RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
अजय ; देखो भाई प्यार से लगवाओगी तो ज़ोर जबरजस्ती नही होगी वरना हम दोनो को तो कपड़े फाड़ होली खेलने की आदत है, चलो अब तुम रोहित की गोद में जाकर बैठो और उसे रंग लगाने दो और सोनू तुम मेरी पार्ट्नर हो तो मेरी गोद में आकर बैठो
संगीता : नही अजय प्लीज़ अभी नही
अजय : उठती हो या रोहित को बोलू तुम्हारा गाउन फाड़ने के लिए, अजय की बात सुन कर संगीता लड़खड़ाते हुए उठी और अपने भारी भरकम चुतड़ों के साथ रोहित के लंड पर बैठ गई और रोहित का लंड खड़ा हो गया, उधर रोहित ने सोनू को कहा तुम भी भैया की गोद में बैठो और फिर सोनू भी उठी और अपनी मोटी गान्ड अजय के लंड पर रख कर बैठ गई अब रोहित ने अपने दोनो हाथो में रंग लगा कर संगीता के गुलाबी गालो पर रंग लगाया और उधर अजय ने सोनू के गालो पर रंग लगाते हुए उसके गाउन के अंदर हाथ डाल कर उसके मोटे मोटे बोबो को कस कस कर दबाते हुए रंग लगाया, सोनू सिसिया पड़ी आह भैया धीरे तभी रोहित ने भाभी के गाउन के अंदर हाथ डाल कर उसके मोटे मोटे सुडोल दूध को अपने हाथो में भर कर कस कस कर दबाते हुए रंग लगाना शुरू कर दिया और संगीता भी सीसीयाने लगी
अजय : रोहित धीरे धीरे रंग लगाना जल्दी मत मचाना आज पूरी रात हमे होली खेलनी है
रोहित : वो तो ठीक है भैया पर यह दोनो हमारे जाम क्यो नही बना रही है इनसे कहिए यह जाम बना कर हमे अपने हाथो से पिलाए
अजय : यह तूने ठीक कहा यह हमे जाम पिलाएगी और हम इनके बदन पर रंग लगाएगे
संगीता और सोनू पूरी तरह नशीली हो चुकी थी और रंग की वजह से उनके चेहरे लाल हो गये थे उन्होने चार ग्लास तैयार किए और फिर सभी एक साथ पी गये और फिर संगीता तो पगलाने लगी और कहने लगी रुक जा रोहित मुझे गाउन उतार लेने दे तब ही तो तू पूरे बदन पर रंग लगा पाएगा और संगीता ने अपने गाउन को जैसे ही उतारा उसका मादक गदराया बदन पिंक ब्रा पैंटी में अजय और रोहित दोनो को पागल कर गया तभी अजय ने सोनू के गाउन के बटन खुद ही खोल दिए और जब उसने गाउन उतारा तो अजय तो एक दम पागल हो गया क्योकि सोनू गाउन के अंदर पूरी नंगी थी,
अब दोनो भाई पागल हो चुके थे और रंग लेकर दोनो रंडियो के पूरे बदन को लाल करने लगे सोनू की जाँघो पर अजय के हाथ चलते हुए उसकी फूली चूत और पेट पर पहुच गये और रोहित ने अपनी भाभी की पैंटी के अंदर हाथ डाल कर उसकी रसीली चूत को दबोच लिया तभी संगीता खड़ी हो गई और कहने लगी तुम दोनो बहुत चतुर हो क्या तुम लोग ही रंग लगाओगे हम नही लगाएगी चलो अपने कपड़े उतारो हम भी तुम्हारे बदन के हर हिस्से में रंग लगाएगी
संगीता की बात सुन कर दोनो भाइयो ने फटाफट सारे कपड़े निकल दिए उनके कपड़े उतरते ही उनके तंदुरुस्त मोटे लंड पूरी तरह खड़े हो गये और संगीता ने थोड़ा रंग सोनू को दिया और दोनो खड़ी खड़ी दोनो भाइयो के चेहरे पर रंग लगाते हुए उनके सीने पर हाथ मलने लगी और फिर दोनो ने खूब सारा रंग लेकर दोनो भाइयो के लंड को अपनी मुट्ठी में भर भर कर रंग लगाना शुरू कर दिया दोनो भाइयो ने भी उनके भारी चुतड़ों पर खूब रंग लगा लगा कर लाल कर दिया
अब अजय ने कहा भाई अब बैठे नही रहा जा रहा है तो चलो हम लोग किंग साइज़ डबल बेड पर आराम से होली खेलेंगे, तब रोहित ने कहा ठीक है और संगीता का हाथ पकड़ कर आगे बढ़ने लगा तब अजय ने कहा अरे पगले ऐसे नही और फिर अजय ने नंगी खड़ी सोनू को अपनी गोद में उठा लिया और कहने लगा अपने अपने पार्ट्नर को गोद में उठा कर ले जाएगे, तब रोहित ने अपनी भाभी की ब्रा और पैंटी उतार कर उसे पूरी नंगी कर दिया और फिर रंडी को अपनी गोद में उठा कर बेड की ओर चल दिए
दोनो भाइयो ने दोनो रंडियो को बेड पर लेटा दिया और फिर पागल कुत्ते की तरह एक दूसरे की बिबियो पर टूट पड़े और जिसका मन जहाँ चाह रहा था वहाँ संगीता और सोनू के बदन को दबा रहे थे मसल रहे थे,
दोनो रंडियो ने भी दोनो के खड़े लंड को कस कर मुट्ठी में भर रखा था और खूब उनके बदन से चिपकी हुई थी, कुछ देर तक एक दूसरे के बदन से गुत्थम गुथा होने के बाद संगीता ने कहा रोहित मुझे तेरा लंड चूसना है और मैने पहले ही कहा था कि अभी होली ना खेलो अब हम कैसे चूसे, तब अजय ने कहा चलो बाथरूम में चलते है और फिर सभी ने बाथरूम में एक दूसरे के अंगो को पहले अच्छी तरह धोया फिर चाटना शुरू कर दिया और फिर बदन पोछने के बाद बेड पर आ गये और दोनो भाइयो ने एक दूसरे की बीबी को बीच में सुला लिया और उनकी गान्ड के पीछे से लंड डाल कर चुदाई शुरू कर दी पूरे कमरे में दोनो रंडियो की मादक सिसकारिया गूंजने लगी
और आह आह सीई सीयी जैसे शब्द निकलने लगे अब दोनो भाइयो ने दोनो रंडियो को घोड़ी बना कर थप थप की आवाज़ के साथ चूत कूटना शुरू कर दी उनके आंड पूरी ज़ोर के साथ हिल रहे थे और उनकी जांघे जब दोनो घोड़ियो के मस्त मोटे चुतड़ों से टकराती तो थपक थपक की आवाज़ पूरे रूम में गुज़्ने लगती ऐसा लग रहा था कि दोनो के बीच कंप्टिशन चल रहा हो एक पूरी ताक़त से गान्ड में धक्का मारता तो दूसरा और भी तेज आवाज़ के से धक्का मारता जिससे दोनो रंडिया रह रह कर सीसीया रही थी.
चोदने का यह भयानक सिलसिला रुकने का नाम ही नही ले रहा था और दोनो ने उन्हे चोद चोद कर लाल कर दिया था फिर पता नही कब दोनो का वीर्य एक दूसरे की बीबी की चूत में छूट गया और पता नही कब सारे नींद के आगोश में चले गये
नेक्स्ट डे तो गजब ही हो गया सुबह उठते ही सभी लोग फ्रेश हुए और फिर नंगे ही दोनो भाई सोफे पर बैठ गये और रोहित ने अपनी नंगी भाभी को अपने लंड पर बैठा लिया और अजय ने सोनू को अपनी गोद में बैठा लिया और फिर से चुदाई का सिलसिला शुरू हो गया
दोपहर तक चुदाई के बाद सभी ने मिल कर खाना बनाया और फिर थक कर सो गये रात को भी चुदाई का सिलसिला बराबर चला और फिर अगले दिन रोहित और सोनू ने भैया भाभी से विदा ली और अपने शहर की ओर चल दिए, घर पहुच कर सभी को भैया के यहाँ का हाल चल बताया और फिर रुटिन लाइफ शुरू हो गई
सुधा : क्या बात है भाभी जब से दिल्ली से आई हो बड़ी खुश नज़र आ रही हो
सोनू : बात ही कुछ ऐसी है
सुधा ; मुझे भी बताओ ना
सोनू : तेरे भैया ने संगीता भाभी को खूब जम कर चोदा है और तेरे अजय भैया ने मुझे
सुधा ; क्या बात है तुम्हारे तो मज़े हो गये पर में तो सुखी पड़ी हूँ जब से आप गई हो मोका ही नही मिला कुछ मज़े करने का
सोनू ; क्यो पापा के पास पढ़ने नही जाती है
सुधा : जाती हूँ पर मम्मी इधर उधर होती ही नही है
सोनू ; यार दिल्ली में एक नया अनुभव हुआ है उसे में यहाँ यूज़ करना चाहती हूँ
सुधा : कैसा अनुभव
सोनू ; ग्रूप सेक्स का वह हम चारो ने एक साथ चुदाई की थी
सुधा ; अपने मुँह पर हाथ रख कर देखती हुई कहने लगी बाप रे आप लोगो को शर्म नही आई
सोनू : अरे शर्म की बजे खूब चुत उठ रही थी और ट्री दोनो भाइयो के लंड इस कदर खड़े थे जैसे नशे फट जाएगी
सुधा : लेकिन यहाँ कैसे पोज़िबल है
सोनू : में चाहती हूँ कि हम दोनो को पापा एक साथ एक ही बेड पर पूरी नंगी करके चोदे
सुधा ; मुस्कुराते हुए नही नही भाभी मुझे बड़ी शरम आएगी
सोनू : अरे शरम छोड़ देखना जब हम दोनो एक साथ पापा का लंड चुसेगी तो पापा एक दम मस्त हो जाएँगे और जब हम दोनो उनके सामने एक साथ कुतिया बन कर अपनी मोटी गान्ड नंगी करके दिखाएगे तो पापा का लंड एक साथ दो दो मोटी और नंगी गान्ड और फूली चूत देख कर पागल हो जाएगा
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