Desi Sex Kahani नखरा चढती जवानी दा
01-29-2021, 11:48 AM,
#23
RE: Desi Sex Kahani नखरा चढती जवानी दा
कड़ी_03 रीत अपनी अक्टिवा चलाकर जल्दी से अपनी दोस्त के घर गई, उसकी दोस्त का नाम ज्योति है। ज्योति रीत की बेस्ट दोस्त है, और रीत अपनी सारी बातें सारे सीक्रेट उसके साथ ही शेयर करती है। वैसे ज्योति भी किसी से कम नहीं थी, वो भी एक सेक्सी जवान लड़की थी। पर रीत से कम ही थी। ज्योति का रंग सांवला और उसकी हाइट 5'5" इंच है।
रीत ज्योति के घर के बाहर आकर अपनी अक्टिवा का हार्न मारती है। हार्न की आवाज सुनकर ज्योति झट से भागी-भागी बाहर आती है। रीत ने ज्योति की तरफ देखा। ज्योति स्कूल में शुरू से एक छोटी सी स्कर्ट डालकर
आती थी, जो उसके घुटनों तक आती थी। दर्शल बात ये है की रीत के स्कूल में स्कर्ट और सूट दोनों अलोड है।
रीत- मुझे समझ में नहीं आता, की तुझे अपनी नंगी टाँगें दिखाने का क्या शौक चढ़ा है?
ज्योति- भगवान करे तेरी ये बात सच हो जाए, सारे लड़के मेरी नंगी चिकनी टांगों को देखें।
रीत- हाए मेरे भगवान्... इस लड़की को आखिर क्या हो गया है?
ज्योति- अच्छा चल अब बहुत हुआ, चल स्कूल अपना लेक्चर मुझे बाद में सुना दियो।
ज्योति रीत की अक्टिवा के पीछे अपनी दोनों टाँगें खोलकर बैठ जाती है। जिसकी वजह से अब ज्योति की स्कर्ट
और ऊपर हो जाती है। अब उसके चूतड़ भी नंगे हो जाते हैं। रास्ते में सब लड़के और मर्द रीत की बड़ी-बड़ी चूचियां और ज्योति के नंगे चिकने चूतड़ देख रहे थे। तभी उनके पास एक बाइक आ जाती है।
बाइक भी उनकी अक्टिवा के साथ चलने लगती है। बाइक पर लड़के बैठे हए थे, जिसमें से एक लड़के का नाम हरी था। हरी ज्योति का बायफ्रेंड था, जैसे ही ज्योति हरी को देखती है। तभी वो हरी को सेक्सी स्माइल के साथ हेलो कह देती है। रीत को पता लग जाता की हरी की बाइक उसके साथ चल रही है। लेकिन रीत भी उसे इग्नोर कर रही थी, और उसका ध्यान सिर्फ रोड पर था।
हरी ज्योति के नंगे चूतड़ों की तरफ देख रहा था, और साथ-साथ अपने हाथों से ज्योति को सेक्सी इशारा कर रहा था। ज्योति हरी को इशारा अपने साथ बैठे लड़के की तरफ करके कहता है।
हरी- “काम किया इसका जो मैंने तुझे कहा था करने के लिए?"
ज्योति- “ओहह... सच यार वो काम तो मैं करना ही भूल गई, पर तू फिकर ना कर मैं पूछकर बताऊँगी ओके..."
हरी- “ठीक है मैं इंतेजार कर रहा हूँ..” कहकर हरी ने बाइक की रेस एकदम तेज कर दी, और अपनी बाइक लेकर आगे चला गया। फिर रीत ज्योति को कहती है।
रीत- “अच्छा अब मुझे समझ में आया की, तू ये छोटी सी स्कर्ट क्यों डालती है? तूने हरी को अपनी नंगी टाँगें जो दिखानी होती हैं ना.."
ज्योति- “हरी को मैं स्कर्ट में बहुत अच्छी लगती हैं। इसलिए मैं स्कर्ट सिर्फ और सिर्फ उसे दिखाने के लिए डालती हूँ।
रीत- वा बेटा वा... जिंदगी के मजे ले रही हो, करो करो।
ज्योति- अच्छा चल इन बातों को छोड़, मुझे एक बात करनी थी तुझसे बहुत जरूरी।
रीत- हाँ बोल क्या बात करनी है?
ज्योति- अच्छा मुझे ये बता जो लड़का अभी हरी के पीछे बैठा था, वो तुझे कैसे लगता है?
रीत- कुछ खास नहीं है।
ज्योति- “यार वो तुझसे बहुत प्यार करता है। उसने हरी को कहा था, की मैं तुझसे पूछकर बताऊँ की तेरी हाँ है या ना है?"
रीत- मेरी तरफ से प्यार के लिए साफ-साफ ना है।
ज्योति- “यार रीत मुझे तो समझ में नहीं आता, की तू क्यों हर लड़के को साफ ही ना कर देती है। तुझे ना जाने कितने लड़कों ने प्रपोज किया है। पर तू सबको ना कर देती है। तुझे नहीं लगता है की तेरी लाइफ में कोई ऐसा होना चाहिये, जिसे त अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करे, और वो अपनी जान से ज्यादा तुझे प्यार करे। अगर इतने लड़के मुझे प्रपोज करते तो कसम से मैं सबको हाँ कर देती.."
रीत- यार ज्योति, मेरा दिल नहीं करता ये काम करने का, और वैसे भी मैं सिंगल ही बहुत अच्छी हूँ।
ज्योति- चल ठीक है, वैसे तुझे पता भी है। आजकल सब लड़कों की नजरें तेरी चूचियों पर ही लगी रहती हैं।
रीत- मैंने तुझे कितनी बार कहा है की मुझसे ऐसी बातें ना किया कर। पता नहीं कब मेरी बात को समझेगी? ज्योति- यार रीत, तू तो ऐसे शर्माती है, जैसे तू किसी लड़के बात कर रही है। यार हम दोनों एक अच्छे दोस्त हैं, हम दोनों को अपनी सारी बातें शेयर करनी चाहिये। अच्छा चल मुझे ये बता की तेरी चूचियां अचानक इतनी
मोटी कैसे हो गईं?
रीत- यार मुझे नहीं पता ये कैसे हो गई, वैसे भी मैंने जानबूझ कर नहीं किए। ये अपने आप बड़ी हो गई हैं।
ज्योति- हाए रब्बा.. कसम से ऐसी मेरी चूचियां हो जाएं, तो मैं तो लड़कों को अपनी चूचियां दिखा-दिखाकर तड़पाकर ही उन्हें मार दूं।
रीत- मुझे पता है तेरा दिमाग इन्हीं सब बातों की तरफ ही जाता है। मुझे तो समझ में नहीं आता तू ये सब सोच भी कैसे लेती है?
ज्योति- मेरी जान तू फिकर ना कर, जिस दिन तेरी जवानी किसी के प्यार के लिए तड़पेगी तो तुझे मेरी ये बातें याद आएंगी।
रीत- प्लीज ज्योति... यार अब बंद कर अपनी बकवास। प्लीज स्टाप इट प्लीज।
इतनी देर में उनका स्कूल आ जाता है, और फिर वो दोनों स्कूल में चली जाती है।
दूसरी तरफ रीत के घर उसके पापा हरपाल और प्यारेलाल ड्राइंग रूम में बैठकर बातें कर रहे थे। सुखजीत अपने रूम में जाती है और फिर नहाने के लिए बाथरूम में जाती है। तभी उसकी नजर सामने लगे मिरर पर पड़ती है। जब वो घूमती है, तो उसे दिखता है, की उसका कुर्ता उसके दोनों मोटे-मोटे चूतड़ों में फँसा हुआ था। ये देखकर सुखजीत अपने मन में बोली।
Reply


Messages In This Thread
RE: Desi Sex Kahani नखरा चढती जवानी दा - by desiaks - 01-29-2021, 11:48 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,572,912 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 552,546 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,263,753 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 955,553 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,694,684 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,115,415 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,011,009 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,257,757 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,102,630 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 291,787 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)