Raj sharma stories चूतो का मेला
12-29-2018, 02:36 PM,
#70
RE: Raj sharma stories चूतो का मेला
उस शाम चाचा और चाची में किसी बात को लेकर थोड़ी सी बहस हो रही थी तो मैंने अपने कान लगा दिए चाची कुछ गिले शिकवे कर रही थी पर मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था , पता नहीं मेरे कान काम की बात को सुन ही नहीं पाते थे क्यों , अब सीधा उनके कमरे में भी तो नहीं जा सकता था न तो क्या करे बस आईडिया ही लगा सकते थे की क्या बात है पर जल्दी ही उनकी आवाजे बंद हो गयी तो मैं भी नीचे चला गया थोड़ी देर टीवी देखा एक साला दूरदर्शन पर कभी कुछ आता नहीं था और केबल टीवी घर वाले लगवाते नहीं थे हम तो दुखी ही दुखी थे 


फिर मैं खाना खाकर सीधा सोने ही चला गया , रेडियो सुनते सुनते कब नींद आई पता नहीं चला पर रात को मेरी आँख खुली तो मैं देखा रेडियो बज ही रहा है तो बंद किया उसको और पानी पीने के लिए बहार आया तो देखा की आज छत पर चाची खड़ी है , अक्सर तो वहा मैं पाया जाता था था पर आज वो थी , मुझे तो उनके दिल का हाल पता था ही मैं उनके पास गया और बोला- नींद नहीं आ रही क्या 

वो- शायद तुम्हारी बीमारी लग गयी मुझे भी 

मैं- क्या बात है 

वो- कुछ नहीं 

मैं- चाची, कभी कभी मुझे लगता है की आप और मैं एक ही कश्ती के सवार है आप भी बातो को छुपाती है मैं भी वैसे ना तो एक दोस्त होने के नाते ही बता दो, वैसे भी बताने से दिल का बोझ कुछ कम हो जाया करता है 

वो- कुछ बाते तू अभी नहीं समझेगा 

मुझे हँसी आ गयी 

मैं- चाचा से झगडा हुआ उसी का टेंशन है ना 

वो- ना वो सब तो चलता रहता है 

मैं- वो ही तो बात है , 

वो- आजकल ये कुछ बदले बदले से लग रहे है 

मैं- वो तो है 

वो- न पहले की तरह बात करते है ना और कुछ बस ऑफिस से आते है खाना खाया और खेत में , पहले तो बहुत मन मार कर जाते थे पर आजकल बड़ा दिल लगने लगा है इनका खेत में कुछ समझ में नहीं आता मुझे , आज मैंने पूछ लिया तो झगडा कर बैठे 


मैं- शायद काम का बोझ हो आप तो जीवन साथी हो उनको मुझसे बेहतर जानते हो 

वो- बात तेरी शायद ठीक हो पर उन्हें भी तो इतना गुस्सा नहीं करना चाहिए था , कोई परेशानी हो तो बता भी सकते है 

मैं- आप मिया-बीवी सुलझाओ अपने मामले को अपने को क्या है , रात बहुत हुई है सो जाओ 

वो अपने कमरे में चली गयी मैं अपने कमरे में
अगले दिन मैंने सुबह सुबह ही शांति मैडम को पकड़ लिया और उनको अपना प्लान बताया की कैसे चाचा को वो अपने जाल में फ़साये और मैं उनकी मैडम को चोदते हुए तस्वीरे ले सकू , मैडम बहुत नखरे कर रही थी की मैं ना दूंगी पराये आदमी को ये हो जायेगा वो हो जायेगा तो मुझे थोडा गुस्सा आ गया मैंने कहा बहन की लोडी मास्टर जी से तो लपालप चुद रही थी और अब नखरे कर रही है , देख ले वैसे भी तू लंड की भूखी है तेरा काम भी हो जायेगा और मेरा भी , राज़ी हो जा वर्ना आज के आज सबको तेरी कहानी पता चल जाएगी 


तो बुझे मन से शांति मैडम ने हां, कर दी मैंने उसको समझाया की तू चाचा के ऑफिस में जा एक फर्जी काम करवाने को और उनको फसा ले तू बेशक उनको चूत मत देना बस मैं तेरे साथ उनकी कुछ फोटो खीच लू तो भी काम चल जायेगा 

शांन्ति\- पर उन तस्वीरों में मैं भी आउंगी 

मैं- तुजे कौन जानता है , तेरा बस इतना ही रोल है और मेरी जबान है तुझे, मेरी इतनी मदद कर दे मैं तेरे राज़ को सीने में दबा लूँगा 

तो आखिर मैडम मान ही गयी तो मैं उनको लेकर चाचा की ऑफिस में आया चाचा का नाम बताया और प्लान समझाया मैडम ऑफिस में चली गयी मैं बाहर ही रह गया

दस मिनट, बीस मिनट बाद बीत गयी, मेरी बेचैनी बढ़ी करीब आधे घंटे बाद वो आई हम वहा से निकले और साइड में बैठ गए 

मैं- क्या हुआ , 

वो- मैंने उनको वो कहानी बताई जो तुमने कहा था , पहले तो वो माने ही नहीं पर फिर मैंने थोड़ी अदाए दिखाई तो वो बोले- की काम थोडा मुस्किल होगा आपको भी मदद करनी पड़ेगी मुझे एक घंटे बाद इस रेस्टोरेंट में बुलाया है 

मैं- चाचा बड़ी जल्दी में है तुम टेंशन मत लेना और वो जो भी कहे तुम हा कर देना 


हमने और थोडा समय काटा, मैंने देखा की करीब घंटे भर बाद चाचा ऑफिस से निकले और सामने वाले रेस्तौरेंट में घुस गए, थोड़ी देर बाद मैंने शान्ति को भी भेज दिया और इंतज़ार करने लगा ये इंतज़ार करना भी बड़ा कठिन काम होता है पर क्या करे करना ही था करीब एक घंटे बाद वो लोग वहा से बहार आये चाचा ऑफिस में चले गए मैडम मेरी तरफ आने लगी , 

मैं- क्या हुआ 

वो- तुम्हारा कहना सही था, तेरा चाचा पूरा ठरकी है मैंने कल उसे अपने घर आने का बोल दिया है 

मैं- इतनी भी क्या जल्दी थी , कही उन्हें शक ना हो जाये 


वो- तू टेंशन मत लेना सब काम सेट कर दिया है बस तू कल रात टाइम से पहूँच जाना 

मैंने अपना माथा पीट लिया और बोला- जे तो चाह रहा है की तुम्हारी गांड पर लात दू, मैं रात को कैसे आ पाउँगा और तुम्हारे घरवाले भी तो रहेंगे ना 

शान्ति- मैं तो अकेली रहती हूँ इसलिए रात का बोला ताकि पूरा काम आराम से हो सके 

मैं- चल कोई ना मैं करूँगा कुछ ना कुछ जुगाड़, पर रात को फोटू कैसे खीचूँगा कैमरा का फ़्लैश भी तो होगा 
मैडम-मेरे पास नए ज़माने का डिजिटल कैमरा है वो फ़्लैश बंद करके भी ठीक फोटो खीच लेता है , देखो मैं तुम्हारे लिए इतना कर रही हूँ, तुम भी अपने वादे पर रहना 

मैं- टेंशन ना लो मेरी तरफ से 

रात को गाँव से शहर आना मेरे लिए बहुत ही मुश्किल था बहुत सोचने के बाद मैने घर पे फ़ोन किया और कहा की कुछ काम से मैं कैंपस में ही रुकुंगा , मम्मी ने काफ़ी सवाल पूछे पर मैंने बस उतना ही कह के फ़ोन काट दिया और शान्ति के साथ उसके घर आ गया ,मैडम का दो कमरों का घर था मैडम ने मुझे बैठने को कहा और मेरे लिए पेप्सी ले आई

पिटे पीते मैं मैडम को पूरी बात समझाने लगा की कैसे क्या क्या करना है , अब मैंने मैडम पे थोडा गौर किया मैडम ३६-37 साल की तो होंगी रंग भी ठीक ठाक था थोड़ी पतली सी थी पर फिगेर मस्त था मैडम ने साड़ी पहनी हुई थी मुझे वैसे भी साडी वाली औरते बहुत पसंद थी मेरे मन में विचार आया की क्यों ना मैडम को ही चोद लिया जाए एक बार अब चूत की तलब किसे नहीं होती वैसे भी उस समय हम दोनों ही थे तो कोई परेशानी वाली बात नहीं थी 


मैं- आपके परिवार में कौन कौन है 

वो- मैं मेरे पति है और दो बचे है 

मैं- यही रहते है 

वो- नहीं पति दुसरे स्टेट में मास्टर है और बच्चे बोर्डिंग में है 

मैं- आप ऐसे काम क्यों करती हो 

वो- पता नहीं कैसे मुझे लत लगगई अब तो आदत हो चली है 

मैं उनके पास गया और उनकी जांघ को सहलाने लगा मैडम भी समझ रही थी पर वो मुझ से दूर होने लगी मैं –“मैडम जी मुझे भी एक बार गोता लगा लेने दो आपकी झील में ”

वो- देखो तुम ............. 

मैं मैडम की छाती पर हाथ लगाते हुए- मैडम जो आपको तो मजे लेने की आदत है तो कर्लोना मेरे साथ भी 
मैडम बस मुस्कुराने लगी 

मैंने उसकी साडी का पल्लू हटाया और उसके बोबो को दबाने लगा मैं धीरे धीरे चूचियो से खेलने लगा तो मैडम भी जल्दी ही अपने रंग में आने लगी मैंने ऊनके ब्लाउज के हूँक खोलने शुरू किये और उसको उतार दिया मैडम ने सफ़ेद रंग की ब्रा पहनी हुई थी मैंने उसे भी उतार दिया मैडम ने एक आह भरी मीठी सी मैंने उसकी पीठ पर एक चुम्बन अंकित किया वो मेरे आगे खड़ी थी मैं धीरे धीरे उसकी गेंदों से खेलने लगा मेरा लंड उनकी गांड से लगातार रगड खा रहा था 

बोबो को सहलाते सहलाते मैं उनकी साडी को उतारने लगा फिर मैंने धीरे से उनके पेटीकोट ने नाड़े को खीच दिया नीली कच्छी मैडम की कसी हुई टांगो पर खूब फब रही थी मैंने उनकी जांघो पर अपना हाथ फेरा और मैडम को गोद में उठा कर उनके बेड की तरफ ले चला उन्होंने अपनी बाहे मेरे गले में डाल दी मैंने अब उनको पटका बेड पर अपने कपडे उतारने लगा जल्दी ही मेरा लंड खुली हवा में झूल रहा था मैडम की आँखे मेरे लंड पर जैसे जम सी गयी थी उन्होंने खुद ही अपनी कच्छी उतार दी और मुझे बोली- जरा मेरा पर्स ले आओ 
मैं- दोड़ कर गया और दोड़ कर वापिस आया 
Reply


Messages In This Thread
RE: Raj sharma stories चूतो का मेला - by sexstories - 12-29-2018, 02:36 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 552,300 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,262,724 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 954,705 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,693,360 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,114,349 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,009,364 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,250,189 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,100,605 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 291,570 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Incest Kahani पापा की दुलारी जवान बेटियाँ sexstories 231 6,413,699 10-14-2023, 03:46 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 28 Guest(s)