RE: Sex Story मैं चीज़ बड़ी हूँ मस्त मस्त
मैने जैसे ही अपना मोबाइल कान से हटाना चाहा तो उसमे से आवाज़ आई
'आहह आर्यन छोड़ो मुझे भाभी बुला रही हैं'
मीन्स कोमल की तरफ से कॉल कट नही हुई थी.
मैने फिरसे मोबाइल कान से सटा लिया और आवाज़ सुन ने की कोशिश करने लगी.
आर्यन-प्लीज़ कोमल बस 5मिनट लगेंगे अपनी पाजामी उतार दो ना.
कोमल-तुम्हारा दिमाग़ तो ठीक है पता है हम स्टोर रूम में हैं और वो भी बॅंक के कोई भी आ सकता है यहाँ.
आर्यन-कुछ नही होगा जानू बस थोड़ी सी नीचे करके झुक जाओ मैं पीछे से डाल दूँगा.
कोमल-प्लीज़ आर्यन तुम समझते क्यूँ नही. कल कॉलेज के पार्क में मिलूंगी तुम्हे पक्का.
आर्यन-कहाँ यार कॉलेज में तो वो साला पवन सारा दिन तुम्हे गोद में बिठाकर रखता है. अगर उसे ज़रा सा भी पता चला की मैने तुम्हारी ली है तो वो साला मेरी गान्ड फाड़ देगा.
कोमल-तुम इतना क्यूँ डरते हो उस से.
आर्यन-साला एम.एल.ए का बेटा है और डॉन है पूरे कॉलेज को अब डरना तो पड़ता ही है लेकिन तुम यार टाइम बर्बाद मत करो जल्दी खोलो ना.
कोमल-नही आर्यन प्लीज़ अब मुझे जाने दो कल आ जाना पार्क में.
अब आवाज़ें आनी बंद हो गई थी शायद कोमल वहाँ से आ रही थी.
मैने अपना मोबाइल पर्स में रख दिया. कोमल अपने कपड़े ठीक करती हुई सामने से आई और मेरे पास आकर बोली.
कोमल-भाभी आप बैठो.
मैने कोमल को कहा.
मे-बड़ी देर लगा दी वॉशरूम में.
कोमल-वो काफ़ी भीड़ थी भाभी वॉशरूम में.
मैने मुस्कुराते हुए कोमल की और देखा और उसकी गाल पे चूटी काट ते हुए कहा.
मे-बहाना अच्छा है बेबी.
मैं कहते हुए फिरसे वहीं जाकर बैठो गई यहाँ पहले बैठी थी.
कोमल हैरान परेशान सी बार-2 मेरी ओर देख रही थी.
कोमल का नंबर आ चुका था और उसने पैसे निकलवाए और मेरी ओर आने लगी.
हम दोनो बॅंक से बाहर आ गई और कोमल स्कॉटी के पास जाकर बोली.
कोमल-भाभी आपने ऐसा क्यूँ कहा कि बहाना अच्छा है.
मैने हँसते हुए उसकी गाल पे हल्की सी चपेट लगाते हुए कहा.
मे-मैने मोबाइल के ज़रिए स्टोर रूम की सभी बातें सुन ली थी मेरी हॉट स्वीतू.
कोमल जान बुझ कर गुस्सा दिखाते हुए .
कोमल-भाभी आप अपनी तरफ से कॉल डिसकनेक्ट नही कर सकती थी क्या.
मे-अरे अब फ्री में सीसी रेडियो सुन ने को मिल रहा था भला मैं क्यूँ डिसकनेक्ट करती.
कोमल स्कॉटी उठाते हुए बोली.
कोमल-आप कितनी गंदी हो.
मैने पीछे बैठते हुए कहा.
मे-ओह अच्छा जी मैने सब सुना तो मैं गंदी हो गई और तुमने सब कुछ किया तुम अच्छी हो.
अब कोमल के पास कोई जवाब नही था और उसने स्कॉटी को रोड के उपर दौड़ा दिया. हम थोड़ी दूर ही गये थे कि मैने पीछे देखा तो हमारी कोमल के आशिक़ मतलब आर्यन जनाब पीछे-2 अपनी बाइक पे आ रहे थे. मैने कोमल के कान में कहा.
मे-तुम्हारा आशिक़ अभी भी पीछे-2 आ रहा है लगता है अब तुम्हारी पाजामी खुलवा कर ही दम लेगा.
कोमल लगभग चीखते हुए .
कोमल-भाभिईीई.....
मे-हहेहहे क्यूँ क्या हुआ मैने कुछ ग़लत कहा क्या मेरी स्वीतू.
कोमल-मुझे नही पता बस आप चुप करो.
मे-ओह हो तो हमारी स्वीतू शरमाती भी है.
अब हम दोनो चुप चाप घर की ओर जा रही थी.
मैने पीछे देखा तो आर्यन अभी भी पीछे आ रहा था. मैने सोचा थोड़ा इस आर्यन के बच्चे को भी तडपाया जाए.
मैने अपनी लेफ्ट लेग उठाकर दूसरी पे रख
ली. टाइट पाजामी पहनी होने की वजह से मेरी पाजामी मेरी जाँघ पे एकदम कस गई और ये नज़ारा पीछे आ रहे आर्यन को जैसे ही दिखा तो उसकी नज़र कोमल की और से हटकर मेरे उपर अटक गई. मैं उसके चेहरे की ओर ही देख रही थी जिसपे अब एक्सप्रेशन चेंज होने लगे थे. उसने अपना चेहरा उपर उठाया और जैसे ही हम दोनो की नज़र मिली तो उसने अपनी एक आँख दबा दी. मैं एकदम सकपका सी गई और अपना चेहरा आगे की ओर कर लिया. मेरे दिमाग़ में एक पुरानी घटना घूम गई. जब मैने एक दफ़ा आकाश हो इसी तरह चिड़ाया था तो उस कमिने ने इस तरह चिडाने की कीमत स्टोर रूम में मुझे पूरी नंगी करके चोद कर वसूल की थी.
मेरा दिल काँप सा उठा और मैने अब दुबारा पीछे नही देखा.
हम दोनो घर पहुँच गई और अंदर जाकर मैं अपने रूम में गई और चेंज करके बाहर आई और किचन में जाकर मम्मी जी से कहा.
मे-मम्मी आज खाना मैं बनाउन्गी.
मम्मी-मगर बेटी.
मे-अगर-मगर कुछ नही आप बस बैठो बाहर जाकर.
आख़िर मम्मी बाहर चली गई और मैं खाना तैयार करने लगी.
कोमल भी किचन में आकर मेरा साथ देने लगी. शायद उसे मम्मी जी ने भेजा था मेरी हेल्प के लिए.
मैने कोमल को अब बॅंक की घटना के बारे में और ज़्यादा नही पूछा और वो भी शायद शर्मिंदगी की वजह से चुप चाप सी थी.
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