RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
सुधा : मुस्कुराते हुए, आप को कौन रोक सकताहै लेकिन ज़रा अच्छे से पहले अपने लंड पर तेल लगाने दीजिए नही तो मेरी गान्ड फाड़ कर रख देगा आपका यह मूसल
मनोहर : तुम खुद ही लगा दो अपने पापा के लंड पर तेल
सुधा ; आप भी तो लगाइए मेरी गुदा में तेल
सुधा की बात सुन कर मनोहर का लंड फिर से तन कर खड़ा हो गया और वह सुधा की गान्ड के छेद में उंगली डाल डाल कर तेल लगाने लगा और सुधा अपने पापा के मोटे लंड पर तेल लगाने लगी, अभी तेल लगा कर मनोहर ने सुधा को घोड़ी बना दिया और फिर उसकी गुदा से अपने लंड को रगड़ने लगा और फिर मनोहर ने सुधा की गुदा से लंड को भिड़ा कर धक्का मारने के लिए पोज़िशन ली सोनू आँखे फाडे सब देख रही थी कि तभी सोनू के कानो में गेट के बाहर से नीलम की आवाज़ सुनाई दी...बहू दरवाजा खोल, सोनू ने सुना तो उसकी साँसे थम गई वह एक सेकेंड से भी कम समय में सब सोच कर डिसिशन लेते हुए खिड़की से ही चिल्ला पड़ी पापा रुकिये मम्मी आ गई,
मनोहर अपने लंड को सुधा की मोटी गान्ड में पेलते पेलते रह गया और सुधा और मनोहर सोनू की आवाज़ सुन कर सकते में आ गये और खिड़की की तरफ देखने लगे तब सोनू ने फिर से कहा पापा मम्मी गेट पर आ गई है यह कहते हुए सोनू वहाँ से गेट खोलने के लिए भागी तब मनोहर और सुधा को कुछ समझ आया और उन्होने जल्दी जल्दी कपड़े पहने और सब कुछ दुरुस्त करके सुधा पढ़ने बैठ गई और मनोहर बाथरूम में घुस गया तब तक सोनू दरवाजा खोल चुकी थी और नीलम अंदर आ गई.
नीलम ; बड़ी देर लगा दी,
सोनू : हाँ वो अपने रूम में थी ना
नीलम : सुधा और तेरे पापा कहाँ है तभी मनोहर रूम से बाहर आ गया और कहने लगा अरे भाई हम कहाँ जाएगे और मनोहर सोफे पर बैठ गया और सोनू को देख कर मुस्कुराने लगा तब नीलम भी सोफे पर बैठ गई और सोनू को चाइ पिलाने का कहने लगी तब सोनू चाइ बनाने चली गई और मनोहर और नीलम बातों में मगन हो गये कुछ देर बाद सोनू ने मनोहर और नीलम को चाइ दी और फिर पापा के रूम में जाकर सुधा को चाइ देते हुए कहा वाह ननद रानी तुम तो बहुत आगे हो अकेले अकेले ही मज़े मार लिए, सुधा कुछ बोलने की स्थिति में नही थी और मारे शर्म के उसने अपने मुँह को नीचे झुका लिया,
तब सोनू ने कहा ओ मेडम अब नखरा करने की ज़रूरत नही है मम्मी आ गई है चाइ पियो और नॉर्मल हो जाओ, यह कह कर सोनू भी उसे मुस्कुराते हुए देख देख कर चाइ पीने लगी और कुछ देर बाद नीलम भी रूम में आ गई और फिर सुधा और सोनू वहाँ से बाहर आ गई और सुधा को पकड़ कर सोनू अपने रूम में ले गई और वहाँ उससे कहने लगी बाप रे पापा ने क्या ठुकाई की है तेरी और वह तो तेरी गान्ड भी मारने वाले थे, तब सुधा ने कहा भाभी आप ने सब कुछ देख लिया है ना, कब से खड़ी खड़ी देख रही थी आप
सोनू : जब से तुम दोनो का गेम शुरू हुआ तब से लेकर आख़िरी तक देखा है बस तेरी गान्ड फटते भी देख लेती जो मम्मी जी ना आ जाती, उसकी बात सुन कर सुधा मुस्कुराने लगी और फिर कहने लगी भाभी बहुत दर्द हो रहा है चला नही जा रहा है तब सोनू ने कहा जा तू अपने रूम में जाकर आराम कर हम बाद में मिलते है और सुधा अपने रूम में जाकर सो गई.
सोनू बेड पर लेटी लेटी बस सुधा और पापा जी की चुदाई के बारे में सोच सोच कर पागल हो रही थी लेकिन उसे समझ नही आ रहा था कि पापा का मोटा लंड उसकी चूत में कैसे घुसे वह अभी ख्यालो में डूबी हुई थी,
दूसरी तरफ मनोहर सोच रहा था कि बहू ने तो सब कुछ देख लिया है लेकिन उसके हाव भाव से लगता है कि वह भी मुझसे चुदवाना चाहती है पर में बहू को कैसे चोदु उसकी गुदाज जवानी ने भी मुझे परेशान किया हुआ है, दोनो यही सोचते सोचते नींद की आगोश में चले गये, अगले दिन सुबह नीलम ने मनोहर से कहा उसे आज एक शादी में जाना है तो क्या वह उसके साथ चलेगा तब मनोहर ने कहा भाई मेरी तो तबीयत कुछ ठीक नही लग रही है तुम सुधा को साथ ले जाओ फिर नीलम सुधा को लेकर चली गई और अगले दिन आने का बोल गई,
मनोहर ने सोचा यह मोका अच्छा है बहू को चोदने का लेकिन उसके पास सिर्फ़ दिन का ही समय है क्यो किरोहित दिन में ऑफीस चला जाता है फिर मनोहर ने सोचा अगर घर में चोदुन्गा तो किसी के भी आने का डर बना रहेगा तो फिर उसने रोहित के ऑफीस जाने के बाद सोनू को बुलाया और सोनू उसके रूम में गई उसके गाल पापा का सामना करते ही लाल पड़ गये थे, मनोहर मंद मंद मुस्कुराते हुए कहने लगा बेटी आज मेरा लोंग ड्राइव पर जाने का मन हो रहा है तुम चलोगि मेरे साथ, तब सोनू ने कहा जैसा आप कहे पापा,
तब मनोहर ने कहा तो फिर जाओ जल्दी से तैयार हो जाओ हम अभी चलेंगे, सोनू जाकर तैयार हो गई और फिर मनोहर ने अपनी कार निकाली और चल दिए,
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