Antarvasna kahani रिसेशन की मार
07-10-2018, 12:41 PM,
#21
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
एमडी ने मुझे म्यूज़िक सिस्टम की तरफ इशारा कर के बोला के कोई गाना लगा दो. मैं ने उनके सीडीज़ मे से एक बोहोत ही सेक्सी गाना सेलेक्ट कर के लगा दिया और डॅन्सिंग से पहले मैं अपनी चोली की नाट लगा रही थी तो एमडी ने बोला के इसकी ज़रूरत नही ऐसे ही रहने दो अछा लग रहा है तो मैं ने नाट नही लगाई. रूम टेंपरेचर नॉर्मल हो चुका था और कोट पहेन के डॅन्स करना मूसखिल था तो मैं ने अपना कोट भी निकाल दिया. जब कोट को निकाल रही थी तब एक साइड से चोली का एक पोर्षन मेरे शोल्डर से स्लिप हो गया तो एमडी ने बोला के उसको भी निकाल दो ना तो मैं ने चोली भी निकाल दी और टॉपलेस हो गयी. मेरे गोरे गोरे बूब्स पे रोज़ी पिंक निपल बोहोत ही खूबसूरत लग रहे थे. बियर का थोड़ा सा नशा भी था इसी लिए बिना कुछ सोचे मैं ने अपनी चोली और कोट निकाल दिया था और टॉपलेस हो के अपने बूब्स को दिखा रही थी.

मैं सॉंग के म्यूज़िक की ताल से ताल मिलाने लगी और मस्ती मे डॅन्स करने लगी. मेरे बूब्स भी मेरे साथ ही डॅन्स कर रहे थे. सच पूछो तो यह मेरा भी फर्स्ट टाइम था के मैं टॉपलेस हो के डॅन्स कर रही थी. मुझे भी मेरे डॅन्सिंग बूब्स बोहोत आछे लग रहे थे. एमडी मुस्कुरा के मेरी तरफ देख रहे

थे और मेरे डॅन्सिंग बूब्स और डॅन्स एंजाय कर रहे थे. थोड़ी ही देर मे कमरे का लो टेंपरेचर, बियर की गर्मी और मेरे डॅन्स की वजह से मुझे पसीना आने लगा. मेरी गोरे गोरे मस्त बूब्स को देख देख के एमडी भी गरम हो गये थे, उन्हो ने फिर से रिमोट कंट्रोल से एर कंडीशन को थोड़ा फास्ट कर दिया तो कमरे मे फिर से थोड़ी ठंडक आ गयी. एमडी ने डॅन्स स्टॉप करने का बोला और बोला के युवर डॅन्स वेरी गुड स्नेहा तो मैं ने थॅंक्स सर बोला. एमडी ने कहा के एक और ड्रिंक बना दो स्नेहा तो मैं उनके लिए एक और ड्रिंक मिक्स कर के ले आई तो उन्हो ने पूछा तुम नही लॉगी क्या तो मैं ने बोला के ले लूँगी सर और अपने लिए भी एक ग्लास बियर का ले के आ गयी और उनके करीब रखी चेर पे पहले वाली पोज़िशन मे ही पैर फैला के बैठ गयी. कमरा ठंडा होना शुरू हो गया था और एसी की ठंडक मेरे बूब्स पे बोहोत ही अछी लग रही थी और मेरे पिंक निपल्स भी एरेक्ट हो गये थे.

अब मुझे बियर अछी लगने लगी थी और डॅन्स की वजह से मुझे प्यास भी लग रही थी तो मैं ठंडी बियर के बड़े बड़े घूँट लेने लगी. एमडी भी अपना हार्ड ड्रिंक को स्लो सीप कर रहे थे. एक सीप लेते और करीब पड़ी साइड टेबल पे रख देते. इतनी देर मे एमडी की आँखें भी शराबी हो गयी थी और शाएद उनको भी शराब ने मस्त कर दिया था. उन्हो ने अपना पेग मेरे हाथ मे दे दिया और बोला के लो एक सीप इसका भी ट्राइ करो तो मेरा दिमाग़ चकरा गया के अब मैं क्या करू लैकिन अब मैं मना भी नही कर सकती थी और उनके हाथ से पेग ले लिया और एक छोटा सा सीप लिया तो बोहोत ही कड़वा लगा एक छोटा सा सीप लिया पर बड़ा घूँट नही लिया तो एमडी ने बोला के लेलो स्नेहा कुछ नही होगा एक घूँट तो लो तो मैं ने एक अछा बड़ा घूँट शराब का ले लिया और मुझे एक दम से खाँसी आ गयी और मुझे लगा जैसे मेरे हलक से मेरे स्टमक मे आग की लकीर उतर गयी. फुल जलन होने लगी और मैं खांसने लगी, मेरा चेहरा एक दम से लाल हो गया था, मुझे अजीब सा लग रहा था, मूह अभी तक कड़वा था पर और थोड़ी देर के बाद उसका टेस्ट ठीक लगने लगा और मैं शांत हो गयी पर मेरा दिमाग़ तो गरम हो ही चुका था और मुझे लग रहा था जैसे मुझे भी अब थोड़ा थोड़ा नशा चढ़ने लगा है. मेरे सर मे थोड़ा थोड़ा चक्कर महसूस भी होने लगा था लैकिन अभी तक मैं अपने कंट्रोल मे ही थी.

हा तो स्नेहा वॉट एल्स कॅन यू डू टू गेट दिस जॉब ?

मैं ने सोचा के अब क्या करू क्या बोल दू के सर आपको मैं अपनी चूत दे सकती हू चोदने के लिए या अपनी गंद दे दू मारने के लिए. मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया के इनस्टेड ऑफ रिप्लआइयिंग व्हाई नोट डू सम्तिंग सो दट ही अंडरस्टॅंड्स वॉट मोर आइ कॅन डू टू गेट दिस जॉब. मैं ने उनके लंड की तरफ देखा जो पॅंट

के अंदर ही फूल के मोटा हो चुका था और थाइ पे ही पड़ा हुआ था. एमडी के लंड पे नज़र पड़ने से मेरी चूत भी कुछ गीली होने लगी थी और अब मुझे लग रहा था के मेरी चूत को एक अछा मोटा, लंबा और लोहे जैसा सख़्त लंड चाहिए. मैं ने एमडी के थाइ पे हाथ रखा तो एमडी का बदन एक सेकेंड के लिए टाइट हुआ फिर रिलॅक्स हो गया. मैं उनके थाइ को सहलाने लगी तो उन्हो ने अपने रिलॅक्सिंग चेर के लीवर को दबाया और वो रिलॅक्सिंग चेर ऑलमोस्ट एक बेड की तरह से लंबी हो गयी जो के बोहोत ही लो हाइट की थी जैसे स्कूल की लो हाइट की बेंचस होती है और ऐसे लेट गये और उनकी आँखें बंद हो गयी. मैं उनके थाइ पे पड़े लंड को ऐसे सहलाने लगी जैसे कोई प्यार से बिल्ली ( कॅट ) के ऊपेर हाथ फिराता है. देखते ही देखते उनका लंड फूल के मोटा होने लगा और उनकी साँसें भी अब गहरी हो गयी थी. आध खुली आँखो से वो मेरी चूत को देख रहे थे और बोले के डू वॉटेवर यू वॉंट टू डू टू गेट दिस जॉब स्नेहा तुम जो करना चाहती हो करो आइ वॉंट टू सी युवर स्किल के तुम क्या क्या कर सकती हो. मैं ने सोचा के यह बोहोत अछा मोका है इसको हाथ से नही गँवाना चाहिए. मैं उनके लंड पे हाथ फेरती रही और फिर एक सेकेंड के अंदर ही उनके लंड मे लोहे जैसी सख्ती आ गयी तो मैने उनके पॅंट की ज़िप को खोल दिया और अंडरवेर से हाथ डाल के लंड को बाहर निकालने की कोशिश करने लगी तो एमडी मुस्कुरा के बोले के यह ऐसे नही निकलेगा इसको पूरा पॅंट खोल के ही निकलना पड़ेगा तो मैं इशारा समझ गयी और पॅंट के हुक्स कोखोल दिया तो एमडी ने अपनी गंद उठा के इशारा दिया के पॅंट निकाल दो तो मैने पॅंट को नीचे खिसका दिया. अंडरवेर के खुले हिस्से से उनका लंड बाहर निकल के लेटा हुआ था. अंडरवेर की वजह से ही वो पूरा ऊपेर तक नही उठा था तो मैं ने अंडरवेर को भी नीचे की ओर खिसका दिया और जैसे ही अंडरवेर लंड से नीचे निकल गया उनका लंड किसी नाग साप की तरह से लहराता हुआ फॅन फानाने लगा. मैं तो इतना लंबा और मोटा लंड देख के घबरा ही गयी और एक सेकेंड के लिए पीछे हट गयी और हैरत से उनके मिज़ाइल जैसे लंड को देखने लगी. बे इंतेहा बड़ा और मोटा लंड था उनका और एक दम से चिकना लगता था के अभी अभी शेव किया होगा. इतना लंबा और इतना मोटा लंड तो मैं ने कभी इंटरनेट की पिक्चर्स मे भी नही देखा था. गुलाबी कलर का लंड था उनका जिस्मै लाल रंग की वेन्स भी दिखाई दे रही थी. आल्थौघ राज का लंड भी अछा ख़ासा मोटा और लंबा था पर इतना मोटा और इतना लंबा नही था. यह तो किसी इंसान का लंड नही बलके किसी हाथी ( एलिफेंट ) का लंड दिख रहा था.

एमडी का लंबा मोटा मूसल लंड

मैं सोच मे पड़ गयी के अगर यह लंड मेरी चूत या गंद मे घुसेगा तो क्या तबाही मचाएगा यह तो किसी मिज़ाइल जैसा लग रहा था. उनका लंड देख के मेरी तो गंद ही फॅट गयी. एमडी मुस्कुरा के बोले .. क्यों डर गई क्या तो मैं अपने ख़यालो से वापस आ गयी और झुक के उनके लंड को अपने दोनो हाथो से पकड़ लिया फिर भी आधा लंड मेरे हाथो से बाहर ही था. इतना मोटा था के मेरी मुट्ठी मे नही समा रहा था और बोहोत ही वज़न था उनका लंड लगभग आधा किलो के करीब उसका वज़न तो होगा ही बहुत ही मोटा और ख़तरनाक था उनका लंड जिसपे हेल्मेट जैसा लाल सुपरा था. इतना मोटा बड़ा वज़नदार और ख़तरनाक था पर था बोहोत ही क्यूट बोहोत अछा लग रहा था गोरे रंग का लंड. मुझे देखते ही उनका मोटा मूसल लंड बोहोत पसंद आ गया था. मैं ने झुक के उनके लंड के चिकने सूपदे पे बड़े प्यार से किस किया और अपनी ज़ुबान फेरने लगी. थोड़ी देर तक उनके लंड के सूपदे को चूसने के बाद मैं ने उनका शर्ट भी निकाल दिया. आहह क्या बताउ उनका बदन. एक दम से गोरा और बालो से भरा सेक्सी बदन था. उनके बॉडी की फिज़ीक देख कर ही मेरी चूत पानी छ्चोड़ने लगी.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:41 PM,
#22
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--21

गतान्क से आगे..........

एमडी का मोटा ताज़ा लंड. सोचो ज़रा कैसे चुदवाया होगा मैं ने ऐसे लंड से और मेरी चूत का क्या हाल हुआ होगा. कैसे भोसड़ा नही बनेगी ऐसे लंड से चुदवाने के बाद. चूत

मैं अपने दोनो हाथो से उनके मूसल को पकड़ के ऊपेर नीचे करने लगी. उनके लंड से खुशी के आँसू निकल पड़े और लंड के सुराख के ऊपेर बड़ी बड़ी बूँदें प्री कम की निकल के लंड के सुराख से बाहर आने लगी तो मैं ने झुक के अपनी ज़ुबान से उनके लंड से निकलते प्री कम को टेस्ट किया तो मुझे अछा लगा. उनका लंड किसी जलते हुए रोड की तरह गरम था जिसको पकड़ने से मेरा बदन भी गरम हो ने लगा था. चूत से कंटिन्यू जूस निकलने लगा. मैं ऐसे लंबे मोटे ख़तरनाक लंड से चुदने को बेचैन भी थी और डर भी लग रहा था.

डू यू शेव स्नेहा >> ?? एमडी की आवाज़ आई

यस सर ऑल्वेज़. मैने जवाब देने के लिए अपना मूह उनके लंड से हटा लिया लैकिन अपनी दोनो हाथो से पकड़ी रही.

हम्म गुड. आइ लाइक दट

थॅंक्स सर.

व्हेन डिड यू शेव लास्ट ?

दिस मॉर्निंग सर

वाउ तट'स नाइस. इसका मतलब है के अभी तो चूत एक दम से चिकनी सिल्की सॉफ्ट होगी ?

यस सर एक दम से बॉल्ड, बेबी चूत है. शराब का नशा मुझे चढ़ने लगा था और अब मैं भी खुल कर बात कर रही थी.

वाह बेबी चूत ?

यस सर.

ज़रा मुझे भी तो दिखाओ के तुम्हारी बेबी चूत कितनी चिकनी है.

ओके सर.

मैं उनका इशारा समझ गयी और उनके लंड से अपने हाथ हटा लिए और अपने स्कर्ट का हुक खोलने लगी. जैसे ही मैं ने उनके लंड को छोड़ा, एक ठप की आवाज़ आई और उनका लंड किसी स्प्रिंग की तरह से झटका मार के उनके पेट से जा लगा और लंड का हेड उनके सीने तक आ गया, उनका लंड उनके सीने पे इतना करीब था के अगर वो थोड़ा सा अपने सर को नीचे झुका देते तो शायद अपने लंड के हेड को चूस सकते थे.

लंड सीने तक आ रहा था इतना बड़ा था

मैने बैठे बैठे ही अपनी स्कर्ट का हुक खोल दिया और स्कर्ट को निकाल के करीब रखी एक टेबल पे डाल दिया और चेर पे अपने पैर थोड़ा और खोल के बैठी. ऐसे बैठ ने से मेरी चिकनी चूत एमडी को सॉफ दिखाई दे रही थी.

एमडी ने हाथ बढ़ा कर शराब का पेग उठा लिया और मेरे हाथ मे दे दिया और बोले के लो स्नेहा तुम इसे ख़तम करदो. मेरी तो जान ही निकल गयी क्यॉंके उस्मै अभी आधे से ज़ियादा शराब बाकी थी और मुझे तो एक ही घूँट शराब से मेरे हलाक मे अभी तक जलन हो रही थी. मुझे जॉब के लिए यह सब तो करना ही था और फिर एमडी ने खुद भी बोल दिया था के तुम जो जो कर सकती हो करो तो नॅचुरली मुझे अब कुछ करना ही था. मैं ने उनके हाथ से शराब का ग्लास ले लिया और एक घूँट पी लिया. बहुत ही कड़वा था लैकिन अब शाएद मैं भी शराब से अड्जस्ट हो रही थी और फिर थोड़ी देर तक स्लो स्लिप लिया फिर एक घूँट लिया तो हलक फिर से जलने लगा. मेरे एक हाथ मे उनका मोटा मूसल था दूसरे हाथ मे शराब का ग्लास. एक हाथ से उनके लंड का मूठ मार रही थी, दूसरे हाथ से शराब पी रही थी.

मैं फिर से झुक के उनके लंड के हेड को अपने मूह मे लेने की कोशिश करने लगी पर उनके लंड का सूपड़ा कुछ इतना मोटा था के मेरे मूह मे नही घुस रहा था तो मैं जितना मूह के अंदर था उतना ही चूसने लगी. एमडी का हाथ मेरे थाइ पे आ गया और वो मेरे थाइस को सहलाने लगे तो मुझे करेंट लगा और मेरे पैर ऑटोमॅटिकली चौड़े हो गये जिस से मेरी चूत सॉफ दिखाई देने लगी. मैं अपनी चेर को उनके टेबल के कुछ और करीब ले गयी. मैं ने अपना मूह उनके लंड से हटाया और उनके लंड पे शराब डाल के चाटने लगी तो एमडी को बोहोत मज़ा आने लगा. लंड अभी तक पूरा मेरे मूह के अंदर नही गया था इसी लिए मैं लंड के डंडे को ही ऊपेर से नीचे और नीचे से ऊपेर तक चूस रही थी और जो शराब लंड से नीचे उनके नवल और उनके बॉल्स पे टपक के आती तो मैं टपकती हुई शराब को वही से चूस लेती इस तरह से शराब भी पी रही थी और लंड भी चूस रही थी. मेरे ऐसा करने से एमडी मस्ती मे पागल जैसे हो रहे थे और अपनी गंद ऊपेर उछाल रहे थे. अब मुझे भी कुछ कुछ शराब का नशा चढ़ने लगा था, बदन मे एक रिलॅक्सेशन फील हो रहा था तो मैं ने शराब के ग्लास मे से बची हुई शराब को घट घट कर एक ही घूँट मे पी लिया और एक दम से मेरे दिमाग़ मे सनसनाहट महसूस होने लगी और अब मैं फुल चुदासी हो गयी थी और मैं लंड के ऊपेर अपना मूह रख के चूसने लगी तो एमडी का हाथ मेरे सर पे आ गया और वो मेरे सर को पकड़ के अपने लंड पे दबाने लगे लैकिन उनके लंड का सूपड़ा ही मेरे मूह मे बड़ी मुश्किल से घुस रहा था. थोड़ी देर की

कोशिश के बाद लंड का सूपड़ा और लंड का थोड़ा सा हिस्सा ही मूह के अंदर जा सका जिसे मैं चूसने लगी.

डीके का मोटा लंड मूह के अंदर नही जा रहा था.

इतना मोटा एमडी का लंड था जो मूह मे नही जा रहा था

लंड मेरे हलक के अंदर तक घुसा है

अब एमडी का हाथ मेरी चूत पे आ गया था और मेरी चूत एक दम से गीली हो गई थी. उंगली चूत के अंदर डाल के चूत के दाने से खेल रहे थे तो मेरी गंद ऑटोमॅटिकली चेर पे आगे पीछे होने लगी और एमडी मेरी चूत को अपनी उंगली से चोद रहे थे. उनकी उंगली भी किसी लंड से कम नही थी इतनी मोटी थी

उनकी उंगलियाँ. उन्हो ने मस्ती मे कहा के वाह स्नेहा यू आर सिंप्ली वंडरफुल ऐसे ही करो आआआहह और खुद मेरी क्लाइटॉरिस से खेलने लगे. चेर मेरी चूत के जूस से भीग गयी थी. अब मैं एक दम, से चुदासी हो गयी थी और शराब का नशा भी था. मैं अपनी चेर से ऊपेर उठी और अपना एक पैर उनकी लो हाइट वाली चेर के दूसरी तरफ डाल के उनके मूह पे अपनी चूत को रख दिया जिसे वो फॉरन ही चाटने लगे. अब हम दोनो पर्फेक्ट 69 की पोज़िशन मे थे और दोनो के पैर फ्लोर पे थे. वो अपनी गंद उचका उचका के मेर मूह को चोद रहे थे और मैं अपनी गंद ऊपेर उठा उठा के अपनी चूत को उनके मूह पे पटक पटक के अपनी चूत से उनके मूह को चोद रही थी. मैं उनके लंड को मूठ भी मार रही थी और चूस भी रही थी. वो अपने हाथ कभी मेरी बॅक पे फेरते तो कभी मेरी चूतदो को पकड़ के मसल देते तो कभी गंद को खोल के देखते और कभी मेरा सर पकड़ के सर को अपने लंड पे दबाते और साथ मे ही अपनी गंद उठा के अपने लंड को मेरे मूह के अंदर तक घुसाने की कोशिश करते. थोड़ी देर मे ही लगभग आधे लंड का सूपड़ा और उसके साथ के थोड़े भाग से ही मेरा मूह फुल हो गया था और लंड का मोटा सूपड़ा हलक के अंदर तक चला गया था. उनके लंड का सूपड़ा मेरे हलक मे अटक गया था जिस से मुझे एक दम से खाँसी आ गयी और मैं अपना मूह उनके लंड से बाहर निकलना चाहती थी पर उन्हो ने मेरा सर दबा के पकड़ा था जिस की वजह से मेरे गले की रगें फूल गयी थी और मुझे साँस लेने मे दिक्कत हो रही थी. फिर थोड़ी देर ऐसे ही रखने के बाद मैं ने उनके मूह मे अपनी चूत को ज़ोर से दबा दिया तो उन्हो ने मेरा सर छ्चोड़ दिया और फिर अपनी ज़ुबान को गोल करके मेरी चूत के अंदर बाहर करते चोदने लगे और एक ही मिनिट के अंदर मेरे बदन मे सन सनाहट हुई और मैं झड़ने लगी. जितनी देर झरती रही उनके लंड से अपना मूह हटा लिया और मज़े ले ले के झरती रही. वो मेरी चूत से फ्रेश जूस पीते रहे और फिर जैसे ही मेरा झरना ख़तम हुआ मैं ने फिर से उनके लंड के डंडे को पकड़ लिया और उनके आधे लंड को चूसने लगी. मेरा जूस निकल जाने के बाद मैं बड़े ही मस्त स्टाइल मे उनके लंड को चूस रही थी बिल्कुल किसी लॉली पोप की तरह और मुझे महसूस हुआ के उनका लंड मेरे मूह के अंदर कुछ ज़ियादा ही मोटा होने लगा है और उन्हो ने एक दम से पोज़िशन चेंज की और मुझे नीचे रिलॅक्सिंग चेर पे लिटा दिया और खुद चेर के दोनो तरफ पैर दल के मेरे मूह के सामने खड़े हो गये. मेरे मूह के सामने उनका मस्त लंड लहरा रहा था जिसे मैं ने फॉरन ही अपने हाथ से पकड़ लिया और अपनी ओर खेच के चूसने लगी. वो मेरे ऊपेर थोड़ा सा झुके हुए थे और मेरे मूह को फुल फोर्स से चोद रहे थे. जैसा के मैं पहले ही बता चुकी हू के वो बोहोत ही ताकतवर इंसान थे, उन्हो ने झुक के चेअर की रोड को पकड़ लिया और अपना मोटा लंड मेरे मूह के अंदर तक घुसेड दिया, वो तो अछा हुआ के मैं ने उनका लंड अपनी मुट्ठी मे पकड़ा हुआ था

नही तो उनका इतना लंबा और इतना मोटा लंड मेरे हलक के अंदर तक घुस्स के मुझे मार ही डालता, उन्हो ने एक ज़ोर से धक्का मारा और उनका लंड मेरे हाथो से फिसल गया और सच मे मेरे हलक के बोहोत अंदर तक घुस्स गया, मेरी तो साँस ही बंद हो गयी और फिर उनके लंड से बोहोत ही गरम और गाढ़ी चिप चिपि मलाई निकल के डाइरेक्ट मेरे हलक के अंदर चली गयी और मैं थोड़ी देर तक साँस रोके ऐसे ही पड़ी रही और उनके मलाई मेरा पेट भरती रही. वो थोड़ी देर तक अपना लंड मेरे हलक मे डाले मेरे ऊपेर गहरी गहरी साँसें लेते हुए पड़े रहे फिर अपना लंड मेरे मूह से बाहर निकाल लिया तो मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली उनके लंड पे चला गया और मैं ने उसको ज़ोर से दबा दिया तो उस्मै से मलाई की एक और धार निकली जो मेरे बूब्स पे गिरी तो वो झुक गये और अपने लंड से मेरे बूब्स पे गिरी मलाई को मेरे बूब्स पे स्प्रेड करने लगे.

स्नेहा ऑन रिलॅक्सिंग चेअर विथ हॅंडल

उनका लंड थोड़ा भी सॉफ्ट नही हुआ था वो तो वैसे का वैसे ही आकड़ा हुआ फुल्ली एरेक्ट था और लोहे जैसा सख़्त मैं तो उसको देख के डर ही गयी अब वो कुछ ज़ियादा ही मोटा हो गया था और मेरे थूक से चिकना हो गया था और चमक रहा था. उन्हो ने मुझे ऐसे ही लेटने को कहा और खुद आगे बढ़ के दो बड़े ग्लास मे शराब भर के ले आए और एक मेरे हाथ मे थमा दिया और बोले के चलो इसे पी जाओ. इतना बड़ा ग्लास था के क्या बताउ. अब पीना तो था ही क्यॉंके जॉब भी तो पक्की करनी थी. मैं ने एक घूँट लिया तो मुझे हलक मे कुछ अजीब टेस्ट महसूस हुआ क्यॉंके हलक मे तो एमडी के लंड की चिप चिपि मलाई लगी हुई थी. एक दो घूँट मे उनकी मलाई का टेस्ट ख़तम हो गया और अब शराब

का टेस्ट आने लगा. मुझे अब नशा चढ़ने लगा था. एंडी मेरे थाइ के ऊपेर ऐसे बैठ गये के उनका मूसल मेरी चूत से टकरा रहा था और मेरा मन कर रहा था के वो जल्दी से मेरी चूत को अपने मूसल से फाड़ डाले. मेरी चूत बे इंतेहा गीली हो चुकी थी. एमडी ने अपना लंड अपने हाथ मे पकड़ा और मेरी चूत को अपने लंड से मारने लगे,मुझे ऐसा लगा जैसे कोई लोहे के डंडे से मेरी चूत को मार रहा हो और उनके मोटे लंड का सूपड़ा मेरी क्लाइटॉरिस से टकराया तो जैसे मैं दीवानी हो गयी और भारी लंड की मार के साथ ही मैं सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स कर के एक दम से झड़ने लगी मेरे जूस से मेरी चूत भर गयी. मेरा दिल चाह रहा था के खुद ही अपने हाथो से उनका लंड पकड़ कर अपनी चूत मे घुसेड लू. मैं इतने जोश मे थी के मेरी टाँगें ऊपेर उठने और उनकी कमर पे लपेटने को बेताब थी पर वो मेरी थाइस पे बैठे थे इसी लिए मेरी टाँगें ऊपेर नही उठ सकती थी बस मैं अपनी गंद उछाल कर ही उनको लंड मेरी चूत के अंदर डालने का सिग्नल दे रही थी. पर शाएद उनका कुछ और ही प्लान था. अब इस समय पोज़िशन ऐसी थी के मुझे जॉब नही यह उनका मोटा लोहे जैसा मूसल लंड मेरी चूत के अंदर चाहिए था अट एनी कॉस्ट. आइ डॉन'ट नीड दा जॉब राइट नाउ, आइ वॉंट हिम टू फक मी विथ हिज़ आइरन रोड हार्ड कॉक. मैं उनका लंड पकड़ कर अपनी चूत मे घुसाने की कोशिश करने लगी और साथ मे बिनती करती जा रही थी फक मी सर प्लीज़, प्लीज़ फक मी नाउ प्लीज़ मेरी आवाज़ रोने जैसी हो गयी थी मेरी चूत मे ज़बरदस्त खुजली और सरसराहट होने लगी थी मेरी चूत को इस टाइम एक मोटा और सख़्त लंड चाहिए था चोदने के लिए. आइ वॉंट युवर कॉक इन माइ पुसी नाउ. चोद डालो सर प्लीज़ फाड़ डालो सर यह साली चूत को मार मार के इसका भोसड़ा बना दो मुझे कुछ नही चाहिए बॅस यह तुम्हारे मोटे लोहे जैसे मूसल को मेरी चूत के अंदर पेल दो और चोद डालो यह साली भेन्चोद चूत को, इसे ऐसा मस्त लंड चाहिए, इसको डाल दो मेरी प्यासी चूत के अंदर सर प्लीज़ मेरी चूत चुदासी की आग मे जल रही है, मेरी चूत की आग को अपने मूसल लंड से ठंडा करदो सर प्लीज़. अब मुझे ऐसे तगड़े मोटे हेवी लंड से बिल्कुल भी डर नही लग रहा था बलके मुझे ऐसे मस्त लंड पे प्यार आ रहा था और मैं सोच रही थी के कितनी लकी होगी वो लड़की जो ऐसे मस्त मूसल से चुदवा लेगी तो और यह के ऐसे मूसल की तो हर कोई लड़की कल्पना करती होगी के उसके पति का भी इतना बड़ा और मोटा लोहे जैसा सख़्त लंड होता और यहा तो मुझे फ्री मे ऐसे मस्त लौदे से चुदवाने का मौका मिल रहा था तो मेरी चूत ख़ुसी से लाल हो गयी थी और मस्ती मे खुद बा खुद खुल बंद हो रही थी.

मेरा शराब का ग्लास आधा ख़तम हो गया था और मेरा दिमाग़ सातवें आसमान पे था. मैं अब बहेकने लगी थी और सब संस्कार और रेस्पेक्ट को फेंक के ऑटोमॅटिकली मेरी ज़ुबान से गंदी गलियाँ निकल रही थी मैं बोल

रही थी चोद डाल रे भोसड़ी के दिखाई नही देती क्या तेरे कू ऐसी चिकनी चूत. मार डाल साली को, चोद डाल, इसका भुर्ता बना दे अपने मूसल से. डाल दे रे भेन्चोद देख मेरी चूत तेरे लौदे की दीवानी हो गयी है. चोद डाल रे क्या देख रहा है चूत को ऐसे घूर घूर के. पहले कभी ऐसी चूत नही देखी क्या. मेरी ज़ुबान से ऐसे शब्द सुन के एमडी के होंठो पे मुस्कुराहट आ गयी और वो मेरे ऊपेर से उठ गये तो मैं जैसे दीवानी हो गयी. एमडी उठ के अंदर के कमरे की तरफ जाने लगे तो मैं ने पुकारा अरे भदवे इधर आ साले कहाँ जा रहा है तेरी मा को चोदु. मैं शराब के और चुदाई के नशे मे पागल हो गयी थी. एमडी मेरी बात को अनसुनी कर के अंदर चले गये तो मैं अपने रिलॅक्सिंग वाली चेर से उठ कर उनके पीछे भागने लगी. मुझे किसी भी कीमत पर उनका लंड अपनी चूत के अंदर चाहिए था बॅस. मुझे ऐसे मस्त लंड से चुदना था अभी और इसी वक़्त. मेरी चूत फुदकने लगी थी. मैं एमडी के साथ उनके पीछे पीछे जाने लगी. और अपने हाथ मे शराब के ग्लास मे बची हुई शराब को एक ही घूँट मे अपने हलक मे उंड़ेल लिया और एमडी के पीछे जाते जाते शराब के ग्लास को काउंटर पर रख दिया और उनके पीछे कमरे के अंदर आ गयी. देखा तो एमडी अपनी टेबल पे रखी केवाई जेल्ली और दूसरे जेल्ली के ट्यूब्स और एक चौड़े मूह वाला जेल्ली से भरा जार भी उठा के बाहर निकल ने लगे तो मैं समझ गयी के अब वो जेल्ली लगा कर चोदेन्गे. रूम से बाहर निकलते निकलते उन्हो ने मेरे चिकने चूतदो को मसलना शुरूकर दिया और मैं उनका खंबे जैसा लंड पकड़ के उनके साथ बाहर आ गयी. उन्हो ने फिर मेरे लिए एक बड़ा सा ग्लास शराब का बनाया यह शराब वो पहले वाली नही थी बलके दूसरे कलर की थी जिसे मैं ने अभी तक टेस्ट नही किया था पर अब मेरा ध्यान उस शराब मे कहा था मेरे दिल ओ दिमाग़ मे तो बॅस उनका मूसल लंड घूम रहा था जिस से मेरी चूत चुदने को तय्यार थी और अब मैं चुदवाने के लिए कुछ भी करने को तय्यार थी. मैं ज़िंदगी मे इतनी चुदासी कभी नही हुई थी जितनी अब हो गई थी. शाएद यह शराब का नशा था या इतना मोटा लंबा गरम मूसल देख के मैं चुदासी हो गयी थी.

दोस्तो क्या स्नेहा एमडी का मोटा मूसल लंड अपनी चूत मे ले पाई क्या एमडी ने अपना लंड स्नेहा की चूत मे घुसा कर उसकी प्यासी चूत की प्यास बुझाई इसी सभी सवालो के जबाब के लिए पार्ट २२ पढ़े आपका दोस्त राज शर्मा

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:41 PM,
#23
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--22

गतान्क से आगे..........

एमडी ने मेरे हाथ मे वो शराब का ग्लास देते हुए कहा के इसे पी जाओ स्नेहा यह तुम्हारे बॉडी को मस्त कर देगा और तुम्हारी बॉडी एक दम से रिलॅक्स हो जाएगी तो मैं ने उसका एक सीप लिया तो मुझे कुछ मीठा मीठा लगा और मैं सारा ग्लास एक ही बारी मे घटक गयी और सच मे ही मेरे दिमाग़ मे एक सुकून जैसा आ गया और मुझे लगा जैसे मेरा बदन एक दम से रिलॅक्स हो गया हो पर साथ ही साथ मेरे बदन मे एक टाइप की आग लग गयी और मेरा बदन गरम हो गया. एमडी ने मुझे फिर से उसी रिलॅक्सिंग चेर पे बिठा दिया और कुछ लीवर्स दबाया तो वो चेर बॅक पे से एक शेप मे बन गयी जिस से कमर की

तरफ से मेरा बदन एक हल्के से "स" के शेप मे हो गया. मैं उसके चेर के दोनो तरफ अपने दोनो पैर डाल के, अपने पैरो को खोल के आराम से लेट गयी. मेरे पैर फ्लोर पे थे और टाँगें खुलने की वजह से चूत भी एक दम से सॉफ दिखाई देने लगी और कुछ ऊँची भी हो गयी. उसपे लेटने से मेरी चूत थोड़ी ऊपेर उठ गयी और मेरे बूब्स भी क्लियर सकिंग पोज़िशन मे आ गये. एमडी ने मुझे लिटा दिया और खुद एक बार फिर से मेरे दोनो थाइस के बीचे मे बैठ गये और मेरी थाइस को अपने थाइस पे रख लिया, ऐसा बैठने से उनका लंड किसी रेडी-टू-फाइयर मिज़ाइल की तरह से मेरी फड़कती चूत के सामने खड़ा था और मेरी चूत उस मिज़ाइल से फटने को बेचैन थी. वो झुक के मेरी चूत को किस करने लगे. थोड़ी देर ऐसे ही चूत को चाटने के बाद वो चेर के एंड पे आ गये पीछे हट के चेर से नीचे ही बैठ गये और मेरी चूत को चूसने लगे. शराब के असर से मेरा दिल ओ दिमाग़ चुदने को मचलने लगा. पता नही ऐसी कैसी शराब थी जो मुझे और ज़ियादा चुदासी बना रही थी. उनकी ज़ुबान अपने चूत के अंदर महसूस करते ही मेरा हाथ उनके सर पे आ गया और मैं अपनी गंद उठा के उनके मूह पे अपनी चूत को रगड़ने लगी. वो चूत को चाटने मे बड़े एक्सपर्ट लग रहे थे. ज़ुबान को गोल करके चूत के अंदर बाहर किया और एक ही मिनिट के अंदर मेरा बदन और मेरी चूत काँपने लगे और मैं झड़ने लगी. मेरा बदन एक मिनिट टाइट हुआ फिर ढीला पड़ गया. मैं तो झाड़ चुकी थी पर एमडी ने मेरी चूत को नही छोड़ा था वो लगातार मेरी चूत को चाट रहे थे और मुझे दीवाना बना रहे थे.

थोड़ी ही देर के अंदर, मैं एक बार फिर से फुल मूड मे आ गयी और पहले से ज़ियादा चुदासी हो गयी. एमडी ने अपना हाथ बढ़ा के करीब रखा शराब का ग्लास मेरे हाथ मे थमा दिया और बोले के इसे पी जाओ स्नेहा तो मैं ने टेस्ट किया तो वो थोड़ा बिट्टर था पर अब मैं एक ही दिन के अंदर शराब पीने से अड्जस्ट होने लगी थी इसी लिए मैं ने हल्की हल्की चुस्की लेते हुए शराब पीना स्टार्ट किया. यह शराब कुछ ज़ियादा ही स्ट्रॉंग लग रही थी. मुझे महसूस हो रहा था के मुझे अब बे इंतेहा नशा चढ़ने लगा था, मैं अपने आप मे नही थी और मेरा दिमाग़ अब गोल गोल घूमने लगा था. इधर उनके चाटने से मेरी चूत एक बार फिर से गरम और गीली हो चुकी थी और चुदने को बेताब थी. यह ग्लास की नयी शराब से मैं एक दम से मस्त हो गयी थी और एक बार फिर से बहेकने लगी. मैं ने एक बार फिर से एमडी को गलियाँ देनी शुरू कर दी. क्या चाट रहा है रे साले चोद डाल मेरी चूत को हरामी. देखता नही मेरी चूत तेरे लौदे को पुकार रही है. मेरी चूत को चाट ता ही रहेगा के इसे चोदेगा भी तेरे लंड से चल उठ और चोद डाल मेरी बेचैन चूत को. एमडी के ऊपेर मेरी गलियों का कोई असर नही दिखाई दिया और वो वैसे ही मेरी चूत को

चाट चाट के मुझे तय्यार करने लगे. जब उनको एहसास हो गया के अब मेरी चूत उनके लंड से चुद सकती है तो उन्हो ने करीब रखी केवाई जेल्ली का ट्यूब उठाया और मेरी गीली चूत के अंदर घुसा दिया. ओऊऊईईईइ माआआआअ जेल्ली का ऑलमोस्ट आधा ट्यूब घुसा दिया था मैं समझी के उनका लंड मेरी चूत के अंदर घुस गया है. और फिर देखते ही देखते उन्हो ने जेल्ली का ट्यूब ज़ोर से दबाया तो ठंडी और लूब्रिकॅंट जेल्ली ट्यूब से निकाल के मेरी चूत को भरने लगी. जेल्ली के अंदर निकलने से मुझे ऐसा लगा जैसे एमडी के लंड से मलाई निकल रही है और बॅस फिर क्या था मेरी चूत भी बे बस हो गयी और मैं झड़ने लगी. जब मेरी चूत जेल्ली से भर गयी और जेल्ली चूत के बाहर निकलने लगी तो उन्हो ने ट्यूब को बाहर निकाल लिया और ऊपेर चढ़ के आ गये और मेरे पैरो के दोनो तरफ अपने दोनो पैर डाल के खड़े हो गये. उनका लंबा मोटा और जोश मे लहराता हुआ मूसल जैसा लंड देख के मेरी गंद ही फॅट गयी पर मैं तो शराब के नशे मे थी दूसरे ही सेकेंड मुझे वो लंड बोहोत ही अछा और मस्त लगने लगा और मैं चुदने को बेताब होने लगी और मैने एमडी से बोला के मादरचोद क्या देख रहा है रे साले डाल दे ना इसको मेरी चूत के अंदर कब तक ऐसे ही खड़ा रहेगा रे भेन्चोद चल आ जा. एमडी मेरी बात सुन के मुझे देखते हुए मुस्कुराए और अपना हाथ बढ़ा के टेबल पे रखी चौड़े मूह वाले जार को उठा लिया और अपने हाथ से अपना लंड पकड़ा और अपने लंड को उस जर मे घुसा दिया और जार के अंदर गोल गोल घुमाने लगे जिस से सारी जेल्ली से उनका लंड भर गया. एमडी मेरे ऊपेर झुक के आ गये. अपने पैरो को मेरे पैरो के बीच रख के खड़े हो के मेरे ऊपेर झुक गये और अपनी ज़ुबान मेरे मूह मे डाल के किस करने लगे और मेरे बूब्स को मसल्ने लगे. उनका लंड मेरी चूत के पंखदिओं के बीच मे था. उन्हो ने एक धक्का धीरे से मारा तो उनका लंड मेरे चूत के दाने ( क्लाइटॉरिस ) को रगड़ता हुआ ऊपेर उठ गया, मैं तो जैसे दीवानी हो गयी. उनके लौदे का सख़्त सूपड़ा मेरी चूत के दाने को मारता हुआ ऊपेर फिसल गया था. मैं उनके किस से कुछ और मदहोश हो गयी और मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली हमारे बदन के बीच मे आ गया और मैं ने उनका लंड अपने दोनो हाथो मे पकड़ लिया और अपनी चूत के अंदर ऊपेर से नीचे रगड़ने लगी तो उन्हो ने एक धक्का मारा तो एक बार फिर से उनका लंड चूत से फिसल कर ऊपेर निकल गया, शाएद लंड को मेरी चूत का सुराख दिखाई नही दे रहा था.

एमडी का लंड चूत से फिसल गया

मैं उनके लंड को पकड़े अपनी चूत मे घिस्स रही थी, मेरी टाँगें उनके बॅक पे लपेटी हुई थी और ऐसे ही उनके लंड को चूत के अंदर घिसते ही घिसते उनके लंड का सूपड़ा मेरी चूत के सुराख मे फिट बैठ गया तो मैं ने अपना हाथ हटा लिया और उनके चूतदो को पकड़ के अपनी चूत के अंदर उनको लंड घुसाने का न्योता दिया. वो किस करते करते मेरी आँखो मे देख रहे थे, उनका लंड मेरी चूत के सुराख मे टाइट बैठा हुआ था. लंड जेल्ली से पूरी तरह से सना हुआ था. उनका इस तरह से घूर्ना मुझे अजीब लगा लैकिन मैं तो इतनी चुदासी थी के कुछ समझना नही चाहती थी. मैं एक बार फिर से गाली दे के बोली क्या देख रहा है रे भोसड़ी के चोद डाल रे देख मेरी चूत तेरे लंड का स्वागत करने को तय्यार है. उन्हो ने मेरी आँखो मे आँखें डाल के पूछा रेडी हो तो मैं ने बोला तो क्या समझता है मादर चोद तेरे नीचे नंगे लेट के मैं क्या करवाना चाहती हू.. चोद डाल रे डाल दे अंदर पेल दे अपने लंड को मेरी चूत के अंदर भेन्चोद. चल अब डाल ज़ियादा देर ना कर. देख मेरी चूत कैसे गीली हो गयी है. उन्हो ने अपना हाथ दोनो के बीच मे डाला और अपने लंड के सूपदे को जो चूत के सुराख मे धंसा हुआ था बाहर निकाल लिया तो मैं फिर से बेचैन हो गयी और बोली के क्यों निकाला रे साले डाल दे

अंदर और फिर मैं अपना हाथ बीच मे डाल के फिर से लंड को चूत के सुराख मे अटकाना चाहती थी लैकिन मेरे देखते ही देखते उन्हो ने अपने लंड को बाहर निकाला और जेल्ली के जार मे एक बार फिर से लंड डाल के गोल घुमाया और आव देखा ना ताव, एक सेकेंड के अंदर ही अपने मोटे ख़तरनाक मिज़ाइल से चूत के टारगेट का निशाना लिया और पूरी ताक़त से एक ही पॉवरफुल झटके मे मेरी चूत के अंदर घुसेड दिया. मेरी चूत के अंदर जलता हुआ मिज़ाइल घुस गया. मेरी चूत के अंदर 1000 वॉल्ट का करेंट दौड़ गया और मेरी चूत के अंदर एक ब्लास्ट हुआ और मेरे मूह से एक बोहोत ही लंबी चीख निकल गयी उउउउउउउउउउउउउउउउउउईईईईईईईईईईईइ म्‍म्म्मममाआआआआआअ म्‍म्म्ममाआआआअरर्र्र्र्र्र्ररर गगग्गगाआआआयययययईई र्र्र्र्र्र्र्र्रररीईईईईईईईईई मुझे लगा जैसे मेरे बदन के अंदर कोई गरम गरम लोहे का खंबा घुसा दिया गया हो. जैसे किसी ने मेरी चूत मे तलवार डाल के मेरे बदन के दो टुकड़े कर दिए हो, मेरी आँख से आँसू निकलने लगे, मेरे दिमाग़ मे जैसे सारे शहेर की दीवाली के लाखो करोड़ो ( क्रॉरेस ) पटाखे एक साथ ही फूटने लगे, फुलझारिया जलने लगी, मेरी आँखो के सामने कमरा घूमता नज़र आया और फिर सितारो भरा काला आसमान आ गया और मैं अमावस जैसी काली और अंधेरी रात मे हवाओ मे उड़ने लगी, दिमाग़ मे सायँ सायँ कर के आँधियाँ चलने लगी. मेरा बदन ढीला पड़ गया और हाथ पैर बेजान हो के चेर के दोनो तरफ झूलने लगे. मेरी साँसें बहुत ही गहरी और तेज़ चल रही थी, मेरा बदन पसीने से भीग गया था. उनका बोहोत ही मोटा और सख़्त लंड किसी मिज़ाइल की तरह से मेरी चूत को फाड़ता हुआ पूरा जड़ तक घुसता ही चला गया और मेरे हलक तक घुस के ही रुका. मैं तो एक मिनिट के लिए बेजान गुड़िया की तरह उनके बदन के नीचे दबी पड़ी रही. उनका लंड बहुत ही गरम था जिस से मेरी चूत अंदर ही अंदर पिघलने लगी. मेरी चूत एक बार फिर से फॅट गयी थी और खून निकलने लगा था. इस टाइम मेरी चूत तीसरी टाइम फटी थी. एक तो जब मेरी शादी हुई थी तो सतीश के लंड पर मेरी चूत क़ुरबान हो गयी थी फिर मुंबई के रास्ते मे राज के लंड से मेरी चूत दूसरी टाइम फटी और अब एमडी के हाथी लंड जैसे लंड से चुद के फटी थी.

एमडी का मोटा मूसल लंड चूत के अंदर फँस गया.

अपना मूसल मेरी चूत के अंदर डाले डाले वो मेरे बदन पे कुछ देर तक बिना धक्के लगाए ऐसे ही पड़े रहे. उनका लंड मेरी चूत के अंदर फूल रहा था जैसे गुस्से से फुनाक रहा हो. थोड़ी देर मे मेरे होश ठिकाने आए तो देखा के वो अपना लंड मेरी चूत मे घुसेडे मेरे ऊपेर पड़े है. जब मैं होश मे वापस आए तो पहले तो मेरी समझ मे नही आया के क्या हुआ है और यह के मैं कहा हू, फिर तीन चार सेकेंड्स के अंदर ही मेरी समझ मे आ गया के मैं यहा जॉब की तलाश मे आई थी और अब एमडी अपने लंड को मेरी चूत के अंदर तक घुसेड के मेरा इंटरव्यू ले रहे है. मेरी समझ मे नही आया के यह कैसा इंटरव्यू है, ऐसा इंटरव्यू आज से पहले ना कही देखा ना सुना. खैर अब मुझे फॉरन ही याद आ गया था के मुझे जॉब की ज़रूरत है और यह आदमी जो मुझे चोद रहा है मुझे एक

बोहोत ही अछा जॉब दे सकता है तो मैं ने अपनी चूत के दर्द को बर्दाश्त किया और एमडी को चूमने लगी. जब उन्हो ने देखा के मैं अब अपने होश ओ हवास मे वापस आ गयी हू तो वो मुस्कुराए, उनको देख के मैं भी मुस्कुरा दी. मेरा सारा नशा उतर चुका था और अब मुझे उनका मोटा लंड अपने हलक के अंदर तक महसूस हो रहा था. मेरी चूत जितनी चौड़ी हो सकती थी हो चुकी थी पूरी तरह से खुल गयी थी और शाएद सूज भी गयी थी क्यॉंके मुझे मेरी चूत का पेन महसूस हो रहा था. मुझे अपनी चूत इतनी फुल कभी भी महसूस नही हुई थी जितनी उनके लंड घुसने से हुई ईवन राज शर्मा का लंड भी एमडी के लंड के मुक़ाबले मे छोटा नज़र आ रहा था.

अभी तो आधा ही लंड चूत के अंदर है.

वो मेरी आँखो मे देखते हुए मुस्कुराने लगे तो मैण भी मुस्कुरा दी. उन्हो ने पूछा कैसा लग रहा है स्नेहा तो मैण ने बोला के अब ठीक है सर. उन्हो ने पूछा कुछ पिओगी तो मैं ने हा मे सर हिला दिया तो उन्हो ने करीब रखी टेबल से शराब का ग्लास मेरे हाथ मे दे दिया. उनका लंड अंदर ही डाले डाले मैं थोड़ा सा ऊपेर उठी और एक ही साँस मे सारी शराब पी गयी. जब शराब की जलन मेरे हलक मे ख़तम हुई तो मुझे सुकून महसूस हुआ और फिर मैने अपने पैर उनकी कमर से लपेट लिए और अपने हाथ उनकी गर्दन मे डाल के अपने ऊपेर झुका के किस करने लगी. अब वो धीरे से अपने लंड को बाहर निकालने लगे तो मेरी चूत की चॅम्डी उनके लंड के साथ बाहर आने लगी जिस से मेरी चूत मे आग लग गयी और जलन महसूस होने लगी. मेरी चूत के अंदर उनके लंड का एक एक इंच अंदर से बाहर निकलता हुआ मुझे महसूस हो रहा था. शराब ने अपना असर दिखना शुरू कर दिया था और मैं फिर से चुदासी हो गयी.

दोस्तो आपने देखा स्नेहा ने एमडी मूसल अपनी चूत मे लेलिया अब एमडी और स्नेहा की मस्त चुदाई अगले पार्ट मे पढ़े

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:42 PM,
#24
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--23

गतान्क से आगे..........

अब मुझे इस बात की भी परवाह नही थी के इतने लंबे मोटे लंड से

चुदवाना कोई बच्चो का खेल नही पर अब मैं चुदने को तय्यार थी. अपनी गंद उठा के ऊपेर की तरफ एक धक्का मारा तो उनका बाहर निकलता हुआ लंड अंदर ही रुक गया और उन्हो ने वापस अपने मूसल को मेरी ज़ख़्मी चूत के अंदर घुसेड दिया. एमडी अब मुझे चोदने लगे था. मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था. अब मैं बोलने लगी थी आअहह आईसीईए ह्हाइयीयीयियी उउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ आआआआहह कककककककककककचूऊऊद्ददडूऊऊ फ्फ्व्यूक्क्क म्‍म्म्मीईए ह्चेयेयेयायार्रर्डड्डड्ड हीईईईई प्प्प्प्प्प्प्प्फ्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआद्द्द्द्द द्द्द्द्द्द्दाआआआल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊ ईईईईहह स्स्स्स्साआआआआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लीईईईइ कककककककचूऊऊऊथतत कूऊव. हहाअईई ब्ब्ब्बूओह्ह्ह्हूओत्त्त्त म्‍म्म्माआज़्ज़्ज़्ज़ाआ आआ राअयाया हहाआईईए अओउर्र्र ज़्ज़्ज़ूओररर सस्सीए कक्चहूओददडूऊ. ऐसा मज़ा मुझे ज़िंदगी मे कभी नही आया था. इतने बड़े और मोटे लंड को चूत के अंदर लेने की ख़ुसी का नशा था जिस से मेरी आँखें मस्ती मे बंद हो गयी थी. अब मेरी चूत उनके लंड से अड्जस्ट हो गयी थी और मेरी चूत के अंदर उनका लंड आसानी से अंदर बाहर हो रहा था. अब वो मस्ती मे धक्के मार मार के मुझे चोद रहे थे, 8 – 10 धक्के आधा लंड बाहर निकाल के धीरे से मारते और फिर 2 – 3 धक्के पूरी ताक़त से मारते. 2 – 3 मिनिट के अंदर ही मैं तो झड़ने लगी. चूत मेरे रस से भर गयी थी और अंदर से तो बोहोत ही स्लिपरी हो गयी थी. केवाई जेल्ली की चिकनाहट और मेरा रस और फिर उनके लंड की जेल्ली भी तो चूत के अंदर चली गयी थी. उन्हो ने चेर के हॅंडल को पकड़ के चोदना शुरू किया और दीवानो की तरह से चोदने लगे पूरी ताक़त से चोद रहे थे. ऐसा लग रहा था जैसे आज पहली बार किसी चूत के अंदर लंड डाल के चोद रहे हो. मेरी चूत का कचूमर निकल रहा था और वो बिन दास चोद रहे थे. मैं फिर से झड़ने लगी. मैं ने उनको टाइट पकड़ लिया. वो अपने पैर फ्लोर पे जमाए अपने हाथो को मेरी बगल से अंदर डाल के चेर के डंडे को पकड़ के पूरी ताक़त से चोद रहे थे बोहतो ही पवरफुल झटके मार रहे थे. मेरा बदन ऐसे हिल रहा था जैसे मानो कोई अर्तक्वेक आया हो. ऐसी पोज़िशन मे मैं हिल भी नही सकती थी और उनके धक्को से मेरे सारे बदन मे एलेक्ट्रिक के झटके महसूस हो रहे थे. थोड़ी ही देरमे उनके झटके तूफ़ानी रफ़्तार से लगने लगे वो फुल स्पीड से चोद रहे थे. उनका बदन पसीने से भर गया था. पसीने की एक बूँद उनकी नाक पे आ गयी और इस से पहेल के वो बूँद नीचे टपके मैं थोड़ा सा उठी और अपनी ज़ुबान उनकी नाक तक ले गयी और उनकी टपकती बूँद को चाट लिया. थोड़ी देर ऐसे ही तूफ़ानी धक्के लगाने के बाद उनका मूसल लंड मुझे अपनी चूत के अंदर फूलता हुआ महसूस होने लगा मैं समझ गयी के अब वो भी अपनी मलाई निकालने वाले है. और हुआ भी वोही. उनके धक्के किसी रेलवे एंजिन के शॅफ्ट की तरह से चल रहे थे और, मैं भी अपनी चूतड़ उठा उठा के

मस्ती मैं चुद रही थी. फ्री एक इतनी ज़ोर से झटका मारा के मेरी मूह से चीख निकल गये ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममाआआ माआआआआआररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रृिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स उउउउउउउउउउउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह, मेरा बदन टाइट हो गया मैं ने उनके बदन को बहुत ज़ोर से पकड़ लिया. उन्हो ने अपने लंड को फाइनली एक झटके मे अंदर जड़ तक घुसेड दिया और उनके लंड से मलाई के फव्वारे निकलने लगी. मलाई निकलती ही चली गयी इतनी निकली के मुझे डाउट होने लगा के यह उनकी मलाई निकल रही है या मेरी चूत के अंदर पेशाब कर रहे है. उनकी मलाई की पहली धार के साथी ही मेरी चूत ने मेरा साथ छोड़ दिया और मैं बड़े ज़ोर से झड़ने लगी ऐसे झड़ी जैसे मैं कभी नही झड़ी थी मानो मेरी चूत का सारा रस आज ही ख़तम हो जाएगा. मेरी चूत के अंदर ही अंदर अपने लौदे को डाले डाले वो गहरी गहरी साँसें लेते हुए मेरे बदन पे कोलॅप्स हो गये.

मलाई का फव्वारा निकला ऐसे निकला जैसे पिसाब कर रहे हो

थोड़ी देर तक हम दोनो ऐसे ही लेटे गहरी गहरी साँसें लेते हुए लेते रहे. उनका लंड अभी तक आकड़ा हुआ फुल्ली एरेक्ट मेरी चूत के अंदर ही फूल रहा था और शाएद ऐसी छोटी चूत को चोद चोद के फाड़ने का और ऐसी मस्त चुदाई का जशन मना रहा था. दोनो के बदन पसीने से शरबूर थे. पसीना ऐसे बह रहा था जैसे हम शवर ले के निकले है. उन्हो ने हाथ बढ़ा के अपनी चेर से छोटा सा टवल उठाया और मेरे बदन के पसीने को सॉफ करने लगे. यह देख के मुझे उनपे बोहोत ही प्यार आया और मैं सोचने लगी के अगर यह मुझे जॉब ना भी दे और अपने साथ ऐसी ही रख ले तो भी मैं बिना जॉब के उनके साथ रहने को तय्यार हू. अब मुझे उनसे और उनके लंड से प्यार हो गया था. इनका लंड राज के लंड से भी ज़ियादा लंबा, ज़ियादा मोटा और ज़ियादा ही सख़्त और ताकतवर था. मेरे सीने और पेट से पसीने की बूँदें

सॉफ कर के अपने बदन का पसीना भी पोंछने लगे. जब पसीना पूरा सॉफ हो गया तो पता चला के रूम मे एरकॉनडिशन भी चल रहा है और कमरा ठंडा भी है जिसका हमै ऐसी गरमा गरम चुदाई मे महसूस ही नही हुआ. पसीना पोछने के बाद उन्हो ने वही करीब टेबल से एक पेपर और पेन उठाया और पेपर को मेरे नंगे बूब्स पे रख दिया और पेन खोल के मेरी आँखो मे देखते हुए बोले के तुम इंटरव्यू का एक पड़ाव तो पार कर चुकी हो और पेपर पे साइन कर के मुझे दिखाने लगे. यह अपायंटमेंट लेटर था. मुझे अपने अपायंटमेंट लेटर के साइन से बहुत ही ख़ुसी हुई और मैं ख़ुसी से झूमने लगी और मन ही मन सोचने लगी के चलो अब हमारे बुरे दिन ख़तम हो जाएँगे और सारे दुख दरद दूर हो जाएगे. मैं ख़ुसी से पागल हो गयी थी और फॉरन ही उनके गले मे अपनी बाहें डाल के उनको झुकाया और उनके चेहरे पे किस की बारिस करदी. फिर फॉरन ही मैं अपनी ख़ुसी से बाहर आ गयी और मैं ने पूछा एक पड़ाव का क्या मतलब है सर ? तो उन्हो ने बोला के यह तो सिर्फ़ अपायंटमेंट लेटर है, अभी तो कांट्रॅक्ट पेपर भी साइन करना है ना, तो मैं ने पूछा के वो कब करेंगे तो उन्हो ने बोला के जब तुम अपना दूसरा सुराख मेरे हवाले करदोगी तब. तो मैं हैरानी से उनको देखने लगी और पूछा क्या मतलब ? तो उन्हो ने बोला के जब तुम्हारी गंद मार लूँगा तब कांट्रॅक्ट साइन करूँगा तो मैं दंग रह गयी और हैरत से खाली खाली आँखो से उन्है देखने लगी और यह सुन कर के वो अपने इतने लंबे मोटे लोहे जैसे खंबे से मेरी गंद मारने का इरादा रखते है तो मेरी गंद तो बिना मरवाए ही फॅट गयी. पर क्या कर सकती थी मुझे तो जॉब चाहिए था ना तो मैं ने ठीक है सर कह दिया तो उन्हो ने बोला के अब सर नही अब तुम मुझे सिर्फ़ डीके कहोगी, मेरा नाम दिलदार ख़ान है सब लोग मुझे डीके कहते है तुम भी आज से मुझे डीके कहोगी ) तो मैं ने ओके सर बोला तो उन्हो ने फिर से बोला के सर नही तो मैं ने फिर बोला के ठीक है डीके मार लेना मेरी गंद जब चाहे तो उन्हो ने कहा के मेरा इरादा तो अभी तुम्हारी गंद मारने का है तो मैं ने बोला के थोड़ा वेट करेंगे क्या डीके आप तो उन्हो ने कहा कोई बात नही और अपना लंड जो अभी तक मेरी चूत के अंदर अपनी जीत का जशन मना रहा था. मेरी चूत के अंदर ही अंदर उनका लंड हरकत मे आ गया था और इस से पहले के मैं संभालती, देखते ही देखते एक बार फिर से डीके मुझे चोदने लगे. मेरी टाँगें ऑटोमॅटिकली ऊपेर उठ गयी और मैं ने उनके कमर पे लपेट ली और उनको झुका के किस करने लगी और बोली के बोहोत ताकतवर है आपका लंड डीके तो वो मुस्कुरा दिए और बोले के पसंद नही आया तुम्हे तो मैं ने उनको एक ज़बरदस्त चुंबन दे डाला और बोला के ऐसे लंड पे तो मैं अपनी ज़िंदगी क़ुरबान करने को तय्यार हू डीके. मुझे किसी का भी लंड नही चाहिए आपके लंड से चुदने के बाद कोई मुझे मुझे सॅटिस्फाइ नही कर सकती और कोई वो मज़ा नही दे सकता जो आप ने दिया है. जो इतनी देर से उनका लंड मेरी चूत के

अंदर घुसा हुआ था तब से अब तक चूत के पूरा बाहर नही निकला था. शाएद 40 – 45 मिनिट से मेरी चूत के अंदर ही था और आभी तक थोड़ा भी नरम नही हुआ था वैसे का वैसा ही लोहे जैसा सख़्त मूसल बना हुआ था.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:42 PM,
#25
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--24

गतान्क से आगे..........

वो मेरे ऊपेर झुके हुए थे, अपनी ज़ुबान को मेरे मूह मे डाल दिया था और हम दोनो एक दूसरे की ज़ुबान को किसी नये नवेले लवर्स की तरह से चूस रहे थे और वो धीरे धीरे अपना लंड अंदर बाहर कर के मुझे चोदने लगे. अब वो बोहोत ही इतमीनान से चोद रहे थे जैसे चुदाई का खेल खेल रहे हो. लंड अंदर बाहर हो रहा था जैसे कोई मशीन हो और ऑटोमॅटिकली लंड, चूत के अंदर बाहर चल रहा हो. टेबल से फिर से शराब का ग्लास उठाया और मेरे हाथ मे दे दिया और खुद बॉटल ही मूह को लगा ली. मैं एक बार फिर से शराब को एक ही घूँट मे पी गयी और पूरा ग्लास खाली कर दिया. अब मैं किसी पक्के बेवड़े शराबी की तरह से शराब पी रही थी. आक्च्युयली मैं नशे मे धुत्त थी लैकिन जैसे ही डीके ने पहले टाइम एक ही झटके मे मेरी चूत को फाडा था, उसी वक़्त मेरा सारा नशा उतर गया था इसी लिए मुझे अब शराब पीते हुए ऐसा लग रहा था जैसे मैं फ्रेश होकरअब शराब पी रही हू इसी लिए ग्लास को अपने मूह से लगाया और सारी शराब ख़तम होने तक अपने मूह से ग्लास को अलग नही किया. अब फिर से मेरे बदन मे जान पड़ गयी थी. कुछ तो शराब का असर था और कुछ डीके का लंड अपनी चूत के अंदर फील कर के मैं मस्ती मे आ गयी थी. चूत के अंदर जो जेल्ली थी अब उसका असर अभी था और चूत स्लिपरी थी. डीके बोहोत ही मस्त चुदाई कर रहे थे. लंड को अब पूरा हेड तक चूत के बाहर निकाल निकाल के मार रहे थे और मेरी चूत की पंखाड़ियाँ लंड के साथ अंदर जा रही थी और लंड के साथ बाहर आ रही थी.

डीके मुझे पागलो की तरह से चोदने लगे

मेरी चूत के पंखाड़ियाँ मोटे हो गये थे लैकिन ऐसे दरद मे भी एक मज़ा था. मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था. डीके के धक्के अब तेज़ होने लगे थे और फिर देखते ही देखते वो मुझे पागलो की तरह से चोदने लगे और उनका एक पवरफुल धक्का जो मेरी बच्चे दानी से लगा तो मैं फॉरन ही काँपते हुए झड़ने लगी और उन से लिपट गयी. मुझे बे इंतेहा मज़ा आ रहा था उनका मोटा लंड मेरी चूत के अंदर बोहोत ही अछा लग रहा था और मैं किसी चीप बाज़ारु रंडी की तरह बोल रही थी. सीखह्हूवूवाय्ड्डडोवूवू हहाआऐईईई आऐईसस्स्सीईए हहिईीईई म्‍म्म्माआर्र्रूऊओ चहूऊततत कककूऊव प्पफाआद्दद्ड डाअलल्ल्लूऊओ ईईईईहह ऊऊओिईईईईईई माआआआ ककक्कीईईईय्ाआ म्‍म्म्ममाआआसस्स्स्स्थथत्तत्त ल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऔउउउउउद्द्द्द्दाआअ हहाऐईयईई आऐईइस्स्स्स्सीई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ड्ड्ड्ड्ड्द्द्द्द कककककक हहाआईईए टत्त्तीईररररीईई ल्ल्लूउउउन्न्ञँद्द्द्द्ड ककक्कीईईई प्प्प्पूऊज्ज्ज्जाआ सीसीक्कययारररॉनंग्ज्ज्जियीयैआइयैयीयीयियी आआईएसस्साअ म्मास्स्स्थथत्टटटतत्त ल्ल्ल्लुउउउउउउन्न्न्न्न्द्द्द्द्द हहाइईईईईईईईईई र्र्र्र्र्र्र्रररीईईई त्ट्टीईईईरर्र्र्र्र्र्ररराआआआआआअ ककककककककचूऊऊद्द्दद्ड. मेरी छोटी सी चिकनी चूत बड़े और मोटे लंड का मज़ा लेने लगी थी. मैं अपनी गंद उठा उठा के अपनी चूत को उनके मूसल पे घुसेड रही थी. बहुत ही मज़ा आ रहा था यह चुदाई मे. यह सब सुनके वो और जोश मे आ गये थे और एक

बार फिर तूफ़ानी रफ़्तार से चोदने लगे कमरा चुदाई के पचा पच की मधुर संगीत से गूँज रहा था. जितने टाइम उनका लंड मेरी बच्चे दानी से टकराता था, मैं उतने टाइम झाड़ जाती थी. पता नही मैं मस्ती मे अब तक कितने टाइम झाड़ चुकी थी. मेरी चूत रस से भर चुकी थी और अब डीके का मिज़ाइल लंड मेरी चूत मे आसानी से अंदर बाहर हो के चोद रहा था. मेरी चूत अब आसानी से उनका पूरा लंड अपने अंदर तक ले रही थी अब मुझे कोई तकलीफ़ नही हो रही थी, मेरी छोटी चूत उनके मोटे लंड की आदि हो चुकी थी और मुझे उनके मूसल से थोड़ा भी दरद नही हो रहा था बलके मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था.

डीके रिलॅक्सिंग चेर पे लेटे लेटे मुझे चोद रहे है

मेरी चूत अपनी पूरी हदो को पार करते हुए पूरी तरह से खुल चुकी थी. डीके के लंड से अभी अभी थोड़ी ही देर पहले यह इतनी बोहोत सी मलाई निकल चुकी थी और मुझे पता था के वो इतनी जल्दी अपनी मलाई छोड़ने वाले नही थे

लैकिन मैं तो ऐसी पवरफुल चुदाई से झड़ती ही चली जा रही थी. देखते ही देखते उनके धक्के तूफ़ानी होते चले गये और अब वो मुझे बोहोत टाइट पकड़ के पागलो की तरह से चोद रहे थे ऐसा लग रहा था जैसे रिलॅक्सिंग चेर मे ज़लज़ला आ गया हो. वो मुझे ऐसे चोद रहे थे लाइक देअर ईज़ नो टुमॉरो. उनका लंड अपनी चूत के अंदर मुझे कुछ ज़ियादा ही मोटा और फूलता हुआ महसूस होने लगा तो मैं फिर समझ गयी के अब यह अपनी चरम सीमा पर पोहोच चुके है. और सच मे हुआ भी ऐसा ही चूत को मारते मारते उन्हो ने एक टाइम अपना लंड, चूत के पूरा बाहर तक निकाल लिया और फिर इस से पहले के मेरी चूत संभाल सके, मेरी चूत पे एक ज़ोर का झटका मारा, उनका मूसल लंड किसी तीर की तरह से मेरी सूजी हुई चूत के अंदर घुसता ही चला गया और सीधा मेरी फड़कती हुई बच्चे दानी के अंदर घुस्स कर ही रुका, मेरी आँखो से एक बार फिर से आँसू निकलने लगे ( शाएद वो लड़की जानती होगी जिसे ऐसे मस्त लंड से चुदवाने का मोका मिला होगा के यह आँसू तकलीफ़ के नही बलके मज़े के और सॅटिस्फॅक्षन पाने के और ख़ुसी के आँसू होते है, ऐसे आँसू चूत के तृप्त पाने के बाद ही निकलते है ). उनका लंड का सूपड़ा मेरी बच्चे दानी के मूह के अंदर ज़ोर से चुभ गया था और मेरे मूह से एक चीख निकल गयी म्‍म्म्ममममाआआआआअरर्र्र्ररर गगगगगगगगाआआआआयययययययईईई म्‍म्म्माआआआआ, फफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ और मैं उनसे बहुत ज़ोर से लिपट गयी और फिर उसी झटके के साथ ही अपने मूसल लंड को मेरी चूत के अंदर ही दफ़न कर दिया और लंड मे से एक बार फिर से मोटी मोटी गरम गरम गाढ़ी गाढ़ी मलाई का फव्वारा उड़ उड़ के मेरी बच्चे दानी को भरने लगा. उनकी पहली धार के साथ ही मैं एक बार फिर से झाड़ गयी. वो फिर से बे दम हो के मेरे बदन पे गिर पड़े. हम दोनो एक बार फिर से पसीने से भीग चुके थे. एक तरफ तो मैं ऐसे ख़तरनाक लंड से चुदाई के बाद थक्क गयी थी तो दूसरी तरफ ऐसी मस्त चुदाई से एक दम से निहाल हो उठी थी. मेरा रोम रोम ख़ुसी और सॅटिस्फॅक्षन से झूम रहा था. ऐसी मस्त चुदाई शाएद किसी किस्मेत वाली लड़की को ही नसीब होती होगी और मैं अपने आपको खुस किस्मेत समझने लगी थी.

डीके का मोटा लंड ऐसा था जिसे देखते ही मेरी गंद फॅट गयी

वो थोड़ी देर तक मेरे ऊपेर ऐसे ही गहरी गहरी साँसें लेते पड़े रहे. हम दोनो के बदन एक बार फिर से पसीने से भीग चुके थे. उनकी आँखें बंद हो गयी थी और मेरे कान मैं धीरे से बोले स्नेहा यू आर सिंप्ली अमेज़िंग, यू आर दा बेस्ट, यू आर गोयिंग टू बी विथ मी फॉरेवर. आइ विल कीप यू ऑल्वेज़ विथ मी. अपने से कभी जुदा नही होने दूँगा तुम जो चाहोगी मिलेगा. अपनी इतनी तारीफ सुनके मेरे दिल मे लड्डू फूट रहे थे और दिमाग़ खुशी से भर गया था. लड़कियो को पता है के वो किसी गैर मर्द से अपनी तारीफ सुन के कितनी खुश होती है. मैं डीके को बे तहाशा चूमने लगी और बोली के डीके आइ आम ऑल युवर्ज़ तुम सही मानो मे मर्द हो मुझे आज तक किसी ने भी इतना मस्त नही चोदा था. मैं तो तुम्हारे मूसल लंड की दीवानी हो गयी हू तुम जब चाहोगे जीतने टाइम चाहोगे मैं तुम से चुदवाने को तय्यार हू आंड फॉर दट मॅटर तुम जैसा कहोगे मैं वैसा ही करूँगी बिल्कुल ऐसे जैसे कोई पति वर्ता औरत अपने पति की हर बात मानती है तो डीके मुझे किस करने लगे और बोले के सच स्नेहा तुमने मुझे वो खुशी दी है जिसका मैं पता नही कितने सालो से इंतेज़ार कर रहा था. कोई लड़की भी मेरे लंड को अपनी चूत के पूरा अंदर लेने को तय्यार ही नही होती थी और अगर किसी को बिना बताए के पूरा लंड चूत के अंदर तक पेल देता तो वो बेहोश ही हो जाती और मैं उसके चूत से निकले खून को सॉफ करता ही रह जाता और फिर वो लड़की मेरे सामने कभी नही आती. मैं तो पागल हो गया था ऐसी सिचुयेशन से आज मुझे अपने टक्कर की लड़की मिल गयी है और अब मैं तुमको अपने दिल की रानी बना के रखुगा. एक

सेकेंड के लिए मेरे दिमाग़ मे अपने पति सतीश का ख़याल आया फिर फॉरन ही यह ख़याल आया के उसने ही तो कहा था के जॉब के लिए तुम जो कर सकती हो करो ईवन एमडी से चुदवा भी सकती हो तो क्या हुआ अब उसके कहने से ही तो मैं एमडी से चुदवाने पे तय्यार हुई और फिर यह भी ख़याल आया के सतीश भी तो मेरी सहेली उर्मिला को चोद रहा होगा. और अगर वो किसी दूसरी औरत को चोद सकता है तो उसकी वाइफ क्यों नही किसी दूसरे मर्द से चुदवा सकती. यह सोच के मैं ने एक इतमीनान की लंबी और ठंडी साँस ली तो डीके हस्ने लगे और पूछा क्या बात है स्नेहा ? तो मैं ने बोला के कुछ नही डीके आज से मैं ने तुमको अपने पति का दर्जा दे दिया है और अब मैं तुम्हारे साथ किसी पतिवार्ता वाइफ की तरह से ही रहूंगी तुम जो कहोगे करूँगी, तुम्हारी हर बात मानूँगी, तुम्हारा और ऑफीस का पूरा ख़याल रखूँगी आज से क्या अभी से मैं सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम्हारी हू तुम्हारी हर बात मेरे लिए ऑर्डर का दर्जा रखती है. तो उसने मुस्कुराते हुए कहा के मैं जैसा कहूँगा तुम करोगी? तो मैं ने बोला के आँख बंद के करूँगी तुम बोल के तो देखो तो डीके ने बोला के सपोज़ मैं किसी और के साथ मिलके तुम्है चोदु तो ? तो मैं ने कहा के तुम जिस से कहोगे चुदवा लूँगी मैं ने एक बार कह दिया तो कह दिया बॅस. फिर डीके ने बोला के अछा अगर मैं तुमसे बोलू के मुझे तुम्हारी गंद अभी मारनी है तो ? तो मैं ने कहा के हा ज़रूर मार लेना पर एक विनती है. डीके ने पूछा क्या ? तो मैं ने बोला के इतनी देर से शराब पी रही हू मुझे बोहोत ज़ोर की सूसू लगी है तो डीके हस्ते हुए बोले अरे कोई बात नही तुम चलो बाथरूम मे जाओ और ज़रा अपनी चूत को गरम पानी से धो लो. उनका लंड मेरी चूत के अंदर अभी तक फुल्ली एरेक्ट हालत मे ऐसे रखा था जैसे कोई तलवार अपने केस मे रखी रहती है. उन्हो ने अपने पैर ज़मीन पर टीका दिए और मेरे ऊपेर से उठ गये और अपने लंड को मेरी फूली हुई चूत से बाहर निकाल लिया. जैसे ही उनका मूसल लंड मेरी चूत से बाहर एक प्लॉप की आवाज़ के साथ निकला मेरी चूत से ढेर सारा खून और उनकी ग्लास भर मलाई निकल के चेर पे गिरने लगी. मेरी चूत से खून ऐसे बह रहा था जैसे चूत के अंदर कोई घाव लगा हो. खून और मलाई का मिक्स्चर गुलाबी था. मुझे महसूस हुआ के मेरी चूत बे इंतेहा दरद कर रही थी. मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली मेरी चूत पे आ गया तो मेरी उंगलियाँ तो आदि थी अपनी चूत को पहचानती थी पर यह जो हालत हो गयी थी चूत की मैं खुद भी नही पहचान पाई. चूत की पंखाड़ियाँ सूज के लाल होगेयी थी और चूत फूल के डबल रोटी की तरह हो गयी थी. मैं टपकते खून के साथ उठी तो मेरी चूत से निकलता खून मेरी टाँगो की इन्नर साइड से होता हुआ ज़मीन पे गिरने लगा. मैं रिलॅक्सिंग चेर पे से उठी तो तकलीफ़ से किसी शराबी की तरह से लड़खड़ा रही थी.

मैं ऐसी ही हालत मे चलते चलते उनके प्राइवेट कमरे के बाथरूम मे चली गयी और WC पे बैठ ते ही मेरी चूत से गुलाबी रंग का मिक्स्चर निकलने लगा

और चूत अंदर से जल रही थी इसी लिए पिशाब अभी नही निकल रहा था. मैं पिशाब को ऑटोमॅटिकली अपने मसल्स से कंट्रोल कर रही थी. थोड़ी देर के बाद जब मुझे थोड़ा आराम आने लगा तब मैं ने चूत के मसल्स को थोड़ा सा रिलॅक्स किया तो पिशाब पहले तो रुक रुक के आने लगा. जैसे जैसे पिशाब मेरी चूत से बाहर निकल रहा था चूत के अंदर जलन का एहसास हो रहा था. चूत अंदर से घायल हो गयी थी और पूरी तरह से लाल हो गयी थी. मैं अपनी बर्बाद और टूटी फूटी चूत को बड़े प्यार से अपने हाथ से सहला रही थी और हैरान हो रही थी के आख़िर मेरी चूत मे इतना बड़ा मोटा लोहे जैसा तगड़ा लंड कैसे घुस्स गया था. दूसरे ही सेकेंड मैं अपनी चूत की खुस नसीबी पे मुस्कुरा दी के माइ पुसी हॅज़ सर्वाइव्ड दा डिज़ास्टर आंड हरिकेन कॉज़्ड बाइ दट किल्लर लंड. अभी मैं WC पर ही बैठी थे के डीके अंदर आ गये. उनका मूसल लंड अभी तक सोया नही था बलके कुछ ज़ियादा ही ख़तरनाक दिखाई दे रहा था और इधर मेरी गंद फॅट रही थी. उनका लंड भी हमारी मिली जुली क्रीम से और खून से लत पथ था शाएद चेर के पास से यहा बाथरूम मे आने तक रास्ते मे उनके लंड से कुछ गुलाबी बूँदें भी टाप्की होंगी. मैं अपनी टाँगें खूब चौड़ी कर के WC पर बैठी थी और अब मेरी दोनो टाँगो के बीचे मे अछी ख़ासी जगह थी और अभी तक मेरी चूत का सुराख खुल बंद हो रहा था. डीके मेरे सामने आ के अपने लहराते लंड के साथ खड़े हो गये और अपने लंड को अपने हाथो से पकड़ के मेरी चूत का निशाना लगाया और उनके लंड से मोटी पिशाब की धार निकल के ज़ोर से मेरी चूत पे पड़ने लगी. बहुत मोटी और तेज़ धार थी मुझे किसी पाइप से फोर्स के साथ निकलने वाले पानी की धार जैसे लग रही थी जैसे वॉटर कॅनन से पवरफुल धार निकलती है. जैसे ही उनका पिशाब मेरी चूत से लगा मेर बदन मे एक अजीब झूर झूरी से आने लगी और मैं WC पे पीछे हट के रिलॅक्स बैठ गयी और अपने पैर चौड़े कर लिए ऐसा करने से मेरी चूत कुछ और सामने आ गयी थी और पिशाब की तेज़ धार मेरी चूत पे पड़ रही थी. दोस्तो क्या बताउ के कितना बेहतरीन एहसास था वो. उनका पिशाब मेरी चूत को धो रहा था और मैं ऐसे पोज़िशन मे अपनी कमर उठा दी थी के उनकी पिशाब की धार डाइरेक्ट मेरी चूत के सुराख मे पड़ रही थी और उनका पिशाब मेरी चूत के अंदर जा के बाहर गिरने लगा. एकटाइम तो अपने ब्लॅडर पे कुछ दबाव डाल के एक ज़ोर से धार मारी के मेरी चूत झड़ने लगी और मैं बे दम हो गयी. इतनी देर मे उनका पिशाब भी ख़तम हो चुका था. उन्हो ने झुक के मुझे किस किया तो मैं बोहोत खुश हो गयी और हाथ बढ़ा के उनके लंड को पकड़ के दबा दिया. ऐसे दबाने से उनके लंड से थोड़ी और पिशाब की बूँदें टपक पड़ी जिसे मैं ने अपने हाथ मे ले लिया और अपने बूब्स पे मल दिया तो डीके मुस्कुरा दिए और बोले के वाह स्नेहा मेरी जान तुमने एक पठान का दिल जीत लिया आज से यह पठान तुम्हारा हुआ तो मैं अब फुल्ली एमोशनल हो गयी थी और मेरी आँखो से आँसू

छलकने लगे और मैं लरज़ती आवाज़ मे बोली आइ लव यू डीके आइ लव यू सो मच यू आर दा बेस्ट आइ रियली लव यू. आइ आम नोट टेल्लिंग टू गेट दा जॉब बट आइ रियली लव यू फ्रॉम दा बॉटम ऑफ माइ हार्ट आंड सौल. अब मेरी बदन के एक एक इंच पे डीके का हक़ है. इतना सुनते ही उन्हो ने एक और किस किया और पूछा चूत का क्या हाल है तो मैं ने बोला के बोहोत दुख रही है अंदर से जलन हो रही है तो उन्हो ने बाथ टब का शवर खोल दिया और उस्मै रब्बर के स्टॉपर्स लगा दिया जिस की वजह से बाथ टब मे पानी भरने लगा. उन्हो ने मेडिसिन कॅबिनेट खोला और कुछ पर्फ्यूम आंड कुछ मेडिसिन उस्मै डाल के मिक्स करने लगे और मुझे बोला के तुम इस्मै बैठ जाओ मेरी जान तुम्हारी चूत ठीक हो जाएगी. मैं ने WC के साथ लगे हुए पाइप से चूत को धोया. ठंडा पानी चूत मे लगने से थोड़ी जलन तो हो रही थी पर अछा भी लग रहा था.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:42 PM,
#26
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--25

गतान्क से आगे..........

चूत को अछी तरहसे धोने के बाद मैं बाथ टब मे बैठ गयी. आहहक्या बताउ दोस्तो बैठ ते ही ऐसा आराम मिला के बता नही सकती. गरम पानी था जिस्मै मेडिसिन और परफ्यूम्स मिले होने की वजह से खुश्बू भी थी और मेरी चूत को गरम पानी का सेंक लग रहा था. अंदर बैठने के 5 मिनिट के अंदर ही मुझे ऐसा लगने लगा जैसे कभी मेरी चूत मे जलन हुई ही नही थी. और मेरी चूत गरम पानी के अंदर थोड़ी देर के लिए खुल बंद हुई और उसके बाद बोहोत ही आराम आ गया. मेरा सारा बदन पानी के अंदर था बस मेरा सर ही बाहर निकला हुआ था. पानी मे शॅमपू भी मिला हुआ था जिसके झाग से मैं आपना बदन मलने लगी. और थोड़ी हाथ अंदर डाल के अपनी चूत की हालत देखने लगी तो पता चला के वो तो अब बोहोत ही नरम हो चुकी थी और तकलीफ़ भी नही हो रही थी. थोड़ी ही देर के बाद डीके भी अंदर आ गये और दूसरी तरफ पैर लंबे कर के बैठ गये. उनका लंड पूरा खड़ा था और शॅमपू के झाग से ऊपेर निकल रहा था. मैं तो ऐसा मस्त लंड देख के एक बार फिर से पागल हो गयी और चुदवाने की इच्छा जाग उठी. हम दोनो पैर लंबे और चौड़े कर के बात टब मैं बैठे थे. मैं सरक्ति हुई उनके करीब चली गयी और पानी के अंदर ही अंदर से अपने हाथ से उनका मिज़ाइल पकड़ लिया और मूठ मारने लगी. बहुत प्यार आ रहा था उनके लंड पे मुझे तो मैं ने उनके लंड को ज़ोर से दबा दिया तो वो पॅशन से सिहर उठे और मेरे बूब्स को झाग के अंदर से ही दबाने लगे. मैं उनके थाइस पे बैठी थी और थोड़ा सा उठी और उनके लंड के सूपदे को अपनी चूत के सुराख से सटा दिया और एक ही झटके से बैठ गयी. ऊऊऊऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममममममममाआआआआअ मुझे लगा जैसे मेरी जान ही निकल गयी हो. बड़ी मस्ती मे एक ही झटके से बैठ तो गयी थी पर क्या पता था के अभी चूत पूरी तरह से ठीक नही हुई है. शॅमपू का झाग भी उनके लंड के साथ ही मेरी चूत के अंदर चला गया था. जैसे ही मैं उनके लंड पे एक झटके से बैठी और उनका लंड किसी तीर की तरह से मेरी चूत मे घुस

गया उन्हो ने फॉरन ही मेरे शोल्डर्स को पकड़ के दबा दिया क्यॉंके उनको पता था के मैं एक झटके से उठने वाली हू और हुआ भी यही, जैसे ही मैं मेरे दरद के कारणउठने लगी उन्हो ने मुझे पकड़ लिया और अपने मुसलसे उठने नही दिया. लंड मेरी चूत के अंदर कुछ इतनी गहराई तक उतर गया था के मुझे ऐसा लग रहा था जैसे उनका लंड मेरे हलक तक आ गया हो. मैं कुछ देर तक तो तकलीफ़ से छटपटा ती रही फिर उनका लंड मेरी चूत के अंदर अड्जस्ट हो गया. उन्हो ने टेलिफोनिक हॅंड शवर उठाया और मेरे बूब्स पे पानी की धार मारी तो मेरे बूब्स से शॅमपू का सारा झाग सॉफ हो गया. उन्हो ने फॉरन ही मेरे बूब्स को चूसना शुरू कर दिया तो मेरे हाथ ऑटोमॅटिकली उनके गले मे लिपट गये और मैं उनको अपने बूब्स पे दबाने लगी बिल्कुल ऐसे ही जैसे बच्चा दूध पीते समय मा अपने बच्चे को अपनी छाती से चिपका लेती है. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और मैं पहले ही बता चुकी हू के मेरे बूब्स और निपल्स कुछ ज़ियादा ही सेन्सिटिव है कभी कभी तो मेरे पहने हुए कपड़ो की रगड़ से ही एरेक्ट हो जाते है और मेरी चूत गीली हो जाती है. जैसे ही उन्हो ने मेरी निपल को अपने दान्तो से काटा मेरे मूह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली और मैं झड़ने लगी. डीके तो मेरी चूत के अंदर अपना मूसल डाले बड़े मज़े से बैठे रहे और उनको मेरी गरम चूत का गरम रस्स अपने लंड के सूपदे पे महसूस हुआ तो वो मुस्कुरा के मुझे चूमने लगे और बोले के स्नेहा बोहोत खूबसूरत हो तुम मेरी जानू आइ लव यू सो मच. इतना सुनते ही मेरा दिल खुशी से झूम उठा और मैं ने उनके मूह मे अपनी जीभ डाल के किस किया और फिर हम एक दूसरे की जीभ को चूसने लगे और वो मेरे बूब्स को मसल रहे थे और अब मैं धीरे धीरे उनके लंड पे उठ उठ के बैठ रही थी. वो भी नीचे से अपनी गंद उठा के अपने लंड को मेरी चूत की गहराइयों मे पहुँचा रहे थे. मैं इतनी गरम हो गयी थी के उनके पीछे दीवार पे लगे टवल स्टॅंड को पकड़ लिया और ज़ोर ज़ोर से उनके लंड पे उठ बैठ कर के चोदने लगी. ऐसे मूव्मेंट से बाथ टब का झाग और थोड़ा पानी उड़ के नीचे गिरने लगा. नीचे से वो भी धक्के मार मार के चोद रहे थे और मैं भी टवल स्टॅंड को ज़ोर से पकड़ के उनके लंड पे जम के उछल रही थी. इतनी ऊपेर तक उठने से भी उनका लंड मेरी चूत से बाहर नही निकल रहा था. वाह क्या शानदार लंड था. मैं तो मर मिटी थी ऐसे प्यारे लंड पे. डीके ने मुझे ज़ोर से पकड़ रखा था. अब चुदाई बोहोत तेज़ी से चल रही थी. देखते ही देखते डीके मुझे अपने आप से लिपताए उठे और शवर के बाहर निकल गये और मुझे घोड़ी बना दिया. मेरे हाथ अब बाथ टब के किनारे को पकड़े हुए थे और मैं झुकी हुई थी. उन्हो ने पीछे से अपना लोहे जैसा सख़्त लंड मेरी चूत के अंदर घुसेड दिया और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे.

शवर से बाहर निकाल के घोड़ी बना दिया पीछे से लंड चूत के अंदर डाल दिया

उनके धक्के इतने पवरफुल थे के मेरे हाथ बाथ टब से स्लिप हो गये और मैं नीचे फ्लोर पे ऑलमोस्ट हाफ लेट सी गयी. उन्हो ने मेरी कमर मे हाथ डाल के थोड़ा सा ऊपेर उठाया तो मैं ने खुद भी अपनी गंद थोड़ी ऊपेर उठा दी और उनको मेरी चूत का सही निशाना मिल रहा था. वो धना धन चोद रहे थे. उनके मोटे लंड से मेरा चूत का दाना भी चूत के अंदर बाहर होने लगा और मैं अपनी चूत के दाने पे उनका यह दबाव बर्दाश्त ना कर सकी और काँपते हुए झड़ने लगी. झड़ने की मस्ती मे मेरा बदन हवाओ मे उड़ रहा था और इसी चीज़ का फ़ायदा उठा ते हुए एक ही झटके मे अपना लंड मेरी चूत से बाहर खेच केनिकाला और इस से पहले के मैं कुछ समझ सकती उनका लंड मेरी छोटी सी गुलाबी गांद मे घुस्स चुका था मेरे मूह से इतनी ज़ोर से चीख निकली म्‍म्म्ममममममाआआअ म्‍म्म्ममममाआआआआआररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रृिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्मममीईईईईईईईईईईईईईईईईईई हहाआआआआआआईईईईईई न्न्न्न्न्न्न्न्नीईईईइक्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्काआआआआआल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊऊऊऊऊऊ ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबबाआआआआआहीईईरर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर और अगर उनका ऑफीस साउंड प्रूफ नही होता तो शाएद पूरा मोहल्ला जमा हो जाता. मेरी गंद मे और उनके लंड पे शॅमपू लगा हुआ था इसी लिए लंड इतनी आसानी से मेरी गंद मे घुस चुका था और ऐसे हमले के लिए मेरी गंद बिल्कुल भी तय्यार नही थी. मैं झटके से उनकी ग्रिप से बाहर निकलने की कोशिश करने लगी पर नही निकल सकती थी क्योंकि मेरे सर की तरफ तो बाथ टब था जो मुझे

उनकी ग्रिप से निकलने नही दे रहा था. उन्हो ने अपने लंड को ऐसे ही मेरी गंद मे रखा. मेरी गंद मे ऐसा लग रहा था जैसे कोई जलता हुआ लोहे का खंबा घुसा दिया गया हो. मेरी गंद के मसल्स उनके लंड के बेस को कस्स के टाइट पकड़े हुए थे. बहुत तकलीफ़ की वजह से मे अपनी गंद के मसल्स को रिलॅक्स ही नही कर सकती थी. यह नॅचुरली उनके लंड को कस्स के पकड़े हुए थे. उन्हो ने मेरी नेक पे किस करना चालू कर दिया और हाथ डाल के मेरे बूब्स को मसल्ने लगे और एक हाथ से चूत के सुराख मे उंगली डाल के चोदने लगे और क्लाइटॉरिस को रगड़ने लगे. बूब्स पे हाथ लगते ही मेरे सेन्सिटिव बूब्स मे हलचल होने लगी और चूत मे उंगली होने की वजह से मेरा बदन रिलॅक्स होने लगा. जैसे ही डीके को महसूस हुआ के मेरा बदन रिलॅक्स हुआ है उन्हो ने धक्के मारना चालू कर दिया और मेरी छोटी सी टाइट गंद को मारते ही रहे. हर धक्के से मेरी गंद फॅट ती रही और वो मेरी गंद मारते रहे. मेरी आँखो से सच मे तकलीफ़ से आँसू निकलने लगे. जैसे जैसे उनके धक्के तेज़ हो रहे थे मेरी गंद का सुराख भी कुछ नॉर्मल हो रहा था और फिर जब शॅमपू का झाग का स्लिपरी नेचर ख़तम हुआ, गंद और लंड पे लगा पानी सूख गया तो उनका लंड मेरी गंद के अंदर ही अटक गया, ना गंद के अंदर जा रहा था ना बाहर आ रहा था.

अब वो अपने लंड को बाहर नही खेच सकते थे तो हाथ बढ़ा के केवाई की स्पेशल जेल्ली का ट्यूब उठाया और एक ही सेकेंड के अंदर अपना लंड मेरी गंद से खेच के बाहर निकाल लिया जिस से मेरी गंद मे जलन होने लगी और दूसरे ही सेकेंड मे उन्हो ने आधे से ज़ियादा ट्यूब मेरी खुली हुई गंद मे घुसेड दिया और ऑलमोस्ट हाफ से भी ज़ियादा ट्यूब दबा के जेल्ली मेरी गंद के अंदर ही खाली कर दिया और इस से पहले की मैं संभाल पाती उन्हो ने अपने लंड पे भी जेल्ली की एक लंबी लकीर लगाई और फॉरन ही मेरी गंद के अंदर जड़ तक घुसेड दिया. और फॉरन ही मेरी गंद मारने लगे. अब मेरी गंद जेल्ली की वजह से चिकनी और स्लिपरी हो चुकी थी और लंड अब आसानी से गंद के गुलाबी छेद के अंदर बाहर हो रहा था. उन्हो ने मुझे कस के पकड़ा हुआ था और पूरी ताक़त से मेरी गंद मार रहे थे. मुझे बोहोत ही तकलीफ़ हो रही थी और मैं चिल्ला रही थी हहाआआआआआआऐईईईईई म्‍म्म्ममममाआआआआररर्र्र्ररर ग्गगाआआआययययययययईईई द्द्द्द्द्द्द्द्दददककककककककककककककक प्पफहाआटततत्त गगगगगगाआआआऐईईईई एम्ममेयीयीयर्र्रियियीयियी ग्ग्गयेन्न्न्ड्ड्ड आआआआआआआअहह न्ननियियीक्क्क्कयाऑल्लो प्प्प्प्ल्ल्ल्लीईएसस्स्स्सीई हहाआईईए ऊवूऊवूयूवूऊवूऊवयफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ लैकिन वो कहा मानने वाले थे दीवानो की तरह से फुल फोर्स से मेरी गंद मारते रहे. पचा पच की आवाज़ सारे बाथरूम गूँज रहा था और उनके टटटे मेरी चूत से टकरा रहे थे मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कोई लोहे के बॉल्स से मेरी

चूत पे मार रहा हो और उनके टॅटू की टकराने से 2 मिनिट की मार मे ही मेरी चूत झड़ने लगी और यह मज़ा ऐसा मज़ा था के मुझे गंद मे उनका मूसल लंड महसूस ही नही हो रहा था. मैं झड़ने लगी और गहरी साँसें लेती हुई नीचे लेट गयी. डीके अब मेरे ऊपेर लेट गये और अपने पैर पीछे WC से टीका दिए और मेरी फैली हुई टाँगो के अंदर अपनी टाँगें डाल के कैंची की तरह से मेरी टाँगो को टाइट पकड़ लिया और घचा घच मेरी गंद मारने लगे, ऐसी पोज़िशन मे, मैं हिल भी नही सकती थी और चुप चाप पड़ी अपनी गंद मरवा रही थी. मेरी दोनो टाँगो के बीचे अपने दोनो घुटने डाल के मेरे पैरो को चीर दिया था और मेरी गंद मार रहे थे. उफ्फ क्या बताउ कभी तो गंद मे इतना मोटा लंड घुसे होने की तकलीफ़ हो रही तो कभी उनके टटटे जो मेरी चूत के मूह पे लगने से जो मज़ा आ रहा था, ऐसा मज़ा मैने कभी महसूस नही किया था और मैं ऐसे मज़े को मैं बयान भी नही सकती बॅस यह समझ लो के मैं जैसे जन्नत मे पहुँच गयी हू. वो अब बहुत तेज़ी से मेरी गंद मार रहे थे मैं फिर से समझ गयी के यह तूफ़ानी झटके उनकी मलाई निकलने के संकेत दे रहे है और फिर अपना लंड मेरी गंद के पूरा बाहर तक निकाल लिया और पूरी ताक़त से एक झटका इतनी ज़ोर से मारा के एक बार फिर से मेरी गंद फॅट गयी और मैं चिल्ला पड़ी फफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबबाआआआआआआसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआअब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बबब आबीयेयीययावुउववुवरररर्र्र्र्र्र न्न्नाआआआह्ह्ह्ह्ह्हीई म्‍म्म्ममाआआआऐययईईईई म्‍म्म्ममममाआआआअरर्ररर गगगगगगगाआआऐईईई आआआहह और एक फाइनल पवरफुल झटके से अपने मूसल लंड को मेरी गंद मे गाढ दिया और उतनी ही ज़ोर से उनके टटटे एक बार फिर से मेरी चूत के पंखुड़ियो को मारने लगे और उधर डीके मेरी गंद मे झड़ने लगे और इधर मेरी चूत झड़ने लगी. दोनो एक बार फिर से हांपने लगे. मेरी गंद के मसल ने उनके लंड को टाइट पकड़ा हुआ था और उनके लंड से निकलती गरम गरम मलाई की एक एक बूँद मेरी गंद मे गिरने लगी. वो मेरी पीठ पे गिर पड़े हम दोनो ऐसे ही बाथरूम के फरश पे नंगे एक दूसरे के ऊपेर पड़े हाँपते रहे.

उनका लंड मेरी गंद के अंदर फूल रहा था जिसके बेस को मेरी टाइट गंद के सुराख ने टाइट पकड़ा हुआ था, मेरी गंद के मसल्स खुल बंद हो रहे थे, जिसकी वजह से उनके लंड से टपकती मलाई की एक एक बूँद को निचोड़ते रहे और उनकी मलाई की एक एक बूँद मुझे अपनी गंद मे गिरती महसूस होने लगी. हम दोनो के बदन एक बार फिर से पसीने से भर चुके थे. डीके ने मुझे उठाया और हम दोनो शवर के नीचे आ गये और वॉर्म वॉटर के शवर से एक दूसरे को साबुन लगा के नहलाया. जैसे ही मैं नीचे से उठी मेरी फटी गंद से खून की बूँदें टपकने लगी और मेरी थाइस से होती हुई नीचे बहने लगी. मैं देख के घबरा गई. मैं कभी अपनी गंद से

टपकते खून को देख रही थी कभी डीके की तरफ देख रही थी. डीके मुस्कुरा के बोले के अरे तुम तो इतनी पवरफुल औरत हो इतने से खून से डर गयी तो मैं ने उनको बोला के कभी आपकी भी गंद फटी होती तो आपको पता चलता के गंद फटने से कितना दरद होता है तो वो मुस्कुरा के मुझे देखने लगे और मुझे अपने हाथो मे किसी छोटे बच्चे की तरह से उठा लिया और किस करते हुए शवर के नीचे खड़ा कर दिया और वॉर्म वॉटर का शवर खोल दिया. वॉर्म वॉटर से नहा ने से बदन कुछ रिलॅक्स हुआ और हम दोनो शवर के बाहर आ गये. दोनो ने एक दूसरे के बदन को ड्राइ किया और उनके ऑफीस मे आ गये. जब मैं डीके के बदन को ड्राइ करने लगी तो उनके लौदे को भी ड्राइ करने को हाथ लगाया तो वो एक बार फिर से उठ गया और लहराने लगा मेरी आँखें हैरत से उनके सल्यूट करते लंड को देखती रही के यह कैसा लंड है जो सॉफ्ट ही नही हो रहा है. डीके अपनी सीट पे नंगे ही बैठ गये और मुझे अपने करीब बुला के अपने खड़े लंड पे मुझे बिठा दिया. ऐसी चुदाई के बाद मेरी चूत और गंद अछी तरह से खुल चुकी थी और उनका लंड मेरी चूत के अंदर आसानी से घुस गया. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं किसी लोहे के पोले पे बैठी हू. मुझे उनका लंड अपने पेट के अंदर महसूस हो रहा था. डीके ने कांट्रॅक्ट पेपर्स निकाले और मुझे लंड पे बिठाए ही बिठाए उनपे साइन कर दिया. मैं फॉरन ही पलट के उनके लंड पे ऐसे बैठ गई के मेरा मूह उनकी तरफ हो गया और मैने उनके चेहरे पे किस की बरसात कर दी. बे तहाशा चूमती रही और उनको थॅंक्स बोलती रही. वो मेरे बूब्स को चूसने लगे और नीचे से अपनी गंद उछाल उछाल के मुझे चोदने लगे. मेरी आँखो मे खुशी के आँसू आ गये और मैं एमोशन मे आ के उनसे ऐसे लिपट गयी जैसे अब उनको छोड़ूँगी ही नही इतना कस्स के लिपट गयी. उन्हो ने मेरी बॅक पे अपने हाथ फिराना शुरू कर दिया और मुझे तसल्ली देने लगे के स्नेहा डॉन'ट क्राइ मेरी जान. तुम तो मेरे लिए स्पेशल हो, आइ विल बी हॅपी टू टेक यू विथ मी आज़ माइ असिस्टेंट एवेरिवेर आइ गो. और फिर मेरी आँखो से निकलते आँसू को अपने होटो से पी गये. मेरे बूब्स को बोहोत ज़ोर ज़ोर से चूस रहे थे और निपल्स को काट भी रहे थे. मैं जॉब मिलने की खुशी मे कुछ इतनी एमोशनल हो गयी थी के मुझे अपने सेन्सिटिव बूब्स को चूसना भी मुझे महसूस नही हुआ. और जब मैं अपने एमोशन से वापस आ गयी तो मुझे उनका लंड अपनी चूत के अंदर घुसा महसूस हुआ और फिर मैं एक दम से जोश मे आ गयी और अपने पैरको को चेर के हॅंड रेस्ट पोर्षन से बाहर निकाल दिया और चेर के बॅक रेस्ट पे अपने हाथ रख के उनके लंड पे उछलने लगी और जोश मे आ के उनके लंड पे बहुत ज़ोर ज़ोर से उछल कूद करने लगी. अब मुझे उनका इतना मोटा लोहे जैसा सख़्त लंड बोहोत मज़ा दे रहा था. डीके मेरे बूब्स को चूस रहे थे और मेरे चूतदो को मसल रहे थे. अपना लंड मेरी चूत के अंदर ही अंदर रखे वो चेर से उठ गये तो मैं ने फॉरन ही अपनी टाँगें उनके कमर पे

लपेट ली और उन्हो ने पहले तो मुझे वही टेबल पे लिटा दिया और खुद फ्लोर पे खड़े खड़े मुझे चोदने लगे. इतने टाइम झड़ने से मुझे नही लग रहा था के वो अब झड़ेंगे. वो तो बड़ी मस्ती मे धीरे धीरे इतने आराम से चोदने लगे जैसे के वो आज नही झड़ेंगे.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:42 PM,
#27
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--26

गतान्क से आगे..........

थोड़ी देर ऐसी पोज़िशन मे चोदने के बाद उन्हो ने मुझे एक बार फिर से उठा लिया, उनका लंड एक मिनिट के लिए भी मेरी चूत से बाहर नही निकला था, उन्हो ने उठा के मुझे दीवार से लगा दिया और एक बार फिर से घचा घच चोदने लगे. उनके झटके इतने पवरफुल थे जैसे वो किसी जॅक हॅमर से पीछे की दीवार मे सुराख कर देंगे. मुझे लगा जैसे उनका लंड मेरी चूत फाट के गंद से बाहर निकल जाएगा. मैं भी अब फुल मूड मे आ गयी थी. मेरे हाथ उनके नेक पे थे और पैर कमर पे लटेपटे हुए थे. मैं मस्ती मे चिल्ला रही थी कककचहूऊद्द्द्दद्ड़ूऊव आआआअहह आआआऐईईईसस्स्स्स्सीईई हहिईीईईईई ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊओरर्र्र्र्र्र्ररर सस्स्सीईए आआआहह म्‍म्म्मममाआआआआज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआआआ एयाया र्र्र्र्ररराआआआहहाआआआआअ हहाआआआआआईयईईईई द्द्दददकककककककक सीसीक्क्कियीयीयिट्ट्न्न्नन्नन्न्ननॉयाऑयाययाया प्प्प्प्प्प्पययययययाआआअरर्र्र्र्र्र्र्ररराआआआआ ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लुउउउउउउउन्न्न्न्न्न्द्द्द्द्द्द्द हाआआआईईईईईई ऊऊऊऊऊओ म्‍म्माआआअरर्र्ररर डड्डड्डड्ड्ड्डययेएयेयेयीयायाऑल्ल्लायाआयायेयीययाया मेरी ऐसी बातें सुन के उनका जोश भी बढ़ने लगा और वो बुरी तरह से मेरी चूत मे अपना मूसल घुसेड ते रहे. आआआआईईईईसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्साआआआआआ म्‍म्म्ममाआआआआआज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआआआअ सीसीक्कयाब्ब्ब्ब्ब्चियैआइयीयीयियी न्न्न्ननॉयायातियीयीयियी आआययय्याआअ कककककककककचूऊऊऊओद्द्द्दद्डूऊऊऊ ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊऊरररर ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊऊऊऊओरर्र्र्र्र्ररर सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईई उनके लंड पे मेरे बदन का वज़न पड़ रहा था जिसकी वजह से मेरी क्लाइटॉरिस उनके मोटे लंड के डंडे के साथ रगड़ खाती हुई अंदर बाहर हो रही थी और मैं इतनी देर मे 4 टाइम झाड़ चुकी थी और मेरी चूत का रस उनके लंड से टपकता हुआ नीचे फ्लोर पे गिरने लगा. मेरी पीठ दीवार से लगी हुई थी और उनका लंड किसी हथौड़े की तरह से मेरी चूत को मार रहा था. वो तकरीबन आधा घंटा इसी स्टाइल मे चोद्ते रहे और मैं इतनी देर मे शाएद 10 टाइम झाड़ चुकी थी. अब उनकी साँसें भी तेज़ी से चल रही थी और एरकॉनडिशन के चलते भी उनके और मेरे बदन पसीने से भीग चुके थे. दोनो के बदन बोहोत ही गरम हो गये थे और फिर देखते ही देखते उनकी स्पीड बहुत तेज़ हो गयी और एक इतनी ज़ोर का झटका मारा के मेरे मूह से एक बार फिर से चीख निकल गयी ऊऊऊऊऊईईईईईईईईइ म्‍म्म्मममममाआआआआआआआआ म्‍म्म्ममाआआअरर्र्र्र्र्र्ररर गगगगगगगगगगगगाआआआआईयईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई और उनके

लंड से मलाई का फव्वारा ऐसे निकला जैसे फिरे होज़ के प्रेशर से आग भुजाने के लिए पानी निकलता है और उनकी मलाई का प्रेशर लगते ही मेरी चूत भी दीवानी होगयी और झड़ने लगी. मैं ने उनके गले मे हाथ और उनकी कमर पे पैर लपेट के पकड़ लिया था. वो झाड़ते रहे और मेरी चूत से उनकी मलाई ओवर फ्लो हो के नीचे गिरती रही.

मेरी चूत से मलाई निकल रही है

हम दोनो ही बुरी तरह से थक चुके थे. मुझे तो चलना ही नही आ रहा था चूत और गंद दोनो मे तकलीफ़ हो रही थी. मैं अभी भी उनके गले से झूल रही थी. वो धीरे धीरे नीचे बैठने लगे और अपने लंड को मेरी चूत के अंदर ही रखे रखे नीचे फ्लोर पे लेट गये. उनका मूसल अभी भी

सॉफ्ट नही हुआ था. मैं यह सोचने लगी के कही यह लंड कोई ड्यूप्लिकेट लंड तो नही जो तकरीबन 5 घंटे से लोहे जैसा आकड़ा हुआ है और अभी तक सॉफ्ट ही नही हुआ. सच ऐसा लंड कभी नही देखा था. लोगो से सुना था के मुस्लिम्स का लंड कटा हुआ होता है पर मुझे नही लग रहा था के उनका लंड कटा हुआ है वो तो स्ट्रक्चर मे वैसा ही था जैसा सतीश का और राज का था. इतना ज़रूर था के उनके लंड के सूपदे के ऊपेर वो प्रोटेक्टिव चॅम्डी नही थी जो राज के और सतीश के लंड के हेड पे होती है. उनका लंड तो किसी मिज़ाइल की तरह से रेडी था बिना प्रोटेक्टिव चॅम्डी के. अब मेरी समझ मे आ गया था के मुस्लिमस का लंड चॅम्डी के बिना हो होता है और ऐसा लगता है जैसे लंड चोदने को हमेशा ही तय्यार रहता है. मैं ने सिरकुंसीज़ेड लंड आज पहली बार देखा था और मुझे उनके लंड से प्यार हो गया था. वो मेरे नीचे चित्त लेटे हुए थे और मैं उनके लंड को अपने चूत के अंदर घुसाए बैठी थी. अब मेरी अंदर और हिम्मत नही थी के मैं और चुदवाती. मैं ने सोचा के अगर मैं सारी रात यही रही तो शाएद डीके पूरी रात ही मेरी चुदाई करते रहेंगे और शाएद एक ही दिन के अंदर मेरी चूत को चोद चोद कर भोसड़ा बना देंगे. मैं उनके लंड को अपनी चूत से निकालते हुए पीछे हटी और उनके लंड को चूसने लगी. मेरी और उनकी मिली जुली मलाई बहुत थी मज़े की थी. मैं उनके लंड को चूस्ति रही और वो मेरे सर को पकड़ के अपने लंड पे घुसाए रहे और अपनी गंद उठा कर मेरे मूह को चोद्ते रहे. थोड़ी देर मे उन्हो ने मुझे बगल से पकड़ के सिग्नल दिया के मैं उनके ऊपेर 69 पोज़िशन मे आ गयी. मैं ऊपेर थी और मेरी चूत से टपकते जूस को डीके बड़े मज़े से चाट रहे थे. उनके दाँत मेरी चूत के दाने को लगते ही मैं एक बार फिर से पागल हो गयी और अपनी गंद को ऊपेर उठा उठा के अपनी चूत को उनके मूह पे पटकती रही और उतने ही जोश से उनके मूसल को चूस्ति रही. उनका लंड आधे से भी कम मेरे मूह मैं जा रहा था पर वो पूरी कोशिश कर रहे थे के अपने लंड को मेरे हलक के अंदर तक उतार दे और इसी लिए अपने घुटने मोड़ के लेते थे और अपने दोनो हाथो से मेरे सर को पकड़ के अपने लंड पे दबा दिया और एक मिनिट के लिए उनका लंड मेरे हलक से ट्रकरा रहा था पर मैं ने फॉरन ही बाहर निकल लिया और उनके मूह पे अपनी चूत दबा के बैठ गयी और काँपते हुए उनके मूह मे ही झड़ने लगी. मेरी चूत के जूस को वो बड़े मज़े से चाटने लगे. जैसे ही मेरी चूत का झड़ना बंद हुआ उन्हो ने अपनी गंद उठा के अपना लंड मेरे मूह मे घुसाना शुरू कर दिया और मैं उनके लोहे के खंबे को बड़े प्यार से चूमती और चूस्ति रही. अपने हाथो से उनके बॉल्स को भी दबा के देख रही थी. उनके बॉल्स अभी तक बोहोत ही टाइट थे ऐसा लग रहा था जैसे उनके बॉल्स के अंदर मलाई की फॅक्टरी है जहा बोहोत माल स्टॉक मे रेडी है. मैं उनके बॉल्स से खेल रही थी और कभी उनकी गंद मे उंगली डाल रही थी तो वो इतनी मस्ती मे आ गये के एक ही फ्लश मे मुझे नीचे लिटा दिया और मेरे बूब्स पे बैठ गये और अपने लंड को मेरे मूह के अंदर तक घुसेड दिया और मुझे अपने हलाक मे उनके लंड का मोटा सूपड़ा महसूस हुआ और उनके लंड मे से मलाई की धारियाँ निकल ने लगी. जितनी देर तक उनके लंड से मलाई की धारियाँ निकलती रही उन्हो ने अपने लंड को मेरे हलक के अंदर घुसा के रखा जिसकी वजह से मेरी गले की रगें फूल गयी और मेरा चेहरा लाल होगया पर मैं कुछ नही कर सकती थी बॅस उनके नीचे पड़ी छटपटा रही थी. उनके लंड से मलाई निकलना कम हो गयी तो वो मेरे मूह के अंदर ही लंड को रखे मेरे ऊपेर गिर गये. मुझे लगा जैसे उनकी मलाई से मेरा पेट भर गया हो.

डीके का सोया हुआ लंड ऐसा था

थोड़ी देर ऐसे ही पड़े रहने के बाद वो मेरे ऊपेर से उठे और एक बार फिर हम दोनो बाथरूम चले गये और शवर लेने लगे. उनका लंड अब कही जा के थोड़ा सा सॉफ्ट हुआ था पर उनका सॉफ्ट लंड भी सतीश के फुल्ली एरेक्ट लंड से ज़ियादा टाइट और बड़ा था. शवर ले के बाहर आए तो उन्हो ने फ्रिड्ज से केक निकाला और छुरी मेरे हाथ मे देते हुए बोले के स्नेहा मेरी जान आज इस केक को काट के अपना जॉब सेलेबरेट करो तो मुझे डीके पे बे इंतेहा प्यार आया ओरमेरी आँखो से एक बार फिर से खुशी के आँसू निकलने लगे और मैं उनको थॅंक्स फॉर एवेरतिंग डीके बोला और उन्हो ने छुरी मेरे हाथ मे थमा दी और मेरा हाथ पकड़ के हम दोनो ने मिल के केक काटा. मैं ने केक का एक पीस काट के ड्के के मूह मई रख दिया तो वो झुके के मेरे मूह मई अपने मूह से मुझे केक खिलाने लगे और केक खिलाना एक बहाना हो गया और हम एक दूसरे को दीवानो की तरह से किस करने लगे. हमारे बीचे से हिन्दी

मुस्लिम का भेद भाव ख़त्म हो गया था और मैं सच मे डीके से प्यार कर ने लगी थी और वो जितने टाइम चोदना चाहते थे मैं अपनी आपको उनसे चुदवाने के लिए तय्यार थी.

टाइम देखा तो रात के 9 बज रहे थे. डीके ने मेरे हाथ मे कांट्रॅक्ट पेपर दे दिए और मुझे चूमते हुए बोले के स्नेहा मेरी जान मैं ने कांट्रॅक्ट साइन कर दिया है तुम अपने रूम मे जाओ और इसे अछी तरह से पढ़ो और उसके बाद अची तरह से सोच समझ के साइन करो क्यॉंके अछी तरह से पढ़ना अछी बात है फिर बाद मे कोई प्राब्लम ना तुमको होगी ना हमको. मैं ने वही टेबल पे पड़े पेन को उठाया और साइन करने लगी तोडीके ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे चूमते हुए बोले के प्लीज़ स्नेहा मेरी बात मानो एक बार इसको पढ़ तो लो के तुमको सब कंडीशन्स आक्सेप्टबल है, अपने हज़्बेंड से और तुम अपने किसी फ्रेंड से डिसकस करना चाहो तो करो उसके बाद ही साइन करो. मैने बोला के ठीक है डीके जैसे आप कहोगे वैसे ही करूँगी तो उन्हो ने मुझे अपनी बाँहो मैं पकड़ लिया और मुझे अपने बदन से चिपकाते हुए किस करते करते बोले के आप नही तुम बोलना मुझे अछा लगेगा तो मैं मुस्कुरा दी और एक बार फिर से मेरी आँखो मे आँसू आ गये के कितने अछा इंसान है डीके. कितना कंफर्टबल फील करती हू मैं उनके प्रेज़ेन्स मे और वो मेरा कितना ख़याल रखते है. खैर घड़ी देखी तो पता चला के रात के 9:00 पीएम हो रहे है.

मैं जाने के लिए उठी तो मुझ से चला नही जा रहा था. डीके ने मुझ से कहा के स्नेहा मैं तुमको अपनी कार मे तुम्हारे होटेल तक ड्रॉप कर दूँगा पर पहले तुम यही ऑफीस के अंदर ही थोड़ा सा चलने की प्रॅक्टीस कर्लो नही तो शाएद होटेल के लोगो को डाउट हो जाएगा और शाएद वो समझ भी जाएँ के किसी ने तुम्हारे साथ सामॉहिक बलात्कार ( गॅंग बंग ) किया है. मेरी समझ मे यह बात आ गयी और थोड़ी देर ऐसे ही तकलीफ़ से चलने के बाद मेरी चाल कुछ ठीक हुई तो डीके मुझे सहारा दे के नीचे गॅरेज मे ले गये और मैं उनकी कार मे बैठ गयी. गॅरेज मे उनके कार के लिए एक अलग से स्पेस थी और उसको एक डोर भी लगा हुआ था जिसकी वजह से उनकी कार किसी को भी दिखाई नही दे सकती थी. उनके रूम से एक प्राइवेट लिफ्ट डाइरेक्ट उनकी कार के पास निकलती थी. हम उनकी कार मे बैठ गये. डीके ने कार स्टार्ट कर दी और फॉरन ही उसका एरकॉनडिशन भी चालू कर दिया जिसकी वजह से कार के अंदर गर्मी महसूस नही हो रही थी. मैं डीके की तरफ बोहोत प्यार से देखने लगी और मेरा बॅस नही चल रहा था के मैं यही कार के अंदर ही चढ़ के उनके ऊपेर बैठ जाउ और उनको किस करती ही रहू इतने प्यारे लग रहे थे वो मुझे. डीके ने पूछा ऐसे क्या देख रही हो स्नेहा तो मेरी आँखो मे एक बार फिर से आँसू आ गये और मैं ने बोला के मैं सारी उमर तुम्हारा एहसान मानुगी डीके तुमने मुझे जॉब दिया और

फिर मुझे इतना प्यार भी दिया और शरारत से मुस्कुराते हुए बोला के और चोद चोद के मेरी छोटी सी चूत का भोसड़ा भी तो बना दिया तो डीके ने बोला के क्यों तुम्है मेरा लंड और मेरी चुदाई पसंद नही आई क्या तो मैं ने बोला के अरे क्या बात करते है आप ऐसा लंड तो शाएद ही किसी के पास होगा और ऐसी शानदार चुदाई भी शाएद ही कोई कर सके. मेरा इतना बोलना था के उन्हो ने इशारे से मुझे अपने लंड की तरफ देखने को बोला. ओई मा देखा तो वो फिर से खड़ा हो चुका था. मैं तो दंग ही रह गयी के इतनी देर से साला उनका लंड खड़ा है और कंटिन्यू चूत को चोद रहा है या गंद को फाड़ रहा है और एक बार फिर से यह खड़ा हो गया. यह कोई रियल लंड है या आर्टिफिशियल. उन्हो ने मेरा हाथ पकड़ के अपने आकड़े हुए लंड पे रख दिया तो मैं उसको दबाने लगी और पूछने लगी के डीके कभी तुम्हारा लंड सोता भी है या हमेशा ही जागता और चूत या गंद मे घुसने का इंतेज़ार करता रहता है तो उन्हो ने बोला के नही अब यह लंड तुम्हारे यह प्यारे मूह का इंतेज़ार कर रहा है वो अपनी एक उंगली मेरे मूह के अंदर डालते बोले. मैं ने उनके लंड को पॅंट से बाहर निकाल लिया और उसको अपने हाथो मे पकड़ एक प्यार से दबाने लगी. लंड के डंडे को दबाते ही उस्मै से प्री कम की एक बूँद बाहर निकल गयी जिसे मैं ने अपनी ज़ुबान से चाट लिया. डीके ने मेरे सर पे अपना हाथ रख लिया और मेरे मूह को अपने लंड पे दबाने लगे. मेरा मूह ऑटोमॅटिकली खुल गया और मैं उनके लंड को चूसने लगी. मेरे मूह मे उनका लंड फँसा हुआ था और मैं अपना मूह ऊपेर नीचे कर के चूस रही थी. मेरी चूत ऐसे ही गीली होना शुरू हो गयी थी.

कार के अंदर चुदाई

थोड़ी ही देर मे मैं उनका आधा लंड चूस रही थी और उनके लंड का सूपड़ा मेरे थ्रोट मे लग रहा था. उनका हाथ मेरे बूब पे था और वो उसको स्क्वीज़ कर रहे थे. मेरी समझ मे नही आ रहा था के मैं एक बार फिर से ऐसे शानदार लंड से चुदवा लू या ऐसे ही उनका लंड चूस चूस कर लंड की क्रीम खा जाउ. उनका लंड चूस्ते चूस्ते मैं इतनी गरम हो गयी थी के मुझे अब अपनी चूत के अंदर उनका लंड चाहिए था. मैं अपनी सीट से थोड़ा ऊपेर उठी और अपनी एक टांग उठा के स्टेआरिंग के और उनके बीच मे डाल के उनके ऊपेर बैठने की कोशिश करने लगी तो वो मुस्कुरा दिए और अपना हाथ नीचे डाल के किसी लीवर को दबाया तो उनकी सीट पीछे जो गिर गयी और एक मिनी बेड की तरह से बह गयी. मैं एक ही सेकेंड के अंदर उनके ऊपेर चढ़ गयी और उनके लंड को पकड़ के अपनी चूत के सुराख से सटा दिया और एक ही झटके मे उनके ऊपेर बैठ गयी और उनका मूसल जो मेरे थूक से गीला हो चुका था मेरी चूत को चीरता हुआ एक घच की साउंड के साथ अंदर तक घुस गया और मेरे मूह से एक हल्की सी चीख निकल गयी ऊऊऊऊऊओह म्‍म्म्माआआआअ और मेरा सारा बदन दरद से अकड़ गया लैकिन फॉरन ही मुझे मज़ा आने लगा. डीके मेरे बूब्स को चूसने लगे और अपनी गंद ऊपेर उठा उठा के मुझे चोदने लगे. मैं भी कुछ इतनी उताओली हो चुकी थी के नीचे से वो धक्के मार रहे थे और ऊपेर से मैं उनके लंड के ऊपेर उछल कूद कर रही थी और कार मे एक रिदमिक म्यूज़िक चल रही थी. थोड़ी देर तक ऐसे ही चोदने के बाद हमारा रिदम तेज़ हो ने लगा. मैं तो शाएद 3 या 4 टाइम झाड़ चुकी थी और फिर जैसे ही मुझे उनका लंड अपनी चूत के अंदर फूलता महसूस हुआ मैं एक टाइम ज़ोर से ऊपेर उछली और उनके लंड को अपनी चूत के बोहोत अंदर तक घुसा के दबा के उनके लंड पे बैठ गयी. मेरी इस हरकत से उनका लंड नहाल हो गया और मेरी चूत के अंदर फव्वारा छोडने लगा. मुझे बोहोत ही मज़ा आ रा था, मेरे मूह से आआआआअहह ऊऊऊऊऊऊओह म्‍म्म्ममममाआआज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआअ एयाया र्र्ररराआआ ह्ह्ह्हाआ हहाअईईए आआअहह म्मीईईईरर्र्र्र्र्र्र्रृिईईईईईई न्न्न्नियैयीयिक्क्क्क्कययाऑल्ल्ल्न्न्नईयियी वव्वाअल्ल्लीए हहाआआऐययईईईई और उनका लंड अपनी बच्चे दानी के अंदर महसूस होने लगा था. उनकी क्रीम का फव्वारा जैसे ही मेरी बच्चे दानी पे लगा मेरे मूह से मस्ती भरी अबीयगग्ज्ज्ज्ज्ज्ग्च्च्च निकल, मेरी आँखें बंद हो गयी, साँस तेज़ी से चलने लगी और उसके साथ ही मैं एक बार फिर से काँपते हुए झाड़ गयी. थोड़ी देर तक मैं उनके लंड को अपनी चूत के अंदर ही दबाए उनके ऊपेर पड़ी रही. मैं ड्के के ऊपेर थी और जैसे ही थोड़ी देर के बाद मैं उनके मूसल से ऊपेर उठ, मेरी चूत के अंदर से उनकी और मेरी मलाई निकलके उनके पॅंट पे गिरी और उनके पॅंट को गीला कर दिया. वो मुस्कुरा के अपने गीले पॅंट को देखने लगे. मैं अपनी सीट पे वापस आ चुकी थी और

झुक के उनके हमारे जूस से चमकते लंड को अपने मूह मे लिया और चाट चाट के सॉफ किया. डीके ने अपनी सीट के लीवर ठीक किए और रिमोट का बटन दबाया तो सामने गॅरेज का डोर खुल गया और कार बाहर निकल गयी. कार के बाहर निकलते ही डोर ऑटोमॅटिकली बंद हो गया.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:43 PM,
#28
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--27

गतान्क से आगे..........

ऑफीस से होटेल का रास्ता तो 5 मिनिट का ही था, मैं सोच ही रही थी के ऐसी हालत मे कैसे होटेल के अंदर जाउन्गी वाहा तो रिसेप्षन पे मुन्ना भाई होगे और दूसरे क्लीनिंग ओर रेस्टोरेंट का स्टाफ होगा, जैसे ही कार से नीचे उतरने लगी, मेरी किस्मेत अछी थी के एलेक्ट्रिसिटी चली गयी और सब जगह एक दम से अंधेरा च्छा गया. यह मेरे लिए गोलडेन चान्स था, इस से पहले के रिसेप्षन और हॉल के एरिया की एमर्जेन्सी लाइट्स जलने लगती, मैं तेज़ तेज़ कदम डालती हुई अपने मोबाइल की लाइट मे होटेल के अंदर आ गयी और सीढ़ियो से ऊपेर चढ़ के अपने कमरे मे आ गया. यह तो बहुत ही अछा हुआ के मुझे किसी ने भी ध्यान से नही देखा. मैं अपने रूम का डोर खोला और अंदर आ गयी. मैं बोहोत ही थक चुकी थी, अंदर आते ही मे बेड पे लेट गयी और लाइट का इंतेज़ार करने लगी. शाएद 10 मिनिट के अंदर ही लाइट आ गयी तो फन चालू किया और वही खड़े खड़े अपने कपड़े उतारना चालू कर दिया. सामने लगे मिरर मे अपनी चूत को देखा तो वो एक दम से लाल हो गयी थी और बहुत सूज गयी थी. मैं अपनी चूत पे प्यार से हाथ फेरने लगी और सोचने लगी के डीके के लंड ने मेरी चूत की क्या हालत बना दी है. मेरी चूत मे दरद हो रहा था. मैं बेड की किनारे पे बैठ गयी और दरद से एक दम से उठ गयी तो मुझे याद आया के मेरी तो गंद भी फॅट चुकी है इसी लिए इतना दरद हो रहा है. खैर मैं शवर लेने के लिए बाथरूम मे घुस गयी और गरम पानी से स्नान करने लगी. मुझे महसूस हो रहा था के मेरी गंद का सुराख बोहोत ही चौड़ा हो गया है और मुझे अपनी गंद मे बाहर की ओर घुसती हुई फील होने लगी तो मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली अपनी गंद पे आ गया. देखा तो सच मे गंद का सुराख बोहोत चौड़ा हो गया था. अब मैं कर भी क्या सकती थी बॅस अछी तरह से गरम पानी से चूत और गंद को सेका दिया. थोड़ी देर मे आराम आने लगा और मैं बाथरूम से बाहर निकल आई और अपने बदन को ड्राइ किया और टवल लपेटे ही लपेटे मैं अपने बेड पे लेट गयी और कांट्रॅक्ट निकाल के पढ़ने लगी.

कांट्रॅक्ट के मैं कंडीशन्स कुछ ऐसे थे:

जाय्निंग टाइम विदिन 15 डेज़ फ्रॉम कांट्रॅक्ट साइनिंग.

मॅंतली सॅलरी 30,000.00.

5,000.00 पर मोन्थ हाउसिंग ( इक्विवलेंट टू 2 सॅलरीस पर एअर ) हाउसिंग अलोवेन्स ओर अकॉमडेशन प्रोवाइडेड बाइ दा इंडस्ट्री.

फ्री कन्वेयन्स ओर इंडस्ट्री विल प्रवाइड कार फॉर ट्रांसपोर्ट ( मुझे कार चलाना तो आता नही था इसी लिए फ्री कन्वेयन्स ही ठीक रहेगा सोचा )

फुल इन्षुरेन्स कवरेज

फ्री ट्रेवल, बोरडिंग आंड लॉड्जिंग ऑन अफीशियल टूर इन इंडिया आंड फॉरिन ट्रिप इन दा सेम होटेल / रूम विथ मॅनेजिंग डाइरेक्टर.

टूर अलोवेन्स 1,000.00 पर डे ऑन टूर इन इंडिया आंड 3,000.00 पर डे ऑन टूर आउटसाइड इंडिया.

व्हेन ऑन टूर, आइ हॅव टू बी कंटिन्यूवस्ली विथ एमडी आंड एमडी कॅन पर्मिट मी टू गो आउट अलोन इफ़ ही डोएस्न'ट हॅव एनितिंग अर्जेंट फॉर मी.

मैं जैसे जैसे कांट्रॅक्ट कंडीशन्स पढ़ रही थी खुशी से पागल हो रही थी.

ऑफीस टाइमिंग के बारे मे लिखा था के "नो टाइमिंग्स" यू हॅव टू बी देर इन ऑफीस एनिटाइम डे ओर नाइट डिपेंड्स ऑन वर्क शेड्यूल. ( यह कंडीशन भी ऐसी कोई खास नही थी आक्सेप्टबल ही थी, मैं ने सोचा के जब काम के लिए घर से बाहर निकली हू तो क्या हुआ दिन हो के रात काम तो काम ही है )

टू वीक्स फुल्ली पैड वाकेशन आफ्टर दा कंप्लीशन ऑफ 12 मंत्स फॉर फर्स्ट एअर देन फ्रॉम सेकेंड एअर दिस विल इनक्रीस्ट टू वन मोन्थ फुल्ली पैड वाकेशन. ( मैं ने सोचा के चलो यह भी कोई बात नही क्यॉंके जब बॅंगलुर का अफीशियल टूर आएगा तो मैं सतीश से मिल सकती हू )

सब से नीचे लिखा था " वेलकम टू आर.के. इंडस्ट्रीस" और सब से नीचे लिखा था "गुड लक"

मैं ने फोन उठाया और सतीश का नंबर डाइयल किया तो दूसरी तरफ से उर्मिला ने फोन उठाया. मेरी खुशी से निकलती आवाज़ को सुनते ही बिना मेरी बात सुने उसने मुझे बोला "कंग्रॅजुलेशन्स स्नेहा" तो मैं ने बोला के अरे तुझे किसने बताया तो उसने बोला के अरी पगली मैं तेरी बचपन की फ्रेंड हू मैं तो तेरी आवाज़ सुनते ही समझ गयी थी के तू ने गोल मार लिया तो मैं हंस पड़ी और

उसको बोली के हा यार आइ वाज़ लकी एनफ टू गेट तीस जॉब तो उसने हंसते हुए बोला के जॉब ऐसे ही मिली या तेरा इंटरव्यू हुआ अछी तरह से बॉडी टेस्ट एट्सेटरा एट्सेटरा, तो मैं ने बोला के अरे पगली मेरा इंटरव्यू कम और बॉडी का इंटरव्यू ज़ियादा हुआ और उसके बाद ही जॉब मिली तो मैं हस्ते हुए बोली के बता ती हू पहले तू यह बता के सतीश के साथ फिट तो हो गई ना तो उसने भी हंसते हुए बोला के हा यार मैं तेरे लिए कुछ भी कर सकती हू, तेरे हज़्बेंड के साथ चुदवाने मे क्या प्राब्लम है मेरे कू. पहले तो सतीश मेरे साथ कुछ हेज़िटेट करता था पर एक दो टाइम चोदने के बाद अब अछी तरह से फिट हो गया है तो मैं ने उसको थॅंक्स बोला तो उसने बोला के अरे इस मे थॅंक्स बोलने की क्या बात है री, क्या मैं भी एक जवान औरत नही हू, क्या मेरी चूत मे आग नही लगती, क्या मुझे चुदाई का शौक नही या मेरे जिस्म मे चुदाई की भूक नही तो मैं ने बोला के अरे बाबा वो बात नही बस तुम दोनो खुश रहो और तेरा बोहोत बोहोत थॅंक्स यार के तू ने सतीश को संभाल लिया. अब उसने बोला के यह सब फॉरमॅलिटीस छोड़ और बता के तेरा इंटरव्यू कैसा रहा और सच बता के क्या क्या हुआ तो मैने हस्ते हुए अपनी सारी दास्तान सुना दी. ट्रॅवेल मे राज के मिलने और उस से चुदवाने वाली बात तो मैं पहले ही उसको बता चुकी थी. उर्मिला बोली के सच इतने टाइम चोदा वो साले एमडी ने तेरे कू, तेरी छोटी सी चूत का तो एक ही दिन के अंदर भोसड़ा बना डाला होगा साले ने, तो मैं ने बोला के अरे यह क्या उसका लंड तो सॉफ्ट होने का नाम ही नही लेता जब देखो फुल्ली एरेक्ट पोज़िशन मे ही रहता है और है भी इतना बड़ा के सॉफ्ट होने पर भी सतीश के लंड से बड़ा और उस से ज़ियादा कड़क रहता है तो दूसरी तरफ से उर्मिला ने बोला के हाए रे तेरी किस्मेत, तू बड़ी लकी है रे जो ऐसा शानदार लंड मिला तेरे कू. मुझे भी तेरेएमडी के लंड से चुदवाने की इच्छा जागने लगी है बोल मुझे भी चुदवायेगि उस से या नही तो मैं ने बोला के अरे वो क्या बड़ी बात है मेरी जान हम जब कभी भी बंगलोरे का टूर पड़ेगा मैं तुझे उसके साथ मिला दूँगी और खुद थोड़ी देर सतीश से मिल लूँगी तो वो खुश हो गयी और बोली सच बोल रही है ने तू, तो मैं ने बोला के हा बाबा आइ आम शुवर के वो मेरी बात को नही टालेगा और तुझे भी अपने लंड का मज़ा चखा देगा. चल अब फोन सतीश को दे उस से बात करनी है तो उसने बोला के ठहर एक मिनिट अभी अभी मुझे चोद के वो शवर लेने गया है, एक मिनट ठहर मैं देखती हू वो शवर ले के बाहर आया के नही.

उसने फोन सतीश को दे दिया. दूसरी तरफ से सतीश की ख़ुसी से भरी आवाज़ आई, वो मेरी और उर्मिला की बात सुनके समझ गया था के मुझे जॉब मिल गयी है. उसने भी मुझे कंग्रॅजुलेशन्स बोला और पूछा के इंटरव्यू कैसा रहा तो मैं ने हस्ते हुए बोला के तुम ने बोला था ना के अगर वो मुझे चोदना चाहे तो चुदवा लेना और यू कॅन डू वॉटेवर इट टेक्स यू टू डू टू गेट दिस जॉब, तो उसने बोला के हा बोला था, तो मैं ने बोला के बॅस एमडी को मेरा बदन और मेरी जवानी पसंद आ गयी तो उसने हस्ते हुए कहा के "सच" तो मैं ने बोला के हा सतीश मैं ने अपना सब कुछ उसको दे दिया और उस से जॉब ले लिया तो उसने एक इतमीनान की लंबी साँस भरी और बोला के चलो अछा है अब हमारे खराब दिन दूर हो जाएगे तो मैं ने बोला के आक्च्युयली मैं ने तुमको कांट्रॅक्ट के कंडीशन्स बताने के लिए फोन किया था के तुम सुन लो और अगर कोई कंडीशन अन आक्सेप्टबल हो तो मुझे बताओ के मुझे क्या करना है. उसने बोला के ठीक है बोलो क्या कंडीशन्स है तो मैं ने उसको पूरा कांट्रॅक्ट पढ़ के सुना दिया तो उसने बोला के अरे सब कुछ ठीक है यार इतनी मस्त सॅलरी आज के रिसेशन के मार्केट मे कौन देता है. सब कंडीशन्स ठीक है तुम इतमीनान से बेफिकर हो के साइन करदो और अपना जॉब स्टार्ट करदो. मैं ने बोला के मुझे 2 वीक का टाइम है जाय्न करने के लिए तो क्या मैने 2 वीक टाइम ले के बॅंगलुर आउ या इमीडीयेट्ली जॉब जाय्न करलू. सतीश ने बोला के मेरे ख़याल से तो तुम फॉरन ही जाय्न कर्लो 2 वीक्स मे तुम कम से कम 15,000.00 रूपीए तो कमा ही लोगि ना, यह हमारे लिए बोहोत बड़ा आसरा हो गा और जब तुम्हारा तौर बॅंगलुर का पड़ेगा तो मैं यही मिल लूँगा तुमसे. खैर हम ऐसे ही बोहोत देर तक कांट्रॅक्ट पे और दूसरे चीज़ो पे डिसकस करते रहे फिर मैं ने थोड़ा सा हंसते हुए पूछा के उर्मिला तुम्हारा अछी तरह से ख़याल तो रख रही है ना तो उसने बोला के हा थॅंक यू मेरी जान जो तुमने अपनी फ्रेंड को मेरी देख भाल के लिए भेज दिया. सतीश ने भी हंसते हुए बोला के वो मेरा ख़याल बोहोत ही अछी तरह से रखती है और मैं उसका अछी तरह से ख़याल रखता हू. शी ईज़ आ गेम ऑफ आ लेडी. बहुत ही अछी है और मेरा बोहोत ख़याल रखती है, टाइम पे खाना पकाती है और हम साथ खाते है तो मैं ने हंसते हुए पूछा के बॅस इतना ही ख़याल रखती है या बेड मे भी ख़याल रखती है तो वो हस्ने लगा और बोला के अरे यार तुम्हारी फ्रेंड तो बड़ी मस्त चीज़ है तुमने क्या उसको बोला के उसने तो तुम्हारी ही जगह लेली है मेरे बेड मे और मेरे घर मे, वो मेरे से बोहोत प्यार भी करने लगी है. मैं खुश हो गयी और बोली के तुम उर्मिला की फिकर ना करो वो मेरी सब से अछी और मेरी बचपन की फ्रेंड है और वो तुम्हारा हर तरीके से ख़याल रखेगी और फिर हस्ते हुए पूछा के उसने तुम्हारा लंड भी चूसा के नही तो उसने हस्ते हुए बोला के यार शी ईज़ आ बॉंबशेल इन बेड, शी ईज़ टू हॉट यार उसने तो मुझे एक बार फिर से जवान कर दिया है, मुझे पागल ही कर दिया है. उर्मई और मैं वो सब कुछ करते है जो मैं और तुम किया करते थे तो मैं ने कहा वाह तुमने उर्मिला को ऊर्मि बना दिया यह जान कर मुझे बोहोत खुशी हुई और बोहोत अछा लगा के तुम भी उर्मिला से प्यार करने लगे हो तो वो हस्ने लगा. फिर उसने मुझे पूछा तो मैं ने भी उसको बिना झिझक और बिना कुछ छुपाए सब कुछ बता दिया. एमडी का चोदना और उस से गंद मरवाना सब कुछ बता दिया और फिर यह भी बता दिया के उसका लंड इतना

बड़ा है जितना तुमने कभी देखा भी नही होगा और इश्स वक़्त मेरी चूत उसकी चुदाई से लाल हो गयी है और डबल रोटी की तरह से सूज गयी है और गंद का सुराख भी इतना बड़ा हो गया है. यह बोलते बोलते मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली अपनी चूत पे आ गया और मैं अज्ञाने मे अपनी चूत का मसाज करने लगी. दूसरी तरफ सतीश मेरे से बात कर रहा था पर मैं कुछ इतनी गरम हो गयी थी के उस से बात करने के बजाए अपनी चूत का मसाज करती ही चली गयी और इतनी ज़ोर से झड़ी के मेरी आवाज़ सतीश सुनता रहा. जब मैं झाड़ चुकी तो बाइ आंड टेक केर बोल के फोन काट दिया और ऐसे ही बिना कपड़ो के नंगे ही गहरी नींद सो गयी.

दूसरे दिन सनडे था. मैं देर तक सोती रही. आँख खुली तो 10 बज रहे थे. नीचे फोन किया तो मुन्ना भाई ने रिप्लाइ किया और खुशी से पूछा के मेडम क्या हुआ आपके जॉब का तो मैं ने बोला के मुन्ना भाई आप की दुआ काम कर गयी और मुझे जॉब मिल गयी है तो वो बोहोत ही खुश हो गया और बोला के मेडम आप जब तक चाहे यही रहिए आपका ऑफीस भी यहा से करीब है और मैं आपको मन्थलि बेसिस पे बोहोत ही कम रेंट पे आपको सब से ऊपेर वाले फ्लॅट मे 2 बेडरूम का फ्लॅट टाइप है जो मैं अपने कोई रिलेटिव्स वाघहैरा आए तो देता हू वो मैं आपको दे दूँगा आप पैसे की फिकर ना करे तो मैं ने थॅंक्स बोला और बोला के मुन्ना भाई प्लीज़ मेरे पास थोड़ी कॉफी और कुछ लाइट ब्रेकफास्ट भेज दीजिए ना प्लीज़ तो उसने बोला के अभी भिजवाता हू मेडम और फोन काट दिया.

मैं शवर लेने चली गयी. गरम पानी का शवर बोहोत अछा लग रहा था. सारी थकान दूर हो गयी. मैं फ्रेश हो के बाहर निकली. अभी टवल लपेटे हुए ही थी के बेल बाली तो जल्दी से गाउन डाल लिया और दूर खोल के ब्रेकफास्ट अंदर लेलिया. बॉय के जाने के बाद गाउन उतार दिया और टवल लपेटे ही लपेटे ब्रेकफास्ट किया और सब से पहले राज को फोन किया तो उसने फोन काट दिया और खुद लंदन से मुझे रिंग किया तो मैं ने उसको जॉब मिलने की डीटेल बताई और उसको थॅंक्स बोला तो उसने बोला के अरे इसमे थॅंक्स की क्या बात है तुम जॉब के लिए पर्फेक्ट थी इसी लिए तुमको जॉब मिला तो मैं ने उसको बोला के आइ मिस यू सो मच राज आइ नीड यू वेरी बॅड्ली विथ मी हियर तो उसने बोला के हा मैं नेक्स्ट वीक तक आ जाउन्गा तो वही रहो फिर मैं तुमको किसी और जगह शिफ्ट कर दूँगा तो मैं ने उसको मुन्ना भाई का ऑफर बताया तो उसने बोला के अरे हा यह भी ठीक है तुमको ऑफीस जाने मे कोई दिक्कत नही होगी और अगर कभी देर भी हो जाए तो कोई प्राब्लम नही, वॉकिंग डिस्टेन्स ही तो है तो मैं ने बोला के हा यह बात तो है. फिर उसने भी यही डिसाइड किया के टेंपोररिली मैं यही इसी होटेल मे रहू. फिर हम ने फ़ोन सेक्स किया और सच मे मेरी चूत का मसाज किया और जूस निकाल दिया. कमरे मे मेरी चूत के जूस की स्मेल आने लगी तो मैं

मुस्कुरा दी और फिर सोचने लगी के आज तो सनडे है क्या करू राज भी नही है नही तो कही बाहर घूमने ही चली जाती फिर मुझे सडन्ली सबिहा की याद आई तो उसको फोन किया. वो मेरी आवाज़ सुन के बोहोत ही खुश हो गयी और बोली के मैं शाम को 5 बजे तक अपने पार्लर आ जाउन्गी तो मैं ने बोला के जब तुम करीब पहुँचने वाली रहो तो मुझे एक मिस्कल्ल कर देना मैं फॉरन ही आ जाउन्गी तो उसने बोला के ठीक है तब तक तुम थोड़ा रेस्ट लेलो. मैं ने सबिहा को कुछ नही बताया. ब्रेकफास्ट के बाद मैं बेड पे लेट गयी और एक बार फिर से कांट्रॅक्ट पढ़ा. मैं टवल मे ही थी और ऐसे लेटने से टवल खुल भी गया था तो मैं ने उसको अपने बदन से अलग कर दिया और नंगी ही लेट गयी और अपनी फूली हुई डबल रोटी चूत को सहलाने लगी जो अभी तक लाल थी. ऐसे ही मसाज करते करते पता नही कब सो गयी.

सो कर उठी तो दोपेहेर के 3 बजे थे. मुंबई का मौसम भी कुछ अजीब है यहा ह्यूमिडिटी की वजह से गर्मी ज़ियादा दिखती है. बॅंगलुर का मौसन तो एक दम से फर्स्ट क्लास होता है. बॅंगलुर मे बोहोत गार्डेन्स है इसी लिए उसको गार्डेन सिटी भी कहते है और हमेशा ही मौसम अछा रहता है. यहा भी आज बाहर थोड़ी गर्मी दिख रही थी. मैं ने लंच भी यही रूम पे मंगवा लिया और खाना खा के कॉफी के लिया बोल दिया. ऐसे ही शाम के 5 बज गये और मेरे मोबाइल पे सबिहा का मिस्कल्ल आ गया तो मैं उठ के रेडी हो गयी और 10 मिनिट के अंदर ही रूम से बाहर निकल गयी. मुन्ने भाई डेस्क पे बैठे थे मुझे देख के मुस्कुरा के बोले गुड ईव्निंग मेडम तो मैं ने भी गुड ईव्निंग मुन्ना भाई बोला. मेरे से पूछा के कही बाहर जा रही है क्या मेडम तो मैं ने बोला के हा मुन्ना भाई थोड़ी देर मार्केट मे घूम के आती हू आज सनडे है क्या करू बोर हो गयी हू कमरे मे पड़े पड़े तो मुन्ना भाई ने बोला के हा ठीक है मेडम, यू आर वेलकम एनिटाइम हियर. तो मैं ने थॅंक्स बोला और बाहर निकल गयी. निकलने से पहले बोला के मुन्ना भाई हो सकता है के मैं खाना बाहर ही खा के आउन्गी तो उन्हो ने बोला के कोई बात नही मेडम यहा मुंबई मे खाने पीने का कोई प्राब्लम ही नही है आप जितनी रात मे खाना बोलॉगी सब कुछ मिल जाएगा. मैं बाहर निकल गयी और सबिहा के पार्लर की तरफ चल पड़ी.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:43 PM,
#29
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--28

गतान्क से आगे..........

अभी पूरी तरह से बेल बजाई भी नही थी के डोर खुल गया ऐसा लगता था जैसे सबिहा दूर के हॅंडल पकड़ के मेरा वेट कर रही हो.

ब्यूटिफुल & सेक्सी सबिहा नंगी ही मेरा वेट कर रही थी.

मैं अंदर जाते ही मेरे से लिपट गयी और पूछी क्या हुआ जॉब का तो मैं ने बोला के हा सबिहा तुमने जो ड्रेसिंग की थी वो एक दम से पर्फेक्ट थी और बॅस मुझे जॉब मिल गयी तो उसने पूछा के ऐसे ही मिल गयी या कुछ देना दिलाना भी पड़ा तो मैं ने बोला के हा देना पड़ा तो उसने पूछा कितना पैसा दिया तो मैं ने बोला के अरे कोई पैसा वैसा नही और उसका एक हाथ पकड़ के अपनी चूत पे रखा और दूसरा अपनी गंद पे रख के बोला के बॅस यही दो चीज़ें देना पड़ी तो वो हंस पड़ी और मेरे से कुछ ज़ोर से लिपट गयी और प्यार करने लगी. सबिहा ने आते ही एरकॉनडिशन खोल दिया था इसी लिए अब उसका बुटीक कम ब्यूटी पार्लर ठंडा होने लगा था. ऐसे ही लिपटे लिपटे हम एक दूसरे को किस करने लगे. किस कुछ ज़ियादा ही पॅशनेट होने लगा.

हम दोनो पॅशनेट किस करने लगे और बूब्स दबाने लगे

देखते ही देखते हम दोनो एक दूसरे के कपड़े बड़ी बेसब्री से उतरने लगे और एक ही मिनिट के अंदर हम दोनो नंगे हो गये थे. सबिहा ने मुझे पास पड़ी उस बेंच पे लिटा दिया जिसपे वो लड़कियो के झांट निकालने के टाइम पे क्रीम लगा के लिटा देती थी. यह एक लो हाइट वाली मसाज बेंच थी बिल्कुल वैसे ही

जैसे स्कूल बेंच होती है बॅस डिफ़्फेरेसएन सिर्फ़ इतना ही था के इस पे एक मामूली थिकनेस का मॅट्रेस था. मुझे पुश कर के मुझे लिटा दिया और खुद नीचे बैठ गयी और मेरे दोनो पैरो को अपने शोल्डर्स पे रख लिया और जैसे ही मेरी चूत पे नज़र पड़ी उसने बड़ी हैरत से पूछा अरे मिस यह क्या हुआ तो मैं ने बोला के इसी की वजह से तो मुझे जॉब मिली है और एमडी का लंड कोई मामूली लंड नही उसका लंड किसी हाथी के लंड जैसा है और लोहे जैसा सख़्त भी है और उसका लंड सॉफ्ट भी नही होता तो वो हैरत से देखने लगी और बोली के इतनी प्यारी चूत को चोद चोद के बर्बाद कर डाला तुम्हारे एमडी ने, साला आदमी है या जानवर. कोई ऐसे चोदता है क्या तो मैं ने बोला के हा मेरी चूत और गंद दोनो अभी तक दुख रहे है तो उसने बड़े प्यार से मेरी चूत पे हाथ फेरा और बोली के इतनी प्यारी चूत का एक ही दिन के अंदर साले के लंड ने भोसड़ा बना डाला और फिर मेरी चूत को चूमने लगी और देखते ही देखते इतनी बे सबरी से चाटने लगी जैसे के थोड़ी देर हो जाएगी तो शाएद उसको मेरी चूत चाटने को नही मिलेगी.

सबिहा मेरी चूत को बे सबरी से चाटने लगी

मैं उसकी टंग अपनी चूत के अंदर महसूस करते ही झड़ने लगी और अपनी गंद उठा उठा के अपनी चूत को उसके मूह से रगार्डने लगी. सबिहा चूत चाटने मे बोहोत ही एक्सपर्ट लग रही थी बड़े ही मस्त स्टाइल मे चाट रही थी. मेर मूह से निकला आआआआहह सस्स्स्स्स्साआआआब्ब्ब्बबबीईईई हहाआआआअ म्‍म्म्मममीईईईईईईईईई गगगगगगगगगाआआआआईयईईईईईईईई न्न्न्न्नीईईईईक्क्क्क्क्क्क्क्क्क्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लाआआआअ म्‍म्म्ममममममीईईईरर्र्र्ररराआआआअ और फिर मैं ऐसे झड़ी के झड़ती

ही चली जा रही थी मेरी चूत से गरम गरम जूस ऐसे बह रहा था जैसे किसी ने नल खोल दिया हो. मैं सबिहा से बोहोत ज़ोर से लिपट गयी.

सबिहा की छोटी सी चिकनी चिकनी टेस्टी टेस्टी यम्मी यम्मी बेबी चूत

थोड़ी देर मे, मैं ने बोला के सबिहा डार्लिंग मुझे भी तो अपनी चूत का टेस्ट कर्वाओ तो वो अपनी जगह से उठी और मेरे मूह के दोनो तरह पैर डाल के मेरे ऊपेर झुक गया और उसके पैर नीचे फ़राश पे थे और मेरे पैर भी फ़राश पे ही थे. सबिहा की चूत बोहोत ही मस्त थी. बे इंतेहा चिकनी बिल्कुल बेबी चूत जैसे किसी 10 – 11 साल की लड़की की चूत होती है. उसकी चूत देख के मैं ने सोचा के कितनी प्यारी चूत है और ऐसी चूत के अंदर अगर एमडी का लंड घुस जाएगा तो क्या होगा यह सोचती रही और उसकी चूत को चाट ती रही. उसकी चूत से एक बड़ी मस्त स्मेल आ रही थी. . थोड़ी ही देर मे सबिहा इतनी मस्त हो गयी के मेरे मूह पे अपनी चूत को पटक पटक के मारने लगी और झड़ने से पहले मेरे मूह को अपनी चूत से बोहोत ही ज़ोर से दबा दिया और मेरे दांतो से अपनी क्लाइटॉरिस को रगड़ने लगी और उसका बदन पहले तो टाइट हो गया फिर काँपने लगा और वो मेरे मूह मैं ही झड़ने लगी.

सबिहा अपनी चूत मेरे मूह पे पटक ते पटक ते झाड़ गयी

झड़ने के बाद भी वो मेरे ऊपेर लंबी लंबी साँसें लेती हुई लेटी रही. फिर मेरी चूत को चाटना शुरू किया. थोड़ी देर के बाद हम दोनो बेंच से उठ गये और नीचे पड़े एक पतले से मॅट्रेस पे लेट गये. दोनो एक दूसरे को टंग सकिंग किस करने लगे और फिर कभी मैं उसके बूब्स को चूस्ति तो कभी वो मेरे बूब्स को चूस्ति ऐसे ही मस्तिया करते रहे. फिर सबिहा मुझे नीचे लिटा के मेरे ऊपेर ऐसे चढ़ गयी जैसे मुझे चोद रही हो. मेरी दोनो टाँगो को फैला दिया और बीचे मे मेरी चूत से अपनी चूत को सटा दिया और रगड़ने लगी और बिल्कुल ऐसे ही चोदने लगी जैसे वो सच मे एक मर्द हो और मुझे चोद रहा हो. बड़ा मज़ा आ रहा था. फिर थोड़ी देर के बाद मुझे करवट लिटा दिया और मेरा एक पैर उठा के पकड़ लिया और मेरे पैरो के बीच मे ऐसे स्टाइल से बैठ गयी के मेरा एक पैर लंबा था और दूसरे पैर को उसने अपने हाथो से पकड़ के उठाया हुआ था और खुद मेरी दोनो थाइस के बीचे मे बैठ गयी और मेरी चूत से अपनी चूत को मिला के रगड़ने लगी यह पोज़िशन ऐसे ही थी जैसे कोई मर्द लड़की की एक टांग उठा के चोद्ता है.

सबिहा की और मेरी चूत रगड़ने लगी

हम दोनो की चूते बोहोत ही गीली हो चुकी थी और हमारी चूतो से कितना जूस निकला हमे ही पता नही. सबिहा की चूत जब मेरी चूत से लगी तो एक अनोखा मज़ा आने लगा और मैं बोलने लगी के आआहह सस्स्साआबब्बीहहाअ आऐईइसस्सीए हहिि कक्चहूऊददडूव हाईए र्र्रररीईए ब्बबाद्ददडाअ म्‍म्माआज़्ज़्ज़ाआ हाअईए आआऐईईई ज़्ज़्ज़ूओररर सस्स्सीईए और सबिहा मेरी चूत को अपनी चूत से चोदती रही कमरे मे दोनो की चूतो के टकराने की पच पच की और हमारी गहरी गहरी सांसो की आवाज़ें आने लगी. हम दोनो एक दूसरे के बूब्स को मसल रहे थे और चूत से चूत टकराने के मज़े ले रहे थे. ऐसा लगता था जैसे सबिहा की चूत मेरी चूत के अंदर तक चली जाएगी और फिर हम दोनो अपनी मज़े की सीमा पार कर चुके थे दोनो की आँखें बंद हो चुकी थी और दोनो के मूह से आआआहह और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊऊऊहह जैसी आवाज़ें निकल ने लगी और हम दोनो ही इतनी ज़ोर से काँपने लगे जैसे बोहोत ज़ियादा ठंड लग रही हो और फिर हम दोनो ने एक दूसरे की टाँगो को मज़बूती से पकड़ रखा था और दोनो ने एक दूसरे की चूत को बोहोत ही ज़ोर से दबा दिया और ऐसी पोज़िशन मे हमारी क्लाइटॉरिस एक दूसरे की क्लाइटॉरिस से रगड़ने लगी और हम दोनो ही बोहोत ज़ोर से झड़ने लगे और हमारी चूत से इतना बोहोत जूस निकला जितने चुदाई के टाइम पे भी नही निकलता था. मुझे यह लेज़्बीयन एक्सपीरियेन्स बोहोत ही अछा लगा.

जब हमारा जूस बोहोत टाइम निकल गया तो हम थोड़ी देर ऐसे ही लेट गये और फिर सबिहा ने पूछा के एमडी का लंड कैसा था और उसने कैसे चोदा तो मैने ने उसको भी अपनी पूरी दास्तान सुना दी तो वो हैरत से सुनती रही. मैं ने बोला के अभी तक बोहोत दुख रहा है तो उसने बोला के कोई बात नही मिस तो मैं ने बोला के सबिहा प्लीज़ अब मुझे मिस नही बोलना मेरा नाम स्नेहा है और आज से हम और तुम दोनो फ्रेंड्स है और फ्रेंडशिप मे कोई टाइटल्स नही होते इसी लिए अब तुम मुझे स्नेहा ही बोला करो तो उसने बोला के ऑलराइट स्नेहा. सबिहा अपनी जगह से उठी और एक प्लास्टिक के टब मे गरम पानी डाला और उसमे कुछ केमिकल्स और मेडिसिन्स डाल के मुझे बोला के इसके अंदर बैठ जाओ. यह टब इतना बड़ा था के मैं उसके अंदर अछी तरह से बैठ सकी. गरम पानी और मेडिसिन से मेरी चूत को आराम मिलने लगा. इतनी देर तक सबिहा मेरे सामने खड़ी हो गयी और मैं उसकी चूत को चाटने लगी. उसकी चूत बोहोत ही प्यारी थी. ढूँदने पर भी एक बॉल भी नही दिखाई दे रहा था. शाएद लेज़र ट्रीटमेंट करा था उसने. मैं उसकी गंद को पकड़ के अपनी ओर खेच रही थी और वो इतनी मस्त हो गयी थी के अपनी गंद को आगे पीछे कर के मेरे मूह को चोद रही थी. उसने मेरे सर को पकड़ रखा था और फिर फाइनली उसकी आँखें बंद हो गयी और मेरे मूह मे अपनी चूत को दबा के पकड़ लिया और मेरे मूह मे ही झड़ने लगी. इतनी देर मे मेरी चूत को पूरा आराम मिल चुका था और मेरी चूत अब नॉर्मल हालत मे वापस आ चुकी थी. फिर हम ने ऐसे ही मस्तिया की. यह एक्सपीरियेन्स मेरे लिए बहुत ही मस्त था और मुझे बोहोत ही मज़ा आया. ऐसे लेज़्बीयन आक्षन का अपना एक और ही मज़ा है इसी लिए मैं सोचने लगी के लेज़्बीयन लड़कियाँ क्यों किसी मर्द से नही चुदवाती क्यों के इस्मै एक अलग ही मज़ा है और एक अलग ही टाइप का सॅटिस्फॅक्षन है. रात के 9 बज चुके थे तो सबिहा ने बोला के चलो डिन्नर करते है. हम बाहर निकले और करीब के रेस्टोरेंट मे डिन्नर लिया और फिर बाद मैं मिलने का वादा कर के हम दोनो अपने अपने घर चले गये.

मैं रात मे अपने कमरे मे वापस आई और सबिहा के साथ गुज़ारे हुए टाइम को सोच के मेरे मूह पे एक मुस्कुराहट आ गयी और मैं अपनी चूत का मसाज करने लगी और सिर्फ़ क्लाइटॉरिस का मसाज करते करते ही झाड़ गयी और गहरी नींद सो गयी.

सबिहा को याद कर के अपनी चूत का मसाज कर के सो गयी

सुबह को 8 बजे आँख खुली. आज मंडे था मैं ने सोचा था के ऑफीस जाउन्गी और कांट्रॅक्ट पेपर्स डीके को सब्मिट करके जॉब स्टार्ट कर दूँगी. नाश्ता किया और कपड़े चेंज कर के मैं ऑफीस पोहोच गयी. एज यूषुयल ममता वही अपनी टेबल पे बैठी थी मुझे देखते ही मुस्कुरा पड़ी और पूछा क्या हुआ मेडम तो मैं ने खुशी से बोला के मुझे जॉब मिल गयी है ममता तो उसने कंग्रॅजुलेशन्स मेडम बोला तो मैं ने बोला के हम दोनो अब कॉलीग्स है कोई मेडम वाडम नही मेरा नाम स्नेहा है और तुम मुझे स्नेहा ही कहोगी तो उसने मुस्कुरा के मेरा हाथ अपने हाथो मे ले के दबा दिया और कंग्रॅजुलेशन्स स्नेहा बोला तो मैं ने भी उसके हाथ को अपने हाथो मे पकड़ के दबा दिया. फिर उसने पूछा कैसा रहा इंटरव्यू स्नेहा तो मैं ने बोला के हा ठीक ही रहा तो उसने कुछ शरारत से पूछा कुछ ऐसा वैसा तो नही हुआ ना आपका इंटरव्यू तो मैं ने बोला के देखो ममता आज कल के दीनो मे जॉब मिलना बोहोत ही मुश्किल होता है और हर आदमी की एक प्राइवेट लाइफ भी तो होती ना जिसे वो अपने घर वालो से छुपाता है इसी तरह से मैं ने भी अपनी एक प्राइवेट लाइफ बना ली है और मैं ने जॉब के लिए अपने आप को कुर्बान कर दिया और अपना सब कुछ डीके को दे दिया और जॉब ले लिया. किसी को क्या पता चलेगा के कोई किसी की प्राइवेट लाइफ मे क्यों इंटर्फियर करेगा जॉब तो जॉब होती है ना इसी तरह से मेरे हज़्बेंड को भी पता है के मैं अपना घर अपना शहेर छोड़ के दूसरे शहेर मे काम कर रही हू और एक इनडिपेंडेंट लाइफ गुज़ार रही हू. मेरे हज़्बेंड का रिसेशन मे बोहोत ही लॉस हुआ है अब उसको कोवेरूप करने का एक ही तरीका था के मैं जॉब

करू और मुझे यह जॉब को हासिल करना ही था इसी लिए मैं ने अपना सब कुछ दे दिया और कभी टाइम मिलेगा तो मैं अपने हज़्बेंड से भी बता दूँगी के मैं ने जॉब के लिए और एस्पेशली उसकी यानी मेरे हज़्बेंड की कितनी बड़ी मदद की है नही तो हमारा सब कुछ ख़तम हो चुका था रहा सहा एक घर ही था अगर वो भी हाथ से चला जाता तो हम कही के ना रहते. आइ आम शुवर के वो भी मेरी बात को समझ जाएगा और मेरे साथ कॉंप्रमाइज़ कर लेगा. आफ्टर ऑल उसके लिए ही तो मैं यह सब कुछ कर रही हू. उसके लिए मैं ने अपने आपको डीके के हाथो बेच दिया. इतने बेहतरीन और फर्स्ट क्लास पेयिंग जॉब को मैं कैसे छोड़ सकती थी तुम खुद ही बोलो. ममता ने बोला के हा तुम ठीक कहती हो स्नेहा हर किसी को अपनी प्राइवेट लाइफ जीना का पूरा अधिकार है और मेरे ख़याल से अगर इतने आछे जॉब के लिए और अपने हज़्बेंड के लिए अपनी जवानी को दाव पर लगा रही हो तो उसको भी सोचना चाहिए के उसको बर्बादी से बचाने के लिए अगर तुम यह सब नही करती तो आज शाएद वो रोड पे होता. ममता को फिर मैं ने अपने कॉन्फिडेन्स मे ले के अपने और डीके के बारे

मैने बता दिया के उसने कैसे मुझे दोपहर से ले के रात तक कंटिन्यू चोदा और गंद मार के मेरी हालत बुरी कर दी. ममता ने कहा के हा मुझे पता है डीके को चोदने का बोहोत शौक है पर पता नही क्या बात है कोई लड़की उसके पास ज़ियादा दीनो तक नही रह पाती तो मैं ने बोला के तुमको पता है उसका लंड कैसा है तो उसने बोला के नही तो मैं ने पूछा हाथी का लंड देखा है तो वो हसणे लगी तो मैं ने बोला के सच ममता उसका लंड किसी हाथी के लंड से छोटा नही है शाएद इसी लिए लड़कियाँ उसके लंड को झेल नही पाती होगी इसी लिए शाएद ज़ियादा दीनो तक उसके साथ नही रह पाती होगी पर मेरी मजबूरी थी क्या करू बॅस चुदवा लिया और मैं उसके लंड की दीवानी हो गयी हू. ममता मेरी बतो को मूह खोले हैरत से सुन रही थी. फिर उसने बोला के चलो स्नेहा ठीक है क्या करना है यार तुम्है जॉब चाहिए और डीके को चूत बॅस वो तुम्हारी ज़रूरत पूरी करेगा तुम उसकी ज़रूरत पूरी करना. मैं ने पूछा के तुमने नही ट्राइ किया यह जॉब तो उसने बोला के नही स्नेहा मेरी क्वालिफिकेशन और एक्सपीरियेन्स अकाउंट्स की नही है इसी लिए और फिर मुस्कुराते हुए बोली के उसके हाथी लंड से तो मर ही गयी होती और फिर हम दोनो मिल कर हसणे लगे. उसने बोला के डीके तो अभी और 30 मिनिट्स मे आएगे. इतनी देर मे बॉय कॉफी रख के चला गया तो हम दोनो कॉफी पीने लगे.

कॉफी पीने के बाद हम इधर उधर की बातें कर रहे थे. थोड़ी देर मे ममता की टेबल का बज़्ज़र बजा तो ममता ने कहा के मिस स्नेहा ईज़ हियर हर सर तो स्पीकर पे डीके की आवाज़ आई के सेंड हेर इन प्लीज़ तो ममता ने ओके सर बोला और मुझे हाथ से इशारा किया और आँख मारके थंप्स अप का निशान बनाया तो मैं भी मुस्कुराती डीके के रूम के अंदर चली गयी. मुझे देखते ही डीके अपनी चेर से उठा और मुझे अपनी बाँहो मे ले के चूमने लगा और मुझ

से ज़ोर से लिपट गया. मैं तो जैसे पागल ही हो गयी थी. मैं ने भी उसको बोहोत कस्स के पकड़ लिया और हम टंग सकिंग किस करने लगे और एक ही मिनिट के अंदर हम दोनो ने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए और नंगे हो गये. डीके ने मुझे मेरी बगल से पकड़ के उठाया और टेबल पे बिठा दिया और खुद नीचे बैठ के मेरी चूत को चाटने लगा तो मेरा हाथ भी उसके सर पे आ गया और मैं उसके सर को अपनी चूत के अंदर दबाने लगी और मस्ती मे ज़ोर ज़ोर से रगड़ने लगी. मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था. सबिहा की टंग बोहोत ही सॉफ्ट थी उसके चाटने मे और डीके के चाटने मे थोड़ा फरक था. डीके की टंग थोड़ी रफ थी और इसका मज़ा भी कुछ ही था. मैं डीके का सर पकड़ कर उसके मूह को चोदती रही और मेरी आन्खै मस्ती मे बंद हो गयी थी और आआअहह सस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स द्द्द्द्द्द्द्द्दददकककककककक म्‍म्माआईयईईईई गगगगगगगगाआआऐययईईईईईईई ह्ह्ह्ह्हाआआ सस्स्स्स्स्स्सस्स और फिर एक मिनिट के अंदर मेरा बदन अकड़ने लगा और मैं डीके के मूह मे झड़ने लगी.

डीके फॉरन अपनी जगह से उठे और मेरी गीली चूत के सुराख मे अपने मूसल लंड को रखा. मुझे उनके लंड के मोटे सूपदे को देख के एक बार फिर से डर लगने लगा. आज उनका लंड कुछ ज़ियादा ही ख़तरनाक लग रहा था. एक तरफ तो ऐसे शानदार लंड से चुदवाने की ख्वाहिश और दूसरी तरफ चूत के फटने कद डर दोनो एक साथ ही होने लगे थे. पर चुदाई का शौक डर और तकलीफ़ पे हावी हो गया और मैं चुदासी हो गयी. मैं ने अपनी टाँगें डीके की कमर मे लपेट ली और उनके चूतदो को अपने हाथो से पकड़ के अपनी ओर खेचा. मेरी गंद टेबल के बिल्कुल कॉर्नर मे थी और डीके के मूसल का मोटा चमकदार सूपड़ा जिस मे से खूब बोहोत प्री कम निकल रहा था मेरी चूत के सुराख के सामने था. उनको अपनी ओर खेचने से लंड का सूपड़ा मेरी चूत के सुराख मे घुस गया, सिर्फ़ सूपदे से ही मेरी चूत का सुराख भर गया और मेरे सारे बदन मे एक झुरजुरी सी आ गयी और चूत चुदने को मचलने लगी. डीके झुक के मेरी चुचिओ को चूसने लगे और दोनो हाथो से मेरे चूतदो को मसल्ने लगे. मैं चुदने को ऐसी दीवानी हो रही थी के अपनी गंद को खुद ही आगे कर के उनके लौदे को चूत के अंदर लेने की कोशिश करने लगी. डीके धीरे धीरे से आगे पीछे हो के अपने लंड के सूपदे को मेरी गीली चूत के सुराख के अंदर बाहर करने लगे. मेरा बॅस नही चल रहा था के उनके लंड को अपनी चूत के अंदर डाल दू और वो मुझे धना धन चोद चोद के एक बार फिर से मेरी चूत का भरता बना दे. जैसा के मैं पहले ही बता चुकी हू के मेरे बूब्स और एस्पेशली निपल्स बोहोत ही सेन्सिटिव है और उनके चूसने से मेरे तन बदन मे वासना की आग सुलग उठी और मैं टेबल से उठ उठ के उनके लंड को अपनी चूत के अंदर लेने को मचलने लगी.

क्रमशः......................
Reply
07-10-2018, 12:43 PM,
#30
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--29

गतान्क से आगे..........

डीके ने मेरी बेताबी देख ली और फिर मेरे चूतदो को मसल ते

मसल्ते अपने लंड के सुपाडे को चूत के अंदर बाहर कर रहे थे और फिर उनके 2 आक्षन एक साथ हुए. उन्हो ने अपने लंड को थोड़ा सा बाहर खेचा और मेरे चूतदो को ज़ोर से पकड़ के इतनी ज़ोर से अपनी तरफ खेंचा के उनका लंड मेरी गीली चूत को चीरता हुआ पूरा जड़ तक घुस्स गया और मैं चिल्ला पड़ी सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स म्‍म्म्माआआआअरर्र्र्र्र्र्र्ररर डड्डड्डयेयीयायाऑल्ल्लायाआयाययाया द्द्द्द्द्दद्ड ककककककककककक आआआअरर्रररीईए प्प्प्प्प्प्फ्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआत्त्त्त्त्त ग्गगाआययययईए हहाआऐईई म्‍म्म्मीईईईई एम्ममाययाआर्र्रियीयियी और मेरी गंद टेबल से स्लिप हो गयी और मेरे हाथ उनके शोल्डर्स मे डाल के मैं उनसे चिपक गयी. मेरा सारा बदन तकलीफ़ की वजह से पसीने से भर गया मेरे बूब्स उनके चौड़े बालो भरे सीने से लग के चिपक गये. मैने अपनी टाँगें उनके बॅक पे डाले उनको टाइट पकड़ लिया. डीके एक बोहोत ही पवरफुल आदमी थे और उन्हो ने मुझे किसी छोटी सी बच्ची की तरह से उठा लिया और घचा घच चोदने लगे. मैं उनके मिज़ाइल पे ही उछलने लगी. ऐसी ही 5 मिनट चोदने के बाद उन्हो ने मुझे दीवार से टीका दिया और इस बुरी तरह से और इतनी ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे के मेरी आँखो से आँसू निकल ने लगे और मुझे लगा जैसे उनका लंड मेरी चूत से होता हुआ दीवार मे घुस जाएगा. मैं चिल्लती रही और झड़ती रही और वो मुझे चोद्ते रहे. मैं शाएद 3 या 4 बार झाड़ चुकी थी और मेरे झड़ने से मेरी चूत बोहोत ही गीली हो गयी थी पर डीके के लंड से मलाई निकलने का नाम ही नही ले रही थी.

थोड़ी देर ऐसे ही दीवार से टीका चोदने के बाद वो मुझे अपने लंड की सवारी कराते कराते खुद नीचे उतार दिया और मुझे पलटा दिया और मैं वही रखे एक कपबोर्ड का सहारा ले के खड़ी हो गयी और डीके ने पीछे से अपना मूसल लंड मेरी चूत मे घुसा दिया और मुझे चोदने लगे.

डीके ने पीछे से अपना मूसल लंड मेरी चूत मे घुसा दिया मुझे तकलीफ़

तो हो रही थी पर मज़ा उस से ज़ियादा आ रहा था. उनके लंड जब मेरी क्लाइटॉरिस से रगड़ खा के अंदर जाता तो मैं झड़ने लगती. पता नही उनका लंड कोन्से मेटीरियल से बना था जो बॅस चोदना जानता था कभी सॉफ्ट नही होता था. थोड़ी देर ऐसे ही चोदने के बाद मेरी एक टांग उठा दी और करीब रखे टेबल पे रख दिया और मुझे चोदने लगे.

डीके मेरी एक टांग सामने रखे टेबल पे रख के मुझे पीछे से चोदने लगे.

मेरी चूत पूरी तरह से खुल चुकी थी और वो मुझे ज़ोर ज़ोर से चोद रहे थे. मेरी चूत से हर थोड़ी देर के बाद जूस ऐसे निकलता जैसे गरम गरम लावा निकल रहा हो. फिर थोड़ी देर ऐसे ही चोदने के बाद मुझे एक बार फिर पलटा दिया और एक ही झटके से मुझे अपनी गोदी मे उठा लिया और रीफ्लेक्स आक्षन मे ही मैं उनके बदन से चिपक गयी और उनके लंड पे बैठ गयी. उनके लंड मेरी चूत मे ऐसे आसानी से घुस गया जैसे गरम गरम छुरी मक्खन मैं घुसती है.

मुझे अपने लंड पे उछाल उछाल के वो चोदने लगे. थोड़ी देर के बाद मुझे अपने बदन से लिपताए हुए वो नीचे लेट गये और मुझे अपने ऊपेर ले लिया. मैं उनके लंड पे बैठी थी और मेरे टाँगें घुटने से मूडी हुई उनके बदन के दोनो तरफ थी. अब मैं उनको चोद रही थी और वो मेरे उछलते बूब्स को अपने हाथो से मसल रहे थे. मुझे झुका के मेरे बूब्स को चूसने लगे. उनके लंड मुझे अपने हलक के अंदर महसूस होने लगा. मैं भी पूरी मस्ती से उनके लंड पे उछल कूद कर रही थी. मुझे डीके का लंड अपनी चूत मे फूलता हुआ महसूस हुआ और एक ही सेकेंड के अंदर बिना लंड निकाले मुझे पलटा दिया और मेरे ऊपेर चढ़ के आ गये और अपने पैर पीछे कपबोर्ड से टीका के पूरी ताक़त से चोदने लगे. उनके हर धक्के से मेरी चूत मे एक अजीब सा दरद और एक अजीब सा मज़ा आ रहा था और मुझे लगा जैसे मेरी चूत फॅट जाएगी और शाएद अंदर के मसल्स वाघहैरा भी डॅमेज हो जाए और फिर एक झटका इतनी ज़ोर से मारा का मेरे मूह से चीख ही निकल गयी उउउउउउउईईईईईईईईइ म्‍म्म्ममम आआआआआआआआ हह आआआआआ ईईईई और इधर उनके लंड से गरमा गरम गाढ़ी गाढ़ी मलाई का फव्वारा छूट पड़ा और मेरी चूत को भरने लगा और उधर मेरी चूत का बाँध भी टूट गया और मैं भी उनसे लिपट के झड़ने लगी. उनके लंड से बोहोत देर तक थोड़ी थोड़ी मलाई निकलती ही गयी. मुझे लगा जैसे मेरे बदन से जान ही निकल गयी मेरे हाथ पैर ढीले हो गये और डीके भी मेरे बदन पे ढेर हो गये.

थोड़ी देर तक हम दोनो गहरी गहरी साँसें लेते ऐसे ही एक दूसरे से लिपटे पड़े रहे. उनका लंड मेरी चूत के अंदर इतना फूल के मोटा हो चुका था के मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरी चूत फॅट के बर्स्ट हो जाएगी. थोड़ी देर वो मेरे ऊपेर ऐसे ही पड़े रहे. उनका लंड अभी भी सॉफ्ट नही हुआ था. मेरे ऊपेर लेटे ही लेटे उन्हो ने मुझे पकड़ लिया और रोल हो गये. अब पोज़िशन ऐसी थी के मैं उनके ऊपेर थी और उनका मूसल मेरी चूत के अंदर. अभी तक हम दोनो का मिक्स जूस मेरी चूत के अंदर ही फँसा हुआ था उनका लंड मेरी चूत के ऊपेर किसी बॉटल के कॉर्क की तरह से टाइट सील हो गया था. मैं झुक के उनको चूमने लगी और बोली के वाह क्या शानदार लंड पाया है मेरे डीके जान ने आंड आइ फील आइ आम लकी टू हॅव दिस आइरन हार्ड रोड तो वो मुस्कुरा दिए और बोले के स्नेहा यू आर दा बेस्ट रियली आइ लव यू सो मच. इतना सुनते ही मुझे उनपे इतना प्यार आया के बता नही सकती और मैं ने हाथ बढ़ा के टेबल से कांट्रॅक्ट और पेन उठा लिया और जैसे उन्हो ने मेरे सीने पे अपायंटमेंट लेटर साइन किया था बिल्कुल उसी तरह से मैं ने भी उनके सीने पे कांट्रॅक्ट रख के साइन कर दिया और बोला के आज सी मैं तुम्हारी दासी हू और तुम मेरे भगवान.

मैं तुम्हारी सेवा ऐसे करूँगी जैसे तुम मेरे भगवान हो तो उन्हो ने मुझे झुका के चूम लिया और मेरे कान मे धीरे से बोला के आइ रियली लव यू स्नेहा अब तुम देखना के मैं तुम्है कहा से कहा पहुँचा देता हू तुम माला माल हो जाओगी पैसो मे खेलने लगोगी तो मैने झुक के उनके मूह मे अपनी जीभ डाल के किस किया और धीरे से उनके कान मे बोला के मुझे पैसा नही मुझे तो तुम्हारा मूसल चाहिए अपनी चूत के अंदर मुझे और कुछ नही चाहिए. मुझे अपनी दासी बना के रखो प्लीज़. तुम्हारी हर तरह से सेवा करना मेरा धरम है अब.

हम दोनो एक दूसरे से लिपटा ऐसे ही प्यार कर रहे थे के मुझे कुछ आहट महसूस हुई, जैसे कोई अंदर आया हो तो मैं चौंक गयी तो डीके ने मेरे तरफ देखते हुए धीरे से आँखें बंद कर के खोल ली जिसका मतलब था रिलॅक्स कुछ नही होगा तो मैं रिलॅक्स हो गयी. किसी के चलने की आवाज़ आई और मैं ने देखा के आने वाला कोई और नही मेरा राज है. पहले तो मैं एक दम से डर गयी और डीके के लंड से उठना ही चाह रही थी के डीके ने मुझे कस्स के टाइट पकड़ लिया और अपनी टाँगो से मुझे लपेट लिया जिसकी वजह से मैं उठ नही पाई. राज को देखते ही मेरे पसीने छ्छूट गये. राज ने मुस्कुराते हुए कहा के कंग्रॅजुलेशन्स स्नेहा यू गॉट दा जॉब. मैं ने थॅंक्स बोला पर अभी भी मैं डर रही थी के डीके ने बोला के स्नेहा यही है तुम्हारा सीक्रेट अड्माइरर और सीक्रेट रेकमेंडेशन करने वाला. यह राज है मेरा पार्ट्नर. मेरे मूह से एक ठंडी और शुक्रिया भरी आअहह निकल गयी और मैं ने राज को थॅंक्स बोला. थॅंक्स फॉर एवेरी थिंग राज. मेरी समझ मे नही आ रहा था के कैसे रिक्ट करू. इतने मे डीके ने राज से बोला के कम ऑन यार खड़े खड़े क्या देख रहे हो आ जाओ देखो ब्रेकफास्ट रेडी है कुछ ब्रेआकरास्ट स्नेहा को कर्वाओ कुछ तुम करो. इतना सुनते ही राज मेरे सामने आ के खड़ा हो गया और मैं ने उसके पॅंट की ज़िप खोल के उसके लंबे मोटे लंड को बाहर निकाल लिया. थोड़ी देर तक उसको प्यार से सहलाती रही फिर उसके लंड के हेड को किस किया और फिर उसको चूसने लगी.

राज ने अपने कपड़े उतार दिए और मैने ने उसका पॅंट खोल दिया जो नीचे ज़मीन पे गिर पड़ा तो उसने पैर से उसको करीब पड़ी चेर पे उछाल दिया और मेरे सामने नंगा हो के खड़ा हो गया. राज का लंड भी फुल्ली एरेक्ट था जिसे मैं ने चूसना शुरू कर दिया. थोड़ी ही देर मे डीके ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाल लिया और मुझे लगा जैसे मेरी चूत से कोई समंदर बाहर निकल के बहने लगा इतना बोहोत मिक्स जूस निकला. पोज़िशन चेंज करते हुए डीके ने राज से बोला के मुझे पता है के तुम्हारा लंड कितना भूका है अब तुम इसकी चूत मे अपने लंड डालो और इसको चोद डालो. डीके अपनी जगह से उठ गये और मेरे मूह

मे अपना मोटा लंड डाल दिया. उनका लंड हमारे प्यार के जूस से फुल सना हुआ था जिसे मैं अपने मूह मे ले के चूसने लगी. बहुत ही टेस्टी था हमारा जूस जिसे मैं बोहोत ही मज़े से चटखारे ले ले के चूसने लगी.

राज ने फॉरन ही अपने लंड मेरी चूत मे पेल दिया. राज का लंड मेरी चूत मे और डीके का लंड मेरे मूह मे. डबल प्लेषर.

थोड़ी ही देर मे मुझे डॉगी स्टाइल मे कर दिया और राज ने पीछे से अपने लंड मेरी चूत मे डाल दिया और डीके मेरे सामने आ के खड़े हो गये और मैं उनके लंड को चूसने लगी.

राज पीछे से चोद रहे है और मैं डीके का लंड चूस रही हू

राज ने पीछे से मुझे चोदना शुरू किया. मैं डीके का लंड चूसने लगी

राज ने मुझे ज़ोर ज़ोर से चोदना शुरू कर दिया. उसके धक्के बोहोत ही तेज़ होते चले गये. जैसे जैसे उसके धक्के तेज़ होते डीके का लंड मेरे हलक तक घुस जाता. फिर एक धक्का इतनी ज़ोर से मारा के मेरे मुझ से चीख ही निकल गयी और मैं अपनी आपको संभाल ना पे और डीके के बदन पे जा गिरी. फॉरन ही डीके ने अपना लंड मेरी चूत मे घुसा दिया और राज पीछे से आ के मेरी गंद मे अपना लंड घुसेड दिया.

डीके का मूसल मेरी गंद मे और राज का लंड मेरी चूत मे

यह दोनो मिल के मुझे बड़ी बेदर्दी से चोदने लगे. दोनो के धक्के सिंचॉयरिज़ हो गये थे और मेरी चूत से कंटिन्यू जूस निकल रहा था. यह मेरी ज़िंदगी का पहले 3सम था दो दो मूसल और तगड़े तगड़े लंड मेरी चूत और गंद की धुनाई कर रहे थे और मैं बेबसी से दोनो के लंडो से चुदी चली जा रही थी. ऐसे 3सम मे मुझे बोहोत मज़ा आ रहा था. दोनो के लंड जब मेरी चूत और गंद के दरमियाँ की पतली सी झिल्ली से रगड़ खाते हुआ अंदर बाहर होते तो मैं अपने प्लेषर की सीमा बयान नही कर सकती. मुझे मानो जन्नत का मज़ा आ रहा था.

डीके और राज मेरी चूत और गंद को एक साथ चोद रहे थे.

राज और डीके मिलके मुझे घचा घच चोद रहे थे. किसी का लंड अंदर जाता तो दूसरे का बाहर आता. क्या बताउ कितना मज़ा आ रहा था और मैं मस्ती मे भरी हुई थी और चूत का तो पूछो ही नही. चूत का बाँध टूट चुका था और कंटिन्यू जूस निकल रहा था. दोनो के धक्के अब तूफ़ानी स्पीड मे चल रहे थे और मेरी जान निकली जा रही थी. मेरा जोड़ जोड़ दुख रहा था जैसे मेरे बदन मे जान ही ना हो पर मैं दोनो के धक्को को बर्दाश्त कर रही थी और दोनो के बीच सॅंडविच बनी चुदवा रही थी. थोड़ी देर के बाद ही दोनो ने इतनी बुरी तारह से चोदने शुरू किया के मेरी आँखो से आँसू बहते चले गये और मेरी चूत और गंद दोनो मे से खून भी निकल ने लगा और

फिर मेरे हाथ पैर ढीले पड़ गये और मैं बिना हरकत करे दोनो के बीच पड़ी चुदवाती और गंद मरवाती रही. दोनो ने ही एक एक इतना पवरफुल धक्का मारा और अपने लंडो को मेरी चूत मे और मेरी गंद मे गाढ दिया और अपनी अपनी मलाई का फव्वारा मेरी गंद और चूत मे चोदने लगे. मैं किसी मुर्दा छिपकली की तरह दोनो के बीच पड़ी रही. मेरा सारा बदन दुख रहा था और दिमाग़ मे सायँ सायँ हो रही थी जैसे ना मुझे कुछ नज़र आ रहा था और ना ही कुछ दिखाई दे रहा था. थोड़ी देर तक हम तीनो ऐसे ही पड़े रहे और जब दोनो ने अपने अपने लंड मेरी चूत और गंद से बाहर निकाले तो सच मे ही दोनो से खून की बूँदें टपकने लगी जिसे देख के दोनो ही मुस्कुरा उठे और दोनो ने मुझे एक साथ ही किस किया और मुझे नीचे से उठाया और मुझे सहारा दे के अंदर वाले कमरे ले गये जहा मैं ने गरम पानी से शवर लिया तो थोड़ी देर के बाद मेरी जान मे जान आई. मैं शवर से बाहर आ गयी और टवल लपेटे ही लपेटी लंगदाते हुए ऑफीस के सेक्षन मे जा के अपने कपड़े उठाए और पहेन लिए.

डीके और राज दोनो ने ऑलमोस्ट एक ही आवाज़ मे कहा "कंग्रॅजुलेशन्स स्नेहा. वेलकम टू आरके इंडस्ट्रीस" तो मेरे मूह पे एक सॅटिस्फॅक्ट्री और इतमीनान भरी मुस्कान आ गयी. मैं दोनो से लिपट गयी और बोला "थॅंक्स फॉर एवेरतिंग राज आंड डीके" आज से Mआईन तुम दोनो की दासी हू और तुम दोनो की सेवा करना मेरा धरम होगा और मैं अपने धरम का पालन ज़रूर करूँगी" और फिर हम तीनो मिल के शॅंपेन पीने और सेलेब्रेट करने लगे. दोनो का इस तरह से मेरे साथ ट्रीट करना मुझे बोहोत ही अछा लगा और मुझे दोनो पे प्यार आ गया और मेरी आँख से खुशी के आँसू निकल ने लगे.

मैं ऑफीस मे काम करने लगी. डीके ने पूछा के तुम हाउसिंग लोगि या तुम्है फ्लॅट चाहिए तो मैं ने बोला के डीके अब इस टाइम तो मुझे पैसे की बोहोत ही ज़रूरत है मुझे पैसा ही चाहिए लैकिन मेरा प्रोबेशन पीरियड ख़तम होने तक मेरे पास कुछ अमाउंट आ जाएगी जिस से हमारा थोडा काम चल जाएगा तो फिर प्रोबेशन पीरियड के बाद तुम मुझे अकॉमडेशन दे देना तो उसने बोला के कोई बात नही. एक काम करते है मैं तुम्हारे लिए फ्लॅट अप्रूव कर देता हू और 3 मंत्स की अड्वान्स हाउसिंग ले लेना तो मैं खुशी से उस से लिपट गयी और मैं इतनी खुश हो गयी के मुझे से यह खुशी संभाली नही जा रही थी. मेरा दिल ख़ुसी से बोहोत ही ज़ोर से धड़कने लगा और मुझे फॉरन ही सतीश का ख़याल आ गया.

क्रमशः......................
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