Antarvasna kahani रिसेशन की मार
07-10-2018, 12:38 PM,
#11
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--11

गतान्क से आगे..........

पता नही कितनी देर सोती रही, बेल से आँख खुली तो देखा के 2 बज रहे थे. पहले तो मेरी समझ मे नही आया के क्या साउंड आ रही है. फिर आँख खोल के दीवानो की तरह से कमरे को इधर उधर देखने लगी और सोचने लगी के मैं कहा हू. ओओप्स मुझे फॉरन ही याद आगया के मैं मुंबई मे हू और मेरा इंटरव्यू है और मैं होटेल के रूम मे हू. मैं बेड से उठी और दूर खोला तो देखा एक 14 – 15 साल का रूम बॉय यूनिफॉर्म पहने खड़ा था. रूम बॉय ने पूछा के मेडम आपका लंच यही रूम मे लाउ या आप नीचे आओगी तो मुझे इम्मीडियेट फील हुआ के मुझे तो बड़ी ज़ोर की भूक लगी है. मैं ने बोला के मैं नीचे ही आ जाउन्गी तो उसने भी मुस्कुराते हुए बोला के ठीक है मेडम नीचे रेस्टोरेंट मैं ही आपको खाना गरम मिल सकता है. फिर मैं ने उसको पूछा के लंच मे क्या क्या होता है तो उसने पूछा के आप वेज लोगि या नोन वेज तो मैं ने कहा के मैं दोनो ही खा लेती हू कोई प्राब्लम नही है. वैसे बाइ दा वे सतीश को भी नोन वेज पसंद था और हमारे घर मे भी सब चलता था हम लोग थोड़े लिबरल टाइप के थे इसी लिए नोन वेज भी खा लिया करते थे. रूम बॉय ने बोला के मेडम वेज और नॉन वेज मे बोहोत वेराइटी है आप थाली भी ले सकती हो जिस्मै सब ही आइटम्स होते है और आपको वेज और नॉन वेज दोनो ही थाली मिल जाएगी. मैं ने उसको थॅंक्स बोला और बोला के मैं खुद ही नीचे आ रही हू. वो रूम बॉय चला गया. मैं बाथरूम मे आ गई और हाथ मूह धो के फ्रेश हो गयी और खाने के लिए नीचे उतर गयी.

होटेल का रेस्तटोरेंट ठीक ही था. यह कोई कमर्षियल टाइप का भी नही था बॅस होटेल के रेसिडेंट्स के लिए ही था और बोहोत ज़ियादा क्वांटिटी मे भी नही बनाते थे इसी लिए सब टाइम से ख़तम हो जाता था. मैं ने स्पेशल वेज थाली मंगाई और खाने लगी. खाना बोहोत ही टेस्टी था. पेट भर के खाना खाया और कॉफी पीने के बाद वेट करने लगी के बिल आएगा पर कोई भी बिल नही लाया तो मैं ने सर्व करने वाले को बोला के मेरा बिल लाओगे या रूम के अकाउंट मे लिखोगे तो उसने बोला के मुझे नही पता मैं पूछ के आता हू और वो चला गया. थोड़ी देर मे वापस आ के बोला के मेडम आपके रूम के अकाउंट मे आ जाएगा आप फिकर ना करो. मैं ने पूछा के यह स्पेशल थाली कितने की है तो उसने बोला के 35.00 रुपीज़ की है यह सिर्फ़ होटेल के गेस्ट्स के लिए स्पेशल रेट्स है आपको ऐसी थाली बाहर 60 – 70 रुपीज़ से कम नही मिलेगे. मैं ने सोचा के चलो ठीक ही है ज़ियादा कॉस्ट्ली भी नही है. फिर मैं ऊपेर अपने रूम मे आ गयी. टाइम देखा तो 4 बज रहे थे अभी बाहर अछी ख़ासी गर्मी थी.

मैं अपने रूम मे वापस आ गयी और शवर लेने का सोचने लगी. इतने मे फोन की घंटी बजी. फोन उठाया तो राज की आवाज़ आई तो मैं एक दम से खुशी हो गयी और बोली के ओह राज कहा हो तुम, आइ मिस यू सो मच राज प्लीज़ यहा आओ ना मैं बोहोत अकेली हू तो उसने बोला के अभी तो थोड़ा काम है, मैं तकरीबन 7 या 8 बजे तक आ जाउन्गा और फिर हम डिन्नर बाहर खाएगे, इन दा मीनटाइम तुम तुम्हारी इंटरव्यू वाली बिल्डिंग मे जा के फ्लोर नंबर एट्सेटरा चेक कर्लो तो मैं ने बोला के ठीक है मैं वेट कर रही हू, तुम्हारे बिना तो मैं बोहोत अकेला फील कर रही हू, मैं ने सेक्सी और हस्की आवाज़ मे बोला के आइ नीड यू राज तो उसने बोला के मी टू स्नेहा डार्लिंग आइ नीड यू इन माइ आर्म्स तो मैं ने बोला के तो फिर आ जाओ ना तो उसने फोन पे एक किस दिया और बोला के जस्ट वेट आंड गेट फ्रेश आइ विल बी विथ यू टुनाइट और फिर फोन कट गया तो मैं फिर से उदास हो गयी. थोड़ी देर ऐसे ही बेड पे लेटी रही और आने वाले टाइम के बारे मे सोचने लगी फिर उठ के अपना सूट केस खोल के कपड़े सेलेक्ट करने लगी. क्रीम कलर की सारी शाम के टाइम के लिए अछी लगी जिसपे गुलाबी फूल थे और स्लीव्ले ब्लाउस निकाल के बेड पे रखा और अपने ट्रॅवेल मे पहने हुए सलवार सूट को निकाला. शलवार का नाडा खोल दिया तो शलवार नीचे फ्लोर पे गिर पड़ी झुक के उठाने लगी तो मेरा दिल एक दम से धाक्क कर गया, सहलवार मे चूत वाली जगह का पोर्षन मेरी और राज के सूखे हुए कुम्म से अकड़ गया था और वाहा पे खून लगा हुआ था. मैं एक दम से हैरान रह गयी के कही मेरी मोन्थ्लि तो नही स्टार्ट हो गयी फिर सडन्ली ख़याल आया का राज के मूसल से चुदवाने से छोटी चूत से खून नही तो औरक्या निकलेगा फिर मुझे राज की ज़बरदस्त पवरफुल चुदाई याद आगेई तो मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली अपनी चिकनी चूत पे चला गया और मिरर मैं देख के मैं अपनी चूत का मसाज करने लगी. मिरर मे देख के चूत का मसाज करना बोहोत अछा

लग रहा था. चूत के दाने को मसला और उंगली चूत के सुराख मे डाल के चोदा तो थोड़ी ही देर मे मेरी आँखें बंद हो गयी और हाथ तेज़ी से चलने लगा और देखते ही देखते मेरी चूत से ढेर सारा जूस निकल गया और बदन हल्का हो गया और मैं बेड पे लेट गयी. थोड़ी देर मे जब साँसें ठीक हुई तो उठ गयी और बाथरूम मे चली, सारे बदन पे साबुन लगा के गरम पानी का शवर लिया तो एक दम से फ्रेश हो गयी. बाथरूम से बहेर आ गयी और कपड़े पहेन लिए और थोड़ा सा मेक अप भी किया तो मुझे खुद ही अपने आप पे प्यार आ गया और मैं ने मिरर मे अपने आप को ही एक फ्लाइयिंग किस दे दिया. फ्रेश होने के बाद मेरा मूड बोहोत ही बोहोत अछा हो गया था और पता था के थोड़ी देर मे राज भी आने वाला है. टाइम देखा तो 6 बज रहे थे, मैं नीचे उतर के आ गयी तो मॅनेजर मुन्ना भाई बैठे थे मैं ने विश किया तो उन्हो ने बोला के मेडम चाय या कॉफी क्या पिएँगे आप तो मुझे याद आया के मैं ने लंच के बाद कॉफी नही पी थी तो मैं ने मुस्कुरा के बोला के मुन्ना भाई कॉफी मंगवा दीजिए तो मुन्ना भाई ने सोफे की तरफ इशारा कर के बोला के आप इधर बैठिए मेडम मैं अभी मँगवाता हू और फिर एक बॉय को बुला के बोला के मेडम के लिए जल्दी से एक फर्स्ट क्लास कॉफी ला. थोड़ी देर मे बॉय कॉफी ले के आगेया. कॉफी की खुश्बू बोहोत ही अछी महसूस हो रही थी, कॉफी भी गरम और बोहोत टेस्टी थी. कॉफी पी के मैं बाहर जाने का सोच रही थी तो मुन्ना भाई ने मुझे होटेल का विज़िटिंग कार्ड दिया और बोला के मेडम यह रख लीजिए कभी टॅक्सी से आना पड़े तो उसको बता देना तो मैं ने थॅंक्स बोला और अपने पर्स मे कार्ड रख लिया और बहेर निकल गयी. नोकिया के बोर्ड वाली बिल्डिंग मे जा के देखा तो पता चला के आर.के. इंडस्ट्रीस का ऑफीस 10थ फ्लोर पे था. मुझे इटमेनान हो गया के मैं अब ठीक टाइम पे यहा आ सकती हू ज़ियादा दूर भी नही है हार्ड्ली 10 मिनिट्स की वॉकिंग पे है. मैं थोड़ी देर इधर उधर घूमती रही. यह एरिया कोई बेज़ार टाइप का था जहा डिफरेंट टाइप के शॉप्स थे. मेरी नज़र एक कॉल कॅबिन पे पड़ी तो मैं ने सोचा के मैं ने अभी तक सतीश को भी फोन नही किया, मैं कॅबिन के अंदर आ गयी और सतीश को कॉल किया तो वो बोहोत खुश हो गया फिर मैं ने उसको बताया के बस के ही एक पॅसेंजर को यह एरिया का पता था और उसी ने मुझे करीब के होटेल मे भी ठहरने का बंदोबस्त कर दिया तो उसने भी इतमीनान का साँस लिया. सतीश ने पूछा के कैसा लगा मुंबई तो मैं ने बोला के यह तो एक दम से मेकॅनिकल सिटी है, यहा किसी को किसी की परवाह नही, सब अपने काम से काम रखते है, किसी के पास किसी के लिए टाइम नही है और शाएद यहा की सोशियल लाइफ भी नही है तो उसने बोला के तुमको अकले डर तो नही लग रहा तो मैं ने बोला के सतीश तुम्है पता है मे ज़िंदगी मे पहली बार बॅंगलुर से बाहर निकली हू और कैसे डर नही लगेगा, मैं तो डर के मारे मरी जा रही हू मेरी तो समझ मे नही आ रहा के मैं यहा कैसे जॉब कर सकती हू तो उसने बोला के हिम्मत से

काम लो और देखो अगर तुम्है जॉब मिलती है और तुम अपने आप को अड्जस्ट कर सकती हो तो करो नही तो कोई बात नही हम यही पे कोई छोटा मोटा जॉब देख लेंगे तो मैं ने बोला के ठीक है. फिर उसकी सेहत का पूछा तो उसने बोला के हा अभी थोडा बीमार हू, दवा ले रहा हू ठीक हो जाउन्गा तुम मेरी फिकर ना करो तो मेरी आँख मे आँसू आ गये के कैसे उसकी फिकर ना करू. उसने फिर बोला के तुम मेरी फिकर ना करो बस अपने इंटरव्यू पे ध्यान दो तो मैं ने बोला के ठीक है और फिर थोडी देर इधर उधर की बात कर के फोन कट कर दिया. कॉल कॅबिन से बाहर निकल के इधर उधर की दुकानो मे देखते हुए टाइम पास करने लगी फिर थोड़ी देर के बाद 7 बजे के आस पास वापस होटेल आ गयी और अपने कमरे मे जा के लेट गयी और राज का वेट करने लगी.

तकरीबन आधे घंटे के बाद डोर बेल बजी तो मैं ऑलमोस्ट दौड़ती हुई आई और डोर खोला तो राज खड़ा मुस्कुरा रहा था, उसको देखते ही मैं ख़ुसी ही पागल हो गयी और मेरी आँख मे खुशी के आँसू आ गये और मैं ने उसकी टीए पकड़ के उसको रूम के अंदर खेच लिया और अपने पैर से डोर को धक्का दिया और वो बंद हो गया और उसको टीए पकड़ के झुका लिया और उसको किस करने लगी और उस से लिपट गयी. हम दोनो एक दूसरे से किसी लवर्स की तरह लिपटे हुए थे और दीवानो की तरह से किस कर रहे थे. मैं वासना की आग मे जलने लगी और फॉरन ही उसके पॅंट के ऊपेर से ही उसके लंड को पकड़ लिया और दबाने लगी. एक ही सेकेंड के अंदर उसका लंड किसी लोहे जैसा हो गया. उसकी ज़िप खोल के उसके अंडरवेर के अंदर से हाथ डाल के उसके लंड को अपनी मुट्ठी मे पकड़ के दबाने लगी और उसके कान मे धीमी आवाज़ से बोली आइ नीड दिस राज प्लीज़ गिव दिस टू मी तो उसने भी बोहोत आहिस्ता से बोला के ऑल युवर्ज़ डार्लिंग टेक इट आंड डू वॉटेवर यू वॉंट टू डू तो मैं ने फॉरन ही उसके पॅंट का बेल्ट खोल डाला तो पॅंट नीचे तक स्लिप हो गये और मैं बेड पे बैठ गयी और उसके अंडरवेर को नीचे कर दिया जिस से उसका लंड फ्री हो गया और किसी स्प्रिंग की तरह से हिलने लगा तो मैं ने फॉरन ही उसके लंड को अपने हाथो से पकड़ लिया और अपने मूह मे डाल के चूसने लगी. उसका इतना बड़ा लंड मेरे मूह मे बिल्कुल टाइट हो गया था और बड़ी मुश्किल से ही मैं अंदर बाहर कर रही थी. फिर राज ने ही मेरे सर को पकड़ लिया और मेरे मूह को चोदने लगा. उसको देख के मुझे एक ब्लू फिल्म की याद आ गयी जो मैं ने कॉलेज लाइफ मे देखी थी उस्मै भी हीरो ऐसे ही सूट पहेने हुए था और उसकी हेरोइन उसका ऐसे ही बेड पे बैठ उसका लंड चूस रही थी, उसका पॅंट भी नीचे तक गिर चुका था और उसका अंडरवेर भी उसके घुटनो तक अटका हुआ था और वो भी ऐसे ही शर्ट और टाइ मे था और यहा राज भी ऐसी ही पोज़िशन मे था. मैं उसके लंड को चूस्ति रही इतनी देर मे राज ने अपने हाथो से टाइ और शर्ट निकाल दिया और अब वो एक दम से मेरे सामने नंगा खड़ा था और मेरे मूह को चोद रहा था. उसका लंड इतना बड़ा था के मेरे दोनो हाथो से पकड़ने का बाद भी उसका सूपड़ा

और कुछ हिस्सा हाथो से बाहर था जिसे मे चूस रही थी. राज ने झुक के मेरे ब्लाउस के हुक्स को खोल दिया तो मैं ने हाथ पीछे कर के ब्लाउस उतार दिया. उसके लंड से मेरे हाथ जैसे ही हटे उसने एक धक्का ज़ोर का मारा तो उसका मूसल मेरे हलक तक घुस गया और गगगगगगगगगगगघह की आवाज़ के साथ मेरी आँखें बाहर निकल गयी और मैं थोड़ा पीछे हट गयी. थोड़ी देर मे बैठे ही बैठे मैने अपनी सारी के फोल्डिंग्स को खोल दिया और अपने पेटिकोट के नाडा भी खोल दिया और एक मिनिट के लिया अपनी जगह से खड़ी हो गयी तो सारी और पेटिकोट नीचे गिर गयी. मैं ने कपड़े उठा के चेर पे डाल दिए और फिर से बेड पे बैठ गयी और उसके लंड को चूसने लगी. मेरी चूत का बुरा हाल था वो अंदर से जल रही थी और राज से चुदवाने के ख़यालो से ही मे झाड़ गयी थी.

राज ने मुझे बेड पे लिटा दिया और खुद नीचे बैठ के मेरी चूत पे किस किया तो मैं ने फॉरन ही उसका सर पकड़ लिया और अपनी चूत मे घुसा लिया. उसकी जीभ मेरी चूत के अंदर जैसे ही लगी, मैं ने उसका सर पकड़ के अपनी चूत मे घुसा लिया और मैं झड़ने लगी. मेरा मन कर रहा था के बस राज अब अपने लंड को मेरी चूत मे घुसा के मेरी चूत को चोद डाले और उसकी खुजली को मिटा दे पर राज तो अभी मेरी चूत को चाटने मे भी बिज़ी था और फिर उसने पूरी चूत को मूह मे ले के दांतो से काटा तो मे एक बार फिर से झाड़ गयी. मैं ने राज के सर पे धीरे से चोदने का इशारा किया तो वो वही फ्लोर पे खड़े खड़े मेरे ऊपेर झुक गया और मुझे किस करने लगा. उसके मूह से मुझे अपनी चूत के जूस का टेस्ट करने को मिला जिसे मैं दीवानो की तरह से उसकी जीभ चूसने लगी और अपनी चूत के जूस को टेस्ट करने लगी. राज का लंड मेरी चूत से टच कर रहा था तो मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली उसके लंड पे चला गया और मैं उसके लंड को पकड़ के अपनी चूत मे रगड़ने लगी. उसके लंड के प्री कम से चूत और स्लिपरी हो गयी थी. राज अब मेरे बूब्स को चूस रहा था और मैं उसके लंड को चूत मे रगड़ रही थी और रगड़ते रगड़ते लंड के सूपदे को अपनी चूत के सुराख मे अटका दिया और उसके कान मे धीरे से बोला फक मी राज फक मी ब्रेन्स आउट आइ नीड युवर आइरन लंड इन माइ बर्निंग चूत नाउ, प्लीज़ फक मी डार्लिंग आइ नीड दिस इन माइ हॉट वेट कंट, फक मी हार्ड राज और उसके बॅक पे अपनी टाँगें लपेट के उसके चूतदो को पकड़ के अपनी ओर खेचा तो उसने एक ही पवरफुल धक्का मारा तो लंड मेरी चूत को चीरता हुआ आधा लंड मेरी चूत के अंदर घुस गया और मेरे मूह से एक चीख ही निकल गयी ऊऊऊऊऊईईईईईईईईईईईईइ म्‍म्म्मममममममाआआआ उउउउउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ और मैं ने राज को बोहुत टाइट पकड़ लिया. राज थोड़ी देर आधा लंड चूत के अंदर डाले ही डाले चोदने लगा और फिर एक और झटका मारा तो उसका लंड घहुप्प की आवाज़ के साथ मेरी चूत की गहराइयों मे चूत की जड़ तक घुस्स गया ईईईईहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स और

उसका लंड अंदर तक घुसते ही मेरा बदन अकड़ गया मैने उसको टाइट पकड़ लिया. उसके मोटे लंड की मोटाई से मेरी चूत भर गयी थी. राज फ्लोर पे पैर रखे मेरे बदन पे झुका हुआ मुझे घचा घच चोदे जा रहा था किसी मशीन की तरह से उसके धक्के मेरी चूत पे पड़ रहे थे. मेरी चूत से तो पता नही कितने टाइम जूस निकल गया. चूत बे इंतेहा गीली हो चुकी थी. राज मुझे धना धन चोदे जा रहा था किसी पागलो की तरह से मेरे शोल्डर्स को पकड़ के मेरे बूब्स को चूस रहा था और फुल स्पीड से पवरफुल धक्के मार मार के चोदे जा रहा था. मेरे पूरे बदन मे मीठा मीठा सा दरद होने लगा, मेरे बदन का जोड़ जोड़ हिल रहा था मुझे उसके मोटे लंड सेचुदवाना सब से अछा लग रहा था. राज की चुदाई ने स्पीड पकड़ ली और बोहोत ही पवरफुल धक्के मार मार के चोद रहा था और फिर मुझे महसूस हुआ के उसका लंड मेरी चूत के अंदर ही फूल रहा हो और ज़ियादा मोटा हो गया था और फिर एक इतनी ज़ोर का फाइनल झटका मारा के मैं बेड पे ऊपेर की ओर खिसक गयी और राज के मूसल लंड से गाढ़ी गाढ़ी गरम गरम मलाई की पिचकारियाँ निकलने लगी और निकलती ही चली गयी. मैं ने राज को ज़ोर से पकड़ लिया और उसकी पहली पिचकारी के साथ मैं भी झड़ने. अब उसके धक्के स्लो हो गये थे और फिर वो अपना लंड मेरी चूत के अंदर ही डालके मेरे ऊपेर कोलॅप्स हो गया. उसका लंड मेरी चूत के अंदर ही पड़ा था और थोड़ा भी नरम नही हुआ था. मैं सोचने लगी के क्या मस्त लंड है राज का काश ऐसा लंड सतीश का भी होता. अब तक मैं सतीश को ऑलमोस्ट भूल ही चुकी थी. अब मेरे दिल ओ दिमाग़ मे सिर्फ़ और सिर्फ़ राज और उसका शानदार लंड था बॅस मुझे अब दुनिया मे और कुछ नही राज और उसका यह मोटा लंड ही चाहिए था. मैं आश्चर्या से सोचने लगी के मैं इतनी चुदासी तो नही थी पर अब कैसे हो गयी. मुझे तो चुदाई चाहिए थी बॅस और राज के मस्त लंड से चुदवाने के बाद मुझे सतीश का लंड बोहोत छोटा और नरम लगने लगा था और अब मैं तो राज के लंड की दीवानी हो चुकी थी. राज मेरे ऊपेर पड़ा था और हम दोनो ही गहरी गहरी साँसें ले रहे थे. राज ने मेरे कान मे धीमी आवाज़ से कहा स्नेहा मेरी जानू यू आर दा बेस्ट, आइ लव यू वेरी मच तो मैं ने भी कहा यू आर दा बेस्ट राज, सतीश नेवेर फक्ड मी लाइक यू फक्ड मी, यू आर दा महाराजा ऑफ फक्किंग आंड आइ लव यू टू फ्रॉम दा बॉटम ऑफ माइ हार्ट आंड सौल आइ नीड यू ऑल्वेज़ विथ मी राज प्लीज़ कीप मी विथ यू ऑल्वेज़, आइ डॉन’ट वॉंट टू गो टू बॅंगलुर अनीमोर और मैं उस से लिपट गयी और मेरी आँखो मे फिर से आँसू आ गये तो उसने मेरी आँखो को चूम लिया और आँसू को अपने होंठो से सॉफ किया और बोला के डॉन’ट वरी डार्लिंग आइ विल फाइंड आ वे आंड ए जॉब फॉर यू और फिर तुम यही रहना मेरे साथ फॉरेवर तो मैं खुश हो गयी.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:38 PM,
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RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--12

गतान्क से आगे..........

हम दोनो बाथरूम मे घुस गये और साथ मे ही शवर लिया. राज का लंड अभी तक नरम नही हुआ था तो मैं ने हैरत से पूछा के क्या यह हमेशा ऐसे ही खड़ा रहता है सॉफ्ट नही होता तो मेरी चूत की तराफ़ इशारा करके हंसते हुए बोला के ऐसी मस्त चूत देख के किसी का लंड भी नरम नही हो सकता. मैं ने राज को और राज ने मेरे बदन पे सोप लगाया और उसके लंड को अछी तरह से सोप से रगड़ रगड़ के धोया और फिर अपनी चूत को भी सॉफ किया. मेरा हाथ लगने से राज के लंड मे और तनाव पैदा हो गया था और अब वो मस्ती मे हिलने लगा था तो मैं अपने दोनो हाथो से उसके लंड को पकड़ के घुटनो के बल बैठ गयी और चूसने लगी तो राज के हाथ फॉरन मेरे हेड पे आ गये और उसने मेरे मूह को चोदना शुरू कर दिया. उसका लंड किसी लोहे के रोड की तरह सख़्त और गरम हो गया था. मैं भी गरम हो गयी थी और अपनी उंगली से अपनी चूत के दाने का मसाज करने लगी और फिर अपनी उंगली से ही अपनी चूत को चोदने लगी. थोड़ी ही देर मे वो मेरे हलक तक अपने लंड को घुसा के चोदने लगा और फिर उसकी स्पीड बढ़ गयी और मुझे लगा के अब वो झड़ने वाला है. मेरा हाथ भी अब तेज़ी से चलने लगा था और उधर राज भी मेरे मूह को ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था. राज ने अपने लंड को मेरे हलक तक उतार दिया और अपने क्रीम की पिचकारियाँ मारने लगा जो डाइरेक्ट मेरे हलक मे गिरने लगी और साथ ही मेरा ऑर्गॅज़म भी शुरू हो गया और मैं भी झड़ने लगी.

हम दोनो नेएक बार फिर से शवर लिया और बाहर आ गये. एक दूसरे को ड्राइ किया और कपड़े पहेन लिए. राज ने बोला के चलो बाहर चलते है डिन्नर बाहर ही खाएगे. मैं और राज नीचे आ गये. मुन्ना भाई वही अपनी सीट पे बैठे थे उन्हो ने राज को विश किया तो राज ने बोला के मैं मेडम को डिन्नर के लिए बाहर ले जा रहा हू तो उसने बोला के कोई बात नही सर और हम दोनो बाहर निकल गये. बाहर राज की चमकती हुई ब्लॅक कलर की क़ुआलिस खड़ी थी. राज ने एलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से डोर्स को खोला तो मैं अंदर बैठ गयी. राज ने कार स्टार्ट कर दी और एरकॉनडिशन खोल दिया. इतनी फर्स्ट क्लास और कंफर्टबल कार मे मैं फर्स्ट टाइम बैठी थी. कार के अंदर पर्फ्यूम की स्मेल थी. राज सिगरेट नही पीता था इसी लिए कार मे अछी स्मेल थी अदरवाइज़ मोस्ट ऑफ दा पर्सन्स हू स्मोक हॅव फाउल स्मेल इन देयर कार्स. राज मुझे एक बढ़िया होटेल मे ले गया और हम दोनो ने मस्त डिन्नर किया. राज ने पूछा के स्नेहा तुम ड्रिंक्स करती हो क्या तो मैने बोला के नही मैं नही करती अगर तुम करना चाहो तो कर सकते हो तो उसने बोला के नही मैं भी नही करता. फिर हम ने कॉफी पी उसके बाद राज मुझे मुंबई की सैर कराने लगा. राज के मोबाइल की बेल हुई तो उसने उठा लिया, दूसरी तरफ उसकी वाइफ थी शाएद जो पूछ रही थी के कहा हो तो राज ने बोला के वो एक क्लाइंट के साथ डिन्नर पे है और अभी वापस आने मे शाएद 2 घंटे

और लगेगा, तुम खाना खा लो तो फिर पता नही उसकी वाइफ ने क्या कहा उसके बाद उसने अपनी वाइफ को बाइ बोला और फोन काट कर दिया. मैं ने पूछा वाइफ थी तो उसने बोला के हा वो टूर से वापस आ गयी है तो मैं ने शरारत से मुस्कुराते हुए बोला के तुम अपने क्लाइंट के साथ डिन्नर कर रहे थे तो उसने मेरे गालो को चूमते हुए बोला के यही तो मेरी सीक्रेट लाइफ है मेरी जान. फिर काफ़ी देर तक राज मुझे इधर उधर घूमाता रहा और मुंबई के बारे मैं बताता रहा पर मेरी समझ मे कुछ भी नही आया बस दीवानो की तरह से इधर उधर देख रही थी के क्या जगह है यह मुंबई भी, यहा का दिन बिज़ी होता है और रातें रंगीन. मौसम बोहोत ही अछा था पर राज ने एरकॉनडिशन खोल रखा था. उसकी कार के ग्लासस भी डार्क कलर के थे. मैं राज के लंड को उसके पॅंट से बाहर निकाल के पकड़े रही और राज भी एक हाथ से स्टियरिंग संभाल रहा था और दूसरे हाथ से मेरी चूत मे उंगली कर रहा था. कभी कभी झुक के उसके लंड को अपने मूह मे ले के चूसने लगती तो राज मेरे सर को पकड़ के अपने लंड पे दबा देता था और फिर उसने बोला के पता है स्नेहा मेरी वाइफ ने आज तक मेरे लंड को अपने मूह मे नही लिया और ना ही अपनी चूत मे पूरा लंड डालने दिया तो मैं ने बोला के राज मेरी जान क्यों फिकर करते हो तुम्हारी वाइफ को तुम्हारे शानदार लंड की कदर नही है तो क्या हुआ मैं हू ना मुझे यह मूसल बोहोत पसंद है इसको मैं हमेशा अपने पास रखना चाहती हू तो उसने प्यार से मेरे गालो को चूम लिया और बोला के यू आर दा बेस्ट डार्लिंग.

हम इसी तरह से मस्तियाँ करते करते घूमते रहे और फिर तकरीबन रात के तकरीबन 12 बजे के करीब हम वापस होटेल आ गये. राज मुझे छोड़ने ऊपेर आया तो मैं उस से लिपट गयी और किस करने लगी और बोला के राज प्लीज़ आज की रात मेरे पास ही रहो ना तुम्है छोड़ने को दिल नही चाह रहा, प्लीज़ रूको ना तो उसने बोला के नही मेरी जानू मैं सारी रात तो नही रुक सकता पर कुछ देर के लिए ज़रूर रुक सकता हू पर तुमको मेरी एक बात माननी होगी तो मैं खुश हो गयी के चलो इसी बहाने राज थोड़ी देर और मेरे पास रहेगा तो मैं ने बोला के अरे स्नेहा की जान भी माँगो गे तो वो भी मिलेगी, मैं किसी दयावान की तारह से बोली माँगो क्या माँगते हो तो उसने बोला के मैं तुम्हारी गंद मारना चाहता हू तो मेरा दिल धक्क से रह गया और सोचा के एक टाइम तो आक्सिडेंटली उसका लंड मेरी गंद मे घुस गया था तो मेरी जान ही निकल गयी थी पर अब तो मुझे मालूम है के वो मेरी गंद मारेगा तो मेरी गंद उसके मारने से पहले ही फटने लगी. अब मैं ने उसको प्रॉमिस तो कर ही दिया था और अब मुझे गंद तो मरवाना ही था तो उसको बोल दिया के ठीक है मेरी जान मेरी गांद भी मारलो बट प्लीज़ आराम से करना, मेरी गंद फॅट जाएगी मैं इतना बड़ा और मोटा लंड अपनी गंद मे नही ले पाउन्गी तो उसने बोला के तुम फिकर ना करो मैं धीरे धीरे आराम से ही करूँगा.

राज अपना कोट और टाइ कार मे ही रख चुका था अब सिर्फ़ पॅंट और शर्ट मे था और बड़ा ही हॅंडसम लग रहा था. उसने मुझे अपनी बाँहो मे ले लिया और हम किसी नये लवर्स की तरह से दीवानो की तरह एक दूसरे को किस करने लगे. उसका लंड तो कभी सॉफ्ट होता ही नही था और हमेशा ही एरेक्ट मोड मे रहता था. मैने उसके पॅंट की ज़िप को खोल दिया और अंडरवेर से उसके मूसल को आज़ाद कर दिया. उसने मेरी सारी खोल दी और पेटिकोट का नाडा भी और फिर हम दोनो देखते ही देखते नंगे हो गये. उसका लंड मस्ती मे हिल रहा था शाएद मेरी गंद को सल्यूट कर रहा था पर मेरी गंद तो ऐसे ही फॅट रही थी. मैं बेड पे बैठ के उसके लंड को चूसने लगी. राज का लंड मेरे थूक से गीला हो चुका था तो उसने मुझे बघल से पकड़ हे बेड से उठाया और फ्लोर पे खड़े खड़े मुझे सामने की ओर झुका दिया. अब मैं अपने दोनो हाथ बेड के किनारे पे रखे डॉगी स्टाइल मे खड़ी थी और राज मेरे पीछे खड़ा था. राज ने पीछे से अपना लंड मेरी चूत मे डाल दिया जो पहले ही गीली हो चुकी थी तो मैं खुश हो गयी के शाएद यह मेरी गंद नही मारेगा सिर्फ़ चूत की ही चुदाई करेगा. हाउ रॉंग आइ वाज़. वो तो अपने लंड को मेरी चूत से निकलते जूस से गीला कर रहा था. पूरा लंड जड़ तक पेल दिया और 2 – 4 मिनिट तक चोदा तो मे तो झाड़ गयी और मेरे झड़ने से उसका लंड पूरा गीला हो गया तो उसने अपने लंड को मेरी चूत से बाहर खेच लिया और गंद के सुराख पे रगड़ने लगा. डर के मारे मेरा बुरा हाल था इसी लिए मैं ने अपनी गंद के मसल्स को टाइट बंद कर लिया था. राज कोशिश करता रहा पर बड़ी मुश्किल से उसके लंड का हेल्मेट ही मेरी गंद मे घुस सका. ऐसी पोज़िशन मे शाएद सही ग्रिप नही मिल रही थी तो उसने मुझे बेड पे हाफ लिटा दिया. मेरी गंद बेड के किनार पे थी और पैर फ्लोर पे. होटेल का बेड मीडियम हाइट का था उसपे उल्टा लेटने से हाफ डॉग्गी स्टाइल के लिए पर्फेक्ट पोज़िशन बनती थी, मेरे दोनो हाथ फोल्ड करके उसपे अपना सर रखा हुआ था. ऐसी पोज़िशन मे लेटने से मेरे पैर पीछे तक चले गये थे और मैं हाफ डॉगी स्टाइल मे बेड पे उल्टा लेटी थी. ऐसी ही पोज़िशन मे उसने फिर अपना लंड मेरी टाइट गंद मे डालने की कोशिश की. मैं ने गंद को टाइट बंद किया हुआ था तो उसने बोला गंद के मसल्स को रिलॅक्स करो नही तो बोहोत दरद होगा तो मैं ने बोला के मुझे से नही हो रहा क्या करू तो उसने हाथ करीब पड़े अपने पॅंट की जेब मे डाला और उसमे से ब्लॅक कलर का एक ट्यूब निकाला जो किसी लार्ज साइज़ टूथ पेस्ट से भी थोड़ा बड़ा था, जिसपे जेल्ली जैसा कुछ लिखा हुआ था. शाएद राज ने पहले ही मेरी गंद मारने की तय्यरी कर रखी थी और जेल्ली को अपने पॅंट मे रखे घूम रहा था. उसने वो ट्यूब खोला और दबा के जेल्ली को पहले तो अपने लंड पे खूब अछी तरह से लगाया और फिर मेरे नीचे हाथ डाल के मेरी गंद को थोड़ा ऊपेर उठाया और गंद मे ट्यूब का हेड डाल के जेल्ली के ट्यूब को ज़ोर से दबाया जिस से

ऑलमोस्ट हाफ जेल्ली मेरी गंद मे चली गयी. जेल्ली मेरी गंद मे ठंडी लग रही थी. उसने ट्यूब को दबा के मेरी गंद के सुराख के ऊपेर भी खूब बोहोत जेल्ली लगाई और लंड के हेड से जेल्ली को सुराख पे रगड़ने लगा. मेरी हालत और बुरी हो गयी थी मुझे पता था के अब यह मूसल मेरी गंद मे डेफनेट्ली घुसेगा और मेरी गंद फॅट जाएगी. राज मेरे ऊपेर झुक गया और मेरे कान के लटकते हुए हिस्से को किस करने लगा और मेरे गालो को चूमने लगा. इधर वो अपने लंड को मेरी गंद के सुराख पे प्रेशर दे रहा था. इतना स्लिपरी होने की वजह से उसके लंड का सूपड़ा तो बोहोत ईज़िली अंदर घुस गया पर मुझे इतना दरद हुआ के फॉरन ही मैं ने गंद को फिर से टाइट कर लिया. उसने लंड के सूपदे को ही आगे पीछे कर के प्रेशर डालने शुरू किया तो थोड़ा थोड़ा उसका लंड मेरी गंद मे घुसाने लगा. राज रुक गया और उतना लंड ही मेरी गंद के अंदर रखे रखे एक बार फिर ट्यूब से जेल्ली अपने लंड के हेड पे डाली और थोड़ा दबाया तो लंड थोड़ा और अंदर चला गया और मेरी गंद ऑटोमॅटिकली खुलने लगी. जेल्ली बोहोत ही चिकनी और स्लिपरी थी मेरी गंद मे जलन होने लगी और तकलीफ़ से मेरी आँखो मे आँसू आ गये. राज को भी शाएद पता था के ऐसे धीरे धीरे डालने से बोहोत टाइम भी लगेगा और दरद भी ज़ियादा होगा इसी लिए वो मेरे ऊपेर झुका हुआ था और मुझे चूमते चूमते धीरे से मेरी गंद से अपना लंड थोड़ा बाहर निकाला, सिर्फ़ सूपड़ा गंद के अंदर रहने दिया और बिना धक्का लगाए मेरे ऊपेर लेट के मुझे किस करने लगा और मेरे बूब्स को दबा ने लगा और फिर नीचे हाथ डाल के मेरी चूत से खेलने लगा और चूत मे उंगली डालने लगा तो मैं मूड मे आने लगी और मेरा बदन खुद ही रिलॅक्स होने लगा और शाएद राज भी किसी ऐसे ही मोके की तलाश मे था मेरी चूत से खेलते खेलते उसने कब मेरे शोल्डर को टाइट पकड़ लिया पता ही नही चला और फिर एक धक्का इतनी ज़ोर से मारा के मेरी जान ही निकल गयी, उसका मूसल मेरी गंद मे जड़ तक धँस चुका था और मैं बोहोत ज़ोर से चिल्लाई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआअहह उउउउउउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ एम्म्मम्म्मायायायेयीयायार्र्र्र्र्र्र्र ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्ग्गाआआईईईईईई र्र्र्र्र्र्र्र्र्रररीईईईई हहाआआआआआआआआअ और उसका इतना लंबा मोटा लंड मेरी छोटी सी गांद को फाड़ता हुआ जड़ तक अंदर तक घुस चुका था, मैं उसकी ग्रिप से निकलने को मचल रही थी पर उसने मुझे बहुत ही टाइट पकड़ा हुआ था, मेरा सारा बदन अकड़ गया था, तकलीफ़ से मेरी आँखे भी को निकल गयी थी और चेहरा लाल हो गया था, आँखो से आँसू बहने लगे, राज ने मुझे टाइट पकड़ा हुआ था, मैं उसकी पवरफुल ग्रिप से एक इंच भी नही निकल सकी. राज अपना लंड मेरी गंद मे घुसाए, मुझे अपने ग्रिप मे टाइट पकड़े मुझे अपने नीचे दबा के ऐसे ही मेरे ऊपेर लेटा रहा. उसका लंड मेरी गंद मे पूरा घुस चुका था. .

मेरी गंद मे बोहोत दरद हो रहा था मुझे लग रहा था जैसे किसी ने कोई लोहे का मूसल मिर गंद मे घुसा दिया हो. मैं राज की पवरफुल ग्रिप से नही निकल पाई और ऐसे ही उसके नीचे दबी पड़ी रही. मेरी साँसें तेज़ी से चल रही थी. थोड़ी देर ऐसे ही पोज़िशन मे लेटे लेटे अब मुझे दरद कम महसूस होने लगा तो मैने एक गहरी साँस ली जिस से राज समझ गया के अब उसका लंड मेरी गंद से अड्जस्ट हो गया है. लंड को गंद से बिना बाहर निकाले वो थोड़ा सा पीछे हटा और अपने लंड को देखने लगा जो मेरी गंद मे जड़ तक घुसा हुआ था. अब उसने फिर से जेल्ली का ट्यूब उठाया और अपने लंड को ऑलमोस्ट हाफ मेरी गंद से बाहर निकाला और अपने लंड पे ढेर सारी जेल्ली डाली और लंड को गंद के अंदर कर दिया इसी तरह से 3 – 4 टाइम लंड को बाहर निकाल निकाल के उसपे जेल्ली डालता रहा तब कही जा के उसका लंड आसानी से मेरी गंद के अंदर बाहर होने लगा. मेरी गंद पूरी तरह से खुल चुकी थी. अब राज ने मेरी गंद मारना शुरू किया. मेरे शोल्डर्स को पकड़ा हुआ मेरे कान को चूस रहा था और मेरी गंद मार रहा था. थोड़ी ही देर मे मुझे मज़ा आने लगा तो मैं भी अब पीछे धक्के लगाने लगी और मज़े से गंद मरवाने लगी. राज को यह देख के और जोश आ गया और वो अब पूरी ताक़त से मार रहा था और मेरी गंद को फाड़ रहा था. कभी पूरा लंड गंद से बाहर निकाल के कभी आधा लंड बाहर निकालके तकरीबन आधे घंटे तक वो मेरी गंद को मारता रहा फिर उसके धक्के तेज़ होने लगे तो मैं ने उसका एक हाथ अपने शोल्डर से हटाया और अपनी चूत की तरफ कर दिया तो वो एक बार फिर से मेरी चूत से खेलने लग और अब मुझे गंद मरवाने मे बोहोत ही मज़ा आने लगा. राज के धक्के तेज़ होने लगे थे और फिर जैसे ही राज की पिचकारी मेरी गंद के अंदर छूटती उसकी उंगली मेरी चूत के अंदर तक घुस्स गयी, उसकी उंगली भी अछी ख़ासी मोटी किसी मीडियम साइज़ के लंड की तरह ही थी. वो झटके से मेरी चूत मे घुसी और मेरी चूत से जूस निकलने लगा और उसके लंड से क्रीम की धारियाँ निकल ने लगी और मेरी गंद को भरने लगी. वो जोश मे मेरी गंद मारता ही जा रहा था और उसके लंड से धारियाँ निकलती ही जा रही थी. थोड़ी देर मे वो शांत हो गया और मेरे बदन पे ही ढेर हो गया, वो बोहोत ही गहरी गहरी साँस ले रहा था और हम दोनो का बदन पसीने से भरा हुआ था. लंड मेरी गंद मे डाले ही डाले थोड़ी देर तक राज मेरे बदन पे ऐसेही लेटा रहा. उसका लंड अभी तक मेरी गंद के अंदर फूल पिचक रहा था. मेरी गंद के सुराख के मसल्स उसके लंड के बेस को दबा दबा के निचोड़ रहे थे. जब उसके लंड से मलाई की एक एक बूँद निकल गयी तो उसने अपना लंड बाहर खेच लिया. प्लॉप की आवाज़ के साथ उसका लंड मेरी गंद से बाहर निकल गया, मेरी गंद पूरी तरह से खुल चुकी थी, उसका लंड मेरी गंद से बाहर निकलते ही मुझे एक दम से मेरी गंद खाली खाली सी महसूस हुई और उसकी मलाई गंद के खुले हुए सुराख से बह ने लगी और मेरी खुली हुई चूत के बीच मे से बहती हुई

नीचे बेड पे गिरने लगी. उसका लंड गंद से बाहर निकल ते ही मेरी गंद एक दम से रिलॅक्स हो गयी.

क्रमशः......................
Reply
07-10-2018, 12:39 PM,
#13
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--13

गतान्क से आगे..........

राज भी वैसे ही पलट के बेड पेर लेट गया और मुझे अपनी बाँहो मे पकड़ के बोहोत ही सेक्सी आवाज़ मे बोला के थॅंक्स स्नेहा फॉर एवेरतिंग. आइ लव यू सो मच हनी. यू आर दा बेस्ट. तुम बोहोत ही अछी हो सच बोल रहा हू के आज तक अपनी वाइफ से मुझे वो सुकून और मज़ा नही मिला जो तुमने मुझे दिया है आंड आइ आम रियली थॅंकफुल टू यू तो मैं ने उसके लिप्स पे एक पॅशनेट किस करते हुए कहा के आइ आम ऑल युवर्ज़ मेरे प्यारे प्यारे राजा, मैं तो तुम्हारे ऐसे मस्त लंड की दीवानी हो चुकी हू, मैं ने कभी ख्वाब मे भी ऐसे लंड से चुदवाने का सोचा भी नही था और तुमने जैसा मुझे चोदा है वो मैं ज़िंदगी भर नही भूल सकती और अब यह स्नेहा अब तुम्हारी है, स्नेहा की एक एक साँस मेरे राजा के लिए है, मैं अब सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम्हारी ही हू डू वॉटेवर, व्हेवनेवेर आंड वहेरएवे यू वॉंट.

हम दोनो एक दूसरे की बाँहो मे बाहें डाले, एक दूसरे को किस करते हुए लेटे रहे फिर राज उठ गया और हम एक बार फिर से शवर लेने बाथरूम मे घुस गये. एक बार फिर एक दूसरे को साबुन लगाया और रगड़ रगड़ के धोया. मुझे अपनी गंद मे जलन और दरद महसूस हो रहा था तो मैं एक प्लास्टिक के टब मे गरम पानी भर के उस्मै थोड़ी देर बैठ गयी और गरम पानी की सेक से फटी हुई गंद को कुछ आराम मिला. शवर ले केबाहर आए तो राज जाने के लिए रेडी हो रहा था. उसने अपनी जेब से निकाल के मुझे एक मोबाइल दिया और एक पेपर पे उसका नंबर भी लिख दिया के यह मेरे लिए है और इस्मै अभी बॅलेन्स वन थाउज़ंड रुपीज़ है, जब ख़तम हो जाएगा तो वो उसको री चार्ज करवा देगा तो मैं ने उसको थॅंक्स बोला और उसका एक किस लिया. राज अब रूम से बाहर चला गया. उसको जाता देख के मेरी आँखो मे आँसू आ गये. राज ने मुझे विश किया और कल सुबह के इंटरव्यू के लिए बेस्ट ऑफ लक बोला और रूम से बाहर निकल गया. मैने रूम को अंदर से लॉक किया और बेड पे गिर गयी और फूट फूट के रोने लगी. अब इस टाइम पे मुझे सतीश की याद बोहोत ही आने लगी के मैं ने सतीश के साथ बेवफ़ाई की है. आइ ब्रोक हिज़ ट्रस्ट इन मी. सतीश प्लीज़ मुझे माफ़ करदो, आइ अम रीअलि वेरी वेरी सॉरी सतीश फॉर वॉटेवर हॅपंड. मैं अपने आप मे नही थी सतीश प्लीज़ फर्गिव मे. मुझे बोहोत अफ़सोस हुआ पर अब कुछ नही कर सकती थी. मैं जो एक ग़लती अंजाने मे कर चुकी थी वो तो कर ही चुकी थी अब क्या हो सकता था. मैं ने अपने दिल को तसल्ली दी और सोच लिया के इस को अपनी प्राइवेट और सीक्रेट लाइफ ही रहने देना चाहिए. फिर मैं ने अपने दिल की आवाज़ से सतीश को कहा के तुम भी अपनी कोई सीक्रेट लाइफ बना लो सतीश और तुम भी किसी लड़की को चोद डालो तो हमारा हिसाब बराबर हो जाएगा और हा आइ आम

टोटली आउट ऑफ युवर सीक्रेट लाइफ सतीश. फिर मैं ने अपने दिल को ऐसे तसल्ली दी के सतीश भी किसी लड़की के साथ है और वो उसके साथ उसके इलेजिटिमेट अफेर्स है और वो भी अपनी सीक्रेट लाइफ मे मस्त है. यह सोच के मुझे थोड़ा इत्मेनान हुआ और थोड़ी देर रोने के बाद दिल का गुबार कुछ कम हुआ तो मॅन हल्का हुआ और फिर मैं ऐसे ही लेटे लेटे गहरी नींद सो गयी.

सुबह डोर बेल पे आँख खुली, टाइम देखा तो 8 बज रहे थे, मैं हड़बड़ा के उठी और डोर खोला तो रूम बॉय था रूम की सफाई करने आया था तो मैं ने बोला के मैं थोड़ी देर मे जाने वाली हू, के नीचे काउंटर पे दे दूँगी तो तुम सफाई कर लेना, उसने ओके मेडम बोला और वापस चला गया. रात की चुदाई और गंद के फटने से मेरा सारा बदन दरद कर रहा था पर इंटरव्यू का याद आते ही सारी तकलीफ़ दूर हो गयी और मैं बाथरूम मे घुस गयी. ब्रश किया और गरम पानी का शवर लिया तो बदन थोड़ा हल्का महसूस हुआ. बाहर निकली, बदन को टवल से ड्राइ किया और शवर गाउन पहेन लिया. पहले सोचा के नीचे जा के ब्रेकफास्ट ले लू फिर ख़याल आया के नीचे जाने के ब्रेकफास्ट लेने मे टाइम लगेगा इतनी देर मे मैं अपना कुछ और काम कर सकती हू, मैं ने नीचे फोन किया और रूम बॉय से बोला के मुझे ब्रेकफास्ट यही रूम मे दे दो उसने बोला के ओके मेडम अभी लाता हू और फोन रख दिया. थोड़ी देर मे ही वो ब्रेकफास्ट की ट्रे और कॉफी पॉट ले के आ गया. मैं ने उसको थॅंक्स बोला और ब्रेकफास्ट करने बैठ गयी. मैं ने जल्दी जल्दी ब्रेकफास्ट किया, कॉफी पीते पीते मेक अप करने लगी. कॉफी बोहोत ही अछी थी पीने से तबीयत फ्रेश लगने लगी. इंटरव्यू के लिए सेलेक्टेड किया हुआ क्रीम बॅकग्राउंड पर छोटे छोटे पिंक फ्लवर वाली मिडी टाइप की स्कर्ट और क्रीम कलर पर पोल्का डॉट की चोली जिस्मै नीचे से नाट डालने के लिए थोड़ा कपड़ा लटक रहा था निकाला और बेड पे रखा और तय्यारी मे लग गयी. मुझे रेडी होना था और 10:30 ए.एम. को इंटरव्यू के लिए जाना था. मैं ने ब्रस्सिएर और पॅंटी पहनी और फिर सेलेक्टेड कपड़े पहेन के लाइट मेक अप क्या, गालो पे हल्के से गुलाबी शेड का ग्लो दिया और लाइट लिपस्टिक लगा के अपने बालो को एक जुड़ा बनाया, उस्मै पिन्स लगाए, सॅंडल पहेने और मैं रेडी हो गयी. अपने आप को मिरर मे हर आंगल से देखा तो मैं बोहोत ही खूबसूरत लग रही थी और मेरी चोली मे से मेरे आधे बूब्स भी दिखाई दे रहे थे और मेरे बूब्स का क्लीवेज भी बोहोत अछा बन रहा था, मुझे अपने आप पे प्यार आ गया और मैं मिरर मे अपने आप को एक फ्लाइयिंग किस देते हुए आँख मारी और बोला के स्नेहा यू आर लुकिंग डॅशिंग. मैं फिल्म बॉब्बी की बॉब्बी की तरह ही मासूम और यंग दिख रही थी.

सुबह के 10:00 ए.एम. को मैं रेडी थी, सोचा के बाहर धूप बोहोत होगी इसी लिए अपने गॉगल्स लगाए और अपनी फाइल उठा के रूम के बाहर आ गयी. नीचे उतार के काउंटर पे आई तो मुन्ना भाई बैठे थे.

मुझे इंटरव्यू के लिए बेस्ट ऑफ लक बोला तो मैं ने मुस्कुरा के थॅंक्स बोला और रूम की चाबी देते हुए बोला के मुन्ना भाई सुबह रूम बॉय को मैं ने सफाई से रोक दिया था, अब मैं बाहर जा रही हू आप प्लीज़ रूम की सफाई करवा दीजिए और ब्रेकफास्ट ट्रे भी अंदर ही रखी है वो भी उठ वा लीजिए तो उसने बोला के मेडम कोई बात नही आप कोई चिंता मत कीजिए आराम से जाइए सब काम हो जाएगा.

मैं होटेल के बाहर निकली तो देखा के अभी उतनी गर्मी स्टार्ट नही हुई थी और फिर वाहा रोड पे इतनी बड़ी बड़ी बिल्डिंग्स के शेड पड़ रहे थे तो सन डाइरेक्ट मुझे नही लग रहा था. मैं 10 मिनिट के अंदर ही उस बिल्डिंग मे आ गयी जहा मुझे जाना था. अंदर आ के लिफ्ट से ऊपेर 10थ फ्लोर पे चली गयी. सामने ही आर.के. इंडस्ट्रीस का ऑफीस का बोर्ड दिखाई दिया तो मेरा दिल धक धक करने लगा. सामने फ्रामेलसस ग्लास का ऑटोमॅटिक दूर था जो मेरे करीब जाने से औटोंटिकल्ली खुल गया. यह एक बड़े साइज़ का रूम था जहा सोफे पड़े हुए थे और एर कंडीशन चल रहा था. अंदर काउंटर पे एक बोहोत ही खूबसूरत लड़की बैठी थी जिसे मैं ने विश किया और बोला के मैं इंटरव्यू के लिए आई हू तो उसने मुझे मुस्कुरा के देखा और बोला के मेडम आप वाहा सोफे पे बैठ जाइए और वाहा लिस्ट लगी है आप अपना नाम और नंबर चेक कर लीजिए इंटरव्यू तो 3 दिन तक चलेगे पर आपका नंबर कभी भी आ सकता है मे बी टुडे, मेबी टुमॉरो ओर मेबी आफ्टर टुमॉरो तो मैं ने हैरत से बोला के अछा 3 दिन तक चलेगा तो उसने बोला के हा मेडम ऑलमोस्ट 70 लड़कियाँ है इंटरव्यू के लिए आंड यू आर दा फर्स्ट वन टू अराइव उसने मुस्कुराते हुए बोला. मैं ने पूछा के एमडी का नाम क्या है तो उसने बोला के सी.डी. ख़ान. मेरी समझ मे नही आया तो उसने बोला के दिलदार ख़ान लैकिन सब उनको डीके ही पुकारते है. फिर मैं ने पूछा के वो कैसे है तो उसने मुस्कुराते हुए बोला के आप खुद ही देख लेंगी थोड़ी ही देर मे क्यों के मैं ने उनको शाएद 2 या 3 बार ही देखा है, मैं आक्च्युयली ऊपेर ऑफीस मे काम करती हू और मैं यहा बस टेंपोररी आई हू. आर.के. इंडस्ट्रीस के यहा 3 फ्लोर्स पे ऑफिसस है और उनके रूम मे पीछे से एक प्राइवेट एंट्रेन्स है, वो वही से अपने रूम मे आ जाते है और जब तक काम करना होता है वही बैठ ते है और उनके रूम के अंदर ही उनकी प्राइवेट सेक्रेटरी का भी ऑफीस है, अपना काम ख़तम करके वो वही से वापस भी चले जाते है. मैं ने थॅंक्स बोला और एक सोफे पे बैठ गयी. बहुत ही कंफर्टबल सोफे थे. 3 – 3 सीटर के सोफे के स्क्वेर सेट पड़े हुए थे और उनके बीच मे सेंटर टेबल थी जहा बोहोत से मॅगज़ीन्स और न्यूज़ पेपर रखे हुए थे. मैं ने भी एक मॅगज़ीन उठा लिया और पढ़ने लगी. शायद 2 या 3 मिनिट के अंदर ही और लड़कियाँ आनी स्टार्ट हो गयी. अफ क्या बताउ कैसे कैसे ड्रेसिंग कर के आई थी, एक से बढ़ कर एक. सब ही अपनी बॉडी के पार्ट्स जितना ज़ियादा दिखा सकती थी दिखा रही थी. इनकी ऐसी बोल्ड और मॉडर्न

ड्रेसिंग देख के मुझे अपनी ड्रेसिंग बोहोत ही वीक और कन्सर्वेटिव और पुराने ज़माने की लगी. खैर मैं बैठ गयी. ऑलमोस्ट ऑल लड़कियाँ मुंबई से ही थी, कुछ पूना से आई थी, कुछ मुंबई के आउट्स्कियर्ट से. मुझे लगा के शाएद मैं अकेली ही आउट ऑफ मुंबई आई हू. नेक्स्ट 10 मिनिट्स के अंदर ही ऑलमोस्ट सभी लड़कियाँ आ चुकी थी. एग्ज़ॅक्ट्ली 10:30 ए.एम. को उस काउंटर वाली लड़की के पास एक बज़्ज़र बजा तो उसने आन्सर किया और गुड मॉर्निंग सर बोला फिर कुछ सुनती रही, फिर हमारी तरफ देख के बोला के एस सर ऑलमोस्ट ऑल आर हियर, फिर कुछ सुनती रही, फिर अपने सामने रखी लिस्ट को देखे के पूछा आल्फबेटिक ऑर्डर सर, तो पता नही क्या रिप्लाइ आया फिर उस लड़की ने ओके सर बोला और रिसीवर रख दिया.

मैं उस लड़की की बात तो सुन ही रही थी समझ गयी के लिस्ट आल्फबेटिक ऑर्डर से इंटरव्यू चलने वाले है. उसने आल्फबेटिकल ऑर्डर मे नाम पुकारा आरती. तो एक 24 – 25 साल की लड़की, जिसने जीन्स और टॉप पहना था फुल मेक अप मे थी, अपनी जगह से उठी और अपनी फाइल पकड़ के उठी तो उस लड़की ने एक डोर की तरफ इशारा किया और आरती उस डोर से अंदर चली गयी. मेरा दिल बोहोत ज़ोर ज़ोर से धड़कने लगा. इस ऑफीस मे ज़ियादा लोग नही थे क्यॉंके यह सिर्फ़ एमडी का ही चेंबर था जहा एमडी और उसकी सेक्रेटरी ही होते थे और उसकी सेक्रेटरी का ऑफीस भी एमडी के चेंबर के अंदर ही था और बाहर के रूम विज़िटर्स के लिए था और शाएद एक दो टी बाय्स और एक दो सफाई वाले थे. थोड़ी देर के बाद दो टी बाय्स ट्रे मे डिस्पोज़ल कप मे कॉफी और टी ले के आया और जिसने कॉफी बोला उसको कॉफी दिया और जिसने टी बोला उसको टी दिया. बाकी की सब लड़कियाँ आपस मे बातें करने लगी. वो मुंबई वाले स्टाइल मे बात कर रहे थे, मैं ने कभी ऐसी लॅंग्वेज सुनी नही थी तो मुझे बोहोत अछी लगी. मैं मॅगज़ीन के पेजस पलटा रही थी और उनकी बातें सुन रही थी और मुस्कुराती रही थी. कभी किसी लड़की से ही हुए हो जाती थी. सब अपनी बारी का इंतेज़ार करने लगे. सब का तो पता नही मेरा दिल बोहोत ज़ोर से धड़क रहा था के यह सारी लड़कियाँ तो अनमॅरीड है और शाएद मैं अकेली ही मॅरीड वुमन हू और जैसा के राज ने बोला था के मुंबई की लड़कियाँ चुदवाने मैं कोई बुराई नही समझती और अपना काम निकलवाने के लिए बड़े आराम से चुदवा लेती है तो मैं सोच मे पड़ गयी के क्या मैं यह सब कर पाउन्गी, क्या मैं भी जॉब मिलने के लिए ऐसे ही चुदवा लूँगी और क्या यह जॉब मुझे मिलेगी या मुझे ऐसी ही निराश वापस बॅंगलुर लौटना पड़ेगा. बॅंगलुर को निराश वापस लौटने का ख़याल आया तो मैं ने अपने दिल मे सोचा के नही मैं ऐसे निराश वापस नही जाउन्गी और अगर ऐसा कोई मोका मिले तो शाएद चुदवा भी लूँगी पर मुझे यह जॉब चाहिए किसी भी तरीके से हो मुझे यह जॉब चाहिए बॅस. यह ख़याल आया तो दिल को थोड़ा इतमीनान आया और फिर सोचा के चलो इंटरव्यू फेस तो करते है जैसा

टाइम होगा उसी टाइम पे सोच के काम करते है. आइ कन्नोट अफोर्ड टू मिस दा जॉब. मुझे यह जॉब की सख़्त ज़रूरत थी और मैं इस जॉब के लिए कुछ भी करने को तय्यार हो गयी.

तकरीबन 20 मिनिट के बाद आरती रूम से बाहर आई तो उसका रंग लाल हो रहा था गुस्से मैं थी और बाहर निकल के बोली के साले एमडी को सेक्रेटरी नही रंडी चाहिए, मादर चोद किसी पर्सनल सेक्रेटरी का इंटरव्यू ले रहा है या पर्सनल रंडी का समझ मे नही आ रहा है और गुस्से मे पैर पटक ती ऑफीस के बाहर निकल गयी तो काउंटर पे बैठी लड़की मुस्कुरा दी, दूसरी बैठी लड़कियाँ भी मुस्कुरा के रह गयीं. मेरा बदन एक दम से गरम हो गया और दिल एक बार फिर ज़ोर से धड़कने लगा. मेरी बेचैनी बढ़ती जा रही थी. उस लड़की ने फिर पुकारा अर्चना तो दूसरी लड़की उठ के अंदर गयी जो ऐसा मिनी स्कर्ट और टॉप पहने थी के अगर वो कुछ फ्लोर से उठा ने के लिए झुके तो शाएद उसकी चूत भी दिखाई दे और उसके बूब्स भी बड़े बड़े थे जो उसके टॉप मे फसे हुए थे, चलती तो ऊपेर नीचे हो रहे थे शाएद उसने ब्रस्सिएर नही पहनी थी. अर्चना अंदर चली गयी और शाएद 20 मिनिट के बाद उस लड़की के काउंटर पे बज़्ज़र बजा. उसने उठाया और ओके सर बोला फिर पुकारा अर्पिता तो अर्पिता अपनी जगह से उठ गयी. अर्पिता ने भी ऐसी ही स्कर्ट और टॉप पहना था जिसका पेट का अछा ख़ासा पोर्षन और उसकी नाभी नज़र आ रही थी. वो अंदर चली गयी तो मैं अपनी जगह से उठ के उस लड़की के पास आई और उसका नाम पूछा तो उसने अपना नाम ममता बताया तो मैं ने पूछा के ममता अभी दूसरी लड़की बाहर नही निकली फिर भी सर ने उसको अंदर बुला लिया तो ममता ने मुस्कुराते हुए बोला के नही ऐसी कोई बात नही सर के रूम मे एक और भी डोर है जो बिल्डिंग के दूसरी तरफ खुलता है सर ने शाएद उसको वाहा से वापस भेजा होगा. मुझे समझ मे नही आ रहा था के सामने से वापस आने का और पीछे से वापस जाने का मतलब क्या है.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:39 PM,
#14
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--14

गतान्क से आगे..........

तकरीबन 10 मिनिट के बाद फिर से बज़्ज़र बजा और ममता ने एक और नाम पुकारा अनुष्का तो अनुष्का अपनी जगह से खड़ी हो गयी तो मैं ने देखा उसका ड्रेस तो उफ्फ क्या बताउ ऐसा लगता था जैसे वो सिर्फ़ ब्रस्सिएर ही पहने हुए है. उसका टॉप ब्रस्सिएर की शकल का था और मोटी डोरिओं से पीछे बँधा हुआ था जिस्मै से उसके ऑलमोस्ट आधे से भी ज़ियादा बूब्स दिखाई दे रहे थे. उसका रंग भी बोहोत ही गोरा था और फुल्लमेक अप मे थी और स्कर्ट पहने हुए थी वो रूम मे चली गयी तो मैं समझ गयी के इस से पहले वाली लड़की भी शाएद बॅक डोर से वापस चली गयी होगी. ऑलमोस्ट 15 मिनिट के अंदर ही अनुष्का वापस बाहर निकली तो उसके चेहरे पे बड़ी प्यारी मुस्कान थी और शाएद वो यह समझ रही थी के उसको यह जॉब डेफनेट्ली मिलेगी तो

मेरा दिल भी बैठ ने लगा. मानता ने फिर एक नाम पुकारा अरुणा, तो अरुणा अपनी जगह से उठी उसने भी एक मीडियम साइज़ का स्कर्ट और टॉप पहना था और उसका स्कर्ट और टॉप इतना पतला था के स्कर्ट मे से उसकी पॅंटी और टॉप मे से उसकी ब्रा भी दिखाई दे रही थी. वो भी शाएद 10 मिनिट के बाद बाहर निकली उसके चेहरे पर भी मुस्कुराहट थी और ऐसे बाहर निकली जैसे वो कल से जॉब जाय्न करने वाली हो. मेरी समझ मे कुछ नही आ रहा था के क्या करू. मैं ने राज को फोन किया तो उसने बोला के वो कोई बात नही तुम इंटरव्यू तो फेस करो देखते है क्या होता है मैं ने भी अपने एक फ्रेंड्स जो आर.के. इंडस्ट्रीस मे काम करता है उसको तुम्हारे बारे मे बताया है तुम फिकर ना करो आइ आम ट्राइयिंग माइ बेस्ट और मैं अभी तो एक मीटिंग मे हू तुमको शाम मे बाहर ले के जाउन्गा और डिन्नर बाहर ही करेंगे तो मैं खुश हो गई.

अरुणा के बाहर निकलने के बाद ममता की टेबल पे बज़्ज़र बजा उसने उठाया और सुनती रही फिर ओके सर बोला और फोन रख दिया और पुकारा सुनील तो एक काम करने वाला उसके पास आया तो उसने उसको कुछ धीमी आवाज़ से बोला तो सुनील वापस एक रूम मे चला गया और थोड़ी ही देर मे अल्यूमिनियम फाय्ल पॅक मे सब ही इंटरव्यू के लिए आई कॅंडिडेट्स को लंच सर्व करने लगा. ममता ने बोला के आधे घंटे के बाद इंटरव्यूस स्टार्ट होंगे और वो अपना डेस्क बंद कर के ऑफीस के बाहर निकली और सामने वाली लिफ्ट से ऊपेर अपने ऑफीस मे चली गयी. सब लकड़ियाँ लंच का पॅकेट खोल के खाने लगी. लंच अछा ख़ासा गरम था ऐसा लगता था के शाएद ऑलरेडी ऑर्डर कर दिया हो. लंच के बाद फिर से कॉफी और चाय की ट्रेस ले के ऑफीस बाय्स आए और सब को देने लगे. मैं ने भी कॉफी का कप उठाया और कॉफी पीने लगी. कॉफी पीने के बाद मैं वॉशरूम मे चली गयी. वॉशरूम भी बोहोत ही नीट आंड क्लीन था. यूरिन करने के बाद वाहा के मिरर मे अपने आप को देखा, महसूस किया के सुबह से बैठे बैठे चेहरे पे टाइयर्डनेस लगने लगी थी तो मैं ने पर्स से लिपस्टिक और कॉंपॅक्ट निकाल के मेक अप को फ्रेश किया और बाहर निकल गयी.

तकरीबन आधे घंटे के बाद ममता वापस अपनी सीट पे आ के बैठ गयी और थोड़ी ही देर मे बज़्ज़र बजा तो उसने अपनी लिस्ट मे नाम देख के पुकारा आशा. कोई नही उठा तो उसने फिर पुकारा आशा !! आशा !! कोई नही उठा तो उसने नया नाम पुकारा बबिता तो बबिता अपनी जगह से उठी. बबिता एक साँवले रंग की लड़की थी जिसने भी हाफ स्कर्ट और टॉप पहना हुआ था. उसकी ड्रेसिंग नॉर्मल फॉर्मल सी ही थी पर उसके चेहरे पे ज़बरदस्त सेक्स अपील थी जो किसी भी मर्द को दीवाना बना सकती थी. बबिता रूम के अंदर चली गयी. जब थोड़ी देर के बाद ममता ने दूसरा नाम पुकारा चंचल तो मैं समझ गयी कि अब आल्फबेटिकली ऑर्डर मे सी चल रहा है. और यह के बबिता बाहर नही निकली थी और शाएद पीछे वाले डोर से बाहर निकल गयी थी.

इसी तरह से ममता कॅंडिडेट्स के नाम पुकरती रही, लड़कियाँ अंदर जाती रही कुछ तो सामने से ही वापस निकल के बाहर चली गयीं, कुछ मुस्कुराते हुए गयी और कुछ गुस्से से लाल पीले हो के गयी, कुछ पीछे के डोर से चली गयी. शाम के ऑलमोस्ट 4:30 पीएम को आजके इंटरव्यू की लास्ट लड़की फरहत अंदर गयी. फरहत मुस्लिम लड़की थी और उसने शलवार सूट पहने था और लाइट मेक अप मे थी, अछी ख़ासी गोरी और खूबसूरत थी, उसने ऊपेर से चुनरी ऐसे ही डाली हुई थी जिस्मै से उसके बूब्स पायंटेड और बड़े थे, उसके बटक भी मोटे थे वो मटक ती हुई अंदर चली गयी. थोड़ी देर के बाद फिर से ममता की टेबल पे बज़्ज़र बजा तो उसने सुना और ओके सर बोला और फोन रख के अपनी सीट से खड़ी हो गयी और हमारी तरफ आ के बोली के आजका इंटरव्यू ख़तम हुआ अब कल सुबह 10 बजे से स्टार्ट होंगे तो सब लड़कियाँ खड़ी हो गयी पर आपस मे बातें करने लगी के सारा दिन वेस्ट हो गया पहले ही बता देते तो शाएद वो अपने कुछ और काम भी कर लेते. खैर सब लड़कियाँ बाहर निकल के चली गयी. कमरे मे अब सिर्फ़ मैं और ममता ही रह गये तो मैं ने बोला के कंपनी कैसी है और लोग कैसे है सॅलरी स्केल क्या है तो उसने बोला के कंपनी तो ठीक ठाक है अपने एंप्लायीस का बोहोत ख़याल रखते है और सॅलरी पॅकेज भी बोहोत ही अट्रॅक्टिव है और जो एग्ज़िक्युटिव लेवेल के बड़े पोस्ट पै है उनका पॅकेज तो बोहोत ही अछा है, वर्किंग अट्मॉस्फियर भी बोहोत अछा है और फिर वो बाहर निकल ते निकल ते सुनील से बोली के सर ने बोला है के ऑफीस बंद कर दो और चले जाओ तो वो भी बाहर निकल गया और फ्रामेलएशस ग्लास डोर से बाहर निकल गया और वुडन डोर को लॉक कर दिया. तो मैं ने ममता से पूछा के एमडी साहेब तो अंदर ही है फिर यह लॉक क्यों कर दिया तो उसने बोला के वो बॅक डोर से वापस चले जाएगे और यह तो सिर्फ़ विज़िटर्स लाउंज है यह तो टाइम पे बंद हो जाता है, सारा स्टाफ टाइम ख़तम होने पर ऑफीस बंद कर के चला जाता है वो और उनकी सेक्रेटरी आने जाने के लिए बॅक डोर यूज़ करते है और हमै पता भी नही चलता के वो दोनो कब तक काम करते है और धीरे से मुस्कुराते हुए बोली के क्या काम करते है. वो एक आँख बंद कर के बोली के जब उनका काम ( काम को उसने थोडा खीच के बोला तो मैं भी मुस्कुरा दी ) ख़तम हो जाता है वो चले जाते है. उसके इस तरह से मुस्कुराने से मैं समझ गयी के प्राइवेट सेक्रेटरी क्या करती होगी और मैं भी अपने आप को ऐसी सिचुयेशन हॅंडल करने के लिए रेडी करने लगी.

मैं वॉक करते हुए वापस अपने होटेल मे आ गयी. काउंटर पे मुन्ना भाई बैठे थे उन्हो ने विश किया और पूछा क्या हुआ मेडम कैसा रहा आपका इंटरव्यू तो मैं ने बोला के नही मुन्ना भाई मेरा नंबर आने आने तक आज टाइम ख़तम हो गया था अब मुझे कल जाना है तो उसने बोला के फिकर ना करो मेडम इंशाल्लाह आपका काम जाएगा हम भी आपके लिए दुआ करेंगे तो मैं ने

उसको थॅंक्स बोला और अपने कमरे मे आ गयी. दिन भर बैठे बैठे थक्क चुकी थी तो बिना चेंज किया ऐसे ही बेड पे गिर गयी और आँखें बंद कर के लेटी आज इंटरव्यू और मुंबई के लड़कियों की ड्रेसिंग और जॉब वाघहैरा के बारे मे सोचती रही. ऐसे ही लेटे लेटे मैं सो गयी. डोर बेल की आवाज़ से आँख खुली तो मैं चौंक के उठी के राज आ गया शाएद और फॉरन ही बेड से उठ के डोर खोला तो रूम बॉय था हाथ मे कॉफी की ट्रे लिए खड़ा था. वो अंदर आ गया और ट्रे टेबल पे रख के चला गया. मैं ने राज को फोन किया तो उसने बोला के मैं शाएद एक दो घंटे के बाद ही आउन्गा तो तुम कुछ रेस्ट कर्लो या बाहर निकल के थोड़ा घूम लो. मैं ने फोन रखा और कॉफी बना के पीने लगी. कॉफी अछी और गरम थी. मुझे इस टाइम पे ऐसी ही कॉफी की सख़्त ज़रूरत महसूस हो रही थी. कॉफी पीने के बाद मैं उठी और अपने कपड़े उतार के नंगी हो गई सोचा के शवर लूँगी फिर ख़याल आया के थोड़ी देर और रेस्ट ले लेती हू पता नही रात को कितनी देर हो जाए यह सोच के मैं नंगी ही बिस्तर पे फिर से लेट गयी और जॉब के बारे मे सोचने लगी और फिर मुझे सतीश की याद आ गयी.

मैं ने सतीश को फोन मिलाया और सतीश को आज के इंटरव्यू के बारे मे बताया और बताया के यहा की लड़कियाँ कैसे कैसे मॉडर्न और बोल्ड ड्रेसिंग करते हुए अपने बदन की ज़ियादा से ज़ियादा एग्ज़िबिशन कर रही थी, एक दो लड़कियों के तो ऑलमोस्ट निपल्स भी दिखाई दे रहे थे तो सतीश ने हस्ते हुए कहा के तुम भी कुछ कम ब्यूटिफुल नही हो तुम भी दिखा दो अपनी खूबसूरती और बना लो अपना दीवाना तुम्हारे एमडी को. सतीश बोहोत आछे मूड मे था तो मैं ने भी हंसते हुए कहा के सपोज़ के वो मेरी खूबसूरती से और मेरे इंटरव्यू से इंप्रेस हो गया और उसने कुछ ऐसा माँग लिया जो सिर्फ़ तुम्हारे लिए ही है तो क्या करू, तो उधर से सतीश ने फिर हस्ते हुए कहा के तो क्या हुआ कोई प्राब्लम नही देदो उसको जो वो चाहता है और लेलो उस से जो तुम चाहती हो तो मैं ने आश्चर्य से पूछा के सतीश आर यू आउट ऑफ युवर माइंड तुम्है पता है के तुम क्या बोल रहे हो तो उसने फिर हस्ते हुए कहा के हा डार्लिंग पता है बिलीव मी आइ विल नोट माइंड यार. और ऐसा क्या हो जाएगा तुम्हारे बदन मे से कुछ चीज़ कम तो नही हो जाएगी ना या वो तुम्हारी कोई चीज़ पर्मनेंट्ली तो नही ले लेगा ना, थोडा इस्तेमाल ही तो करेगा उस से बढ़ के क्या करेगा, तुम्हारे बदन का कोई भाग खा तो नही जाएगा ना, सो डॉन'ट वरी मेरी जान. आइ ऑल्वेज़ वॉंट टू सी यू हॅपी. अगर वो तुम से कुछ ऐसा लेना चाहे तो दे देना और तुमको जो उस से चाहिए वो ले लेना तो मैं ने फिर उसको पूछा के तुम्है पता है यहा की लड़कियाँ यह जॉब लेने के लिए क्या क्या करने को तय्यार है ? तो उसने बोला के हा मुझे पता है बड़े सिटी की लड़कियाँ जॉब के लिए क्या क्या करती है और क्या क्या कर सकती है तो मैं ने बोला के एक इंटरव्यू से वापस निकली लड़की बता रही थी

के यह एमडी पक्का फुचेर है उसको अपनी प्राइवेट सेक्रेटरी नही प्राइवेट रंडी चाहिए तो सतीश ने फिर से हस्ते हुए कहा जस्ट सी वॉट डज़ ही वांट्स डार्लिंग आंड गिव हिम युवर बेस्ट, तो मैं ने इमीडीयेट्ली पूछा के अगर वो मेरे साथ सोना चाहे तो ?. फिर मैं ने खुल के पूछा के अगर वो मुझे चोदना चाहे तो मे क्या करू ? तो सतीश ने कहा के देखो अब इस टाइम पे हमको अपनी इज़्ज़त बचाने के लिए जॉब की सख़्त ज़रूरत है और अगर यह ऐसी बात है जिसका किसी को पता नही चलेगा और अंदर की बात अंदर ही गुप्त रहने वाली है जिसे सिर्फ़ मैं और तुम ही जानते है तो देख समझ के उसका साथ दे दो ना क्या प्राब्लम है किसी को क्या पता चलेगा और मैं भी कुछ माइंड करने वाला नही हू क्यॉंके तुम खुश रहोगी तो मैं खुश रहुगा तो मैं ने फिर से कहा सोच लो सतीश अगर उसने मुझे से सच मे चुदवाने को बोला या ऐसा सिग्नल दिया जिसका मतलब चुदवाना या चोदना होता है तो मैं क्या करू तो उसने फिर कहा के अरे मेरी जान मुझे तो कोई प्राब्लम नही है देख लो तुम टाइम पे डिसाइड कर्लो और अपना काम निकालने के लिए उसका साथ देदो और अपना काम निकाल लो. थोड़े टाइम चुदवा लेने से तुम्हारी चूत घिस्स तो नही जाएगी ना वो हस्ते हुए बोला. हो सकता है के तुम्है वो और भी अछी ऑफर दे दे तो मैं ने कहा के अगर वो मुझे चोद देगा तो तुम्है सच मे बुरा नही लगेगा, कोई प्राब्लम नही होगी ना, तो उसने कहा के नही मेरी जान मुझे बिल्कुल भी बुरा नही लगेगा और मैं कुछ ख़याल भी नही करूगा, यू जस्ट गो अहेड आंड डू वॉटेवर ही वॉंट यू तो डू आंड डू वॉटेवर पासिबल यू कॅन टू गेट दिस जॉब, यू जस्ट कॅरी ऑन यार. कोई बात नही. आइ टोटली अग्री विथ वॉटेवर यू डिसाइड टू डू आइ लीव एवेरितिंग टू यू टू हॅंडल दा सिचुयेशन टू मैं ने बोला के और सुनो सतीश मैं ने यह भी सुना है के जब कभी उसके साथ किसी दूसरे सिटी का या आउट ऑफ कंट्री का टूर करना पड़ता है तो कभी कभी एक ही रूम मैं दोनो को रहना और एक ही बेड पे सोना भी पड़ता है. मेरी तो समझ मे नही आ रहा के क्या करू और ऐसी सिचुयेशन को कैसे हॅंडल करू तो सतीश बोला के अरे यार डॉन'ट वरी कभी कभी ऐसा होता है के होटेल मे रूम्स अवेलबल नही होते और रुकना भी ज़रूरी होता है तो ऐसे ही एक बेड को शेर कर के रहना पड़ता है तुम भी फिकर ना करो आइ नो के ऐसा होता है आंड यू कॅन कॅरी ऑन दट सिचुयेशन ऑल्सो आंड हू विल नो व्हेन यू आर आउट ऑफ सिटी ऑर आउट ऑफ कंट्री किसी को क्या पता चलेगा बाहर की बात बाहर ही छोड़ आना. फ्रॉम मी यू हॅव फुल लिबर्टी और हा आइ विल नोट माइंड इफ़ एनितिंग हॅपंड बिट्वीन यू आंड युवर एमडी, यू डू वॉटेवर यू फील फिट आंड डू व्हाटेवे टाइम आंड सिचुयेशन पर्मिट्स आंड व्हटवेर नंबर ऑफ टाइम ही वांट्स टू डू. फ्री मैं ने पूछा के अगर हमारे ऐसे संबंध से प्रेग्नेन्सी हो गई तो मैं क्या करू तो उसने बोला के अरे यार मार्केट मे ई-पिल्स मिलते है ना वो किस दिन काम आएँगे, तुम ई-पिल्स यूज़ कर लेना तो प्रेग्नेन्सी का डर भी नही रहेगा आंड यू विल बी सेफ फॉरेवर.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:39 PM,
#15
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--15

गतान्क से आगे..........

मैं ने सोचा के सतीश बार बार मुझे एमडी से चुदवाने पे इन्सिस्ट कर रहा है तो गेट दिस जॉब तो अब मैं भी मेंटली प्रिपेर हो रही थी के ऐसी सिचुयेशन मे चुदवा ही लूँगी तो गेट दिस जॉब. और फिर ई-पिल्स का बोल के खुद सतीश ने ही मेरी प्राब्लम का सल्यूशन भी बता दिया. फिर मैं ने दिल मे सोचा के चलो अगर कभी मेरे और राज के बारे मे सतीश को पता चल भी गया तो कोई प्राब्लम नही होने वाली है आंड आइ विल बी सेफ. मैं ने सतीश से पूछा के तुम्हारी तबीयत अब कैसी है तो उसने बोला के हा चल रही है कभी नरम कभी गरम, नोट एट पर्फेक्ट्ली ऑलराइट. मैं ने पूछा के तुम्हारे मोम और डॅड है या वापस चले गये तो उसने बोला के बापू को कुछ काम था तो वो और माताजी दोनो चले गये, अभी तो मैं अकेला ही हू तो मैं ने शरारत से हस्ते हुए पूछा के तुम बोलो तो मैं मेरी अपनी फ्रेंड उर्मिला को फोन करू के वो कुछ दिन के लिए तुम्हारे साथ रहने आजाए क्यॉंके उसका हज़्बेंड भी कुवैत मे है और अभी जल्दी आने वाला भी नही है तो उसने पूछा के यू थिंक वो यहा आने के लिए रेडी हो जाएगी तो मैं ने बोला के अरे मैं बोलूँगी तो कियों नही आएगी तो सतीश ने फिर हस्ते हुए पूछा के सपोज़ उर्मिला यहा मेरे साथ रहने आ गयी और हमारे बीच कुछ ऐसा वैसा हो गया तो क्या होगा तो मैं ने भी हस्ते हुए कहा के दोनो के बीच ऐसा वैसा क्या हो सकता है तो उसने भी बड़े मूड मे आ के बोला के सपोज़ मैं ने उसको चोद दिया या उसने मुझे सिड्यूस करे के चुदवा लिया तो क्या होगा. मैं ने कहा अरे तो मैं कॉन्सा माइंड करने वाली हो, और हंसते हुए बोला के मैं इधर अपने एम डी से चुदवालूंगी तुम उधर उर्मिला को चोद देना तो वो भी हस्ने लगा और बोला के तुम जैसा ठीक समझो अगर वो यहा आने रेडी हो गयी तो आने दो मुझे तो कोई प्राब्लम नही है उसका भी कुछ टाइम पास हो जाएगा और तुम भी अपनी तरफ से जो जो कोशिश कर सकती हो करो के यह जॉब तुम्है ही मिले क्यॉंके मेरे एक दोस्त ने बताया के आरके इंडस्ट्रीस बोहोत फेमस है और उसके एंप्लायीस को अछी सॅलरीस, बोनसस और दूसरे इन्सेंटीव्स कंटिन्यू मिलते ही रहते है डिपेंड्स ऑन दा पर्फॉर्मेन्स तो मैं ने भी हस्ते हुए कहा के ठीक है अगर मुझे अपनी चूत भी देनी पड़ी तो मैं अपनी चूत के बदले यह जॉब ले लूँगी और फिर हम दोनो हस्ने लगे. सतीश मुझे तसल्ली देता रहा और मेरी हिम्मत बढ़ा ता रहा तो मेरी भी ढारस बँधी फिर उसने बोला के आइ मिस यू डार्लिंग तो मेरी आँखें भर आई और भारी आवाज़ से बोली आइ मिस यू टू हनी. आइ लव यू सतीश और फिर फोन पर ही एक दूसरे को किस करते रहे फिर मैं ने बोला के अपना ख़याल रखना सतीश तो उसने बोला के हा तुम भी अपना ध्यान रखना और किसी बात की फिकर ना करना जो होना है वोही होगा और फिर फोन काट दिया.

मैं ने सोचा के चलो मैं सतीश को उसकी एक सीक्रेट और प्राइवेट लाइफ दे दूँगी और फिर फॉरन ही उर्मिला को फोन किया. उर्मिला मेरी कॉलेज फ्रेंड थी, बोहोत ही खूबसूरत थी और मेरी बोहोत अछी फ्रेंड थी और हम दोनो एक दूसरे से

बोहोत ही फ्री रहते थे और हर टॉपिक पे स्पेशली सेक्स के टॉपिक पे फ्रीली एक दूसरे से बात कर लेते थे और हम एक दूसरे के साथ अपने सीक्रेट्स भी शेर कर लेते थे. उर्मिला एक बोहोत ही सेक्सी और चुड़क्कड़ औरत थी उसने मुझे अपने एक्सट्रा मॅरिटल अफेर्स के बारे मे भी बताया था के कैसे उसके पड़ोसी ने उसे चोदा था और उसके संबंध अपने जेठ से भी थे जो किसी दूसरे सिटी मे रहते थे लैकिन ऑफीस के काम से जब बॅंगलुर आते तो अपने छोटे भाई (उर्मिला के हज़्बेंड) के घर ही ठहरते थे. और जब से उसका भाई कुवैत चला गया है जब वो बॅंगलुर आते तो उर्मिला के साथ ही रहते और फिर एक रात दोनो ही बर्दाश्त नही कर सके और उर्मिला के जेठ ने उर्मिला को चोद डाला था यह सब बातें उसने मुझे बताई थी के उसके जेठ का कितना बड़ा लौदा था और उसको कैसे मज़ा आया उस से चुदवाने मे एट्सेटरा एट्सेटरा. बहुत देर तक उर्मिला के फोन पे बेल होती रही फिर उसने उसने फोन उठाया तो मैं ने पूछा के क्या कर रही थी इतनी देर से बेल हो रही है तो उसने बोला के अरे मैं कपड़े चेंज कर रही थी दूसरे रूम मे थी फिर उसने बोला के कहा है तू, क्या कर रही है, तेरा जर्नी कैसा था और कैसा रहा तेरा इंटरव्यू, उसने एक साँस मे कितने ही सवाल कर डाले तो मैं ने उसको डीटेल्स बता दी और बोला के देख तू भी अकेली है और उधर सतीश भी अकेला है. तू मेरे घर चली जा और थोड़े दिन सतीश के साथ ही रहने का प्रोग्राम बन ले वो अकेला है तो उसने हस्ते हुए बोला ना बाबा ना अगर उसने मुझे चोद दिया तो मैं क्या करूँगी तो मैं ने भी हस्ते हुए कहा के क्या प्राब्लम है तेरा पति भी तो कुवैत मे है, तेरी चूत मे भी तो खुजली हो रही होगी, चुदवा ले ना उस से क्या प्राब्लम है, तो उसने पूछा के अरे क्या बोल रही है तू वो तेरा पति है रे, तो मैं ने बोला के अरे यार क्या हुआ तू भी तो मेरी फ्रेंड है कभी ऐसा टाइम पड़ेगा तो मैं भी तेरी पति से चुदवा लूँगी, ठीक है ना हिसाब बराबर हो जाएगा और फिर हम दोनो हँसने लगे. उर्मिला सतीश के साथ रहने को रेडी हो गयी थी उसने बोला था कि उसको फोन कर के शाम तक उसके पास चली जाएगी तो मैं ने इतमीनान का सांस लिया और फिर फॉरन ही सतीश को फोन कर के बोल दिया के उर्मिला शाम तक आ जाएगी और वो ऐसे ही रहेगी जैसे मैं रहती हू तुम्हारी देख भाल अछी तरह से करेगी तुम बिल्कुल भी फिकर ना करो और कोई टेन्षन भी मत लो. वो एक दम से बोल्ड और फ्री फ्रॅंक लड़की है वो मेरी जगह अछी तरह से फिल करेगी तो वो हस्ने लगा और बोला के आर यू सीरीयस स्नेहा, तो मैं ने बोला के एंजाय करो यार तुम भी तो एंजाय करो ना कोई प्राब्लम नही है और उर्मिला को भी कोई प्राब्लम नही होगी. चलो अब मैं शवर लेने जा रही हू फिर हम दोनो एक दूसरे को फोन पे किस करते रहे और मैं ने बोला के आइ लव यू तो उसने भी बोला के आइ लव यू टू फिर फोन काट दिया. मैं ने इतमीनान का साँस लिया के अब सतीश की भी एक प्राइवेट और सीक्रेट लाइफ हो जाएगी जिसे वो मुझ से छुपाएगा और मैं भी अपनी सीक्रेट लाइफ सतीश से छुपा के सेफ रहूगी.

मुझे अब सतीश की याद आने लगी थी. मैं ने सोचना शुरू किया के वाह मैं भी कितनी टिपिकल हू एक तरफ तो सतीश को मिस कर रही हू आइ लव यू बोल रही हू और दूसरी तरफ यह सब भूल के राज का इंतेज़ार कर रही हू और यह भी मुझे मालूम है के मैं अब इस वक़्त राज से चुदवाने का कितनी बेचैनि से इंतेज़ार कर रही हू. मैं सतीश को एक ही मिनिट के अंदर भूल चुकी थी और वैसे भी राज के लंड के सामने सतीश का लंड उतना ख़ास भी नही था और सतीश के चोदने के स्टाइल मे और राज की मस्त चुदाई मे भी तो ज़मीन आसमान का अंतर है. कहा राज का शानदार लंड और उसकी देर तक मस्त चुदाई और कहा सतीश के मीडियम साइज़ का लंड और उसका 4 -5 मिनिट के अंदर ही चोद के झाड़ जाना, नही नही बोहोत फरक है दोनो मे, मुझे अब राज से ही चुदवाना है. फिर मुझे यह सोच के इतमीनान हुआ के यह मेरी सीक्रेट लाइफ है और माइ सीक्रेट लाइफ ईज़ माइ प्राइवेट लाइफ आंड नोबडी हॅज़ टू डू एनितिंग आंड नोबडी हॅज़ राइट इंटर्फियर इन माइ सीक्रेट लाइफ, नोट ईवन सतीश. यह सोच के सुकून हो गया और मैं शादी शुदा होते हुए पति से आइ लव यू बोल के अपने बॉय फ्रेंड से चुदवाने का वेट कर रही हू.. यह सोच के मेरे चेहरे मे एक शरारत भरी मुस्कुराहट आ गयी और मैं अब राज से चुदवाने की तय्यारी करने लगी. राज के लंड को याद कर के और उसकी मस्त चुदाई को याद करके मेरे बदन मे एक मीठा मीठा सा एहसास होने लगा तो मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली मेरी चूत पे आ गया और मैं अपनी चूत का मसाज करने लगी. मेरा बदन एक दम से गरम हो चुका था और मैं वासना की आग मे जलने लगी. मेरी उंगली बोहोत तेज़ी से से मेरी चूत के अंदर चल रही थी चूत के दाने के मसाज कर रही थी और कभी पूरी उंगली चूत के अंदर डाल के अंदर बाहर कर रही थी. मेरी गंद बिस्तर से 4 – 5 इंच ऊपेर उठ चुकी थी और हवा मे अपनी गंद को आगे पीछे कर के अपने आप को अपनी उंगली से चोद रही थी और देखते ही देखते मेरा बदन अकड़ गया और मैं काँपते हुए झड़ने लगी. झड़ने के बाद मेरा बदन बेजान हो के बिस्तर पे गिर गया था मैं थोड़ी देर ऐसे ही लेटी रही और शाएद 15 – 20 मिनिट के लिए सो गयी. थोड़ी देर के बाद उठ के शवर लेने बाथरूम मे चली गयी.

शवर के मिक्सर को अड्जस्ट किया और लाइट हॉट वॉटर मेरे ऊपेर गिरने लगा. मुझे शवर लेने मे बोहोत मज़ा आ रहा था और मैं बोहोत देर तक अपने बदन को सोप लगा के रगड़ रगड़ के धोती रही. चूत के अंदर पानी की धार डाल के धोया फिर फॉरन ही मुझे अपने कॉलेज की वो मुस्लिम लड़की याद आई जिसका नाम मुझे याद नही था जिसने बोला था के चूत को पानी से धोने से चूत की खराब स्मेल नही आती तो मैं अपनी चूत को ज़ोर ज़ोर से रगड़ रगड़ के धोने लगी. मैं नही चाहती थी के राज को मेरी चूत से खराब स्मेल आए.

मैं उसको फ्रेश और खुश्बू दार चूत देना चाहती थी. यह सोच के मैं फिर से मुस्कुरा दी और शवर से बाहर आने के बाद टवल से बॉडी को ड्राइ किया और अपने डियो का स्प्रे अपने हाथ पे मारा और उसी हाथ से चूत को रगड़ा तो मेरी चूत मे डियो की खुश्बू आ गयी. मैं ने अपनी चूत को अपने हाथ से ठप थपाया और बोला के वेट करो मेरी जान आज तुम्हारी चुदाई होने वाली है. मैं अपने आप मे ही मुस्कुराने लगी और फिर जब मैं अपने कपड़े सेलेक्ट करने लगी तो मुझे ख़याल आया के मैं ने जो कपड़े इंटरव्यू के लिए सेलेक्ट किए थे वो तो मैं यूज़ कर चुकी हू, कल क्या पहनुगी, फिर एक दम से याद आया के एमर्जेन्सी मे एक और वन पीस मिडी का भी तो रखा था जो थोड़ा सा ट्रॅन्स्परेंट भी था. फ्लोवर्ड था इसी लिए ट्रॅन्स्परेन्सी उतनी ज़ियादा नही दिखती थी. उसको बाहर निकाल के रख दिया के राज से पूछूंगी वो क्या बोलता है. फिर मैने वोही कपड़े पहेन लिए जो इंटरव्यू के लिए पहने थे और राज का वेट करने लगी.

तकरीबन रात के 8 बजे राज का फोन आया के वो अभी होटेल के करीब आ गया है, मुझे बोला के तुम नीचे उतर जाओ तो मैने अपने बदन पे डियो का स्प्रे किया और पर्स पकड़ के नीचे उतर गयी. आज काउंटर पे मुन्ना भाई नही थे, शाएद किसी काम से गये होंगे. मैं होटेल से बाहर निकल गयी, इधर उधर देखने लगी इतने मे ही एक वाइट कलर की लेक्सस की जीप मेरे करीब आके रुक गयी तो मैं थोड़ा पीछे हट गयी के पता नही कार वाले ने मुझे क्या समझा होगा फिर हॉर्न की आवाज़ आई तो मैं ने देखा के वो राज था. वाह क्या शानदार जीप थी एक दम से वाइट कलर की विथ ब्लॅक ग्लासस.

राज ने अंदर से ही डोर खोला तो मैं अंदर आ गयी. बहुत ही कंफर्टबल सीट्स थे जीप के. मेरे सीट पे बैठ ते ही राज ने झुक के मुझे किस किया और बोला के वाह आज तो तुम क़यामत की ब्यूटिफुल लग रही हो तो मैं शर्मा गयी और शरम से मेरे चेहरे पे लाली गयी. राज ने मेरी चोली को खूब गौर से देखा जिस्मै से ऑलमोस्ट हाफ बूब्स दिखाई दे रहे थे. मेरे बूब्स को दबा दिया और बोला के वाह स्नेहा तुम तो बड़ी मस्त लग रही हो जानू तो मैं ने बोला के थॅंक यू राज. उसने जो मेरे बूब्स को दबाया तो मेरी चूत गीली हो गयी. मैं अपनी सीट पे थोड़ी और चौड़ी हो के बैठ गयी और टाँगें थोड़ा सा खोल के आराम से बैठ गयी. कार के अंदर एरकॉनडिशन चल रहा था, बदन पे एसी की हवा बोहोत अछी लग रही थी, विंडो के ग्लासस बंद थे इसी लिए बाहर की कोई आवाज़ नही आ रही थी और डार्क ग्लासस होने से बाहर वालो को अंदर का कुछ भी दिखाई नही दे रहा था. राज ने जीप चला दी और मेरे थाइस पे हाथ रखा तो मैं ने अपने थाइस को और खोल दिया. मैं ने पॅंटी नही पहनी थी. चूत के सामने ही एरकॉनडिशन का आउटलेट था और उसकी ठंडी हवा डाइरेक्ट मेरी गरम चूत पे लग रही थी तो बोहोत अछा फील हो रहा था. राज के हाथ मेरी चूत पे लगते ही मैं गीली होना शुरू होगयी और मैं ने भी

अपने हाथ से उसके पॅंट की ज़िप को खोल दिया और उसके लंड को बाहर निकाल दिया. राज का लंड एज ऑल्वेज़ फुल्ली एरेक्ट मोड मे ही था जिसे मैं ने अपनी मुट्ठी मे पकड़ के मूठ मारना स्टार्ट कर दिया. राज की मोटी उंगली मेरी चूत मे अंदर बाहर हो रही थी. . उसका गरम हाथ लगने से मैं जल्दी ही झाड़ गयी. मैं झुक के राज का लंड अपने मूह मे ले के चूसने लगी. बाहर से किसी को कुछ भी दिखाई नही दे रहा था के अंदर मैं क्या कर रही हू. राज कार चलाता रहा और मैं उसका लंड चूस्ति रही. कभी जीप सिग्नल पे रुकती तो मैं थोड़ी देर के लिए अपनी सीट पे बैठ जाती और जब जीप चलने लगती तो फिर मैं झुक के उसके लंड को चूसने लगती. तकरीबन आधे घंटे के बाद उसने जीप को किसी होटेल के पार्किंग लॉट मे पार्क कर दिया और मैं जल्दी जल्दी उसके लंड को चूसने लगी और थोड़ी ही देर मे उसके लंड ने मेरे हलक मे अपनी गरम वीर्या की धार मार दी जिसे मैं बड़े मज़े से पी गयी.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:40 PM,
#16
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--16

गतान्क से आगे..........

हम होटेल के अंदर आ गये और डिन्नर किया. यह भी एक बोहोत ही फर्स्ट क्लास होटेल था जहा डिन्नर के साथ स्टेज पे लड़कियाँ एक के बाद एक आती और कभी कोई लड़की गाना सुना देती तो कभी कोई लड़की पॅंटी और ब्रा मे नाच दिखाती और नाच दिखाते दिखाते अपनी ब्रस्सिएर को उठा के एक एक बूब भी कस्टमर्स को दिखा देती और कभी अपनी पॅंटी मे दोनो अंगूठे डाल के अपनी पॅंटी को नीचे कर के अपनी चिकनी शेवन चूत का दीदार करा देती. कोई भीलड़की 18 साल से ज़ियादा नही लग रही थी. सब एक दूसरे से ज़ियादा देर तक अपने बूब्स और चूत दिखाने की कोशिश कर रही थी. कस्टमर्स उनके डॅन्स और चूत को देख देख के खुश हो रहे थे. तकरीबन 1 घंटे मे हम डिन्नर खा के बाहर निकल गये. रात के ऑलमोस्ट 12 बज रहे थे. जीप किसी साइड से गुज़र रही थी तो मैं ने पूछा के कोन्सी जगह है तो उसने बोला के यह जुहू बीच है जो मुंबई मे लवर्स पॉइंट के नाम से जाना जाता है. मैं ने कहा के हम भी तो लवर्स है क्यों ना थोड़ी देर यहा बैठे और एंजाय करे तो उसने बोला के ओह वाइ नोट जानू और एक जगह जीप को रोक दिया और हम दोनो नीचे उतर गये और ऐसे ही वॉकिंग करते हुए दूर तक निकल गये. इस जगह पे कुछ रॉक्स पड़े हुए थे और अछा ख़ासा अंधेरा भी था. किसी किसी जगह हमे इक्का दुक्का कपल्स दिखाई दिए जो सब प्यार करने मे बिज़ी थे. किसी ने लड़की के ब्लाउज मे हाथ डाला हुआ था तो किसी ने उसकी सारी या स्कर्ट मे हाथ डाला हुआ था और लड़कियो ने भी लड़को के पॅंट के अंदर हाथ डाला हुआ था. ऑलमोस्ट सब ही कपल्स अपने आप मे खोए हुए थे किसी को किसी की फिकर नही थी के कॉन क्या कर रहा है. मैं और राज भी थोड़ा दूर हट के एक ऐसी राक पे बैठ गये जिसके दोनो तरफ दो बड़ी बड़ी रॉक्स थी और हमे देखने वाला कोई नही था. राज और मैं किस करने लगे. राज ने मेरी चोली की नाट को खोल दिया और मेरे बूब्स को दबाने लगा. मैं अपने पैर सीधे कर के अपनी पीठ पीछे के

पत्थर से टीका के बैठी थी. राज मेरे थाइस पे लेट गया और मेरे बूब्स को चूसने लगा और एक हाथ अपने सर के नीचे रखा तो वो ऑलमोस्ट मेरी चूत पे आ गया तो उसने ऐसा अड्जस्ट किया के मेरे बूब्स को चूस भी रहा था और मेरी चूत मे उंगली भी कर रहा था. मैं ने भी झुक के उसके लंड को पॅंट के बाहर निकाल दिया और फिर से मूठ मारने लगी. यहा अंधेरा था और पत्थर भी अछा ख़ासा बड़ा था. फिर मैं भी ऐसे ही लेट गयी और हम करवट से लेटे लेटे 69 की पोज़िशन मे आ गये. राज की ज़ुबान मेरी चूत के अंदर बोहोत मज़ा दे रही थी और उसका मूसल लंड मेरे मूह के अंदर था हम एक दूसरे को चूस रहे थे. फिर थोड़ी देर तक ऐसे ही ओरल करने के बाद मैं राज के ऊपेर चढ़ के आ गयी और उसके गीले लंड पे अपनी गीली चूत को सेट कर दिया और एक ही झटके के साथ उसके लंड पे बैठ गयी. मेरे मूह से एक हल्की सी चीख फफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ निकली और उसका मूसल लंड मेरी चूत मे पूरा जड़ तक घुस गया. अब मेरी चूत राज के लंड की मोटाई से अड्जस्ट हो गयी थी. अब उसका लंड मेरी चूत मे घुसने से मुझे दरद भी नही होता था बलके मुझे उसका लंड अपनी चूत के अंदर बोहोत अछा लगता था. अब मेरी छोटी सी चूत मोटा लंड खाने की आदि हो गयी थी. घच की आवाज़ आई और मैं पूरी ताक़त से राज के लंड पे बैठ गयी और एक ही धक्के मे उसका मोटा लंड मेरी छोटी सी चूत की गहराइयों मे उतर गया. उसका लंड मेरी चूत मे एक दम से फिट बैठ गया था. राज ने मुझे झुका लिया और मेरे बूब्स को चूसने लगा और अपनी गंद उठा उठा के मेरी चूत को चोदने लगा. वो अपनी गंद उठा के अपना लंड मेरी चूत मे घुसेड रहा था और मैं पीछे हट रही थी और एक रिदम से चुदवा रही थी. ऐसी पोज़िशन मे राज का लंड मेरी चूत के बोहोत अंदर तक घुस रहा था और मैं भी अब फुल मूड मे आ चुकी थी और उसके लंड पे ज़ोर ज़ोर से उछल रही थी. मैं आनंद की चरम सीमा पर पहुँच चुकी थी और बस अब झड़ने ही वाली थी के राज ने मुझे नीचे लिटा दिया और खुद मेरे ऊपेर आ गया तो मेरी टाँगें ऑटोमॅटिकली उसके बॅक से लिपट गयी और उसने धना धन चोदना शुरू कर दिया. अब उसका लंड मेरी चूत के बोहोट अंदर तक भी घुस रहा था और पवरफुल धक्को से मेरा सारा बदन हिल रहा था. एक पवरफुल झटका जो उसने मारा तो उसका लंड मेरी बच्चे दानी मे घुस गया और मेरा बदन अकड़ गया, मैं उस से लिपट गयी और उसके बदन को टाइट पकड़ के झड़ने लगी. मेरे झड़ने तक राज ऐसे ही मेरे ऊपेर लेटा रहा और फिर जैसे ही मेरा झड़ना ख़तम हुआ उसने तूफ़ानी रफ़्तार से चोदना शुरू कर दिया मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था ऐसे मस्त चुदाई से और उसके मोटे लंड के फ्रिक्षन से मैं फिर से झड़ने के करीब आ गयी तो उसने एक और बोहोत ही ज़ोर का ज़बरदस्त तरीके से झटका मारा के मेरे मूह से ऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईई म्‍म्म्ममममममाआआआआआ ऊऊऊओह निकल गया, मेरे सर मे

लाखों पटाखे फूटने लगे और मैं काँपते हुए झड़ने लगी. इधर मेरा झड़ना ख़तम हुआ उधर उसका एक और पवरफुल धक्का मेरी चूत के अंदर पड़ा और उसके लंड मे से गरम गरम मोटी मोटी धारियाँ निकलने लगी और मेरी चूत को भरने लगी. थोड़ी ही देर मे वो मेरे बदन पे गिर गया और गहरी गहरी साँसें लेता हुआ मेरे कान मे फिर से धीरे से बोला के यू आर दा बेस्ट स्नेहा मेरी जान आइ लव यू वेरी मच आइ लव यू वेरी मच तो मैं ने भी कहा के राज आइ लव यू टू यू आर ऑल्सो दा बेस्ट राज आइ लव यू सो मच. फिर वो कुछ देर तक मेरे ऊपेर पड़ा रहा. फिर वो मेरे ऊपेर से हट गया तो उसका लंड एक प्लॉप की आवाज़ के साथ मेरी चूत से बाहर निकल गया और मुझे अपनी चूत एक दम से खाली खाली लगने लगी और उसका लंड निकल ते ही मेरी चूत से दोनो का मिक्स कुम्म बाहर निकल के पत्थर पे गिरने लगा. राज ने अपने पॅंट से हँडकेरचीरफ़ निकली और अपने लंड को साफ करना ही चाहता था के मैं ने बोला रूको मैं साफ कर देती हू और झुक के उसके लंड को चूस चूस के सॉफ करने लगी तो उसने बोला के ऐसे नही ऐसे और उसने मुझे भी पलटा दिया और फिर हम दोनो एक दूसरे को चाट चाट के सॉफ करने लगे. राज ने मेरी चूत को सॉफ किया और मैं ने उसके लंड को. हम दोनो ने अपने मिक्स मलाई का टेस्ट किया.

रात के 1 बज चुका था मुझे सुबह इंटरव्यू के लिए जाना था इसी लिए हम दोनो अपनी जगह से उठ गये और फिर होटेल को आ गये तो मैं ने राज से बोला के राज मैं ने जो कपड़े इंटरव्यू मे पहेन ने के लिए सेलेक्ट किए थे वो तो पहेन चुकी मुझे क्या मालूम था के इंटरव्यू एक दिन से ज़ियादा टाइम भी चल सकता है. मैं ने एक और ड्रेस चूज किया है तुम भी प्लीज़ थोड़ी देर के लिए ऊपेर रूम मे चलो और देखो ना तो उसने बोला के ठीक है और फिर हम दोनो ऊपेर मेरे रूम मे आ गये. राज ने कपड़े देखे और बोला के वंडरफुल एक दम से वंडरफुल, बोहोत बढ़िया सेलेक्षन है तुम्हारा एक दम से मस्त लगोगी और तुम्हारा एमडी तो दीवाना हो जाएगा तुम्हारा तो मैं शर्मा के बोली के मज़ाक मत करो राज मुझे बोहोत टेन्षन हो रही है के क्या होगा कैसे होगा जॉब मिलेगी या नही मेरा तो दिमाग़ ही खराब हो रहा है तो उसने मुझे अपने बाँहो मे ले के प्यार किया और बोला के क्यों टेन्षन लेती हो मेरी जान इंटरव्यू बोल्ड तरीके से फेस करो और सब ऊपेर वाले के हाथो मे छोड़ दो तो मेरे दिल को भी थोड़ा इतमीनान आया और मैं ने पूछा के कल कब आओगे राज, तो उसने बोला के ऐसे ही रात के टाइम पे और कल फिर से नेहा को चक्कर दे दूँगा तो मैं ने पूछा नेहा कौन तो उसने बोला के अरे मेरी वाइफ है नेहा. क्या करू उसके साथ रहना, नही रहना बराबर है. उसके साथ रात गुज़र लिया करता था पहले पर जब से तुम मिली हो मुझे तुम्हारे साथ रहना अछा लगता है तो मैं खुश होगयी. फिर राज ने किस किया और चला गया.

मैं चेंज कर के बेड पे लेट गयी और कल के इंटरव्यू का सोचते सोचते सो गयी. सुबह 7 बजे बॉय ने बेल दी तो आँख खुली तो मैं ने डोर खोला और बोला के मुझे 8 बजे ब्रेकफास्ट यही रूम मे दे देना तो वो चला गया. मैं शवर लेने चली गयी. ब्रश किया और अपने आप को मिरर मे नंगा देखा तो मुझे अपनी चूत बोहोत अछी लगने लगी. मैं ने उसको प्यार से सहलाया और मिक्सर को अड्जस्ट कर के शवर खोल दिया. लाइट वॉर्म वॉटर से नाहया तो तबीयत एक दम से फ्रेश हो गयी. बाहर निकल के गाउन पहना और मेक अप की तय्यारी करने लगी इतने मे ब्रेकफास्ट आ गया. ब्रेकफास्ट लिया और कॉफी पीते हुए अपने बालो को गोल कर के जुड़ा बना लिया, उस्मै हेर क्लिप्स लगा के सेट कर दिया. लाइट मेक अप किया, चीक्स पे रोग लगाया और लाइट ब्राउन कलर की लिपस्टिक लगाई तो देखा के लिप्स एक दम से सेक्सी लगने लगे थे. मैं ने अपने आप को एक किस किया और कपड़े पहेन के रेडी होने लगी. फ्लोवर्ड मिडी पहनी, मिडी थोड़ी सी ट्रॅन्स्परेंट थी इसी लिए उसके नीचे पॅंटी तो पहेन ली पर टॉप के अंदर ब्रस्सिएर नही पहनी. रेडी हो गयी और थोड़ा सा पर्फ्यूम लगा के अपनी फाइल पकड़ के बाहर निकल गयी. आज मुन्ना भाई काउंटर पे बैठे थे. मुझे देखते ही गुड मॉर्निंग मेडम बोले तो मैं ने भी मुस्कुरा के गुड मॉर्निंग मुन्ना भाई बोला. ऑल दा बेस्ट मेडम बोला तो मैं ने थॅंक्स बोला और रूम की चाबी काउंटर पे रख के बाहर निकल गयी और अपना इंटरव्यू अटेंड करने निकल गयी.

बिल्डिंग मे आ गयी और 10थ फ्लोर पे चली गयी. देखा तो ऑफीस खुल चुका था और ममता बोहोत ही खूबसूरत स्कर्ट और टॉप पहने बैठी थी, बोहोत ही सुंदर लग रही थी. मैं ने स्माइल देते हुए विश किया तो उसने भी स्माइल दिया और बोला के "हॅव ए सीट मेडम" तो मैं सोफे पे बैठ गयी. थोड़ी ही देर मे 15 – 20 लड़कियाँ और आ गयी. एक से बढ़ कर एक ड्रेसिंग मे आई थी आज भी और एक से बढ़ कर एक सेक्सी लगने की कोशिश कर रही थी. थोड़ी देर मे कॉफी सर्व हुई सब को. फिर कल की तरह ममता के पास बज़्ज़र बजा और एक लड़की का नाम पुकारा मुस्कान, तो मुस्कान उठी और अंदर चली गयी. थोड़ी देर के बाद वो भी मुस्कुराती हुई बाहर निकली और चली गयी. फिर बज़्ज़र बजा तो उसने दूसरा नाम पुकारा मलेका, तो मलेका अपनी जगह से उठी और किसी मलेका ( क्वीन )धीमी रफ़्तार से चलती हुई अंदर चली गयी. मलेका इधर से बाहर नही निकली शाएद वही से बाहर चली गयी. फिर इसी तरह से लड़कियाँ अंदर जाती रही और बाहर आती रही या वही से वापस जाती रही. दोपहर के 1 बजे फिर से सब को लंच के पॅकेट डिसट्रिब्यूट किए और फिर इंटरव्यू स्टार्ट हो गये. शाम के 4 बजे तक इंटरव्यू चलते रहे. इंटरव्यू ख़तम होने से पहले ममता का बज़्ज़र फिर से बजा उसने उठा के सुना और ओके सर बोल के रख दिया और हमारी तरफ आके बोली के आज का टाइम तो ख़तम हो

गया है कल सर को थोड़ा काम है और बाकी के 4 या 5 ही लड़कियाँ बची है तो अब यह इंटरव्यू कल शाम 3 बजे से कंटिन्यू होगा. यू मे प्लीज़ गो आंड कम बॅक टुमॉरो 3 पीएम. बाकी के बचे हुए हम सब 4 या 5 लड़कियाँ अपनी सीट से उठ गयी और बाहर निकल गयी.

मैं ने राज को फोन किया और बताया के अब इंटरव्यू कल शाम को है तो उसने बोला के चलो कोई बात नही डॉन'ट वरी एवेरितिंग विल बी ऑलराइट. राज ने बोला के वो जल्दी ही आएगा तो मैं फोरन ही अपने रूम मे वापस आ गयी. सुबह से सोफे पे बैठे बैठे थक गई थी इसी लिए थोड़ी देर के लिए लेट गयी और लेटे लेटे ही सो गयी. थोड़ी देर के बाद अचानक आँख खुली, टाइम देखा तो शाम के 6 बज चुके थे. जल्दी से उठ के वॉर्म वॉटर का शवर लिया तो तबीयत थोड़ी फ्रेश हो गयी. नीचे फोन कर के कॉफी का बोला और कपड़े चेंज करने लगी. कॉफी 10 मिनिट के अंदर ही आ गयी. मैं लाइट मेक अप करते करते कॉफी सीप करती रही. मेक अप कर के अपने कपड़े देखने लगी के कल क्या पहेनना है. कोई ऐसा ख़ास ड्रेस तो दिखाई नही दे रहा था. मुझे क्या मालूम था के यहा इंटरव्यू 3 दीनो तक चलने वाला है. मैं तो बॅस एक ही जोड़ा कपड़े इंटरव्यू के दिन के लिए लाई थी दूसरे दिन भी काम चल गया अब क्या करू सोच मे पड़ गयी.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:40 PM,
#17
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--17

गतान्क से आगे..........

तकरीबन 7 बजे के करीब डोर बेल हुई तो मैं समझी के शाएद रूम बॉय कॉफी की ट्रे लेने के लिए आया होगा, डोर खोला तो राज खड़ा मुस्कुरा रहा था. अंदर आते ही डोर लॉक किया और राज से लिपट गयी. अब मैं अपने आपको राज की लवर ही समझने लगी थी और सच मे उस से प्यार करने लगी थी. हम दोनो किस करते रहे और थोड़ी ही देर मे इतने पॅशनेट हो गये के एक दूसरे के कपड़े लिटरली खींच खींच के निकाल दिए और एक दम से नंगे हो गये. मैं बेड पे बैठ गयी और राज के लंड को मूह मे ले के चूसने लगी तो उसने भी मेरे सर को पकड़ लिया और मेरे मूह को चोदने लगा. थोड़ी देर तक मेरे मूह को चोदने के बाद उसने पोज़िशन चेंज की और मुझे खड़ा कर के खुद बेड पे बैठ गया और मेरी चूत को किस करने लगा और चाटने लगा. मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था. मेरी आँखें बंद हो गयी थी. मैं ने राज के सर को पकड़ रखा था और अपनी गंद आगे पीछे कर के उसके मूह को चोद रही थी. मैं ज़ियादा देर तक अपने आपको रोक नही पाई और उसके मूह मे अपनी चूत को दबा के पकड़ लिया और अपनी चूत को उसके दांतो से रगड़ते हुए मेरा बदन अकड़ गया और मैं झड़ने लगी. राज अपनी जगह से उठा और मुझे किसी बच्चे की तरह से उठा लिया तो मेरी टाँगें ऑटोमॅटिकली उसके बॅक से लिपट गयी और मैं उसके गले मे बाहें डाल के उसके ऊपेर झूलने लगी. उसके लंड का एक्शन इतना पवरफुल था के उसका लंड ऑटोमॅटिकली उस के पेट से लग गया और मेरी

चूत के सुराख मे अटक गया. उसने मुझे अपनी लंड पे दबा लिया. ऐसी पोज़िशन मे मेरी चूत पूरी तरह से खुल चुकी थी. उसके लंड का सूपड़ा मेरी चूत के सुराख मे अटका हुआ था, उसने मेरे शोल्डर्स को पकड़ के अपनी तरफ खेचा और नीचे से गंद उठा के लंड को एक ही धक्के मे चूत के पूरा अंदर तक पेल दिया. मुझे लगा जैसे उसका लंड मेरे पेट मे घुस गया. अब वो मेरी गंद को पकड़ के मुझे अपने लंड पे उछालने लगा और मुझे चोदने लगा. मेरे बूब्स उसके मूह के सामने डॅन्स कर रहे थे तो उसने एक एक करके दोनो बूब्स को चूसना शुरू कर दिया. थोड़ी देर ऐसे ही चोदने के बाद उसने मुझे दीवार से टीका दिया और खड़े खड़े मुझे चोदने लगा. उसके झटके बोहोत ही पवरफुल थे, मेरी तो जान ही निकली जा रही थी, बड़ी मस्त चुदाई कर रहा था. उसका लंड किसी रेलवे एंजिन के पिस्टन की तरह से मेरी चूत के अंदर बाहर हो रहा था मेरे मूह से सिसकारिया निकल रही थी आहह र्राअज्ज्ज आईईसस्स्सीई ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हीईईईइ ऊऊऊऊओईईईईईईइ म्‍म्म्ममाआआ ऊऊऊऊऊऊफफफफफफफफफफफफफ्फ़ कककककककचहूओदददूऊव हहाआआआआऐईईईई म्‍म्माआज़्ज़्ज़्ज़्ज़ाआअ आआ र्र्रएयचयाया हहीएईईईईईई फ्ह्हाआआद्द्द्द्द्द्द द्द्द्द्द्द्दाआआआल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लूऊऊऊओ म्‍म्मीररीइ कक़ककककचूऊऊऊवटतत्टटतत्त कककककककूऊऊओ र्र्र्र्राअज्ज्ज्ज्ज्ज्ज हहाआईईई ब्ब्बूऊह्ह्ह्हूऊत्त्त्त म्‍म्माआज़्ज़्ज़्ज़ाआ आआ र्र्र्राआआह्ह्ह्ह्हाआ हहाअईईए आऐईएसस्स्सीई ह्ह्ह्हीई कक्चहूऊद्ददडूऊ आआआअहह र्र्र्र्र्र्ररराआआआआजजजज्ज मेरी सिसकारीओं के साथ उसका चोदना भी तेज़ होता चला गया और अब्तो मुझे तूफ़ानी रफ़्तार से चोद रहा था हम दोनो के बदन पसीने से भर चुके थे और मेरी चूत की तो हालत ही मत पूछो वो तो हरर 8 – 10 धक्को मे ही झाड़ रही थी. चूत बे इंतेहा गीली हो चुकी थी पर उसके लंड से मलाई निकल ने का नाम ही नही ले रही थी और वो धना धन मेरी चूत को चोद रहा था मेरी चूत लाल हो चुकी थी. और जब उसके दीवानगी एक हद्द. तक तेज़ हो गयी तो मैं समझ गयी के अब यह झड़ने वाला है, मैं ने उसके. गर्दन को ज़ोर से पकड़ लिया और उसके बदन से टाइट लिपट गयी और फिर 8 – 10 धक्के इतने पवरफुल मारे के मेरी चूत फॉरन ही झाड़ गयी और फिर उसके लंड से मलाई के फव्वारे निकलते ही चले गये और मेरी चूत को भरने लगे. वो बोहोत ज़ोर ज़ोर से साँस ले रहा था और फिर उसने मुझे उठाए ही उठाए बेड पे लिटा दिया और अपने लंड को मेरी चूत के अंदर रखे ही रखे मेरे ऊपेर गिर गया. उसका लंड मेरी चूत के अंदर ही था मुझे लग रहा था के उसका लंड मेरी चूत के अंदर मोटा हो रहा है. वो मेरे कान मे विस्परिंग करते हुए बोला के आअहह स्नेहा मेरी जान यू आर सिंप्ली वंडरफुल तुम ने मुझे वो सुख दिया है जो मुझे नेहा से भी नही मिला आइ लव यू सो मच डार्लिंग लव यू सो मच तो मैं ने उसको चूमते हुए कहा के

प्लेषर ईज़ माइन हनी, यू आर ऑल्सो दा बेस्ट आइ लव यू वेरी मच तुमने भी तो मुझे वो दिया है जो मुझे अपने हज़्बेंड से नही मिला. वो मेरे ऊपेर थोड़ी देर ऐसे ही लेटा रहा फिर हम दोनो बेड पे ऊपेर आ के थोड़ी देर एक दूसरे से लिपट के लेटे एक दूसरे को चूमते और प्यार करते रहे. राज ने बोला के थॅंक्स स्नेहा, यू रियली ईज़ दा बेस्ट. तुम बोहोत ही अछी हो सच बोल रहा हू मुझे अपनी वाइफ के पास कभी आज तक इतना मज़ा नही आया जितना तुमने मुझे दिया है. मैं ने भी बोला के राज थॅंक यू ऑल्सो तुम ने भी तो मुझे वो मज़ा दिया है जिसका मैं ने कभी सोचा भी नही था के सेक्स मे इतना मज़ा भी आ सकता है.

हम इसी तरह एक दूसरे से लिपटे रहे फिर राज ने बोला के चलो किसी करीबी रेस्टोरेंट मे खाना खाते है. मुझे जल्दी ही वापस जाना है क्यॉंके मुझे आज रात की फ्लाइट से लंडन जाना है बोहोत इंपॉर्टेंट मीटिंग है तो मेरा दिल धक से रह गया और मैं ने बोला के क्या ??? कहा जा रहे हो ?? उसने बोला लंडन तो मैं उस से फिर से लिपट गयी और रोने लगी बोली के प्लीज़ राज मुझे छोड़ के ना जाओ मैं तुम्हारे बिना मर जाउन्गी तो उसने बोले के अरे मेरी जान मैं एक वीक के अंदर वापस आ जाउन्गा ना तो मैं ने हैरत से पूछा किआआआअ एक वीक >?? तो वो मुझे चूमते हुए बोला के तुम होटेल की फिकर ना करो तुम मेरे आने तक यही रहो, यह रूम मेरे अकाउंट मे है, तुम. रहना खाना पीना सब कुछ मेरे अकाउंट मे है. हमारे ऑफीस के जीतने भी गेस्ट्स आते है वो इसी होटेल मे रहते है इसी लिए हमारी कंपनी का अकाउंट है यू जस्ट डॉन'ट वरी फॉर एनितिंग. फिर हम दोनो ने शवर लिया और तय्यार हो के बाहर निकल गये.

कार मे बैठने के बाद मैं ने बोला के कल शाम को 3 बजे इंटरव्यू है मेरी समझ मे नही आ रहा के क्या पहनु. मैं तो एक ड्रेस ही सेलेक्ट कर के आई थी लैकिन मुझे क्या पता था के इतना टाइम लग जाएगा तो उसने बोला के तुम फिकर ना करो. तुम्हारा इंटरव्यू कल 3 बजे है ना तो मैं ने बोला के हा 3 बजे तो उसने अपना मोबाइल निकाला और एक नंबर डाइयल किया. हेलो सबिहा !! दूसरी तरफ से सबिहा ने रिप्लाइ किया तो उसने बोला के सबिहा मैं राज बोल रहा हू तो उसने बोला के जी सर बोलिए क्या हुकुम है हमारे लिए तो राज ने बोला के मेरी एक गेस्ट है स्नेहा वो कल तुम्हारे पास आएगी उसका कल इंटरव्यू है, उसको प्रिपेर करना है और हा अपने बुटीक से ही उसके लिए एग्ज़िक्युटिव टाइप के इंटरव्यू के लिए ड्रेस सेलेक्ट कर के पहना देना और उसको कंप्लीट वही पे रेडी कर देना वो कल तुम्हारे पास 12:00 – 12:30 तक आ जयगी, बिल मेरे अकाउंट मे डाल देना तो उसने बोला के आप फिकर ना करे सर मैं आपकी गेस्ट को किसी दुल्हन की तरह से सज़ा दूँगी तो राज ने बोला थॅंक्स सबिहा और फोन कट कर दिया. मैं ने हैरत से पूछा के यह क्या है राज तो उसने बोला के तुम किसी बात की चिंता मत

करो तुम बस इंटरव्यू दो आइ आम शुवर के तुम्हारा सेलेक्षन हो जाएगा. राज ने बोला के सबिहा का बॉटीक कम ब्यूटी पार्लर उसी बिल्डिंग के 3र्ड फ्लोर पे है जहा तुम्हारा इंटरव्यू है. तुम कल लंच थोड़ा जल्दी कर लेना और सबिहा के पास चली जाना वो तुम्हारा मेक अप भी कर देगी और अपने बॉटीक से तुम्है एक नया ड्रेस भी दे देगी तो मैं ने आँसू भरी आँखो से राज को थॅंक्स बोला तो उसने बोला के अरे इस्मै थॅंक्स की क्या बात है, मैं ने बोला ना के मैं जो कर सकता हू तुम्हारे लिए करूगा तो फिर यह थॅंक्स क्या है तो मैं ने उसके हाथ को थोड़ा दबा के पकड़ लिया और अपने थॅंक्स का सिग्नल दिया. फिर हम ने करीबी रेस्टोरेंट के फॅमिली हॉल मे बैठ के डिन्नर लिया और राज मुझे मेरे होटेल मे ड्रॉप कर के चला गया. राज एक वीक के लिए लंडन जा रहा था मुझे लगा जैसे मेरा पति जा रहा है और मैं अपने आप को एक दम से अकेला फील करने लगी. रात के तकरीबन 11 बजे मैं अपने रूम मे वापस आ गयी. आज राज ने मुझे बोहोत ही अछी तरह से चोदा था मेरे सारे बदन मे मीठा मीठा दरद हो रहा था जो मुझे बोहोत ही अछा लग रहा था. मैं अपने कपड़े उतार के नंगी ही बेड पे लेट गयी. मैं ने सोचा के सतीश को फोन कर के देखु के उर्मिला आ गयी या नही फिर घड़ी देखा तो 11 बजे के बाद का समय था मैं ने सोचा के अगर उर्मिला आ भी गयी होगी तो वो लोग अब सो चुके होंगे इसी लिए सोचा के कल सुबह कर लूँगी. फिर मैं सो गयी.

सुबह होटेल बॉय की डोर बेल पे आँख खुली तो मैं ने बोला के आज मैं अर्ली लंच लूँगी इसी लिए मेरे लिए कॉफी और कुछ बिस्किट्स दे दो तो वो चला गया और थोड़ी देर मे कॉफी और कुछ बेकरी के बिस्किट्स ले के ट्रे रख के चला गया. मैं इतनी देर मे पेस्ट कर के मूह धो चुकी थी. लाइट ब्रेकफास्ट किया और एक मॅगज़ीन देखने लगी. सतीश का याद आया तो फोन किया. सतीश और उर्मिला घर पर ही थे. मैं ने सतीश से पूछा के क्या हाल चाल है तो उसने हस्ते हुए बोला के हा यहा तो सब ठीक ताक है तुम सूनाओ तो मैं ने उसके सवाल पे सवाल धर दिया और पूछा के उर्मिला ने तुम्हारा साथ तो दिया ना ? तो उसने फिर हस्ते हुए कहा के मैं उसी को फोन देता हू तुम खुद ही पूछ लो तो मैं मुस्कुराने लगी. सतीश ने उर्मिला को फोन दिया तो उसने हेलो बोला तो मैने पूछा कैसी रही रात मेरी ऊर्मि जान तो उसने हस्ते हुए बोला के क्या बताउ यार विनीत ( उसका हज़्बेंड ) के कुवैत जाने के बाद से कल की रात ही अछी नींद आई है तो मैं ने पूछा सब ठीक तो रहा ना तो उसने बोला के हा यार बोहोत दीनो बाद इतना मज़ा आया तो मैं ने बोला के ठीक है चल जब तक विनीत नही आ जाता तू वही मज़े कर और फिर फोन कट कर दिया फिर कुछ मॅगज़ीन्स देखते हुए टाइम पास करने लगी.

तकरीबन 11 बजे मैं नीचे उतर के रेस्टोरेंट मे गयी और लंच लिया. इंटरव्यू का डर मेरे दिमाग़ मे बैठा हुआ था इसी लए अछी तरह खा नही सकी बस जैसे तैसे पेट भर गया. कॉफी पी के ऊपेर अपने रूम मे आ गयी और अपना पर्स उठा के ऐसे ही सलवार सूट मे सबिहा के बॉटीक को चली गयी. सबिहा मेरा वेट कर रही थी. सबिहा एक अछी खूबसूरत लड़की थी उमर होगी कोई 22 – 23 यियर्ज़ की लगता था के अभी कॉलेज मे ही पढ़ती होगी या जस्ट कॉलेज ख़तम किया होगा. बोहोट मोटी नही बस थोड़ी सी स्लिम आछे बदन की थी लगता थे के उसको जिम का शौक है, गोरा रंग, काले बाल, बड़ी बड़ी काली आँखें, बूब्स होंगे अल्स्मोट 34 के साइज़ के संतरे जैसे, छोटी शॉर्ट्स और ऐसे ब्रा वेल टॉप मे थी जिस से उसका पेट दिखाई दे रहा था. ओन दा होल सबिहा एक खूबसूरत और सेक्सी लड़की थी. मैं ने अपना इंट्रोडक्षन करवाया तो उसने मुस्कुराते हुए मेरा वेलकम किया और बोला के आइए मेडम अंदर चलिए और उसने बोला के आज मैं खुद ही आपका टेक केर करूगी. अभी तक यहा कोई आया नही था क्यॉंके मोस्ट्ली गर्ल्स या लॅडीस ईव्निंग मैं अपने आपको मसाज या मेक अप करवा के या जाते थे सो इस टाइम पे कोई और था भी नही और उसके पास काम करने वाली एक ही लड़की थी बस. सबिहा मुझे दूसरे कमरे मे ले गयी जहा पे मसाज टेबल पड़ी हुई थी. उसने मुझे कपड़े निकालने का बोला तो मैं ने अपने कपड़े निकाल दिए और नंगी हो गयी. यहा एक बात बता दू के एक औरत दूसरी औरत के सामने नंगा होने मे कोई शरम महसूस नही करती. खैर मैं भी नंगी हो गयी तो उसने मुझे टेबल पे लिटा दिया और मेरे ऊपेर एक कपड़ा डाल दिया तो मैं हस के बोली के मैं तो नंगी ही हू अब कपड़ा डालने से क्या फ़ायदा तो सबिहा भी हस्ने लगी और कपड़े को निकाल के मुझे नंगा ही लिटा दिया. उसने मुझे पेट के बल उल्टा लिटाया था फिर अपने आयिल के बॉटल्स मे से थोड़ा थोड़ा आयिल मेरी पीठ पे टपकाया और फिर मेरी कमर और पीठ की मालिश करने लगी. मेरी चिकनी गंद की मालिश भी की और चूतदो को दोनो हाथो से ऐसे मसला जैसे रोटी पकाने के लिए आता गूँधा जाता है. मुझे बोहोत ही अछा लग रहा था. ऐसे ही मालिश करते करते गर्दन पे भी मालिश की और फिर मुझे सीधा लेटने को बोला तो मैं सीधा हो के लेट गयी तो उसने मेरी चूत को देखते हुए बोला के मेडम आपकी पुसी के बॉल भी निकालने होंगे तो मैं ने कहा के प्लीज़ डू वॉटेवर यू वॉंट टू डू. उसने मेरे पेट पे कुछ आयिल के ड्रॉप्स टपकाए और पेट की और फिर बूब्स की मालिश करने लगी. यह पहले मौका था के किसी लड़की ने मेरे नंगे बदन को हाथ लगाया था और फिर जब उसने मेरे बूब्स की मालिश स्टार्ट की तो मेरे बदन मे एक करेंट जैसा दौड़ने लगा और मेरी वासना जागने लगी. मसाज करते करते जब वो मेरी झांग और थाइस पे उसका हाथ लगे तो मेरे मूह से एक लंबी सिसकारी निकल गयी ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओ जैसे कोई साँस अंदर को खचते है. सबिहा थोड़ा सा मुस्कुराई पर रुकी नही और फिर जब उसके हाथ

मेरे थाइस पर और अंगूठे मेरे चूत के पंखदिओं के पास टच करते हुए मालिश कर रहे थे तो मैं आआआआअहह स्साअब्ब्बीइह्ह्ह्हाआ हह बोहोत अछा लग रहा है उउउउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और फिर मेरी चूत उसके मसाज को ज़ियादा सहन ना कर पाई और मेरी गंद टेबल से थोडा ऊपेर उठ गयी और मेरा बदन अकड़ गया और मेरी चूत ने रस छोड़ दिया तो सबिहा झुक गयी और मेरी चूत पे एक किस किया और हँसने लगी और बोली के मेडम आपका जूस तो निकल गया लैकिन मैं अपने ऑर्गॅज़म मे इतना खोई हुई थी के कुछ बोल नही पे बॅस अपने ऑर्गॅज़म का मज़ा ही लेती रही फिर उसने बोला के मेडम जब आपके पास टाइम हो तो लेट नाइट मेरे पास आइए मैं आपकी ऐसी मसाज करूँगी के आप हमेशा याद रखेगी तो मैं ने भी कहा के सबिहा तुम्हारे हाथ का स्पर्श मुझे बोहोत ही अछा लग रहा है और यह मेरी ज़िंदगी का पहला मसाज है जो तुम कर रही हो मुझे तो पता ही नही था के ऐसे मसाज मैं इतना मज़ा आता है तो वो भी हस्ने लगी और बोली के प्लेषर इस माइन मेडम आप आना ज़रूर मैं आपका वेट करूँगी और आपको बताउन्गि के मसाज का रियल प्लेषर क्या होता है तो मैं ने बोला के हा मैं आउन्गि कल या परसो तो उसने बोला के आप पेमेंट की चिंता नही करना, यू विल बी माइ गेस्ट दट टाइम, तो मैं ने उसको थॅंक्स बोला और बोला के मैं आउन्गी कल या परसो रात 10 बजे ईज़ ओके फॉर यू तो उसने बोला के हा मेडम 10 बजे तक तो ऑलमोस्ट सभी लड़कियाँ चली जाती है मैं अकेली ही रहती हू आप मुझे आने से आधा घंटा पहले फोन कर दे तो मैं सब कुछ प्रिपेर कर के रखुगी तो मैं ने बोला के ओक, ठीक है मैं फोन कर के आउन्गी. हम दोनो ने एक दूसरे से मोबाइल नंबर एक्सचेंज कर लिया.

सबिहा ने बोला के मेडम मैं आपके चूत के बालो को लेज़र से पर्मनेंट निकाल देती हू फिर आपको कभी भी शेविंग या वॅक्सिंग की ज़रूरत नही पड़ेगी और आपकी पुसी हमेशा के लिए बॉल्ड और एक दम से चिकनी बेबी चूत हो जाएगी तो मैं ने हैरत से पूछा सच ऐसा हो सकता है क्या तो उसने बोला के हा मेडम यह लेज़र ट्रीटमेंट नयी टेक्नालजी है. लेज़र से झांट निकालने से वो पर्मनेंट्ली हेर के रूट्स को ही जला देती है और फिर वाहा बॉल कभी नही आता तो मैं ने बोला के हा यार ऐसा ही करो मैं तो चूत के बाल निकाल निकाल के थक्क चुकी हू यह पर्मनेंट सल्यूशन ही अछा रहेगा तो उसने एक छोटी पिस्टल जैसा एक इन्स्ट्रुमेंट उठाया और उसके वाइयर को सॉकेट मे लगा के मेरी चूत पे चलाने लगी तो मुझे चूत ओर झांग पे थोडा थोडा गा गरम महसूस हुआ, मैं लेटी रही और वो अपना काम करती रही. और फिर देखते ही देखते उसने लेज़र ट्रीटमेंट के थ्रू मेरी चूत को ऐसे चिकना बना दिया के शाएद जब मैं पैदा हुई थी तो इतनी ही चिकनी थी होगी मेरी चूत. एक बाल भी

नही था और ऐसा महसूस हो रहा था जैसे कभी मेरी चूत पे बाल आए ही नही थे, एक दम से बेबी चूत दिख रही थी.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:40 PM,
#18
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--18

गतान्क से आगे..........

लेज़र ट्रीटमेंट के बाद मेरी चिकनी चिकनी मस्त बेबी चूत

लेज़र मशीन की गर्मी से जो बॉल निकाले गये थे वाहा थोड़ी जलन हो रही थी तो सबिहा ने एक लोशन लगा दिया जिस की वजह से चूत पे ठंडक पड़ गई और जलन का एहसास भी एकदम से ख़तम हो गया. फिर उसने मेरे सारे बदन की वॅक्सिंग की और मेरे सारे बदन को भी चिकना कर दिया, और फिर मुझे शौन बाथ मे ले गयी जहा स्टीम से मेरे बदन का सारा पसीना निकल गया. हॉट शवर लिया तो मैं अपने आप को वेटलेस महसूस करने लगी और मुझे ऐसा लगा जैसे मैं हवा मे उड़ रही हू इतना लाइट फील कर रही थी मैं. फिर बदन को ड्राइ करने के बाद सबिहा ने मेरा मेक अप शुरू किया. उफ्फ क्या बताउ जब उसने मेक अप ख़तम किया तो मैं अपने आप को पहचान नही पाई इतना शानदार मेक अप था. शाएद मेरी शादी के टाइम पे भी मेरा इतना अछा मेक अप नही किया गया होगा. ऐसा कोई हेवी मेक अप नही था, लाइट ही था पर मेरे चेहरे पे जो ग्लो आया था वो शाएद कभी नही आया था, मेरा चेहरा किसी चौदहवीं के चाँद की तरह से चमक रहा था. मिरर मे जब अपने आप को देखा तो बस देखती ही रह गई और फिर जब अपनी चूत देखी तो मुझे हँसी आ गयी. सबिहा ने शरारत मे मेरी चूत पे भी कुछ पाउडर और लिप ग्लो लगा दिया था जिस से मेरी चूत कुछ ज़ियादा ही गुलाबी लग रही थी. मेरे नंगे बदन पे उसके डिफरेंट टाइप्स के आयिल्स की खुसबू तो थी ही फिर भी उसने

मेरे बदन पे कुछ ऐसे सप्रेज़ लगाए के मेरे बदन से भीनी भीनी खुश्बू आने लगी. मेरे बाल भी बोहोत ही अछी तरह से स्ट्रीट किए थे उसने. फिर उसने बिना पॅंटी पहनाए ही एक घुटनो तक का लाइट ग्रे कलर स्कर्ट मुझे पहनाया जिसपे तकरीबन 3 इंच के फोल्डिंग वाले प्लॅट्स लगे हुए थे तो मैं ने पूछा के पॅंटी नही है क्या तो उसने हस्ते हुए कहा के मिस इतनी प्यारी पुसी पे पॅंटी पहनोगी तो इतनी शानदार पुसी की तौहीन हो जाएगी तो मैं धीरे से हंस के खामोश हो गयी, सोचा के चलो ठीक है बिना पॅंटी के ही रहने देते है एमडी कॉन्सा मेरी पॅंटी का पूछने वाला है. फिर उसने मुझे बिना ब्रस्सिएर वाली एक ऐसी चोली पहनाई जिसमे से मेरे आधे बूब्स दिखाई दे रहे थे. यह चोली मे कोई बटन नही था बॅस नीचे से एक टीए की तरह से नाट बँधी हुई थी. यह चोली तकरीबन ऐसी ही थी जैसी मैं ने इंटरव्यू के फर्स्ट डे मे पहनी थी. फरक सिर्फ़ इतना था के मेरे ड्रेस कोई डिज़ाइनर नही था और यह ड्रेस डिज़ाइनर ड्रेस था जो मेरे बदन पे बोहोत जच रहा था. ऊपेर से उसने स्कर्ट के ही कपड़े की छोटी सी स्लीव्स वाली कोटी मेरे ऊपेर डाल दिया जिसके बटन्स नही लगाए, यह एक सूट टाइप का ड्रेस था जिसे एग्ज़िक्युटिव लड़कियाँ पेहेन्ति थी. सच मे ही मैं कोई और ही स्नेहा लग रही थी और सच मे ही मैं अपने आप को एक एग्ज़िक्युटिव समझ रही थी फिर जैसे ही मुझे इंटरव्यू याद आया मेरा दिल धक धक करने लगा. टाइम देखा तो 3 बजने ही वाले थे. सबिहा ने फाइनली मेरे कपड़ो पे लाइट लॅडीस पर्फ्यूम लगाया और एक फाइनल ग्लॅन्स दिया और मेरे होंठो पे एक लाइट चुंबन दिया जिस से मेरी लिपस्टिक खराब नही हुई और बोली गुड लक मिस तो मैं ने थॅंक्स बोला और बोला के सबिहा थॅंक्स फॉर एवेरितिंग यू डिड ए ग्रेट जॉब मुझे तो पता ही नही था के मैं ऐसे भी दिख सकती हू तो उसने बोला के नही मिस यू आर रियली वेरी ब्यूटिफुल आंड यू आर ग्लोयिंग नाउ तो मैं ने एक बार फिर उसको थॅंक्स बोला और एक फ्लाइयिंग किस देती हुई बाहर निकल गयी. जाते जाते बोला के आइ विल कॉल यू टुमॉरो ओर ए डे आफ्टर और मुस्कुराते हुए लिफ्ट की तरफ चली गयी.

मेरा इंटरव्यू का ड्रेस ऐसा था

लिफ्ट से ऊपेर 10थ फ्लोर पे पहुँची तो 3 बजने मैं अभी 1 या 2 मिनिट बाकी थे. मैं ने सोचा के आइ आम इन टाइम. देखा तो ममता एज यूषुयल अपनी सीट पे बैठी थी. मुझे देखा तो मुस्कुरा के बोली के वाउ मिस यू आर लुकिंग अवेसम टुडे. मुझे उसका मिस बोलने बोहोत अछा लगा. मैं ने उसको थॅंक्स बोला और पूछा अभी और दूसरी लड़कियाँ नही आई तो उसने बोला के नही मिस आज तो बस 3 ही लड़कियाँ बची है आप बैठिए और कॉफी पीजिए अभी डीके सर भी नही आए तो मैं जा के सोफे पे बैठ गयी. शाएद 5 मिनिट के अंदर वो दोनो लड़कियाँ भी आ गयी. अब हम सिर्फ़ तीन ही लड़कियाँ बची हुई थी तो हमको एक दूसरे से इंट्रोडक्षन करवाया. एक थी पूजा, दूसरी थी रेशमा. वो दोनो भी अछी ड्रेसिंग मे थी. उन दोनो को देख के मेरा दिल एक बार फिर से धड़कने लगा क्यॉंके दोनो ही बोहोत ही यंग और खूबसूरत थी. मैं सोचने लगी के इंटरव्यू मे क्या होगा, क्या पूछेगा, मैं कैसे रीप्लाइस करूँगी, पता नही उसको फ्लर्ट पसंद होगा या नही, हाउ विल आइ प्रेज़ेंट माइसेल्फ. क्या वो प्रोफेशन से जुड़े सवाल पूछेगा या पर्सनल लाइफ के या कॉलेज लाइफ के क्यॉंके इंटरव्यू मे तो हर किसम के सवालात पूछे जाते है, किस सेक्स के बारे मे भी कुछ पूछेगा. और सेक्स का ख़याल आते ही मुझे राज का लंड और उसकी मस्त चुदाई याद आई और मेरी चूत गीली होने लगी और फिर फॉरन ही मुझे सबिहा का मूह अपनी चूत पे महसूस हुआ तो मेरी चूत का जूस ही निकल गया. मैं ने सोचा के ऐसी हालत मे अंदर जाउन्गी तो शाएद सेक्स की स्मेल आए इसी ख़याल से मे अपनी जगह से उठी और वॉशरूम मैं जा के टिश्यू पेपर को पानी से गीला किया और अपनी चूत के जूस को अछी तरह से सॉफ किया और इतना ख़याल

रखा के सबिहा ने मेरी चूत पे जो ग्लो लगाया था वो चूत का मेकप खराब ना हो. चूत को सॉफ करने के बाद मे वापस अपनी सीट पे आ के बैठ गयी इतने मे टी बॉय कॉफी ले के आया तो हम कॉफी पीने लगे. मैं सोफे पे ऐसे बैठी थी के मेरे थोड़े से पैर खुले हुए थे और एर कंडीशन की ठंडी हवा मेरी थाइस से होती हुई मेरी चूत को भी ठंडा कर रही थी और एक अजीब मज़ा दे रही थी.

मेरी फूल जैसी प्यारी चिकनी छोटी बॉल्ड नंगी चूत

ममता की टेबल का बज़्ज़र बजा और उसने उठा के कुछ बात की और फिर पूजा का नाम पुकारा. पूजा उठ के अंदर चली गयी और डोर बंद हो गया. मेरा दिल अब धक धक करने लगा था क्यॉंके अब मेरा इंटरव्यू स्टार्ट होने मे कुछ ही टाइम बाकी था. पूजा वापस नही आई और तकरीबन 20 मिनिट के बाद मुमता का बज़्ज़र फिर से बजा और रेशमा अंदर चली गयी. मेरा बुरा हाल था, ऐसे अरकोंडीटिओन रूम मे भी मेरे पसीने चले जा रहे थे. मुझे पता नही के कितनी देर हुई मे अपने हालात फ्लॅशबॅक मे देख रही थी के कैसे सतीश के बिज़्नेस ठप्प हो के रह गया था और इस रिसेशन की वजह से हमारा चैन और सुकून ख़तम हो गया था, हम पैसे पैसे को मोहताज हो गये थे, अगर यह जॉब नही मिली तो हमारा क्या अंजाम होगा वो अची तरह से समझ मे आ रहा था. सतीश की बीमारी और उसको जॉब नही मिली थी. बिज़्नेस मे ज़बरदस्त घाटा हो गया था. घर को भी गिरवी रखना पड़ा था. अगर मुझे जॉब नही मिली तो यह हमारा रहने का घर भी हाथ से जा सकता था. अभी यहा मुंबई मे तो टाइम बोहोत अछा चल रहा था राज का सहारा था

पर राज भी मुझे कितने दिन अपने साथ रख सकता था और अगर रखे भी तो मुझे मॉनिटरी बेनेफिट तो नही मिलेगा बॅस मेरा रहना खाना पीना चलता रहेगा और वो भी कितने दिन करेगा एक ना एक दिन तो वो मुझे छोड़ के अपनी वाइफ के पास चला ही जाएगे और मुझे सडन्ली ऐसा लगा जैसे मैं राज की कीप बन गयी हू उस ने मुझे होटेल मे रखा है जहा मेरा खाना पीना रहना फ्री मे है और जब उसका दिल चाहे आ के मुझे चोद जाता है आख़िर ऐसा कब तक चलता रहेगा. मुझे तो कोई ऐसा पर्मनेंट जॉब चाहिए जहा मुझे एवेरी मोन्थ सॅलरी मिल सके जिस से हमारे हालात सुधार सके. यह सब सोच के मुझे एक शॉक जैसा लगा और मैं ने अपने दिमाग़ से बोला के नही नही यह जॉब मुझे मिलनी ही चाहिए चाहे इस के लिए मुझे जो कुछ भी करना पड़े मैं करूँगी लैकिन इस जॉब को ले कर ही रहूगी. मेरे दिमाग़ मई ऐसे ही आँधियाँ चल रही थी मुझे लगा किसी ने मेरा नाम पुकारा. सच मे ममता मेरा नाम पुकार रही थी तो मैं अपने फ्लश बॅक से वापस आई और अपनी जगह से उठी और अंदर जाने लगी. मेरे हाथ और पैर बुरी तरह से काँप रहे थे, दिल बोहोत ज़ोरो से धक धक कर रहा था डर की वजह से बदन पे पसीना आ गया था. ममता ने विश यू ऑल दा बेस्ट मिस बोला तो मैं ने थॅंक्स बोला और मैं डरते डरते डरते लड़खड़ाते कदमो से डोर के अंदर चली गयी.

जैसे ही मैं रूम के अंदर आई मेरे पीछे डोर एक क्लिक की आवाज़ के साथ लॉक हो गया तो मैं चौंक के पीछे मूड के क्लिक की आवाज़ की तरफ देखा. एक स्टील का ऑटोमॅटिक लॉक लगा हुआ था जो डोर के बंद होते ही ऑटो लॉक हो जाता था. कमरे के अंदर थोडा थोड़ा अंधेरा भी था. एर कंडीशन चल रहा था जो बाहर के हॉल से ज़ियादा ठंडा था. अंदर आते ही पहले तो अपनी आँखो को रूम के लाइटिंग से अड्जस्ट किया. एक नज़र मे देखा के यह बोहोत ही बड़ा ऑफीस था, वॉल टू वॉल लाइट मरून कलर की मोटी कार्पेट थी, लाइट परफ्यूम की स्मेल आ रही थी, राइट साइड मे एक ग्लास का पारटिशन बना हुआ था जहा एक टेबल चेर और फोन था और कुछ फाइलिंग कॅबिनेट्स भी थे. ग्लास पारटिशन के पास ही एक लो हाइट का दीवान जैसा कुछ रखा था, जैसा के हॉस्पिटल मे डॉक्टर्स रूम मे होता है जिसपे फोम की एक लंबी मॅट्रेस पड़ी हुई थी जिसपे एक वाइट चददर बिछी हुई थी. ब्लॅक कलर की एक बड़ी सी टेबल थी जिस पे एक लॅपटॉप और कुछ टेलिफोन सेट्स भी रखे थे और पेन स्टॅंड, पेपर कटर और कुछ ऐसे ही ऑफीस आक्सेसरीस रखे थे. बहुत ही बड़ी एग्ज़िक्युटिव चेर पड़ी हुई थी और एक बोहोत ही बड़ी और चौड़ी ब्लॅक कलर की हाइ बॅक वाली चेर थी जो पलटी हुई थी. मुझे कोई बैठा हुआ नज़र नही आ रहा था. लेफ्ट साइड मे एक छोटा सा मिनी बार टाइप का काउंटर था जहा कुछ ड्रिंक्स ( बियर, ब्रॅंडी, विस्की वोड्का और शॅंपेन ) के बॉटल्स और कुछ ओरिएंटल टाइप के

लोंग हॅंडल के ग्लासस थे जैसे पब्स या बार्स मे होते है. वही पर दो वुडन कॅबिनेट्स विथ ग्लास डोर्स रखे हुए था जहा कुछ फाइल्स रखी हुई थी और दोनो कॅबिनेट्स के बीचे मे एक छोटा सा पॅसेज था. रूम के एक तरफ एक ऐसी रिक्लाइनिंग चेर पड़ी थी जैसे स्विम्मिंग पूल के पास पड़ी होती है आराम से लेटने के लिए और उस पे से उठने के लिए दोनो पैर साइड मे रख के उठ सकते है. आइ मीन टू से के वो बोहोट चौड़ी नही थी. मुझे लगा जैसे एमडी कभी टाइयर्ड हो जाता होगा तो शाएद यही हाफ लाइयिंग पोज़िशन मे आराम करता होगा. यह चेर पर भी लेदर की मॅट्रेस थी.

एक बोहोत ही भारी और कड़क मॅन्ली वाय्स पूरे अमेरिकन आक्सेंट की इंग्लीश मे सुनाई दी "कम ओन मिस स्नेहा. प्लीज़ टेक युवर सीट" मैं अपना नाम सुन कर चौंक गयी क्यॉंके कोई दिखाई नही दे रहा था. मैं समझ गयी के शाएद एमडी साहेब उधर पलट के बैठे है. मैं ने पलट के अपने पीछे देखा तो वाहा डोर के ऊपेर दीवार पे एक छोटा सा स्क्रीन था जिस पे बाहर हॉल की लाइव ट्रॅन्समिशन चल रहा था. शाएद सीक्ट्व लगा हुआ था हॉल मे जो यहा एमडी बैठ कर बाहर हॉल की आक्टिविटीस को मॉनिटर करते थे. टेबल के पास 4 चेर्स पड़ी थी, मैं एक चेर पे बैठ गयी. चेर बोहोत ही हाइ क्वालिटी की थी और बोहोत ही कंफर्टबल थी. मुझे टेन्षन स्टार्ट हो गयी थी और टेन्षन की वजह से मेरे हाथ पसीने से गीले हो गये थे.

मैं बोहोत ही नर्वस थी. रूम मे आवाज़ आई यस मिस स्नेहा सो यू हॅव कम हियर फॉर दा पोस्ट ऑफ माइ पर्सनल सेक्रेटरी कम अकाउंट्स इंचार्ज. यस ? य य येस्स सर, मैं स्टॅमरिंग करते हुए बोली.

हमम्म्म उसकी आवाज़ आई

युवर क्वालिफिकेशन ?

बी. कॉम सर

एनी एक्सपीरियेन्स मिस ?

नो सर. दिस ईज़ दा फर्स्ट टाइम फॉर मी.

( मैं ने झूट बोलना मुनासिब नही समझा)

व्हेन डिड यू ग्रॅजुयेट ?

3 यियर्ज़ बॅक सर

वॉट हॅव यू बिन डूयिंग इन दोज़ यियर्ज़

नतिंग सर. आइ गॉट मॅरीड आंड वाज़ ए होम मेकर

मैं बोहोत ही नर्वस हो रही थी.

हमम्म मॅरीड ??? उसने बोला

हाउ लोंग यू बीन मॅरीड ?

ऑलमोस्ट 3 यियर्ज़ सर.

हम्म

डू यू नो दिस जॉब इस फॉर अनमॅरीड गर्ल्स ?

एस सर बट ( मेरी आँखो मे आँसू आ गये )

बट ? व्हाट बट ?

सर ई नीड जॉब वेरी बॅड्ली सर

यस आइ नो एवेरिबडी नीड्स दिस जॉब वेरी बॅड्ली

( मुझे अपना दिल बैठ ता हुआ महसूस होने लगा. मैं ने समझा के शाएद मुझे यह जॉब नही मिलेगी फिर भी मैं ने सोचा के चाहे कुछ हो जाए उसको यह जॉब मिलना ही चाहिए. यह सोच के मेरे अंदर थोड़ा कॉन्फिडेन्स आया )

इतने मे एमडी का मोबाइल बजा, उसकी चेर घूमी और वो मेरे सामने आ गये. उफ्फ क्या बताउ कितना खूबसूरत था वो एमडी. बे इंतेहा गोरा, लाइट गोलडेन टाइप हेर्स, हनी कलर्ड पेनेट्रेटिंग आइज़. ब्लॅक सूट और रेड स्ट्रीप टाइ मे बैठा था. आगे होगी यही कोई 34 – 35 की शाएद राज जितना ही एज का होगा एक दम से यंग. ळैकिन पर्सनॅलिटी बोहोत शानदार थी. जैसे ही वो पलटा अपनी सीट से उठ खड़ा हुआ और उठ के अपना मोबाइल उठाया. उसकी हाइट शाएद 6 फीट से भी कुछ ज़ियादा होगीं इतना लंबा के मैं देखती ही रह गयी और भरा भरा बदन वो किसी रेस्लर से कम नही लग रहा था. जैसे ही उसने मोबाइल उठाने के लिए हाथ बढ़ाया उसके हाथ पे चमकती हुई गोलडेन वाच पे नज़र पड़ी जो उसके मोटी रिस्ट पे बोहोत ही अछी लग रही थी. उसके हाथ पे बाल भी दिखाई दिए. वो कोई यूरोपियन ही लग रहा था. अगर मुझे उनके नाम का पता नही होता तो मैं शाएद यही समझती के कोई युरोपियन है, लैकिन वो तो ख़ान था. सच मे अफ़गानी पठान लग रहा था. बहुत लंबा चौड़ा, एक दम से गोरा और पवरफुल वाय्स. ऐसा लगता था जैसे किसी अड्वर्टाइज़िंग एजेन्सी का वो कोई मॉडेल हो. वो फोन पे किसी से बात करने लगा और थोड़ी देर बात करने तक मैं भी थोड़ा रिलॅक्स हो गयी थी. थोड़ी देर के बाद उसने फोन पे बोला ओके आफ्टर टुमॉरो इन ओबेरोई अराउंड 7 पीएम वी मीट फॉर डिन्नर बोला और फोन काट दिया. शाएद परसो शाम को किसी के साथ मीटिंग फिक्स हो गई थी और वो भी ओबेरोई मे, मेरा मूह हैरत से खुला रह गया और सोचने लगी के काश मैं भी ऐसी शानदार पर्सनॅलिटी वाले मर्द के साथ कभी ओबेरोई मे डिन्नर खाती.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:40 PM,
#19
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--19

गतान्क से आगे..........

यस मिस की आवाज़ के साथ ही मे अपने सेन्सस मे वापस आ गयी.

युवर हॉबीस ?

सिंगिंग, डॅन्सिंग, कुकिंग, रीडिंग बुक्स, टीवी एट्सेटरा सर.

हमम्म सो यू आर ए सिंगर आंड डॅन्सर..

यस सर.

वॉट टाइप ऑफ डॅन्स यू डॅन्स ?

क्लॅसिकल आंड वेस्टर्न सर.

हमम्म वेस्टर्न ऑल्सो.

आर यू गुड कुक ?

आइ थिंक यस सर.

वॉट टाइप ऑफ बुक्स यू रीड ?

मोस्ट्ली थ्रिलर्स आंड रोमॅंटिक सर.

हमम्म सो यू रेड रोमॅंटिक बुक्स

मैं कुछ नहीबोली.

आंड व्हाट डू यू . ऑन टीवी ?

सीरियल्स, डॉक्युमेंटरी आंड फिल्म्स सर.

हमम्म

दो यू हॅव एनी एक्सपीरियेन्स इन कंप्यूटर ?

यस सर. आइ नो लिट्ल बिट ऑफ कंप्यूटर्स.

डू यू नो हाउ टू मॅनेज अकाउंट्स इन कंप्यूटर ?

नो सर बट आइ अश्यूर यू दट आइ विल लर्न एज सून एज पासिबल.

हमम्म्म

सो यू आर मॅरीड ?

यस सर.

बट यू डॉन'ट लुक लाइक यू आर मॅरीड

मैं शरमाते हुए बोली के थॅंक्स फॉर दा कॉंप्लिमेंट्स सर.

किड्स ?

नो सर.

यू मॅरीड फॉर 3 यियर्ज़ आंड स्टिल नो किड्स !!!! आर यू इन फॅमिली प्लॅनिंग ?

नो सर. वी अरे नोट इंटो फॅमिली प्लॅनिंग. वी आर ट्राइयिंग फॉर ए बेबी सर.

बट योउ नो दा रूल्स ऑफ और कंपनी ? उसने मेरी बात काट ते हुए बोला.

नो सर आइ रियली डॉन'ट नो दा रूल्स सर.

हमम्म्म

एमडी मुझे घूर घूर के देख रहा था. उसकी नज़र मेरे अनबटंड ब्लाउस से झाँकते बूब्स पे थी जिन्हे मैं कुछ ज़ियादा ही दिखाने की कोशिश कर रही थी.

लड़कियाँ ऐसी घूरती हुई नज़रो को बड़ी जल्दी महसूस कर लेती है और यह भी महसूस कर लेती है के देखने वाला क्या देख रहा है और क्या क्या और देखना चाहता है इसी लिए मैं कोशिश कर रही थी के जितना पासिबल हो उतना बूब्स को एग्ज़िबिट करू.

यू आर मॅरीड आंड यू डॉन'ट हॅव एनी वर्क एक्सपीरियेन्स. वो अपना गाल सहलाते हुए बोला. एमडी अपनी चेर से उठा और अपना कोट उतार दिया और अपनी

जगह से उठ के घूम के दीवार की तरफ बढ़ने लगा तो इन्वोलंटराइली मैं अपनी सीट से उठ गयी और जैसा के मेरी आदत थी, मैं सतीश का कोट या शर्ट उसके हाथ से ले लेती थी और हॅंगर से लगा देती थी, बिल्कुल उसी तरह से ही डीके के हाथ से कोट ले लिया और दीवार पे लगे हॅंगर से लगा दिया. यह दीवार पे लगे हॅंगर को मैं पहले ही देख चुकी थी. जैसे ही मैं ने उनके हाथ से कोट लिया उसने कहा हमम्म लुक्स लाइक यू आर ए केरिंग वाइफ. मैं बस मुस्कुरा दी और बोली के "हॅबिट्स डाइ हार्ड" सर. मैं अपने हज़्बेंड का कोट वाघहैरा भी ऐसे ही उसके हाथ से ले लिया करती थी तो उसी तरह से आपका कोट भी ले लिया. हमम्म ओके गुड हॅबिट.

यू आर मॅरीड, यू डॉन'ट हॅव एनी वर्क एक्सपीरियेन्स, यू डॉन'ट लाइव इन मुंबई. दा जॉब रिक्वाइर्स यू टू बी इन मुंबई पर्मनेंट्ली. आइ डॉन'ट नो हाउ विल यू मॅनेज अलोन हियर बीयिंग अवे फ्रॉम युवर होम. तो मैने बोला के सर यू डॉन'ट वरी अबौट दट सर. आइ विल मॅनेज टू लिव हियर अलोन. फॉर दा जॉब आइ कॅन सॅक्रिफाइस माइ होम टाउन आंड माइ फॅमिली बट आइ नीड दिस जॉब वेरी बॅड्ली सर. टेल मी वन गुड रीज़न दट यू डिज़र्व दिस जॉब ?

मैं खामोश रही और नीचे फ्लोर पे देखने लगी क्यॉंके सच पूछो तो मेरे पास सारे के सारी नेगेटिव पायंट्स थे और पॉज़िटिव पॉइंट कुछ भी नही था.

मैं ने धड़कते दिल से कहा के सर आइ आम बॅड्ली इन नीड ऑफ दिस जॉब सर.

ओके बट गिव मी वन गुड रीज़न वाइ शुड आइ प्रिफर ए मॅरीड वुमन दट टू आउटसाइडर ओवर ऑल दीज़ यंग अनमॅरीड लोकल गर्ल्स ?.

सर आइ कॅन ओन्ली एक्सप्लेन व्हाई आइ नीड दिस जॉब बट आइ कॅंट गिव यू दा रीज़न व्हाई आइ शुड बी प्रिफर्ड ओवर ऑल अनमॅरीड लोकल गर्ल्स.

ओके कॅरी ऑन

मैं ने अपनी कहानी स्टार्ट कर दी के कैसे हमारी ज़िंदगी अछी भली गुज़र रही थी और फिर रिसेशन की मार की वजह से सतीश का बिज़्नेस ठप्प हो गया और कैसे कस्टमर्स ने हमारे पैसे नही दिए, हमारे लाखों रुपये मार्केट मे फँसे रहे और कैसे हमारी लाइफ डे बाइ डे डिफिकल्ट होने लगी. फिर अपनी कहानी सुनाते सुनाते मैं रोने लगी और बोली के सर मैं यह जॉब के लिए कुछ भी कर सकती हू सर, आइ कॅन डू एनितिंग एनितिंग यू टेल मी सर बट आइ नीड दिस जॉब. वो मेरी बातो को बोहोत कॉन्सेंट्रेशन के साथ सुन रहा था. रोने से

मेरे आँसू मेरे गालो पे बह रहे थे तो उसने अपनी पॉकेट से हॅंडकरचीफ निकाल के मुझे दी और बोला के प्लीज़ स्नेहा रोना नही इस मे रोने की क्या बात है, लुक्स लाइक यू आर ब्रेव आंड फेस दा फॅक्ट्स ब्रेव्ली बट डॉन'ट क्राइ. तुम इस पॅसेज मे से अंदर जाओ, वाहा मेरा एक रूम है और वॉशरूम भी है तुम जा के फ्रेश हो जाओ और वही मेरा वेट करो. मैं तुमको अभी बुलाता हू.

मैं अपनी सीट से उठ गयी और दो कॅबिनेट्स के बीच वाली पॅसेज से थोड़ा अंदर गयी तो वाहा एक वुडन डोर था. हॅंडल को घुमाया तो वो खुल गया. मैं अंदर चली गयी. देखा तो यह एक बोहोत ही अछा रूम था. सज़ा हुआ था और वाहा पे एक सिंगल बेड भी पड़ा हुआ था जिसपे, मॅट्रेस, बेड कवर और पिल्लो भी रखा हुआ था. एक साइड टेबल भी थी जहा एक फोन और टेबल क्लॉक भी रखी हुई थी और बेड के पाएंटी की तरफ एक दीवार पे एक स्टील स्टॅंड पे एक मीडियम साइज़ के एल्सीडी टीवी रखा हुआ था और नीचे सीडी प्लेयर और कंप्लीट म्यूज़िक सिस्टम भी कनेक्टेड था. एक ड्रेसिंग टेबल भी था जहा बोहोत सारे डिफरेंट टाइप के एक्सपेन्सिव परफ्यूम्स, इंपोर्टेड हेर क्रीम्स और हीर जेल्स के कुछ बॉटल्स भी रखे हुए थे, वाहा पर 4 की जेल्ली का ट्यूब भी रखे थे तो मैने उसको उठा के देखा और मुस्कुरा के वापस रख दिया. एक कपबोर्ड भी था, आइ कुड नोट रेज़िस्ट और मैं ने कपबोर्ड को खोल के देखा तो वाहा बोहोत सारे सूट्स, पॅंट्स, शर्ट्स, टाइस और शू रॅक मे कुछ शूस बोह्त सलीके से रखे हुए थे. मैं समझ गयी के एमडी को अगर कही एमर्जेन्सी मे ट्रॅवेल करने है या इम्मीडियेट किसी मीटिंग मे जाना है तो शाएद वो यह टेंपोररी ड्रेसिंग के लिए यूज़ करते होंगे. रूम मे एक फुल साइज़ का रेफ्रिजरेटर भी रखा हुआ था जिसे मैं ने खोल के देखा. फ्रिड्ज ड्राइ फ्रूट्स से भरा पड़ा था, काजू, पिसता बादाम और अखरोट वाघहैरा और फ्रिड्ज मे ही कुछ बिस्किट्स, केक और कुछ पसतेरीएस वाघहैरा भी रखे थे,कुछ डिफरेंट टाइप के जूस के कॅन्स और बॉटल्स भी थे. शाएद कभी भूक लगे तो कुछ लाइट रेफ्रेशमेंट का इंतेज़ाम भी था. दीवार पे एक छोटा सा स्क्रीन था जो सीक्ट्व से कनेक्टेड था. मैं ने देखा के एमडी बाहर बैठी ममता को बज़्ज़र कर के बुला रहे है. वाहा एक वॉशरूम भी था मैं वॉशरूम के अंदर आ गयी तो यह भी एक बोहोत ही स्पेशियस वॉशरूम था जहा बड़े साइज़ का शवर टब और टाय्लेट वॉश बेसिन था. कॅबिनेट्स मे टायिलेटरीस और शेविंग का समान के साथ कुछ आफ्टर शेव और कोलॉज्ञेस भी रखे हुए थे और वॉशरूम मे भी एक सीक्ट्व का स्क्रीन लगा हुआ था. शाएद एमडी कंप्लीट ऑफीस को मॉनिटर करते रहते थे.

मैं शवर रूम मे जा के पिशाब के लिए बैठते टाइम पे अननोयिंग्ली अपनी पॅंटी उतारने के लिए झुकी तो देखा के पॅंटी है ही नही एक सेकेंड के लिए तो

मैं परेशान हो गयी फिर याद आया के सबिहा ने तो पॅंटी पहनाई ही नही थी और बोला था केएमडी कॉन्सा तुम्हारी पॅंटी देखने वाला है तो मैं एक दम से मुस्कुरा दी और ऐसे ही अपना छोटा सा स्कर्ट उठा के बैठ गयी और फिर मुझे अपनी कॉलेज की मुस्लिम फ्रेंडकी याद आई जिसने बोला था के चूत को पानी से धोने से चूत की खराब स्मेल नही आती लैकिन अब मैं अपनी चूत को पानी से धो तो नही सकती थी क्यॉंके सबिहा ने मेरी चूत का भी मेक अप किया था और मैं चाह रही थी के वो मेक अप को वैसे ही रहने दू. मैं ने वोही ट्रिक यूज़ की जो थोड़ी देर पहले यूज़ कर चुकी थी. वॉशरूम मे लगे टिश्यू पेपर को पानी से गीला किया और चूत के अंदर अछी तरह से यूरिन के ड्रॉप्स को सॉफ किया. ऐसा 4 – 5 टाइम किया ता के चूत मे से यूरिन के ड्रॉप्स अछी तरह से सॉफ जो हाए फिर टिश्यू से अपनी चूत को ड्राइ किया और बाहर रूम मे आ गयी और कमरे को अछी तरह से इधर उधर देखने लगी. सीसीटीवी पे ममता एमडी के सामने खड़ी थी और एमडी बोल रहे थे के आइ हॅव शॉर्ट लिस्टेड 5 – 6 कॅंडिडेट्स, मेबी वी विल कॉल देम फॉर दा सेकेंड राउंड ओर मेबी आइ विल सेलेक्ट वन फ्रॉम देम विदाउट सेकेंड राउंड तुम कांट्रॅक्ट पेपर्स मुझे दे दो और टाइम भी हो गया है तुम चली जाओ कल या परसो तक मैं जॉब कांट्रॅक्ट साइन कर दूँगा तो फिर अपायंटमेंट लेटर भी बना देना. ममता ने ओके सर बोला और बाहर निकल गयी. ममता के बाहर निकलते ही एक क्लिक की आवाज़ आई और ऑटोमॅटिक डोर अंदर से लॉक हो गया. मेरा दिल एक बार फिर से ज़ोर ज़ोर से धड़कने लगा के एमडी ने 5 या 6 लड़कियों को जॉब के लिए शॉर्ट लिस्ट क्या है पता नही उनमे मेरा नाम है या नही और अगर है भी तो शाएद मुझे सेकेंड राउंड के लिए बुलाया जाएगा या नही मैं सोच सोच के पागल हो रही थी. मुझे कुछ भी करना पड़े आइ नीड दिस जॉब अट एनी कॉस्ट. मैं अपनी सोच से बाहर आई और सीसीटीवी स्क्रीन पे देखा के एमडी अपनी जगह से उठे और थोड़ी देर के लिए सीसीटीवी पे एमडी के रूम के अंदर का कुछ भी दिखाई नही दिया क्यॉंके सीसीटीवी अब ऊपेर के ऑफीस का पोर्षन दिखा रहा था जहा लोग जल्दी जल्दी अपनी टेबल्स पे रखे पेपर्स को क्लियर कर रहे थे और घर जाने की तय्यारी कर रहे थे. मैं ने देखा के यह बोहोत ही बड़ा ऑफीस था जहा ऑलमोस्ट 100 से भी ज़ियादा लोग काम कर रहे थे तो मेरे दिल मे यह जॉब की इच्छा बढ़ने लगी. मैं अपना नाम सुन के चौंक गयी. यू कॅन कम आउट स्नेहा.

मैं वापस एमडी के ऑफीस मे आ गयी. देखा तो एमडी कमरे मे रखी लो हाइट वाली स्विम्मिंग पूल साइड की जैसे रिलॅक्सिंग चेर पे हाफ लाइयिंग पोज़िशन मे रिलॅक्स कर रहे थे शाएद दिन भर के काम से थक गये होंगे. मुझे इशारा किया के चेर करीब कर के बैठ जाउ तो मैने चेर को मूव किया और उनके करीब ही बैठ गयी. अब वो मेरे सामने पूल साइड टाइप ऑफ चेर पे ऑलमोस्ट हाफ लाइयिंग पोज़िशन मे लेटे थे, उनके दोनो पैर चेर की लेंग्थ मे लंबे थे

कभी कभी वो अपने पैर को फ्लोर पर भी रख लेते थे, अपने हाथो को अपने सर के नीचे रखे रिलॅक्स कर रहे थे और मैं अपनी चेर पे बैठी थी बिल्कुल ऐसे ही जैसे कोई डॉक्टर के सामने उसका पेशेंट लेटा है और डॉक्टर अपनी चेर पे बैठ के पेशेंट का एग्ज़ॅमिनेशन कर रहा है. फरक सिर्फ़ इतना था के रिक्लाइनिंग चेर बोहोत ही लो हाइट की थी और पेशेंट एग्ज़ॅमिनेशन टेबल बड़ी हाइट का होता है.

मेरी चेर ऑलमोस्ट रिलॅक्सिंग चेर के हाफ पोर्षन मे थी. एमडी का चेहरा मैं सॉफ देख सकती थी. वो मेरी तरफ मूह कर के स्ट्रेट लेटे थे. मे अपनी चेर पे नेर्वौस्नेस्स के साथ बैठ गयी और मुझे पता ही नही चला के मेरे पैर चेर पे थोड़े खुले हुए है जहा एमडी की नज़र पड़ रही थी. मैं ऐसी पोज़िशन मे बैठी थी के मुझे एमडी से बात करने के लिए थोड़ा सा झुकना पड़ता था क्यॉंके चेर की हाइट रिलॅक्सिंग चेर की हाइट से थोड़ी ऊँची थी इसी लिए मैं झुक के बात कर रही थी.

एमडी ने पूछा हा तो मिस स्नेहा क्या कह रही थी आप ?

( इस टाइम एमडी ने हिन्दी मे सवाल पूछा था तो मैं ने भी हिन्दी मे ही जवाब देना पसंद किया और बोली )

सर इस टाइम मुझे जॉब की बोहोत ही ज़रूरत है क्यॉंके रिसेशन की वजह से हमारा सारा बिज़्नेस ख़तम हो गया और हमारा घर भी गिरवी रखना पड़ा और मैं अपनी सारी कहानी सुनाने लगी. एमडी मेरी बात को बोहोत गौर से सुनते रहे.

देखो मुझे पर्मनेंट एंप्लायी की तलाश है लैकिन मुझे ऐसा लगता है के अगर तुमको जॉब मिल जाती है और तुम्हारे कुछ हालात ठीक हो गये तो शाएद तुम यह जॉब छोड़ दो और अपने घर वापस चली जाओ और मैं फिर से अपने लिए सेक्रेटरी के इंटरव्यूस लेता रहू. मुझे यह सब नही चाहिए मुझे तो एक ऐसे पर्मनेंट सेक्रेटरी की तलाश है जो हर वक़्त मेरे साथ रहे और तुम तो बॅंगलुर से आई हो तो नॅचुरली तुम अपने घर जाने के लिए छुट्टी भी माँगोगी और मैं तब तक तुम्हारे बिना रहुगा. यह जॉब की डिमॅंड है के कोई मेरे साथ पर्मनेंट रहे और मेरे साथ ट्रॅवेल करने को 24 अवर्स रेडी रहे. मेरे एक फोन पर लिमिटेड टाइम के अंदर रेडी हो जाए और मुझे नही लगता के तुम यह सब कर सकोगी.

क्रमशः......................
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07-10-2018, 12:41 PM,
#20
RE: Antarvasna kahani रिसेशन की मार
रिसेशन की मार पार्ट--20

गतान्क से आगे..........

मेरी आँखें भर आई मैं सोचने लगी के यह जॉब गयी मेरे हाथ से अब क्या करू और क्या रिप्लाइ करू. फिर भी मैं ने बड़ी हिम्मत से बोला

नही सर, यू कॅन रिलाइ ऑन मी आप मेरे ऊपेर पूरा भरोसा रख सकते है. मैं यह जॉब छोड़ कर कही नही जाउन्गी.

पर तुम्हारे हज़्बेंड का क्या होगा उसके बिना तुम कैसे रहोगी ?

सर रह लूँगी सर. मेरे हज़्बेंड बोहोत अंडरस्टॅंडिंग नेचर के है वो समझ जाएगा सर प्लीज़ डॉन'ट वरी. उसको पता है के ऐसे इंपॉर्टेंट पोस्ट पे काम करने का मतलब है कॉन्सेंट्रेशन आंड फुल टाइम अटेन्षन आंड नो पर्सनल प्रिररीटीएस. और फिर उसको पता है के आइ आम हेल्पिंग हिम आंड और फॅमिली आउट ऑफ प्रॉब्लम्स.

हमम्म

तुम्हे पता है के ट्रॅवेल के टाइम पे कभी कभी एक ही रूम को शेर भी करना पड़ता है

जी हा सर कोई बात नही मैं कर लूँगी सर. इतना बोलते बोलते मैं ने अपने पैर थोड़े खोल दिए ता के एमडी मेरी चिकनी चूत का नज़ारा अछी तरह से कर सके.

हमम्म

पता है के मुझे शादी शुदा लड़कियाँ क्यों नही चाहिए ?

नही सर.

क्यॉंके शादी शुदा लड़कियाँ जब प्रेग्नेंट हो जाती है तो उनके पास एक्सक्यूस होता है और वो ऑलमोस्ट 3 या 4 मोन्थ्स के लिए चली जाती है जिसको मैं कभी नही बर्दाश्त कर सकता और तुम भी तो एक शादी शुदा महिला हो.

मैं फिर समझ गयी के शाएद यह नौकरी मुझे मिलने वाली नही है ओरमुझे ऐसे ही निराश वापस जाना पड़ेगा.

मैं कुछ बोली नही नीचे फ्लोर पे देखती रही. मेरे झुक के बैठने से मेरे बूब्स भी खुल के दिखाई दे रहे थे. मुझे सडन्ली एक आइडिया आया मैं ने बोला.

सर आप मेरे से बॉन्ड लिखा ले सकते है के मैं यह जॉब छोड़ के नही जाउन्गी और मैं जब तक जॉब करूँगी मैं प्रेग्नेन्सी को अवाय्ड करूँगी.

वो कैसे अवाय्ड करोगी ?

सर आजकल मार्केट मे ई-पिल्स अवेलबल है जिसके उसे करने से प्रेग्नेन्सी नही होती और यह सेफ भी है. और जब मैं अपने घर जाउन्गी ही नही और हज़्बेंड से मिलूंगी ही नही तो प्रेग्नेन्सी भी नही होगी.

हम्म कभी यूज़ की है यह ई-पिल्स ?

नही सर अभी तक तो नही की पर ज़रूरत पड़ने पर यूज़ कर लूँगी.

हम्म

अपने प्राइवेट लाइफ के बारे मे कुछ बताओ

मैं ने अपने और सतीश के बारे मे सब कुछ बता दिया

एनी एक्सट्रा मॅरिटल अफेर्स ?

मेरा दिमाग़ एक दम से ब्लॅंक हो गया के क्या बताउ? राज से चुदवा रही हू?. झूट भी नही बोल सकती थी.

यस सर.

हम्म ऑनेस्ट रिप्लाइ

लिमिटेड ओर ….. ?

ओन्ली वन सर

हम्म

यू नो थे सॅलरीस आंड फेसिलिटीस ऑफ और इंडस्ट्री ?

नो सर

दा सॅलरी स्केल स्टार्ट्स फ्रॉम . 30,000.00 + 2 सॅलरीस पेर एअर हाउसिंग ओर अकॉमडेशन प्रोवाइडेड बाइ दा इंडस्ट्री + कन्वेयन्स + कंप्लीट इन्षुरेन्स कवरेज + फ्री ट्रॅवेल आंड स्टे इन ए होटेल इन इंडिया आंड फॉरिन ट्रिप विथ मी + 1,000.00 पर डे व्हेन ऑन टूर विदिन दा इंडिया आंड 3,000.00 पर दे व्हेन ऑन इंटरनॅशनल टूर.

यह सब सुन के मेरा मूह हैरत से खुला का खुला रह गया और मैं एमडी की सूरत को देखने लगी. मैं तो ऑलमोस्ट बेहोश ही हो गयी और सोचने लगी के यह तो बोहोत ही वंडरफुल ऑफर है. मैं सोचने लगी के एक साल भी काम कर लूँगी तो हमारे सारे प्रॉब्लम्स दूर हो जाएगे. मेरे दिमाग़ मे 40,000.00 – 50,000.00 रुपिये नाचने लगे.

डू यू टेक ड्रिंक्स स्नेहा ?

नो सर

बट सम्टाइम्ज़ वर्क डिमॅंड्स फॉर ए सोशियल ड्रिंक यू नो.

आइ विल मॅनेज सर.

हाउ ?

सर आइ मीन आइ विल स्टार्ट लिट्ल बाइ लिट्ल. आइ हेवन'ट टेकन एनी लिकर टिल नाउ सर. बट इफ़ दा जॉब डिमॅंड्स ए सोशियल डिंक, आइ विल स्टार्ट विथ लिट्ल सो दट आइ कॅन अड्जस्ट माइसेल्फ.

डू यू वॉंट टू ट्राइ नाउ ?

मैं सोच मे पड़ गयी के क्या करू ड्रिंक्स लू या ना लू. कभी कभी सतीश को तो देखा था के वो बियर लेता था और कभी ऐसा भी हुआ था के उसके ग्लास धोने से पहले मैं ने एक दो घूँट बियर के टेस्ट किए थे पर रेग्युलर बेसिस पे नही पी थी कभी.

मैं ने रिलक्टेंट्ली बोला के ओके सर. इफ़ आइ हॅव टू स्टार्ट एनिटाइम वाइ नोट नाउ.

गुड

ओके डू यू नो हाउ टू मिक्स ?

नो सर.

ओक आइ विल शो यू

फिर एमडी ने अपने चेर पे रिलॅक्सिंग करते हुए ही मुझे वही से ड्रिंक्स मिक्स करना बताया तो मैं ने वैसे ही मिक्स किया और फिर उन्हो ने मुझे बोला के तो स्टार्ट विथ यू कॅन स्टार्ट फ्रॉम बियर तो मैं ने बोला ओके सर और एक पेग उनके लिए ड्रिंक्स का और अपने लिए एक बियर का ग्लास ले के आ गयी और उनको दे दिया. वो भी पीने लगे. बियर पीने से पहले मेरे बदन मे पसीना आ गया के अब क्या करू शराब तो पीना ही पड़ेगा. मैं ने सोचा के चलो क्या प्राब्लम है जब घर से बाहर निकल ही चुकी हू और एक अजनबी से चुदवा भी चुकी हू तो थोड़ी सी शराब पीने मे क्या प्राब्लम है.

एमडी ने चीयर्स बोला और हम दोनो के ग्लासस एक दूसरे से टकराए और दोनो ने एक साथ ही सीप लिया.

बियर का एक घूँट हलक के अंदर जाते ही मुझे एक किक लगा और मेरा मूह अजीब सा हो गया एक दम से बिट्टर टेस्ट था. साथ मे ग्लास मे ऊपेर आया हुआ बियर का कफ भी मेरे होंठो पे लग गया. मेरी शकल देख के एमडी हंस पड़े और बोला के डॉन'ट वरी सब ठीक हो जाएगा लाइट सीप लेती रहो.

हम दोनो थोड़ी देर तक बिना कुछ बात किए शराब पीते रहे. ऑलमोस्ट क़र्टेर ग्लास खाली हो गया था. एमडी का तो कंप्लीट पेग ख़तम हो चुका था तो मैं ने एक और पेग उनके लिए बना दिया. अब मुझे बियर का टेस्ट अछा लगने लगा था. ठंडी बियर जब हलक के नीचे उतर रही थी तो बोहोत अछा लग रहा था. मेरे दिमाग़ मे एक सुकून सा आने लगा तो मैं ने सोचा के पीने वाले शाएद इसी लिए पीते होंगे के उनके दिमाग़ को सुकून मिले. एमडी मेरी चोली से झाँकते बूब्स को और मेरी चूत को घूर घूर के देख रहे थे.

एमडी ने पूछा कैसा लग रहा है तो मैं ने बोला के थोड़ा थोड़ा अड्जस्ट कर रही हू सर.

ह्म्‍म्म ओके कॅरी ऑन

मेरे दिमाग़ मे एक सुरूर आने लगा था और बॉडी रिलॅक्स हो गयी थी. मेरे बदन मे गर्मी चढ़ने लगी थी. मुझे लग रहा था के मेरा बदन गर्मी से जल जाएगा. पसीने की बूँदें मेरे बदन पे आने लगी थी.

मेरे बूब्स और मेरी चिकनी चूत का नज़ारा करते करते एमडी के पॅंट मे उभार दिखाई देने लगा था. मेरी नज़र पड़ी तो मैं समझ गयी के अब एमडी का लंड एरेक्ट होने की तय्यारी कर रहा है और अब इस टाइम पे अगर मैं एमडी से चुदवा लू तो शाएद मुझे यह जॉब मिल जाए. दिमाग़ के दूसरे कॉर्नर ने बोला के अरे इतनी बेवकूफ़ ना बनो अगर उसने चोद दिया और फिर भी जॉब नही मिली तो क्या करेगी. हा यह बात तो सोचने वाली थी के अगर मैं चुदवा लेती हू और जॉब

नही मिले तो क्या करूँगी. फिर ख़याल आया के अरे इस्मै क्या प्राब्लम है आख़िर राज से भी तो चुदवा रही है और अगर चुदाई मे एक और लंड से चुदवा लेगी तो क्या हो जाएगा ऐसा क्या प्राब्लम है. मेरी नज़र एमडी के पॅंट पे पड़ी तो मेरी आँखें खुली रह गयी. उनके पॅंट मे उनके थाइस के करीब तक उनका लंड मोटा हो के थाइ से लगा हुआ बिल्कुल किसी मोटे साँप की तरह लेटा दिखाई दे रहा था.

मैं ऐसी पोज़िशन मे बैठी थी के मेरा घुटना ऑलमोस्ट एमडी के रिलॅक्सिंग चेर से टच हो रहा था और एमडी की नज़र मेरी चौड़ी खुली हुई स्कर्ट से मेरी झाँकती हुई चूत पे थी. मैं ने सोचा के अब तो चाहे कुछ भी हो, चाहे मुझे अपनी गंद भी मर्वानी पड़े मुझे यह नौकरी मिलनी ही चाहिए.

तुम्हे पता है के तुम्है मैं यह सब क्यों बता रहा हू ?

नही सर. मुझे नही मालूम.

हम्म क्यॉंके तुम्हारे लिए एक अन डिसक्लोस्ड पर्सन की तरफ से रेकमेंडेशन आई है इसी लिए मैं तुम से इतना डीटेल मे बात कर रहा हू.

थॅंक्स सर.

एमडी की नज़र कभी मेरी चौड़ी की हुई टाँगो के बीच मे मेरी चूत पे होती तो कभी मेरी चोली से झँकते बूब्स पर.

एमडी मेरे बूब्स को देखते हुए बोले के अरे यह क्या कीड़ा चल रहा है और अपनी उंगली से मेरे बूब्स की तरफ इशारा क्या तो मैं एक दम से घबरा गयी और अपनी चेर से उठ ती हुई अपने बूब्स पे झटके से हाथ मारा तो मेरा हाथ नीचे लगी हुई नाट पर पड़ा और वो खुल गयी. चोली को बटन तो थे ही नही इसी लिए मेरे बूब्स एक दम से चोली से आज़ाद हो गये और सॉफ दिखाई देने लगे तो एमडी हंस पड़े और बोले के सॉरी मुझे कुछ ब्लॅक स्पॉट दिखा तो मैं ने समझा के कोई इन्सेक्ट होगा, तो मैं ने बोला के नही सर वो एक छोटा सा ब्लॅक मोल है मेरे सीने पर. एमडी की हँसी के साथ ही मैं भी मुस्कुरा दी.

इस से पहले के मैं नाट को फिर से टाइ करती एमडी ने बोला के सीट डाउन प्लीज़ तो मैं बिना नाट लगाए ही बैठ गयी. जब मैं झटके से उठी थी तो मेरी चेर जिसको वील्स लगे हुए थे वो थोड़ी पीछे हट गयी थी. बैठने से पहले जब मैं चेर को वापस अपनी तरफ खेच के बैठी तो एमडी के कुछ करीब ही हो गयी. अब उक्नो मेरे बूब्स और मेरी खुली चूत कुछ ज़ियादा ही क्लियर दिखाई दे रही थी.

एमडी की हँसी बड़ी दिलकश थी. उनके सफेद दाँत बोहोत आछे लग रहे थे.

रूम टेंपरेचर भी कुछ कम हो गया था शाएद रिमोट कंट्रोल से कम किया गया होगा. अब नॉर्मल रूम टेंपरेचर था. एक ग्लास बियर की वजह से मेरे दिमाग़ से टेन्षन एक दम से ख़तम हो गया था.

तुम ने बोला था कि यू कॅन डू एनितिंग टू गेट दिस जॉब.

यस सर

क्या मतलब है इसका.. क्या कर सकती हो तुम ?

एनितिंग सर आप जो बोलॉगे मैं करूँगी

शुवर ?

यस सर शुवर.

तुमने बोला था के डॅन्सिंग इस युवर पॅशन ?

यस सर.

क्या तुम मुझे डॅन्स कर के बता सकती हो ?

ओह यस सर ओफ़कौरसे मैं कही पर भी कभी भी डॅन्स कर सकती हू. आइ लाइक इट वेरी मच.

ओके देन स्टार्ट.

ईस्टर्न ओर वेस्टर्न

ईस्टर्न ही स्टार्ट कर दो वेस्टर्न के लिए तो पार्ट्नर भी चाहिए ना

सर यू कॅन बी माइ पार्ट्नर इफ़ यू नो डॅन्सिंग

हा आइ नो सम टाइप ऑफ वेस्टर्न डॅन्स बट आइ विल जाय्न लेटर, तुम डॅन्स तो स्टार्ट करो.
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