हमे इस तरहा देख कर हेरान रह गया ऑर कहने लगा “राज यार मैं तो तेरे लिए दूध लाया हू तू ये क्या कर रहा है” तो मैं ने कहा “मैं कहा इसमे से दूध निकालने की कोशिस कर रहा हू आ तू भी आ जा” आंटी भी जोश मे आ चुकी थी उन्हो ने आँखें खोल कर लालो को देखा ऑर कहा “आ जा मेरे लाल” फिर आंटी बेड के बीच मे हो गयी ऑर हम दोनो साइडो पर बैठ कर आंटी के स्तन चूसने ऑर दबाने लगे आंटी पहले तो अपने हाथ हम दोनो के बालो मे फिरा रही थी फिर सिसकारियाँ बढ़ने लगी ऑर हमारे सिर अपने स्तनो पर दबने लगी ऑर ज़ोर ज़ोर से आहें भरने लगी.
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06-26-2017, 12:47 PM,
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हम दोनो दीवानो की तरह उन के बड़े-2 गोले-2 स्तन दबा ऑर चूज़ रहे थे ऑर काट भी रहे थे आंटी का बस नहीं चल रहा था कि हमे अपने स्तनो के अंदर ही घुसा दें इतने मे बाहर कोई आया तो हम हट गये लालो ने बाहर जा कर देखा तो पड़ोस से आंटी की फ्रेंड आई थी ऑर आंटी को बुला रही थी, फिर आंटी अपना ब्लाउज पहन कर बाहर चली गई ऑर हम दोनो कमरे मे ही बैठ गये लालो कहने लगा “यार! तू तो उस्ताद आदमी है जो काम इतने सालो मे मैं नहीं कर सका तू ने वो कर दिया” मैं ने पूछा “मज़ा आया कि नहीं आया” लालो ने कहा “यार बहुत मज़ा आया है दिल खुस हो गया है” फिर मैं अपने घर आ गया.

दूसरे दिन मैं ऑर लालो कॉलेज मे मिले तो लालो बहुत खुश था मैं ने उस से पूछा “मेरे आने के बाद कुछ किया था मा के साथ या नहीं” तो लालो ने कहा “नहीं यार! मेरी तो हिम्मत ही नहीं हुई” फिर उस ने मुझ से पूछा कि मैं ने उस की मा को कैसे पटा लिया था तो मैं ने उसे पूरी स्टोरी सुना दी तो उस ने कहा कि “कल पापा आ जाएँगे” मैं ने कहा “फिर तो आज चलते हैं फिर नज़ाने कब मौका मिलता है” तो उस ने कहा “हाँ यार जो करना है आज ही कर लेते हैं फिर ना जाने कब मौका मिलता है”

आज हम जब कॉलेज से उन के घर पहुचे तो आंटी तैयार हो कर बैठी हुई टीवी पर एक मूवी देख रही थी हमे देख कर बहुत खुश हो कर हम से मिली ऑर हमे बहुत ही बढ़िया क़िसम का खाना खिलाया खाना खा कर मैं ने कहा “आंटी! खाना तो बहुत अच्छा था मेरा दिल चाह रहा है कि कहना बनाने वाले के हाथ चूम लू” तो आंटी ने अपने हाथ आयेज बढ़ाते हुए कहा “फिर इंतिज़ार किस का कर रहे हो चूम लो” मैं ने आंटी के हाथ पकड़ के चूमना शुरू कर दिया तो थोड़ी देर बाद आंटी बोली “अब बस कर दो तुम तो शुरू ही हो गये हो” मैं सीधा हो के बैठ गया फिर आंटी मुझ से मेरे घर वालों के बारे मे बाते करने लगी ऑर मेरी मा का पूछने लगी फिर आंटी ने कहा “टी के बारे मे क्या ख्याल है” तो मैं ने कहा “आप के हाथो की चीज़ का इनकार कॉन करे गा” फिर आंटी टी बनाने के लिया चली गईं ऑर मैं ओर लालो बाहर आ कर बैठ गये वहाँ बैठ कर हम सब ने टी पी, आज आंटी ने ब्लू कलर का ब्लाउज पहन रखा था जिस मे से उन का गोरा-2 बदन बहुत सुंदर लग रहा था मैं ने आंटी से कहा “ब्लाउज तो बहुत सुन्दर पहना हुआ है आप ने” तो आंटी ने अपना पल्लू नीचे कर के ब्लाउज देखते हुए कहा “ये मुझे लालो के चाचा ने गिफ्ट किया था कैसा है” मैं ने कहा “बहुत सुन्दर ऑर सेक्सी लग रही हैं आंटी आप इस कलर मैं” तो आंटी ने मुस्कराते हुए कहा “अच्छा! लाइन मार रहे हो” मैं ने कहा “आप हैं ही इतनी सुंदर” आंटी ने हंसते हुए मुझे “सुक्रिया” कहा तो मैं ने आंटी के स्तन पे हाथ फेरते हुए कहा कि “आंटी! कल आप का दूध पी कर तो मज़ा आ गया था” तो आंटी ने कहा “दूध निकला भी था या ऐसे ही कह रहे हो” मैं ने कहा “हाँ आंटी निकला था लालो से पूछ लें” तो आंटी ने कहा “अच्छा देखते है कि अभी तक इन मे दूध है” मैं ने अपना हाथ आंटी के स्तन पर ही रखा हुआ था ऑर उन के निपल पर एक उंगली फेरने लगा उन का निपल तन गया था जिस का मतलब था कि वो जोश मे आ रही हैं,

मैं ने आंटी से कहा “आज आप को गर्मी नहीं लग रही” तो आंटी ने कहा “गर्मी तो बहुत आ रही है कपड़े पहनने को दिल ही नहीं चाहता” मैं ने कहा “तो उतार दें ना कपड़े” तो आंटी ने कहा “मैं भी ये ही सोच रही थी कि ब्लाउज उतार दू लेकिन फिर तुम्हारा मन दूध पीने को करे गा” मैं ने कहा “तो आप को मज़ा नहीं आया था क्या दूध पिलाने का” तो आंटी ने कहा “मज़ा तो बहुत आया था लेकिन ज़्यादा चुसवाने से मेरा फिगर खराब होजाएगा” मैं ने कहा “चलो आंटी आज दूध नहीं पीते आप उतार दें” ऑर आंटी “ठीक है” कह कर ब्लाउज के हुक खोलने लगी लालो भी पास ही बैठा हुआ हमारी बातें सुन रहा था आंटी ने ब्लाउज उतार कर एक साइड पर रख दिया ऑर बैठ कर मुझ से बातें करने लगी आंटी के बड़े-2 स्तन देख कर मेरे मूह मे पानी आ रहा था लेकिन आंटी ने चूसने से मना किया था थोड़ी देर बाद आंटी ने लालो से कहा “लालो बेटा अंदर से स्टॅंड वाला फॅन निकाल लो मुझे तो अभी भी गर्मी लग रही है” लालो अंदर गया तो आंटी ने कहा “मैं सोच रही थी कि नहा कर ही आ जाउ” ऑर फिर आंटी नहाने चली गई ऑर लालो फॅन ले कर आ गया ऑर ऑन कर के मेरे साथ ही चारपाई पर बैठ गया आंटी ने बाथ रूम का दरवाज़ा भी नहीं बंद किया था ऑर सामने ही खड़ी हो कर नहाने लगी हमे आंटी की कमर ऑर मोटी गॅंड नज़र आ रही थी मैं ने लालो से कहा “यार! तेरी मा की तो गॅंड भी बहुत ज़बरदस्त है” लालो ने अपने लंड को हाथ से दबाते हुए कहा “हाँ यार दिल चाहता है के इन को चोद ही दू लेकिन डर लगता है” मैं ने कहा “ये भी तू मुझ पर छोड़ दे मैं तेरे दिल की ये हसरत भी पूरी कर दूँगा ” आंटी नहा कर नंगी ही बाहर आने लगी तो आंटी को देख कर मेरा लंड एक दम टाइत खड़ा हो गया आंटी आ कर हमारे पास ही बैठ गई ऑर बातें करने लगी थोड़ी देर बाद मैं ने आंटी से कहा “आंटी हमे हमे इक सवाल का जवाब नहीं मिल रहा” तो आंटी ने पूछा “वो क्या” मैं ने कहा “हमे पता नहीं चल रहा कि हम दोनो मे से किस की लोली बड़ी है” तो आंटी ने कहा “इस मे इतना परेशान होने की क्या बात है अभी बता देती हू तुम दोनो अपनी लोली मुझे दिखाओ” मैं ने लालो का हाथ पकड़ कर उसे अपने साथ आंटी के सामने खड़ा किया ऑर पैंट की ज़िप खोल कर अपने आकड़े हुए लंड बाहर निकाला जिसे दिख कर आंटी की आँखो मैं चमक आ गई फिर लालो ने भी अपना लंड बाहर निकाला.

आंटी पहले बारी-2 हम दोनो के लंड देखती रही फिर उन को हाथ मे पकड़ कर सहलाने लगी आंटी जोश मे आ गई थी मैं ने हाथ बढ़ा के आंटी का एक स्तन पकड़ लिया तो आंटी ने एक लंबी से सिसकारी ली ऑर ज़ोर-2 से हमारे लंड सहलाने लगी थोड़ी देर बाद आंटी ने कहा “मुझे तो दोनो के एक जैसे ही लगते हैं” तो मैं ने कहा “नहीं ना सही तरहा देखें ना” आंटी ने अपना मूह मेरे लंड के नज़दीक कर के देखने लगी फिर कहा “अभी बताती हू किस की लोली बड़ी है” ऑर आंटी ने अपने मूह को “ओ” की शक्ल मे खोला ऑर मेरे लंड को अपने मूह मे ले लिया ओर चूसने लगी मैं भी आंटी का स्तन ज़ोर-2 से दबाने लगा ऑर अपने जिस्म को आगे करता तो मेरा पूरा लंड आंटी के मूह मे घुस जाता अब लालो मे भी थोड़ा कॉन्फिडेन्स आ गया था वो नीचे बैठ ऑर अपनी मा की चूत को सहलाने लगा ऑर आंटी ने अपनी टाँगे ऑर फेला दी फिर आंटी मेरे लंड को मूह मे से निकाल कर चार पाई पर लेट गई ऑर मैं चार पाई की दोसरि तरफ आ कर एक हाथ से अंटी के स्तन दबाने लगा ऑर एक हाथ से आंटी की चूत को सहलाने लगा अब लालो चार पाई के उपर चढ़ गया ऑर झुक कर आंटी की चूत को अपनी ज़ुबान से चाटने लगा आंटी ने ज़ोर-2 से सीकरियाँ लेते हुए कहा “ले लो जितना मज़ा लेना है कल से मेरा असल हक़दार आ जाए गा”मैं आंटी का स्तन दबाते-2 आंटी के ऊपर झुका ऑर उन के होंठ चूसने लगा आंटी भी मेरे होंठ चूस रही थी फिर मैं ने अपनी पैंट उतार दी ओर लालो को पीछे हटा कर चारपाई पे बैठ गया ऑर आंटी की चूत पे हाथ फिराने लगा फिर मैं ने अपनी दो उंगलियाँ आंटी की चूत मे घुसा दी ऑर अंदर बाहर करने लगा आंटी ऑर ज़ोर-2 से आहहें भरने लगी फिर मैं ने अपना लंड पकड़ कर आंटी की चूत के मूह पर रखा ऑर टोपी सुराख के अंदर कर के ज़ोर का झटका मारा तो मेरा आधा लंड आंटी की चूत मे घुस गया ऑर आंटी के मूह से हल्की-2 चीख निकल गई मैं ने अपना लंड थोड़ा बाहर कर के दोबारा झटका मारा तो मेरा पूरा लंड आंटी की चूत मे चला गया फिर मैं अपने लंड को अंदर बाहर करता रहा ऑर लालो ने आंटी के मूह मे अपना लंड डाल दिया जिसे आंटी मज़े से चूसने लगी थोड़ी ही देर मे आंटी की चूत मे ही मेरे लंड का पानी निकल गया ऑर मैं आंटी की साइड मे लेट गया आंटी का जोश अभी ठंडा नहीं हुआ था आंटी ने लालो से कहा “तू भी मेरा मज़ा ले सकता है मुझे चोद कर” तो मैं ने आंटी से कहा “आंटी लालो को आप की गांद बहुत अच्छी लगती है ओर ये आप की गांद मारना चाहता है” आंटी ने लालो के मूह पर प्यार से हाथ फिराते हुए कहा “आ जा मेरे लाल! अपने दिल की हसरत निकाल ले” ऑर आंटी उल्टी हो कर लेट गई फिर घोड़ी बन गई ऑर अपनी गांद उपेर को उठा ली लालो आंटी के पीछे टाँगों पर खड़ा हो गया ऑर अपना लंड पकड़ कर आंटी की गांद के होल मे डालने लगा ओर झटके दे-2 कर अपना लंड आंटी की गांद के होल मे उतारने लगा अहिस्ता-2 उस का लंड पूरा का पूरा आंटी की गांद के होल मे उतर गया ऑर वो तेज़-2 झटके मारने लगा मैं आंटी के बड़े-2 स्तन पकड़ के दबा रहा था अब आंटी हल्की-2 चीख रही थी थोड़ी देर बाद लालो ने अपना लंड बाहर निकाला ऑर आंटी सीधी हो के बैठ गई लालो ने अपना हाथ अपने लंड पे फेरा तो उस मे से पानी निकलने लगा जो सीधा आंटी के मूह मे चला गया फिर आंटी ने लालो का लंड भी अपने मूह मे ले लिया ओर चूसने लगी.

क्रमशः……………………………
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06-26-2017, 12:47 PM,
#3
RE: Antarvasnasex दोस्त की माँ
गतान्क से आगे……………….. 

मेरा लंड एक बार फिर खड़ा हो गया था जिसे आंटी ने अपने बड़े-2 स्तनो के बीच दबा कर शांत क्या फिर हम तीनो मिल कर नहाए ओर मे अपने घर आ गया.

दूसरे दिन लालो कॉलेज नहीं आया अगले दिन जब लालो कॉलेज आया तो उस ने बताया क पापा आ गये हैं ओर उन के साथ उन का एक दोस्त भी आया है 3 दिन बाद पापा वापिस चले जाएँगे मे ने पूछा “कॉन दोस्त”

तो लालो ने कहा “यार पापा के बिज़्नेस पार्टनर हैं लेकिन मे कल से देख रहा हू वो मेरी मा को ही घूरता रहता है ओर उस की नजरे हर वक़त मा के स्तनो पर होती हैं”

मे ने पूछा “आंटी ब्लाउज पहनती हैं या नहीं”

तो लालो ने कहा “कभी पहनती हैं कभी नहीं रात को मा मेरे कमरे मे ही सो गयी थी पापा ओर उन के दोस्त दूसरे कमरे मे सोए थे मा सिर्फ़ पेटिकोट मे ही सोई थी”

मे ने कहा “फिर तू ने कुछ किया नहीं”

तो उस ने कहा “मा ने मना कर दिया था मा की तबीयत ठीक नहीं थी”

मेने कहा “यार फिर तो जाना पड़े गा आंटी की तबीयत का पूछने”

लालो ने कहा “चल वापसी मे चलते हैं”

कॉलेज से सीधा मे लालो के साथ उस के घर आ गया घर मे सिर्फ़ लालो की मा ओर उस के पापा के दोस्त थे लालो के पापा किसी काम से बाहर गये हुए थे हम काफ़ी देर तक दरवाज़ा बजाते रहे तब लालो की मा ने दरवाज़ा खोला हम अंदर चले गये लालो के पापा के दोस्त भी आंटी के साथ ही उन के कमरे मे थे आंटी ने दरवाज़ा देर से खोलने की वजह ये बताई कि हम सो रहे थे लेकिन मुझे आंटी की बात पे यक़ीन नहीं आया क्यूँ कि लालो के पापा के दोस्त भी आंटी के रूम मे ही थे ओर आंटी ने ब्लाउज या ब्रा नहीं पहना हुआ था मे ने आंटी से उन की तबीयत का पूछा ओर थोड़ी देर बाद घर के लिया खड़ा हो गया आंटी ने कहा “टी तो पे लेते” लेकिन मे ने मना कर दिया लालो भी मेरे साथ ही बाहर आ गया बाहर आ कर मे ने लालो से कहा “मुझे तो दाल मे कुछ काला लगता है” तो लालो ने कुछ सोचते हुए कहा “यार मुझे तो पूरी दाल ही काली लगती है” फिर मे लालो से ये कह कर घर आ गया कि “तू पता कर चक्कर क्या है”

दूसरे दिन लालो जब कॉलेज आया तो मे ने उस से पूछा “कुछ पता चला दाल का” तो उस ने कहा “हां यार रात को भी मा मेरे कमरे मे ही थी ओर मुझ से बार-2 कह रही थी कि सो जाओ मे अपनी आँख बंद कर के लेट गया थोड़ी देर बाद मा उठ कर बाहर चली गई जब काफ़ी देर तक मा नहीं लौटी तो मे बाहर निकला देखा तो मा बाहर नहीं थी ऑर मा का पेटिकोट पापा के कमरे के दरवाज़े के पास ही पड़ा है ओर दरवाज़ा बंद था मे ने टेबल रख कर रोशनदान से अंदर झाँका तो पापा के दोस्त,पापा ओर मा तीनो बिल्कुल नंगे थे ओर पापा का दोस्त मा को चोद रहा था पापा पास ही बैठ कर ड्रिंक कर रहे थे जब पापा के दोस्त फारिघ् हो गये तो मा उठी ओर एक ग्लास ड्रिंक का पिया फिर पापा मा को चोद्ने लगे मे ने टेबल साइड पर रखी ओर अपने कमरे मे आ कर लेट गया मुझे नींद नहीं आ रही थी काफ़ी देर बाद मा अपना पेटिकोट हाथ मे पकड़ कर बिल्कुल नंगी नशे मे धुत्त कमरे मे आई ओर अपनी चारपाई पर लेट कर नंगी ही सो गई” मे ने कहा कि “इस का मतलब है तुम्हारे पापा के दोस्त भी तुम्हारी मा को चोदते हैं” तो लालो ने कहा “सब का तो मुझे नहीं पता लेकिन इस को तो मे ने अपनी आँखो से देखा है” मे ने कहा “चल तेरे पापा चले जाए फिर तेरी मा से पूछता हू” दूसरे दिन फिर लालो कॉलेज नहीं आया तीसरे दिन लालो जब कॉलेज आया तो उस ने बताया कि “पापा ओर उस के दोस्त वापिस चले गये हैं” मे ने कहा “चल आज वापिसी मे तेरे घर चलते हैं ओर कॉलेज से सीधा मे लालो के साथ उस के घर आ गया

आंटी ने लालो को कुछ समान देते हुए कहा “ज़रा तू अपने चाचा के घर ये समान दे कर आ जा” तो लालो ने मुझे भी चलने का कहा लेकिन मे ने मना कर दिया फिर लालो अकेला ही चला गया ओर मे आंटी के पास बैठ गया आंटी मुझे वो कपड़े दिखाने लगी जो लालो के पापा ले कर आए थे बहुत ही सुंदर-2 ब्लाउज ओर सारीया थी मे ने आंटी से पूछा

“आंटी आप ने कभी ड्रिंकिंग की है”

तो आंटी ने कहा “हाँ कभी-2 लालो के पापा ओर उन के दोस्तों के साथ मिल कर कर लेती हू”

मे ने कहा “अंकल के दोस्तों के साथ आप ओर क्या-2 करती हैं”

तो आंटी ने कहा “क्या मतलब”

मे ने कहा “जो अंकल के साथ करती हैं वो उन के साथ भी करती हैं”

आंटी ने कहा “चुदाई”

मे ने कहा “हाँ”

तो आंटी ने कहा “हाँ किसी-2 दोस्त के साथ करती हू”

मे ने कहा “तो अंकल के कितने दोस्तों ने आप को चोदा हुआ है” तो आंटी ने कहा “सच बताऊ तो तकरीबन सब ने ही 1,2 को छोड़ कर”

मे ने आंटी का एक स्तन दबाते हुए कहा “आंटी अब आप का क्या ख्याल है अंकल तो चले गये”

तो आंटी ने कहा “अभी 2,3 दिन रुक जाओ इस बार तुम्हारे अंकल ओर उन के दोस्त ने मुझे जाम कर छोड़ा है अभी तक मेरी चूत मे दर्द हो रहा है” फिर आंटी ने अपना पेटिकोट उपर उठा कर अपनी चूत दिखाते हुए कहा “ये देखो फूल भी रही है” मे ने देखा तो उन की चूत के आस पास की सारी जगह लाल-2 हो रही थी मे ने कहा “आंटी फिर तो आप को डॉक्टर के पास जाना चाहिए” तो आंटी ने कहा “हाँ अगर कल तक आराम ना आया तो डॉक्टर के पास जाउ गी” फिर लालो आ गया ओर मे लालो से मिल कर अपने घर आ गया.

दूसरे दिन कॉलेज मे मे ने लालो को बताया कि “तेरी मा तो पूरी की पूरी रंडी है वो तेरे पापा के सब दोस्तों से चुद्वा चुकी है कल मुझे उन्हो ने सब बता दिया है”

तो लालो ने कहा “पहले भी पापा के साथ उन के दोस्त आते थे लेकिन मुझे ये अब पता चला है कि वो मेरी मा को चोदने के लिया आते हैं”

फिर मे ने उसे कल की सब बातें बताई जो मेरे ओर आंटी के दरमियाँ हुई थी फिर कॉलेज से वापसी मे मे लालो के साथ उस के घर गया आंटी लेटी हुई थी मेरे पूछने पर उन्हो ने बताया कि “उन की चूत मे बहुत दर्द हो रहा है”

मे ने कहा “तो चले फिर डॉक्टर के पास चलते हैं”

आंटी ने कहा “हाँ चलो मे तुम लोगो का ही वेट कर रही थी” फिर हम डॉक्टर के पास आ गया अंत्य ने डॉक्टर से कहा “मेरी चूत मे इनफॅक्षन हो गया है ओर बहुत ज़्यादा दर्द हो रहा है”

डॉक्टर ने कहा “अच्छा तो आप को दिखानी पड़ेगी” तो आंटी ने अपना पेटिकोट उपेर कर के डॉक्टर को अपनी चूत दिखाई तो डॉक्टर ने कहा “आप अंदर जा कर लेट जाए क्रीम लगानी पड़े गी” फिर आंटी अंदर जाने लगी तो हम दोनो भी आंटी के साथ अंदर चले गया अंदर जा कर आंटी ने अपना ब्लाउज छोड़ कर सब कपड़े उतार दिए ओर टाँगे खोल कर लेट गई हम दोनो आंटी के पास ही खड़े हो कर आंटी की चूत देख रहे थे जो कि बहुत ज़्यादा फूल रही थी ओर लाल भी हो रही थी थोड़ी देर मे डॉक्टर एक क्रीम ले कर आया ओर हम दोनो से कहा “तुम दोनो बाहर जा कर बैठो तुम्हारी मा अभी ठीक ठाक हो जाएगी” लेकिन आंटी ने मेरा हाथ पकड़ लिया ओर डॉक्टर से कहा “कोई बात नहीं इन्हें यहाँ ही रहने दो” तो डॉक्टर ने कहा “चलो थोड़ा पीछे हो कर खड़े हो जाओ” ऑर हम पीछे हो कर खड़े हो गये फिर डॉक्टर ने आंटी के घुटने उपेर उठा कर खोले तो आंटी की चूत ओर उभर कर सामने आगई ओर खुल भी गई डॉक्टर ने पहले क्रीम उंगली के साथ लगा कर आंटी की चूत पे लगाई फिर अपनी पाँचो उंगलियाँ मिला कर आंटी की चूत पे क्रीम मलने लगाया हम ने देखा तो डॉक्टर का लंड खड़ा हो कर एक पूल बन गया था जो कि उन की ढीली पैंट मे से दिख रहा था मेरा मन भी आंटी की चुदाई करने को कर रहा था लेकिन अभी कुछ नहीं कर सकता था फिर डॉक्टर ने अपनी 2 उंगलियाँ आंटी की खोली हुई चूत मे घुसा दी तो आंटी ने एक सिसकारी ली तो डॉक्टर ने कहा “दर्द हो रहा है क्या” तो आंटी ने कहा “हाँ” डॉक्टर ने कहा “बस थोड़ी देर सबर कर लो अभी क्रीम लगा दी है आराम आ जाए गा” ओर अपनी एक ओर उंगली भी अंदर घुसा कर तेज़-2 अंदर बाहर करने लगा जिस के कारण आंटी हल्की-2 चीख रही थी ओर जोश मे आती जा रही थी फिर आंटी ने डॉक्टर का तने हुए लंड अपने हाथ मे पकड़ कर सहलाने लगी लालो ने अपनी पॅंट की ज़िप खोली ओर अपना लंड बाहर निकाल कर आंटी के मूह मे घुस्सा दिया आंटी डॉक्टर की ज़िप भी खोल कर उस का लंड पॅंट से बाहर निकाल कर सहलाने लगी ओर लालो का लंड चूसने लगी फिर मे भी आगे बढ़ा ऑर आंटी के ब्लाउज को उपेर कर के आंटी के बड़े-2 स्तन दबने लगा थोड़ी ही देर मे डॉक्टर का जूस निकल गया फिर डॉक्टर ने एक कपडा ले कर अपने लंड को सॉफ किया, आंटी लालो का लंड ओर ज़ोर-2 से चूसने लगी तो लालो का सारा जूस आंटी के मूह मे ही निकल गया जिसे आंटी ने हलक़ मे उतार लिया फिर आंटी उठी ओर अपनी सारी पहनने लगी तो डॉक्टर ने कहा “आप को कल फिर आना पड़े गा क्रीम लगवाने के लिए” आंटी ने कहा “मे कल बच्चो को भेज दूँगी इन के साथ आप हमारे घर आ कर क्रीम लगा देना” तो डॉक्टर ने कहा “ठीक है” फिर लालो ओर उस की मा अपने घर चले गये ओर मे अपने घर आ गया.

दोसरे दिन लालो ने कॉलेज मे बताया कि क्रीम से मा को काफ़ी आराम आया है मा ने कहा है कि वापिसी मे डॉक्टर को भी साथ ले कर आना फिर हम छुट्टी मे सीधे डॉक्टर के पास गये ओर उस को साथ ले कर लालो के घर चले गया लालो की मा ने आज ब्लू कलर की सारी पहँनी हुई थी ओर बहुत ही सेक्सी लग रही थी डॉक्टर ने आंटी को देख कर कहा “लगता है आप की तबीयत अब ठीक है” तो आंटी ने कहा “हाँ अब काफ़ी अच्छी है” लालो के मूह से निकला “क्या ?” तो मे ने एक दम कहा “तेरी मा की चूत” फिर सब हँसने लगे ओर आंटी ने अपना पेटिकोट उपेर कर के डॉक्टर को अपनी चूत दिखाई जो कि अब काफ़ी नॉर्मल लग रही थी, डॉक्टर ने कहा “आप लेट जाओ एक दफ़ा ओर क्रीम लगा देता हू बिल्कुल ठीक हो जाए गी” तो आंटी अपनी सारी उतारने लगी ओर पूरी नंगी हो कर लेट गई डॉक्टर आंटी के पास ही चारपाई पर बैठ गया ओर आंटी का एक स्तन अपने हाथ मे पकड़ कर दबाते हुए कहा “आप के स्तन तो बहुत अच्छे हैं इन्हे बड़ा करने के लिए कोई क्रीम यूज़ की है आप ने” तो आंटी ने कहा “नहीं ये खुद ही बड़े हो गये हैं” फिर डॉक्टर आंटी की चूत पर क्रीम लगाने लग गया ओर मे ओर लालो आंटी के स्तन दबाने लगा, जब आंटी जोश मे आ गयी तो डॉक्टर ने अपनी पॅंट उतारी ओर आंटी की टाँगों के दरमियाँ आ कर बैठ गया ओर अपना लंड पकड़ की आंटी की चूत मे डालने लगा लेकिन वो थोड़ा सा ही अंदर गया था कि आंटी ज़ोर-2 से चिल्लाने लगी डॉक्टर ने अपना लंड आंटी की चूत से बाहर निकाल लिया तो आंटी उठ कर बैठ गई ओर कहा “मुझे बहुत दर्द हो रहा है” तो डॉक्टर ने कहा “थोड़ा सा बर्दास्त कर लो फिर नहीं हो गा” लेकिन आंटी नहीं मानी ओर डॉक्टर को अपनी मोटी गान्ड पेश की डॉक्टर तो जोश मे आ ही गया था डॉक्टर ने कहा “चलो ये हे सही” फिर डॉक्टर ने आंटी की गान्ड मारी उस के बाद मे ने फिर लालो ने भी आंटी की मोटी गान्ड मार कर आंटी की गर्मी निकाली.

हमारे पेपर होने वाले थे इस लिए मे 1 हफ्ते से लालो के घर नहीं जा रहा था लेकिन लालो मुझे कॉलेज मे आंटी के बारे मे बताता रहता था फिर हमारे पेपर आ गये ओर हम दोनो का ही इंग्लीश का पेपर बहुत बुरा हुआ पेपर चैकर (राजू) का मुझे पता था वो एक ऐयाश आदमी था मुझे एक लड़के ने बताया कि राजू चूत का भूत है अगर इस को चूत मिल जाए तो ये सब कुछ कर सकता है मे ने लालो से बात की तो उस ने कहा “मे क्या कर सकता हू” मे ने कहा “अगर तेरी मा” तो लालो ने मेरी बात काट कर कहा “नहीं यार राजू मुझे बहुत बुरा लगता है उस ने ललिता (लालो की गर्ल फ्रेंड) की चूत फाड दी थी मे उस से अपनी मा को नहीं चुदवा सकता” मे ने लालो को पटाते हुए कहा “यार मे तेरा दुख समझता हू ललिता तो बच्ची थी ओर उस के भाई को किस ने कहा था कि अपना पेपर क्लियर करवाने के लिए अपनी छोटी सी बेहन को इतने बड़े लौडे के हवाले कर दे ओर तेरी मा तो सब से चुदवाति है कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि वो राजू हो या कोई ओर, लालो ने सोचते हुए कहा “यार तेरी मर्ज़ी है लेकिन मा को कॉन पटाए गा” तो मे ने कहा “तू वो मुझ पर छोड़ दे” ओर मे अपने घर आ गया.

दोसरे दिन छुट्टी थी मे सुभह 10:00 बजे ही लालो के घर पहुच गया लालो ओर उस की मा नाश्ता कर रहे थे मे ने आंटी से उन की तबीयत का पूछा ओर आंटी के पास ही बैठ कर नाश्ता करने लगा नाश्ता करने के बाद आंटी अपनी एक दोस्त के घर जाने के लिया तैयार होने लगी जब आंटी तैयार हो गई तो मे ने आंटी से कहा “आंटी आज आप कही मत जाओ ना मे इतने दिन बाद आया हू” आंटी ने कहा “मे अभी थोड़ी देर मे आती हू” ओर अपनी मोटी गान्ड हिलाती हुए बाहर चली गई तो मे ने लालो से कहा “यार आज कुछ करना है” लालो ने कहा “तू ही कर मे कुछ नहीं कर सकता” मे ने कहा “देख तेरा पेपर भी अच्छा नहीं हुआ एक साल ज़ाया हो जाए गा” तो लालो को भी थोड़ी फिकर हुई उस ने कहा “चल यार कुछ करते हैं” फिर जब लालो की मा आई तो मे ने उन के पास बैठ कर उन के गले मे बाहें डालते हुए कहा “आंटी जी हमारी एक प्राब्लम है अगर आप हमारी हेल्प” तो आंटी ने मेरी बात काट कर कहा “बोलो राज क्या मसला है” मे ने कहा “आंटी वो हमारा इंग्लीश का पेपर अच्छा नहीं हुआ अगर आप चैकर से मिल लें तो काम बन सकता है” तो आंटी ने कहा “केवल मिलना है या” मे ने कहा “आंटी उस को पटाना है” आंटी ने कहा “चलो ठीक है मे तैयार हो कर आती हू ओर आंटी दोसरे कमरे मे चली गई थोड़ी देर बाद आंटी आई तो मेरी ओर लालो की आँखे खुली की खुली रह गई आंटी ने रेड कलर की सारी पहनी हुए थी जिस का पल्लू ओर ब्लाउज बहुत पतले थे ओर आंटी ने ब्रा भी नहीं पहना था ओर इस सारी मे आंटी बहुत सेक्सी लग रही थी फिर आंटी ने मुस्कराते हुए कहा “चले” तो लालो ने कहा “मा जी उस का लंड बहुत बड़ा है उस ने ललिता की चूत भी फाड दी थी”
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06-26-2017, 12:47 PM,
#4
RE: Antarvasnasex दोस्त की माँ
आंटी ने कुछ याद करते हुए कहा “अच्छा तो ये वो टीचर है जिस ने ललिता को चोदा था”(ललिता आंटी की फ्रेंड की बेटी भी थी) लालो ने कहा “हाँ” तो आंटी ने बड़े सेक्सी अंदाज़ मे कहा “तुम फिकर मत करो ललिता तो बच्ची थी मुझे बहुत मज़ा आए गा” फिर हम राजू के घर आ गये रास्ते मे सब लोग आंटी को देख-2 कर ठंडी आहें भर रहे थे राजू अकेला ही रहता था हम ने उस के घर की बेल बजाई तो उस ने दरवाज़ा खोला ओर हम तीनो को देखने लगा फिर आंटी पर उस की नज़र टिक गई ओर घूर-2 कर आंटी को देखने लगा तो आंटी ने कहा “हम अंदर आ सकते हैं” राजू ने कहा “हाँ क्यूँ नहीं ज़रूर आएँ” ओर आगे से हट कर हमे रास्ता दिया हम अंदर चले गये उस के घर मे दो कमरे थे एक बॅड रूम ओर एक ड्राइंग रूम, उस ने हमे ड्राइंग रूम मे बिठाया ओर हमारे लिए कोल्ड ड्रिंक लाया ओर हम तीनो को दे कर सामने सोफे पर बैठ गया तो आंटी ने अपनी सारी का पल्लू एक साइड पर डालते हुए बात सुरू की “राजू जी हम आप के पास एक काम से आए हैं” तो राजू ने कहा “आप हुकम करे मे आप की क्या सहायता कर सकता हू” तो आंटी ने मुस्कराते हुए कहा “मेरे बच्चो का इंग्लीश का पेपर अच्छा नहीं हुआ ओर अगर ये इंग्लीश के पेपर मे रह गये तो इन का एक साल ज़ाया हो जाए गा इस लिए आप को हमारी हेल्प करनी पड़े गी” आंटी उस से बात कर रही थी ओर उस की नज़र आंटी के बड़े-2 स्तनो पर टिकी हुई थी जो कि रेड कलर के ब्लाउज मे से गोरे-2 दिख रहे थे ओर बहुत ही खोबसूरत लग रहे थे फिर राजू ने ख्यालों मे खुए हुए कहा “इस की आप को कीमत” तो आंटी ने उस की बात काट कर अपने ब्लाउज के हुक खोलते हुए कहा “आप जो माँगेंगे आप को मिले गा बस बच्चो के पेपर क्लियर होने चाहिए” फिर राजू उठा ओर आंटी के दोनो स्तनो को हाथ मे पकड़ कर दबाते हुए कहा “आप फिकर ही मत करे” फिर वो आंटी को ले कर अपने बॅड रूम मे चला गया ओर हम वही बैठ कर उन का वेट करने लगे 5 मिंट बाद आंटी के चीखने की आवाज़ आई तो मे ने लालो को तसल्ली देते हुए कहा “तू फिकर मत कर आंटी को कुछ नहीं हो गा” फिर आंटी की चीखे कम होती गयी ओर सिसकारीओं मे बदल गई 1/2 घंटे बाद आंटी ओर राजू मुस्कराते हुए आए ओर फिर हम घर आ गये आंटी से ठीक से चला नहीं जा रहा था लेकिन आंटी बहुत खुस थी.

1 हफ्ते बाद हमारा रिज़ल्ट आ गया ओर हम अच्छे नम्बरो से पास हो गये आंटी एक दफ़ा फिर राजू को थॅंक्स बोलने के लिया गई ओर फिर उस से अपनी चुदाई करवाई इस दफ़ा मे ने ओर लालो ने भी राजू के साथ मिल कर आंटी को चोदा.

सनडे के दिन मे लालो के घर गया तो उस की मा आँगन बिल्कुल नंगी बैठ कर कपड़े धो रही थी लालो घर मे नहीं था मे भी उन के पास ही कुर्सी रख कर बैठ गया ओर उन से बातें करने लगा थोड़ी देर बाद आंटी की एक फ्रेंड की बेटी शमा जो कि 21 साल की हो गई थी आई तो मे कमरे मे आ गया ओर दरवाज़ा बंद कर लिया मे ने दरवाज़े के एक सुराख से आँख लगा कर देखा तो शमा आंटी के पास ही ज़मीन पेर बैठ गई ओर बाते करने लगी शमा आंटी को देख-2 कर जोश मे आ रही थी ओर बार-2 अपनी चूत को सहला रही थी फिर शमा ने हाथ बढ़ा कर आंटी का स्तन पकड़ लिया ओर दबाने लगी आंटी ने पास पड़ी हुई पानी की बाल्टी उठा कर उस के उपेर गिरा दी तो वो पूरी गीली हो गई ओर हंसते हुए खड़ी हो कर अपनी क़मीज़ ओर सिल्वर उतार दी उस ने नीचे कुछ भी नहीं पहन रखा था फिर वो गई ओर बाथ रूम से पानी की एक बाल्टी ला कर आंटी के उपेर गिरा दी आंटी उठ कर उस के पीछे भागी तो वो भाग कर उस कमरे की तरफ आई जिस मे मे था मे साइड मे हो कर खड़ा हो गया शमा भागती हुए आई ओर दरवाज़ा खोल कर सीधी बेड के उपेर जा कर लेट गई आंटी भी भागती हुई आई ओर उस के उपेर लेट कर उस की चूत मे उंगली करने लगी ओर शमा आंटी के बड़े-2 स्तन दबाने लगी ओर अपनी टाँगे पूरी की पूरी चीर कर खोल दी मे सामने खड़ा हो कर देख रहा था फिर आंटी ने मेरी तरफ देख कर कहा “आओ बेटा आज तुम्हे नया माल खिलाती हू बहुत गर्मी है इस हराम जादि मे” शमा उठने लगी तो आंटी ने उसे पकड़ कर उठने नहीं दिया ओर मुझे कहा “जल्दी से कपड़े उतार कर इस रंडी की चूत की आग ठंडी कर दो” मे ने जल्दी से अपनी पैंट उतारी ओर बेड पर चढ़ कर उस की दोनो टाँगों के दरमियाँ मे आ गया ओर अपने लंड को पकड़ के उस की चूत मे डालने लगा थोड़ा सा अंदर कर के मे ने एक झटका मारा तो शमा के हलक से चीख निकल गई आंटी ने उस के होंठो पर अपने होंठ रख दिए ओर शमा आंटी के बड़े-2 स्तन दबाने लगी मे 5 मिनट तक उसे चोदता रहा अचनिक मेरे पीछे से किसी की आवाज़ आई “ये क्या हो रहा है” हम तीनो ने एक साथ मूड के देखा तो शमा का भाई रामू दरवाज़े मे खड़ा हुआ खूंख्वार नज़रों से हमे देख रहा था शमा रोने लगी ओर आंटी की तरफ इशारा कर के कहा “भाई मेरा कोई क़सूर नहीं है इस ने…..” भाई आंटी के बड़े-2 स्तन देख कर पहले ही जोश मे आया हुआ था आगे बढ़ा ओर आंटी के स्तन पकड़ के दबाने लगा ओर कहा “रंडी तुझ मे ज़्यादा गर्मी है अभी निकालता हू तेरी गर्मी” ओर आंटी के निपल पकड़ के खिचने लगा तो आंटी चिल्लाने लगी फिर उस ने अपनी पैंट उतारी ओर आंटी को लिटा कर अपना लंड आंटी की चूत मे घुसा दिया” आंटी मुझे देख कर शमा की तरफ इशारा करते हुए बोली “तू खड़ा हो के हमे क्या देख रहा है फाड दे इस रंडी की चूत” मे शमा के पास आया ओर उस की टाँगे उठाई ओर एक दफ़ा फिर से अपना लंड उस की चूत मे डाल दिया ओर उसे चोदने लगा थोड़ी ही देर मे मेरा पानी निकल गया ओर मे साइड मे लेट गया रामू आंटी को छोड़ के अपनी बेहन की तरफ मुड़ा ओर कहा “आग ठंडी हुई तेरी मादर चोद तू रुक तेरी चूत तो मे फाड़ता हू” फिर वो उस के बेड पर चढ़ गया ओर उस की टाँगे उठा कर उस की चूत मे लंड डाल दिया ओर झटके पे झटका मारने लगा शमा बहुत चिल्ला रही थी लेकिन उस ने उस की एक भी नहीं सुनी ओर उस की कंवारी चूत फाड के रख दी फिर वो अपनी पैंट पहन के बाहर चला गया शमा बेहोश हो गई थी ओर उस की चूत से खून निकल रहा था आंटी ने मुझ से कहा “राज बेटा ज़रा डॉक्टर को तो ले आ ओर उस को बता देना कि चूत फट गई है समान ले के आए” मे भागते हुए उस डॉक्टर के पास गया जिस ने आंटी को चोदा था ओर उससे कहा “आंटी की एक फ्रेंड की चूत फट गई है आंटी ने आप को बुलाया है” जब मे डॉक्टर को ले कर पहुचा तो लालो भी आ गया था ओर आंटी के साथ मिल के शमा को होश मे लाने की कॉसिश कर रहा था आंटी अभी भी नंगी थी डॉक्टर ने आंटी ओर लालो को पीछे किया ओर शमा की चूत को देखने लगा फिर उस ने रूई के साथ एक दवा लगा कर उस की चूत सॉफ की ओर फिर एक ओर दवा उस की चूत पर लगा दी थोड़ी देर मे शमा होश मे आ गई फिर आंटी ओर डॉक्टर दूसरे कमरे मे चले गया मे अपने घर आ गया ओर लालो शमा की देख भाल के लिए उस के पास रुक गया डॉक्टर ने दूसरे कमरे मे आंटी को चोदा ऑर वापिस चला गया.

क्रमशः……………………………
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06-26-2017, 12:48 PM,
#5
RE: Antarvasnasex दोस्त की माँ
दोस्त की माँ--3
गतान्क से आगे………………..

दूसरे दिन मे लालो के घर गया तो आंटी अपने गेट मे खड़ी हो के सब्ज़ी ले रही थी ओर आंटी ने ब्लाउज या ब्रा कुछ नहीं पहन रखा था ओर उन का एक स्तन बिल्कुल नंगा हो रहा था जिसे देख-2 कर सब्ज़ी वाले के मूह से राल टपक रही थी मुझे देख कर आंटी मेरी केमर मे बाज़ू डाल कर मुझे अंदर ले गई लालो घर मे नहीं था आंटी ने मुझ से कहा “तेरे अंकल मेरे लिया जो कपड़े ले कर आए हैं वो सिलवाने हैं दर्ज़ी के पास चलोगे” तो मे ने कहा “अगर दर्ज़ी को घर मे बुला लें तो” आंटी ने कहा “जैसा तुम बोलो” फिर मे गया ओर दर्ज़ी को ले कर घर आ गया आंटी कमरे मे थी हम कमरे मे गये तो आंटी ने दर्ज़ी को कपड़े दिए ओर कहा “इन के नये-2 डिज़ाइन के ब्लाउज बनाने हैं” तो दर्ज़ी ने कहा “नाप कॉन सा रखना है” आंटी ने अपना पल्लू साइड मे डाल कर अपना ब्लाउज ओर ब्रा उतार कर साइड मे रख दी ओर दर्ज़ी से कहा “मेरी बॉडी का नाप ले लो सब ब्लाउज तो तंग हैं” दर्ज़ी आंटी के बड़े-2 स्तन देख कर जोश मे आ गया ओर अपने उपेर काबू पाते हुए आंटी के नज़दीक आया ओर इंची टॅप से आंटी की बॉडी नापने लगा साथ मे बहाने-2 से आंटी के स्तनो को छू ता आंटी भी जोश मे आता गया जब दर्ज़ी ने आंटी का एक स्तन पकड़ कर दबाया तो आंटी के मूह से एक सिसकारी निकली दर्ज़ी ने कहा “क्यूँ दर्द हो रहा है” तो आंटी ने कहा “नहीं मज़ा आ रहा है” ओर आंटी ने दर्ज़ी का तना हुआ लंड पकड़ लिया ओर ज़िप खोल कर लंड को बाहर निकाल कर सहलाने लगी मे कमरे मे ही कुर्सी पेर बैठा हुआ देख रहा था दर्ज़ी ने भी अपना हाथ आंटी की चूत पर रख लिया ओर कपड़े के उपेर से ही आंटी की चूत को सहलाने लगा फिर आंटी खड़ी हुई ओर अपना पेटिकोट भी उतार कर बिल्कुल नंगी हो कर लेट गई दर्ज़ी ने आंटी की टांगे बीच मे से उपेर उठा कर खोली ओर आंटी की चूत को चाटने लगा मे भी आंटी के पास गया ओर अपना लंड आंटी के मूह मे दे दिया ओर आंटी के स्तन दबाने लगा फिर दर्ज़ी ने अपना लंड आंटी की चूत मे डाल दिया ओर आंटी को चोदने लगा आंटी भी ज़ोर-2 से मेरा लंड चूस रही थी फिर दर्ज़ी ने अपना लंड बाहर निकाला ओर उठ कर आंटी को भी उठा दिया फिर मुझे चारपाई पर सीधा लेटा कर आंटी को मेरे लंड के उपेर बैठाया तो मेरा लंड आंटी की चूत मे उतर गया फिर आंटी को झुका कर अपना लंड आंटी की मोटी गान्ड मे घुसा दिया इस तरहा हम दोनो एक साथ आंटी को चोदते रहे फिर दर्ज़ी के लंड से पानी आंटी की गान्ड मे ही छूट गया ओर आंटी मेरे लंड पे तेज़-2 उपेर नीचे होने लगी थोड़ी देर मे मैं भी फारिग हो गया तो आंटी मेरे साथ ही लेट गई, फिर दर्ज़ी ने अपने कपड़े पहने ओर आंटी से कहा “अगर आप इजाज़त दें तो मे अपनी वाइफ को आप के साथ चोदना चाहता हू” तो आंटी ने कहा “हाँ हाँ क्यूँ नहीं तुम अपनी वाइफ को ले आना इस मे इजाज़त की क्या बात है” दर्ज़ी ने कहा “ठीक है मे कल 3:00 बजे आ जाउन्गा” ओर ब्लाओज के कपड़े ले कर चला गया फिर मे ओर आंटी एक साथ नहाने चले गये अभी हम नहा ही रहे थे कि लालो आ गया ओर कहने लगा “मज़े हो रहे हैं” फिर लालो भी कपड़े उतार कर हमारे साथ नहाने लग गया. जब मे घर आ रहा था तो आंटी ने कहा “तुम कल आना नया माल आए गा तुम भी कहना” मे ने कहा “हाँ हाँ क्यूँ नहीं”
दूसरे दिन मे कॉलेज से सीधा लालो के साथ उस के घर चला गया खाना वगेरह कहा कर हम बातें करने लगे 3:00 बजे दर्ज़ी अपनी वाइफ के साथ आया जिस का नाम सुष्मिता था वो एक 23 साल की लड़की थी ओर बहुत ही सुंदर थी पतली सी कमर, उभरी हुए गान्ड, गोले-2 स्तन जो कि उस के सलवार कमीज़ सूट मे से बाहर हो रहे थे मे उसे देख कर सोच रहा था कि जिस की इतनी सुन्दर पत्नी हो वो किसी ओर को क्यो चोदेगा फिर वो हमारे साथ ही बैठ कर बातें करने लगा सुष्मिता बहुत कम बातें कर रही थी ओर मे देख रहा था कि वो बार-2 अपना अंगूठा मूह मे डालती फिर दर्ज़ी की तरफ देख कर निकाल लेती बातों बातों मे दर्ज़ी ने बताया कि “सुष्मिता का दिमाग़ बच्चो वाला है चुदाई या सेक्स क्या होते हैं इस को पता ही नहीं है मे इसे जब भी चोदता हू तो ये रोने लग जाती है मे चाहता हू कि ये सेक्स देखे ओर समझे ता के मे भी अपनी शादी शुदा लाइफ एंजाय कर सकूँ” तो आंटी ने कहा “तुम फिकर ही नहीं करो इस को 2 दिन के लिया मेरे पास छोड़ दो ये खुद तुम से चुद्वाये गी” दर्ज़ी ने कहा “मेरा इस दुनिया मे कोई ओर तो है नहीं मुझे पता था कि आप मेरा दर्द समझेंगी ” फिर आंटी ने ये कह कर दर्ज़ी से कहा “अब तुम जाओ ओर चिंता मत करना तुम 2 दिन बाद आ जाओ” दर्ज़ी सुष्मिता को ये कह कर चला गया कि ” मे 2 दिन के लिया आउट ऑफ सिटी जा रहा हू तुम इन के पास रहो फिर मे तुम्हे यहाँ से ले जाउन्गा” फिर आंटी सुष्मिता को ले कर कमरे मे चली गई ओर हम से कहा “तुम लोग बाहर ही रहो” जब आंटी ओर सुष्मिता अंदर चले गये तो मे ओर लालो विंडो के पास गये ओर एक सुराख से अंदर देखने लगे आंटी ने थोड़ी देर सुष्मिता से इधर उधर की बातें की फिर उस से पूछा “तुम सारी नहीं पहनती” तो सुष्मिता ने कहा “नहीं” आंटी ने कहा “क्यूँ” तो सुष्मिता ने कहा “मुझे सारी नहीं पहननि आती” आंटी ने कहा “मे तुम्हीं सीखा देती हू तुम सारी मे बहुत सुंदर दिखो गी” वो मान गी तो आंटी उसे ले कर अपनी अलमारी के पास गई ओर खोल कर उसे सारीया दिखाते हुए कहा “कॉन सी पहननि है पस्संद कर लो” तो सुष्मिता ने एक ब्लॅक कलर की सारी पे उंगली रखते हुए कहा “ये वाली अच्छी है” फिर आंटी ने कहा “चलो सही है तुम ये कपड़े उतार दो” सुष्मिता ने क़मीज़ उतार दी उस ने ब्रा नहीं पहन रखा था आंटी ने उस के एक स्तन को हाथ मे पकड़ते हुए कहा “तुम्हारे स्तन तो बहुत प्यारे हैं” तो सुष्मिता ने आंटी का हाथ हटते हुए कहा “छी हाथ नहीं लगाएँ मुझे शरम आती है” तो आंटी ने अपनी सारी का पल्लू एक साइड पर गिरा कर ब्लाउज मे से एक स्तन बाहर निकाल कर उसे दिखाते हुए कहा “ये देखो मेरे भी तो हैं ओर तुम से बड़े हैं तुम इन्हें हाथ लगा सकती हो इस मे शरमाने की क्या बात है” तो सुष्मिता आंटी के स्तन को हाथ मे पकड़ कर दबाते हुए बच्चो की तरहा खुश होते हुए बोली “वाह ये तो बहुत अच्छे हैं नरम-2″ फिर आंटी ने अपने सारे कपड़े उतार दिए ओर बिल्कुल नंगी हो गई तो सुष्मिता आँख फाड़-2 कर आंटी को देखने लगी आंटी ने कहा “शलवार भी उतार दो तुम्हे सारी पहनानी है” तो उस ने चुप कर के अपनी शलवार उतार दी सुष्मिता की चूत बालों से भारी हुई थी आंटी ने उस की चूत देखते हुए कहा “तुम ये बाल नहीं साफ करती” तो उस ने कहा “नहीं मुझे आते ही नहीं हैं” आंटी उसे अपनी चूत दिखाते हुए बोली “ये देखो मेरी चूत पे एक भी बाल नज़र आ रहा है” तो सुष्मिता आंटी की चूत को छुते हुए बोली “ये तो बहुत सुन्दर लग रही है” आंटी ने कहा “तुम्हारी चूत भी सुन्दर हो जाए गी अगर तुम बाल हटा कर इसे साफ करो गी तो” सुष्मिता ने कहा “आप कर दो ना मुझे नहीं आता” तो आंटी ने कहा “चलो मे कर देती हू” आंटी ने हमे आवाज़ दी तो हम अंदर चले गये आंटी ने लालो से कहा “तुम बाज़ार से सविंग क्रीम ओर रेज़ेर ले कर आ जाओ ओर मुझे कहा कि “तुम बाथ रूम मे से टब मे पानी ले आओ” लालो बाहर चला गया ओर मे बाथ रूम मे से पानी ले अंदर गया तो आंटी ने सुष्मिता को कुर्सी पे लेटने के स्टाइल मे बैठाया तो उस की चूत उभर के सामने आ गई फिर आंटी ने मुझ से टब ले कर उस के पावं के बीच उस की चूत के नीचे रख दिया ओर पानी से हाथ गीला कर के उस की चूत के बालों मे फाड्ने लगी ओर बालों को गीला करने लगी इतने मे लालो सविंग क्रीम ओर रेज़ेर ले कर आ गया. आंटी ने सविंग क्रीम अपनी उंगलियों पे लगा कर उस की झान्टो मे लगाई ओर पाँचो उंगलियाँ मिला के मसल-2 के झाग बनाने लगी अब सुष्मिता भी एंजाय करने लगी थी जब खूब सारी झाग बन गई तो आंटी रेज़ेर से उस के बाल उतारने लगी हम दोनो कोने मे खड़े हो कर देख रहे थे जब उस के सारे बाल उतर गये तो आंटी ने एक दफ़ा फिर सविंग क्रीम लगाई ओर फिर से रेज़ेर चलाने लगी.

लास्ट मे पानी से उस की चूत को धोया ओर लालो से लोशन मंगवा कर सुष्मिता की चूत पे लगाया वो आँख बंद कर के मज़े से लेटी हुई थी लोशन लगा कर आंटी ने आराम से उस की चूत मे एक उंगली डाली तो वो एक दम चौंक के बैठ गई ओर कहा “ये क्या कर रही हैं आप मुझे गुदगुदी हो रही है” तो आंटी ने कहा “ये देखो बाल साफ हो गया हैं अब कितनी सुंदर लग रही है” वो अपनी ही चूत को आँख फाड-2 के देखने लगी फिर उस पे हाथ फेरने लगी ओर खुशी से झूम ही उठी फिर आंटी उसे ले के बाथ रूम मे घुस गई ओर उसे खूब नहलाया फिर कमरे मे ले जा कर उस का जिस्म खुसक किया ओर उसे लेटा कर उस की चूत पे दोबारा से लोशन लगाया ओर एक उंगली उस की चूत मे डाल दी अब उस ने मना नहीं किया ओर आँख बंद कर के लेट गई आंटी अपनी उंगली को अंदर बाहर करने लगी थोड़ी देर बाद वो जोश मे आने लगी ओर अपने स्तनो पे हाथ रख लिया तो आंटी ने अपनी स्पीड तेज़ कर ली फिर पता नहीं सुष्मिता को क्या हुआ कि वो ज़ोर-2 से चीखने लगी आंटी ने अपनी उंगली निकाली ओर सुष्मिता से पूछा “क्या हुआ जान” तो वो बोली “मुझे बहुत डर लग रहा है” आंटी ने कहा “इस मे डरने की क्या बात है जान तुम्हे मज़ा नहीं आ रहा” तो सुष्मिता ने आंटी के गले लगते हुए कहा “मज़ा तो आ रहा है लेकिन डर लग रहा है” आंटी ने लालो से पानी मंगवा कर उसे पिलाया ओर कहा “तुम थोड़ा रिलॅक्स कर लो” फिर मुझे आंटी ने अपने पास बुलाया ओर मेरी पैंट उतार कर मेरे लंड को सुष्मिता के सामने पकड़ के सहलाने लगी फिर अपने मूह मे ले कर चूसने लगी सुष्मिता कोने मे बैठी हुए आँख फाड-2 के हमे देख रही थी फिर आंटी टाँगे खोल कर बेड पे लेट गई ओर मे आंटी की चूत चाटने लगा आंटी ने लालो को बुलाया ओर उस का हाथ ले कर अपने स्तनो पर रखा तो वो आंटी के स्तन दबाने लगा थोड़ी देर बाद मे ने आंटी की चूत मे लंड डाला ओर आंटी को चोदने लगा आंटी ज़ोर-2 से सिसकारियाँ भरने लगी सुष्मिता हमे आँख फाड-2 के देखने लगी ओर हाथ से अपनी चूत को सहलाने लगी मे ने आंटी से कहा “आंटी जी! सुष्मिता भी जोश मे आ रही है जाउ उस के पास” तो आंटी ने कहा “अभी रुक जाओ ओर जल्दी जल्दी मुझे चोदो” मे ने अपनी स्पीड तेज़ कर दी जब मे फारिग होने लगा तो मे ने अपना लंड बाहर निकाला ओर आंटी के मूह मे दे दिया मेरा सारा पानी आंटी पी गई फिर आंटी टी बना के ले आई ओर हम सब ने मिलके टी पी मे, सुष्मिता ओर आंटी अभी भी नंगे थे टी पी के आंटी ने सुष्मिता से पूछा “अब तुम्हे कैसा फील हो रहा है डर तो नहीं लग रहा” तो उस ने कहा “नहीं ये अभी आप लोग क्या कर रहे थे” आंटी ने कहा “ये एक मर्द ओर औरत के लिए ज़रूरी होता है” तो उस ने आंटी से पूछा “आप को दर्द नहीं होता” आंटी ने कहा “शुरू-2 मे होता था लेकिन अब बहुत मज़ा आता है तुम भी कर के देखना बहुत मज़ा आता है” तो उस ने कहा “नहीं नहीं मुझे डर लगता है” आंटी ने कहा “जान डरने की क्या बात है मे हू ना तुम्हारे साथ तुम्हारे सामने अभी मे ने भी तो किया है” तो वो मान गई तो आंटी ने उसे अपनी बाँहो मे ले कर फ्रॅंच किस करने लगी ओर उस के स्तन दबाने लगी फिर आंटी ने सुष्मिता को बेड पे लेटा दिया ओर उस के घुटने उठा कर टांगे खोल दी ओर उस की चूत पे हाथ फेरने लगी ओर आहिस्ता-2 अपनी ऐक उंगली उस की चूत मे डालने लगी, सुष्मिता ने अपनी आँख बंद कर ली थी ओर सिसकारियाँ ले रही थी जब वो सही तरहा जोश मे आ गई तो आंटी ने लालो को बुलाया ओर कहा “इस की चूत को चाटो” लालो बेड पे झुक के उस की चूत चाटने लगा ओर आंटी सुष्मिता के स्तन पकड़ के दबा रही थी मे भी उन के पास जा कर बैठ गया ओर अपना हाथ सुष्मिता के पेट पे फेरने लगा आंटी ने सुष्मिता के हाथ पकड़ के अपने स्तनो पे रखा तो वो उन्हे दबाने लगी मे ने जल्दी से सुष्मिता का निपल अपने मूह मे ले लिया ओर चूसने लगा आंटी ने लालो को इशारा किया तो लालो ने अपनी पैंट उतार दी ओर अपना लंड सुष्मिता की चूत के मूह पे रखा ओर अंदर डालने लगा थोड़ा सा अंदर डाल कर लालो ने एक झटका मारा तो सुष्मिता के मूह से चीख निकल गई आंटी ने लालो को डांटा ओर कहा “इस की चूत सील पॅक है थोड़ा तेल लगा ले ये तेरी मा की चूत नहीं है जो मोटे-2 लंड अंदर ले ले गी” लालो ने अपने लंड पे तेल लगाया तो आंटी ने सुष्मिता की चूत पे भी तेल लगा दिया मे अभी तक कभी सुष्मिता का एक स्तन ओर कभी दूसरा स्तन चूस रहा था फिर मे खड़ा हुआ ओर अपना लंड सुष्मिता के मूह मे दे दिया जिसे वो लोली पोप की तरहा चूसने लगी आंटी ने लालो से कहा “अब आराम-2 से चोदना” तो लालो ने एक दफ़ा फिर सुष्मिता की चूत मे अपना लॅंड डाला ओर आराम-2 से अंदर करने लगा सुष्मिता मेरा लंड ओर तेज़ी से चूसने लगी लालो का अभी आधा लंड ही अंदर गया था ओर वो आधे लंड को ही अंदर बाहर करने लगा ओर बीच-2 मे थोड़ा सा ज़ोर से अंदर करता ऐसे 15 मिंट मे उस का पूरा लंड सुष्मिता की चूत मे घुस गया आंटी सुष्मिता के स्तन दबा रही थी ओर सुष्मिता आंटी के, मेरा लंड एक दफ़ा फिर टाइट खड़ा हो गया थोड़ी देर बाद लालो सुष्मिता की चूत मे ही फारिघ् हो गया जब लालो ने अपना लंड बाहर निकाला तो उस पर खून लगा हुआ था फिर लालो नहाने चला गया मे ने आंटी से कहा “अब मेरा नंबर” तो आंटी ने कहा “अभी रुक जाओ” ओर पानी गर्म कर के ले आई ओर सुष्मिता की चूत की सिकाई करने लगी सुष्मिता अभी भी मेरा लंड चूस रही थी ओर फिर मे सुष्मिता के मूह मे ही फारिघ् हो गया, आंटी ने उस की चूत की सिकाई की ओर मुझे कहा “चलो अब बाहर इसे थोड़ा आराम करने दो” फिर हम कपड़े पहन के बाहर आ गये ओर दरवाज़ा बंद कर लिया.


आंटी ने रात का खाना तैयार किया ओर सुष्मिता को उठा कर निहलाया फिर हम सब ने मिल के खाना खाया आंटी ने सुष्मिता से पूछा “मज़ा आया कि नहीं” सुष्मिता ने कहा “मज़ा आया है लेकिन डर लग रहा है” तो आंटी ने कहा “किस चीज़ से डर लग रहा है” सुष्मिता ने कहा “पता नहीं ऐसे ही कुछ हो गा तो नहीं” तो आंटी ने कहा “कुछ नहीं हो गा मेरी जान ओर अब तुम्हे दर्द भी नहीं हो गा अभी तुम अपने शौहर के साथ भी ये करना तुम्हे बहुत मज़ा आए गा” तो सुष्मिता ने कहा “सही है” फिर खाना खा कर हम कमरे मे गये तो आंटी अपने कपड़े उतार के नंगी हो गई ओर लालो के कपड़े भी उतार कर उस के लंड को हाथ मे पकड़ के सहलाने लगी मे ओर सुष्मिता एक साइड मे बैठी हुई थी सुष्मिता ने अपना सलवार क़मीज़ वाला सूट पहन रखा था ओर मे सिर्फ़ पैंट मे था आंटी ने लालो के लंड को अपने मुँह मे लिया ओर चूसने लगी मे ने अपनी पैंट उतार दी मुझे देख के सुष्मिता भी अपने कपड़े उतारने लगी ओर बिल्कुल नंगी हो के मेरे साथ बैठ गई सुष्मिता ने अपना हाथ अपनी चूत पे रख लिया ओर सहलाने लगी मे ने उस का दूसरा हाथ पकड़ के अपने लंड पे रखा तो वो उसे सहलाने लगी दूसरी तरफ आंटी अपनी टांगे खोल कर बेड पर लेट गई मे ने अपना हाथ सुष्मिता की चूत पे रखा ओर उसे सहलाने लगा लालो आंटी की चूत चाटने लगा मे ने अपनी एक उंगली सुष्मिता की चूत मे घुसा दी ओर अंदर बाहर करने लगा वो भी मज़े मे आती गई ओर मेरे लंड पे तेज़-2 हाथ चलाने लगी लालो आंटी की चूत चाटता रहा फिर अपना लंड पकड़ के आंटी की चूत मे घुसा दिया ओर आंटी को चोदने लगा मे ने सुष्मिता को दूसरे बेड पे लिटाया ओर उस की टांगे बीच मे से उठा कर खोल दी ओर झुक के उस की चूत चाटने लगा जब सुष्मिता जोश मे आ गई तो मे ने अपना लंड उस की चूत मे घुसा दिया वो आंटी ओर लालो की तरफ देखते हुए सिसकारियाँ भरने लगी ओर ज़ोर-2 से अपने स्तन दबाने लगी मे आहिस्ता-2 अपना लंड सुष्मिता की चूत मे डालता रहा जब मेरा लंड पूरा सुष्मिता की चूत मे घुस गया तो मे आराम-2 से अपना लंड अंदर बाहर करने लगा दूसरी तरफ लालो फारिघ् हो गया ओर आंटी उस के लंड को अपने मुँह मे ले के उस का जूस पीने लगी सुष्मिता ने अपनी आँख बंद कर ली थी ओर आहें भर रही थी आंटी ओर लालो कमरे से बाहर चले गये ओर मे ने अपनी रफ़्तार तेज़ कर दी थोड़ी देर बाद मे भी सुष्मिता की चूत मे ही फारिघ् हो गया मे ने अपना लंड बाहर निकाला तो उस पे भी खून लगा हुआ था फिर मे ओर सुष्मिता बाथ रूम मे घुस गये ओर नहाने लगे सुष्मिता अब हमारे साथ काफ़ी खूल गई थी ओर बातों-2 मे हँसती भी थी जो सुष्मिता दर्ज़ी के साथ आई थी उस मे ओर इस सुष्मिता मे जो मेरे साथ नहा रही थी काफ़ी फ़र्क़ था नहाते हुए मे सुष्मिता के स्तन ओर वो मेरे लंड के साथ खेल रही थी फिर हम बाहर आए ओर कमरे मे जा कर कपड़े पहने तो आंटी टी बना के ले आई हम सब ने मिल के टी पी ओर मे अपने घर आ गया.

मुझे रात को सुष्मिता की याद आती रही मे सही से सो भी नहीं सका सुबह नाश्ता कर के मे लालो के घर चल पड़ा लालो ओर सुष्मिता सो रहे थे ओर आंटी नाश्ता बना रही थी मे ने लालो को उठाया तो वो बाथ रूम मे घुस गया फिर मे आंटी के रूम मे आ गया देखा तो सुष्मिता बिल्कुल नंगी हो कर सो रही थी मे उस के पास ही बेड पे बैठ गया सुष्मिता गहरी नींद मे थी मे पहली उसे देखता रहा फिर मे ने अपना हाथ बढ़ा के उस का एक गोले ओर खूबसूरत स्तन पकड़ लिया ओर दबाने लगा वो नींद मे मुस्करा रही थी फिर मे ने उस की उभरी हुई ओर नरम मुलायम गान्ड पे हाथ फेरा तो मुझे मज़ा आ गया उस की गान्ड इतनी चिकनी थी कि हाथ फिसल रहा था मे ने उसे सीधा किया तो उस की नाज़ुक ओर छोटी सी चूत मेरे सामने आ गई मे ने उस पे हाथ फेरा ओर अपनी एक उंगली उस की चूत मे घुसाइ ही थी कि आंटी आ गई ओर कहने लगी “तुम्हे तो कँवारी चूत का बुहात मज़ा आ गया है अपनी आंटी की चूत मे उंगल करने के लिए तो कभी इतनी सुबह-2 नहीं आए” मे आंटी की बात सुन के शर्मिंदा सा हो गया ओर अपनी उंगली निकाल के खड़ा हो गया तो आंटी ने दूसरे बेड पे बैठते हुए कहा “कोई बात नहीं कर लो जब ये नहीं मिले गी तो अपनी आंटी के पास ही आओगे ना” मे आंटी के पास जा कर बैठ गया ओर उन का एक स्तन अपने हाथ मे पकड़ के दबाते हुए कहा “आंटी आप बिज़ी थी इस लिए मे यहाँ आ गया वरना आप मे जो मज़ा है वो किसी ओर मे कहाँ” तो आंटी ने मेरा हाथ हटाते हुए कहा “बस बस ज़्यादा बहाने मत बनाओ” लालो एक दम कमरे मे घुसा ओर आंटी की बात सुन के बोला “कॉन बहाने बना रहा है” तो आंटी ने कहा “कोई नहीं हमारी आपस की बात है” लालो ने कहा “अच्छा…..आप की मर्ज़ी है मत बताएँ” आंटी उठ के सुष्मिता के पास गई ओर उसे जगा के अपने साथ बाथ रूम मे ले गई ओर अपने साथ उसे भी नहलाया फिर सब नाश्ता करने लगे मे भी उन के साथ टेबल पे बैठा लेकिन मे ने सिफ्र टी ही ली सुष्मिता ने एक पिंक कलर का सिलवार क़मीज़ सूट पहन रखा था ओर बिल्कुल परी की माफ़िक़ लग रही थी उस के गीले-2 बाल उस के स्तनो पे बेखरे हुए थे ओर क़मीज़ गीली होने की वजह से निपल्स नज़र आ रहे थे मे ने बड़ी मुस्किल से अपनी टी ख़तम की ओर उन के नाश्ता करने का वेट कर रहा था जब उन्हो ने नाश्ता कर लिया तो आंटी ने बर्तन उठाए ओर आ कर बैठ गई इतने मे बाहर बेल हुई लालो ने जा कर देखा तो डॉक्टर आया था लालो उसे अंदर ले कर आ गया तो आंटी ने डॉक्टर को देख कर पूछा “जनाब आप कैसे इधर का रास्ता भूल गये” डॉक्टर ने कहा “बस इधर से गुज़र रहा था कि आप की याद आ गई तो मिलने आ गया” आंटी ने डॉक्टर को बैठाया ओर टी वग़ैरह पिलाई डॉक्टर ने सुष्मिता को देख कर पूछा “ये बच्ची कॉन है” तो आंटी ने कहा “ये मेरी बहेन की बेटी है गाओं मे रहती है” फिर डॉक्टर ने आंटी से कहा “रात बड़ी मुस्किल से कटी है मेरी वाइफ 3 दिन के लिया मायके अपने घर वालों के पास गई है अगर आप इजाज़त दें तो मे”

क्रमशः……………………………
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06-26-2017, 12:48 PM,
#6
RE: Antarvasnasex दोस्त की माँ
दोस्त की माँ--4

गतान्क से आगे………………..

डॉक्टर की बात सुन के आंटी ने कहा “तो इस तरह बोलो ना कि आप मेरे लिए आए हैं बहाने बनाने की क्या ज़रूरत है” फिर आंटी ने लालो से कहा “तुम जाओ ओर दर्ज़ी से कहना “रात को 7:00 बजे आ के सुष्मिता को ले जाए” लालो चला गया तो हम कमरे मे आ गये आंटी ने अपनी सारे कपड़े उतार दिए ओर बेड पे लेट गई डॉक्टर आंटी की टांगे बीच मे से उपेर कर के उन की चूत चाटने लगा मे ओर सुष्मिता दूसरे बेड पे बैठे थे डॉक्टर ने आंटी की चूत चाट कर अपनी पैंट उतारी ओर अपना लंड आंटी की चूत मे डाल दिया ओर आंटी को चोदने लगा आंटी सिसकारियाँ भरने लगी सुष्मिता भी जोश मे आ रही थी ओर अपनी चूत को सहला रही थी मे ने अपने कपड़े उतारे तो सुष्मिता भी कपड़े उतारने लगी ओर नंगी हो के मेरे पास हे बैठ गई मे ने अपना हाथ सुष्मिता की चूत पे रखा तो उस ने खुद ही मेरा लंड पकड़ लिया ओर सहलाने लगी मे ने अपनी उंगली सुष्मिता की चूत मे घुसा दी ओर अंदर बाहर करने लगा सुष्मिता भी मेरे लंड पे तेज़-2 हाथ चलाने लगी दूसरी तरफ डॉक्टर आंटी के स्तन हाथो मे पकड़ के दबाते हुए आंटी को चोद रहा था मे ने भी सुष्मिता को लेटा के उस की चूत चाटना सुरू कर दी ओर वो अपने स्तन दबाने लगी फिर मे ने उस की टांगे उठा के अपने कंधो पे रखी ओर अपना लंड उस की चूत मे घुसा दिया ओर उसे चोदने लगा 5 मिंट बाद मे ने उसे उठाया ओर खुद लेट के उसे अपने लंड के उपेर बैठा दिया इस तरह मेरा लंड उस की चूत मे घुसने लगा फिर वो उपेर नीचे होने लगी दूसरी तरफ डॉक्टर आंटी को घोड़ी बना के उस के उपेर चढ़ गया ओर आंटी की गान्ड मारने लगा जब सुष्मिता की उपेर नीचे होने की रफ़्तार कम हुई तो मे ने फिर सुष्मिता को लिटाया ओर उस की टांगे घुटनो के बल उपेर उठाई ओर एक दफ़ा फिर उस की चूत मे लंड घुसा दिया ओर उसे चोदने लगा लालो भी आ गया डॉक्टर अब भी आंटी की गान्ड मार रहा था लालो ने अपने कपड़े उतार दिए ओर अपना लंड सुष्मिता के मुँह मे दे दिया ओर उसे छूसाने लगा 5 मिंट मे मे फारिघ् हो गया सुष्मिता का जोश अभी ठंडा नहीं हुआ था इस लिए मे हट गया फिर लालो सुष्मिता को चोदने लगा मे आंटी के पास गया ओर नीचे बैठ के आंटी के स्तन दबाने लगा थोड़ी देर बाद डॉक्टर ने आंटी को सीधा कर के लिटाया ओर आंटी की एक टाँग सीधी उठा के अपने कंधे के साथ लगा दी ओर अपना लंड आंटी की चूत मे घुसा दिया मेरा हाथ आंटी के स्तनो पे था ओर मे आंटी के होंठ चूस रहा था 20 मिंट बाद लालो ओर डॉक्टर एक साथ फारिघ् हुए फिर डॉक्टर कपड़े पहन कर आंटी को सुक्रिया बोल के चला गया ओर हम सब मिल के नहाने लगे नहाने के बाद मे एक्स मूवीस की सी डी लाया ओर हम सब मिल के देखने लगे मूवी देखते हुए हमे अंदाज़ा हो गया कि अब सुष्मिता रेडी है मूवी देख कर हम ने खाना खाया ओर सो गये.

शाम को 6:00 बजे उठे नहाने के बाद टी पे रहे थे कि दर्ज़ी आ गया आंटी ने दर्ज़ी को टी दी ओर खुश खबरी सुनाई कि तुम्हारी वाइफ अब रेडी है दर्ज़ी बहुत खुश हुआ ओर खुशी से आंटी को अपने गले लगा कर आंटी कर शुक्रिया बोलने लगा फिर हम सब अंदर कमरे मे गये तो आंटी ने अपनी सारी उतार दी फिर बेड पर लेट के मुझे ओर लालो को कहा “आ जाओ मेरे चाँद ओर तारे” मे ओर लालो आंटी के पास गया ओर मे आंटी की टॅंगो के बीच बैठ के आंटी की चूत पे हाथ फेरने लगा ओर लालो आंटी के स्तन दबाने लगा हमे देख कर सुष्मिता भी जोश मे आ गई ओर अपने कपड़े उतार कर बिल्कुल नंगी हो गई ओर दर्ज़ी के पास बैठ के उस का हाथ पकड़ के अपनी चूत पे रख लिया ओर खुद उस का लंड पैंट के उपेर से ही पकड़ के सहलाने लगी दर्ज़ी बहुत हेरान हुआ फिर सुष्मिता की चूत पे हाथ फेरने लगा ओर अपनी एक उंगली सुष्मिता की चूत मे डाल के अंदर बाहर करने लगा मे ने अपनी 3 उंगलियाँ आंटी की चूत मे घुसाइ हुई थी ओर अंदर बाहर कर रहा था फिर मे ने अपने कपड़े उतारे ओर लंड को पकड़ के आंटी की चूत मे डालने लगा थोड़ा सा अंदर कर के मे ने झटका मारा तो मेरा पूरा लंड आंटी की चूत मे घुस गया फिर मे अंदर बाहर करने लगा लालो ने भी अपने कपड़े उतार दिए ओर अपना लंड आंटी के मुँह मे डाल के आंटी को चूसने लगा सुष्मिता ने दर्ज़ी की ज़िप खोली ओर उस का लंड निकाल के अपने मुँह मे ले लिया ओर चूसने लगी दर्ज़ी अपना हाथ सुष्मिता की उभरी हुई गान्ड पे फेरने लगा ओर उस की गान्ड दबाने लगा मे अपना लंड आंटी की चूत मे तेज़ी से अंदर बाहर कर रहा था ओर लालो भी ज़ोर-2 से आंटी के स्तन दबा रहा था पूरा कमरा आंटी की सिसकारीओं से गूँज रहा था दर्ज़ी का लंड चूसने के बाद सुष्मिता बेड पे लेट गई तो दर्ज़ी ने उस की टांगे खोल के बीच मे से उपेर उठा दी ओर सुष्मिता की चूत चाटने लगा वो अभी सुष्मिता की चूत ही चाट रहा था कि मे आंटी की चूत मे ही फारिघ् हो गया फिर लालो मेरी जगह आ गया ओर आंटी को चोदने लगा मे आंटी के साथ ही लेटे हुए सुष्मिता ओर दर्ज़ी को देख रहा था ओर सोच रहा था कि काश सुष्मिता मेरी बीबी होती मे रोज़ रात को इस की चूत चाट्ता ओर इसे चोदता दर्ज़ी पहली दफ़ा सुष्मिता की चूत को चाट रहा था थोड़ी देर बाद सुष्मिता ने दर्ज़ी से कहा “अपना लंड मेरी चूत मे डालो ना” तो दर्ज़ी खुशी से झूम ही उठा ओर फॉरन ही अपना लंड सुष्मिता की चूत मे डालने लगा जब उस का पूरा लंड सुष्मिता की चूत मे घुस गया तो वो खूब मज़े से उस की चुदाई करने लगा मे भी उठा ओर आंटी के बड़े-2 स्तन पकड़ के ज़ोर-2 से दबाने लगा कि आंटी की चीख ही निकल गई ओर आंटी ने मुझे कहा “आराम-2 से दबाओ मुझे लगता है तुझे सुष्मिता के जाने का ज़्यादा ही रोग लग गया है” तो मे ने मुस्कराते हुए कहा “कुछ ऐसा ही समझ लें” आंटी ने कहा “फिक़ार मत करो अब तो वो आती ही रहे गी” तो मे खुश हो गया ओर प्यार प्यार से आंटी के स्तन दबाने लगा दूसरी तफर दर्ज़ी सुष्मिता को ओर लालो आंटी को चोद रहे थे मे ने अपने होंठ आंटी के हौंटो पे रख दिए ओर आंटी के होंठ चूसने लगा फिर सुष्मिता के पास गया ओर उस के गोले-2 स्तन पकड़ के दबाने लगा दर्ज़ी मुझे देख के मुस्कुराया ओर पोज़ चेंज कर के सुष्मिता की चुदाई करने लगा थोड़ी देर बाद लालो ओर दर्ज़ी एक साथ ही फारिघ् हुए फिर हम सब मिल के बरांडे मे ही नहाने लग गये क्यूँ कि बाथ रूम तो छोटा था हम सब वहाँ पुर नहीं आ रहे थे नहाते हुए दर्ज़ी ने आंटी से कहा “आप ने मुझ पर बहुत बड़ा अहसान किया है मे आप का सुक्रिया किस मुँह से अदा करूँ” तो आंटी ने कहा “इस की कोई ज़रूरत नहीं है सुष्मिता मेरी बेटी की तरह है” फिर हम सब ने कपड़े पहने ओर दर्ज़ी अपने घर जाने लगा तो आंटी ने कहा “तुम कभी-2 सुबह काम पे जाते हुए इसे हमारे घर छोड़ जाया करो रात मे वापिस ले कर चले जाया करना” दर्ज़ी ने कहा “अच्छा” ओर वो चला गया फिर मे भी अपने घर आ गया.

दूसरे दिन लालो ने कॉलेज मे बताया कि “पापा की तबीयत खराब थी इस लिए पापा अपना टूर कैंसिल कर के रात को अपने 2 फ्रेंड्स के साथ वापिस आ गये हैं” लालो की बात सुन के मे ने कहा “यानी कि अब चुदाई का मौका नहीं मिले गा” तो लालो ने कहा “हाँ लेकिन पापा की तबीयत ठीक हो जाए गी तो वो चले जाएँगे उस के बाद मौका ही मौका है” मे ने कहा “चलो इंतिज़ार कर लेते हैं”

लालो रोज़ मुझे कॉलेज मे अपनी मा ओर पापा के फ्रेंड्स की चुदाई की स्टोरीस सुनाता रहता था मेरा मन भी उन को चोदने को करता था लेकिन मे लालो के घर नहीं जाता था क्यूँ कि वहाँ लालो की मा का असल हक़दार जो था तक़रीबन 1 मंथ के बाद लालो के पापा अपने फ्रेंड के साथ आउट ऑफ कंटरी चले गये तो मे लालो के घर गया तो लालो की मा मुझे देख कर बहुत खुश हुई ओर मुझ से पूछा “इतने दिन से कहाँ थे तबीयत तो ठीक थी ना तुम्हारी” मे ने कहा “जी आंटी बस ऐसे ही वो अंकल आए हुए थे ना तो मे ने सोचा आप बिज़ी हो गयी इस लिए” तो आंटी ने कहा “अरे तो क्या हुआ तुम्हारे अंकल मुझे अपने बेटे से मिलने को मना तो नहीं करते ना” फिर हम सब ने मिल के टी पी तो आंटी ने पूछा “अब क्या ख़याल है” मे ने पूछा “किस बारे मे” तो आंटी ने कहा “चुदाई के बारे मे” मे कैसे इनकार कर सकता था फिर लालो तो चला गया मे ने जम के आंटी की चुदाई की फिर मे अपने घर आ गया.

अब मे एक कंपनी मे जॉब करता हू ओर लालो भी अपने पापा के साथ ही काम करने लग गया है ओर ज़्यादा तर आउट ऑफ सिटी ही रहता है मे कभी-2 ही लालो के घर जाता हू ओर आंटी की चुदाई करता हू कभी कभार आंटी सुष्मिता को बुला लेती तो मे सुष्मिता को भी चोदता फिर 3 साल बाद लालो ने शादी कर ली लालो की वाइफ बहुत खूबसूरत है लालो ने उसे कह दिया है कि राज मेरा जिगरी दोस्त है ओर तेरा हक़ बनता है कि तू इसे खुश रखा कर पहले तो वो मुझ से चुदाई पे अग्री नहीं हुई लेकिन धीरे-2 वो अग्री होती गई ओर मे लालो के घर जा कर उस की मा ओर वाइफ दोनो को चोदता हू ओर शर्तिया कहता हू कि “लालो जैसा दोस्त किसी का नहीं हो गा” तो दोस्तो ये कहानी ख़तम होती है फिर मिलेंगे एक और नई कहानी के साथ तब तक के लिए विदा आपका दोस्त राज शर्मा

समाप्त
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