मस्तराम की मस्त कहानी का संग्रह
06-08-2021, 12:50 PM,
#56
RE: मस्तराम की मस्त कहानी का संग्रह
रात के 3 बज चुके थे. पिछले 5 घंटों में मेरी माँ ने उस हिंदू मर्द के साथ बिना रुके लगातार सेक्स किया था. मैं भी वहीं टेरेस पर ही सो गया. 6:30 बजे मेरी आँख खुली. माँ और राज अभी भी नंगे ही एक दूसरे से लिपटे सोए हुए थे. अपनी माँ को एक हिंदू मर्द के साथ नंगी देख मेरा फ़िर से खड़ा हो गया, पर अब मुठ मारने का समय नहीं था. मैं झाँक ही रहा था की अंदर माँ भी नींद से जागी. वो बिस्तर से उठी और ज़मीन पर पड़े अपने कपड़े उठाए, ब्लॅक ब्रा, पैंटी, पेटीकोट ब्लाउस और साड़ी. उसने बस अपने बदन पर अपनी ट्रॅन्स्परेंट साड़ी लपेटी और कमरे से बाहर निकल गयी. राज अभी भी पूरी नंगा अपने बिस्तर पर सो रहा था. मैं फटाफट भाग के अपने कमरे में आ गया और अपने बिस्तर पर लेट गया. माँ उपर आई और मेरे कमरे में झाँका. मैने सोने का नाटक किया. उसने मेरे कमरे का दरवाज़ा खोला और नहाने चली गयी. मैं भी 7 बजे उठ के नहा धो कर स्कूल चला गया. पर स्कूल में पूरे वक़्त मेरी आँखों के आगे मेरी माँ और उस मर्द के बीच रात भर हुए गर्म सेक्स के दृश्य घूमते रहे.

मेरा मन कर रहा था फ़िर से अपनी माँ को उस राज की बाहों में नंगी देखने का. मेरा बस चलता तो स्कूल में ही माँ और राज के सेक्स के बारे में सोच कर मुठ मार लेता. शनिवार का दिन होने के कारण 12 बजे ही छुट्टी हो गयी. घर आते ही मैने रात के दृश्यों के बारे में सोचा, कैसे मेरी माँ उस राज की बाहों में नंगी हो कर पूरी रात उसके साथ सेक्स करती रही, यही सोच सोच मैने ज़ोर ज़ोर से दो बार मुठ मारी. शनिवार होने के कारण माँ भी बॅंक से जल्दी वापिस आ गयी. आते ही अपने कमरे में सोने के लिए चली गयी. मुझे पता था, कल रात वो ठीक से नही सोई थी, वो राज रगड़ रगड़ के चोद जो रहा था उसकी चूत को रात भर. शाम 6 बजे वो अपने कमरे से निकली और रसोई में खाना बनाने लगी. रात का खाना खाने के बाद मैने कल रात की ही तरह दूध खिड़की से बाहर गिरा दिया. कल रात की ही तरह आज भी माँ मेरे कमरे को बाहर से बंद करके नहाने चली गयी. फिर से नहा धो कर नयी साड़ी पहनी, आज साड़ी भगवे रंग की थी, जैसी कोई हिंदू साध्वी पहनती हैं. इसका ब्लाउस भी बेहद छोटा स्लीव्ले और बॅकलेस था. और आज फिर मेरी माँ सजी थी एक नयी नवेली हिंदू दुल्हन की तरह अपनी सुहाग रात मनाने के लिए एक पहलवान हिंदू के साथ. कितनी खूबसूरत थी मेरी माँ, और उसके इस खूबसूरत बदन का मज़ा उसका पति नहीं बल्कि एक पहलवान हिंदू मर्द लूट लूट के ले रहा था.

राज भी कुर्ते पाजामे में अपनी प्रेमिका का इंतज़ार कर रहा था. जैसे ही माँ राज के कमरे में घुसी, दोनों एक दूसरे से लिपट गये, और फिर पागलों की तरह एक दूसरे के होठों को चूसने लगे. मैं भी कल की तरह रोशनदान से सब देख रहा था और बहुत उत्तेजित था, कि आज फिर अपनी माँ का एक हिंदू मर्द के साथ गरमा-गर्म सेक्स देख पाऊँगा. और वही हो रहा था, क्या गर्म सेक्स चल रहा था माँ और राज के बीच. कल की तरह आज भी माँ ने राज को पूरा नंगा करके उसका 10” लंबा लोड़ा अपने मुँह में लेकर चूसा, और राज ने अपना गाढ़ा वीर्य माँ की सिंदूर से भरी माँग में छोड़ा, फिर राज ने माँ को पूरी नंगी करके उसकी चूत को चाटा और उसकी चूत के दाने के साथ खिलवाड़ किया, फिर माँ ने अपनी चूत का पानी राज के मुँह में छोड़ दिया. फिर दोनों नहाने चले गये. राज ने शवर ओंन किया और माँ उसके नंगे मर्दाना शरीर से लिपट गयी और अपने गोरे मखमली नंगे बदन को राज के काले बालों वाले गठीले बदन के साथ रगड़ने लगी. दोनों पानी में भीगे हुए थे, और एक दुसरे के मुंह में मुंह डाले ज़बरदस्त किस कर रहे थे. माँ के लम्बे बाल पूरी तरह भीगे हुए उसकी कमर के साथ चिपक गए थे. माँ ने अपनी एक टांग उठाई और राज के कमर के गिर्द लपेट ली.

राज थोड़ा झुका और अपने लोड़े को माँ की चूत में घुसा दिया. और ऐसे खड़े खड़े ही मेरी माँ और वह हिंदू मर्द एक दुसरे के साथ गरमा-गर्म सेक्स करने लगे. 10 मिनट तक ऐसे ही उसका सेक्स चलता रहा. पानी से भीगे उसके बदन चमक रहे थे. फिर राज नीचे फर्श पर लेट गया, और माँ वहीँ शवर के पानी के नीचे उसका 10” लम्बा लोड़ा चूसने लगी. 3-4 मिनट तक माँ ऐसे ही राज का लोड़ा चूसती रही. क्या हो गया था मेरी माँ को, वो हिंदू के लोड़े को चूस रही थी. उस हिंदू के साथ सेक्स करने की इतनी हवस भरी थी मेरी माँ में वो ऐसे ही मादक तरीके से राज का लोड़ा चूसे जा रही थी. कुछ देर बाद राज फ़िर से खड़ा हुआ और माँ को अपनी मज़बूत मर्दाना बाहों में उठा लिया. वो अभी भी शवर के नीचे ही थे. राज ने अपना लोड़ा माँ कि चूत में घुसाया और उसे पेलना शुरू किया. बहुत ही मादक दृश्य था, मेरी माँ पूरी नंगी थी. उसको एक नंगे हिंदू ने अपनी मज़बूत बाहों में उठाया हुआ था, और मेरी माँ अपने बदन को उस हिंदू के बदन से चिपकाये, उसके गले में अपनी बाहें डाले बेतहाशा उस हिंदू के होठों को चूस रही थी. 15 मिनट तक राज ने ऐसे ही माँ को साथ खड़े खड़े शवर के पानी के नीचे गरमा-गर्म सेक्स किया. और एक बार फ़िर माँ कि कोख़ में अपना वीर्य बो दिया.

मुझे लग रहा था राज ज़रूर माँ को अपने बच्चे कि माँ बना देगा. मैं सोच रहा था माँ इतनी बेफिक्र कैसे हो गयी थी, एक औरत होते हुए वो एक हिंदू का बच्चा अपनी कोख़ में कैसे पाल सकती थी. वो राज के साथ सेक्स करने कि हवस में अंधी हो गयी थी. उसे तो बस राज के साथ सेक्स चाहिए था, उस सेक्स का नतीजा क्या होगा उसको परवाह नहीं थी इस बात की. बाथरूम में सेक्स करने के बाद माँ और राज बहार बिस्तर पर आकर लेट गए.

माँ, “भूख़ लग रही है, कुछ खाने को है?”

राज, “मुझे भी, पर खाने के लिए फ्रिड्ज में सिर्फ मिठाई पड़ा है. खायेगी?”

माँ, “ नहीं .”

राज, “रात के 1 बजे तो कहीं बाहर से भी नहीं मंगा सकते.”
माँ, “चल मिठाई ही खा लेते हैं.”

राज अपनी रसोई में गया और 2 प्लेट में मिठाई भर के ले आया. फ़िर दोनों एक साथ सोफे पर बैठ कर खाने लगे. वो लोग अभी भी नंगे ही थे. मुझे यकीन नहीं हो रहा था. रात के 1 बजे मेरी माँ पूरी नंगी बैठी थी, एक पहलवान हिंदू मर्द के साथ और उसके साथ मिल मिठाई खा रही थी.

माँ, “अम्म्म्म्म्म, बहुत स्वाद है ये तो, मुझे पता नहीं था . ”

राज ने आगे झुक कर माँ के लाल लाल होठों पर चुम्बन लिया. मिठाई खाने के बाद दोनों बिस्तर पर आ कर एक दुसरे से लिपट कर सो गए. मैं भी उनके गरमा-गर्म सेक्स को देख के मुठ मारी और सो गया. अगला दिन रविवार था. सब लोग घर पर थे. राज भी अपनी मिठाई की दुकान पर नहीं गया. सुबह 9 बजे उठने के बाद मैंने माँ को देखा तो थोड़ा झटका लगा. माँ ने स्लीव्ले ब्लाउज वाली ट्रॅन्स्परेंट साड़ी पहनी थी जैसी वो कोलकाता में पहनती थी. इसका एक ही कारण था, अब वो राज के आगे अपने गदराए गोरे जिस्म की नुमाइश कर रही थी. राज भी केवल एक लुंगी में घूम रहा था. उसका बालों से भरा गठीला मर्दाना बदन देख के मेरी माँ गर्म हो थी. पर मेरे घर पर होने की वजह से दोनों कुछ कर नहीं पा रहे थे. फ़िर भी मौका देख कर उन दोनों ने 3-4 बार तगड़ा किस किया. पर इससे ज़्यादा वो कुछ कर न पाये. माँ के बेताबी देख के लग रहा था वो बेसब्री से रात होने का इंतज़ार कर रही है ताकि रात होते ही अपने प्रेमी की बाहों में जा सके और उसके साथ गरमा-गर्म सेक्स कर सके. रात में फ़िर माँ ने राज के साथ 4 बार धमाकेदार सेक्स किया ऐसे ही चलता रहा कुछ दिनों तक. फ़िर एक दिन माँ सुबह-सुबह बोली उसकी तबियत ठीक नहीं है, वो बैंक नहीं जाएगी. मुझे शक हुआ. मैं स्कूल की तरफ निकला पर आधे रास्ते से ही वापस आ गया. और चुप के घर के अंदर घुस गया. और मेरा शक ठीक था. माँ की सेहत को कुछ नहीं हुआ था, उसको तो बस उस हिंदू का सेक्स चाहिए था. क्या जानवरों की तरह सेक्स किया माँ और राज ने दिन भर. रसोई में, बहार आँगन में, बाथरूम में, राज के बिस्तर पर… पूरा दिन एक भी कपडा नहीं पहना उन्होंने. दिन भर में 6 बार सेक्स किया माँ ने राज के साथ. पर अभी भी मेरी माँ की हवस शांत नहीं हुई थी क्यूंकि रात में फ़िर से माँ ने राज के साथ 4 बार सेक्स किया.

रात में सेक्स करने के बाद राज हाँफते हुए बोला, “मैंने बहुत सुना था कि बंगाली औरतों, खासकर मुस्लिम औरतों में बड़ी गर्मी होती है सेक्स करने की, बिलकुल सच बात निकली. बड़ी गर्मी है तुझमें . आज दिन भर में ये 10वीं बार सेक्स किया है हमने. क्या मस्त होकर सेक्स करती है तू, बहुत खूब मैंने कभी सोचा नहीं था एक औरत भी इतनी मस्त होकर सेक्स कर सकती है.”

पसीने से भीगी माँ भी हांफती हुए बोली , “मैंने भी हिंदू मर्दों के बारे में जो सुना था वो ठीक निकला.”

राज, “क्या सुना था?”

माँ, “यही कि बहुत मर्दाना ताकत होती है हिंदू मर्दों में, और सेक्स करने में उनका मुक़ाबला कोई नहीं कर सकता. क्या दम है तुझमें राज, आज 10वीं बार सेक्स किया तूने मेरे साथ, इतना सेक्स तो मैं अपने पति के साथ एक साल में करती थी, जितना तेरे साथ एक दिन में कर किया. सच में तेरे साथ सेक्स करने के बाद ही मुझे औरत होने का पूरा एहसास हुआ. तू जब अपनी मर्दाना बाहों में जकड़ता है या मेरे होठों को चूमता है या अपने लोड़े से मुझे पेलता है तब लगता है कि किसी असली मर्द को प्यार कर रही हूँ. अब लगता है कितना मज़ा आता है सेक्स करने में. पहले कितना दबी हुई थी मैं, बहुत झिझक होती थी, और अब उतना ही आनंद आता है.”
Reply


Messages In This Thread
RE: मस्तराम की मस्त कहानी का संग्रह - by desiaks - 06-08-2021, 12:50 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,521,585 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 546,657 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,240,618 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 937,920 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,665,619 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,091,139 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,968,149 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,112,056 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,053,848 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 286,843 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 14 Guest(s)