RE: Sex Porn Kahani चूत देखी वहीं मार ली
किरण उठ कर किचन के तरफ जाने लगी….”ये क्या मामी आपने तो कहा कि, जो भी कहूँगा वो आप करोगे….मुझे अभी देखनी है….” किरण ने मूड कर पीछे की तरफ देखा…और होंठो पर कामुक मुस्कान लाते हुए विनय को चिढ़ाने लगी…किरण किचन मे पहुँची…और उसने खाना डालना शुरू किया….विनय फिर से टीवी देखने मे मगन हो गया….”विनय ज़रा इधर तो आना….” किरना ने किचन से विनय को आवाज़ लगाते हुए कहा….विनय उठ कर किचन मे गया…”जी मामी…” किरण की पीठ विनय की तरफ थी…और वो प्लेट्स मे खाना डाल रही थी…किरण एक दम से उसकी तरफ पलटी….तो विनय की आँखे खुली की खुली रह गई….किरण ने अपने एक मम्मे को अपने नाइटी के गले के ऊपेर से बाहर निकाला हुआ था….उसका मॅक्सी के बाहर लटकते हुए मम्मे को देख कर विनय के आँखे एक दम फेल गई…..
किरण: ये ले अब देख लिया…मेने कहा था ना तुझे जो देखना है….वो सब दिखाउन्गी…..चल ये प्लेट्स लेकर बाहर चल….मैं पानी लेकर आती हूँ…विनय अपनी मामी की चुचि को घुरता हुआ प्लेट्स लेकर बाहर आ गया…..किरण ने पानी की बॉटल और ग्लास लिए और बाहर आ गई….इस बार जब विनय ने किरण को देखा तो, उसके दोनो मम्मे उसकी नाइटी से बाहर लटक रहे थे….विनय का लंड अपनी मामी की बड़ी-2 चुचियों को देख कर शॉर्ट्स मे झटके खाने लगा…किरण विनय के सामने चेर पर बैठ गई…और खाना खाने लगी….”और कोई फरमाइश हो तो वो भी बता दो….” विनय ने अपनी मामी की चुचियों की तरफ देखा….और फिर खाने का नीवाला निगलते हुए काँपती हुई आवाज़ मे बोला……
विनय: मामी वो मुझे वो आपको वो करते हुए देखना है…..
किरण: (मुस्कराते हुए ) क्या देखना है सॉफ-2 बोल….
विनय: आपको पेशाब करते हुए देखना है….
किरण अपने भान्जे के बात सुन कर शरम से लाल हो गई…..फिर अपने होंठो पर कामुक मुस्कान लाते हुए बोली…”तू अपनी मामी को मूतते हुए देखेगा….” विनय ने किरण की बात सुन कर सर झुका लिया…और काँपती हुई आवाज़ मे बोला….”हां मामी..” ये दिमाग़ ख़याल मे आते ही कि वो अपने भान्जे के सामने अपनी चूत खोल कर पेशाब कर रही है…..किरण के बदन मे झुरजुरी सी दौड़ गई….उसने अपना एक हाथ नीचे लेजा कर अपनी मेक्सी के ऊपेर से अपनी चूत को दबाते हुए विनय की तरफ देखा…”देख लेना..आज तू जो भी कहेगा….मे तेरी हर बात मानूँगी….”
किरण और विनय ने जल्दी-2 खाना ख़तम किया….उसके बाद किरण ने बर्तन सॉफ करके सारा काम निपटा लिया….किचन का काम निपटने के बाद किरण ने विनय को अपने रूम मे जाकर इंतजार करने को कहा….और किरण खुद बाथरूम मे घुस गई…किरण ने अपने सारे कपड़े उतारे और अपने झान्टो से भरी चूत को देखा….तो कुछ सोच कर उसकी चूत की फांके कुलबुला उठी….उसने बाथरूम मे पड़ी हुई अजय की शेविंग किट उठाई….और शेविंग क्रीम लगा कर अपने झान्टो पर झाग बनाने लगी….फिर उसने रेजर से अपनी झान्टो के बाल सॉफ करने शुरू किए….
अपनी चूत से बालो को सॉफ करते हुए किरण की चूत ये सोच -2 कर कुलबुला रही थी कि, जब वो अपने भान्जे के सामने अपनी चूत खोल कर बैठी मूत रही होगी, तब कैसा मंज़र होगा…..
अपनी झान्टो को सॉफ करने के बाद पायल से अपनी चूत को अच्छे से धो लिया…और फिर बाथरूम का डोर खोल कर उसने विनय को आवाज़ लगाई…..विनय मामी की आवाज़ सुन कर रूम से बाहर निकाला और बाथरूम के डोर पर खड़ा हो गया…किरण ने उसे अंदर आने का इशारा किया….तो विनय बाथरूम के अंदर आया तो, अपनी मामी को पूरा नंगा देखते ही, उसका लंड उसके शॉर्ट्स को फाड़ कर बाहर आने को उतावला हो उठा…किरण ने विनय के शॉर्ट्स मे झटके खाते हुए लंड को देखा, तो उसके होंठो पर कामुक मुस्कान फेल गई….”निकाल ले ना इसे बाहर क्यों क़ैद करके रखा है….” किरण ने विनय के लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा….तो विनय ने अपना शॉर्ट्स दोनो तरफ से पकड़ कर नीचे सरकाते हुए अपने बदन से अलग कर दिया…..
विनय के झटके खाते हुए लंड को देख कर किरण ने अपने होंठो को दाँतों मे भींचा और फिर नीचे फर्श पर अपनी मोटी गान्ड टिकाते हुए बैठ कर अपनी दोनो टाँगो को इस तरह खोल कर फेला लिया कि, उसकी चूत की फांके भी खुल गई….जिससे उसकी चूत का पानी से लबलबा रहा छेद विनय को सॉफ दिखाई देने लगा…किरण ने विनय की तरफ देखा….जो आँखे फाडे उसकी चूत की तरफ देख रहा था…”चल वहाँ बैठ जा दीवार से पीठ टिका कर…..” किरण ने सामने दीवार की तरफ इशारा करते हुए कहा तो, विनय दीवार से पीठ सटा कर नीचे फर्श पर बैठ गया….”तू अपनी मामी की चूत से पेशाब निकलता हुआ देखना चाहता था ना…” किरण ने अपनी चूत के फांको को अपनी उंगलियों से फेलाते हुए अपनी चूत का गुलाबी रसीला छेद विनय को दिखाते हुए कहा….
विनय: हां….(विनय ने अपने गले का थूक गटाकते हुए कहा…)
किरण: चल फिर देख ले….पर जब तक मेरी चूत से मूत की धार निकलेगी…तब तू मेरे सामने अपने लंड की मूठ मारेगा…बोल मारेगा ना मूठ अपनी मामी की चूत से पेशाब निकलता हुआ देख कर…..
विनय: हां मामी मारूँगा…….(विनय ने अपने लंड को मुट्ठी मे भरते हुए हिलाना शुरू कर दिया….)
किरण ने अपने दोनो हाथो को पीछे की और फर्श पर टिकाया और अपनी गान्ड को थोड़ा सा ऊपेर उठा दिया…कुछ ही पलों बाद किरण की चूत से मूट की तेज धार सीटी जैसी आवाज़ करते हुए निकल कर बाहर फर्श पर गिरने लगी….जिसे देख विनय के लंड के नसों मे खून का दौड़ा तेज हो गया…..और उसने तेज़ी से अपने लंड को हिलाना शुरू कर दिया….”सीईईईई देख विनय देख तेरी मामी की चूत से निकलता हुए मूत देख ले बेटा….
अहह देख तेरे लिए तेरी मामी कितनी बेशरम हो गई है…..हिला अपने लंड को अपनी मामी की चूत के लिए…..” किरण ने अपने भान्जे के लंड के चमकते हुए सुपाडे को देखते हुए कहा….और दूसरी तरफ विनय अपनी मामी की चूत से निकलती मूत की धार को देख कर एक दम मस्त हो गया….किरण का मूतना ख़तम हुआ तो, विनय एक दम से उठ कर अपनी मामी की जाँघो के पास आकर बैठ गया…और झुक कर अपनी मामी की चूत को देखने लगा….
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