RE: Sex Porn Kahani चूत देखी वहीं मार ली
अजय: तो चलो पहले खूसखबरी ही सुन लेते है….
किरण: जी मैं वो…..(किरण ने शरमाते हुए कहा….)
अजय: हां भाई बोलो….मुझसे इंतजार नही हो रहा….
किरण: जी वो मैं पेट से हूँ….
किरण की बात सुनते ही अजय एक दम सुन्न पड़ गया….उसे यकीन नही हो रहा था कि किरण जो कह रही है क्या वो सच है….”तुम्हे कैसे पता चला…..” अजय ने पानी का घूँट भरते हुए कहा….”जी दो महीने से डेट नही आई थी…..और कल चेक क्या तो पता चला…..” किरण की बात सुन कर अजय चेर से खड़ा हो गया….
किरण: क्या हुआ जी…..पहले तो मुझे भी यकीन नही हो रहा था….आप को याद है ना भैया के शादी के दो दिन बाद हम ने वो किया था…..
अजय: कुछ नही हुआ….मैं भी एक खूसखबरी तुम्हे देना चाहता हूँ….
किरण: क्या….?
अजय: रूको एक मिनिट….
ये कहते हुए वो रूम मे चला गया…..किरण अभी भी थोड़ा घबरा रही थी…थोड़ी देर बाद अजय वापिस हॉल मे आया और एक पेपर किरण की तरफ बढ़ा दिया… किरण ने सवालिया नज़रों से अजय की तरफ देखते हुए, वो पेपर पकड़ लिया….किरण पेपर देखते ही समझ गयी थी कि ये कोई मेडिकल टेस्ट रिपोर्ट है…पर किस चीज़ की है वो उसे पता नही चला…
किरण: जी ये क्या है…
अजय: मेरे रिपोर्ट्स है….पता है इसमे क्या लिखा है….
किरण: नही….
अजय ने किरण को कंधो से पकड़ कर खड़ा किया और फिर अपने दोनो हाथो को उसके कंधो से हटा लिया…और अगले ही पल एक जोरदार थप्पड़ किरण के गाल पर पड़ा… किरण के कान मे सीटी बजने लगी…..गाल सुन्न हो गया….”साली हरामजादी इसमे लिखा है कि, मैं कभी बाप नही बन सकता….मेरे अंदर स्पर्म्ज़ ही नही बनते तो, ये बच्चा कहाँ से आ गया….”
अजय की बात सुनते ही किरण के पैरो तले से ज़मीन खिसक गयी….”जी मैं सच कह रही हूँ….मैने तो कभी आपके सिवाए…किसी और के साथ….” अभी किरण अपनी बात पूरी भी नही कर पे थी कि, अजय ने किरण को बालो से पकड़ा और घसीटते हुए ऊपेर ले गया…किरण दर्द से तड़प उठी…”सुनिए जी आह मेरी बात तो सुनिए… “ पर अजय तो जैसे पागल हो चुका था…उसने किरण को ऊपेर एक रूम मे लेजाकर बेड पर पटक दिया..और फिर खुद बेड पर चढ़ते हुए मुक्के और घूँसों और लातो की बारिश कर दी…..”ये ले साली मेरा बच्चा है….बोल साली किसका बीज तूने अपनी कोख मे डाल रखा है…साली बाहर के लोगो से चुदवाना कब शुरू कर दिया…”
अजय पूरी बहरामी से किरण की ठुकाई कर रहा था…ऐसे-2 जोरदार घूँसो की बारिश की कि, किरण का सबर जवाब दे गया….”बताती हूँ—2 …” किरण के चेहरे पर कई घाव हो चुके थे…उसके होंटो और नाक मे से खून बह रहा था…आँखे सूज चुकी थी…उसका ब्लाउस कई जगह से फट चुका था…
.”बोल साली अब अगर एक मिनिट भी देर की सच बोलने मे तो मैं तेरी खाल खेंच कर उतार दूँगा…..” ये कहते हुए अजय बेड से नीचे उतर गया….”बोल अब ये बच्चा किसका है….”
किरण: जी वो विनय का……
जैसे ही अजय ने विनय का नाम सुना तो, वो सर पकड़ कर नीचे बैठ गया….” हे भगवान ये सब मेरे साथ तुमने क्यों क्या…” वो पागलो की तरह दहाड़ें मार कर रोने लगा….किरण बेसूध सी वहाँ बेड पर मरी हुई हालत मे बैठी अजय को देख रही थी….तभी अजय एक दम से उठा..उसका चेहरा गुस्से से तमतमा रहा था….”नही छोड़ूँगा – 2 उस हराम के पिल्ले को मैं….उस कंज़र को मैने अपने घर मे रखा, हर तरह के सुख दिए….पढ़ाया लिखाया इस दिन के लिए….”
ये कहते हुए अजय तेज़ी से नीचे गया….किरण जो बेजान सी बेड पर बैठी थी…जब उसको पता चला कि, अजय शीतल के घर गया है…तो उसका दिल एक दम से कांप उठा….कि कही अजय विनय को कुछ कर ना दे….
अजय नीचे आया और अपने रूम से हॉकी स्टिक उठा कर घर से बाहर निकल कर शीतल के घर की तरफ भागा….उसके सर पर खून सवार हो चुका था…वो गुस्से से काँपते हुए शीतल के घर की तरफ दौड़े जा रहा था…..किरण को भी इस बात का अहसास हो चुका था…..कि कितनी बड़ी मुसबीत आने वाली है….वो किसी तरह अपने आप को संभालते हुए, घर से निकल कर शीतल के घर की तरफ गयी….दूसरी तरफ अजय ने शीतल के घर के सामने पहुँच कर बुरी तरह से उसके घर के गेट को पीटना शुरू कर दिया था…..
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