RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
रोहित : मुस्कुरा कर कहने लगा मम्मी मुझे शरम आती है आपके सामने बोलने में
नीलम ; रोहित के लंड को पाजामे के उपर से पकड़ कर मसल्ते हुए कहने लगी, अच्छा इस मूसल को मेरी गान्ड में रगड़ने में शरम नही आती तुझे और अपने दोस्त की बाते बताने में शरमा रहा है चल बता सीधी तरह से, और नीलम ने उसके पाजामे में हाथ डाल कर जैसे ही रोहित के लंड को मुट्ठी में पकड़ कर भींचा रोहित के मुँह से सिसकारी निकल पड़ी, आहह मम्मी क्या कर रही हो,
नीलम : मुस्कुराते हुए नही करू अच्छा चल में हाथ बाहर निकाल लेती हूँ तू तो मुझे कुछ बताएगा नही
रोहित : नही नही मम्मी मत निकालो अपना हाथ बहुत अच्छा लग रहा है
नीलम ; उसके अंडको को हाथो में भर कर सहलाते हुए कहने लगी तो फिर बता जल्दी से नही तो में हाथ बाहर निकाल लूँगी
रोहित : आहह .. मम्मी ऐसे ही सहलाती रहो अया सीयी में सब बताता हूँ आपको
नीलम : तो फिर बता
रोहित : मम्मी वो शेखर अपनी मम्मी को पटाना चाहता है
नीलम : उसके लंड को सहलाते हुए कहने लगी वह क्यो
रोहित : वो वो अपनी मम्मी को करना चाहता है
नीलम ; लंड के सुपाडे को सहलाते हुए उसकी खाल उपर नीचे करते हुए कहने लगी क्या करना चाहता है
रोहित : आह सिई वह अपनी मम्मी को चोदना चाहता है यह कह कर रोहित ने अपनी मम्मी की मोटी गान्ड को अपने दोनो हाथो में भर कर दबोच लिया
नीलम ; उसके लंड को खूब कस कर दबोचते हुए कहने लगी और क्या कह रहा था वह
रोहित : मम्मी वह कह रहा था कि वह अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके खूब कस कस कर उसकी गान्ड मारना चाहता है उसे उसकी मम्मी की मोटी गुदाज गान्ड बहुत अच्छी लगती है
नीलम : तेरा भी लंड मेरी मोटी गान्ड देख देख कर खूब खड़ा होता है कही तू भी तो मुझे चोदना नही चाहता है
रोहित : नही मम्मी में भला ऐसा कैसे सोच सकता हूँ
नीलम ; क्यो तुझे मेरी गान्ड अच्छी नही लगती है
रोहित : नही मम्मी आपके जैसे भारी भरकम चुतड़ों का तो में दीवाना हूँ मेरा तो मन करता है कि आपके भारी चुतड़ों को पूरा नंगा करके खूब फैला फैला कर आपकी मोटी गान्ड चाटू, और रोहित ने अपनी मम्मी की गान्ड की गहराई में अपने हाथ को भर कर दबाना शुरू कर दिया और नीलम के मुँह से सिसकारी निकल गई
नीलम : आह सी और क्या मन करता है तेरा, अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके चोदने का मन नही करता है
रोहित : नही मम्मी मेरा मन तो आपको पूरी नंगी करके खूब रगड़ रगड़ कर चोदने का करता है, कई बार तो मैं जब सोनू को चोदता हूँ तो ऐसा लगता है जैसे मैं आपको चोद रहा हूँ और आपको चोदने का सोच कर जब सोनू को चोदता हूँ तो एक अलग ही मज़ा आता है
नीलम : आहह सीयी नही बाबा नही में तुझसे नही चुदवाउन्गी तेरा लंड बहुत मोटा है मेरी तो चूत ही फाड़ कर रख देगा
रोहित : नही मम्मी एक बार मेरा लंड अपनी चूत में लेकर देखो आपको बहुत मज़ा आएगा
नीलम ; अच्छा पहले मुझे अपने लंड को अच्छे से देखने तो दे कितना मोटा और लंबा है उसके बाद में सोचूँगी और नीलम नीचे बैठ जाती है और रोहित के लंड को अपने गालो से रगड़ती हुई कहती है हाई बेटे तेरा लंड तो बहुत मोटा और तगड़ा है, यह तो मेरी चूत और गान्ड दोनो फाड़ कर रख देगा, इतना कह कर नीलम ने रोहित के लंड को अपने मुँह में भर कर चूसना शुरू कर दिया और रोहित के मुँह से आह सीयी जैसी सिसकारिया निकलने लगी, वह रोहित के लंड को खूब दबा दबा कर चूसने लगी और रोहित मज़े में कराहने लगा, तभी नीचे बाथरूम का दरवाजा खुलने की आवाज़ आई और नीलम झट से खड़ी हो गई और रोहित से कहने लगी बेटे लगता है कोई जाग गया है अब हमे नीचे चलना चाहिए तू रुक पहले में जाती हूँ फिर कुछ देर बाद तू भी आ जाना और नीलम जल्दी से नीचे चली गई और उसे तब राहत मिली जब उसने सुधा के रूम की लाइट ऑन देखी और वह चुपचाप अपने रूम में चली गई,
अगले दिन शाम को 4 बजे रोहित के पास शेखर का कॉल आया और उसने कहा रोहित कब आएगा यहाँ केक काटने की तैयारी हो गई है बस तेरा वेट कर रहे है तब रोहित ने कहा बस 10 मिनिट में पहुचता हूँ, मेरा वेट करना केक मत काट देना और फिर रोहित शेखर के घर पहुच गया और जब घर के अंदर एंटर हुआ तो पूरा घर अंदर से सज़ा हुआ था और एक बड़ी सी टेबल पर केक रखा हुआ था उसके चारो तरफ कॅंडल लगे हुए थे और सामने शेखर एक एक कॅंडल को जला रहा था लेकिन रोहित को यह देख कर आश्चर्य हुआ कि घर में शेखर के अलावा कोई और नज़र नही आ रहा था,
शेखर ; मुस्कुराते हुए आज यार कब से तेरा वेट कर रहा हूँ
रोहित : अबे वाह तो ठीक है पर बाकी मेहमान और तेरी दीदी और मम्मी कहा है
शेखर : बैठ तो बताता हूँ रोहित वही सोफे पर बैठ गया और शेखर ने कहा दरअसल मम्मी तो मामा जी के यहाँ चली गई है कुछ काम था और दीदी और किसी के साथ बर्तडे पार्टी शेयर नही करती है इसलिए बस तुझेही इन्वाइट किया है
रोहित : ओके पर दीदी कहाँ है
शेखर : बर्त डे गर्ल तैयार होकर बस आती ही होगी उसका इतना कहना था कि सीढ़ियों से जब रोहित ने पूजा दीदी को नीचे उतरते देखा तो उसकी आँखे फटी की फटी ही रह गई, पूजा दीदी ने एक पिंक कलर का इतना छोटा फ्रॅंक पहना हुआ था कि उसकी मोटी गदराई गोरी गोरी जाँघो को देखते ही रोहित का लंड खड़ा हो गया पूजा दीदी खुले बालो में कोई अप्सरा लग रही थी, वह जब नीचे आई तो शेखर ने उसे गले लगाते हुए कहा हॅपी बर्त डे दीदी तब पूजा ने उसके गालो को चूमते हुए कहा थॅंक्स भैया, और फिर पूजा रोहित के ठीक सामने आकर खड़ी हो गई, रोहित ने शांत लहजे में विश करते हुए पूजा की ओर हाथ बढ़ाया तब पूजा ने उसे भी थॅंक्स कहा और कहने लगी सॉरी में लेट हो गई चलो केक काटते है और फिर पूजा ने केक काटा और सबसे पहले शेखर को खिलाया और शेखर ने आधा बाइट वापस पूजा को खिलाया फिर पूजा ने एक बाइट रोहित को खिलाया तब रोहित ने आधा बाइट पूजा को खिलाया, उसके बाद तीनो एक टेबल के पास आ गये जहाँ ड्रिंक रखे हुए थे और शेखर ने रोहित से पूछा बोल यार बियर लेगा या व्हिश्की तब रोहित ने कहा यार व्हीश्कि ही पी लेते है और पूजा उसकी और मुस्कुरा कर देखती हुई पेग बनाने लगी
तीनो पीने लगे और बाते करने लगे कुछ देर बाद पूजा उठी और कहने लगी में अभी बाथरूम से आती हूँ और पूजा जाने लगी तब रोहित की नज़र उसके भारी चुतड़ों पर पड़ी जो मिनी फ्रांक में भी हल्के हल्के नज़र आ रहे थे, शेखर रोहित को मुस्कुरा कर देखते हुए कहने लगा प्यारे तू यही सोच रहा है ना कि पूजा दीदी की गान्ड कितनी मोटी और चौड़ी है यार दीदी को गान्ड मरवाने की बड़ी आदत है और मैने उसकी गान्ड मार मार कर इतनी फैला दी है बहुत तबीयत से अपनी गान्ड में लंड लेती है, रोहित शेखर की बात सुन कर ड्रिंक लेते हुए अपने लंड को दबा रहा था,
|