RE: XXX Sex महाकाली--देवराज चौहान और मोना चौधरी सीरिज़
“मोना चौधरी के पास नहीं है नगीना।” | उसी पल बांके ने पास खड़े डिसूजा की टांग पर गोली चला
दी।
फायर का तेज धमाका हुआ। डिसूजा की चीख गूंजी। वो टांग थामे नीचे बैठता चला गया। पारसनाथ ने उसी पल, बांकेलाल राठौर पर छलांग लगा दी। वहां बैठे लोगों की चीखें गुंज।
पारसनाथ और बांकेलाल राठौर, दोनों आपस में भिड़े नीचे गिरते चले गए।
“तंम म्हारे को पकड़ो हो।” बांकेलाल राठौर ने अपने ऊपर पड़े पारसनाथ को दूर उछाल फेंका।
पारसनाथ फौरन संभला। रिवॉल्वर बांके के हाथ से छूट चुकी थी।
पारसनाथ तेजी से बांकेलाल राठौर पर झपटा। बांके ने उसे चूंसा मारा, जिसे रोककर पारसनाथ ने जूते की जोरदार ठोकर उसके पेट में मारी।।
बांके चीखकर पीछे को हुआ।
पारसनाथ ने नीचे पड़ी बांके की रिवॉल्वर उठा ली। खतरनाक हो चुका था पारसनाथ का चेहरा।
बांकेलाल राठौर भी सुलग रहा था।
अगर मोना चौधरी ने नगीना को उठाया होता तो मैं तेरे को पक्का गोली मार देता बांके। लेकिन मामला कुछ और है। मोना चौधरी ने नगीना को नहीं उठाया। तेरे को गलतफहमी है, इसलिए तेरे को जाने दे रहा हूं।”
*अंम थारे को ‘वड' दयो।” बांकेलाल राठौर गुर्राया।
निकल जा यहां से ।”
“अंम फिर आयो हो ।” बांकेलाल राठौर ने दांत भींचकर कहा और बाहर की तरफ बढ़ गया।
पारसनाथ उसे तब तक देखता रहा, जब तक कि वो बाहर न निकल गया।
वहां खाना खाने वाले लोग घबराकर पहले ही जा चुके थे। पारसनाथ ने डिसूजा को चैक किया। खतरे से बाहर थी उसकी हालत। गोली मांस को छीलती निकल गई थी।
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मखानी।” कानों में शौहरी की फुसफुसाहट पड़ी—“तूने तो कमाल कर दिया।”
तो मैंने बढ़िया काम किया।” बांकेलाल राठौर मुस्कराया।
निःसंदेह ।”
अब बता लड़की कहां मिलेगी मुझे?”
“अभी काम बाकी है।”
क्या मुझे दोबारा पारसनाथ के पास जाना होगा?”
“नहीं। महाजन के पास जाना है। इसी तरह का झगड़ा उससे करना है। उससे थोड़ा ज्यादा झगड़ा करना।”
“समझ गया। लेकिन महाजन कहां है, मैं नहीं जानता।”
मुझे सब पता है। चल मैं तेरे को वहां ले चलता हूं।”
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
|