RE: Incest Porn Kahani चुदासी फैमिली
सोनू की बात सुन कर नीलम की चूत पानी पानी हो चुकी थी और उसकी लेगी का वह हिस्सा गीला हो गया था, तभी सामने काउंटर पर बंदा आया और उसने पूछा हाँ बहन जी बोलिए क्या दिखाऊ
नीलम : बढ़िया सी लेस वाली और नेट वाली इंपॉर्टेंट पैंटी दिखा दीजिए, फिर क्या था दुकानदार कई सारी पैंटी एक से एक लग्जरी लेकर उनके सामने आ गया और दुकान में और भी ग्राहक थे तो उसने कहा बहन जी आप पसंद कर लो में दूसरे ग्राहक को निपटाकर आया और वह थोड़ा दूसरी तरफ चला गया, नीलम ने 5-6 पैंटी सोनू को दिखाते हुए खरीदी जिसमे एक पैंटी ऐसी भी थी जिसमे चूत वाली जगह पर कटा हुआ था मतलब पैंटी पहने पहने भी लंड डाल सकते थे,
नीलम : देख सोनू यह तेरे पापा को बहुत पसंद आएगी वह अक्सर कहते थे कि ऐसी पैंटी लाना जिसमे लंड घुसने की जगह बीच में से हो
सोनू : ठीक है ना मम्मी तो यह आप अपने लिए ले लो
नीलम : नही यह में तेरे लिए लूँगी तुझ पर बहुत चचेगी रोहित तुझे इसमे देख कर खुश हो जाएगा
सोनू : नही मम्मी जब पापा की इच्छा ऐसी पैंटी की है तो इसे आप ही ले लो
नीलम : अच्छा एक काम करती हूँ इसे तेरे पापा को दिखाउन्गी और फिर उन्ही से पूछ लूँगी कि यह में अपने लिए रख लूँ या बहू को दे दूं,
सोनू : मुस्कुराते हुए ठीक है जैसी आपकी मर्ज़ी उसके बाद दोनो दुकान से बाहर आ गई....
उधर इन दोनो के मार्केट जाने के बाद मनोहर आल्मिरा के पास जाता है और वहाँ से सुधा और सोनू की पैंटी निकाल कर बेड पर आकर बैठ जाता है, सोनू और सुधा की गुलाबी और सफेद पैंटी को फैला कर देखते ही उसका लंड पूरी औकात में आ जाता है और वह दोनो की पैंटी को पागलो की तरह सूंघने लगता है और अपने लंड को बाहर निकाल कर सहलाने लगता है,
दूसरी तरफ सुधा रोहित से कहती है भैया चलिए ना मुझे बाइक चलाना सीखा दीजिए और रोहित उसको कहता है कि ठीक है जा पापा को बोल कर आ जा कि हम लोग पास वाले ग्राउंड में जा रहे है और सुधा पापा के रूम की ओर जाने लगती है,
दरवाजे तक पहुचने से पहले ही खिड़की थी जो थोड़ी ओपन थी अचानक सुधा की नज़रे खिड़की के अंदर चली गई और उसने जब अपने पापा को अपने मोटे तगड़े हथियार को सहलाते देखा तो उसकी आँखे खुली की खुली रह गई उसके मुँह से अनायास ही निकल गया कि बाप रे पापा का लंड कितना मोटा और तगड़ा है जब सुधा ने देखा कि पापा एक गुलाबी रंग की पैंटी को सूंघ रहे है तो वह देख कर मन ही मन खुश हो गई कि पापा कैसे भाभी की पैंटी सूंघ रहे है मतलब मेरा शक सही निकला कि पापा भाभी को पूरी नंगी करके खूब कस कस कर चोदना चाहते है और मन ही मन कहने लगी गजब कर दिया पापा आपने लेकिन तभी उसकी साँसे रुक सी गई जब उसने देखा कि पापा ने अबकी बार वाइट कलर की पैंटी को पहले कस कर सूँघा और फिर उस पैंटी को अपने मोटे लंड में लपेट कर सहलाने लगे,
सुधा को विश्वास नही हो रहा था, वह अंदर ही अंदर मस्त भी हो रही थी और आँखे फाडे फाडे देख रही थी उसे यकीन नही आ रहा था क्यो कि वह सफेद पैंटी खुद सुधा की थी, सुधा ने मन में सोचा हे राम पापा तो मुझे भी चोदना चाहते है कैसे मेरी पैंटी को सूंघ रहे है ज़रूर सोच रहे होंगे कि सुधा की चूत सूंघ रहा हूँ और कैसे अपने लंड से मेरी पैंटी रगड़ रहे है, सुधा यह सोच कर ही गरम हो गई थी कि उसके पापा उसे चोदना चाहते है और उसने अपनी चूत में हाथ डाल कर देखा तो उसकी चूत से पानी आ गया था,
वह जल्दी से वहाँ से अपने रूम में गई और अंदर जाकर उसने सारे कपड़े उतार दिए और नंगी अपने आप को मिरर में देखने लगी फिर उसे रोहित का ख्याल आया और उसने इस बार कुछ सोचते हुए उपर एक झीनी सी टीशर्ट और नीचे सिर्फ़ लेग्गी पहन ली टीशर्ट उसकी कमर तक आ रही थी और उसके दूध लग रहा था कि टीशर्ट को फाड़ देंगे और लेग्गी में उसकी मोटी कसी हुई जांघे और भारी भरकम मोटी गान्ड काफ़ी उभर आई थी लेग्गी उसकी जाँघो और चुतड़ों से एक दम चिपकी हुई थी और जब वह नीचे आई तो रोहित का लोड्ा अपनी बहन सुधा की मोटी जांघे और भारी गान्ड देख कर खड़ा हो गया, उस पर सुधा की फूली हुई चूत का शॅप भी लेग्गी के अंदर से उभर कर आ रहा था पूरी चूत का तीकोण रोहित को साफ नज़र आ रहा था,
सुधा ने देखा कि रोहित उसकी गदराई जवानी को देख कर बोखला रहा है तब सुधा ने मुस्कुराते हुए कहा भैया ठीक है ना यह ड्रेस बाइक राइडिंग के लिए तब रोहित ने कहा हाँ अच्छी है अब चलो और तुमने पापा को बोल दिया है, तब सुधा ने झूठे ही कह दिया कि हाँ बोल दिया है और फिर दोनो रूम के बाहर निकल गये, रोहित ने बाइक स्टार्ट की और सुधा उसकी कमर को पकड़ कर क्रॉस लेग करके बैठ गई और रोहित की पीठ पर सुधा के मोटे मोटे गुदाज दूध लगने लगे और रोहित का लोड्ा तन कर खड़ा हो गया,
ग्राउंड में पहुच कर रोहित ने सुधा को बाइक पर बैठाया और खुद उसके पीछे बैठ गया और अपने हाथ को आगे बढ़ा कर सुधा के हाथ के उपर से आक्सेलरटोर को पकड़ कर उसे समझाने लगा कि कैसे क्लुच छोड़ना है और धीरे धीरे रेस बढ़ानी है और किस तरह से गीयर बदलने है, एक बार समझाने के बाद रोहित ने सुधा को चलाने दिया लेकिन सुधा क्लुच जल्दी छोड़ देती और गाड़ी आगे बढ़ कर बंद हो जाती तब रोहित ने उसे कहा तुम धीरे धीरे क्लुच छोड़ना में भी पकड़ रखता हूँ और रोहित खुद पाजामे में था तो उसका लंड सुधा की मोटी गान्ड से पूरी तरह सटा हुआ था और सुधा को भी अपने भैया के मोटे लोड्े का एहसास हो रहा था रोहित अपनी कोहनियो से सुधा के मोटे मोटे दूध का भरपूर आनंद ले रहा था और उसका लंड खूब कड़क हो रहा था, कुछ समय के बाद अब सुधा धीरे धीरे बाइक चलाने लगी और रोहित ने जब अपनी बहन की गुदाज मोटी मोटी जाँघो को अपने हाथो में थामा तो उसे जन्नत का एहसास होने लगा
सुधा बाइक चला रही थी और रोहित यह दिखाने के लिए कि वह डर रहा है वह सुधा की जाँघो को कस कर दबोचते हुए कह रहा था आराम से सुधा आराम से और कभी कभी जब हॅंडल डगमगाने लगता या रेस एक दम से सुधा बढ़ा देती तो रोहित मोका देख कर सुधा के मोटे मोटे दूध से अपने हाथो को रगड़ते हुए हॅंडल थामने की कोशिश करता और फिर सुधा की मोटी जाँघो को दबोच लेता था, वह अपने होंठो को सुधा की गर्दन से लगाए हुए अपनी बहन की सुडोल जाँघो को खूब तबीयत से सहला रहा था और सुधा भी अपने भैया के हाथ लगाने से खूब गरम हो रही थी, सुधा की चूत पहले से ही पानी पानी हो रही थी, रोहित का एक्साइट्मेंट बढ़ता ही जा रहा था वह सुधा की मोटी जाँघो और उठी हुई गुदाज गान्ड को सहला सहला कर जायज़ा ले रहा था उसका लंड अब कुछ ज़्यादा ही टनटना चुका था और सुधा अपने भैया के मोटे डंडे को अपनी गान्ड में महसूस कर रही थी, कुछ देर तक दोनो मज़े मारते रहे और फिर रोहित ने कहा सुधा अब घर चले तो सुधा कहने लगी नही भैया कितना मज़ा आ रहा है बस आप मुझे ऐसे ही पकड़ कर रखना में कही गिर ना जाउ तब रोहित ने सुधा की जाँघो को वापस पकड़ लिया और फिर सुधा खुश होते हुए कहने लगी वाह भैया आपने मुझे आज आख़िर बाइक चलाना सिखा ही दिया.
दूसरी ओर दोनो सास बहुए शॉपिंग करके वापस बस स्टॉप से सिटी बस पकड़ लेती है लेकिन इस बार उन्हे सीट मिल जाती है और दोनो बैठते हुए एक दूसरे को स्माइल दे देती है
नीलम : अब बता बहू आगे का क्या प्रोग्राम है
सोनू : मतलब
नीलम : मतलब आज के मज़े का तो हो गया अब कब ऐसे मज़े दिलाएगी
सोनू : मम्मी आप रुकिये तो सही में कुछ अच्छा सोच कर बताउन्गी
दोनो बाते करते हुए घर पहुचती है और फिर जैसे ही अंदर जाती है सामने सोफे पर पापा सुधा और रोहित चाइ पीते हुए नज़र आते है
मनोहर : आ गई आप दोनो क्या क्या ले आई है
नीलम : अरे कुछ खास नही चलिए रूम में चलते है और नीलम अपनी मोटी गान्ड हिलाती हुई रूम की ओर जाने लगी और सुधा से कहने लगी बेटा मेरे और भाभी के लिए भी तो चाइ का इंतज़ाम करो
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