मैंने मधु को चोदा
08-10-2018, 05:13 PM, (This post was last modified: 08-11-2018, 01:51 PM by sexstories.)
#1
मैंने मधु को चोदा
मेरा नाम अरुण है। मेरे दफ़्तर में एक मधु नाम की लड़की थी। वो सच में बला की खूबसूरत थी। जब से वो मेरे दफ़्तर में काम करने के लिए आई, मैं तो बस उसको ही देखता रहता था। उसकी फ़ीगर कमाल की थी और लम्बे लम्बे बाल थे। उसके बड़े बड़े बूब्स देख कर तो मैं पागल ही हो जाता था और हर वक्त सोचता रहता था कि कब मैं इन बूब्स को चूस पाऊंगा। मैं अपने केबिन से छिप छिप कर उसको देखता रहता और उसके साथ सेक्स करने के सपने देखता रहता था। उसने भी मेरी यह बात पकड़ ली थी मैं उसको देखता रहता हूँ लेकिन उसने कभी कुछ नहीं कहा। शायद वो भी मेरी तरफ़ आकर्षित थी।
लेकिन एक दिन ऐसा हुआ कि मेरे सारे सपने सच हो गए।
हुआ यूं कि एक दिन मधु मेरे केबिन में आई और उसने मुझे कहा कि उसे वेतन के अलावा कुछ और पैसों की जरूरत है और वो ये पैसे धीरे धीरे वापिस कर देगी। लेकिन मैं उसके साथ सेक्स करना चाहता था इसलिए मैंने उसे कहा कि अगर वो मुझ पर विश्वास करती है तो मैं उससे अकेले में मिलना चाह्ता हूं।
वो मान गई। मैंने उसे घर आने को कहा और कहा कि पैसे मैं घर पर ही दे दूंगा। अगले तीन दिन के लिए दफ़्तर बंद था और मेरे घर वाले भी बाहर गए हुए थे इसलिए मैंने उसे अगले दिन सुबह घर पर बुला लिया।
अगले दिन जब वो घर आई तो उसने जीन्स और शर्ट पहनी हुई थी और बाल खुले हुए थे। उस वक्त वो कयामत लग रही थी। उसे देख कर मेरा लण्ड एक दम से खड़ा हो गया। मैंने बड़ी मुश्किल से अपने आप को सम्भाला और उसे अपने बेडरूम में ले गया। मैं बस तरीका सोच रहा था कि किस तरह से मैं उसको चोदूं ! तब मैंने उसको अपने पास बुलाया और उसके हाथ अपने हाथों में ले कर कहा,” मधु, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ.”
उसने यह सुन कर कहा कि वो मुझ से प्यार करती है. यह सुन कर मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा और मैंने उसे अपनी बाँहों में जकड लिया। उसके बूब्स मेरी छाती से छू रहे थे और मैं और ज़्यादा पागल हो रहा था मैंने उसे अपनी गोद में बिठा लिया और उसके चेहरे को अपने हाथों से सहलाने लगा. अब मैं उसको अपने और करीब ले कर आया और अपने होंठो को उसके होंठों पर रख कर चूमने लगा। मैं बड़े प्यार से उसके होंठों को चूम रहा था और वो भी इसका मजा ले रही थी।
काफ़ी देर तक चूमने के बाद मैं उसके पूरे चेहरे पर चूमने लगा उसके गालों पर, उसकी गर्दन पर। फिर मैंने उसकी शर्ट का पहला बटन खोला वो एक दम से बोली यह क्या कर रहे हो, मैंने कहा हम एक दूसरे से प्यार करते हैं इसलिए इसमें कोई बुराई नहीं है, यह बोलते बोलते मैंने उसकी शर्ट के तीन चार बटन खोल दिए। अब मुझे उसकी ब्रा नज़र आ रही थी और ब्रा में बंद उसके बड़े बड़े बूब्स बाहर निकलने को तड़प रहे थे।
मैंने उसकी शर्ट उतार दी और वो ब्रा में तो कयामत लग रही थी। तब उसका ध्यान मेरे लंड पर गया जो बहुत खड़ा हो चुका था और उसे बार बार चुभ भी रहा था।
मैंने कहा- इसे देखना चाहोगी?
तब उसने मेरी पैंट का बटन खोल कर मेरी पैंट और मेरा अंडरवियर भी उतार दिया और मेरे लंड को ले कर जोर जोर से मसलने लगी। तब वो मेरा लंड अपने मुंह में ले कर उसे चूसने लगी। उसके चूसने से मेरा लंड और भी बड़ा हो गया। उसे मेरे लंड को चूसने में और उसके साथ खेलने में बड़ा मज़ा आ रहा था लेकिन मुझ से कंट्रोल नहीं हो रहा था इसलिए मैंने उसे उठा कर उसकी पैंट भी उतार दी। उसने पिंक कलर की पैंटी पहनी हुई थी। वोह सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में मेरे सामने खड़ी थी, मैं अपने पर कंट्रोल नहीं कर पा रहा था और मैं उसको पागलों की तरह चूमने लगा।
मैंने उसको उल्टा किया और अपने मुंह से उसकी ब्रा के हुक खोल दिए। अब वो भी तड़प रही थी चुदवाने के लिए। उसके बूब्स को देख कर मेरा लंड ज़ोर ज़ोर से झटके खाने लगा तब सबसे पहले मैंने उसके निप्पल को चूपा। उसके निप्पल भी बड़े सखत हो रखे थे और मुझे भी उन्हें चूपने का बड़ा मज़ा आ रहा था।
वो भी बहुत तड़प रही थी और बार बार बोल रही थी- और ज़ोर से, और ज़ोर से.
फिर मैं उसके बूब्स को दोनों हाथों से ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और वो चीखने लगी फिर मैंने उसकी पैंटी को अपने दांतों से खींच कर उतार दिया। मेरे इस तरह करने से वो और ज़्यादा तड़पने लगी। तब मैंने उसकी चूत को देखा, उसकी चूत पर बाल नहीं थे और उसकी चूत बहुत मस्त लग रही थी। उसकी चूत को देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया और मैं उसकी चूत को चाटने लगा। मधु ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी आ आ आ आ ओ ऊ ऊ ओ ओ करने लगी
थोडी देर तक उसकी चूत चाटने के बाद मैंने देखा की वो बहुत गरम हो चुकी थी लेकिन मैं उसको और गरम करना चाहता था इसलिए अब मैं अपने लंड को उसके पूरे बदन पर घुमाने लगा, पहले उसके चेहरे पर अपने लंड को लगाया फिर उसकी गर्दन पर, फिर उसके बूब्स पर, उसके निप्पल पर, उसके बूब्स के बीच में अच्छी तरह मैं अपने लंड को लगा रहा था। मेरे लंड से जो पानी निकल रहा था वो भी उसके पूरे बदन पर लग रहा था जिससे वो और ज़्यादा गरम हो रही थी। मैंने अपने लंड को उसके बूब्स के बीच में अच्छी तरह दबा दिया वो भी मेरे लंड को अपने बूब्स में रख कर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगी।
तब उसने मुझसे कहा- अरुण, अब और सहा नहीं जा रहा इस लंड को मेरी चूत में डाल कर मेरी प्यास शांत कर दो।
मैं नीचे लेट गया और मधु मेरे ऊपर बैठ गई उसने मेरा लंड पकड़ा और पहले अपनी चूत पर घिसने लगी फिर मैंने एक झटके से अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया मेरे लंड डालते ही मधु ज़ोर से चीखी। मेरा लंड उसकी चूत के अन्दर था और मधु ज़ोर ज़ोर से हिलने लगी। वो ज़ोर ज़ोर से हिल रही थी और मैं कभी उसके बूब्स को दबा रहा था और कभी उसके निप्पल को चूप रहा था। थोड़ा देर बाद हम दोनों झड़ चुके थे।
फिर थोडी देर बाद हम दोनों बाथरूम में गए और इक्कठे नहाते वक्त एक बार फिर सेक्स किया। वो तीन दिन मधु मेरे साथ ही रही और हमने उन तीन दिनों में कई बार सेक्स किया, कभी बाथरूम में, कभी किचन में, कभी सीढियों में, कभी डाइनिंग टेबल पर और कभी ज़मीन पर। वो तीन दिन मेरी जिंदगी के सबसे खूबसूरत दिन थे।
अगर आपको मधु के साथ मेरा ये किस्सा पसंद आए तो ज़रूर बताएं ताकि मैं मधु के साथ और किस्से भी आपके साथ बाँट सकूं. मुझे ज़रूर बताएं कि आपको मेरा ये किस्सा कैसा लगा
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08-10-2018, 05:43 PM, (This post was last modified: 08-10-2018, 07:35 PM by poojagupta.)
#2
RE: मैंने मधु को चोदा
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम राजेश और मैं उत्तराखंड का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 22 साल है और लम्बाई 5.6 इंच है और मेरे लंड की लम्बाई 7 इंच है देखने में मैं बहुत खूबसूरत तो नहीं पर ठीक-ठाक लगता हूँ | अब ज्यादा बकवास ना करते हुए अपनी आज की कहानी की तरफ ले चलता हूँ | दोस्तों यह मेरी आज की कहानी मेरी नौकरानी की है  | उसकी उम्र कोई 20 साल के करीब है और उसकी अभी तक शादी नहीं हुई है | उसका नाम रचना है और दिखने में बहुत ज्यादा सेक्सी है | उसका सावला रंग और उसके बूब्स का साईज़ 32-28-36 है | लेकिन वो बिल्कुल मस्त दिखती थी | रचना हमारे घर पर दो टाईम काम करने आती थी, एक सुबह और दूसरा शाम को और मैं हमेशा रचना के जिस्म को देखकर उसे चोदने के बारे में सोचता रहता था | लेकिन मुझे कभी भी मौका ही नहीं मिलता था और वैसे रचना बहुत कम बोलती थी | वो बस अपने कामो में लगी रहती और काम खत्म करके अपने घर पर चली जाती थी | फिर एक दिन हमारे पर बर्थडे पार्टी थी | रचना को वहां पर काम करते करते थोड़ी रात हो गई और मुझे उसे उसके घर पर छोड़कर आना पड़ा | मैंने अंदर से अपनी बाईक को बाहर निकाल लिया और में उसे छोड़ने के लिए चला गया |



फिर जब रचना मेरे कंधे पर हाथ रखकर बाईक पर चड़ी तो उसके बड़े-बड़े बूब्स मेरी पीठ पर छूने लगे और मैं बाईक को धीरे-धीरे ब्रेक मारता हुआ चला रहा था | लेकिन उसका घर पास में ही था तो मुझे थोड़ा ही मज़ा लेने का मौका मिला और उस रात के बाद से मेरी रचना से थोड़ी बात होनी शुरू हो गई और में अपनी बाईक पर बिठाकर लगातार उसको घर पर छोड़ने जाने लगा और उसके मज़े लेने लगा और उसके बाद से मैंने भी ध्यान दिया था | जब भी में नहाकर बाथरूम से आता तो रचना मुझे छिपकर देख रही होती थी और मैं भी जब वो सफाई करती थी तो उसके मोटे मोटे बूब्स को देखा करता था | जब वो देखती कि में उसके बूब्स देख रहा हूँ तो वो और झुककर सफाई करने लगती थी | जिसकी वजह से मुझे उसके बूब्स और भी ज्यादा अन्दर तक नजर आते और में मन ही मन बहुत खुश हुआ करता था |  अब में सिर्फ़ उस दिन का बहुत बेसब्री से इंतजार कर रहा था | कि घर पर जब कोई नहीं होगा तो में अपना शिकार पकड़ लूँगा | वो भी शायद अब मुझसे यही चाहती थी | वो हमेशा किसी ना किसी बहाने से मुझे अपने बूब्स के दर्शन कराया करती थी | फिर आखिरकार बहुत इंतजार करने के बाद वो दिन आ ही गया | जब उस दिन घर पर सुबह-सुबह कोई भी नहीं था | मम्मी-पापा किसी काम से बाहर सुबह ही चले गये और उनको शाम को वापस आना था | फिर रोज की तरह रचना घर पर अपना काम करने के लिए आई और फिर वो सफाई कर रही थी | मैं बेडरूम में जाकर बेड पर बैठ गया और में उसके बूब्स देख रहा था और वो मुझे धीरे-धीरे मदहोश करने लगे थे | तभी उसने भी मुझे देख लिया लेकिन फिर मैं उसके बूब्स देख रहा था | मुझे उसके बूब्स देखने में बहुत मज़ा आ रहा था | क्योंकि मुझे किसी का डर नहीं था और वो मुझे तिरछी नजरों से देखकर मुस्कुरा रही थी | मुझे अपनी और आकर्षित कर रही थी और फिर वो भी धीरे-धीरे अपना काम करते हुए बेडरूम से बाहर चली गयी और अब वो पूरी सफाई कर चुकी थी और अपने घर पर जाने वाली थी |



फिर उसने मुझसे कहा कि में अब जा रही हूँ और शाम को आ जाउंगी | मैंने तभी उसको बोला कि रचना एक मिनट अंदर आओ | वो चुपचाप अंदर आ गई, लेकिन वो बहुत शरमा रही थी और फिर वो बोली कि हाँ जी कहिए क्या काम है | मैंने उससे बोला कि तुम पहले यहाँ पर बैठो और वो चुपचाप बैठ गयी | मैंने उससे कहा कि क्या तुम्हे पता है कि तुम कितनी सुंदर हो | तो वो शरमाने लगी और उसने अपनी नजरे एकदम झुका ली और फिर मैंने एकदम सही मौका देखकर उसका एक हाथ पकड़ लिया तो वो नर्वस होने लगी और बोली कि आप यह क्या कर रहे हो | तो मैंने बोला कि में तुम्हे हाथ लगाकर तुम्हे छूकर देख रहा हूँ और फिर में अपना हाथ उसकी कमर पर लगाने लगा | लेकिन वो कुछ नहीं बोली और बीच में अपनी दोनों आखें बंद करके मुहं घुमाकर मुझसे बोल रही थी कि बस करो रहने दो, कोई आ जाएगा छोड़ दो मुझे कोई आ जाएगा तो हमे देख लेगा | फिर मैंने जैसे ही उसकी नाभि पर हाथ रखा तो उसने सिसकियाँ लेनी शुरू कर दी और उसने आखें बंद करके मुहं ऊपर की तरफ कर लिया |



फिर मैंने उसकी गर्दन पर किस करना शुरू कर दिया और उसने भी मेरा साथ देते हुए मुझे हग करना शुरू किया | जिससे मुझे उसको बेड पर लिटाने में थोड़ी आसानी हो गयी और मैंने उसकी गर्दन पर किस करते हुए उसके होंठो पर किस किया और उसने भी जमकर मेरा साथ दिया तो वैसे ही मैंने उसके मोटे मोटे बूब्स को दबाने शुरू कर दिया और रचना भी मुझे पागलों की तरह चूमने लगी | फिर उसने मुझे इस तरह ज़ोर से चूमा कि वो मेरी पूरी जीभ अपने मुहं में ले गयी और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी | फिर मैंने चूसते-चूसते रचना को पूरा नंगा कर दिया था और वो भी मेरे कपड़े उतार रही थी | फिर रचना ने मेरी अंडरवियर को उतार दिया और मेरे लंड को देखकर उसके चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कान आ गयी और वो मेरे लंड को मुहं में लेकर चूसने लगी | वो समय मेरे लिए किसी जन्नत से कम नहीं था और वो मेरे लंड को 20 मिनट तक लगातार चूसती रही और अब मैंने उसे 69 की पोज़िशन में कर दिया | फिर मैंने देखा कि उसकी चूत बिल्कुल साफ थी | उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था | मैं भी उसकी चूत को पागलों की तरह ज़ोर से चाटने लगा तो ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी और अपनी गांड को उठा उठाकर मुझे अपनी चूत में घुसाकर चटवाने लगी और कहने लगी कि अह्ह्ह  ओह्ह्ह  हाँ और ज़ोर से | करीब दस मिनट तक लगतार उसकी चूत चूसने के बाद वो और भी तड़पने और कहने लगी, प्लीज और ज़ोर से चूसो खा जाओ इसे |



फिर में समझ गया कि अब यह झड़ने वाली है, में उसे और भी ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा और करीब दो मिनट के बाद में वो झड़ गयी और उसने मुझे ज़ोर से गले से लगा लिया | मैंने उसकी दोनो टांगों को फैलाकर अपने लंड को उसकी चूत के मुहं पर रखा और रगड़ने लगा और हल्का सा धक्का देकर अंदर किया उसकी चूत बहुत टाइट थी मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुस गया | वो चीख उठी वो कहने लगी प्लीज इसे बाहर निकालो बहुत दर्द हो रहा है | उसकी चूत से खून निकलने लगा था | मैं उसको चूमने लगा तब जाकर वो कुछ शांत हुई | अब उसे भी मज़ा आने लगा था वो सिसकियाँ भरने लगी और अब मैंने एक जोरदार झटका मारा तो एकदम उसकी बहुत ज़ोर से चीख निकल गयी और वो बोली कि प्लीज थोड़ा आह्ह धीरे करो ओह्ह्ह प्लीज  | फिर मैंने एक और झटका मारा तो मेरा पूरा का पूरा लंड अंदर चला गया और उसके मुहं से अह्ह्ह इह्ह्ह उम्ह्ह्ह  इश्ह्ह ओफ्फ्फ जैसी आवाज़े निकलने लगी और अब में उसकी कमर को पकड़कर अपने लंड को ज़ोर-ज़ोर से धक्के देकर अंदर करने लगा | फिर 30 मिनट तक लगातार चोदने के बाद हम दोनों झड़ गए और उसने मुझे अपनी बाहों में कसकर भर लिया | मैं उसको बाथरूम में ले गया और हम दोनों ने साथ में स्नान किया |



फिर कुछ देर बाद हम उठे और हम दोनों ने अपने-अपने कपडे पहने फिर वो चली गई | लेकिन जब वो शाम को वापस आई तो किचन में बर्तन साफ कर रही थी | फिर में उसे पीछे से पकड़कर उसकी गर्दन को चूमने लगा और उसकी गांड पर मेरा खड़ा लंड घुस रहा था | वो फिर से मदहोश होने लगी | फिर मैंने उसे अपनी गोद में उठाया और बेडरूम में ले गया और मैंने उसके कपड़ो को उतारकर बूब्स को चूसना शुरू कर दिया | उसकी मस्त गांड देखकर मैंने उसको घोड़ी बनने को कहा पहले तो वो मना करने लगी पर मेरे बहुत कहने पर मान गयी फिर मैंने उसकी गांड पर थोडा हेयरआयल लगाया और उसकी गांड में अपना लंड डाल दिया | उसकी गांड भी आज तक किसी ने नहीं मारी थी जिसकी वजह से उसे बहुत दर्द हो रहा था | मैं धक्के लगाता रहा कुछ देर बाद उसका दर्द कम हो गया था | वो वो भी अपनी गांड उचका कर मेरा पूरा साथ दे रही थी और अपनी चूत में उँगली डाल रही थी | उसके बाद मैंने उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया और उसकी मस्त चुदाई की | मुझे जब भी मौका मिलता था मैं उसकी चुदाई करता था | वो भी मुझसे बहुत खुस थी |
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08-10-2018, 05:44 PM, (This post was last modified: 08-10-2018, 07:36 PM by poojagupta.)
#3
RE: मैंने मधु को चोदा

आप सभी पाठको को मेरा मेरा नमस्कार मेरा नाम कुलदीप है | मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 21 साल है और मेरा रंग सांवला है | मेरी बॉडी देखने में ठीक-ठाक है | आज मैं आप लोगो के समक्ष अपनी जिन्दगी की सबसे हसीं दास्तान को लेकर आया हूँ | आशा है की आपको पसंद आएगी |


बात आज से दो साल पहले की है मैं जिस कॉलेज में पढता था| उसमे पूर्णिमा नाम की एक मैडम पढ़ाती थी | उनका फिगर बहुत ही मस्त था | उनपर कॉलेज का हर लड़का फ़िदा था | उनके बूब्स को और उठी हुई गांड देखकर मेरा भी लंड कंट्रोल से बाहर होने लगता था | मैं कभी- कभी उनके नाम की मुठ मार के अपने लंड को शांत करता था | मैंने उनके पास कोचिंग लगवा ली और मैं एक दिन भी बिना मिस किये रोज उनके पास जाया करता था | मैं पड़ने में ठीक था इसीलिए मैं थोड़े ही दिनों मैं उनका फेवरेट स्टूडेंट बन गया | अब अगर उन्हें कोई भी काम होता तो मुझे बुला लेती और मुझसे अपना काम करवा लेती |

एक दिन मैं अपनी बाइक से कॉलेज जा रहा था | तो मैंने देखा की पूर्णिमा मैडम बस स्टैंड पर खड़ी थी | मैंने उनके पास बाइक रोकी और उनसे पूछा की आप यहाँ क्यूँ खड़ी है | तो उन्होंने बताया की उनकी स्कूटी खराब हो गयी है जिसके कारण वो आज बस से जा रही है | मैंने उनसे बाइक पर बैठने को कहा वो पहले तो मना करने लगी | पर मेरे बहुत कहने पर वो मान गयी और मेरी बाइक पर बैठ गयी | हम दोनों कॉलेज के लिए निकल पड़े रास्ते में सड़क थोड़ी खराब थी | जिसके कारण मुझे ब्रेक लगानी पड़ी | उनके मुस्सम्मी जैसे बूब्स मेरी पीठ में लड़ गये | मुझे एक दम ऐसा लगा जैसे मेरे शरीर में 440 वाल्ट का झटका लगा हो | मैंने उनको सॉरी बोला और हम दोनों कॉलेज पहुँच गए |

उस दिन मेरा मन एक भी क्लास में नहीं लगा मैं दिन भर उनके बारे में सोचता रहा की मैं कैसे उनकी चुदाई करू | छुट्टी के समय मैंने फिर उनसे कहा की मैडम चलो मैं आपको घर छोड़ देता हूँ | वो मेरी बाइक पर बैठ गयी हम दोनों घर के लिए निकले ही थे की रास्ते में पानी बरसने लगा | हम दोनों पूरी तरह से भीग चुके थे | मैं मैडम के घर पहुंचा तो मैडम ने मुझे अन्दर आने को कहा | मैंने कह नहीं मैडम मैं घर चला जाऊंगा | पर उन्होंने कहा की तुम पूरी तरह से भीग चुके हो और अभी बारिश भी नहीं रुकी है | अंदर आकर अपने कपडे सुखा लो फिर बारिस रुक जाए तो चले जाना | मैं उनके घर के अन्दर पहुंचा उन्होंने मुझे टावेल लाकर दी | वो खुद भी पूरी तरह से भीगी हुई थी | भीगने की वजह से उनके बूब्स साफ़ चमक रहे थे | उनके निपल्स कड़े हो गए थे जो ब्लाउस के ऊपर से साफ़ दिखाई दे रहे थे |

मेरी नजर उनके निपल्स से हट ही नहीं रही थी | फिर वो अपने र्रोम में कपडे बदलने चली गयी | मैं भी चुपके से उनके दरवाजे के पास जाकर खड़ा हो गया और उनको कपडे बदलते हुए देखने लगा | उन्होंने अपनी साड़ी निकाली और ब्लाउस और पेटीकोट भी निकाल दिया | अब वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी वो बहुत ही हॉट लग रही थी | मेरा मन तो कर रहा था की बस उनको पकड़ कर चोद दूं पर मुझे डर भी लग रहा था | उन्होंने अपनी ब्रा और पैंटी भी निकाल दी अब वो मेरे सामने बिलकुल नंगी खड़ी थी | उन्होंने रेड कलर का गाउन पहन लिया और वापस आने लगी |

मैं जल्दी से जाकर सोफे पर बैठ गया और टावेल से खुद को पोछने लगा | वो मेरे पास आई और मुझसे कहने लगी की कपडे निकाल कर सुखा लो पर मैंने कहा की नहीं मैम मैं ऐसे ही ही ठीक हूँ क्यूंकि मेरा लंड एक दम तना हुआ था | उन्होंने शायद इस बात पर गौर किया और मेरी तरफ एक प्यारी सी स्माइल दी | फिर उन्होंने कह की तुम बैठो मैं तुम्हारे लिए चाय बनाकर लाती हूँ | वो चाय बनाने के लिए रसोई में चली गयी और मैं वहीँ पर बैठ कर उनके बारे में सोंचता रहा | उनका नंगा बदन मेरी आँखों के सामने घूम रहा था | थोड़ी देर बाद वो मेरे लिए चाय बनाकर लायी | वो जब मुझे चाय देने के लिए झुकी तो उनके बूब्स साफ़ चमक रहे थे | क्यूंकि उन्होंने गाउन के अन्दर कुछ नहीं पहना था | मेरी नजर उनके बूब्स पर टीकी थी | उन्होंने इस बात को भाप लिया वो मुझसे पूछने लगी की क्या हुआ कुलदीप क्या देख रहे हो | मैंने अपनी नजरे उनपर से हटाई और कहा कुछ नहीं मैडम और फिर हम दोनों ने बैठ कर चाय पी |

वो मेरे ताने हुए लंड को घूरे जा रही थी | मैं अपने लंड को शांत करने की कोसिस कर रह था | फिर वो मेरे पास आकर बैठ गयी और मेरी शर्ट के बटन खोलकर कहने लगी की तुम इसे निकाल कर सुखा क्यूँ नहीं लेते | फिर उन्होंने मेरी शर्ट उतार दी | फिर उन्होंने मुझसे पैंट को निकालने को कहा मैंने कहा नहीं मैडम मैं ऐसे ही ठीक हूँ | उन्होंने कहा नहीं पैंट निकाल दो नहीं तो सर्दी लग जाएगी मैंने कहा नहीं मैडम मुझे शर्म आती है | उन्होंने कहा की मेरे सामने कैसी शर्म और फिर उन्होंने मेरी पेंट खोल दी | मैंने पैंट निकाली तो मेरी अंडरवियर में मेरे लंड का उभार बिलकुल साफ़ दिखने लगा |

मैडम ने मेरी लंड की तरफ देखा और मुझसे कहने लगी की इसको क्या हुआ | ये इतना क्यूँ ताना हुआ है | मैडम अब जब मुझसे इतना खुलकर बातें करने लगी थी मैं समझ गया की मैडम के मन में क्या है | मैंने कहा मैडम इसको आपने ही परेशान करके रखा हुआ है | मैडम ने कहा वो कैसे | मैंने कहा की इसने जब से आप को कपडे बदलते हुए देखा है तब से बैठने का नाम ही नहीं ले रहा | मैडम मेरी तरफ देखकर मुस्कुराई और कहने लगी अच्छा तो तुमने सब कुछ देख लिया |
मैंने कहा हाँ मैडम आप इतनी खूबसूरत है की मेरा मन मान ही नहीं रह था | फिर मैडम ने कहा तुमने मेरी चूत के दशन किये है चलो अब तुम अपना लंड मुझको दिखाओ | मैंने झट से अंडरवियर नीचे किया मेरा लंड फड़फड़ा कर बाहर निकल आया | मैडम मेरे लंड को देखती ही रह गयी | उन्होंने कहा की तुम्हारा लंड तो बहुत मस्त और मोटा है फिर वो मेरे लंड को अपने हाँथ में लेकर सहलाने लगी और कहने लगी की लाओ ये मेरी वजह से परेशान है तो मैं ही इसकी परेशानी दूर करूंगी |
उन्होंने मेरे लंड को अपने मुहँ में ले लिया और उसको चूसने लगी मुझे बहुत मज़ा आ रहा था | इतने दिनों का मेरा सपना आज पूरा होने वाल था | वो मेरे लंड को लोलीपॉप की तरह चुसे जा रही थी | मैं मैडम के मुहँ में धक्के लगाने लगा और उनके मुहँ को चोदने लगा | थोड़ी देर बाद मैं झड़ने वाला था मैंने कहा की मैं झड़ने वाला हूँ | उन्होंने कहा की मुहँ में ही झड जाओ फिर मैंने अपना सारा माल मैडम के मुहँ में छोड़ दिया | उनका पूरा मुहँ मेरे वीर्य से भर गया | वो मेरा सारा माल गटक गयी और मेरे लंड को चाट कर साफ़ कर दिया |

फिर मैंने उनको अपनी बाँहों में भर लिया और उनके मम्मो को मसलने लगा | मैं उनकी गर्दन पर किस करने लगा और उनका गाउन उतार दिया वो मेरे सामने अब बिलकुल नंगी खड़ी थी | मैंने उनको सोफे पर लिटाया और उनकी चूत को चाटने लगा | उनके मुहँ से मादक सिसकियाँ निकलने लगी | मैंने उनकी चूत में अपनी जीभ डाल दी और उनकी चूत को जीभ से चोदने लगा | थोड़ी देर बाद उनका शरीर अकड़ने लगा और उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया | मैं उनका सारा रस पी गया और उनकी चूत को चाट कर साफ़ किया |

फिर उन्होंने मेरे लंड को अपने मुहँ में लिया और चूसकर उसको खड़ा कर दिया | वो अब चुदने के लिए तैयार थी उन्होंने लंड अपनी चूत पर सटाया और अन्दर डालने को कहा | मैं उनकी चूत पर अपना लंड रगड़ने लगा वो बहुत गरम हो चुकी थी और मुझसे कहने लगी की अब मुझे मत तडपाओ कुलदीप प्लीज मेरी चूत में अपना लंड डाल दो मैंने एक झटके में अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया | उनकी चीख निकल गयी मैं उनको किस करने लगा और उनके बूब्स को दबाने लगा | मैंने झटके लगाने सुरु किये और वो भी अपनी कमर उचका कर मेरा पूरा साथ दे रही थी मैंने लगभग 20 मिनट तक उनकी चूत मारी फिर उनका शरीर अकड़ने लगा | मैं समझ गया की वो झड़ने वाली है मैंने धक्के और तेज कर दिए | थोड़ी देर बाद वो झड गयी पर मैं अभी नहीं झडा था | मैं धक्के लगाता रहा लगभग 10 मिनट बाद मैं भी उनकी चूत में झड गया | हम दोनों एक दुसरे पर लेटे रहे और वो मुझे किस करती रही | उन्होंने मुझसे कहा की आज तक इतना सुख मुझे कभी भी नहीं मिला | आज तुमने पूरी तरह संतुष्ट कर दिया है आज से मैं तुम्हारी हूँ | उसके बाद हम दोनों ने साथ में नहाया और मैंने उनकी फिर से चूत मारी |
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