RE: मस्तराम की मस्त कहानी का संग्रह
अब, वह हंस पड़ी… … …
जब, मुझे अब माहौल थोड़ा हल्का और खुशनुमा लगा तब मैंने उसे कहा की एक काम कर, आज मेरी यह सफेद बनियान पहन ले…
उस बनियान के गहरे गले में से, उसके चेस्ट पूरे बाहर आने को मचल रहे थे और उसके चेस्ट की भूरी भूरी चुचियाँ जो की उत्तेजित होकर बड़ी फूली हुई थीं.. !! वह भी साफ़ दिखाई पड़ने लगीं.. !!
वह हंसते हुए, बोली – भैया, एक बात तो है की जेंट्स को बनियान में बड़ा खुला खुला महसूस होता होगा… हम लड़कियों के कपड़े तो सब और से बंद रहते है, खास कर के अपने घर वाले पुराने कपड़े…
मैंने कहा की यहाँ पर फिलहाल कोई देखने वाला तो है, नहीं… तू चाहे तो घर में अपनी पसंद के कपड़े पहना कर… और फिर आँख मारते हुए, मैंने कहा – अगर तेरा दिल ना चाहे या गरमी बहुत लगे तो कुछ भी मत पहना कर… अब तेरे मेरे बीच में शर्म वाली, कोई बात तो नहीं रहना चाहिए… तभी तो, मजेदार फोटो शूट होगे…
वह खिलखाकर हंस पड़ी और हंसते हुए, मेरी और अपना टॉप फेंक के मार दिया…
अगली सुबह, जब वह उठी और जिम पहुँची तो मैंने वहां उसके कुछ फोटो ऐसे लिए, जिसमें उसके चेस्ट बनियान में से बाहर आते लग रहे थे।
उसके बाद, उसने सफेद बनियान में स्विमिंग पूल के कुछ इतने सेक्सी शॉट दिए की उन में मेरी बहन का मादक बदन देख, मुझे तुरंत बाथरूम में जाकर हस्तमैथुन का सहारा लेना पड़ा.. !! तब जाकर, मेरे बदन को कुछ ठंडक महसूस हुई.. !!
इसके अलावा, घरेलू काम करते हुए झुके हुए भी उसके बहुत से फोटो शूट किए.. !! जिनमें, मैंने बड़ी सफाई से ऐसा एंगल सेलेक्ट किया की किसी भी फोटो में उसका चेहरा दिख ही नहीं रहा था और दिख रहा तो पहचान में नहीं आता था.. !!
इन फोटोस के बदले में, हमें लगभग बीस हज़ार रुपए मिले.. !! जिन्हें, तत्काल हमें अपने पिताजी के बेहतर ट्रीटमेंट के लिए भेजना पड़े.. !!
अगले दो दिनों, में उस साइट से मेल आया की यदि मैं इसी इंडियन लड़की की कुछ और ओपन मतलब “न्यूड फोटो” भेजू तो वह हमें इसके लिए, बहुत ज़्यादा अमाउंट भेज सकते हैं.. !!
इधर धीरे धीरे, मेरी बहन भी मेरे साथ अब कुछ ज़्यादा ही बिंदास रहने लगी थी।
अब वह कई बार, मेरे सामने ही अपने कपड़े बदल लेती।
कभी कभी, तो कहती की भैया क्या मुझे ऐसे हाल में (ब्रा और पेंटी में।) देख कर आपको कुछ महसूस नहीं होता… तो मैं कहता की मैं तुझमें अपनी कस्टमर महसूस करता हूँ.. !! लेकिन, फिर भी मैं भी इंसान हूँ और मेरी भी भावनाएँ हैं… जिनको की मुझे वश में करना पड़ता है…
यह सब सुन, वह मंद-मंद मुस्कुराने लगी।
अगले दिन, सनडे था और बहुत जोरों से बारिश होने लगी। तब उसकी एक सहेली का हॉस्टल से फोन आया की वह हॉस्टल में बोर हो रही है और उससे मिलने आने वाली है।
तब मेरी बहन ने एक प्लान बनाया और कहने लगी की भैया, तुम अपना कैमरा तैयार रखो… मेरी जो सहेली यहाँ आने वाली है, उसका फिगर भी मेरी तरह बड़ा ही लाजवाब है… मैं उसे कहूँगी की घर पर कोई नहीं है और मस्ती मस्ती में, उसके कपड़े खुलवा लूँगी… तुम छुपकर तैयार रहना और मेरे और उसके, कुछ “अश्लील फोटो” शूट कर लेना…
मैं अपनी बहन के “शैतानी दिमाग़” की दाद दे गया.. !!
जब, मेरी बहन की सहेली आई तो वह बारिश में बहुत भीग चुकी थी.. !! इसलिए आते ही, मेरी बहन ने उसे मेरी बनियान और लूँगी दे दी.. !!
जिन्हें पहनने में, पहले तो वह आनाकानी करने लगी… लेकिन, जब उसे पता चला की पूरे घर और पीछे बंगले में कोई नहीं है तो वह चेंज करने के लिए, तैयार हो गई और बाथरूम में जाने लगी…
तो मेरी बहन ने उसे छेड़ते हुए रोका और कहा की क्यों शरमाती है… अपनी जवानी का, थोड़ा सा नज़ारा हमें भी दिख ला दे… आप दोनों के पास, एक ही चीज़ तो है…
फिर, उसने हंसते हुए वहीं रूम में अपने कपड़े खोलकर मेरी संडो बनियान और लूँगी, पहन ली.. !! जोकि, आगे से खुली हुई थी.. !!
मेरी नटखट बहन ने उसकी ब्रा भी खुलवा दी थी। जिस कारण, उसकी मोटी मोटी सफेद चुचियों बार बार दिख जाती थी।
बनियान में से, उसके चेस्ट ऐसे दिख रहे थे मानो, ठूस ठूस कर भरे हों।
उसके साथ ही, मेरी बहन ने भी एक छोटी सी कमर तक की सफेद इनर वेअर (समीज़) पहन रखी थी, जिसमें से उसकी काली ब्रा की स्ट्रेप बाहर आ रही थी और नीचे सफेद वाइट कॉटन की पैंटी थी, जिसमें से झुकने पर उसके मांसल कूल्हे बाहर आ रहे थे…
उसने मेरी बहन को कहा की क्या तू घर में ऐसे ही घूमती है… ?? तेरे साथ तो तेरा वह सेक्सी और हैंडसम भाई भी तो रहता है, जिस पर अपनी सभी सहेलियाँ मरती हैं… तो, मेरी बहन बोली की मेरा भाई बहुत ओपन है और उसे लड़कियों का खुलापन बहुत पसंद है… वह तो कहता है की जैसे चाहे, वैसे रहो… यह लूंगी और बनियान उसी की है और मैं पूरी रात, यही पहन कर सोती हूँ…
वह बड़ी खुश हुई और बोली की वाह यार, तेरे तो ऐश हैं… इतनी आज़ादी तो हमें हॉस्टल में भी नहीं है… तू किस्मत वाली है, जो तुझे ऐसा सेक्सी भाई मिला…
इधर, यह सोच कर की वह अकेली है, बड़े ही बेफ़िक्र अंदाज़ में बैठी थी।
और मैं चुप कर अपने इंपोर्टेड कैमरे से, उसकी और मेरी बहन की बड़ी ही बेहतरीन फोटो शूट कर रहा था।
वह दोनों बड़ी बेशर्मी से एक दूसरे के अंगों और उभारों पर हाथ रख, मस्ती करती जा रही थीं और बड़े ही बेशरम अंदाज़ में, भद्दे जोक्स और अश्लील बातें कर रही थीं।
मेरी बहन भी ऐसा नाटक कर रही थी, मानो मैं वहां हूँ ही नहीं।
या वो सच में भूल गई थी.. !!
या वो सच में भूल गई थी.. !! क्यूंकी, उसने एक बार भी मेरी तरफ नहीं देखा और ना ही किसी अश्लील हरकत से कोई पेरहेज़ ही की.. !!
नाश्ते पानी के दौर के बीच, मेरी बहन ने बड़ी सफाई से एक नाश्ते की प्लेट मेरी तरफ सरका दी.. !! जिसका, उसकी फ्रेंड को पता ही नहीं चला.. !!
मेरे इशारा करने पर उसने रूम की सभी लाइट्स चालू कर दी.. !! क्योंकि, बाहर तेज़ बारिश और बादलों के कारण रूम में शूटिंग के लिए लाइट कम पड़ रही थी.. !!
तभी, मेरी बहन की सहेली बोली की चल बाहर बारिश में भिगते हैं… और मेरी बहन और उसकी सहेली, तुरंत बारिश में दौड़ पड़ीं।
पानी में भीगते ही, उन दोनों को मस्ती ऐसी चड़ी की एक दूसरे के कपड़े उतारने लगीं।
मेरी बहन ने उसकी लूँगी उतार फेंकी और वह पैंटी और बनियान में, अपना पूरा मादक जिस्म दिखाती, मस्ती करती रही।
मेरी बहन की भी इनरवेअर भीगने से, उसकी काली ब्रा ग़ज़ब ढा रही थी।
दोनों लड़कियों को इस तरह अधनंगी हालत में देख, मैं ऊपर रूम की खिड़की मे एक हाथ से फोटो शूट कर रहा था और दूसरे से अपने मस्त लण्ड को मसल रहा था।
लगभग आधे घंटे बाद, वे दोनों वापस रूम में आई तो मेरी बहन की सहेली कपड़े खोलकर, पूरी नंगी हो गई.. !! .. !!
मैंने जीवन में पहली बार, किसी लड़की को इस तरह पूरी नंगी देखा तो मेरे होश उड़ गये… …
इसके बाद, तो वे दोनों आपस में ही गुत्थम गुत्था होकर, एक दूसरे के अंगो को चूसती और सहलाती रहीं।
मेरी बहन मेरे सामने, उसकी फूली हुई चूत को अपने होंठों से चाट चाट कर उसका रस पी गई.. !! लेकिन, हाँ उसने खुद ने अपनी पैंटी और ब्रा नहीं खोली.. !!
जब, उसकी सहेली थक कर नंगी ही सो गई तो मेरी बहन ने मुझे पास बुलाकर उसकी चूत को फैला फैला कर के, उसके नंगे फोटो शूट करवाए।
जब शाम, वह अपने हॉस्टल चली गई तो मेरी बहन आँख मारते हुए बोली – भैया, कहो, कैसी रही… ??
तो मैंने कहा की लाजवाब… मैं सपने में भी तेरे बारे में, ऐसी कल्पना नहीं कर सकता था…
वह हंसते हुए बोली की क्या भैया, आप भी… चलो, आज पार्टी हो जाए…
और हम दोनों बाइक पर बैठ कर होटल में खाना खाने गये।
मैंने गौर किया की वहाँ मेरी बहन मुझसे एस तरह व्यवहार कर रही थी, मानो मैं उसका भाई ना होकर, उसका कोई बॉयफ्रेंड हूँ…
मिनी स्कर्ट और स्पोर्ट्स बनियान पहन कर, वह मुझसे ऐसी चिपक कर बैठी थी की उसके पपीते के समान उरेज की रगड़ से, मैं बहुत ज़्यादा उत्तेजित हो गया।
सभी जगह, लोग सिर्फ़ हम दोनों को ही देख रहे थे।
वापिस लोटे तो रास्ते में फिर तेज़ बारिश होने लगी।
घर आते आते, हम दोनों पूरी तरह भीग चुके थे।
घर में आते ही, मैं कपड़े चेंज करने के लिए हमेशा की तरह रूम में जाने लगा तो मेरी बहन बोली – अरे भैया, अब आप भी थोड़ा बोल्ड बानिए… और उसने मेरे सामने ही, अपने कपड़े खोल दिए और केवल पैंटी पहनी, तुरंत बिस्तर में घुस गई।
सिर्फ़ एक पल को ही उसके नंगे वक्ष देख, मेरे होश फकता हो गये।
फिर मैंने भी अपने कपड़े उतारे और वी शेप अंडरवेअर में, उसी पलंग पर लेट गया।
हम आज दिन भर के बीते घटना क्रम पर चर्चा कर रहे थे.. !! तभी, मेरी बहन ने मेरा हाथ अपने हाथों में लेकर सहलाना शुरू कर दिया और फिर धीरे से मेरा हाथ अपने दोनों स्तनों के बीच रख कर, सामान्य रूप से बातें करने लगी.. !!
उसके बड़े बड़े वक्ष की नरमी और गर्माहट को महसूस कर, मैंने धीरे से हिम्मत कर अपनी हथेली को उसके स्तनों पर फेर दिया तो उसके मुंह से एक हल्की सी सिसकारी निकल पड़ी – उनमह…
मैंने उसके निपल्स में कठोरता महसूस की और अपने एक हाथ को उसके मांसल बदन के सभी उभारों पर फिरना चालू कर दिया।
अभी दो पल भी ना हुए होंगे की तभी उसने मेरा दूसरा हाथ पकड़ कर, अपनी पैंटी में घुसा दिया जहाँ गीलापन तथा गर्माहट इतनी अधिक थी की मैं सकपका गया और उसने मेरे होंठों को अपने होठों से मुंह में भर कर लगभग चबा लिया.. !!
इसके बाद तो हम दोनों, कब एक दूसरे में समा गये पता ही नहीं चला।
अब हम दोनों का रिश्ता और मजबूत होता चला गया।
मेरी बहन अब ना सिर्फ़ मेरी मॉडल थी.. !! बल्कि, उसने अपनी कई सहेलियों को जो की खुद भी अपना खर्चा चलाने के लिए पैसा कामना चाहती थीं, उन सभी को हमारे इस प्लान में शामिल करवाया.. !!
उसकी सहेलियो को एक तो, हम पर विश्वास था.. !! दूसरा, यह कोई जिस्म फ़रोशी का धंधा तो था नहीं.. !!
इन लड़कियों को केवल सामान्य काम जैसे नहाना, कपड़े बदलना वगेरह की फोटो शूट हम करते और उनकी खुद की पर्मिशन पर उसे साइट पर भेजते। मिलने वाले पैसे का, आधा आधा हम बांटते।
इसमें उन लड़कियों की कोई पहचान भी नहीं रहती थी।
लेकिन, एस सब में मैं काफ़ी फायदे में था.. !! क्योंकि, मेरी बहन की कई सहेलियों ने मेरे सामने पूरी तरह न्यूड फोटोशूट करवाने के अलावा मुझसे अपने शारीरिक संबंध भी रखे, जिनका पता मेरी बहन को भी था.. !!
कई बार तो वह, हमारे साथ शामिल भी हो जाती थी।
यह मेरी सच्ची कहानी है और मुझे पूरी आशा है की आप सभी को, पसंद आई होगी।
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